सामग्री की तालिका
39 संबंधों: चण्डीगढ़, दर्द, दिलजीत दोसांझ, नाटक, नाटककार, नाभा, नज़्म, नुसरत फतह अली खान, पठानकोट, पाकिस्तान, पंजाब (पाकिस्तान), पंजाब क्षेत्र, पंजाबी भाषा, प्यार, प्रीतम, बैजनाथ (हिमाचल प्रदेश), भारत, भारत का विभाजन, भारतीय साहित्य अकादमी, महेन्द्र कपूर, रब्बी शेरगिल, लव आज कल (2009 फ़िल्म), लूणा, लेखक, साहित्य अकादमी पुरस्कार, जगजीत सिंह, विरह, गद्य, ग़ज़ल, गुरदासपुर जिला, आलिया भट्ट, क़ादियाँ, काव्य, कवि, अमित त्रिवेदी, अमृतसर, अमृता प्रीतम, अविभाजित भारत, उड़ता पंजाब।
- पंजाबी भाषा के कवि
- साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत पंजाबी भाषा के साहित्यकार
चण्डीगढ़
चण्डीगढ़, (पंजाबी: ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ), भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है, जो दो भारतीय राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी भी है। इसके नाम का अर्थ है चण्डी का किला। यह हिन्दू देवी दुर्गा के एक रूप चण्डिका या चण्डी के एक मंदिर के कारण पड़ा है। यह मंदिर आज भी शहर में स्थित है। इसे सिटी ब्यूटीफुल भी कहा जाता है। चंडीगढ़ राजधानी क्षेत्र में मोहाली, पंचकुला और ज़ीरकपुर आते हैं, जिनकी २००१ की जनगणना के अनुसार जनसंख्या ११६५१११ (१ करोड़ १६ लाख) है। भारत की लोकसभा में प्रतिनिधित्व हेतु चण्डीगढ़ के लिए एक सीट आवण्टित है। वर्तमान सोलहवीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की श्रीमति किरण खेर यहाँ से साँसद हैं। इस शहर का नामकरण दुर्गा के एक रूप ‘चंडिका’ के कारण हुआ है और चंडी का मंदिर आज भी इस शहर की धार्मिक पहचान है। नवोदय टाइम्स इस शहर के निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की भी निजी रुचि रही है, जिन्होंने नए राष्ट्र के आधुनिक प्रगतिशील दृष्टिकोण के रूप में चंडीगढ़ को देखते हुए इसे राष्ट्र के भविष्य में विश्वास का प्रतीक बताया था। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शहरी योजनाबद्धता और वास्तु-स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध यह शहर आधुनिक भारत का प्रथम योजनाबद्ध शहर है।, चंडीगढ़ के मुख्य वास्तुकार फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर हैं, लेकिन शहर में पियरे जिएन्नरेट, मैथ्यु नोविकी एवं अल्बर्ट मेयर के बहुत से अद्भुत वास्तु नमूने देखे जा सकते हैं। शहर का भारत के समृद्ध राज्यों और संघ शसित प्रदेशों की सूची में अग्रणी नाम आता है, जिसकी प्रति व्यक्ति आय ९९,२६२ रु (वर्तमान मूल्य अनुसार) एवं स्थिर मूल्य अनुसार ७०,३६१ (२००६-०७) रु है। .
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दर्द
दर्द या पीड़ा एक अप्रिय अनुभव होता है। इसका अनुभव कई बार किसी चोट, ठोकर लगने, किसी के मारने, किसी घाव में नमक या आयोडीन आदि लगने से होता है। अंतर्राष्ट्रीय पीड़ा अनुसंधान संघ द्वारा दी गई परिभाषा के अनुसार "एक अप्रिय संवेदी और भावनात्मक अनुभव जो वास्तविक या संभावित ऊतक-हानि से संबंधित होता है; या ऐसी हानि के सन्दर्भ से वर्णित किया जा सके- पीड़ा कहलाता है".
