लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

जानकी बल्लभ पटनायक

सूची जानकी बल्लभ पटनायक

जानकी बल्लभ पटनायक (ଜାନକୀ ବଲ୍ଲଭ ପଟ୍ଟନାୟକ (३ जनवरी १९२७ - २१ अप्रैल २०१५) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो २००९ से असम के राज्यपाल थे। वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नेता के रूप में १९८० से १९८९ और पुनः १९९५ से १९९९ तक ओडिशा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वो नवीन पटनायक से पहले सबसे लम्बे समय तक ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे। .

16 संबंधों: तिरुपति, नीलमणि राउत्रे, पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य, पुरी जिला, बीजू पटनायक, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, सैयद सिब्ते रज़ी, हिन्दू धर्म, हेमानन्द बिश्वाल, गिरिधर गमांग, ओडिशा, ओडिशा के मुख्यमंत्रियों की सूची, काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय, असम के राज्यपालों की सूची, अंजना मिश्रा बलात्कार मामला, उत्कल विश्वविद्यालय

तिरुपति

तिरुपति भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में दर्शनार्थी यहां आते हैं। समुद्र तल से 3200 फीट ऊंचाई पर स्थिम तिरुमला की पहाड़ियों पर बना श्री वैंकटेश्‍वर मंदिर यहां का सबसे बड़ा आकर्षण है। कई शताब्दी पूर्व बना यह मंदिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्प कला का अदभूत उदाहरण हैं। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और तिरुपति · और देखें »

नीलमणि राउत्रे

नीलमणि राउत्रे  (ओडिया: ନୀଳମଣି ରାଉତରାୟ; २४ मई १९२० – ४ अक्टूबर २००४) भारतीय राजनीतिज्ञ थे जो १९७७ से १९८० तक ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे। विश्वनाथ प्रताप सिंह केन्द्रिय मंत्रिमण्डल में वो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री और बाद में वन और पर्यावरण मंत्री रहे। ४ अक्टूबर २००४ को उनका निधन हो गया। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और नीलमणि राउत्रे · और देखें »

पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य

पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य नागालैण्ड के राज्यपाल वक्कोम पुरुषोतमन के त्यागपत्र देने से रिक्त हुये पद पर नियुक्त राज्यपाल हैं। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य · और देखें »

पुरी जिला

श्रेणी:ओड़िशा के जिले.

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और पुरी जिला · और देखें »

बीजू पटनायक

बीजू पटनायक (ବିଜୁ ପଟ୍ଟନାୟକ, 5 मार्च 1916 - 17 अप्रैल 1997) एक भारतीय राजनीतिज्ञ,और दो बार ओडिशा के मुख्यमंत्री थे। इनके नाम पर बीजू पटनायक हवाई अड्डा है। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और बीजू पटनायक · और देखें »

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अधिकतर कांग्रेस के नाम से प्रख्यात, भारत के दो प्रमुख राजनैतिक दलों में से एक हैं, जिन में अन्य भारतीय जनता पार्टी हैं। कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में २८ दिसंबर १८८५ में हुई थी; इसके संस्थापकों में ए ओ ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे। १९वी सदी के आखिर में और शुरूआती से लेकर मध्य २०वी सदी में, कांग्रेस भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में, अपने १.५ करोड़ से अधिक सदस्यों और ७ करोड़ से अधिक प्रतिभागियों के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में एक केन्द्रीय भागीदार बनी। १९४७ में आजादी के बाद, कांग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई। आज़ादी से लेकर २०१६ तक, १६ आम चुनावों में से, कांग्रेस ने ६ में पूर्ण बहुमत जीता हैं और ४ में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया; अतः, कुल ४९ वर्षों तक वह केन्द्र सरकार का हिस्सा रही। भारत में, कांग्रेस के सात प्रधानमंत्री रह चुके हैं; पहले जवाहरलाल नेहरू (१९४७-१९६५) थे और हाल ही में मनमोहन सिंह (२००४-२०१४) थे। २०१४ के आम चुनाव में, कांग्रेस ने आज़ादी से अब तक का सबसे ख़राब आम चुनावी प्रदर्शन किया और ५४३ सदस्यीय लोक सभा में केवल ४४ सीट जीती। तब से लेकर अब तक कोंग्रेस कई विवादों में घिरी हुई है, कोंग्रेस द्वारा भारतीय आर्मी का मनोबल गिराने का देश में विरोध किया जा रहा है । http://www.allianceofdemocrats.org/index.php?option.

