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ब्राह्मणवाद

सूची ब्राह्मणवाद

ब्राह्मणवाद एक ऐसी विचारधारा है जो हिंदू धर्म में प्रचलित वर्ण- व्यवस्था में विश्‍वास करते हुए जन्म आधारित वंश, जाति तथा वर्ण श्रेष्‍ठता को समीचीन मानती है। इसका आधार हिंदू-ग्रंथ मनुस्मृति को माना जाता है। आधुनिक तथा प्रगतिशील विचारधारा के अनुसार यह एक नकारात्मक अभिवृत्ति है।.

सामग्री की तालिका

  1. 1 संबंध: सिद्ध साहित्य

सिद्ध साहित्य

सिद्धों का संबंध बौद्ध धर्म की ब्रजयानी शाखा से है। ये भारत के पूर्वी भाग में सक्रिय थे। इनकी संख्या 84 मानी जाती है जिनमें सरहप्पा, शवरप्पा, लुइप्पा, डोम्भिप्पा, कुक्कुरिप्पा आदि मुख्य हैं। सरहप्पा प्रथम सिद्ध कवि थे। इन्होंने ब्राह्मणवाद, जातिवाद और वाह्याचारों पर प्रहार किया। देहवाद का महिमा मंडन किया और सहज साधना पर बल दिया। ये महासुखवाद द्वारा ईश्वरत्व की प्राप्ति पर बल देते हैं।.

देखें ब्राह्मणवाद और सिद्ध साहित्य