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दिलजीत दोसांझ
दिलजीत सिंह दोसांझ (जन्म 6 जनवरी 1984), पंजाबी फ़िल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार एवं गायक है। उन्हें उनके मंच नाम 'दिलजीत' से ही जाना जाता है। उन्होंने बहुचर्चित हिंदी फिल्म 'उड़ता पंजाब' एवं ब्लॉकबस्टर पंजाबी फिल्म 'जट्ट एंड जूलिएट' (भाग १ और २), 'पंजाब 1984', 'सरदार जी' (भाग १ और २), 'सुपर सिंह', 'अंबरसरीया' जैसी सुपरहिट फिल्मों में भूमिका निभायी। दिलजीत ने कई संगीत एल्बम एवं फिल्मों में गीत गाएं, विशेषत: उनके 'बैक टू बेसिक' एल्बम को बहुत लोकप्रियता हासिल हुयी। उनके द्वारा हिंदी फिल्म 'उड़ता पंजाब' में गाये गए 'इक कुड़ी' गाने ने दर्शकों का दिल जीत लिया। साथ ही उन्होंने अन्य कई हिंदी एवं पंजाबी फिल्मों में गीत गाये, जैसे की 'तेरे नाल लव हो गया', 'मेरे डैड की मारूती', 'यमला पगला दिवाना २', 'राबता', 'जब हैरी मेट सेजल' इत्यादि। राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त एवं ऐतिहासिक तथ्य दर्शानेवाली दिग्दर्शक अनुराग सिंह की पंजाबी फ़िल्म 'पंजाब 1984' में किये उमदा अभिनय की वजह से दिलजीत के लिए हिन्दी फ़िल्मों के रास्ते खुल गए। निर्देशक अभिषेक चौबे की बहुचर्चित हिंदी फ़िल्म 'उड़ता पंजाब' में प्रमुख भुमिका द्वारा दिलजीत ने बॉलिवूड में कदम रखा, इस फिल्म में दिलजीत द्वारा किये गए अभिनय को काफी नवाज़ा गया, उन्हें इस किरदार के लिए फिल्मफेअर एवं आईफा एवार्ड के 'बेस्ट डेब्यू एक्टर' का पुरस्कार प्राप्त हुवा। साथ ही उन्होंने अनुष्का शर्मा के साथ हिन्दी फ़िल्म 'फिल्लौरी' में अभिनय किया। .
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नाटक
नाटक, काव्य का एक रूप है। जो रचना श्रवण द्वारा ही नहीं अपितु दृष्टि द्वारा भी दर्शकों के हृदय में रसानुभूति कराती है उसे नाटक या दृश्य-काव्य कहते हैं। नाटक में श्रव्य काव्य से अधिक रमणीयता होती है। श्रव्य काव्य होने के कारण यह लोक चेतना से अपेक्षाकृत अधिक घनिष्ठ रूप से संबद्ध है। नाट्यशास्त्र में लोक चेतना को नाटक के लेखन और मंचन की मूल प्रेरणा माना गया है। .
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नाटककार
निबंधकार वह है जो साहित्य और रंगमंच की एक विधा नाटक लिखने का व्यावसायिक काम करता है। श्रेणी:साहित्य.
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नाभा
नाभा भारत के पंजाब राज्य के पटियाला जिले का एक शहर है।नाभा नगर पश्चिमोत्तर भारत के दक्षिण-पूर्वी पंजाब राज्य के पटियाला ज़िले में पटियाला से लगभग 26 किमी पश्चिम में स्थित है। नाभा नगर 1763 में स्थापित नाभा रियासत की राजधानी था। बिखरे हुए 12 प्रदेश इसमें शामिल थे, जिन पर सिक्ख फुलकियां परिवार के एक सदस्य ने दावा किया था। 1807–1808 में नाभा के राजा ने रणजीत सिंह के हमलों और घुसपैठ के ख़िलाफ़ ब्रिटिश संरक्षण प्राप्त किया। 1857 के विद्रोह के दौरान नाभा के राजा अंग्रेज़ों के प्रति वफ़ादार रहे और इसके लिए इनामस्वरूप उन्हें राज्यक्षेत्र भी प्रदान किया गया। भारत के स्वतंत्र होने के एक साल बाद 1948 में नाभा पांच फुलकियां राज्यों के संघ में शामिल हो गया, जिसका अंतत: पंजाब राज्य में विलय हो गया। नाभा स्थित महाविद्यालयों में गवर्नमेंट रिपुदमन कॉलेज शामिल है तथा यहाँ पब्लिक स्कूल और संस्कृत विद्यालय भी हैं। नाभा में खाद्य पदार्थ से संबंधित उद्योग और कृषि विपणन केंद्र हैं। .
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नज़्म
वैसे तो उर्दू की हर कविता को नज़्म कहा जा सकता है। पर वर्तमान समय में इसका प्रयोग साधारणतः गज़ल को छोड़कर बाकि कविताओं के लिए होता है। वर्तमान समय में यह शब्द किसी भी विषय पर लिखी गई नए ढंग की कविता के लिए प्रचलित है। मुक्त छंद कविता को आजाद नज़्म कहते हैं। श्रेणी:उर्दू छंद.
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नुसरत फतह अली खान
नुसरत फतह अली खान सूफी शैली के प्रसिद्ध कव्वाल थे। इनके गायन ने कव्वाली को पाकिस्तान से आगे बढ़कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।कव्वालों के घराने में 13 अक्टूबर 1948 को पंजाब के फैसलाबाद में जन्मे नुसरत फतह अली को उनके पिता उस्ताद फतह अली खां साहब जो स्वयं बहुत मशहूर और मार्रुफ़ कव्वाल थे, ने अपने बेटे को इस क्षेत्र में आने से रोका था और खानदान की 600 सालों से चली आ रही परम्परा को तोड़ना चाहा था पर खुदा को कुछ और ही मंजूर था, लगता था जैसे खुदा ने इस खानदान पर 600 सालों की मेहरबानियों का सिला दिया हो, पिता को मानना पड़ा कि नुसरत की आवाज़ उस परवरदिगार का दिया तोहफा ही है और वो फिर नुसरत को रोक नहीं पाए और आज इतिहास हमारे सामने है। .