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस · और देखें »

सैयद सिब्ते रज़ी

सैयद सिब्ते रज़ी (अंग्रेजी: Syed Sibtey Razi, जन्म:7 मार्च 1939 रायबरेली, उत्तर प्रदेश) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के एक राजनयिक हैं। वे राज्य सभा के तीन बार सदस्य रहे। बाद में उन्हें झारखंड और असम का राज्यपाल भी बनाया गया। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और सैयद सिब्ते रज़ी · और देखें »

हिन्दू धर्म

हिन्दू धर्म (संस्कृत: सनातन धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत,नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म कहा जाता है। इसे 'वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म' भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है। विद्वान लोग हिन्दू धर्म को भारत की विभिन्न संस्कृतियों एवं परम्पराओं का सम्मिश्रण मानते हैं जिसका कोई संस्थापक नहीं है। यह धर्म अपने अन्दर कई अलग-अलग उपासना पद्धतियाँ, मत, सम्प्रदाय और दर्शन समेटे हुए हैं। अनुयायियों की संख्या के आधार पर ये विश्व का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। संख्या के आधार पर इसके अधिकतर उपासक भारत में हैं और प्रतिशत के आधार पर नेपाल में हैं। हालाँकि इसमें कई देवी-देवताओं की पूजा की जाती है, लेकिन वास्तव में यह एकेश्वरवादी धर्म है। इसे सनातन धर्म अथवा वैदिक धर्म भी कहते हैं। इण्डोनेशिया में इस धर्म का औपचारिक नाम "हिन्दु आगम" है। हिन्दू केवल एक धर्म या सम्प्रदाय ही नहीं है अपितु जीवन जीने की एक पद्धति है। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और हिन्दू धर्म · और देखें »

हेमानन्द बिश्वाल

हेमानन्द बिश्वाल (जन्म १ दिसम्बर १९३९) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता हैं। वो ७ दिसम्बर १९८९ से ५ मार्च १९९० और पुनः ६ दिसम्बर १९९९ से ५ मार्च २००० तक ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और हेमानन्द बिश्वाल · और देखें »

गिरिधर गमांग

गिरिधर गमांग (जन्म: ८ अप्रैल १९४३) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नेता और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और गिरिधर गमांग · और देखें »

