सामग्री की तालिका
2 संबंधों: प्रकाश-संश्लेषण, वाष्पोत्सर्जन।
- पत्ते
- प्रकाश संश्लेषण
- वनस्पति आकृति-विज्ञान
- वनस्पति शरीरविज्ञान
- वनस्पति शारीरिकी
प्रकाश-संश्लेषण
हरी पत्तियाँ, प्रकाश संश्लेषण के लिये प्रधान अंग हैं। सजीव कोशिकाओं के द्वारा प्रकाशीय उर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने की क्रिया को प्रकाश संश्लेषण (फोटोसिन्थेसिस) कहते है। प्रकाश संश्लेषण वह क्रिया है जिसमें पौधे अपने हरे रंग वाले अंगो जैसे पत्ती, द्वारा सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में वायु से कार्बनडाइऑक्साइड तथा भूमि से जल लेकर जटिल कार्बनिक खाद्य पदार्थों जैसे कार्बोहाइड्रेट्स का निर्माण करते हैं तथा आक्सीजन गैस (O2) बाहर निकालते हैं। प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में पौधों की हरी पत्तियों की कोंशिकाओं के अन्दर कार्बन डाइआक्साइड और पानी के संयोग से पहले साधारण कार्बोहाइड्रेट और बाद में जटिल काबोहाइड्रेट का निर्माण होता है। इस प्रक्रिया में आक्सीजन एवं ऊर्जा से भरपूर कार्बोहाइड्रेट (सूक्रोज, ग्लूकोज, स्टार्च (मंड) आदि) का निर्माण होता है तथा आक्सीजन गैस बाहर निकलती है। जल, कार्बनडाइऑक्साइड, सूर्य का प्रकाश तथा क्लोरोफिल (पर्णहरित) को प्रकाश संश्लेषण का अवयव कहते हैं। इसमें से जल तथा कार्बनडाइऑक्साइड को प्रकाश संश्लेषण का कच्चा माल कहा जाता है। प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण जैवरासायनिक अभिक्रियाओं में से एक है। सीधे या परोक्ष रूप से दुनिया के सभी सजीव इस पर आश्रित हैं। प्रकाश संश्वेषण करने वाले सजीवों को स्वपोषी कहते हैं। .
देखें पत्ती और प्रकाश-संश्लेषण
वाष्पोत्सर्जन
टमाटर की पत्तियों में उपस्थित स्टोमेटा का इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की सहायता से खींचा गया चित्र पौधों द्वारा अनावश्यक जल को वाष्प के रूप में शरीर से बाहर निकालने की क्रिया को वाष्पोत्सर्जन कहा जाता है। पैड़-पौधे मिट्टी से जिस जल का अवशोषण करते हैं, उसके केवल थोड़े से अंश का ही पादप शरीर में उपयोग होता है। शेष अधिकांश जल पौधों द्वारा वाष्प के रूप में शरीर से बाहर निकाल जाता है। पौधों में होने वाली यह क्रिया वाष्पोत्सर्जन कहलाती है। वाष्पोत्सर्जन की दर को एक यन्त्र द्वारा मापा जा सकता है। इस यन्त्र को पोटोमीटर कहते हैं। .
देखें पत्ती और वाष्पोत्सर्जन
यह भी देखें
पत्ते
- तम्बाकू
- तेज पत्ता (बे लीफ)
- पत्ती
- बीजपत्र
प्रकाश संश्लेषण
वनस्पति आकृति-विज्ञान
- अधिपादप
- अपच्छेदन
- कंद
- कली
- काग या कॉर्क
- कोणधारी कोण
- क्षुप
- गूदेदार पौधा
- छाल
- जायांग
- दल चक्र
- पत्ती
- पराग
- पादप आकारिकी
- पुंकेशर चक्र
- पुष्प
- पुष्पक्रम
- बाह्यदलपुंज
- बीजपत्र
- बीजाण्ड
- भ्रूणपोष
- मरूद्भिद
- लता
- लिआना
- वृक्ष
- शाखा
- स्तंभपुष्पता
- स्फुटन(वनस्पति विज्ञान)
- हाइग्रोस्कोपिक कण
वनस्पति शरीरविज्ञान
- अंकुरण क्रिया
- अपच्छेदन
- अर्क
- आहारीय मैग्नेशियम
- इंडोल-3-एसिटिक अम्ल
- उकठा रोग
- कली
- कोशिका भित्ति
- कोशिकीय श्वसन
- गोंद
- छाल
- जाइलम
- नाइट्रोजन यौगिकीकरण
- पत्ती
- प्रकाश-संश्लेषण
- प्रोटोप्लास्ट
- फ्लोएम
- भ्रूणपोष
- मधुरस
- रसारोहण
- रेफाइड
- लवक
- वाष्पोत्सर्जन
- विभज्योतक
- स्फुटन(वनस्पति विज्ञान)
- हाइग्रोस्कोपिक कण
वनस्पति शारीरिकी
- अपच्छेदन
- काग या कॉर्क
- जाइलम
- तना
- पत्ती
- पराग
- पादप शारीरिकी
- पुंकेशर चक्र
- फ्लोएम
- बीजपत्र
- बीजाण्ड
- रसधानी
- लकड़ी
- विभज्योतक
पत्तियाँ, पत्तों, पत्तियाँ के रूप में भी जाना जाता है।