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61 संबंधों: डेलनाज़ ईरानी, दारा सिंह, धर्मा प्रोडक्शन्स, ध्वनि-पट्टी, निखिल आडवाणी, प्रेमकहानी फ़िल्म, प्रीति ज़िंटा, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार, भारत, मधुश्री, यश राज फ़िल्म्स, यश जौहर, रानी मुखर्जी, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार, राजपाल यादव, रुद्राक्ष (2004 फ़िल्म), रीमा लागू, लिलेट दुबे, लॉय मेंडोंसा, शाहरुख़ ख़ान, शंकर-एहसान-लॉय, शोमा आनन्द, सतीश शाह, साधना सरगम, सिमोन सिंह, संजय कपूर, सुलभा आर्या, सुषमा सेठ, स्टार स्क्रीन पुरस्कार, सैफ़ अली ख़ान, सोनाली बेंद्रे, सोनू निगम, सोनी म्यूजिक एंटरटेनमेंट, हिन्दी, हिन्दी सिनेमा, जया बच्चन, ज़ी सिने पुरस्कार, जावेद जाँनिसार अख्तर, वसुंधरा दास, वाद्य संगीत, आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार, आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार, आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार, ... सूचकांक विस्तार (11 अधिक) »
- शंकर–एहसान–लॉय द्वारा संगीतबद्ध फिल्में
डेलनाज़ ईरानी
डेलनाज़ डेलनाज़ ईरानी भारतीय अभिनेत्री है जिन्होंने कई फिल्मों और धारावाहिकों में काम किया है। 1998 से 2012 तक वह राजीव पॉल से विवाहित थी और इस कारण उन्हें उस समय डेलनाज़ पॉल के रूप में श्रेय दिया गया है। उन्होंने कई रियलिटी शो में भी भाग लिया है जिसमें बिग बॉस 6 प्रमुख है। .
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दारा सिंह
दारा सिंह (पूरा नाम: दारा सिंह रन्धावा, अंग्रेजी: Dara Singh, जन्म: 19 नवम्बर, 1928 पंजाब, मृत्यु: 12 जुलाई 2012 मुम्बई) अपने जमाने के विश्व प्रसिद्ध फ्रीस्टाइल पहलवान रहे हैं। उन्होंने 1959 में पूर्व विश्व चैम्पियन जार्ज गारडियान्का को पराजित करके कामनवेल्थ की विश्व चैम्पियनशिप जीती थी। 1968 में वे अमरीका के विश्व चैम्पियन लाऊ थेज को पराजित कर फ्रीस्टाइल कुश्ती के विश्व चैम्पियन बन गये। उन्होंने पचपन वर्ष की आयु तक पहलवानी की और पाँच सौ मुकाबलों में किसी एक में भी पराजय का मुँह नहीं देखा। 1983 में उन्होंने अपने जीवन का अन्तिम मुकाबला जीतने के पश्चात कुश्ती से सम्मानपूर्वक संन्यास ले लिया। उन्नीस सौ साठ के दशक में पूरे भारत में उनकी फ्री स्टाइल कुश्तियों का बोलबाला रहा। बाद में उन्होंने अपने समय की मशहूर अदाकारा मुमताज के साथ हिन्दी की स्टंट फ़िल्मों में प्रवेश किया। दारा सिंह ने कई फ़िल्मों में अभिनय के अतिरिक्त निर्देशन व लेखन भी किया। उन्हें टी० वी० धारावाहिक रामायण में हनुमान के अभिनय से अपार लोकप्रियता मिली। उन्होंने अपनी आत्मकथा मूलत: पंजाबी में लिखी थी जो 1993 में हिन्दी में भी प्रकाशित हुई। उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने राज्य सभा का सदस्य मनोनीत किया। वे अगस्त 2003 से अगस्त 2009 तक पूरे छ: वर्ष राज्य सभा के सांसद रहे। 7 जुलाई 2012 को दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी अस्पताल मुम्बई में भर्ती कराया गया किन्तु पाँच दिनों तक कोई लाभ न होता देख उन्हें उनके मुम्बई स्थित निवास पर वापस ले आया गया जहाँ उन्होंने 12 जुलाई 2012 को सुबह साढ़े सात बजे दम तोड़ दिया। .
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धर्मा प्रोडक्शन्स
लोगो धर्मा प्रोडक्शन्स भारतीय निर्माण और वितरक कम्पनी है। इसको यश जौहर द्वारा 1979 में स्थापित किया गया था। 2004 में उनकी मृत्यु के बाद उनके पुत्र करन जौहर द्वारा इसका नियंत्रण ले लिया गया। मुम्बई में आधारित ये अधिकतर हिन्दी फिल्मों का निर्माण और वितरण करती है। सबसे पहली फिल्म इस कम्पनी की राज खोसला निर्देशित दोस्ताना (1980) थी। .
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ध्वनि-पट्टी
ध्वनि-पट्टी या साउंडट्रैक वो अंकित संगीत है जिसे किसी फिल्म, पुस्तक, टेलीविजन कार्यक्रम या वीडियो गेम की छवियों के साथ संक्रमित (सिंक्रनाइज़) किया जा सकता है। व्यावसायिक रूप से जारी किसी फिल्म या टीवी कार्यक्रम की साउंडट्रैक एल्बम उस फिल्म या टीवी कार्यक्रम की मूल फिल्म का वो भौतिक हिस्सा होता है जहां समक्रमित ध्वनि का अंकन किया जाता है। .
