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बाइट

सूची बाइट

बाइट संगणन व दूरसंचार में सूचना की इकाई होता है। यह ८ बिट से मिलकर बना होता है। बाइट कंप्यूटर की स्मृति में एक अक्षर द्वारा ली जाने वाली जगह को कह्ते है। ये कंप्यूटर स्मृति की दूसरी सबसे छोटी इकाई होती है। १ बाइट में ८ बिट के बराबर जगह होती है। १ बिट या १ अक्षर (० अथवा १) से मिलकर बना होता है। ये द्विधारी संख्या पद्द्ति में अक्षर को लिखने के लिये होता है। १ बिट में आंकडे ० या १ के जोडे में होते हैं। ये जोडे निम्नलिखित में से कोई एक होते हैं। ०१, ००, ११, १० चुंकि कंप्यूटर की स्मृति में आंकडों को विद्दुत संकेतों कि तरह लिखा जाता है इसलिये यहॉं द्विधारी संख्या पद्द्ति का इस्तेमाल होता है। अक्षरों को विद्दुत संकेतों के रूप में दर्शाने के लिये ० या १ का उपयोग होता है। ० और १ विद्दुत संकेत होते हैं। इन्हें गणित कि संख्या ना समझें। १ बाइट .

17 संबंधों: द्वयाधारी संख्या पद्धति, माइक्रोप्रोसेसर, माइक्रोकंप्यूटर, मिलियन, मैगाबाइट, यूट्यूब, यूज़नेट, संचिका स्थानांतरण प्रोटोकॉल, संगणक संचिका, हार्ड डिस्क ड्राइव, जेनेटिक एल्गोरिद्म, वर्चुअल मेमोरी (आभासी स्मृति), वर्गबोली, विस्तारित प्रदर्शन पहचान डेटा, गीगाबाइट, इंटरनेट प्रोटोकॉल, किलोबाइट

द्वयाधारी संख्या पद्धति

द्वयाधारी संख्या पद्धति (दो नम्बर का सिस्टम या binary numeral system; द्वयाधारी .

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माइक्रोप्रोसेसर

माइक्रोप्रोसेसर (हिन्दी: सूक्ष्मप्रक्रमक) एक ऐसा डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक युक्ति है जिसमें लाखों ट्रांजिस्टरों को एकीकृत परिपथ (इंटीग्रेटेड सर्किट या आईसी) के रूप में प्रयोग कर तैयार किया जाता है। इससे कंप्यूटर के केन्द्रीय प्रक्रमण इकाई (CPU या सीपीयू) की तरह भी काम लिया जाता है।। हिन्दुस्टान लाइव। २४ जनवरी २०१० इंटीग्रेटेड सर्किट के आविष्कार से ही आगे चलकर माइक्रोप्रोसेसर के निर्माण का रास्ता खुला था। माइक्रोप्रोसेसर के अस्तित्व में आने के पूर्व सीपीयू अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक अवयवों को जोड़कर बनाए जाते थे या फिर लघुस्तरीय एकीकरण वाले परिपथों से। सबसे पहला माइक्रोप्रोसेसर १९७० में बना था। तब इसका प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक परिकलकों में बाइनरी कोडेड डेसिमल (बीसीडी) की गणना करने के लिए किया गया था। बाद में ४ व ८ बिट माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग टर्मिनल्स, प्रिंटर और ऑटोमेशन डिवाइस में किया गया था। विश्व में मुख्यत: दो बड़ी माइक्रोप्रोसेसर उत्पादक कंपनियां है - इंटेल (INTEL) और ए.एम.डी.(AMD)। इनमें से इन्टैल कंपनी के प्रोसेसर अधिक प्रयोग किये जाते हैं। प्रत्येक कंपनी प्रोसेसर की तकनीक और उसकी क्षमता के अनुसार उन्हे अलग अलग कोड नाम देती हैं, जैसे इंटेल कंपनी के प्रमुख प्रोसेसर हैं पैन्टियम -1, पैन्टियम -2, पैन्टियम -3, पैन्टियम -4, सैलेरॉन, कोर टू डुयो आदि.उसी तरह ए.एम.डी. कंपनी के प्रमुख प्रोसेसर हैं के-5, के-6, ऐथेलॉन आदि। .

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माइक्रोकंप्यूटर

कमोडोर 64 अपने युग के सबसे लोकप्रिय माइक्रोकम्प्यूटरों में से एक था और यह होम कम्प्यूटरों का सबसे अधिक बिक्री वाला मॉडल है।1 माइक्रो-कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर है जिसमें माइक्रो-प्रोसेसर इसके सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के रूप में होता है। मेनफ्रेम और मिनी कंप्यूटरों की तुलना में इनका आकार छोटा होता है। कई माइक्रो-कंप्यूटर (जब इनपुट और आउटपुट के लिए इसे एक की-बोर्ड और स्क्रीन से सुसज्जित किया जाता है) पर्सनल कंप्यूटर भी होते हैं (सामान्य अर्थों में).

