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राजधानी

सूची राजधानी

राजधानी वह नगरपालिका होती है, जिसे किसी देश, प्रदेश, प्रान्त या अन्य प्रशासनिक ईकाई अथवा क्षेत्र में सरकार की गद्दी होने का प्राथमिक दर्जा हासिल होता है। राजधानी मिसाली तौर पर एक शहर होता है, जहाँ संबंधित सरकार के दफ़्तर और सम्मेलन -टिकाने स्थित होते हैं और आम तौर पर अपने क़ानून या संविधान द्वारा निर्धारित होती है। .

245 संबंधों: चन्द्रवंशी, चम्पापुरी, चिशिनाउ, एडिनबर्ग, एर्नाकुलम, एरीजोना, ऐम्स्टर्डैम, ऐल्बनी, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, झालावाड़, झंडेवालान् मंदिर, नई दिल्ली, डबलिन, डर्बी, डर्बीशायर, डार्विन, नॉर्थर्न टेरिटरी, डाकार, ड्रेसडेन, डीग पैलेस, ढाका, ताल्लिन, ताइपे, तिब्बिया कॉलेज, तिरुवनन्तपुरम जिला, तक्षशिला, त्रिपुरी, तोयामा प्रभाग, थिम्फू, दिल्ली विश्‍वविद्यालय, दिल्ली का इतिहास, दक्षिण ख़ोरासान प्रांत, दक्षिणी अफ्रीका, देवगिरि के यादव, दीजों, ध्रांगध्रा रियासत, ना त्राङ्ग, नायरोबी, नाईजीरिया, नागभट्ट प्रथम, नाउरु, निकोसिया, नई दिल्ली का पुरनिवेश, नवलगढ, न्यूज़ीलैण्ड, नेपाल, पटना, पटना का इतिहास, पणजी, पश्चिमी एशिया, पश्चिमी अफ्रीका, पाटण, गुजरात, पाण्ड्य राजवंश, ..., पारो, पाकिस्तान यादगार, पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयाँ, पुर्तगाल, पुष्पक एक्सप्रेस 12533, पुगं, प्रशा राज्य, पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी, शिलांग, पूर्वी पाकिस्तान, पूर्वी खासी हिल्स जिला, पूर्वी अफ्रीका, पेशावर, पोलैंड, पीसा, फ़ीनिक्स, एरिजोना, फुकुओका, फ्रांस की रूपरेखा, बर्लिन, बाल्टिक देश, बांग्लादेश में स्थानीय प्रशासन, बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल, बांग्लादेश के जिले, बांग्लादेश के विभाग, बांग्लादेश के उपजिले, बाकू, बिहार, बंगलोर जिला, बुडापेस्ट, बुन्देलखण्ड, बुखारेस्ट, बूँदी का इतिहास, बेयरूत, बेंगुला विमानक्षेत्र, बॅलग्रेड, बोधगया, बीदर का किला, बीबीसी हिन्दी, बीकानेर का इतिहास, भरतपुरा, भारत में ज्वैलरी डिजाइन, भारत में आतंकवाद, भारत सारावली, भारतीय दुर्ग, भारतीय स्थापत्यकला, भारतीय इतिहास की समयरेखा, भीनमाल, मडगाँव, मध्य पूर्व, मध्य अफ्रीका, मनीला, माण्डले, मान्यखेट, माहिष्मती, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, मिनीकॉनामी, मिलानो, मंडला ज़िला, मंडोर, मंगोलिया, मुम्बई एफ.सी, मैडरिड का सान मारकोस का गिरजाघर, मेक्सिको नगर, मोगादीशू, यांगून, राँची, रामबाग महल, रामायणकालीन छत्तीसगढ़, रायगढ़, राजधानी विकास प्राधिकरण, राजस्थान, राजस्थान की रूपरेखा, राजवंशी, रुद्रदमन, रूपनगर, रोम, रोहिलखंड, लाल मस्जिद, लाल मस्जिद घेराबंदी, लखनऊ, लंदन, लक्ष्मणगढ़, शशांक, शिमला, शिलांग, शुक्रनीति, श्टेटीन, श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर, श्रीभार्गवराघवीयम्, श्रीलंका का जातीय संघर्ष, शेखावाटी, सबसे बड़े शहरों की सूची, समय दैनिक, सर्वोच्च न्यायालय भवन, इस्लामाबाद, सिन्धु राज्य, सिसिली, सिंहपुर, स्टर्लिंग, स्वतन्त्रता के बाद भारत का संक्षिप्त इतिहास, स्वर्णगिरि, सैन होज़े, कैलिफोर्निया, सेंट पीटर्सबर्ग, हड़ौती, हनोई, हबीब तनवीर, हम्पी, हिमाचल प्रदेश, हवाना, हैम्बर्ग, हेग, जनसंख्या के अनुसार दक्षिण अमेरिकी देशों की सूची, जम्मू (शहर), जम्मू और कश्मीर, जय सिंह द्वितीय, जयपुर, जयपुर जिला, जर्मनी, जसदण, जातियो स्मृतीशोऊधो, जाफना, जालना जिला, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, दिल्ली, जेफर्सन सिटी, जॉर्जटाउन, गयाना, वल्लभीपुर, वारसॉ, वित्तिय प्रबन्धक, विनिपेग, वियना विश्वविद्यालय, विराटनगर (राजस्थान), विल्नुस, विवेकानन्द सेतु, व्यिंचन, वेलिंग्टन क्षेत्र, वॉशिंगटन, डी॰ सी॰, ख़ीवा, खेंट, गणभवन, गाँधीनगर, गान्तोक, गिरिव्रज, गंगाधरपुर, गुरुग्राम, ग्रैंड ट्रंक रोड, गैरसैंण, ऑटो एक्सपो, ऑस्टिन, टेक्सास, ओविएदो, आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन, आर्दबील, आसंदीवंत, इम्फाल, इलिनॉय, इंडियन ओशॅन (बैंड), इक्ष्वाकु, कर्णसुवर्ण, करौली, कलात ख़ानत, क़ेज़ॉन सिटी, काठमाण्डु, कातालोनिया, काराकास, कारवार, कांस्टैंटाइन, अल्जीरिया, किंग्स्टन, नॉर्फ़ोक द्वीप, कुम्भलगढ़ दुर्ग, कुवैत नगर, कुकरैल संरक्षित वन, क्योटो, कोटा, कोलंबो, कोलकाता, कोहिमा, अथरी, अब्बक्का रानी, अमरावती, आन्ध्र प्रदेश, अमेरिकी कांग्रेस, अयुध्या राज्य, अराक, अल्कला डी हेनरेस, अजीतगढ़, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, अगरतला, अंकारा, तुर्की, अंकोर थोम, अक्षरधाम मंदिर, गांधीनगर, अक्कादी भाषा, उत्तर प्रदेश, उत्तर प्रदेश में पर्यटन, उत्तर ख़ोरासान प्रांत, उत्तर अमेरिका, उदयपुर, उदयपुर रियासत, उप्साला, उलान बतोर, ऋषिकेश सूचकांक विस्तार (195 अधिक) »

चन्द्रवंशी

चंद्रवंश एक प्रमुख प्राचीन भारतीय क्षत्रियकुल। आनुश्रुतिक साहित्य से ज्ञात होता है। कि आर्यों के प्रथम शासक (राजा) वैवस्वत मनु हुए। उनके नौ पुत्रों से सूर्यवंशी क्षत्रियों का प्रारंभ हुआ। मनु की एक कन्या भी थी - इला। उसका विवाह बुध से हुआ जो चंद्रमा का पुत्र था। उनसे पुरुरवस्‌ की उत्पत्ति हुई, जो ऐल कहलाया और चंद्रवंशियों का प्रथम शासक हुआ। उसकी राजधानी प्रतिष्ठान थी, जहाँ आज प्रयाग के निकट झूँसी बसी है। पुरुरवा के छ: पुत्रों में आयु और अमावसु अत्यंत प्रसिद्ध हुए। आयु प्रतिष्ठान का शासक हुआ और अमावसु ने कान्यकुब्ज में एक नए राजवंश की स्थापना की। कान्यकुब्ज के राजाओं में जह्वु प्रसिद्ध हुए जिनके नाम पर गंगा का नाम जाह्नवी पड़ा। आगे चलकर विश्वरथ अथवा विश्वामित्र भी प्रसिद्ध हुए, जो पौरोहित्य प्रतियोगिता में कोसल के पुरोहित वसिष्ठ के संघर्ष में आए।ततपश्चात वे तपस्वी हो गए तथा उन्होंने ब्रह्मर्षि की उपाधि प्राप्त की। आयु के बाद उसका जेठा पुत्र नहुष प्रतिष्ठान का शासक हुआ। उसके छोटे भाई क्षत्रवृद्ध ने काशी में एक राज्य की स्थापना की। नहुष के छह पुत्रों में यति और ययाति सर्वमुख्य हुए। यति संन्यासी हो गया और ययाति को राजगद्दी मिली। ययाति शक्तिशाली और विजेता सम्राट् हुआ तथा अनेक आनुश्रुतिक कथाओं का नायक भी। उसके पाँच पुत्र हुए - यदु, तुर्वसु, द्रुह्यु, अनु और पुरु। इन पाँचों ने अपने अपने वंश चलाए और उनके वंशजों ने दूर दूर तक विजय कीं। आगे चलकर ये ही वंश यादव, तुर्वसु, द्रुह्यु, आनव और पौरव कहलाए। ऋग्वेद में इन्हीं को पंचकृष्टय: कहा गया है। यादवों की एक शाखा हैहय नाम से प्रसिद्ध हुई और दक्षिणापथ में नर्मदा के किनारे जा बसी। माहिष्मती हैहयों की राजधानी थी और कार्तवीर्य अर्जुन उनका सर्वशक्तिमान्‌ और विजेता राजा हुआ। तुर्वसुके वंशजों ने पहले तो दक्षिण पूर्व के प्रदेशों को अधीनस्थ किया, परंतु बाद में वे पश्चिमोत्तर चले गए। द्रुह्युओं ने सिंध के किनारों पर कब्जा कर लिया और उनके राजा गांधार के नाम पर प्रदेश का नाम गांधार पड़ा। आनवों की एक शाखा पूर्वी पंजाब और दूसरी पूर्वी बिहार में बसी। पंजाब के आनव कुल में उशीनर और शिवि नामक प्रसिद्ध राजा हुए। पौरवों ने मध्यदेश में अनेक राज्य स्थापित किए और गंगा-यमुना-दोआब पर शासन करनेवाला दुष्यंत नामक राजा उनमें मुख्य हुआ। शकुंतला से उसे भरत नामक मेधावी पुत्र उत्पन्न हुआ। उसने दिग्विजय द्वारा एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की और संभवत: देश को भारतवर्ष नाम दिया। चंद्रवंशियों की मूल राजधानी प्रतिष्ठान में, ययाति ने अपने छोटे लड़के पुरु को उसके व्यवहार से प्रसन्न होकर - कहा जाता है कि उसने अपने पिता की आज्ञा से उसके सुखोपभोग के लिये अपनी युवावस्था दे दी और उसका बुढ़ापा ले लिया - राज्य दे दिया। फिर अयोध्या के ऐक्ष्वाकुओं के दबाव के कारण प्रतिष्ठान के चंद्रवंशियों ने अपना राज्य खो दिया। परंतु रामचंद्र के युग के बाद पुन: उनके उत्कर्ष की बारी आई और एक बार फिर यादवों और पौरवों ने अपने पुराने गौरव के अनुरूप आगे बढ़ना शुरू कर दिया। मथुरा से द्वारका तक यदुकुल फैल गए और अंधक, वृष्णि, कुकुर और भोज उनमें मुख्य हुए। कृष्ण उनके सर्वप्रमुख प्रतिनिधि थे। बरार और उसके दक्षिण में भी उनकी शाखाएँ फैल गई। पांचाल में पौरवों का राजा सुदास अत्यंत प्रसिद्ध हुआ। उसकी बढ़ती हुई शक्ति से सशंक होकर पश्चिमोत्तर भारत के दस राजाओं ने एक संघ बनाया और परुष्णी (रावी) के किनारे उनका सुदास से युद्ध हुआ, जिसे दाशराज्ञ युद्ध कहते हैं और जो ऋग्वेद की प्रमुख कथाओं में एक का विषय है। किंतु विजय सुदास की ही हुई। थोड़े ही दिनों बाद पौरव वंश के ही राजा संवरण और उसके पुत्र कुरु का युग आया। कुरु के ही नाम से कुरु वंश प्रसिद्ध हुआ, उस के वंशज कौरव कहलाए और आगे चलकर दिल्ली के पास इंद्रप्रस्थ और हस्तिनापुर उनके दो प्रसिद्ध नगर हुए। कौरवों और पांडवों का विख्यात महाभारत युद्ध भारतीय इतिहास की विनाशकारी घटना सिद्ध हुआ। सारे भारतवर्ष के राजाओं ने उसमें भाग लिया। पांडवों की विजय तो हुई, परंतु वह नि:सार विजय थी। उस युद्ध का समय प्राय: 1400 ई.पू.

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चम्पापुरी

चंपा प्राचीन अंग की राजधानी, जो गंगा और चंपा के संगम पर बसी थी। प्राचीन काल में इस नगर के कई नाम थे- चंपानगर, चंपावती, चंपापुरी, चंपा और चंपामालिनी। पहले यह नगर 'मालिनी' के नाम से प्रसिद्ध था किंतु बाद में लेमपाद के प्राचीन राजा चंप के नाम पर इसका नाम चंपा अथवा चंपावती पड़ गया। यहाँ पर चंपक वृक्षों की बहुलता का भी संबंध इसके नामकरण के साथ जोड़ा जाता है। चंपा नगर का समीकरण भागलपुर के समीप आधुनिक चंपानगर और चंपापुर नाम के गाँवों से किया जाता है किंतु संभवत: प्राचीन नगर मुंगेर की पश्चिमी सीमा पर स्थित था। कहा जाता है, इस नगर को महागोविन्द ने बसाया था। उस युग के सांस्कृतिक जीवन में चंपा का महत्वपूर्ण स्थान था। बुद्ध, महावीर और गोशाल कई बार चंपा आए थे। १२वें तीर्थकर वासुपूज्य का जन्म और मोक्ष दोनों ही चंपा में हुआ था। यह जैन धर्म का उल्लेखनीय केंद्र और तीर्थ था। दशवैकालिक सूत्र की रचना यहीं हुई थी। नगर के समीप रानी गग्गरा द्वारा बनवाई गई एक पोक्खरणी थी जो यात्री और साधु संन्यासियों के विश्रामस्थल के रूप में प्रसिद्ध थी और जहाँ का वातावरण दार्शनिक बाद विवादों से मुखरित रहता था। अजातशत्रु के लिय कहा गया है कि उसने चंपा को अपनी राजधानी बनाया। दिव्यावदान के अनुसार विंदुसार ने चंपा की एक ब्राह्मण कन्या से विवाह किया था जिसकी संतान सम्राट् अशोक थे। चंपा समृद्ध नगर और व्यापार का केंद्र भी था। चंपा के व्यापारी समुद्रमार्ग से व्यापार के लिये भी प्रसिद्ध थे। .

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चिशिनाउ

चिशिनाउ मोल्दाविया का राजधानी है। श्रेणी:शहर.

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एडिनबर्ग

एडिनबर्ग या एडिनबर (Edinburgh,अंग्रेजी उच्चारण: / ए॑डिन्बर / Dùn Èideann डुन एडिऽन्न), स्कॉटलैंड की राजधानी, एवं ग्लासगो के बाद, स्कॉटलैंड का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह स्काॅटलैन्ड के लोथियन क्षेत्र में फ़ाॅर्थ के नदमुख के दक्षिणी तट पर स्थित है। वर्ष 2013 के हिसाब से,इस शहर की आबादी 5,00,000 के करीब है। 15वीं सदी से ही यह ऐतिहासिक शहर स्कॉटलैंड की राजधानी है। शुरुआत से ही स्काॅटियाई राजशाही के सारे महत्वपूर्ण प्रशासनिक भवन इसी शहर में ही स्थित हुआ करते थे, परंतू 1603 और 1707 के बीच, इंग्लैंड से विलय के पश्चात इस शहर की काफ़ी राजनैतिक ताकत लंदन चली गई। 1999 में स्कॉटिश संसद को स्वायत्त रूप से शाही धोषणा द्वारा स्थापित किया गया तब से यह शहर स्काॅटलैंड की संसद व स्काॅटलैंड में राजगद्दी का आसन है। स्कॉटलैंड का राष्ट्रीय संग्रहालय, स्कॉटलैंड का राष्ट्रीय पुस्तकालय और स्कॉटलैंड की अन्य महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्थाओं के मुख्यालय व नेशनल गैलरी यहीं एडिनबर्ग में स्थित हैं। आर्थिक रूप से, यह यूके में लंदन के बाहर का सबसे बड़ा वित्तीय केंद्र है। एडिनबर्ग का इतिहास काफ़ी लम्बा है, एवं यहां कई ऐतिहासिक इमारतों को भी अच्छी तरह से संरक्षित देखे जा सकते हैं। एडिनबर्ग कासल, हाॅलीरूड पैलेस, सेंट जाइल्स कैथेड्रल और कई अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक इमारतें यहां स्थित हैं। एडिनबर्ग का ओल्ड टाउन और न्यू टाउन, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं। 2004 में, एडिनबर्ग विश्व साहित्य में पहला शहर बन गया। साथी यह ऐतिहासिक रूप से शिक्षा का भी एक विकसित केन्द्र रहा है, यहाँ स्थित, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, ब्रिटेन के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक है, एवं यह अब भी दुनिया के शीर्ष सिक्षा संस्थानों में शामिल है। इसके अलावा एडिनबर्ग अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और यहां आयोजित किये गए अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी विश्वविख्यात समारोहों में से एक है। लंडन के बाद ब्रिटेन में, एडिनबर्ग दूसरा सबसे बड़ा पर्यटन केन्द्र है। .

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एर्नाकुलम

एर्नाकुलम भारत के केरल प्रान्त का एक जिला एवं नगर है। यह केरल में स्त्तिथ है एर्नाकुलम, मध्य केरल, भारत मे कोच्चि शहर के पूर्वी, मुख्य भूमि हिस्से को संदर्भित करता है। यह शहर कोच्चि का सबसे शहरी भाग है और उसने अपना नाम एरनाकुलम जिल्ले मे रखा है। एरनाकुलम को केरल राज्य की वाणिज्यिक राजधानी कहा जाता है। केरल हाईकोर्ट, कोचिंग कॉरपोरेशन का कार्यालय और कोचीन स्टॉक एक्सचेंच यहाँ स्थित है। शहर मे कई मलयाली उद्यमियों के लिए इनक्यूबेटर के रूप मे काम किया है और केरल के एक प्रमुख वित्तीय और वाणिज्यिक केंद्र है। .

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एरीजोना

thumbnail एरीजोना (Arizona) संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिणपश्चिमी हिस्से में स्थित राज्य है। इसका सबसे बड़ा शहर और राजधानी फ़िनक्स है। दूसरा सबसे बड़ा राज्य टक्सन है और उसके बाद फ़िनक्स के महानगर क्षेत्र स्थित शहर मेसा, ग्लेनडेल, चंदलर और स्कोत्ट्सडेल है। एरीजोना संयुक्त राज्यों में शामिल होने वाला ४८व राज्य था जिसे की इसमें १४ फरबरी १९१२ को समिलित किया गया। इसी दिन इस राज्य की देश में माने जाने वाली भूमि की वर्षागाठ भी थी। एरीजोना अपने रेगिस्तानी मौसम, भयंकर गर्मी और हल्की ठंड के लिए जाना जाता है। पर राज्य के उच्च इलाकों में बहुत पहाड़ व जंगल है, इसी कारण वहाँ का मौसम अन्य राज्य के मुकाबले ठंडा रहता है। जुलाई १ २००६ के अनुसार एरीजोना देश में आबादी के हिसाब से सबसे तेजी से बढ़ता राज्य है। इससे पहले यह दर्जा नेवादा के पास था। राज्य का एक-चौथाई इलाका मूल अमेरिकी आदिवासी के लिये संरक्षित है। राज्य की आधिकरिक भाषा अँग्रेजी है जिसे बोलने वाले जनसंख्या के 74 प्रतिशत है। स्पेनी 19.5 प्रतिशत द्वारा बोली जाती है। 2015 में राज्य की आबादी 68,28,065 अनुमानित की गई है। जिस हिसाब से उसका अमेरिकी राज्यों में 14वां स्थान है। Image:Tree, Canyon de Chelly, Apache County AZ.jpg Image:Sedona Arizona-27527-4.jpg Image:Lockett Meadow, 1996.jpg श्रेणी:संयुक्त राज्य अमेरिका के राज्य.

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ऐम्स्टर्डैम

right एम्सटर्डम (डच: Amsterdam) नीदरलैंड की राजधानी है। इस नगर की स्थापना १२वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में एम्स्टल नदी के मुहाने पर एक मछली पकड़ने के केन्द्र के रूप में हुई थी। एम्सटर्डम नाम एम्स्टल नदी के नाम से उपगमित है। १ जनवरी, २००६ को एम्सटर्डम की आबादी ७४३,०२७ थी। यह नीदरलैंड का सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है। एम्स्टर्डम की नहरें विश्वविख्यात हैं, इनमें से कई नगर के बीचोबीच हैं। इस कारण से इसकी तुलना वेनिस से की जाती है। एम्स्टर्डम (/ æmstərdæm, ˌæmstərdæm /; डच: (इस ध्वनि के बारे में सुनो)) नीदरलैंड्स के राज्य की राजधानी और सबसे अधिक आबादी वाला नगरपालिका है। राजधानी के रूप में इसका दर्जा नीदरलैंड के संविधान द्वारा अनिवार्य है, हालांकि यह सरकार की सीट नहीं है, जो द हेग है। एम्स्टर्डम में 851,373 की आबादी उचित शहर के भीतर है, शहरी क्षेत्र में 1,351,587, और एम्स्टर्डम महानगरीय क्षेत्र में 2,410, 9 60 है। यह शहर देश के पश्चिम में उत्तर हॉलैंड प्रांत में स्थित है। मेट्रोपॉलिटन एरिया में रैंडस्टैड के उत्तरी हिस्से का अधिक हिस्सा शामिल है, जो कि यूरोप में लगभग 7 मिलियन की जनसंख्या वाले एक बड़े कस्बों में से एक है। एम्स्टर्डम का नाम अमस्टेल्रेडम से निकला है, शहर की उत्पत्ति का एक नदी Amstel में बांध के आसपास का संकेत है। 12 वीं शताब्दी के अंत में एक छोटे से मछली पकड़ने के गांव के रूप में उत्पत्ति, एम्स्टर्डम, डच सुवर्ण युग (17 वीं शताब्दी) के दौरान दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाहों में से एक बन गया, जो व्यापार में अपने अभिनव विकास का नतीजा था। उस समय के दौरान, शहर वित्त और हीरे के लिए अग्रणी केंद्र था। 1 9वीं और 20 वीं शताब्दी में शहर का विस्तार हुआ, और कई नए पड़ोस और उपनगरों की योजना बनाई गई और निर्माण किया गया। एम्स्टर्डम की 17 वीं शताब्दी की नहरों और 1 9 -20 वीं शताब्दी की एम्स्टर्डम की रक्षा रेखा यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची पर हैं। एम्स्टर्डम की नगर पालिका द्वारा 1 9 21 में नगरपालिका स्लॉटन के कब्जे के बाद से, शहर का सबसे पुराना ऐतिहासिक हिस्सा स्लॉटन (9वीं सदी) में है। नीदरलैंड की वाणिज्यिक राजधानी और यूरोप में शीर्ष वित्तीय केंद्रों में से एक के रूप में, एम्स्टर्डम को वैश्वीकरण और विश्व शहरों (GaWC) अध्ययन समूह द्वारा एक अल्फा विश्व शहर माना जाता है यह शहर नीदरलैंड की सांस्कृतिक राजधानी भी है। कई बड़े डच संस्थानों का मुख्यालय है, और फिलिप्स और आईएनजी सहित दुनिया की 500 सबसे बड़ी कंपनियों में से सात, शहर में स्थित हैं। 2012 में, एम्स्टर्डम को इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) और 12 वें विश्व स्तर पर मर्सर द्वारा पर्यावरण और बुनियादी ढांचे के लिए रहने की गुणवत्ता पर रहने के लिए दूसरा सबसे अच्छा शहर का दर्जा दिया गया था। आस्ट्रेलियाई नवाचार एजेंसी 2 थिंकनो द्वारा उनके इनोवेशन सिटीज इंडेक्स 200 9 में इनोवेशन में शहर का तीसरा स्थान था। इस दिन एम्स्टर्डम बंदरगाह देश में दूसरा और यूरोप में पांचवां सबसे बड़ा बंदरगाह है। प्रसिद्ध एम्स्टर्डम निवासियों में डायरी फ्रैंक, कलाकारों रिब्रांडेंट वैन रियंज और विन्सेन्ट वैन गाग और दार्शनिक बारूच स्पिनोजा शामिल हैं। एम्स्टर्डम स्टॉक एक्सचेंज, दुनिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज, शहर के केंद्र में स्थित है। एम्सटर्डम के ऐतिहासिक आकर्षण, रिजक्सम्यूजियम, वान गॉग म्यूजियम, स्टैडेलिस्क म्यूजियम, हेर्मिटेज एम्स्टर्डम, ऐनी फ्रैंक हाउस, एम्स्टर्डम संग्रहालय, इसकी लाल-प्रकाश जिला और इसके कई कैनबिस कॉफी की दुकानों में सालाना 5 मिलियन से अधिक अंतरराष्ट्रीय आगंतुक हैं। विषय वस्तु 1 व्युत्पत्ति 2 इतिहास 2.1 संस्थापक और मध्य युग 2.2 स्पेन के साथ संघर्ष 2.3 डच स्वर्ण युग का केंद्र 2.4 अस्वीकार और आधुनिकीकरण 2.5 20 वीं शताब्दी 2.6 21 वीं सदी 3 भूगोल 3.1 नहरें 3.2 जलवायु 4 जनसांख्यिकी 4.1 ऐतिहासिक जनसंख्या 4.2 आप्रवासन 4.3 धर्म 4.4 सहनशीलता और जातीय तनाव 5 शहरी परिदृश्य और वास्तुकला 5.1 नहरें 5.2 विस्तार 5.3 वास्तुकला 5.4 पार्क और मनोरंजन क्षेत्र 6 अर्थव्यवस्था 6.1 एम्स्टर्डम का पोर्ट 6.2 पर्यटन 6.2.1 रेड लाइट जिला 6.3 खुदरा 6.4 फैशन 7 संस्कृति 7.1 संग्रहालय 7.2 संगीत 7.3 कला प्रदर्शन 7.4 नाइटलाइफ़ 7.5 समारोह 7.6 खेल 8 सरकार 8.1 शहर सरकार 8.2 महानगर क्षेत्र 8.3 राष्ट्रीय राजधानी 8.4 चिह्न 9 परिवहन 9.1 मेट्रो, ट्राम, बस 9.2 कार 9.3 राष्ट्रीय रेल 9.4 हवाई अड्डे 9.5 सायक्लिंग 10 शिक्षा 11 उल्लेखनीय लोग 11.1 मनोरंजन 11.2 स्पोर्ट 11.3 कहीं और से उत्पत्ति 12 मीडिया 13 आवास 14 भी देखें 15 नोट्स और संदर्भ 15.1 साहित्य 15.2 रोपण 16 आगे पढ़ने 17 बाहरी लिंक व्युत्पत्ति यह भी देखें एम्स्टर्डम के अन्य नाम ओउड केर्क को 1306 में पवित्रा किया गया था। 1170 और 1173 की बाढ़ के बाद, अम्स्टल नदी के पास स्थानीय लोगों ने नदी के ऊपर एक पुल बनाया और इसे भर दिया, गांव को अपना नाम देकर: "एमेस्स्टेलडेम" उस नाम का सबसे पहले इस्तेमाल किया गया रिकॉर्ड 27 अक्टूबर 1275 के एक दस्तावेज में है, जिसने गांव के निवासियों को पुल टोल का भुगतान करने के लिए फ्लोरिस वी गिनने से छूट दी। इसने एस्मस्टेलदेमे गांव के निवासियों को हॉलैंड काउंटी के माध्यम से स्वतंत्र रूप से यात्रा करने की इजाजत दी, पुलों, ताले और बांधों पर कोई टैल नहीं दे रहे थे। प्रमाण पत्र में निवासियों के बारे में बताते हैं कि मैनेंट्स एपीड अमेस्टेलाईआम्मे (अमेलेस्टेलाईममे के पास रहने वाले लोग)। 1327 तक, नाम एम्स्टर्डम में विकसित हुआ था। 1544 के रूप में एम्स्टर्डम को चित्रित करने वाला एक वुडकट। प्रसिद्ध Grachtengordel अभी तक स्थापित नहीं किया गया था। इतिहास मुख्य लेख: एम्स्टर्डम का इतिहास और एम्स्टर्डम की टाइमलाइन संस्थापक और मध्य युग इमॅन्यूएल डे विट्टे, 1653 द्वारा एम्स्टर्डम स्टॉक एक्सचेंज के आंगन। एम्स्टर्डम स्टॉक एक्सकेन .

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ऐल्बनी, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया

ऐल्बनी (Albany) ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया राज्य के हिन्द महासागर से लगे दक्षिणी तट पर स्थित एक शहर व बंदरगाह है। यह राज्य की राजधानी, पर्थ, से ४१८ किमी दक्षिणपूर्व दिशा में बसा हुआ है और ग्रेट सदर्न नामक भूक्षेत्र का केन्द्र माना जाता है। Estimated resident population, 30 June 2015.

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झालावाड़

झालावाड राजस्थान राज्य के दक्षिण-पूर्व में स्थित झालावाड़ जिला का मुख्यालय है। यह झालावाड के हाडौती क्षेत्र का हिस्सा है। झालावाड के अलावा कोटा, बारां एवं बूंदी हाडौती क्षेत्र में आते हैं। राजस्थान के झालावाड़ ने पर्यटन के लिहाज से अपनी एक अलग पहचान बनाई है। राजस्थान की कला और संस्कृति को संजोए यह शहर अपने खूबसूरत सरोवरों, किला और मंदिरों के लिए जाना जाता है। झालावाड़ की नदियां और सरोवर इस क्षेत्र की दृश्यावली को भव्यता प्रदान करते हैं। यहां अनेक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल भी हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर खींचने में कामयाब होते हैं। झालावाड़ मालवा के पठार के एक छोर पर बसा जनपद है। इस जनपद के अंदर झालावाड़ और झालरापाटन नामक दो पर्यटन स्थल है। इन दोनों शहरों की स्थापना 18वीं शताब्दी के अन्त में झाला राजपूतों द्वारा की गई थी। इसलिए इन्हें 'जुड़वा शहर' भी कहा जाता है। इन दोनों शहरों के बीच 7 किमी की दूरी है। यह दोनों शहर झाला वंश के राजाओं की समृद्ध रियासत का हिस्सा था। .

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झंडेवालान् मंदिर, नई दिल्ली

झंडेवालान् मंदिर,  भारत का राजधानी महानगर दिल्ली का करोलबाग इलाके मे एक हिन्दू मंदिर है। १८ बी सदी के एक पुराने मंदिर इसी जगह पर अबस्थित रहा था।  इसी जगह पर खुदाई के बाद शक्ति देबी का प्राचीन मूर्ति येही जगह मिला था। इसी को एका मंदिर बना कर नए मूर्ति के साथ स्थापना किया हुआ है ओर रीति के अनुसार यहाँ पुजा अर्चना होता है।.

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डबलिन

डबलिन आयरलैंड की राजधानी, सबसे बड़ा शहर तथा मुख्य बन्दरगाह है। .

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डर्बी

डर्बी इंडस्ट्रियल म्युसियम् डर्बी (अंग्रेज़ी: Derby) इंग्लैंड के शहर है, यह डर्बीशायर का राजधानी है। .

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डर्बीशायर

डर्बीशायर डर्बीशायर (इंग्लिश: Derbyshire) एक इंग्लैंड का काउंटी है, जिस की राजधानी डर्बी है। .

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डार्विन, नॉर्थर्न टेरिटरी

डार्विन ऑस्ट्रेलिया का एक शहर है तथा नॉर्थर्न टेरिटरी की राजधानी है। .

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डाकार

डाकार, अफ्रीका महाद्वीप के राष्ट्र सेनेगल की राजधानी तथा प्रमुख बंदरगाह है। यह सेनेगल नदी तथा गैबिया नदी के बीच केप वर्ट प्रायद्वीप के पश्चिमी छोर पर स्थित है और पुराने विश्व का सबसे पश्चिमी नगर है। इस नगर का बड़ा महत्व है। यहाँ वायुसेना तथा नौसेना के अड्डे भी हैं। यूरोपीय लोगों के लिए यहाँ की ठंडी जलवायु बहुत अनुकूल है। डाकार का मुख्य बाजार बड़ा सुंदर बना है तथा बंदरगाह से २५ फुट ऊँचा है। यहाँ उद्योग साधारण वस्त्र, जूते, साबुन तथा अन्य मरम्मत के कायों तक सीमित है। डाकार बंदरगाह में जहाज मुख्यत: केवल कोयला पानी लेने के लिए ठहरते हैं। .

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ड्रेसडेन

ड्रेसडेन के स्मारक ड्रेसडेन (Dresden) जर्मनी के सैक्सोनी प्रान्त की राजधानी है।यह एल्बे नदी के किनारे घाटी में चेक सीमा के निकट स्थित है। .

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डीग पैलेस

डीग पैलेस एक महल है जो भरतपुर,राजस्थान से 32 किमी दूरी पर स्थित है। इसका निर्माण भरतपुर के शासक सूरज मल ने १७७२ में करवाया था। यह मुख्य रूप से भरतपुर के डीग क्षेत्र में स्थित है। डीग जाट राजा की राजधानी थी जो बाद भरतपुर में बदल दी गई थी। .

