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नारायण दत्त तिवारी

सूची नारायण दत्त तिवारी

नारायण दत्त तिवारी उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड (तब उत्तरांचल) के भूतपूर्व मुख्यमन्त्री हैं। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता हैं। .

19 संबंधों: नरेन्द्र सिंह नेगी, भारत के विदेश मंत्री, भारत के विदेश सचिव, भारतीय चुनाव, भारतीय आम चुनाव, १९९१, भगत सिंह कोश्यारी, भुवन चन्द्र खण्डूरी, राजकीय पालीटेक्निक सोरों कासगंज, सदन के नेता (राज्य सभा), हल्द्वानी, आन्ध्र प्रदेश के राज्यपालों की सूची, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, कुमाऊँनी लोग, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सूची, उत्तराखण्ड, उत्तराखण्ड विधानसभा, उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव, २००२, उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव, २००७, उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूची

नरेन्द्र सिंह नेगी

नरेन्द्र सिंह नेगी जी (English:Narendra Singh Negi) उत्तराखण्ड के गढवाल हिस्से के मशहूर लोक गीतकारों में से एक है। कहा जाता है कि अगर आप उत्तराखण्ड और वहाँ के लोग, समाज, जीवनशैली, संस्कृति, राजनीति, आदि के बारे में जानना चाहते हो तो, या तो आप किसी महान-विद्वान की पुस्तक पढ लो या फिर नरेन्द्र सिंह नेगी जी के गाने/गीत सुन लो। उनकी श्री नेगी नामक संस्था उत्तराखण्ड कलाकारो के लिए एक लोकप्रिय संस्थाओं मे से एक है। नेगी जी सिर्फ एक मनोरंजन-कार ही नहीं बल्कि एक कलाकार, संगीतकार और कवि है जो कि अपने परिवेश को लेकर काफी भावुक व संवेदनशील है। .

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भारत के विदेश मंत्री

भारत के विदेश मंत्री या विदेश मंत्री भारत सरकार के विदेश मंत्रालय का कार्य करता है जो भारत के विदेश सम्बंधित नीतियोँ को बनाता है।98 98 .

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भारत के विदेश सचिव

भारतीय विदेश सचिव भारत के विदेशों से सम्बंध में विदेश मंत्रालय में नियुक्त के सर्वोच्च्य राजनयिक होते हैं। विदेश सचिव भारतीय विदेश सेवा के अनुभवी अफसर होते हैं जो विभिन्न देशों में राजदूत रह चुके हैं। .

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भारतीय चुनाव

चुनाव लोकतंत्र का आधार स्तम्भ हैं। आजादी के बाद से भारत में चुनावों ने एक लंबा रास्ता तय किया है। 1951-52 को हुए आम चुनावों में मतदाताओं की संख्या 17,32,12,343 थी, जो 2014 में बढ़कर 81,45,91,184 हो गई है। 2004 में, भारतीय चुनावों में 670 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया (यह संख्या दूसरे सबसे बड़े यूरोपीय संसदीय चुनावों के दोगुने से अधिक थी) और इसका घोषित खर्च 1989 के मुकाबले तीन गुना बढ़कर $300 मिलियन हो गया। इन चुनावों में दस लाख से अधिक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया गया। 2009 के चुनावों में 714 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया (अमेरिका और यूरोपीय संघ की संयुक्त संख्या से भी अधिक).

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भारतीय आम चुनाव, १९९१

आम चुनाव १९९१ में आयोजित की गई । चुनाव परिणाम में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत न मिल पाने के कारण, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अन्य दलों की मदद से एक स्थिर सरकार का गठन हुआ .

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भगत सिंह कोश्यारी

भगत सिंह कोश्यारी भारत की राजनीति में उत्तर भारत का एक परिचित नाम है, जो भारतीय जनता पार्टी से सम्बधित एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वे उत्तराखण्ड राज्य के द्वितीय सफल मुख्यमन्त्री तथा उत्तराखण्ड विधानसभा में 2002 से 2007 तक विपक्ष के शीर्ष नेता रह चुके हैं। .

