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बर्मा के प्रशासनिक विभाग

सूची बर्मा के प्रशासनिक विभाग

बर्मा, जो म्यान्मार भी कहलाता है, २१ प्रशासनिक इकाईयों में बंटा हुआ है, जो इस प्रकार हैं: .

36 संबंधों: चिन राज्य, डवे, तनीन्थार्यी मण्डल, तौन्गयी, नाएप्यीडॉ, पथेइन, फा-आन, बमा लोग, बर्मी भाषा, बर्मी लिपि, बगो, बगो मण्डल, महान्यायवादी, माण्डले, माण्डले मण्डल, मगवे, मगवे मण्डल, म्यान्मार, म्यित्चीना, मौलाम्याइन, मोन राज्य, यांगून, यांगोन मण्डल, रखाइन राज्य, ल्वाइकौ, शान राज्य, सितवे, सगाइंग, सगाइंग मण्डल, हाखा, इरावदी मण्डल, कचिन राज्य, कयाह राज्य, कयिन राज्य, अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला, अंग्रेज़ी भाषा

चिन राज्य

चिन राज्य (बर्मी: ချင်းပြည်နယ်) बर्मा के मध्य-पश्चिम में स्थित एक राज्य है। इसके उत्तर में भारत का मणिपुर राज्य, पश्चिम में भारत का मीज़ोरम राज्य और दक्षिण-पश्चिम में बांग्लादेश है। .

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डवे

डवे (बर्मी: ထားဝယ်မြို့) बर्मा के तनीन्थार्यी मण्डल की राजधानी है। यह डवे नदी के किनारे अंडमान सागर पर स्थित एक बंदरगाह शहर है। डवे क्षेत्र अपने काजू और सुपारी उत्पादन के लिये जाना जाता है, जो बड़ी मात्रा में चीन, भारत और थाईलैण्ड निर्यात होते हैं। .

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तनीन्थार्यी मण्डल

तनीन्थार्यी मण्डल (बर्मी: တနင်္သာရီတိုင်းဒေသကြီး) बर्मा का दक्षिणतम प्रशासनिक मण्डल है। यह पूर्व में थाईलैण्ड और पश्चिम में अंडमान सागर से सीमाएँ रखता है और लम्बे व पतले क्रा भूडमरुमध्य पर स्थित है। .

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तौन्गयी

तौन्गयी (बर्मी: တောင်ကြီးမြို့, शान: ဝဵင်းတွင်ႇၵျီး, अंग्रेज़ी: Taunggyi) बर्मा का एक शहर है और उस देश के शान राज्य की राजधानी है। यह १,४३६ मीटर (४,७१२ फ़ुट) की ऊँचाई पर शान पहाड़ियों में स्थित है। .

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नाएप्यीडॉ

नाएप्यीडॉ (बर्मी: နေပြည်တော် अंग्रेजी Naypyidaw) म्यान्मार की नयी राजधानी है। नाएप्यीडॉ का अर्थ राजसी नगर होता है। इसका एक अनुवाद राजाओ का घर भी है। ६ नवम्बर २००५ को नाएप्यीडॉ को बर्मा की प्रशासनिक राजधानी घोषित किया गया। राजधानी का नाम २७ मार्च २००६ को म्यान्मार के सशस्त्र बल दिवस के दिन घोषित किया गया। यह नगर बर्मा की पुरानी राजधानी यांगून से उत्तर मे लगभग ३०० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह यांगून और माण्डले के बाद म्यान्मार का तीसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर है। सन २००९ में यहाँ की आबादी लगभग ९,२५,००० थी। .

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पथेइन

पथेइन (बर्मी: ပုသိမ်မြို့), जिसे ब्रिटिश राज के काल में बसेइन (Bassein) कहते थे, बर्मा के इरावदी मण्डल की राजधानी है। यह बंगाल की खाड़ी पर स्थित एक बंदरगाह नगर है जो इरावदी नदी की एक पश्चिमी शाखा - पथेइन नदी - के किनारे बसा हुआ है। यह इतिहास में मोन लोगों की राजधानी हुआ करता था लेकिन वर्तमान में यहाँ बहुत कम मोन लोग रहते हैं। पथेइन में भारतीय मूल के बहुत से लोग बसे हुए हैं। .

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फा-आन

फा-आन (बर्मी: ဘားအံမြို့, अंग्रेज़ी: Hpa-An) बर्मा के कयिन राज्य की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। .

