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जापान

सूची जापान

जापान, एशिया महाद्वीप में स्थित देश है। जापान चार बड़े और अनेक छोटे द्वीपों का एक समूह है। ये द्वीप एशिया के पूर्व समुद्रतट, यानि प्रशांत महासागर में स्थित हैं। इसके निकटतम पड़ोसी चीन, कोरिया तथा रूस हैं। जापान में वहाँ का मूल निवासियों की जनसंख्या ९८.५% है। बाकी 0.5% कोरियाई, 0.4 % चाइनीज़ तथा 0.6% अन्य लोग है। जापानी अपने देश को निप्पॉन कहते हैं, जिसका मतलब सूर्योदय है। जापान की राजधानी टोक्यो है और उसके अन्य बड़े महानगर योकोहामा, ओसाका और क्योटो हैं। बौद्ध धर्म देश का प्रमुख धर्म है और जापान की जनसंख्या में 96% बौद्ध अनुयायी है। .

935 संबंधों: चण्डीगढ़, चन्द्रमा, चर कार्य, चाय, चायख़ाना, चांगचून, चांगशा, चाइना एयरलाइंस, चित्रण, चित्रशाला, चित्रालेख, चिंग राजवंश, चिआंग माई, चंद्रमा के मिशन की सूची, च्यांग काई शेक, चौधरी मुख्तार सिंह, चैनल, चॅक, चोगोलीसा, चोका, चीन जापान सम्बन्ध, चीन का शान्तिपूर्ण उत्थान, चीन का इतिहास, चीन की साम्यवादी क्रांति, चीनी बौद्ध धर्म, चीनी भावचित्र, चीनी मुद्रा, चीनी जनवादी गणराज्य, चीनी विकिपीडिया, चीनी गणराज्य, टर्मिनेटर: द सराह कॉनर क्रॉनिकल्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टायो रोल्स, टाइफ़ून टिप, टाकामास्तु, टंगस्टन, टकसाल, ट्यूलिप, ट्रैक सायकलिंग, टूना, टेम्परा चित्रण, टेस्को, टॉम एंड जेरी, टोयोटा, टोयोटा प्रियस, टोकामाक, टोक्यो, टोक्यो स्टॉक एक्स्चेंज, टोक्यो विश्वविद्यालय, टोक्यो खाड़ी, ..., टीनेज म्यूटेंट निंजा टर्टल्स (२००३ टीवी श्रृंखला), ए टेल ऑफ़ टू सिटीज़, एडवर्ड नॉर्टन, एडोस इंटरएक्टिव, एनटीटी डोकोमो, एनटीएससी, एनएचके, एफ १५ इगल, एमी ली, एयरबस, एर्टन सेना, एशिया की संकटापन्न भाषाओं की सूची, एशिया की अर्थव्यवस्था, एशियाई राजमार्ग १, एशियाई विकास बैंक, एशियाई खेल, एशियाई 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पर्यटन भूगोल, पहला विश्व युद्ध, पायथागॉरियन प्रमेय, पार्क ग्यून - हाय, पाइथागोरस प्रमेय, पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन, पितृ दिवस, पितृवंश समूह डी, पिनांग, पिशाच, पवन ऊर्जा, पगोडा, पक्षी प्रव्रजन, पुत्रजीव, पुष्प, पुस्तकालय का इतिहास, प्रतिस्पर्धात्मक समझ, प्रथम चीन-जापान युद्ध, प्रथम हिन्दचीन युद्ध, प्रथम आजाद हिन्द फौज, प्रमुख धार्मिक समूह, प्राचीन भारत, प्राथमिकी, प्रादा, प्राकृतिक खेती, प्रकाश प्रदूषण, प्रेम-प्रतिमा, प्लास्टिक पुनर्चक्रण, प्लेस्टेशन, पौष्टिक-औषध (न्यूट्रास्युटिकल), पूर्णसिंह, पूर्वकाल में विश्व के विभिन्न क्षेत्रों के सकल घरेलू उत्पाद, पूर्वी चीन सागर, पूर्वी एशिया, पेठा (सब्जी), पॉल वुल्फोवित्ज़, पॉकेमॉन, पोर्टलैंड, ऑरेगॉन, पोखरण-2, पोकीमॉन (एनीमेशन), पीर पंजाल रेल सुरंग, पीली आंधी, पी॰वी॰ सिंधु, फलित ज्योतिष, फ़िलिपीन सागर, फ़िलीपीन्स, फ़्लोरिडा, फ़ूजीयामा, फ़ूकूशिमा प्रीफ़ेक्चर, फ़ॉर्मूला वन, फिनएयर, फिरोजुद्दीन मीर, फिलीपींस का इतिहास, फुकुओका, फ्रूटी, फ्लैश मेमोरी, बच्चे मनोरंजन, बफ़ेलो, न्यूयॉर्क, बसन्त कुमार विश्वास, बादाम, बायोमेट्रिक्स, बाल झड़ना, बाउल्स, 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समूह ऍफ़, मातृवंश समूह वाए, मादक पेय, मानयोशू, मानसून, मानज़ाई, मानव जाति विज्ञान, मारिया क्रिस्टीन युलिआंती, मारियाना द्वीपसमूह, मारुति सुज़ुकी सिलैरियो, मारुति सुजुकी, मार्शल आर्ट, मालिश, मासानोबू फुकुओका, मासाओका शिकि, मासाओका शिकी अंतर्राष्ट्रीय हाइकु पुरस्कार, मांगा, माइम कलाकार, माइकल बल्लैक, माइक्रोप्रोसेसर, माउज़र पिस्तौल, मित्सुबिशी एफ-2, मिनट्स टू मिडनाइट, मिनियापोलिस, मिस यूनीवर्स 2007, मिस यूनीवर्स विजेताओं की सूची, मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था, मिवा, मिखाइल बाकूनिन, मंजू बिष्ट, मंगल ग्रह, मंगल ग्रह के मिशन की सूची, मकोतो कोबायाशी (भौतिकी), मकोतो कोबायाशी (ओलंपिक), मुद्रा (भाव भंगिमा), मुद्रा (संगीत), मुम्बई, मुजफ्फरपुर, मुंबई की संस्कृति, मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर, म्यान्मा का इतिहास, मृत्यु, मैन बुकर पुरस्कार, मैनचेस्टर यूनाइटेड एफ़.सी., मैनेची सिम्बुम, मैजी, मैग्लेव ट्रेन, मैक्स पेन, मेलाका, मेइजी पुनर्स्थापन, मोटर वाहन, मोटर वाहन उद्योग, मोतिहारी, मोबाइल टीवी, मोरिता अयूमी, मोगादीशू, यति, याना गुप्ता, यासुनारी कावाबाता, युद्धपोत राजनय, युन्नान, युया ओज़ेकी, युवावस्था, युग (बुनियादी तिथि), यूटीसी+०९:००, यूनाइटेड एयरलाइंस, यूनाइटेड किंगडम, यूनाइटेड किंगडम के सशस्त्र बाल, यूयू तु, यूरेशियाई वृक्ष गौरैया, यूकियो हातोयामा, योशिरो नाकामत्सु, योशिरो मोरी, योग, योकोहामा शहर, योकोहामा का बंदरगाह, रयुक्यु द्वीपसमूह, राधाविनोद पाल, राम प्रसाद 'बिस्मिल', राममूर्ति नायडू (पहलवान), रामसर सम्मेलन, रामस्वामी वेंकटरमण, राष्ट्रीय दिवस, राष्ट्रीय निधि (दक्षिण कोरिया), राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना, राष्ट्रीय विनिर्माण नीति (भारत), राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति, रासबिहारी बोस, रासायनिक शस्त्र, राजा उदय प्रताप सिंह, रिवेंज (टीवी शृंखला), रिंगटोन, रज्जुरेल, रग्बी फुटबॉल, रग्बी यूनियन विश्व कप, रंजना लिपि, रंग मनोविज्ञान, रंग का नाम, रंगहीनता, रक्त समूह, रैंकोजी मन्दिर, रूस का इतिहास, रूस-जापान युद्ध, रेडियो आवृत्ति पहचान, रेन्या मुतागुची, रेशमकीट पालन, रेकी, रेकी चिकित्सा, रोचेस्टर, न्यूयॉर्क, रोनाल्डिन्हो, रोनाल्डो, रोनिन, रोजर फ़ेडरर, रीगा, लड़ाई बी दमन, लड़की, लारेंस बिन्यन, लिटिल बॉय, लिपि, लिंकिन पार्क, लंदन हेज फाॅलेन (फ़िल्म), लुथर गुलिक, लुईस हैमिल्टन, लूई वीटॉन, लेडो रोड, लॉकहीड मार्टिन एफ-35 लाइटनिंग II, लोक प्रशासन, लोकतांत्रिक पार्टी, ली म्युंग बाक, लीची, लीटर, लीयो एसाकी, शरणार्थियो हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त का कार्यालय, शानदोंग प्रायद्वीप, शिनकानसेन, शिन्तो धर्म, शिज़ूओका, शिव ब्रत लाल, शिगेरू बान, शिंजो अबे, शिकोत्सू झील, शिकोकू, शकरकन्द, शुएइशा, शुजी नाकामूरा, शुक्रवार, शैवाल, शैवालीकरण, शूलचर्मी, शूकर इन्फ्लूएंजा, शेफ़ील्ड, शेरलॉक होम्स, शेव्रोले, शेखर गुरेरा, शोगुन, शीतयुद्ध, शीतयुद्ध की उत्पत्ति, शीतकालीन ओलम्पिक खेल, सडाको ससाकी, सत्यभूषण वर्मा, सत्यम कम्प्यूटर सर्विसेज़, सत्यजित राय, सत्यजीत पाध्ये, सत्येन्द्र श्रीवास्तव, सफेद दिन, सफेद पुट्ठे वाली मुनिया, सबसे पुरानी कम्पनियों की सूची, समुद्री प्रदूषण, समुराई, सरदार अजीत सिंह, सरस्वती देवी, सलाद, सहभागी प्रबन्धन, सहकारी समिति, साबूदाना, सामुदायिक रेडियो, सामुराई, साम्राज्ञी गैमी, साम्राज्यवाद, सामूहिक सुरक्षा, साल्ज़बर्ग, साख़ालिन, साग-सब्ज़ियों की सूची, सांख्यिकीय प्रक्रम नियंत्रण, साके, साउंड एण्ड विजन इंडिया, सिलंग, सिलीन स्टेनोफ़ाइला, संतरी बुर्ज, संयुक्त भूयोजना एशिया के लिए, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय, संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद, संयुक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था, संवैधानिक राजशाही, संक्षिप्त सन्देश सेवा, सु डोकु, सुटोमु यामागुकी, सुनहरी मछली (गोल्डफिश), सुभाष चन्द्र बोस, सुज़ुकी, सुज़ुकी देइसेत्ज़, सुज़ुकी हायाबुसा, स्टारबक्स, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, स्टेविया, स्टेग्नोग्राफ़ी, स्टीवन सीगल, स्पा, स्पायरो: इयर ऑफ़ द ड्रैगन, स्प्रिंग-८, स्वचालित गणक मशीन, स्वदेशी आन्दोलन, स्वामी रामतीर्थ, स्वालबार्ड, स्काइप, स्क्वायर एनिक्स, स्‍वतंत्रता दिवस (भारत), सौर ऊर्जा, सैन होज़े, कैलिफोर्निया, सैनिक कानून, सैन्य विज्ञान, सैन्य व्यय के अनुसार देशों की सूची, सैन्य और अर्धसैनिक बलों की संख्या के आधार पर देशों की सूची, सैल्मन, सूप, सूमो, सूरजमुखी, सूखा, सेन्‍गाकू मायदा, सॉसेज, सोमा ज्वालामुखी, सोवियत संघ, सीआईडी (धारावाहिक), सीकन सुरंग, हरबर्ट स्पेंसर, हरी चाय, हरी सिंह थापा, हान ग्रंथ, हारुकी मुराकामी, हार्ट ऑफ एशिया, हार्ले-डेविडसन, हाइनरिख़ गुस्ताव अडोल्फ एंगलर, हाइगा, हाइकु, हिताची, हिदेकी तोजो, हिन्दी, हिरोशिमा, हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु बमबारी, हिरोहितो, हिस्ट्री (टीवी चैनल), हिंद महासागर सूनामी चेतावनी प्रणाली तंत्र, हुआंग ज़ियान फांग, हैलोवीन, हेपेटाइटिस बी, हॉक-आई, हॉकी विश्वकप, हो चि मिन्ह, होन्शू, होक्काइदो, हीरो (2015 जापानी फ़िल्म), हीरो मोटोकॉर्प, जनरल इलेक्ट्रिक, जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची, जरी, जलभंवर, जाति, जातीय समूह, जापान डाक होल्डिंग्स, जापान मानक समय, जापान में हिन्दी, जापान राष्ट्रीय रग्बी यूनियन टीम, जापान सागर, जापान ओलंपिक विवरण, जापान का ध्वज, जापान का बैंक, जापान का संविधान, जापान का इतिहास, जापान के नाम, जापान के प्रांत, जापान के क्षेत्र, जापान की सरकार, जापान की आत्मरक्षा सेना, जापान की अर्थव्यवस्था, जापानी बटेर, जापानी भाषा, जापानी मापन इकाइयाँ, जापानी युद्धोत्तर आर्थिक चमत्कार, जापानी येन, जापानी साम्राज्य, जापानी साहित्य, जापानी संसद, जापानी उद्यान-कला, जायफल, जाजमऊ, जाक्सा, जिन्को बाइलोबा, जुलाई 2009 के साइबर आक्रमण, जूडो, जूनीचीरो कोईजूमी, जूजुत्सु, जेम्स कैमरून, जेलीफ़िश, जॉर्ज पंचम, जी-4 देश, जीलिन, जीवदीप्ति, जी८, ईचीरो मिज़ूकी, ईसप की दंतकथाएं, ईंट, वनस्थली विद्यापीठ, वर्चुअल अंतरराष्ट्रीय प्राधिकरण फ़ाइल, वर्षावन, वाणिज्यिक क्रांति, वात्या भट्ठी, वानूआतू, वाराणसी, वांतरिक्ष, वितरणानुसार विश्व के समाचारपत्रों की सूची, विधिकार, विपणन, विप्रो, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: B, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: C, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: D, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: F, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: H, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: I, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: K, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: M, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: N, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: O, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: S, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: T, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: U, विमानक्षेत्रों की सूची ICAO कोड अनुसार: K, विमानक्षेत्रों की सूची ICAO कोड अनुसार: R, वियतनाम, वियतनाम का इतिहास, विलवणन, विश्व चलचित्र, विश्व धरोहर, विश्व मेलों की सूची, विश्व में बौद्ध धर्म, विश्व में हिन्दू धर्म, विश्व शांति, विश्व व्यापी वेब संघ, विश्व के देशों में शहरों की सूचियाँ, विश्व के सभी देश, विश्व के सात नए आश्चर्य, विश्व के व्यस्ततम विमानक्षेत्र यात्री संख्या अनुसार, विश्व की मुद्राएँ, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, विश्वमारी, विश्वविद्यालय, विकासशील देश, विकिपीडिया, व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि, व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर, व्हिस्की, वृहद भारत, वैलेंटाइन दिवस, वैशाली, वैक्युम क्लीनर, वॅस्टर्न (शैली), वॉनाक्राय रैनसमवेयर हमला, वोदका, वोल्ट, वी.जी. सिद्धार्थ, वीडियो गेम, वीजा (दस्तावेज), खसरा, खाड़ी युद्ध, खुली अर्थव्यवस्था, गणराज्य, गन्धक, ग़दर राज्य-क्रांति, गांधीवाद, ग्याला पेरी, ग्रेगोरी कैलेंडर, ग्रीनहाउस, ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में सर्फिंग, ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में सिंक्रनाइज़ तैराकी, ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में जूडो, ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल, गृहयुद्धों की सूची, गूगल धरती, गो-तोबा, गोएमों: एक जांबाज़ योद्धा, गोरो कोयमा, गोल्ड कोस्ट, क्वींसलैंड, गोवा, गीशा, ऑर्कुट, ऑल निप्पन एयरवेज़, ऑल इंडिया वैश्य फेडरेशन, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रेलिया का इतिहास, ओ सुज़ुकी, ओझा, ओडिन्से, ओतोमो ताबितो, ओसाका, ओसाका विश्वविद्यालय, ओहरुकुबान एइबीचु, ओख़ोत्स्क सागर, ओकी द्वीपसमूह, औषध उद्योग, आत्महत्या के तरीके, आम की प्रजातियाँ, आरएलवी टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन प्रोग्राम, आर्थिक शिथिलता, आर्सेन वेंजर, आलू के चिप्स, आस्क डॉट कॉम, आज़ाद हिन्द फ़ौज, आईएसओ ४२१७, आईपैड (पहली पीढ़ी), आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड, आईगेट (IGATE), आंबेडकर जयंती, आओमोरी प्रीफ़ेक्चर, आइची प्रीफ़ेक्चर, आइएसडीएन (ISDN), आइएसओ ३१६६ - १, आइनू लोग, इचिरो सुजुकी, इतागाकी ताइसूके, इत्सुकुशीमा मंदिर, इनक्यूबस, इराक पर आक्रमण 2003, इलेक्ट्रान विवर्तन, इलेक्ट्रिक मल्टिपल इकाई, इवाते प्रीफ़ेक्चर, इंचेयन अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, इंटरनेट उच्चस्तरीय डोमेन की सूची, इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार, कन्साई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, कन्वेंशन ड्यू मेत्रे, कबड्डी, कराटे, करावली, कला स्नातक, कलगीदार सर्प चील, कष्टार्तव (डिसमेनोरीया), कात्सुको सारुहाशी, कानपुर, काना (लिपि), कानो मोतोनोबू, काशीपुर का इतिहास, काशीपुर, उत्तराखण्ड, कासूमीगौरा झील, काज़ुओ इशिगुरो, काग़ज़ का आकार, किटा पर्वत, किमिगायो, किमिको दाते, किंकाकू जी, कुत्तों की नस्लों की सूची, कुमामोटो भूकंप 2016, कुरील द्वीपसमूह, क्यूशू, क्योडो, क्योतो विश्वविद्यालय, क्योनागा, क्रय-अभिक्रय, क्रिल, क्रिश्चियन बॅल, क्रिस बेनोइट, क्रेडिट रेटिंग एजेंसी, क्रेयौन शिनचैन, क्लिंट ईस्टवुड, कृत्रिम परिवेशी निषेचन (इन विट्रो फ़र्टिलाइज़ेशन), कैटरीना कैफ़, कैन्यनिंग, कैनोला, कैसर विल्हेम द्वितीय (जर्मनी), कैंडीज (बैंड), के संगणक, केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्र, केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची, केलाग-ब्रियाँ समझौता, कॉण्टैक्ट लैंस, कॉइन ऑप्रेटेड बेबीज़, कोड गीअस, कोनामी होल्डिंग्स, कोबो ई रीडर, कोबी ब्रायंट, कोरिया, कोरिया का इतिहास, कोरियाई प्रायद्वीप, कोलंबिया, दक्षिण कैरोलीना, कोकुर्यौ, अचार बनाना, अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह, अनानास, अनुवाद की दुनिया, अन्तरराष्ट्रीय मात्रक प्रणाली, अन्तरराष्ट्रीय विधि, अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड, अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्य राष्ट्र, अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततकनीकी आयोग, अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन, अपमान की सदी, अपर्णा दत्ता गुप्ता, अपशिष्ट प्रबंधन, अबाशिरी झील, अमिताभ बुद्ध, अमेरिकन अकिता, अरण्डी, अर्धचालक युक्ति, अलांग, अल्ताई भाषा-परिवार, अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव, अलेक्सांदर द्वितीय, अज्ञेय, अगस्त २०१०, अंतरराष्ट्रीय तापनाभिकीय प्रायोगिक संयंत्र, अंतरिक्ष अन्वेषण, अंतरजाल, अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, अकान माशू राष्ट्रीय उद्यान, अकाहिटो, अकिता प्रीफ़ेक्चर, अकिरा कुरोसावा, अक्ष शक्तियाँ, अकीको मोरिगामी, उत्तर प्रदेश, उत्तर प्रदेश का इतिहास, उत्तर कोरिया, उत्तर अमेरिकी प्लेट, उत्कीर्णन, उदयभानु ध्वज, उपग्रह, उबर कप, उशिकु दायबुत्सु बुद्ध प्रतिमा, उष्णकटिबंधीय चक्रवात, १ फ़रवरी, १ सितंबर, १ जनवरी, १ अगस्त, १ई+११ मी॰², १ई+९ मी॰², १० दिसम्बर, १० जनवरी, १२ नवम्बर, १३ दिसम्बर, १५ मार्च, १५ सितम्बर, १६ दिसम्बर, १६ जुलाई, १७ जुलाई, १७ अगस्त, १८ दिसम्बर, १८४१, १८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, १८७७, १९ अगस्त, १९०५ की रूसी क्रांति, १९२१, १९२२, १९२३, १९३७, १९४३, १९४४, १९४५, १९५६, १९६४ ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत, १९८०, १९८९ में पद्म भूषण धारक, १९९२ में पद्म भूषण धारक, १९९८, २ सितम्बर, २० नवंबर, २००४ में पद्म भूषण धारक, २००६ एशियाई खेल, २००७, २००७ में पद्म भूषण धारक, २००८ के मुंबई हमले, २००९, २०१०, २०१० फीफा विश्व कप, २०११ सेन्दाई भूकम्प और सुनामी, २०१४ फीफा विश्व कप, २०१४ की युक्रेन क्राँति एवं क्रीमिया संकट, २०१६ में आए भूकम्पों की सूची, २०१६ ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत, २०१७ एशियाई शीतकालीन खेल, २१ सितम्बर, २२ नवम्बर, २२ जुलाई २००९ का सूर्यग्रहण, २४ अगस्त, २५ फ़रवरी, २७ दिसम्बर, २७ मार्च, २८ अगस्त, २९ अगस्त, ३ निन्जास किक बैक, ३ फ़रवरी, ३जी, ५ सितंबर, ६ नवम्बर, ८ दिसम्बर, ९ दिसम्बर, ९ अक्टूबर, 1868 एरिका भूकंप, 1948 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, 1951 एशियाई खेल, 1954 एशियाई खेल, 1958 एशियाई खेल, 1964 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, 1970 एशियाई खेल, 1974 एशियाई खेल, 1982 एशियाई खेल, 1985 नारिता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बमबारी, 1986 एशियाई शीतकालीन खेल, 1986 एशियाई खेल, 1990 एशियाई शीतकालीन खेल, 1994 एशियाई खेल, 2002 हॉकी विश्वकप (पुरुष), 2006 हॉकी विश्वकप (पुरुष), 2007 के अरबपतियों की सूची, 2010 एशियाई खेल पदक तालिका, 2013 बोहोल भूकम्प, 2014 दक्षिण कोरियाई जहाज डूबने की घटना, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में जापान, 2017 शयरात एयर बेस अमेरीकी मिसाइल हमला, 2020 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक सूचकांक विस्तार (885 अधिक) »

चण्डीगढ़

चण्डीगढ़, (पंजाबी: ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ), भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है, जो दो भारतीय राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी भी है। इसके नाम का अर्थ है चण्डी का किला। यह हिन्दू देवी दुर्गा के एक रूप चण्डिका या चण्डी के एक मंदिर के कारण पड़ा है। यह मंदिर आज भी शहर में स्थित है। इसे सिटी ब्यूटीफुल भी कहा जाता है। चंडीगढ़ राजधानी क्षेत्र में मोहाली, पंचकुला और ज़ीरकपुर आते हैं, जिनकी २००१ की जनगणना के अनुसार जनसंख्या ११६५१११ (१ करोड़ १६ लाख) है। भारत की लोकसभा में प्रतिनिधित्व हेतु चण्डीगढ़ के लिए एक सीट आवण्टित है। वर्तमान सोलहवीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की श्रीमति किरण खेर यहाँ से साँसद हैं। इस शहर का नामकरण दुर्गा के एक रूप ‘चंडिका’ के कारण हुआ है और चंडी का मंदिर आज भी इस शहर की धार्मिक पहचान है। नवोदय टाइम्स इस शहर के निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की भी निजी रुचि रही है, जिन्होंने नए राष्ट्र के आधुनिक प्रगतिशील दृष्टिकोण के रूप में चंडीगढ़ को देखते हुए इसे राष्ट्र के भविष्य में विश्वास का प्रतीक बताया था। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शहरी योजनाबद्धता और वास्तु-स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध यह शहर आधुनिक भारत का प्रथम योजनाबद्ध शहर है।, चंडीगढ़ के मुख्य वास्तुकार फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर हैं, लेकिन शहर में पियरे जिएन्नरेट, मैथ्यु नोविकी एवं अल्बर्ट मेयर के बहुत से अद्भुत वास्तु नमूने देखे जा सकते हैं। शहर का भारत के समृद्ध राज्यों और संघ शसित प्रदेशों की सूची में अग्रणी नाम आता है, जिसकी प्रति व्यक्ति आय ९९,२६२ रु (वर्तमान मूल्य अनुसार) एवं स्थिर मूल्य अनुसार ७०,३६१ (२००६-०७) रु है। .

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चन्द्रमा

कोई विवरण नहीं।

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चर कार्य

चर कार्य या गुप्तचरी या खुफियागिरी या जासूसी अर्थात् भेद निकालने का कार्य गुप्तचरों और भेदियों द्वारा किया जाता है। विशेषकर युद्धकाल में सब देश अपने भेदियों को भेजकर दूसरे देशों की सेना, सरकार, उत्पादन, वैज्ञानिक उन्नति आदि के तथ्यों के विषय में सूचना प्राप्त करने का प्रयत्न करते हैं। चर कार्य नैतिकता की दृष्टि से आपत्तिजनक है और बहुधा ये लोग ही इस कार्य को सफलता से कर सकते हैं जिनको अच्छे बुरे का विचार न हो। .

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चाय

चाय एक लोकप्रिय पेय है। यह चाय के पौधों की पत्तियों से बनता है।भारतीय.

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चायख़ाना

चीन के नानजिंग शहर में एक चायख़ाना चायख़ाना ऐसे स्थान को बोलते हैं जो ग्राहकों या अतिथियों को चाय पिलाने के कार्य पर केन्द्रित हो। भारतीय उपमहाद्वीप, ईरान, चीन, जापान और बहुत से अन्य समाजों में चायख़ाने लोक-संस्कृति और सामाजिक मिलन का पारम्परिक केंद्र भी हैं या ऐतिहासिक रूप से रह चुके हैं। अक्सर चायख़ानो में चाय के अलावा हलके-फुल्के नाश्ते भी परोसे जाते हैं। कुछ जगहों पर चायख़ानो में शतरंज, ताश, धूम्रपान (जैसे कि हुक्का) और अन्य हलकी सामूहिक क्रियाओं का भी बंदोबस्त किया जाता है।, C. J. Richards, Richards, 1976, ISBN 978-0-7223-0890-5,...

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चांगचून

चांगचून शहर के नज़ारे चांगचून (चीनी: 长春, अंग्रेज़ी: Changchun, मान्छु: ᠴᠠᠩ ᠴᡠᠨ) पूर्वोत्तरी चीन में मंचूरिया क्षेत्र के जीलिन प्रान्त की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह एक उप-प्रांत का दर्जा रखने वाला शहर है। सन् २०१० की जनगणना में चांगचून की जनसँख्या ७६,७७,०८९ थी, जिनमें से ३३,४१,७०० इसके पक्की-आबादी वाले क्षेत्र में बसे हुए थे। जुरचेन भाषा में 'चांग चून' का मतलब 'लम्बा चश्मा' होता है। .

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चांगशा

चांगशा शहर के कुछ नज़ारे चांगशा (长沙, Changsha) दक्षिणी-मध्य चीन के हूनान प्रांत की राजधानी है। यह शिआंग नदी पर स्थित है जो यांग्त्से नदी की एक शाखा है। सन् २०१० की जनगणना में चांगशा की आबादी ७०,४४,११८ थी। यह शहर चिन राजवंश (२२१-२०७ ईसापूर्व) के ज़माने से महत्वपूर्ण है और एक मुख्य व्यापारिक केंद्र हुआ करता था। सन् १६६४ ईसवी में चिंग राजवंश के काल में यह हूनान प्रान्त की राजधानी बना और चावल की एक मुख्य मंडी यहाँ स्थित थी। द्वितीय विश्वयुद्ध में जापानी फ़ौजों के इसपर कुछ देर के लिए क़ब्ज़ा कर लिया था और शहर बहुत तहस-नहस हुआ। वर्तमान काल में यह उद्योग और व्यापार का बड़ा केंद्र है और यहाँ एक मुख्य बंदरगाह भी है। जनवादी गणतंत्र चीन के संस्थापक माओ ज़ेदोंग का साम्यवाद (कोम्युनिज़म) में परिवर्तन यहीं हुआ था।, Shelley Jiang, Shelley Cheung, Macmillan, 2004, ISBN 978-0-312-32005-8 .

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चाइना एयरलाइंस

ताओयुआन स्थित मुख्यालय भवन चाइना एयरलाइंस (सीएएल) (चीनी: 中華 航空; पिनयिन: ज़ोंघुआ हांगकॉंग) (टीडब्लूएसई: 2610) चीन गणराज्य (ताइवान) की सबसे बड़ी ध्वज वाहक और एयरलाइन कंपनी है। इसका मुख्यालय ताइवान ताओयुवान अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में है और इसके नियमित कर्मचारियों की संख्या 11,154 है। चाइना एयरलाइन्स 1300 से अधिक साप्ताहिक उड़ाने भरता हैं, जो 91(+1) शहरों और 95(+1) हवाई अड्डों (कोडशेयर छोड़कर; कोष्ठ भविष्य स्थलों की ओर संकेत करते है) जो संपूर्ण एशिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और ओशिनिया मे फैले हुए हैं,। दूसरी तरफ इसका कार्गो विभाग 33 गंतव्यों के लिए 91 मालवाही साप्ताहिक उड़ानों भरता है। 2013 मे यह एयरलाइंस यात्री प्रति किलोमीटर राजस्व के मामले में दुनिया में 29वीं सबसे बड़ी एयरलाइन और माल भाड़े के मामले में 9 वीं सबसे बड़ी एयरलाइन्स हैं। चाइना एयरलाइन्स के तीन सहायक एयरलाइन कंपनियाँ है। मंदारिन एयरलाइंस, जो घरेलू और क्षेत्रीय गंतव्यों के लिए उड़ानें संचालित करती हैं। चाइना एयरलाइन्स कार्गो: जो मालवाही विमानों के बेड़े चलाती है और अपने सरंक्षक एयरलाइन की कार्गो क्षमता का प्रबंधन करती है। टाइगर-एयर ताइवान एक कम लागत वाली वाहक कंपनी हैं। चाइना एयरलाइन्स और सिंगापुर एयरलाइन समूह टाइगर-एयर होल्डिंग्स द्वारा स्थापित की गयी हैं। .

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चित्रण

जेस्सी विकॉक्स स्मिथ के चित्रण. चित्रण रेखांकन, चित्रकारी, छायांकन या कला के अन्य कार्यों के रूप में प्रस्तुत प्रदर्शित मानसदर्शन का एक रूप है, जिसे ग्राफ़िक रूप से दृश्य प्रस्तुति देकर ऐन्द्रिक जानकारी (जैसे कहानी, कविता या समाचारपत्र लेख) की स्पष्ट व्याख्या करने या निर्धारित करने के लिए बनाया जाता है। .

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चित्रशाला

National Gallery of Art चित्रशाला में प्रदर्शित कलाकृतियाँ चित्रशाला उस विशेष भवन को कहते हैं जिसमें विभिन्न कलाकृतियाँ (चित्र तथा मूर्तियाँ आदि) संरक्षित तथा प्रदर्शित की जाती हैं। प्राय: कलासंग्रहालय (अंग्रेजी: म्यूजियम) का प्रयोग चित्रशाला के लिये होता रहा है किंतु इसके लिये चित्र संग्रहालय अथवा चित्रशाला (आर्ट म्यूजियम या आर्ट गैलरी) अधिक उपयुक्त शब्द है और यही अधिक प्रचलित है। .

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चित्रालेख

कम्प्यूटरों का प्रयोग किया जाता है पुर्तगाली संगीत गुट "आठ झूठे क़दम" (8fs, एट फ़ेक स्टॅप्स) ने अपनी छवि में अव्यवस्थित "पंक" चित्रालेख का प्रयोग किया रंगों का नियंत्रित प्रयोग, साफ़ चित्रण और सरल लेकिन शक्तिशाली छवियाँ जापान के पारम्परिक चित्रालेख के लक्षण हैं (ताकेऊची सेइहो द्वारा सन् १९२४ में बनाया बिल्ली का चित्र) चित्रालेख या ग्राफ़िक्स ऐसे दृश्य प्रदर्शन को कहते हैं जो किसी दीवार, कपड़े, काग़ज़, पत्थर, कंप्यूटर स्क्रीन या अन्य सतह पर ज्ञान, मनोरंजन, सन्देश, मार्गदर्शन, पहचान या अन्य किसी ध्येय से बनाया गया हो। इसके उदहारण लिखाई, फ़ोटो, चित्र, अंक, अक्षर, इत्यादि हैं। चित्रालेख में अक्सर लिखाई, चित्र, रंगों और अन्य तत्वों को मिलाया जाता है। मानवों में यह क्षमता है कि वे चित्रलेखों को देखकर उन से अर्थ भाप पाते हैं। इस प्रक्रिया पर लक्षण-विज्ञान में अध्ययन किया जाता है। .

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चिंग राजवंश

अपने चरम पर चिंग राजवंश का साम्राज्य कांगशी सम्राट, जो चिंग राजवंश का चौथा सम्राट था चिंग राजवंश (चीनी: 大清帝國, दा चिंग दिगुओ, अर्थ: महान चिंग; अंग्रेज़ी: Qing dynasty, चिंग डायनॅस्टी) चीन का आख़री राजवंश था, जिसनें चीन पर सन् १६४४ से १९१२ तक राज किया। चिंग वंश के राजा वास्तव में चीनी नस्ल के नहीं थे, बल्कि उनसे बिलकुल भिन्न मान्छु जाति के थे जिन्होंने इस से पहले आये मिंग राजवंश को सत्ता से निकालकर चीन के सिंहासन पर क़ब्ज़ा कर लिया। चिंग चीन का आख़री राजवंश था और इसके बाद चीन गणतांत्रिक प्रणाली की ओर चला गया।, William T. Rowe, Harvard University Press, 2009, ISBN 978-0-674-03612-3 .

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चिआंग माई

चिआंग माई เชียงใหม่ लन्ना) जिसे कभी कभी "चिएंगमाई" अथवा "चियांगमाई" भी लिखा जाता है, उत्तरी थाईलैंड का सबसे बड़ा और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर है और चिआंग माई प्रांत की राजधानी है। देश के सबसे ऊँचे पहाड़ों के बीच, यह बैंकॉक के उत्तर में पर स्थित है। यह शहर पिंग नदी के किनारे पर स्थित है, जो कि चाओ फ्राया नदी की एक मुख्य उपनदी है। हाल ही के वर्षों में, चिआंग माई तेजी से एक आधुनिक शहर के रूप में उभरा है और लगभग 1 मिलियन पर्यटकों को प्रत्येक वर्ष आकर्षित करता है। जब मई 2006 में आसियान देशों और "+3" देशों (चीन, जापान, और दक्षिण कोरिया के बीच में चिआंग माई पहल संपन्न हुई, तब चिआंग माई ने राजनीतिक क्षेत्र में प्रसिद्धि प्राप्त की। चिआंग माई का ऐतिहासिक महत्व इसके पिंग नदी जैसे महवपूर्ण स्थान पर स्थित होने की वजह से और प्रमुख व्यापारिक मार्गों से जुड़े रहने के कारण है। यह शहर दस्तकारी के सामान का, छातों का, गहनों (विशेषकर चांदी के गहनों का) और लकड़ी में नक्काशी के काम का काफी समय से एक प्रमुख केंद्र रहा है। हालांकि आधिकारिक तौर पर चिआंग माई का शहर (थेसबान नेकहोन) 150,000 की आबादी के साथ मुईआंग चिआंग माई जिले के अधिकांश भागों में ही पड़ता है परन्तु, शहर का फैलाव अब कई पड़ोसी जिलों में भी फ़ैल गया है। इस चिआंग माई मेट्रोपोलिटन एरिया की आबादी लगभग दस लाख है, जो कि चिआंग माई प्रांत की आबादी की आधे से अधिक है। शहर चार वार्डों में उपविभाजित है(ख्वाएंग): नाखों पिंग, श्रीविजय, मेंगारी और कवीला. इनमें से पहले तीन पिंग नदी के पश्चिमी तट पर हैं और कवीला पूर्वी तट पर स्थित है। शहर के उत्तर में नाखों पिंग जिला शामिल है। श्रीविजय, मेंगराई और कवीला क्रमशः पश्चिम, दक्षिण और पूर्व में स्थित है। शहर का केंद्र-शहर की चारदीवारी के भीतर-मुख्य रूप से श्रीविजय वार्ड के भीतर है। .

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चंद्रमा के मिशन की सूची

श्रेणी:चंद्र अभियानों की सूची‎.

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च्यांग काई शेक

च्यांग काई शेक च्यांग काई शेक (Chiang Kai-shek; १८८७-१९७५) चीन का राजनेता एवं सैनिक नेता था जिसने १९२७ से १९७५ तक चीनी गणराज्य का नेतृत्व किया। वह चीन की राष्ट्रवादी पार्टी कुओमितांग ((KMT) के प्रभावी नेता तथा सन यात-सेन के घनिष्ठ मित्र थे। बाद में वह साम्यवादियों का कट्टर शत्रु बन गया था। .

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चौधरी मुख्तार सिंह

चौधरी मुख्तार सिंह भारत के एक देशभक्त हिन्दीसेवी एवं शिक्षाविद थे। 1946 में वायसराय कौंसल के सदस्य चौधरी मुख्तार सिंह ने जापान और जर्मनी की यात्रा के बाद यह अनुभव किया था कि यदि भारत को कम समय में आर्थिक दृष्टि से उन्नत होना है तो जन भाषा में जन वैज्ञानिक बनाने होगे। उन्होने मेरठ के पास एक छोटे से कस्बे में "विज्ञान कला भवन" नामक संस्था की स्थापना की। हिन्दी मिडिल पास छात्रों को उसमें प्रवेश दिया। और हिन्दी के माध्यम से मात्र पांच वर्षों में उन्हें एमएससी के कोर्स पूरे कराकर "विज्ञान विशारद" की उपाधि से विभूषित किया। इस प्रकार के प्रयोग से वे देश की सरकार को दिशा देना चाहते थे कि जापान की भांति भारत का हर घर लघु उद्योग केन्द्र हो सकता है। दुर्भग्यवश दो स्नातकटोलियों के निकलने के बाद ही चोधरी साहब की मृत्यु हो गई और प्रदेश सरकार ने "विज्ञान कलाभवन" को इंटर कॉलेज बना दिया। वहां तैयार किए गए ग्रन्थों के प्रति भी कोई मोह सरकार का नहीं था। पर इस प्रयोग ने यह भी सिद्ध तो किया ही (अगर यह सिद्ध करने की जरूरत थी तो) कि जनभाषा ही आर्थिक उन्नति का रहस्य है। जनविज्ञान, विकास की आत्मा है। जनभाषा ही जनतंत्र की मूल आत्मा को प्रतिबिनि्बत कर सकती है, यह बात गांधी जी ही नहीं और नेता भी जानते थे। तभी तो राजाजी कहते थे, 'हिन्दी का प्रश्न आजादी के प्रश्न के जुड़ा है'। और तभी तो आजाद हिन्द फौज की भाषा हिन्दी थी। तभी तो युवको को अंग्रेजी स्कूलों से हटा कर उनके अभिभावको ने हिन्दी एवं राष्ट्रीय विद्यालयों में भेजा था। लाल बहादुर शास्त्री आदि देशरत्न ऐसे ही विद्यालयों की उपज थे। हिन्दी परिवर्तन की भाषा थी, क्रान्ति का उद्बोधन थी उन दिनों। .

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चैनल

चैनल एस.ए., सामान्यतः "चैनल" के रूप में ज्ञात '(), स्वर्गीय डिज़ाइनर गैब्रिएल "कोको" चैनल द्वारा स्थापित पेरिस का एक फैशन हाउस है, जिसे उच्च फैशन में मजबूत रूप से स्थापित ब्रैंडों में से एक माना जाता है, जो विलासिता वस्तुओं में विशेषज्ञता रखता है (ओट कूट्युअर, तैयार कपड़े, हैंडबैग, परफ्यूम और अन्य चीज़ों के अंतर्गत सौंदर्य प्रसाधन).

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चॅक

चॅक (आम तौर पर) काग़ज़ का एक ऐसा टुकड़ा होता है जो धन के भुगतान का आदेश देता है। चॅक लिखने वाला व्यक्ति, जिसे निर्माता कहते हैं, उसका आम तौर पर एक जमा खाता होता है (एक "मांग खाता"), जहां उसका धन जमा होता है। चॅककर्ता, चॅक पर धनराशि, दिनांक और आदाता सहित कई विवरण लिखता है और यह आदेश देते हुए हस्ताक्षर करता है कि उल्लिखित धनराशि को इस व्यक्ति या कंपनी को उनके बैंक द्वारा भुगतान किया जाए. मूलतः, इसमें कोई बैंक शामिल नहीं होता था और प्राप्तकर्ता के लिए यह ज़रूरी था कि वह भुगतान पाने के लिए व्यक्तिगत रूप से चॅककर्ता को ढूंढ़ निकाले. बैंक का प्रयोजन चॅक की विश्वसनीयता को बढ़ाना था; फिर, आदाता को केवल उस बैंक को खोजने की जरुरत होती थी जिससे वह आहरित था। आधुनिक बैंक इलेक्ट्रॉनिक तौर पर जुड़े हैं, इसलिए कम से कम उसी देश में, कोई भी चॅक किसी भी बैंक में सुसंगत है। काग़ज़ी पैसे चॅकों से विकसित हुए, जो उसे कब्जे में रखने वाले व्यक्ति ("वाहक") को निश्चित राशि की अदायगी का आदेश है। तकनीकी रूप से, चॅक एक परक्राम्य लिखत हैहालांकि अधिकांश देशों में चॅकों को परक्राम्य लिखतों के रूप में विनियमित किया जाता है, कई देशों में वे वस्तुतः परक्राम्य नहीं हैं, अर्थात् आदाता अन्य पार्टी के पक्ष में चॅक का पृष्ठांकन नहीं कर सकता है। भुगतानकर्ता आम तौर पर एक चॅक को किसी नामित आदाता को देय के रूप में केवल चॅक के "रेखन" द्वारा अभिहित कर सकते हैं, तद्द्वारा उसे केवल आदाता के खाते में देय के रूप प्राधिकृत करते हैं, लेकिन वित्तीय अपराधों का मुकाबला करने के प्रयास में कई देशों ने क़ानून और विनियमन के संयोजन द्वारा प्रावधान है कि सभी चॅकों को रेखित या केवल खाते में देय के रूप में माना जाए और वे परक्राम्य नहीं हैं। जो वित्तीय संस्था को उस संस्था के पास चॅककर्ता/जमाकर्ता के नाम धारित विशिष्ट मांग खाते से विशिष्ट मुद्रा में भुगतान करने के लिए निर्दिष्ट करता है। दोनों, चॅककर्ता और आदाता प्राकृतिक व्यक्ति या क़ानूनी हस्ती हो सकते हैं। .

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चोगोलीसा

चोगोलीसा पाक अधिकृत कश्मीर के बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित काराकोरम पर्वतों के माशेरब्रुम पर्वत समूह का एक ऊँचा पर्वत है। माशेरब्रुम समूह बाल्तोरो हिमानी से दक्षिण में स्थित है। इस पर्वत के कई शिखर हैं, जिनमें दक्षिण-पश्चिमी और उत्तर-पूर्वी मुख्य हैं। इसके दक्षिण-पश्चिमी मुख वाला शिखर, जिसे चोगोलीसा-१ (Chogolisa I) भी कहते हैं, सबसे ऊँचा है और ७,६६५ मीटर (२५,१४८ फ़ुट) की बुलंदी रखता है। इसका दूसरा सबसे ऊँचा मुख पूर्वोत्तर वाला है, जिसे चोगोलीसा-२ (Chogolisa II) भी कहते हैं और जिसकी ऊँचाई ७,६५४ मीटर है। मार्टिन कॉनवे ने सन् १८९२ में चोगोलीसा-२ को दुल्हन पर्वत (Bride Peak) का नाम भी दिया था। .

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चोका

चोका जापानी कविता की एक शैली है। ये लम्बी कविताएँ हैं। जापान के सबसे पहले कविता-संकलन मान्योशू में २६२ चोका कविताएँ संकलित हैं, जिनमें सबसे छोटी कविता ९ पंक्तियों की है। चोका कविताओं में ५ और ७ वर्णों की आवृत्ति मिलती है। अन्तिम पंक्तियों में प्रायः ५, ७, ५, ७, ७ वर्ण होते हैं। चोका पहली से तेरहवीं शताब्दी में जापानी काव्य विधा में महाकाव्य की कथाकथन शैली रही है। मूलत; चोका गाए जाते रहे हैं। इनका वाचन उच्च स्वर में किया जाता रहा है। यह प्राय: वर्णनात्मक रहा है। इसको एक ही कवि रचता है। .

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चीन जापान सम्बन्ध

चीन (हरा) तथा जापान (नारंगी) चीन और जापान भौगोलिक रूप से पूर्वी चीन सागर द्वारा विलगित हैं। जापान के ऊपर चीन की भाषा, वास्तु, संस्कृति, धर्म, दर्शन तथा विधि से काफी प्रभाव है। १९वीं शताब्दी के मध्य में जब युनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका आदि ने जापान को अपना व्यापार खोलने के लिये विवश कर दिया तो इसका परिणाम सकारात्मक हुआ और जापान तेजी से आधुनिकीकरण की ओर बढ़ा जिसे मीजी पुनःस्थापन (मीजी रिस्टोरेशन) कहते हैं। उसके बाद जापान चीन को ऐसा देश मानने लगा जो पिछड़ा तथा अपने आप को पश्चिमी देशों से रक्षा करने में असमर्थ है। .

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चीन का शान्तिपूर्ण उत्थान

चीन का शान्तिपूर्ण उत्थान (सरलीकृत चीनी: 中国和平崛起; पारम्परिक चीनी: 中國和平崛起) जिसे कभी-कभी "चीन का शान्तिपूर्ण विकास" नाम से भी निर्दिष्ट किया जाता है, हू जिन्ताओ के नेतृत्व में चीन की आधिकारिक नीति थी। इस शब्द का उपयोग "चीनी खतरा सिद्धान्त" का खण्डन करने के लिए लागू किया गया था। जैसे-जैसे चीन एक बड़ी राजनैतिक, आर्थिक और सैन्य शकित के रूप में उभरता गया, वह अन्य देशों को यह विश्वास दिलाना चाहता था कि उसका उत्थान अन्य देशों की शान्ति और सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है। चीन इस नीति को आन्तरिक रूप से चीनी समाज में सद्भाव लाकर लागू करता है और बाहरी सूप से एक शान्तिपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय परिवेश को बढ़ावा देकर। इस नीति का उद्देश्य चीन को एक दायित्वपूर्ण विश्व नेता के रूप में चित्रित करना, नम्र-शक्ति पर बल देना और प्रतिज्ञा दिलाना है कि चीन वैश्विक मामलों में हस्तक्षेप करने से पहले अपने आन्तरिक मुद्दों और अपने लोगों के कल्याण सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। यह शब्द यह सुझाता है कि चीन अनावश्यक अन्तर्राष्ट्रीय विवादों में टकरावों को टालना चाहता है। .

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चीन का इतिहास

चीन के राजवंशों की राज्यसीमाएँ पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर चीन में मानव बसाव लगभग साढ़े बाईस लाख (22.5 लाख) साल पुराना है। चीन की सभ्यता विश्व की पुरातनतम सभ्यताओं में से एक है। यह उन गिने-चुने सभ्यताओं में एक है जिन्होनें प्राचीन काल में अपना स्वतंत्र लेखन पद्धति का विकास किया। अन्य सभ्यताओं के नाम हैं - प्राचीन भारत (सिंधु घाटी सभ्यता), मेसोपोटामिया की सभ्यता, मिस्र सभ्यता और माया सभ्यता। चीनी लिपि अब भी चीन, जापान के साथ-साथ आंशिक रूप से कोरिया तथा वियतनाम में प्रयुक्त होती है। .

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चीन की साम्यवादी क्रांति

माओ चीनी साम्यवादी दल की स्थापना १९२१ में हुई थी। सन १९४९ में चीनी साम्यवादी दल का चीन की सत्ता पर अधिकार करने की घटना चीनी साम्यवादी क्रांति कहलाती है। चीन में १९४६ से १९४९ तक गृहयुद्ध की स्थिति थी। इस गृहयुद्ध का द्वितीय चरण साम्यवादी क्रान्ति के रूप में सामने आया। चीन ने आधिकारिक तौर पर इस अवधि को 'मुक्ति संग्राम' (War of Liberation, सरल चीनी: 解放战争; परम्परागत चीनी: 國共內戰; फीनयिन: Jiěfàng Zhànzhēng) कहा जाता है। .

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चीनी बौद्ध धर्म

चीनी बौद्ध धर्म (हान चीनी बौद्ध धर्म) बौद्ध धर्म की चीनी शाखा है। बौद्ध धर्म की परम्पराओं ने तक़रीबन दो हज़ार वर्षों तक चीनी संस्कृति एवं सभ्यता पर एक गहरा प्रभाव छोड़ा, यह बौद्ध परम्पराएँ चीनी कला, राजनीति, साहित्य, दर्शन तथा चिकित्सा में देखी जा सकती हैं। दुनिया की 65% से अधिक बौद्ध आबादी चीन में रहती हैं। भारतीय बौद्ध धर्मग्रन्थों का चीनी भाषा में अनुवाद ने पूर्वी एशिया व दक्षिण पूर्व एशिया में बौद्ध धर्म को बहुत बढ़ावा दिया, इतना कि बौद्ध धर्म कोरिया, जापान, रयुक्यु द्वीपसमूह और वियतनाम तक पहुँच पाया था। चीनी बौद्ध धर्म में बहुत सारी ताओवादी और विभिन्न सांस्कृतिक चीनी परम्पराएँ मिश्रित हैं। .