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पठानकोट
पठानकोट भारत के पंजाब राज्य का एक शहर है। 2011 में यह पठानकोट जिले की राजधानी बन गया। 1849 से पहले यह नूरपुर की राजधानी था। सामरिक दृष्टि से पठानकोट भारत के सर्वाधिक महत्वपूर्ण ठिकानों में से एक है। यहां पर वायुसेना स्टेशन, सेना गोला-बारूद डिपो एवं दो बख्तरबंद ब्रिगेड एवं बख्तरबंद इकाइयां हैं। जनवरी २०१६ में पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकवादी हमला हुआ। यह टपरवेयर के बरतनों के उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है। .
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पाकिस्तान
इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान या पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र या सिर्फ़ पाकिस्तान भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। 20 करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा। क़बाइली इलाक़े और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (तथाकथित आज़ाद कश्मीर) और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं हालाँकि भारत इन्हें अपना भाग मानता है। पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप हुआ था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इक़बाल ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया। .
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पंजाब (पाकिस्तान)
पंजाब पंजाब पाकिस्तान का एक प्रान्त है। इसमें ३६ जिले हैं। पंजाब आबादी के अनुपात से पाकिस्तान का सब से बड़ा राज्य है। पंजाब में रहने वाले लोग पंजाबी कहलाते हैं। पंजाब की दक्षिण की तरफ़ सिंध, पश्चिम की तरफ़ ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा और बलोचिस्तान, उत्तर की तरफ़ कश्मीर और इस्लामाबाद और पूर्व में हिन्दुस्तानी पंजाब और राजस्थान से मिलता है। पंजाब में बोली जाने वाली भाषा भी पंजाबी कहलाती है। पंजाबी के अलावा वहां उर्दु और सराइकी भी बोली जाती है। पंजाब की (राजधानी) लाहौर है। पंजाब फ़ारसी भाषा के दो शब्दों - 'पंज' यानि 'पांच' (५) और 'आब' यानि 'पानी' से मिल कर बना है। इन पांच दरियाओं के नाम हैं.
देखें शिव कुमार बटालवी और पंजाब (पाकिस्तान)
पंजाब क्षेत्र
पंजाब दक्षिण एशिया का क्षेत्र है जिसका फ़ारसी में मतलब पांच नदियों का क्षेत्र है। पंजाब ने भारतीय इतिहास को कई मोड़ दिये हैं। अतीत में शकों, हूणों, पठानों व मुगलों ने इसी पंजाब के रास्ते भारत में प्रवेश किया था। आर्यो का आगमन भी हिन्दुकुश पार कर इसी पंजाब के रास्ते ही हुआ था। पंजाब की सिन्धु नदी की घाटी में आर्यो की सभ्यता का विकास हुआ। उस समय इस भूख़ड का नाम सप्त सिन्धु अर्थात सात सागरों का देश था। समय के साथ सरस्वती जलस्रोत सूख् गया। अब रह गयीं पाँच नदियाँ-झेलम, चेनाब, राबी, व्यास और सतलज इन्हीं पाँच नदियों का प्रांत पंजाब हुआ। पंजाब का नामाकरण फारसी के दो शब्दों से हुआ है। पंज का अर्थ है पाँच और आब का अर्थ होता है जल। .
देखें शिव कुमार बटालवी और पंजाब क्षेत्र
पंजाबी भाषा
पंजाबी (गुरमुखी: ਪੰਜਾਬੀ; शाहमुखी: پنجابی) एक हिंद-आर्यन भाषा है और ऐतिहासिक पंजाब क्षेत्र (अब भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजित) के निवासियों तथा प्रवासियों द्वारा बोली जाती है। इसके बोलने वालों में सिख, मुसलमान और हिंदू सभी शामिल हैं। पाकिस्तान की १९९८ की जनगणना और २००१ की भारत की जनगणना के अनुसार, भारत और पाकिस्तान में भाषा के कुल वक्ताओं की संख्या लगभग ९-१३ करोड़ है, जिसके अनुसार यह विश्व की ११वीं सबसे व्यापक भाषा है। कम से कम पिछले ३०० वर्षों से लिखित पंजाबी भाषा का मानक रूप, माझी बोली पर आधारित है, जो ऐतिहासिक माझा क्षेत्र की भाषा है। .
