सामग्री की तालिका
46 संबंधों: ढाल, ताम्र, धातुकर्म, नीदरलैण्ड, पदार्थ विज्ञान, बीसवीं शताब्दी, मध्य पूर्व, मिश्र, मृत्तिकाशिल्प, शस्त्र, हाइके कामरलिंघ ऑन्स, आविष्कार, आविष्कार और आविष्कारक, कांसा, १४४८, १५४०, १५५६, १५९०, १७३८, १७४०, १७७९, १७९९, १८२१, १८२४, १८२५, १८३९, १८५५, १८६१, १८८३, १९०२, १९०९, १९११, १९१२, १९१६, १९२४, १९३१, १९३८, १९४७, १९५१, १९५३, १९५४, १९५९, १९६२, १९६८, १९७०, १९८०।
- पदार्थ विज्ञान
ढाल
ढाल जब कभी किसी सड़क में मोड़ आता है तो उस मोड़पर सड़क के फर्श को मोड़ के बाहरी ओर ऊँचा उठाकर सड़क को ढालू बनाया है। इसी प्रकार रेल के मार्ग में भी मोड़ बाहरी पटरी भीतरी से थोड़ी उँची रखी जाती है। सड़क की सतह का, या रेल के मार्ग का, मोड़ पर इस प्रकार ढालू बनाया जाना ढाल या आनति (कैन्ट या सुपर-ऐलिवेशन) कहलाता है। मोड़ पर चलती हुई गाड़ी पर जो बल काम करते हैं वे.
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और ढाल
ताम्र
तांबा (ताम्र) एक भौतिक तत्त्व है। इसका संकेत Cu (अंग्रेज़ी - Copper) है। इसकी परमाणु संख्या 29 और परमाणु भार 63.5 है। यह एक तन्य धातु है जिसका प्रयोग विद्युत के चालक के रूप में प्रधानता से किया जाता है। मानव सभ्यता के इतिहास में तांबे का एक प्रमुख स्थान है क्योंकि प्राचीन काल में मानव द्वारा सबसे पहले प्रयुक्त धातुओं और मिश्रधातुओं में तांबा और कांसे (जो कि तांबे और टिन से मिलकर बनता है) का नाम आता है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और ताम्र
धातुकर्म
धातुनिर्माता कारखाने में इस्पात का निर्माण दिल्ली का लौह-स्तम्भ भारतीय धातुकर्म के गौरव का साक्षी है। धातुकर्म पदार्थ विज्ञान और पदार्थ अभियांत्रिकी का एक क्षेत्र है, जिसके अंतर्गत धातुओं, उनसे बनी मिश्रधातुओं और अंतर्धात्विक यौगिकों के भौतिक और रासायनिक गुणों का अध्ययन किया जाता है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और धातुकर्म
नीदरलैण्ड
नीदरलैण्ड नीदरलैंड युरोप महाद्वीप का एक प्रमुख देश है। यह उत्तरी-पूर्वी यूरोप में स्थित है। इसकी उत्तरी तथा पश्चिमी सीमा पर उत्तरी समुद्र स्थित है, दक्षिण में बेल्जियम एवं पूर्व में जर्मनी है। नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम है। "द हेग" को प्रशासनिक राजधानी का दर्जा दिया जाता है। नीदरलैंड को अक्सर हॉलैंड के नाम संबोधित किया जाता है एवं सामान्यतः नीदरलैंड के निवासियों तथा इसकी भाषा दोनों के लिए डच शब्द का उपयोग किया जाता है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और नीदरलैण्ड
पदार्थ विज्ञान
