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हुण्ड का नियम

सूची हुण्ड का नियम

हुण्ड के नियम (Hund's Rule) के अनुसार, हुण्ड का नियम क्रोमियम (Cr) तथा कॉपर (Cu) आदि के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास को सही सही लिखने तथा उसे समझने के काम में मदद करता है। .

सामग्री की तालिका

  1. 3 संबंधों: ताम्र, पाउली अपवर्जन नियम, क्रोमियम

  2. नियम
  3. परमाणु भौतिकी
  4. प्रमात्रा रसायनिकी
  5. स्पेक्ट्रोस्कोपी

ताम्र

तांबा (ताम्र) एक भौतिक तत्त्व है। इसका संकेत Cu (अंग्रेज़ी - Copper) है। इसकी परमाणु संख्या 29 और परमाणु भार 63.5 है। यह एक तन्य धातु है जिसका प्रयोग विद्युत के चालक के रूप में प्रधानता से किया जाता है। मानव सभ्यता के इतिहास में तांबे का एक प्रमुख स्थान है क्योंकि प्राचीन काल में मानव द्वारा सबसे पहले प्रयुक्त धातुओं और मिश्रधातुओं में तांबा और कांसे (जो कि तांबे और टिन से मिलकर बनता है) का नाम आता है। .

देखें हुण्ड का नियम और ताम्र

पाउली अपवर्जन नियम

पाउली का अपवर्जन का नियम (Pauli exclusion principle) क्वाण्टम यांत्रिकी का एक सिद्धान्त है जिसे सन् १९२५ में वुल्फगांग पाउली ने प्रतिपादित किया था। (अपवर्जन का अर्थ होता है - छोड़ना, अलग नियम लागू होना, आदि।) इस सिद्धान्त के अनुसार- किसी एक ही परमाणु में स्थित इलेक्ट्रॉनों के लिये यह नियम कहता है कि "किन्ही भी दो इलेक्ट्रॉनों की चारों (यानी सभी) प्रमात्रा संख्याएं एक समान नहीं हो सकतीं। इस सिद्धान्त के अनुसार समान अवस्था वाले अथवा समान गुणधर्म वाले दो कण (जिनके प्रचक्रण, कलर चार्ज, कोणीय संवेग इत्यदि समान हो) किसी एक समय मे किसी एक स्थान पर नहीं रह सकते है। जो कण इस सिध्दांत का पालन करते है, फर्मिऑन कहलाते है, जैसे: इलेक्ट्रॉन, प्राणु, न्यूट्रॉन इत्यादि; एवं जो कण इस सिध्दांत का पालन नहीं करते है, बोसॉन कहलाते है, जैसे: फोटॉन, ग्लुऑन, गेज बोसान। .

देखें हुण्ड का नियम और पाउली अपवर्जन नियम

क्रोमियम

क्रोमियम एक रासायनिक तत्व है जो रासायनिक नज़रिये से संक्रमण धातु समूह का सदस्य है। यह एक चमकीला, सलेटी-भूरे रंग का, सख़्त लेकिन आसानी से टूट जाने वाला धातु है। इसे पालिश करने पर यह अत्याधिक चमकीला बन जाता है और यह आसानी से नहीं धुंधलाता। इसका पिघलाव तापमान १९०७ °सेंटीग्रेड है जो कि काफ़ी ऊँचा है। अगर इसे इस्पात में मिलाया जाये तो इस्पात पर ज़ंग और धब्बे नहीं लगते, जिस कारण से इसे 'स्टेनलेस स्टील' (ज़ंगरोधी इस्पात) बनाने में काम लाया जाता है। मानव शरीर को बहुत ही हल्की मात्रा में क्रोमियम आहार में आवश्यक होता है लेकिन अधिक मात्रा में यह विष की तरह काम करता है। .

देखें हुण्ड का नियम और क्रोमियम

यह भी देखें

नियम

परमाणु भौतिकी

प्रमात्रा रसायनिकी

स्पेक्ट्रोस्कोपी