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चीनी भावचित्र

चीनी लिपि में 'आँख' के लिए भावचित्र 'आँख' के भावचित्र का हस्त-लिखित रूप शांग राजवंश काल में हड्डियों पर खरोंचे गए स्वर-अर्थ संयुक्त भावचित्र - इनसे भविष्यवानियाँ की जाती थीं सन् १४३६ में बनी चीनी भावचित्र सिखाने के लिए एक पुस्तक का पृष्ठ गाय के चित्र से कैसे उसका आधुनिक भावचित्र बदलावों के साथ उत्पन्न हुआ चीनी भावचित्रों में हर दिशा में खीची जाने वाली हर प्रकार की लकीर का एक भिन्न नाम है - हर भावचित्र में यह लकीरें अलग तरह से सम्मिलित होती हैं - यहाँ दिखाए गए भावचित्र 永 का मतलब 'हमेशा' या 'सनातन' है हानज़ी अथवा चीनी भावचित्र (अंग्रेज़ी: Chinese characters, चाइनीज़ कैरॅक्टर्ज़) चीनी भाषा और (कुछ हद तक) जापानी भाषा लिखने के लिए इस्तेमाल होने वाले भावचित्र होते हैं। इन्हें चीनी के लिए जब प्रयोग किया जाए तो यह हानज़ी(汉字/漢字, hanzi) कहलाते हैं और जब जापानी के लिए प्रयोग किया जाए तो कानजी (漢字, kanji) कहलाते हैं। पुराने ज़माने में इनका प्रयोग कोरियाई भाषा और वियतनामी भाषा के लिए भी होता था। चीनी भावचित्र दुनिया की सब से पुरानी चलती आ रही लिखने की विधि है।, Hans Jensen, Allen & Unwin, 1969,...

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चीनी मुद्रा

हान राजवंश नकद सिक्का रॅन्मिन्बी चीनी जनवादी गणराज्य (PRC) की आधिकारिक मुद्रा है। यह मुख्य भूमि चीन में विधिमान्य मुद्रा है, लेकिन हांगकांग और मकाओ में नहीं। इसका संक्षिप्त रूप RMB है और रॅन्मिन्बी की इकाइयां हैं युआन (元), झाओ (角) और फ़ेन (分): 1 युआन .

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चीनी जनवादी गणराज्य

चीनी जनवादी गणराज्य (चीनी: 中华人民共和国) जिसे प्रायः चीन नाम से भी सम्बोधित किया जाता है, पूर्वी एशिया में स्थित एक देश है। १.३ अरब निवासियों के साथ यह विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है और ९६,४१,१४४ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ यह रूस और कनाडा के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्रफल वाला देश है। इतना विशाल क्षेत्रफल होने के कारण इसकी सीमा से लगते देशों की संख्या भी विश्व में सर्वाधिक (रूस के बराबर) है जो इस प्रकार है (उत्तर से दक्षिणावर्त्त): रूस, मंगोलिया, उत्तर कोरिया, वियतनाम, लाओस, म्यान्मार, भारत, भूटान, नेपाल, तिबत देश,पाकिस्तान, अफ़्गानिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और कज़ाख़िस्तान। उत्तर पूर्व में जापान और दक्षिण कोरिया मुख्य भूमि से दूरी पर स्थित हैं। चीनी जनवादी गणराज्य की स्थापना १ अक्टूबर, १९४९ को हुई थी, जब साम्यवादियों ने गृहयुद्ध में कुओमिन्तांग पर जीत प्राप्त की। कुओमिन्तांग की हार के बाद वे लोग ताइवान या चीनी गणराज्य को चले गए और मुख्यभूमि चीन पर साम्यवादी दल ने साम्यवादी गणराज्य की स्थापना की। लेकिन चीन, ताईवान को अपना स्वायत्त क्षेत्र कहता है जबकि ताइवान का प्रशासन स्वयं को स्वतन्त्र राष्ट्र कहता है। चीनी जनवादी गणराज्य और ताइवान दोनों अपने-अपने को चीन का वैध प्रतिनिधि कहते हैं। चीन विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो अभी भी अस्तित्व में है। इसकी सभ्यता ५,००० वर्षों से अधिक भी पुरानी है। वर्तमान में यह एक "समाजवादी गणराज्य" है, जिसका नेतृत्व एक दल के हाथों में है, जिसका देश के २२ प्रान्तों, ५ स्वायत्तशासी क्षेत्रों, ४ नगरपालिकाओं और २ विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों पर नियन्त्रण है। चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य भी है। यह विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक और दूसरा सबसे बड़ा आयातक है और एक मान्यता प्राप्त नाभिकीय महाशक्ति है। चीनी साम्यवादी दल के अधीन रहकर चीन में "समाजवादी बाज़ार अर्थव्यवस्था" को अपनाया जिसके अधीन पूंजीवाद और अधिकारवादी राजनैतिक नियन्त्रण सम्मित्लित है। विश्व के राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक ढाँचे में चीन को २१वीं सदी की अपरिहार्य महाशक्ति के रूप में माना और स्वीकृत किया जाता है। यहाँ की मुख्य भाषा चीनी है जिसका पाम्परिक तथा आधुनिक रूप दोनों रूपों में उपयोग किया जाता है। प्रमुख नगरों में बीजिंग (राजधानी), शंघाई (प्रमुख वित्तीय केन्द्र), हांगकांग, शेन्ज़ेन, ग्वांगझोउ इत्यादी हैं। .

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चीनी विकिपीडिया

चीनी विकिपीडिया विकिपीडिया का चीनी भाषा का संस्करण है। यह अक्टूबर २००२ में आरम्भ किया गया था और १५ जनवरी २०१२ की स्थिति तक इस संस्करण पर हैं और यह बारहवाँ सबसे बड़ा विकिपीडिया संस्करण है। चीनी विकिपीडिया हुडौंग और बाइडू बेइक के बाद तीसरा सबसे बडा़ ऑनलाइन चीनी विश्वकोश है। .

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चीनी गणराज्य

चीनी गणराज्य या ताइवान (अंग्रेज़ी:Taiwan, चीनी:台灣) पूर्वी एशिया का एक देश है। यह ताइवान द्वीप तथा कुछ अन्य द्वीपों से मिलकर बना है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय ताइवान द्वीप है। इसके पश्चिम में चीनी जनवादी गणराज्य (चीन), उत्तर-पूर्व में जापान, दक्षिण में फिलीपींस है। 1949 में चीन के गृहयुद्ध के बाद ताइवान चीन से अलग हो गया था लेकिन चीन अब भी इसे अपना ही एक असंतुष्ट राज्य कहता है और आज़ादी के ऐलान होने पर चीन ने हमले की धमकी दे रखी है। ताइवान वह देश है जो विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या तथा सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होते हुए भी संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य नहीं है। यूं तो नाम से ऐसा प्रतीत होता है कि यह चीन का सरकारी नाम है पर वास्तव में ये चीन की लगभग सम्पूर्ण भूमि पर समाजवादियों के अधिपत्य हो जाने के बाद बचे शेष चीन का प्रशासनिक नाम है। यह चीन के वास्तविक भूभाग के बहुत कम भाग में फैला है और महज कुछ द्वीपों से मिलकर बना है। चीन के मुख्य भूभाग पर स्थपित प्रशासन का आधिकारिक नाम जनवादी गणराज्य चीन है और यह लगभग सम्पूर्ण चीन के अलावा तिब्बत, पूर्वी तुर्किस्तान तथा आंतरिक मंगोलिया पर भी शासन करता है तथा ताईवान पर भी अपना दावा करता है। .

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टर्मिनेटर: द सराह कॉनर क्रॉनिकल्स

टर्मिनेटर: द सराह कॉनर क्रॉनिकल्स (Terminator: The Sarah Connor Chronicles) एक अमरीकी काल्पनिक विज्ञान पर आधारित टेलीविजन शृंखला है जिसका प्रसारण फॉक्स पर किया गया था। इस शृंखला का निर्माण २०एथ सेंचुरी फॉक्स, वॉर्नर ब्रॉस। टेलीविजन व सि२ पिक्चर्स द्वारा किया गया था। यह टर्मिनेटर फ़िल्म शृंखला पर आधारित है। यह टर्मिनेटर २: जजमेंट डे की घटनाओं के बाद सराह और जॉन कॉनर के जीवन पर आधारित है। शृंखला का प्रसारण रविवार, १२ जनवरी २००८ को अमरीकी टेलीविजन नेटवर्क फॉक्स पर शुरू किया गया था। शो की शुरुआत बिच मौसम में की गई और यह जनवरी से मार्च २००८ के बिच केवल नौ एपिसोडों तक ही चला। यह २००७-०८ की उच्च रेटिंग वाला नया टेलीविजन प्रकरण बन गया और इसे दूसरे प्रकरण के लिए पुनः चालू किया गया जिसका प्रसारण ८ सितंबर २००८ को शुरू हुआ और १० अप्रैल २००९ को खतम। १८ मई १००९ को प्रशंसकों के प्रयासों के बावजूद फॉक्स इंटरटेनमेंट के अध्यक्ष केविन रिली ने यह घोषणा की कि तिसरा प्रकरण निर्मित नहीं किया जाएगा। २२ फ़रवरी २०११ को सायफाय चैनल ने इसके ३१ एपिसोडों के प्रसारण अधिकार खरीद लिए और ७ अप्रैल २०११ को इसका पुनः प्रसारण शुरू किया। .

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टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस लिमिटेड (टीसीएस) एक भारतीयबहुराष्ट्रीय कम्पनी सॉफ्टवेर सर्विसेस एवं कंसल्टिंग कंपनी है। यह दुनिया की सबसे बड़ी सूचना तकनीकी तथा बिज़नस प्रोसेस आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता कंपनियों में से है। साल २००७ में, इसे एशिया की सबसे बड़ी सूचना प्रोद्योगिकी कंपनी आँका गया। भारतीय आई टी कंपनियों की तुलना में टीसीएस के पास सबसे अधिक कर्मचारी हैं। टीसीएस के ४४ देशों में २,५४,००० कर्मचारी हैं। ३१ मार्च २०१२ को ख़त्म होने वाले वित्तीय वर्ष में कंपनी ने १०.१७ अरब अमेरिकी डॉलर का समेकित राजस्व हासिल किया। टीसीएस भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी है। टीसीएस एशिया की सबसे बड़ी कंपनी समूह में से एक टाटा समूह का एक हिस्सा है। टाटा समूह ऊर्जा, दूरसंचार, वित्तीय सेवाओं, निर्माण, रसायन, इंजीनियरिंग एवं कई तरह के उत्पाद बनाता है। वित्त वर्ष 2009-10 में कंपनी का मुनाफा 33.19% बढ़कर 7,000.64 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान कंपनी की आमदनी करीब 8% बढ़कर 30,028.92 करोड़ रुपये हो गयी। अप्रैल 2018 में, टीसीएस बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में अपनी एम-कैप 6,79,332.81 करोड़ रुपये (102.6 अरब डॉलर) के बाद 100 अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण करने वाली पहली भारतीय आईटी कंपनी बन गई, और दूसरी भारतीय कंपनी (रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2007 में इसे हासिल करने के बाद)। .

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टायो रोल्स

टायो रोल्स (पूर्व मे टाटा योडोगावा) टाटा इस्पात की सहायक कंपनी है जो कास्ट रोल, रोल जाली, विशेष कास्टिंग और ढलवां लोहे के निर्माण में शामिल है। यह भारत की टाटा स्टील और जापान के योडोगावा स्टील्स के बीच संयुक्त उद्यम है और इसका मुख्यालय जमशेदपुर, झारखंड (भारत) मे स्थित है। यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 504961 कोड के साथ सूचीबद्ध है। टायो का भारत में एक व्यापक ग्राहक आधार मौजूद है। टायो ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बांग्लादेश, बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, जर्मनी, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, नेपाल, नार्वे, न्यूजीलैंड, ओमान, कतर, सऊदी अरब, स्वीडन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, त्रिनिदाद, ताइवान, संयुक्त अरब अमीरात, रोमानिया, चेक गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेरिका को रोल निर्यात करता है। श्रेणी:टाटा समूह.

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टाइफ़ून टिप

टाइफून टिप, फिलीपींस में टाइफून वॉर्लिंग के रूप में जाना जाता है, यह अब तक का दर्ज किया गया सबसे बड़ा और सबसे गहन उष्णकटिबंधीय चक्रवात था। अमेरिकी वायुसेना के विमानों ने तूफान में 60 मौसम टोही अभियानों का संचालन किया, जिससे टिप सबसे निकट से देखे हुए उष्णकटिबंधीय चक्रवातों में से एक बना। पूरे देश में बड़े पैमाने पर बाढ़ आई और कुल 42 मौतें हुई; अपतटीय जहाजों की तबाही में 44 लोग मारे गए या लापता हैं। .

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टाकामास्तु

टाकामास्तु टाकामास्तु (Takamatsu (高松市) जापान के शिकोकू द्वीप के उत्तरी भाग में स्थित है तथा यह इस द्वीप के छह बड़े नगरों में से एक है। सूती एवं रेशमी वस्त्र उद्योग यहाँ का प्रमुख व्यवसाय है। हिरोशिमा के पश्चात् यह सबसे बड़ा स्थानीय बंदरगाह है। श्रेणी:जापान के नगर.

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टंगस्टन

टंगस्टन से निर्मित फिलामेण्ट का आरम्भिक भाग टंगस्टन (Tungsten) अथवा वोल्फ्राम (Wolfram) आवर्त सारणी के छठे अंतर्वर्ती समूह (transition group) का तत्व है। प्राकृतिक अवस्था में इसके पाँच स्थायी समस्थानिक पाए जाते हैं, जिनकी द्रव्यमान संख्याएँ 180, 182, 183, 184 तथा 186 हैं। इनके अतिरिक्त 181, 185 तथा 187 द्रव्यमान संख्याओं के रेडियधर्मी समस्थानिक कृत्रिम साधनों द्वारा निर्मित हुए हैं। 18वी शताब्दी तक टंगस्टन के अयस्क टिन के ही यौगिक माने जाते थे। सन् 1781 में शेले (Scheele) नामक वैज्ञानिक ने यह सिद्ध किया कि इसके अयस्क में नवीन अम्ल वर्तमान है, जिसे उसने टंग्स्टिक अम्ल कहा। इसके बाद धातु द्वारा इस अम्ल के निर्माण की भी पुष्टि हुई। इस तत्व के दो मुख्य अयस्क हैं: शीलाइट (Scheelite) और वोल्फ्रमाइट (Wolframite)। शीलाइट अयस्क में प्रधानत:- कैल्सियम टंग्स्टेट, (Ca WO4), रहता है और वोल्फ्रेमाइट में लौह तथा मैंगनीज टंग्स्टेट, (FeWO4. Mn WO4), का संमिश्रण रहता है। टंग्स्टन के मुख्य उत्पादक बर्मा, चीन, जापान, बोलिविया, संयुक्त राज्य अमेरिका और आस्ट्रेलिया हैं। टंग्स्टन अयस्क को सांद्रित कर सोडियम कार्बोनेट, (Na2CO3), से मिलाकर परावर्तन भ्राष्ट्र में लगभग 1,0000 सें0 तक गरम करते हैं। इस क्रिया द्वारा सोडियम टंग्स्टेट, (Na2WO4), बनता है ओर लौह, मैंगनीज आदि अपने कार्वोनेटों में परिणत हो जाते हैं। सोडियम टंग्स्टेट गरम पानी में विलेय है और इस प्रकार सम्मिश्रण से अलग हो सकता है। तत्पश्चात उबलते हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, हाक्लो (HCl), की क्रिया द्वारा टंग्स्टिक अम्ल अवक्षेपित हो जाता है, जिसे सुखाकर दहन करने पर पीले रंग का टंग्स्टन ऑक्साइड, (WO2), मिलता है। हाइड्रोजन द्वारा ऑक्साइड के अवकरण से टंग्स्टन धातु तैयार होती है। .

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टकसाल

टकसाल (Mint) उस कारखाने को कहते हैं जहाँ देश की सरकार द्वारा, या उसके दिए अधिकार से, मुद्राओं का निर्माण होता है। भारत में टकसालें कलकत्ता, मुंबई, हैदराबाद और नोएडा, उ॰प्र॰ में हैं। .

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ट्यूलिप

ट्यूलिप के फूल ट्यूलिप (Tulip) वसंत ऋतु में फूलनेवाला पादप है। ट्यूलिप (Tulip) के नैसर्गिक वासस्थानों में एशिया माइनर, अफगानिस्तान, कश्मीर से कुमाऊँ तक के हिमालयी क्षेत्र, उत्तरी ईरान, टर्की, चीन, जापान, साइबीरिया तथा भूमध्य सागर के निकटवर्ती देश विशेषतया उल्लेखनीय हैं। वनस्पति विज्ञान के ट्यूलिया (Tulipa) वंश का पारिभाषिक उद्गम ईरानी भाषा के शब्द टोलिबन (अर्थात् पगड़ी) से इसलिये माना जाता है कि ट्यूलिप के फूलों को उलट देने से ये पगड़ी नामक शिरोवेश जैसे दिखाई देते हैं। ट्यूलिपा वंश के सहनशील पौधों का वानस्पतिक कुल लिलिएसिई (Liliaceae) है। टर्की से यह पौधा 1554 ई0 में ऑस्ट्रिया, 1571 ई0 में हॉलैंड और 1577 ई0 में इग्लैंड ले जाया गया। इस पौधे का सर्वप्रथम उल्लेख 1559 ई0 में गेसनर ने अपने लेखों और चित्रों में किया था और उसी के आधार पर ट्यूलिपा गेसेनेरियाना (Tulipa gesenereana) का नामकरण हुआ। अल्प काल में ही इसके मनमोहक फूलों के चित्ताकर्षक रूपरंग के कारण यह पौधा यूरोप भर में सर्वप्रिय होकर फैल गया है। ट्यूलिप के अंदर .

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ट्रैक सायकलिंग

ट्रैक सायकलिंग साइकिल रेसिंग का खेल है, आमतौर पर ट्रैक साइकिलों के लिए विशेष रूप से निर्मित ट्रैक या वेलोड्रम को उपयोग में लाया जाता है (लेकिन अधिकतर प्रतियोगिताएं पुराने वेलोड्रमों पर आयोजित की जाती हैं जिसके ट्रैक के किनारे अपेक्षाकृत उथले होते हैं)। ट्रैक रेसिंग खेल के समतल मैदान पर घास के ट्रैक पर भी की जाती है। इस तरह की प्रतियोगिताएं स्कॉटलैंड में गर्मियों के दौरान हाइलैंड गेम्स सम्मेलन में बहुत आम हैं, लेकिन इंग्लैंड में गर्मियों के दौरान और भी कई नियमित खेल खेले जाते हैं। .

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टूना

टूना स्कॉमब्रिडे प्रजाति की खारे पानी की मछलियां हैं जिनमे से अधिकांशतः थुन्नुस वर्ग से संबंधित हैं। टूना तेज़ तैराक हैं और कुछ प्रजातियाँ की गति से तैरने में सक्षम हैं। सफ़ेद माँस वाली अधिकांश मछलियों के विपरीत, टूना की मांसपेशियों के उत्तकों का रंग गुलाबी से ले कर गहरा लाल होता है। यह लाल रंग एक ऑक्सीजन बाध्यकारी अणु मायोग्लोबिन के कारण होता है, जिसकी मात्रा अधिकांशतः बाकी मछलियों की तुलना में टूना में अधिक पाई जाती है। कुछ बड़ी टूना प्रजातियाँ, जैसे कि ब्लूफिन टूना गर्म खून वाली होती हैं और मांसपेशियों को हिला कर अपने शरीर का तापमान पानी के तापमान से अधिक बढ़ा सकती हैं। यह उन्हें अपेक्षाकृत ठन्डे पानी में जीवित रहने और अन्य किस्मों की मछलियों की अपेक्षा समुद्र के विविधतापूर्ण वातावरण में रहने के लिए सक्षम बनाता है। .

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टेम्परा चित्रण

कानवास पर टेम्परा चित्रण: पीटर ब्रुघेल की 'The Misanthrope' नामक कृति, 1568 टेंपरा (Tempera) चित्र बनाने का एक परंपरागत विधान (टेकनीक) है और आज भी बहु प्रचलित है। टेंपरा चित्रण की मुख्य विशेषता यह है कि इसमें किसी प्रकार के संश्लेषयुक्त पदार्थ (बाइंर्डिग मैटीरियल) के साथ जलीय रंगों (वाटर कलर) का प्रयोग करते हैं। उक्त पदार्थ गोंद, अंडा केसिन आदि हो सकता है। इसमें रंगों का पारदर्शी रूप में प्रयोग नहीं होता। दूसरी ओर शुद्ध जलीय रंगविधान (वाटर कलर टेकनीक) में रंग पारदर्शी ही रही हैं परंतु यह विधान दो-ढाई सौ वर्षों से ही चला है। टेंपरा प्रणाली सभी देशों में प्रचलित है। इसके लिये दीवार, कपड़ा, काष्ठफलक, रेशम, कागज, भोजपत्र आदि कोई भी वस्तु आधार हो सकती है। उसपर टेंपरा प्रणाली से रंग लाकर चित्र बनाया जा सकता है। टेंपरा प्रणाली से भितिचित्रों के बनाने में उसपर एक विशेष प्रकार की जमीन तैयार करनी पड़ती है। उदाहरण के लिए अजंता में भीत को खुरदरा कर उसपर गोबर, कपड़े की महीन लुग्दी, छनी हुई मिट्टी, धान की भूसी और अलसी का लेप पलस्तर के रूप में किया गया। ऐसे कई स्तर एक के ऊपर एक करके लगाए गए कि वह शीशे के समान समतल हो गया। इस आधार या जमीन पर रंग लगाए गए, जो कुछ खनिज रंग थे जैसे गेरू, हिरौंजी, रामरज, कुछ पत्थरों को पीसकर बनाए गए जैसे लाजवर्द और दहने फिरंग, कुछ रासायनिक जैसे हरा ढाबा, आलतां, शंख या जस्ते से बना सफेदा आदि। भारत में इसी परंपरा का प्रयोग अन्य गुफाचित्रों में यथा बादामी, सित्तन्नवासल, तंजोर, कोचीन आदि में हुआ है। इसी प्रकार राजस्थानी, मुगल, पहाड़ी शैलियों में भी इसी का एक विभेद प्रयुक्त हुआ जिसे गुआश (Gouache) शैली कहते हैं। इसमें रंगों की कई तहें लगाते, परंतु प्रत्येक दो तहों के बीच सफेदे की एक तह (अस्तर) दे देते। इससे रंग में सोने जैसी चमक आ जाती और उसकी तह मोटी हो जाती। परंतु प्राय: सफेंद में गोंद अधिक होने से ये रंग तड़ककर टूट गए। चीन में चाऊ (Chou), तांग (Tang), सुंग (Sung), मिंग (Ming) आदि कालों में भी टेंपरा प्रणाली का उपयोग हुआ। यहाँ जमीन पर सरेस का अस्तर दिया जाता और कभी कभी फिटकरी के पानी का। जापान में भी इस विधान का प्रयोग हुआ, उदाहरणार्थ, होरियुजी (Horiyuji) मंदिर में चित्रित अवलोकितेश्वर की आकृति इसी प्रणाली में है। यूरोप में एत्रुस्कुल चित्र, माइकीनी ग्रीक चित्र या इजिप्त के पिरामडों के चित्र इसी प्रणाली में बने हैं। रेनेसां (Renaissance) युग के जिओत्तो (Giotto), मासाच्चिओ (Masaccio), पिअरो देला फ्रांचेस्का (Peiro della Francesca), माइकेल ऐंजेलो आदि के चित्र इसी विधान में बने। तैल-चित्र-विधान 500 वर्षों से ही चल रहा है, उसके पूर्व टेंपरा का विधान था। अब भी कुछ चित्रकार इस शैली को पसंद करते हैं क्योंकि इसमें तूलिका वे रोक टोक चलती है (रंगमाध्यम के कारण रुकती नहीं); रगों का भी अधिक सामंजस्य संभव है। .

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टेस्को

टेस्को हाउस, टेस्को का मुख्यालय। टेस्को (Tesco) ब्रिटेन की पीएलसी आधारित खुदरा व्यापार और सामान्य किराने की एक अंतर्राष्ट्रीय बिक्री श्रृंखला है। यह ब्रिटेन का सबसे बड़ा खुदरा दोनों वैश्विक और घरेलू बाजार में बिक्री के साथ साझा २ अरब पाउंड से अधिक लाभ है। २००८ में, जर्मन overtook खुदरा विशालकाय कंपनी बनने के लिए मेट्रो एजी विश्व की चौथी सबसे बड़ी खुदरा, पहला आंदोलन के बाद से २००३ के बीच में पांच शीर्ष है। मूलतः भोजन और पेय में विशेषज्ञता, तो यह है जैसे विविध क्षेत्रों में कपड़े, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता वित्तीय सेवाओं, और खुदरा बिक्री renting डीवीडी, सीडी, संगीत डाउनलोड, इंटरनेट सेवा, उपभोक्ता telecoms, उपभोक्ता स्वास्थ्य बीमा, उपभोक्ता और सॉफ्टवेयर दंत की योजना है। Countries in which Tesco operates. टेस्को के संस्थापक है जैक कोहेन, १९१९ में पूर्वी लंदन के एक बाजार में बिक्री के भोजन है। " टेस्को " यह नाम पहले १९२४ में छपी है, पहले १९२९ में लंदन में दुकान खोली थी। १९४७, कंपनी लंदन शेयर बाजार पर सूचीबद्ध है। १९४८ के पहले स्वयं सेवा की दुकानों व्यापार के लिए खुला है, तिथि, वह एक के रूप में शहर के भंडार टेस्को (मेट्रो) ऑपरेटरों.