पदार्थ विज्ञान एक बहुविषयक क्षेत्र है जिसमें पदार्थ के विभिन्न गुणों का अध्ययन, विज्ञान एवं तकनीकी के विभिन्न क्षेत्रों में इसके प्रयोग का अध्ययन किया जाता है। इसमें प्रायोगिक भौतिक विज्ञान और रसायनशास्त्र के साथ-साथ रासायनिक, वैद्युत, यांत्रिक और धातुकर्म अभियांत्रिकी जैसे विषयों का समावेश होता है। नैनोतकनीकी और नैनोसाइंस में उपयोजता के कारण, वर्तमान समय में विभिन्न विश्वविद्यालयों, प्रयोगशालाओं और संस्थानों में इसे काफी महत्व मिला है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और पदार्थ विज्ञान
बीसवीं शताब्दी
ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और बीसवीं शताब्दी
मध्य पूर्व
मध्य पूर्व का राजनीतिक नक्शा मध्य पूर्व (या पूर्व में ज्यादा प्रचलित पूर्व के करीब (Near East)) दक्षिण पश्चिम एशिया, दक्षिण पूर्वी यूरोप और उत्तरी पूर्वी अफ़्रीका में विस्तारित क्षेत्र है। इसकी कोई स्पष्ट सीमा रेखा नहीं है, अक्सर इस शब्द का प्रयोग पूर्व के पास (Near East) के एक पर्याय के रूप में प्रयोग किया जाता, ठीक सुदूर पूर्व (Far East) के विपरित। मध्य पूर्व शब्द का प्रचलन १९०० के आसपास के यूनाइटेड किंगडम में शुरू हुआ। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और मध्य पूर्व
मिश्र
मिश्र ब्राह्मणों में आस्पद या उपनाम है। सब गुणों और कर्मों में निपुण तथा सबमें मिले रहने के कारण इस उप नाम को अंगीकृत किया गया। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और मिश्र
मृत्तिकाशिल्प
चीनी पोर्सलीन का पात्र (किंग वंश, १८वीं शती) खपरैल मेक्सिको से प्राप्त योद्धा की मृतिकाशिल्प (तीसरी शती ईसापूर्व से चौथी शती ई के बीच) मृत्तिकाशिल्प 'सिरैमिक्स' (ceramics) का हिन्दी पर्याय है। ग्रीक भाषा के 'कैरेमिक' का अर्थ है - 'कुंभकार का शिल्प'। अमरीका में मृद भांड, दुर्गलनीय पदार्थ, कांच, सीमेंट, एनैमल तथा चूना उद्योग मृत्तिकाशिल्प के अंतर्गत हैं। गढ़ने तथा सुखाने के बाद अग्नि द्वारा प्रबलित मिट्टी या अन्य सुधट्य पदार्थ की निर्मिति को यूरोप में 'मृत्तिका शिल्प उत्पादन' कहते हैं। मृत्पदार्थो के निर्माण, उनके तकनीकी लक्षण तथा निर्माण में प्रयुक्त कच्चे माल से संबंधित उद्योग को हम मृत्तिकाशिल्प या सिरैमिक्स कहते हैं। मिट्टी के उत्पाद अनेक क्षेत्रों में, जैसे भवन निर्माण तथा सजावट, प्रयोगशाला, अस्पताल, विद्युत उत्पादन और वितरण, जलनिकास मलनिर्यास, पाकशाला, ऑटोमोबाइल तथा वायुयान आदि में काम आते हैं। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और मृत्तिकाशिल्प
शस्त्र
भारत में प्रयुक्त मध्ययुगीन हथियार कोई भी उपकरण जिसका प्रयोग अपने शत्रु को चोट पहुँचाने, वश में करने या हत्या करने के लिये किया जाता है, शस्त्र या आयुध (weapon) कहलाता है। शस्त्र का प्रयोग आक्रमण करने, बचाव करने अथवा डराने-धमकाने के लिये किया जा सकता है। शस्त्र एक तरफ लाठी जितना सरल हो सकता है तो दूसरी तरफ बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र जितना जटिल भी। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और शस्त्र
हाइके कामरलिंघ ऑन्स
हाइके कामरलिंघ ऑन्स विख्यात विज्ञानिक।.
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और हाइके कामरलिंघ ऑन्स
आविष्कार
आविष्कार किसी नयी जानकारी के पाये जाने या पता करने की क्रिया का नाम है। इस क्रिया में कुछ ऐसी जानकारी प्राप्त होती है जिसको रचनात्मक अन्तर्दृष्टि देकर उपयोगी बना दिया जाता है। नये आविष्कार विभिन्न ज्ञानेन्द्रियों के द्वारा प्राप्त किये जाते हैं। इनको पहले से विद्यमान ज्ञान में समाहित कर लिया जाता है। प्रश्न करना जितना मानवीय विचारणा एवं परस्पर वैचारिक आदान-प्रदान का सशक्त माध्यम है, आविष्कार के लिये भी इसकी उतनी ही भूमिका है। आविष्कार के मूल में प्रश्न ही है। वैज्ञानिक अनुसंधान के तीन मुख्य उद्देश्य गिनाये जाते हैं - वर्णन (description), व्याख्या (explaination) एवं खोजबीन (exploration)। आविष्कार - अर्थात् ऐसी चीजे जो पहले से यहां उपलब्ध नहीं है या थी पर उसका बाद में खोज की जाती है\गई जैसे - मोबाईल,संगणक, साईकिल; ये इनका खोज नहीं किया गया इनका अविष्कार किया गया ये बनने से पूर्व धरती पर मौजूद नहीं थें। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और आविष्कार
आविष्कार और आविष्कारक
आविष्कार और आविष्कारक नामक इस सूची में आविष्कार, आविष्कारक, वर्ष और देश का नाम दिए गए हैं। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और आविष्कार और आविष्कारक
कांसा
कांसे की प्राचीन ढलाई। कांसा या कांस्य, किसी तांबे या ताम्र-मिश्रित धातु मिश्रण को कहा जाता है, प्रायः जस्ते के संग, परंतु कई बार फासफोरस, मैंगनीज़, अल्युमिनियम या सिलिकॉन आदि के संग भी होते हैं। (देखें अधोलिखित सारणी.) यह पुरावस्तुओं में महत्वपूर्ण था, जिसने उस युग को कांस्य युग नाम दिया। इसे अंग्रेजी़ में ब्रोंज़ कहते हैं, जो की फारसी मूल का शब्द है, जिसका अर्थ पीतल है। काँसा (संस्कृत कांस्य) संस्कृत कोशों के अनुसार श्वेत ताँबे अथवा घंटा बनाने की धातु को कहते हैं। विशुद्ध ताँबा लाल होता है; उसमें राँगा मिलाने से सफेदी आती है। इसलिए ताँबे और राँगे की मिश्रधातु को काँसा या कांस्य कहते हैं। साधारण बोलचाल में कभी–कभी पीतल को भी काँसा कह देते हैं, जा ताँबे तथा जस्ते की मिश्रधातु है और पीला होता है। ताँबे और राँगे की मिश्रधातु को 'फूल' भी कहते हैं। इस लेख में काँसा से अभिप्राय ताँबे और राँगे की मिश्रधातु से है। अंग्रेजी में इसे ब्रॉज (bronze) कहते हैं। काँसा, ताँबे की अपेक्षा अधिक कड़ा होता है और कम ताप पर पिघलता है। इसलिए काँसा सुविधापूर्वक ढाला जा सकता है। 16 भाग ताँबे और 1 भाग राँगे की मिश्रधातु बहुत कड़ी नहीं होती। इसे नरम गन-मेटल (gun-metal) कहते हैं। राँगे का अनुपात दुगुना कर देने से कड़ा गन-मेटल बनता है। 7 भाग ताँबा और 1 भाग राँगा रहने पर मिश्रधातु कड़ी, भंगुर और सुस्वर होती है। घंटा बनाने के लिए राँगे का अनुपात और भी बढ़ा दिया जाता है; साधारणत: 3 से 5 भाग तक ताँबे और 1 भाग राँगे की मिश्रधातु इस काम में लिए प्रयुक्त होती है। दर्पण बनाने के लिए लगभग 2 भाग ताँबा और एक भाग राँगे का उपयोग होता था, परंतु अब तो चाँदी की कलईवाले काँच के दर्पणों के आगे इसका प्रचलन मिट गया है। मशीनों के धुरीधरों (bearings) के लिए काँसे का बहुत प्रयोग होता है, क्योंकि घर्षण (friction) कम होता है, परंतु धातु को अधिक कड़ी कर देने के उद्देश्य से उसमें कुछ अन्य धातुएँ भी मिला दी जाती हैं। उदाहरणत:, 24 अथवा अधिक भाग राँगा, 4 भाग ताँबा और 8 भाग ऐंटिमनी प्रसिद्ध 'बैबिट' मेटल है जिसका नाम आविष्कारक आइज़क (Issac Babiitt) पर पड़ा है। इसका धुरीधरों के लिए बहुत प्रयोग होता है। काँसे में लगभग 1 प्रतिशत फ़ास्फ़ोरस मिला देने से मिश्रधातु अधिक कड़ी और चिमड़ी हो जाती है। ऐसी मिश्रधातु को फ़ॉस्फ़र ब्रॉज कहते हैं। ताँबे आर ऐल्युमिनियम की मिश्रधातु को ऐल्युमिनियम ब्रॉंज़ कहते हैं। यह धातु बहुत पुष्ट होती है और हवा या पानी में इसका अपक्षरण नहीं होता। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और कांसा