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निखिल आडवाणी
निखिल आडवाणी हिन्दी फ़िल्मों के एक निर्देशक हैं। .
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प्रेमकहानी फ़िल्म
प्रेमकहानी फ़िल्म (अथवा प्रेमकहानी चलचित्र) (Romance film) रिकॉर्ड किये गयी प्रेम कहानियाँ होती हैं जो दृश्य मीडिया अथवा टेलीविजन अथवा किसी भी चलचित्र दृश्य क्षेत्र पर प्रदर्शित किया जाता है अथवा नाटकशाला अथवा टेलीविजन जो जुनून और भावनाओं पर केन्द्रित और मुख्य पात्रों के प्रेमपूर्वक स्नेहमिलन तथा विशुद्ध, सच्चा और प्रबल प्यार आगे बढ़ता है जो उन्हें विवाह तक ले जाता है। .
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प्रीति ज़िंटा
प्रीटी ज़िंटा (जन्म ३१ जनवरी १९७५) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री है। वे हिन्दी, तेलगू, पंजाबी व अंग्रेज़ी फ़िल्मों में कार्य कर चुकी है। मनोविज्ञान में उपाधी ग्रहण करने के बाद ज़िंटा ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत दिल से..
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फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे पुरानी और प्रमुख घटनाओं में से एक रही है। इसकी शुरुआत सबसे पहले 1954 में हुई जब राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की भी स्थापना हुई थी। पुरस्कार जनता के मत एवं ज्यूरी के सदस्यों के मत दोनों के आधार पर दी हर साल दी जाती है। .
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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार हिंदी फिल्मों के लिए वार्षिक फिल्मफेयर पुरस्कार के हिस्से के रूप में फिल्मफेयर द्वारा दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह किसी पुरुष पार्श्व गायक को दिया जाता है जिसने फिल्म गीत में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। यद्यपि पुरस्कार समारोह की स्थापना 1954 में हुई थी लेकिन 1959 में सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक की श्रेणी शुरू की गई थी। यह पुरस्कार 1967 तक पुरुष और माहिला गायक दोनों के लिए शुरू में एक ही था। इस श्रेणी को अगले वर्ष विभाजित किया गया था और जब से पुरुष और महिला गायक को अलग पुरस्कार से प्रस्तुत किया जाता है। .
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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में सबसे बेहतर अभिनय के लिये फ़िल्म के सहायक अभिनेता को फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .
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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में बेहतर अभिनय के लिये सहायक अभिनेत्री को फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .
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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .
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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .
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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में बेहतर अभिनय के लिये अभिनेत्री फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .
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भारत
भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .
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मधुश्री
मधुश्री मधुश्री (जन्म सुजाता भट्टाचार्य) एक भारतीय गायक हैं, जो हिंदी, कन्नड़, तमिल और तेलुगू फिल्मों में गाती हैं। ए आर रहमान की रचनाओं में ये एक परिचित आवाज हैं, मधुश्री एक म्युजिकल इच्छुक परिवार से जुड़ी हैं, इन्हें पहले शास्त्रीय और पश्चिमी शैली संगीत में प्रशिक्षित किया गया था। इनके पिता चाहते थे कि वे एक शास्त्रीय गायक बनें, तो मधुश्री रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय में शामिल हो गईं और अपने स्नातक को पूरा कर लिया, लेकिन उनकी इच्छा हमेशा एक पार्श्व गायक होने की ही थी। .
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यश राज फ़िल्म्स
यश राज फ़िल्म्स का लोगो यश राज फ़िल्म्स भारतीय निर्माता - निर्देशक यश चोपड़ा द्वारा स्थापित कंपनी है जो की एक हिंदी फिल्म निर्देशक और निर्माता है। वोह पहले अपने भाई के फिल्म कंपनी बर फिल्म्स में काम करते थे और बाद में उन्होंने सन १९७० में अपनी खुद की कम्पनी चालू की। इनके द्वारा बनाई गयी फिल्मे सन २००४ व २००५ में तीन अच्छी पर्दर्शन करने वाली फिल्मे दे चुकी है। यश राज फिल्म्स विकिपीडिया, मुक्त विश्वकोश से यश राज फिल्म्स प्रकार निजी 1970 स्थापित संस्थापक यश चोपड़ा मुख्यालय मुंबई, भारत प्रमुख लोगों आदित्य चोपड़ा (अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक) उदय चोपड़ा (निदेशक) पामेला चोपड़ा (निदेशक) रानी मुखर्जी (निदेशक) आशिष सिंह (उपराष्ट्रपति - उत्पादन) रोहन मल्होत्रा (उपराष्ट्रपति - वितरण) अवतार पानसेर (उपाध्यक्ष - अंतर्राष्ट्रीय संचालन) मानन मेहता (उपाध्यक्ष - विपणन और मर्केंडाइजिंग) अक्षय विधहानी (उपाध्यक्ष - वित्त और वाईआरएफ स्टूडियोज) विजय कुमार (उपराष्ट्रपति - होम वीडियो और लाइसेंसिंग) आशीष पाटिल (उपाध्यक्ष - वाई फिल्म्स) आनंद गुरनानी (उपाध्यक्ष - डिजिटल) उत्पाद सिनेमा स्टूडियो उत्पादन वितरण विपणन संगीत घरेलू वीडियो प्रतिभा प्रबंधन VFX उत्पादन के बाद ब्रांड पार्टनरशिप लाइसेंसिंग मर्केंडाइजिंग विशेष प्रभाव डिजिटल सहायक YRF स्टूडियोज वाईआरएफ उत्पादन वाईआरएफ वितरण वाईआरएफ विपणन वाईआरएफ संगीत वाईआरएफ होम वीडियो वाई फिल्म्स वाईआरएफ टेलीविजन वाईआरएफ मनोरंजन yFX VFX स्टूडियो वाईआरएफ प्रतिभा वाईआरएफ लाइसेंसिंग वाईआरएफ मर्चेंडाइजिंग वाईआरएफ ब्रांड पार्टनरशिप वाईआरएफ डिजिटल वाईआरएफ यूएसए वाईआरएफ यू.के.
