सामग्री की तालिका
7 संबंधों: तंज़ानिया, नील नदी, बुरुण्डी, युगाण्डा, रुआण्डा, विक्टोरिया झील, अफ़्रीका।
- अफ़्रीका की अंतरराष्ट्रीय नदियाँ
- तंज़ानिया की नदियाँ
- बुरुण्डी की नदियाँ
- युगांडा की नदियाँ
- रुआण्डा की नदियाँ
- सीमावर्ती नदियाँ
तंज़ानिया
तंजानिया का संयुक्त गणराज्य (स्वाहिली: Jamhuri ya Muungano wa Tanzania), अफ्रीका महाद्वीप के पूर्वी भाग में स्थित एक देश है, जिसकी सीमायें, उत्तर में कीनिया और युगांडा, पश्चिम में रवांडा, बुरुंडी और कांगो, दक्षिण में ज़ाम्बिया, मलावी और मोजाम्बिक से मिलती हैं, तथा देश की पूर्वी सीमा हिंद महासागर द्वारा निर्धारित होती है। तंजानिया का संयुक्त गणराज्य, 26 प्रदेशों जिन्हें मिकाओ कहते हैं से मिलकर बना है, जिनमें ज़ांज़ीबार का स्वायत्त क्षेत्र भी शामिल है। 2005 में निर्वाचित राष्ट्रपति जकाया किकवेते म्रिशो देश के वर्तमान राष्ट्रप्रमुख हैं। 1996 से, तंजानिया की सरकारी राजधानी दोदोमा है, जहां संसद और कुछ सरकारी कार्यालय स्थित हैं। स्वतंत्रता प्राप्ति से लेकर 1996 के बीच, तटीय शहर दार अस सलाम ने देश की राजनीतिक राजधानी बना रहा। आज, दार-एस-सलाम तंजानिया का सबसे प्रमुख वाणिज्यिक शहर है और ज्यादातर सरकारी कार्यालय यहीं पर स्थित हैं। यह देश का और उसके स्थलरुद्ध पड़ोसी देशों के लिए सबसे प्रमुख बंदरगाह है। तंजानिया नाम दो राष्ट्रों तंगानयिका और ज़ांज़ीबार से मिलकर से मिलकर बना है, जिनके विलय स्वरूप 1964 में तंगानयिका और ज़ांज़ीबार का संयुक्त गणराज्य अस्तित्व में आया था जिसका नाम उसी वर्ष बाद में बदल कर तंजानिया का संयुक्त गणराज्य कर दिया गया। .
देखें कगेरा नदी और तंज़ानिया
नील नदी
संसार की सबसे लम्बी नदी नील है जो अफ्रीका की सबसे बड़ी झील विक्टोरिया से निकलकर विस्तृत सहारा मरुस्थल के पूर्वी भाग को पार करती हुई उत्तर में भूमध्यसागर में उतर पड़ती है। यह भूमध्य रेखा के निकट भारी वर्षा वाले क्षेत्रों से निकलकर दक्षिण से उत्तर क्रमशः युगाण्डा, इथियोपिया, सूडान एवं मिस्र से होकर बहते हुए काफी लंबी घाटी बनाती है जिसके दोनों ओर की भूमि पतली पट्टी के रूप में शस्यश्यामला दिखती है। यह पट्टी संसार का सबसे बड़ा मरूद्यान है। नील नदी की घाटी एक सँकरी पट्टी सी है जिसके अधिकांश भाग की चौड़ाई १६ किलोमीटर से अधिक नहीं है, कहीं-कहीं तो इसकी चौड़ाई २०० मीटर से भी कम है। इसकी कई सहायक नदियाँ हैं जिनमें श्वेत नील एवं नीली नील मुख्य हैं। अपने मुहाने पर यह १६० किलोमीटर लम्बा तथा २४० किलोमीटर चौड़ा विशाल डेल्टा बनाती है। घाटी का सामान्य ढाल दक्षिण से उत्तर की ओर है। मिस्र की प्राचीन सभ्यता का विकास इसी नदी की घाटी में हुआ है। इसी नदी पर मिस्र देश का प्रसिद्ध अस्वान बाँध बनाया गया है। नील नदी की घाटी का दक्षिणी भाग भूमध्य रेखा के समीप स्थित है, अतः वहाँ भूमध्यरेखीय जलवायु पायी जाती है। यहाँ वर्ष भर ऊँचा तापमान रहता है तथा वर्षा भी वर्ष भर होती है। वार्षिक वर्षा का औसत २१२ से.