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मिलियन

एक मिलियन (1,000,000) या एक हजार हजार, 999,999 के बाद और 1,000,001 से पहले की प्राकृत संख्या है। यह नाम इतालवी से व्युत्पन्न हुआ है, जहां 1,000 के लिए माइले (mille) और 1,000,000 के लिए मिलियोन (milione), "एक बड़ा हजार" का इस्तेमाल होता है। वैज्ञानिक संकेतन में इसे या सिर्फ 106 के रूप में लिखा जाता है। SI इकाइयों का व्यवहार करते समय SI उपसर्ग मेगा का इस्तेमाल करके भी भौतिक राशियों को व्यक्त किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, 1 मेगावाट 1,000,000 वाट के बराबर होता है। "मिलियन" शब्द छोटे पैमाने और लंबे पैमाने की संख्या पद्धति में सामान्य है, जो बड़ी संख्याओं से भिन्न होते हैं और दोनों पद्धतियों में इसके अलग-अलग नाम होते हैं। मिलियन का इस्तेमाल कभी-कभी अंग्रेजी भाषा में किसी बहुत बड़ी संख्या की उपमा के रूप में होता है, जैसे "नेवर इन ए मिलियन इयर्स" (लाखों वर्षों में कभी नहीं) और "यू'आर वन इन ए मिलियन" (तुम लाखों में एक हो), या एक अतिशयोक्ति के रूप में, जैसे "आई'हैव वॉक्ड ए मिलियन माइल्स" (मैं लाखों मील चल चुका हूं).

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मैगाबाइट

1 मैगाबाइट .

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यूट्यूब

यूट्यूब का मुख्यालय सैन ब्रूनो, कैलीफोर्निया में (२०१०) यूट्यूबएक साझा वेबसाइट (video sharing) है जहाँ उपयोगकर्ता वेबसाइट पर वीडियो देख सकता है, रेटिंग दे सकता है, टिप्पणियाँ छोड़ सकता है और वीडियॊ क्लिप साझा कर सकता है। पेपल के तीन पूर्व कर्मचारियॊं ने मध्य फरवरी (PayPal)२००५ यू ट़यूब बनायी थी।, USATODAY, October 11 (October 11), 2006.

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यूज़नेट

कुछ यूज़नेट सर्वर्स और क्लाइंट्स का आरेख। सर्वर पर नीले, हरे और लाल बिंदु उनके द्वारा धारण किये जा रहे समूहों को प्रदर्शित करते हैं। सर्वरों के बीच तीर के निशान बताते हैं, कि सर्वर समूहों से लेख सांझा कर रहे हैं। कंप्यूटरों और सर्वरों के बीच तीर के निशान दर्शाते हैं, कि सदस्य किसी समूह विशेष से सब्स्क्राइब्ड हैं और उस सर्वर को और से लेखों को अपलोड और डाउनलोड करते हैं। यूजनेट जिसे यूजर्स नेटवर्क भी कहते हैं, इंटरनेट की सबसे पुरानी सेवा है। यह एक ऐसी सुविधा है जिसकी सहायता से नेटवर्क में निहित सूचनाओं के भंडार को किसी विषय पर आधारित समूह में बांटा जा सकता है तथा एक विषय पर रूचि रखने वाले व्‍यक्ति सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकते हैं। इसे १९७९ में ड्यूक विश्वविद्यालय, उत्तर कैरोलीना, अमरीका में डिजाइन किया गया था। इसके एक वर्ष उपरांत इसे नॉर्थ कैरोलिना विश्वविद्यालय में विकसित किया गया। इसके माध्यम से एक नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों में लिखित संदेश का स्थानांतरण किया जा सकता है। यूजनेट कई हजार फोरम और समाचार समूहों (न्यूजग्रुप) को एक दूसरे से जोड़ता है।। हिन्दुस्तान लाइव। २३ जून २०१० न्यूजग्रुप वास्तव में बुलेटिन बोर्ड सिस्टम्स (बीबीएस) की तरह होते हैं। इस पर भेजे जाने वाले संदेश (पोस्ट) एक बढ़ते क्रम में दिखाई देते हैं। जब किसी संदेश पर नई चर्चा आरंभ की जाती है तो उसमें नया विषय जुड़ जाता है। न्यूजग्रुप पर सभी सदस्य संदेश पढ़ कर उस पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं। प्रतिक्रिया देते हुए सदस्य चाहें तो अपनी पहचान छुपा कर भी दे सकते हैं। .

