हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
निवर्तमानआने वाली
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

ऊष्मायित्र

सूची ऊष्मायित्र

ऊष्मायित्र या डिंबौपक (Incubator) एक प्रकार का उपकरण है, जिसके द्वारा कृत्रिम विधि से अंडों को सेआ जाता है और उनसे बच्चे उत्पन्न कराए जाते हैं। इस उपकरण का उपयोग रोगविज्ञान तथा जीवाणुविज्ञान में अथवा कृत्रिम धात्री (foster-mother) के लिये भी किया जाता है। जीवविज्ञान एवं आयुर्विज्ञान में.

सामग्री की तालिका

  1. 6 संबंधों: ऊष्मायन, ऊष्मायित्र (अंडा), जीव विज्ञान, विकृतिविज्ञान, आयुर्विज्ञान, अण्डा

ऊष्मायन

ऊष्मायन (incubation) कुछ अण्डज (अण्डा देने वाले) प्राणियों की उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें वह अपने अण्डों को किसी विषेश तापमान पर रखते हैं ताकि उनके अंदर शिशु अनुकूल तापमान में जीवित रहें और पनप सकें। अक्सर इसमें जानवर या पक्षी अपने अण्डों पर बैठकर उन्हें गरम रखते हैं। .

देखें ऊष्मायित्र और ऊष्मायन

ऊष्मायित्र (अंडा)

thumb अण्ड ऊष्मायित्र या डिंबौषक (Incubator) एक प्रकार का उपकरण है जिसके द्वारा कृत्रिम विधि से अंडों को सेआ जाता है और उनसे बच्चे उत्पन्न कराए जाते हैं। .

देखें ऊष्मायित्र और ऊष्मायित्र (अंडा)

जीव विज्ञान

जीवविज्ञान भांति-भांति के जीवों का अध्ययन करता है। जीवविज्ञान प्राकृतिक विज्ञान की तीन विशाल शाखाओं में से एक है। यह विज्ञान जीव, जीवन और जीवन के प्रक्रियाओं के अध्ययन से सम्बन्धित है। इस विज्ञान में हम जीवों की संरचना, कार्यों, विकास, उद्भव, पहचान, वितरण एवं उनके वर्गीकरण के बारे में पढ़ते हैं। आधुनिक जीव विज्ञान एक बहुत विस्तृत विज्ञान है, जिसकी कई शाखाएँ हैं। 'बायलोजी' (जीवविज्ञान) शब्द का प्रयोग सबसे पहले लैमार्क और ट्रविरेनस नाम के वैज्ञानिको ने १८०२ ई० में किया। जिन वस्तुओं की उत्पत्ति किसी विशेष अकृत्रिम जातीय प्रक्रिया के फलस्वरूप होती है, जीव कहलाती हैं। इनका एक परिमित जीवनचक्र होता है। हम सभी जीव हैं। जीवों में कुछ मौलिक प्रक्रियाऐं होती हैं.

देखें ऊष्मायित्र और जीव विज्ञान

विकृतिविज्ञान

जिन कारणों से शरीर के विभिन्न अंगों की साम्यावस्था, या स्वास्थ्यावस्था, नष्ट होकर उनमें विकृतियाँ उत्पन्न होती हैं, उनको हेतुकीकारक (Etiological factors) और उनके शास्त्र को हेतुविज्ञान (Etiology) कहते हैं। ये कारण अनेक हैं। इन्हें निम्नलिखित भागों में विभक्त किया गया है.

देखें ऊष्मायित्र और विकृतिविज्ञान

आयुर्विज्ञान

आधुनिक गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) आयुर्विज्ञान, विज्ञान की वह शाखा है जिसका संबंध मानव शरीर को निरोग रखने, रोग हो जाने पर रोग से मुक्त करने अथवा उसका शमन करने तथा आयु बढ़ाने से है।आयुर्विज्ञान विज्ञान की वह शाखा है, जिसका संबंध मानव शरीर को निरोग रखने, रोग हो जाने पर रोग से मुक्त करने अथवा उसका निदान करने तथा आयु बढ़ाने से है। भारत आयुर्विज्ञान का जन्मदाता है। अपने प्रारम्भिक समय में आयुर्विज्ञान का अध्ययन जीव विज्ञान की एक शाखा के समान ही किया गया था। बाद में 'शरीर रचना' तथा 'शरीर क्रिया विज्ञान' आदि को इसका आधार बनाया गया। .

देखें ऊष्मायित्र और आयुर्विज्ञान

अण्डा

विभिन्न पक्षियों के अण्डे मुर्गी का अंडा (बायें) तथा बटेर का अण्डा (दायें) अण्डा गोल या अण्डाकार जीवित वस्तु है जो बहुत से प्राणियों के मादा द्वारा पैदा की जाती है। अधिकांश जानवरों के अंडों के ऊपर एक कठोर आवरण होता है जो अण्डे की सुरक्षा करता है। यद्यपि अण्डा जीवधारियों द्वारा अपनी संताने पैदा करने का मार्ग है, किन्तु अण्डा खाने के काम भी आता है। पोषक तत्वों की दृष्टि से इसमें प्रोटीन एवं चोलाइन भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं। .

देखें ऊष्मायित्र और अण्डा

इन्क्युबेटर के रूप में भी जाना जाता है।