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भुवन चन्द्र खण्डूरी

भुवन चन्द्र खण्डूरी जिन्हें मेजर जनरल (से.नि.) बी.

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राजकीय पालीटेक्निक सोरों कासगंज

राजकीय पॉलिटेक्निक, सोरों (कासगंज), उत्तर प्रदेश का तकनीकी कॉलेज है। ये उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा परिषद के अधीन व अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा सम्बन्धित है। यह कॉलेज पश्चिमी क्षेत्र (दौराला, मेरठ) के अन्तर्गत आता है। इसका शिलान्यास सन १९८३ ईस्वी में तत्कालीन मुख्यमन्त्री श्री नारायण दत्त तिवारी व शिक्षामन्त्री श्री सुनील शास्त्री द्वारा किया गया। .

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सदन के नेता (राज्य सभा)

राज्य सभा के सदन नेता एक राज्य सभा सदस्य होता है जो कैबिनेट मंत्री या कोई अन्य नामांकित मंत्री होता हैं। .

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हल्द्वानी

हल्द्वानी, उत्तराखण्ड के नैनीताल ज़िले में स्थित एक नगर है जो काठगोदाम के साथ मिलकर हल्द्वानी-काठगोदाम नगर निगम बनाता है। हल्द्वानी उत्तराखण्ड के सर्वाधिक जनसँख्या वाले नगरों में से है और इसे "कुमाऊँ का प्रवेश द्वार" भी कहा जाता है। कुमाऊँनी भाषा में इसे "हल्द्वेणी" भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ "हल्दू" (कदम्ब) प्रचुर मात्रा में मिलता था। सन् १८१६ में गोरखाओं को परास्त करने के बाद गार्डनर को कुमाऊँ का आयुक्त नियुक्त किया गया। बाद में जॉर्ज विलियम ट्रेल ने आयुक्त का पदभार संभाला और १८३४ में "हल्दु वनी" का नाम हल्द्वानी रखा। ब्रिटिश अभिलेखों से हमें ये ज्ञात होता है कि इस स्थान को १८३४ में एक मण्डी के रूप में उन लोगों के लिए बसाया गया था जो शीत ऋतु में भाभर आया करते थे। .

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आन्ध्र प्रदेश के राज्यपालों की सूची

आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल नामक इस सूची में वर्ष १९५३ से आन्ध्र प्रदेश के राज्यपालों के नाम हैं। आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल का आधिकारिक निवास राजभवन है जो राज्य की राजधानी हैदराबाद में स्थित है। .

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय

इलाहाबाद विश्वविद्यालय भारत का एक प्रमुख विश्वविद्यालय है। यह एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। यह आधुनिक भारत के सबसे पहले विश्वविद्यालयों में से एक है। इसे 'पूर्व के आक्सफोर्ड' नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना सन् 1887 ई को एल्फ्रेड लायर की प्रेरणा से हुयी थी। इस विश्वविद्यालय का नक्शा प्रसिद्ध अंग्रेज वास्तुविद इमरसन ने बनाया था। १८६६ में इलाहाबाद में म्योर कॉलेज की स्थापना हुई जो आगे चलकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रूप में विकसित हुआ। आज भी यह इलाहाबाद विश्वविद्यालय का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। म्योर कॉलेज का नाम तत्कालीन संयुक्त प्रांत के गवर्नर विलियम म्योर के नाम पर पड़ा। उन्होंने २४ मई १८६७ को इलाहाबाद में एक स्वतंत्र महाविद्यालय तथा एक विश्वविद्यालय के निर्माण की इच्छा प्रकट की थी। १८६९ में योजना बनी। उसके बाद इस काम के लिए एक शुरुआती कमेटी बना दी गई जिसके अवैतनिक सचिव प्यारे मोहन बनर्जी बने। ९ दिसम्बर १८७३ को म्योर कॉलेज की आधारशिला टामस जार्ज बैरिंग बैरन नार्थब्रेक ऑफ स्टेटस सीएमएसआई द्वारा रखी गई। ये वायसराय तथा भारत के गवर्नर जनरल थे। म्योर सेंट्रल कॉलेज का आकल्पन डब्ल्यू एमर्सन द्वारा किया गया था और ऐसी आशा थी कि कॉलेज की इमारतें मार्च १८७५ तक बनकर तैयार हो जाएँगी। लेकिन इसे पूरा होने में पूरे बारह वर्ष लग गए। १८८८ अप्रैल तक कॉलेज के सेंट्रल ब्लॉक के बनाने में ८,८९,६२७ रुपए खर्च हो चुके थे। इसका औपचारिक उद्घाटन ८ अप्रैल १८८६ को वायसराय लार्ड डफरिन ने किया। २३ सितंबर १८८७ को एक्ट XVII पास हुआ और कलकत्ता, बंबई तथा मद्रास विश्वविद्यालयों के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय उपाधि प्रदान करने वाला भारत का चौथा विश्वविद्यालय बन गया। इसकी प्रथम प्रवेश परीक्षा मार्च १८८९ में हुई। .