१४४८
1448 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १४४८
१५४०
1540 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १५४०
१५५६
1556 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १५५६
१५९०
१५९० ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १५९०
१७३८
1738 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १७३८
१७४०
1740 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १७४०
१७७९
1779 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १७७९
१७९९
१७९९ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १७९९
१८२१
1821 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १८२१
१८२४
1824 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १८२४
१८२५
1825 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १८२५
१८३९
1839 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १८३९
१८५५
1855 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १८५५
१८६१
1861 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १८६१
१८८३
1883 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १८८३
१९०२
1902 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९०२
१९०९
1909 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९०९
१९११
1911 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९११
१९१२
१९१२ ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९१२
१९१६
1916 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९१६
१९२४
1924 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९२४
१९३१
1931 एक वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९३१
१९३८
1938 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९३८
१९४७
1947 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९४७
१९५१
१९५१ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९५१
१९५३
1953 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९५३
१९५४
१९५४ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९५४
१९५९
1959 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९५९
१९६२
1962 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९६२
१९६८
1968 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९६८
१९७०
1970 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९७०
१९८०
अभिनेत्री नेहा धुपिया १९८० ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा और १९८०
यह भी देखें
पदार्थ विज्ञान
- अधिशोषण
- अपरूपण गुणांक
- आयन रोपण
- आसंजन
- इलेक्ट्रान विवर्तन
- एक्स-किरण क्रिस्टलिकी
- एक्स-किरण प्रकीर्णन तकनीकें
- एन्ट्रोपिक बल
- कठोरता
- कण क्षेपण
- कसौटी
- किरणपुंज रेखा
- क्रिस्टलकी
- गलन
- गलनक्रांतिक प्रणाली
- गोरिल्ला काँच
- तनाव पुष्टि
- तनुफिल्म
- तापानुशीतन
- धातु
- पदार्थ प्रबलता
- पदार्थ प्रौद्योगिकी की समय रेखा
- पदार्थ विज्ञान
- पदार्थों के गुणों की सूची
- पदार्थों के सुदृढ़ीकरण के साधन
- पॉलीमर
- प्रत्यास्थलक
- प्रबलित कंक्रीट
- प्वासों अनुपात
- भंगुरता
- वाष्पन
- विश्लेषी रसायन
- विश्वसनीयता इंजीनियरी
- व्याकुंचन
- शैथिल्य
- संघनित द्रव्य भौतिकी
- संपीडन पुष्टि
- सिरैमिक इंजीनियरी