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बमा लोग

१८९० के दशक का एक बमा पति-पत्नी का युग्म सन् १९२० के काल की एक सुसज्जित बमा स्त्री रंगून के एक घर के बाहर नाट देवताओं के लिए बना एक छोटा सा मंदिर बमा (बर्मी भाषा: ဗမာလူမျိုး / बमा लूम्योः) या बर्मन बर्मा का सबसे बड़ा जातीय समूह है। बर्मा के के दो-तिहाई लोग इसी समुदाय के सदस्य हैं। बमा लोग अधिकतर इरावती नदी के जलसम्भर क्षेत्र में रहते हैं और बर्मी भाषा बोलते हैं। प्रायः म्यन्मा के सभी लोगों को 'बमा' कह दिया जाता हैं, जो सही नहीं है क्योंकि बर्मा में और भी जातियाँ रहती हैं। विश्व भर में देखा जाए तो बमा लोगों की कुल सँख्या सन् २०१० में लगभग ३ करोड़ की थी। .

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बर्मी भाषा

बर्मी भाषा बोलने वाले क्षेत्र बर्मी भाषा (बर्मी भाषा में: မြန်မာဘာသာ / म्रन्माभासा), स्वतंत्र देश म्यांमार (बर्मा) की राजभाषा है। यह मुख्य रूप से ब्रह्मदेश (बर्मा का संस्कृत नाम) में बोली जाती है। म्यांमार की सीमा से सटे भारतीय राज्यों असम, मणिपुर एवं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी कुछ लोग इस भाषा का प्रयोग करते हैं। .

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बर्मी लिपि

बर्मी लिपि के अक्षर म्यांमार लिपि या बर्मी लिपि (बर्मी भाषा: ဗမာအက္ခရာ / बमाअक्खरा या မြန်မာအက္ခရာ / म्रन्माअक्खरा), बर्मी भाषा लिखने के लिये प्रयुक्त होती है। यह ब्राह्मी परिवार की लिपि है। इसके अक्षर गोल होते हैं जो ताड़पत्र पर लेखन में सुविधा प्रदान करते थे क्योंकि सीधी रेखाएँ लिखने से पत्तों के फटने का डर रहता है। .

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बगो

बगो (बर्मी: ပဲခူးမြို့, अंग्रेज़ी: Bago), जो पहले पेगू (Pegu) के नाम से जाना जाता था, बर्मा का एक शहर है और उस देश के बगो मण्डल की राजधानी है। यह राष्ट्रीय राजधानी यांगोन से ८० किमी पूर्वोत्तर में स्थित है। इस नगर का ऐतिहासिक नाम हन्थावदी (ဟံသာဝတီ, Hanthawaddy; थाई: หงสาวดี, होन्गसावदी) था, जो संस्कृत के हन्सावती ("हंसो वाली स्त्री") शब्द से उत्पन्न हुआ था। .

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बगो मण्डल

बगो मण्डल (बर्मी: ပဲခူးတိုင်းဒေသကြီး) बर्मा के दक्षिण-मध्य में स्थित एक प्रशासनिक मण्डल है। दक्षिण में यह मरतबन की खाड़ी के साथ तटवर्ती है, जो बंगाल की खाड़ी का अंग है। .

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महान्यायवादी

अधिकांश कॉमन-कानून का अनुसरण करने वाले देशों में महान्यायवादी (attorney general) होता है जो सरकार का मुख्य सलाहकार होता है। इसके अलावा कुछ देशों में वह पब्लिक प्रॉस्क्यूटर (सरकारी वकील) के दायित्व का भी निर्वहन करता है। श्रेणी:विधि व्यवसाय.

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माण्डले

म्यांमार के मानचित्र में माण्डले की स्थिति मांडले का विहंगम दृष्य माण्डले (Mandalay / बर्मी भाषा में: မန္တလေးမြို့; / मन्तलेःम्रों) बर्मा का दूसरा सबसे बड़ा शहर एवं बर्मा का अन्तिम शाही राजधानी है। यह रंगून से ७१६ किमी उत्तर में इरावदी नदी के किनारे बसा है। मांडले ऊपरी बर्मा का आर्थिक केन्द्र एवं बर्मी संस्कृति का केन्द्र है। मांडले की जेल में ही बालगंगाधर तिलक, बहादुरशाह जफर आदि अनेक भारतीय नेताओं एवं क्रान्तिकारियों को ब्रिटिश सरकार ने बन्दी बना रखा था। .

