सामग्री की तालिका
8 संबंधों: चीन के प्रशासनिक प्रभाग, चीनी भाषा, चीनी जनवादी गणराज्य, लोएस पठार, शन्शी, शिआन, ह्वांगहो, अंग्रेज़ी भाषा।
- चीनी जनवादी गणराज्य के प्रान्त
- शान्श़ी
चीन के प्रशासनिक प्रभाग
चीन के कुल ३३ प्रशासनिक विभाग हैं और इसके अतिरिक्त यह ताइवान (चीनी गणराज्य) को अपना एक प्रान्त मानता है, पर इसपर उसका नियन्त्रण नहीं है। ताइवान को छोड़ दिया जाय तो चीन के कुल २२ प्रान्त, ५ स्वायत्त क्षेत्र, ४ नगरपालिका तथा २ विशेष प्रशासनिक प्रदेश हैं। इनका विवरण नीचे दिया गया है -.
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चीनी भाषा
चीनी भाषा (अंग्रेजी: Chinese; 汉语/漢語, पिनयिन: Hànyǔ; 华语/華語, Huáyǔ; या 中文 हुआ-यू, Zhōngwén श़ोंग-वॅन) चीन देश की मुख्य भाषा और राजभाषा है। यह संसार में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। यह चीन एवं पूर्वी एशिया के कुछ देशों में बोली जाती है। चीनी भाषा चीनी-तिब्बती भाषा-परिवार में आती है और वास्तव में कई भाषाओं और बोलियों का समूह है। मानकीकृत चीनी असल में एक 'मन्दारिन' नामक भाषा है। इसमें एकाक्षरी शब्द या शब्द भाग ही होते हैं और ये चीनी भावचित्र में लिखी जाती है (परम्परागत चीनी लिपि या सरलीकृत चीनी लिपि में)। चीनी एक सुरभेदी भाषा है। .
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चीनी जनवादी गणराज्य
चीनी जनवादी गणराज्य (चीनी: 中华人民共和国) जिसे प्रायः चीन नाम से भी सम्बोधित किया जाता है, पूर्वी एशिया में स्थित एक देश है। १.३ अरब निवासियों के साथ यह विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है और ९६,४१,१४४ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ यह रूस और कनाडा के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्रफल वाला देश है। इतना विशाल क्षेत्रफल होने के कारण इसकी सीमा से लगते देशों की संख्या भी विश्व में सर्वाधिक (रूस के बराबर) है जो इस प्रकार है (उत्तर से दक्षिणावर्त्त): रूस, मंगोलिया, उत्तर कोरिया, वियतनाम, लाओस, म्यान्मार, भारत, भूटान, नेपाल, तिबत देश,पाकिस्तान, अफ़्गानिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और कज़ाख़िस्तान। उत्तर पूर्व में जापान और दक्षिण कोरिया मुख्य भूमि से दूरी पर स्थित हैं। चीनी जनवादी गणराज्य की स्थापना १ अक्टूबर, १९४९ को हुई थी, जब साम्यवादियों ने गृहयुद्ध में कुओमिन्तांग पर जीत प्राप्त की। कुओमिन्तांग की हार के बाद वे लोग ताइवान या चीनी गणराज्य को चले गए और मुख्यभूमि चीन पर साम्यवादी दल ने साम्यवादी गणराज्य की स्थापना की। लेकिन चीन, ताईवान को अपना स्वायत्त क्षेत्र कहता है जबकि ताइवान का प्रशासन स्वयं को स्वतन्त्र राष्ट्र कहता है। चीनी जनवादी गणराज्य और ताइवान दोनों अपने-अपने को चीन का वैध प्रतिनिधि कहते हैं। चीन विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो अभी भी अस्तित्व में है। इसकी सभ्यता ५,००० वर्षों से अधिक भी पुरानी है। वर्तमान में यह एक "समाजवादी गणराज्य" है, जिसका नेतृत्व एक दल के हाथों में है, जिसका देश के २२ प्रान्तों, ५ स्वायत्तशासी क्षेत्रों, ४ नगरपालिकाओं और २ विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों पर नियन्त्रण है। चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य भी है। यह विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक और दूसरा सबसे बड़ा आयातक है और एक मान्यता प्राप्त नाभिकीय महाशक्ति है। चीनी साम्यवादी दल के अधीन रहकर चीन में "समाजवादी बाज़ार अर्थव्यवस्था" को अपनाया जिसके अधीन पूंजीवाद और अधिकारवादी राजनैतिक नियन्त्रण सम्मित्लित है। विश्व के राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक ढाँचे में चीन को २१वीं सदी की अपरिहार्य महाशक्ति के रूप में माना और स्वीकृत किया जाता है। यहाँ की मुख्य भाषा चीनी है जिसका पाम्परिक तथा आधुनिक रूप दोनों रूपों में उपयोग किया जाता है। प्रमुख नगरों में बीजिंग (राजधानी), शंघाई (प्रमुख वित्तीय केन्द्र), हांगकांग, शेन्ज़ेन, ग्वांगझोउ इत्यादी हैं। .
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लोएस पठार
शन्शी प्रान्त में लोएस पठार का एक नज़ारा लोएस पठार (Loess Plateau, लोएस प्लैटो) या हुआंगतु पठार (黃土高原, हुआंगतु गाओयेन) चीन की पीली नदी के ऊपरी और मध्य भागों में ६,४०,००० किमी२ पर विस्तृत एक पठार है। 'लोएस' एक प्रकार की बारीक़ रेतीली मिटटी को कहते हैं जिसे आँधियों ने युगों के काल में इस पठार पर बिछा दिया है और इसी मिटटी से पठार का नाम आया है। इस प्रकार की मिटटी को हवा और पानी आराम से खींचकर फैला देते हैं। लोएस पठार और इसकी यह धूली मिटटी शन्शी (Shanxi) और शान्शी (Shaanxi) प्रान्तों के पूरे भोभाग पर और गांसू, निंगशिया और भीतरी मंगोलिया के कुछ भागों पर विस्तृत है। इस पठार की लोएस मिटटी बहुत उपजाऊ है और इसपर हज़ारों सालों से कृषि चलती आ रही है, लेकिन इस मिटटी की आसानी से हिल जाने की प्रकृति के कारण यहाँ आंधी और पानी से अकसर खेतों की ज़मीन खाई जाती है, जिस से किसानों को परेशानी रहती है।, Lydia Mihelic Pulsipher, Alex Pulsipher, Conrad M.
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शन्शी
चीन के नक़्शे में शन्शी प्रान्त (लाल रंग) (चीनी: 山西; पिनयिन लिप्यन्तरण: Shānxī; वेड-जाइल्ज़ लिप्यन्तरण: Shan-hsi; अंग्रेज़ी: Shansi) उत्तर चीन में स्थित एक प्रांत हैं। शन्शी का अर्थ चीनी भाषा में 'पश्चिम पर्वत' है। शन्शी की राजधानी ताइयुआन शहर है।, David Leffman, Martin Zatko, Penguin, 2011, ISBN 978-1-4053-8908-2 शन्शी प्रान्त का क्षेत्रफल १,५६,८०० वर्ग किमी है, यानी भारत के ओडिशा राज्य के लगभग बराबर। सन् २०१० की जनगणना में शन्शी की प्रांतीय आबादी ३,५७,१२,१११ थी। .
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शिआन
शिआन के नज़ारे, ऊपर बाई तरफ़ से घड़ी की तरह गोल घुमते हुए: मिटटी की फ़ौज, 'महान जंगली बत्तख़' बौद्ध पगोडा, शिआन ढोल मंज़िल, शिआन घंटाघर, शिआन की नगर दीवार, तंग स्वर्ग बाग़ शिआन (चीनी: 西安; अंग्रेज़ी: Xi'an) चीन के शान्शी प्रांत की राजधानी है और चीन की प्रशासनिक प्रणाली में शहरी उपप्रान्त का दर्जा रखता है। वेई नदी के किनारे स्थित शिआन का इतिहास ३,१०० वर्षों से चला आ रहा है और यह चीन के प्राचीनतम शहरों में से एक है। मिंग राजवंश के दौर से पहले इसे 'चंगअन' के नाम से जाना जाता था। शिआन प्राचीन चीन की चार महान राजधानियों में से एक है और कई चीनी राजवंशों ने इसे अपनी राजधानी के रूप में प्रयोग किया है, जिनमें झोऊ, चिन, हान, सुई और तंग राजवंश शामिल हैं।, Britannica Educational Publishing, The Rosen Publishing Group, 2010, ISBN 978-1-61530-182-9 शिआन ऐतिहासिक रेशम मार्ग का सब से पूर्वी केंद्र था, जहाँ से माल मध्य पूर्व, भारत और यूरोप के बाज़ारों तक आया-जाया करता था। चीन की प्रसिद्ध 'मिटटी की फ़ौज' भी शिआन में ही स्थित है, जो अब पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण है और जिसमें सन् १९७४ में हज़ारों सैनिकों की मूर्तियाँ कुछ किसानों को अकस्माक ही प्रथम चिन सम्राट के मक़बरे में मिल गई।, Jane Portal, Hiromi Kinoshita, Harvard University Press, 2007, ISBN 978-0-674-02697-1 सन् २०१० में शिआन शहरी क्षेत्र की आबादी लगभग ८० लाख थी। .
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ह्वांगहो
ह्वांगहो या ह्वांगहे या ह्वांगहा जिसे पीली नदी भी कहा जाता है, चीन से होकर बहने वाली एक नदी है। लम्बाई के हिसाब से यह विश्व में सातवां स्थान रखती है। .
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अंग्रेज़ी भाषा
अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .
देखें शान्शी और अंग्रेज़ी भाषा
यह भी देखें
चीनी जनवादी गणराज्य के प्रान्त
- अनहुइ
- गांसू
- गुआंगदोंग
- गुइझोऊ
- चिंगहई
- जिआंगशी
- जिआंगसू
- जीलिन
- झेजियांग
- फ़ूज्यान
- युन्नान
- लियाओनिंग
- शन्शी
- शानदोंग
- शान्शी
- सिचुआन
- हाइनान
- हूनान
- हूबेई
- हेइलोंगजियांग
- हेनान
- हेबेई
शान्श़ी
- शान्शी
शान्श़ी, शान्शी प्रान्त, शान्शी प्रांत, शांशी के रूप में भी जाना जाता है।