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आवत डालनी

सूची आवत डालनी

आवत डालनी, (आवत पाओनी) किसानो व खेत मजदूरों के ऐसे समूह को कहा जाता है जो समलित रूप में फ़सल की कटाई करते हैं। Alop ho riha Punjabi virsa, Harkesh Singh Kehal, Unistar Book PVT Ltd., ISBN 81-7142-869-X यह परंपरा अधिकतर वैसाखी के मौके़ अपनाई जाती है। आवत का अभिप्राय है "कहीं आना यां खिन बुलाए जाना"। पंजाब में खेती के मशीनीकरन से पहले बड़े ज़मींदार रिश्तेदारों या दोस्तों की मदद से फ़सल की कटाई करते। इसे ही आवत डालनी खा जाता था इस में खेत मजदूर भी शामिल होते थे इनकी महिमानो की तरह सेवा की जाती थी और घी- शक्कर, हलवा और सेवीआं आदि के पकवान प्रोसे जाते थे।इस समय सिर्फ फसल की कटाई काम ही नहीं क्या जाता था बल्कि हर्षो उलास से मनोरजन भी क्या जाता था -ढोल बजता था,लोकगीत और बोलीयां डाली जाती थी। आवत आम तौर पर उन किसानो की तरफ से डलवाई जाती थी जिन की ज्यादा जमीन होती थी या खेती किरण वाले मर्द या पशू किसे बीमारी आदि करण मर जाते थे। .

सामग्री की तालिका

  1. 2 संबंधों: लोकगीत, हलवा

  2. पंजाबी संस्कृति

लोकगीत

लोकनृत्य के साथ लोकगीत लोकगीत लोक के गीत हैं। जिन्हें कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरा लोक समाज अपनाता है। सामान्यतः लोक में प्रचलित, लोक द्वारा रचित एवं लोक के लिए लिखे गए गीतों को लोकगीत कहा जा सकता है। लोकगीतों का रचनाकार अपने व्यक्तित्व को लोक समर्पित कर देता है। शास्त्रीय नियमों की विशेष परवाह न करके सामान्य लोकव्यवहार के उपयोग में लाने के लिए मानव अपने आनन्द की तरंग में जो छन्दोबद्ध वाणी सहज उद्भूत करता हॅ, वही लोकगीत है। इस प्रकार लोकगीत शब्द का अर्थ हॅ- १- लोक में प्रचलित गीत २- लोक-रचित गीत ३- लोक-विषयक गीत कजरी, सोहर, चैती, लंगुरिया आदि लोकगीतों की प्रसिद्ध शैलियाँ हैं। .

देखें आवत डालनी और लोकगीत

हलवा

पिस्ता के साथ बाल्कन शैली में ताहिनी आधारित हलवा हलवा (या हलावा, हलेवेह, हेलवा, हलवाह, हालवा, हेलावा, हेलवा, हलवा, अलुवा, चालवा, चलवा) कई प्रकार की घनी, मीठी मिठाई को संदर्भित करता है, जिसे पूरे मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया, मध्य एशिया, पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका, अफ्रीका का सींग, बाल्कन, पूर्वी यूरोप, माल्टा और यहूदी जगत में खाने के लिए पेश किया जाता है। शब्द हलवा (अरबी हलवा حلوى से) का प्रयोग दो प्रकार की मिठाई के वर्णन के लिए किया जाता है.

देखें आवत डालनी और हलवा

यह भी देखें

पंजाबी संस्कृति