देखें कगेरा नदी और नील नदी
बुरुण्डी
बुरुन्डी पूर्वी अफ्रीका में ग्रेट लेक क्षेत्र में स्थित एक देश है। इसकी सीमाएं उत्तर में रवांडा, दक्षिण और पूर्व में तंजानिया और पश्चिम में कांगो से मिलती हैं। भले ही यह देश लैंडलाक हो, लेकिन दक्षिण-पश्चिम सीमा लेक तंगान्यिका से लगी हुई हैं। पांच दशक पहले देश के गठन के दौरान से ही त्वा, तुत्सी और हुतु जनजातियों की मौजूदगी बनी हुई है। यहां जनजातियों के बीच 1993 से लेकर 2005 के बीच चले जातीय संघर्ष की वजह से करीबन 2 लाख लोगों की जान गई। वर्ष 2005 के बाद राजनैतिक स्थिरता आने के बाद देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। श्रेणी:बुरुण्डी श्रेणी:अफ़्रीका श्रेणी:देश श्रेणी:स्थलरुद्ध देश.
देखें कगेरा नदी और बुरुण्डी
युगाण्डा
युगांडा गणराज्य पूर्वी अफ्रीका में स्थित एक लैंडलाक देश है। इसकी सीमा पूर्व में केन्या, उत्तर में सूडान, पश्चिम में कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य, दक्षिण पश्चिम में रवांडा और दक्षिण में तंजानिया से मिलती है। देश के दक्षिणी हिस्से में विक्टोरिया झील का एक बड़ा भाग शामिल है, जिससे केन्या और तंजानिया से सीमा निर्धारित होती है। युगांडा नाम बुगांडा राजशाही से लिया गया है, जिसमें देश का दक्षिणी ह्स्सिा, राजधानी कंपाला को शामिल कर, आता था। देश की एक तिहाई जनसंख्या अंतरराष्ट्रीय गरीबी रेखा (2 डालर प्रतिदिन) से नीचे जीवनयापन करती है। .
देखें कगेरा नदी और युगाण्डा
रुआण्डा
रुआण्डा (Rwanda) मध्य-पूर्व अफ़्रीका में स्थित एक देश है। इसका क्षेत्रफल लगभग २६ हज़ार वर्ग किमी है, जो भारत के केरल राज्य से भी छोटा है। यह अफ़्रीका महाद्वीप की मुख्यभूमि पर स्थित सबसे छोटे देशों में से एक है। रुआण्डा पृथ्वी की भूमध्य रेखा (इक्वेटर) से ज़रा दक्षिण में स्थित है और महान अफ़्रीकी झीलों के क्षेत्र का भाग है। इसके पश्चिम में पहाड़ियाँ और पूर्व में घासभूमि है। .
देखें कगेरा नदी और रुआण्डा
विक्टोरिया झील
विक्टोरिया झील या विक्टोरिया न्यांज़ा (उकेरेवे और नलुबाले) अफ्रीका की झीलों में से सबसे बड़ी झील है। स्पॉट उपग्रह से दृश्य .
