सामग्री की तालिका
8 संबंधों: चोर-तंत्र, दोस्तवाद, पूंजीवाद, भाई-भतीजावाद, राजस्थान पत्रिका, शासन, समाज, समुदाय।
- अल्पतंत्र
- राजनैतिक दर्शन
- सामाजिक दर्शन
चोर-तंत्र
चोर-तंत्र या क्लेप्टोक्रेसी (Kleptocracy या cleptocracy या kleptarchy) (κλέπτης - क्लेप्टस से, "चोर" और κράτος - क्रेटॉस, "शक्ति, नियम", अर्थात "चोरों का शासन") भ्रष्ट-सरकार के लिए प्रयुक्त किया जाने वाला एक राजनीतिक शब्द है। इस अवस्था में पूर्ण सरकार अथवा उसका एक बहुत बड़ा हिस्सा भ्रष्ट होता है जिसे सामान्यतः लुटेरों अथवा चोरों का शासन भी कहा जाता है। .
देखें धन-तंत्र और चोर-तंत्र
दोस्तवाद
दोस्तवाद अथवा क्रोनीज्म (Cronyism) अपने घनिष्ट मित्रों को योग्यता, न्याय, नियम का ध्यान रखे बिना उच्च पदों पर आसीन करना कहलाता है। यह मुख्यतः राजनीतिक क्षेत्रों में स्वार्थ अथवा सरकार बचाने के लिए भ्रष्ट-सरकारें करती हैं। .
देखें धन-तंत्र और दोस्तवाद
पूंजीवाद
पूंजीवाद (Capitalism) सामन्यत: उस आर्थिक प्रणाली या तंत्र को कहते हैं जिसमें उत्पादन के साधन पर निजी स्वामित्व होता है। इसे कभी कभी "व्यक्तिगत स्वामित्व" के पर्यायवाची के तौर पर भी प्रयुक्त किया जाता है यद्यपि यहाँ "व्यक्तिगत" का अर्थ किसी एक व्यक्ति से भी हो सकता है और व्यक्तियों के समूह से भी। मोटे तौर पर कहा जा सकता है कि सरकारी प्रणाली के अतिरिक्त निजी तौर पर स्वामित्व वाले किसी भी आर्थिक तंत्र को पूंजीवादी तंत्र के नाम से जाना जा सकता है। दूसरे रूप में ये कहा जा सकता है कि पूंजीवादी तंत्र लाभ के लिए चलाया जाता है, जिसमें निवेश, वितरण, आय उत्पादन मूल्य, बाजार मूल्य इत्यादि का निर्धारण मुक्त बाजार में प्रतिस्पर्धा द्वारा निर्धारित होता है। पूँजीवाद एक आर्थिक पद्धति है जिसमें पूँजी के निजी स्वामित्व, उत्पादन के साधनों पर व्यक्तिगत नियंत्रण, स्वतंत्र औद्योगिक प्रतियोगिता और उपभोक्ता द्रव्यों के अनियंत्रित वितरण की व्यवस्था होती है। पूँजीवाद की कभी कोई निश्चित परिभाषा स्थिर नहीं हुई; देश, काल और नैतिक मूल्यों के अनुसार इसके भिन्न-भिन्न रूप बनते रहे हैं। .
देखें धन-तंत्र और पूंजीवाद
भाई-भतीजावाद
भाई-भतीजावाद अथवा नेपोटिज़्म (Nepotism) दोस्तवाद के बाद आने वाली एक राजनीतिक शब्दावली है जिसमें योग्यता को नजर अन्दाज करके अयोग्य परिजनों को उच्च पदों पर आसीन कर दिया जाता है। नेप्टोइज्म शब्द की उत्पत्ति कैथोलिक पोप और बिशप द्वारा अपने परिजनों को उच्च पदों पर आसीन कर देने से हुई। बाद में इस धारणा को राजनीति, मनोरंजन,व्यवसाय और धर्म सम्बन्धी क्षेत्रों में भी बल मिलने लगा। .
देखें धन-तंत्र और भाई-भतीजावाद
राजस्थान पत्रिका
राजस्थान पत्रिका हिन्दी भाषा में प्रकाशित होने वाला एक भारतीय समाचार पत्र है। यह अखबार भारत के सात राज्यों से प्रकाशित हो रहा है। यह जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, कोटा और सीकर सहित कई अन्य क्षेत्रों से राजस्थान से प्रकाशित होता है और राजस्थान के अलावा भोपाल, इन्दौर, जबलपुर, रायपुर, अहमदाबाद, ग्वालियर, कोलकाता, चेन्नई, नई दिल्ली और बंगलौर से प्रकाशित होता है। .
