लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

वस्त्र उद्योग

सूची वस्त्र उद्योग

महायुद्ध के बाद वस्त्र उद्योग पूर्णतः स्वचालित हो गया। इसमें काम करने वालों में स्त्रियाँ अधिक होती थीं। वस्त्र उद्योग (textile industry या apparel industry) मुख्यतः धागा, वस्त्र तथा कपड़ों के डिजाइन, उत्पादन तथा वितरण से सम्बन्धित है। इसके लिये आवश्यक कच्चा माल प्राकृतिक हो सकता है या रासायनिक उद्योग से निर्मित कृत्रिम (synthetic)। श्रेणी:उद्योग *.

6 संबंधों: दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बर्कशायर हाथवे, भारतीय अर्थव्यवस्था, औद्योगिक क्रांति, कच्चा माल, कताई

दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, (पुराना नाम: दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज या पूर्व दिल्ली पॉलीटेक्निक)(अंग्रेजी:Delhi Technological University या DTU पूर्व में DCE) भारत का एक इंजीनियरिंग (अभियांत्रिकी) विश्वविद्यालय है। मूल रूप से इसे सन 1940 में दिल्ली पालीटेक्निक (बहुतकनीकी संस्थान) के रूप में स्थापित किया गया था और उस समय यह भारत सरकार के सीधे नियंत्रण में था। 1963 के बाद से यह दिल्ली की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सरकार के नियंत्रण में है और 1952 से यह कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध है। दिल्ली सरकार की कैबिनेट समिति ने दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज को डीम्ड-टू-बी विश्वविद्यालय दर्जा देने का प्रस्ताव पारित कर दिया है और अब यह प्रस्ताव स्वीकृति हेतु एआईसीटीई और भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के समक्ष विचाराधीन है। .

नई!!: वस्त्र उद्योग और दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय · और देखें »

बर्कशायर हाथवे

बर्कशायर हाथवे (और) संगुटिका धारित कंपनी है जिसका मुख्यालय ओमाहा, नेब्रास्का, अमेरिका में है। यह कई सहायक कंपनियों का प्रबंधन और देखरेख करती है। कंपनी ने पिछले 44 वर्षों में अपने शेयरधारकों को 20.3% के बही मूल्य से वार्षिक विकास का औसत दिया है, जबकि कम से कम ऋण के साथ पूंजी की बड़ी मात्रा का उपयोग किया है। बर्कशायर हाथवे ने 2000-2010 में कुल 76% स्टॉक उत्पादन किया जबकि S$P के लिए 11.3% का नकारात्मक रिटर्न प्रदर्शित किया। वॉरेन बफेट कंपनी के अध्यक्ष और CEO हैं। बफेट ने बर्कशायर हाथवे के बीमा व्यापार द्वारा प्रदान "फ्लोट" (एक पॉलिसीधारक का पैसा जिसे यह अस्थायी रूप से तब तक रखती है जब तक कि दावों का भुगतान नहीं कर दिया जाता) का प्रयोग अपने निवेशों में पूंजी लगाने के लिए किया। बर्कशायर में अपने कैरियर के प्रारंभिक काल में, उन्होंने सार्वजनिक रूप से उद्धृत शेयरों में लंबी अवधि के निवेश करने पर ध्यान केंद्रित किया, लेकिन हाल के वर्षों में उन्होंने पूरी कंपनियों को खरीदने कि ओर रुख किया। बर्कशायर अब, व्यवसायों की एक विविध श्रृंखला का मालिक है, जिसमें शामिल है रेलरोड, कैंडी उत्पादन, खुदरा, गृह-सज्जा, विश्वकोश, वैक्यूम क्लीनर, आभूषण विक्रय, समाचार पत्र प्रकाशन, युनिफोर्म का निर्माण और वितरण, जूतों का निर्माण, आयात और वितरण, साथ ही साथ कई क्षेत्रीय बिजली और गैस उपयोगिता की वस्तुएं.

नई!!: वस्त्र उद्योग और बर्कशायर हाथवे · और देखें »

भारतीय अर्थव्यवस्था

भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में सातवें स्थान पर है, जनसंख्या में इसका दूसरा स्थान है और केवल २.४% क्षेत्रफल के साथ भारत विश्व की जनसंख्या के १७% भाग को शरण प्रदान करता है। १९९१ से भारत में बहुत तेज आर्थिक प्रगति हुई है जब से उदारीकरण और आर्थिक सुधार की नीति लागू की गयी है और भारत विश्व की एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरकर आया है। सुधारों से पूर्व मुख्य रूप से भारतीय उद्योगों और व्यापार पर सरकारी नियंत्रण का बोलबाला था और सुधार लागू करने से पूर्व इसका जोरदार विरोध भी हुआ परंतु आर्थिक सुधारों के अच्छे परिणाम सामने आने से विरोध काफी हद तक कम हुआ है। हंलाकि मूलभूत ढाँचे में तेज प्रगति न होने से एक बड़ा तबका अब भी नाखुश है और एक बड़ा हिस्सा इन सुधारों से अभी भी लाभान्वित नहीं हुये हैं। .

