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वोसरा की लड़ाई

सूची वोसरा की लड़ाई

वोसरा की लड़ाई; Battle of Bosra: सन् 634 ईस्वी में सीरिया के वोसरा नामक शहर में लड़ी गयी थी जो रोमन शासकों का एक प्रमुख केन्द्र था रशीदुन खलीफा हजरत अबू वकर ने इस लड़ाई का नेत्वृव कमांडर अम्र इब्न अल आश, को शोपा था जिसमें मुस्लिम सेना को अभियान में कोई खास सफलता नहीं मिली उसी ही के उपरान्त दुसरे प्रयास के लिए खालिद इब्न अल वालिद को सौपा गया जो मेसोपोटामिया, इराक के सफल विजय अभियानो का नेत्वृत कर चुके थे जो चार हजार मुस्लिम सेना के साथ वोसरा के अभियान का नेत्वृत करते हुए वोसरा की घेरावंदी कर लेते हैं मुस्लिम सेना वोसरा पर विजय प्राप्त कर लेती है इस लड़ाई में रोमन सेना के 8000 सैनिक मारे गये थे। इतिहास में मुस्लिम सेना और रोमन शासकों के विरुध्द यह प्रथम लड़ाई थी जो सात वीं सदी से अधिक समय तक अनेक लड़ाईया जारी रही जिसमें रोमनो की शक्ति क्षीण होती गयी 750 ईस्वी में रोमनो का लेवन्त क्षेत्र का पतन हो गया। .

11 संबंधों: बाइज़ेंटाइन साम्राज्य, बुसरा अल शाम, मुसलमान, मेसोपोटामिया, राशिदून ख़लीफ़ा, रोमन थिएटर, लेवंट, सीरिया, खालिद इब्न अल वालिद, इराक़, अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध

बाइज़ेंटाइन साम्राज्य

समय के साथ बाईज़न्टाइन साम्राज्य के क्षेत्र में परिवर्तन बाईज़न्टाइन साम्राज्य (या 'पूर्वी रोमन साम्राज्य') मध्य युग के दौरान रोमन साम्राज्य को दिया गया नाम था। इसकी राजधानी क़ुस्तुंतुनिया (कॉन्स्टैन्टिनोप्ल) थी, जोकि वर्तमान में तुर्की में स्थित है, और अब इसे इस्तांबुल के नाम से जाना जाता है। पश्चिमी रोमन साम्राज्य के विपरीत, इसके लोग यूनानी बोलते थे, नाकि लैटिन और यूनानी संस्कृति और पहचान का प्रभुत्व था। यह साम्राज्य लगभग ३२४ ई से १४५३ ई तक (एक हजार वर्षों से अधिक) अस्तित्व में रहा। 'बाइजेंटाइन साम्राज्य' या 'बाइजेंटियम' का इस्तेमाल १९वीं सदी से मध्यकाल के ग्रीक भाषा बोलने वाले रोमन साम्राज्य के लिए किया जाता था जो की वहां की राजधानी क़ुस्तुंतुनिया के आसपास बसा था। इस साम्राज्य को पूर्वी रोमन साम्राज्य के नाम से भी जाना जाता था। इस राज्य के रहने वालों के लिए ये सिर्फ रोमन साम्राज्य के नाम से जान जाता था और यहाँ से शासकों ने रोमन शाशकों पर बहुत कब्ज़े किये। इस्लाम की दुनिया में ये 'रोमानिया' के नाम से जाना जाता था। राज्य की शुरुआत के बारे में कुछ भी निश्चित जानकारी नहीं है। बहुत लोग सम्राट कोन्स्तान्तिन प्रथम (306–337 ई.) को पहला बीजान्टिन शासक मानते हैं। जिन्होंने 330 ई. में अपनी राजधानी रोम से स्थानांतरित कर बिजिन्तिऊम नामक एक क़स्बे में कर दिया और इन्होंने इसका पुनर्निर्माण कराया और इसे कोंस्तान्तिनोपाल या फिर 'नया रोम' नाम दिया। कुछ लोग इस साम्राज्य की शुरुआत को थेओदोस्सिस (379–395) के राज्य की शुरुआत के वक्त को मानते हैं। साम्राज्य के गिरने की शुरुआत तब मानी जाती है जब ओट्टोमन तुर्कों ने कोंस्तान्तिनोपाल पर 1453 में कब्ज़ा कर लिया, पर ग्रीकों का राज साम्राज्य के दुसरे हिस्सों में कुछ और सालों तक चलता रहा जब तक मिस्त्रास 1460 में और ट्रेबिजोंद 1461 में गिर गए। .

