सामग्री की तालिका
प्रकाश
सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित एक मेघ प्रकाश एक विद्युतचुम्बकीय विकिरण है, जिसकी तरंगदैर्ध्य दृश्य सीमा के भीतर होती है। तकनीकी या वैज्ञानिक संदर्भ में किसी भी तरंगदैर्घ्य के विकिरण को प्रकाश कहते हैं। प्रकाश का मूल कण फ़ोटान होता है। प्रकाश की तीन प्रमुख विमायें निम्नवत है।.
देखें इलेक्ट्रान विवर्तन और प्रकाश
जापान
जापान, एशिया महाद्वीप में स्थित देश है। जापान चार बड़े और अनेक छोटे द्वीपों का एक समूह है। ये द्वीप एशिया के पूर्व समुद्रतट, यानि प्रशांत महासागर में स्थित हैं। इसके निकटतम पड़ोसी चीन, कोरिया तथा रूस हैं। जापान में वहाँ का मूल निवासियों की जनसंख्या ९८.५% है। बाकी 0.5% कोरियाई, 0.4 % चाइनीज़ तथा 0.6% अन्य लोग है। जापानी अपने देश को निप्पॉन कहते हैं, जिसका मतलब सूर्योदय है। जापान की राजधानी टोक्यो है और उसके अन्य बड़े महानगर योकोहामा, ओसाका और क्योटो हैं। बौद्ध धर्म देश का प्रमुख धर्म है और जापान की जनसंख्या में 96% बौद्ध अनुयायी है। .
देखें इलेक्ट्रान विवर्तन और जापान
विवर्तन
एक वर्गाकार द्वारक (aperture) से विवर्तन के परिणामस्वरूप पर्दे पर निर्मित विवर्तन पैटर्न जब प्रकाश या ध्वनि तरंगे किसी अवरोध से टकराती हैं, तो वे अवरोध के किनारों पर मुड जाती हैं और अवरोधक के की ज्यामितिय छाया में प्रवेश कर जती हैं। तरंगो के इस प्रकार मुड़ने की घटना को विवर्तन (Diffraction) कहते हैं। ऐसा पाया गया है कि लघु आकार के अवरोधों से टकराने के बाद तरंगें मुड़ जातीं हैं तथा जब लघु आकार के छिद्रों (openings) से होकर तरंग गुजरती है तो यह फैल जाती है। सभी प्रकार की तरंगों से विवर्तन होता है (ध्वनि, जल तरंग, विद्युतचुम्बकीय तरंग आदि)। .
देखें इलेक्ट्रान विवर्तन और विवर्तन
क्रिस्टल
क्रिस्टलीय, बहुक्रिस्टलीय तथा अक्रिस्टलीय पदार्थों की सूक्ष्म संरचना स्फटिक, इस बहुमणिभीय खनिज की पर्तें स्पष्ट पारदर्शी होतीं हैं बिस्मथ का क्रिस्टल इन्सुलिन का क्रिस्टल गैलियम, जिसकी वृहत एकपर्त होती हैं रसायन शास्त्र, खनिज शास्त्र एवं पदार्थ विज्ञान में क्रिस्टल उन ठोसों को कहते हैं जिनके अणु, परमाणु या आयन, एक व्यवस्थित क्रम में लगे होते हैं तथा यही क्रम सभी तरफ दोहराया जाता है। प्रतिदिन के प्रयोग के अधिकतर पदार्थ बहुक्रिस्टलीय (पॉलीक्रिटलाइन) होते हैं। क्रिस्टलों तथा क्रिस्टल निर्माण के वैज्ञानिक अध्ययन को क्रिस्टलकी (crystallography) कहते हैं। क्रिस्टल बनने की प्रक्रिया को क्रिस्टलन या क्रिस्टलीकरण (crystallization या solidification) कहते हैं। .
देखें इलेक्ट्रान विवर्तन और क्रिस्टल
यह भी देखें
क्रिस्टलकी
- इलेक्ट्रान विवर्तन
- एक्स-किरण क्रिस्टलिकी
- क्रिस्टल स्वभाव
- क्रिस्टलकी
- क्रिस्टलन
- क्रिस्टलन जल
- बहुरूपता
- मिलर सूचकांक
- विदलन (क्रिस्टल)
- समजातीय श्रेणी
पदार्थ विज्ञान
- अधिशोषण
- अपरूपण गुणांक
- आयन रोपण
- आसंजन
- इलेक्ट्रान विवर्तन
- एक्स-किरण क्रिस्टलिकी
- एक्स-किरण प्रकीर्णन तकनीकें
- एन्ट्रोपिक बल
- कठोरता
- कण क्षेपण
- कसौटी
- किरणपुंज रेखा
- क्रिस्टलकी
- गलन
- गलनक्रांतिक प्रणाली
- गोरिल्ला काँच
- तनाव पुष्टि
- तनुफिल्म
- तापानुशीतन
- धातु
- पदार्थ प्रबलता
- पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा
- पदार्थ विज्ञान
- पदार्थों के गुणों की सूची
- पदार्थों के सुदृढ़ीकरण के साधन
- पॉलीमर
- प्रत्यास्थलक
- प्रबलित कंक्रीट
- प्वासों अनुपात
- भंगुरता
- वाष्पन
- विश्लेषी रसायन
- विश्वसनीयता इंजीनियरी
- व्याकुंचन
- शैथिल्य
- संघनित द्रव्य भौतिकी
- संपीडन पुष्टि
- सिरैमिक इंजीनियरी
प्रकीर्णन
- अनुप्रस्थ परिच्छेद (भौतिकी)
- अवमंदक विकिरण
- इलेक्ट्रान विवर्तन
- उत्सर्जन वर्णक्रम
- टिण्डल प्रभाव
- नाभिकीय प्रायिकता क्षेत्र
- प्रकीर्णन
- लैम्बर्ट का कोज्या नियम
- समुत्खण्डन न्यूट्रॉन स्रोत
प्रमात्रा यान्त्रिकी
- अनिश्चितता सिद्धान्त
- अवपरमाणुक कण
- इलेक्ट्रान विवर्तन
- क्वांटम
- क्वांटम यांत्रिकी का परिचय
- क्षेत्र उत्सर्जन
- प्रकाश-विद्युत प्रभाव
- प्रमात्रा क्षेत्र सिद्धान्त
- प्रमात्रा यान्त्रिकी
- बैण्ड अन्तराल
- महाब्रह्माण्ड
- मूलकण
- समता (भौतिकी)
विवर्तन
- इलेक्ट्रान विवर्तन
- एक्स-किरण क्रिस्टलिकी
- विवर्तन
- विवर्तन ग्रेटिंग
- हाइगेंस का सिद्धांत