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नेल्सन मंडेला

सूची नेल्सन मंडेला

नेल्सन रोलीह्लला मंडेला (ख़ोसा: Nelson Rolihlahla Mandela; 18 जुलाई 1918 – 5 दिसम्बर 2013) दक्षिण अफ्रीका के प्रथम अश्वेत भूतपूर्व राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति बनने से पूर्व वे दक्षिण अफ्रीका में सदियों से चल रहे रंगभेद का विरोध करने वाले अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस और इसके सशस्त्र गुट उमखोंतो वे सिजवे के अध्यक्ष रहे। रंगभेद विरोधी संघर्ष के कारण उन्होंने 27 वर्ष रॉबेन द्वीप के कारागार में बिताये जहाँ उन्हें कोयला खनिक का काम करना पड़ा था। 1990 में श्वेत सरकार से हुए एक समझौते के बाद उन्होंने नये दक्षिण अफ्रीका का निर्माण किया। वे दक्षिण अफ्रीका एवं समूचे विश्व में रंगभेद का विरोध करने के प्रतीक बन गये। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने उनके जन्म दिन को नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। .

सामग्री की तालिका

  1. 32 संबंधों: थाबो म्वूयेलवा म्बेकी, दक्षिण अफ़्रीका, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति, दैनिक जागरण, निशान-ए–पाकिस्तान, नवभारत टाइम्स, नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस, नोबल शांति पुरस्कार, फ़्रेडरिक विलेम डी क्लार्क, बीबीसी, बीबीसी हिन्दी, भारत रत्‍न, महात्मा गांधी, म्वेज़ो, मेथोडिज़्म, राजनीति, रंगभेद नीति, रोबेन द्वीप, संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र महासभा, जेकब ज़ूमा, जोहान्सबर्ग, ईस्टर्न केप, विनी मंडेला, गांधी शांति पुरस्कार, आन्द्रेस पस्त्राना अरांगो, कोसा भाषा, अफ़्रीकन नेशनल कांग्रेस, अहिंसा, उमखोंतो वे सिजवे, १९९४, १९९९

  2. गांधी पुरस्कार प्राप्तकर्ता
  3. दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति
  4. नोबल शांति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता

थाबो म्वूयेलवा म्बेकी

थाबो म्वूयेलवा म्बेकी (१९४२—) दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल १६ जून १९९९ से २४ सितंबर २००८ (त्याग) तक था। ये अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस से थे। श्रेणी:दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति.