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टॉम एंड जेरी

टॉम एंड जेरी मेट्रो-गोल्डविन-मेयर|मेट्रो-गोल्डवाइन-मेयर के लिए विलियम हैन्ना और जोसेफ़ बारबेरा|जोसफ़ बारबरा द्वारा निर्मित एनिमेशन थिएटर लघु विषय|लघु-फ़िल्म श्रृंखला है, जो एक हाउसकैट|घरेलू बिल्ली (टॉम) और एक चूहे (जेरी) के मध्य अनंत प्रतिद्वंद्विता पर केन्द्रित है, जिनकी एक दूसरे का पीछा करने और आपसी लड़ाई में अक्सर हास्यास्पद भिडंत शामिल है। फ़िल्म में 1940|1940 से फ़िल्म में 1957|1957 के बीच, एनिमेशन इकाई के बंद होने तक, हैन्ना और बारबरा ने कैलिफ़ोर्निया, हॉलीवुड के मेट्रो-गोल्डविन-मेयर कार्टून स्टूडियो|MGM कार्टून स्टूडियो में टॉम एंड जेरी के एक सौ चौदह कार्टून लिखे एवं निर्देशित किए। उल्लेखनीय है कि बतौर सर्वाधिक ऑस्कर्स|ऑस्कर विजेता थिएटर एनिमेटेड श्रृंखला, वॉल्ट डिज़नी|वाल्ट डिज़नी की सिल्ली सिम्फ़ोनीस|सिली सिम्फ़ोनीस के बराबर का स्थान हासिल करते हुए, इसकी मूल श्रृंखला ने सात बार एनिमेटेड लघु-फ़िल्म के लिए अकादमी पुरस्कार|सर्वश्रेष्ठ लघु विषयक (कार्टून्स) अकादमी पुरस्कार जीता। 1960 से शुरू करते हुए, MGM के पास मूल फ़िल्मों के अलावा पूर्वी यूरोप में जीन डीच की अगुआई में रेमब्रांड्ट फ़िल्म्स द्वारा निर्मित नई लघु-फ़िल्में भी थीं। 1963 में चक जोन्स के सिब-टावर 12 प्रोडक्शन्स के अधीन टॉम एंड जेरी लघु-फ़िल्मों का निर्माण हॉलीवुड में पुनः आरंभ हुआ; 1967 तक चलने वाली इस श्रृंखला में कुल 161 लघु-फ़िल्में तैयार हुईं.बिल्ली और चूहे सितारों ने पुनः 1970, 1980 और 1990 दशक के दौरान हैन्ना -बारबरा और फ़िल्मेशन स्टूडियो द्वारा निर्मित टेलीविज़न कार्टून, 1992 में बनी और स्थानीय रूप से 1993 में प्रदर्शित होने वाली एक फ़ीचर फ़िल्म टॉम एंड जेरी: द मूवी में दुबारा अपनी जगह बनाई और 2000 में कार्टून नेटवर्क के लिए उनकी TV के लिए बनी पहली लघु-फ़िल्म थी, टॉम एंड जेरी: द मेंशन कैट.अद्यतन टॉम एंड जेरी थिएटर लघु-फ़िल्म, द कराटेगार्ड को सह-निर्माता, जो बारबरा ने लिखा और निर्देशित किया तथा 27 सितम्बर 2005 को यह लॉस एंजिल्स के सिनेमा-घरों में पहली बार प्रदर्शित हुई। इस समय, टाइम वार्नर के पास (टर्नर एंटरटेनमेंट डिवीज़न के माध्यम से) टॉम एंड जेरी के अधिकार हैं (जिनका वितरण वार्नर ब्रदर्स संभाल रहे हैं)। विलय के बाद से, टर्नर ने, CW के शनिवार की सुबह के कार्यक्रम "The CW4Kids" की माला में प्रदर्शन के लिए टॉम एंड जेरी टेल्स श्रृंखला का निर्माण किया, जिसके साथ-साथ हाल ही में 2005 के दौरान टॉम एंड जेरी लघु-फ़िल्म द कराटे गार्ड और डाइरेक्ट-टू-वीडियो फ़िल्म निर्मित की - ये सभी वार्नर ब्रदर्स एनीमेशन के सहयोग से बनी हैं। टॉम एंड जेरी अभिनीत कुल 162 थिएटर लघु- फ़िल्में मौजूद हैं। समस्त टॉम एंड जेरी थिएटर लघु-फ़िल्मों की सूची के लिएटॉम एंड जेरी कार्टून सूची देखें.

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टोयोटा

टोयोटा मोटर निगम (トヨタ自動車株式会社), एक जापानी मोटर वाहन निर्मान करने वाली कंपनी है। इसका मुख्यालय आएची,जापान के टोयोटा में है। वर्ष 2013 में इस बहुराष्ट्रीय निगम में 333,498 कर्मचारी थे, और मार्च २०१३ तक आय के मामले में विश्व की तेरहवी के साथ सबसे बड़ी कंपनी बनी। टोयोटा मोटर्स वर्ष २०१२ मैं दूसरी सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माण करने वाली कंपनी थी, वाणिज्यिक वाहन सहित टोयोटा मोटर्स कुल उत्पादन में सबसे बड़ा था और उसी वर्ष के जुलाई में, कंपनी ने अपने 200000000 वाहन के उत्पादन की सूचना दी थी। नवम्बर २०१३ तक बाजार पूंजीकरण द्वारा और राजस्व से जापान में सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी है। किछोरो टोयोडा ने ऑटोमोबाइल बनाने के लिए अपने पिता की कंपनी टोयोटा इंडस्ट्रीज के एक अलग हिस्से के रूप में कंपनी की स्थापना १९३७ की थी। तीन साल पहले, १९३४ मई जब टोयोटा इंडस्ट्रीज का एक विभाग मात्र था, तब इसने अपना पहला उत्पाद तैयार किया जो एक 'टाइप ए' इंजन था और १९३६ मैं पहले यात्री कार, टोयोटा ए.ए. का निर्माण किया। टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन टोयोटा ब्रांड, हिनो (Hino), लेक्सस (Lexus), रन्ज़् (RANZ), और स्चिओन (Scion) सहित 5 ब्रांड के तहत वाहनों का उत्पादन करता है। टीएमसी टोयोटा समूह, दुनिया में सबसे बड़ी कंपनियों के संगठन में से एक का हिस्सा है। .

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टोयोटा प्रियस

टोयोटा प्रियस (टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन द्वारा विकसित और विनिर्मित एक पूर्ण संकर बिजली (हाइब्रिड इलेक्ट्रिक) से चलने वाली मध्यम आकार की कार है। संयुक्त राज्य अमेरिका पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के अनुसार प्रियस वर्तमान समय में संयुक्त राज्य अमेरिका में बेंची जाने वाली सबसे अधिक ईंधन किफायती पेट्रोल कार है। ईपीए (EPA) और कैलिफोर्निया वायु संसाधन बोर्ड (सीएआरबी) (CARB) ने भी धुंध बनाने और विषाक्त उत्सर्जन के आधार पर प्रियस को संयुक्त राज्य अमेरिका में बेंचे जाने वाले सबसे साफ वाहनों में स्थान दिया है। प्रियस सबसे पहले 1997 में जापान में बेंची गई, जिसने इसे पहली बार बड़े पैमाने पर उत्पादित संकर (हाइब्रिड) वाहन बना दिया। बाद में इसे 2001 में दुनिया भर में प्रस्तुत किया गया था। जापान और उत्तर अमेरिका के अपने सबसे बड़े बाजारों के साथ, प्रियस 70 से अधिक देशों और क्षेत्रों में बेची जाती है। मई 2008 में, दुनिया भर में प्रियस की कुल बिक्री 1000000 वाहन के निशान तक पहुंच गई, और सितम्बर 2010 में, दुनिया भर में प्रियस की कुल बिक्री 2.0 मिलियन इकाइयों तक पहुंच गई। दिसंबर 2009 तक दर्ज 814,173 इकाइयों के साथ अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है।कुल दिसंबर 2009 तक अमेरिका में पंजीकृत बिजली के संकर वाहनों की संख्या 1,614,761 है, जिनमें से 122755 को फोर्ड द्वारा निर्मित किया गया वर्ष द्वारा एक मॉडल के लिए विस्तृत विवरण के लिए एक्सेल फ़ाइल को (क्लिक करें और खोलें)' .

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टोकामाक

KSTAR टोकामक टोकामाक में चुम्बकीय क्षेत्र एवं विद्युत-धारा की स्थिति एवं दिशा टोकामक (अंग्रेजी: TOKAMACA; रूसी: токамак) गरम प्लाज्मा को एक निश्चित आयतन में बनाये रखने (confinement) के लिये डिजाइन की गयी एक विशेष विधि एवं संयन्त्र का नाम है। सबसे पहले इसका विकास सन् १९५० में रूस के वैज्ञानिकों ने किया था। आजकल भारत सहित जापान, रूस, फ्रांस, यूके, अमेरिका और जर्मनी में कई टोकामाक कार्यरत हैं। यह 'फ्यूजन रिएक्टर' के निर्माण के लिए जरूरी है। इसकी सहायता से छल्लाकार (toroidal) चुम्बकीय क्षेत्र निर्मित होता है। भारत में आदित्य और एसएसटी-१ नामक दो टोकामाक गांधीनगर के प्लाज्मा अनुसंधान संस्थान में कार्यरत हैं। .

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टोक्यो

टोक्यो (जापानी: 東京, उच्चारणः तोउक्योउ) जापान की राजधानी और सबसे बड़ा नगर है। यह जापान के होन्शू द्वीप पर बसा हुआ है और इसकी जनसंख्या लगभग ८६ लाख है, जबकि टोक्यो क्षेत्र में १.२८ करोड़ और उपनगरीय क्षेत्रों को मिलाकर यहाँ अनुमानित ३.७ करोड़ लोग रहते हैं जो इसे दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला महानगरीय क्षेत्र बनाता है। टोक्यो लगभग ८० किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है और यह क्षेत्रफल की दृष्टि से भी विश्व का सबसे बड़ा नगरीय क्षेत्र है। टोक्यो को अक्सर एक शहर के रूप में जाना जाता हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर यह "महानगरीय प्रान्त" के रूप में जाना जाता हैं। टोक्यो महानगरीय प्रशासन, टोक्यो के 23 विशेष वार्डों (प्रत्येक वार्ड़ एक अलग शहर के रूप में शासित) का संचालन करती हैं। महानगरीय सरकार, प्रान्त के पश्चिमी भाग और दो बाहरी द्वीप श्रृंखलाएं के 39 नगरपालिका का भी प्रशासन करती हैं। विशेष वार्ड की आबादी 90 लाख मिलाकर, प्रान्त की कुल जनसंख्या 130 लाख से अधिक हैं। यह प्रान्त दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले महानगरीय क्षेत्र का हिस्सा है, जिसमें 37.8 मिलियन लोग और विश्व के सबसे बड़े शहरी ढांचे की अर्थव्यवस्था शामिल हैं। शहर की 51 कंपनी, फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियों में आती हैं, जोकि दुनिया के किसी भी शहर की सबसे बड़ी संख्या हैं। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र विकास सूचकांक में टोक्यो का तीसरा स्थान हैं। यह शहर फ़ुजी टीवी, टोक्यो एमएक्स, टीवी टोक्यो, टीवी असाही, निप्पॉन टेलीविजन, एनएचके और टोक्यो ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम जैसे विभिन्न टेलीविजन नेटवर्कों का घर भी हैं। ग्लोबल इकनॉमिक पावर इंडेक्स में टोक्यो पहले स्थान पर और ग्लोबल सिटीज इंडेक्स में चौथा स्थान पर हैं। जीएडब्ल्युसी की 2008 की सूची में इसे वैश्विक शहर बताया गया और 2014 में ट्रिपएडवियर्स के विश्व शहर सर्वेक्षण, टोक्यो को सबसे "सर्वश्रेष्ठ समग्र अनुभव" के रूप में सूचीबद्ध किया गया। मर्सर कंसल्टेंसी फर्म और अर्थशास्त्री इंटेलिजेंस यूनिट के क्रय शक्ति के आधार पर, 2015 में टोक्यो को 11वें सबसे महंगे शहर के रूप में स्थान दिया गया था। 2015 में, टोक्यो को मोनोकले पत्रिका द्वारा दुनिया में सर्वाधिक जीवंत शहर कहा गया।.

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टोक्यो स्टॉक एक्स्चेंज

 (東京証券取引所, Tōkyō Shōken Torihikijo?) संक्षेप में  (東証?) या टी एस ई/टी वाय ओ एक स्टॉक एक्सचेंज है जो टोक्यो, जापान में स्थित है। अपनी सूचीबद्ध कंपनियों के कुल बाजार पूंजीकरण के आधार पर यह एशिया का सबसे बड़ा व दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। अप्रैल 2015 में 2,292 सूचीबद्ध कंपनियों के साथ इसका संयुक्त बाजार पूंजीकरण 4.09 खरब अमेरिकी डॉलर था। जुलाई 2012 में ओसाका सिक्योरिटीज एक्सचेंज के साथ विलय की योजना को जापान फेयर ट्रेड कमीशन द्वारा अनुमोदित किया गया जिसके परिणामस्वरूप इकाई, जापान एक्सचेंज समूह (JPX) (日本取引所グループ निहोन Torihikijo Gurūpu), 1 जनवरी, 2013 को अस्तित्व में आई।:ja:マザーズ?) श्रेणी:लेख जिनमें जापानी-भाषा के पाठ हैं (अंग्रेज़ी में) अनुभाग के लिए उच्च विकास स्टार्टअप कंपनियों. के रूप में अक्टूबर 31, 2010, वहाँ रहे हैं 1675 में प्रथम खंड की कंपनियों, 437 दूसरे खंड की कंपनियों और 182 माताओं कंपनियों. (अंग्रेज़ी में) मुख्य सूचकांक पर नज़र रखने के लिए यह कर रहे हैं के निक्केई 225 सूचकांक की कंपनियों द्वारा चयनित Nihon Keizai Shimbun (जापान का सबसे बड़ा व्यापार समाचार पत्र), TOPIX सूचकांक के आधार पर शेयर की कीमतों में पहले खंड कंपनियों, और J30 सूचकांक की बड़े औद्योगिक कंपनियों द्वारा बनाए रखा जापान की प्रमुख ब्रॉडशीट अखबारों. नब्बे-चार घरेलू और 10 विदेशी प्रतिभूतियों कंपनियों में भाग लेने टीएसई व्यापार. देखें: सदस्यों के टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज अन्य टीएसई-संबंधित संस्थाओं में शामिल हैं.

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टोक्यो विश्वविद्यालय

तोकियो विश्वविद्यालय चिकित्सा और विज्ञान के क्षेत्र में जापान का एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय है। .

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टोक्यो खाड़ी

टोक्यो खाड़ी (東京湾 Tōkyō-wan), जापान के दक्षिणी कांटो क्षेत्र में स्थित एक खाड़ी है, और टोक्यो, कानागावा प्रांत, और चिबा प्रांत के तटों में फैला हुआ हैं। टोक्यो खाड़ी उरागा चैनल द्वारा प्रशांत महासागर से जुड़ा हुआ हैं। इसका पुराना नाम ईडो खाड़ी (江戸湾 ईडो-वान) था। टोक्यो खाड़ी क्षेत्र, जापान में सबसे अधिक आबादी वाला और सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। .

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टीनेज म्यूटेंट निंजा टर्टल्स (२००३ टीवी श्रृंखला)

टीनेज म्यूटेंट निंजा टर्टल्स (अंग्रेजी: Teenage Mutant Ninja Turtles) जो TMNT 2003 के रूप में भी जाना जाता है, एक अमेरिकी एनिमेटेड टेलीविजन शृंखला है जो मुख्य रूप से न्यूयॉर्क शहर में कल्पित है। यह पहली बार अमेरिका में 8 फ़रवरी 2003 से प्रसारित होना शुरू हुआ और 28 फ़रवरी 2009 तक चला। यह शृंखला शनिवार की सुबह, कार्टून के रूप में मताधिकार के पुनरुद्धार के रूप में चिह्नित फॉक्स की फॉक्स बॉक्स प्रोग्रामिंग ब्लॉक (बाद में टीवी ४किड्स के रूप में जाना जाता है) के रूप में है। यह कार्टून नेटवर्क चैनल पर भारत में भी प्रसारित किया गया जिसमें इसे हिन्दी में डब करके दिखाया गया था। .

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ए टेल ऑफ़ टू सिटीज़

ऐ टेल ऑफ़ टू सिटिज़, फ़्रांसीसी क्रांति के पहले और दौरान पेरिस और लंदन की पृष्ठभूमि में रचित (1859) चार्ल्स डिकेन्स द्वारा लिखित उपन्यास है। इसकी 200 मिलियन से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं, यह सबसे अधिक मुद्रित मूल अंग्रेज़ी पुस्तक है और उपन्यास विधा की सबसे प्रसिद्ध कृति.

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एडवर्ड नॉर्टन

एडवर्ड हैरिसन नॉर्टन (जन्म 18 अगस्त 1969) एक अमेरिकी फिल्म अभिनेता, पटकथा लेखक और निर्देशक हैं। 1996 में, अदालती नाटक प्राइमल फियर में उनकी सहायक भूमिका ने उनके लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के अकादमी पुरस्कार का नामांकन एकत्रित किया। दो साल बाद, अमेरिकन हिस्ट्री X में व्हाइट पावर स्किनहेड के रूप में अपनी मुख्य भूमिका के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए अकादमी अवार्ड में नामांकन प्राप्त हुआ। उनकी अन्य फिल्मों में किंगडम ऑफ़ हेवेन (2005), दी इल्युशनिस्ट (2006) और दी पेंटेड वेल (2006), जैसे पीरिअड फ़िल्में शामिल हैं; उनकी अन्य उल्लेखनीय फ़िल्में हैं राउंडर्स (1998),फाइट क्लब (1999), 25th आवर (2002), रेड ड्रैगन (2002) और दी इनक्रेडिबल हल्क (2008).

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एडोस इंटरएक्टिव

एडोस इंटरएक्टिव (Eidos Interactive) ब्रिटिश वीडियो गेम डेवलपर थी, अब स्क्वायर एनिक्स यूरोप के रूप में सक्रिय हैं। कंपनी के संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित दुनिया भर में कार्यालय थे। इसकी सबसे प्रसिद्ध खेल श्रृंखला में, हिटमैन और टॉम्ब रेडर शामिल है। .

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एनटीटी डोकोमो

एनटीटी डोकोमो का 2008 तक प्रयोग होने वाला पुराना प्रतीक शिबुया, टोक्यो में एनटीटी डोकोमो योयोगी इमारत एनटीटी डोकोमो, इन्कार्पोरेशन (株式会社 エヌ ティ ティ ドコモ, काबुशिकी -गैशा एनुतिती डोकोमो?, TYO: 9,437, NYSE: DCM, LSE: NDCM) जापान में प्रमुख मोबाइल फोन ऑपरेटर है। डोकोमो नाम आधिकारिक तौर पर वाक्यांश "do communications over the mobile network" का एक संक्षिप्त नाम है और एक यौगिक शब्द डोकोमो जिसका अर्थ जापानी भाषा में सर्वत्र है। डोकोमो फोन, वीडियो फोन (FOMA और कुछ PHS), आई-मोड (इंटरनेट) और मेल (आई-मोड मेल, लघु मेल और एसएमएस) सेवायें प्रदान करता है। .

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एनटीएससी

राष्ट्र की टेलीविज़न इनकोडिंग सिस्टम्स; NTSC सिस्टम का उपयोग करने वाले देशों को हरे रंग से दर्शाया गया है। NTSC, अर्थात् नैशनल टेलीविज़न सिस्टम कमिटी अधिकांशतः उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान, बर्मा और प्रशांत द्वीप के कुछ प्रदेशों और राष्ट्रों (नक्शा देखें) में प्रयोग किया जाने वाला एनालॉग टेलीविजन सिस्टम है। अमेरिका की उस मानकीकरण संस्था का भी नाम है जिसने प्रसारण मानक का विकास किया है।नैशनल टेलीवीज़न सिस्टम कमिटी (1951–1953), (रिपोर्ट और पैनेल नंबर 11, 11-A, 12-19, के रिपोर्ट और साथ में रिपोर्टों में उद्धृत कुछ अनुपूरक सन्दर्भ और फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन से पहले कलर टेलीविज़न के ट्रांसमिशन मानकों के ग्रहण की याचिका, n.p., 1953, 17 दृश्य, दृष्टान्त, रेखाचित्र, तालिका, 28 सेमी. LC नियंत्रण नंबर: 54021386 पहला NTSC मानक 1941 में विकसित किया गया था और उसमे रंगीन टीवी के लिए कोई प्रावधान नहीं था। 1953 में NTSC मानक के एक दूसरें संशोधित संस्करण को स्वीकृत किया गया था, जिसमें काले और सफेद रिसीवर्स के मौजूदा स्टॉक के साथ अनुकूल रंगीन प्रसारण की अनुमति थी। NTSC व्यापक रूप से स्वीकृत की जाने वाली पहली प्रसारित रंग प्रणाली थी। उपयोग करने के कम से कम आधी शताब्दी के बाद,12 जून 2009 को संयुक्त राज्य अमेरिका में बहुत सारी संख्या में ओवर- द - एअर NTSC प्रसारण को ATSC से परिवर्तित कर दिया गया था और 31 अगस्त 2011, तक कनाडा में भी परिवर्तित हो जाएगा. .

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एनएचके

एन एच के का प्रतीक-चिह्न एनएचके (जापानी: 日本放送協会 (निप्पौन होसो क्योकाइ) अर्थात जापान प्रसारण निगम) जापान में एकमात्र लोक प्रसारण निगम है। प्रसारण का शुभारम्भ १९२५ में हुआ था। निगम के लिए धन जापान में टेलीविज़न दर्शकों से प्राप्त शुल्क से आता है। इस व्यवस्था का उद्देश्य राजनीति और निजी संगठनों के प्रभाव से मुक्त, निष्पक्ष प्रसारण उपलब्ध कराना और दर्शकों और श्रोताओं की राय को प्राथमिकता देना है। एनएचके इस समय देश के भीतर (यानी जापान में) ५ टीवी और ३ रेडियो चैनलों पर प्रसारण करता है। मुख्य सतही यानि टैरेस्ट्रियल टीवी सेवा के सामान्य टेलीविज़न और शैक्षिक टेलीविज़न चैनल तथा ३ रेडियो चैनल समाचार, शैक्षिक कार्यक्रम, पारिवारिक मनोरंजन आदि के कार्यक्रम प्रसारित करते हैं। ३ सैटेलाइट टीवी चैनल विविध रुचियों के कार्यक्रम प्रसारित करते हैं। एनएचके वर्ल्ड अंतर्राष्ट्रीय प्रसारण सेवाएँ प्रदान करता है।;एनएचके वर्ल्ड का परिचय शिबुया, टोक्यो स्थित एनएचके का प्रसारण केन्द्र एनएचके वर्ल्ड एनएचके की विदेश प्रसारण सेवा है। यह सेवा टीवी, रेडियो और इंटरनेट पर विश्व के दर्शकों और श्रोताओं के लिए समाचार और कार्यक्रम प्रसारित करती है। एनएचके का प्रसारण जापानी और अंग्रेज़ी भाषाओं में किया जाता है। यह चौबीसों घंटे प्रसारित होने वाली सेवा है।;एनएचके वर्ल्ड के उद्देश्य.

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एफ १५ इगल

एफ-१५ ईगल एक लड़ाकू जेट विमान है। इसे मूलतः संयुक्त राज्य अमेरिका की मेकडोनल डगलस (बाद में बोइंग) कंपनी ने बनाया है। यह दुनिया भर में अपने अपराजित रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है कि इसे एक बार भी दुश्मन के हवाई जहाज से मार नहीं गिराया गया है। यह मुख्य रूप से संयुक्त राज्य वायु सेना के ‍द्वारा उपयोग में लिया जाता है। यह इज़राइल, जापान, सऊदी अरब और दक्षिण कोरिया की वायु सेनाओं द्वारा भी प्रयोग में लिया जाता है। यह प्रक्षेपास्त्र (मिसाईलों) व गोली मारकर दुश्मन के लड़ाकू जेट विमानों का सामना कर सकता है। .

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एमी ली

एमी लिन हार्ट्ज़लर (नी ली; जन्म 13 दिसम्बर 1981), जिसे एमी ली के रूप में बेहतर जाना जाता है, एक अमेरिकी गायिका-गीतकार और क्लासिकल तरीके से प्रशिक्षित एक पियानोवादक है। वह रॉक बैंड एवानेसेंस की सह-संस्थापिका और एक लीड गायिका है। उनकी प्रेरणा क्लासिकल संगीतकार जैसे मोजार्ट से लेकर मॉडर्न कलाकारों ब्जौर्क, टोरी एमोस, डैनी एल्फमैन और प्लंबतक देखी जाती है। .

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एयरबस

एयरबस SAS (अंग्रेज़ी मेंचित्र:ltspkr.png, फ़्रांसीसी में /ɛʁbys/ और जर्मन में) एक यूरोपीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी कम्पनी EADS की एक वायुयान निर्माण सहायक कम्पनी है। ब्लैगनैक, फ़्रांस में ट्युलाउज़ के पास स्थित और पूरे यूरोप में महत्वपूर्ण गतिविधि वाली यह कम्पनी समस्त विश्व के जेट विमानों की कुल संख्या के लगभग आधे का उत्पादन करती है। एयरबस की शुरुआत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी उत्पादकों के एक संघ के रूप में हुई। सदी के अंत के दौरान यूरोपीय सैन्य और अंतरिक्ष अनुसंधान कम्पनियों के एकीकरण ने 2001 में सरलीकृत संयुक्त स्टॉक कंपनी की स्थापना की अनुमति दी, जिसका स्वामित्व EADS (80%) और BAE सिस्टम्स (20%) के पास था। एक लंबी विक्रय प्रक्रिया के बाद 13 अक्टूबर 2006 को BAE ने अपनी हिस्सेदारी EADS को बेच दी। यूरोपीय संघ के चार देशों: जर्मनी, फ़्रांस, यूनाइटेड किंगडम और स्पेन, के सोलह स्थानों पर एयरबस के लगभग 57,000 कर्मचारी कार्य करते हैं। अंतिम असेम्बली उत्पादन ट्युलाउज़ (फ़्रांस), हैम्बर्ग (जर्मनी), सेविल (स्पेन) और, 2009 से, तियान्जिन (चीन) में होता है। संयुक्त राज्य अमरीका, जापान, चीन और भारत में एयरबस की सहायक कम्पनियां कार्यरत हैं। यह कम्पनी वाणिज्यिक रूप से व्यवहार्य पहले फ़्लाइ-बाइ-वायर (fly-by-wire) वायुयानों के उत्पादन और विपणन के लिये जानी जाती है। .

