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थायोयूरिया

सूची थायोयूरिया

किसी थायोयूरिया की सामान्य संरचना थायोयूरिया (Thiourea /ˌθaɪɵjʉˈriːə) एक कार्बनिक यौगिक है जिसका अणुसूत्र SC(NH2)2 है। संरचना की दृष्टि से यह यूरिया के समान ही है, अन्तर केवल इतना है कि यूरिया का आक्सीजन परमाणु के स्थान पर गंधक परमाणु है। किन्तु थायोयूरिया के गुण, यूरिया से बहुत अलग हैं। कार्बनिक संश्लेषण में थायोयूरिया एक अभिकर्मक (reagent) है। (R1R2N)(R3R4N)C.

सामग्री की तालिका

  1. 7 संबंधों: यूरिया, रासायनिक सूत्र, गंधक, ऑक्सीजन, कार्बनिक यौगिक, कार्बनिक संश्लेषण, अभिकर्मक

  2. प्रकार्यात्मक समूह

यूरिया

यूरिया (Urea या carbamide) एक कार्बनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र (NH2)2CO होता है। कार्बनिक रसायन के क्षेत्र में इसे कार्बामाइड भी कहा जाता है। यह एक रंगहीन, गन्धहीन, सफेद, रवेदार जहरीला ठोस पदार्थ है। यह जल में अति विलेय है। यह स्तनपायी और सरीसृप प्राणियों के मूत्र में पाया जाता है। कृषि में नाइट्रोजनयुक्त रासायनिक खाद के रूप में इसका उपयोग होता है। यूरिया को सर्वप्रथम १७७३ में मूत्र में फ्रेंच वैज्ञानिक हिलेरी राउले ने खोजा था परन्तु कृत्रिम विधि से सबसे पहले यूरिया बनाने का श्रेय जर्मन वैज्ञानिक वोहलर को जाता है। इन्होंने सिल्वर आइसोसाइनेट से यूरिया का निर्माण किया तथा स्वीडेन के वैज्ञानिक बर्जेलियस के एक पत्र लिखा कि मैंने वृक्क (किडनी) की सहायता लिए बिना कृत्रिम विधि से यूरिया बना लिया है। उस समय पूरी दुनिया में बर्जेलियस का सिद्धान्त माना जाता था कि यूरिया जैसे कार्बनिक यौगिक सजीवों के शरीर के बाहर बन ही नहीं सकते तथा इनको बनाने के लिए प्राण शक्ति की आवश्यकता होती है। बड़े पैमाने पर यूरिया का उत्पादन द्रव अमोनिया तथा द्रव कार्बन डाई-आक्साइड की प्रतिक्रिया से होता है। यूरिया का उपयोग मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में होता है। इसका प्रयोग वाहनों के प्रदूषण नियंत्रक के रूप में भी किया जाता है। यूरिया-फार्मल्डिहाइड, रेंजिन, प्लास्टिक एवं हाइड्राजिन बनाने में इसका उपयोग किया जाता है। इससे यूरिया-स्टीबामिन नामक काला-जार की दवा बनती है। वेरोनल नामक नींद की दवा बनाने में उसका उपयोग किया जाता है। सेडेटिव के रूप में उपयोग होने वाली दवाओं के बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है। .

देखें थायोयूरिया और यूरिया

रासायनिक सूत्र

रासायनिक सूत्र (chemical formula) किसी रासायनिक यौगिक को इस प्रकार निरूपित करता है जिससे पता चलता है कि वह यौगिक किन-किन तत्वों के कितने-कितने परमाणुओं से मिलकर बना है। सामान्य प्रयोग में प्रायः अणुसूत्र (molecular formula) के लिये भी 'रासायनिक सूत्र' का ही प्रयोग कर दिया जाता है। उदाहरण: मिथेन का अणुसूत्र प्रा.उ4 (CH4) है जो इंगित करता है कि मिथेन का अणु कार्बन एवं हाइड्रोजन के परमाणुओं से मिलकर बना है तथा मिथेन के एक अणु में कार्बन का एक परमाणु व हाइड्रोजन के चार परमाणु होते हैं। परन्तु इस सूत्र से यह पता नहीं चलता कि कार्बन का एक परमाणु व हाइड्रोजन के ये चार परमाणु किस प्रकार व्यवस्थित हैं। अर्थात ये एक ही समतल में हैं या त्रिबिम में हैं; इनके बंधों के बीच कितना कोण है; बन्धों की लम्बाई कितनी है, आदि का अणुसूत्र से कुछ भी ज्ञान नहीं होता। कई प्रकार के रासायनिक सूत्र उपयोग किये जाते हैं जिनकी अलग-अलग उपयोगिता है और अलग-अलग जटिलता भी। बढ़ते हुए जटिलता के क्रम में ये हैं - आनुभविक सूत्र, अणुसूत्र, संरचना सूत्र। .