देखें नेल्सन मंडेला और थाबो म्वूयेलवा म्बेकी

दक्षिण अफ़्रीका

दक्षिण अफ़्रीका (साउथ अफ़्रीका भी कहा जाता है, अंग्रेज़ी उच्चारण: साउथ् ऍफ़्रिक) अफ़्रीका महाद्वीप के दक्षिणी छोर पर स्थित एक गणराज्य है। इसकी सीमाएँ उत्तर में नामीबिया, बोत्सवाना और ज़िम्बाब्वे और उत्तर-पूर्व में मोज़ाम्बिक़ और स्वाज़ीलैंड के साथ लगती हैं, जबकि लेसूथो एक स्वतंत्र देश है, जो पूरी तरह से दक्षिण अफ़्रीका से घिरा हुआ है। आधुनिक मानव की बसाहट दक्षिण अफ़्रीका में एक लाख साल पुरानी है। यूरोपीय लोगों के आगमन के दौरान क्षेत्र में रहने वाले बहुसंख्यक स्थानीय लोग आदिवासी थे, जो अफ़्रीका के विभिन्न क्षेत्रों से हजार साल पहले आए थे। 4थी-5वीं सदी के दौरान बांतू भाषी आदिवासी दक्षिण को ओर बढ़े और दक्षिण अफ़्रीका के वास्तविक निवासियों, खोई सान लोगों, को विस्थापित करने के साथ-साथ उनके साथ शामिल भी हो गए। यूरोपीय लोगों के आगमन के दौरान कोसा और ज़ूलु दो बड़े समुदाय थे। केप समुद्री मार्ग की खोज के करीबन डेढ़ शताब्दी बाद 1962 में डच ईस्ट इंडिया कंपनी ने उस जगह पर खानपान केंद्र (रिफ्रेशमेंट सेंटर) की स्थापना की, जिसे आज केप टाउन के नाम से जाना जाता है। 1806 में केप टाउन ब्रिटिश कॉलोनी बन गया। 1820 के दौरान बुअर (डच, फ्लेमिश, जर्मन और फ्रेंच सेटलर्ज़) और ब्रिटिश लोगों के देश के पूर्वी और उत्तरी क्षेत्रों में बसने के साथ ही यूरोपीय बसाहट में वृद्धि हुई। इसके साथ ही क्षेत्र पर क़ब्ज़े के लिए कोसा, जुलू और अफ़्रिकानरों के बीच झड़पें भी बढ़ती गई। हीरे और बाद में सोने की खोज के साथ ही 19वीं सदी में द्वंद शुरू हो गया, जिसे अंग्रेज़-बुअर युद्ध के नाम से जाना जाता है। हालाँकि ब्रिटिश ने बुअरों पर युद्ध में जीत हासिल कर ली थी, लेकिन 1910 में दक्षिण अफ़्रीका को ब्रिटिश डोमिनियन के तौर पर सीमित स्वतंत्रता प्रदान की। 1961 में दक्षिण अफ़्रीका को गणराज्य का दर्जा मिला। देश के भीतर और बाहर विरोध के बावजूद सरकार ने रंगभेद की नीति को जारी रखा। 20वीं सदी में देश की दमनकारी नीतियों के विरोध में बहिष्कार करना शुरू किया। काले दक्षिण अफ़्रीकी और उनके सहयोगियों के सालों के अंदरुनी विरोध, कार्रवाई और प्रदर्शन के परिणामस्वरूप आख़िरकार 1990 में दक्षिण अफ़्रीकी सरकार ने वार्ता शुरू की, जिसकी परिणति भेदभाव वाली नीति के ख़त्म होने और 1994 में लोकतांत्रिक चुनाव से हुई। देश फिर से राष्ट्रकुल देशों में शामिल हुआ। दक्षिण अफ़्रीका, अफ़्रीका में जातीय रूप से सबसे ज़्यादा विविधताओं वाला देश है और यहाँ अफ़्रीका के किसी भी देश से ज़्यादा सफ़ेद लोग रहते हैं। अफ़्रीकी जनजातियों के अलावा यहाँ कई एशियाई देशों के लोग भी हैं जिनमे सबसे ज़्यादा भारत से आये लोगों की संख्या है। .

देखें नेल्सन मंडेला और दक्षिण अफ़्रीका

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति

यह सूची दक्षिण अफ़्रीका के १९६१ से वर्तमान राष्ट्रपतियों की है:- .

देखें नेल्सन मंडेला और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति

दैनिक जागरण

दैनिक जागरण उत्तर भारत का सर्वाधिक लोकप्रिय समाचारपत्र है। पिछले कई वर्षोँ से यह भारत में सर्वाधिक प्रसार संख्या वाला समाचार-पत्र बन गया है। यह समाचारपत्र विश्व का सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला दैनिक है। इस बात की पुष्टि विश्व समाचारपत्र संघ (वैन) द्वारा की गई है। वर्ष 2008 में बीबीसी और रॉयटर्स की नामावली के अनुसार यह प्रतिवेदित किया गया कि यह भारत में समाचारों का सबसे विश्वसनीय स्रोत दैनिक जागरण है। .