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एर्टन सेना

एर्टन सेना डा सिल्वा, (जिसका उच्चारण होता है; साओ पाउलो, 21 मार्च 1960 - बोलोग्ना इटली 1 मई 1994) एक ब्राजीलियन रेसिंग ड्राइवर थे और तीन बार फॉर्मूला वन के विश्व चैंपियन रहे। एक दुर्घटना में उनकी तब मृत्यु हो गई जब वे 1994 के सैन मेरिनो ग्रां प्रिक्स में सबसे आगे थे और फार्मूला वन कार चलाते हुए मृत्यु को प्राप्त करने वाले वे सबसे हाल के ग्रांड प्रिक्स ड्राइवर हैं। सेना ने अपने मोटरस्पोर्ट की शुरूआत कार्टिंग से की और 1983 में ब्रिटिश फॉर्मूला 3 चैम्पियनशिप में जीत हासिल कर अपने रैंक में इजाफा किया। 1984 में टोलमैन के साथ उसने अपने फार्मूला वन करियर की शुरूआत की, वे अगले ही वर्ष लोटस-रीनॉल्ट में स्थानांतरित हुए और अगले तीन सीज़न के लिए छह ग्रांड प्रिक्स में जीत हासिल की। 1988 में वे मैकलेरन-होंडा पर फ्रेंचमैन अलेन प्रोस्ट में शामिल हुए.

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एशिया की संकटापन्न भाषाओं की सूची

संकटापन्न भाषा वह भाषा है जिसपर प्रयोगबाह्य होने का खतरा मँडरा रहा हो। इसका कारण प्रायः यह होता है कि इसके जीवित भाषियों की संख्या बहुत कम रह गयी हो। यदि किसी भाषा के सभी भाषी समाप्त हो चुके हों तो यह विलुप्त भाषा कहलाती है।.

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एशिया की अर्थव्यवस्था

एशिया की अर्थव्यवस्था यूरोप के बाद विश्व की, क्रय शक्ति के आधार पर, दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। एशिया की अर्थव्यवस्था के अन्तर्गत लगभग ४ अरब लोग आते हैं, जो विश्व जनसंख्या का ६०% है। ये ४ अरब लोग एशिया के ४६ विभिन्न देशों में निवास करते है। छः अन्य देशों के कुछ भूभाग भी आंशिक रूप से एशिया में पड़ते हैं, लेकिन ये देश आर्थिक और राजनैतिक कारणों से अन्य क्षेत्रों में गिने जाते हैं। एशिया वर्तमान में विश्व का सबसे ते़ज़ी उन्नति करता हुआ क्षेत्र है और चीजग इस समय एशिया की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जो कई पूर्वानुमानों के अनुसार अगले कुछ वर्षों में विश्व की भी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। विश्व के अन्य क्षेत्रों के समान ही, एशिया में भी सम्पत्ति का वितरण बहुत असमान है। इसके कई कारण हैं जैसे एशिया का आकार, जिसके कारण यहाँ बहुत अधिक सांस्कृतिक, पर्यावरणीय, एतिहासिक सम्बन्धों और शासन प्रणालियों में विविधता पाई जाती है। संज्ञात्मक और क्रय शक्ति दोनों ही आधार पर एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ इस प्रकार हैं: चीनी जनवादी गणराज्य, जापान, भारत, दक्षिण कोरिया और इण्डोनेशिया। सम्पत्ति को यदि प्रति व्यक्ति के आधार पर आँका जाए तो यह अधिकांशतः पूर्वी एशिया के राज्यक्षेत्रों में केन्द्रित है जैसे हाँगकाँग, जापान, सिंगापुर और ताइवान। इसके अतिरिक्त तेल-समृद्ध खाड़ी के देशों में जैसे ईरान, सउदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात में भी सम्पत्ति की उपलब्धता है। एशिया में वर्तमान में, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान, हाँगकाँग और सिंगापुर को छोड़कर बहुत तेज़ी से वृद्धि और औद्योगिकरण हो रहा है जिसकी अगुआई चीन और बहुत हद तक भारत भी कर रहा है। पूर्वी एशिया और दक्षिणपूर्वी एशिया के देशों में वृद्धि विनिर्माण और व्यापार के द्वारा हो रही है और मध्यपूर्व के देशों में यह वृद्धि अधिकतर तेल के उत्पादन और निर्यात पर निर्भर है। पिछ्ले कई वर्षों में, तीव्र आर्थिक विकास और शेष विश्व के साथ विशाल व्यापार अधिशेष होने के कारण, एशिया के देशों में ४ खरब $ से अधिक का विदेशी मुद्रा भण्डार एकत्रित कर लिया है जो विश्व का आधे से भी अधिक है। .

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एशियाई राजमार्ग १

एशियाई राजमार्ग १ (ए एच १) एशियाई राजमार्ग जाल में सबसे लम्बा राजमार्ग है। इसकी कुल लम्बाई २०,५५७ किलोमीटर (१२,७७४ मील) है। यह टोक्यो, जापान से शुरू होकर कोरिया, चीन, हांगकांग, दक्षिण पूर्व एशिया, बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और ईरान से होता हुआ तुर्की और बुल्गारिया तक जाता है। इस्तांबुल के पश्चिम में यह यूरोपीय ई८० मार्ग से मिल जाता है। .

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एशियाई विकास बैंक

एशियाई विकास बैंक के सदस्य राज्य एशियाई विकास बैंक (एडीबी) एक क्षेत्रीय विकास बैंक है जिसकी स्थापना 19 दिसम्बर 1966 को एशियाई देशों के आर्थिक विकास के सुगमीकरण के लिए की गयी थी। यह बैंक यूऍन (UN) इकोनॉमिक कमीशन फॉर एशिया एंड फार ईस्ट (अब यूएनईएससीएपी- UNESCAP) और गैर क्षेत्रीय विकसित देशों के सदस्यों को सम्मिलित करता है। इस बैंक की स्थापना 31 सदस्यों के साथ हुई थी, अब एडीबी के पास अब 67 सदस्य हैं - जिसमे से 48 एशिया और पैसिफिक से हैं और 19 सदस्य बाहरी हैं। एडीबी (ADB) का प्रारूप काफी हद तक वर्ल्ड बैंक के आधार पर बनाया गया था और वर्ल्ड बैंक (विश्व बैंक) के समान यहां भी भारित वोट प्रणाली की व्यवस्था है जिसमे वोटों का वितरण सदस्यों के पूंजी अभिदान अनुपात के आधार पर किया जाता है। वर्तमान में, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान दोनों के ही पास 552,210 शेयर हैं - इन दोनों के पास शेयरों का सबसे बड़ा हिस्सा है जो कुल का 12.756 प्रतिशत है। .

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एशियाई खेल

एशियाई खेलों को एशियाड के नाम से भी जाना जाता है। यह प्रत्येक चार वर्ष बाद आयोजित होने वाली बहु-खेल प्रतियोगिता है जिसमें केवल एशिया के विभिन्न देशों के खिलाडी भाग लेते हैं। इन खेलों का नियामन एशियाई ओलम्पिक परिषद द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक परिषद के पर्यवेक्षण में किया जाता है। प्रत्येक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान के लिए स्वर्ण, दूसरे के लिए रजत और तीसरे के लिए कांस्य पदक दिए जाते हैं, जिस परम्परा का शुभारम्भ १९५१ में हुआ था। प्रथम एशियाई खेलों का आयोजन दिल्ली, भारत में किया गया था, जिसने १९८२ में पुनः इन खेलों की मेज़बानी की। १५वें एशियाई खेल १ दिसंबर से १५ दिसंबर, २००६ के बीच दोहा, कतर में आयोजित हुए थे। सोलहवें एशियाई खेलों का आयिजन १२ नवंबर से २७ नवंबर, २०१० के बीच किया गया, जिनकी मेज़बानी ग्वांगझोउ, चीन ने की। १७वें एशियाई खेलों का आयोजन २०१४ में दक्षिण कोरिया के इंचेयान में होगा। .

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एशियाई ओलम्पिक परिषद

एशियाई ओलम्पिक परिषद का लोगो एशियाई ओलम्पिक परिषद एशिया में खेलों की सर्वोच्च संस्था है और एशिया के ४५ देशों की राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियां इसकी सदस्य है। इसके वर्तमान अध्यक्ष शेख फहद अल-सबा हैं। परिषद के अन्दर सबसे पुरानी राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति जापान की है जिसे अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति की मान्यता १९१२ में मिली थी, जबकि पूर्वी तिमोर की राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति सबसे नई है, जो २००३ में इसकी सदस्य बनी। ए. ओ. प का मुख्यालय कुवैत नगर, कुवैत में स्थित है। .

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एसिटिक अम्ल

शुक्ताम्ल (एसिटिक अम्ल) CH3COOH जिसे एथेनोइक अम्ल के नाम से भी जाना जाता है, एक कार्बनिक अम्ल है जिसकी वजह से सिरका में खट्टा स्वाद और तीखी खुशबू आती है। यह इस मामले में एक कमज़ोर अम्ल है कि इसके जलीय विलयन में यह अम्ल केवल आंशिक रूप से विभाजित होता है। शुद्ध, जल रहित एसिटिक अम्ल (ठंडा एसिटिक अम्ल) एक रंगहीन तरल होता है, जो वातावरण (हाइग्रोस्कोपी) से जल सोख लेता है और 16.5 °C (62 °F) पर जमकर एक रंगहीन क्रिस्टलीय ठोस में बदल जाता है। शुद्ध अम्ल और उसका सघन विलयन खतरनाक संक्षारक होते हैं। एसिटिक अम्ल एक सरलतम कार्बोक्जिलिक अम्ल है। ये एक महत्वपूर्ण रासायनिक अभिकर्मक और औद्योगिक रसायन है, जिसे मुख्य रूप से शीतल पेय की बोतलों के लिए पोलिइथाइलीन टेरिफ्थेलेट; फोटोग्राफिक फिल्म के लिए सेलूलोज़ एसिटेट, लकड़ी के गोंद के लिए पोलिविनाइल एसिटेट और सिन्थेटिक फाइबर और कपड़े बनाने के काम में लिया जाता है। घरों में इसके तरल विलयन का उपयोग अक्सर एक डिस्केलिंग एजेंट के तौर पर किया जाता है। खाद्य उद्योग में एसिटिक अम्ल का उपयोग खाद्य संकलनी कोड E260 के तहत एक एसिडिटी नियामक और एक मसाले के तौर पर किया जाता है। एसिटिक अम्ल की वैश्विक मांग क़रीब 6.5 मिलियन टन प्रतिवर्ष (Mt/a) है, जिसमें से क़रीब 1.5 Mt/a प्रतिवर्ष पुनर्प्रयोग या रिसाइक्लिंग द्वारा और शेष पेट्रोरसायन फीडस्टोक्स या जैविक स्रोतों से बनाया जाता है। स्वाभाविक किण्वन द्वारा उत्पादित जलमिश्रित एसिटिक अम्ल को सिरका कहा जाता है। .

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एंडेवर अंतरिक्ष शटल

एंडेवर अंतरिक्ष शटल और उसके सात सदस्यों वाला क्रू अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में जापान-निर्मित पोर्च लगाने के लिए १६ दिनों के मिशन पर जा रहा है। यह एक अंतरिक्ष शटल है। .

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एंथनी हॉपकिंस

सर फिलिप एंथनी हॉपकिंस, CBE (जन्म 31 दिसम्बर 1937) सिनेमा, रंगमंच और टेलीविजन के एक वेल्श अभिनेता हैं। इन्हें फिल्मी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अभिनेताओं में से एक माना जाता है, द साइलेंस ऑफ द लैंब्स, इसके दूसरे भाग हैनीबुल और इसके पहले वाले भाग रेड ड्रैगन में इनके कैनिबलिस्टिक सीरीयल किलर हैनीबुल लेक्टर का किरदार निभाने के लिए संभवतः इन्हें मुख्य रूप से पहचाना जाता है। अन्य प्रमुख फिल्मों जिसमें इनकी काफी सराहना की गई है उनमें मैजिक, द एलिफेंट मैन, 84 चेरिंग क्रॉस रोड, ड्रेकुला, लेजेंड्स ऑफ द फॉल, द रिमेंस ऑफ द डे, एमिस्टेड, निक्सोन और फ्रैक्चर शामिल हैं। हॉपकिंस का जन्म और बचपन वेल्स में बीता है। ब्रिटिश नागरिकता के साथ-साथ 12 अप्रैल 2000 को उन्हें अमेरिकी नागरिकता भी प्राप्त हुई। 2003 में हॉलीवुड वॉल्क ऑफ फेम में उन्हें स्टार दिया गया और 2008 में ब्रिटिश अकादमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन के वे सदस्य बने। .

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एंदो हिरोशिघे

एंदो हिरोशिघे जापान के महान चित्रकार थे। .

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एओकीज़ पिज़्ज़ा

एओकीज़ पिज़्ज़ा (जापानी: アオキーズ・ピザ एओकीज़ू पिज़ा) जापान की एक पिज़्ज़ा रेस्त्रां चेन है। इसका मुख्यालय नाकामूरा-कू, नगोया, आइची प्रीफ़ेक्चर में स्थित है। २००८ की स्थिति तक एओकीज़ के अध्यक्ष और सीईओ और एओकीज़ पिज़्ज़ा के स्वामी योशिमोरी एओकी हैं। .

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एकरेल

मॉस्को की एकरेल Wuppertal Suspension Railway (Wuppertal, Germany) एकवंशक या एकरेल (मोनोरेल / monorail) एक परिवहन प्रणाली है जो केवल एक रेल पर चलती है। प्रायः यह एकल रेलपथ जमीन से कुछ उंचाई पर बनाया गया होता है। .

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एक्सबॉक्स

एक्सबॉक्स माइक्रोसॉफ़्ट द्वारा बनाया गया एक खेलने वाला उत्पाद है। जिसमें एक्सबॉक्स 360 भी शामिल है। .

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एक्सबॉक्स 360

एक्सबॉक्स 360 (Xbox 360) माइक्रोसॉफ्ट द्वारा निर्मित दूसरा वीडियो गेम कंसोल है जो एक्सबॉक्स का उत्तराधिकारी है। यह सोनी के प्लेस्टेशन 3 और निनटेंडो के वी से स्पर्धा करता है जो सातवीं पीढ़ी के वीडियो गेम कंसोल है। 9 जनवरी 2012 के अनुसार एक्सबॉक्स 360 की 6 करोड़ 60 लाख बिक्री हो चुकी है। .

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ऐड्वेन्चर गेम

एड्वेंचर गेम एक कंप्यूटर-आधारित गेम है जिसमें शारीरिक चुनौती की बजाए अन्वेषण और पहेली को सुलझाने के द्वारा संचालित एक संवादात्मक कहानी होती है जिसमें खिलाड़ी को मुख्य नायक माना जाता है। इसकी शैली कहानी पर केंद्रित होती है जो साहित्य और फिल्म जैसे अन्य कहानी-आधारित मीडिया से ग्रहण करने की अनुमति देती है और साहित्यिक शैलियों के विस्तृत प्रकारों से घिरी होती है। लगभग सभी ऐड्वेंचर गेम का डिजाइन एक एकल खिलाड़ी के लिए ही होता है, क्योंकि कहानी और चरित्रों पर बल देने के कारण बहु-खिलाड़ियों के लिए गेम डिजाइन करना काफी कठिन हो जाता है। पश्चिमी दुनिया में, इस शैली की लोकप्रियता 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक के मध्य के दौरान बढ़ी, जब कई लोगों का मानना था कि यह सबसे अधिक उन्नत तकनीक वाली शैली है और अब इसे कभी-कभी आला शैली माना जाता है। दूसरी तरफ ईस्ट एशिया में, दृश्य उपन्यास के रूप में एड्वेंचर गेम की लोकप्रियता जारी है, जो जापान में जारी लगभग 70% पीसी गेम की क्षतिपूर्ति करती है। .

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ऐनो पर्वत

ऐनो पर्वत (間ノ岳 ऐनो-डेक) जापान के यमानाशी प्रान्त, "दक्षिणी एल्प्स" (南アルプス मिनमी-अरुमुसू) में, अकीशी पर्वत की एक पर्वत चोटी हैं। 3,189 मीटर (10,463 फीट) ऊचाई के साथ, यह जापान की चौथी सबसे ऊंची शिखर और अकीशी पर्वत में दूसरा सबसे ऊंचा स्थान है।.

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ऐलिबाय (अन्यत्र उपस्थिति)

ऐलिबाय, कानूनी कार्यवाही में उपलब्ध बचाव का एक प्रकार का उपाय है जिसमें यह दर्शाया जाता है कि प्रतिवादी उस जगह मौजूद नहीं था जहां कथित अपराध किया गया था। बचाव के लिए सच्चाई का खुलासा न करने पर कानूनी तौर पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है, साथ ही झूठे बहाने या कारण देने के लिए ज़ुर्माना भी देना पड़ सकता है। .

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ऐली लार्टर

ऐली लार्टर के नाम से प्रख्यात ऐलिसन एलिज़ाबेथ लार्टर (जन्म 28 फ़रवरी 1976) एक अमेरिकन अभिनेत्री हैं। वे एनबीसी टीवी के विज्ञान कथा ड्रामा हीरोज़ पर निकि सैन्डर्स और ट्रेसी स्ट्रास की दोहरी भूमिकाओं के लिए जानी जातीं हैं। ऐली लार्टर का जन्म चैरी हिल, न्यू जर्सी में हुआ था। उनकी माँ मार्गरेट एक रियाल्टार हैं और उनके पिता डैन्फ़ोर्ड लार्टर एक ट्रकिंग कार्यकारी हैं। उनकी बड़ी बहन कर्स्टन एक शिक्षिका हैं। ऐली के मॉडलिंग करियर की शुरुआत तब हुई जब 14 वर्ष की उम्र में में उन्हें एक मॉडलिंग स्काउट ने राह चलते देखा.

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झपकी

एक झपकी लेते हुए एक जवान औरत का चित्र.(झूला, गस्टेव कुर्बेट (1844).) झपकी दोपहर की शुरूआत, अक्सर दोपहर के भोजन के बाद थोड़ी देर के लिए उंघने को कहते हैं। नींद का इस तरह का समय कुछ देशों, खासकर जहां मौसम गर्म होता है, में एक आम परंपरा है। सियेस्ट शब्द लैटिन होरा सेक्सटा - "छठा घंटा" (भोर से दोपहर तक की गिनती, इसलिए दोपहर यानी "दोपहर का आराम").

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झज्जर

हरियाणा में स्थित झज्जर बहुत सुन्दर पर्यटन स्‍थल है। यह दिल्ली से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। झज्‍जर की स्थापना छज्जु नाम के एक जाट ने की थी। पहले इसका नाम 'छज्जु नगर' था लेकिन बाद में यह झज्जर हो गया। हरियाण के दो मुख्य शहर बहादुरगढ़ और बेरी है। बहादुरगढ़ की स्थापना राठी जाटों ने की थी। पहले बहादुरगढ़ को सर्राफाबाद के नाम से जाना जाता था। पिछले दिनों बहादुरगढ़ का तेजी से औद्योगिकरण हुआ है। बेरी इसका दूसरा मुख्य शहर है। यहां भीमेश्वरी देवी का प्रसिद्ध मन्दिर है। इस मन्दिर में पूजा करने के लिए देश-विदेश से पर्यटक प्रतिवर्ष आते हैं। मन्दिरों के अलावा पर्यटक यहां पर भिंडावास पक्षी अभ्यारण घूमने भी जा सकते हैं। .

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झेन

झेन (अंग्रेजी: Zen) को ‘जेन’ भी कहा जाता है। इसका शाब्दिक अर्थ 'ध्यान' माना जाता है। यह महायान बौद्ध धर्म का सम्प्रदाय है, जो जापान के सेमुराई वर्ग का धर्म है। सेमुराई समाज यौद्धाओं का समाज है। इसे दुनिया की सर्वाधिक बहादुर कौम माना जाता था। झेन का विकास चीन में लगभग 500 ईस्वी में हुआ। चीन से यह 1200 ईस्वी में जापान में फैला। प्रारंभ में जापान में बौद्ध धर्म का कोई संप्रदाय नहीं था किंतु धीरे-धीरे वह बारह सम्प्रदायों में बँट गया जिसमें झेन भी एक था। ऐसा माना जाता है कि सेमुराई वर्ग को अधिक आज्ञापालक तथा शूरवीर बनाने के लिए ही जेन संप्रदाय का सूत्रपात हुआ था। दरअसल झेन संप्रदाय शिंतो और बौद्ध धर्म का समन्वय था। माना यह भी जाता है कि बौद्ध धर्म को जापान ने सैनिक रूप देने की चेष्ठा की थी, इसीलिए उन्होंने शिंतो धर्म के आज्ञापालक और देशभक्ति के सिद्धांत को भी इसमें शामिल कर सेमुराइयों को मजबूत किया। सेमुराई जापान का सैनिक वर्ग था। 1868 में उक्त सैनिकों के वर्ग का अंत हो गया। .

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झींगा मछली (लॉब्स्टर)

पंजों वाली झींगा मछलियाँ (क्लॉड लॉब्स्टर्स) बड़े समुद्री क्रस्टेशियंस परिवार (नेफ्रोपीडी, कभी-कभी होमारिडी भी) से आती हैं। झींगा मछलियाँ समुद्री भोजन के रूप में आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, जो प्रति वर्ष 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर (US$1बिलियन) से अधिक के एक वैश्विक उद्योग को आधार प्रदान करती हैं। हालांकि क्रस्टेशियंस के कई समूह "झींगा मछलियों (लॉब्स्टर्स)" के रूप में जाने जाते हैं, पंजों वाली झींगा मछलियाँ अक्सर इस नाम के साथ जुड़ी रही हैं। इन्हें इनके स्वाद और बनावट के लिए भी जाना जाता है। पंजों वाली झींगा मछलियों का काँटेदार झींगा मछलियों या स्लीपर लॉब्स्टर्स, जिनके पास पंजे (चेली) नहीं होते, या स्क्वैट लॉब्स्टर्स से कोई करीबी संबंध नहीं है। पंजों वाली झींगा मछलियों के सबसे करीबी रिश्तेदार हैं चट्टानी झींगा मछलियाँ और मीठे पानी की क्रेफ़िश के तीन परिवार.

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डबलरोटियों की सूची

यहाँ तरह-तरह के ब्रेड (डबलरोटी) की सूची दी गयी है। .

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डाडावाद

ट्रिस्टन ज़ारा द्वारा प्रकाशन डाडा के पहले संस्करण के कवर, ज्यूरिख, 1917. डाडा या डाडावाद एक सांस्कृतिक आन्दोलन है जो प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान ज्यूरिख, स्विटज़रलैंड में शुरू हुआ था और 1916 से 1922 के बीच अपनी पराकाष्ठा पर पहुंच गया था। यह आन्दोलन मुख्यतया दृश्य कला, साहित्य-कविता, कला प्रकाशन, कला सिद्धांत-रंगमंच और ग्राफिक डिजाइन को सम्मिलित करता है और इस आन्दोलन ने कला-विरोधी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा अपनी युद्ध विरोधी राजनीति को कला के वर्तमान मापदंडों को अस्वीकार करने के माध्यम से एकत्रित किया। इसका उद्देश्य आधुनिक जगत की उन बातों का उपहास करना था जिसे इसके प्रतिभागी अर्थहीनता समझते थे। युद्ध विरोधी होने के अतिरिक्त, डाडा आन्दोलन प्रकृति से पूंजीवाद विरोधी और राष्ट्रविप्लवकारी भी था। डाडा गतिविधियों के अंतर्गत सार्वजनिक सभाएं, प्रदर्शन और कला/साहित्यिक पत्रिकाओं का प्रकाशन होता था; इसके अंतर्गत विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा कला, राजनीति और संस्कृति की भावनात्मक और विस्तृत सूचना आदि विषयों पर चर्चा की जाती थी। इस आन्दोलन ने उत्तरकालीन शैलियों जैसे को भी प्रभावित किया जैसे अवंत-गर्दे और शहर के व्यापारिक क्षेत्र में शुरू हुए संगीत आन्दोलन तथा इसने कुछ समूहों को भी प्रभावित किया जिसमें अतियथार्थवाद, नव यथार्थवाद, पॉप आर्ट, फ्लक्सस और पंक संगीत शामिल थे। डाडा अमूर्त कला और ध्वनिमय कविता का आधार कार्य है, यह कला प्रदर्शन का आरंभिक बिंदु है, पश्च आधुनिकतावाद की एक प्रस्तावना, पॉप आर्ट पर एक प्रभाव, कला विरोधियों का एक उत्सव जिसे बाद में 1960 के दशक में अराजक-राजनीतिक प्रयोग के लिए अंगीकार कर लिया गया था और यही वह आन्दोलन है जिसने अतियथार्थवाद की नींव रखी थी। मार्क लोवेन्थल, फ्रैंसिस पिकाबिया की आई एम ए ब्यूटीफुल मॉन्स्टर के लिए अनुवादक द्वारा दिया गया परिचय.