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ढाका

ढाका (बांग्ला: ঢাকা) बांग्लादेश की राजधानी है। बूढ़ी गंगा नदी के तट पर स्थित यह देश का सबसे बड़ा शहर है। राजधानी होने के अलावा यह बांग्लादेश का औद्यौगिक और प्रशासनिक केन्द्र भी है। यहाँ पर धान, गन्ना और चाय का व्यापार होता है। ढाका की जनसंख्या लगभग 1.1 करोड़ है (२००१ की जनसंख्या: ९,०००,०२)) जो इसे दुनिया के ग्यारहवें सबसे बड़ी जनसंख्या वाले शहर का दर्जा भी दिलाता है। ढाका का अपना इतिहास रहा है और इसे दुनिया में मस्जिदों के शहर के नाम से जाना जाता है। मुगल सल्तनत के दौरान इस शहर को १७ वीं सदी में जहांगीर नगर के नाम से भी जाना जाता था, यह न सिर्फ प्रादेशिक राजधानी हुआ करती थी बल्कि यहाँ पर निर्मित होने वाले मलमल के व्यापार में इस शहर का पूरी दुनिया में दबदबा था। आधुनिक ढाका का निर्माण एवं विकास ब्रिटिश शासन के दौरान उन्नीसवीं शताब्दी में हुआ और जल्द ही यह कोलकाता के बाद पूरे बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा शहर बन गया। भारत विभाजन के बाद १९४७ में ढाका पूर्वी पाकिस्तान की प्रशासनिक राजधानी बना तथा १९७२ में बांग्लादेश के स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अस्तित्व में आने पर यह राष्ट्रीय राजधानी घोषित हुआ। आधुनिक ढाका देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था, एवं संस्कृति का मुख्य केन्द्र है। ढाका न सिर्फ देश का सबसे साक्षर (६३%) शहर है- - बल्कि बांग्लादेश के शहरों में सबसे ज्यादा विविधता वाला शहर भी है। हालांकि आधुनिक ढाका का शहरी आधारभूत ढांचा देश में सबसे ज्यादा विकसित है परंतु प्रदूषण, यातायात कुव्यवस्था, गरीबी, अपराध जैसी समस्यायें इस शहर के लिए बड़ी चुनौतियां हैं। सारे देश से लोगों का ढाका की ओर पलायन भी सरकार के लिए एक बड़ी समस्या का रूप लेता जा रहा है। .

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ताल्लिन

ताल्लिन या तालिन (एस्टोनियाई: Tallinn) एस्टोनिया का राजधानी है। श्रेणी:एस्टोनिया श्रेणी:यूरोप में राजधानियाँ.

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ताइपे

ताइपे शहर का दृश्य ताइपे शहर का झण्डा ताइवान में ताइपे की स्थिति ताइपे, चीन गणराज्य (जिसे ताइवान के नाम से ज्यादा जाना जाता है) की राजधानी है। ताइपे ताइवान द्वीप के सबसे बड़े मेट्रोपोलिटन क्षेत्र का केंद्रीय शहर है। यह द्वीप के उत्तरी छोर पर, तम्सुई नदी के किनारे पर स्थित है। ताइपे शहर की आबादी २६,१८,७७२ है। ताइपे, नया ताइपे और कीलूंग मिलकर "ताइपे मेट्रोपोलिटन क्षेत्र" बनाते हैं, जिसकी कुल आबादी ६९,००,२७३ है। केवल "ताइपे" शब्द का प्रयोग मुख्यतः मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के लिए और "ताइपे शहर" शब्द का प्रयोग सिर्फ शहर के लिए किया जाता है। ताइपे शहर चारों और से नया ताइपे से घिरा हुआ है। ताइपे ताइवान की राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्रबिंदु है। यह शहर मध्य-पूर्वी एशिया के प्रमुख शहरों में से एक है। यहाँ दुनिया की दूसरी सबसे ऊँची इमारत है, जिसका नाम ताइपे १०१ है। .

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तिब्बिया कॉलेज

तिब्बिया कॉलेज, जिसे आयुर्वेदिक एवं यूनानी तिब्बिया कॉलेज के नाम से भी जाना जाता है, एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है जो भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित है। 19 वी सदी में स्थापित यह कॉलेज आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति के अध्ययन की सुविधा प्रदान करता है। इस कॉलेज का उद्घाटन महात्मा गाँधी ने सन 1921 में किया था। यह कॉलेज आयुर्वेदिक आयुर्विज्ञान और शल्य चिकित्सा और यूनानी आयुर्विज्ञान और शल्य चिकित्सा में स्नातक उपाधि प्रदान करता है। 15 फ़रवरी 2008 को एक 60 बिस्तर वाला जच्चा-बच्चा खंड कॉलेज में शुरु किया गया है, साथ ही दिल्ली सरकार नें कॉलेज के आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा में योगदान के देखते हुए इसे एक विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने की घोषणा की है। .

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तिरुवनन्तपुरम जिला

तिरुवनन्तपुरम (തിരുവനന്തപുരം., तिरुवनन्तपुरम्) भारतीय राज्य केरल का एक जिला है। इसका मुख्यालय तिरुवनन्तपुरम या त्रिवेन्द्रम है जो केरल की राजधानी भी है। क्षेत्रफल - 2192 वर्ग कि.मी.

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तक्षशिला

तक्षशिला में प्राचीन बौद्ध मठ के भग्नावशेष तक्षशिला (पालि: तक्कसिला) प्राचीन भारत में गांधार देश की राजधानी और शिक्षा का प्रमुख केन्द्र था। यहाँ का विश्वविद्यालय विश्व के प्राचीनतम विश्वविद्यालयों में शामिल है। यह हिन्दू एवं बौद्ध दोनों के लिये महत्व का केन्द्र था। चाणक्य यहाँ पर आचार्य थे। ४०५ ई में फाह्यान यहाँ आया था। ऐतिहासिक रूप से यह तीन महान मार्गों के संगम पर स्थित था- (१) उत्तरापथ - वर्तमान ग्रैण्ड ट्रंक रोड, जो गंधार को मगध से जोड़ता था, (२) उत्तरपश्चिमी मार्ग - जो कापिश और पुष्कलावती आदि से होकर जाता था, (३) सिन्धु नदी मार्ग - श्रीनगर, मानसेरा, हरिपुर घाटी से होते हुए उत्तर में रेशम मार्ग और दक्षिण में हिन्द महासागर तक जाता था। वर्तमान समय में तक्षशिला, पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के रावलपिण्डी जिले की एक तहसील तथा महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है जो इस्लामाबाद और रावलपिंडी से लगभग ३२ किमी उत्तर-पूर्व में स्थित है। ग्रैंड ट्रंक रोड इसके बहुत पास से होकर जाता है। यह स्थल १९८० से यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में सम्मिलित है। वर्ष २०१० की एक रिपोर्ट में विश्व विरासत फण्ड ने इसे उन १२ स्थलों में शामिल किया है जो अपूरणीय क्षति होने के कगार पर हैं। इस रिपोर्ट में इसका प्रमुख कारण अपर्याप्त प्रबन्धन, विकास का दबाव, लूट, युद्ध और संघर्ष आदि बताये गये हैं। .

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त्रिपुरी

त्रिपुरी से निम्निखित का बोध होता है-.

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तोयामा प्रभाग

तोयामा जापान का एक प्रभाग है। यह हॉन्शू द्वीप के मध्य में स्थित है। इसकी उत्तरी सीमारेखा टोयामा का ही सागरतट है। यह लगभग १,६४४ वर्ग मील भूभाग पर फैला हुआ है। यहाँ की प्राकृतिक छटा बड़ी निराली है जो भीतर की ओर ऊँचाई में बढ़ती जाती है। तथा मध्यवर्ती भाग उत्तुंग पर्वतमालाओं से भरा हुआ है। इसकी राजधानी तोयामा नगर है। श्रेणी:जापान का भूगोल.

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थिम्फू

थिम्फू, पहले थिम्बु के नाम से जाना जाता था। यह भूटान का सबसे बड़ा शहर तथा भूटान देश की राजधानी भी है।। थिम्फू भूटान के पश्चिमी केन्द्रीय भाग में स्थित हैं। .

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दिल्ली विश्‍वविद्यालय

दिल्ली विश्वविद्यालय (अंग्रेजी:University of Delhi), भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। भारत की राजधानी दिल्ली स्थित यह विश्वविद्यालय 1922 में स्थापित हुआ था। यह स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर पाठ्यक्रम उपलब्ध कराता है। भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलाधिपति हैं। THES-QS की विश्व के विश्वविद्यालयों की रैंकिंग के अनुसार यह भारत का शीर्ष गैर-आईआईटी विश्वविद्यालय है। दिल्ली विश्वविद्यालय के दो परिसर हैं जो दिल्ली के उत्तरी और दक्षिणी भाग में स्थित हैं। इन्हें क्रमश: उत्तरी परिसर और दक्षिणी परिसर कहा जाता है। दिल्ली विश्वविद्यालय का उत्तरी परिसर में दिल्ली मेट्रो की पीली लाइन के साथ सुनियोजित ढंग से जुड़ा हुआ है और मेट्रो स्टेशन का नाम 'विश्वविद्यालय' है। उत्तरी परिसर दिल्ली विधान सभा से 2.5 किमी और अंतरराज्यीय बस अड्डे से 7.0 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।तो वहीं इसका दक्षिणी परिसर गुलाबी (पिंक)लाइन से जुड़ा है और मेट्रो स्टेशन का नाम 'दुर्गाबाई देशमुख साउथ केम्पस 'है| .

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दिल्ली का इतिहास

दिल्ली का लौह स्तम्भ दिल्ली को भारतीय महाकाव्य महाभारत में प्राचीन इन्द्रप्रस्थ, की राजधानी के रूप में जाना जाता है। उन्नीसवीं शताब्दी के आरंभ तक दिल्ली में इंद्रप्रस्थ नामक गाँव हुआ करता था। अभी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की देखरेख में कराये गये खुदाई में जो भित्तिचित्र मिले हैं उनसे इसकी आयु ईसा से एक हजार वर्ष पूर्व का लगाया जा रहा है, जिसे महाभारत के समय से जोड़ा जाता है, लेकिन उस समय के जनसंख्या के कोई प्रमाण अभी नहीं मिले हैं। कुछ इतिहासकार इन्द्रप्रस्थ को पुराने दुर्ग के आस-पास मानते हैं। पुरातात्विक रूप से जो पहले प्रमाण मिलते हैं उन्हें मौर्य-काल (ईसा पूर्व 300) से जोड़ा जाता है। तब से निरन्तर यहाँ जनसंख्या के होने के प्रमाण उपलब्ध हैं। 1966 में प्राप्त अशोक का एक शिलालेख(273 - 300 ई पू) दिल्ली में श्रीनिवासपुरी में पाया गया। यह शिलालेख जो प्रसिद्ध लौह-स्तम्भ के रूप में जाना जाता है अब क़ुतुब-मीनार में देखा जा सकता है। इस स्तंभ को अनुमानत: गुप्तकाल (सन ४००-६००) में बनाया गया था और बाद में दसवीं सदी में दिल्ली लाया गया।लौह स्तम्भ यद्यपि मूलतः कुतुब परिसर का नहीं है, ऐसा प्रतीत होता है कि यह किसी अन्य स्थान से यहां लाया गया था, संभवतः तोमर राजा, अनंगपाल द्वितीय (1051-1081) इसे मध्य भारत के उदयगिरि नामक स्थान से लाए थे। इतिहास कहता है कि 10वीं-11वीं शताब्दी के बीच लोह स्तंभ को दिल्ली में स्थापित किया गया था और उस समय दिल्ली में तोमर राजा अनंगपाल द्वितीय (1051-1081) था। वही लोह स्तंभ को दिल्ली में लाया था जिसका उल्लेख पृथ्वीराज रासो में भी किया है। जबकि फिरोजशाह तुगलक 13 शताब्दी मे दिल्ली का राजा था वो केसे 10 शताब्दी मे इसे ला सकता है। चंदरबरदाई की रचना पृथवीराज रासो में तोमर वंश राजा अनंगपाल को दिल्ली का संस्थापक बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि उसने ही 'लाल-कोट' का निर्माण करवाया था और लौह-स्तंभ दिल्ली लाया था। दिल्ली में तोमर वंश का शासनकाल 900-1200 इसवी तक माना जाता है। 'दिल्ली' या 'दिल्लिका' शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम उदयपुर में प्राप्त शिलालेखों पर पाया गया, जिसका समय 1170 ईसवी निर्धारित किया गया। शायद 1316 ईसवी तक यह हरियाणा की राजधानी बन चुकी थी। 1206 इसवी के बाद दिल्ली सल्तनत की राजधानी बनी जिसमें खिलज़ी वंश, तुग़लक़ वंश, सैयद वंश और लोधी वंश समते कुछ अन्य वंशों ने शासन किया। .

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दक्षिण ख़ोरासान प्रांत

दक्षिण खोरसान (Persian: خراسان جنوبی) एक प्रांत हैं पुर्व ईरान मैं। इस्का राजधानी बिर्जांद हैं। .

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दक्षिणी अफ्रीका

अफ्रीका महाद्वीप के दक्षिणी भाग को दक्षिणी अफ्रीका कहते हैं। इसमें बोत्सवानालेसोथोनामीबियादक्षिण अफ्रीकास्वाजीलैंड देश आते हैं। इनके विस्तृत आंकड़े इस प्रकार से हैं:- .

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देवगिरि के यादव

1200 ई में एशिया का राजनैतिक मानचित्र; इसमें यादव राजवंश और उसके पड़ोसी देखे जा सकते हैं। देवगिरि के यादव (कन्नड: ಸೇವುಣರು (सेवुणरु), मराठा: देवगिरीचे यादव) 850–1334) भारत का एक राजवंश था जिसने अपने चरमोत्कर्ष काल में तुंगभद्रा से लेकर नर्मदा तक के भूभाग पर शासन किया जिसमें वर्तमान महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, मध्य प्रदेश के कुछ भाग शामिल थे। उनकी राजधानी देवगिरि थी जो वर्तमान में दौलताबाद के नाम से जानी जाती है। यादव वंश भारतीय इतिहास में बहुत प्राचीन है और वह अपना सम्बन्ध प्राचीन यदुवंशी क्षत्रियों से मानता था। राष्टकूटों और चालुक्यों के उत्कर्ष काल में यादव वंश के राजा अधीनस्थ सामन्त राजाओं की स्थिति रखते थे। पर जब चालुक्यों की शक्ति क्षीण हुई तो वे स्वतंत्र हो गए और वर्त्तमान अाैरंगाबाद (महाराष्ट्) के क्षेत्र में स्थित देवगिरि (दौलताबाद) को केन्द्र बनाकर उन्होंने अपने उत्कर्ष का प्रारम्भ किया। .

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दीजों

दीजों (Dijon) पूर्वी फ्रांस में कोट दौर (Côte-d'Or) प्रशासनिक विभाग को राजधानी है। पहले यह बरगंडी की राजधानी था। इसका सामरिक महत्व भी है, क्योंकि यह रेलमार्गो तथा सड़कों का केंद्र है और राइन की ओर से आक्रमण रोक सकता है। यह धार्मिक तथा शैक्षणिक केंद्र है। यहाँ की शराब प्रसिद्ध है। मशीन, मोटरगाड़ी, बाइसिकिल, साबुन, बिस्कुट, जूते, होजरी आदि के कारखाने भी यहाँ अन्न तथा ऊन का काफी व्यापार होता है। दीजों, पैरिस-लियाँ रेलवे पर पेरिस से ३०० किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। श्रेणी:फ्रांस के शहर.

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ध्रांगध्रा रियासत

ध्रांगध्रा रियासत भारत में ब्रितानी शासनकाल में एक देशी रियासत थी। ध्रांगध्रा नगर (सुरेन्द्रनगर जिला, गुजरात) इसकी राजधानी थी। .

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ना त्राङ्ग

ना त्रांग ना त्रांग (Nha Trang; आईपीए: /ˌnɑːˈtræŋ/, वियतनामी उच्चारण) वियतनाम का समुद्रतटीय नगर तथा ख़ान होआ (Khánh Hòa) प्रदेश की राजधानी है। यह वियतनाम के दक्षिणी मध्य समुद्रतट पर स्थित है। इसकी जनसंख्या लगभग 392,000 है। Nha Trang - Wikivoyage श्रेणी:वियतनाम.

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नायरोबी

नायरोबी पूर्व अफ़्रीका के कीनिया देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह कीनिया के दक्षिणी भाग में अथी नदी के किनारे 1,795 मीटर (5,889 फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित है। सन् 2011 में इसकी आबादी 33.6 लाख थी, जिसके आधार पर यह महान अफ़्रीकी झील क्षेत्र का (तंज़ानिया की राजधानी दार अस सलाम के बाद) दूसरा सबसे बड़ा नगर है। .

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नाईजीरिया

thumb फेडेरल रिपब्लिक ऑफ नाईजीरिया या नाईजीरिया संघीय गणराज्य पश्चिम अफ्रीका का एक देश है। इसकी सीमाएँ पश्चिम में बेनीन, पूर्व में चाड, उत्तर में hiकैमरून और दक्षिण में गुयाना की खाड़ी से लगती हैं। इस देश के बड़े शहरों में राजधानी अबुजा, भूतपूर्व राजधानी लागोस के अलावा इबादान, कानो, जोस और बेनिन शहर शामिल हैं। नाइजीरिया पश्चिमी अफ्रीका का एक प्रमुख देश है। पूरे अफ्रीका महाद्वीप में इस देश की आबादी सबसे अधिक है। नाइजीरिया की सीमा पश्चिम में बेनिन, पूर्व में चाड और कैमरून और उत्तर में नाइजर से मिलती हैं। .

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नागभट्ट प्रथम

नागभट्ट प्रथम (मृत्यु ७८० ई) गुर्जर प्रतिहार राजवंश का प्रथम राजा था। इसे 'हरिश्चन्द्र' के नाम से भी जाना जाता था। पुष्यभूति साम्राज्य के हर्षवर्धन के बाद पश्चिमी भारत पर उसका शासन था। उसकी राजधानी कन्नौज थी। उसने सिन्ध के अरबों को पराजित किया और काठियावाड़, मालवा, गुजरात तथा राजस्थान के अनेक क्षेत्रों पर अधिकार कर लिया था। नागभट्ट प्रथम राष्ट्रकूट नरेश दन्तिदुर्ग से पराजित हो गया। कुचामन किले का निर्माण नागभट्ट प्रतिहार ने करवाया था। .

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नाउरु

नाउरु, आधिकारिक तौर पर नाउरु गणराज्य, मैक्रोनेशियाई दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप राष्ट्र है। इसका निकटतम पड़ोसी बनावा द्वीप जो किरिबाती गणराज्य का भाग है, इसके पूर्व मे 300 किमी पर स्थित है। नौरू दुनिया का सबसे छोटा द्वीप राष्ट्र है, इसका क्षेत्रफल केवल 21 किमी² (8.1 वर्ग मील) है, यह विश्व का सबसे छोटा स्वतंत्र गणराज्य और दुनिया में सिर्फ एकमात्र ऐसा गणतांत्रिक राष्ट्र है जिसकी कोई राजधानी नहीं है। URL accessed 2006-05-02.

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निकोसिया

निकोसिया, जिसे स्थानीय तौर परलेफकोसिया या लेफकोशा के नाम से भी जाना जाता है साइप्रस देश की राजधानी एवं यहाँ का सबसे बड़ा शहर है। .

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नई दिल्ली का पुरनिवेश

दिसंबर १९११ में इंग्लैंड के राजा, पंचम जार्ज के स्वागत में शाहजहाँनाबाद (अर्थात् पुरानी दिल्ली) के उत्तर की ओर एक विशाल राज्यारोहण दरबार लगा। अनेक राजनीतिक कारणों से यह निश्चय किया जा चुका था कि भारत की राजधानी कलकत्ता से हटाकर दिल्ली लाई जाए। दरबार में ही इसकी घोषणा भी कर दी गई और तभी नई राजधानी का शिलान्यास भी हो गया। .

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नवलगढ

नवलगढ (राजस्थानी: नौलगढ) राजस्थान में झुन्झुनू जिले की तहसील है। यह मुकुंदगढ़ के दक्षिण में और डुण्डलोद से दूर पड़ता है। नवलगढ के सीमावर्ती गाँव उत्तर में मोहब्बतसर,चेलासी,चेलासी ढ़हर,नवलड़ी,पूर्व में सैनीनगर,बिरोल दक्षिण में झाझड़,बेरीऔर पश्चिम में बिडो़दी बड़ी हैं तथा कस्बा उत्तर में डुण्डलोद, है। नवलगढ़ यह एक रेलवे-स्टेशन भी है। .

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न्यूज़ीलैण्ड

न्यूज़ीलैंड प्रशान्त महासागर में ऑस्ट्रेलिया के पास स्थित देश है। ये दो बड़े द्वीपों से बना है। न्यूजीलैंड (माओरी भाषा में: Aotearoa आओटेआरोआ) दक्षिण पश्चिमि पेसिफ़िक ओशन में दो बड़े द्वीप और अन्य कई छोटे द्वीपों से बना एक देश है। न्यूजीलैंड के ४० लाख लोगों में से लगभग तीस लाख लोग उत्तरी द्वीप में रहते हैं और दस लाख लोग दक्षिणि द्वीप में। यह द्वीप दुनिया के सबसे बडे द्वीपों में गिने जाते हैं। अन्य द्वीपों में बहुत कम लोग रहतें हैं और वे बहुत छोटे हैं। इनमें मुख्य है.

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नेपाल

नेपाल, (आधिकारिक रूप में, संघीय लोकतान्त्रिक गणराज्य नेपाल) भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक दक्षिण एशियाई स्थलरुद्ध हिमालयी राष्ट्र है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है। नेपाल के ८१ प्रतिशत नागरिक हिन्दू धर्मावलम्बी हैं। नेपाल विश्व का प्रतिशत आधार पर सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल की राजभाषा नेपाली है और नेपाल के लोगों को भी नेपाली कहा जाता है। एक छोटे से क्षेत्र के लिए नेपाल की भौगोलिक विविधता बहुत उल्लेखनीय है। यहाँ तराई के उष्ण फाँट से लेकर ठण्डे हिमालय की श्रृंखलाएं अवस्थित हैं। संसार का सबसे ऊँची १४ हिम श्रृंखलाओं में से आठ नेपाल में हैं जिसमें संसार का सर्वोच्च शिखर सागरमाथा एवरेस्ट (नेपाल और चीन की सीमा पर) भी एक है। नेपाल की राजधानी और सबसे बड़ा नगर काठमांडू है। काठमांडू उपत्यका के अन्दर ललीतपुर (पाटन), भक्तपुर, मध्यपुर और किर्तीपुर नाम के नगर भी हैं अन्य प्रमुख नगरों में पोखरा, विराटनगर, धरान, भरतपुर, वीरगंज, महेन्द्रनगर, बुटवल, हेटौडा, भैरहवा, जनकपुर, नेपालगंज, वीरेन्द्रनगर, त्रिभुवननगर आदि है। वर्तमान नेपाली भूभाग अठारहवीं सदी में गोरखा के शाह वंशीय राजा पृथ्वी नारायण शाह द्वारा संगठित नेपाल राज्य का एक अंश है। अंग्रेज़ों के साथ हुई संधियों में नेपाल को उस समय (१८१४ में) एक तिहाई नेपाली क्षेत्र ब्रिटिश इंडिया को देने पड़े, जो आज भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा पश्चिम बंगाल में विलय हो गये हैं। बींसवीं सदी में प्रारंभ हुए जनतांत्रिक आन्दोलनों में कई बार विराम आया जब राजशाही ने जनता और उनके प्रतिनिधियों को अधिकाधिक अधिकार दिए। अंततः २००८ में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि माओवादी नेता प्रचण्ड के प्रधानमंत्री बनने से यह आन्दोलन समाप्त हुआ। लेकिन सेना अध्यक्ष के निष्कासन को लेकर राष्ट्रपति से हुए मतभेद और टीवी पर सेना में माओवादियों की नियुक्ति को लेकर वीडियो फुटेज के प्रसारण के बाद सरकार से सहयोगी दलों द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद प्रचण्ड को इस्तीफा देना पड़ा। गौरतलब है कि माओवादियों के सत्ता में आने से पहले सन् २००६ में राजा के अधिकारों को अत्यंत सीमित कर दिया गया था। दक्षिण एशिया में नेपाल की सेना पांचवीं सबसे बड़ी सेना है और विशेषकर विश्व युद्धों के दौरान, अपने गोरखा इतिहास के लिए उल्लेखनीय रहे हैं और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के लिए महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रही है। .

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पटना

पटना (पटनम्) या पाटलिपुत्र भारत के बिहार राज्य की राजधानी एवं सबसे बड़ा नगर है। पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था। आधुनिक पटना दुनिया के गिने-चुने उन विशेष प्राचीन नगरों में से एक है जो अति प्राचीन काल से आज तक आबाद है। अपने आप में इस शहर का ऐतिहासिक महत्व है। ईसा पूर्व मेगास्थनीज(350 ईपू-290 ईपू) ने अपने भारत भ्रमण के पश्चात लिखी अपनी पुस्तक इंडिका में इस नगर का उल्लेख किया है। पलिबोथ्रा (पाटलिपुत्र) जो गंगा और अरेन्नोवास (सोनभद्र-हिरण्यवाह) के संगम पर बसा था। उस पुस्तक के आकलनों के हिसाब से प्राचीन पटना (पलिबोथा) 9 मील (14.5 कि॰मी॰) लम्बा तथा 1.75 मील (2.8 कि॰मी॰) चौड़ा था। पटना बिहार राज्य की राजधानी है और गंगा नदी के दक्षिणी किनारे पर अवस्थित है। जहां पर गंगा घाघरा, सोन और गंडक जैसी सहायक नदियों से मिलती है। सोलह लाख (2011 की जनगणना के अनुसार 1,683,200) से भी अधिक आबादी वाला यह शहर, लगभग 15 कि॰मी॰ लम्बा और 7 कि॰मी॰ चौड़ा है। प्राचीन बौद्ध और जैन तीर्थस्थल वैशाली, राजगीर या राजगृह, नालन्दा, बोधगया और पावापुरी पटना शहर के आस पास ही अवस्थित हैं। पटना सिक्खों के लिये एक अत्यंत ही पवित्र स्थल है। सिक्खों के १०वें तथा अंतिम गुरु गुरू गोबिंद सिंह का जन्म पटना में हीं हुआ था। प्रति वर्ष देश-विदेश से लाखों सिक्ख श्रद्धालु पटना में हरमंदिर साहब के दर्शन करने आते हैं तथा मत्था टेकते हैं। पटना एवं इसके आसपास के प्राचीन भग्नावशेष/खंडहर नगर के ऐतिहासिक गौरव के मौन गवाह हैं तथा नगर की प्राचीन गरिमा को आज भी प्रदर्शित करते हैं। एतिहासिक और प्रशासनिक महत्व के अतिरिक्त, पटना शिक्षा और चिकित्सा का भी एक प्रमुख केंद्र है। दीवालों से घिरा नगर का पुराना क्षेत्र, जिसे पटना सिटी के नाम से जाना जाता है, एक प्रमुख वाणिज्यिक केन्द्र है। .

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पटना का इतिहास

लोककथाओं के अनुसार, राजा पत्रक को पटना का जनक कहा जाता है, जिसने अपनी रानी पाटलि के लिये जादू से इस नगर का निर्माण किया। इसी कारण नगर का नाम पाटलिग्राम पड़ा। पाटलिपुत्र नाम भी इसी के कारण पड़ा। संस्कृत में पुत्र का अर्थ पुत्र या बेटा तथा ग्राम का अर्थ गांव होता है। पुरातात्विक अनुसंधानो के अनुसार पटना का इतिहास 490 ईसा पूर्व से होता है जब हर्यक वन्श के शासक अजातशत्रु ने अपनी राजधानी राजगृह से बदलकर यहां स्थापित की, क्योंकि वैशाली के लिच्छवियों से संघर्ष में उपयुक्त होने के कारण पाटलिपुत्र राजगृह की अपेक्षा सामरिक दृष्टि से अधिक रणनीतिक स्थान पर था। उसने गंगा के किनारे यह स्थान चुना और अपमा दुर्ग स्थापित कर लिया। उस समय से ही इस नगर का लगातार इतिहास रहा है - ऐसा गौरव दुनिया के बहुत कम नगरों को हासिल है। बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध अपने अन्तिम दिनों में यहां से गुजरे थे। उन्होने ये भविष्यवाणी की थी कि नगर का भविष्य उज्जवल होगा, पर कभी बाढ़, आग या आपसी संघर्ष के कारण यह बर्बाद हो जाएगा। मौर्य साम्राज्य के उत्कर्ष के बाद पाटलिपुत्र सत्ता का केन्द्र बन गया। चन्द्रगुप्त मौर्य का साम्राज्य बंगाल की खाड़ी से अफ़ग़ानिस्तान तक फैल गया था। शुरूआती पाटलिपुत्र लकड़ियों से बना था, पर सम्राट अशोक ने नगर को शिलाओं की संरचना मे तब्दील किया। चीन के फाहियान ने, जो कि सन् 399-414 तक भारत यात्रा पर था, अपने यात्रा-वृतांत में यहां के शैल संरचनाओं का जीवन्त वर्णन किया है। मेगास्थनीज़, जो कि एक युनानी इतिहासकार और चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में एक राजदूत के नाते आया था, ने पाटलिपुत्र नगर का प्रथम लिखित विवरण दिया। ज्ञान की खोज में, बाद में कई चीनी यात्री यहां आए और उन्होने भी यहां के बारे में, अपने यात्रा-वृतांतों में लिखा है। इसके पश्चात नगर पर कई राजवंशों का राज रहा। इन राजाओं ने यहीं से भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन किया। गुप्त वंश के शासनकाल को प्राचीन भारत का स्वर्ण युग कहा जाता है। पर इसके बाद नगर को वह गैरव नहीं मिल पाया जो एक समय मौर्य वंश के समय प्राप्त था। गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद पटना का भविष्य काफी अनिश्चित रहा। 12 वीं सदी में बख़्तियार खिलजी ने बिहार पर अपना अधिपत्य जमा लिया और कई आध्यात्मिक प्रतिष्ठानों को ध्वस्त कर डाला। पटना देश का सांस्कृतिक और राजनैतिक केन्द्र नहीं रहा। मुगलकाल में दिल्ली के सत्ताधारियों ने यहां अपना नियंत्रण बनाए रखा। इस काल में सबसे उत्कृष्ठ समय तब आया जब शेरसाह सूरी ने नगर को पुनर्जीवित करने की कोशिश की। उसने गंगा के तीर पर एक किला बनाने की सोची। उसका बनाया कोई दुर्ग तो अभी नहीं है, पर अफ़ग़ान शैली में बना एक मस्जिद अभी भी है। मुगल बादशाह अकबर 1574 में अफ़गान सरगना दाउद ख़ान को कुचलने पटना आया। अकबर के राज्य सचिव एवं आइने अकबरी के लेखक (अबुल फ़जल) ने इस जगह को कागज, पत्थर तथा शीशे का सम्पन्न औद्योगिक केन्द्र के रूप में वर्णित किया है। पटना राइस के नाम से यूरोप में प्रसिद्ध चावल के विभिन्न नस्लों की गुणवत्ता का उल्लेख भी इन विवरणों में मिलता है। मुगल बादशाह औरंगजेब ने अपने प्रिय पोते मुहम्मद अज़ीम के अनुरोध पर 1704 में, शहर का नाम अजीमाबाद कर दिया। अज़ीम उस समय पटना का सूबेदार था। पर इस कालखंड में, नाम के अतिरिक्त पटना में कुछ विशेष बदलाव नहीं आया। मुगल साम्राज्य के पतन के साथ ही पटना बंगाल के नबाबों के शासनाधीन हो गया जिन्होंने इस क्षेत्र पर भारी कर लगाया पर इसे वाणिज्यिक केन्द्र बने रहने की छूट दी। १७वीं शताब्दी में पटना अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का केन्द्र बन गया। अंग्रेज़ों ने 1620 में यहां रेशम तथा कैलिको के व्यापार के लिये यहां फैक्ट्री खोली। जल्द ही यह सॉल्ट पीटर (पोटेशियम नाइट्रेट) के व्यापार का केन्द्र बन गया जिसके कारण फ्रेंच और डच लोग से प्रतिस्पर्धा तेज हुई। बक्सर के निर्णायक युद्ध के बाद नगर इस्ट इंडिया कंपनी के अधीन चला गया और वाणिज्य का केन्द्र बना रहा। 1912, में बंगाल के विभाजन के बाद, पटना उड़ीसा तथा बिहार की राजधाान बना। It soon emerged as an important and strategic centre.