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माण्डले मण्डल

माण्डले मण्डल (बर्मी: မန္တလေးတိုင်းဒေသကြီး) बर्मा के मध्य में स्थित एक प्रशासनिक मण्डल है। यह मगवे मण्डल से पूर्व में है और इसमें बर्मा का दूसरा सबसे बड़ा नगर, माण्डले, स्थित है। आर्थिक रूप से माण्डले मण्डल बर्मा के लिये बहुत महत्व रखता है और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का १५% इसी एक क्षेत्र में निहित है। .

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मगवे

मगवे (बर्मी: မကွေးမြို့, अंग्रेज़ी: Magway) बर्मा का एक शहर है और उस देश के मगवे मण्डल की राजधानी है। .

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मगवे मण्डल

मगवे मण्डल (बर्मी: မကွေးတိုင်းဒေသကြီး) बर्मा के मध्य में स्थित एक प्रशासनिक मण्डल है। .

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म्यान्मार

म्यांमार यो ब्रह्मदेश दक्षिण एशिया का एक देश है। इसका आधुनिक बर्मी नाम 'मयन्मा' (မြန်မာ .

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म्यित्चीना

म्यित्चीना (बर्मी: မြစ်ကြီးနားမြို့), जिसे स्थानीय जिन्गपो भाषा में म्यित्कीना कहते हैं, बर्मा के उत्तर में स्थित कचिन राज्य की राजधानी है। यह बर्मा की राष्ट्रीय राजधानी यांगोन से १,४८० किमी दूर और माण्डले से ७८५ किमी दूर, इरावती नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। यहाँ बर्मा का उत्तरतम रेल स्टेशन भी स्थित है। .

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मौलाम्याइन

मौलाम्याइन (बर्मी: မော်လမြိုင်မြို့, अंग्रेज़ी: Mawlamyine) बर्मा का चौथा सबसे बड़ा शहर और उस देश के मोन राज्य की राजधानी है। यह पहले मोउलमेइन (Moulmein) कहलाता था यह राष्ट्रीय राजधानी यांगोन से ३०० किमी दक्षिण में सालवीन नदी के किनारे बसा हुआ और बंगाल की खाड़ी से सटा हुआ एक बंदरगाह शहर है। .

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मोन राज्य

मोन राज्य (बर्मी: မွန်ပြည်နယ်) बर्मा के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक राज्य है। यह पश्चिम में अंडमान सागर के साथ तटवर्ती है। पूर्व में इसकी थाईलैण्ड के साथ एक संक्षिप्त सीमा है। .

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यांगून

रंगून का रेलवे स्टेशन यांगून म्यानमार देश की पुराना राजधानी है। इसका पुराना नाम रंगून था। (आधुनिक बर्मी में 'र' के स्थान पर 'य' का उच्चारण होता है।)। बहादुर शाह ज़फ़र यहीं दफ़न हैं। आजाद हिन्द फौज जिसके सर्वोच्च कमाण्डर नेताजी सुभाषचंद्र बोस थे उस फौज का मुख्यालय यहीं था। रंगून दक्षिणी वर्मा के मध्यवर्ती भाग में, रंगून नदी के किनारे, मर्तबान की खाड़ी तथा इरावदी नदी के मुहाने से ३० किमी उत्तर, सागरतल से केवल २० फुट की ऊँचाई पर स्थित है। यह बर्मा की राजधानी, सबसे बड़ा नगर तथा प्रमुख बंदरगाह है। यहाँ औसत वार्षिक वर्षा १०० इंच होती है। समीपवर्ती क्षेत्र में धान की कृषि अधिक होती है। बंदरगाह से चावल, टीक तथा अन्य लकड़ियाँ, खालें, पेट्रोलियम से निर्मित पदार्थ तथा चाँदी, सीसा, जस्ता, ताँबे की वस्तुओं का निर्यात होता है। वायुमार्ग, नदीमार्ग तथा रेलमार्ग यातायात के प्रमुख साधन हैं। विद्युत् संस्थान, रेशमी एवं ऊनी कपड़े, लकड़ी चिराई का काम, रेलवे के सामान, जलयाननिर्माण तथा मत्स्य उद्योग में काफी उन्नति हो गई है। यहाँ पर सभी आधुनिक वस्तुएँ जैसे बड़े बड़े होटल, सिनेमाघर, भंडार (storage), पगोडा, गिरजाघर, पार्क, वनस्पतिक उद्यान, अजायबघर तथा विश्वविद्यालय आदि हैं। यहाँ की सबसे प्रमुख इमारत श्वेड्रैगन पगोडा है, जो सागरतल से १६८ फुट की ऊँचाई पर बना है। यह पगोडा ३६८ फुट ऊँचा, ९०० फुट लंबा तथा ६८५ फुट चौड़ा है तथा इसके ऊपर सोने की पन्नी चढ़ी हुई है। नगर को युद्ध तथा ज्वालामुखी से काफी हानि उठानी पड़ी है। .

