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आंदालुसिया

सूची आंदालुसिया

आंदालुसिया स्पेन के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है (लाल रंग में) अंडलूशिया या आंदालुसिया (स्पेनी: Andalucía) स्पेन का एक स्वायत्त समुदाय (लगभग राज्य जैसे प्रशासकीय भाग) है। इसकी जनसँख्या सन् 2010 में 83,70,975 थी जो स्पेन के किसी भी अन्य स्वायत्त समुदाय से अधिक है। इसका क्षेत्रफल 87,268 वर्ग किमी है जो स्पेन का दूसरा सब से बड़ा स्वायत्त समुदाय है। इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर सेविय (Sevilla) है। आंदालुसिया में आठ प्रान्त आते हैं: उएल्वा, सेविय, कादीस, कोरदोबा, मालागा, ख़ाएन, ग्रानादा और आल्मेरिया। आंदालुसिया स्पेन के दक्षिण पश्चिम में स्थित है और इसका सबसे दक्षिणी छोर उत्तर अफ़्रीका के मोरक्को देश से कुछ किमी की ही समुद्री दूरी पर है। अंडलूशिया अत्यंत उपजाऊ, प्राकृतिक सौंदर्य से ओतप्रोत, मूर संस्कृति के स्मारकों से भरा, दक्षिणी स्पेन का एक विभाग है। इसके उत्तरी भाग में लोहे, ताँबे, सीसे, कोयले की खानों वाला सियरा मोरेना पर्वत तथा दक्षिण में हिमाच्छादित सियरा नेवादा है। मध्य के उपजाऊ मैदान में गेहूँ, जौ, शहतूत, नारंगी, अंगूर और मधु प्रचुर मात्रा में उत्पन्न होते हैं। यहाँ घोड़े, गाय तथा भेड़ें पाली जाती हैं और ऊन, रेशम तथा चमड़े का काम होता है। यहाँ मस्जिदों की प्रचुर संख्या प्राचीन काल के व्यापक अरब प्रभाव की द्योतक है। अरबों ने सन् ७११ में सर्वप्रथम इस प्रदेश में पदार्पण किया था। यहाँ की भाषा, संस्कृति एवं जनता पर प्रचुर अरब प्रभाव है। श्रेणी:स्पेन का भूगोल .

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सामग्री की तालिका

  1. 23 संबंधों: ऊन, ताम्र, नारंगी, मधु, मस्जिद, मोरक्को, रेशम, लोहा, शहतूत, स्पेन, स्पेनी भाषा, स्पेनी स्वायत्त समुदाय, जौ, घोड़ा, खान, गाय, ग्रानादा प्रान्त, गेहूँ, आल्मेरिया प्रान्त, कोयला, अरब, अंगूर, उत्तर अफ़्रीका

  2. स्पेन के स्वायत्त समुदाय

ऊन

ऊन के लम्बे एवं छोटे रेशे ऊन मूलतः रेशेदार (तंतुमय) प्रोटीन है जो विशेष प्रकार की त्वचा की कोशिकाओं से निकलता है। ऊन पालतू भेड़ों से प्राप्त किया जाता है, किन्तु बकरी, याक आदि अन्य जन्तुओं के बालों से भी ऊन बनाया जा सकता है। कपास के बाद ऊन का सर्वाधिक महत्व है। इसके रेशे उष्मा के कुचालक होते हैं। सूक्ष्मदर्शी से देखने पर इन रेशों की सतह असमान, एक दूसरे पर चढ़ी हुई कोशिकाओं से निर्मित दिखाई देती है। विभिन्न नस्ल की भेड़ों में इन कोशिकाओं का आकार और स्वरूप भिन्न-भिन्न होता है। महीन ऊन में कोशिकाओं के किनारे, मोटे ऊन के रेशों की अपेक्षा, अधिक निकट होते हैं। गर्मी और नमी के प्रभाव से ये रेशे आपस में गुँथ जाते हैं। इनकी चमक कोशिकायुक्त स्केलों के आकार और स्वरूप पर निर्भर रहती है। मोटे रेशे में चमक अधिक होती है। रेशें की भीतरी परत (मेडुल्ला) को महीन किस्मों में तो नहीं, किंतु मोटी किस्मों में देखा जा सकता है। मेडुल्ला में ही ऊन का रंगवाला अंश (पिगमेंट) होता है। मेडुल्ला की अधिक मोटाई रेशे की संकुचन शक्ति को कम करती है। कपास के रेशे से इसकी यह शक्ति एक चौथाई अधिक है। .

