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1 संबंध: दक्षिणहस्त नियम।
- नियम
- विद्युत चुम्बकत्व
दक्षिणहस्त नियम
'''दक्षिणहस्त नियम''': सदिश '''a''' और '''b''' के सदिश गुणनफल की दिशा '''c''' की तरफ होगी। अर्थात सदिश गुणा किये जा रहे दो सदिश प्रथम दो अंगुलियों की दिशा में हों तो उनका गुननफल तीसरी अंगुली (मध्यमा) की दिशा में होगा। '''दाहिने हाथ की मुट्ठी का नियम''': यदि अंगुठा तार में बहने वाली धारा की दिशा में रखें तो मुड़ी हुई अंगुलियाँ धारा के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा बताती हैं। गणित (सदिश कैलकुलस) और भौतिकी में दक्षिणहस्त नियम (right-hand rule) एक बहु-उपयोगी स्मारक युक्ति (mnemonic) है जिसकी सहायता से सदिश राशियों (जैसे चुम्बकीय बल) की दिशा ज्ञात करने की सुविधा मिलती है। इस नियम को 'abc नियम', 'xyz नियम' या 'IBF नियम' भी कहा जाता है। यह नियम कई प्रकार से बताया जाता है जो आपस में सम्बन्धित हैं, जैसे-.
देखें फ्लेमिंग वामहस्त नियम और दक्षिणहस्त नियम
यह भी देखें
नियम
- आचरण संहिता
- फ्लेमिंग वामहस्त नियम
- हुण्ड का नियम
विद्युत चुम्बकत्व
- आवेश संरक्षण
- इलेक्ट्रॉन-पुंज प्रक्रमण
- उपरिस्तर प्रभाव
- एम्पीयर का नियम
- कूलॉम-नियम
- कैथोड किरणें
- गाउस का नियम
- चुम्बकीय परिपथ
- चुम्बकीय शैथिल्य
- दक्षिणहस्त नियम
- द्विध्रुव
- प्लाज़्मा (भौतिकी)
- प्वासों समीकरण
- फोटॉन
- फ्लेमिंग वामहस्त नियम
- बायो-सेवर्ट का नियम
- मैक्सवेल के समीकरण
- लॉरेंज बल
- विद्युत चुम्बक
- विद्युतचुम्बकीय क्षेत्र
- विद्युतचुम्बकीय तरंग का समीकरण
- विद्युतवाहक बल
- विद्युत्-क्षेत्र
- विद्युत्चुम्बकत्व
- विस्थापन धारा
- सामीप्य प्रभाव
- स्टोक्स प्रमेय