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प्यार
चित्र:Drawn love hearts.svg| प्यार या प्रेम एक अहसास है। प्यार अनेक भावनाओं का, रवैयों का मिश्रण है जो पारस्परिक स्नेह से लेकर खुशी की ओर विस्तारित है। ये एक मज़बूत आकर्षण और निजी जुड़ाव की भावना है। ये किसी की दया, भावना और स्नेह प्रस्तुत करने का तरीका भी माना जा सकता है। खुद के प्रति, या किसी जानवर के प्रति, या किसी इन्सान के प्रति स्नेहपूर्वक कार्य करने या जताने को प्यार कह सकते हैं। कहते हैं कि अगर प्यार होता है तो हमारी ज़िन्दगी बदल जाती हैं। प्राचीन ग्रीकों ने चार तरह के प्यार को पहचाना है: रिश्तेदारी, दोस्ती, रोमानी इच्छा और दिव्य प्रेम। प्यार को अक्सर वासना के साथ तुलना की जाती है और पारस्परिक संबध के तौर पर रोमानी अधिस्वर के साथ तोला जाता है, प्यार दोस्ती यानी पक्की दोस्ती से भी तोला जाता हैं। आम तौर पर प्यार एक एहसास है जो एक इन्सान दूसरे इन्सान के प्रति महसूस करता है। अगर हम प्रेम की बात करें तो प्रेम जीवन है जिस तरह H+o2 .
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प्रीतम
प्रीतम चक्रबोर्ती (चक्रवर्ती) (बंगाली: প্রীতম চক্রবর্ত্তী) जिन्हें प्रीतम के नाम से बेहतर जाना जाता है, (14 जून 1971) बॉलीवुड फिल्मों के एक प्रख्यात भारतीय संगीत निर्देशक, संगीतकार, गायक, वादक और रिकार्ड निर्माता है जो वर्तमान में मुम्बई में रहते हैं।। लगभग डेढ़ दशकों में फैले कैरियर में, प्रीतम ने सौ से अधिक बॉलीवुड फिल्मों के लिए संगीत रचना की है। कई शैलियों को कवर कर चुके प्रीतम भारत में सबसे बहुमुखी संगीत संगीतकारों में से एक हैं। वह 2 फिल्मफेयर पुरस्कार, 4 जी सिने अवार्ड्स, 3 स्टार स्क्रीन पुरस्कार, 3 आईफा पुरस्कार और कई अन्य पुरस्कार जीत चुके हैं। .
देखें शिव कुमार बटालवी और प्रीतम
बैजनाथ (हिमाचल प्रदेश)
बैजनाथ, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले का एक कस्बा है। यह पालमपुर से लगभग १४ किमी दूरी पर है। यहाँ पर हिन्दुओं के द्वादश (बारह) ज्योतिलिंगों में से एक है। .
देखें शिव कुमार बटालवी और बैजनाथ (हिमाचल प्रदेश)
भारत
भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .
देखें शिव कुमार बटालवी और भारत
भारत का विभाजन
माउण्टबैटन योजना * पाकिस्तान का विभाजन * कश्मीर समस्या .
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भारतीय साहित्य अकादमी
भारत की साहित्य अकादमी भारतीय साहित्य के विकास के लिये सक्रिय कार्य करने वाली राष्ट्रीय संस्था है। इसका गठन १२ मार्च १९५४ को भारत सरकार द्वारा किया गया था। इसका उद्देश्य उच्च साहित्यिक मानदंड स्थापित करना, भारतीय भाषाओं और भारत में होनेवाली साहित्यिक गतिविधियों का पोषण और समन्वय करना है। .
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महेन्द्र कपूर
महेन्द्र कपूर (९ जनवरी १९३४-२७ सितंबर २००८) हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध पार्श्वगायक थे। उन्होंने बी आर चोपड़ा की फिल्मों हमराज़, ग़ुमराह, धूल का फूल, वक़्त, धुंध में विशेष रूप से यादगार गाने गाए। संगीतकार रवि ने इनमें से अधिकाश फ़िल्मों में संगीत दिया। .
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रब्बी शेरगिल
रब्बी शेरगिल (जन्म का नाम गुरप्रीत सिंह शेरगिल, 1973) एक भारतीय संगीतकार हैं जो अपनी प्रथम एल्बम रब्बी और 2005 के सर्वश्रेष्ठ गीत "बुल्ला की जाना" के लिए जाने जाते हैं। उनके संगीत का वर्णन विभिन्न प्रकार के रॉक, बानी शैली की पंजाबी और सुमित भट्टाचार्य द्वारा, Rediff.com विशेष सूफियाना, तथा अर्ध-सूफी अर्ध-लोकगीत जैसा संगीत जिसमे पाश्चत्य साजों की अधिकता होस्वागता सेन द्वारा, द टेलीग्राफ, 21 नवम्बर 2004.
देखें शिव कुमार बटालवी और रब्बी शेरगिल
लव आज कल (2009 फ़िल्म)
लव आज कल 2009 में बनी निर्देशक इम्तियाज़ अली की हास्य-प्रेम ड्रामा आधारित हिन्दी भाषा की फिल्म है। मुख्य भूमिकाओं में सैफ़ अली खान और दीपिका पादुकोण ने अदायगी की है। सह-भूमिकाओं में ऋषि कपूर, राहुल खन्ना, डाॅली आहलूवालिया एवं राजेन्द्रनाथ ज़ुत्शी शामिल है। .