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ताम्र

तांबा (ताम्र) एक भौतिक तत्त्व है। इसका संकेत Cu (अंग्रेज़ी - Copper) है। इसकी परमाणु संख्या 29 और परमाणु भार 63.5 है। यह एक तन्य धातु है जिसका प्रयोग विद्युत के चालक के रूप में प्रधानता से किया जाता है। मानव सभ्यता के इतिहास में तांबे का एक प्रमुख स्थान है क्योंकि प्राचीन काल में मानव द्वारा सबसे पहले प्रयुक्त धातुओं और मिश्रधातुओं में तांबा और कांसे (जो कि तांबे और टिन से मिलकर बनता है) का नाम आता है। .

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नारंगी

नारंगी एक फल, उसके पेङ तथा सम्बंधित रंग को कहते हैं।.

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मधु

बोतल में छत्ते के साथ रखी मधु मधु या शहद (अंग्रेज़ी:Honey हनी) एक मीठा, चिपचिपाहट वाला अर्ध तरल पदार्थ होता है जो मधुमक्खियों द्वारा पौधों के पुष्पों में स्थित मकरन्दकोशों से स्रावित मधुरस से तैयार किया जाता है और आहार के रूप में मौनगृह में संग्रह किया जाता है।। उत्तराकृषिप्रभा शहद में जो मीठापन होता है वो मुख्यतः ग्लूकोज़ और एकलशर्करा फ्रक्टोज के कारण होता है। शहद का प्रयोग औषधि रूप में भी होता है। शहद में ग्लूकोज व अन्य शर्कराएं तथा विटामिन, खनिज और अमीनो अम्ल भी होता है जिससे कई पौष्टिक तत्व मिलते हैं जो घाव को ठीक करने और उतकों के बढ़ने के उपचार में मदद करते हैं। प्राचीन काल से ही शहद को एक जीवाणु-रोधी के रूप में जाना जाता रहा है। शहद एक हाइपरस्मॉटिक एजेंट होता है जो घाव से तरल पदार्थ निकाल देता है और शीघ्र उसकी भरपाई भी करता है और उस जगह हानिकारक जीवाणु भी मर जाते हैं। जब इसको सीधे घाव में लगाया जाता है तो यह सीलैंट की तरह कार्य करता है और ऐसे में घाव संक्रमण से बचा रहता है।। हिन्दुस्तान लाईव। ११ अप्रैल २०१० .

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मस्जिद

मुसलमानों की इबादत गाह को मस्जिद कहते हैं। इसे नमाज़ के लिए प्रयोग किया जाता है मुसलमानों के प्रारंभिक काल में मस्जिदे नबवी को विदेश से आने वाले ओफ़ोद से मुलाकात और चर्चा के लिए भी इस्तेमाल किया गया था। मस्जिद से मुसलमानों की पहली विश्वविद्यालयों (विश्वविद्यालयों) ने भी जन्म लिया है। इसके अलावा इस्लामी वास्तुकला भी मुख्य रूप से मस्जिदों से विकास हुई है। .

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मोरक्को

मोरक्को, आधिकारिक तौर पर मोरक्को राजशाही, उत्तरी अफ्रीका का एक देश है। उत्तरी अफ़्रीका में रोमन प्रांत रहे इस प्रदेश में मध्यकाल में एक अफ़्रीकी मूल के वंश का शासन रहा जिस पर इस्लामिक प्रभाव दसवीं सदी से पड़ता गया। आज यह देश मुस्लिम है जिसकी भाषा अरबी है। यहाँ की अरबी अफ़्रीकी मिश्रित है। मराकेश यहाँ की राजधानी है और कासाब्लांका आर्थिक केन्द्र। .