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पणजी

पणजी भारत के पश्चिमी प्रान्त गोवा की राजधानी है। यह मांडोवी नदी के मुहाने के तट पर, उत्तरी गोवा के जिले में निहित है। 114,405 महानगर की आबादी के साथ पणजी वास्कोडिगामा और मडगांव के बाद गोवा का सबसे बड़ तीसरा शहर है। पणजी का मतलब है, पणजी "कि बाढ़ कभी नहीं" भूमि है। पणजी, गोवा की राजधानी और उत्तरी गोवा जिला, मांडोवी नदी के बाएं किनारे पर एक छोटे और आकर्षक शहर के मुख्यालय, लैटिन शैली में निर्मित लाल की छत वाले मकान के साथ भी आधुनिक घरों, अच्छी तरह से रखी उद्यान, मूर्तियों और रास्ते लाइन में खड़ा है गुलमोहर, Acassia और अन्य पेड़ के साथ। पणजी गोवा और लाल- छत वाले घरों लाटिन शैली में निर्मित के साथ उत्तर गोवा जिला, इस मांडोवी नदी के बाएं किनारे पर एक छोटे और खूबसूरत शहर है, के मुख्यालय की राजधानी में भी आधुनिक मकानों, सुसंगठित उद्यान, मूर्तियों और अवसर पंक्तिवाला है गुलमोहर, Acassia और अन्य के पेड़ के साथ। मुख्य चौराहे, वास्तुकला, सुंदर विला, cobbled सड़कों और दिलचस्प इमारतों पर चर्च पणजी एक पुर्तगाली माहौल दे। मुख्य चौराहे पर चर्च के बरोक वास्तुकला, सुंदर विला और सड़कों cobbled दिलचस्प इमारतों पणजी एक पुर्तगाली माहौल दे। सीढ़ीदार पहाड़ियों, सनकी बालकनियों और लाल टाइल छतों, प्रक्षालित साफ चर्चों और एक नदी के किनारे सैर के साथ कंक्रीट की इमारतों की गड़बड़ी के खिलाफ ढेर - शहर मांडोवी नदी के बाएं किनारे पर स्थित है। यह शहर मांडोवी नदी के बाईं बैंक के साथ झूठ - सीढ़ीदार पहाड़ियों, सनकी बालकनियों और लाल टाइलों छत, प्रक्षालित साफ चर्चों और एक रिवरसैद सैर के साथ कंक्रीट इमारतों की एक गड़बड़ी के खिलाफ उठ नुकीला। .

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पश्चिमी एशिया

पश्चिमी एशिया, या दक्षिण पश्चिम एशिया, शब्दावली का प्रयोग एशिया के सुदूर पश्चिमी भाग का वर्णन करने के लिए किया जाता है। यह शब्द आंशिक रूप से मध्य पूर्व (Middle East) का समानार्थी ही है, जो कि (मध्य पूर्व) एशिया के भीतर अपनी स्थिति के बजाय पश्चिमी यूरोप के साथ भौगोलिक स्थिति के सम्बन्ध का वर्णन करता है। .

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पश्चिमी अफ्रीका

अफ्रीका महाद्वीप के दक्षिणी भाग को दक्षिणी अफ्रीका कहते हैं। इसमें बोत्सवानालेसोथोनामीबियादक्षिण अफ्रीकास्वाजीलैंड देश आते हैं। इनके विस्तृत आंकड़े इस प्रकार से हैं:- .

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पाटण, गुजरात

पाटण का '''सहस्रलिंग तालाव''' (एक हजार लिंग वाला तालाब) पाटण भारत के गुजरात प्रदेश का जिला एवं जिला-मुख्यालय है। यह एक प्राचीन नगर है जिसकी स्थापना ७४५ ई में वनराज छावडा ने की थी। राजा ने इसका नाम 'अन्हिलपुर पाटण' या 'अन्हिलवाड़ पाटन' रखा था। यह मध्यकाल में गुजरात की राजधानी हुआ करता था। इस नगर में बहुत से ऐतिहास स्थल हैं जिनमें हिन्दू एवं जैन मन्दिर, रानी की वाव आदि प्रसिद्ध हैं। पाटण का प्राचीन नाम 'अन्हिलपुर' है। प्राचीन काल में इसे मुसलमानों ने खंडहर बना दिया था, उन्हीं खंडहरों पर पुन: नवीन पाटन ने प्रगति की है। महाराज भीम की रानी उद्यामती का बनवाया भवन खंडहर अवस्था में अब भी विद्यमान है। नगर के दक्षिण में एक प्रसिद्ध खान सरोवर है। एक जैन मंदिर में वनराजा की मूर्ति भी दर्शनीय है। नवीन पाटन मराठा लोगों के प्रयास का फल है। यह सरस्वती नदी से डेढ किमी की दूरी पर है। जैन मंदिरों की संख्या यहाँ एक सौ से भी अधिक है, पर ये विशेष कलात्मक नहीं हैं। खादी के व्यवसाय में इधर काफी उन्नति हुई है। .

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पाण्ड्य राजवंश

पाण्ड्य राजवंश (तमिल: பாண்டியர்) प्राचीन भारत का एक राजवंश था। इसने भारत में 560 से 1300 ई तक राज किया। .

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पारो

कोई विवरण नहीं।

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पाकिस्तान यादगार

पाकिस्तान यादगार(پاکستان یادگار) या पाकिस्तान माॅन्युमेन्ट(پاکستان مونومنٹ) (अर्थात पाकिस्तान स्मारक) पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित, पाकिस्तान का राष्ट्रीय स्मारक एवं पाकिस्तानी क़ौम का स्मारकीय प्रतीक है। इसे मई २००४ से मार्च २००७ के बीच इस्लामाबाद के शकरपारियां पहाड़ी के पश्चिमी सिरे पर बनाया गया था। पुष्पाकार बनावट वाले इस स्मारक की बनावट को आरिफ़ मसूद नामक एक पाकिस्तानी विस्तुकार ने तईयार किया था। इसकी बनावट को पाकिस्तान की सभ्यत, संस्कृती, वैचारिक नीव एवं पाकिस्तान आन्दोलन की कहानी को बयां करती है। इसकी चार बडी पंखुड़ियां, पाकिस्तान के प्रांतों का, व छोटी पंखुड़ियां प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह मूलतः पाकिस्तान आनंदोलन के शहीदों को समर्पित है। File:Pakistan Monument at night, Islamabad (HDR).jpg| File:Ali Mujtaba WLM2015 PAKISTAN MONUMENT 01.jpg| .

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पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयाँ

पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयां पाकिस्तान के प्रशासनिक ढांचे के अंतर्गत चार सूबे (प्रांत), एक संघीय राजधानी क्षेत्र और संघ-शासित जनजातीय क्षेत्रों का एक समूह आता है। इस शीर्ष स्तर के नीचे सरकार के चार स्तर और हैं, जिनमें 27 डिवीजनें, एक सौ पाँच जिले, चार सौ से अधिक तहसीलें और कई हजार संघ परिषदें शामिल हैं। .

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पुर्तगाल

पुर्तगाली गणराज्य यूरोप खंड में स्थित देश है। यह देश स्पेन के साथ आइबेरियन प्रायद्वीप बनाता है। इस राष्ट्र का भाषा पुर्तगाली भाषा है। इस राष्ट्र का राजधानी लिस्बन है। पुर्तगाली नाविक वास्को द गामा ने 1498 AD में भारत के समुद्री मार्ग की खोज की थी। .

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पुष्पक एक्सप्रेस 12533

पुष्पक एक्स्प्रेस 2533 भारतीय रेल द्वारा संचालित एक मेल एक्स्प्रेस ट्रेन है। यह ट्रेन लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:LJN) से 07:45PM बजे छूटती है और मुंबई छ. शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:CSTM) पर 08:05PM बजे पहुंचती है। इसकी यात्रा अवधि है 24 घंटे 20 मिनट। कानपुर सेंट्रल जंक्शन पर पुष्पक एक्सप्रेस कानपुर सेंट्रल जंक्शन पर पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ जंक्शन से मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनस नोट: कृपया भारतीय रेल की आधिकारिक वेबसाइट से समय सारणी देखे, यह सारणी आधिकारिक नहीं है | .

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पुगं

150px पुगं (बर्मी भाषा: ပုဂံ) या बगान, म्यांमार के माण्डले क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन ऐतिहासिक नगर है। पालि भाषा में इसका नाम 'अरिमद्दन' (अरिमर्दन .

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प्रशा राज्य

प्रशा राज्य (Kingdom of Prussia; जर्मन: Königreich Preußen) एक जर्मन राज्य (किंगडम) था जो १७०१ से १९१८ तक प्रशा का भाग था। प्रशा राज्य में वर्तमान समय के जर्मनी, पोलैण्ड, रूस, लिथुआनिया, डेनमार्क, बेल्जियम और चेक गणराज्य के भाग सम्मिलित थे। १८७१ में जर्मनी के एकीकरण के पीछे इस राज्य का बड़ा हाथ था। १९१८ में जर्मन साम्राज्य के विघटित होने तक यह प्रमुख स्टेट था। यद्यपि इसका नाम 'प्रशा' नामक क्षेत्र से लिया गया था, किन्तु यह ब्राण्डेनबर्ग मार्ग्रेविएट (Margraviate of Brandenburg) में स्थित था और बर्लिन इसकी राजधानी थी। अपनी स्थापना से ही प्रशा राज्य एक महान शक्ति था। .

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पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी, शिलांग

पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी मेघालय की राजधानी शिलांग स्थित एक हिन्दीसेवी संस्था है। इसकी स्थापना 1990 में हुई थी। अकादमी वहाँ के अहिन्दी भाषी लोगो के मन में हिन्दी के प्रति लगाव की भावना जगा कर उन्हें हिन्दी से जोड़ने के लिए प्रयासरत है। यह संस्था पूर्वोत्तर की स्थानीय भाषाओं जैसे खासी, बोरो, असमी, मणिपुरी और बांग्ला के विकास और समन्वय के लिए भी काम कर रही है। भारतीयता के वृहद उद्देश्य से काम कर रही इस संस्था के उद्देश्यों में कला और संस्कृति का प्रचार भी शामिल है। अपने कार्यक्रमों के माध्यम से अकादमी उत्तर-पूर्व के राज्यों के साथ भारत के अन्य राज्यों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान के द्वारा राष्ट्रीय एकता को भी विकसित कर रही है। .

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पूर्वी पाकिस्तान

पूर्वी पाकिस्तान(পূর্ব পাকিস্তান,; مشرقی پاکستان,; East Pakistan, ईस्ट पाकिस्तान), एक इकाई व्यवस्था के तहत, तत्कालीन पाकिस्तान की पूर्वी इकाई थी। यह वर्तमान बांग्लादेश के स्थान पर, १९५५ से १९७१ तक विद्यमान था। इसकी राजधनी ढाका थी, एवं राजभाषा बांग्ला थी। पूर्वी पाकिस्तान का कुल भूक्षेत्र, १,४७,५७० वर्ग की•मी• था। यह पूर्व, उत्तर व पश्चिम दिशाओं में भारत से घिरा हुआ था, और दक्षिण की ओर, बंगाल की खाड़ी के तट पर था। साथ ही पूर्व में यह एक छोटी सी सीमा रेखा, बर्मा के साथ साझा करता था। यह पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रंशन में से एक रहा है, और अर्थव्यवस्था, राजनैतिक प्रतिनिधितिव व जनसंख्या के आधार पर, तत्कालीन पाकिस्तान का सबसे बड़ा राज्य था। अंत्यतः, १६ दिसंबर १९७१ को, नौ महीनों तक चले युद्ध के पश्चात्, पूर्वी पाकिस्तान ने बांग्लादेश के रूप में स्वतंत्रता घोषित कर दी। .

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पूर्वी खासी हिल्स जिला

पूर्वी खासी हिल्स भारतीय राज्य मेघालय का एक जिला है। जिले का मुख्यालय शिलांग है जो मेघालय की राजधानी भी है। पूर्वी खासी हिल्स जिले को खासी हिल्स में से २८ अक्तूबर १९७६ को निकाल कर नया जिला बनाया गया था। जिले का विस्तार में है और यहां की जनसंख्या ६,६०,९२३ है। ईस्ट खासी हिल्स जिले का मुख्यालय राज्य की राजधानी शिलांग में है। क्षेत्रफल - 2,752 वर्ग कि.मी.

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पूर्वी अफ्रीका

अफ्रीका महाद्वीप के पूर्वी भाग को पूर्वी अफ्रीका कहते हैं। इसमें बुरूंडीकोमोरोज़जिबूतीईरीट्रियाइथियोपियाकीनियामैडागास्करमलावीमारीशसमोजाम्बिकरवांडासेशल्ससोमालियातंजानियायुगांडाजाम्बियाज़िम्बाबवे देश आते हैं। इनके विस्तृत आंकड़े इस प्रकार से हैं:- .

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पेशावर

पेशावर पाकिस्तान का एक शहर है। यह ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रान्त की राजधानी है। पेशावर उल्लेख पुराने पुस्तकों में "पुरुषपुर" के नाम से मिलता है। इस उपमहाद्वीप के प्राचीन शहरों में से एक है। पेशावर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और कबायली इलाकों के वाणिज्यिक केंद्र है। पेशावर में पश्तो भाषा बोली जाती है लेकिन जब उर्दू पाकिस्तान की राष्ट्रीय भाषा है इसलिए उर्दू भी माना जाता है। .

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पोलैंड

पोलैंड आधिकारिक रूप से पोलैंड गणराज्य एक मध्य यूरोप राष्ट्र है। पोलैंड पश्चिम में जर्मनी, दक्षिण में चेक गणराज्य और स्लोवाकिया, पूर्व में युक्रेन, बेलारूस और लिथुआनिया एवं उत्तर में बाल्टिक सागर व रूस के कालिनिनग्राद ओब्लास्ट के द्वारा घिरा हुआ है। पोलैंड का कुल क्षेत्रफ़ल ३ लगभग लाख वर्ग कि.मि. (1.20 लाख वर्ग मील) है, जिससे ये दुनिया का ६९वां व युरोप का ९वां विशालतम राष्ट्र बन जाता है। लगभग 4 करोड़ की जनसंख्या के साथ यह दुनिया का ३३वां सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन जाता है। एक राष्ट्र के रूप में पोलैंड की स्थापना को इसके शासक मिस्जको प्रथम द्वारा ९६६ इसवी में इसाई धर्म को राष्ट्रधर्म बनाने के साथ जोड़ कर देखा जाता है। तत्कालीन समय में पोलैंड का आकार वर्तमान पोलैंड के जैसा ही था। १०२५ में पोलैंड राजाओं के अधीन आया और १५६९ में पोलैंड ने लिथुआनिया के ग्रैंड डचि के साथ मिलकर पोलिश-लिथुआनियन कामनवेल्थ की स्थापना करते हुए एक लंबे रिश्ते की नींव डाली। ये कामनवेल्थ १७९५ में तोड़ दिया गया और पोलैंड को आस्ट्रिया, रूस और प्रुसिया के बीच बांट लिया गया। पोलैंड ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद १९१८ में अपनी स्वाधीनता पुनः हसिल की मगर द्वितीय विश्वयुद्ध के समय फ़िर से पराधीन होकर नाजी जर्मनी और सोवियत संघ के अधीन चला गया। द्वितीय विश्वयुद्ध में पोलैंड ने अपने साठ लाख नागरिकों को खो दिया। कई साल बाद पोलैंड रूस से प्रभावित एक साम्यवादी गणराज्य के रूप में ईस्टर्न ब्लॉक में उभरा। १९८९ में साम्यवादी शासन का पतन हुआ और पोलैंड एक नये राष्ट्र के रूप में उभरा जिसे सांविधानिक तौर पे "तृतीय पोलिश गणतंत्र" कहा जाता है। पोलैंड एक स्वयंशासित स्वतंत्र राष्ट्र है जो कि सोलह अलग-अलग वोइवोदेशिप या राज्यों (पोलिश: वोयेवुद्ज़त्वो) को मिलाकर गठित हुआ है। पोलैंड यूरोपीय संघ, नाटो एवं ओ.ई.सि.डी का सदस्य राष्ट्र है। .

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पीसा

यह इटली का एक प्रमुख नगर है। यह टस्कनी प्रदेश की राजधानी है। मध्य ऐतिहासिक काल तक यह नगर समुद्रतट पर स्थित था, परंतु आरनी नदी द्वारा मुहाने पर अवसादों के निरंतर संचय से समुद्र पीछे हट गया है। यह महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र है। यहाँ के मुख्य उद्योग धंधे हैं रेल का सामान, मोटरसाइकिल, बाईसिकिल, सूती वस्त्र, काँच तथा मिट्टी के बरतन, औषधियाँ, मकरोनी तथा दियासलाई बनाना। यह नगर संगमरमर की मूर्तियों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है तथा यहाँ रोमन एवं गोथिक वास्तुकला की सुंदर कृतियाँ मिलती हैं। महान गणितज्ञ तथा वैज्ञानिक गैलीलिओ का यह जन्मस्थान है। यहाँ विश्वप्रसिद्ध लीनिंग टावर ऑव पीज़ा अर्थात् पीज़ा की झुकी मीनार है, जो 179 फुट ऊँची है तथा लंब से लगभग 4 डिग्री झुकी हुई है। मीनार में आठ मंजिलें हैं। पीज़ा प्रांत: यह मध्य इटली के टस्कनी क्षेत्र का प्रदेश है। इसका क्षेत्रफल 1,419 वर्ग किलोमीटर है। श्रेणी:इटली.

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फ़ीनिक्स, एरिजोना

फ़िनक्स शहर संयुक्त राज्य अमेरिका के एरिजोना राज्य की राजधानी है व साथ ही यह अमेरिका का छठा सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर भी है। फ़िनक्स में सन २०१० की अमेरिकी जनगणना के अनुसार १४,४५,६३२ लोग रहते है। लगभग २००० साल पहले होहोकम लोग इस जमीन पर रहा करते थे व माना जाता है की सन १३०० से १४५० बीच पड़े भयंकर सूखे व बाढ़ की वजह से व यहाँ से चले गए। श्रेणी:संयुक्त राज्य अमेरिका श्रेणी:संयुक्त राज्य अमेरिका के नगर.

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फुकुओका

फुकुओका जापान के क्यूशू द्वीप का सबसे बड़ा नगर तथा फुकुओका प्रीफ्रैक्चर की राजधानी है। इस नगर की डिजाइन १९७२ में हुई थी। गरमी में औसत ताप लगभग २१ डिग्री सेल्सियस तथा जाड़े का औसत ताप लगभग ७ डिग्री सेल्सियस रहता है। वर्षा ६० इंच से ८० इंच के बीच होती है। इसके आसपास वाले क्षेत्र में धान, तंबाकू, शकरकंद तथा रेशम उद्योग के लिए शहतूत उगाए जाते हैं। यहाँ जलयान भी बनाए जाते हैं। यह व्यापार का केंद्र बन गया है। श्रेणी:जापान के नगर.

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फ्रांस की रूपरेखा

निम्नलिखित रूपरेखा, फ्रांस का एक अवलोकन और सामयिक गाइड के रूप में है: फ़्रांस – पश्चिमी यूरोप में कई विदेशी क्षेत्रों और क्षेत्रों के साथ एक देश है। मेट्रोपॉलिटन फ्रांस भूमध्य सागर से अंग्रेजी चैनल और उत्तरी सागर तक और राइन से अटलांटिक महासागर तक फैला हुआ है। इसके आकार से, इसे अक्सर फ्रेंच में 'षट्कोण' ("द हेक्सागोन") के रूप में जाना जाता है। .

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बर्लिन

ब्रांडेनबर्ग गेट, जर्मनी के एक मील का पत्थर बर्लिन टीवी टावर, शहर के लिए मील का पत्थर बर्लिन-मिटे के क्षितिज भालू मेरा साथी: बर् लन की शांती और स्वतंत्रता का प्रतीक बर्लिन जर्मनी की राजधानी और इसके 16 राज्यों में से एक है। यह बर्लिन-ब्रैन्डनबर्ग मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के मध्य में, जर्मनी के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। इसकी जनसंख्या 34 लाख है। यह जर्मनी का सबसे बड़ा और यूरोपीय संघ का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। बर्लिन यूरोप की राजनीति, संस्कृति और विज्ञान का महत्त्वपूर्ण केन्द्र है। यूरोप के यातायात के लिए यह एक धुरी के समान है। यहाँ कई महत्त्वपूर्ण विश्वविद्यालय, संग्रहालय और शोध केन्द्र हैं। यह शहर बहुत तेजी से विकास कर रहा है और यहाँ के समारोह, उत्सव, अग्रणी कलाएँ, वास्तुशिल्प और रात्रि-जीवन काफी प्रसिद्ध हैं। बर्लिन 13वीं शताब्दी में स्थापित हुआ और इस क्षेत्र के कई राज्यों और साम्राज्यों की राजधानी रहा- प्रुशिया राज्य (1701 से), जर्मन साम्राज्य (1871-1918), वेइमार गणतंत्र (1919-1932) और तीसरी राइख (1933-1945).

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बाल्टिक देश

बाल्टिक राज्य (जिसे बाल्टिक्स, बाल्टिक देश या बाल्टिक प्रदेश भी कहा जाता है) उन बाल्टिक क्षेत्रों को कहते हैं, जिन्हें रूसई साम्राज्य से प्रथम विश्व युद्ध के समय स्वतंत्रता मिली थी। इनमें मुख्यतः एस्तोनिया, लात्विया तथा लिथुआनिया आते हैं, तथा मूल रूप से स्वतंत्रता पाने के बाद १९२० से फ़िनलैंड भी इनमें ही गिना जाता है। बाल्टिक राज्यों की भाषाओं में इन्हें निम्न भी कहा जाटा है.

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बांग्लादेश में स्थानीय प्रशासन

बांग्लादेश में स्थानीय प्रशासन, तीन स्तरों में विभाजित है: ज़िला स्तर, उपज़िला स्तर तथा यूनियन स्तर, जिनमें प्रत्येक स्तर पर एक निस्वचित परिषद् तथा संबंधित निकाय स्थापित होते हैं। प्रत्येक निकेस पर स्थानीय प्रशासन से संबधित शक्तियां निहित होती है। .

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बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल

बांग्लादेश एक एकात्मक राज्य है, अतः उसकी शासन प्रणाली किसी एकमेव शक्ति के रूप में सुनियोजित है, जिसमें केन्द्रीय सरकार अन्ततः सर्वोच्च है, तथा सारी उपराष्ट्रीय इकाइयाँ और उनको प्राप्त होने वाले अधिकार केन्द्रीय सरकार के पूर्णतः अधीन हैं और केन्द्रीय सरकार के अंतर्गत् कार्य करती हैं(जोकि भारत या अमेरिका जैसे संघात्मक देशों के विरुद्ध है, जहाँ राज्य सरकारें संघीय सरकार से स्वतंत्र रूप से कार्य करती हैं)। अतः बांग्लादेश के उपराष्ट्रीय इकाइयाँ पूर्णतः प्रशासनिक निकाय हैं, और इनका राष्ट्रीय राजनीती में कोई प्रत्यक्ष भूमिका नहीं होती है। .

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बांग्लादेश के जिले

बांग्लादेश में जिले,(জেলা, उच्चारण:जेला) विभागों के अधीनस्थ, बांग्लादेश के द्वितीय स्तर के प्रशासनिक उपविभाजन हैं। बांग्लादेश को ऐसे, कुल ६४ जनपदों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जिलों को कई उपजिलों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जिले में औसतन ८ से १५ उपजिले होते हैं। जबकि न्यूनतम ४ और अधिक्तम् २२ उपजिले हैं। २०१६ की स्थितिनुसार, बांग्लादेश में कुल ४९३ उपजिले हैं। जिलों का नाम, सामान्यतः संभंधित जनपदीय मुख्यालय के नाम पर रखा जाता है, जिन्हें जिला सदर कहा जाता है। प्रत्येक जिले में, एक जिला आयुक्त नियुक्त किया जाता है, जोकि जिले का सर्वोच्च प्रशासनिक अधिकारी होता है। तथा सरे जिलों में एक जिला परिषद् होती है, जोकि जिले की मुख्य प्रशासनिक निकाय होती है। .

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बांग्लादेश के विभाग

बांग्लादेश के विभाग(বিভাগ, उच्चारण:बिभाग्/बीभाग्), बांग्लादेश के सबसे बड़े उपराष्ट्रीय-स्तरीन प्रशासनिक उपविभाजन हैं। बांग्लादेश को ऐसे, कुल ८ प्रशासनिक अंचलों में संयोजित किया गया है, जिन्हें विभाग कहा जाता है। प्रत्येक विभाग के अंतर्गत अधिक्तम् १३ (ढाका विभाग) और न्यूनतम् ४ (सिलेट विभाग) ज़िले आते हैं। इन विभागों का नाम, संभंधित विभागीय मुख्यालय के नाम पर रखा गया है। .

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बांग्लादेश के उपजिले

बांग्लादेश में उपजिले,(উপজেলা, उच्चारण:उपोजेला) जिलों के अधीनस्थ, बांग्लादेश के तृतीय स्तर के प्रशासनिक अंचल हैं। बांग्लादेश को ऐसे, कुल १९० प्रशासनिक अंचलों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक उपज़िले में अनेक यूनियन परिषद्, नगर पालिकाएँ और मोहल्ले और पाड़ाएँ होते है। प्रत्येक जिले में औसतन ८ से १५ उपजिले होते हैं, जबकि न्यूनतम ४ और अधिक्तम् २२ उपजिले हैं। इन उपजिलों को पूर्वतः "थाना" कहा जाता था। उपजिलों का नाम, सामान्यतः संभंधित जनपदीय मुख्यालय के नाम पर रखा जाता है। प्रत्येक उपजिले में, एक उपजिला निर्वाहि अधिकारी नियुक्त किया जाता है, जोकि उस उपजिले का सर्वोच्च प्रशासनिक अधिकारी होता है। तथा सरे उपजिलों में एक उपजिला परिषद् होती है, जोकि उपजिले की मुख्य प्रशासनिक निकाय होती है। .

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बाकू

बाकु अज़रबैजान की राजधानी है। यह कैस्पियन सागर के तट पर स्थित सबसे बड़ा शहर है। इसके पास में सुरखानी में अग्नि मंदिर है जो अग्निपूजक हिन्दुओं का मंदिर है। श्रेणी:एशिया में राजधानियाँ.

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बिहार

बिहार भारत का एक राज्य है। बिहार की राजधानी पटना है। बिहार के उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और दक्षिण में झारखण्ड स्थित है। बिहार नाम का प्रादुर्भाव बौद्ध सन्यासियों के ठहरने के स्थान विहार शब्द से हुआ, जिसे विहार के स्थान पर इसके अपभ्रंश रूप बिहार से संबोधित किया जाता है। यह क्षेत्र गंगा नदी तथा उसकी सहायक नदियों के उपजाऊ मैदानों में बसा है। प्राचीन काल के विशाल साम्राज्यों का गढ़ रहा यह प्रदेश, वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था के सबसे पिछड़े योगदाताओं में से एक बनकर रह गया है। .

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बंगलोर जिला

बंगलोर(कन्नड: ಬೆಂಗಳೂರು, बेन्गळूरु) भारतीय राज्य कर्नाटक का एक जिला है। इसका मुख्यालय बंगलोर नगर है जो राज्य की राजधानी है तथा देश एवं दुनिया के बङे नगरों में गिना जाता है। क्षेत्रफल - वर्ग कि.मी.

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बुडापेस्ट

बुडापेस्ट (Budapest) हंगरी की राजधानी एवं सबसे बड़ा नगर है। यह हंगरी के मध्य-उत्तरी भाग में डैन्यूब नदी के दोनों किनारों पर स्थित है। यह चार बस्तियों बुडा, पेस्ट, ओ बुडा एवं कोबान्या से मिलकर बना है। पुराना बुडा नदी के पश्चिमी पहाड़ी किनारे पर बसा है। यहाँ नदीतल से ४०० फुट की ऊँचाई पर एक किला बना है। पूर्वी निचले किनारे पर स्थित पेस्ट पुराना व्यापार केंद्र है। बुडापेस्ट, माजार संस्कृति का केंद्र है। यहाँ बुडापेस्ट विश्वविद्यालय तथा टेक्निकल विश्वविद्यालय प्रसिद्ध हैं। यह देश के मध्य भाग में स्थित होने के कारण यातायात मार्गों तथा व्यापार का प्रमुख केंद्र बन गया है। अनाज, गाय, बैल, ऊन और चमड़े का व्यापार होता है। बुडा एवं पेस्ट को मिलाने के लिए नदी पर कई पुल बने हैं।यहाँ बाग, बगीचे, पार्क, अस्पताल, क्रीडास्थल, सुंदर भवन, एवं गिरजाघर आदि हैं। बुडापेस्ट का बिहंगम दृष्य .

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बुन्देलखण्ड

बुन्देलखण्ड मध्य भारत का एक प्राचीन क्षेत्र है।इसका प्राचीन नाम जेजाकभुक्ति है.

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बुखारेस्ट

बुखारेस्ट (Bucureşti) रूमानिया की राजधानी एवं वहां का सबसे बडा वाणिज्यिक केंद्र है। यह रूमानिया के दक्षिण-पूर्व में दाम्बोवीता नदी के तट पर स्थित है जो पहले दाम्बोवीता सिटाडेल के नाम से मशहूर था। यूरोपीय मानको मे अनुसार बुखारेस्ट बहुत पुराना शहर नहीं है, इसका उल्लेख १४५९ से पूर्व कहीं नहीं मिलता है। पुराने बुखारेस्ट से १८६२ में रूमानिया की राजधानी बनने तक में अबतक इस शहर में बहुत परिवर्तन आ चुके है और आज यह अपने आप को रुमानियाई मीडिया, कला एवं संस्कृति के केन्द्र के रूप में स्थापित कर चुका है। इसकी स्थापत्य कला को साम्यवादी काल एवं आधुनिक यूरोप के सम्मिश्रण के रूप में देखा जा सकता है। दो विश्व युद्धों के बीच के समय में इस शहर की शानदार स्थापत्य कला की वजह से इसे "पूर्व का पेरिस" एवं "लघु पेरिस" (मिकुल पेरिस) जैसे नाम भी दिये गये हैं। यद्यपि इसके बहुत से ऐतिहासिक भवन विश्वयुद्ध, भूकंप इत्यादि में स्वाहा हो चुके हैं लेकिन अब भी कई शानदार ईमारतें अपना सिर ऊंचा किए खडी हैं। हाल के वर्षों में इस शहर ने काफी सांस्कृतिक एवं आर्थिक तरक्की की है।.

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बूँदी का इतिहास

बूँदी का सन १९०० का एक फोटो अरावली पर्वत शृंखलाओं से घिरा ऐतिहासिक शहर बूँदी राजस्थान के हाड़ौती अंचल में स्थित है। कहा जाता है कि मीणा जाति के किसी 'बूँदी' नामक सरदार ने इस शहर को बसाया था। संस्थापक के नाम पर ही इसका नाम 'बूँदी' पड़ा। बाद में हाडा शासक राव देवा ने बूँदा को हराकर बूँदी पर अपना अधिकार कर लिया फिर इसे अपनी राजधानी बनाया। सन १९४७ में भारत के स्वतंत्र होने तक बूँदी एक स्वतंत्र रियासत के रूप में कायम रहा। .

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बेयरूत

बेयरूत (अरबी:, अंग्रेज़ी: Beirut) लेबनान की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। हालाँकि यहाँ हाल में कोई भी जनगणना नहीं हुई है। इसकी सन् २००७ की आबादी का अनुमान १० और २० लाख के बीच लगाया जाता है। यह लेबनान के भूमध्य सागर के साथ लगे तट के लगभग मध्य में एक छोटे से प्रायद्वीप पर बसा हुआ है और लेबनान की प्रमुख बंदरगाह भी है। राष्ट्र की राजधानी होने के साथ-साथ यह लेबनान का सांस्कृतिक, राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक केंद्र भी है। यह शहर लम्बे अरसे से अपनी सांस्कृतिक ज़िन्दादिली के लिए जाना जाता था लेकिन १९७५-१९९० काल में १५ साल तक चलने वाले लेबनानी गृह युद्ध में इसे बहुत हानि पहुँची। गृह युद्ध समाप्त होने के बाद यहाँ पुनर्निर्माण हुआ है और अब यहाँ सैलानी फिर से बड़ी मात्रा में आने लगे हैं।, Paul Doyle, Bradt Travel Guides, 2012, ISBN 978-1-84162-370-2 .

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बेंगुला विमानक्षेत्र

बेंगुला विमानक्षेत्र  एक विमानक्षेत्र जो बेंगुला, अंगोला में है और बेंगुला प्रांत की राजधानी शहर शहर को सेवा करता है। .

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बॅलग्रेड

बेलग्रेड सर्बिया की राजधानी है। .

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बोधगया

बिहार की राजधानी पटना के दक्षिणपूर्व में लगभग १०० किलोमीटर दूर स्थित बोधगया गया जिले से सटा एक छोटा शहर है। बोधगया में बोधि पेड़़ के नीचे तपस्या कर रहे भगवान गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। तभी से यह स्थल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्ष २००२ में यूनेस्को द्वारा इस शहर को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया। .

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बीदर का किला

बीदर दुर्ग का बिहगावलोकन बीदर का किला (कन्नड: ಬೀದರ್ ಕೋಟೆ, उर्दू: قلعہ بیدر) दक्षिणी कर्नाटक के बीदर में स्थित है। बहमनी वंश के शासक अल्ला उद्दीन बहमन ने १४२७ में अपनी राजधानी गुलबर्गा से बीदर कर लिया और इस किले तथा अन्य भवनों का निर्माण कराया। श्रेणी:भारतीय दुर्ग.

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बीबीसी हिन्दी

बीबीसी हिन्दी एक अन्तरराष्ट्रीय समाचार सेवा है। इसका आरम्भ ११ मई १९४० को हुआ। प्रारम्भ में यह सेवा रेडियो के माध्यम से संचालित होती थी। वर्तमान में ये सेवा रेडियो के साथ-साथ वेबसाइट एवं सामाजिक जालस्थलों पर भी संचालित हो रही है। .

