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5 संबंधों: फ़ारसी भाषा, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, साहित्य अकादमी पुरस्कार, उर्दू भाषा।
- साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत उर्दू भाषा के साहित्यकार
फ़ारसी भाषा
फ़ारसी, एक भाषा है जो ईरान, ताजिकिस्तान, अफ़गानिस्तान और उज़बेकिस्तान में बोली जाती है। यह ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान की राजभाषा है और इसे ७.५ करोड़ लोग बोलते हैं। भाषाई परिवार के लिहाज़ से यह हिन्द यूरोपीय परिवार की हिन्द ईरानी (इंडो ईरानियन) शाखा की ईरानी उपशाखा का सदस्य है और हिन्दी की तरह इसमें क्रिया वाक्य के अंत में आती है। फ़ारसी संस्कृत से क़ाफ़ी मिलती-जुलती है और उर्दू (और हिन्दी) में इसके कई शब्द प्रयुक्त होते हैं। ये अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती है। अंग्रेज़ों के आगमन से पहले भारतीय उपमहाद्वीप में फ़ारसी भाषा का प्रयोग दरबारी कामों तथा लेखन की भाषा के रूप में होता है। दरबार में प्रयुक्त होने के कारण ही अफ़गानिस्तान में इस दारी कहा जाता है। .
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बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय भारत का एक विश्वविद्यालय हैं। इस विश्वविद्यालय का मुख्यालय बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में स्थित हैं जो पटना से लगभग ८० किलोमीटर उत्तर में स्थित हैं। .
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मगध विश्वविद्यालय
यह विश्वविद्यालय बोधगया मे जो गया ज़िला मुख्यालय से लगभग 12 कीलोमीटर फल्गु नदी के किनारे-2 रास्ते से है ज़बकी गाया डोभी रोड के रास्ते 19 कि.मी.है स्थीत है। मगध विश्वविद्यालय की स्थापना 1962 मे शिक्षाविद्व व पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा ने की थी।।अपने स्थापना के शुरुआती दिनों में ही यह विश्वविद्यालय अपनी शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर पूरे देश में चर्चित हो गया था| यहॉ उच्च कोटी की शिक्षा प्रदान की ज़ाती है। पटना तथा गया के लगभग 250 महाविद्यालय सम्बंधित है | प्रकार.
देखें मज़हर इमाम और मगध विश्वविद्यालय
साहित्य अकादमी पुरस्कार
साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत में एक साहित्यिक सम्मान है, जो साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल २२ भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा; याने कुल २४ भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं। पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए। पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि 5,000/- रुपए थी, जो सन् 1983 में ब़ढा कर 10,000/- रुपए कर दी गई और सन् 1988 में ब़ढा कर इसे 25,000/- रुपए कर दिया गया। सन् 2001 से यह राशि 40,000/- रुपए की गई थी। सन् 2003 से यह राशि 50,000/- रुपए कर दी गई है। .
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उर्दू भाषा
उर्दू भाषा हिन्द आर्य भाषा है। उर्दू भाषा हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप मानी जाती है। उर्दू में संस्कृत के तत्सम शब्द न्यून हैं और अरबी-फ़ारसी और संस्कृत से तद्भव शब्द अधिक हैं। ये मुख्यतः दक्षिण एशिया में बोली जाती है। यह भारत की शासकीय भाषाओं में से एक है, तथा पाकिस्तान की राष्ट्रभाषा है। इस के अतिरिक्त भारत के राज्य तेलंगाना, दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश की अतिरिक्त शासकीय भाषा है। .
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यह भी देखें
साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत उर्दू भाषा के साहित्यकार
- अख़लाक़ मुहम्मद ख़ान 'शहरयार'
- अख़्तर-उल-ईमान
- आनंद नारायण मुल्ला
- आले अहमद सुरूर
- इम्तियाज़ अली अर्शी
- कुर्अतुल ऐन हैदर
- कृष्ण कुमार तूर
- कैफ़ी आज़मी
- खलील मामून
- ग़ुलाम रब्बानी ताबाँ
- गुलज़ार (गीतकार)
- गोपीचंद नारंग
- जयंत परमार
- जाँनिसार अख्तर
- जाबिर हुसैन
- जावेद अख्तर
- जिगर मुरादाबादी
- ज्ञानचंद जैन
- निज़ाम सिद्दिक़ी
- निदा फ़ाज़ली
- नैयर मसूद
- फ़िराक़ गोरखपुरी
- बलराज कोमल
- बशीर बद्र
- मखदूम मोहिउद्दीन
- मख़मूर सईदी
- मज़हर इमाम
- मसूद हुसैन ख़ान
- मालिक राम
- मुनव्वर राना
- रशीद अहमद सिद्दीक़ी
- राजिंदर सिंह बेदी
- वहाब अशरफी
- शमीम तारिक
- शीन काफ़ निज़ाम
- शेख़ अब्दुल्ला
- सलाम बिन रज़ाक
- साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू
- सैयद मसूद हसन रिज़वी
- सैयद मुहम्मद अशरफ़
- हमीदी कश्मीरी
- हयातुल्लाह अंसारी