देखें शिव कुमार बटालवी और लव आज कल (2009 फ़िल्म)
लूणा
लूणा पंजाबी भाषा के विख्यात साहित्यकार शिवकुमार बटालवी द्वारा रचित एक काव्य–नाटक है जिसके लिये उन्हें सन् 1967 में पंजाबी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .
देखें शिव कुमार बटालवी और लूणा
लेखक
एक लेखक ही ओ इंसान है जो अपने लेखन के माध्यम से,अपनी संस्कृती,विचारधारा,इतिहास,और परंपरा को आगे के समाज को बताता है।दुनिया मे ऐसे कई लेखक है जिन्होंने अपने लेखन कार्य से समाज को एक नई दिशा दि है।तथा आदर्श जीवन जीने का तरीका बताया है।.
देखें शिव कुमार बटालवी और लेखक
साहित्य अकादमी पुरस्कार
साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत में एक साहित्यिक सम्मान है, जो साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल २२ भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा; याने कुल २४ भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं। पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए। पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि 5,000/- रुपए थी, जो सन् 1983 में ब़ढा कर 10,000/- रुपए कर दी गई और सन् 1988 में ब़ढा कर इसे 25,000/- रुपए कर दिया गया। सन् 2001 से यह राशि 40,000/- रुपए की गई थी। सन् 2003 से यह राशि 50,000/- रुपए कर दी गई है। .
देखें शिव कुमार बटालवी और साहित्य अकादमी पुरस्कार
जगजीत सिंह
जगजीत सिंह (८ फ़रवरी १९४१ - १० अक्टूबर २०११) का नाम बेहद लोकप्रिय ग़ज़ल गायकों में शुमार हैं। उनका संगीत अंत्यंत मधुर है और उनकी आवाज़ संगीत के साथ खूबसूरती से घुल-मिल जाती है। खालिस उर्दू जानने वालों की मिल्कियत समझी जाने वाली, नवाबों-रक्कासाओं की दुनिया में झनकती और शायरों की महफ़िलों में वाह-वाह की दाद पर इतराती ग़ज़लों को आम आदमी तक पहुंचाने का श्रेय अगर किसी को पहले पहल दिया जाना हो तो जगजीत सिंह का ही नाम ज़ुबां पर आता है। उनकी ग़ज़लों ने न सिर्फ़ उर्दू के कम जानकारों के बीच शेरो-शायरी की समझ में इज़ाफ़ा किया बल्कि ग़ालिब, मीर, मजाज़, जोश और फ़िराक़ जैसे शायरों से भी उनका परिचय कराया। जगजीत सिंह को सन २००३ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। फरवरी २०१४ में आपके सम्मान व स्मृति में दो डाक टिकट भी जारी किए गए। .
देखें शिव कुमार बटालवी और जगजीत सिंह
विरह
विरह का अर्थ होता है वियोग। .
देखें शिव कुमार बटालवी और विरह
गद्य
सामान्यत: मनुष्य की बोलने या लिखने पढ़ने की छंदरहित साधारण व्यवहार की भाषा को गद्य (prose) कहा जाता है। इसमें केवल आंशिक सत्य है क्योंकि इसमें गद्यकार के रचनात्मक बोध की अवहेलना है। साधारण व्यवहार की भाषा भी गद्य तभी कही जा सकती है जब यह व्यवस्थित और स्पष्ट हो। रचनात्मक प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए गद्य को मनुष्य की साधारण किंतु व्यस्थित भाषा या उसकी विशिष्ट अभिव्यक्ति कहना अधिक समीचीन होगा। .
देखें शिव कुमार बटालवी और गद्य
ग़ज़ल
यह अरबी साहित्य की प्रसिद्ध काव्य विधा है जो बाद में फ़ारसी, उर्दू, नेपाली और हिंदी साहित्य में भी बेहद लोकप्रिय हुइ। संगीत के क्षेत्र में इस विधा को गाने के लिए इरानी और भारतीय संगीत के मिश्रण से अलग शैली निर्मित हुई। .
देखें शिव कुमार बटालवी और ग़ज़ल
गुरदासपुर जिला
गुरदासपुर भारतीय राज्य पंजाब का एक जिला है। जिले का मुख्यालय गुरदासपुर है। क्षेत्रफल - वर्ग कि.मी.
देखें शिव कुमार बटालवी और गुरदासपुर जिला
आलिया भट्ट
आलिया भट्ट एक भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं। उन्होंने करण जौहर की रूमानी-हास्य फ़िल्म स्टुडेंट ऑफ़ द ईयर (2012) से हिन्दी फ़िल्मों में पदार्पण किया। इसके बाद उन्होंने इम्तियाज़ अली की फ़िल्म हाईवे और टू स्टेट्स और हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया में अभिनय किया। .
