सामग्री की तालिका
4 संबंधों: रेडियोसक्रियता, अर्धायु काल, १९०७, १९५०।
- रासायनिक गतिकी
- रेडियोधर्मिता
रेडियोसक्रियता
अल्फा, बीटा और गामा विकिरण की भेदन क्षमता अलग-अलग होती है। रेडियोसक्रियता (रेडियोऐक्टिविटी / radioactivity) या रेडियोधर्मिता वह प्रकिया होती है जिसमें एक अस्थिर परमाणु अपने नाभिक (न्यूक्लियस) से आयनकारी विकिरण (ionizing radiation) के रूप में ऊर्जा फेंकता है। ऐसे पदार्थ जो स्वयं ही ऐसी ऊर्जा निकालते हों विकिरणशील या रेडियोधर्मी कहलाते हैं। यह विकिरण अल्फा कण (alpha particles), बीटा कण (beta particle), गामा किरण (gamma rays) और इलेक्ट्रॉनों के रूप में होती है। ऐसे पदार्थ जिनकी परमाण्विक नाभी स्थिर नहीं होती और जो निश्चित मात्रा में आवेशित कणों को छोड़ते हैं, रेडियोधर्मी (रेडियोऐक्टिव) कहलाते हैं। .
देखें अर्धायु काल और रेडियोसक्रियता
अर्धायु काल
अर्धायु काल, क्षय होते हुए किसी तत्त्व का वो काल होता है; जिसमें वो तत्त्व मूल मात्रा से आधा हो जाये। ये नाम पहले अस्थिर परमाणुओं (रेडियोधर्मी क्षय) के लिए प्रयोग किया जाता था, किन्तु अब इसे किसी भी निश्चित क्षय वाले तत्त्व के लिए प्रयोग किया जाता है। यह मूल शब्द १९०७ में अर्धायु काल के नाम से प्रयुक्त हुआ था, जिसे बाद में १९५० में घटा कर अर्धायु कर दिया गया। .
देखें अर्धायु काल और अर्धायु काल
१९०७
1907 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें अर्धायु काल और १९०७
१९५०
1950 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें अर्धायु काल और १९५०
यह भी देखें
रासायनिक गतिकी
- अभिक्रिया की दर
- अभिक्रिया क्रिया-विधि
- अर्धायु काल
- आरेनिअस समीकरण
- उत्प्रेरण
- द्रव्य अनुपाती क्रिया का नियम
- रासायनिक गतिकी
- शृंखला अभिक्रिया
- सक्रियण ऊर्जा
रेडियोधर्मिता
- अर्धायु काल
- अल्फा कण
- अल्फा क्षय
- आयनकारी विकिरण
- कार्बन-१४ द्वारा कालनिर्धारण
- क्रांतिक द्रव्यमान
- गामा किरण
- ग्रे (इकाई)
- नाभिकीय अभिक्रिया
- न्यूट्रॉन उत्सर्जन
- पर्यावरण में यूरेनियम
- प्रोटॉन उत्सर्जन
- बादल कक्ष
- बीटा कण
- बीटा क्षय
- रेडियोधर्मी कचरा
- रेडियोसक्रियता
- विकिरण चिकित्सा
- विकिरण समस्थानिक
- विखण्डन
- हेनरी बैकेरल
अर्ध आयु, अर्ध आयु काल, अर्ध-आयु, अर्धायु के रूप में भी जाना जाता है।