देखें नेल्सन मंडेला और दैनिक जागरण

निशान-ए–पाकिस्तान

निशान-ए–पाकिस्तान (उर्दु: نشان پاکستان), पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिसे उच्चतम दर्जे की देश सेवा और पाकिस्तान राष्ट्र के प्रति की गयी सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है। यह सम्मान 19 मार्च 1957 को स्थापित किया गया था। पाकिस्तान के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार निशान-ए-पाकिस्तान को पाकिस्तान द्वारा प्रदत्त अन्य सम्मानों के विपरीत, बहुत कम लोगों को प्रदान किया जाता है। सम्मान प्रदान करने से पहले, प्राप्तकर्ता की योग्यता का मूल्यांकन, राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और विदेशी संबंधों के प्रति दी गयी उसकी विशिष्ट सेवाओं के आधार पर किया जाता है। अन्य नागरिक पुरस्कारों की समान इस पुरस्कार की घोषणा भी पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को की जाती है और अलंकरण समारोह का आयोजन 23 मार्च को होता है। प्राप्तकर्ता इसे अपने नाम के साथ जोड़ने का अधिकार रखता है। .

देखें नेल्सन मंडेला और निशान-ए–पाकिस्तान

नवभारत टाइम्स

नवभारत टाइम्स दिल्ली और मुंबई से प्रकाशित होने वाला एक दैनिक समाचार पत्र है। इसकी प्रकाशक कम्पनी बेनेट, कोलमैन एवं कम्पनी है, जो द टाइम्स ऑफ इंडिया, द इकोनॉमिक्स टाइम्स, महाराष्ट्र टाइम्स जैसे दैनिक अखबारों एवं फ़िल्मफ़ेर व फेमिना जैसी पत्रिकाओं का प्रकाशन भी करती है। नवभारत टाइम्स इस समूह के सबसे पुराने प्रकाशनों में से एक है। दिल्ली में करीब 4.23 लाख की प्रसार संख्या और 19.7 लाख की पाठक संख्या के साथ यह अखबार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में छाया हुआ है। हिन्दी मुम्बई में चौथे नम्बर की भाषा मानी जाती है, इसके बावजूद ग्रेटर मुम्बई क्षेत्र में नवभारत टाइम्स की प्रसार संख्या 1.3 लाख और पाठक संख्या 4.7 लाख है। इन दोनों शहरों में शुरू से ही नवभारत टाइम्स प्रथम स्थान पर है। .

देखें नेल्सन मंडेला और नवभारत टाइम्स

नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस

नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस का उत्सव नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस प्रति वर्ष 18 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र द्वारा शान्ति के लिये नोबल पुरस्कार विजेता पूर्व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के जन्म दिवस की यादगार के रूप में मनाया जाता है। इसका निर्णय 18 जुलाई 2010 को, जब मंडेला 92 वर्ष के हुए तब से प्रति वर्ष मनाने के लिये लिया गया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अली ट्रेकी ने बताया कि यह निर्णय एक ऐसे महान व्यक्ति को सम्मानित करने के लिये लिया गया जिसने आम लोगों की भलाई के लिये न सिर्फ़ काम किया अपितु उसकी कीमत भी चुकायी। मंडेला ने अपने जीवन की सबसे ज्यादा उम्र (27 साल) क़ैद में बितायी। क़ैद के दौरान वे अधिकांश समय केप टाउन के किनारे बसे कुख्यात रॉबेन द्वीप बन्दीगृह में रहे। उनके 91वें जन्म दिवस पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा था - "मंडेला संयुक्त राष्ट्र में उच्च आदर्शों के प्रतीक हैं। मंडेला को यह सम्मान शान्ति स्थापना, रंगभेद उन्मूलन, मानवाधिकारों की रक्षा और लैंगिक समानता की स्थापना के लिये किये गये उनके सतत प्रयासों के लिये दिया जा रहा है।" .

देखें नेल्सन मंडेला और नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस

नोबल शांति पुरस्कार

नोबेल फाउंडेशन द्वारा यह पुरस्कार विश्व स्तर पर शांति के लिए किए गए प्रयासों के लिए दिया जाता है। श्रेणी:नोबेल पुरस्कार.

देखें नेल्सन मंडेला और नोबल शांति पुरस्कार

फ़्रेडरिक विलेम डी क्लार्क

फ़्रेडरिक विलेम डी क्लार्क (जन्म: जोहांसबर्ग, 18 मार्च, 1936) दक्षिण अफ़्रीकी पूर्व राजनीतिज्ञ हैं। वे सितंबर 1989 से मई 1994 तक दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति थे, और फ़रवरी 1989 से सितम्बर 1997 को नेशनल पार्टी के नेता थे। उन्होंने 1993 में दक्षिण अफ़्रीकी रंभेद-विरोधी नेता नेल्सन मंडेला के साथ नोबेल शांति पुरस्कार मिला। श्रेणी:दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति श्रेणी:रंगभेद श्रेणी:नोबल शांति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता.

देखें नेल्सन मंडेला और फ़्रेडरिक विलेम डी क्लार्क

बीबीसी

बीबीसी या ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोंरेशन (ब्रिटिश प्रसारण निगम) विश्व का सबसे बड़ा प्रसारण संघ है, दर्शकों की संख्या में, जिसके केवल ग्रेट ब्रिटेन में ही २६,००० कार्यकर्ता और बजट जीबी£ ४ अरब यूएस$ ७.८ अरब) से अधिक है। and the motto of the BBC is Nation Shall Speak Peace Unto Nation.

देखें नेल्सन मंडेला और बीबीसी

बीबीसी हिन्दी

बीबीसी हिन्दी एक अन्तरराष्ट्रीय समाचार सेवा है। इसका आरम्भ ११ मई १९४० को हुआ। प्रारम्भ में यह सेवा रेडियो के माध्यम से संचालित होती थी। वर्तमान में ये सेवा रेडियो के साथ-साथ वेबसाइट एवं सामाजिक जालस्थलों पर भी संचालित हो रही है। .

देखें नेल्सन मंडेला और बीबीसी हिन्दी

भारत रत्‍न

भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। अन्य अलंकरणों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता। प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में बाद में जोड़ा गया। तत्पश्चात् 13 व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया। सुभाष चन्द्र बोस को घोषित सम्मान वापस लिए जाने के उपरान्त मरणोपरान्त सम्मान पाने वालों की संख्या 12 मानी जा सकती है। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है। उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं। .

देखें नेल्सन मंडेला और भारत रत्‍न

महात्मा गांधी

मोहनदास करमचन्द गांधी (२ अक्टूबर १८६९ - ३० जनवरी १९४८) भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। संस्कृत भाषा में महात्मा अथवा महान आत्मा एक सम्मान सूचक शब्द है। गांधी को महात्मा के नाम से सबसे पहले १९१५ में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया था।। उन्हें बापू (गुजराती भाषा में બાપુ बापू यानी पिता) के नाम से भी याद किया जाता है। सुभाष चन्द्र बोस ने ६ जुलाई १९४४ को रंगून रेडियो से गांधी जी के नाम जारी प्रसारण में उन्हें राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित करते हुए आज़ाद हिन्द फौज़ के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएँ माँगीं थीं। प्रति वर्ष २ अक्टूबर को उनका जन्म दिन भारत में गांधी जयंती के रूप में और पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के नाम से मनाया जाता है। सबसे पहले गान्धी ने प्रवासी वकील के रूप में दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिये संघर्ष हेतु सत्याग्रह करना शुरू किया। १९१५ में उनकी भारत वापसी हुई। उसके बाद उन्होंने यहाँ के किसानों, मजदूरों और शहरी श्रमिकों को अत्यधिक भूमि कर और भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाने के लिये एकजुट किया। १९२१ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने देशभर में गरीबी से राहत दिलाने, महिलाओं के अधिकारों का विस्तार, धार्मिक एवं जातीय एकता का निर्माण व आत्मनिर्भरता के लिये अस्पृश्‍यता के विरोध में अनेकों कार्यक्रम चलाये। इन सबमें विदेशी राज से मुक्ति दिलाने वाला स्वराज की प्राप्ति वाला कार्यक्रम ही प्रमुख था। गाँधी जी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों पर लगाये गये नमक कर के विरोध में १९३० में नमक सत्याग्रह और इसके बाद १९४२ में अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन से खासी प्रसिद्धि प्राप्त की। दक्षिण अफ्रीका और भारत में विभिन्न अवसरों पर कई वर्षों तक उन्हें जेल में भी रहना पड़ा। गांधी जी ने सभी परिस्थितियों में अहिंसा और सत्य का पालन किया और सभी को इनका पालन करने के लिये वकालत भी की। उन्होंने साबरमती आश्रम में अपना जीवन गुजारा और परम्परागत भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनी जिसे वे स्वयं चरखे पर सूत कातकर हाथ से बनाते थे। उन्होंने सादा शाकाहारी भोजन खाया और आत्मशुद्धि के लिये लम्बे-लम्बे उपवास रखे। .