देखें शिव कुमार बटालवी और आलिया भट्ट
क़ादियाँ
क़ादियाँ भारतीय पंजाब में अमृतसर के उत्तर-पूर्व में गुरदासपुर ज़िले का चौथा बड़ा शहर और नगर निगम है। इस क़स्बे में कई ऐतिहासिक घटनाएँ घटित हुई थी। 1530 में मिर्ज़ा हादी बेग़ ने यह स्थान को बसाया था। संस्था के संस्थापक ने 13 मार्च 1903 में इसकी नींव रखी। क़ादियाँ को अहमदिय्या मुस्लिम जमात की नींव रखने वाले मिर्ज़ा हादी बेग़ का जन्मस्थान होने पर यह वैश्विक स्तर पर पहचान रखता है। अहमदिया जमात मुख्य दफ़्तर यहाँ है। .
देखें शिव कुमार बटालवी और क़ादियाँ
काव्य
काव्य, कविता या पद्य, साहित्य की वह विधा है जिसमें किसी कहानी या मनोभाव को कलात्मक रूप से किसी भाषा के द्वारा अभिव्यक्त किया जाता है। भारत में कविता का इतिहास और कविता का दर्शन बहुत पुराना है। इसका प्रारंभ भरतमुनि से समझा जा सकता है। कविता का शाब्दिक अर्थ है काव्यात्मक रचना या कवि की कृति, जो छन्दों की शृंखलाओं में विधिवत बांधी जाती है। काव्य वह वाक्य रचना है जिससे चित्त किसी रस या मनोवेग से पूर्ण हो। अर्थात् वहजिसमें चुने हुए शब्दों के द्वारा कल्पना और मनोवेगों का प्रभाव डाला जाता है। रसगंगाधर में 'रमणीय' अर्थ के प्रतिपादक शब्द को 'काव्य' कहा है। 'अर्थ की रमणीयता' के अंतर्गत शब्द की रमणीयता (शब्दलंकार) भी समझकर लोग इस लक्षण को स्वीकार करते हैं। पर 'अर्थ' की 'रमणीयता' कई प्रकार की हो सकती है। इससे यह लक्षण बहुत स्पष्ट नहीं है। साहित्य दर्पणाकार विश्वनाथ का लक्षण ही सबसे ठीक जँचता है। उसके अनुसार 'रसात्मक वाक्य ही काव्य है'। रस अर्थात् मनोवेगों का सुखद संचार की काव्य की आत्मा है। काव्यप्रकाश में काव्य तीन प्रकार के कहे गए हैं, ध्वनि, गुणीभूत व्यंग्य और चित्र। ध्वनि वह है जिस, में शब्दों से निकले हुए अर्थ (वाच्य) की अपेक्षा छिपा हुआ अभिप्राय (व्यंग्य) प्रधान हो। गुणीभूत ब्यंग्य वह है जिसमें गौण हो। चित्र या अलंकार वह है जिसमें बिना ब्यंग्य के चमत्कार हो। इन तीनों को क्रमशः उत्तम, मध्यम और अधम भी कहते हैं। काव्यप्रकाशकार का जोर छिपे हुए भाव पर अधिक जान पड़ता है, रस के उद्रेक पर नहीं। काव्य के दो और भेद किए गए हैं, महाकाव्य और खंड काव्य। महाकाव्य सर्गबद्ध और उसका नायक कोई देवता, राजा या धीरोदात्त गुंण संपन्न क्षत्रिय होना चाहिए। उसमें शृंगार, वीर या शांत रसों में से कोई रस प्रधान होना चाहिए। बीच बीच में करुणा; हास्य इत्यादि और रस तथा और और लोगों के प्रसंग भी आने चाहिए। कम से कम आठ सर्ग होने चाहिए। महाकाव्य में संध्या, सूर्य, चंद्र, रात्रि, प्रभात, मृगया, पर्वत, वन, ऋतु, सागर, संयोग, विप्रलम्भ, मुनि, पुर, यज्ञ, रणप्रयाण, विवाह आदि का यथास्थान सन्निवेश होना चाहिए। काव्य दो प्रकार का माना गया है, दृश्य और श्रव्य। दृश्य काव्य वह है जो अभिनय द्वारा दिखलाया जाय, जैसे, नाटक, प्रहसन, आदि जो पढ़ने और सुनेन योग्य हो, वह श्रव्य है। श्रव्य काव्य दो प्रकार का होता है, गद्य और पद्य। पद्य काव्य के महाकाव्य और खंडकाव्य दो भेद कहे जा चुके हैं। गद्य काव्य के भी दो भेद किए गए हैं- कथा और आख्यायिका। चंपू, विरुद और कारंभक तीन प्रकार के काव्य और माने गए है। .
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कवि
कवि वह है जो भावों को रसाभिषिक्त अभिव्यक्ति देता है और सामान्य अथवा स्पष्ट के परे गहन यथार्थ का वर्णन करता है। इसीलिये वैदिक काल में ऋषय: मन्त्रदृष्टार: कवय: क्रान्तदर्शिन: अर्थात् ऋषि को मन्त्रदृष्टा और कवि को क्रान्तदर्शी कहा गया है। "जहाँ न पहुँचे रवि, वहाँ पहुँचे कवि" इस लोकोक्ति को एक दोहे के माध्यम से अभिव्यक्ति दी गयी है: "जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ, कवि पहुँचे तत्काल। दिन में कवि का काम क्या, निशि में करे कमाल।।" ('क्रान्त' कृत मुक्तकी से साभार) .
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अमित त्रिवेदी
अमित त्रिवेदी बॉलीवुड फ़िल्मों में कार्यरत एक भारतीय वादक, रिकार्ड निर्माता, गायक, संगीतकार, गीतकार। थिएटर, विज्ञापनों, एवं गैर-फ़िल्मी एल्बमों में संगीतकार के रूप में कार्य करने के बाद हिंदी फिल्मों में संगीतकार के रूप में उनकी शुरुआत २००८ में फिल्म 'आमिर' से हुई। वर्ष २००९ में 'देव डी' में संगीत देने के लिए उन्हें अपार ख्याति के साथ ही उन्हें २०१० के 'सर्वश्रेष्ठ संगीतकार' का राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। .
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अमृतसर
अमृतसर (पंजाबी:ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ) भारत के पंजाब राज्य का एक शहर है।http://amritsar.nic.in अमृतसर की आधिकारिक वैबसाईट अमृतसर पंजाब का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र शहर माना जाता है। पवित्र इसलिए माना जाता है क्योंकि सिक्खों का सबसे बड़ा गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर अमृतसर में ही है। ताजमहल के बाद सबसे ज्यादा पर्यटक अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को ही देखने आते हैं। स्वर्ण मंदिर अमृतसर का दिल माना जाता है। यह गुरू रामदास का डेरा हुआ करता था। अमृतसर का इतिहास गौरवमयी है। यह अपनी संस्कृति और लड़ाइयों के लिए बहुत प्रसिद्ध रहा है। अमृतसर अनेक त्रासदियों और दर्दनाक घटनाओं का गवाह रहा है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बड़ा नरसंहार अमृतसर के जलियांवाला बाग में ही हुआ था। इसके बाद भारत पाकिस्तान के बीच जो बंटवारा हुआ उस समय भी अमृतसर में बड़ा हत्याकांड हुआ। यहीं नहीं अफगान और मुगल शासकों ने इसके ऊपर अनेक आक्रमण किए और इसको बर्बाद कर दिया। इसके बावजूद सिक्खों ने अपने दृढ संकल्प और मजबूत इच्छाशक्ति से दोबारा इसको बसाया। हालांकि अमृतसर में समय के साथ काफी बदलाव आए हैं लेकिन आज भी अमृतसर की गरिमा बरकरार है। .
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अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम (१९१९-२००५) पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी। पंजाब (भारत) के गुजराँवाला जिले में पैदा हुईं अमृता प्रीतम को पंजाबी भाषा की पहली कवयित्री माना जाता है। उन्होंने कुल मिलाकर लगभग १०० पुस्तकें लिखी हैं जिनमें उनकी चर्चित आत्मकथा 'रसीदी टिकट' भी शामिल है। अमृता प्रीतम उन साहित्यकारों में थीं जिनकी कृतियों का अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ। अपने अंतिम दिनों में अमृता प्रीतम को भारत का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान पद्मविभूषण भी प्राप्त हुआ। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से पहले ही अलंकृत किया जा चुका था। अमृता प्रीतम का जन्म १९१९ में गुजरांवाला पंजाब (भारत) में हुआ। बचपन बीता लाहौर में, शिक्षा भी वहीं हुई। किशोरावस्था से लिखना शुरू किया: कविता, कहानी और निबंध। प्रकाशित पुस्तकें पचास से अधिक। महत्त्वपूर्ण रचनाएं अनेक देशी विदेशी भाषाओं में अनूदित। १९५७ में साहित्य अकादमी पुरस्कार, १९५८ में पंजाब सरकार के भाषा विभाग द्वारा पुरस्कृत, १९८८ में बल्गारिया वैरोव पुरस्कार;(अन्तर्राष्ट्रीय) और १९८२ में भारत के सर्वोच्च साहित्त्यिक पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित। उन्हें अपनी पंजाबी कविता अज्ज आखाँ वारिस शाह नूँ के लिए बहुत प्रसिद्धी प्राप्त हुई। इस कविता में भारत विभाजन के समय पंजाब में हुई भयानक घटनाओं का अत्यंत दुखद वर्णन है और यह भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में सराही गयी। .
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अविभाजित भारत
अविभाजित भारत का अर्थ सामान्यतः १५ अगस्त १९४७ को स्वतंत्रता मिलने से पूर्व के भारत से है जिसमें कि वर्तमान पाकिस्तान व वर्तमान बांग्लादेश (पूर्वी पाकिस्तान) की सीमाएं भी शामिल हैं। .