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बीकानेर का इतिहास

बीकानेर। Raja Karan Singh of Bikaner, Auranzeb's ally and enemy एक अलमस्त शहर है, अलमस्त इसलिए कि यहाँ के लोग बेफ्क्रि के साथ अपना जीवन यापन करते हैं। इसका कारण यह भी है कि बीकानेर के सँस्थापक राव बीकाजी अलमस्त स्वभाव के थे अलमस्त नहीँ होते तो वे जोधपुर राज्य की गद्दी को यो हीँ बात बात में छोड़ देते। उस समय तो बेटा बाप को मार कर गद्दी पे बैठ जाता था। जैसा कि इतिहास में मिलता है यथा राव मालदेव ने अपने पिता राव गाँगा को गढ की खिडकी से नीचे फेंक कर किया था और जोधपुर की सत्ता हथिया ली थी। इसके विरूद्ध बीकाजी ने अपनी इच्छा से जोधपुर की गद्दी छोडी। इसके पीछे दो कहानियाँ लोक में प्रचलित है। एक तो यह कि, नापा साँखला जो कि बीकाजी के मामा थे उन्होंने जोधाजी से कहा कि आपने भले ही सांतळ जी को जोधपुर का उत्तराधिकारी बनाया किंतु बीकाजी को कुछ सैनिक सहायता सहित सारुँडे का पट्टा दे दीजिये। वह वीर तथा भाग्य का धनी है। वह अपने बूते खुद अपना राज्य स्थापित कर लेगा। जोधाजी ने नापा की सलाह मान ली। और पचास सैनिकों सहित पट्टा नापा को दे दिया। बीकाजी ने यह फैसला राजी खुशी मान लिया। उस समय कांधल जी, रूपा जी, मांडल जी, नथु जी और नन्दा जी ये पाँच सरदार जो जोधा के सगे भाई थे साथ ही नापा साँखला, बेला पडिहार, लाला लखन सिंह बैद, चौथमल कोठारी, नाहर सिंह बच्छावत, विक्रम सिंह पुरोहित, सालू जी राठी आदि कई लोगों ने बीकाजी का साथ दिया। इन सरदारों के साथ बीकाजी ने बीकानेर की स्थापना की। सालू जी राठी जोधपुर के ओंसिया गाँव के निवासी थे। वे अपने साथ अपने आराधय देव मरूनायक या मूलनायक की मूर्ति साथ लायें आज भी उनके वंशज साले की होली पे होलिका दहन करते हैं। साले का अर्थ बहन के भाई के रूप में न होकर सालू जी के अपभ्रंश के रूप में होता है बीकानेर की स्थापना के पीछे दूसरी कहानी ये हैं कि एक दिन राव जोधा दरबार में बैठे थे बीकाजी दरबार में देर से आये तथा प्रणाम कर अपने चाचा कांधल से कान में धीर धीरे बात करने लगे यह देख कर जोधा ने व्यँगय में कहा “ मालूम होता है कि चाचा-भतीजा किसी नवीन राज्य को विजित करने की योजना बना रहे हैं’। इस पर बीका और कांधल ने कहाँ कि यदि आप की कृप्या हो तो यही होगा। और इसी के साथ चाचा – भतीजा दोनों दरबार से उठ के चले आये तथा दोनों ने बीकानेर राज्य की स्थापना की। इस संबंध में एक लोक दोहा भी प्रचलित है ‘ पन्द्रह सौ पैंतालवे, सुद बैसाख सुमेर थावर बीज थरपियो, बीका बीकानेर ‘ इस प्रकार एक ताने की प्रतिक्रिया से बीकानेर की स्थापना हुई वैसे ये क्षेत्र तब भी निर्जन नहीं था इस क्षेत्र में जाट जाति के कई गाँव थे .

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भरतपुरा

भरतपुरा गांव में प्रवेश करते ही दूर-दूर तक हरे-भरे खेत दिखाई देते है और उन्हीं के बीच एक ऊंचे टीले पर सरकारी सुरक्षा गार्डो से घिरी लाइब्रेरी की इमारत नजर आती है। लाइब्रेरीके साथ-साथ भरतपुरा का ऐतिहासिक महत्व है। लाइब्रेरी के संस्थापक गोपाल नारायण सिंह के पूर्वज राजा कान्हचन्द अपने वक्त के बहादुर और बुद्धिमान व्यक्ति थे।राजा गुलालचन्द राजा कांचन के दत्तक पुत्र थें। उनका परिवार महाराष्ट्र से चलकर बिहार में आकर बस गया था। यह मुगल बादशाह शाहजहां का वक्त था। बादशाह के यहां उनकी अच्छी प्रतिष्ठा थी। बाद में मुगल बादशाह फारूखशियर और शाह आलम ने फरमान के जरिए राजा गुलालचन्द को राजा साहब का खिताब दिया। उन्हीं के पुत्र राजा भरत सिंह ने रामपुर मोहकम में एक किला बनवाया जो कालान्तर में भरतपुरा गढ़ के नाम से प्रसिद्ध हुआ। पुस्तकालय की नींव 19वी सदी के उत्तरार्ध में राजा गुलाल नारायण सिंह ने रखी। बाद में 12 दिसंबर 1912 को उनके पुत्र बाबू गोपाल नारायण सिंह ने इसकी विधिवत स्थापना की। यह गुलामी के दिन थे। शिक्षा का घोर अभाव था। ऐसे समय में इस पुस्तकालय की स्थापना एक बड़ी घटना थी। पुस्तकालय का उदघाटन तत्कालीन जिलाधीश डब्लू.डी.आर.

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भारत में ज्वैलरी डिजाइन

ज्वैलरी डिजाइन कला या डिजाइन और आभूषण बनाने का पेशा है। यह सभ्यता की सजावट की जल्द से जल्द रूपों में से एक है, मेसोपोटामिया और मिस्र का सबसे पुराना ज्ञात मानव समाज के लिए कम से कम सात हजार साल पहले डेटिंग। कला परिष्कृत धातु और मणि काटने आधुनिक दिन में ज्ञात करने के लिए प्राचीन काल की साधारण पोत का कारचोबी से सदियों भर में कई रूपों ले लिया है। इससे पहले कि आभूषणों के एक लेख बनाई गई है, डिजाइन अवधारणाओं विस्तृत तकनीकी एक आभूषण डिजाइनर, जो सामग्री, निर्माण तकनीक, संरचना, पहनने और बाजार के रुझान के स्थापत्य और कार्यात्मक ज्ञान में प्रशिक्षित किया जाता है एक पेशेवर द्वारा उत्पन्न चित्र द्वारा पीछा किया गाया जाता है। पारंपरिक हाथ ड्राइंग और मसौदा तैयार करने के तरीकों अभी भी विशेष रूप से वैचारिक स्तर पर, आभूषण डिजाइन में उपयोग किया जाता है। हालांकि, एक पारी गैंडा 3 डी और मैट्रिक्स की तरह कंप्यूटर एडेड डिजाइन कार्यक्रमों के लिए हो रही है। जबकि परंपरागत रूप से हाथ से सचित्र गहना आम तौर पर एक कुशल शिल्पकार द्वारा मोम या धातु सीधे में अनुवाद किया है, एक सीएडी मॉडल आम तौर पर रबर मोल्डिंग में इस्तेमाल किया है या मोम खो दिया जा एक सीएनसी कट या 3 डी मुद्रित 'मोम' पैटर्न के लिए आधार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है कास्टिंग प्रक्रियाओं। .

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भारत में आतंकवाद

भारत बहुत समय से आतंकवाद का शिकार हो रहा है। भारत के काश्मीर, नागालैंड, पंजाब, असम, बिहार आदि विशेषरूप से आतंक से प्रभावित रहे हैं। यहाँ कई प्रकार के आतंकवादी जैसे पाकिस्तानी, इस्लामी, माओवादी, नक्सली, सिख, ईसाई आदि हैं। जो क्षेत्र आज आतंकवादी गतिविधियों से लम्बे समय से जुड़े हुए हैं उनमें जम्मू-कश्मीर, मुंबई, मध्य भारत (नक्सलवाद) और सात बहन राज्य (उत्तर पूर्व के सात राज्य) (स्वतंत्रता और स्वायत्तता के मामले में) शामिल हैं। अतीत में पंजाब में पनपे उग्रवाद में आंतकवादी गतिविधियां शामिल हो गयीं जो भारत देश के पंजाब राज्य और देश की राजधानी दिल्ली तक फैली हुई थीं। 2006 में देश के 608 जिलों में से कम से कम 232 जिले विभिन्न तीव्रता स्तर के विभिन्न विद्रोही और आतंकवादी गतिविधियों से पीड़ित थे। अगस्त 2008 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के.

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भारत सारावली

भुवन में भारत भारतीय गणतंत्र दक्षिण एशिया में स्थित स्वतंत्र राष्ट्र है। यह विश्व का सातवाँ सबसे बड़ देश है। भारत की संस्कृति एवं सभ्यता विश्व की सबसे पुरानी संस्कृति एवं सभ्यताओं में से है।भारत, चार विश्व धर्मों-हिंदू धर्म, सिख धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म के जन्मस्थान है और प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का घर है। मध्य २० शताब्दी तक भारत अंग्रेजों के प्रशासन के अधीन एक औपनिवेशिक राज्य था। अहिंसा के माध्यम से महात्मा गांधी जैसे नेताओं ने भारत देश को १९४७ में स्वतंत्र राष्ट्र बनाया। भारत, १२० करोड़ लोगों के साथ दुनिया का दूसरे सबसे अधिक आबादी वाला देश और दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है। .

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भारतीय दुर्ग

सभी राजाओं की राजधानी एक दुर्ग होती थी जिसके चारों ओर नगर बस जाता था। यह स्थिति दक्षिण एशिया के अनेक नगरों में देखी जा सकती है, जैसे दिली, आअगरा, लाहौर, पुणे, कोलकाता, मुम्बई आदि। भारत के दो दुर्ग यूनेस्को की विश्व विरासत की सूची में सम्मिलित हैं- आगरे का किला और लाल किला। भटिण्डा स्थित किला मुबारक भारत का सबसे प्राचीन किला है जो अब भी बचा हुआ है। इसका निर्माण कुषाण साम्राज्य के समय लगभग १०० ई में हुआ था। कांगड़ा दुर्ग जो कांगड़ा वंश द्वारा महाभारत युद्ध के बाद निर्मित किया गया था, य वंश अब भी बचा हुआ है। इस दुर्ग के विषय में सिकन्दर महान के लिपिकों ने लिखा है। अतः यह सर्वाधिक प्राचीन दुर्ग था। .

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भारतीय स्थापत्यकला

सांची का स्तूप अजन्ता गुफा २६ का चैत्य भारत के स्थापत्य की जड़ें यहाँ के इतिहास, दर्शन एवं संस्कृति में निहित हैं। भारत की वास्तुकला यहाँ की परम्परागत एवं बाहरी प्रभावों का मिश्रण है। भारतीय वास्तु की विशेषता यहाँ की दीवारों के उत्कृष्ट और प्रचुर अलंकरण में है। भित्तिचित्रों और मूर्तियों की योजना, जिसमें अलंकरण के अतिरिक्त अपने विषय के गंभीर भाव भी व्यक्त होते हैं, भवन को बाहर से कभी कभी पूर्णतया लपेट लेती है। इनमें वास्तु का जीवन से संबंध क्या, वास्तव में आध्यात्मिक जीवन ही अंकित है। न्यूनाधिक उभार में उत्कीर्ण अपने अलौकिक कृत्यों में लगे हुए देश भर के देवी देवता, तथा युगों पुराना पौराणिक गाथाएँ, मूर्तिकला को प्रतीक बनाकर दर्शकों के सम्मुख अत्यंत रोचक कथाओं और मनोहर चित्रों की एक पुस्तक सी खोल देती हैं। 'वास्तु' शब्द की व्युत्पत्ति संस्कृत के 'वस्' धातु से हुई है जिसका अर्थ 'बसना' होता है। चूंकि बसने के लिये भवन की आवश्यकता होती है अतः 'वास्तु' का अर्थ 'रहने हेतु भवन' है। 'वस्' धातु से ही वास, आवास, निवास, बसति, बस्ती आदि शब्द बने हैं। .

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भारतीय इतिहास की समयरेखा

पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं भारत एक साझा इतिहास के भागीदार हैं इसलिए भारतीय इतिहास की इस समय रेखा में सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास की झलक है। .

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भीनमाल

भीनमाल (English:Bhinmal) राजस्थान राज्य के जालौर जिलान्तर्गत भारत का एक ऐतिहसिक शहर है। यहाँ से आशापुरी माताजी तीर्थ स्थल मोदरान स्टेशन भीनमाल के पास स्थित है जिसकी यहां से दूरी 28 किलोमीटर है। शहर प्राचीनकाल में 'श्रीमाल' नगर के नाम से जाना जाता था। "श्रीमाल पुराण" व हिंदू मान्यताओ के अनुसार विष्णु भार्या महालक्ष्मी द्वारा इस नगर को बसाया गया था। इस प्रचलित जनश्रुति के कारण इसे 'श्री' का नगर अर्थात 'श्रीमाल' नगर कहा गया। प्राचीनकाल में गुजरात राज्य की राजधानी रहा भीनमाल संस्कृत साहित्य के प्रकाण्ड विद्वान महाकवि माघ एवँ खगोलविज्ञानी व गणीतज्ञ ब्रह्मगुप्त की जन्मभूमि है। यह शहर जैन धर्म का विख्यात तीर्थ है। .

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मडगाँव

मडगांव (Margao) गोवा का दूसरा सबसे बड़ा कस्बा है। यह गोवा की व्यापारिक राजधानी एवं सर्वाधिक व्यस्त कस्बा है। .

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मध्य पूर्व

मध्य पूर्व का राजनीतिक नक्शा मध्य पूर्व (या पूर्व में ज्यादा प्रचलित पूर्व के करीब (Near East)) दक्षिण पश्चिम एशिया, दक्षिण पूर्वी यूरोप और उत्तरी पूर्वी अफ़्रीका में विस्तारित क्षेत्र है। इसकी कोई स्पष्ट सीमा रेखा नहीं है, अक्सर इस शब्द का प्रयोग पूर्व के पास (Near East) के एक पर्याय के रूप में प्रयोग किया जाता, ठीक सुदूर पूर्व (Far East) के विपरित। मध्य पूर्व शब्द का प्रचलन १९०० के आसपास के यूनाइटेड किंगडम में शुरू हुआ। .

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मध्य अफ्रीका

अफ्रीका महाद्वीप के मध्य भाग को मध्य अफ्रीका कहते हैं। इसमें अंगोलाबुरुंडीकैमरुनमध्य अफ़्रीकी गणराज्यचाडकांगो लोकतान्त्रिक गणराज्यईक्वीटोरियल गिनीगैबोनकांगो गणराज्यरवांडासाओ तोमे और प्रिन्सीप देश आते हैं। इनके विस्तृत ब्यौरे इस प्रकार से हैं। .

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मनीला

मनिला फ़िलीपीन्स की राजधानी है। मनिला का भौगोलिक क्षेत्रफल ३८.५५ वर्ग किलोमीटर है और १६ लाख की जनसँख्या के साथ ये फ़िलीपीन्स का दूसरा सबसे अधिक जनसँख्या वाला महानगर है। मनिला शहर मनिला खाड़ी के पूर्व मे अवस्थित हैं। 2010 के जनगणना अनुसार यहाँ की जनसंख्या 16,52,171 हैं। .

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माण्डले

म्यांमार के मानचित्र में माण्डले की स्थिति मांडले का विहंगम दृष्य माण्डले (Mandalay / बर्मी भाषा में: မန္တလေးမြို့; / मन्तलेःम्रों) बर्मा का दूसरा सबसे बड़ा शहर एवं बर्मा का अन्तिम शाही राजधानी है। यह रंगून से ७१६ किमी उत्तर में इरावदी नदी के किनारे बसा है। मांडले ऊपरी बर्मा का आर्थिक केन्द्र एवं बर्मी संस्कृति का केन्द्र है। मांडले की जेल में ही बालगंगाधर तिलक, बहादुरशाह जफर आदि अनेक भारतीय नेताओं एवं क्रान्तिकारियों को ब्रिटिश सरकार ने बन्दी बना रखा था। .

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मान्यखेट

मान्यखेट (प्राकृत: मन्नखेड़ा, आधुनिक मळखेड) कर्नाटक के गुलबर्ग जिले के सेदम तालुका में कगिना नदी के किनारे स्थित है। यह नगर ८१८ से ९८२ ई तक राष्ट्रकूट राजाओं की राजधानी था। .

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माहिष्मती

माहिष्मती (अंग्रेजी; Mahishmati) प्राचीन भारत की एक नगरी थी जिसका उल्लेख महाभारत तथा दीर्घनिकाय सहित अनेक ग्रन्थों में हुआ है। अवन्ति महाजनपद के दक्षिणी भाग में यह सबसे महत्वपूर्ण नगरी थी। बाद में यह अनूप महाजनपद की राजधानी भी रही। यह नगरी वर्तमान समय के मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी के तट पर स्थित महेश्वर नगर और उसके आस पास के क्षेत्र तक फ़ैली थी कहा जाता है कि यह नगरी १४ योजन की होकर पांडव कालीन शिव मंदिर वाला गाँव चोली(तहसील महेश्वर, जिला खरगोन,मध्यप्रदेश) तक फ़ैली हुई थी | महेश्वर के समीप ही, नर्मदा नदी के तट पर स्थित नगर मंडलेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य और मंडन मिश्र के मध्य विश्व प्रसिद्द शास्त्रार्थ हुआ था | उक्त स्थान वर्तमान में छप्पन देव मंदिर कहलाता है | .

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माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय का नाम भारत के विख्यात पत्रकार,कवि और स्वतंत्रता सेनानी, श्री माखनलाल चतुर्वेदी के नाम पर रखा गया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित विश्वविद्यालय के निर्माण के पीछे मुख्य उद्देश्य देश में मास मीडिया के क्षेत्र में बेहतर शिक्षण और प्रशिक्षण। मध्यप्रदेश विधानसभा की धारा १५ के तहत १९९० में विश्वविद्यालय की नींव पड़ी। जिसे यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने भी सहमति प्रदान की है। .

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मिनीकॉनामी

मिनीकॉनामी (शाब्दिक अर्थ लघु अर्थव्यवस्था) (जिसे खिलाडियों द्वारा MC भी कहा जाता है), एक वेब ब्राउज़र आधारित, बहु-खिलाड़ी ऑनलाइन खेल है। मिनीकॉनामी एक व्यापार/अर्थव्यवस्था अनुकारक खेल जिस का उद्धगम और विकास नीदरलैंड में हुआ। खेल में 121 विभिन्न देशों के 60000 खिलाड़ी पंजिकृत हैं, जो इस खेल को अंग्रेज़ी और डच भाषाओं में खेलते हैं। मिनीकॉनामी अपने 64वें चक्र में है जो 2 मई 2009 को आरंभ हुआ। मिनीकॉनामी एक शुल्क मुक्त खेल है, परंतु कोई भी खिलाड़ी नाम मात्र का शुल्क दे कर विशिष्ट प्रीमियम सदस्य बन सकता है। यह प्रीमियम सदस्यता खिलाड़ीयों को कुछ अतिरिक्त सुविधायें देती है। प्रीमियम सदस्य कंपनीयों और निगमों की स्थापना कर सकते हैं। यह कंपनीयां बैंक, बंदरगाह, जहाज़रानी, वाहन निर्माण और टैक्सी जैसे क्षेत्रों में व्यापार कर सकती हैं। प्रीमियम सदस्य राजनैतिक संगठन बना सकते हैं, भावों को प्रगट करने के लिए स्माईली का प्रयोग कर सकते हैं। प्रीमियम सदस्य साधारण सदस्यों की तुलना में दोगुणा उत्पादन कर सकते हैं। जब प्रीमियम सदस्य घर बनाते हैं तो उन को घर में मिनीकॉनामी कंप्यूटर निशुल्क प्राप्त होता है। .

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मिलानो

मिलान (Milano,; पश्चिमी लोम्बार्ड: मिलान) इटली का एक शहर और लोम्बार्डी क्षेत्र और मिलान प्रान्त की राजधानी है। मूल शहर की जनसंख्या लगभग 1,300,000 है, जबकि शहरी क्षेत्र 4,300,000 की अनुमानित जनसंख्या के साथ यूरोपीय संघ में पांचवा सबसे बड़ा है। इटली में सबसे बड़े, मिलान महानगरीय क्षेत्र की आबादी, OECD द्वारा अनुमानित तौर पर 7,400,000 है। शहर की स्थापना मीडियोलेनम नाम के तहत केल्टिक लोग इनसबरेस द्वारा की गई थी। इसे बाद में ई.पू.

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मंडला ज़िला

मण्डला जिला मंडला जिला, भारत के मध्य प्रदेश राज्य में सतपुड़ा पहाड़ियों में स्थित एक जिला है। नर्मदा नदी उत्तर-पश्चिम बहती हुई इस जिले को रीवा से अलग करती है। नर्मदा की सहायक बंजार नदी की घाटी में जिले का सबसे अधिक उपजाऊ भाग पड़ता है, जिसे 'हवेली' कहते हैं। हवेली के दक्षिण बंजार की घाटी जंगलों से ढकी हुई हैं। सर्वप्रमुख इमारती पेड़ साल हैं। बाँस, टीक और हरड़ अन्य उल्लेखनीय वृक्ष हैं। नदियों की घाटियों में धान, गेहूँ और तिलहन की उपज होती है। जंगल में चीता के आखेट के लिये यह एक प्रसिद्ध जिला हैं। लाख उत्पादन, लकड़ी चीरना, पान उगाना, पशुपालन, चटाई और रस्सियों का निर्माण यहाँ के लोगों के उद्यम हैं। यहाँ के 60 प्रतिशत निवासी गौंड़ जनजाति के हें। यहाँ मैगनीज और धातु के निक्षेप हैं। मंडला नगर, नर्मदा नदी के किनारे जबलपुर के 45 मील दक्षिण-पूर्व में मंडला जिले का प्रशासनिक केन्द्र है, जो तीन ओर से नर्मदा द्वारा घिरा हुआ हैं। फुल धातु ((Bell metal) के पात्रों के लिये विख्यात है। यह गोंड़ वंश की राजधानी रह चुका है। यहाँ किले और प्रासाद के अवशेष हैं। देश का एकमात्र जीवाश्म राष्ट्रीय पार्क मंडला जिले में स्थित है। श्रेणी:मध्य प्रदेश के जिले.

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मंडोर

मंडोर (अँग्रेजी: Mandore), जोधपुर शहर में रेलवे स्टेशन से ९ किलोमीटर की दूरी पर है। .

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मंगोलिया

मंगोलिया (मंगोलियन: Монгол улс) पूर्व और मध्य एशिया में एक भूमि से घिरा (लेंडलॉक) देश है। इसकी सीमाएं उत्तर में रूस, दक्षिण, पूर्वी और पश्चिमी में चीन से मिलती हैं। हालांकि, मंगोलिया की सीमा कज़ाख़िस्तान से नहीं मिलती, लेकिन इसकी सबसे पश्चिमी छोर कज़ाख़िस्तान के पूर्वी सिरे से केवल 24 मील (38 किमी) दूर है। देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर उलान बाटोर है, जहां देश की लगभग 38% जनसंख्या निवास करती है। मंगोलिया में संसदीय गणतंत्र है। .

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मुम्बई एफ.सी

मुम्बई फुटबॉल क्लब महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुम्बई में स्थित एक भारतीय पेशेवर फुटबॉल क्लब है। यह क्लब भारत की शीर्ष स्तरीय फुटबॉल लीग 'आई-लीग' में भाग लेता है।। मुम्बई एफ.सी की स्थापना २००७ में युवा प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए और बड़े स्तर पर कोशिश करने के लिए यह मंच प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी।  २००८ में क्लब को आई-लीग में पदोन्नति मिली, और २००८-०९ सीज़न में अपने पहले आई-लीग अभियान में ७ वें स्थान पर रही। मुम्बई एफ.सी के प्रतिद्वंद्विता एक अन्य मुम्बई स्थित क्लब एयर इंडिया के साथ और पुणे स्थित राज्य प्रतिद्वंद्विता के साथ एक स्थानीय प्रतिद्वंद्वि है जिसे 'महा' डर्बी के रूप में करार दिया गया है क्योंकि महाराष्ट्र राज्य में दोनों क्लब इसे खेलते हैं। .

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मैडरिड का सान मारकोस का गिरजाघर

मैडरिड का सान मारकोस का गिरजाघर स्पेन की राजधानी मैडरिड में स्थित है। यह दक्षिण स्पेन के सान मारकोस के गिरजाघर से भिन्न है। यदि आप उसके सम्बंध में जानना चाहें तो उस पृष्ठ को पढ़िए। मैडरिड का सान मारकोस का गिरजाघर (स्पेनी भाषा में: Iglesia de San Marcos) एक गिरजाघर है जो मैडरिड, स्पेन् है। इसे बिएन दे इंतेरेस कल्चरल की सूची में 1944 में शामिल किया गया था। .

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मेक्सिको नगर

मेक्सिको नगर, जिसे स्थानीय स्पेनी भाषा में सिउदाद दे मेहिको (Ciudad de México) और अंग्रेज़ी में मेक्सिको सिटी (Mexico City) कहा जाता है, उत्तर अमेरिका के मेक्सिको देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। सन् २०१५ के अनुमान के मुताबिक यहाँ ८९ लाख लोग बसे हुए थे। इस संख्या के अनुसार यह पृथ्वी के पश्चिमी गोलार्ध (हेमिसफ़ियर) का सबसे बड़ा नगर है और विश्व का स्पेनी भाषा बोलने वाला सबसे विशाल शहर भी है। .

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मोगादीशू

मोगादीशू शहर का एक हवाई-दृश्य मोगादीशू (सोमाली:मुकदिशो), जो स्थानीय तौर पर ख़मर नाम से मशहूर है; सोमालिया का सबसे बड़ा शहर एवं वहाँ की राजधानी है। यह सदियों से हिंद महासागर में स्थित एक महत्वपूर्ण बंदरगाह के रूप में भी जाना जाता है। १९९१ में प्रशासनिक तंत्र के धवस्त हो जाने की वजह से पिछले १७ वर्षों से मोगादीशू भयावह गृहयुद्ध की चपेट में है। .

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यांगून

रंगून का रेलवे स्टेशन यांगून म्यानमार देश की पुराना राजधानी है। इसका पुराना नाम रंगून था। (आधुनिक बर्मी में 'र' के स्थान पर 'य' का उच्चारण होता है।)। बहादुर शाह ज़फ़र यहीं दफ़न हैं। आजाद हिन्द फौज जिसके सर्वोच्च कमाण्डर नेताजी सुभाषचंद्र बोस थे उस फौज का मुख्यालय यहीं था। रंगून दक्षिणी वर्मा के मध्यवर्ती भाग में, रंगून नदी के किनारे, मर्तबान की खाड़ी तथा इरावदी नदी के मुहाने से ३० किमी उत्तर, सागरतल से केवल २० फुट की ऊँचाई पर स्थित है। यह बर्मा की राजधानी, सबसे बड़ा नगर तथा प्रमुख बंदरगाह है। यहाँ औसत वार्षिक वर्षा १०० इंच होती है। समीपवर्ती क्षेत्र में धान की कृषि अधिक होती है। बंदरगाह से चावल, टीक तथा अन्य लकड़ियाँ, खालें, पेट्रोलियम से निर्मित पदार्थ तथा चाँदी, सीसा, जस्ता, ताँबे की वस्तुओं का निर्यात होता है। वायुमार्ग, नदीमार्ग तथा रेलमार्ग यातायात के प्रमुख साधन हैं। विद्युत् संस्थान, रेशमी एवं ऊनी कपड़े, लकड़ी चिराई का काम, रेलवे के सामान, जलयाननिर्माण तथा मत्स्य उद्योग में काफी उन्नति हो गई है। यहाँ पर सभी आधुनिक वस्तुएँ जैसे बड़े बड़े होटल, सिनेमाघर, भंडार (storage), पगोडा, गिरजाघर, पार्क, वनस्पतिक उद्यान, अजायबघर तथा विश्वविद्यालय आदि हैं। यहाँ की सबसे प्रमुख इमारत श्वेड्रैगन पगोडा है, जो सागरतल से १६८ फुट की ऊँचाई पर बना है। यह पगोडा ३६८ फुट ऊँचा, ९०० फुट लंबा तथा ६८५ फुट चौड़ा है तथा इसके ऊपर सोने की पन्नी चढ़ी हुई है। नगर को युद्ध तथा ज्वालामुखी से काफी हानि उठानी पड़ी है। .

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राँची

राँची भारत का एक प्रमुख नगर और झारखंड प्रदेश की राजधानी है। यह झारखंड का तीसरा सबसे प्रसिद्ध शहर है। इसे झरनों का शहर भी कहा जाता है। पहले जब यह बिहार राज्य का भाग था तब गर्मियों में अपने अपेक्षाकृत ठंडे मौसम के कारण प्रदेश की राजधानी हुआ करती थी। झारखंड आंदोलन के दौरान राँची इसका केन्द्र हुआ करता था। राँची एक प्रमुख औद्योगिक केन्द्र भी है। जहाँ मुख्य रूप से एच ई सी (हेवी इंजिनियरिंग कारपोरेशन), भारतीय इस्पात प्राधिकरण, मेकन इत्यादि के कारखाने हैं। राँची के साथ साथ जमशेदपुर और बोकारो इस प्रांत के दो अन्य प्रमुख औद्योगिक केन्द्र हैं। राँची को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट सिटीज मिशन के अन्तर्गत एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किये जाने वाले सौ भारतीय शहरों में से एक के रूप में चुना गया है। राँची भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का गृहनगर होने के लिए प्रसिद्ध है। झारखंड की राजधानी राँची में प्रकृति ने अपने सौंदर्य को खुलकर लुटाया है। प्राकृतिक सुन्दरता के अलावा राँची ने अपने खूबसूरत पर्यटक स्थलों के दम पर विश्व के पर्यटक मानचित्र पर भी पुख्ता पहचान बनाई है। गोंडा हिल और रॉक गार्डन, मछली घर, बिरसा जैविक उद्यान, टैगोर हिल, मैक क्लुस्किगंज और आदिवासी संग्राहलय इसके प्रमुख पर्यटक स्थल हैं। इन पर्यटक स्थलों की सैर करने के अलावा यहां पर प्रकृति की बहुमूल्य देन झरनों के पास बेहतरीन पिकनिक भी मना सकते हैं। राँची के झरनों में पांच गाघ झरना सबसे खूबसूरत है क्योंकि यह पांच धाराओं में गिरता है। यह झरने और पर्यटक स्थल मिलकर राँची को पर्यटन का स्वर्ग बनाते हैं और पर्यटक शानदार छुट्टियां बिताने के लिए हर वर्ष यहां आते हैं। राँची का नाम उराँव गांव के पिछले नाम से एक ही स्थान पर, राची के नाम से लिया गया है। "राँची" उराँव शब्द 'रअयची' से निकला है जिसका मतलब है रहने दो। पौराणिक कथाओं के अनुसार, आत्मा के साथ विवाद के बाद,एक किसान ने अपने बांस के साथ आत्मा को हराया। आत्मा ने रअयची रअयची चिल्लाया और गायब हो गया। रअयची राची बन गई, जो राँची बन गई। राची के ऐतिहासिक रूप से एक महत्वपूर्ण पड़ोस में डोरांडा (दुरन "दुरङ" का अर्थ है गीत और दाह "दएः" का अर्थ मुंदारी भाषा में जल है)। डोरांडा हीनू (भुसूर) और हरमू नदियों के बीच स्थित है, जहां ब्रिटिश राज द्वारा स्थापित सिविल स्टेशन, ट्रेजरी और चर्च सिपाही विद्रोह के दौरान विद्रोही बलों द्वारा नष्ट किए गए थे। .

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रामबाग महल

रामबाग महल राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित एक महल है लेकिन वर्तमान में यह एक होटल है। यह पहले जयपुर के महाराजा का घर था। .

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रामायणकालीन छत्तीसगढ़

अंगकोर (कंबोडिया) में रामायण की वानरसेना का एक दृश्यऐसे अनेक तथ्य हैं जो इंगित करते हैं कि ऐतिहासिक दृष्टि से छत्तीसगढ़ प्रदेश की प्राचीनता रामायण युग को स्पर्श करती है। उस काल में दण्डकारण्य नाम से प्रसिद्ध यह वनाच्छादित प्रान्त आर्य-संस्कृति का प्रचार केन्द्र था। यहाँ के एकान्त वनों में ऋषि-मुनि आश्रम बना कर रहते और तपस्या करते थे। इनमें वाल्मीकि, अत्रि, अगस्त्य, सुतीक्ष्ण प्रमुख थे इसीलिये दण्डकारण्य में प्रवेश करते ही राम इन सबके आश्रमों में गये। राम के काल में भी कोशल राज्य उत्तर कोशल और दक्षिण कोशल में विभाजित था। कालिदास के रघुवंश काव्य में उल्लेख है कि राम ने अपने पुत्र लव को शरावती का और कुश को कुशावती का राज्य दिया था। यदि शरावती और श्रावस्ती को एक मान लिया जाये तो निश्चय ही लव का राज्य उत्तर भारत में था और कुश दक्षिण कोशल के शासक बने। सम्भवतः उनकी राजधानी कुशावती आज के बिलासपुर जिले में थी, शायद कोसला ग्राम ही उस काल की कुशावती थी। यदि कोसला को राम की माता कौशल्या की जन्मभूमि मान लिया जावे तो भी किसी प्रकार की विसंगति प्रतीत नहीं होती। रघुवंश के अनुसार कुश को अयोध्या जाने के लिये विन्ध्याचल को पार करना पड़ता था इससे भी सिद्ध होता है कि उनका राज्य दक्षिण कोशल में ही था। उपरोक्त सभी उद्धरणों से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ आदिकाल से ही ऋषियों, मुनियों और तपस्वियों का पावन तपोस्थल रहा है। प्रतीत होता है कि छोटा नागपुर से लेकर बस्तर तथा कटक से ले कर सतारा तक के बिखरे हुये राजवंशों को संगठित कर राम ने वानर सेना बनाई हो। आर.पी.

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रायगढ़

रायगढ़ दुर्ग, महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड में पहाड़ी पर स्थित प्रसिद्ध दुर्ग है। इसे छत्रपति शिवाजी ने बनवाया था और १६७४ में इसे अपनी राजधानी बनाया। रायगड पश्चिमी भारत का ऐतिहासिक क्षेत्र है। यह मुंबई (भूतपूर्व बंबई) के ठीक दक्षिण में महाराष्ट्र में स्थित है। यह कोंकण समुद्रतटीय मैदान का हिस्सा है, इसका क्षेत्र लहरदार और आड़ी-तिरछी पहाड़ियों वाला है, जो पश्चिमी घाट (पूर्व) की सह्याद्रि पहाड़ियों की खड़ी ढलुआ कगारों से अरब सागर (पश्चिम) के ऊँचे किनारों तक पहुँचता है। यह किला सह्याद्री पर्वतरांग मे स्थित है.