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कुमाऊँनी लोग

कुमाऊँनी लोग, भारतवर्ष के उत्तराखण्ड राज्य के अन्तर्गत कुमांऊॅं क्षेत्र के लोगों को कहते हैं। इनमें वे सभी लोग सम्मिलित हैं जो कुमाऊँनी भाषा या इससे सम्बन्धित उपभाषाएें बोलते हैं। कुमांऊँनी लोग उत्तराखण्ड प्रदेश के अल्मोड़ा, उधमसिंहनगर, चम्पावत, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के निवासी हैं। भारत की सशस्त्र सेनाएँ और केन्द्रीय पुलिस संगठन, कुमाऊँ के लोगों के लिए रोजगार का प्रमुख स्रोत रहे हैं। भारत की सीमाओं की रक्षा करने में कुमाऊँ रेजीमेंट की उन्नीस वाहिनियाँ कुमाऊँ के लोगों का स्पष्ट प्रतिनिधित्व करतीं हैं। .

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सूची

उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री उत्तर भारत के राज्य उत्तर प्रदेश का प्रमुख होता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सूची यहाँ दी गई है। उत्तर प्रदेश में अब तक 20 व्यक्ति मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इन 20 व्यक्तियों के अतरिक्त, तीन व्यक्ति राज्य के कार्यकारी मुख्यमंत्री भी रहे हैं जिनका कार्यकाल बहुत छोटा है। वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी हैं जो कि 19 मार्च 2017 से इस पद पर आसीन हैं। .

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उत्तराखण्ड

उत्तराखण्ड (पूर्व नाम उत्तरांचल), उत्तर भारत में स्थित एक राज्य है जिसका निर्माण ९ नवम्बर २००० को कई वर्षों के आन्दोलन के पश्चात भारत गणराज्य के सत्ताइसवें राज्य के रूप में किया गया था। सन २००० से २००६ तक यह उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था। जनवरी २००७ में स्थानीय लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य का आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखण्ड कर दिया गया। राज्य की सीमाएँ उत्तर में तिब्बत और पूर्व में नेपाल से लगी हैं। पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश इसकी सीमा से लगे राज्य हैं। सन २००० में अपने गठन से पूर्व यह उत्तर प्रदेश का एक भाग था। पारम्परिक हिन्दू ग्रन्थों और प्राचीन साहित्य में इस क्षेत्र का उल्लेख उत्तराखण्ड के रूप में किया गया है। हिन्दी और संस्कृत में उत्तराखण्ड का अर्थ उत्तरी क्षेत्र या भाग होता है। राज्य में हिन्दू धर्म की पवित्रतम और भारत की सबसे बड़ी नदियों गंगा और यमुना के उद्गम स्थल क्रमशः गंगोत्री और यमुनोत्री तथा इनके तटों पर बसे वैदिक संस्कृति के कई महत्त्वपूर्ण तीर्थस्थान हैं। देहरादून, उत्तराखण्ड की अन्तरिम राजधानी होने के साथ इस राज्य का सबसे बड़ा नगर है। गैरसैण नामक एक छोटे से कस्बे को इसकी भौगोलिक स्थिति को देखते हुए भविष्य की राजधानी के रूप में प्रस्तावित किया गया है किन्तु विवादों और संसाधनों के अभाव के चलते अभी भी देहरादून अस्थाई राजधानी बना हुआ है। राज्य का उच्च न्यायालय नैनीताल में है। राज्य सरकार ने हाल ही में हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये कुछ पहल की हैं। साथ ही बढ़ते पर्यटन व्यापार तथा उच्च तकनीकी वाले उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए आकर्षक कर योजनायें प्रस्तुत की हैं। राज्य में कुछ विवादास्पद किन्तु वृहत बाँध परियोजनाएँ भी हैं जिनकी पूरे देश में कई बार आलोचनाएँ भी की जाती रही हैं, जिनमें विशेष है भागीरथी-भीलांगना नदियों पर बनने वाली टिहरी बाँध परियोजना। इस परियोजना की कल्पना १९५३ मे की गई थी और यह अन्ततः २००७ में बनकर तैयार हुआ। उत्तराखण्ड, चिपको आन्दोलन के जन्मस्थान के नाम से भी जाना जाता है। .