नई!!: वस्त्र उद्योग और भारतीय अर्थव्यवस्था · और देखें »

औद्योगिक क्रांति

'''वाष्प इंजन''' औद्योगिक क्रांति का प्रतीक था। अट्ठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध तथा उन्नीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में कुछ पश्चिमी देशों के तकनीकी, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक स्थिति में काफी बड़ा बदलाव आया। इसे ही औद्योगिक क्रान्ति (Industrial Revolution) के नाम से जाना जाता है। यह सिलसिला ब्रिटेन से आरम्भ होकर पूरे विश्व में फैल गया। "औद्योगिक क्रांति" शब्द का इस संदर्भ में उपयोग सबसे पहले आरनोल्ड टायनबी ने अपनी पुस्तक "लेक्चर्स ऑन दि इंड्स्ट्रियल रिवोल्यूशन इन इंग्लैंड" में सन् 1844 में किया। औद्योगिक क्रान्ति का सूत्रपात वस्त्र उद्योग के मशीनीकरण के साथ आरम्भ हुआ। इसके साथ ही लोहा बनाने की तकनीकें आयीं और शोधित कोयले का अधिकाधिक उपयोग होने लगा। कोयले को जलाकर बने वाष्प की शक्ति का उपयोग होने लगा। शक्ति-चालित मशीनों (विशेषकर वस्त्र उद्योग में) के आने से उत्पादन में जबरदस्त वृद्धि हुई। उन्नीसवी सदी के प्रथम् दो दशकों में पूरी तरह से धातु से बने औजारों का विकास हुआ। इसके परिणामस्वरूप दूसरे उद्योगों में काम आने वाली मशीनों के निर्माण को गति मिली। उन्नीसवी शताब्दी में यह पूरे पश्चिमी यूरोप तथा उत्तरी अमेरिका में फैल गयी। अलग-अलग इतिहासकार औद्योगिक क्रान्ति की समयावधि अलग-अलग मानते नजर आते हैं जबकि कुछ इतिहासकार इसे क्रान्ति मानने को ही तैयार नहीं हैं। अनेक विचारकों का मत है कि गुलाम देशों के स्रोतों के शोषण और लूट के बिना औद्योगिक क्रान्ति सम्भव नही हुई होती, क्योंकि औद्योगिक विकास के लिये पूंजी अति आवश्यक चीज है और वह उस समय भारत आदि गुलाम देशों के संसाधनों के शोषण से प्राप्त की गयी थी। .

नई!!: वस्त्र उद्योग और औद्योगिक क्रांति · और देखें »

कच्चा माल

रबर के वृक्ष से दूध इकट्ठा किया जा रहा है। कच्चा माल (raw material) उन मूल द्रव्यों को कहते हैं जिनका उपयोग विविध शिल्पों में उत्पादन कार्य के लिए होता है। उदाहरणार्थ, चीनी मिल के लिए गन्ना, वस्त्र उद्योग के लिए रुई, कागज बनाने के लिए बाँस, ईख की छोई तथा सन और लोहे के कारखानों के लिए कच्चा लोहा आदि कच्चा माल है। औद्योगिक दृष्टि से यूरोप के विकसित पूँजीवादी देशों को कच्चे माल की आवश्यकता पड़ी तो उन्होंने संसार के अन्य महाद्वीपों में अपने अनेक उपनिवेश स्थापित किए और वहाँ के कच्चे माल से विविध वस्तुएँ तैयार करके उन्हें पुन: उन्हीं के देशों में खपाया तथा अकल्पित लाभ प्राप्त किया। श्रेणी:पदार्थ श्रेणी:खनिज श्रेणी:आपूर्ति शृंखला प्रबंधन शब्दावली.

नई!!: वस्त्र उद्योग और कच्चा माल · और देखें »

कताई

नेपाली चरखे से सूत कातती हुई महिला 'स्पिनिंग जेन्नी' का मॉडल: इसके आविष्कार से कताई की उत्पादकता में कई गुना वृद्धि हो गयी। कताई (Spinning) वस्त्र उद्योग का आरम्भिक और बहुत बड़ा प्रक्रम है। कपास आदि प्राकृतिक रेशों या अन्य कृत्रिम रेशों को ऐंठकर सूत बनाने की क्रिया को 'कताई करना' कहते हैं। पहले यह कार्य हाथ से किया जाता था किन्तु आजकल अधिकांश कताई स्वचालित मशीनों से की जाती है। श्रेणी:वस्त्र उद्योग श्रेणी:कताई श्रेणी:वस्त्र कला.

नई!!: वस्त्र उद्योग और कताई · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »