सामग्री की तालिका
21 संबंधों: चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार, एलिज़ाबेथ द्वितीय, ऐनी, प्रिंसेस रॉयल, डायना, वेल्स की राजकुमारी, ब्रिटिश राजतंत्र, ब्रिटेन, यॉर्क की राजकुमारी बियैट्रिस, यॉर्क की राजकुमारी यूजीनी, राष्ट्रकुल, राजमुकुट, राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल, राजकुमार ऐंड्र्यू, यॉर्क के ड्यूक, राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक, राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक, सारा, यॉर्क की डचेस, सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस, वेल्स के प्रिंस हेनरी, ऑस्ट्रेलिया, कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेस, कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज, कैम्ब्रिज की राजकुमारी शार्लट।
- ब्रिटिश राजतंत्र
- ब्रिटिश संस्कृति
चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार
वेल्स के राजकुमार, युवराज चार्ल्स (चार्ल्स फिलिप ऑर्थर जॉर्ज; जन्म 14 नवम्बर 1948) महारानी एलिज़ाबेथ II और एडिनबर्ग के ड्यूक, राजकुमार फिलिप के ज्येष्ट पुत्र हैं। 1952 से ही वे राष्ट्रमंडल शक्तियों की गद्दी के स्पष्ट उत्तराधिकारी रहे हैं। कैम्ब्रिज, ट्रिनिटी कॉलेज से कला में स्नातक प्राप्त करने के बाद उन्होंने रॉयल नेवी मे 1971-1976 तक अपनी सेवाओं का निर्वहन किया। 1981 में उन्होंने लेडी डायना स्पेंसर के साथ संसार भर के टेलीविजन के विशाल दर्शकों के सामने ब्याह रचाया.
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार
एलिज़ाबेथ द्वितीय
एलिज़ाबेथ द्वितीय (Elizabeth II) (एलिजाबेथ ऐलैग्ज़ैण्ड्रा मैरी, जन्म: २१ अप्रैल १९२६) यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीपसमूह, तुवालू, सन्त लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सन्त किट्स और नेविस की महारानी हैं। इसके अतिरिक्त वह राष्ट्रमण्डल के ५४ राष्ट्रों और राज्यक्षेत्रों की प्रमुख हैं और ब्रिटिश साम्राज्ञी के रूप में, वह अंग्रेज़ी चर्च की सर्वोच्च राज्यपाल हैं और राष्ट्रमण्डल के सोलह स्वतन्त्र सम्प्रभु देशों की संवैधानिक महारानी हैं। एलिज़ाबेथ को निजी रूप से पर घर पर शिक्षित किया गया था। उनके पिता, जॉर्ज षष्ठम को १९३६ में ब्रिटेन और ब्रिटिश उपनिवेश भारत का सम्राट बनाया गया था। ६ फरवरी १९५२ को अपने राज्याभिषेक के बाद एलिज़ाबेथ राष्ट्रकुल की अध्यक्ष व साथ स्वतंत्र देशों यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान अभिराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका व सिलोन की शासक रानी बन गयीं। उनका राज्याभिषेक समारोह अपने तरह का पहला ऐसा राज्याभिषेक था जिसका दूरदर्शन पर प्रसारण हुआ था। 1956 से 1992 के दौरान विभिन्न देशों को स्वतंत्रता मिलते रहने से उनकी रियासतों की संख्या कम होती गई। वह विश्व में सबसे वृद्ध शासक और ब्रिटेन पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली रानी है। ९ सितम्बर २०१५ को उन्होंने अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया के सबसे लंबे शासनकाल के कीर्तिमान को तोड़ दिया व ब्रिटेन पर सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली व साम्राज्ञी बन गयीं। एलिज़ाबेथ का जन्म लंदन में ड्यूक जॉर्ज़ षष्टम व राजमाता रानी एलिज़ाबेथ के यहाँ पैदा हुईं व उनकी पढाई घर में ही हुई। उनके पिता ने १९३६ में एडवर्ड ८ के राज-पाठ त्यागने के बाद राज ग्रहण किया। तब वह राज्य की उत्तराधिकारी हो गयी थीं। उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जनसेवाओं में हिस्सा लेना शुरु किया व सहायक प्रादेशिक सेवा