देखें नेल्सन मंडेला और महात्मा गांधी

म्वेज़ो

म्वेज़ो दक्षिण अफ़्रीका के दक्षिण-पूर्व भाग में म्शाता नदी के तट पर त्रांस्केइ राज्य के उम्टाटा जिले में बसा एक गांव है। यहां दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला का जन्म हुआ था। यह बहुत ही खतरनाक क्षेत्र है।.

देखें नेल्सन मंडेला और म्वेज़ो

मेथोडिज़्म

जॉन वेस्ली मेथोडिज्म प्रोटेस्टैण्ट ईसाइयत से सम्बन्धित धार्मिक आन्दोलन है। यह अनेकानेक नामों वाली संस्थाओं के माध्यम से चलाया जा रहा है। इनका दावा है कि इसके लगभग ७ करोड़ अनुयाई हैं। मेथाडिस्ट विश्व भर में फैला हुआ है। ब्रिटेन के अतिरिक्त वह प्रधानतया कनाडा, दक्षिण अफ्रीका तथा आस्ट्रेलिया में फैला हुआ है। एक ऐंग्लिकन पादरी जान वेस्ली (सन् १७०३-१७३१ ई०) के नेतृत्व में मेथोडिज्म का प्रवर्त्तन हुआ था। उन्होंने सन् १७२९ ई० में अपने भाई चार्ल्स तथा कुछ अन्य साथियों के साथ ऑक्सफर्ड के विद्यार्थियों के लिये 'होली क्लब' नामक संस्था बनाई। इस क्लब के सदस्य एकत्र होकर बाइबिल पढ़ते, उपवास करते, जनता को उपदेश देते और बीमारों तथा कैदियों से भेंट करने जाते थे। लोगो ने उपहास में 'होली क्लब' के सदस्यों का नाम मेथाडिस्ट रखा था। किंतु वेस्ली ने स्वंय उसी नाम को अपनाया। प्रांरभ मे वे एंग्लिकन गिरजाघरों में प्रवचन किया करते थें। किंतु उनका सुधार आंदोलन बढ़ता गया और मेथोडिस्ट सोसायटी के रूप में एंग्लिकन चर्च से अलग हो गया। १८वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में मेथाडिस्ट को अमरीका में बड़ी सफलता मिली। आज कल वहाँ का चर्च महत्वपूर्ण बन गया है। .

