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3 संबंधों: चिरसम्मत यांत्रिकी, प्रकीर्णन, रदरफोर्ड प्रकीर्णन।
- चिरसम्मत यांत्रिकी
चिरसम्मत यांत्रिकी
भौतिक विज्ञान में चिरसम्मत यांत्रिकी, यांत्रिकी के दो विशाल क्षेत्रों में से एक है, जो बलों के प्रभाव में वस्तुओं की गति से सम्बंधित भौतिकी के नियमो के समुच्चय की विवेचना करता है। वस्तुओं की गति का अध्ययन बहुत प्राचीन है, जो चिरसम्मत यांत्रिकी को विज्ञान, अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी सबसे प्राचीन विषयों में से एक और विशाल विषय बनाता है। .
देखें संघट्ट प्राचल और चिरसम्मत यांत्रिकी
प्रकीर्णन
प्रकीर्णन (Scattering) एक सामान्य भौतिक प्रक्रिया है जिसमें कोई विकिरण (जैसे प्रकाश, एक्स-किरण आदि) माध्यम के किसी स्थानीय अनियमितता के कारण अपने सरलरेखीय मार्ग से विचलित किया जाता है। कणों का भी प्रकीर्णन होता है। .
देखें संघट्ट प्राचल और प्रकीर्णन
रदरफोर्ड प्रकीर्णन
रदरफोर्ड प्रकीर्णन। रदरफोर्ड प्रकीर्णन रदरफोर्ड प्रकीर्णन अर्नेस्ट रदरफोर्ड द्वारा 1911 में प्रतिपादित भौतिक परिघटना है, जिसे बाद में परमाणु का रदरफोर्ड मॉडल (प्रतिमान) नाम से जाना जाने लगा और बाद में बोर मॉडल। रदरफोर्ड प्रकीर्णन को कई बार कुलाम्ब प्रकीर्णन की विशेष अवस्था भी कहा जाता है क्योंकि यह केवल स्थैतिक (कुलाम्ब) बलों पर लागू होता है और कणों के मध्य न्यूनतम दूरी इसके विभव द्वारा निर्धारित होती है। सोने के नाभिक (gold nuclie) व अल्फा कणों के मध्य चिरसम्मत रदरफोर्ड प्रकीर्णन प्रत्यास्थ प्रकीर्णन का एक उदाहरण है क्योंकि इसमें आपतित कण व प्रकीर्णित कण के ऊर्जा व वेग समान होते हैं। .
देखें संघट्ट प्राचल और रदरफोर्ड प्रकीर्णन
यह भी देखें
चिरसम्मत यांत्रिकी
- अवमन्दन
- आवेग (भौतिकी)
- केन्द्रीय बल
- कॉरिऑलिस प्रभाव
- खगोलीय यांत्रिकी
- गति के समीकरण
- गैसों का अणुगति सिद्धान्त
- घर्षण
- घूर्णन
- घूर्णी सन्दर्भ फ्रेम
- चिरसम्मत यांत्रिकी
- चिरसम्मत यांत्रिकी का इतिहास
- छद्म बल
- जड़त्व
- जड़त्वीय फ्रेम
- तात्कालिक घूर्णन केन्द्र
- दालाँवेयर का सिद्धान्त
- न्यूटन के गति नियम
- प्रत्यास्थ ऊर्जा
- बल (भौतिकी)
- बेल्लन घर्षण
- रैखिक गति
- लम्बवत अक्ष का प्रमेय
- वृत्तीय गति
- संघट्ट प्राचल
- संहति-केन्द्र
- सरल आवर्त गति
- सातत्यक यांत्रिकी
- सापेक्ष वेग
संघात प्राचल के रूप में भी जाना जाता है।