सामग्री की तालिका
5 संबंधों: तमिल भाषा, भारतीय, भारतीय साहित्य अकादमी, अगल विळक्कु, उपन्यास।
- तमिल साहित्यकार
तमिल भाषा
तमिल (தமிழ், उच्चारण:तमिऴ्) एक भाषा है जो मुख्यतः तमिलनाडु तथा श्रीलंका में बोली जाती है। तमिलनाडु तथा पुदुचेरी में यह राजभाषा है। यह श्रीलंका तथा सिंगापुर की कई राजभाषाओं में से एक है। .
देखें मु. वरदराजन और तमिल भाषा
भारतीय
भारत देश के निवासियों को भारतीय कहा जाता है। भारत को हिन्दुस्तान नाम से भी पुकारा जाता है और इसीलिये भारतीयों को हिन्दुस्तानी भी कहतें है।.
देखें मु. वरदराजन और भारतीय
भारतीय साहित्य अकादमी
भारत की साहित्य अकादमी भारतीय साहित्य के विकास के लिये सक्रिय कार्य करने वाली राष्ट्रीय संस्था है। इसका गठन १२ मार्च १९५४ को भारत सरकार द्वारा किया गया था। इसका उद्देश्य उच्च साहित्यिक मानदंड स्थापित करना, भारतीय भाषाओं और भारत में होनेवाली साहित्यिक गतिविधियों का पोषण और समन्वय करना है। .
देखें मु. वरदराजन और भारतीय साहित्य अकादमी
अगल विळक्कु
अगल विळक्कु तमिल भाषा के विख्यात साहित्यकार मु. वरदराजन द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1961 में तमिल भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .
देखें मु. वरदराजन और अगल विळक्कु
उपन्यास
उपन्यास गद्य लेखन की एक विधा है। .
देखें मु. वरदराजन और उपन्यास
यह भी देखें
तमिल साहित्यकार
- आदवन सुंदरम
- आर के नारायण
- आर.पी.सेतु पिळ्ळै
- ए. श्रीनिवासन राघवन्
- ए.एस. ज्ञानसंबंदन
- एम. रामलिंगम्
- एम. वी. वेंकटराम
- एस. अब्दुल रहमान
- का. ना. सुब्रह्मण्यम्
- के. टी. तिरुनावंक्करसु
- के. वी. जगन्नाथन्
- कोवि. मणिशेखरन
- जी. अलगिरिसामी
- जी. तिलकवती
- टी. जानकीरामन्
- टी.एम.सी. रघुनाथन्
- डी. सेल्वराज
- ति॰क॰ शिवशंकरण
- तोप्पिल मोहम्मद मीरान
- त्रिपुरसुंदरी लक्ष्मी
- ना. पार्थसारथी
- नांजिल नाडन
- नील पद्मनाभन
- पी. श्रीआचार्य
- पी॰ वी॰ अकिलानंदम
- पुवियरसु
- पूमणि
- पोन्नीलन (कंदेश्वर भक्तवत्सलम्)
- प्रपंचन
- बी. एस. रमय्या
- भवानी भट्टाचार्य
- मलयपुरम सिंगरावेलु चेट्टियार
- मु. वरदराजन
- मेलणमई पोन्नुसामी
- राजम कृष्णन्
- वल्लिकण्णन
- सिर्पी बालसुब्रह्मण्यम्
- सी. एस. चेल्लप्पा
- सु. वेंकटेशन
- सु. समुत्तिरम्
- सोमु (मी. पा. सोमसुंदरम)