में हिस्सा लिया। १९४७ में उनका विवाह राजकुमार फिलिप से हुआ जिनसे उनके चार बच्चे, चार्ल्स, ऐने, राजकुमार एँड्रयू और राजकुमार एडवर्ड हैं। एलिज़ाबेथ के शासन के दौरान यूनाइटेड किंगडम में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए, जैसे अफ्रीका की ब्रिटिश उपनिवेशीकरण से स्वतंत्रता, यूके की संसद की शक्तियों का वेल्स, स्कॉटलैंड, इंग्लैंड व आयरलैंड की संसदों में विभाजन इत्यादि। अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न युद्धों के दौरान अपने राज्य का नेतृत्व किया। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और एलिज़ाबेथ द्वितीय
ऐनी, प्रिंसेस रॉयल
ऐनी, प्रिंसेस रॉयल, KG, KT, GCVO, GCStJ, QSO, GCL, CD (पूरा नाम:ऐनी एलिज़ाबेथ ऐलिस लोएस; जन्म:१५ अगस्त १९५०) रानी एलिज़ाबेथ द्वि॰ और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक की दूसरी संतान और एकमात्र पुत्री है। अपने जन्म के समय वे उत्तराधिकार के अनुक्रम में तीसरे स्थान पर थी, अपनी माँ और बड़े भाई के पीछे, पर अब वे बारहवें स्थान पर है। राजकुमारी ऐनी "प्रिंसेस रॉयल" के उपदि की सातवीं धारक हैं। उन्हें अपने दांकर्म के लिए जाना जाता है, और वे २०० से भी अधिक दानकर्मि संगठनों की पितृनामिका(संरक्षक) हैं। साथ ही उन्हें अपनी अश्वक्रीड़ा प्रतिभा के लिए भी जाना जाता है; उन्होंने यूरोपियन एवेंटिंग चैंपियनशिप में दो राजतपदक(१९७५) और एक स्वर्णपदक (१९७१) जीत है। तथा वे ब्रिटिश शाही परिवार से ओलिंपिक खेलों में भाग लेने वाली पहली सदस्य हैं। राजकुमारी ऐनी का विवाह कैप्टेन मार्क फिलिप्स के साथ १९७३ में हुआ था। १९९२ में उनहोंने आपस में तलाक़ ले लिया। उनके कुल दो संतानें और तीन पोते-पोतियाँ हैं। १९९२ में, तलाक़ के कुछ महीनों के भीतर ही, ऐनी ने वाईस-एडमिरल सर टिमोथी लॉरेंस से शादी कर ली, जिनसे वे तब मिलीं थी, जब वो उनकी माँ के घुड़साल के रूप में १९८६ से १९८८ के बीच काम करते थे। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और ऐनी, प्रिंसेस रॉयल
डायना, वेल्स की राजकुमारी
डायना, वेल्स की राजकुमारी (डायना फ्रांसिस; पहले स्पेन्सर; 1 जुलाई 1961 – 31 अगस्त 1997), ग्रेट ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के पुत्र और राज सिंहासन के दावेदार चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार की पहली पत्नी और वेल्स की राजकुमारी थीं। डायना का जन्म ब्रिटेन के एक शाही कुलीन परिवार में द ऑनरेबल डायना स्पेन्सर के तौर पर हुआ था। वो जॉन स्पेन्सर, स्पेन्सर के आठवें अर्ल और उनकी पत्नी द ऑनरेबल फ्रांसेस शांड क्यिड की तीसरी बेटी और चौथी संतान थीं। उनका पालन पोषण सैंडरिंघम हाउस में स्थित पार्क हाउस में हुआ और शिक्षा इंग्लैंड व स्विट्ज़रलैंड में हुई। 1975 में जब उनके पिता को अर्ल स्पेन्सर की उपाधि मिली तब डायना लेडी डायना स्पेन्सर हो गयीं। 29 जुलाई 1981 को सेंट पॉल्स कैथेड्रल में राजकुमार चार्ल्स से हुई उनकी शादी का समारोह लगभग साढे सात सौ लोगों ने टेलीविजन पर देखा। शादी के बाद उन्हें वेल्स की राजकुमारी, कॉर्नवाल की डचेज, रोथसे की डचेज, चेस्टर की काउंटेस, और रेनफ्र्यु की बैरोनेस की उपाधियाँ भी मिलीं। इस शादी से उनको दो संताने हुईं जो क्रमश: राजकुमार विलियम और राजकुमार हैरी कहलाये। वेल्स की राजकुमारी के तौर पर डायना ने कई आधिकारिक कार्य किये व रानी की प्रतिनिधि के रूप में देश विदेश में कई आयोजनों में हिस्सा लिया। उन्हें उनके दान पुण्य व सामाजिक कार्यों के लिये भी जाना जाता है। अपने जीवन काल में वह विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की अध्यक्षा भी थीं। Morton, p.
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और डायना, वेल्स की राजकुमारी
ब्रिटिश राजतंत्र
ब्रिटिश एकराट्तंत्र अथवा ब्रिटिश राजतंत्र(British Monarchy, ब्रिटिश मोनार्की, ब्रिटिश उच्चारण:ब्रिठिश मॉंनाऱ्क़़ी), वृहत् ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की संयुक्त राजशाही की संवैधानिक राजतंत्र है। ब्रिटिश एकाधिदारुक को संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ राष्ट्रमण्डल प्रदेशों, मुकुटिया निर्भर्ताओं और समुद्रपार प्रदेशों के राजमुकुटों सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं जब उन्होंने अपने पिता जॉर्ज षष्ठम् से राजगद्दी उत्तराधिकृत की थी। संप्रभु और उसके तत्काल परिवार के सदस्य देश के विभिन्न आधिकारिक, औपचारिक और प्रतिनिधि कार्यों का निर्वाह करते हैं। सत्ताधारी रानी/राजा पर सैद्धांतिक रूप से एक संवैधानिक शासक के अधिकार निहित है, परंतु सदियों पुराने आम कानून के कारण संप्रभु अपने अधिकतर शक्तियों का अभ्यास केवल संसद और सरकार के विनिर्देशों के अनुसार ही कार्यान्वित करने के लिए बाध्य हैं। इस कारण से, इसे वास्तविक तौर पर एक संसदीय सम्राज्ञता मानी जाता है। संसदीय शासक होने के नाते, शासक के अधिकतर अधिकार, निष्पक्ष तथा गैर-राजनैतिक कार्यों तक सीमित हैं। सम्राट, शासक और राष्ट्रप्रमुख होने के नाते उनके अधिकतर संवैधानिक शासन तथा राजनैतिक-शक्तियों का अभ्यय वे सरकार और अपने मंत्रियों की सलाह और विनिर्देशों पर ही करते हैं। परंपरानुसार शासक, ब्रिटेन के सशस्त्र बाल के अधिपति होते हैं। हालाँकि, संप्रभु के समस्त कार्य-अधिकारों का अभ्यय शासक के राज-परमाधिकार द्वारा होता है। वर्ष १००० के आसपास, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के राज्यों में कई छोटे प्रारंभिक मध्ययुगीन राज्य विकसित हुए थे। इस क्षेत्र में आंग्ल-सैक्सन लोगों का वर्चस्व इंग्लैंड पर नॉर्मन विजय के दौरान १०६६ में समाप्त हो गया, जब अंतिम आंग्ल-सैक्सन राजा हैरल्ड द्वितीय की मृतु हो गयी थी और अंग्रेज़ी सत्ता विजई सेना के नेता, विलियम द कॉंकरर और उनके वंशजों के हाथों में चली गयी। १३वीं सदी में इंग्लैंड ने वेल्स की रियासत को अवशोषित किया तथा मैग्ना कार्टा द्वारा संप्रभु के क्रमिक निःशक्तकरण की प्रक्रिया शुरू हुई। १६०३ में स्कॉटलैंड के राजा जेम्स चतुर्थ, अंग्रेजी सिंहासन पर जेम्स प्रथम के नाम से विराजमान होकर जो दोनों राज्यों को एक व्यक्तिगत संघ की स्थिति में ला खड़ा किया। १६४९ से १६६० के लिए अंग्रेज़ी राष्ट्रमंडल के नाम से एक क्षणिक गणतांत्रिक काल चला, जो तीन राज्यों के युद्ध के बाद अस्तिव में आया, परंतु १६६० के बाद राजशाही को पुनर्स्थापित कर दिया गया। १७०७ में परवर्तित एक्ट ऑफ़ सेटलमेंट, १७०१, जो आज भी परवर्तित है, कॅथॉलिक व्यक्तियों तथा कैथोलिक व्यक्ति संग विवाहित व्यक्तियों को अंग्रज़ी राजसत्ता पर काबिज़ होने से निष्कर्षित करता है। १७०७ में अंग्रेज़ी और स्कॉटियाई राजशाहियों के विलय से ग्रेट ब्रिटेन राजशही की साथपना हुई और इसी के साथ अंग्रज़ी और स्कोटिश मुकुटों का भी विलय हो गया और संयुक्त "ब्रिटिश एकराट्तंत्र" स्थापित हुई। आयरिश राजशही ने १८०१ में ग्रेट ब्रिटेन राजशाही के साथ जुड़ कर ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की संयुक्त राजशाही की स्थापना की। ब्रिटिश एकराट्, विशाल ब्रिटिश साम्राज्य के नाममात्र प्रमुख थे, जो १९२१ में अपने वृहत्तम् विस्तार के समय विष के चौथाई भू-भाग पर राज करता था। १९२२ में आयरलैंड का पाँच-छ्याई हिस्सा आयरिश मुक्त राज्य के नाम से, संघ से बहार निकल गया। बॅल्फोर घोषणा, १९२६ ने ब्रिटिश डोमिनिओनों के औपनिवेशिक पद से राष्ट्रमंडल के भीतर ही विभक्त, स्वशासित, सार्वभौमिक देशों के रूप में परिवर्तन को मान्य करार दिया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटिश साम्राज्य सिमटता गया, और ब्रिटिश साम्राज्य के अधिकतर पूर्व उपनिवेश व प्रदेश स्वतंत्र हो गए। जो पूर्व उपनिवेश, ब्रिटिश शासक को अपना शासक मानते है, उन देशों को ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल प्रमंडल या राष्ट्रमण्डल प्रदेश कहा जाता है। इन अनेक राष्ट्रों के चिन्हात्मक समानांतर प्रमुख होने के नाते, ब्रिटिश एकराट् स्वयं को राष्ट्रमण्डल के प्रमुख के ख़िताब से भी नवाज़ते हैं। हालांकि की शासक को ब्रिटिश शासक के नाम से ही संबोधित किया जाता है, परंतु सैद्धान्तिक तौर पर सारे राष्ट्रों का संप्रभु पर सामान अधिकार है, तथा राष्ट्रमण्डल के तमाम देश एक-दुसरे से पूर्णतः स्वतंत्र और स्वायत्त हैं। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और ब्रिटिश राजतंत्र
ब्रिटेन
ब्रिटेन शब्द का प्रयोग हालाँकि आम तौर पर हिंदी में संयुक्त राजशाही अर्थात् यूनाइटेड किंगडम देश का बोध करने के लिए होता है, परंतु इसका उपयोग अन्य सन्दर्भों के लिए भी हो सकता है.
