3 संबंधों: श्रावस्ती, सुहेलदेव, आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन।
श्रावस्ती
भारतवर्ष के उत्तर प्रदेश प्रांत के गोंडा-बहराइच जिलों की सीमा पर यह प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थान है। गोंडा-बलरामपुर से १२ मील पश्चिम में आज का सहेत-महेत गाँव ही श्रावस्ती है। प्राचीन काल में यह कौशल देश की दूसरी राजधानी थी। भगवान राम के पुत्र लव ने इसे अपनी राजधानी बनाया था। श्रावस्ती बौद्ध व जैन दोनों का तीर्थ स्थान है। तथागत दीर्घ काल तक श्रावस्ती में रहे थे। यहाँ के श्रेष्ठी अनाथपिण्डिक असंख्य स्वर्ण मुद्राएँ व्यय करके भगवान बुद्ध के लिए जेतवन बिहार बनवाया था। अब यहाँ बौद्ध धर्मशाला, मठ और मन्दिर हैं। .
नई!!: सुहेलदेव सुपरफास्ट एक्सप्रेस और श्रावस्ती · और देखें »
सुहेलदेव
सुहेलदेव श्रावस्ती से अर्ध-पौराणिक भारतीय राजा हैं, जिन्होंने 11वीं शताब्दी की शुरुआत में बहराइच में ग़ज़नवी सेनापति सैयद सालार मसूद ग़ाज़ी को पराजित कर और मार डाला था। 17वीं शताब्दी के फारसी भाषा के ऐतिहासिक कल्पित कथा मिरात-ए-मसूदी में उनका उल्लेख है। 20वीं शताब्दी के बाद से, विभिन्न हिंदू राष्ट्रवादी समूहों ने उन्हें एक हिंदू राजा के रूप में चिह्नित किया है जिसने एक मुस्लिम आक्रमणकारियों को हरा दिया। .
नई!!: सुहेलदेव सुपरफास्ट एक्सप्रेस और सुहेलदेव · और देखें »
आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन
आनंद विहार रेलवे स्टेशन, स्टेशन कोड ANVT, जो की बड़ा रेलवे स्टेशन है, भारत की राजधानी दिल्ली का जिला पूर्वी दिल्ली में स्थित है। यह दिल्ली प्रभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है। और इसके पास में दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर स्थित आनंद विहार मेट्रो स्टेशन तथा 'विवेकानन्द बस टर्मिनल' भी है। यहाँ पर पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध है। इस स्टेशन का औपचारिक उद्घाटन केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी, और दिल्ली की पूर्व मुख्मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित ने 19 दिसम्बर, 2009 को किया था। 42 हेक्टर में फैला यह टर्मिनल सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है। .
नई!!: सुहेलदेव सुपरफास्ट एक्सप्रेस और आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन · और देखें »