देखें शिव कुमार बटालवी और अविभाजित भारत
उड़ता पंजाब
उड़ता पंजाब एक भारतीय हिन्दी थ्रिलर ड्रामा फ़िल्म है, जिसका निर्देशन अभिषेक चौबे ने किया है। इसमें मुख्य किरदार में शाहिद कपूर, दिलजीत दोसांझ, करीना कपूर और आलिया भट्ट हैं। फ़िल्म 17 जून 2016 को रिलीज़ होगी। यह फ़िल्म पंजाब में युवा आबादी द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग और उससे जुड़े विभिन्न षड्यंत्रों के आसपास घूमती है। अनुराग कश्यप के प्रोडक्शन हाउस फैंटम फिल्म्स के सहयोग से, शोभा कपूर और एकता कपूर के द्वारा उनके बैनर बालाजी मोशन पिक्चर्स ने इसका निर्माण किया है। इसमें मुख्य किरदार में शाहिद कपूर, दिलजीत दोसांझ, करीना कपूर और आलिया भट्ट हैं। 4 जून 2016 को, केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म के रिलीज़ पर रोक लगाने की मांग की, जिसमें कहा गया कि फिल्म में पेश किए गए विषय सामान्य दर्शकों के लिए बहुत अश्लील थे। परिणामस्वरूप, निर्माता को फिल्म में कुल 89 कटौती करने के निर्देश दिए गए। हालांकि, 13 जून 2016 को, बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस रोक को ठुकरा दिया और फिल्म की राष्ट्रीय रिलीज के लिए अनुमति दी, यद्यपि पटकथा में एक कटौती के साथ। इस फिल्म को 17 जून 2016 को दुनिया भर में रिलीज़ किया गया था। ₹ 400 मिलियन (यूएस $ 6.2 मिलियन) के बजट पर बनायीं गयी फ़िल्म, उड़ता पंजाब ने लगभग 997 मिलियन (यूएस $ 15 मिलियन) दुनिया भर में कमाई की। 62 वें फिल्मफेयर अवॉर्ड में, फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (आलिया भट्ट), सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता (दिलजीत दोसांझ) और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (शाहिद कपूर) के लिए क्रिटिक्स अवॉर्ड सहित चार पुरस्कार जीते। .
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यह भी देखें
पंजाबी भाषा के कवि
- अजमेर रोडे
- अनवर मसूद
- अफ़ज़ल अहसन रंधावा
- अमृता प्रीतम
- कादरयार
- जसवंत सिंह नेकी
- दर्शन सिंह आवारा
- धनीराम 'चातृक'
- नवतेज भारती
- नानक सिंह
- पाश (पंजाबी कवि)
- पीरो प्रेमण
- पूर्णसिंह
- प्रीतम सिंह सफ़ीर
- फ़रीदुद्दीन गंजशकर
- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- बाबू रजब अली
- बुल्ले शाह
- भाई गुरदास
- भाई वीरसिंह
- मनजीत इंद्रा
- मनजीत टिवाणा
- मनमोहन
- मोहन सिंह (कवि)
- रुपी कौर
- लाल सिंह दिल
- वारिस शाह
- वीना वर्मा
- शिव कुमार बटालवी
- श्रद्धाराम शर्मा
- संतोख सिंह धीर
- सचल सरमस्त
- सुखपाल वीर सिंह हसरत
- सुखबीर (पंजाबी उपन्यासकार)
- सुखविंदर अमृत
- सुतिन्दर सिंह नूर
- सुरजीत पातर
- सुल्तान बाहू
- सोहनसिंह मीशा
- हरबंस भल्ला
- हरिभजन सिंह
साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत पंजाबी भाषा के साहित्यकार
- अजमेर सिंह औलख
- अजीत कौर
- अमृता प्रीतम
- आतमजीत
- एस. सुजान सिंह
- कपूर सिंह घुम्मन
- करतार सिंह दुग्गल
- कुलवंत सिंह विर्क
- गुरदयाल सिंह
- गुरबचन सिंह भुल्लर
- गुरमुख सिंह मुसाफिर
- गुलज़ार सिंह संधू
- जगतार
- जसवंत दीद
- जसवंत सिंह कँवल
- जसवंत सिंह नेकी
- जसविन्दर सिंह
- तारा सिंह कामिल
- दर्शन बुट्टर
- दलीप कौर टिवाणा
- नरेन्द्रपाल सिंह
- नानक सिंह
- निरंजन सिंह तसनीम
- प्रभजोत कौर
- प्रीतम सिंह सफ़ीर
- प्रेम प्रकाश
- बलवंत गार्गी
- भाई वीरसिंह
- मनजीत टिवाणा
- मनमोहन
- महिन्दर सिंह सरना
- मित्र सैन मीत
- मोहन सिंह (कवि)
- वरियाम सिंह संधू
- वी. एन. तिवारी
- शिव कुमार बटालवी
- संतसिंह सेखों
- संतोख सिंह धीर
- साहित्य अकादमी पुरस्कार पंजाबी
- सुखपाल वीर सिंह हसरत
- सुतिन्दर सिंह नूर
- सुरजीत पातर
- सोहणसिंह शीतल
- सोहनसिंह मीशा
- हरचरण सिंह
- हरभजन सिंह हलवारवी
- हरिन्दर सिंह महबूब
- हरिभजन सिंह
शिवकुमार बटालवी के रूप में भी जाना जाता है।