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यांगोन मण्डल

यांगोन मण्डल (बर्मी: ရန်ကုန်တိုင်းဒေသကြီး), जिसका पुराना नाम रंगून मण्डल था, बर्मा का एक प्रशासनिक मण्डल है। यांगोन शहर (पुराना नाम रंगून) इसका सबसे महत्वपूर्ण भाग है। यह बर्मा का सबसे बड़ा नगर है और पहले बर्मा की राष्ट्रीय राजधानी हुआ करता था। .

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रखाइन राज्य

रखाइन राज्य (बर्मी: ရခိုင်ပြည်နယ်) बर्मा के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक राज्य है। यह बंगाल की खाड़ी के साथ तटवर्ती है और पश्चिमोत्तर में बांग्लादेश से सीमावर्ती है। .

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ल्वाइकौ

ल्वाइकौ (बर्मी: လွိုင်ကော်မြို့, अंग्रेज़ी: Loikaw) बर्मा के कयाह राज्य की राजधानी है। यह पीलू नदी के किनारे करेन पहाड़ियों के क्षेत्र में बसा हुआ है, जो कयाह राज्य के उत्तरी भाग में है। इसके अधिकतर निवासी कयाह समुदाय के हैं, जो करेन्नी समुदाय या लाल करेन भी कहलाता है और करेन लोगों की एक शाखा है। .

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शान राज्य

शान राज्य (बर्मी: ရှမ်းပြည်နယ်) बर्मा के पूर्व में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तर में कचिन राज्य और चीन का युन्नान प्रान्त, पूर्व में लाओस और दक्षिण में थाईलैण्ड स्थित है। शान राज्य बर्मा की सबसे बड़ी प्रशासनिक ईकाई है और इसमें देश का लगभग एक-चौथई क्षेत्रफल सम्मिलित है। इस राज्य का नाम यहाँ रहने वाले शान समुदाय पर पड़ा है। यह बर्मा का पूर्वी सीमांत प्रदेश है। इसकी राजधानी तौन्गयी (Taunggyi) है। इस प्रांत में ३,००० फुट औसत ऊँचाई वाले शान पठार हैं। यहाँ की मुख्य चट्टान नीस है। राज्य में कुछ जवाहरातों की खानें भी हैं। यहाँ की औसत वार्षिक वर्षा ४५ इंच से ५० इंच तक है। यहाँ धान, कपास, वोस्ते तथा तरकारियों की खेती होती है। रंगून एवं माण्डले रेल लाइन द्वारा लाशो आदि मुख्य केंद्रों तक पहुंचा जा सकता है। .

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सितवे

सितवे (बर्मीस: စစ်တွေမြို့) राखिने राज्य की राजधानी, म्यांमार (बर्मा) है। सितवे एक कालादान, म्यु और लेम्यो बंगाल की खाड़ी में खाली नदियों के संगम पर निर्मित द्वीप पर स्थित है। शहर 181.000 निवासियों (2006) है। File:Shwe Zedi, Sittwe, Myanmar.jpg|Shwe Zedi Monastery Image:Sittwe, Burma.JPG|The main street Image:Sittwe, foreshore.JPG|foreshore Image:Sittwe, new clock tower.JPG|new clock tower श्रेणी:रखाइन राज्य.

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सगाइंग

सगाइंग (बर्मी: စစ်ကိုင်းမြို့) बर्मा के सगाइंग मण्डल की राजधानी है। यह इरावदी नदी के किनारे माण्डले शहर से २० किमी दक्षिण-पश्चिम में बसा हुआ है - दोनो शहर नदी के विपरीत तटों पर हैं। ऐतिहासिक रूप से सगाइंग नगर एक महत्वपूर्ण बौद्ध धार्मिक केन्द्र रहा है। .