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डुनेडिन

डुनेडिन (Ōtepoti) न्यूजीलैंड के दक्षिण द्वीप का दूसरा सबसे बड़ा शहर और ओटागो क्षेत्र का प्रमुख शहर है। न्यूज़ीलैंड देश का प्रमुख नगर.

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ड्रैगन बॉल

ड्रैगन बॉल (Dragon Ball, ドラゴンボール) एक जापानी माँगा शृंखला है जिसका लेखन व चित्रीकरण अकिरा तोरियामा द्वारा किया गया है। यह मुख्यतः वीकली शोनन जंप में १९८४ से १९९५ के बिच चला था और बाद में ५१९ स्वतन्त्र एपिसोडों को ४२ तन्कोबोन संस्करणों में शुएइषा द्वारा प्रकाशित किया गया। ड्रैगन बॉल की प्रेरणा चीनी उपन्यास जर्नी टू द वेस्ट से ली गई थी। यह शृंखला मुख्य किरदार व हीरो गोकु के बचपन से जवानी तक के कारनामो पर केंद्रित है जिसमे वह मार्शल आर्ट्स की युद्ध कलाओं में प्रशिक्षण लेता है और विश्वभर में सात मायावी ड्रैगन बॉलों की खोज करता है जिनसे एक इच्छा पुरी करने वाले ड्रैगन को बुलाया जा सकता है। अपनी इस यात्र में गोकु कई दोस्त बनाता है और कई प्रकार के गुंडों से लड़ता है जो ड्रैगन बॉलों को अपने मकसद के लिए खोज रहे होते हैं। ४२ तन्कोबोन को दो एनिमी शृंखलाओं में तोएई एनीमेशन द्वारा परिवर्तित किया गया है: ड्रैगन बॉल और ड्रैगन बॉल ज़ी और दोनों को जापान में १९८६ से १९९६ के बिच प्रसारित किया गया था। इसके साथ ही तोएई ने सतरह एनिमेटेड फ़ीचर फ़िल्में व तिन टेलीविजन स्पेशल व एक एनिमी उत्तरभाग ड्रैगन बॉल जीटी भी बनाया है जो माँगा की घटनाओं के बाद शुरू होता है। .

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ड्रैगन बॉल सुपर

ड्रैगन बॉल सुपर (जापानी: ドラゴンボール超) एक जापानी ऐनिमे धारावाहिक है जो जापान में ५ जुलै २०१५ से २५ मार्च २०१८ तक फुजि टीवी पर प्रसारित हुआ था। इसकी कथा ड्रैगन बॉल के लेखक अकिरा तोरियामा ने लिखी है और इसी नाम का एक माँगा शुएइशा की पत्रिका वी जंप पर प्रकाशित होती है जो तोयोतारो अकिरा के साथ लिखते है। .

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ड्रैगन बॉल ज़ी

ड्रैगन बॉल ज़ी (Dragon Ball Z) एक जापानी कार्टून धारावाहिक है। जिसका निर्माण टोए एनिमेशन ने किया था। यह ड्रैगन बॉल पर आधारित है, जो अकीरा तोरियामा ने बनाया था। उसका ही एक भाग है। इसमें 519 भाग में से 325 भाग को लेकर इस धारावाहिक का निर्माण किया गया है। यह जापान में फ़ूजी पर 25 अप्रैल 1989 से 31 जनवरी 1996 तक प्रसारित हुआ था। उसके बाद यह कई देशों में अलग अलग भाषाओं में अनुवादित होकर प्रसारित हो रहा है। इसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, लेटिन अमेरिका, सयुंक्त राष्ट्र, यूरोप शामिल है। .

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ड्रीम थियेटर

ड्रीम थियेटर एक अमेरिकी प्रगतिशील मेटल बैंड है, जिसे जॉन पेट्रुकी, जॉन म्युंग और माइक पोर्टनॉय द्वारा 1985 में मेजेस्टी नाम के तहत गठित किया गया था, जब वे मैसाचुसेट्स में बर्कले कॉलेज ऑफ़ म्युज़िक जाया करते थे और इस बैंड को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया। हालांकि, सदस्यों में कई फेर-बदल हुए, मूल तीन सदस्य, जेम्स लाब्री और रुडेस जॉर्डन के साथ आज भी बने हुए हैं। ड्रीम थियेटर एक सफल प्रगतिशील मेटल बैंड बन गया है। यद्यपि बैंड के नाम एक ही सफल हिट है ("पुल मी अंडर" 1992, जिसे व्यापक MTV दोहराव प्राप्त हुआ), तथापि, वे मुख्य धारा से अपेक्षाकृत बाहर रहे।. बैंड को, इसके वादकों की तकनीकी दक्षता के लिए भली प्रकार से जाना जाता है, जिन्हें संगीत शिक्षा पत्रिकाओं की तरफ से कई पुरस्कार मिले हैं। ड्रीम थियेटर के सदस्यों ने कई अन्य उल्लेखनीय संगीतकारों के साथ सहयोग किया है। गिटारवादक जॉन पेट्रुकी को G3 टूर पर छह बार तीसरे वादक के रूप में नामित किया गया है, जो किसी भी अन्य आमंत्रित गिटारवादक से ज़्यादा है, इस प्रकार उन्होंने एरिक जॉनसन और रॉबर्ट फ्रिप की बराबरी की। ड्रम वादक, माइक पोर्टनॉय ने मॉडर्न ड्रमर मैग्जीन से 23 पुरस्कार जीते हैं और रॉक ड्रमर हॉल ऑफ़ फेम में शामिल किये जाने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के (37 की उम्र में) व्यक्ति हैं। बैंड का सर्वाधिक बिकने वाला एल्बम है, गोल्ड बिक्री वाला इमेजेस एंड वर्ड्स (1992), बिलबोर्ड 200 चार्ट पर #61 पर पहुंचा।ड्रीम थियेटर के लिए बिलबोर्ड चार्ट के इतिहास को में देखा जा सकता है। 1994 का अवेक और 2002 का सिक्स डिग्रीज़ ऑफ़ इनर टरब्युलेंस, उनके इन दोनों ही एल्बमों ने चार्ट पर क्रमशः #32 और #46 पर प्रवेश किया और इन्हें ज्यादातर सकारात्मक समीक्षाएं प्राप्त हुईं.

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डैटसन गो (कार)

डैटसन गो (अंग्रेजी:Datsun Go) भारत में जापानी कार निर्माता कम्पनी निस्सान मोटर कम्पनी द्वारा डैटसन ब्राण्ड के नाम से पुनर्जीवित की जाने वाली नयी छोटी कार का नाम है। बीसवीं सदी के प्रारम्भ में जापान में बनी इस कार का उत्पादन 27 वर्ष पूर्व सन् 1986 में बन्द हो गया था। डैटसन की गो मॉडल की यह कार भारत के अलावा दक्षिण अफ्रीका, इण्डोनेशिया और रूस में भी लॉन्च की जायेगी। भारत में निस्सान कारों की लोकप्रियता को देखते हुए सभी सुविधाओं से युक्त छोटे आकार की इस कार को भी यहाँ के बाजार में उतारने का निर्णय लिया गया है। भारत में यह कार अगले साल 2014 की शुरुआत में ग्राहकों को उपलब्ध होगी। छोटी कार के वर्तमान सभी मॉडलों के मुकाबले इसकी कीमत भारत में 4 लाख रुपये के आसपास होगी जबकि विदेशों में 10,055 यूएस डॉलर तथा 10,970 आस्ट्रेलियायी डॉलर रहने की सम्भावना है। इण्डोनेशिया में इसका मॉडल डैटसन गो प्लस के नाम से उतारा जायेगा। वहाँ पर 7 सीटों वाली यह मल्टी परपज वेहिकिल (एमपीवी) 100 मिलियन इण्डोनेशियायी मुद्रा (आईडीआर) के अन्दर उपलब्ध होगी। निसान मोटर्स द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार नई दिल्ली, मुम्बई व चेन्नई (मद्रास) सहित सम्पूर्ण भारत के 90 शहरों में इस कार को प्रदर्शित किया जायेगा। .

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डेबिट कार्ड

डेबिट कार्ड (बैंक कार्ड या चेक कार्ड वा विकलन पत्रक के नाम से भी जाना जाता है), एक प्लास्टिक कार्ड है, जो खरीददारी करते समय भुगतान की वैकल्पिक पद्धति प्रदान करता है। कार्यात्मक रूप से, इसे इलेक्ट्रॉनिक चेक कहा जा सकता है, क्योंकि पैसे बैंक खाते से या तो सीधे निकाले जा सकते हैं या शेष राशि कार्ड के ज़रिए भी निकाली जा सकती है। कुछ मामलों में, कार्ड को खास तरह से केवल इंटरनेट के लिए इस तरह डिजाइन किया जाता है कि भौतिक रूप से कोई कार्ड होता ही नहीं है। डेबिट कार्ड का उपयोग कुछ देशों में व्यापक हो चुका है और इसने चेक की जगह ले ली है और कुछ मामलों में बड़ी मात्रा में नकदी का लेनदेन भी होता है। क्रेडिट कार्ड की तरह डेबिट कार्ड का उपयोग टेलीफोन और इंटरनेट के ज़रिये खरीददारी के लिए भी होता है, लेकिन क्रेडिट कार्ड की राशि वाहक के द्वारा बाद की तरीख में भुगतान करने के बजाए वाहक के बैंक खाते से स्थानांतरित होते हैं। डेबिट कार्ड की सहायता से आप तुरंत नकदी निकाल सकते हैं, क्योंकि यह एटीएम (ATM) कार्ड और चेक गारंटी कार्ड की तरह प्रयुक्त होता है। जहां ग्राहक खरीददारी के साथ साथ नकदी भी निकाल सकते हैं, वहां व्यापारी अपने ग्राहक को "कैशबैक"/"कैश आउट" की सुविधाएं देने की पेशकश कर सकता है। .

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डेमलर एजी

डेमलर एजी (Daimler AG) (पूर्व नाम डेमलर क्रिसलर (DaimlerChrysler)) एक जर्मन कार कंपनी है। यह दुनिया की तेरहवीं सबसे बड़ी कार निर्माता और दूसरी सबसे बड़ी ट्रक निर्माता कंपनी है। ऑटोमोबाइल के अलावा डेमलर बसों का भी निर्माण करती है और अपनी डेमलर फाइनेंशियल सर्विसेस शाखा के माध्यम से वित्तीय सेवा भी प्रदान करती है। एरोस्पेस समूह ईएडीएस में भी कंपनी का बहुत बड़ी हिस्सेदारी है, जो एक उच्च प्रौद्योगिकी कंपनी होने के साथ-साथ वोडाफोन मैक्लारेन मर्सडीज रेसिंग टीम मैक्लारेन ग्रुप (जो फ़िलहाल एक पूर्ण रूप से स्वतंत्र स्वचलित कंपनी बनने की प्रक्रिया में है) और जापानी ट्रक निर्माता कंपनी मित्सुबिशी फूसो ट्रक एण्ड बस कॉर्पोरेशन की मूल कंपनी है। डेमलर क्रिसलर की स्थापना (1998–2007), 1998 में जर्मनी के स्टटगार्ट की मर्सडीज-बेंज निर्माता कंपनी डेमलर-बेंज (1926–1998) और अमेरिका आधारित क्रिसलर कॉर्पोरेशन के विलय के साथ हुई थी। इस सौदे से एक नई कंपनी डेमलर क्रिसलर का जन्म हुआ। हालांकि इस खरीदारी से अटलांटिक के परे की एक शक्तिशाली ऑटोमोटिव कंपनी का निर्माण न हो सका जिसकी उम्मीद सौदा करने वालों ने की थी और डेमलर क्रिसलर ने 14 मई 2007 को यह घोषणा की कि यह क्रिसलर को न्यूयॉर्क की सेर्बेरस कैपिटल मैनेजमेंट नामक एक प्राइवेट इक्विटी फर्म को बेच देगी जिसे संकटग्रस्त कंपनियों के पुनर्गठन में विशेषज्ञता प्राप्त है। 4 अक्टूबर 2007 को डेमलर क्रिसलर के शेयरधारकों की एक आसाधारण बैठक में कंपनी के पुनर्नामकरण पर मंजूरी दी गई। 5 अक्टूबर 2007 को इस कंपनी को डेमलर एजी नाम दिया गया। 3 अगस्त 2007 को बिक्री का काम पूरा होने पर अमेरिकी कंपनी ने क्रिसलर एलएलसी नाम रख लिया। डेमलर कई ब्रांड नामों के तहत कारों और ट्रकों का निर्माण करती है, जिनमें शामिल हैं मर्सडीज-बेंज, मेबैक, स्मार्ट और फ्रेटलाइनर.

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डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज

डॉ॰ रेड्डीज लेबोरेटरीज लिमिटेड (Dr. Reddy's Laboratories Ltd.), जिसे डॉ रेड्डीज के नाम से ट्रेड किया जाता है, आज भारत की दूसरी सबसे बड़ी औषधि कंपनी है। इसकी स्थापना 1984 में डॉक्टर के.

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डॉ. जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार

डॉ॰ जॉर्ज ग्रियर्सन पुरस्कार केन्द्री हिन्दी संस्थान द्वारा किसी जाने माने विदेशी को उसकी हिन्दी सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है। इसे १९९४ में प्रारंभ किया गया था। अभी तक इसे प्राप्त करनेवाले प्रमुख हिन्दी विद्वान इस प्रकार हैं- .

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तन्त्र

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से सम्बन्धित तंत्र या प्रणाली या सिस्टम के बारे में तंत्र (सिस्टम) देखें। ---- तन्त्र कलाएं (ऊपर से, दक्षिणावर्त): हिन्दू तांत्रिक देवता, बौद्ध तान्त्रिक देवता, जैन तान्त्रिक चित्र, कुण्डलिनी चक्र, एक यंत्र एवं ११वीं शताब्दी का सैछो (तेन्दाई तंत्र परम्परा का संस्थापक तन्त्र, परम्परा से जुड़े हुए आगम ग्रन्थ हैं। तन्त्र शब्द के अर्थ बहुत विस्तृत है। तन्त्र-परम्परा एक हिन्दू एवं बौद्ध परम्परा तो है ही, जैन धर्म, सिख धर्म, तिब्बत की बोन परम्परा, दाओ-परम्परा तथा जापान की शिन्तो परम्परा में पायी जाती है। भारतीय परम्परा में किसी भी व्यवस्थित ग्रन्थ, सिद्धान्त, विधि, उपकरण, तकनीक या कार्यप्रणाली को भी तन्त्र कहते हैं। हिन्दू परम्परा में तन्त्र मुख्यतः शाक्त सम्प्रदाय से जुड़ा हुआ है, उसके बाद शैव सम्प्रदाय से, और कुछ सीमा तक वैष्णव परम्परा से भी। शैव परम्परा में तन्त्र ग्रन्थों के वक्ता साधारणतयः शिवजी होते हैं। बौद्ध धर्म का वज्रयान सम्प्रदाय अपने तन्त्र-सम्बन्धी विचारों, कर्मकाण्डों और साहित्य के लिये प्रसिद्ध है। तन्त्र का शाब्दिक उद्भव इस प्रकार माना जाता है - “तनोति त्रायति तन्त्र”। जिससे अभिप्राय है – तनना, विस्तार, फैलाव इस प्रकार इससे त्राण होना तन्त्र है। हिन्दू, बौद्ध तथा जैन दर्शनों में तन्त्र परम्परायें मिलती हैं। यहाँ पर तन्त्र साधना से अभिप्राय "गुह्य या गूढ़ साधनाओं" से किया जाता रहा है। तन्त्रों को वेदों के काल के बाद की रचना माना जाता है जिसका विकास प्रथम सहस्राब्दी के मध्य के आसपास हुआ। साहित्यक रूप में जिस प्रकार पुराण ग्रन्थ मध्ययुग की दार्शनिक-धार्मिक रचनायें माने जाते हैं उसी प्रकार तन्त्रों में प्राचीन-अख्यान, कथानक आदि का समावेश होता है। अपनी विषयवस्तु की दृष्टि से ये धर्म, दर्शन, सृष्टिरचना शास्त्र, प्राचीन विज्ञान आदि के इनसाक्लोपीडिया भी कहे जा सकते हैं। यूरोपीय विद्वानों ने अपने उपनिवीशवादी लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए तन्त्र को 'गूढ़ साधना' (esoteric practice) या 'साम्प्रदायिक कर्मकाण्ड' बताकर भटकाने की कोशिश की है। वैसे तो तन्त्र ग्रन्थों की संख्या हजारों में है, किन्तु मुख्य-मुख्य तन्त्र 64 कहे गये हैं। तन्त्र का प्रभाव विश्व स्तर पर है। इसका प्रमाण हिन्दू, बौद्ध, जैन, तिब्बती आदि धर्मों की तन्त्र-साधना के ग्रन्थ हैं। भारत में प्राचीन काल से ही बंगाल, बिहार और राजस्थान तन्त्र के गढ़ रहे हैं। .

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तरण ताल

बैकयार्ड तरण ताल नेवादा, लास वेगास, संयुक्त राज्य अमेरिका में छत के ऊपर बने एक तरण ताल का ऊपर से दृश्य तरण ताल, या स्वीमिंग पूल, तैराकी या जल-आधारित मनोरंजन के इरादे से पानी से भरे एक स्थान को कहते हैं। इसके कई मानक आकार हैं; ओलंपिक-आकार का स्विमिंग पूल सबसे बड़ा और सबसे गहरा होता है। पूल को जमीन से ऊपर या जमीन पर धातु, प्लास्टिक, फाइबरग्लास या कंक्रीट जैसी सामग्रियों से बनाया जा सकता है। जिस पूल को कई लोगों द्वारा या आम जनता के द्वारा उपयोग किया जा सकता है उसे पब्लिक पूल कहते हैं, जबकि विशेष रूप से कुछ लोगों द्वारा या किसी घर में इस्तेमाल किये जाने वाले पूल को प्राइवेट पूल कहा जाता है। कई हेल्थ क्लबों, स्वास्थ्य केन्द्रों और निजी क्लबों में सार्वजनिक पूल होते हैं जिन्हें ज्यादातर व्यायाम के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कई होटलों और मसाज पार्लरों में तनाव से मुक्ति के लिए सार्वजनिक पूल मौजूद होते हैं। हॉट टब और स्पा ऐसे पूल होते हैं जिसमें गर्म पानी होता है जिसे तनाव मुक्ति या चिकित्सा के लिए इस्तेमाल किया जाता है और ये घरों, क्लबों एवं मसाज पार्लरों में आम तौर पर मौजूद होते हैं। स्विमिंग पूल (तरण ताल) का उपयोग ग़ोताख़ोरी (डाइविंग) और पानी के अन्य खेलों के साथ-साथ लाइफगार्ड्स और अंतरिक्ष यात्रियों के प्रशिक्षण में भी होता है। स्विमिंग पूलों में बैक्टीरिया, वायरस, शैवाल और कीट लार्वा के विकास और प्रसार को रोकने के लिए अक्सर रासायनिक कीटाणुनाशकों जैसे कि क्लोरीन, ब्रोमिन या खनिज सैनिटाइजर्स और अतिरिक्त फिल्टरों का उपयोग किया जाता है। वैकल्पिक रूप से पूल कीटाणुनाशकों के बगैर अतिरिक्त कार्बन फिल्टरों और यूवी कीटाणुशोधन के साथ बायोफ़िल्टर का इस्तेमाल कर तैयार किये जा सकते हैं। दोनों ही मामलों में तालों (पूल) में एक उचित प्रवाह दर को बनाये रखना आवश्यकता होता है। .

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तारा (बौद्ध धर्म)

हरी तारा (तिब्बत, १९९३) महायान तिब्बती बौद्ध धर्म के सन्दर्भ में तारा (तिब्बती: སྒྲོལ་མ, Dölma) या आर्य तारा एक स्त्री बोधिसत्व हैं। वज्रयान बौद्ध धर्म में वे स्त्री बुद्ध के रूप में हैं। वे "मुक्ति की जननी" के रूप में मान्य हैं तथा कार्य एवं उपलब्धि के क्षेत्र में सफलता की द्योतक हैं। उन्हें जापान में 'तारा बोसत्सु' (多羅菩薩) तथा चीनी बौद्ध धर्म में डुओलुओ पुसा कहते हैं। श्रेणी:बोधिसत्व श्रेणी:बौद्ध धर्म.

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तारामीन

तारा मछली इकाइनोडरमेटा संघ का अपृष्ठवंशी प्राणी है जो केवल समुद्री जल में ही पायी जाती है। इसके शरीर का आकार तारा जैसा होता है, शरीर में डिस्क और पांच भुजाएं होती है जो कड़े प्लेट्स से ढंकी रहता हैं। उपरी सतह पर अनेक कांटेदार रचनायें होती हैं। डिस्क पर मध्य में गुदा स्थित होती है। निचली सतह पर डिस्क के मध्य में मुंह स्थित है। भुजाओं पर दो कतारों में ट्यूब फीट होते हैं। प्रचलन की क्रिया ट्यूबफीट के द्वारा होती है तथा पैपुली द्वारा श्वसन की क्रिया होती है। इसकी एक प्रजाति,Gohongaze को जापानी लोग बडे चाव से खाते हैं। .

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तारकनाथ दास

तारकनाथ दास या तारक नाथ दास (बंगला: তারকানাথ দাস, 15 जून 1884 - 22 दिसम्बर 1958), एक ब्रिटिश-विरोधी भारतीय बंगाली क्रांतिकारी और अंतर्राष्ट्रवादी विद्वान थे। वे उत्तरी अमेरिका के पश्चमी तट में एक अग्रणी आप्रवासी थे और टॉल्स्टॉय के साथ अपनी योजनाओं के बारे में चर्चा किया करते थे, जबकि वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के पक्ष में एशियाई भारतीय आप्रवासियों को सुनियोजित कर रहे थे। वे कोलंबिया विश्वविद्यालय में राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर थे और साथ ही कई अन्य विश्वविद्यालयों में अतिथि प्रोफेसर के रूप में भी कार्यरत थे। .

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ताश

साइकिल ब्रांड के कुछ विशिष्ट अंग्रेज़-अमेरिकी ताश के पत्ते ताश मोटे-भारी कागज़, पतले गत्ते, या पतले प्लास्टिक से विशेष रूप से बनी होती है; जिसमें पहचान के लिए अलग रूपांकन बने होते हैं और उनका इस्तेमाल ताश के खेल के लिए एक सेट के रूप में किया जाता है। खेल में सुविधा के लिए आमतौर पर ताश के पत्ते हथेली के आकार के होते हैं। ताश के एक पूरे सेट को पैक या डेक कहते हैं और एक खेल के दौरान एक बार में एक खिलाड़ी द्वारा उठाये गए पत्तों के सबसेट को सामान्यतः हैण्ड कहा जाता है। ताश के एक डेक से अनेक प्रकार के पत्ते के खेल खेले जा सकते हैं, उनमें से कुछ जुआ में भी शामिल हो सकते हैं। चूंकि ताश मानकीकृत हो चुके हैं और आम तौर पर उपलब्ध हैं, सो उनका अन्य इस्तेमाल भी होने लगा है, जैसे कि हाथ की सफाई, भविष्यवाणी, गूढ़लेखन, बोर्ड गेम, या ताश के घर बनाना.

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तावाबाका बोशा

तावाबाका बोशा (१८९७-१९४१) जापान के प्रख्यात हाइकुकार एवं चित्रकार थे। उनका जन्म जापान के टोक्यो में १७ अगस्त १८९६ में हुआ। उनके दादा और माँ एक अस्पताल में काम करते थे। इसलिए बचपन में डॉक्टर बनना उनका सपना था। वे ताकाहामा कियोशी के प्रिय शिष्य थे। १६ जुलाई १९४१ को तावाबाका बोशा का कम उम्र में ही निधन हो गया। डॉ॰ अंजली देवधर द्वारा हिन्दी में अनुवादित तावाबाका बोशा का एक हाइकु- ओस की बूंद बैठी एक पत्थर पर एक हीरे के समान .