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रेशम

रेशम की बनी परम्परागत बनारसी साड़ी रेशम (Silk) प्राकृतिक प्रोटीन से बना रेशा है। रेशम के कुछ प्रकार के रेशों से वस्त्र बनाए जा सकते हैं। ये प्रोटीन रेशों में मुख्यतः फिब्रोइन (fibroin) होता है। ये रेशे कुछ कीड़ों के लार्वा द्वारा बनाया जाता है। सबसे उत्तम रेशम शहतूत के पत्तों पर पलने वाले कीड़ों के लार्वा द्वारा बनाया जाता है। .

देखें आंदालुसिया और रेशम

लोहा

एलेक्ट्रोलाइटिक लोहा तथा उसका एक घन सेमी का टुकड़ा लोहा या लोह (Iron) आवर्त सारणी के आठवें समूह का पहला तत्व है। धरती के गर्भ में और बाहर मिलाकर यह सर्वाधिक प्राप्य तत्व है (भार के अनुसार)। धरती के गर्भ में यह चौथा सबसे अधिक पाया जाने वाला तत्व है। इसके चार स्थायी समस्थानिक मिलते हैं, जिनकी द्रव्यमान संख्या 54, 56, 57 और 58 है। लोह के चार रेडियोऐक्टिव समस्थानिक (द्रव्यमान संख्या 52, 53, 55 और 59) भी ज्ञात हैं, जो कृत्रिम रीति से बनाए गए हैं। लोहे का लैटिन नाम:- फेरस .

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शहतूत

शहतूत की डाली, पत्तियाँ एवं फल शहतूत की पत्ती पर रखे शहतूत के फल 300px शहतूत (वानस्पतिक नाम: Morus alba) एक फल है। इसका वृक्ष छोटे से लेकर मध्यम आकार का (१० मीटर से २० मीटर ऊँचा) होता है और तेजी से बढ़ता है। इसका जीवनकाल कम होता है। यह चीन का देशज है किन्तु अन्य स्थानों पर भी आसानी से इसकी खेती की जाती है। इसे संस्कृत में 'तूत', मराठी में 'तूती', तुर्की भाषा में 'दूत', तथा फारसी, अजरबैजानी एवं आर्मेनी भाषाओं में 'तूत' कहते हैं रेशम के कीड़ों को खिलाने के लिये सफेद शहतूत की खेती की जाती है। यह भारत के अन्दर खासकर उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश बिहार झारखण्ड मध्य-प्रदेश हरियाणा पंजाब हिमाचल-प्रदेश इत्यादि राज्यों में अत्यधिक इसकी खेती की जाती है। .

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स्पेन

स्पेन (स्पानी: España, एस्पाञा), आधिकारिक तौर पर स्पेन की राजशाही (स्पानी: Reino de España), एक यूरोपीय देश और यूरोपीय संघ का एक सदस्य राष्ट्र है। यह यूरोप के दक्षिणपश्चिम में इबेरियन प्रायद्वीप पर स्थित है, इसके दक्षिण और पूर्व में भूमध्य सागर सिवाय ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र, जिब्राल्टर की एक छोटी से सीमा के, उत्तर में फ्रांस, अण्डोरा और बिस्के की खाड़ी (Gulf of Biscay) तथा और पश्चिमोत्तर और पश्चिम में क्रमश: अटलांटिक महासागर और पुर्तगाल स्थित हैं। 674 किमी लंबे पिरेनीज़ (Pyrenees) पर्वत स्पेन को फ्रांस से अलग करते हैं। यहाँ की भाषा स्पानी (Spanish) है। स्पेनिश अधिकार क्षेत्र में भूमध्य सागर में स्थित बेलियरिक द्वीप समूह, अटलांटिक महासागर में अफ्रीका के तट पर कैनरी द्वीप समूह और उत्तरी अफ्रीका में स्थित दो स्वायत्त शहर सेउटा और मेलिला जो कि मोरक्को सीमा पर स्थित है, शामिल है। इसके अलावा लिविया नामक शहर जो कि फ्रांसीसी क्षेत्र के अंदर स्थित है स्पेन का एक ''बहि:क्षेत्र'' है। स्पेन का कुल क्षेत्रफल 504,030 किमी² का है जो पश्चिमी यूरोप में इसे यूरोपीय संघ में फ्रांस के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश बनाता है। स्पेन एक संवैधानिक राजशाही के तहत एक संसदीय सरकार के रूप में गठित एक लोकतंत्र है। स्पेन एक विकसित देश है जिसका सांकेतिक सकल घरेलू उत्पाद इसे दुनिया में बारहवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाता है, यहां जीवन स्तर बहुत ऊँचा है (20 वां उच्चतम मानव विकास सूचकांक), 2005 तक जीवन की गुणवत्ता सूचकांक की वरीयता के अनुसार इसका स्थान दसवां था। यह संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ, नाटो, ओईसीडी और विश्व व्यापार संगठन का एक सदस्य है। .

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स्पेनी भाषा

स्पेनी भाषा (español एस्पान्योल / castellano कास्तेल्यानो) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार की रोमांस शाखा में आने वाली एक भाषा है। ये दुनिया की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। लगभग 40 करोड़ लोग एक देशीय भाषा के रूप में स्पेनिश बोलते हैं। ये इन सभी देशों की मुख्य- और राजभाषा है: स्पेन, अर्जेन्टीना, चिली, बोलीविया, पनामा, परागुए, पेरु, मेक्सिको, कोस्टा रीका, एल सैलवाडोर, क्यूबा, उरुग्वे, वेनेजुएला, आदि। '''गहरा लाल''' - राष्ट्रीय स्तर पर स्पेनी एकमात्र भाषा। '''नीला''' - राष्ट्रीय स्तर पर स्पेनी सह आधीकारिक भाषा। '''हल्का लाल''' - कुछ अमेरिकी राज्यों, नगरों और काउंटीयों में स्पेनी आधिकारिक भाषा। दूसरी भाषा के रूप में लगभग 6 करोड़ लोग स्पेनिश बोलते हैं और विदेशी भाषा के रूप में लगभग 2 करोड़ छात्र स्पेनिश बोलते हैं। स्पेनिश (मैन्डरिन और अंग्रेजी के बाद), दुनिया की तीसरी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। स्पेनिश संयुक्त राष्ट्र की छह आधिकारिक भाषाओं में से एक है। यूरोपीय संघ में स्पेनिश का एक आधिकारिक भाषा के रूप में प्रयोग किया जाता है। अमेरिकी-अंग्रेजी के देशी वक्ताओं द्वारा सीखी जाने वाली सबसे लोकप्रिय दूसरी भाषा स्पेनिश है। 20वीं सदी के अंतिम दशकों से, एक विदेशी भाषा के रूप में स्पेनिश के अध्ययन की काफी वृद्धि हुई है। 21वीं सदी के बाद से, यह यकीनन अंग्रेजी के बाद दूसरी सबसे अधिक अध्ययन करी जाने वाली भाषा बन गई है। .

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स्पेनी स्वायत्त समुदाय

स्पेन १७ भागों में विभाजित है जिन्हें स्वायत्त समुदाय (स्पेनी: Comunidad Autónoma, कोमुनिदाद आउतोनोमिया) कहा जाता है। स्वायत्त का अर्थ है कि प्रत्येक स्वायत्तशासी समुदाय के पास अपनी कार्यकारिणी शक्ति है, विधायी शक्ति है और अपनी ज्यायिक शक्ति है। उदाहरण के लिए, ये कुछ-कुछ भारत के राज्यों जैसे हैं लेकिन बिल्कुल वैसे नहीं। स्पेन के पचास और छोटे-२ भाग हैं जिन्हें प्रान्त कहा जाता है। १९७८ में ये विभिन्न भाग एकत्रित होकर स्वायत्तशासी समुदायों में विभक्त हो गए। इससे पूर्व, जो प्रान्त एक साथ थे उनका विभाजन किया गया। जो समुदाय पहले एकबार साथ थे, उन्हें "एतिहासिक समुदाय" कहा गया, जैसे - गैलिसिया, पाएस वास्को और कैटेलूना। इन सभी समुदायों की दो आधिकारिक भाषाएँ है: एक स्पेनी और दूसरी अपनी प्रान्तीय। जैसे इन तीन प्रान्तो की क्षेत्रीय भाषाएँ हैं: गैल्लीगो, इयूस्क्एरा और कैटलन। स्वायत्तशासी समुदायों की उनकी राजधानीयों समेत सूची.

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जौ

'''जौ''' के पौधे के विभिन्न भाग जौ पृथ्वी पर सबसे प्राचीन काल से कृषि किये जाने वाले अनाजों में से एक है। इसका उपयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता रहा है। संस्कृत में इसे "यव" कहते हैं। रूस, यूक्रेन, अमरीका, जर्मनी, कनाडा और भारत में यह मुख्यत: पैदा होता है। .

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घोड़ा

घोड़ा, घोड़ी और उसका बच्चा घोड़े भी खेल में इस्तेमाल किया जाता है। घोड़ा या अश्व (Equus ferus caballus; ऐक़्वस फ़ेरस कैबेलस) ऐक़्वस फ़ेरस (Equus ferus) की दो अविलुप्त उपप्रजातियों में से एक हैं। वह एक विषम-उंगली खुरदार स्तनधारी हैं, जो अश्ववंश (ऐक़्वडी) कुल से ताल्लुक रखता हैं। घोड़े का पिछले ४५ से ५५ मिलियन वर्षों में एक छोटे बहु-उंगली जीव, ऐओहिप्पस (Eohippus) से आज के विशाल, एकल-उंगली जानवर में क्रम-विकास हुआ हैं। मनुष्यों ने ४००० ईसा पूर्व के आसपास घोड़ों को पालतू बनाना शुरू कर दिया, और उनका पालतूकरण ३००० ईसा पूर्व से व्यापक रूप से फैला हुआ माना जाता हैं। कैबेलस (caballus) उपप्रजाति में घोड़े पालतू बनाएँ जाते हैं, यद्यपि कुछ पालतू आबादियाँ वन में रहती हैं निरंकुश घोड़ो के रूप में। ये निरंकुश आबादियाँ असली जंगली घोड़े नहीं हैं, क्योंकि यह शब्द उन घोड़ो को वर्णित करने के लिए प्रयुक्त होता हैं जो कभी पालतू बनाएँ ही नहीं गएँ हो, जैसे कि विलुप्तप्राय शेवालस्की का घोड़ा, जो एक अलग उपप्रजाति हैं और बचा हुआ केवल एकमात्र असली जंगली घोड़ा हैं। वह मनुष्य से जुड़ा हुआ संसार का सबसे प्राचीन पालतू स्तनपोषी प्राणी है, जिसने अज्ञात काल से मनुष्य की किसी ने किसी रूप में सेवा की है। घोड़ा ईक्यूडी (Equidae) कुटुंब का सदस्य है। इस कुटुंब में घोड़े के अतिरिक्त वर्तमान युग का गधा, जेबरा, भोट-खर, टट्टू, घोड़-खर एवं खच्चर भी है। आदिनूतन युग (Eosin period) के ईयोहिप्पस (Eohippus) नामक घोड़े के प्रथम पूर्वज से लेकर आज तक के सारे पूर्वज और सदस्य इसी कुटुंब में सम्मिलित हैं। इसका वैज्ञानिक नाम ईक्वस (Equus) लैटिन से लिया गया है, जिसका अर्थ घोड़ा है, परंतु इस कुटुंब के दूसरे सदस्य ईक्वस जाति की ही दूसरों छ: उपजातियों में विभाजित है। अत: केवल ईक्वस शब्द से घोड़े को अभिहित करना उचित नहीं है। आज के घोड़े का सही नाम ईक्वस कैबेलस (Equus caballus) है। इसके पालतू और जंगली संबंधी इसी नाम से जाने जातें है। जंगली संबंधियों से भी यौन संबंध स्थापति करने पर बाँझ संतान नहीं उत्पन्न होती। कहा जाता है, आज के युग के सारे जंगली घोड़े उन्ही पालतू घोड़ो के पूर्वज हैं जो अपने सभ्य जीवन के बाद जंगल को चले गए और आज जंगली माने जाते है। यद्यपि कुछ लोग मध्य एशिया के पश्चिमी मंगोलिया और पूर्वी तुर्किस्तान में मिलनेवाले ईक्वस प्रज़्वेलस्की (Equus przwalski) नामक घोड़े को वास्तविक जंगली घोड़ा मानते है, तथापि वस्तुत: यह इसी पालतू घोड़े के पूर्वजो में से है। दक्षिण अफ्रिका के जंगलों में आज भी घोड़े बृहत झुंडो में पाए जाते है। एक झुंड में एक नर ओर कई मादाएँ रहती है। सबसे अधिक 1000 तक घोड़े एक साथ जंगल में पाए गए है। परंतु ये सब घोड़े ईक्वस कैबेलस के ही जंगली पूर्वज है और एक घोड़े को नेता मानकर उसकी आज्ञा में अपना सामाजिक जीवन व्यतीत करतेे है। एक गुट के घोड़े दूसरे गुट के जीवन और शांति को भंग नहीं करते है। संकटकाल में नर चारों तरफ से मादाओ को घेर खड़े हो जाते है और आक्रमणकारी का सामना करते हैं। एशिया में काफी संख्या में इनके ठिगने कद के जंगली संबंधी 50 से लेकर कई सौ तक के झुंडों में मिलते है। मनुष्य अपनी आवश्यकता के अनुसार उन्हे पालतू बनाता रहता है। .

