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पेहवा

सूची पेहवा

पिहोवा (पेहवा, पेहोवा) हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले का एक नगर है। इसका पुराना नाम 'पृथूदक' है। यह एक प्रसिद्ध तीर्थ है। .

9 संबंधों: पृथूदक, राष्ट्रीय राजमार्ग ६५, शाहबाद मारकंडा, सरस्वती नदी, हरियाणा का इतिहास, आदि बद्री (हरियाणा), कुरुक्षेत्र, कुरुक्षेत्र जिला, ४८ कोस भूमि की परिक्रमा

पृथूदक

'पृथूदक से निम्नलिखित का बोध होता है-.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ६५

राष्ट्रीय राजमार्ग ६५ हरियाणा में अंबाला से शुरु होकर कैथल व हिसार होते हुए राजस्थान के पाली तक जाता है। यह राजमार्ग लंबा है, जिसमें से हरियाणा में तथा राजस्थान में है। .

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शाहबाद मारकंडा

शाहबाद मारकंडा हरियाणा का एक शहर है जो कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-१ पर अंबाला व कुरूक्षेत्र के मध्य स्थित है। भारतीय महिला हॉकी टीम की कई सदस्याएं इसी एक शहर से हैं। .

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सरस्वती नदी

सरस्वती एक पौराणिक नदी जिसकी चर्चा वेदों में भी है। ऋग्वेद (२ ४१ १६-१८) में सरस्वती का अन्नवती तथा उदकवती के रूप में वर्णन आया है। यह नदी सर्वदा जल से भरी रहती थी और इसके किनारे अन्न की प्रचुर उत्पत्ति होती थी। कहते हैं, यह नदी पंजाब में सिरमूरराज्य के पर्वतीय भाग से निकलकर अंबाला तथा कुरुक्षेत्र होती हुई कर्नाल जिला और पटियाला राज्य में प्रविष्ट होकर सिरसा जिले की दृशद्वती (कांगार) नदी में मिल गई थी। प्राचीन काल में इस सम्मिलित नदी ने राजपूताना के अनेक स्थलों को जलसिक्त कर दिया था। यह भी कहा जाता है कि प्रयाग के निकट तक आकार यह गंगा तथा यमुना में मिलकर त्रिवेणी बन गई थी। कालांतर में यह इन सब स्थानों से तिरोहित हो गई, फिर भी लोगों की धारणा है कि प्रयाग में वह अब भी अंत:सलिला होकर बहती है। मनुसंहिता से स्पष्ट है कि सरस्वती और दृषद्वती के बीच का भूभाग ही ब्रह्मावर्त कहलाता था। .

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हरियाणा का इतिहास

हालाँकि हरियाणा अब पंजाब का एक हिस्सा नहीं है पर यह एक लंबे समय तक ब्रिटिश भारत में पंजाब प्रान्त का एक भाग रहा है और इसके इतिहास में इसकी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। हरियाणा के बानावाली और राखीगढ़ी, जो अब हिसार में हैं, सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा रहे हैं, जो कि ५,००० साल से भी पुराने हैं। .

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आदि बद्री (हरियाणा)

आदि बद्री हरियाणा के यमुनानगर ज़िले में स्थित वनक्षेत्र है। यह स्थान पौराणिक महत्व रखने वाली, लुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का उद्गम स्थल है। .

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कुरुक्षेत्र

कुरुक्षेत्र(Kurukshetra) हरियाणा राज्य का एक प्रमुख जिला और उसका मुख्यालय है। यह हरियाणा के उत्तर में स्थित है तथा अम्बाला, यमुना नगर, करनाल और कैथल से घिरा हुआ है तथा दिल्ली और अमृतसर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलमार्ग पर स्थित है। इसका शहरी इलाका एक अन्य एटिहासिक स्थल थानेसर से मिला हुआ है। यह एक महत्वपूर्ण हिन्दू तीर्थस्थल है। माना जाता है कि यहीं महाभारत की लड़ाई हुई थी और भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश यहीं ज्योतिसर नामक स्थान पर दिया था। यह क्षेत्र बासमती चावल के उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है। .

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कुरुक्षेत्र जिला

कुरुक्षेत्र जिला भारत के उत्तरी राज्य हरियाणा के 21 जिलों में से एक है। कुरुक्षेत्र कस्बा हिन्दुओं का एक पावन स्थान, जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। जिले का कुल क्षेत्रफल 1682.53 वर्ग किमी है। जिले की कुल जनसंख्या 964231 (2011 की जनगणना) है। यह जिला अम्बाला सम्भाग (मण्डल) का एक भाग है। .

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४८ कोस भूमि की परिक्रमा

४८ कोस भूमि की परिक्रमा का तात्पर्य कुरुक्षेत्र के चारों ओर ४८ कोस की परिक्रमा में फैले तीर्थ स्थलों से है।.

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

पिहोवा, पृथूदक तीर्थ, पेहोवा

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