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राजधानी विकास प्राधिकरण

राजधानी विकास प्राधिकरण (सीडीए), एक जनहित निगम है जिस पर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद शहर में नगर सेवाएं प्रदान करने का उत्तरदायित्व है। इस निगम को 14 जून, 1960 को पहले, 24 जून, 1960 को जारी एक कार्यकारी आदेश (पाकिस्तान राजधानी विनियमन) तत्पश्चात 27 जून, 1960 को जारी राजधानी विकास प्राधिकरण अध्यादेश, द्वारा स्थापित किया था। .

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राजस्थान

राजस्थान भारत गणराज्य का क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। इसके पश्चिम में पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिम में गुजरात, दक्षिण-पूर्व में मध्यप्रदेश, उत्तर में पंजाब (भारत), उत्तर-पूर्व में उत्तरप्रदेश और हरियाणा है। राज्य का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग कि॰मी॰ (132139 वर्ग मील) है। 2011 की गणना के अनुसार राजस्थान की साक्षरता दर 66.11% हैं। जयपुर राज्य की राजधानी है। भौगोलिक विशेषताओं में पश्चिम में थार मरुस्थल और घग्गर नदी का अंतिम छोर है। विश्व की पुरातन श्रेणियों में प्रमुख अरावली श्रेणी राजस्थान की एक मात्र पर्वत श्रेणी है, जो कि पर्यटन का केन्द्र है, माउंट आबू और विश्वविख्यात दिलवाड़ा मंदिर सम्मिलित करती है। पूर्वी राजस्थान में दो बाघ अभयारण्य, रणथम्भौर एवं सरिस्का हैं और भरतपुर के समीप केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान है, जो सुदूर साइबेरिया से आने वाले सारसों और बड़ी संख्या में स्थानीय प्रजाति के अनेकानेक पक्षियों के संरक्षित-आवास के रूप में विकसित किया गया है। .

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राजस्थान की रूपरेखा

यह रूपरेखा राजस्थान के बारे में एक सामयिक पथप्रदर्शक है। राजस्थान – क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत गणराज्य का सबसे बड़ा राज्य है। यह भारत के उत्तर-पश्चिम इलाके में स्थित है। इसमें थार रेगिस्तान नामक बहुत विशाल बंजर भूभाग शामिल है जिसे ग्रेट (great) भारतीय रेगिस्तान भी कहा जाता है जो पश्चिम में पाकिस्तान की सीमा तक सतलुज-सिंधु नदी घाटी तक फैला हुआ है। राजस्थान की सीमाएँ दक्षिण-पश्चिम में गुजरात उत्तर-पूर्व में हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश तथा उत्तर में पंजाब से लगती हैं। राजस्थान, भारत के 10.4% भूभाग में फैला हुआ है जिसका कुल क्षेत्रफल 342,239 वर्ग किलोमीटर है। .

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राजवंशी

राजवंशी भारत का एक प्राचीन राजवंशी (Rajvanshi) यह लोग प्राचीन काल मेंं शिवलिंग को कंधा पर रखा करते थे। नाग कुल के नाग राजाओं ने अपने धार्मिक अनुष्ठान के समय मेंं शिवलिंग को अपने कन्धोंं पर उठाकर शिव को सम्मानित करते थे| उत्तर भारत गंगा घाटी विंध्य क्षेत्र कान्तिपुर और मिर्ज़ापुर मेंं इनकी राजधानी थी। काशी (वाराणसी) मेंं गंगा तट पर दश अश्व मेघ यज्ञ किये जिसके कारण भार वहन करने से इनका नाम भारशिव पड़ा और काशी (वाराणसी मेंं) दशाश्वमेघ घाट आज भी प्रसिध्द एवं मौजूद है। साधारण जनता ने अज्ञानता एवं मूर्खता से इनको भर कहने लगी। कालान्तर युग में ये लोग राजभर क्षत्रिय नाम से प्रचलित हुये |.

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रुद्रदमन

रुद्रदमन रुद्रदमन् (r. 130–150) भारत के पश्चिमी क्षत्रप वंश का एक शक राजा था। .

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रूपनगर

रूपनगर (पंजाबी:ਰੂਪਨਗਰ, पुराना नामः ਰੋਪੜ, रोपड़) भारत के पंजाब राज्य का एक शहर और जिला है। रूपनगरएक अति प्राचीन स्थल है, नगर का इतिहास सिंधु घाटी की सभ्यता तक जाता है। रूपनगर सतलुज के दक्षिणी किनारे पे बसा है। सतलुज नदी के दूसरी और शिवालिक के पहाड़ हैं। रूपनगर चंडीगढ़ (सबसे समीप विमानक्षेत्र एवं पंजाब की राजधानी) से लगभग ५० कि.मी.

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रोम

यह लेख इटली की राजधानी एवं प्राचीन नगर 'रोम' के बारे में है। इसी नाम के अन्य नगर संयुक्त राज्य अमरीका में भी है। स्तनधारियों की त्वचा पर पाए जाने वाले कोमल बाल (en:hair) के लिये बाल देखें। इसका पर्यायवाची शब्द रोयाँ या रोआँ (बहुवचन - रोएँ) है। ---- '''रोम''' नगर की स्थिति रोम (Rome) इटली देश की राजधानी है। .

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रोहिलखंड

रोहिलखंड या रुहेलखण्ड उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिम में एक क्षेत्र है।.

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लाल मस्जिद

लाल नुक़्ता से इस्लामाबाद में लाल मस्जिद के स्थिति। लाल मस्जिद (उर्दू: لال مسجد) इस्लामाबाद, पाकिस्तान के राजधानी में स्थित एक मस्जिद है। एक महिलाएँ के लिए एक धर्मीय विद्यालय, जामिया हफ़्सा मद्रसह और एक पुरुष मद्रसह, मस्जिद से संयुक्त है। .

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लाल मस्जिद घेराबंदी

लाल मस्जिद घेराबंदी (उर्दू: لال مسجد محاصرہ) एक संघर्ष था इस्लामाबाद, पाकिस्तानी राजधानी के लाल मस्जिद मस्जिद और मदरसह समूह में। मस्जिद घेर लेता था 3 जुलाई से 11 जुलाई 2007 तक। लाल मस्जिद एक मस्जिद है जो देवबंदी राय पीछा करते हैं और जामिया हफ़्सा मदरसह से संबंधित है। Lal Masjid, formerly frequented by the Pakistani elite, including Pakistani military leaders and ministers of the Pakistani government, became the site of a conflict between Lal Masjid and Jamia Hafsa students and supporters and Pakistani security forces, including the Pakistan Rangers and Islamabad Capital Territory police.

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लखनऊ

लखनऊ (भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इस शहर में लखनऊ जिले और लखनऊ मंडल के प्रशासनिक मुख्यालय भी स्थित हैं। लखनऊ शहर अपनी खास नज़ाकत और तहजीब वाली बहुसांस्कृतिक खूबी, दशहरी आम के बाग़ों तथा चिकन की कढ़ाई के काम के लिये जाना जाता है। २००६ मे इसकी जनसंख्या २,५४१,१०१ तथा साक्षरता दर ६८.६३% थी। भारत सरकार की २००१ की जनगणना, सामाजिक आर्थिक सूचकांक और बुनियादी सुविधा सूचकांक संबंधी आंकड़ों के अनुसार, लखनऊ जिला अल्पसंख्यकों की घनी आबादी वाला जिला है। कानपुर के बाद यह शहर उत्तर-प्रदेश का सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। शहर के बीच से गोमती नदी बहती है, जो लखनऊ की संस्कृति का हिस्सा है। लखनऊ उस क्ष्रेत्र मे स्थित है जिसे ऐतिहासिक रूप से अवध क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। लखनऊ हमेशा से एक बहुसांस्कृतिक शहर रहा है। यहाँ के शिया नवाबों द्वारा शिष्टाचार, खूबसूरत उद्यानों, कविता, संगीत और बढ़िया व्यंजनों को हमेशा संरक्षण दिया गया। लखनऊ को नवाबों के शहर के रूप में भी जाना जाता है। इसे पूर्व की स्वर्ण नगर (गोल्डन सिटी) और शिराज-ए-हिंद के रूप में जाना जाता है। आज का लखनऊ एक जीवंत शहर है जिसमे एक आर्थिक विकास दिखता है और यह भारत के तेजी से बढ़ रहे गैर-महानगरों के शीर्ष पंद्रह में से एक है। यह हिंदी और उर्दू साहित्य के केंद्रों में से एक है। यहां अधिकांश लोग हिन्दी बोलते हैं। यहां की हिन्दी में लखनवी अंदाज़ है, जो विश्वप्रसिद्ध है। इसके अलावा यहाँ उर्दू और अंग्रेज़ी भी बोली जाती हैं। .

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लंदन

लंदन (London) संयुक्त राजशाही और इंग्लैंड की राजधानी और सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। ग्रेट ब्रिटेन द्वीप के दक्षिण पूर्व में थेम्स नदी के किनारे स्थित, लंदन पिछली दो सदियों से एक बड़ा व्यवस्थापन रहा है। लंदन राजनीति, शिक्षा, मनोरंजन, मीडिया, फ़ैशन और शिल्पी के क्षेत्र में वैश्विक शहर की स्थिति रखता है। इसे रोमनों ने लोंड़िनियम के नाम से बसाया था। लंदन का प्राचीन अंदरुनी केंद्र, लंदन शहर, का परिक्षेत्र 1.12 वर्ग मीटर (2.9 किमी2) है। 19वीं शताब्दी के बाद से "लंदन", इस अंदरुनी केंद्र के आसपास के क्षेत्रों को मिला कर एक महानगर के रूप में संदर्भित किया जाने लगा, जिनमें मिडलसेक्स, एसेक्स, सरे, केंट, और हर्टफोर्डशायर आदि शमिल है। जिसे आज ग्रेटर लंदन नाम से जानते है, एवं लंदन महापौर और लंदन विधानसभा द्वारा शासित किया जाता हैं। कला, वाणिज्य, शिक्षा, मनोरंजन, फैशन, वित्त, स्वास्थ्य देखभाल, मीडिया, पेशेवर सेवाओं, अनुसंधान और विकास, पर्यटन और परिवहन में लंदन एक प्रमुख वैश्विक शहर है। यह दुनिया का सबसे बड़ा वित्तीय केंद्र के रूप में ताज पहनाया गया है और दुनिया में पांचवां या छठा सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र जीडीपी है। लंदन एक है विश्व सांस्कृतिक राजधानी। यह दुनिया का सबसे अधिक का दौरा किया जाने वाला शहर है, जो अंतरराष्ट्रीय आगमन द्वारा मापा जाता है और यात्री ट्रैफिक द्वारा मापा जाने वाला विश्व का सबसे बड़ा शहर हवाई अड्डा है। लंदन विश्व के अग्रणी निवेश गंतव्य है, किसी भी अन्य शहर की तुलना में अधिक अंतरराष्ट्रीय खुदरा विक्रेताओं और अल्ट्रा हाई-नेट-वर्थ वाले लोगों की मेजबानी यूरोप में लंदन के विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा संस्थानों का सबसे बड़ा केंद्र बनते हैं। 2012 में, लंदन तीन बार आधुनिक ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन गया। लंदन में लोगों और संस्कृतियों की विविधता है, और इस क्षेत्र में 300 से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं। इसकी 2015 कि अनुमानित नगरपालिका जनसंख्या (ग्रेटर लंदन के समरूपी) 8,673,713 थी, जो कि यूरोपीय संघ के किसी भी शहर से सबसे बड़ा, और संयुक्त राजशाही की आबादी का 12.5% ​​हिस्सा है। 2011 की जनगणना के अनुसार 9,787,426 की आबादी के साथ, लंदन का शहरी क्षेत्र, पेरिस के बाद यूरोपीय संघ में दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला है। शहर का महानगरीय क्षेत्र यूरोपीय संघ में 13,879,757 जनसंख्या के साथ सबसे अधिक आबादी वाला है, जबकि ग्रेटर लंदन प्राधिकरण के अनुसार शहरी-क्षेत्र की आबादी के रूप में 22.7 मिलियन है। 1831 से 1925 तक लंदन विश्व के सबसे अधिक आबादी वाला शहर था। लंदन में चार विश्व धरोहर स्थल हैं: टॉवर ऑफ़ लंदन; किऊ गार्डन; वेस्टमिंस्टर पैलेस, वेस्ट्मिन्स्टर ऍबी और सेंट मार्गरेट्स चर्च क्षेत्र; और ग्रीनविच ग्रीनविच वेधशाला (जिसमें रॉयल वेधशाला, ग्रीनविच प्राइम मेरिडियन, 0 डिग्री रेखांकित, और जीएमटी को चिह्नित करता है)। अन्य प्रसिद्ध स्थलों में बकिंघम पैलेस, लंदन आई, पिकैडिली सर्कस, सेंट पॉल कैथेड्रल, टावर ब्रिज, ट्राफलगर स्क्वायर, और द शर्ड आदि शामिल हैं। लंदन में ब्रिटिश संग्रहालय, नेशनल गैलरी, प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय, टेट मॉडर्न, ब्रिटिश पुस्तकालय और वेस्ट एंड थिएटर सहित कई संग्रहालयों, दीर्घाओं, पुस्तकालयों, खेल आयोजनों और अन्य सांस्कृतिक संस्थानों का घर है। लंदन अंडरग्राउंड, दुनिया का सबसे पुराना भूमिगत रेलवे नेटवर्क है। .

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लक्ष्मणगढ़

लक्ष्मणगढ़ भारत के राजस्थान राज्य के सीकर जिले में एक शहर है। सीकर जिले में लक्ष्मणगढ़ उप प्रभाग में उप प्रभागीय मुख्यालय है। लक्ष्मणगढ़ सीकर जिले में तहसील मुख्यालय भी है। लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति सीकर जिले में लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति का मुख्यालय भी है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 11 के उत्तर में, सीकर से 24 किमी की दूरी पर स्थित है। .

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शशांक

६२५ ई में भारतीय उपमहाद्वीप शशांक, बंगाल का हिंदू राजा था जिसने सातवीं शताब्दी के अंतिम चरण में बंगाल पर शासन किया। वह बंगाल का पहला महान् राजा था। उसने गौड़ राज्य की स्थापना की। मालवा के राजा देवगुप्त से दुरभिसंधि करके हर्षवर्धन की वहन राज्यश्री के पति कन्नौज के मौखरी राजा ग्रहवर्मन को मारा। तदनंतर राज्यवर्धन को धोखे से मारकर अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयत्न किया। पर जब राज्यवर्धन के कनिष्ठ भ्राता ने उसका पीछा किया तो वह बंगाल भाग गया। अंतिम गुप्त सम्राटों की दुर्बलता के कारण जो स्वतंत्र राज्य हुए उनमें गौड़ या उत्तरी बंगाल भी था। जब महासेन गुप्त सम्राट् हुआ तो उसकी दुर्बलता से लाभ उठाकर शशांक ने गौड़ में स्वतंत्र राज्य स्थापित किया। उस समय शशांक महासेन गुप्त का सेनापिति था। उसने कर्णसुवर्ण को अनी राजधानी बनाई। आजकल कर्णसुवर्ण के अवशेष मुर्शिदाबाद जिले के गंगाभाटी नामक स्थान में पाए गए हैं। शशांक के जीवन के विषय में निश्चित रूप से इतना ही कहा जा सकता है कि वह महासेन गुप्त का सेनापति नरेंद्रगुप्त था- महासामंत और शशांक उसकी उपाधियाँ हैं। उसने समस्त बंगाल और बिहार को जीत लिया तथा समस्त उत्तरी भारत पर विजय करने की योजना बनाई। शशांक हिन्दू धर्म को मानता था और बौद्ध धर्म का कट्टर शत्रु था। इसकी प्रतिक्रिया यह हुई कि शशांक के बाद बंगाल और बिहार में पाल वंशीय राजाओं ने प्रजा की सम्मति से नया राज्य स्थापित किया और बौद्ध धर्म को एक बार फिर आश्रय मिला। 'शशांक' पर प्रसिद्ध इतिहावेत्ता राखालदास बंद्योपाध्याय ने एक बड़ा ऐतिहासिक उपन्यास लिखा है। .

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शिमला

शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी है। 1864 में, शिमला को भारत में ब्रिटिश राज की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया था। एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल, शिमला को अक्सर पहाड़ों की रानी के रूप में जाना जाता है। .

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शिलांग

शिलांग भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मेघालय की राजधानी है। भारत के पूर्वोत्तर में बसा शिलांग हमेशा से पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहा है। इसे भारत के पूरब का स्कॉटलैण्ड भी कहा जाता है। पहाड़ियों पर बसा छोटा और खूबसूरत शहर पहले असम की राजधानी था। असम के विभाजन के बाद मेघालय बना और शिलांग वहां की राजधानी। लगभग 1695 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस शहर में मौसम हमेशा सुहावना बना रहता है। मानसून के दौरान जब यहां बारिश होती है, तो पूरे शहर की खूबसूरती और निखर जाती है और शिलांग के चारों तरफ के झरने जीवंत हो उठते है। .

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शुक्रनीति

शुक्रनीति एक प्रसिद्ध नीतिग्रन्थ है। इसकी रचना करने वाले शुक्र का नाम महाभारत में 'शुक्राचार्य' के रूप में मिलता है। शुक्रनीति के रचनाकार और उनके काल के बारे में कुछ भी पता नहीं है। शुक्रनीति में २००० श्लोक हैं जो इसके चौथे अध्याय में उल्लिखित है। उसमें यह भी लिखा है कि इस नीतिसार का रात-दिन चिन्तन करने वाला राजा अपना राज्य-भार उठा सकने में सर्वथा समर्थ होता है। इसमें कहा गया है कि तीनों लोकों में शुक्रनीति के समान दूसरी कोई नीति नहीं है और व्यवहारी लोगों के लिये शुक्र की ही नीति है, शेष सब 'कुनीति' है। शुक्रनीति की सामग्री कामन्दकीय नीतिसार से भिन्न मिलती है। इसके चार अध्यायों में से प्रथम अध्याय में राजा, उसके महत्व और कर्तव्य, सामाजिक व्यवस्था, मन्त्री और युवराज सम्बन्धी विषयों का विवेचन किया गया है। .

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श्टेटीन

ओल्ड टाउन कला अकादमी - http://www.akademiasztuki.eu/ Art Academy of Szczecin श्टेटीन (Szczecin, Stettin) पोलैंड का मुख्य बंदरगाह है। यह ऑर्डर नदी के बाएँ किनारे पर शैजेसीन की खाड़ी से २७.२ किलोमीटर और बाल्टिक सागर से ६४ किलोमीटर अंदर स्थित है। यह पॉमरेनिया की प्राचीन राजधानी था। शहर कोट के भीतर सेंट जॉन और सेंट जेम्स के प्रसिद्ध गिरजाघर विद्यमान थे, जो द्वितीय विश्वयुद्ध में नष्ट कर दिए गए। महान् फ्रेडरिक द्वारा निर्मित शहरकोट १८७४ में तोड़ दिया गया, लेकिन उसके विशाल द्वारा अभी भी विद्यमान हैं। प्राचीन नगर का लगभग ८० प्रतिशत और नवीन नगर का लगभग ५० प्रतिशत भाग द्वितीय विश्वयुद्ध में नष्ट हो गया था। यह नगर सन् १६४८ से १७२० तक स्वीडन के अधिकार में रहा, सन् १७२० से १९४५ तक प्रशिया का भाग रहा तथा १९४५ ई. को पॉट्सडम संधि के बाद यह पोलैंड में मिल गया। तभी से नगर के पुनर्निर्माण एवं नवीन विकास का कार्य तेजी से नियोजित ढंग पर हो रहा है। यह लोहा इंजिनियरी, वस्त्र, रसायन, सीमेंट, साबुन तेल, कागज और चीनी उद्योग का केंद्र है। यहाँ से चीनी, शराब, खाद्यान्न, आलू एवं आटे का निर्यात किया जाता है तथा लोहा, सोडा, पोटैश, कहवा, कपास, मक्का एवं लकड़ी का आयात किया जाता है। श्टेटीन का विहंगम दृष्य .

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श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर

श्रीनगर भारत के जम्मू और कश्मीर प्रान्त की राजधानी है। कश्मीर घाटी के मध्य में बसा यह नगर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं। श्रीनगर एक ओर जहां डल झील के लिए प्रसिद्ध है वहीं दूसरी ओर विभिन्न मंदिरों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। 1700 मीटर ऊंचाई पर बसा श्रीनगर विशेष रूप से झीलों और हाऊसबोट के लिए जाना जाता है। इसके अलावा श्रीनगर परम्परागत कश्मीरी हस्तशिल्प और सूखे मेवों के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है। श्रीनगर का इतिहास काफी पुराना है। माना जाता है कि इस जगह की स्थापना प्रवरसेन द्वितीय ने 2,000 वर्ष पूर्व की थी। इस जिले के चारों ओर पांच अन्य जिले स्थित है। श्रीनगर जिला कारगिल के उत्तर, पुलवामा के दक्षिण, बुद्धगम के उत्तर-पश्चिम के बगल में स्थित है। श्रीनगर जम्मू और कश्मीर राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी है। ये शहर और उसके आस-पार के क्षेत्र एक ज़माने में दुनिया के सबसे ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल माने जाते थे -- जैसे डल झील, शालिमार और निशात बाग़, गुलमर्ग, पहलग़ाम, चश्माशाही, आदि। यहाँ हिन्दी सिनेमा की कई फ़िल्मों की शूटिंग हुआ करती थी। श्रीनगर की हज़रत बल मस्जिद में माना जाता है कि वहाँ हजरत मुहम्मद की दाढ़ी का एक बाल रखा है। श्रीनगर में ही शंकराचार्य पर्वत है जहाँ विख्यात हिन्दू धर्मसुधारक और अद्वैत वेदान्त के प्रतिपादक आदि शंकराचार्य सर्वज्ञानपीठ के आसन पर विराजमान हुए थे। डल झील और झेलम नदी (संस्कृत: वितस्ता, कश्मीरी: व्यथ) में आने जाने, घूमने और बाज़ार और ख़रीददारी का ज़रिया ख़ास तौर पर शिकारा नाम की नावें हैं। कमल के फूलों से सजी रहने वाली डल झील पर कई ख़ूबसूरत नावों पर तैरते घर भी हैं जिनको हाउसबोट कहा जाता है। इतिहासकार मानते हैं कि श्रीनगर मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बसाया गया था। डल झील में एक शिकारा श्रीनगर से कुछ दूर एक बहुत पुराना मार्तण्ड (सूर्य) मन्दिर है। कुछ और दूर अनन्तनाग ज़िले में शिव को समर्पित अमरनाथ की गुफ़ा है जहाँ हज़ारों तीर्थयात्री जाते हैं। श्रीनगर से तीस किलोमीटर दूर मुस्लिम सूफ़ी संत शेख़ नूरुद्दिन वली की दरगाह चरार-ए-शरीफ़ है, जिसे कुछ वर्ष पहले इस्लामी आतंकवादियों ने ही जला दिया था, पर बाद में इसकी वापिस मरम्मत हुई। .

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श्रीभार्गवराघवीयम्

श्रीभार्गवराघवीयम् (२००२), शब्दार्थ परशुराम और राम का, जगद्गुरु रामभद्राचार्य (१९५०-) द्वारा २००२ ई में रचित एक संस्कृत महाकाव्य है। इसकी रचना ४० संस्कृत और प्राकृत छन्दों में रचित २१२१ श्लोकों में हुई है और यह २१ सर्गों (प्रत्येक १०१ श्लोक) में विभक्त है।महाकाव्य में परब्रह्म भगवान श्रीराम के दो अवतारों परशुराम और राम की कथाएँ वर्णित हैं, जो रामायण और अन्य हिंदू ग्रंथों में उपलब्ध हैं। भार्गव शब्द परशुराम को संदर्भित करता है, क्योंकि वह भृगु ऋषि के वंश में अवतीर्ण हुए थे, जबकि राघव शब्द राम को संदर्भित करता है क्योंकि वह राजा रघु के राजवंश में अवतीर्ण हुए थे। इस रचना के लिए, कवि को संस्कृत साहित्य अकादमी पुरस्कार (२००५) तथा अनेक अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। महाकाव्य की एक प्रति, कवि की स्वयं की हिन्दी टीका के साथ, जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रकाशित की गई थी। पुस्तक का विमोचन भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा ३० अक्टूबर २००२ को किया गया था। .

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श्रीलंका का जातीय संघर्ष

मृत विद्रोहियों के शरीर कचरे में फेंक दिए गए है, 1989 श्रीलंका के कई अल्पसंख्यक तमिलों को गृहयुद्ध के अंत में बहुत काम शांति मिली है। .

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शेखावाटी

शेखावाटी उत्तर-पूर्वी राजस्थान का एक अर्ध-शुष्क ऐतिहासिक क्षेत्र है। राजस्थान के वर्तमान सीकर और झुंझुनू जिले शेखावाटी के नाम से जाने जाते हैं इस क्षेत्र पर आजादी से पहले शेखावत क्षत्रियों का शासन होने के कारण इस क्षेत्र का नाम शेखावाटी प्रचलन में आया। देशी राज्यों के भारतीय संघ में विलय से पूर्व मनोहरपुर-शाहपुरा, खंडेला, सीकर, खेतडी, बिसाऊ, सुरजगढ, नवलगढ़,मंडावा, मुकन्दगढ़, दांता, खुड, * कंकङेऊ कलां खाचरियाबास, अलसीसर,यासर,मलसीसर,लक्ष्मणगढ,बीदसर आदि बड़े-बड़े प्रभावशाली संस्थान शेखा जी के वंशधरों के अधिकार में थे। वर्तमान शेखावाटी क्षेत्र पर्यटन और शिक्षा के क्षेत्र में विश्व मानचित्र में तेजी से उभर रहा है, यहाँ पिलानी और लक्ष्मणगढ के भारत प्रसिद्ध शिक्षा केंद्र है। वही नवलगढ़, फतेहपुर, गंगियासर,अलसीसर, मलसीसर, लक्ष्मणगढ, मंडावा आदि जगहों पर बनी प्राचीन बड़ी-बड़ी हवेलियाँ अपनी विशालता और भित्ति चित्रकारी के लिए विश्व प्रसिद्ध है जिन्हें देखने देशी-विदेशी पर्यटकों का ताँता लगा रहता है। पहाडों में सुरम्य जगहों बने जीण माता मंदिर, शाकम्बरीदेवी का मन्दिर, लोहार्ल्गल के अलावा खाटू में बाबा खाटूश्यामजी का (बर्बरीक) का मन्दिर,सालासर में हनुमान जी का मन्दिर * कंकङेऊ कलां में बाबा माननाथ की मेङी आदि स्थान धार्मिक आस्था के ऐसे केंद्र है जहाँ दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं। इस शेखावाटी प्रदेश ने जहाँ देश के लिए अपने प्राणों को बलिदान करने वाले देशप्रेमी दिए वहीँ उद्योगों व व्यापार को बढ़ाने वाले सैकडो उद्योगपति व व्यापारी दिए जिन्होंने अपने उद्योगों से लाखों लोगों को रोजगार देकर देश की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दिया। भारतीय सेना को सबसे ज्यादा सैनिक देने वाला झुंझुनू जिला शेखावाटी का ही भाग है। .

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सबसे बड़े शहरों की सूची

दुनिया के सबसे बड़े शहरों का निर्धारण करने हेतु यह देखा जाना जरुरी की वह किस परिभाषा का उपयोग कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र एक शहर का गठन करने वाली तीन परिभाषाओं का उपयोग करता है, लेकिन सभी शहरों को उसी मापदंड का उपयोग करके वर्गीकृत नहीं किया जा सकता है। शहरों को शहरी क्षेत्र, उनके शहरी क्षेत्र की सीमा या उनके महानगरीय क्षेत्र कि जनसंख्या के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। .

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समय दैनिक

समय दैनिक 2004 से सिक्किम राज्य की राजधानी गांतोक से प्रकाशित नेपाली भाषा की दैनिक समाचार पत्र है। इस का सम्पादक पारसमणि दंगाल है। यह समाचार पत्रिका कुछ दिन से प्रकाशित नहीं हो रहा है। समय दैनिक बन्द होने का कारण ज्ञात नहीं है। .

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सर्वोच्च न्यायालय भवन, इस्लामाबाद

सर्वोच्च न्यायालय भवन पाकिस्तान की राजधानी, इस्लामाबाद प्रशासनिक क्षेत्र में मुख्य गामिनी, कंस्टिच्यूशन ऐवेन्यू(संविधान गामिनी) पर स्थित पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय का आधिकारिक एवं प्रधान कार्यालय है। रह, पता: 44000 कंस्टिच्यूशन ऐवेन्यू, इस्लामाबाद, पाकिस्तान पर स्थित है। 1960 के दशक में बना यह भवन संविधान गामिनी पर-दक्षिण स्थित प्रधानमंत्री सचिवालय व उत्तर स्थित आईवान-ए सदर और संसद भवन के बीच विराजमान है। इसकी रूपाकृती को, विख्यात जापानी वास्तुकार, केन्ज़ो तांगे ने पाकिस्तान पर्यावरण संरक्षण अभिकरण से मशवरे के बाद तईयार किया था। इस पूरे भवन समूह को इस्लामाबाद की राजधानी विकास प्राधिकरण की अभियंत्रिकी विभाग और पाकिस्तान की साईमेन्स इंजीनियरिंग नामक कंपनी ने बनाया था। .

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सिन्धु राज्य

सिन्धु प्राचीन भारत का एक राज्य था जिसका उल्लेख महाभारत तथा हरिवंश पुराण में आया है। यह प्रदेश सिन्ध नदी के किनारे स्थित था। कहा जाता है कि इस प्रदेश की स्थापना वृषदर्भ नामक राजा ने किया था जो शिवि के पुत्र थे। मीरचन्दानी द्वारा लिखित 'ग्लिम्सेस ऑफ अन्शिएन्ट सिन्ध' के अनुसार सिन्ध राज्य की राजधानी वृषदर्भपुर थी। सिन्धु राज्य के निवासी 'सैन्धव' कहलाते थे। श्रेणी:भारत के राजवंश.

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सिसिली

इटली का '''सिसिली''' द्वीप सिसिली (Sicily; इतालवी: Sicilia / / सिचिल्या) भूमध्य सागर का सबसे बड़ा द्वीप है जो इटली प्रायद्वीप से मेसीना जलमडरूमध्य के द्वारा अलग होता है। यह इटली का स्वायत्त क्षेत्र है। यह ट्यूनीसिया से ९० मील चौड़े सिसली जलमडरूमध्य द्वारा अलग है तथा सार्डीनिया से इसकी दूरी २७२ किलोमीटर है। इसकी आकृति त्रिभुजाकार है, उत्तर में कुमारी बोओ (Boeo) से कुमारी पेलोरो तक लंबाई २८० किलोमीटर, पूर्वी किनारा १९२ किलोमीटर और दक्षिणी पश्चिमी किनारा २७२ किलोमीटर लम्बा है। तट की कुल लंबाई १०८८ किलोमीटर है और क्षेत्रफल ९८३० वर्ग मील है परंतु आस-पास के अन्य द्वीपों को मिलाकर क्षेत्रफल ९९२५ वर्गमील है। द्वीप में ९ प्रांत हैं। पलेरमो इसकी राजधानी है। सिसली के निवासियों की औसत ऊँचाई ५ फुट २ इंच है। उनकी आँखें और बाल काले होते हैं। इनकी भाषा इटली से भिन्न है। लोग अतिथि का स्वागत एवं आदर करते हैं। पलेरमो, कटनिया और मसीना में विश्वविद्यालय हैं। .

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सिंहपुर

सिंहपुर, सिंहबाहु की राजधानी थी। बौद्ध ग्रन्थों में इसका उल्लेख मिलता है। राजकुमार विजय का भी उल्लेख मिलता है। .

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स्टर्लिंग

स्टर्लिंग,(Stirling; Stirlin; Sruighlea) मध्य स्काॅटलैंड में स्थित एक एतिहासिक नगर है। २०११ की आधिकारिक जनगणना के अनुसार इसकी कुल जनसंख्या ९०,००० के करीब है। यह शहर स्टर्लिंग कासल और उसके मध्ययुगीन पुराने शहर के आसपास बसा है। यह स्टर्लिंग परिषद क्षेत्र का प्रशासनिक मुख्यालय एवं प्रमुख नगर है। पारम्परिक रूप से, यह स्टर्लिंगशायर काउण्टी का काउण्टी टाउन भी है। फ़ोर्थ नदी इसके पास से गुज़रती है, और यह उसके नदमुख से ३० मील, धारा-प्रतिकूल, स्थित है। यह स्काॅटलैंड के हाइलैंड्स् और लोऽलैंड्स् के बिलकुल सीमा पर स्थित है और इसे प्रायः "हाइलैण्ड्स के द्वार" एवं "हाइलैंण्स और लोऽलैंण्डस को साथ जोड़े रखने वाली कड़ी" के नाम से भी संबोधित किया जाता है। फ़ोर्थ के किनारे बसे होने एवं ऐतिहासिक तौर पर, फ़ोर्थ पर स्थित निकटतम् लांघाव होने के कारण यह वाइकिंग एवं रोमन समेत अनेक आक्रमणकारियों का आकर्षण रहा है। इन कई आक्रमणों की कहानियों में से एक कहानी "बीस्ट ऑफ़ स्टर्लिंग"(स्टर्लिंग का दानव) की है, जोकी एक भोड़िया था, जिसने हूंकार कर नगरवासियों को आ रहे वाइकिंग आक्रमणकारियों से सचेत कर दिया था। हमेशा से ही यह शहर, स्काॅटिश राजसत्ता के प्रमुख गढों रहे इस शहर को ११३० में राजा डेविड (प्रथम) द्वारा एक शाही बर्ग के रूप में घोशित किया गया था, जिस पद को १९७५ में हटा लिया गया। २००२ में इसे "नगर का पद" दे दिया गया था, जो अब भी है। किसी समय यह स्काॅटलैंड की राजधानी एवं स्काॅटिश राजशाही का गढ़ हुआ करता था। आज भी स्टर्लिंग कासल में उस युग की ईमारतों, जिनमें ग्रेट हाॅल व रेनेसा पैलस शामिल हैं, को देखा जा सकता है। चर्च ऑफ़ होली रूड यहाँ स्थित है, जहाँ २९ जुलाई १५६७ को राजा जेम्स शष्ठम् का राज्याभिशेख किया गया था .