देखें आंदालुसिया और घोड़ा

खान

खान (माइन) से निम्नलिखित का बोध हो सकता है-.

देखें आंदालुसिया और खान

गाय

अभारतीय गाय जर्सीगाय गाय एक महत्त्वपूर्ण पालतू जानवर है जो संसार में प्राय: सर्वत्र पाई जाती है। इससे उत्तम किस्म का दूध प्राप्त होता है। हिन्दू, गाय को 'माता' (गौमाता) कहते हैं। इसके बछड़े बड़े होकर गाड़ी खींचते हैं एवं खेतों की जुताई करते हैं। भारत में वैदिक काल से ही गाय का विशेष महत्त्व रहा है। आरंभ में आदान प्रदान एवं विनिमय आदि के माध्यम के रूप में गाय उपयोग होता था और मनुष्य की समृद्धि की गणना उसकी गोसंख्या से की जाती थी। हिन्दू धार्मिक दृष्टि से भी गाय पवित्र मानी जाती रही है तथा उसकी हत्या महापातक पापों में की जाती है।; गाय व भैंस में गर्भ से संबन्धित जानकारी.

देखें आंदालुसिया और गाय

ग्रानादा प्रान्त

स्पेन के नक़्शे में ग्रानादा प्रांत (लाल रंग में) ग्रानादा (स्पेनी:Granada) दक्षिणी पश्चिमी स्पेन के आंदालुसिया स्वायत्त समुदाय में स्थित एक प्रांत है। ग्रानादा प्रान्त की राजधानी भी ग्रानादा नाम का ही एक शहर है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल 12,635 वर्ग किमी है, यानि भारत के नागालैण्ड राज्य से थोड़ा छोटा। ग्रानादा प्रान्त की आबादी 876,184 है जिनमें से 30% इसकी राजधानी में रहते हैं। स्पेन के मुस्लिम राज काल के दौरान ग्रानादा में "अल हम्रा" नाम का एक महल और क़िला बना था जो विश्व-प्रसिद्ध है और जिसे देखने दुनिया भर से सैलानी आते हैं। .

देखें आंदालुसिया और ग्रानादा प्रान्त

गेहूँ

गेहूँ गेहूं (Wheat; वैज्ञानिक नाम: Triticum spp.),Belderok, Bob & Hans Mesdag & Dingena A. Donner.

देखें आंदालुसिया और गेहूँ

आल्मेरिया प्रान्त

आल्मेरिया (स्पेनी: Almería) दक्षिणी स्पेन में स्थित एक प्रान्त है। ग्रानडा, मूर्सिया इसके सीमा प्रान्त हैं और भूमध्य सागर इसका सीमान्त सागर। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ८,७६९ किमी२ है जो तुलना के लिए भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मेरठ ज़िले का लगभग साढ़े-तीन गुना है। कुल जनसंख्या है ५,४६,४९९ (सन् २००२) और घनत्व है ६२.३२/किमी२। इसके भीतर १०१ नगरनिगम इकाइयाँ हैं। एल्मीरिया, दक्षिणी स्पेन के आंदालुसिया स्वायत्त समुदाय का भाग है। इसकी राजधानी भी "आल्मेरिया" नाम का एक शहर ही है। .