देखें धन-तंत्र और राजस्थान पत्रिका
शासन
शासन संचालन की गतिविधि को शासन कहते हैं, या दूसरे शब्दों में कहें तो, राज करने या राज चलाने को शासन कहा जाता है। इसका संबंध उन निर्णयों से है जो उम्मीदों को परिभाषित करते हैं, शक्ति देते हैं, या प्रदर्शन को प्रमाणित करते हैं। यह एक अलग प्रक्रिया भी हो सकती है या प्रबंधन अथवा नेतृत्व प्रक्रिया का एक खास हिस्सा भी हो सकती है। कभी कभी लोग इन प्रक्रियाओं और व्यवस्थाओं के संचालन के लिए सरकार की स्थापना करते हैं। किसी कारोबार अथवा गैर-लाभकारी संगठन के सन्दर्भ में, शासन का तात्पर्य अविरुद्ध प्रबंधन, एकीकृत नीतियों, मार्गदर्शन, प्रक्रियाओं और किसी दिए गए क्षेत्र के निर्णायक-अधिकारों से संबंधित है। उदाहरण के लिए, कॉर्पोरेट स्तर पर प्रबंधन के लिए गोपनीयता, आंतरिक निवेश, तथा आंकड़ों के प्रयोग संबंधी नीतियाँ बनाना शामिल हो सकता है। अगर सरकार और शासन शब्दों में अंतर किया जाए, तो जो निकलकर सामने आएगा वो यह है कि एक सरकार जो करती है वही शासन है। यह कोई भी भू-राजनीतिक सरकार (राष्ट्र-राज्य), कॉर्पोरेट सरकार (कारोबारी संस्था), सामाजिक-राजनीतिक सरकार (जाति, परिवार इत्यादि) या किसी भी अन्य प्रकार की सरकार हो सकती है। लेकिन शासन शक्ति और नीति के प्रबंधन की गतिज प्रक्रिया है, जबकि सरकार वह माध्यम (आमतौर पर सामूहिक) है जो इस प्रक्रिया को अंजाम देती है। वैसे सरकार शब्द का इस्तेमाल शासन के पर्यायवाची शब्द के तौर पर भी किया जाता है, जैसा कि कनाडाई नारे के तहत "शांति, व्यवस्था और अच्छी सरकार " है। 1947 ई.
देखें धन-तंत्र और शासन
समाज
समाज एक से अधिक लोगों के समुदाय को कहते हैं जिसमें सभी व्यक्ति मानवीय क्रियाकलाप करते है। मानवीय क्रियाकलाप में आचरण, सामाजिक सुरक्षा और निर्वाह आदि की क्रियाएं सम्मिलित होती है। समाज लोगों का ऐसा समूह होता है जो अपने अंदर के लोगों के मुकाबले अन्य समूहों से काफी कम मेलजोल रखता है। किसी समाज के अंतर्गत आने वाले व्यक्ति एक दूसरे के प्रति परस्पर स्नेह तथा सहृदयता का भाव रखते हैं। दुनिया के सभी समाज अपनी एक अलग पहचान बनाते हुए अलग-अलग रस्मों-रिवाज़ों का पालन करते हैं। .
देखें धन-तंत्र और समाज
समुदाय
एक निश्चित भूभाग में निवास करने वाले सामाजिक/आर्थिक/सांस्कृतिक अथवा धार्मिक समूह जो सभी सदस्यो के सहयोग से अपने उद्देश्यो की पूर्ति के लिए कार्य करते हैं, समुदाय कहलाता है। समुदाय के लोग एक निश्चित स्थान पर निवास करते हैं । *.
देखें धन-तंत्र और समुदाय
यह भी देखें
अल्पतंत्र
- अभिजाततंत्र
- अल्पतंत्र
- कुलीनवर्ग
- गण संघ देश (प्राचीन भारत)
- चोर-तंत्र
- तानाशाही
- दोस्तवाद
- धन-तंत्र
- धर्मतंत्र
- संभ्रांत वर्ग
- संभ्रांतवाद
राजनैतिक दर्शन
- अंतर्शासन काल
- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
- अभिशासन
- आमूल केन्द्रवाद
- गणराज्यवाद
- धन-तंत्र
- धर्मनिरपेक्षता
- नागरिक राष्ट्रवाद
- मिश्रित अर्थव्यवस्था
- राजनीतिक दर्शन
- विवेचना
- संस्थापकवाद
- सर्वसत्तावाद
- सामाजिक अपवर्जन
- सामाजिक लोकतंत्र