सामग्री की तालिका
8 संबंधों: डोगरी भाषा, पद्म श्री, बदनामी दी छां, भारतीय, साहित्य अकादमी पुरस्कार, साहित्य अकादमी पुरस्कार डोगरी, जम्मू, उधमपुर।
- डोगरी भाषा
- साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप से सम्मानित
डोगरी भाषा
डोगरी भारत के जम्मू और कश्मीर प्रान्त में बोली जाने वाली एक भाषा है। वर्ष 2004 में इसे भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है। पश्चिमी पहाड़ी बोलियों के परिवार में, मध्यवर्ती पहाड़ी पट्टी की जनभाषाओं में, डोगरी, चंबयाली, मडवाली, मंडयाली, बिलासपुरी, बागडी आदि उल्लेखनीय हैं। डोगरी इस विशाल परिवार में कई कारणों से विशिष्ट जनभाषा है। इसकी पहली विशेषता यह है कि दूसरी बोलियों की अपेक्षा इसके बोलनेवालों की संख्या विशेष रूप से अधिक है। दूसरी यह कि इस परिवार में केवल डोगरी ही साहित्यिक रूप से गतिशील और सम्पन्न है। डोगरी की तीसरी विशिष्टता यह भी है कि एक समय यह भाषा कश्मीर रियासत तथा चंबा राज्य में राजकीय प्रशासन के अंदरूनी व्यवहार का माध्यम रह चुकी है। इसी भाषा के संबंध से इसके बोलने वाले डोगरे कहलाते हैं तथा डोगरी के भाषाई क्षेत्र को सामान्यतः "डुग्गर" कहा जाता है। .
देखें राम नाथ शास्त्री और डोगरी भाषा
पद्म श्री
पद्म श्री या पद्मश्री, भारत सरकार द्वारा आम तौर पर सिर्फ भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला सम्मान है जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि, कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक जीवन आदि में उनके विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है। भारत के नागरिक पुरस्कारों के पदानुक्रम में यह चौथा पुरस्कार है इससे पहले क्रमश: भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्म भूषण का स्थान है। इसके अग्रभाग पर, "पद्म" और "श्री" शब्द देवनागरी लिपि में अंकित रहते हैं। 2010 (आजतक) तक, 2336 व्यक्ति इस पुरस्कार को प्राप्त कर चुके हैं। .
देखें राम नाथ शास्त्री और पद्म श्री
बदनामी दी छां
बदनामी दी छां डोगरी भाषा के विख्यात साहित्यकार रामनाथ शास्त्री द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में डोगरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .
देखें राम नाथ शास्त्री और बदनामी दी छां
भारतीय
भारत देश के निवासियों को भारतीय कहा जाता है। भारत को हिन्दुस्तान नाम से भी पुकारा जाता है और इसीलिये भारतीयों को हिन्दुस्तानी भी कहतें है।.
देखें राम नाथ शास्त्री और भारतीय
साहित्य अकादमी पुरस्कार
साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत में एक साहित्यिक सम्मान है, जो साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल २२ भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा; याने कुल २४ भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं। पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए। पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि 5,000/- रुपए थी, जो सन् 1983 में ब़ढा कर 10,000/- रुपए कर दी गई और सन् 1988 में ब़ढा कर इसे 25,000/- रुपए कर दिया गया। सन् 2001 से यह राशि 40,000/- रुपए की गई थी। सन् 2003 से यह राशि 50,000/- रुपए कर दी गई है। .
देखें राम नाथ शास्त्री और साहित्य अकादमी पुरस्कार
साहित्य अकादमी पुरस्कार डोगरी
साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जो कुल २४ भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं और डोगरी भाषा इन में से एक भाषा हैं। अकादमी ने १९७० से इस भाषा के लिए पुरस्कारों को पेश किया। .
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जम्मू
जम्मू (جموں, पंजाबी: ਜੰਮੂ), भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू एवं कश्मीर में तीन में से एक प्रशासनिक खण्ड है। यह क्षेत्र अपने आप में एक राज्य नहीं वरन जम्मू एवं कश्मीर राज्य का एक भाग है। क्षेत्र के प्रमुख जिलों में डोडा, कठुआ, उधमपुर, राजौरी, रामबन, रियासी, सांबा, किश्तवार एवं पुंछ आते हैं। क्षेत्र की अधिकांश भूमि पहाड़ी या पथरीली है। इसमें ही पीर पंजाल रेंज भी आता है जो कश्मीर घाटी को वृहत हिमालय से पूर्वी जिलों डोडा और किश्तवार में पृथक करता है। यहाम की प्रधान नदी चेनाब (चंद्रभागा) है। जम्मू शहर, जिसे आधिकारिक रूप से जम्मू-तवी भी कहते हैं, इस प्रभाग का सबसे बड़ा नगर है और जम्मू एवं कश्मीर राज्य की शीतकालीन राजधानी भी है। नगर के बीच से तवी नदी निकलती है, जिसके कारण इस नगर को यह आधिकारिक नाम मिला है। जम्मू नगर को "मन्दिरों का शहर" भी कहा जाता है, क्योंकि यहां ढेरों मन्दिर एवं तीर्थ हैं जिनके चमकते शिखर एवं दमकते कलश नगर की क्षितिजरेखा पर सुवर्ण बिन्दुओं जैसे दिखाई देते हैं और एक पवित्र एवं शांतिपूर्ण हिन्दू नगर का वातावरण प्रस्तुत करते हैं। यहां कुछ प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ भी हैं, जैसे वैष्णो देवी, आदि जिनके कारण जम्मू हिन्दू तीर्थ नगरों में गिना जाता है। यहाम की अधिकांश जनसंख्या हिन्दू ही है। हालांकि दूसरे स्थान पर यहां सिख धर्म ही आता है। वृहत अवसंरचना के कारण जम्मू इस राज्य का प्रमुख आर्थिक केन्द्र बनकर उभरा है। .
देखें राम नाथ शास्त्री और जम्मू
उधमपुर
उधमपुर भारत के जम्मू और कश्मीर प्रदेश का एक नगर है। यह उधमपुर जिले का मुख्यालय भी है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 1ए पर जम्मू और श्रीनगर के बीच स्थित है। हिन्दुओं का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल वैष्णो देवी उधमपुर के निकट है। .
देखें राम नाथ शास्त्री और उधमपुर
यह भी देखें
डोगरी भाषा
- चंपा शर्मा
- जितेन्द्र उधमपुरी
- टाकरी लिपि
- डोगरी भाषा
- पद्मा सचदेव
- बंधु शर्मा
- राम नाथ शास्त्री
- साहित्य अकादमी पुरस्कार डोगरी
साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप से सम्मानित
- अनीता देसाई
- अन्नदाशंकर राय
- अमृता प्रीतम
- अर्जन हासिद
- आशापूर्णा देवी
- इंतिज़ार हुसैन
- ए. आर. देशपांडे अनिल
- करतार सिंह दुग्गल
- काका कालेलकर
- कान्हूचरण मोहांती
- कुर्अतुल ऐन हैदर
- कृष्णा सोबती
- के. आर. श्रीनिवास आयंगर
- कैफ़ी आज़मी
- गोपीनाथ कविराज
- गोविन्द विनायक करंदीकर
- जयंत महापात्र
- जसवंत सिंह कँवल
- जैनेन्द्र कुमार
- ताराशंकर बंद्योपाध्याय
- नागार्जुन
- निर्मल वर्मा
- नीलमणि फूकन (कनिष्ठ)
- फ़िराक़ गोरखपुरी
- भीष्म साहनी
- मनोज दास
- महादेवी वर्मा
- रमाकांत रथ
- रवीन्द्र केलकर
- राम नाथ शास्त्री
- रामचंद्र नारायण दांडेकर
- लक्ष्मण शास्त्री जोशी
- वासुदेव विष्णु मिराशी
- विश्वनाथ प्रसाद तिवारी
- विष्णु सखाराम खांडेकर
- सच्चिदानंद राउतराय
- साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप
- सीताकांत महापात्र
- सुमित्रानन्दन पन्त
- हरिभजन सिंह
रामनाथ शास्त्री के रूप में भी जाना जाता है।