ओडिशा

ओड़िशा, (ओड़िआ: ଓଡ଼ିଶା) जिसे पहले उड़ीसा के नाम से जाना जाता था, भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। ओड़िशा उत्तर में झारखंड, उत्तर पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में आंध्र प्रदेश और पश्चिम में छत्तीसगढ से घिरा है तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी है। यह उसी प्राचीन राष्ट्र कलिंग का आधुनिक नाम है जिसपर 261 ईसा पूर्व में मौर्य सम्राट अशोक ने आक्रमण किया था और युद्ध में हुये भयानक रक्तपात से व्यथित हो अंतत: बौद्ध धर्म अंगीकार किया था। आधुनिक ओड़िशा राज्य की स्थापना 1 अप्रैल 1936 को कटक के कनिका पैलेस में भारत के एक राज्य के रूप में हुई थी और इस नये राज्य के अधिकांश नागरिक ओड़िआ भाषी थे। राज्य में 1 अप्रैल को उत्कल दिवस (ओड़िशा दिवस) के रूप में मनाया जाता है। क्षेत्रफल के अनुसार ओड़िशा भारत का नौवां और जनसंख्या के हिसाब से ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य है। ओड़िआ भाषा राज्य की अधिकारिक और सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। भाषाई सर्वेक्षण के अनुसार ओड़िशा की 93.33% जनसंख्या ओड़िआ भाषी है। पाराद्वीप को छोड़कर राज्य की अपेक्षाकृत सपाट तटरेखा (लगभग 480 किमी लंबी) के कारण अच्छे बंदरगाहों का अभाव है। संकीर्ण और अपेक्षाकृत समतल तटीय पट्टी जिसमें महानदी का डेल्टा क्षेत्र शामिल है, राज्य की अधिकांश जनसंख्या का घर है। भौगोलिक लिहाज से इसके उत्तर में छोटानागपुर का पठार है जो अपेक्षाकृत कम उपजाऊ है लेकिन दक्षिण में महानदी, ब्राह्मणी, सालंदी और बैतरणी नदियों का उपजाऊ मैदान है। यह पूरा क्षेत्र मुख्य रूप से चावल उत्पादक क्षेत्र है। राज्य के आंतरिक भाग और कम आबादी वाले पहाड़ी क्षेत्र हैं। 1672 मीटर ऊँचा देवमाली, राज्य का सबसे ऊँचा स्थान है। ओड़िशा में तीव्र चक्रवात आते रहते हैं और सबसे तीव्र चक्रवात उष्णकटिबंधीय चक्रवात 05बी, 1 अक्टूबर 1999 को आया था, जिसके कारण जानमाल का गंभीर नुकसान हुआ और लगभग 10000 लोग मृत्यु का शिकार बन गये। ओड़िशा के संबलपुर के पास स्थित हीराकुंड बांध विश्व का सबसे लंबा मिट्टी का बांध है। ओड़िशा में कई लोकप्रिय पर्यटक स्थल स्थित हैं जिनमें, पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर सबसे प्रमुख हैं और जिन्हें पूर्वी भारत का सुनहरा त्रिकोण पुकारा जाता है। पुरी के जगन्नाथ मंदिर जिसकी रथयात्रा विश्व प्रसिद्ध है और कोणार्क के सूर्य मंदिर को देखने प्रतिवर्ष लाखों पर्यटक आते हैं। ब्रह्मपुर के पास जौगदा में स्थित अशोक का प्रसिद्ध शिलालेख और कटक का बारबाटी किला भारत के पुरातात्विक इतिहास में महत्वपूर्ण हैं। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और ओडिशा · और देखें »

ओडिशा के मुख्यमंत्रियों की सूची

ओडिशा के मुख्यमंत्री पूर्वी भारतीय राज्य की ओडिशा सरकार के मुखिया होते हैं। भारत के संविधान के अनुसार राज्यपाल, राज्य सरकार के विधिक प्रमुख होते हैं लेकिन वास्तविक अधिकार मुख्यमंत्री के पास होते हैं। १९४६ से अब तक ओडिशा के १४ मुख्यमंत्री बन चुके हैं। नवीन पटनायक सबसे लम्बे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों की सूची · और देखें »

काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय या बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (आम तौर पर बी.एच.यू.) वाराणसी में स्थित एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना (बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय एक्ट, एक्ट क्रमांक १६, सन् १९१५) महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा सन् १९१६ में वसंत पंचमी के पुनीत दिवस पर की गई थी। दस्तावेजों के अनुसार इस विधालय की स्थापना मे मदन मोहन मालवीय जी का योगदान सिर्फ सामान्य संस्थापक सदस्य के रूप मे था,महाराजा दरभंगा रामेश्वर सिंह ने विश्वविद्यालय की स्थापना में आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था दान ले कर की ।इस विश्वविद्यालय के मूल में डॉ॰ एनी बेसेन्ट द्वारा स्थापित और संचालित सेन्ट्रल हिन्दू कॉलेज की प्रमुख भूमिका थी। विश्वविद्यालय को "राष्ट्रीय महत्त्व का संस्थान" का दर्ज़ा प्राप्त है। संप्रति इस विश्वविद्यालय के दो परिसर है। मुख्य परिसर (१३०० एकड़) वाराणसी में स्थित है जिसकी भूमि काशी नरेश ने दान की थी। मुख्य परिसर में ६ संस्थान्, १४ संकाय और लगभग १४० विभाग है। विश्वविद्यालय का दूसरा परिसर मिर्जापुर जनपद में बरकछा नामक जगह (२७०० एकड़) पर स्थित है। ७५ छात्रावासों के साथ यह एशिया का सबसे बड़ा रिहायशी विश्वविद्यालय है जिसमे ३०,००० से ज्यादा छात्र अध्यनरत हैं जिनमे लगभग ३४ देशों से आये हुए छात्र भी शामिल हैं। इसके प्रांगण में विश्वनाथ का एक विशाल मंदिर भी है। सर सुंदरलाल चिकित्सालय, गोशाला, प्रेस, बुक-डिपो एवं प्रकाशन, टाउन कमेटी (स्वास्थ्य), पी.डब्ल्यू.डी., स्टेट बैंक की शाखा, पर्वतारोहण केंद्र, एन.सी.सी.