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यश जौहर
"यश जोहर" भारतीय हिंदी सिनेमा के एक प्रसिद्ध निर्माता थे। यश का जन्म ६ सितम्बर १९२९ को हुआ था और मृत्यु २६ जून २००४ को हुए थी। इन्होने धर्मा प्रोडक्शन की स्थापना १९७६ में की थी। ये अपनी भव्यता के कारण भारत के साथ विदेशो में भी प्रसिद्ध है। .
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रानी मुखर्जी
रानी मुखर्जी हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। 2005 में वे बॉलीवुड के शीर्ष 10 शक्तिशाली लोगों में सिर्फ एक महिला थी। रानी ही एक ऐसी अभिनेत्री है जिसे फिल्मफेयर ने 3 साल लगातार (2004-2006) बॉलीवुड की शीर्ष अभिनेत्री घोषित किया। रानी समाज सेवा के कामों में बहुत सक्रिय रहती हैं और उन्होंने बहुत सारी संस्थाओं के लिये चंदा इकठ्ठा किया है। उन्होंने 2 विश्व टूर में हिस्सा लिया है जहाँ बॉलीवुड के और सितारों के साथ उन्होंने स्टेज शो में दर्शकों के सामने प्रदर्शन किया। अपने पहले टूर में वे आमिर खान, ऐश्वर्या राय बच्चन, अक्षय खन्ना और ट्विंकल खन्ना के साथ थीं और दूसरे में शाहरुख़ खान, सैफ अली ख़ान, प्रीती ज़िंटा, अर्जुन रामपाल और प्रियंका चोपड़ा के साथ दिखीं| 2005 में उन्हें बॉलीवुड की तरफ से पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के साथ खाने पर न्योता दिया गया। 2006 में उन्हें बाकी बॉलीवुड अभिनेत्रियों के साथ ऑस्ट्रेलिया के कोम्मनवेल्थ खेलों में भारतीय परंपरा का प्रदर्शन किया। .
देखें कल हो ना हो और रानी मुखर्जी
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाले भारत के काफी पुराने पुरस्कार हैं जो सन १९५४ से दिये जा रहे हैं। यह पुरस्कार तीन खंडो मे प्रदान किये जाते है; फीचर फिल्म,गैर फीचर फिल्म और सिनेमा पर श्रेष्ठ लेखन| .
देखें कल हो ना हो और राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार
राजपाल यादव
राजपाल यादव हिन्दी फिल्मों के एक हास्य अभिनेता हैं। .
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रुद्राक्ष (2004 फ़िल्म)
रुद्राक्ष 2004 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
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रीमा लागू
रीमा लागू (21 जून 1958 – 18 मई 2017) एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री थीं। इन्हें हिन्दी और मराठी सिनेमा में सहायक और माँ के कई किरदार निभाने के कारण जाना जाता है। यह लगभग चार दशक से मराठी मंच पर कार्य कर रही थीं। इन्होंने मराठी धारावाहिक "तुजा मजा जामेना" में मुख्य किरदार निभाया था, इसके अलावा हिन्दी धारावाहिक "श्रीमान श्रीमती" और "तू तू मैं मैं" में भी महत्वपूर्ण किरदार निभा चुकी हैं। इन्हें कई हिन्दी फिल्मों में माँ के किरदार निभाने के कारण जाना जाता है, जिसमें मैंने प्यार किया, आशिक़ी, साजन, हम आपके हैं कौन, रंगीला, वास्तव, कुछ कुछ होता है, कल हो ना हो और हम साथ साथ हैं आदि है। .
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लिलेट दुबे
लिलेट दुबे का चित्र लिलेट दुबे भारतीय अभिनेत्री है जिन्होंने रंगमंच, फिल्म और टीवी धारावाहिकों में कार्य किया है। .
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लॉय मेंडोंसा
लॉय मेंडोंसा, प्रसिद्ध तिकड़ी शंकर-एहसान-लॉय के एक भाग हैं जिसके अन्य सदस्य शंकर महादेवन, एहसान नूरानी हैं। .
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शाहरुख़ ख़ान
शाहरुख़ ख़ान (उच्चारण; जन्म 2 नवम्बर 1965), जिन्हें अक्सर शाहरुख खान के रूप में श्रेय दिया जाता है और अनौपचारिक रूप में एसआरके नाम से सन्दर्भित किया जाता, एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता है। अक्सर मीडिया में इन्हें "बॉलीवुड का बादशाह", "किंग खान", "रोमांस किंग" और किंग ऑफ़ बॉलीवुड नामों से पुकारा जाता है। खान ने रोमैंटिक नाटकों से लेकर ऐक्शन थ्रिलर जैसी शैलियों में 75 हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया है। फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिये उन्होंने तीस नामांकनों में से चौदह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते हैं। वे और दिलीप कुमार ही ऐसे दो अभिनेता हैं जिन्होंने साथ फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार आठ बार जीता है। 2005 में भारत सरकार ने उन्हें भारतीय सिनेमा के प्रति उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया। अर्थशास्त्र में उपाधी ग्रहण करने के बाद इन्होने अपने करियर की शुरुआत १९८० में रंगमंचों व कई टेलिविज़न धारावाहिकों से की और १९९२ में व्यापारिक दृष्टी से सफल फ़िल्म दीवाना से फ़िल्म क्षेत्र में कदम रखा। इस फ़िल्म के लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर प्रथम अभिनय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके पश्च्यात उन्होंने कई फ़िल्मों में नकारात्मक भूमिकाएं अदा की जिनमे डर (१९९३), बाज़ीगर (१९९३) और अंजाम (१९९४) शामिल है। वे कई प्रकार की भूमिकाओं में दिखे व भिन्न-भिन्न प्रकार की फ़िल्मों में कार्य किया जिनमे रोमांस फ़िल्में, हास्य फ़िल्में, खेल फ़िल्में व ऐतिहासिक ड्रामा शामिल है। उनके द्वारा अभिनीत ग्यारह फ़िल्मों ने विश्वभर में १ बिलियन का व्यवसाय किया है। खान की कुछ फ़िल्में जैसे दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे (१९९५), कुछ कुछ होता है (१९९८), ''देवदास'' (२००२), ''चक दे! इंडिया'' (२००७), ओम शांति ओम (२००७), रब ने बना दी जोड़ी (२००८) और रा.वन (२०११) अबतक की सबसे बड़ी हीट फ़िल्मों में रही है और कभी खुशी कभी ग़म (२००१), कल हो ना हो (२००३), वीर ज़ारा (२००६)। वेल्थ रिसर्च फर्म वैल्थ एक्स के मुताबिक किंग खान पहले सबसे अमीर भारतीय अभिनेता बन गए हैं। फर्म ने अभिनेता की कुल संपत्ति 3660 करोड़ रूपए आंकी थी लेकिन अब 4000 करोङ बताई जाती है। .
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शंकर-एहसान-लॉय
शंकर-एहसान-लॉय(अंग्रेजी: Shankar–Ehsaan–Loy) भारतीय संगीतकार तिकड़ी है, यह तिकड़ी शंकर महादेवन, एहसान नूरानी और लॉय मेंडोंसा से मिल कर बनी है और कई भारतीय फिल्मों के लिए संगीत प्रदान करती है। ये बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय और समीक्षकों के द्वारा बहुप्रशंसित संगीत निर्देशकों में एक हैं। उन्होंने कई फिल्मों के लिए प्रसिद्द कार्य किये जैसे मिशन कश्मीर(2000), दिल चाहता है (2001),कल हो ना हो (2003), बंटी और बबली (2005), कभी अलविदा ना कहना (2006), डॉन- द चेस बिगिन्स अगेन (2006), तारे ज़मीं पर (2007), रोक ऑन !! (2008), वेक अप सिड (2009), माय नेम इस खान (2010), कार्तिक कॉलिंग कार्तिक (2010) और हाउसफुल(2010)। .
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शोमा आनन्द
'शोमा आनन्द' हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .
देखें कल हो ना हो और शोमा आनन्द
सतीश शाह
सतीश शाह भारत के एक प्रसिद्ध हास्य अभिनेता हैं। .
देखें कल हो ना हो और सतीश शाह
साधना सरगम
साधना सरगम साधना सरगम (जन्म: 7 जुलाई 1962, असली नाम: साधना पुरुषोत्तम घाणेकर) भारतीय सिनेमा में काम करने वाली महिला पार्श्वगायिका हैं। साधना चार साल की आयु से गाने गा रही है। विश्वात्मा के "सात समुंदर पार" गाने से उन्हें ख्याति मिली। उनका जन्म महाराष्ट्र के दाभोल में संगीतकारों के परिवार में हुआ। "पहला नशा पहला खुमार", "दर्द करारा", "साईं राम साईं श्याम साईं भगवान", "बिन साजन झूला झूलूं", "धीरे धीरे आप मेरे", "चंदा रे चंदा रे", "हमको मालूम है", "माही वे", "क्या मौसम आया है", "सलाम-ए-इश्क", "अंगना में बाबा", "मेरी नींद मेरा चैन", "तेरा नाम लेने की", "तुझसे क्या चोरी है", "आइये आपका इंतजार था", "सुनो मियां सुनो", "ऐतबार नहीं करना" उनके मशहूर हिन्दी गीत है। उन्होंने लगभग हर भारतीय भाषा में गाने गाए हैं। .
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सिमोन सिंह
फिल्म एवं टेलीविजन अभिनेत्री सिमोन सिंह, (जन्म 10 नवंबर, जमशेदपुर) के एक सिख पिता एवं बंगाली माता के परिवार में। सिमोन ने अपने कैरियर की शुरुआत टेलीविजन सीरियल स्वाभिमान, से सन 1995 में की। इसके बाद इन्होंने एक अन्य मशहूर सीरियल हिना, में मुख्य किरदार निभाया। इसके तुरंत बाद इन्होंने भारतीय सिनेमा की दुनिया में एक रिश्ता: द बॉन्ड ऑफ लव से 2001 में कदम रखा। सिमोन ने और कई फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएँ निभाई हैं और इनके अभिनय की तारीफ बोमन ईरानी सैफ अली खान एवं डिंपल कपाड़िया के साथ की गयी फिल्म बीईंग सायरस में खूब की गयी। .
देखें कल हो ना हो और सिमोन सिंह
संजय कपूर
संजय कपूर हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .
देखें कल हो ना हो और संजय कपूर
सुलभा आर्या
सुलभा आर्या हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .
देखें कल हो ना हो और सुलभा आर्या
सुषमा सेठ
सुषमा सेठ भारतीय सिनेमा, टीवी व रंगमंच की जानीमानी अभिनेत्री हैं। अपने अभिनय सफर की शुरुवात उन्होंने 70 के दशक में की। उन्होंने सबसे अधिक हिन्दी फिल्मों में नायक के माँ के किरदार निभाये। प्रेम रोग, राम तेरी गंगा मैली, चाँदनी, दीवाना, कभी खुशी कभी गम और कल न न हो जैसी चर्चित फिल्मों में उन्होंने काम किया है। सुषमा ने कई टीवी धारावाहिकों में भी काम किया जैसे कि हम लोग व देख भाई देख। 80 के पूर्वार्ध में दूरदर्शन पर प्रसारित पहले सोप ओपेरा हम लोग में उनके द्वारा निभाया दादी का किरदार बेहद लोकप्रिय रहा। दादी को गले के कैंसर से पीड़ित दिखाया गया था, वे मृत्यु की कगार पर थीं पर यह सुषमा की लोकप्रियता ही थी जिसके कारण इस किरदार की उम्र को दर्शकों की माँग पर बढ़ाना पड़ा। .
देखें कल हो ना हो और सुषमा सेठ
स्टार स्क्रीन पुरस्कार
स्टार स्क्रीन पुरस्कार समारोह भारत का एकमात्र पुरस्कार है जिसे मोशन पिक्चर आर्टस एवं साइन्स अकादमी से मानयता मिली है। .
देखें कल हो ना हो और स्टार स्क्रीन पुरस्कार
सैफ़ अली ख़ान
सैफ़ अली ख़ान (जन्म: 16 अगस्त, 1970) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। उनके पिता मंसूर अली ख़ान पटौदी एक मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी एवं माँ शर्मिला टैगोर हिन्दी फ़िल्मों की मशहूर अभिनेत्री हैं। उनके पूर्वज पटौदी रियासत के नवाब थे | उन्होंने अपना शालेय जीवन लॉरेंस स्कूल, सनावर और लाकर्स पार्क स्कूल, हेर्टफोर्डशिरे,इंग्लैंड में पूरा किया | जिसके बाद महाविद्यालीन पढाई के लिए वह विंचेस्टर कॉलेज इंडिपेंडेंट स्कूल फॉर बॉयज इन यूनाइटेड किंगडम चले गए | अपनी पढ़ाई पूरी कर लौटने के बाद उन्होंने २ महीनो तक दिल्ली स्थित एक एडवरटाइजिंग फर्म के लिए काम किया | उसके बाद उनके पारिवारिक मित्र के कहने पर उन्होंने कपड़ो के ब्रांड "ग्वालियर सुइटिंग्स" के लिए कुछ विज्ञापनों में काम किया | पर किसी कारणवश वह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पाया और उन्हें मुंबई आना पड़ा | जहां से उन्होंने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की | उनकी पहली फिल्म "परंपरा" १९९२ में रिलीज़ हुई थी, जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पायी। उन्होंने 2010 में पद्म श्री को चौथा सबसे बड़ा भारतीय नागरिक पुरस्कार प्राप्त किया। .
देखें कल हो ना हो और सैफ़ अली ख़ान
सोनाली बेंद्रे
सोनाली बेंद्रे (जन्म: 1 जनवरी, 1975) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .
देखें कल हो ना हो और सोनाली बेंद्रे
सोनू निगम
सोनू निगम (जन्म: ३० जुलाई १९७३, फरीदाबाद, हरियाणा, भारत) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गायक हैँ। वे हिन्दी के अलावा कन्नड़, उड़िया, तमिल, असमिया, पंजाबी, बंगाली, मराठी और तेलुगु फ़िल्मों में भी गा चुके हैं। इन्होने बहुत से इन्डि-पॉप एलबम बनाए हैं और कुछ हिंदी फिल्मों में काम किया है। .
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सोनी म्यूजिक एंटरटेनमेंट
सोनी म्यूजिक एंटरटेनमेंट Sony Music Entertainment) एक अमेरिकी निगमन कंपनी है जिसकी मातृ कंपनी जापान की सोनी कोर्पोरेशन की सहायक सोनी कारपोरेशन ऑफ़ अमेरिका, संयुक्त राज्य अमेरिका है। .
देखें कल हो ना हो और सोनी म्यूजिक एंटरटेनमेंट
हिन्दी
हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .
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हिन्दी सिनेमा
हिन्दी सिनेमा, जिसे बॉलीवुड के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दी भाषा में फ़िल्म बनाने का उद्योग है। बॉलीवुड नाम अंग्रेज़ी सिनेमा उद्योग हॉलिवुड के तर्ज़ पर रखा गया है। हिन्दी फ़िल्म उद्योग मुख्यतः मुम्बई शहर में बसा है। ये फ़िल्में हिन्दुस्तान, पाकिस्तान और दुनिया के कई देशों के लोगों के दिलों की धड़कन हैं। हर फ़िल्म में कई संगीतमय गाने होते हैं। इन फ़िल्मों में हिन्दी की "हिन्दुस्तानी" शैली का चलन है। हिन्दी और उर्दू (खड़ीबोली) के साथ साथ अवधी, बम्बईया हिन्दी, भोजपुरी, राजस्थानी जैसी बोलियाँ भी संवाद और गानों में उपयुक्त होते हैं। प्यार, देशभक्ति, परिवार, अपराध, भय, इत्यादि मुख्य विषय होते हैं। ज़्यादातर गाने उर्दू शायरी पर आधारित होते हैं।भारत में सबसे बड़ी फिल्म निर्माताओं में से एक, शुद्ध बॉक्स ऑफिस राजस्व का 43% का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि तमिल और तेलुगू सिनेमा 36% का प्रतिनिधित्व करते हैं,क्षेत्रीय सिनेमा के बाकी 2014 के रूप में 21% का गठन है। बॉलीवुड भी दुनिया में फिल्म निर्माण के सबसे बड़े केंद्रों में से एक है। बॉलीवुड कार्यरत लोगों की संख्या और निर्मित फिल्मों की संख्या के मामले में दुनिया में सबसे बड़ी फिल्म उद्योगों में से एक है।Matusitz, जे, और पायानो, पी के अनुसार, वर्ष 2011 में 3.5 अरब से अधिक टिकट ग्लोब जो तुलना में हॉलीवुड 900,000 से अधिक टिकट है भर में बेच दिया गया था। बॉलीवुड 1969 में भारतीय सिनेमा में निर्मित फिल्मों की कुल के बाहर 2014 में 252 फिल्मों का निर्माण। .
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जया बच्चन
जया बच्चन (जया भादुरी, विवाह पूर्व) हिन्दी फिल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .
देखें कल हो ना हो और जया बच्चन
ज़ी सिने पुरस्कार
ज़ी सिने पुरस्कार हिन्दी फिल्मों के लिए दिए जाने वाले पुरस्कार है। श्रेणी:ज़ी सिने पुरस्कार श्रेणी:फ़िल्म पुरस्कार श्रेणी:हिन्दी फ़िल्म पुरस्कार श्रेणी:हिन्दी फ़िल्में.
देखें कल हो ना हो और ज़ी सिने पुरस्कार
जावेद जाँनिसार अख्तर
जावेद अख्तर हिन्दी फिल्मों के एक गीतकार हैं। .
देखें कल हो ना हो और जावेद जाँनिसार अख्तर
वसुंधरा दास
वसुंधरा दास (ವಸುಂಧರಾ ದಾಸ್), (வசுந்தரா தாஸ்) (जन्म 1977) एक भारतीय अभिनेत्री और गायिका हैं। .
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वाद्य संगीत
वाद्य संगीत ऐसी संगीत रचना होती है जिसमें बोल और गायन नहीं होते हैं। ऐसे संगीत की रचना पूर्ण रूप से वाद्य यन्त्र पर की जाती है। ऐसी रचना संगीत रचयिता स्वयं अपने किसी प्रदर्शन के लिये कर सकता है। वाद्य संगीत की परम्परा पश्चिमी संस्कृति और भारत में बहुत प्राचीन है। भारत में बहुत पहले समय से वीणा के उपयोग से वाद्य संगीत की रचना की जाती थी। .
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आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार दर्शकों द्वारा चुना जाता है और प्रति वर्ष अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी द्वारा आयोजित समारोह में दिया जाने वाला पुरस्कार है। .
देखें कल हो ना हो और आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार दर्शकों द्वारा चुना जाता है और प्रति वर्ष अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी द्वारा आयोजित समारोह में दिया जाने वाला पुरस्कार है। The winners are listed below:- .
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आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार दर्शकों द्वारा चुना जाता है और प्रति वर्ष अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी द्वारा आयोजित समारोह में दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में बेहतर अभिनय के लिये फ़िल्म के सहायक अभिनेता को दिया जाता है। .
देखें कल हो ना हो और आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार दर्शकों द्वारा चुना जाता है और प्रति वर्ष अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी द्वारा आयोजित समारोह में दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में बेहतर अभिनय के लिये अभिनेत्री को सहायक अभिनेत्री को दिया जाता है। .
देखें कल हो ना हो और आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार दर्शकों द्वारा चुना जाता है और प्रति वर्ष अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी द्वारा आयोजित समारोह में दिया जाने वाला पुरस्कार है। .
देखें कल हो ना हो और आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार दर्शकों द्वारा चुना जाता है और प्रति वर्ष अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी द्वारा आयोजित समारोह में दिया जाने वाला पुरस्कार है। .
देखें कल हो ना हो और आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार
आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार दर्शकों द्वारा चुना जाता है और प्रति वर्ष अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी द्वारा आयोजित समारोह में दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में बेहतर अभिनय के लिये फ़िल्म की मुख्य अभिनेत्री को दिया जाता है। .
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करण जौहर
करण जौहर करण जौहर (जन्म: 25 मई, 1975) हिन्दी एक प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्देशक, उत्पादक, चलचित्र लेखक, कॉस्ट़्यूम दिज़ाइनर, अभिनेता और टिवि होस्ट है। वह हिरू जौहर और यश जौहर के पुत्र है। वह धर्मा प्रोडक्शन्स कम्पनी के मुखिया भी है। वह भारत और विश्व के सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले फिल्मो का उत्पादन करने के लिये प्रसिद्ध है। इनमे से चार फिल्मे, जिनमे शाहरुख खान अभिनेता के पात्र मे मौजूद है, विदेशी फिल्म उद्योग मे भारत के सबसे ज़्यादा कमाने वाले उत्पादन मे से है। इन फिल्मो कि कामयाबी के कारण, करण जोहर को भारतीय सिनेमा का पश्चिम अनुभूति मे बदलाव लाने के लिए श्रेय दिया गया है। आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्देशित 'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे' नामक फिल्म मे अभिनेता के पात्र मे करण जोहर ने फिल्मो मे शुरुआत किया था। उन्होंने बाद मे बेहद सफल रोमानी कॉमेडी, कुछ कुछ होता है के साथ अपने निर्देशन जीविका की शुरुआत की। इस फिल्म से उसे सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिये और सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिये फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। उनकी दूसरी फिल्मे परिवारिक नाटक, कभी खुशी कभी ग़म (२००१) और रोमांटिक नाटक, कभी अलविदा ना कहना (२००६) थे। कभी अलविदा ना कहना (2006) व्यभिचार के विषय के साथ जुडा हुआ एक फिल्म था। दोनों ही फिल्मों ने भारत और विदेशों में प्रमुख वित्तीय सफलताए प्राप्त की। इस प्रकार जौहर ने बॉलीवुड के सबसे सफल फिल्म निर्माताओं के तालिका में खुद को स्थापित कर लिया। उनकी चौथी फिल्म माइ नेम इज़ ख़ान (२०१०) को सकारात्मक समीक्षा मिली और उस फिल्म ने दुनिया भर मे २०० करोड़ रुपये कमाए। इन सब के कारण्, वह खुद को भारतीय सिनेमा में सबसे सफल निर्देशक और निर्माता के रूप में स्थापित किया है। यही सूचना के कारण उन्होने अपनी पहली फिल्म कुछ कुछ होता है बनाई। करण जौहर एक कुशल निर्देशक के रूप मे जाने जाते है। .
देखें कल हो ना हो और करण जौहर
काजोल देवगन
(बांग्ला: কাজল দেবগন Kajol Debgon, काजोल हिंदी फ़िल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं जिनका जन्म 5 अगस्त 1974 को हुआ था। उनकी माँ तनुजा अभिनेत्री थी और नानी शोभना समर्थ भी अभिनेत्री थीं। उनकी छोटी बहिन तनिषा भी अब फिल्मों मैं काम कर रही हैं। उनके पिता का नाम शोमू मुखर्जी है। वे फिल्में बनाते थे। काजोल ने अपना फिल्मी सफ़र फिल्म बेखुदी से शुरू किया जिसमें उनके पात्र का नाम राधिका था। वह फिल्म तो नहीं चली पर उनकी बाद की फिल्में बहुत प्रसिद्ध हुईं। जैसे कि बाज़ीगर और दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे। उहोंने अपने सहकर्मी और प्रेमी, अजय देवगन से २४ फरवरी 1999 को विवाह किया था। उनकी एक छोटी बेटी है जिसका नाम न्यसा है। उनके नाम कुल ६ फिल्मफेयर और उनमें से ५ सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार हैं जो की एक कीर्तिमान है। वह यह कीर्तिमान अपनी मौसी नूतन के साथ साझा करती हैं। .
देखें कल हो ना हो और काजोल देवगन
कुछ ना कहो
कुछ ना कहो हिन्दुस्तानी फ़िल्म है। इस फ़िल्म में ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन हैं। इस फ़िल्म का संगीत बहुत अच्छा है। श्रेणी:2003 में बनी हिन्दी फ़िल्म.
देखें कल हो ना हो और कुछ ना कहो
केतकी दवे
केतकी दवे (पूर्व: जोशी; जन्म 13 अगस्त 1960, बोम्बे में) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री हैं। उन्होंने 75 से अधिक गुजराती फ़िल्मों में; तथा आमदनी अट्ठन्नी खर्चा रुपैया, मनी है तो हनी है, कल हो ना हो और हेल्लो! हम लल्लन बोल रहे हैं जैसी प्रसिद्ध हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने बहुत टीवी धारावहिकों में भी अभिनय किया है जैसे नच बलिए 2, बिग बॉस, क्योंकि सास भी कभी बहू थी, और बेहेनिन। .
देखें कल हो ना हो और केतकी दवे
केके
कृष्णकुमार कुन्नथ (मलयालम: കൃഷ്ണകുമാര് കുന്നത്ത്, जन्म: 23 अगस्त 1970), केके के रूप में भी जाने जाते है| वे एक भारतीय पार्श्व गायक है| वह हिंदी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में एक प्रमुख गायक है| उनका जन्म त्रिश्शूर, केरल में सीएस नायर और कनाकवाल्ली, एक मलयाली जोड़े, को हुआ| कृष्णकुमार कुन्नाथ नई दिल्ली में पले बढे| उनके बॉलीवुड ब्रेक से पहले उन्होंने 3,500 विज्ञापन गीत गाया| वे दिल्ली के माउंट सेंट मैरी स्कूल के एक पूर्व छात्र है| उन्होंने 1999 क्रिकेट विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के समर्थन के लिए "जोश ऑफ़ इंडिया" गाना गाया| इस के बाद, उन्होंने पल नामक एलबम निकला जिसे सर्वश्रेष्ठ सोलो एल्बम के लिए स्टार स्क्रीन पुरस्कार मिला| इस एल्बम के दो गाने 'पल' और 'यारों' काफी लोकप्रिय थे| .
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अलका याज्ञिक
अलका याज्ञिक भारतीय सिनेमा की एक प्रसिद्ध पार्श्वगायिका हैं। वे हिंदी सिनेमा में तीन दशकों तक अपनी गायकी के लिए विख्यात हैं। हिंदी सिनेमा में वे सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली पांचवी पार्श्वगायिका हैं। उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार के ३६ नामांकनों में से ७ बार पुरस्कार मिल चुका है जो कि खुद में एक रिकॉर्ड है। उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त है। साथ ही उनके २० गाने बीबीसी के "बॉलीवुड के श्रेष्ठ ४० सदाबहार साउंडट्रैक" में शामिल हैं। उनके कुछ हिट गानों में से हैं — "कुछ कुछ होता है", "टिप टिप बरसा पानी", "परदेसी परदेसी", "छम्मा छम्मा", "पूछो ज़रा पूछो", "एक दो तीन", "चाँद छुपा बादल में", "लाल दुपट्टा", "मुझको राणाजी" और "बाज़ीगर ओ बाज़ीगर"। .
देखें कल हो ना हो और अलका याज्ञिक
अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी पुरस्कार
अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी पुरस्कार जो कि सामान्यत: आई आई एफ ए के नाम से भी जाने जाते हैं, दुनिया भर में भारतीय चलचित्र के योगदान के सम्मान स्वरूप में दिये जाते हैं। .
देखें कल हो ना हो और अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी पुरस्कार
उदित नारायण
उदित नारायण हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध नेपाली गायक हैं। उदित नारायण का जन्म 27 नवम्बर को नेपाल के सप्तरी जिले में हुआ। उन्होंने अपना पहला हिन्दी गाना मुकेश जी के साथ गाया। उन्हें तीन देशीय पुरस्कार तथा पांच फिल्म फेयर पुरस्कार मिले हैं। वर्ष 2009 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया। उदित नारायण नेपाल में और भारत में भी एक प्रख्यात गायक के रूप में जाने जाते हैं। नेपाली फ़िल्म में उन्होंने बहुत हिट गाने गाए हैं और उनका गीत अधिकतर लोगों को पसंद है। उनके स्वर में जादू है। वे किशोर अवस्था से ही गायन कला के क्षेत्र में लग गये थे जो कि आज इस मुकाम पर है। संपूर्ण बॉलीवुड में उन्हें आज भी एक बेहतर गायक माना जाता है। नेपाल में अभी के समय में भी उनके स्वर से तुलना किसी भी गायक से नहीं की जा सकती है। उदित जी का मातृभाषा मैथिली हैं और वो नेपाल के मिथिलांचल इलाके से आते हैं। जैसे कि नेपाल और भारत के बीच बेटी और रोटी का सम्बन्ध है उसी तरह उनका ननिहाल भारत के बिहार राज्य में है। .
देखें कल हो ना हो और उदित नारायण
यह भी देखें
शंकर–एहसान–लॉय द्वारा संगीतबद्ध फिल्में
- 13 बी (2009 फ़िल्म)
- अरमान (2003 फ़िल्म)
- एक और एक ग्यारह (2003 फ़िल्म)
- कभी अलविदा ना कहना
- कल हो ना हो
- कुछ ना कहो
- घायल वन्स अगैन
- चाँदनी चौक टू चाइना
- डी-डे
- डॉन २
- तारे ज़मीन पर (2007 फ़िल्म)
- तेरे बिन लादेन
- दिल चाहता है
- दिल जो भी कहे (2005 फ़िल्म)
- दिल धड़कने दो
- दिल्लगी (1999 फ़िल्म)
- फिर मिलेंगे (2004 फ़िल्म)
- बंटी और बबली
- भोपाल एक्सप्रेस (1999 फ़िल्म)
- मणिकर्णिका: झाँसी की रानी
- मिर्ज्या (फ़िल्म)
- राज़ी
- रुद्राक्ष (2004 फ़िल्म)
- लन्दन ड्रीम्स
- विश्वरूपम
- वी आर फैमिली
- शूल (1999 फ़िल्म)
- साहो
- हाउसफुल (2010 फ़िल्म)
कल हो ना हो (2003 फ़िल्म), कल हो ना हो (२००३ फ़िल्म), कल हो ना हो, २००३ फ़िल्म के रूप में भी जाना जाता है।