देखें कगेरा नदी और विक्टोरिया झील
अफ़्रीका
अफ़्रीका वा कालद्वीप, एशिया के बाद विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है। यह 37°14' उत्तरी अक्षांश से 34°50' दक्षिणी अक्षांश एवं 17°33' पश्चिमी देशान्तर से 51°23' पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। अफ्रीका के उत्तर में भूमध्यसागर एवं यूरोप महाद्वीप, पश्चिम में अंध महासागर, दक्षिण में दक्षिण महासागर तथा पूर्व में अरब सागर एवं हिन्द महासागर हैं। पूर्व में स्वेज भूडमरूमध्य इसे एशिया से जोड़ता है तथा स्वेज नहर इसे एशिया से अलग करती है। जिब्राल्टर जलडमरूमध्य इसे उत्तर में यूरोप महाद्वीप से अलग करता है। इस महाद्वीप में विशाल मरुस्थल, अत्यन्त घने वन, विस्तृत घास के मैदान, बड़ी-बड़ी नदियाँ व झीलें तथा विचित्र जंगली जानवर हैं। मुख्य मध्याह्न रेखा (0°) अफ्रीका महाद्वीप के घाना देश की राजधानी अक्रा शहर से होकर गुजरती है। यहाँ सेरेनगेती और क्रुजर राष्ट्रीय उद्यान है तो जलप्रपात और वर्षावन भी हैं। एक ओर सहारा मरुस्थल है तो दूसरी ओर किलिमंजारो पर्वत भी है और सुषुप्त ज्वालामुखी भी है। युगांडा, तंजानिया और केन्या की सीमा पर स्थित विक्टोरिया झील अफ्रीका की सबसे बड़ी तथा सम्पूर्ण पृथ्वी पर मीठे पानी की दूसरी सबसे बड़ी झीलहै। यह झील दुनिया की सबसे लम्बी नदी नील के पानी का स्रोत भी है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इसी महाद्वीप में सबसे पहले मानव का जन्म व विकास हुआ और यहीं से जाकर वे दूसरे महाद्वीपों में बसे, इसलिए इसे मानव सभ्यता की जन्मभूमि माना जाता है। यहाँ विश्व की दो प्राचीन सभ्यताओं (मिस्र एवं कार्थेज) का भी विकास हुआ था। अफ्रीका के बहुत से देश द्वितीय विश्व युद्ध के बाद स्वतंत्र हुए हैं एवं सभी अपने आर्थिक विकास में लगे हुए हैं। अफ़्रीका अपनी बहुरंगी संस्कृति और जमीन से जुड़े साहित्य के कारण भी विश्व में जाना जाता है। .
देखें कगेरा नदी और अफ़्रीका
यह भी देखें
अफ़्रीका की अंतरराष्ट्रीय नदियाँ
- आरेंज नदी
- उबंगी नदी
- ओकावंगो नदी
- ओगूउए नदी
- कगेरा नदी
- कसाई नदी
- कांगो नदी
- कुनेने नदी
- क्वांगो नदी
- क्वान्दो नदी
- गाम्बिया नदी
- जुब्बा नदी
- दावा नदी
- नाइजर नदी
- नील नदी
- नीली नील
- न्तेम नदी
- न्यांगा नदी
- बारो नदी
- मबिनी नदी
- मापुटो नदी
- मारा नदी
- मोलोपो नदी
- म्बोमोऊ नदी
- रुवुमा नदी
- लिम्पोपो नदी
- शाशे नदी
- शेबेल्ले नदी
- श्वेत नील
तंज़ानिया की नदियाँ
- कगेरा नदी
- मारा नदी
- रुफिजी नदी
- रुवुमा नदी
बुरुण्डी की नदियाँ
- कगेरा नदी
युगांडा की नदियाँ
- कगेरा नदी
- कजिंगा चैनल
- नील नदी
- श्वेत नील
रुआण्डा की नदियाँ
- कगेरा नदी
सीमावर्ती नदियाँ
- अक्रे नदी
- अमूर नदी
- अरस नदी
- अर्गुन नदी
- आमू दरिया
- उबंगी नदी
- उरुग्वे नदी
- ओकावंगो नदी
- ओरिनोको नदी
- कगेरा नदी
- कसाई नदी
- कांगो नदी
- काली नदी, उत्तराखण्ड
- कुनेने नदी
- कोलोरेडो नदी
- क्वांगो नदी
- क्वान्दो नदी
- गंगा नदी
- जुब्बा नदी
- जॉर्डन नदी
- डैन्यूब नदी
- तूमन नदी
- दजला नदी
- दावा नदी
- नाइजर नदी
- नीपर
- न्तेम नदी
- न्यांगा नदी
- पंज नदी
- पद्मा नदी
- पराना नदी
- पामीर नदी
- फेनी नदी
- बारो नदी
- बाश्गल नदी
- मापुटो नदी
- मीकांग नदी
- म्बोमोऊ नदी
- यालू नदी
- यूराल नदी
- राइन नदी
- रिओ दे ला प्लाता
- रुवुमा नदी
- लिम्पोपो नदी
- सतलुज नदी
- सालवीन नदी
- हरीरूद