देखें आंदालुसिया और आल्मेरिया प्रान्त

कोयला

कोयला एक ठोस कार्बनिक पदार्थ है जिसको ईंधन के रूप में प्रयोग में लाया जाता है। ऊर्जा के प्रमुख स्रोत के रूप में कोयला अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कुल प्रयुक्त ऊर्जा का ३५% से ४०% भाग कोयलें से पाप्त होता हैं। विभिन्न प्रकार के कोयले में कार्बन की मात्रा अलग-अलग होती है। कोयले से अन्य दहनशील तथा उपयोगी पदार्थ भी प्राप्त किया जाता है। ऊर्जा के अन्य स्रोतों में पेट्रोलियम तथा उसके उत्पाद का नाम सर्वोपरि है। .

देखें आंदालुसिया और कोयला

अरब

* अरब देश - मध्यपूर्व के देश जहाँ अरबी भाषा बोली जाती है।.

देखें आंदालुसिया और अरब

अंगूर

अंगूर अंगूर (संस्कृत: द्राक्षा) एक फल है। अंगूर एक बलवर्द्धक एवं सौन्दर्यवर्धक फल है। अंगूर फल माँ के दूध के समान पोषक है। फलों में अंगूर सर्वोत्तम माना जाता है। यह निर्बल-सबल, स्वस्थ-अस्वस्थ आदि सभी के लिए समान उपयोगी होता है। ये अंगूर की बेलों पर बड़े-बड़े गुच्छों में उगता है। अंगूर सीधे खाया भी जा सकता है, या फिर उससे अंगूरी शराब भी बनायी जा सकती है, जिसे हाला (अंग्रेज़ी में "वाइन") कहते हैं, यह अंगूर के रस का ख़मीरीकरण करके बनायी जाती है। .

देखें आंदालुसिया और अंगूर

उत्तर अफ़्रीका

उत्तर अफ़्रीका के देश (गहरे हरे रंग में) - हल्के हरे रंग के देश भी कभी-कभी उत्तर अफ़्रीका में माने जाते हैं तूनीशीया के सिदी बू सैद शहर की एक गली एटलस शृंखला के जबल तुबकल पहाड़ पर बर्फ़ तुनीसिया की एक बर्बर औरत (सन् 1900 के क़रीब ली गई तस्वीर) उत्तर अफ़्रीका (अरबी:, शुमाल अफ़्रीक़िया) अफ़्रीका के महाद्वीप का उत्तरी भाग है। इसके और उप-सहारा अफ़्रीका के दरमयान सहारा का विशाल रेगिस्तान आता है जो उत्तर अफ़्रीका और बाक़ी अफ़्रीका में इतना बड़ा फ़ासला बना देता है के उत्तर अफ़्रीका की जातियाँ, भाषाएँ, रीति-रिवाज, मौसम और जानवर बाक़ी अफ़्रीका के काफ़ी भिन्न हैं। संयुक्त राष्ट्र की परिभाषा के अनुसार उत्तर अफ़्रीका में सात राष्ट्र आते हैं: मोरक्को, अल्जीरिया, तूनीशीया, लीबिया, मिस्र, सूडान और पश्चिमी सहारा। इस भूभाग में कुछ छोटे-से स्पेन-नियंत्रित उत्तर अफ़्रीकी क्षेत्र भी आते हैं। उत्तर अफ़्रीका में अरबी, बर्बरी भाषाएँ और कुछ अन्य भाषाएँ बोली जाती हैं। मोरक्को, अल्जीरिया, तूनीशीया, लीबिया और मौरितानिया के समूह को "मग़रिब" भी कहा जाता है, जिसका अर्थ अरबी में (और हिन्दी-उर्दु में भी) "पश्चिमी" है। .

देखें आंदालुसिया और उत्तर अफ़्रीका

यह भी देखें

स्पेन के स्वायत्त समुदाय

अंडलूशिया के रूप में भी जाना जाता है।