देखें नेल्सन मंडेला और मेथोडिज़्म

राजनीति

नागरिक स्तर पर या व्यक्तिगत स्तर पर कोई विशेष प्रकार का सिद्धान्त एवं व्यवहार राजनीति (पॉलिटिक्स) कहलाती है। अधिक संकीर्ण रूप से कहें तो शासन में पद प्राप्त करना तथा सरकारी पद का उपयोग करना राजनीति है। राजनीति में बहुत से रास्ते अपनाये जाते हैं जैसे- राजनीतिक विचारों को आगे बढ़ाना, कानून बनाना, विरोधियों के विरुद्ध युद्ध आदि शक्तियों का प्रयोग करना। राजनीति बहुत से स्तरों पर हो सकती है- गाँव की परम्परागत राजनीति से लेकर, स्थानीय सरकार, सम्प्रभुत्वपूर्ण राज्य या अन्तराष्ट्रीय स्तर पर। .

देखें नेल्सन मंडेला और राजनीति

रंगभेद नीति

''स्नान क्षेत्र जहाँ केवल श्वेत लोगों को स्नान की अनुमति थी'': १९८९ में डर्बन के समुद्र के किनारे तीन भाषाओं में लिखा एक बोर्ड दक्षिण अफ्रीका में नेशनल पार्टी की सरकार द्वारा सन् १९४८ में विधान बनाकर काले और गोरों लोगों को अलग निवास करने की प्रणाली लागू की गयी थी। इसे ही रंगभेद नीति या आपार्थैट (Apartheid) कहते हैं। अफ्रीका की भाषा में "अपार्थीड" का शाब्दिक अर्थ है - अलगाव या पृथकता। यह नीति सन् १९९४ में समाप्त कर दी गयी। इसके विरुद्ध नेल्सन मान्डेला ने बहुत संघर्ष किया जिसके लिये उन्हें लम्बे समय तक जेल में रखा गया। .

देखें नेल्सन मंडेला और रंगभेद नीति

रोबेन द्वीप

रोबेन द्वीप दक्षिण अफ्रीका मे स्थित एक विश्व धरोहर स्थल है। इस स्थल को यह दर्जा सन 1991 मे मिला। श्रेणी:दक्षिण अफ़्रीका में विश्व धरोहर स्थल.

देखें नेल्सन मंडेला और रोबेन द्वीप

संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना २४ अक्टूबर १९४५ को संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई। द्वितीय विश्वयुद्ध के विजेता देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र को अन्तर्राष्ट्रीय संघर्ष में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से स्थापित किया था। वे चाहते थे कि भविष्य में फ़िर कभी द्वितीय विश्वयुद्ध की तरह के युद्ध न उभर आए। संयुक्त राष्ट्र की संरचना में सुरक्षा परिषद वाले सबसे शक्तिशाली देश (संयुक्त राज्य अमेरिका, फ़्रांस, रूस और संयुक्त राजशाही) द्वितीय विश्वयुद्ध में बहुत अहम देश थे। वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में १९३ देश है, विश्व के लगभग सारे अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त देश। इस संस्था की संरचन में आम सभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक व सामाजिक परिषद, सचिवालय और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय सम्मिलित है। .

देखें नेल्सन मंडेला और संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र महासभा

संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly), संयुक्त राष्ट्र के छः अंगों में से एक हैं और यहीं केवल सर्वांगीण संस्था है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के समस्त सदस्य राष्ट्रों का सम प्रतिनिधित्व है। महासभा संयुक्त राष्ट्र के घोषणापत्र के अंतर्गत आनेवाले समस्त विषयों पर तथा संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न अंगों की कार्यपरिधि में आनेवाले प्रश्नों पर विचार करती है और सदस्य राष्ट्रों एवं सुरक्षा परिषद् से उचित अभिस्ताव कर सकती है। यह संयुक्त राष्ट्र के पांच मुख्य अंगों में से एक है। इस सभा का हर वर्ष सब सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ सम्मेलन होता है। इन प्रतिनिधियों में से एक को अध्यक्ष चुना जाता है। क्योंकि समान्य सभा वह अकेला मुख्य अंग है जिसमें सब सदस्य देश सम्मिलित होते है, उसके सम्मेलन अधिकतर विवाद के मंच होते है। .