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उत्तराखण्ड विधानसभा

उत्तराखण्ड विधानसभा भारत के उत्तराखण्ड राज्य की विधानसभा को कहते है। यह विधानसभा एकविधाई है और इसमें कुल विधायक संख्या ७० है तथा एक सदस्य नामांकित होता है जो आंग्ल-भारतीय होना चाहिए। उत्तराखण्ड विधान सभा भवन राज्य की राजधानी देहरादून में स्थित है। २०१७ में हुए चुनावों के बाद वर्तमान विधानसभा में ५७ विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ा दल है। .

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उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव, २००२

उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव, २००२ भारत के उत्तराखण्ड (तब उत्तराँचल) राज्य में हुआ पहला विधानसभा चुनाव था। जब उत्तराखण्ड ९ नवम्बर २००० को भारत के सत्ताइसवें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था तब राज्य में भारतीय जनता पार्टी की अन्तरिम सरकार बनाई गई। २००२ में हुए चुनावों से राज्य में पहली राज्य सरकार का गठन हुआ था जो जनता द्वारा चुनी गई थी। इस चुनाव के लिए राज्य में कुल ६,७५३ मतदान-केन्द्र बनाए गए थे और चुनाव तिथि १४ फ़रवरी २००२ थी। .

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उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव, २००७

उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव, २००७ भारत के उत्तराखण्ड राज्य में हुआ दूसरा विधानसभा चुनाव था। इससे पहले वर्ष २००२ में राज्य में प्रथम विधानसभा चुनाव हुआ था। दूसरा विधानसभा चुनाव २१ फ़रवरी २००७ को हुआ था तथा मतगणना २७ फ़रवरी २००७ को हुई थी। www.ceo.uk.gov.in चुनाव मतदान का समय प्रातः आठ बजे से सायं पाँच बजे तक का था। इन चुनावों में कुल मतदाताओं की संख्या ६०,८२,७५५ थी जिसमें से ३०,३२,१९१ पुरुष और २९,६८,३५१ महिलाएँ थी। इस विधानसभा चुनाव में कुल प्रत्याशियों की संख्या ८०६ थी जिसमें से ७५० पुरुष और ५६ महिलाएँ थी। .

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उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूची

उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री, उत्तर भारत के राज्य उत्तराखण्ड का प्रमुख होता होता है। यहाँ पर उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्रियों की सूची दी गई है। सन 2000 में उत्तर प्रदेश पर्वतीय जिलों को अलग कर के उत्तराखण्ड राज्य बनाया गया था। इस राज्य में अब तक 7 मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जिनमे से चार भारतीय जनता पार्टी से व शेष तीन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से हैं। नित्यानन्द स्वामी राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री थे। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

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