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बुसरा अल शाम

वुसरा अल शामः अंग्रेजी Bosra Al-Sham, अरबी‎ﺑﺼﺮﻯ ﺍﻟﺸﺎﻡ‎‎‏ ‏यह सीरिया का एक प्राचीन नगर है सीरिया के दक्षिणी भाग में वसे इस नगर की जनसंख्या सीरिया की वर्ष 2004 की जनगणना के अनुसार कूल जनसंख्या 19,683 है.

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मुसलमान

मिसरी (ईजिप्ट) मुस्लिमान नमाज़ पढ रहे हैं, एक तस्वीर। मुसलमान (अरबी: مسلم، مسلمة फ़ारसी: مسلمان،, अंग्रेजी: Muslim) का मतलब वह व्यक्ति है जो इस्लाम में विश्वास रखता हो। हालाँकि मुसलमानों के आस्था के अनुसार इस्लाम ईश्वर का धर्म है और धर्म हज़रत मुहम्मद से पहले मौजूद था और जो लोग अल्लाह के धर्म का पालन करते रहे वह मुसलमान हैं। जैसे कुरान के अनुसार हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम भी मुसलमान थे। मगर आजकल मुसलमान का मतलब उसे लिया जाता है जो हज़रत मुहम्मद लाए हुए दीन का पालन करता हो और विश्वास रखता हो। मध्यकालीन मुस्लिम इतिहासकारों ने भारत को हिन्द अथवा हिन्दुस्तान कहा है । .

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मेसोपोटामिया

मेसोपोटामिया के विस्तार को दर्शाता मानचित्र मेसोपोटामिया का यूनानी अर्थ है "दो नदियों के बीच"। यह इलाका दजला (टिगरिस) और फ़ुरात (इयुफ़्रेटीस) नदियों के बीच के क्षेत्र में पड़ता है। इसमें आधुनिक इराक़ बाबिल ज़िला, उत्तरपूर्वी सीरिया, दक्षिणपूर्वी तुर्की तथा ईरान का क़ुज़ेस्तान प्रांत के क्षेत्र शामिल हैं। यह कांस्ययुगीन सभ्यता का उद्गम स्थल माना जाता है। यहाँ सुमेर, अक्कदी सभ्यता, बेबीलोन तथा असीरिया के साम्राज्य अलग-अलग समय में स्थापित हुए थे। हड़प्पा सभ्यता में मेसोपोटामिया को 'मेलुहा' कहा गया है। .

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राशिदून ख़लीफ़ा

खलीफ़ा राशिदून: (خلیفۃ راشدون) - रुष्द व हिदायत पाये खलीफ़ा। सुन्नी मुसलमानों के लिए पैगम्बर मुहम्मद की मृत्यु के बाद, सन् ६३२ से लकर सन् ६६१ के मध्य के खलीफ़ा (प्रधानों) को राशिदून या अल खलीफ़ उर्र-राशिदून (सही दिशा में चलते हुए) कहते हैं। कार्यकाल के अनुसार ये चार खलीफ़ा हैं। (इब्न माजा, अबी दाऊद).

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रोमन थिएटर

रोमन थिएटर या रोमन रंगमंच; अंग्रेजी: Roman Theatre at Bosra (المسرح الروماني ببصرى) ‏‎ इनका उपयोग रोमन साम्राज्य शासक नृत्य तथा कला के लिए करते थे जिसमे अधिक संख्या में लोग वेठ सकते थे इस प्रकार के थिएटर सीरिया, जार्डन और यूरोप की अनेक स्थानो पर स्थित है सीरिया के थिएटर वर्तमान समय में स्थिति असुरक्षित है इन खण्डहरो का प्रयोग आंतकी संगठन लोगो को मौत की सजा देने के लिए करते हैं और महंगी वस्तूओ को निकालकर उचित मूल्य में बजार में वेच देते हैं। .

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लेवंट

लेवंट (अरबी) या बिलाद अश-शाम (अरबी) या शाम (अंग्रेज़ी: Levant) पश्चिमी एशिया का भूमध्य सागर के पूर्वी छोर से लगा हुआ एक ऐतिहासिक क्षेत्र है। यह सीरिया पर केन्द्रित है लेकिन लेबनान, जोर्डन, इस्राइल, फ़िलिस्तीन, सायप्रस और दक्षिणी तुर्की का कुछ भाग भी इसमें सम्मिलित हैं। कभी-कभी इराक़ का पश्चिमी हिस्सा और सीनाई प्रायद्वीप भी इसका हिस्सा माने जाते हैं। .

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सीरिया

सीरिया ('''سوريّة'''. or), आधिकारिक रूप से सीरियाई अरब गणराज्य (अरबी: الجمهورية العربية السورية), दक्षिण-पश्चिम एशिया का एक राष्ट्र है। इसके पश्चिम में लेबनॉन तथा भूमध्यसागर, दक्षिण-पश्चिम में इजराइल, दक्षिण में ज़ॉर्डन, पूरब में इराक़ तथा उत्तर में तुर्की है। इसराइल तथा इराक़ के बीच स्थित होने के कारण यह मध्य-पूर्व का एक महत्वपूर्ण देश है। इसकी राजधानी दमास्कस है जो उमय्यद ख़िलाफ़त तथा मामलुक साम्राज्य की राजधानी रह चुका है। अप्रैल 1946 में फ्रांस से स्वाधीनता मिलने के बाद यहाँ के शासन में बाथ पार्टी का प्रभुत्व रहा है। 1963 से यहाँ आपातकाल लागू है जिसके कारण 1970 के बाद से यहाँ के शासक असद परिवार के लोग होते हैं। .

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खालिद इब्न अल वालिद

खालिद इब्न अल वालिद; Khālid ibn al-Walīd (अरबी: خالد بن الوليد‎ सैफ अल्लाह अल मासुल) खालिद इब्न अल वालिद जो रणनिति और कोशल के लिए विख्यात है इनका जन्म 592 ईस्वी में अरब के एक नामवर परिवार में हुआ था खालिद बिन वालिद ने जब इस्लाम धर्म ग्रहण नही किया था तब इस्लाम के कट्टर सत्रु थे लेकीन 628 ईस्वी में इस्लाम स्वीकार किया इसके बाद हजरत मुहम्मद सहाव के एक मुख्य मित्र (सहाबी) के रूप में पहचान वनायी पैग्बर हजरत मुहम्मद की मृत्यु के बाद जब इस्लाम के उत्तराधिकारी जिन्हें रशीदुन खलीफा के रूप में जाना जाता हजरत अबू वकर और खलीफा उमर की खिलाफल मेँ इस्लामी सेना के कमांडर नियुक्त किए गये 7 वी शताब्दी मेँ जो इस्लामी सेना को सफलता प्राप्त हुई उसका श्रेय खालिद बिन वालिद को दिया जाता है इन्होने अलग अलग सौ से अधिक युध्द तथा लड़ायो का नेत्तृव किया रशीदुन सेना का नेत्तृव करते हुए रोमन सीरिया, मिस्त्र, फारस, मेसोपोटामिया पर इस्लामी सेना ने सफलतापुर्वक विजय प्राप्त की जिसके लिए खालिद बिन वालिद को सैफ अल्लाह या अल्लाह की तलवार के नाम से जाता है। इनकी मृत्यु सेना सेवा समाप्ति के चार वर्ष वाद 642 ईस्वी मे होम्स सीरिया में हुई थी इन्हे होम्स मेँ ही दफनाया गया था जो उस स्थान पर खालिद बिन वालिद के नाम से मस्जिद स्थित है। और जहाँ तक इस्लामी युध्द तथा लड़ाईयो पर चर्चा की जाये तो खालिद बिन वालिद का नाम प्रमुखता से लिया जाता कियोकी हर युध्द में जंबाजी तथा पैंतरेबाजी होसयरी थी जिससे दुश्मन सेना के छक्के छुट जाते थे।तथा दुनिया के एकमात्र एसे कमांडर है जिन्होने अपने जीवन में एक भी युध्द या लड़ाई नही हारी। .

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इराक़

इराक़ पश्चिमी एशिया में स्थित एक जनतांत्रिक देश है जहाँ के लोग मुख्यतः मुस्लिम हैं। इसके दक्षिण में सउदी अरब और कुवैत, पश्चिम में जोर्डन और सीरिया, उत्तर में तुर्की और पूर्व में ईरान अवस्थित है। दक्षिण पश्चिम की दिशा में यह फ़ारस की खाड़ी से भी जुड़ा है। दजला नदी और फरात इसकी दो प्रमुख नदियाँ हैं जो इसके इतिहास को ५००० साल पीछे ले जाती हैं। इसके दोआबे में ही मेसोपोटामिया की सभ्यता का उदय हुआ था। इराक़ के इतिहास में असीरिया के पतन के बाद विदेशी शक्तियों का प्रभुत्व रहा है। ईसापूर्व छठी सदी के बाद से फ़ारसी शासन में रहने के बाद (सातवीं सदी तक) इसपर अरबों का प्रभुत्व बना। अरब शासन के समय यहाँ इस्लाम धर्म आया और बगदाद अब्बासी खिलाफत की राजधानी रहा। तेरहवीं सदी में मंगोल आक्रमण से बगदाद का पतन हो गया और उसके बाद की अराजकता के सालों बाद तुर्कों (उस्मानी साम्राज्य) का प्रभुत्व यहाँ पर बन गया २००३ से दिसम्बर २०११ तक अमेरिका के नेतृत्व में नैटो की सेना की यहाँ उपस्थिति बनी हुई थी जिसके बाद से यहाँ एक जनतांत्रिक सरकार का शासन है। राजधानी बगदाद के अलावा करबला, बसरा, किर्कुक तथा नजफ़ अन्य प्रमुख शहर हैं। यहाँ की मुख्य बोलचाल की भाषा अरबी और कुर्दी भाषा है और दोनों को सांवैधानिक दर्जा मिला है। .

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अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध

उमय्यदों के समय, 661–750 अरब-बेंजाटाइन युध्द: 634 से 750 ईस्वी के मध्य इस्लामी धर्मलम्बीयो और पूर्वी रोमन साम्राज्य के विरुध्द लड़े गये युद्ध अरब - बेंजाटाइन युद्ध कहलाते हैं। इस्लाम पूर्व अरब पर पूर्वी रोमन का शासन था लेकिन पैग्मबर हजरत मुहम्मद (SAW) के जीवन काल में ही अरबो ने अरब प्रायद्दीप को रोमन शासकों से स्वतन्त्र करा लिया था पैगंबर हजरत मुहम्मद की मृत्यु के बाद उनके उत्तराधिकारियों (खलीफाओं) से पूर्वी रोमन शासकों के युद्ध जारी रहे सात वीं शताब्दी तक अरब मुस्लिमों ने रोमन शासकों को कई लड़ाई युध्दो में पराजित किया जिसके परिणाम स्वरुप रोमनो को अरब क्षेत्र को छोड़ कर जाना पड़ा और सीरिया, ईरान, इराक, मेसोपोटामिया, फिलिस्तीन, तुर्की, मिस्त्र आदि अरब क्षेत्र पर अरब मुस्लिमों ने इस्लामी शासन स्थापित किया। .

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