देखें नेल्सन मंडेला और संयुक्त राष्ट्र महासभा

जेकब ज़ूमा

जेकब गेडलीहलेकिसा ज़ूमा (जन्म 12 अप्रैल 1942), दक्षिण अफ्रीका के साबका राष्ट्रपति हैं, जो 2009 के आम चुनावों में अपनी पार्टी की जीत के बाद संसद द्वारा निर्वाचित हुए.

देखें नेल्सन मंडेला और जेकब ज़ूमा

जोहान्सबर्ग

हीरे और सोने की खानों के लिए प्रसिद्ध जोहांसबर्ग दक्षिण अफ्रीका का सबसे बड़ा शहर है। क्षेत्रफल में बड़ा होने के साथ-साथ यह दक्षिण अफ्रीका का सबसे अधिक जनसंख्‍या वाला शहर भी है। अफ्रीका के इस सबसे विकसित शहर को नजदीक से जानने के लिए बहुत बड़ी संख्‍या में पर्यटक यहां आते हैं। पर्यटक यहां अपारथिद म्‍यूजियम, हेक्‍टर पीटरसन म्‍यूजियम, गोल्‍ड रीफ सिटी, जोहांसबर्ग जू, जोहांसबर्ग आर्ट गैलरी आदि स्‍थान देख सकते हैं। .

देखें नेल्सन मंडेला और जोहान्सबर्ग

ईस्टर्न केप

ईस्टर्न केप दक्षिण अफ़्रीका का एक प्रांत है। श्रेणी:दक्षिण अफ़्रीका.

देखें नेल्सन मंडेला और ईस्टर्न केप

विनी मंडेला

अगस्त 2014 में विन्नी मंडेला नोम्ज़ामो विनिफ़्रेड ज़ान्यिवे माडिकिज़ेला-मंडेला (जन्म: 26 सितंबर 1936 - 2 अप्रैल 2018), आम तौर पर विनी मंडेला, दक्षिण अफ़्रीकी स्वतंत्रता सेनानी, रंगभेद-विरोधी राहनुमा, सियासतदान और नेल्सन मंडेला की तलाक़शुदा पत्नी थीं। .

देखें नेल्सन मंडेला और विनी मंडेला

गांधी शांति पुरस्कार

भारत सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय गाँधी शांति पुरस्कार भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर दिया जाने वाला वार्षिक पुरस्कार है। गांधी जी के शांति सिद्धांतों को श्रद्धांजलि स्वरूप, भारत सरकार ने यह पुरस्कार १९९५ में उनके १२५वें जन्म-दिवस पर आरंभ किया था। यह वार्षिक पुरस्कार उन व्यक्तियों या संस्थाओं को दिया जाता है, जिन्होंने सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बदलावों को अहिंसा एवं अन्य गांधीवादी तरीकों द्वारा प्राप्त किया है। पुरस्कार में १ करोड़ रुपये की धनराशि, प्रशस्तिपत्र और एक उत्तरीय दी जाती है। यह सभी राष्ट्रों, जातियों, लिंग के लोगों के लिए खुला है। प्रथम गाँधी शांति पुरस्कार १९९५ में तंजानिया के प्रथम राष्ट्रपति के जूलियस नायरेरे को प्रदान किया गया था। २००९ में यह पुरस्कार द चिल्ड्रेन्स लीगल सेंटर को दुनिया भर में बाल मानवाधिकार को बढ़ावा देने के लिए दिया गया। .

देखें नेल्सन मंडेला और गांधी शांति पुरस्कार

आन्द्रेस पस्त्राना अरांगो

आंद्रेस पास्त्राना अरान्गो (जन्म १७ अगस्त, १९५४) कोलंबिया के राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल १९९८ से २००२ तक रहा। इनके पिता श्री मिसेल पास्त्राना भी कोलंबिया के राष्ट्रपति रहे १९७० से १९७४ तक। .