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और ब्रिटेन
यॉर्क की राजकुमारी बियैट्रिस
यॉर्क की, राजकुमारी बियैट्रिस, (पूरा नाम:बियैट्रिस एलिज़ाबेथ मैरी) ब्रिटिश राजपरिवार की एक सदस्य है। वो राजकुमार एंड्रू, यॉर्क के ड्यूक और सारा, यॉर्क की डचेस के ज्येष्ठ पुत्री है। वह रानी एलिज़ाबेथ द्वि॰ की पौत्री है, और ब्रिटिश सिंघासन के अनुक्रम में सातवें स्थान पर हैं, तथा दूसरी महिला हैं। वह अपनी माता-पिता की पहली संतान हैं। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और यॉर्क की राजकुमारी बियैट्रिस
यॉर्क की राजकुमारी यूजीनी
यॉर्क की राजकुमारी यूजीन(पूरा नाम:यूजीन विक्टोरिया हेलेना; सटीक उच्चारण:युझ़ीनी) राजकुमार एंड्रू, यॉर्क के ड्यूक और सारा, यॉर्क की डचेस की दूसरी संतान और छोटी बेटी है। वह महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की पोती हैं, और ब्रिटिश सिंघासन के उत्तराधिकार के अनुक्रम में आठवें स्थान पर हैं। वो इस क्रम में तीसरी स्त्री हैं। उमक जन्म २३ मार्च १९९० को हुआ था। वर्ष २०१५ में उन्होंने हौसेर एंड वर्थ आर्ट गैलरी, लंदन में काम करना शुरू किया था। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और यॉर्क की राजकुमारी यूजीनी
राष्ट्रकुल
रष्ट्रमण्डल देशों का मानचित्र राष्ट्रकुल, या राष्ट्रमण्डल देश (अंग्रेज़ी:कॉमनवेल्थ ऑफ नेशंस) (पूर्व नाम ब्रितानी राष्ट्रमण्डल), ५३ स्वतंत्र राज्यों का एक संघ है जिसमे सारे राज्य अंग्रेजी राज्य का हिस्सा थे (मोज़ाम्बीक और स्वयं संयुक्त राजशाही को छोड़ कर)। इसका मुख्यालय लंदन में स्थित है। इसका मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र, साक्षरता, मानवाधिकार, बेहतर प्रशासन, मुक्त व्यापार और विश्व शांति को बढ़ावा देना है। इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय प्रत्येक चार वर्ष में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और बैठक में भाग लेती हैं। इसकी स्थापना १९३१ में हुई थी, लेकिन इसका आधुनिक स्वरूप १९४७ में भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्र होने के बाद निश्चित हुआ। राष्ट्रमंडल या राष्ट्रकुल देशों का कोई संविधान या चार्टर नहीं है। इसके प्रमुखों की प्रत्येक दो वर्ष में एक बार बैठक होती है। भारत सहित एंटीगुआ, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ब्रुनेई, कनाडा, साइप्रस, घाना आदि इसके सदस्य हैं। जिम्बाब्वे को २००२ में राष्ट्रकुल की सदस्यता से हटाया गया था और २००३ में यह प्रतिबंध अनिश्चित काल तक बढ़ाया गया था। राष्ट्रकुल समूह के देशों की कुल जनसंख्या १.९ अरब है, जो विश्व की जनसंख्या की एक-तिहाई भाग है। फिजी को कॉमनवेल्थ समूह से २०००-०१ में प्रतिबंधित किया गया था, उसके बाद पुन: उस पर २००६ में प्रतिबंध लगा। नाइजीरिया को १९९५ से १९९९ तक प्रतिबंधित किया गया। पाकिस्तान पर १९९९ में प्रतिबंध लगा था। लंदन घोषणा के तहत ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय राष्ट्रमंडल देशों के समूह की प्रमुख होती हैं। राष्ट्रमंडल सचिवालय की स्थापना १९६५ में हुई थी। इसके महासचिव मुख्य कार्यकारी के तौर पर काम करते हैं। वर्तमान में कमलेश शर्मा इसके महासचिव हैं। उनका चयन नवंबर, २००७ को हुआ। इसके पहले महासचिव कनाडा के आर्नल्ड स्मिथ थे। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और राष्ट्रकुल
राजमुकुट
राजमुकुट अथवा द क्राउन(The Crown La Couronne, ला कोहुन्न्/लॅ कोऱुन) (अन्यथा "ताज" या सासामान्यतः "मुकुट"), एक विशेष राजनीतिक संकल्पना है, जिसकी ब्रिटेन तथा अन्य राष्ट्रमण्डल प्रदेशों के विधीशास्त्र तथा राजतांत्रिक व्यवस्था में अतिमहत्वपूर्ण भूमिका है। इस सोच का विकास इंग्लैण्ड राज्य में सामंतवादी काल के दौरान शाब्दिक मुकुट तथा राष्ट्रीय संपदाओं को संप्रभु(नरेश) तथा उनके/उनकी व्यक्तिगत संपत्ति से विभक्त कर संबोधित करने हेतु हुआ था। इस सोच के अनुसार राजमुकुट को प्रशासन के समस्त अंगों तथा हर आयाम में राज्य तथा शासन के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, तथा ब्रिटिश संप्रभु को राजमुकुट के सतत अवतार के रूप में देखा जाता है। अतः ब्रिटेन तथा राष्ट्रमण्डल प्रदेशों मे इस शब्दावली को शासन अथवा सर्कार के लिए एक उपलक्षण(उपशब्द) के रूप में भी उपयोग किया जाता है, या सीधे-सीधे