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तांग राजवंश

तांग राजवंश (चीनी: 唐朝, तांग चाओ) चीन का एक राजवंश था, जिसका शासनकाल सन् ६१८ ईसवी से सन्न ९०७ ईसवी तक चला। इनसे पहले सुई राजवंश का ज़ोर था और इनके बाद चीन में पाँच राजवंश और दस राजशाहियाँ नाम का दौर आया। तांग राजवंश की नीव 'ली' (李) नामक परिवार ने रखी जिन्होनें सुई साम्राज्य के पतनकाल में सत्ता पर क़ब्ज़ा कर लिए। इस राजवंश के शासन में लगभग १५ साल का एक अंतराल आया था, जो ८ अक्टूबर ६९० से ३ मार्च ७०५ तक चला, जिसमें दुसरे झऊ राजवंश की महारानी वू ज़ेतियाँ ने कुछ समय के लिए राजसिंहासन पर नियंत्रण हासिल कर लिया।, Tonia Eckfeld, Psychology Press, 2005, ISBN 978-0-415-30220-3, Dora Shu-fang Dien, Wu hou (Empress of China), Nova Science Publishers, 2003, ISBN 978-1-59033-804-9 तांग साम्राज्य ने शिआन के शहर को अपनी राजधानी बनाया और इस समय शिआन दुनिया का सब से बड़ा नगर था। इस दौर को चीनी सभ्यता की चरम सीमा माना जाता है। चीन में पूर्व के हान राजवंश को इतनी इज़्ज़त से याद किया जाता है कि उनके नाम पर चीनी जाति को हान चीनी बुलाया जाने लगा, लेकिन तांग राजवंश को उनके बराबर का या उनसे भी महान वंश समझा जाता है। ७वीं और ८वीं शताब्दियों में तांग साम्राज्य ने चीन में जनगणना करवाई और उन से पता चलता है कि उस समय चीन में लगभग ५ करोड़ नागरिकों के परिवार पंजीकृत थे। ९वीं शताब्दी में वे जनगणना पूरी तो नहीं करवा पाए लेकिन अनुमान लगाया जाता है कि देश में ख़ुशहाली होने से आबादी बढ़कर ८ करोड़ तक पहुँच चुकी थी। इस बड़ी जनसँख्या से तांग राजवंश लाखों सैनिकों की बड़ी फौजें खड़ी कर पाया, जिनसे मध्य एशिया के इलाक़ों में और रेशम मार्ग के बहुत मुनाफ़े वाले व्यापारिक रास्तों पर यह वंश अपनी धाक जमाने लगी। बहुत से क्षेत्रों के राजा तांग राजवंश को अपना मालिक मानने पर मजबूर हो गए और इस राजवंश का सांस्कृतिक प्रभाव दूर-दराज़ में कोरिया, जापान और वियतनाम पर भी महसूस किया जाने लगा। तांग दौर में सरकारी नौकरों को नियुक्त करने के लिए प्रशासनिक इम्तिहानों को आयोजित किया जाता था और उस आधार पर उन्हें सेवा में रखा जाता था। योग्य लोगों के आने से प्रशासन में बेहतरी आई। संस्कृति के क्षेत्र में इस समय को चीनी कविया का सुनहरा युग समझा जाता है, जिसमें चीन के दो सब से प्रसिद्ध कवियों - ली बाई और दू फ़ू - ने अपनी रचनाएँ रची। हान गान, झांग शुआन और झऊ फ़ंग जैसे जाने-माने चित्रकार भी तांग ज़माने में ही रहते थे। इस युग के विद्वानों ने कई ऐतिहासिक साहित्य की पुस्तकें, ज्ञानकोश और भूगोल-प्रकाश लिखे जो आज तक पढ़े जाते हैं। इसी दौरान बौद्ध धर्म भी चीन में बहुत फैला और विकसित हुआ।तांग राजवंश के काल में काफी विकास हुआ और स्थिरता आई चीन में, सिवाय अन लुशान विद्रोह और केन्द्रीय सत्ता के कमजोर होने के बाद जो के साम्राज्य के अंतिम वर्षो में हुआ। तांग शासकों ने जिएदूशी नाम के क्षेत्रीय सामंतो को नियुक्त किया अलग अलग प्रान्तों में पर ९वी सदी के अंत तक इन्होने तांग साम्राज्य के विरुद्ध युद्ध शुरू कर दिया और खुदके स्वतंत्र राज्य स्थापित किये। .

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ताइवान

ताइवान द्वीप की स्थिति ताइवान का मानचित्र ताइवान या ताईवान (चीनी: 台灣) पूर्व एशिया में स्थित एक द्वीप है। यह द्वीप अपने आसपास के कई द्वीपों को मिलाकर चीनी गणराज्य का अंग है जिसका मुख्यालय ताइवान द्वीप ही है। इस कारण प्रायः 'ताइवान' का अर्थ 'चीनी गणराज्य' से भी लगाया जाता है। यूं तो ऐतिहासिक तथा संस्कृतिक दृष्टि से यह मुख्य भूमि (चीन) का अंग रहा है, पर इसकी स्वायत्ता तथा स्वतंत्रता को लेकर चीन (जिसका, इस लेख में, अभिप्राय चीन का जनवादी गणराज्य से है) तथा चीनी गणराज्य के प्रशासन में विवाद रहा है। ताइवान की राजधानी है ताइपे। यह देश का वित्तीय केन्द्र भी है और यह नगर देश के उत्तरी भाग में स्थित है। यहाँ के निवासी मूलत: चीन के फ्यूकियन (Fukien) और क्वांगतुंग प्रदेशों से आकर बसे लोगों की संतान हैं। इनमें ताइवानी वे कहे जाते हैं, जो यहाँ द्वितीय विश्वयुद्ध के पूर्व में बसे हुए हैं। ये ताइवानी लोग दक्षिण चीनी भाषाएँ जिनमें अमाय (Amoy), स्वातोव (Swatow) और हक्का (Hakka) सम्मिलित हैं, बोलते हैं। मंदारिन (Mandarin) राज्यकार्यों की भाषा है। ५० वर्षीय जापानी शासन के प्रभाव में लोगों ने जापानी भी सीखी है। आदिवासी, मलय पोलीनेशियाई समूह की बोलियाँ बोलते हैं। .

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ताइवानी मापन इकाइयाँ

ताइवानी मापन इकाइयाँ (मिन्नन: Tâi-chè) ताइवान की परंपरागत मापन इकाइयाँ हैं। कई इकाइयाँ जापानी मापन इकाइयों से ली गईं हैं और उनके नाम चीनी मापन इकाइयों के समान ही हैं, परंतु उनके अंतरण चीन और हांगकांग से भिन्न हैं। कई मामलों में यह इकाइयां SI इकाइयों के समान ही हैं और कई मामलों में पुर्णतया भिन्न और कई में मीट्रिक इकाइयों द्वारा विकल्पित हैं। भाषा की दृष्टि से, सभी ताइवानी इकाइयां, चीनी मापन शब्द ही हैं, जो संज्ञाओं को वर्गॊकृत करने हेतु प्रयोग होते हैं। कैट्टी (斤) में फ़ल बिकते हुए, ताइवानी हाट में .

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ताइगा

रूस के बयकाल झील के पास उगते ताइगा वन ताइगा या तायगा (रूसी: тайга́, अंग्रेजी: Taiga) विश्व के उत्तरी क्षेत्रों का एक बायोम है जिसमें चीड़ (पाइन), सरल (स्प्रूस) और लार्च जैसे कोणधारी (कॉनिफ़ेरस​) वृक्षों के वन फैले हुए हैं।, Sandra Alters, pp.

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तिआन्हे १

तिआन्हे १ जिसे हिंदी में आकाश गंगा प्रथम भी कह सकते हैं, चीन का एक महासंगणक है। इसकी क्षमता २.५ पेटाफ्लॉप है। यह महासंगणक लिनक्स आधारित संचालन प्रणाली का प्रयोग करता है। वर्तमान में जापान का के संगणक विश्व का सबसे शक्तिशाली महासंगणक है, जिसकी क्षमता ८.२ पेटाफ्लॉप है। .

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तंत्र साहित्य (भारतीय)

तंत्र भारतीय उपमहाद्वीप की एक वैविधतापूर्ण एवं सम्पन्न आध्यात्मिक परिपाटी है। तंत्र के अन्तर्गत विविध प्रकार के विचार एवं क्रियाकलाप आ जाते हैं। तन्यते विस्तारयते ज्ञानं अनेन् इति तन्त्रम् - अर्थात ज्ञान को इसके द्वारा तानकर विस्तारित किया जाता है, यही तंत्र है। इसका इतिहास बहुत पुराना है। समय के साथ यह परिपाटी अनेक परिवर्तनों से होकर गुजरी है और सम्प्रति अत्यन्त दकियानूसी विचारों से लेकर बहुत ही प्रगत विचारों का सम्मिश्रण है। तंत्र अपने विभिन्न रूपों में भारत, नेपाल, चीन, जापान, तिब्बत, कोरिया, कम्बोडिया, म्यांमार, इण्डोनेशिया और मंगोलिया में विद्यमान रहा है। भारतीय तंत्र साहित्य विशाल और वैचित्र्यमय साहित्य है। यह प्राचीन भी है तथा व्यापक भी। वैदिक वाङ्मय से भी किसी किसी अंश में इसकी विशालता अधिक है। चरणाव्यूह नामक ग्रंथ से वैदिक साहित्य का किंचित् परिचय मिलता है, परन्तु तन्त्र साहित्य की तुलना में उपलब्ध वैदिक साहित्य एक प्रकार से साधारण मालूम पड़ता है। तांत्रिक साहित्य का अति प्राचीन रूप लुप्त हो गया है। परन्तु उसके विस्तार का जो परिचय मिलता है उससे अनुमान किया जा सकता है कि प्राचीन काल में वैदिक साहित्य से भी इसकी विशालता अधिक थी और वैचित्र्य भी। संक्षेप में कहा जा सकता है कि परम अद्वैत विज्ञान का सूक्ष्मातिसूक्ष्म विश्लेषण और विवरण जैसा तंत्र ग्रंथों में है, वैसा किसी शास्त्र के ग्रंथों में नहीं है। साथ ही साथ यह भी सच है कि उच्चाटन, वशीकरण प्रभृति क्षुद्र विद्याओं का प्रयोग विषयक विवरण भी तंत्र में मिलता है। स्पष्टत: वर्तमान हिंदू समाज वेद-आश्रित होने पर भी व्यवहार-भूमि में विशेष रूप से तंत्र द्वारा ही नियंत्रित है। .

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तकाकी काजिता

तकाकी काजिता (Takaaki Kajita)(जन्म: 09 मार्च 1959----)जापानी भौतिक विज्ञानी है। 2015 में, वह कनाडा के भौतिक विज्ञानी आर्थर बी. मैकडोनाल्ड के साथ संयुक्त रूप से भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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तुपाक अमारु क्रांतिकारी आंदोलन

तुपाक अमारु क्रांतिकारी आंदोलन के झण्डातुपाक अमारु क्रांतिकारी आंदोलन पेरू में एक गुरिल्ला संगठन था। विकटर पोले संगठन के नेता था। इस संगठन 1980 के दशक में पेरू के सेना के खिलाफ लड़ने। 1997 में इस समूह लीमा में जापानी दूतावास पर कब्जा कर लिया। श्रेणी:पेरू श्रेणी:पेरू का इतिहास श्रेणी:पेरू की राजनीति.

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तुर्की

तुर्की (तुर्क भाषा: Türkiye उच्चारण: तुर्किया) यूरेशिया में स्थित एक देश है। इसकी राजधानी अंकारा है। इसकी मुख्य- और राजभाषा तुर्की भाषा है। ये दुनिया का अकेला मुस्लिम बहुमत वाला देश है जो कि धर्मनिर्पेक्ष है। ये एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है। इसके एशियाई हिस्से को अनातोलिया और यूरोपीय हिस्से को थ्रेस कहते हैं। स्थिति: 39 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 36 डिग्री पूर्वी देशान्तर। इसका कुछ भाग यूरोप में तथा अधिकांश भाग एशिया में पड़ता है अत: इसे यूरोप एवं एशिया के बीच का 'पुल' कहा जाता है। इजीयन सागर (Aegean sea) के पतले जलखंड के बीच में आ जाने से इस पुल के दो भाग हो जाते हैं, जिन्हें साधारणतया यूरोपीय टर्की तथा एशियाई टर्की कहते हैं। टर्की के ये दोनों भाग बॉसपोरस के जलडमरूमध्य, मारमारा सागर तथा डारडनेल्ज द्वारा एक दूसरे से अलग होते हैं। टर्की गणतंत्र का कुल क्षेत्रफल 2,96,185 वर्ग मील है जिसमें यूरोपीय टर्की (पूर्वी थ्रैस) का क्षेत्रफल 9,068 वर्ग मील तथा एशियाई टर्की (ऐनाटोलिआ) का क्षेत्रफल 2,87,117 वर्ग मील है। इसके अंतर्गत 451 दलदली स्थल तथा 3,256 खारे पानी की झीलें हैं। पूर्व में रूस और ईरान, दक्षिण की ओर इराक, सीरिया तथा भूमध्यसागर, पश्चिम में ग्रीस और बुल्गारिया और उत्तर में कालासागर इसकी राजनीतिक सीमा निर्धारित करते हैं। यूरोपीय टर्की - त्रिभुजाकर प्रायद्वीपी प्रदेश है जिसका शीर्षक पूर्व में बॉसपोरस के मुहाने पर है। उसके उत्तर तथा दक्षिण दोनों ओर पर्वतश्रेणियाँ फैली हुई हैं। मध्य में निचला मैदान मिलता है जिसमें होकर मारीत्सा और इरजिन नदियाँ बहती हैं। इसी भाग से होकर इस्तैस्म्यूल का संबंध पश्चिमी देशों से है। एशियाई टर्की - इसको हम तीन प्राकृतिक भागों में विभाजित कर सकते हैं: 1.

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तुकडोजी महाराज

तुकडोजी महाराज तुकडोजी महाराज (1909 – 1968) भारत के महाराष्ट्र के एक सन्त थे। उनका मूल नाम माणिक बान्डोजी इंगळे था। वे अमरावती जिले के यावली ग्राम में एक निर्धन परिवार में जन्मे थे। वे आडकोजी महाराज के शिष्य थे। तुकडोजी महाराज एक महान व स्वयंसिद्ध संत थे। उनका प्रारंभिक जीवन आध्यात्मिक और योगाभ्यास जैसे साधनामार्गोंसे पूर्ण था। उन्होंने अपने प्रारंभिक जीवनका अधिकांश समय रामटेक, सालबर्डी, रामदिघी और गोंदोडा के बीहड़ जंगलों में बिताया था। यद्यपि उन्होंने औपचारिक रूपसे बहुत ज्यादा शिक्षा नहीं ग्रहणकी थी, किंतु उनकी आध्यात्मिक भावना और उसकी संभाव्यता बहुत ही उच्च स्तरकी थी। उनके भक्ति गीतोंमें भक्ति और नैतिक मूल्योंकी बहुत ही ज्यादा व्यापकता है। उनकी खँजड़ी, एक पारंपरिक वाद्य यंत्र, बहुत ही अद्वितीय थी और उनके द्वारा उसे बजाया जाना अपने आपमें अनूठा था। हालांकि वह अविवाहित थे; परंतु उनका पूरा जीवन जाति, वर्ग, पंथ या धर्म से परे समाज की सेवा के लिए समर्पित था। वह पूर्णरूप से आध्यात्मिक जीवन में लीन थे। उनके द्वारा सूक्ष्मता से मनुष्यके स्वभाव का अवलोकन किया जाता था, ताकि उन्हें उत्थानके राह पर प्रवृत्त किया जा सके। .

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तूफान फनापी

तूफान फनापी जिसे फिलीपींस में तूफान इंडे के नाम से भी जाना जाता है, एक बहुत नुकसान करने वाला तूफान था। यह ताइवान और दक्षिणपूर्व चीन में सितम्बर 2010 में आया था। यह उस वर्ष का ग्यारहवाँ उष्णकटिबंधीय तूफान और उस ऋतु का चौथा तूफान था। यह फिलीपींस में 14 सितम्बर को बनना शुरू हुआ और उसके बाद धीरे धीरे कई दिनों में यह आगे बढ़ने लगा। यह जब उत्तर पूर्व से उत्तर में जाने लगा था, तब इसकी गति 175 किलोमीटर प्रति घंटे थी। इसके कारण पहली बार थल में बारिश 19 सितम्बर को ताइवान के हुयलेन शहर में हुआ था। अगस्त 2009 के बाद यह पहला तूफान था, जो इस द्वीप से टकराया था। इसके बाद अंत में यह चीन के फुज्जन शहर में बारिश करवाने के बाद 21 सितम्बर को दक्षिण चीन में समाप्त हो गया। ताइवान और चीन में इसके प्रभाव से पूर्व पहला प्रभाव दक्षिण जापान में भी पड़ा था। जिसके कारण मियाको द्वीप में वर्षा भी हुई। लेकिन यह चीन और ताइवान के मुक़ाबले बहुत कम था। फनापी के कारण ताइवान में बहुत अधिक बारिश हुई और यह 1,126 मिलीमीटर को पार कर गया। 1,50,000 लोगों को उनके घरों से हटाया गया। पिछले साल तूफान मोराकोट के विनाशकारी प्रभाव को देखने के बाद इस साल उससे कई अच्छी तरह तैयारी किया गया था। फिर भी भारी बारिश के कारण भूस्खलन, अत्यधिक मात्रा में फसल बर्बाद हुए और कई जगह बाढ़ भी आया। इसका सबसे अधिक प्रभाव कोहसीयूंग शहर में पड़ा था। जहाँ 506 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई थी। इसके कारण लगभग सौ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। तूफान के जाते समय ताइवान में कुल पाँच लोग मर गए और नुकसान करीब पचास करोड़ का हुआ था। इसके बाद दक्षिण चीन में करीब 2,64,000 लोगों को उनके घरों से सुरक्षित हटाया गया। इस जगह में तूफान ने बहुत अधिक बारिश करवाया। गुयांगडोंग में यह 640 मिलिमीटर तक पहुँच गया। फनापी के कारण यहाँ भूस्खलन भी हुआ, जिसके कारण 75 लोगों की मौत हो गई। यहाँ इस तूफान के कारण सोलह हजार घर तबाह हो गए और डेढ़ लाख एकड़ फसल भी पूरी तरह नष्ट हो गया। इस प्रांत में लगभग पचास करोड़ का नुकसान हुआ। इसके बहुत अधिक नुकसान करने के बाद इस नाम को मुक्त कर दिया गया। .

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तूफान मेरान्ती

तूफान मेरान्ती हाल ही में दर्ज किए सबसे मजबूत उष्णकटिबंधीय चक्रवाती तूफान है। ताइवान में पिछले 59 सालों में यह अब तक का सबसे तेज तूफान रहा है। इसकी रफ़्तार 370 किलोमीटर प्रति घंटे मापी गई है। इसके कारण पाँच लाख से अधिक परिवार प्रभावित हुए और 2.6 लाख से अधिक घरों की बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई। इसके कारण चीन के 6 राज्यों में चेतावनी जारी की गयी है। इससे दक्षिण चीन के तटीय इलाकों में 44 फीट तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। इसके कारण फिलीपींस, ताइवान और चीन में 30 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हो चुके हैं। .

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तोयामा

तोयामा (जापानी: 富山市 Toyama-shi?) जापान के तोयामा प्रभाग की राजधानी है। यह जिंट्सू (Jentsu) नदी के मुहाने पर तोयामा सागर के दक्षिणी किनारे पर बसा हुआ है। यह नागोया नगर से १७० किमी उत्तर, उत्तर-पूर्व की दिशा में है। तोयामा, जापान का एक मुख्य बंदरगाह भी है। द्वितीय विश्वमहायुद्ध में यह नगर नष्ट भ्रष्ट हो गया था। पर अब यह उन्नतिशील नवीन व्यापारिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ है। यहाँ सूती वस्त्र, रेशम, ऐल्यूमिनियम की वस्तुएँ, लकड़ी के सामान एवं खिलौने बनाने के अनेक छोटे बड़े औद्योगिक संस्थान हैं। श्रेणी:जापान के नगर.

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तोयामा प्रभाग

तोयामा जापान का एक प्रभाग है। यह हॉन्शू द्वीप के मध्य में स्थित है। इसकी उत्तरी सीमारेखा टोयामा का ही सागरतट है। यह लगभग १,६४४ वर्ग मील भूभाग पर फैला हुआ है। यहाँ की प्राकृतिक छटा बड़ी निराली है जो भीतर की ओर ऊँचाई में बढ़ती जाती है। तथा मध्यवर्ती भाग उत्तुंग पर्वतमालाओं से भरा हुआ है। इसकी राजधानी तोयामा नगर है। श्रेणी:जापान का भूगोल.

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तोरो

शुक्केई-एन उद्यान का एक तोरो तोरो (灯籠, Toro) जापान में प्रयोग होने वाली एक पारम्परिक लालटेन है जो पत्थर, लकड़ी या धातु की बनी होती है। इसका प्रयोग बौद्ध मंदिरों में हुआ करता था जहाँ इन्हें महात्मा बुद्ध के लिए श्रद्धांजलि मन जाता था। हेइआन काल (७९४-११८५ ईसवी) के बाद इन्हें शिन्तो धर्म के मंदिरों और निजी निवासों में भी लगाया जाने लगा।, Isao Yoshikawa, pp.

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तोरीई क्योनोबू

तोरीई क्योनोबू की एक पेंटिंग तोरीई क्योनोबू (जापानी: 鳥居 清信; १६६४-१७२९ ई.) जापान का रंगमंचीय चित्रकार। उसका जन्म टोकियो में हुआ। इसने रंगमंचीय चित्रकारों की एक शालीन परंपरा का प्रारंभ किया। इसका गुरु भी रंगमंचीय साइनबोर्डों का चित्रकार था। क्योनोबू ने आरंभ में ग्रंथ चित्रण का काम किया किंतु शीघ्र ही (१९६५ तक) वह अभिनेताचित्रों के निर्माण निष्णात माना जाने लगा। उस काल में अभिनेताओं के चित्र बनाने की रीति चल पड़ी थी जिसे क्योनोबू ने अपनी प्रवीणता द्वारा संपन्न किया। मर्द अभिनेता ही नारी पात्रों के अभिनय भी करते थे। क्योनोबू दोनों के विविध प्रकारों की आश्चर्यजनक सफलता से अभिव्यक्ति करता था। उनके वस्त्रों पर वह चेरी की कलियों, विभिन्न कुसुमों, विजनों, पक्षियों आदि का अद्भुत रूपायन करता था। उसके चित्रफलक का अधिकांश भाग प्रधान आलेख्य, अभिनेता, अभिनेत्री की आकृति से ही भरा होता, बस प्रतीकत: एक वृक्ष अथवा उसकी टहनी उस आकृति के साथ खचित होती। रंगमंचीय चित्रों के अतिरिक्त शृंगप्रधान चित्रों के अलबम भी इस चित्रकार ने तत्कालीन परंपरा में प्रस्तुत किए। श्रेणी:चित्रकार श्रेणी:जापान.

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तोशिबा

तोशिबा कार्पोरेशन (Toshiba Corporation, 株式会社東芝) एक जापानी मल्टीनैशनल कंपनी है जिसका मुख्यालय टोक्यो, जापान में स्थित है। यह कंपनी डेस्कटॉप, सर्वर, लैपटॉप, नेटबुक, पेरिफेरल्स, डिजिटल सामग्री, इलेक्ट्रोनिक सामग्री और हिस्से, सामाजिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, घरेलु सामान, टेलिविज़न के निर्माण में अग्रणीय कंपनियों में से एक है। २०१० में तोशिबा विश्व की पांचवी सबसे बड़ी कंप्यूटर निर्माता कंपनियों में से एक बन गई (हैवलेट-पैकर्ड, डेल, एसर व लेनोवो के पीछे)। उसी वर्ष यह सेमीकंडक्टरों के उत्पादन में विश्व की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बन गई (इंटेल कार्पोरेशन, सैमसंग इलेक्ट्रोनिक्स व टेक्सास इंस्ट्रुमेंट्स के पीछे)। .

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तोहोकू क्षेत्र

जापान का तोहोकू क्षेत्र तोहोकू क्षेत्र (जापानी: 東北地方 तोहोकू-चिहो) जापान का एक भौगोलिक क्षेत्र है। जापानी में तोहोकू का अर्थ है "उत्तरपूर्व" और तोहोकू क्षेत्र जापान के मुख्यद्वीप होन्शू के उत्तरपूर्वी भाग पर स्थित है। इस क्षेत्र को मिचिनोकू के नाम से भी जाना जाता है। २००८ में यहां की अनुमानित जनसंख्या ९७,०८,२५७ थी। इस क्षेत्र के भीतर जापान के छः प्रीफ़ेक्चर हैं: अकिता, ओमोरी, फ़ूकूशिमा, इवाते, मियागी और यामागाता। .

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तोकुगावा इयासू

तोकुगावा इयासू (जापानी: 徳川 家康?, 31 जनवरी, 1543 – 1 जून, 1616) जापान के तोकुगावा शोगुनराज का संस्थापक एवं प्रथम शोगुन था। इसने १६०० ई के शेकिगहारा युद्ध से लेकर १८६८ में मेजी संस्थापन तक शासन किया। श्रेणी:जापान का इतिहास.

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तीस मीटर टेलीस्कोप

तीस मीटर टेलीस्कोप, माउना कीआ, हवाई मे स्थापित होने जा रहा दुनिया का सबसे बड़ा ऑप्टिकल टेलीस्कोप है | हवाई के बोर्ड ऑफ नेचुरल रिसोर्स (बीएलएनाआर) ने इसके निर्माण की मंजुरी दी है | अगली पीढ़ी के इस टेलीस्कोप में तीस मीटर का दर्पण लगा होगा | इसी कारण इसका नाम तीस मीटर टेलीस्कोप यानी टीएमटी रखा गया है | यह स्पष्ट तस्वीरों को लेने के लिए अल्ट्रावायलट इमेज को मिड-इंफ्रारेड वेवलैंथ की मदद से खिंचेगा | इसके निर्माण में 54 अरब रुपए खर्च होने का अनुमान है | टीएमटी 13 अरब प्रकाश वर्ष दूर स्थित आकाशीय पिंडो की तस्वीर ले सकने में सक्षम होगा | माना जाता है कि इससे कुछ अधिक दूरी पर ब्रह्मांड का दूसरा छोर है | टीएमटी मौजुदा ऑप्टिकल टेलीस्कोप की तुलना में नौ गुना बड़ा होगा और उससे तीन गुना अधिक स्पष्ट तस्वीरें ले सकेगा | यह परियोजना पांच देशों अमेरिका, कनाडा, जापान, चीन और भारत के शैक्षणिक संस्थानो और वैज्ञानिकों के बीच सहयोग का नतीजा है | टीएमटी 2021 तक अध्ययन करना शुरु कर देगा | .

