3 संबंधों: लघुत्तम समापवर्त्य, विभाज्यता के नियम, अंकगणित।
लघुत्तम समापवर्त्य
अंकगणित में दो पूर्णांकों a तथा b का लघुत्तम समापवर्त्य (least common multiple या lowest common multiple (lcm) या smallest common multiple) उस सबसे छोटी धनात्मक पूर्णांक संख्या को कहते हैं जो a तथा b दोनो से विभाजित हो सके। इस परिभाषा को दो से अधिक संख्याओं के लिये सामान्यीकृत कर सकते हैं। पूर्णांकों a1, a2,..., an का लघुत्तम समापवर्त्य (लस) वह लघुत्तम (सबसे छोटी) धनात्मक पूर्णांक होती है जो a1, a2,..., an सभी संख्याओं से विभाजित हो जाय।; उदाहरण 3 और 4 का लस .
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विभाज्यता के नियम
विभाज्यता के नियम (divisibility rule) उन विधियों को कहते हैं जो सरलता से बता देते हैं कि कोई संख्या किसी दूसरी संख्या से विभाजित हो सकती है या नहीं। किसी भी आधार वाले संख्या-पद्धति (जैसे, द्वयाधारी या अष्टाधारी संख्याओं) के लिये ऐसे नियम बनाये जा सकते हैं किन्तु यहाँ केवल दाशमिक प्रणाली (decimal system) के संख्याओं के लिये विभाज्यता के नियम नियम दिये गये हैं। .
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अंकगणित
पुणे में आर्यभट की मूर्ति ४७६-५५० अंकगणित (ग्रीक मेंΑριθμητική, जर्मन मेंArithmetik, अंग्रेजी मेंArithmetic) गणित की तीन बड़ी शाखाओं में से एक है। अंकों तथा संख्याओं की गणनाओं से सम्बंधित गणित की शाखा को अंकगणित कहा जाता हैं। यह गणित की मौलिक शाखा है तथा इसी से गणित की प्रारम्भिक शिक्षा का आरम्भ होता है। प्रत्येक मनुष्य अपने दैनिक जीवन में प्रायः अंकगणित का उपयोग करता है। अंकगणित के अन्तर्गत जोड़, घटाना, गुणा, भाग, भिन्न, दशमलव आदि प्रक्रियाएँ आती हैं। .