ऐसा भी कहा जा सकता है की यह राजतंत्र को ही संबोधित करने का एक दूसरा तरीका है। विधिक रूप से "राजमुकुट" को एक एकव्यक्ती संस्थान के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो कि विधानपालिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका के संपूर्ण समुच्च न्यायिक अवतार है। अतः इस संदर्भ में इस शब्द को किसी शाही पोशाक के वास्तविक मुकुट के साथ संभ्रमित नहीं करना चाहिए। एक संस्थान के रूप में, राजमुकुट, ब्रिटेन की राजनीतिकव्यवस्था का सबसे पुराना कार्यशील संस्थान है। बीती सदियों के दौरान, क्रमशः पहले अंग्रेज़ी तथा तत्पश्चात् ब्रिटिश औपनिवेशिक विस्तार द्वारा यह संकल्पना विश्व के अन्य अनेक कोनों तक पहुची, और आज यह यूनाइटेड किंगडम के अतिरिक्त, अन्य 15 स्वतंत्र राष्ट्रों और तीन भिक्त मुकुटीय निर्भरताओं की प्रशासनिक प्रणाली तथा विधिकीय व्यवस्था के मूल आधारभूतियों में जड़ा हुआ है। इनमें से प्रत्येक राष्ट्र के शासन एक-दूसरे से पूर्णतः विभक्त हैं, परंतु सारे के सारे समान रूप से एक ही राजपरिवार को साझा करते हैं। अतः एक नरेश होने के बावजूद इन सारे राष्ट्रों के "राजमुकुट" एक-दूसरे से स्वतंत्र हैं। इस शब्द को और भी कई आधिकारिक शब्दों में देखा जा सकता है, उदाहरणस्वरूप:मुकुट के मंत्री, मुकुटीय भूमि(क्राउन लैण्ड), इत्यादि। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और राजमुकुट
राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल
राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल,(पूरा नाम:एडवर्ड एंटनी रिचर्ड लुइस) महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक के चार संतानों में से सबसे छोटे संतान हैं, वे रानी एलिज़ाबेथ के तीसरे पुत्र हैं। अपने जन्म के सन्मय, वे सिंघासन पर उत्तराधिकार के अनुक्रम में तीसरे स्थान पर थे। हालाँकि, उनके अग्रज भाइयों की संतानों के जन्म के बाद से, आज वे नौंवे स्थान पर हैं। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल
राजकुमार ऐंड्र्यू, यॉर्क के ड्यूक
प्रिंस एंड्रयू, यॉर्क के ड्यूक (एंड्रयू अल्बर्ट क्रिस्चियन एडवर्ड; जन्म 19 फरवरी 1960) ब्रिटिश शाही परिवार के एक सदस्य है। वे महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और राजकुमार फिलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक का दूसरा बेटा है। 1986 से उन्हें यॉर्क के ड्यूक की उपादि से जाना जाता है, और वे यूनाइटेड किंगडम के सिंहासन पर उत्तराधिकार के क्रम में छठे स्थान पर है। प्रिंस एंड्रयू का जन्म बकिंघम पैलेस, लंदन में हुआ था। उनहोंने हीथरडाउन प्रीपरेटरी स्कूल, बर्कशायर, इंग्लैंड और गोर्डोंसटाउन, स्कॉटलैंड से अपनी प्राथमिक शिक्षा ली। प्रिंस एंड्रू ने यूनिवर्सिटी में पढ़ने के बजाय ब्रिटानिया रॉयल नेवल कॉलेज में जाना पसंद किया। नौसेना में उन्होंने फ़ॉकलैंड युद्ध में सेवा की है, और अपने कैरियर को जारी रखा, 1999 में वे एक कमांडर और 2001 में मानद कप्तान बन गए। 1986 में, प्रिंस एंड्रयू ने प्रिंस ऑफ वेल्स के पोलो प्रबंधक, रोनाल्ड फर्ग्यूसन, की छोटी बेटी, सारा फर्ग्यूसन से शादी की। इस शादी से उन्हें दो बेटियाँ हुईं:राजकुमारी बियैट्रिस और राजकुमारी यूजीनी। एंड्रयू और सारा 1992 में अलग हो गए, और मई 1996 में उनहोंने तलाक दे दिया। प्रिंस एंड्रयू शाही परिवार के एक सक्रिय सदस्य है। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और राजकुमार ऐंड्र्यू, यॉर्क के ड्यूक
राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक
राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्घ के ड्यूक, (Prince Philip, Duke of Edinburgh) (जन्म से ग्रीस और डेनमार्क के राजकुमार फ़िलिप १० जून १९२१़ को) यूनाइटेड किंगडम की महरानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के पति हैं। वह किसी ब्रिटिश शासक के शासनकाल में सर्वाधिक समय तक पटराजा रहे हैं। साथ ही वो ब्रिटिश राज परिवार के सबसे वृद्ध पुरुष सदस्य भी हैं। ग्लुक्सबर्ग राजघराने के सदस्य फिलिप का जन्म यूनानी और डैनिश राज परिवारों में हुआ था। उनका जन्म यूनान (ग्रीस) में हुआ था लिक्न बाल्यावस्था के दौरान ही उनके परिवार को देश से निष्कासित कर दिया गया। फ्रांस, जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम से शिक्षा प्राप्त करने के बाद वो १८ वर्ष की उम्र में सन् १९३९ में ब्रिटिश शाही नौसेना में शमिल हो गये। १९३४ में पहली बार मिलने के बाद जुलाई १९३४ से ही उन्होंने अपनी १३ वर्षीय दूर की रिश्तेदार राजकुमारी एलिज़ाबेथ (कालांतर में महारानी एलिज़ाबेथ) से पत्राचार शुरु कर दिया था। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने नौसेना की भूमघ्य और प्रशांत टुकड़ियों में अपनी सेवाएँ दीं थीं। युद्धोपरांत, जॉर्ज षष्टम ने फिलिप को अपनी बेटी एलिज़ाबेथ से विवाह की अनुमती दे दी। उनकी सगाई के आधिकारिक घोषणा से पूर्व ही उन्हें अपने यूनानी और डैनिश शाही पदवियाँ त्यागनी पड़ी और पूर्ण रूप से सामान्य ब्रिटिश नागरिक बनना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपने ननिहाल का माउंटबेटेन उपनाम रख लिया। सगाई के पाँच महीनों के बाद उन्होंने २० नवंबर १९४७ को एलिज़ाबेथ से शादी कर ली। शादी से पहले महाराजा जॉर्ज षष्टम ने उन्हें ब्रिटिश शाही पदवियों और अलंकरणों से सम्मानित किया। उन्हें पुकारने की शैली "हिज़ रोयल हाइनेस" और एडिनबर्घ के ड्यूक की उपाधि दी गई। 1952 में एलिज़ाबेथ के महारानी बनने पर फिलिप ने कमांडर के पद पर पहुंच जाने के बाद सक्रिय सैन्य सेवा छोड़ दी। उनकी पत्नी ने उन्हें सन् १९५७ में ब्रिटिश राजकुमार बना दिया। एलिज़ाबेथ और फिलिप के चार बच्चे हैं: चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार, ऐन, शाही राजकुमारी, राजकुमार ऐंड्र्यु, यॉर्क के ड्यूक और राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल। उनके आठ पोते और पाँच पड़पोते हैं। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक
राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक
राजुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक (Prince William, Duke of Cambridge) (विलियम आर्थर फ़िलिप लुई (अंग्रेज़ी: William Arthur Philip Louis); जन्म: 21 जून 1982), चार्ल्स, वेल्स के युवराज और दिवंगत डायना के बड़े पुत्र तथा एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक, के तीसरे ज्येष्ठ पोते हैं। ये सोलह स्वतंत्र सार्वभौम राज्यों की राजगद्दी की उत्तराधिकारियों की पंक्ति में अपने पिता के पश्चात दूसरे स्थान पर हैं। ये सोलह राज्य कॉमनवैल्थ रॅलम (हिन्दी: राष्ट्रमंडल क्षेत्र) के नाम से जाने जाते हैं: यूनाईटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीप, तुवालू, सेंट लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सेंट किट्स और नेविस। राजकुमार विलियम यूनाईटेड किंगडम के चार अलग-अलग विद्यालयों में पढ़े थे तथा इन्होंने अपनी कॉलेज डिग्री यूनिवर्सिटी ऑफ़ सेंट एंड्रूज से प्राप्त करी। इन्होंने अंतराल वर्ष चिली, बेलीज़ तथा अफ़्रीकी राष्ट्रों में रह कर बिताया। अफ़्रीका में इन्होंने ज्यादातर समय कीनिया में बिताया जहाँ यह कई बार रहे तथा छुट्टियाँ मनाई। राजकुमार विलियम कीनियाई और तंजानियाई विश्विद्यालयों में स्वाहिली भाषा की शिक्षा भी प्राप्त कर चुके हैं। 2006 में ये अपने छोटे भाई राजकुमार हैरी के साथ ब्लूज एण्ड रॉयल्स रेजिमेंट ऑफ़ हाउसहोल्ड कैवेलरी में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त किए गए। 2009 में इनका तबादला रॉयल एयर फ़ोर्स में हो गया जहाँ इन्हें फ्लाईट लेफ्टिनेंट के पद पर पदोन्नत कर दिया गया। इस पद पर रहते हुए इन्होंने सर्च एण्ड रेस्क्यू फ़ोर्स में पूर्णकालिक पायलट बनने के लिए हैलीकॉप्टर उड़ाने का प्रिशिक्षण प्राप्त किया। वर्ष 2010 में इन्होंने अपना समान्य तथा विशेष-प्रकार हैलीकॉप्टर प्रशिक्षण पूरा किया और वेल्स के आरएएफ वैली स्टेशन में न॰ 22 स्क्वाड्रन आरएएफ में शामिल हो कर वैस्टलैंड सी किंग हेलिकॉप्टर में सह-पायलट की भूमिका निभाते हुए खोज और बचाव दल में कार्य करने लगे। राजकुमार विलियम ने 29 अप्रैल 2011 में अपनी लम्बे समय की प्रेमिका कैथरीन मिडलटन से वैस्टमिनस्टर एबी में विवाह किया। अपने विवाह से थोड़े समय पहले ही राजकुमार विलियम को ड्यूक ऑफ़ कैम्ब्रिज, अर्ल ऑफ़ स्ट्रैथिर्न और बैरन कैरिकफर्ग्स बना दिया गया था। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक
सारा, यॉर्क की डचेस
सारा, यॉर्क की डचेस, (पूरा नाम:सारा मार्गरेट(फर्ग्यूसन); जन्म:१५ अक्टूबर १९५९) एक ब्रिटिश लेखक, दानकर्ता, सार्वजनिक वक्ता, टीवी व्यक्तियत्व और फ़िल्म निर्माता हैं। उन्हें अक्सर उनके उपनाम फर्जी(Fergie) के नाम से जाना जाता है। वो महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक के पुत्र राजकुमार एंड्रू, यॉर्क के ड्यूक के तलाकशुदा पूर्व पत्नी हैं। वो मेजर रोनाल्ड फर्ग्यूसन और उनकी पत्नी सूज़न की छोटी पुत्री हैं। उनका जन्म २५ अक्टूबर १९५९ को लंदन, इंग्लैंड में हुआ था। राजकुमार एंड्रू से उनका विवाह २३ जुलाई १९८६ को हुआ था। उनके विवाह पर एंड्रू को योक् के ड्यूक के खिताब से नवाज़ा गया था, जिसके कारण वे यॉर्क की डचेस बन गयी(तलख के बाद अविवाहित रहने के कारण यह उपदि अभी भी उनके साथ है)। सारा और राजकुमार की दो पुत्रियाँ हैं, राजकुमारी बियैट्रिस और राजकुमारी यूजीनी, जोकि वर्त्तमान समय में ब्रिटिश सिंघासन के उत्तराधिकार के अनुक्रम में क्रमशः सातवें और आठवें स्थान पर हैं। राजकुमार एंड्रू के साथ उनका तलाक़ ३० मई १९९६ को हुआ था। सारा कई किताबों की लेखक रह चुकी है, जिमें अधिकांश, बच्चों और युवाओं के लिए लिखी गयी हैं। साथ ही उन्हों ने कई दानकार्यों और चैरिटी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है, और लगातार ऐसा कार्यों को सकरांमत समर्थन भी देती रहीं हैं। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और सारा, यॉर्क की डचेस
सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस
सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस,(सोफ़ी हेलेन) महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप के सबसे छोटे पुत्र, राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल की धर्मपत्नी है। उनका जन्म २० जनवरी १९६५ को हुआ था, और राजकुमार से विवाह से पहले वे पब्लिक रिलेशन्स में काम करती थी। उमके दो संतान हैं, जेम्स और लुईस, जो क्रमशः, ब्रिटिश सिंघासन के अनुक्रम में दसवें और ग्यारहवें स्थान पर हैं। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस
वेल्स के प्रिंस हेनरी
वेल्स के राजकुमार हेनरी,(पूरा नाम:हेनरी चार्ल्स ऐल्बर्ट डेविड) जन्हें आम तौर पर राजकुमार हैरी के नाम से जाना जाता है, राजकुमार चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार और स्व॰ डायना, वेल्स की राजकुमारी के अनुज पुत्र हैं। वे राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक के छोटे भाई हैं। उनका जन्म १५ सितंबर १९८४ को सेंट मैरी अस्पताल, लंदन में हुआ था। अपने जन्म के समय वे अपनी दादी, रानी एलिज़ाबेथ द्वि॰ के उत्तराधिकार के क्रम में तीसरे स्थान पर थे, जबकि आज वे पांचवे स्थान पर हैं। उनकी पर्वरिश ब्रिटेन में ही हुई, और वे ईटन कॉलेज के छात्र थे। पढाई पूरी करने और तत्पश्चात्, कुछ समय ऑस्ट्रेलिया और लेसोथो में बिताने के बाद, उन्होंने सैन्य पेश अपनाने का निर्णय किया, और शाही वायु सेना में अपनी सेवा शुरू की। अपने सेवा काल के दौरान उन्हें अफ़ग़ानिस्तान में भी तैनात किया गया था। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और वेल्स के प्रिंस हेनरी
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया, सरकारी तौर पर ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रमंडल दक्षिणी गोलार्द्ध के महाद्वीप के अर्न्तगत एक देश है जो दुनिया का सबसे छोटा महाद्वीप भी है और दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप भी, जिसमे तस्मानिया और कई अन्य द्वीप हिंद और प्रशांत महासागर में है। ऑस्ट्रेलिया एकमात्र ऐसी जगह है जिसे एक ही साथ महाद्वीप, एक राष्ट्र और एक द्वीप माना जाता है। पड़ोसी देश उत्तर में इंडोनेशिया, पूर्वी तिमोर और पापुआ न्यू गिनी, उत्तर पूर्व में सोलोमन द्वीप, वानुअतु और न्यू कैलेडोनिया और दक्षिणपूर्व में न्यूजीलैंड है। 18वी सदी के आदिकाल में जब यूरोपियन अवस्थापन प्रारंभ हुआ था उसके भी लगभग 40 हज़ार वर्ष पहले, ऑस्ट्रेलियाई महाद्वीप और तस्मानिया की खोज अलग-अलग देशो के करीब 250 स्वदेशी ऑस्ट्रेलियाईयो ने की थी। तत्कालिक उत्तर से मछुआरो के छिटपुट भ्रमण और होलैंडवासियो (Dutch) द्वारा 1606, में यूरोप की खोज के बाद,1770 में ऑस्ट्रेलिया के अर्द्वपूर्वी भाग पर अंग्रेजों (British) का कब्ज़ा हो गया और 26 जनवरी 1788 में इसका निपटारा "देश निकला" दण्डस्वरुप बने न्यू साउथ वेल्स नगर के रूप में हुआ। इन वर्षों में जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि हुई और महाद्वीप का पता चला,19वी सदी के दौरान दूसरे पांच बड़े स्वयं-शासित शीर्ष नगर की स्थापना की गई। 1 जनवरी 1901 को, छ: नगर महासंघ हो गए और ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रमंडल का गठन हुआ। महासंघ के समय से लेकर ऑस्ट्रेलिया ने एक स्थायी उदार प्रजातांत्रिक राजनैतिक व्यवस्था का निर्वहन किया और प्रभुता संपन्न राष्ट्र बना रहा। जनसंख्या 21.7मिलियन (दस लाख) से थोडा ही ऊपर है, साथ ही लगभग 60% जनसंख्या मुख्य राज्यों सिडनी,मेलबर्न,ब्रिस्बेन,पर्थ और एडिलेड में केन्द्रित है। राष्ट्र की राजधानी केनबर्रा है जो ऑस्ट्रेलियाई प्रधान प्रदेश (ACT) में अवस्थित है। प्रौद्योगिक रूप से उन्नत और औद्योगिक ऑस्ट्रेलिया एक समृद्ध बहुसांस्कृतिक राष्ट्र है और इसका कई राष्ट्रों की तुलना में इन क्षत्रों में प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है जैसे स्वास्थ्य, आयु संभाव्यता, जीवन-स्तर, मानव विकास, जन शिक्षा, आर्थिक स्वतंत्रता और मूलभूत अधिकारों की रक्षा और राजनैतिक अधिकार.
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और ऑस्ट्रेलिया
कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेस
कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेज़ (कैथरीन एलिजाबेथ "केट"; पूर्वकुलनाम: मिडलटन, जन्म 9 जनवरी 1982), राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक की पत्नी हैं। विलियम सोलह स्वतंत्र सार्वभौम राज्यों की राजगद्दी की उत्तराधिकारियों की पंक्ति में अपने पिता चार्ल्स, वेल्स के युवराज के पश्चात दूसरे स्थान पर हैं। विलियम के उत्तराधिकार पर कैथरीन राजमहिषी बन जाएँगी। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेस
कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज
कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज (Prince George of Cambridge) (जॉर्ज अलेक्ज़ेंडर लुई (अंग्रेज़ी: George Alexander Louis), जन्म: 22 जुलाई 2013) राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक और उनकी पत्नी कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेस, के पुत्र और इसके साथ ही चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार और उनकी पहली दिवंगत पत्नी डायना, वेल्स की राजकुमारी के एकमात्र पोते हैं। यह अपनी परदादी एलिजाबेथ II के पश्चात ब्रिटिश राजगद्दी के उत्तराधिकारियों की पंक्ति में अपने दादा और पिता के पश्चात तीसरे स्थान पर हैं। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज
कैम्ब्रिज की राजकुमारी शार्लट
कैम्ब्रिज की राजकुमारी शार्लट (पूरा नाम:शार्लट एलिजाबेथ डायना; जन्म 2 मई 2015) प्रिंस विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक, और कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेस की बेटी है। वह कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज के बाद, कैम्ब्रिज की दंपत्ति की दूसरी संतान है। वह चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार की पोती, और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की प्रपौत्री है। उनका जन्म, पेडिंगटन, लंदन के सेंट मेरी अस्पताल में हुआ था। कैथरीन की गर्भावस्था की घोषणा, 8 सितंबर, 2014 को क्लेरेंस हाउस की थी। जन्म से, वह रानी, एलिजाबेथ द्वि• की उत्तकाधिकारी होने की रेखा में चौथे स्थान पर है। वह अपने दादा, पिता, और बड़े भाई, कैम्ब्रिज के प्रिंस जॉर्ज (जन्म 2013) के पीछे है। .
देखें ब्रिटिश राजपरिवार और कैम्ब्रिज की राजकुमारी शार्लट
यह भी देखें
ब्रिटिश राजतंत्र
- उत्तराधिकार परिषद्
- गौरवशाली क्रांति
- दिल्ली दरबार
- बर्मीज़ (घोड़ी)
- ब्रिटिश राजतंत्र
- ब्रिटिश राजपरिवार
- ब्रिटिश राजसत्ता का अनुक्रम
- ब्रिटेन के शासक
- भारत के सम्राट
- मुकुटिय संपदाएँ
- मुकुटों का एकीकरण
- यूनाइटेड किंगडम का शाही कुल-चिन्ह
- यूनाइटेड किंगडम में राज-परमाधिकार
- राष्ट्रमण्डल के प्रमुख
- राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमि
- रॉयल मैरेजेज़ ऍक्ट, १७७२
- स्कून का पत्थर
ब्रिटिश संस्कृति
- ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी
- देसी हिप हॉप
- पोस्टकार्ड
- ब्रिटिश राजपरिवार
- भेड़ पालन
- वातिल जल
- विम्बलडन प्रतियोगिता
ब्रिटिश शाही परिवार के रूप में भी जाना जाता है।