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संचिका स्थानांतरण प्रोटोकॉल

पृष्ठभूमि में संचिका स्थानांतरण कुछ समय लेता है। संचिका स्थानांतरण प्रोटोकॉल (File Transfer Protocol, लघु:एफटीपी) एक नेटवर्क प्रोटोकॉल होता है जिसके द्वारा इंटरनेट आधारित टीसीपी/आईपी नेटवर्क पर संचिकाओं का आदान-प्रदान किया जाता है। इसे उपयोक्ता आधारित कूट (यूजर बेस्ड पासवर्ड) या अनॉनिमस यूजर एक्सेस के द्वारा काम में लाया जाता है।। हिन्दुस्तान लाइव। २५ फ़रवरी २०१०। अभिगमन तिथि:२८ फ़रवरी २०१० अब लगभग हर संस्थान में एफटीपी सर्वर होने से, यह व्यवस्था काम में नहीं आती है। अनेक हाल के वेब ब्राउजर और फाइल प्रबंधक एफटीपी सर्वरों से जुड़ सकते हैं। इससे दूर-दराज (रिमोट) से आने वाली संचिकाओं पर लोकल फाइलों जैसा ही कार्य हो सकता है। इसमें एफटीपी यूआरएल प्रयोग में लाया जाता है। संचिका भेजने के अन्य तरीके जैसे एसएफटीपी और एससीपी एफटीपी से नहीं जुड़े होते। इनकी पूरी प्रक्रिया में एसएसएच का प्रयोग होता है। .

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संगणक संचिका

संगणक संचिका एकत्रित जानकारी का एक वर्ग है, या जानकारी को संचित करने के लिए एक संसाधन है जो कि किसी संगणक कार्यक्रम को उपलब्ध होता है और आमतौर पर यह किसी प्रकार की टिकाऊ संगणक भंडारण पर आधारित होता है। संचिका टिकाऊ इस लिहाज़ से होती है कि यह मौजूदा कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद भी अन्य कार्यक्रमों द्वारा इस्तेमाल के लिए मौजूद रहती है। संगणक संचिकाओं को पारंपरिक रूप से दफ़्तरों और पुस्तकालयों के फ़ाइलों में मौजूद कागज़ के दस्तावेज़ों का आधुनिक रूप माना जा सकता है, इसीलिए अंग्रेज़ी में इसका नाम फ़ाइल पड़ा है। .