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स्वतन्त्रता के बाद भारत का संक्षिप्त इतिहास

कोई विवरण नहीं।

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स्वर्णगिरि

स्वर्णगिरि अरुणाचल प्रदेश में सुबनसिरि नदी के मुहाने पर स्थित है। यह ११८७ से १२२४ तक शुतीया राजवंश की प्रथम राजधानी था। इसके बाद रत्नध्वजपाल ने इसके स्थान पर रत्नपुर को अपनी राजधानी बनाया। श्रेणी:अरुणाचल प्रदेश.

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सैन होज़े, कैलिफोर्निया

सैन होज़े (जिसका स्पेनिश में अर्थ है - सेंट जोसफ) कैलिफोर्निया का तीसरा सबसे बड़ा शहर, संयुक्त राज्य अमेरिका का दसवां सबसे बड़ा शहर और सांता क्लारा काउंटी का काउंटी सीट है। यह देश के 31वें सबसे बड़े महानगरीय क्षेत्र का एक ऐंकर है जो सैन फ्रांसिस्को खाड़ी के दक्षिणी छोर पर स्थित है। सैन होज़े कभी एक छोटा सा कृषि शहर था जहां 1950 के दशक से अब तक बड़ी तेज़ी से विकास हुआ है। जनसंख्या, भूमि क्षेत्र, एवं औद्योगिक विकास की दृष्टि से सैन होज़े खाड़ी क्षेत्र का सबसे बड़ा शहर है। 1 जनवरी 2010 तक इसकी अनुमानित जनसंख्या 1,023,083 थी। सैन होज़े की नींव 29 नवम्बर 1777 को नुएवा कैलिफोर्निया के स्पेनिश कॉलोनी के पहले कस्बे, एल पुएब्लो डी सैन होज़े डी ग्वाडालूप (El पुएब्लो de San José de Guadalupe), के रूप में रखी गई, जो बाद में अल्टा कैलिफोर्निया बना.

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सेंट पीटर्सबर्ग

पीटर महान की कांस्य प्रतिमा सेंट पीटर्सबर्ग नेवा नदीके तट पर स्थित रूस का एक प्रसिद्ध नगर है। यह रूसी साम्राज्य की पूर्व राजधानी थी। सोवियत संघ के समय में इसका नाम बदलकर लेनिनग्राद कर दिया गया था जिसे सोवियत संघ के पतन के बाद पुन: बदलकर सेंट पीटर्सबर्ग कर दिया गया है। .

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हड़ौती

हाड़ौती (जिसे हाड़ौली, हाड़ावली, इत्यादि नाम से भी जाना जाता है) बूंदी राज्य था। यह पूर्वी राजस्थान में स्थित है। इसके बड़े शहरों में बूंदी और कोटा हैं। इसमें सम्मिलित जिले हैं.

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हनोई

हनोई (वियतनामी लिपि: Hà Nội; अंग्रेजी:Hanoi) वियतनाम की राजधानी है जो हाइफॉंग बंदरगाह से १२८ किमी उत्तर में लाल नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। यह रेलमार्ग द्वारा हाइफॉङ तथा दक्षिण-पश्चिमी चीन में कुंमिंग से जुड़ा हुआ है। यह प्रमुख व्यापारिक केंद्र है। हानोई की जलवायु उष्णकटिबंधी है। यहाँ फरवरी वर्ष का सबसे ठंढा तथा जून वर्ष का सबसे गरम महीना है। लाल नदी नगर के उत्तरी एवं पूर्वी भाग में बहती है तथा नगर के अन्य भागों में अनेक झीलें हैं। नगर १.६ किमी लंबी तथा ८०० मी चौड़ी झील से दो भागों में बँटा हुआ है। इस झील में दो द्वीप हैं, जिनमें से एक पर पगोडा तथा दूसरे पर महल बना है। यहाँ चौड़ी एवं स्वच्छ सड़कें तथा सुंदर इमारतें हैं जिनमें महल, प्रशासकीय भवन, विद्यालय, संग्रहालय तथा पेरिस के ढंग की दुकान एवं कैफे हैं। यहाँ का फूल बाजार प्रसिद्ध है। नगर का दूसरा भाग बड़ा घना बसा है और यहाँ अनेक संकीर्ण बाजार एवं सड़कें हैं, जहाँ पीतल एवं ताँबे के बरतन, कपड़े तथा जवाहरात बिकते हैं। हानोइ में सूत कातने, सूती वस्त्र बुनने, शराब चुआने, साबुन बनाने, कागज बनाने तथा सीमेंट निर्माण के कारखाने हैं। .

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हबीब तनवीर

हबीब तनवीर चित्र में दाहिने हबीब तनवीर (जन्म: 1 सितंबर 1923) भारत के मशहूर पटकथा लेखक, नाट्य निर्देशक, कवि और अभिनेता थे। हबीब तनवीर का जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुआ था, जबकि निधन 8 जून,2009 को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुआ। उनकी प्रमुख कृतियों में आगरा बाजार (1954) चरणदास चोर (1975) शामिल है। उन्होंने 1959 में दिल्ली में नया थियेटर कंपनी स्थापित किया था। .

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हम्पी

हम्पी मध्यकालीन हिंदू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी। तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित यह नगर अब हम्पी (पम्पा से निकला हुआ) नाम से जाना जाता है और अब केवल खंडहरों के रूप में ही अवशेष है। इन्हें देखने से प्रतीत होता है कि किसी समय में यहाँ एक समृद्धशाली सभ्यता निवास करती होगी। भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित यह नगर यूनेस्को के विश्व के विरासत स्थलों में शामिल किया गया है। हर साल यहाँ हज़ारों की संख्या में पर्यटक और तीर्थयात्री आते हैं। हम्पी का विशाल फैलाव गोल चट्टानों के टीलों में विस्तृत है। घाटियों और टीलों के बीच पाँच सौ से भी अधिक स्मारक चिह्न हैं। इनमें मंदिर, महल, तहख़ाने, जल-खंडहर, पुराने बाज़ार, शाही मंडप, गढ़, चबूतरे, राजकोष....

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हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश (अंग्रेज़ी: Himachal Pradesh, उच्चारण) उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। यह 21,629 मील² (56019 किमी²) से अधिक क्षेत्र में फ़ैला है तथा उत्तर में जम्मू कश्मीर, पश्चिम तथा दक्षिण-पश्चिम में पंजाब (भारत), दक्षिण में हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखण्ड तथा पूर्व में तिब्बत से घिरा हुआ है। हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ "बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत" है। हिमाचल प्रदेश को "देव भूमि" भी कहा जाता है। इस क्षेत्र में आर्यों का प्रभाव ऋग्वेद से भी पुराना है। आंग्ल-गोरखा युद्ध के बाद, यह ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार के हाथ में आ गया। सन 1857 तक यह महाराजा रणजीत सिंह के शासन के अधीन पंजाब राज्य (पंजाब हिल्स के सीबा राज्य को छोड़कर) का हिस्सा था। सन 1950 मे इसे केन्द्र शासित प्रदेश बनाया गया, लेकिन 1971 मे इसे, हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम-1971 के अन्तर्गत इसे 25 january 1971 को भारत का अठारहवाँ राज्य बनाया गया। हिमाचल प्रदेश की प्रतिव्यक्ति आय भारत के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में अधिक है । बारहमासी नदियों की बहुतायत के कारण, हिमाचल अन्य राज्यों को पनबिजली बेचता है जिनमे प्रमुख हैं दिल्ली, पंजाब (भारत) और राजस्थान। राज्य की अर्थव्यवस्था तीन प्रमुख कारकों पर निर्भर करती है जो हैं, पनबिजली, पर्यटन और कृषि। हिंदु राज्य की जनसंख्या का 95% हैं और प्रमुख समुदायों मे ब्राह्मण, राजपूत, घिर्थ (चौधरी), गद्दी, कन्नेत, राठी और कोली शामिल हैं। ट्रान्सपरेन्सी इंटरनैशनल के 2005 के सर्वेक्षण के अनुसार, हिमाचल प्रदेश देश में केरल के बाद दूसरी सबसे कम भ्रष्ट राज्य है। .

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हवाना

हवाना (स्पेनिश: ला हबाना) क्यूबा की राजधानी, सबसे बड़ा शहर, प्रांत, प्रमुख बंदरगाह, और प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र है। शहर की आबादी लगभग 2.1 मिलियन है, और यह कुल 728.26 किमी2 (281.18 वर्ग मील) में फैले क्षेत्र के साथ यह कैरीबियाई क्षेत्र का सबसे अधिक आबादी वाला शहर और चौथा सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है। शहर ज्यादातर पश्चिम और दक्षिण खाड़ी की ओर फैला हुआ है, शहर से लगे तीन मुख्य बंदरगाहों है: मारिमेलेना, गुआनाबाकोआ और एटारस। मंदगति के साथ अलमेन्डर्स नदी शहर में दक्षिण से उत्तर की ओर बहती है, खाड़ी के पश्चिम में कुछ मील की दूरी पर फ्लोरिडा के दहाने में प्रवेश करती है। 16वीं शताब्दी में स्पेनिश द्वारा हवाना शहर की स्थापना की गई थी और इसकी रणनीतिक स्थिती होने के कारण यह अमेरिका की स्पेनिश विजय के लिए एक फ़ौजों की चौकी के रूप में कार्य करता था, जो खजाने को स्पेन भेजने वाले स्पेनिश जहानों के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु बन गया। स्पेन के राजा फिलिप द्वितीय ने 1592 में हवाना को शहर का खिताब दिया। पुराने शहर की रक्षा के लिए दीवारों और किलों का निर्माण किया गया था। 1898 में हवाना के बंदरगाह में अमेरिकी युद्धपोत मेन का डूबना स्पेनिश-अमेरिकी युद्ध का तत्कालिन कारण बना था। समकालीन हवाना को एक ही में स्थित तीन शहरों के रूप में वर्णित किया जा सकता है: ओल्ड हवाना, वेदडो और नए उपनगरीय जिलें। यह शहर क्यूबा सरकार का केंद्र है, और विभिन्न मंत्रालयों, व्यवसायों के मुख्यालय और 90 से अधिक राजनयिक कार्यालयों का घर है। वर्तमान महापौर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ क्यूबा (पीसीसी) के मार्टा हर्नैन्डेज़ हैं। 2009 में, शहर/प्रांत की देश में तीसरी सबसे ज्यादा आय थी। शहर सालाना दस लाख से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करता है; हवाना के लिए आधिकारिक जनगणना रिपोर्ट के अनुसार 2010 में शहर में 1,176,627 अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आए थे, जोकि 2005 से 20% में वृद्धि हुई थी। 1982 में, ओल्ड हवाना को यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया था। शहर अपने इतिहास, संस्कृति, वास्तुकला और स्मारकों के लिए भी जाना जाता है। क्यूबा के विशिष्ट होने के नाते, हवाना एक उष्णकटिबंधीय जलवायु का अनुभव करते हैं। मई 2015 में, हवाना को बेरूत, दोहा, डरबन, कुआलालंपुर, ला पास और विगान के साथ तथाकथित न्यू 7 वंडर्स शहरों में से एक के रूप में चुना गया था। .

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हैम्बर्ग

हैम्बर्ग हैमबुर्ग जर्मनी का एक प्रमुख नगर एवं बन्दरगाह है| एक समय यह हैमबूर्ग राज्य की राजधानी था। यहाँ की भूमि बड़ी उपजाऊ है। राई, जौ, गेहूँ तथा आलू की अच्छी फसलें होती हैं। हैमबूर्ग के अतिरिक्त बरगेडोर्फ (Bergedorf) और कुक्सहहैवन अन्य बड़े नगर हैं। हैमबूर्ग नगर समुद्र से १२० किमी अंदर एल्वे नदी की उत्तरी शाखा पर बर्लिन से २८५ किमी उत्तर पश्चिम में सपाट भूमि पर स्थित है। इस नगर में नहरों का जाल बिछा हुआ है। इसके बीच से ऐल्सटर नदी (Alster) भी बहती है जो इसे दो भागों में विभक्त करती है। छोटे भाग को बिनेन एल्सटर (Binnen alster) कहते हें। द्वितीय विश्वयुद्ध में बमबारी से इसे बहुत क्षति पहुँची थी परन्तु युद्ध के बाद नगर का पुर्ननिर्माण हो गया है। द्वितीय युद्ध के पहले यह कॉफी का बहुत बड़ा केंद्र था और यहाँ मुद्रा का भी विनिमय होता था। आजकल यहाँ से चीनी, कॉफी, ऊनी और सूती सामान, लोहे के सामान, तंबाकू, लोहे, अनाज और कॉफी के कच्चे माल मँगाए जाते हैं। जहाज निर्माण का अच्छा व्यवसाय होता है, जहाजों की मरम्मत भी होती है। यह बंदरगाह वर्ष भर खुला रहता है। यहाँ का विश्वविद्यालय सुप्रसिद्ध है। इसमें अनेक आधुनिक विषयों की पढ़ाई होती है। श्रेणी:जर्मनी के राज्य.

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हेग

हेग (Hague) या द हेग नीदरलैंड के पश्चिमी भाग में एम्सटर्डम के ३० मील दक्षिण पश्चिम में स्थित दक्षिणी हालैंड नामक प्रदेश की राजधानी है। यों तो एम्सटर्डम को राष्ट्रीय राजधानी होने का गौरव प्राप्त है फिर भी हेग की नीदरलैंड्स की वास्तविक राजधानी है क्योंकि संसद एवं राष्ट्राध्यक्ष का आवास यही है। यह यूरोप के सुंदर एवं आकर्षक नगरों में से एक है। १२४८ ई० में काउंट विलियम ने यहाँ आखेट के लिए एक किले का निर्माण कराया। इस किले के चारों ओर नगर का विकास हुआ है। किले की समीपवर्ती क्षेत्र को "विनेनहाफ" कहते हैं। यह नगर सुंदर भवनों एवं उद्यानों के लिए विख्यात है। रिडर जाल या "हाल ऑव नाइट्स" में प्रति वर्ष तीसरे मंगलवार को संसद का उद्घाटन करने महारानी पधारती हैं। यहाँ बहुत से संग्रहालय हैं जिनमें चित्रों एवं पांडुलिपियों का मीरमानी वेस्ट्रीनलेनम (Meermanno Westreenlanum) संग्रहालय महत्वपूर्ण है। ग्रोटेकेर्क एवं गोथिक गिरजाघर, ललितकला अकादमी, रायल पुस्तकालय एवं प्रासाद तथा पीस पैलेस दर्शनीय स्थल हैं। अमन महल (अंग्रेज़ी: Peace Palace) हेग में आलमी अदालत या अंतरराष्ट्रीय न्यायालय है। आधुनिक भवनों में शेल एवं के.

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जनसंख्या के अनुसार दक्षिण अमेरिकी देशों की सूची

श्रेणी:दक्षिण अमेरिका के देश.

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जम्मू (शहर)

जम्मू शहर जम्मू क्षेत्र का सबसे बड़ा शहर है और साथ ही भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू एवं कश्मीर की शीतकालीन राजधानी भी है। यह नगरमहापालिका वाला शहर तवी नदी के तट पर बसा है। नगर में ढेरों पुराने व नये मन्दिरों के बाहुल्य के कारण इसे मन्दिरों का शहर भी कहा जाता है। तेजी से फैलती शहरी आबादी एवं बढ़ते अवसंरचना के कारण ये शीतकालीन राजधानी राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। .

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जम्मू और कश्मीर

जम्मू और कश्मीर भारत के सबसे उत्तर में स्थित राज्य है। पाकिस्तान इसके उत्तरी इलाके ("पाक अधिकृत कश्मीर") या तथाकथित "आज़ाद कश्मीर" के हिस्सों पर क़ाबिज़ है, जबकि चीन ने अक्साई चिन पर कब्ज़ा किया हुआ है। भारत इन कब्ज़ों को अवैध मानता है जबकि पाकिस्तान भारतीय जम्मू और कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र मानता है। राज्य की आधिकारिक भाषा उर्दू है। जम्मू नगर जम्मू प्रांत का सबसे बड़ा नगर तथा जम्मू-कश्मीर राज्य की जाड़े की राजधानी है। वहीं कश्मीर में स्थित श्रीनगर गर्मी के मौसम में राज्य की राजधानी रहती है। जम्मू और कश्मीर में जम्मू (पूंछ सहित), कश्मीर, लद्दाख, बल्तिस्तान एवं गिलगित के क्षेत्र सम्मिलित हैं। इस राज्य का पाकिस्तान अधिकृत भाग को लेकर क्षेत्रफल 2,22,236 वर्ग कि॰मी॰ एवं उसे 1,38,124 वर्ग कि॰मी॰ है। यहाँ के निवासियों अधिकांश मुसलमान हैं, किंतु उनकी रहन-सहन, रीति-रिवाज एवं संस्कृति पर हिंदू धर्म की पर्याप्त छाप है। कश्मीर के सीमांत क्षेत्र पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सिंक्यांग तथा तिब्बत से मिले हुए हैं। कश्मीर भारत का महत्वपूर्ण राज्य है। .

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जय सिंह द्वितीय

सवाई जयसिंह या द्वितीय जयसिंह (०३ नवम्बर १६८८ - २१ सितम्बर १७४३) अठारहवीं सदी में भारत में राजस्थान प्रान्त के नगर/राज्य आमेर के कछवाहा वंश के सर्वाधिक प्रतापी शासक थे। सन १७२७ में आमेर से दक्षिण छः मील दूर एक बेहद सुन्दर, सुव्यवस्थित, सुविधापूर्ण और शिल्पशास्त्र के सिद्धांतों के आधार पर आकल्पित नया शहर 'सवाई जयनगर', जयपुर बसाने वाले नगर-नियोजक के बतौर उनकी ख्याति भारतीय-इतिहास में अमर है। काशी, दिल्ली, उज्जैन, मथुरा और जयपुर में, अतुलनीय और अपने समय की सर्वाधिक सटीक गणनाओं के लिए जानी गयी वेधशालाओं के निर्माता, सवाई जयसिह एक नीति-कुशल महाराजा और वीर सेनापति ही नहीं, जाने-माने खगोल वैज्ञानिक और विद्याव्यसनी विद्वान भी थे। उनका संस्कृत, मराठी, तुर्की, फ़ारसी, अरबी, आदि कई भाषाओं पर गंभीर अधिकार था। भारतीय ग्रंथों के अलावा गणित, रेखागणित, खगोल और ज्योतिष में उन्होंने अनेकानेक विदेशी ग्रंथों में वर्णित वैज्ञानिक पद्धतियों का विधिपूर्वक अध्ययन किया था और स्वयं परीक्षण के बाद, कुछ को अपनाया भी था। देश-विदेश से उन्होंने बड़े बड़े विद्वानों और खगोलशास्त्र के विषय-विशेषज्ञों को जयपुर बुलाया, सम्मानित किया और यहाँ सम्मान दे कर बसाया। .

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जयपुर

जयपुर जिसे गुलाबी नगर के नाम से भी जाना जाता है, भारत में राजस्थान राज्य की राजधानी है। आमेर के तौर पर यह जयपुर नाम से प्रसिद्ध प्राचीन रजवाड़े की भी राजधानी रहा है। इस शहर की स्थापना १७२८ में आमेर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने की थी। जयपुर अपनी समृद्ध भवन निर्माण-परंपरा, सरस-संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर तीन ओर से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है। जयपुर शहर की पहचान यहाँ के महलों और पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों से होती है जो यहाँ के स्थापत्य की खूबी है। १८७६ में तत्कालीन महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। तभी से शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा है। 2011 की जनगणना के अनुसार जयपुर भारत का दसवां सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है। राजा जयसिंह द्वितीय के नाम पर ही इस शहर का नाम जयपुर पड़ा। जयपुर भारत के टूरिस्ट सर्किट गोल्डन ट्रायंगल (India's Golden Triangle) का हिस्सा भी है। इस गोल्डन ट्रायंगल में दिल्ली,आगरा और जयपुर आते हैं भारत के मानचित्र में उनकी स्थिति अर्थात लोकेशन को देखने पर यह एक त्रिभुज (Triangle) का आकार लेते हैं। इस कारण इन्हें भारत का स्वर्णिम त्रिभुज इंडियन गोल्डन ट्रायंगल कहते हैं। भारत की राजधानी दिल्ली से जयपुर की दूरी 280 किलोमीटर है। शहर चारों ओर से दीवारों और परकोटों से घिरा हुआ है, जिसमें प्रवेश के लिए सात दरवाजे हैं। बाद में एक और द्वार भी बना जो 'न्यू गेट' कहलाया। पूरा शहर करीब छह भागों में बँटा है और यह १११ फुट (३४ मी.) चौड़ी सड़कों से विभाजित है। पाँच भाग मध्य प्रासाद भाग को पूर्वी, दक्षिणी एवं पश्चिमी ओर से घेरे हुए हैं और छठा भाग एकदम पूर्व में स्थित है। प्रासाद भाग में हवा महल परिसर, व्यवस्थित उद्यान एवं एक छोटी झील हैं। पुराने शह के उत्तर-पश्चिमी ओर पहाड़ी पर नाहरगढ़ दुर्ग शहर के मुकुट के समान दिखता है। इसके अलावा यहां मध्य भाग में ही सवाई जयसिंह द्वारा बनावायी गईं वेधशाला, जंतर मंतर, जयपुर भी हैं। जयपुर को आधुनिक शहरी योजनाकारों द्वारा सबसे नियोजित और व्यवस्थित शहरों में से गिना जाता है। देश के सबसे प्रतिभाशाली वास्तुकारों में इस शहर के वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य का नाम सम्मान से लिया जाता है। ब्रिटिश शासन के दौरान इस पर कछवाहा समुदाय के राजपूत शासकों का शासन था। १९वीं सदी में इस शहर का विस्तार शुरु हुआ तब इसकी जनसंख्या १,६०,००० थी जो अब बढ़ कर २००१ के आंकड़ों के अनुसार २३,३४,३१९ और २०१२ के बाद ३५ लाख हो चुकी है। यहाँ के मुख्य उद्योगों में धातु, संगमरमर, वस्त्र-छपाई, हस्त-कला, रत्न व आभूषण का आयात-निर्यात तथा पर्यटन-उद्योग आदि शामिल हैं। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। इस शहर के वास्तु के बारे में कहा जाता है कि शहर को सूत से नाप लीजिये, नाप-जोख में एक बाल के बराबर भी फ़र्क नहीं मिलेगा। .

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जयपुर जिला

- जयपुर (राजस्थानी: जैपर) जिसे गुलाबी नगर के नाम से भी जाना जाता है, भारत में राजस्थान राज्य की राजधानी है। आमेर के तौर पर यह जयपुर नाम से प्रसिद्ध प्राचीन रजवाड़े की भी राजधानी रहा है। इस शहर की स्थापना १७२८ में आंबेर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने की थी। जयपुर अपनी समृद्ध भवन निर्माण-परंपरा, सरस-संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर तीन ओर से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है। जयपुर शहर की पहचान यहाँ के महलों और पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों से होती है जो यहाँ के स्थापत्य की खूबी है। १८७६ में तत्कालीन महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। तभी से शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा है। शहर चारों ओर से दीवारों और परकोटों से घिरा हुआ है, जिसमें प्रवेश के लिए सात दरवाजे हैं। बाद में एक और द्वार भी बना जो न्यू गेट कहलाया। पूरा शहर करीब छह भागों में बँटा है और यह १११ फुट (३४ मी.) चौड़ी सड़कों से विभाजित है। पाँच भाग मध्य प्रासाद भाग को पूर्वी, दक्षिणी एवं पश्चिमी ओर से घेरे हुए हैं और छठा भाग एकदम पूर्व में स्थित है। प्रासाद भाग में हवा महल परिसर, व्यवस्थित उद्यान एवं एक छोटी झील हैं। पुराने शह के उत्तर-पश्चिमी ओर पहाड़ी पर नाहरगढ़ दुर्ग शहर के मुकुट के समान दिखता है। इसके अलावा यहां मध्य भाग में ही सवाई जयसिंह द्वारा बनावायी गईं वेधशाला, जंतर मंतर, जयपुर भी हैं। जयपुर को आधुनिक शहरी योजनाकारों द्वारा सबसे नियोजित और व्यवस्थित शहरों में से गिना जाता है। शहर के वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य का नाम आज भी प्रसिद्ध है। ब्रिटिश शासन के दौरान इस पर कछवाहा समुदाय के राजपूत शासकों का शासन था। १९वीं सदी में इस शहर का विस्तार शुरु हुआ तब इसकी जनसंख्या १,६०,००० थी जो अब बढ़ कर २००१ के आंकड़ों के अनुसार २३,३४,३१९ हो चुकी है। यहाँ के मुख्य उद्योगों में धातु, संगमरमर, वस्त्र-छपाई, हस्त-कला, रत्न व आभूषण का आयात-निर्यात तथा पर्यटन आदि शामिल हैं। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। इस शहर की वास्तु के बारे में कहा जाता है, कि शहर को सूत से नाप लीजिये, नाप-जोख में एक बाल के बराबर भी फ़र्क नही मिलेगा। .

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जर्मनी

कोई विवरण नहीं।

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जसदण

जसदण, गुजरात के राजकोट जिले का एक नगर है जो राजकोट-भानगढ़ मार्ग पर आकोट से ६ किमी उत्तर-पूर्व में स्थित है। यह जसदण राज्य की राजधानी था। श्रेणी:गुजरात के नगर.

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जातियो स्मृतीशोऊधो

जातियो स्मृतीशोऊधो या जातियो सृतीशोऊधो(জাতিয স্মৃতীসৌধ.) या राष्ट्रीय स्मृती स्मारक(या स्धारणतः राष्ट्रीय स्मारक) ढाका के सवर उपज़िले(या शाभार उपज़िल) में स्थित बांग्लादेश का राष्ट्रीय स्मारक है। बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की याद में निर्मित किये गए इस स्मृतीका को १९७१ के बांग्लदेश लिबरेशन वाॅर(बांग्लादेश स्वतंत्रता युद्ध) के शहीदों के समर्पण एवं वीरता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। राजकीय यात्रा पर बांगलादेश पधारने वाले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष एवं राजनेता, परंपरानुसार इसी स्मारक पर अपनी श्रद्धांजली अर्पित करते हैं। १५० फ़ीट ऊंचे इस स्मारक की रूपाकृती एवं मानचित्र को सईयद मोईनुल हुसैन ने तईयार किया था। यह राजधानी ढाका से पश्चिमोत्तर दिशा में क़रीब ३५ कलोमीटर की दूरी पर स्थित है। .

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जाफना

जाफना (तमिल: யாழ்ப்பாணம் Yalpanam, सिंहल: යාපනය Yāpanaya) श्री लंका के उत्तरी प्रान्त राजधानी है। यह जाफना जिले का मुख्यालय भी है। इसकी जनसंख्या 88,138 है तथा यह श्री लंका का वारहवाँ सबसे बड़ा नगर है। श्रेणी:श्रीलंका.

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जालना जिला

जालना भारतीय राज्य महाराष्ट्र का एक जिला है। जालना जिला जिले का मुख्यालय है। क्षेत्रफल - ७,६१२ वर्ग कि.मी.

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जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, दिल्ली

जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, भारत की राजधानी नयी दिल्ली में स्थित एक बहुउद्देशीय स्टेडियम है, जहां बड़े स्तर पर खेल स्पर्धायें और संगीत कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर स्थापित इस स्टेडियम का निर्माण सन १९८२ में नवम एशियाई खेलों के आयोजन के लिए करवाया गया था, साथ ही यह स्टेडियम ३ अक्टूबर से १४ अक्टूबर २०१०, तक होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी भी करेगा। इस स्टेडियम में भारतीय ओलंपिक संघ का मुख्यालय भी स्थित है। इस स्टेडियम में किसी खेल स्पर्धा के समय ६०,००० दर्शक बैठ सकते हैं, जबकि किसी संगीत कार्यक्रम के आयोजन के समय यह क्षमता बढकर १००,००० हो जाती है। .

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जेफर्सन सिटी

जेफर्सन नगर का एक दृष्य जेफर्सन नगर संयुक्त राज्य अमेरीका के, मिज़ूरि (Misouri) राज्य की राजधानी है, जो मिज़ूरि नदी के दक्षिणी किनारे पर 625 फुट की ऊँचाई पर, सेंट लुई शहर से 110 मील पश्चिम स्थित है। स्थिति: 38डिग्री 38' उo अक्षांश तथा 92o 15' पo देशान्तर। इसका नाम अमरीका के तृतीय राष्ट्रपति टामस जेफर्सन की स्मृति में रखा गया है। यहाँ तीन प्रमुख सड़कों, मिज़ुरि पैसिफिक रेल मार्ग तथा वायु यातायात की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। प्रदेश का यह राजनीतिक केंद्र होने के साथ ही व्यापार एवं उद्योग का भी बड़ा केंद्र है। यहाँ की प्रमुख उद्योग जूते, पोशाक, फर्निचर, ईटें, पुस्तकें तथा प्लास्टिक निर्माण के हैं। यहाँ अन्न, आटा, घी, दूध तथा तेल संबंधी व्यवसाय भी होते हैं। यहाँ का 'स्टेट कैपिटोल' संगमरमर निर्मित भव्य भवन है। यहाँ 'स्टेट ऑफिस बिल्डिंग', 'एक्ज़ेक्यूटिव मैंशन' 'स्टेट हाइ-वे कमीशन', 'मिज़ुरि सुप्रीम कोर्ट' तथा अन्य भव्य भवन हैं। 1886 ईo में नीग्रो जाति के लिये स्थापित यहाँ का लिंकन विश्वविद्यालय विख्यात है। यहाँ की 'ला लाइब्रेरी' में देश के कानून संबंधी ग्रंथों आदि का सर्वोत्तम संग्रह है। इसके साथ ही सार्वजनिक पुस्तकालय तथा 'कोल काउंटी हिस्टॉरिकल सोसाइटी' भी हैं। जेफर्सन नामक अन्य छोटे छोटे शहर आईओवा, विसकॉनसन, टेक्सैस आदि प्रदेशों में काउंटी केंद्रों के रूप में हैं। इसी नाम की एक छोटी नदी मॉर्न्टना प्रदेश में तथा एक पहाड़ ओरेगॉन प्रदेश में हैं। .

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जॉर्जटाउन, गयाना

जॉर्जटाउन गयाना की राजधानी है जो ४ क्षेत्रों में स्थित है और इसे देमेरारा-महैका क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है। यह देश का सबसे बड़ा नगरीय इलाका है। यह अटलांटिक महासागर तट पर डेमेरारा नदी के पास स्थित है जिसका उपनाम 'गार्डन सिटी ऑफ़ द कैरेबियन' भी है। जॉर्जटाउन पर स्थित है। श्रेणी:जॉर्जटाउन, गयाना.

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वल्लभीपुर

बल्लभीपुर प्राचीन भारत का एक नगर है, जो पाँचवीं से आठवीं शताब्दी तक मैत्रक वंश की राजधानी रहा। यह पश्चिमी भारत के सौराष्ट्र में और बाद में गुजरात राज्य, भावनगर के बंदरगाह के पश्चिमोत्तर में खम्भात की खाड़ी के मुहाने पर स्थित था। .

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वारसॉ

वारसॉ - Warszawa (या वारसा / Warsaw) पोलैंड का एक प्रांत है और पोलैंड की राजधानी है। .

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वित्तिय प्रबन्धक

वित्तिय प्रबन्धक अंगूठाकार संगठन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिये वित्तीय प्रबंधन कहते है। इस तरीके से पैसे की कुशल और प्रभावी प्रबंधन फंड के रूप में दर्शाया है। यह सीधे शीर्ष प्रबंधन से जुड़े विशेष समारोह है। इस समारोह का महत्व 'लाइन' में है, लेकिन यह भी एक कंपनी की समग्र में ' स्टाफ ' की हैसियत से नहीं देखा जाता है। इस क्षेत्र में विभिन्न विशेषज्ञों ने अलग ढंग से परिभाषित किया गया है। व्यक्तिगत वित्त या वित्तीय जीवन प्रबंधन के एक व्यक्ति के प्रबंधन रणनीति को दर्शाता है, जबकि अवधि आम तौर पर है, एक संगठन या कंपनी की वित्तीय रणनीति लागू होता है। यह राजधानी और कैसे पूंजी का आवंटन करने के लिए, यानी पूंजी बजट को बढ़ाने के लिए कैसे भी शामिल होते है। इतना ही नहीं लंबी अवधि के बजट के लिए भी है, लेकिन यह भी मौजूदा देनदारियों की तरह कम अवधि के संसाधनों के आवंटन के लिए है। यह भी शेयर धारकों का लाभांश की नीतियों के साथ संबंधित है।वित्तीय प्रबंधन, आयोजन निर्देशन और इस तरह की खरीद और उद्यम के धन के उपयोग के रूप में वित्तीय गतिविधियों को नियंत्रित करने की योजना बनाना है। यह उद्यम के वित्तीय संसाधनों के लिए सामान्य प्रबंधन सिद्धांतों को लागू करने का मतलब है।वित्तीय प्रबंधन वित्त समारोह के एक संबंधित पहलू है। वर्तमान व्यवसाय प्रशासन में वित्तीय प्रबंधन एक महत्वपूर्ण शाखा है। कोई भी वित्त निहितार्थ बिना बारे व्यापार गतिविधि पर सोचना होगा। वित्तीय प्रबंधन वित्तीय कार्यान्वयन के लिए सामान्य प्रबंधन के सिद्धांतों के गोद लेने में शामिल हैं। निम्नलिखित उपस्थित कार्यान्वयन और वित्तीय लेखांकन, लागत लेखांकन, बजट और खाता की मदद से भविष्य के घटनाक्रम को नियंत्रित कर सकते है। लाभ के इन फंडों की भविष्य की गतिविधियों की योजना बनाने का उपयोग करके धन के वित्तीय प्रबंधन को ऊयह निवेश के लिए और अधिक अवसर उपलब्ध है, जहां मार्गदर्शन के रूप में कार्य करता है। वित्तीय प्रबंधन उनके महत्व और पुनर्भुगतान क्षमता के आधार पर विभिन्न परियोजनाओं के संसाधनों के आवंटन के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोगी है। .

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विनिपेग

विनिपेग (Winnipeg) कनाडा के मैनिटोवा प्रांत की राजधानी एवं प्रमुख नगर है। यह प्रांत के पूर्वी भाग में ऐसिनिबाइन एवं रेड नदियों के संगम पर स्थित है। संयुक्त राज्य अमरीका की सीमा ९६ किमी.

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वियना विश्वविद्यालय

वियना विश्वविद्यालय वियना विश्वविद्यालय (जर्मन: Universität Wien) आस्ट्रिया की राजधानी वियना में स्थित एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना ड्यूक रुडॉल्फ चतुर्थ ने १३६५ ई. में की थी। यह जर्मनभाषी यूरोप की प्राचीनतम विश्वविद्यालय है। .

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विराटनगर (राजस्थान)

नेपाल के विराटनगर के लिये देखें, विराटनगर विराट नगर (बैराठ) राजस्थान प्रान्त के जयपुर जिले का एक शहर है। इसका पुराना नाम बैराठ है। विराट नगर राजस्थान में उत्तर में स्थित है। यह नगरी प्राचीन मत्स्य राज की राजधानी रही है। चारो और सुरम्य पर्वतों से घिरे प्राचीन मत्स्य देश की राजधानी रहे विराटनगर में पुरातात्विक अवशेषों की सम्पदा बिखरी पड़ी है या भूगर्भ में समायी हुई है। विराट नगर अरावली की पहाडियों के मध्य में बसा है। राजस्थान के जयपुर जिले में शाहपुरा के अलवर-जयपुर रोड के उत्तर-पूर्व की तरफ 25 किलोमीटर दूर विराट नगर कस्बा अपनी पौराणिक ऐतिहासिक विरासत को आज भी समेटे हुए हैं। विराटनगर नाम से प्राय: लोगों को भ्रम हो जाता है। विराटनगर नामक एक क़स्बा नेपाल की सीमा में भी है। किन्तु नेपाल का विराट नगर, महाभारत कालीन विराटनगर नहीं है। महाभारतकालीन गौरव में आराध्यदेव भगवान श्री केशवराय का मंदिर,जिसमे 3 ही कृष्ण एवम् 3 ही विष्णु की प्रतिमाये स्थित है। 64 खम्बे व108 टोड़ी है। ये केशवराय मंदिर विश्व दर्शन के लिए महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।इस सम्बन्ध विराटनगर पौराणिक, प्रगेतिहासिक, महाभारतकालीन तथा गुप्तकालीन ही नहीं मुगलकालीन महत्वपूर्ण घटनाओ को भी अपने में समेटे हुए, राजस्थान के जयपुर और अलवर जिले की सीमा पर स्थित है विराटनगर में पौराणिक शक्तिपीठ, गुहा चित्रों के अवशेष, बोद्ध माथों के भग्नावशेष, अशोक का शिला लेख और मुगलकालीन भवन विद्यमान है। अनेक जलाशय और कुंड इस क्षेत्र की शोभा बढा रहे हैं। प्राकर्तिक शोभा से प्रान्त परिपूर्ण है। विराटनगर के निकट सरिस्का राष्ट्रीय व्याघ्र अभ्यारण, भर्तृहरी का तपोवन, पाण्डुपोल नाल्देश्वर और सिलिसेढ़ जैसे रमणीय तथा दर्शनीय स्थल लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करते है। यहाँ के दर्शय दर्शनीय स्थलो में प्रसिद्ध श्रीकेश्वराय मंदिर नगर के मध्य आकर्षक का केंद्र है। जिसमे भगवान केशव एवम् विष्णु के साथ कोई देवी (शक्ति) नहीं है। भगवान केशव का जो रूप महाभारत में था। उसी स्वरूप में भगवन श्रीकृष्ण का मंदिर दर्शनीय है। जो विराटनगर पर्यटन नगरी में सुविख्यात है। .

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विल्नुस

विल्नुस विल्नुस (Vilnius) यूरोप का एक नगर है। यह लिथुआनिया की राजधानी तथा सबसे बड़ा नगर है। इसकी जनसंख्या ५२३००० है। विल्निस लिथुआनिया के दक्षिणी-पूर्वी भाग में विल्निया नदी और नेरिस नदी के संगम पर स्थित है। श्रेणी:लिथुआनिया श्रेणी:शहर.

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विवेकानन्द सेतु

विवेकानंद सेतु(বিবেকানন্দ সেতু) (पुराना नाम: विनिंग्डन ब्रिज, Willingdon Bridge;अन्य लोकप्रिय नाम: बाली पुल व बाली ब्रिज) पश्चिम बंगाल राज्य में हुगली नदी पर बनाया गया एक पुल है। यह पश्चिम बंगाल की राजधानी, महानगर कोलकाता को हुगली के दूसरे तट पर स्थित हावड़ा नगर से जोड़ती है। इस सेतु का निर्माण सन् १९३२ में, कोलकाता बंदरगाह को उसके पृष्ठ क्षेत्रों(बंदरगाह से सटे वह आंतराक इलाके जिनके आयात-निर्यात की आवश्यकता कोलकाता बंदरगाह पूरा करता है) को रेलमार्ग व सड़क मार्ग से जोड़ने के लिये, हुआ था। यह पुल 2887 फ़िट(880m) लम्बा इस्पात और ईंट से बना एक स्तम्भ-युक्त पुल(निर्माण शास्त्र में एक स्तम्भ-युक्त पुल) है। यह हावड़ा के बाली उपनगर को कोलकाता में दक्षिणेष्वर क्षेत्र से जोड़ता है।Nanji Bapa ni Nondh-pothi published in Gujarati in year 1999 from Vadodara.

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व्यिंचन

व्यिंचन (लाओ: ວຽງຈັນ, अंग्रेज़ी: Vientiane) दक्षिणपूर्वी एशिया के लाओस देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह देश के पश्चिमोत्तरी भाग में मीकोंग नदी के किनारे पर स्थित है जो इस स्थान पर लाओस की थाईलैण्ड के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा भी निर्धारित करती है। .

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वेलिंग्टन क्षेत्र

वेलिंग्टन क्षेत्र (Wellington Region) न्यूज़ीलैण्ड के उत्तर द्वीप के दक्षिणतम भाग में स्थित प्रशासनिक क्षेत्र है। इसका नाम वेलिंग्टन शहर पर रखा गया है जो न्यूज़ीलैण्ड का सबसे बड़ा नगर और देश की राजधानी है। .

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वॉशिंगटन, डी॰ सी॰

वाशिंगटन डी॰ सी॰ (अंग्रेजी: Washington D.C.) संयुक्त राज्य अमेरिका की राजधानी है। १६ जुलाई १७९० पर अमेरिकी कांग्रेस ने उसका सृजन अनुमोदित किया था। यह कोई अमेरिकी राज्य का हिस्सा नहीं है। यह शहर मेरीलैंड राज्य से बनाया गया था। पहले यूरोपीयन लोग वहाँ १७वीं शताब्दी में आ गए। वाशिंगटन पोटोमैक नदी पर स्थित है। .

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ख़ीवा

ख़ीवा के अन्दर इचान क़ला (इचान क़िला) की दीवारें खीवा(उज़बेक: Хива, अंग्रेज़ी: Khiva) मध्य एशिया के उज़बेकिस्तान देश के ख़ोरज़्म प्रान्त में स्थित एक ऐतिहासिक महत्व का शहर है। इस क्षेत्र में हजारों वर्षों से लोग बसते आये हैं लेकिन यह शहर तब मशहूर हुआ जब यह ख़्वारेज़्म और ख़ीवा ख़ानत की राजधानी बना।, Bradley Mayhew, pp.

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खेंट

खेंट (Ghent या Gant या Gent) लीज और शेल्ट (Lys and Sheldt) नदियों के मुहाने पर, ब्रुसेल्स से 31 मील उत्तर-पश्चिम में स्थित नगर (स्थिति: 510 4’ और 30 42’ पू. द.)। यह बेल्जियम के लैंडर्स राज्य की राजधानी है। इसकी स्थापना 600 ई. में इस प्रांत के प्रथम काउंट द्वारा हुई। धीरे धीरे प्रसिद्धि प्राप्त करता हुआ, यह नगर 1400 ई. में उन्नति के शिखर पर पहुँच गया। इस काल से लेकर 400 वर्ष तक खेंट का इतिहास हिंसा, विप्लव और निरंतर युद्ध का रहा है और इसी काल में स्पेन, फ्रांस और आस्ट्रिया के अधीन रहते हुए इसने अपनी आर्थिक और औद्योगिक प्रभुता खो दी; लेकिन 19वीं शताब्दी के प्रारंभ में यांत्रिक बुनाई द्वारा इसने पुन: अपनी औद्योगिक ख्याति प्राप्त कर ली। 1812 ई. में ब्रिटेन और नीदरलैंड के बीच खेंट की संधि हुई। काउंट्स का किला, गोथिज गिरजाघर, टाउनहाल तथा संत बाओ को बड़ा गिरजाघर प्राचीन वास्तुकला के स्मारक हैं। यह लिनेन और सूती वस्र के लिए संसार प्रसिद्ध है। बेल्जियम का दो तिहाई लिनेन यहाँ बुना जाता है। यह फूलों के लिए भी विख्यात है। यहाँ विश्वविद्यालय, संग्रहालय, कृषि संस्थान, रायल कंजर्वेटरी और रायल एकेडमी ऑव फाइन आर्टस्‌ हैं। .

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गणभवन

गणभवन(গণভবন, उच्चारण:गाॅनोभाॅबोन), बांग्लादेशकी राजधानी ढाका में जातीय संसद भवन के निकट स्थित एक भवन है। यह बांग्लादेश के प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास है। यह ढाका के शेर-ए-बांगला नगर क्षेत्र में, संसद भवन के उत्तरी कोने पर स्थित है। .

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गाँधीनगर

गाँधीनगर भारत के गुजरात प्रान्त की राजधानी है। यह भारत का दूसरा ऐसा शहर है जीसे पूरी तरह आयोजन से बसाया गया हे। इसे 'हरित नगर' (ग्रीन सीटी) कहा जाता है। सचिवालय और मंत्रियों के निवास भी यहाँ पर हैं। महात्मा गाँधी की याद में इस शहर का नाम 'गांधीनगर' रखा गया है। यहाँ के अधिकांश लोग सरकारी एवं प्राइवेट नौकरी करते हैं। यहाँ के लोग काफी शांत हैं। गांधीनगर अहमदाबाद शहर से 35 किलोमीटर पूर्वोत्तर में साबरमती नदी के दाएँ तट पर स्थित है। साबरमती नदी के पश्चिमी तट पर स्थित गुजरात की राजधानी गांधीनगर का नाम राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के नाम पर रखा गया है। 649 वर्ग किलोमीटर में फैले गांधीनगर को चंडीगढ़ के बाद भारत का दूसरा नियोजित शहर माना जाता है। चंडीगढ़ को डिज़ाइन करने वाले फ्रेंच वास्तुशिल्प ली कोरबुसियन ने इस शहर को भी डिज़ाइन किया था। .

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गान्तोक

गंगटोक या स्थानीय नाम गान्तोक (अंग्रेजी: Gangtok) भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य सिक्किम की राजधानी है। एक बहुत आकर्षक शहर है जो रानीपूल नदी के पश्चिम ओर बसा है। कंचनजंघा शिखर की संपूर्ण शृंखला की सुंदर दृश्यावली यहां से दिखाई देती है। गंगटोक के प्राचीन मंदिर, महल और मठ आपको सपनों की दुनिया की सैर कराएंगे। .

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गिरिव्रज

गिरिव्रज महाभारतकाल और बिंबिसार तक के परवर्ती काल की मगध की राजधानी थी। समझा जाता है कि यह आधुनिक राजगिर से दस किलोमीटर पूर्व और गया से प्राय: ५० किमी पूर्व-उत्तर पंचना नदी के तीर स्थित था। बार्हद्रथ राजकुल की राजधानी होने के कारण महाभारत के अनुसार इसका दूसरा नाम 'बार्हद्रथपुर' था। महाभारत ने गिरिब्रज और बार्हद्रथ के अतिरिक्त उसका एक तीसरा नाम 'मागधपुर' दिया है। 'महावग्ग' में उसी को 'गिरिब्बज' कहा गया है। रामायण में गिरिव्रज को 'वसुमति' नाम से अभिहित किया गया है और बौद्धग्रथों में कहीं कहीं उसका नाम 'कुशाग्रपुरी' भी मिलता है। गिरिव्रज, जैसा नाम से ही प्रकट है, पहाड़ों से घिरा था और वैहार, वराल (विपुल), वृषभ, ऋषिगिरि और सोमगिरि की पाँच पहाड़ियों के परकोटे से सुरक्षित था। बाद में हर्यक कुल के राजा बिंबिसार ने गिरिव्रज को छोड़ नगर के बाहर अपने राजप्रासाद बनवाए जिससे गिरिव्रज उजड़ गया और मगध की नई राजधानी बिंबिसार के प्रासाद के चतुर्दिक् बसी जो राजगृह कहलाई। राजगृह का परकोटा अब भी राजगिर की पहाड़ियों पर खड़ा है। श्रेणी:भारत के प्राचीन नगर श्रेणी:प्राचीन भारत का इतिहास.

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गंगाधरपुर

गंगाधरपुर (बांग्ला: গঙ্গাধরপুর) पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का एक शहर है। यह पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से ३० किलोमीटर दूरी पर स्थित है। .

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गुरुग्राम

गुरुग्राम (पूर्व नाम: गुड़गाँव), हरियाणा का एक नगर है जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से सटा हुआ है। यह दिल्ली से ३२ किमी.

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ग्रैंड ट्रंक रोड

ग्रैंड ट्रंक रोड, दक्षिण एशिया के सबसे पुराने एवं सबसे लम्बे मार्गों में से एक है। दो सदियों से अधिक काल के लिए इस मार्ग ने भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी एवं पश्चिमी भागों को जोड़ा है। यह हावड़ा के पश्चिम में स्थित बांगलादेश के चटगाँव से प्रारंभ होता है और लाहौर (पाकिस्तान) से होते हुए अफ़ग़ानिस्तान में काबुल तक जाता है। पुराने समय में इसे, उत्तरपथ,शाह राह-ए-आजम,सड़क-ए-आजम और बादशाही सड़क के नामों से भी जाना जाता था। यह मार्ग, मौर्य साम्राज्य के दौरान अस्तित्व में था और इसका फैलाव गंगा के मुँह से होकर साम्राज्य के उत्तर-पश्चिमी सीमा तक हुआ करता था। आधुनिक सड़क की पूर्ववर्ती का पुनःनिर्माण शेर शाह सूरी द्वारा किया गया था। सड़क का काफी हिस्सा १८३३-१८६० के बीच ब्रिटिशों द्वारा उन्नत बनाया गया था। .

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गैरसैंण

गैरसैंण भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चमोली जिले में स्थित एक शहर है। यह समूचे उत्तराखण्ड राज्य के मध्य में होने के कारण उत्तराखण्ड राज्य की पूर्व-निर्धारित व प्रस्तावित स्थाई राजधानी के नाम से बहुविदित है। .

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ऑटो एक्सपो

ऑटो एक्सपो २००८, प्रगति मैदान दिल्ली में भारतीय वाहन उद्योग का सबसे बड़ा आयोजन ऑटो एक्सपो (वाहन प्रदर्शनी) भारत की राजधानी दिल्ली में हर दो साल में आयोजित होने वाला एक व्यापार मेला हैं। इसका आयोजन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में होंता है। शंघाई मोटर शो के बाद यह एशिया का दूसरा सबसे बड़ा वाहन व्यापार मेला है। मेले का आयोजन ऑटोमोटिव कम्पोनेण्ट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एक्मा), भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माता संघ (सियाम) और कॉन्फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) मिल कर करते हैं। १९८६ से लेकर अब तक ११ ऑटो एक्सपो भारत की राजधानी में आयोजित किये जा चुके हैं। पहली बार १२वाँ ऑटो एक्सपो का आयोजन नई दिल्ली के बजाय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के औद्योगिक नगर ग्रेटर नोएडा में किया गया। .

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ऑस्टिन, टेक्सास

ऑस्टिन अमरीका के टेक्सास प्रान्त का शहर है। यह इस प्रान्त की राजधानी भी है। .

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ओविएदो

ओविएदो उत्तरी स्पेन में आस्तुरियास सूबे की राजधानी है। जिस नगरपालिका में यह शहर मौजूद है उसका नाम भी ओविएदो है। शहर का नाम एक धार्मिक स्मारक ओविएदो का सुदारिम के नाम पर रखा गया, जिसका 9वीं सदी से बहुत आदर किया जाता है। इसके सभ से नजदीक खीखोन शहर है जो इससे 20 किलोमीटर पर स्थित है। समुन्द्र के नजदीक होने के कारण इसका मौसम समुंदरी तट के ऊपर स्थित शहरों की तरह ही है, चाहे कि यह तट ऊपर स्थित नहीं है। .

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आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन

आनंद विहार रेलवे स्टेशन, स्‍टेशन कोड ANVT, जो की बड़ा रेलवे स्टेशन है, भारत की राजधानी दिल्ली का जिला पूर्वी दिल्ली में स्थित है। यह दिल्ली प्रभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है। और इसके पास में दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर स्थित आनंद विहार मेट्रो स्टेशन तथा 'विवेकानन्द बस टर्मिनल' भी है। यहाँ पर पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध है।     इस स्‍टेशन का औपचारिक उद्घाटन केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी, और दिल्ली की पूर्व मुख्मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित ने 19 दिसम्बर, 2009 को किया था। 42 हेक्‍टर में फैला यह टर्मिनल सबसे बड़े रेलवे स्‍टेशनों में से एक है। .

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आर्दबील

ईरान के जिले आर्दबील (Persian: اردبیل; Azeri: اردبيل; या आर्देबील पुराणा नां आर्ताविल) उत्तर-पश्चिम ईरान का एक नगर है। २००६ की जनगणना के अनुसार यहाँ की कुल जनसंख्या ४१८,२६२ है। यह आर्दबील प्रांत का राजधानी हैं।.

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आसंदीवंत

आसंदीवंत, उत्तर वैदिककाल का एक प्रसिद्ध नगर जो पश्चात्कालीन कुरुओं की राजधानी था। प्रधान और प्रथम कुरुराज परीक्षित का उल्लेख अथर्ववेद में अत्यंत श्लाघनीय रूप में हुआ है। परीक्षित की राजधानी आसंदीवंत बताया गया है। इस संबंध में विद्वानों का मतैक्य नहीं है कि पहली राजधानी आसंदीवंत था या हस्तिनापुर। एक परंपरा के अनुसार कुरुओं की राजधानी पहले आसंदीवंत होना चाहिए। कुरु और पंचाल दो निकटवर्ती क्षत्रिय शाखाएँ थीं जिनमें से पंचाल गंगा-यमुना के द्वाब में रहते थे और उनकी राजधानी कांपिल्य या कंपिला थी। श्रेणी:भारत का प्राचीन इतिहास श्रेणी:पौराणिक स्थान.

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इम्फाल

इंफाल भारत के मणिपुर प्रान्त की राजधानी है। .

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इलिनॉय

thumbnail इलिनाय (Illinois) अमरीका का एक राज्य है। इसकी राजधानी स्प्रिंगफील्ड है। इस राज्य में शिकागो सबसे बड़ा शहर है। इसे 1818 में राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ। यह 6वां सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य और भूमि क्षेत्र के मामले में 25वां सबसे बड़ा राज्य है। इलिनोइस का एक विविध आर्थिक आधार है और यह एक प्रमुख परिवहन केंद्र है। शिकागो का बंदरगाह विशाल झीलों के माध्यम से राज्य को अन्य वैश्विक बंदरगाहों से जोड़ता है। दशकों से ओ'हारे अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा को दुनिया के सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक के रूप में गिना जाता है। सबसे पहले 17वीं और 18वीं शताब्दी में यूरोपीय जनसंख्या राज्य के पश्चिम में मिसिसिपी नदी पर बसी, जो कि फ्रांसीसी कनाडाई उपनिवेशवादी थे। अमेरिकी क्रन्तिकारी युद्ध के पश्चात् संयुक्त राज्य की स्थापना हुई और अमेरिकी आबादकार 1810 के दशक में एपलाशियन पर्वतमाला को पार करके बसना शुरू हुए। शिकागो की 1830 के दशक में शिकागो नदी के तट पर स्थापना की गई जो कि दक्षिणी मिशिगन झील पर चुनिंदा प्राकृतिक बंदरगाहों में से एक है। जॉन डेयर के नए प्रकार के स्टील के हल के आविष्कार ने इलिनोइस के समृद्ध प्रेरी को दुनिया के सबसे अधिक उत्पादक पूर्ण और मूल्यवान खेतों में बदल दिया, जिसने जर्मनी और स्वीडन के नए आप्रवासी किसानों को आकर्षित किया। इलिनोइस में रहने के दौरान तीन अमेरिकी राष्ट्रपतियों का निर्वाचिन हुआ है: अब्राहम लिंकन, युलीसेस सिंपसन ग्रांट, और बराक ओबामा। इसके अतिरिक्त रोनाल्ड रीगन, जिनका राजनीतिक कैरियर कैलिफोर्निया में स्थित था, इलिनोइस में पैदा और पले-बढ़े हुए एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति है। अब इलिनोइस ने लिंकन को अपने आधिकारिक नारे, लैंड ऑफ़ लिंकन के साथ सम्मानित किया है जो कि 1954 से उसके लाइसेंस प्लेटों पर प्रदर्शित किया जा रहा है। .

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इंडियन ओशॅन (बैंड)

इंडियन ओशॅन, भारत की राजधानी दिल्ली, का एक समकालिक फ्यूजन संगीत बैंड है। कुछ संगीत आलोचक इनके संगीत को जैज़ और भारतीय रॉक संगीत का मिश्रण मानते हैं जिसमे श्लोक, सूफीवाद, पर्यावरणवाद, पुराण और क्रांति समाहित हैं। .

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इक्ष्वाकु

इक्ष्वाकु, प्राचीन भारत के इक्ष्वाकु वंश के प्रथम राजा थे। 'इक्ष्वाकु' शब्द 'इक्षु' से व्युत्पन्न है, जिसका अर्थ ईख होता है। पौराणिक परंपरा के अनुसार इक्ष्वाकु, विवस्वान् (सूर्य) के पुत्र वैवस्वत मनु के पुत्र थे। पौराणिक कथा इक्ष्वाकु को अमैथुनी सृष्टि द्वारा मनु की छींक से उत्पन्न बताती है। वे सूर्यवंशी राजाओं में पहले माने जाते हैं। उनकी राजधानी कोसल (अयोध्या) थी। उनके १०० पुत्र बताए जाते हैं जिनमें ज्येष्ठ विकुक्षि था। इक्ष्वाकु के एक दूसरे पुत्र निमि ने मिथिला राजकुल स्थापित किया। साधारणत: बहुवचनांतक इक्ष्वाकुओं का तात्पर्य इक्ष्वाकु से उत्पन्न सूर्यवंशी राजाओं से होता है, परंतु प्राचीन साहित्य में उससे एक इक्ष्वाकु जाति का भी बोध होता है। इक्ष्वाकु का नाम, केवल एक बार, ऋग्वेद में भी प्रयुक्त हुआ है जिसे मैक्समूलर ने राजा की नहीं, बल्कि जातिवाचक संज्ञा माना है। इक्ष्वाकुओं की जाति जनपद में उत्तरी भागीरथी की घाटी में संभवत: कभी बसी थी। कुछ विद्वानों के मत से उत्तर पश्चिम के जनपदों में भी उनका संबंध था। सूर्यवंश की शुद्ध अशुद्ध सभी प्रकार की वंशावलियाँ देश के अनेक राजकुलों में प्रचलित हैं। उनमें वैयक्तिक राजाओं के नाम अथवा स्थान में चाहे जितने भेद हों, उनका आदि राजा इक्ष्वाकु ही है। इससे कुछ अजब नहीं, जो वह सुदूर पूर्वकाल में कोई ऐतिहासिक व्यक्ति रहे हों। .

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कर्णसुवर्ण

कर्णसुवर्ण (बांग्ला: কর্ণসুবর্ণ), प्राचीन बंगाल के प्रथम महान शासक शशांक की राजधानी थी। श्रेणी:ऐतिहासिक नगर.

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करौली

करौली राजस्‍थान का ऐतिहासिक नगर है। यह करौली जिला का मुख्यालय है। इसकी स्‍थापना 955 ई. के आसपास राजा विजय पाल ने की थी जिनके बारे में कहा जाता है कि वे भगवान कृष्‍ण के वंशज थे। 1818 में करौली राजपूताना एजेंसी का हिस्‍सा बना। 1947 में भारत की आजादी के बाद यहां के शासक महाराज गणेश पाल देव ने भारत का हिस्‍सा बनने का निश्‍चय किया। 7 अप्रैल 1949 में करौली भारत में शामिल हुआ और राजस्‍थान राज्‍य का हिस्‍सा बना।करौली का सिटी पेलेस राजस्‍थान के प्रमुख पर्यटक स्‍थलों में से एक है। मदन मोहन जी का मंदिर देश-विदेश में बसे श्रृद्धालुओं के बीच बहुत लोकप्रिय है। अपने ऐतिहासिक किलों और मंदिरों के लिए मशहूर करौली दर्शनीय स्‍थल है। .

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कलात ख़ानत

कलात ख़ानत (बलोच: خانیت قلات, अंग्रेज़ी: Khanate of Kalat) ब्रिटिश राज के काल में एक रियासत थी जो सन् १६६६ से १४ अक्तूबर १९५५ तक अस्तित्व में रही। भारत व पाकिस्तान की स्वतंत्रता के बाद यह अगस्त १९४७ से लेकर मार्च १९४८ तक एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में था, जिसके बाद इसका पाकिस्तान में विलय कर दिया गया। कलात शहर इस राज्य की राजधानी थी। इसके शासक की उपाधि ख़ान थी इसलिये इस रियासत को औपचारिक रूप से ख़ानत कहा जाता था।"Baluchistan" Imperial Gazetteer of India Vol.

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क़ेज़ॉन सिटी

क़ेज़ॉन सिटी या क़ेज़ॉन शहर फ़िलीपीन्स देश का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। इसकी स्थापना और नामकरण फ़िलीपीन्स के दूसरे राष्ट्रपति मैनुएल एल० क़ेज़ॉन ने की, ताकि मनीला को राष्ट्रीय राजधानी के रूप प्रतिस्थापित किया जा सकें। अंततः शहर 1948 से 1976 तक फ़िलीपीन्स की राजधानी बन गया। .

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काठमाण्डु

काठमांडू (नेपालभाषा:येँ देय्, प्राचीन नेपालभाषा:ञे देय्, संस्कृत:कान्तिपुर नगर, नेपाली:काठमाडौँ), नेपाल की राजधानी है। यह नगर, समुद्रतल से 1300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं, और 50.8 वर्ग किमी में फैला हुआ हैं। काठमांडू नेपाल का सबसे बड़ा शहर है, जहां पर्यटक का सबसे ज्यादा आगमन होता हैं। चार ओर से पहाड़ियों से घिरा काठमांडू उपत्यका के पश्चिमी क्षेत्र में अवस्थित यह नगर, यूनेस्को की विश्‍व धरोहरों में शामिल हैं। यहाँ की रंगीन संस्कृति और परंपराओं के अलावा विशिष्ट शैली में बने शानदार घर सैलानियों को आकर्षिक करते हैं। यहाँ के विश्वप्रसिद्ध मंदिर, पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखते हैं। साथ ही यहां के प्राचीन बाजारों की रौनक भी देखते ही बनती है। .

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कातालोनिया

कातालोन्या (या कॅटालोनिया) स्पेन के 17 स्वायत्त समुदायों में से एक है। स्वायत्त समुदाय स्पेन का सबसे उच्च-स्तरीय प्रशासनिक विभाग होता है। कातालोन्या देश के उत्तर-पूर्व में स्थित है व उत्तर में इसकी सीमा फ्रांस और अण्डोरा से छूती है। पूर्व में इसके भूमध्य सागर, पश्चिम में आरागोन और दक्षिण में वैलेंसियाई समुदाय है। इसकी राजधानी और सबसे बड़ा नगर बार्सिलोना है, जो स्पेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर व यूरोप के सबसे बड़े महानगरीय क्षेत्रों में से एक है। इसकी आधिकारिक भाषाओं में स्पेनी, कैटलन और ऑक्सिटन की उपभाषा आरानेस शामिल हैं। .

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काराकास

काराकास वेनेज़ुएला की राजधानी है। श्रेणी:वेनेज़ुएला श्रेणी:दक्षिण अमेरिका में राजधानियाँ.

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कारवार

कारवार (कारवार, कन्नड़: ಕಾರವಾರ) उत्तर कन्नड़ जिले का प्रशासनिक केन्द्र है और कर्नाटक राज्य में स्थित है। यह एक सागर तटीय क्षेत्र है और भारतीय प्रायद्वीप के पश्चिमी ओर गिरने वाली काली नदी के किनारे स्थित है। यह कस्बा कर्नाटक-गोवा सीमा से १५ मि.मी.

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कांस्टैंटाइन, अल्जीरिया

कांस्टैंटाइन (Constantine) अल्जीरिया में अपने नाम के विभाग (प्रदेश) की, जिसका क्षेत्रफल 19,899 वर्ग कि.मी., राजधानी है। प्राचीन काल में इसकी 'किर्ता' नाम विख्यात था। यह अल्जीरिया से 200 मील पूर्व-दक्षिण-पूर्व दिशा में एक चट्टानी प्रायद्वीप पर, जिसकी ऊँचाई समुद्र की सतह से 2,162 फुट है, स्थित है। अरबवासियों द्वारा बनवाई गई पत्थर की पक्की दीवार से यह शहर चारों तरफ से घिरा हुआ है। रोमन लोगों ने इसमें कालांतर में चार अत्यंत सुंदर प्रवेशद्वारों का निर्माण कराया। सन्‌ 1830-36 ई. में एक सुप्रसिद्ध महल का निर्माण कराया गया, जिसमें, अल्जीरिया के स्वतंत्र होने से पहले, फ्रेंच राज्यपाल का निवास था। नगर ऊनी तथा चमड़े के उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है। नगर की स्थापना फिनीशियन जाति के लोगों द्वारा हुई। राजनैतिक उथल पुथल होते रहने के कारण यह नगर संतोषजनक उन्नति नहीं कर सका। सन्‌ 313 ई. में कांस्टैंटाइन प्रथम ने इसको अपने नाम पर फिर से बसाया। यहाँ अरब, तुर्क तथा मूर वासियों में उस समय तक युद्ध होते रहे जब तक पूर्ण रूप से यह फ्रेंच वासियों के अधिकार में (सन्‌ 1837 ई.) नहीं आ गया। सन्‌ 1942 में द्वितीय महायुद्ध के समय इसपर संयुक्त राज्य, अमरीका का आधिपत्य हो गया था। .

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किंग्स्टन, नॉर्फ़ोक द्वीप

किंग्स्टन, ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण प्रशांत क्षेत्र, नॉरफ़ॉक द्वीप की राजधानी है। द्वीप के उपशाही, विधायी, प्रशासनिक और न्यायिक सभी कार्यालय किंग्स्टन में ही स्थित हैं। यह शहर ऑस्ट्रेलिया का दूसरा सबसे पुराना शहर है और पूरे ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र में इसका विशेष ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है। .

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कुम्भलगढ़ दुर्ग

कुम्भलगढ़ दुर्ग का विशालकाय द्वार; इसे '''राम पोल''' कहा जाता है। कुम्भलगढ़ का दुर्ग राजस्थान ही नहीं भारत के सभी दुर्गों में विशिष्ठ स्थान रखता है। उदयपुर से ७० किमी दूर समुद्र तल से १,०८७ मीटर ऊँचा और ३० किमी व्यास में फैला यह दुर्ग मेवाड़ के यशश्वी महाराणा कुम्भा की सूझबूझ व प्रतिभा का अनुपम स्मारक है। इस दुर्ग का निर्माण सम्राट अशोक के द्वितीय पुत्र संप्रति के बनाये दुर्ग के अवशेषों पर १४४३ से शुरू होकर १५ वर्षों बाद १४५८ में पूरा हुआ था। दुर्ग का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर महाराणा कुम्भा ने सिक्के डलवाये जिन पर दुर्ग और उसका नाम अंकित था। वास्तुशास्त्र के नियमानुसार बने इस दुर्ग में प्रवेश द्वार, प्राचीर, जलाशय, बाहर जाने के लिए संकटकालीन द्वार, महल, मंदिर, आवासीय इमारतें, यज्ञ वेदी, स्तम्भ, छत्रियां आदि बने है। बादल महल .

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कुवैत नगर

कुवैत सिटी (अरबी: مدينة الكويت, लिप्यांतरण: मदीनत-अल-कुवैत) कुवैत की राजधानी होने के साथ-साथ यहां का सबसे बड़ा शहर भी है। इसे कुवैत का हृदय भी कहा जाता है। इसी शहर में संसद भवन तथा अधिकांश सरकारी ऑफिस हैं। देश की राजनीतिक राजधानी होने के साथ-साथ इसे देश की सांस्‍कृतिक और आर्थिक राजधानी भी माना जाता है। इसकी अनुमानित जनसँख्या नगरीय सीमा में ६३,६०० (२००६) है और महानगरीय क्षेत्र में २३.८ लाख। नगर का क्षेत्रफल २०० वर्ग किलोमीटर है। यह नगर फ़ारस की खाड़ी के तट पर स्थित है और कुवैत की संसद (मजलिस अल-उम्मा), अधिकांश सरकारी कार्यालय, कुवैत की बहुत सी बड़ी कंपनियों और निकायों के मुख्यालय यहाँ स्थित हैं। निर्विवाद रूप से ये कुवैत का राजनैतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र है। इसके साथ ही यह अरब जगत का एक महत्‍वपूर्ण पर्यटन स्‍थल भी है। लिबरेशन टॉवर, कुवैत टॉवर, नेशनल म्‍यूजियम, फैलाका द्वीप, इंटरटेनमेंट सिटी, साइंस एंड नेचुरल हिस्‍ट्री म्‍यूजियम, लिबरेशन स्‍मारक, साइंटिफिक सेंटर, तारिक रजाब म्‍यूजियम, बयात अल- बदीर, जूलॉजिकल पार्क, संगीतमय फव्‍वारा आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्‍थल हैं। .

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कुकरैल संरक्षित वन

कुकरैल संरक्षित वन, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित एक मगरमच्छ, घड़ियाल और कछुयों का अभयारण्य है। यह इंदिरा नगर, लखनऊ के, रिंग रोड पर स्थित है। कुकरैल संरक्षित वन की स्थापना 1978 में उत्तर प्रदेश वन विभाग और भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के सहयोग से की गई थी। इस केंद्र की स्थापना के विचार 1975 में संयुक्त राष्ट्र संघ के संस्थान प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण हेतु अंतर्राष्ट्रीय संघ की उस रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें कहा गया था कि उत्तर प्रदेश की नदियों में मात्र 300 मगरमच्छ ही जीवित बचे हैं। मगरमच्छों के संरक्षण के लिए कुकरैल संरक्षित वन को विकसित किया गया है। आजकल यह एक पिकनिक स्थल के रूप में लोकप्रिय हो रहा है। .

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क्योटो

क्योतो जापान के यमाशिरों प्रांत में स्थित नगर है। क्वामू शासन काल में इसे 'हे यान जो' अर्थात् 'शांति का नगर' की संज्ञा दी गई थी। ११वीं शताब्दी तक क्योतो जापान की राजधानी था और आज भी पश्चिमी प्रदेश की राजधानी है। १८९० ई. में इस नगर को बीवा झील सें लगभग ७ मील लंबी नहर द्वारा संबंधित कर दिया गया। विशाल मंदिरों, भव्य प्रासादों और कलात्मक भवनों के लिए क्योतो संपूर्ण जापान में प्रसिद्ध है। यहाँ रेशम के कपड़े, चीनी मिट्टी के बर्तन, कसीदाकारी, रंगनिर्माण, पंखा, खिलौना और अन्य प्रकार के धातु के बर्तनों का उद्योग अधिक विकसित है। यह जापान में बौद्ध धर्म का सबसे बड़ा केंद्र है। यहाँ एक विश्वविद्यालय तथा एक कलाकेंद्र हैं। क्योतो नगर का बिहंगम दृष्य .

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कोटा

कोटा राजस्थान का एक प्रमुख औद्योगिक एवं शैक्षणिक शहर है। यह चम्बल नदी के तट पर बसा हुआ है। कोटा राजधानी जयपुर से सडक एवं रेलमार्ग से लगभग २४० किलोमीटर की दूरी पर है। यह नगर जयपुर-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग १२ पर स्थित है। दक्षिण राजस्थान में चंबल नदी के पूर्वी किनारे पर स्थित कोटा उन शहरों में है जहां औद्योगीकरण बड़े पैमाने पर हुआ है। कोटा अनेक किलों, महलों, संग्रहालयों, मंदिरों और बगीचों के लिए लोकप्रिय है। यह शहर नवीनता और प्राचीनता का अनूठा मिश्रण है। जहां एक तरफ शहर के स्मारक प्राचीनता का बोध कराते हैं वहीं चंबल नदी पर बना हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्लान्ट और न्यूक्लियर पावर प्लान्ट आधुनिकता का एहसास कराता है। .

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कोलंबो

कोलंबो, श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर तथा राजधानी है। यह शहर नए तथा औपनिवेशिक इमारतों का सुन्दर सम्मिश्रण है। कोलंबो का इतिहास दो हजार साल से भी पुराना है। कोलंबो नाम के पीछे कई कहानियां प्रचलित है। एक कहानी के अनुसार कोलंबो नाम का उच्‍चारण सर्वप्रथम पुर्तगालियों ने 1505 ई. में किया था। दूसरी कहानी के अनुसार यह नाम सिंहली शब्‍द 'कोला-अम्‍बा-थोता' से आया। सिंहली भाषा में इस शब्‍द का अर्थ 'आम के वृक्षों वाला बंदरगाह' है। एक अन्‍य कहानी के अनुसार यह शब्‍द कोलोन-थोता से आया, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है 'केलानी नदी पर स्थित बंदरगाह'। यहां घूमने लायक कई जगह है। गाले फेस ग्रीन, विहारमहादेवी पार्क और राष्‍ट्रीय संग्रहालय आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्‍थल हैं। .

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कोलकाता

बंगाल की खाड़ी के शीर्ष तट से १८० किलोमीटर दूर हुगली नदी के बायें किनारे पर स्थित कोलकाता (बंगाली: কলকাতা, पूर्व नाम: कलकत्ता) पश्चिम बंगाल की राजधानी है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर तथा पाँचवा सबसे बड़ा बन्दरगाह है। यहाँ की जनसंख्या २ करोड २९ लाख है। इस शहर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इसके आधुनिक स्वरूप का विकास अंग्रेजो एवं फ्रांस के उपनिवेशवाद के इतिहास से जुड़ा है। आज का कोलकाता आधुनिक भारत के इतिहास की कई गाथाएँ अपने आप में समेटे हुए है। शहर को जहाँ भारत के शैक्षिक एवं सांस्कृतिक परिवर्तनों के प्रारम्भिक केन्द्र बिन्दु के रूप में पहचान मिली है वहीं दूसरी ओर इसे भारत में साम्यवाद आंदोलन के गढ़ के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। महलों के इस शहर को 'सिटी ऑफ़ जॉय' के नाम से भी जाना जाता है। अपनी उत्तम अवस्थिति के कारण कोलकाता को 'पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार' भी कहा जाता है। यह रेलमार्गों, वायुमार्गों तथा सड़क मार्गों द्वारा देश के विभिन्न भागों से जुड़ा हुआ है। यह प्रमुख यातायात का केन्द्र, विस्तृत बाजार वितरण केन्द्र, शिक्षा केन्द्र, औद्योगिक केन्द्र तथा व्यापार का केन्द्र है। अजायबघर, चिड़ियाखाना, बिरला तारमंडल, हावड़ा पुल, कालीघाट, फोर्ट विलियम, विक्टोरिया मेमोरियल, विज्ञान नगरी आदि मुख्य दर्शनीय स्थान हैं। कोलकाता के निकट हुगली नदी के दोनों किनारों पर भारतवर्ष के प्रायः अधिकांश जूट के कारखाने अवस्थित हैं। इसके अलावा मोटरगाड़ी तैयार करने का कारखाना, सूती-वस्त्र उद्योग, कागज-उद्योग, विभिन्न प्रकार के इंजीनियरिंग उद्योग, जूता तैयार करने का कारखाना, होजरी उद्योग एवं चाय विक्रय केन्द्र आदि अवस्थित हैं। पूर्वांचल एवं सम्पूर्ण भारतवर्ष का प्रमुख वाणिज्यिक केन्द्र के रूप में कोलकाता का महत्त्व अधिक है। .

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कोहिमा

right कोहिमा भारत के नागालैंड प्रान्त की राजधानी है। यह नागालैंड की राजधानी है और बहुत सुन्दर शहर है। कोहिमा में अधिकतर आदिवासी रहते हैं। इन आदिवासियों की संस्कृति बहुत रंग-बिरंगी है जो पर्यटकों को बहुत पसंद आती है। उन्हें इनकी संस्कृति की झलक देखना बड़ा पसंद आता है। इनकी संस्कृति के अलावा पर्यटक यहां पर कई बेहतरीन और ऐतिहासिक पर्यटक स्थलों की सैर भी कर सकते हैं। इनमें राज्य संग्राहलय, एम्पोरियम, नागा हेरिटेज कॉम्पलैक्स, कोहिमा गांव, दजुकोउ घाटी, जप्फु चोटी, त्सेमिन्यु, खोनोमा गांव, दज्युलेकी और त्योफेमा टूरिस्ट गांव प्रमुख हैं। यह सभी पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं क्योंकि इनकी खूबसूरत उन्हें मंत्रमुग्ध कर देती है। .

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अथरी

अथरी एक गाँव है। यह बिहार राज्य के तिरहुत प्रमंडल के सीतामढी जिले के रुन्नीसैदपुर प्रखंड में अवस्थित है। यह सीतामढ़ी के चुनिन्दा गाँवों में से एक है। यह लखनदेई नदी के किनारे एवं रुन्नीसैदपुर-बेलसंड पथ पर स्थित है। .

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अब्बक्का रानी

रानी अब्बक्का चौटा अथवा अब्बक्का महादेवी तुलुनाडू (तटीय कर्नाटक) की रानी थीं जिन्होंने १६वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में पुर्तगालियों के साथ युद्ध किया। वह चौटा राजवंश की थीं जो मंदिरों के नगर मूडबिद्री से शासन करते थे। बंदरगाह शहर उल्लाल उनकी सहायक राजधानी थी। .

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अमरावती, आन्ध्र प्रदेश

अमरावती: आन्ध्र प्रदेश की प्रस्तवित राजधानी का नाम है। यह कृष्णा नदी के दक्षिणी तट पर निर्मित किया जाएगा। "अमरावती" शब्द को अमरावती मंदिर के ऐतिहासिक शहर, जो की सतवाहन राजवंश के तेलगु राजाओं की प्राचीन राजधानी थी, से लिया गया है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने उदंडरायणपालम इलाके में 22 अक्टूबर 2015 को नींव का पत्थर रखा था। गुंटूर और विजयवाड़ा का महानगरीय क्षेत्र मिला कर अमरावती महानगर क्षेत्र का निर्माण किया जायेगा। यह एक नव नियोजित शहर है जो गुंटूर जिले में स्थित प्राचीन अमरावती शहर से इसका नाम प्राप्त करता है। अमरावती पड़ोसी विजयवाड़ा, गुंटूर और तेनाली के साथ अमरावती महानगरीय क्षेत्र, अर्थात् आंध्र प्रदेश राजधानी क्षेत्र, जो 2011 की जनगणना के अनुसार 5.8 मिलियन की आबादी वाला आंध्र प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा आबादी वाला क्षेत्र है, और एपीसीआरडीए द्वारा शासित है। अमरावती की राजधानी शहर थुलुर मंडल में एक नया शहर है और ऐतिहासिक बौद्ध शहर अमरवथी से अलग है। अमरावती क्षेत्र एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और प्राचीन इतिहास से कई साम्राज्यों पर शासन किया गया है। अमरावती सातवाहन राजाओं और वासरेड्डी वेंकटदाद्री नायडू के लिए राजधानी शहर थीं। .

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अमेरिकी कांग्रेस

संयुक्त राज्य अमेरिका के संघीय सरकार की द्विसदनी विधायिका को अमरीकी कांग्रेस (The United States Congress) कहते हैं। सीनेट (Senate) एवं हाउस ऑफ रिप्रेजेन्टेटिव्स (House of Representatives) इसके दो सदन हैं। अमरीकी कांग्रेस की बैठकें यूएसए की राजधानी वाशिंगटन डीसी में होतीं हैं। 'कांग्रेस' लातीनी शब्द है जिसका अर्थ "साथ आना" है। कांग्रेस शब्द का प्रयोग पहली बार १७वीं शताब्दी में किया गया था। जब किसी देश के सम्राट् या उसके पूर्णशक्तिप्राप्त महादूत किसी गंभीर अंतरराष्ट्रीय समस्या का समाधान करने के लिए कृतसंकल्प होकर सम्मिलित होते हैं तब ऐसी सभा को कांग्रेस कहते हैं। विद्वानों की मंडली को भी कांग्रेस कहा जा सकता है। संयुक्त राज्य अमरीका के संघीय एवं संघांगों की व्यवस्थापिका सभाओं के लिए कांग्रेस शब्द का प्रयोग किया गया है। .

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अयुध्या राज्य

सन् १६०५ में अयुध्या राज्य अपने चरमोत्कर्ष पर था वाट फ्रा श्री संफेत के भग्नावशेष अयुध्या या अयुथिया (थाई भाषा: อาณาจักรอยุธยา, RTGS: अणाचक आयुध्या) १३५० ई. से १९६७ ई. तक स्याम की राजधानी था। वह मिनाम चो फिया तथा लोयबरी नदियों के संगम पर एक द्वीप में बैंकाक से ४२ मील की दूरी पर स्थित है। परंतु इस समय यहाँ के अधिकांश मनुष्य इस द्वीप के समीप मिनाम चो फिया नदी के किनारे रेलमार्ग के समीप निवास करते हैं। इस नगर का विध्वंस १५५५ में और फिर १७६७ ई. में बर्मी सेनाओं द्वारा हुआ था। १७६७ ई. के आक्रमण में बहुमूल्य ऐतिहासिक लेख, निवासस्थान और राजभवन नष्ट हो गए। राजभवन के अवशेषों को वर्तमान राजधानी बैंकाक के भवनों के निर्माण में लगाया गया। आयूथिया विश्व के एक महत्वपूर्ण चावल निर्यातक क्षेत्र के मध्य में स्थित है। यहाँ ५० इंच वार्षिक वर्षा होती है, जो चावल की उपज के लिए पूर्णत: अनुकूल है। आयूथिया का 'चंगवत' (प्रांत) स्याम के कुल ७० चंगवतों में चावल के उत्पादन में प्रथम है। यहाँ का मत्स्य उद्योग भी महत्वपूर्ण है। यहाँ स्थित सैकड़ों नहरें यातायात के मुख्य साधन हैं। बहुत से नौकाओं पर वास करते हैं। शीघ्रगामिनी मोटर नौकाएं मिनाम नदी द्वारा इस नगर का संबंध बेंकाक और अन्य नगरों से स्थापित करती हैं। आयूथिया चावल और सागौन (टीक) की लकड़ी का व्यापारिक केंद्र है। .

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अराक

ईरान के जिले अराक (फारसी:اراك) ईरान में मर्कज़ी प्रांत का एक जिला है। इस जिले की जनसंख्या वर्ष २००६ अनुसार २,६५,३४९ है। अराक, जिसे सोलटन आबाद भी कहा जाता है मार्कीज़ी प्रांत, ईरान की राजधानी है २०११ की जनगणना में, १६०७६१ परिवारों में इसकी आबादी ५२६१८२ थी। एक प्रमुख औद्योगिक शहर, अराक, शहर के बाहर और कुछ किलोमीटर के भीतर, मशीन साज़ी अराक और ईरानी एल्युमिनियम कंपनी के कारखाने सहित कई औद्योगिक कारखानों को मेजबान करता है। ये कारखानों स्टील, पेट्रोकेमिकल, और लोकोमोटिव उद्योगों में देश की लगभग आधा आवश्यकताओं की आपूर्ति करती हैं। एक विकासशील देश में एक औद्योगिक शहर के रूप में, अराक वायु प्रदूषण के मुद्दे के अधीन है। मूल रूप से सोलटन आबाद नामित, आधुनिक शहर अराक की स्थापना १८०८ में यूसफ खान ई गोरजी द्वारा की गयी थी, जो जॉर्जियाई मूल के एक समर्थक ईरानी सरदार थे, जिन्हें उनके चचेरे भाई के साथ एक क्षेत्रीय विवाद के बाद कजर शासक आगा मोहम्मद खान ने शरण दिया था, जो रूसी सम्राज्ञ कैथरीन द ग्रेट द्वारा समर्थित थे। .

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अल्कला डी हेनरेस

अल्कला डी हेनरेस, (हेनरेस नदी पर निर्गमित गढ़), स्पेन देश का एक शहर है जिसका ऐतिहासिक केन्द्र युनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। यह शहर मैड्रिड के शहर के उत्तर पूर्व में 35 किलोमीटर (22 मील) दूर से, समुद्र के ऊपर 588 मीटर (1,929 फुट) है। .

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अजीतगढ़

अजीतगढ़ (ਮੋਹਾਲੀ, Mohali) चंडीगढ़ के पड़ोस में एक शहर है और भारत के राज्य पंजाब, का १८वाँ जिला है। इसका आधिकारिक नाम गुरु गोविंद सिंह के ज्येष्ठ पुत्र साहिबज़ादा अजीत सिंह की याद में (एस ए एस नगर) रखा गया है। अजीतगढ़, चंडीगढ़ और पंचकुला मिल कर चंडीगढ़ त्रिनगरी कहलाते हैं। यह पहले रूपनगर जिले का हिस्सा था, पर हाल के कुछ वर्षों में इसे अलग जिला बना दिया गया। .

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अखिल भारतीय साहित्य परिषद

अखिल भारतीय साहित्य परिषद् भारतीय भाषाओं का एक देशव्यापी संगठन है। इसकी स्थापना २७ अक्टूबर १९६६ को दिल्ली में हुई थी। उसी वर्ष इसका राष्ट्रीय अधिवेशन प्रसिद्ध साहित्यकार जैनेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ था। सरदार जीतसिंह 'जीत' को इसके संगठन का दायित्व दिया गया था। वर्तमान में इसके अध्यक्ष त्रिभुवन नाथ शुक्ल हैं। जबकि संगठन का कार्य श्रीधर पराडकर देखते हैं। सम्पूर्ण भारतवर्ष के २१ प्रान्तों में इसका कार्य चल रहा है। .

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अगरतला

अगरतला (আগরতলা) भारत के त्रिपुरा प्रान्त की राजधानी है। अगरतला की स्थापना 1850 में महाराज राधा कृष्ण किशोर माणिक्य बहादुर द्वारा की गई थी। बांग्लादेश से केवल दो किमी दूर स्थित यह शहर सांस्कृतिक रूप से काफी समृद्ध है। अगरतला त्रिपुरा के पश्चिमी भाग में स्थित है और हरोआ नदी शहर से होकर गुजरती है। पर्यटन की दृष्टि से यह एक ऐसा शहर है, जहां मनोरंजन के तमाम साधन हैं, एंडवेंचर के ढेरों विकल्प हैं और सांस्कृतिक रूप से भी बेहद समृद्ध है। इसके अलावा यहां पाए जाने वाले अलग-अलग प्रकार के जीव-जन्तु और पेड़-पौधे अगरतला पर्यटन को और भी रोचक बना देते हैं। अगरतला उस समय प्रकाश में आया जब माणिक्य वंश ने इसे अपनी राजधानी बनाया। 19वीं शताब्दी में कुकी के लगातार हमलों से परेशान होकर महाराज कृष्ण माणिक्य ने उत्तरी त्रिपुरा के उदयपुर स्थित रंगामाटी से अपनी राजधानी को अगरतला स्थानान्तरित कर दिया। राजधानी बदलने का एक और कारण यह भी था कि महाराज अपने साम्राज्य और पड़ोस में स्थित ब्रिटिश बांग्लादेश के साथ संपर्क बनाने चाहते थे। आज अगरतला जिस रूप में दिखाई देता है, दरअसल इसकी परिकल्पना 1940 में महाराज वीर बिक्रम किशोर माणिक्य बहादुर ने की थी। उन्होंने उस समय सड़क, मार्केट बिल्डिंग और नगरनिगम की योजना बनाई। उनके इस योगदान को देखते हुए ही अगरतला को ‘बीर बिक्रम सिंह माणिक्य बहादुर का शहर’ भी कहा जाता है। शाही राजधानी और बांग्लादेश से नजदीकी होने के कारण अतीत में कई बड़ी नामचीन हस्तियों ने अगरतला का भ्रमण किया। रविन्द्रनाथ टैगोर कई बार अगरतला आए थे। उनके बारे में कहा जाता है कि त्रिपुरा के राजाओं से उनके काफी गहरे संबंध थे। .

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अंकारा, तुर्की

अंकारा तुर्की की राजधानी और इस्तांबुल के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। शहर पहले अंगोरा के नाम से जाना जाता था। आनातोलिया में स्थित अंकारा एक प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक केन्द्र भी है। यह शहर तुर्की सरकार का केन्द्र है एवं यहाँ सभी विदेशी दूतावास भी स्थित हैं। तुर्की के राज्यमार्गों एवं रेलमार्ग के जाल के मध्य में स्थित होने के कारण यह व्यापार का केन्द्र है। अंगोरा शहर लम्बे बालों वाली अंगोरा बकरी और उसके कीमती ऊन, अंगोरा खरगोश, नाशपाती और शहद के लिये प्रसिद्ध था। अंकारा एक प्राचीन शहर है, जिसमें कई हत्ती, फ्रीजियन, हेलेनिस्टिक, रोमन, बीज़ान्टिन, उस्मानी पुरातात्विक स्थल मौजूद हैं। तुर्किश सांख्यिकीय संस्थान के मुताबिक, २०११ में शहर की आबादी ४३,३८,६२० थी। .

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अंकोर थोम

अंकोर थोम के प्रवेशद्वार के आसपास का दृष्य अंकोर थोम (ख्मेर भाषा: អង្គរធំ; अक्षरशः अर्थ: "महान नगर"), कम्बोडिया में स्थित एक प्राचीन नगर है जो ख्मेर साम्राज्य का अन्तिम तथा सबसे अधिक समय तक राजधानी थी। इसकी स्थापना १२वीं शताब्दी में सप्तम जयवर्मन ने की थी।Higham, C., 2014, Early Mainland Southeast Asia, Bangkok: River Books Co., Ltd., ISBN 9786167339443 इसके अन्तर्गत लगभग 9 वर्ग किमी क्षेत्रफल आता है जिसमें जयवर्मन तथा उससे पहले के शासकों द्वारा निर्मित कई स्मारक स्थित हैं। नगर के केन्द्र में जयवर्मन का राजमन्दिर है। .

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अक्षरधाम मंदिर, गांधीनगर

अक्षरधाम मंदिर गुजरात की राजधानी गांधीनगर स्थित विशाल मंदिर है। यहाँ मंदिर स्वामीनारायण सम्प्रदाय द्वारा निर्मित है। .

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अक्कादी भाषा

अक्कादी भाषा (Akkadian या Accadian या Assyro-Babylonian) एक मृत सामी भाषा है। यह प्राचीन मेसोपोटामिया में बोली जाती थी। यह अंकन लिपि (cuneiform writing system) में लिखी जाती थी। अक्कादी का यह नाम उस अक्काद नगर से पड़ा जो ईसा पूर्व 24वीं सदी में प्रसिद्ध सम्राट् शर्रूकीन की राजधानी था। तभी अक्कादी को राजभाषा का पद मिला। कालांतर में अक्कादी, प्रदेश और काल के अनुसार, असूरी (Assyrian) और बाबुली (Babylonian) नामक जनबोलियों में विकसित होकर बँट गई। असूरी दजला नदी (इराक) की उपरली घाटी में और बाबुली दजला-फरात के सागरवर्ती दोआब में बोली जाती थी। काल क्रम से अक्कादी के तीन युग माने जाते हैं- 1. प्राचीन काल (लगभग 2000 ई.पू.-लगभग 1500 ई.पू.), 2. मध्यकाल (लगभग 1500 ई.पू.- लगभग 1000 ई.पू.) और 3. उत्तरकाल (लगभग 1000 ई.पू - लगभग 500 ई.पू.)। .

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उत्तर प्रदेश

आगरा और अवध संयुक्त प्रांत 1903 उत्तर प्रदेश सरकार का राजचिन्ह उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा (जनसंख्या के आधार पर) राज्य है। लखनऊ प्रदेश की प्रशासनिक व विधायिक राजधानी है और इलाहाबाद न्यायिक राजधानी है। आगरा, अयोध्या, कानपुर, झाँसी, बरेली, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा, मुरादाबाद तथा आज़मगढ़ प्रदेश के अन्य महत्त्वपूर्ण शहर हैं। राज्य के उत्तर में उत्तराखण्ड तथा हिमाचल प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली तथा राजस्थान, दक्षिण में मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ और पूर्व में बिहार तथा झारखंड राज्य स्थित हैं। इनके अतिरिक्त राज्य की की पूर्वोत्तर दिशा में नेपाल देश है। सन २००० में भारतीय संसद ने उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी (मुख्यतः पहाड़ी) भाग से उत्तरांचल (वर्तमान में उत्तराखंड) राज्य का निर्माण किया। उत्तर प्रदेश का अधिकतर हिस्सा सघन आबादी वाले गंगा और यमुना। विश्व में केवल पाँच राष्ट्र चीन, स्वयं भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, इंडोनिशिया और ब्राज़ील की जनसंख्या उत्तर प्रदेश की जनसंख्या से अधिक है। उत्तर प्रदेश भारत के उत्तर में स्थित है। यह राज्य उत्तर में नेपाल व उत्तराखण्ड, दक्षिण में मध्य प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान तथा पूर्व में बिहार तथा दक्षिण-पूर्व में झारखण्ड व छत्तीसगढ़ से घिरा हुआ है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। यह राज्य २,३८,५६६ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यहाँ का मुख्य न्यायालय इलाहाबाद में है। कानपुर, झाँसी, बाँदा, हमीरपुर, चित्रकूट, जालौन, महोबा, ललितपुर, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ, गोरखपुर, नोएडा, मथुरा, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़, सुल्तानपुर, फैजाबाद, बरेली, आज़मगढ़, मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर यहाँ के मुख्य शहर हैं। .

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उत्तर प्रदेश में पर्यटन

उत्तर प्रदेश में पर्यटन भारत भर में सुविख्यात है एवं इसकी पश्चिमी सीमायें देश की राजधानी नई दिल्ली से लगी हुई हैं। उत्तर प्रदेश भारतीय एवं विदेशी पर्यटको के लिए एक महत्त्वपूर्ण स्थान है। इस प्रदेश में कई ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल हैं। उत्तर प्रदेश की आबादी भारत के सभी राज्योँ में सबसे अधिक है। भूगौलिक रूप से भी उत्तर प्रदेश में विविधता देखने को मिलती है- उत्तर की ओर हिमालय पर्वत हैं और दक्षिण में सिन्धु-गंगा के मैदान हैं। भारत का सबसे लोकप्रिय ऐतिहासिक पर्यटन स्थल ताज महल यहां के आगरा शहर में स्थित है। वाराणसी, जो कि हिन्दुओं के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो इसी प्रदेश में है। .

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उत्तर ख़ोरासान प्रांत

उत्तर खोरसान एक प्रांत हैं उत्तरपुर्व ईरान मैं। इस्का राजधानी बोज्नूर्द हैं। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

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उत्तर अमेरिका

उत्तर अमेरिका (अंग्रेजी: North America; स्पेनी: América del Norte; फ़्रान्सीसी: Amérique du Nord) महाअमेरिका (उत्तर और दक्षिण अमेरिका संयुक रूप से) का उत्तरी महाद्वीप है, जो पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में स्थित है और पूर्णतः पश्चिमी गोलार्ध में आता है। उत्तर में यह आर्कटिक महासागर, पूर्व में उत्तरी अन्ध महासागर, दक्षिणपूर्व में कैरिबियाई सागर और पश्चिम में उत्तरी प्रशान्त महासागर से घिरा हुआ है। उत्तर अमेरिका का मुख्य भाग ४० उत्तरी अक्षांश से ८३० उत्तरी अक्षांश तथआ ५३० पश्चिमी देशान्तर से १६८० पश्चिमी देशान्तर के बीच स्थित है। इसका आकार त्रिभुज के समान है जिसका शीर्ष दक्षिण की ओर और आधार उत्तर की ओर है। उत्तर अमेरिका का कुल भूभाग २,४७,०९,००० वर्ग किलोमीटर है, पृथ्वी की कुल सतह का ४.८% या कुल भूभाग का १६.५%। जुलाई, २००८ तक, इसकी अनुमानित जनसंख्या ५२.९ करोड़ थी। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह एशिया और अफ़्रीका के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा और जनसंख्या की दृष्टि से यह एशिया, अफ़्रीका और यूरोप के बाद चौथा सबसे बड़ा महाद्वीप है। .

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उदयपुर

उदयपुर राजस्थान का एक नगर एवं पर्यटन स्थल है जो अपने इतिहास, संस्कृति एवम् अपने अाकर्षक स्थलों के लिये प्रसिद्ध है। इसे सन् 1559 में महाराणा उदय सिंह ने स्थापित किया था। अपनी झीलों के कारण यह शहर 'झीलों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। उदयपुर शहर सिसोदिया राजवंश द्वारा ‌शासित मेवाड़ की राजधानी रहा है। .

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उदयपुर रियासत

मेवाड़ राज्य या उदयपुर रियासत ब्रिटिश शासन काल में भारत की एक रियासत थी। इसकी स्थापना ५३० ई के आसपास हुई थी। इसकी प्रथम राजधानी चित्तौड़गढ़ थी। बाद में उदयपुर इसकी राजधानी हो गयी और धीरे-धीरे इसे उदयपुर राज्य कहा जाने लगा। १९४९ में भारत के स्वतन्त्र होने पर यह भारत में विलीन कर लिया गया। .

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उप्साला

उपसाला स्वीडेन का एक शहर है जो उप्साला लैन नामक प्रदेश की राजधानी भी है। उपसाला नगर मालर झील की जल-यातायात-योग्य एक शाखा के तट पर, जिसका नाम फैरिस नदी है, स्टॉकहोम नगर से 41 मील उत्तर की ओर स्थित है। इस नगर का फैरिस नदी तथा मालर झील की जलप्रणाली द्वारा स्टॉकहोम से सीधा संबंध है। आधुनिक नग उस प्राचीन उपसाला से संबद्ध है जो आधुनिक नगर से प्राय: दो मील उत्तर की ओर बसा हुआ था। नगर का यह प्राचीन भाग नदी के पश्चिमी किनारे की ढाल पर स्थित है। इस उपसाला नगर का वर्णन नवीं शताब्दी के लेखों में मिलता है; उस समय के लोगों के स्वर्णजटित मंदिर के लिए यह विख्यात था। यहाँ स्वीडेन के गिरजाघरों के एकमात्र प्रधान धर्माचार्य का निवास स्थान है। सन्‌ 1702 ई. में विनाशकारी अग्नि द्वारा नगर के अधिकांश भाग नष्ट हो गए थे। उपसाला प्रदेश का क्षेत्रफल 5,252 वर्ग कि॰मी॰ है। यह स्वीडेन के मध्य-पूर्व में स्टॉकहोम से दक्षिण में सटा हुआ है। इसकी तटीय सीमा बाल्टिक सागर तथा बोथीनिया की खाड़ी द्वारा प्रक्षालित होती रहती है। यह प्रदेश खनिज पदार्थों की दृष्टि से धनी है। यहाँ की अधिकांश जनसंख्या कृषि करने, जंगल काटने, मत्स्य उद्योग तथा लौह उद्योग में संलग्न है। .

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उलान बतोर

उलान बतोर का विहंगम दृश्य, २००९ में उलान बतोर या उलान बातार (Ulan Bator) मंगोलिया का सबसे बड़ा शहर और राजधानी है। यह शहर किसी राज्य या प्रान्त का हिस्सा ना हो कर एक स्वतंत्र नगरपालिका है। उलान बतोर उत्तरी-मध्य मंगोलिया में एक घाटी में तूल नदी के किनारे स्थित है। यह देश का आर्थिक, सांस्कृतिक और औद्योगिक केंद्र है। यह मंगोलिया के सड़क जाल का केंद्र है और पार-साइबेरियाई रेलमार्ग एवं चीनी रेल प्रणाली से भी जुड़ा है। इस शहर की स्थापना १६३९ में बौद्ध मठ केन्द्र के रूप में हुई और १७७८ में यह अपने वर्तमान स्थान पर स्थापित हो गया। .

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ऋषिकेश

ऋषिकेश (संस्कृत: हृषीकेश) उत्तराखण्ड के देहरादून जिले का एक नगर, हिन्दू तीर्थस्थल, नगरपालिका तथा तहसील है। यह गढ़वाल हिमालय का प्रवेश्द्वार एवं योग की वैश्विक राजधानी है। ऋषिकेश, हरिद्वार से २५ किमी उत्तर में तथा देहरादून से ४३ किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। हिमालय का प्रवेश द्वार, ऋषिकेश जहाँ पहुँचकर गंगा पर्वतमालाओं को पीछे छोड़ समतल धरातल की तरफ आगे बढ़ जाती है। ऋषिकेश का शांत वातावरण कई विख्यात आश्रमों का घर है। उत्तराखण्ड में समुद्र तल से 1360 फीट की ऊंचाई पर स्थित ऋषिकेश भारत के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में एक है। हिमालय की निचली पहाड़ियों और प्राकृतिक सुन्दरता से घिरे इस धार्मिक स्थान से बहती गंगा नदी इसे अतुल्य बनाती है। ऋषिकेश को केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री का प्रवेशद्वार माना जाता है। कहा जाता है कि इस स्थान पर ध्यान लगाने से मोक्ष प्राप्त होता है। हर साल यहाँ के आश्रमों के बड़ी संख्या में तीर्थयात्री ध्यान लगाने और मन की शान्ति के लिए आते हैं। विदेशी पर्यटक भी यहाँ आध्यात्मिक सुख की चाह में नियमित रूप से आते रहते हैं। .

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