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय · और देखें »

असम के राज्यपालों की सूची

असम के राज्यपालों की सूची नामक इस सूची में १९३७ से अब तक के राज्यपालों के नाम हैं। असम के राज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। असम के राज्यपाल का आधिकारिक आवास राजभवन है। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और असम के राज्यपालों की सूची · और देखें »

अंजना मिश्रा बलात्कार मामला

अंजना मिश्रा बलात्कार का मामला 1999 में उड़ीसा (भारत) में होनेवाला एक बहुचर्चित बलात्कार का मामला था। अंजना मिश्रा एक भारतीय वन सेवा के अधिकारी से अलग रह रही पत्नी थी जिनका 9 जनवरी 1999 को बलात्कार किया गया था। मामला उस समय तूल पकड़ गया जब अंजना तत्कालीन मुख्यमंत्री जे बी पटनायक और उनके मित्र पूर्व महाधिवक्ता इंद्रजीत रे पर आरोप लगाया कि इस मामले में उनका भी हाथ शामिल है। इस बलात्कार मामले ने पार्टी की छवि खराब कर दी थी और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गिरिधर गमांग को नया मुख्यमंत्री बना दिया था। वह कार जिसमें अंजना और उसके पत्रकार दोस्त 9 जनवरी 1999 पर यात्रा कर रहे थे बरांग के पास एक सुनसान जगह पर रोक दी गई थी भुवनेश्वर के बाहरी इलाके पर स्थित था और अंजना मिश्रा को अपने मित्र के समक्ष सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया। दो आरोपियों को 26 जनवरी 1999 को गिरफ्तार कर लिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उड़ीसा उच्च न्यायालय ने मामले की जांच के लिए 26 फ़रवरी 1999 को जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के सोंपने के बाद सी बी आई ने मामले को ले लिया और 5 मई 1999 पर अपने आरोप पत्र प्रस्तुत किए। एक लंबी लड़ाई के बाद अंजना मिश्रा ने अपना मुकदमा जीत लिया। 29 अप्रैल 2002 पर दिये गये एक फैसले में उड़ीसा के खुर्दा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मामले में तीन आरोपियों में से दो को प्रत्येक को आजीवन कारावास और 5,000 रुपये का जुर्माना सजा सुनाई। न्यायाधीश महेंद्र नाथ पटनायक ने 9 जनवरी 1999 को प्रदीप साहू और दिरेंद्र मोहंती को दोषी पाया जबकि एक आरोपी अब भी फ़रार है। मुख्य आरोपी बिस्वाल के फ़रार रहने पर अंजना मिश्रा ने दु:ख प्रकट किया क्योंकि उसके अनुसार वही असल षड्यंत्रकारी था। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और अंजना मिश्रा बलात्कार मामला · और देखें »

उत्कल विश्वविद्यालय

उत्कल विश्वविद्यालय (ଉତ୍କଳ ବିଶ୍ୱବିଦ୍ୟାଳୟ) ओडिशा का सबसे पुराना विश्वविद्यालय और भारत का 17 वाँ सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। राजधानी भुवनेश्वर में स्थित यह विश्वविद्यालय ओडिशा का प्रमुख शैक्षिक केंद्र है। .

नई!!: जानकी बल्लभ पटनायक और उत्कल विश्वविद्यालय · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

जानकी बल्लव पटनायक

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »