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गीतिकाव्य

सूची गीतिकाव्य

गीतिकाव्य वो शब्द होते हैं जो गीत या काव्य रचना को बनाते हैं। गीतिकाव्य लिखने वाले गीतकार होते हैं। विशेषकर संगीत के साथ निर्मित किये गए गीत के शब्दों को बोल भी कहते हैं। ऐसा भारतीय परिप्रेक्ष्य में सिनेमा में बहुत आम है। इसमें बनाई गई फ़िल्मों में अक्सर सामान्यतः 3-4 गीत ("गाना" भी कहा जाता) होते हैं जिन्हें संगीत में ढालकर निर्मित किया जाता हैं। इसके लिये विशेष तौर पर गीतकारों की सेवा ली जाती है और उन्हें बड़े सम्मान के साथ देखा जाता है। .

3 संबंधों: मैथिली साहित्य, वाद्य संगीत, गीतकार

मैथिली साहित्य

मैथिली मुख्यतः भारत के उत्तर-पूर्व बिहार एवम् नेपाल के तराई क्षेत्र की भाषा है।Yadava, Y. P. (2013).

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वाद्य संगीत

वाद्य संगीत ऐसी संगीत रचना होती है जिसमें बोल और गायन नहीं होते हैं। ऐसे संगीत की रचना पूर्ण रूप से वाद्य यन्त्र पर की जाती है। ऐसी रचना संगीत रचयिता स्वयं अपने किसी प्रदर्शन के लिये कर सकता है। वाद्य संगीत की परम्परा पश्चिमी संस्कृति और भारत में बहुत प्राचीन है। भारत में बहुत पहले समय से वीणा के उपयोग से वाद्य संगीत की रचना की जाती थी। .

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गीतकार

गीतकार गीतों की रचना करते हैं। उनका काम बोल यानी शब्द लिखना होता हैं। उन्हें ऐसे शब्द लिखने होते हैं कि संगीतकार उचित धुन के साथ उन्हें निर्मित करें। भारतीय फिल्मों में संगीतकारों के साथ गीतकारों का बहुत महत्व है। हिन्दी फ़िल्मों में कई प्रकार के गीतकार रहे हैं। कुछ गजल और सूफ़ी परम्परा के बोल लिखते तो दूसरी ओर कुछ सरल भाषा का उपयोग करते हैं। .

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बोल

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