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हार्ड डिस्क ड्राइव

हार्ड डिस्क ड्राइव (जिसे हार्ड डिस्क, हार्ड ड्राइव,, सख्त चक्रिका संचालक, डेटा भंडारण यन्त्र या HDD भी कहते हैं) एक आँकड़ों को सहेज कर सुरक्षित रखने वाला यन्त्र है, जो डिजिटल जानकारी चुम्बकीय रूप से लिख और पढ़ (पुनः प्राप्त) सकता है। इसमें घूमने वाले डिस्क्स (चिपटी गोल वस्तु,चक्रिका) होते हैं जिन्हें चुम्बकीय पदार्थ से लेप किया जाता है। बिजली न होने पर भी डेटा भंडारण यन्त्र आंकड़ों को सुरक्षित रखता है। डेटा भंडारण यन्त्र से आँकड़ों को बेतरतीब (रैंडम -एक्सेस) तरीके से पढ़ा जाता है। इसका मतलब है कि आँकड़ों के समूह को भंडारण यन्त्र में किसी भी जगह लिखकर सुरक्षित किया जा सकता है। मतलब आँकड़ों का भंडारण किसी खास क्रम में करने की आवश्यकता नहीं है। इसका अविष्कार १९५६ में आइ०बी०ऍम० नामक कंपनी में हुआ था। १९६० के दशक तक आँकडा भंडारण यन्त्र सभी सामान्य कार्य के संगणकों में सबसे प्रचलित अतिरिक्त/सहायक भंडारण यन्त्र बन गया। आँकड़ा भंडारण यन्त्र में नियमित रूप से सुधार होने लगा और आज सर्वर और व्यक्तिगत संगणकों के ज़माने में भी इसने अपनी जगह स्थिर रखी है। २०० से भी ज़्यादा औद्योगिक इकाइयों ने डेटा भंडारण यन्त्र बनाये हैं। हलाँकि ज़्यादातर डेटा भंडारण यन्त्र आज सीगेट(Segate),तोशिबा (Toshiba) और वेस्टर्न डिजिटल बनाते हैं। सारी दुनिया में आंकडा भंडारण यन्त्र का राजस्व २०१३ में $ ३२ बिलियन था जो की २०१२ की तुलना में ३% कम था। डेटा भंडारण यन्त्र को उसकी भंडारण क्षमता और प्रदर्शन के आधार पर विश्लेषित किया जाता हैं। डेटा भंडारण यन्त्र की क्षमता बाइट्स में होती हैं। १०२४ बाइट को १ किलोबाइट कहा जाता है। उसी तरह से १०२४ किलोबाइट को १ मेगाबाइट कहा जाता है। १०२४ मेगाबाइट को १ गीगाबाइट कहते है और १०२४ गीगाबाइट को १ टेराबाइट कहा जाता है। डेटा भंडारण यन्त्र का पूरा भंडारण स्थान उपयोगकर्ता के लिए उपलब्ध नहीं होता क्यूंकि कुछ हिस्सा प्रचालन तन्त्र(ऑपरेटिंग सिस्टम) को रखने और कुछ और हिस्सा फाइल सिस्टम के लिए और कुछ हिस्सा संभवतः अंदरुनी अतिरेकता (inbuilt redundancy.) गलती सुधारने और डेटा पुन:प्राप्ति के लिए होता है। आंकडों को लिखने वाले नोक(हेड) के पटरी तक पहुंचने के समय और पढ़ते वक़्त वांछित क्षेत्र के नोक के नीचे तक पहुंचने में लगने वाले समय और आँकड़ों के यन्त्र से आवागमन की गति के आधार पर प्रदर्शन क्षमता का निर्धारण किया जाता है। आज के डेटा भंडारण यन्त्र मेज पर रखे जा सकने वाले संगणकों (डेस्कटॉप कंप्यूटर) के लिए ३.५ इंच और गोद में रखे जा सकने वाले संगणकों में २.५ इंच के होते हैं। डेटा भंडारण यन्त्र मुख्य प्रणाली से साटा, यूएसबी या एस.ए.एस(सीरियल अटैच्ड SCSI) जैसे मानक विद्युत् चालक तारों से जुड़े होते हैं। २०१४ तक डेटा भंडारण यन्त्र को अतिरिक्त या सहायक भंडारण के क्षेत्र में ठोस अवस्था वाले संचालक के रूप में टक्कर देने वाली तकनीक थी फ्लैश मेमोरी | आने वाले समय में यह माना जा रहा है कि हार्ड डिस्क अपना आधिपत्य जारी रखेगी लेकिन जहाँ गति और बिजली की कम खपत ज़्यादा ज़रूरी हैं वहाँ ठोस अवस्था वाले उपकरण (सॉलिड स्टेट डिवाइस) को हार्ड डिस्क की जगह पर इस्तेमाल किया जा रहा है। .

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जेनेटिक एल्गोरिद्म

2006 में निर्मित नासा का अंतरिक्षयान एण्टेना (ST5): एण्टेना का यह जटिल आकार एक विकासात्मक एल्गोरिद्म का प्रयोग करके प्राप्त किया गया था। जेनेटिक एल्गोरिथ्म (GA) एक सर्च (खोज) तकनीक है जिसका उपयोग इष्टतमीकरण तथा खोजने की समस्याओं के लिए सटीक या सन्निकट हल प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह एल्गोरिद्म, अनेकों विकासात्मक कलनविधियों में से एक है। विकासात्मक कलनविधियाँ, विकासवाद तथा उससे सम्बन्धित अवधारणाओं (वंशागति, उत्परिवर्तन, चुनाव, तथा क्रासओवर आदि) तकनीकों के अनुसरण पर आधारित हैं। .

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वर्चुअल मेमोरी (आभासी स्मृति)