देखें थायोयूरिया और रासायनिक सूत्र

गंधक

हल्के पीले रंग के गंधक के क्रिस्टल गंधक (Sulfur) एक रासायनिक अधातुक तत्त्व है। .

देखें थायोयूरिया और गंधक

ऑक्सीजन

ऑक्सीजन या प्राणवायु या जारक (Oxygen) रंगहीन, स्वादहीन तथा गंधरहित गैस है। इसकी खोज, प्राप्ति अथवा प्रारंभिक अध्ययन में जे.

देखें थायोयूरिया और ऑक्सीजन

कार्बनिक यौगिक

मिथेन सबसे सरल कार्बनिक यौगिक कार्बन के रासायनिक यौगिकों को कार्बनिक यौगिक कहते हैं। प्रकृति में इनकी संख्या 10 लाख से भी अधिक है। जीवन पद्धति में कार्बनिक यौगिकों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। इनमें कार्बन के साथ-साथ हाइड्रोजन भी रहता है। ऐतिहासिक तथा परंपरा गत कारणों से कुछ कार्बन के यौगकों को कार्बनिक यौगिकों की श्रेणी में नहीं रखा जाता है। इनमें कार्बनडाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड प्रमुख हैं। सभी जैव अणु जैसे कार्बोहाइड्रेट, अमीनो अम्ल, प्रोटीन, आरएनए तथा डीएनए कार्बनिक यौगिक ही हैं। .

देखें थायोयूरिया और कार्बनिक यौगिक

कार्बनिक संश्लेषण

वुलर (Wohler) संश्लेषण: अकार्बनिक यौगिक से कार्बनिक यौगिक का निर्माण कार्बनिक संश्लेषण (Organic synthesis) रासायनिक संश्लेषण की एक विशेष शाखा जिसमें कार्बनिक अभिक्रियाओं के माध्यम से कार्बनिक यौगिक निर्मित किये जाते हैं। कार्बनिक अणु प्रायः अकार्बनिक अणुओं की अपेक्षा अधिक जटिल होते हैं। इस कारण कार्बनिक अणुओं का संश्लेषण आजकल कार्बनिक रसायन की सबसे महत्वपूर्ण शाखा बनकर उभरी है। कार्बनिक संश्लेषण के अन्दर कई प्रक्षेत्र हैं- पूर्ण संश्लेषण (total synthesis), अर्धसंश्लेषण (semisynthesis) तथा, कार्यविधि (methodology)। A synthesis designed by E.J.

देखें थायोयूरिया और कार्बनिक संश्लेषण

अभिकर्मक

बहुत सारी अभिक्रियाओं में '''गंधक''' (सल्फर) अभिकर्मक का काम करता है। उस पदार्थ या यौगिक को अभिकर्मक (reagent) कहते हैं जो किसी तंत्र में रासायनिक अभिक्रिया उत्पन्न करने के लिये डाला या मिलाया जाता है। उस पदार्थ को भी अभिकर्मक कहेंगे जिसे यह जांचने के लिये मिलाया जाता है कि कोई अभिक्रिया होती है या नहीं। इस तरह के कुछ वैश्लेषिक अभिकर्मक हैं - फेहलिंग का अभिकर्मक (Fehling's reagent), मिलॉन का अभिकर्मक (Millon's reagent) तथा टॉलीन का अभिकर्मक (Tollens' reagent)। अभिकर्मक.

देखें थायोयूरिया और अभिकर्मक

यह भी देखें

प्रकार्यात्मक समूह