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सगाइंग मण्डल

सगाइंग मण्डल (बर्मी: စစ်ကိုင်းတိုင်းဒေသကြီး) बर्मा के पश्चिमोत्तर में स्थित एक प्रशासनिक मण्डल है। इसकी पश्चिमी सीमाएँ भारत के अरुणाचल प्रदेश, नागालैण्ड व मणिपुर राज्यों से लगतीं हैं। .

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हाखा

हाखा (बर्मी: ဟားခါးမြို့) बर्मा के चिन राज्य की राजधानी है और स्थानीय रूप से हाल्खा के नाम से भी जाना जाता है। यह चिन राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है और समुद्रतल से ६००० फ़ुट ऊपर एक छोटे पठार पर स्थित है। शहर रुंग त्लांग (Rung Tlang) नामक एक बड़े पहाड़ के चरणों में है। इसके बीच में केवल एक मुख्य सड़क है जो U आकार की है जिसके इर्द-गिर्द शहर बढ़ रहा है। भौगोलिक रूप से हाखा चिन राज्य के मध्य में बसा हुआ है। शहर में अधिकतर लोग लई भाषा बोलते हैं, जो हाखा चिन भाषा भी कहलाती है। .

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इरावदी मण्डल

इरावदी मण्डल (बर्मी: ချင်းပြည်နယ်) बर्मा के दक्षिणपूर्व में स्थित एक प्रशासनिक मण्डल है। इसका नाम इरावदी नदी पर रखा गया है और उस नदी का नदीमुख (डेल्टा) इस मण्डल के भूक्षेत्र का एक बड़ा भाग है। .

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कचिन राज्य

कचिन राज्य (बर्मी: ကချင်ပြည်နယ်) बर्मा का उत्तरतम राज्य है। इसके पूर्वी और उत्तरी सरहदें चीन से मिलती हैं, और इसके पश्चिमोत्तर में भारत स्थित है। प्रान्तीय राजधानी म्यित्चीना के अलावा भामो और पुताओ यहाँ के मुख्य शहर हैं। कचिन राज्य का ५८८९ मीटर ऊँचा खाकाबो राज़ी पर्वत भारत-बर्मा की सीमा पर स्थित है और बर्मा का सबसे ऊँचा पर्वत है। दक्षिणपूर्वी एशिया की सबसे बड़ी झीलों में से एक, इन्दौजी झील, भी इसी प्रान्त में पड़ती है। .

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कयाह राज्य

कयाह राज्य (बर्मी: ကယားပြည်နယ်) बर्मा के पूर्व में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तर में शान राज्य, पूर्व में थाईलैण्ड और दक्षिण में कयिन राज्य है। .

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कयिन राज्य

कयिन राज्य (बर्मी: ကရင်ပြည်နယ်) बर्मा के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक राज्य है। इसके पूर्व में थाईलैण्ड स्थित है। .

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अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला

अंतर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला (अ॰ध्व॰व॰, अंग्रेज़ी: International Phonetic Alphabet, इंटरनैशनल फ़ोनॅटिक ऐल्फ़ाबॅट) एक ऐसी लिपि है जिसमें विश्व की सारी भाषाओं की ध्वनियाँ लिखी जा सकती हैं। इसके हर अक्षर और उसकी ध्वनि का एक-से-एक का सम्बन्ध होता है। आरम्भ में इसके अधिकतर अक्षर रोमन लिपि से लिए गए थे, लेकिन जैसे-जैसे इसमें विश्व की बहुत सी भाषाओँ की ध्वनियाँ जोड़ी जाने लगी तो बहुत से यूनानी लिपि से प्रेरित अक्षर लिए गए और कई बिलकुल ही नए अक्षरों का इजाद किया गया। इसमें सन् २०१० तक १६० से अधिक ध्वनियों के लिए चिह्न दर्ज किए जा चुके थे, लेकिन किसी भी एक भाषा को दर्शाने के लिए इस वर्णमाला का एक भाग की ही ज़रुरत होती है। इस प्रणाली के ध्वन्यात्मक प्रतिलेखन (ट्रान्सक्रिप्शन) में सूक्ष्म प्रतिलेखन के चिन्हों के बीच में और स्थूल प्रतिलेखन / / के चिन्हों के अन्दर लिखे जाते हैं। इसकी नियामक अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक संघ है। उदाहरण के लिए.

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अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

बर्मा के प्रशासनिक उपविभाग, म्यान्मार के प्रान्त और क्षेत्र

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