यह कार्यक्रम का मानना है कि उसके पास एक बड़ी रेंज में निकटस्थ का ऐड्रेसहै, लेकिन वास्तविकता में यह वर्तमान में RAM के भागों का यह उपयोग कर रहा है और निष्क्रिय भागों को एक डिस्क फ़ाइल में सुरक्षित कर रहा हैं। वर्चुअल मेमोरी एक प्रकार की कंप्यूटर प्रणाली तकनीक है जो एक कंप्यूटर (ऐप्लीकेशन) प्रोग्राम को यह धारणा प्रदान करता है कि इसके पास एक सन्निहित कार्य क्षमता वाली मेमोरी (एक ऐड्रेस स्पेस) है। जबकि वास्तव में इसे प्राकृतिक रूप से विभिन्न हिस्सों में विभाजित किया जा सकता है और डिस्क स्टोरेज में बहुत अधिक मात्रा में हो सकता है। जो प्रणालियां इस तकनीक का प्रयोग करती हैं वे बड़े ऐप्लीकेशन वाले प्रोग्रामिंग को अधिक सरल बनाती हैं और बिना वर्चुअल मेमोरी वाले ऐप्लीकेशन की अपेक्षा वास्तविक भौतिक स्मृति (जैसे RAM) का अधिक कुशलतापूर्वक उपयोग करती है। वर्चुअल मेमोरी स्मृति के आभासीकरण से इस अर्थ में भिन्न है कि वर्चुअल मेमोरी संसाधनों को एक विशेष प्रणाली के लिए आभासीकृत करने देती है। इसके विपरीत मेमोरी का एक बड़ा पूल विभिन्न प्रणालियों के लिए छोटे पूलों में आभासीकृत होता है। ध्यान दें कि "वर्चुअल मेमोरी" "डिस्क स्थान का उपयोग भौतिक स्मृति (मेमोरी) का आकार बढाने" से अधिक कुछ करता है - अर्थात हार्ड डिस्क ड्राइव को शामिल करने के लिए सिर्फ मेमोरी पदानुक्रम का विस्तार.

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वर्गबोली

वर्गबोली, पेशेवर बोली, या जार्गन (jargon) किसी विशेष व्यवसाय, कार्यक्षेत्र या वर्ग द्वारा प्रयोग होने वाले विशेष शब्दों को कहा जाता है। वर्गबोली इसलिए विकसित हो जाती हैं क्योंकि "हर विज्ञान की अपनी विशेष भाषा होती है क्योंकि हर विज्ञान के अपने विशेष विचार होते हैं"।, Fernand Braudel, pp.

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विस्तारित प्रदर्शन पहचान डेटा

विस्तारित प्रदर्शन पहचान डेटा (Extended display identification data) (ईडीआईडी) किसी डिजिटल डिस्प्ले द्वारा अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किसी वीडियो स्रोत (उदा. ग्राफिक्स कार्ड, सेट-टॉप बॉक्स) को करने के लिये प्रदान की जाने वाली डेटा संरचना है। यही एक आधुनिक पर्सनल कम्प्यूटर को यह जानने की क्षमता प्रदान करता है कि उसमें किस प्रकार का मॉनीटर जोड़ा गया है। ईडीआईडी (EDID) को वीडियो इलेक्ट्रॉनिक्स स्टैण्डर्ड्स एसोसियेशन (वेसा) द्वारा प्रकाशित एक मानक के द्वारा परिभाषित किया जाता है। ईडीआईडी (EDID) में उत्पादक का नाम और सीरियल नंबर, उत्पाद का प्रकार, फॉस्फर या फिल्टर का प्रकार, डिस्प्ले द्वारा समर्थित टाइमिंग, डिस्प्ले का आकार, दीप्ति (luminance) संबंधी डेटा और (केवल डिजिटल डिस्प्ले के लिये) पिक्सेल मैपिंग डेटा शामिल होता है। ईडीआईडी (EDID) संरचनाएं संस्करण v1.0 से v1.4 तक की श्रेणी में होती हैं; ये सभी 128 बाइट संरचनाओं में उच्चतर संगतता को परिभाषित करती हैं। ईडीआईडी (EDID) संरचना v2.0 के द्वारा एक नई 256-बाइट संरचना परिभाषित की गई, लेकिन बाद में इसे अनुपयुक्त मानकर हटा दिया गया और v1.3 ने इसका स्थान ले लिया। HDMI 1.0-1.3c द्वारा EDID संरचना v1.3c प्रयोग किया जाता है। DisplayID एक मानक है, जिसका लक्ष्य ईडीआईडी (EDID) और ई-ईडीआईडी (E-EDID) विस्तारणों को किसी ऐसे एकल प्रारूप द्वारा प्रतिस्थापित करना है, जो पीसी (PC) मॉनीटर व उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के लिये उपयुक्त हो.

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गीगाबाइट

1 गिगाबाइट .

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इंटरनेट प्रोटोकॉल

एक इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) ऐड्रेस एक संख्यात्मक लेबल है जो अपने नोड्स के बीच संचार के लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल का प्रयोग करनेवाले कंप्यूटर नेटवर्क में भाग ले रहे डिवाइसेस को आबंटित किया जाता है।RFC 760, एक IP ऐड्रेस दो प्रमुख कार्य करता है: मेजबान या नेटवर्क इंटरफ़ेस पहचान और स्थान परिचयन.

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किलोबाइट

1 किलोबाइट .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

बाइटों, टेराबाइट

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