ब्राह्मणवाद एक ऐसी विचारधारा है जो हिंदू धर्म में प्रचलित वर्ण- व्यवस्था में विश्वास करते हुए जन्म आधारित वंश, जाति तथा वर्ण श्रेष्ठता को समीचीन मानती है। इसका आधार हिंदू-ग्रंथ मनुस्मृति को माना जाता है। आधुनिक तथा प्रगतिशील विचारधारा के अनुसार यह एक नकारात्मक अभिवृत्ति है।.
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