2 संबंधों: द वेल्थ ऑफ नेशन्स, अर्थशास्त्र।
द वेल्थ ऑफ नेशन्स
द वेल्थ ऑफ नेशन्स (An Inquiry into the Nature and Causes of the Wealth of Nations) स्कॉटलैण्ड के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एडम स्मिथ की प्रसिद्ध कृति है। इसका प्रथम प्रकाशन 1776 में हुआ था। यह क्लासिअक्ल अर्थशास्त्र की मूलभूत ग्रन्थ है। औद्योगिक क्रान्ति के पूर्ववर्ती अर्थशास्त्रीय विचारों के साथ इस ग्रन्थ में कार्य विभाजन, उत्पादकता तथा मुक्त बाजार आदि विषयों पर विचार किया गया है। एड्म स्मिथ के अनुसार कम से कम सरकारी हस्तक्षेप होने पर ही पूंजी का व्यक्तिगत व देश की समृद्धि के लिए सर्वश्रेष्ठ उपयोग किया जा सकता है। उनका मानना था कि मुक्त बाजार में प्रतिस्पर्घा से व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ती हैं, जो किसी भी देश और उसके नागरिकों के लिए हर मायने में फादयेमंद होती है। श्रेणी:अर्थशास्त्र श्रेणी:अंग्रेजी पुस्तकें.
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अर्थशास्त्र
---- विश्व के विभिन्न देशों की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर (सन २०१४) अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है। 'अर्थशास्त्र' शब्द संस्कृत शब्दों अर्थ (धन) और शास्त्र की संधि से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है - 'धन का अध्ययन'। किसी विषय के संबंध में मनुष्यों के कार्यो के क्रमबद्ध ज्ञान को उस विषय का शास्त्र कहते हैं, इसलिए अर्थशास्त्र में मनुष्यों के अर्थसंबंधी कायों का क्रमबद्ध ज्ञान होना आवश्यक है। अर्थशास्त्र का प्रयोग यह समझने के लिये भी किया जाता है कि अर्थव्यवस्था किस तरह से कार्य करती है और समाज में विभिन्न वर्गों का आर्थिक सम्बन्ध कैसा है। अर्थशास्त्रीय विवेचना का प्रयोग समाज से सम्बन्धित विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे:- अपराध, शिक्षा, परिवार, स्वास्थ्य, कानून, राजनीति, धर्म, सामाजिक संस्थान और युद्ध इत्यदि। प्रो.
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