देखें नेल्सन मंडेला और आन्द्रेस पस्त्राना अरांगो

कोसा भाषा

कोसा (ख़ोसा: isiXhosa isikǁʰóːsa) दक्षिण अफ़्रीका की आधिकारिक भाषाओं में से एक है। यह लगभग 76 लाख लोगों द्वारा बोली जाती है, अर्थात दक्षिण अफ़्रिका की आबादी के लगभग 18% लोग द्वारा। अधिकांश बाँतू भाषाओं की तरह कोसा एक ध्वन्यात्मक भाषा है। इस भाषा का सबसे विशेष लक्षण है कि इसमें टिकटिक या खटखट करने वाले व्यंजन; वास्तव में कोसा (Xhosa) शब्द ही एक टिक की ध्वनि से आरम्भ होता है। .

देखें नेल्सन मंडेला और कोसा भाषा

अफ़्रीकन नेशनल कांग्रेस

अफ़्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस (अफ़्रीकन नेशनल कांग्रेस या (ए एन सी)) दक्षिण अफ़्रीका की शासन करने वाली पार्टी है। यह कांग्रेस ऑफ साउथ अफ़्रीकन ट्रेड यूनियंस (कोसाटू (COSATU)) एवं साउथ अफ़्रीकन कम्यूनिस्ट पार्टी (एस ए सी पी) के संग त्रिपार्टीय गठबंधन में है। यह अप्रैल 1994 से ही गैर-रंगभेद लोकतंत्र सरकार के स्थापित होने के साथ ही शसन कर रही है। अपने को बाएँ बाजू की अनुशासित शक्ति कहलाती है। यह सका मूल रूप ८ जनवरी १९१२ में ब्लोयम्फ़ाउंटेन में स्थापित हुआ था। अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस का ध्वज .

देखें नेल्सन मंडेला और अफ़्रीकन नेशनल कांग्रेस

अहिंसा

अहिंसा का सामान्य अर्थ है 'हिंसा न करना'। इसका व्यापक अर्थ है - किसी भी प्राणी को तन, मन, कर्म, वचन और वाणी से कोई नुकसान न पहुँचाना। मन में किसी का अहित न सोचना, किसी को कटुवाणी आदि के द्वार भी नुकसान न देना तथा कर्म से भी किसी भी अवस्था में, किसी भी प्राणी कि हिंसा न करना, यह अहिंसा है। जैन धर्म एवंम हिन्दू धर्म में अहिंसा का बहुत महत्त्व है। जैन धर्म के मूलमंत्र में ही अहिंसा परमो धर्म:(अहिंसा परम (सबसे बड़ा) धर्म कहा गया है। आधुनिक काल में महात्मा गांधी ने भारत की आजादी के लिये जो आन्दोलन चलाया वह काफी सीमा तक अहिंसात्मक था। .

देखें नेल्सन मंडेला और अहिंसा

उमखोंतो वे सिजवे

उमखोंतो वे सिजवे (या MK), अनुवाद "राष्ट्र का भाला," अफ़्रीकन नेशनल कांग्रेस का एक सक्रिय सैन स्कंध था। इसे अफ़्रीकन कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्ण सहयोग प्राप्त था। इसका उद्देश्य दक्षिण अफ़्रीका में रंगभेद के विरुद्ध संघर्ष कर राष्ट्र को उससे मुक्ति दिलाना था। एम.के.

देखें नेल्सन मंडेला और उमखोंतो वे सिजवे

१९९४

1994 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

देखें नेल्सन मंडेला और १९९४

१९९९

१९९९ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

देखें नेल्सन मंडेला और १९९९

यह भी देखें

गांधी पुरस्कार प्राप्तकर्ता

दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति

नोबल शांति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता

नेल्सन मन्डेला, नेल्सन मान्डेला, नेल्सन रोलीह्लला मंडेला के रूप में भी जाना जाता है।