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थाईलैण्ड

श्यामदेश (थाईलैण्ड) जिसका प्राचीन भारतीय नाम श्यामदेश है दक्षिण पूर्वी एशिया में एक देश है। इसकी पूर्वी सीमा पर लाओस और कम्बोडिया, दक्षिणी सीमा पर मलेशिया और पश्चिमी सीमा पर म्यानमार है। थाईलैण्ड को सियाम के नाम से भी जाना जाता है जो ११ मई, १९४९ तक थाईलैण्ड का अधिकृत नाम था। थाई शब्द का अर्थ थाई भाषा में आज़ाद होता है। यह शब्द थाई नागरिको के सन्दर्भ में भी इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से कुछ लोग विशेष रूप से यहाँ बसने वाले चीनी लोग, थाईलैंड को आज भी सियाम नाम से पुकारना पसन्द करते हैं। थाईलैण्ड की राजधानी बैंकाक है। .

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थेरवाद

थाई भिक्षु बर्मा के रंगून शहर में श्वेडागोन पगोडा थेरवाद या स्थविरवाद वर्तमान काल में बौद्ध धर्म की दो प्रमुख शाखाओं में से एक है। दूसरी शाखा का नाम महायान है। थेरवाद बौद्ध धर्म भारत से आरम्भ होकर दक्षिण और दक्षिण-पूर्व की ओर बहुत से अन्य एशियाई देशों में फैल गया, जैसे कि श्रीलंका, बर्मा, कम्बोडिया, वियतनाम, थाईलैंड और लाओस। यह एक रूढ़िवादी परम्परा है, अर्थात् प्राचीन बौद्ध धर्म जैसा था, उसी मार्ग पर चलने पर बल देता है। .

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थोक मूल्य सूचकांक

थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Index) एक मूल्य सूचकांक है जो कुछ चुनी हुई वस्तुओं के सामूहिक औसत मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है। भारत और फिलीपिन्स आदि देश थोक मूल्य सूचकांक में परिवर्तन को महंगाई में परिवर्तन के सूचक के रूप में इस्तेमाल करते हैं। किन्तु भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका अब उत्पादक मूल्य सूचकांक (producer price index) का प्रयोग करने लगे हैं। .

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द फास्ट एंड द फ्यूरियस: टोक्यो ड्रिफ्ट

द फास्ट एंड द फ्यूरियस: टोक्यो ड्रिफ्ट (जापान में इसे के रूप में भी जाना जाता है) 2006 में जस्टिन लिन द्वारा निर्देशित द फास्ट एंड द फ्यूरियस कड़ी की तीसरी (समयक्रम में चौथी) फिल्म है। इस फिल्म में पिछली दो फिल्मों की तुलना में बिलकुल नया अभिनेता वर्ग तथा पृष्ठभूमि (टोक्यो, जापान) दिखाए गए हैं। इस फिल्म की शूटिंग टोक्यो में हुई तथा इसके कुछ भाग लॉस एंजेल्स में शूट किये गए जिनको बाद में अवलंब एवं प्रकाश तकनीकों से टोक्यो जैसा दिखाया गया। इस फिल्म में पॉल वाकर नहीं हैं, उनके स्थान पर विन डीज़ल ने डोमिनिक टोरेटो की भूमिका निभाई है। .

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द हंगर गेम्स

द हंगर गेम्स (The Hunger Games) 2012 की अमेरिकी विज्ञान गल्प फ़िल्म है जिसका निर्देशन गैरी रोज़ ने किया है। फ़िल्म सुजान कोलिन्स द्वारा लिखित इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है। फ़िल्म के निर्माता नीना जैकब्सन और जॉन किलिक है तथा कथानक रोज़, कोलिन्स व बिली रे द्वारा तैयार किया गया है। फ़िल्म में कई किरदारों का समावेश है जिनमें जेनिफर लॉरेंस, जॉश हचरसन, लिएम हैम्सवर्थ, वुडी हैर्ल्सं, एलिज़ाबेथ बैंक्स और डोनल्ड सदरलैंड पटकथा के केंद्र में हैं। .

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द वंडर दैट वाज़ इण्डिया

द वंडर दैट वाज़ इण्डिया: अ सर्वे ऑफ़ कल्चर ऑफ़ इण्डियन सब-कांटिनेंट बिफ़ोर द कमिंग ऑफ़ द मुस्लिम्स (The Wonder That Was India: A Survey of the Culture of the Indian Sub-Continent Before the Coming of the Muslims), भारतीय इतिहास से सम्बन्धित एक प्रसिद्ध पुस्तक है जिसकी रचना १९५४ में आर्थर लेवेलिन बाशम ने की थी। यह पुस्तक पशिमी जगत के पाठकों को लक्षित करके लिखी गयी थी। इस पुस्तक में बाशम ने अपने पूर्व के कुछ इतिहासकारों द्वारा खींची गयी भारतीय इतिहास की नकारात्मक छबि को ठीक करने का प्रयास किया है। इसका हिंदी अनुवाद "अद्भुत भारत" नाम से अनुदित और प्रकाशित हुआ। 'द वंडर दैट वाज़ इण्डिया' ने उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऐसे भारतविद के तौर पर स्थापित किया जिसकी प्रतिष्ठा विलियम जोंस और मैक्समूलर जैसी है। इसी पुस्तक के कारण उनकी छवि आज भी भारतीय बौद्धिक मानस में अंकित है। मुख्यतः पश्चिम के पाठक वर्ग के लिए लिखी गयी इस पुस्तक की गणना आर.सी. मजूमदार द्वारा रचित बहुखण्डीय "हिस्ट्री ऐंड कल्चर ऑफ़ इण्डियन पीपुल" के साथ की जाती है। इससे पहले औपनिवेशिक इतिहासकारों का तर्क यह था कि अपने सम्पूर्ण इतिहास में भारत सबसे अधिक सुखी, समृद्ध और संतुष्ट अंग्रेजों के शासनकाल में ही रहा। बाशम और मजूमदार को श्रेय जाता है कि उन्होंने अपने-अपने तरीके से भारत के प्राचीन इतिहास का वि-औपनिवेशीकरण करते हुए जेम्स मिल, थॉमस मैकाले और विंसेंट स्मिथ द्वारा गढ़ी गयी नकारात्मक रूढ़ छवियों को ध्वस्त किया। समीक्षकों के अनुसार पुस्तक का सर्वाधिक सफल अध्याय राज्य, समाज-व्यवस्था और दैनंदिन जीवन से संबंधित है। बाशम अपनी इस विख्यात पुस्तक की शुरुआत 662 ईस्वी में लिखे गये एक कथन से करते हैं जो सीरियन ज्योतिषी और भिक्षु सेवेरस सेबोकीट का था: वस्तुतः इसी निष्पक्ष दृष्टि द्वारा प्राचीन भारतीय सभ्यता और संस्कृति पर किये गये उनके कार्यों ने आज भी बाशम को उन लोगों के लिए प्रासंगिक बना रखा है जिनकी थोड़ी सी भी रुचि भारत, भारतीय संस्कृति और सभ्यता में है। प्राचीन भारतीय सभ्यता और संस्कृति पर किये गये अपने इस कार्य को "द वंडर दैट वाज़ इण्डिया" जैसे अलंकृत शीर्षक के तहत प्रस्तुत करने के पीछे वे एडगर एलन पो का हाथ मानते हैं। पो की कविता ‘टु हेलेन’ की पंक्तियों ‘द ग्लोरी दैट वाज़ ग्रीस, ऐंड द ग्रैंडियर दैट वाज़ रोम’ की तर्ज़ पर प्रकाशकों ने इस पुस्तक का भड़कीला, अलंकृत किंतु आकर्षक नामकरण किया। यह ग्रंथ भारतीय उपमहाद्वीप की उस सभ्यता के आविर्भाव और विकासक्रम का प्रतिबिम्बन है जो प्रागैतिहासिक काल से शुरू हो मुसलमानों के आगमन के पूर्व तक यहाँ फली-फूली। दस अध्यायों में बँटी यह रचना मुख्यतः भारत संबंधी पाँच विषय-वस्तुओं को सम्बोधित है: इतिहास और प्राक्-इतिहास, राज्य-सामाजिक व्यवस्था-दैनंदिन जीवन, धर्म, कला और भाषा व साहित्य। प्राक्-इतिहास, प्राचीन साम्राज्यों का इतिहास, समाज, और ग्राम का दैनिक जीवन, धर्म और उसके सिद्धांत, वास्तुविद्या, मूर्तिकला, चित्रकला, संगीत और नृत्य, भाषा साहित्य, भारतीय विरासत और उसके प्रति विश्व का ऋण जैसे विषयों का संघटन इस पुस्तक को प्राचीन भारतीय सभ्यता का एक शुद्ध विश्वकोश बना देता है। इस पुस्तक ने भारतीय इतिहास और संस्कृति के विद्यार्थियों की एक पूरी पीढ़ी के लिए मूल पाठ का काम किया है। भारतीयों द्वारा विश्व को दिये गये सांस्कृतिक अवदान की चर्चा करते हुए बाशम ने इस कृति में दिखाया है कि कैसे सम्पूर्ण दक्षिण-पूर्व एशिया को अपनी अधिकांश संस्कृति भारत से प्राप्त हुई, जिसका प्रतिबिम्बन जावा के बोरोबुदूर के बौद्ध स्तूप और कम्बोडिया में अंग्कोरवाट के शैव मंदिर में परिलक्षित होता है। बृहत्तर भारत के संदर्भ में चर्चा करते हुए कुछ भारतीय राष्ट्रवादी इतिहासकार इस क्षेत्र में बौद्ध और ब्राह्मण धर्म के लक्षणों का सांस्कृतिक विस्तार पाते हैं। लेकिन बाशम ने दिखाया है कि यद्यपि दक्षिण-पूर्व एशिया की भाँति चीन ने भारतीय विचारों को उनकी संस्कृति के प्रत्येक रूप में आत्मसात नहीं किया, फिर भी सम्पूर्ण सुदूर-पूर्व बौद्ध धर्म के लिए भारत का ऋणी है। इसने चीन, कोरिया, जापान और तिब्बत की विशिष्ट सभ्यताओं के निर्माण में सहायता प्रदान की है। भारत ने बौद्ध धर्म के रूप में एशिया को विशेष उपहार देने के अलावा सारे संसार को जिन व्यवहारात्मक अवदानों द्वारा अभिसिंचित किया हैं, बाशम उन्हें, चावल, कपास, गन्ना, कुछ मसालों, कुक्कुट पालन, शतरंज का खेल और सबसे महत्त्वपूर्ण-संख्या संबंधी अंक-विद्या की दशमलव प्रणाली के रूप में चिह्नित करते हैं। दर्शन के क्षेत्र में प्राचीन बहसों में पड़े बिना बाशम ने पिछली दो शताब्दियों में युरोप और अमेरिका पर भारतीय अध्यात्म, धर्म-दर्शन और अहिंसा की नीति के प्रभाव को स्पष्ट रूप से दर्शाया है। इस पुस्तक के बारे में केनेथ बैलाचेट कहते हैं कि यह रचना भारतीय संस्कृति को सजीव और अनुप्राणित करने वाली बौद्धिक और उदार प्रवृत्ति के संश्लेषण का एक मास्टरपीस है। भारतीय महाद्वीप के बँटवारे के तुरंत बाद आयी यह सहानुभूति, और समभाव मूलभाव से अनुप्राणित औपनिवेशिकोत्तर काल की पांडित्यपूर्ण कृति साबित हुई। ब्रिटेन में अपने प्रकाशन के तुरन्त बाद इसका अमेरिका में ग्रोव प्रकाशन से पुनर्मुद्रण हुआ। इसके पेपरबैक संस्करणों ने इसे अमेरिकी बुकस्टोरों की शान बना दिया। फ्रेंच, पोलिश, तमिल, सिंहली और हिंदी में अनुवाद के साथ भारत और इंग्लैंड में भी इसके पेपरबैक संस्करण आये। मुख्यतः औपनिवेशिक ढंग से लिखे विंसेंट स्मिथ के ग्रंथ "ऑक्सफ़र्ड हिस्ट्री ऑफ़ इण्डिया" का संशोधित रूप में सम्पादन बाशम ने ही किया। इस पुस्तक में बाशम स्मिथ द्वारा भारतीय सभ्यता की प्रस्तुति में सहानुभूतिपरक दृष्टिकोण की आलोचना करते हुए बताते हैं की कैसे अलग-अलग संस्कृतियों में रुचि संबंधी मानदण्डों का भेद समझ पाने की अपनी असमर्थता के कारण स्मिथ इस निर्णय पर पहुँचते हैं कि राजपूत महाकाव्य रुक्ष और रसात्मक दृष्टि से निकृष्टतम है। इसके विपरीत बाशम ने सिद्ध किया कि वस्तुतः ऐसा नहीं है। .

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द वूल्वरिन (फिल्म)

द वूल्वरिन / द वोल्वेराइन एक 2013 की सुपर हीरो आधारित फिल्म है जिसमें '''मार्वल कॉमिक्स''' चरित्र '''वूल्वरिन''' है। 20 वीं सदी फॉक्स द्वारा वितरित यह फिल्म, एक्स-मेन फ़िल्म श्रृंखला में छठी किश्त है। इसमें अभिनेता ह्यू जैकमैन ने पिछली फिल्मों कें शीर्षक भूमिका के रूप में अपनी भूमिका को दोहराया, साथ ही जेम्स मोंगोले ने स्कॉट फ्रैंक और मार्क बौम्बैक द्वारा लिखित एक पटकथा का निर्देशन किया, जो क्रिस क्लेरमॉन्ट और फ्रैंक मिलर द्वारा 1982 की सीमित श्रृंखला वूल्वरिन पर आधारित था। फिल्म में, जो एक्स-मेन: '''द लास्ट स्टैंड''' की घटनाओं का अनुसरण करती है, लोगन जापान की यात्रा करता है, जहां वह एक पुराने परिचित से ऐसे संघर्ष में शामिल होता है जिसके स्थायी परिणाम होते है। यहाँ जीन ग्रे की मौत के अपराध बोध के साथ संघर्ष करते हुए वूल्वरिन को अपने "उपचार कारक" के छीनने के बाद एक घातक समुराई का सामना करना पड़ता है। .

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दही (योगहर्ट या योगर्ट)

तुर्की दही एक तुर्की ठंडा भूख बढ़ाने वाला दही का किस्म दही (Yoghurt) एक दुग्ध-उत्पाद है जिसे दूध के जीवाण्विक किण्वन के द्वारा बनाया जाता है। लैक्टोज के किण्वन से लैक्टिक अम्ल बनता है, जो दूध के प्रोटीन पर कार्य करके इसे दही की बनावट और दही की लाक्षणिक खटास देता है। सोय दही, दही का एक गैर-डेयरी विकल्प है जिसे सोय दूध से बनाया जाता है। लोग कम से कम 4,500 साल से दही-बना रहे हैं-और खा रहे हैं। आज यह दुनिया भर में भोजन का एक आम घटक है। यह एक पोषक खाद्य है जो स्वास्थ्य के लिए अद्वितीय रूप से लाभकारी है। यह पोषण की दृष्टि से प्रोटीन, कैल्सियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 में समृद्ध है। .

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दाशमिक मुद्रावली

दशमिक मुद्रावली (Decimal Coinage या Decimalization) ऐसी किसी भी मुद्रावली को कहते हैं, जिसमें विभिन्न मानों की मुद्राएँ किसी मानक एकक के सपेक्ष दसगुनी और दशमांशों में होती हैं। इस प्रकार यदि मानक एकक 1 है तो उच्चतर मानों की मुद्राएँ 10, 100, 1000 इत्यादि होंगी और निम्नतर मानों की 0.1, 0.01, 0.001, इत्यादि। परिपूर्ण निकाय में कोई भंजन अथवा अंतवेंशन नहीं होगा, किंतु वस्तुत: दशमिक कहीं जानेवाली मुद्रावलियों में ऐसी दृढ़ परिपूर्णता नहीं होती। भारतीय दशमिक मुद्रावली में मानक एकक एक रुपया है। इसके अपवर्त्य 2 रु., 5 रु., 10 रु., 100 रु.

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दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना

दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा (The Delhi-Mumbai Industrial Corridor) भारत सरकार द्वारा प्रायोजित औद्योगिक-विकास की विशाल परियोजना है। एक विशाल औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की यह एक महत्वाकांक्षी योजना है जो छः राज्यों को समेटे हुए हैं। इस परियोजना के पूरा होने पर अधोसंरचना एवं उद्योग का अत्यधिक प्रसार हो जायेगा तथा रेल, सड़क, बंदरगाह एवं हवाई यातायात की व्यापक वृद्धि हो जायेगी। इसके तहत भारत एवं जापान ने परियोजना विकास निधि स्थापित करने का निर्णय लिया है जो आरम्भ में १००० करोड़ रूपये की होगी। दोनो सरकारें समान मात्रा में योगदान करेंगी। .

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दवा कंपनियों की सूची

स्वास्थ्य सेवा राजस्व द्वारा श्रेणित 50 सबसे बड़ी दवा और जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों की सूची निम्नलिखित है.

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दंत-क्षरण

दंत क्षरण, जिसे दंत-अस्थिक्षय या छिद्र भी कहा जाता है, एक बीमारी है जिसमें जीवाण्विक प्रक्रियाएं दांत की सख्त संरचना (दन्तबल्क, दन्त-ऊतक और दंतमूल) को क्षतिग्रस्त कर देती हैं। ये ऊतक क्रमशः टूटने लगते हैं, जिससे दन्त-क्षय (छिद्र, दातों में छिद्र) उत्पन्न हो जाते हैं। दन्त-क्षय दो जीवाणुओं के कारण प्रारंभ होता है: स्ट्रेप्टोकॉकस म्युटान्स (Streptococcus mutans) और लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus).

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दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन

दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (अंग्रेज़ी:एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस, लघु:आसियान) दस दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का समूह है, जो आपस में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए भी कार्य करते हैं। इसका मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है। आसियान की स्थापना ८ अगस्त, १९६७ को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में की गई थी। इसके संस्थापक सदस्य थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस और सिंगापुर थे। ब्रूनेई इस संगठन में १९८४ में शामिल हुआ और १९९५ में वियतनाम। इनके बाद १९९७ में लाओस और बर्मा इसके सदस्य बने। १९७६ में आसियान की पहली बैठक में बंधुत्व और सहयोग की संधि पर हस्ताक्षर किए गए। १९९४ में आसियान ने एशियाई क्षेत्रीय फोरम (एशियन रीजनल फोरम) (एआरएफ) की स्थापना की गई, जिसका उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ावा देना था। अमेरिका, रूस, भारत, चीन, जापान और उत्तरी कोरिया सहित एआरएफ के २३ सदस्य हैं। अपने चार्टर में आसियान के उद्देश्य के बारे में बताया गया है। पहला उद्देश्य सदस्य देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता को कायम रखा जाए, इसके साथ ही झगड़ों का शांतिपूर्ण निपटारा हो। सेक्रेट्री जनरल, आसियान द्वारा पारित किए प्रस्तावों को लागू करवाने और कार्य में सहयोग प्रदान करने का काम करता है। इसका कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। वर्तमान में थाईलैंड के सूरिन पिट्स्वान इसके सेक्रेट्री जनरल है। आसियान की निर्णायक बॉडी में राज्यों के प्रमुख होते हैं, इसकी वर्ष में एक बार बैठक होती है। भारत आसियान देशों से सहयोग करने और संपर्क रखने का सदा ही इच्छुक रहा है। हाल ही में १३ अगस्त,२००९को भारत ने आसियन के संग बैंगकॉक में सम्मेलन किया, जिसमें कई महत्त्वपूर्ण समझौते हुए थे। भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2008, नई दिल्ली में आसियान मुख्य केन्द्र बिन्दु रहा था। नई व्यापार ब्लॉक के तहत दस देशों की कंपनियों और कारोबारियों ने मेले में भाग लिया था। थाइलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, वियतनाम, फिलिपींस, ब्रुनेई, कंबोडिया और लाओस आसियान के सदस्य देश हैं, जिनके उत्पाद व्यापार मेले में खूब दिखे थे। आसियान भारत का चौथा सबसे बडा व्यापारिक भागीदार है। दोनों पक्षों के बीच २००८ में ४७ अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। फिक्की के महासचिव अमित मित्रा के अनुसार भारत और आसियान के बीच हुआ समझौता दोनों पक्षों के लिए उत्तम होगा। समझौता जनवरी २००९ से लागू हुआ था। .

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दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन के सदस्य राष्ट्र

दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (Association of Southeast Asian Nations) दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का संगठन है जिसका लक्ष्य सदस्य राष्ट्रों के मध्य आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, सांस्कृतिक विकास तथा क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देना है। आसियान के 10 सदस्य राष्ट्र, एक उम्मीद्वार राष्ट्र तथा एक पर्यवेक्षक राष्ट्र है। आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 में पाँच सदस्यों के साथ की गयी थी: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपीन्स, सिंगापुर तथा थाईलैंड। .

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दक्षिण कोरिया

दक्षिण कोरिया (कोरियाई: 대한민국 (देहान् मिन्गुक), 大韩民国 (हंजा)), पूर्वी एशिया में स्थित एक देश है जो कोरियाई प्रायद्वीप के दक्षिणी अर्धभाग को घेरे हुए है। 'शान्त सुबह की भूमि' के रूप में ख्यात इस देश के पश्चिम में चीन, पूर्व में जापान और उत्तर में उत्तर कोरिया स्थित है। देश की राजधानी सियोल दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र और एक प्रमुख वैश्विक नगर है। यहां की आधिकारिक भाषा कोरियाई है जो हंगुल और हंजा दोनो लिपियों में लिखी जाती है। राष्ट्रीय मुद्रा वॉन है। उत्तर कोरिया, इस देश की सीमा से लगता एकमात्र देश है, जिसकी दक्षिण कोरिया के साथ २३८ किलिमीटर लम्बी सीमा है। दोनो कोरियाओं की सीमा विश्व की सबसे अधिक सैन्य जमावड़े वाली सीमा है। साथ ही दोनों देशों के बीच एक असैन्य क्षेत्र भी है। कोरियाई युद्ध की विभीषिका झेल चुका दक्षिण कोरिया वर्तमान में एक विकसित देश है और सकल घरेलू उत्पाद (क्रय शक्ति) के आधार पर विश्व की तेरहवीं और सकल घरेलू उत्पाद (संज्ञात्मक) के आधार पर पन्द्रहवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।कोरिया मे १५ अंतराष्ट्रीय बिमानस्थल है और करीब ५०० विश्वविद्यालय है लोग बिदेशो यहा अध्ययन करने आते है। यहा औद्योगिक विकास बहुत हुऐ है और कोरिया मे चीन सहित १५ देशो के लोग रोजगार अनुमति प्रणाली(EPS) के माध्यम से यहा काम करते है। जिसमे दक्षिण एशिया के ४ देशो नेपाल बांग्लादेश श्रीलंका पाकिस्तान है। .

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दक्षिण कोरिया का इतिहास

कोरिया में ई. पू.

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दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था

दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था संज्ञात्मक सकल घरेलू उत्पाद के आधार पर विश्व की पन्द्रहवी और क्रय शक्ति के आधार पर बारहवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह जी-२० नामक विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। यह एक उच्च-आय वाली विकसित अर्थव्यवस्था है और ओईसीडी का सदस्य है। दक्षिण कोरिया मूल एशियाई चीतों वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और यह एकमात्र विकसित देश है जिसे नॅक्ट इलैवन समूह में सम्मिलित किया गया है। दक्षिण कोरिया १९६० के आरम्भ से १९९० के अन्त तक विश्व के सबसे तेज़ी से विकास करते देशों में से था और २००० के दशक में भी यह देश विकसित देशों में सर्वाधिक तेज़ी से विकास करने वाले देशों में था। १९६० से १९९० के दशकों के दौरान हुई आश्चर्यजनक प्रगति को कोरियाई लोग "हान नदी पर चमत्कार" की संज्ञा देते हैं। २०१० में दक्षिण कोरिया विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा निर्यातक और दसवाँ सबसे बड़ा आयातक था। एतिहासिक रूप से दक्षिण कोरिया आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) प्राप्त करने वाला देश था। १९८० के पूरे दशक के दौरान से १९९० के दशक के मध्य तक दक्षिण कोरिया की समृद्धि क्रय शक्ति जीडीपी के आधार पर औद्योगिक देशों की अंशमात्र थी। वर्ष १९८० में दक्षिण कोरिया की प्रति व्यक्ति जीडीपी २,३०० $ थी जो निकट के विकसित देशों जैसे सिंगापुर, हाँगकाँग और जापान का केवल एक-तिहाई थी। तबसे लेकर दक्षिण कोरिया अब एक विकसित देश में परिवर्तित हो चुका है और २०१० में इसकी प्रति व्यक्ति जीडीपी ३०,००० $ थी जो १९८० के स्त्तर से लगभग तेरह गुणा अधिक है। इसी समय के दौरान पूरे देश का सकल घरेलू उत्पाद भी ८८ अरब डॉलर से बढ़कर १,४६० अरब डॉलर हो गया। सन् २००९ में दक्षिण कोरिया सहायता प्राप्त करने वाले देशों से निकलकर सहायता प्रदान करने वाले देशों में सम्मिलित हो गया। २००८ और २००९ के मद्य, दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया को छोड़कर विभिन्न देशों को १.७ अरब $ की सहायता राशि प्रदान की थी। दक्षिण कोरिया द्वारा उत्तर कोरिया को दी जाने वाली वार्षिक आर्थिक सहायता राशि एतिहासिक रूप से इसके ओडीए से दोगुनी रही है। .

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दक्षिण अमेरिका

दक्षिण अमेरिका (स्पेनी: América del Sur; पुर्तगाली: América do Sul) उत्तर अमेरिका के दक्षिण पूर्व में स्थित पश्चिमी गोलार्द्ध का एक महाद्वीप है। दक्षिणी अमेरिका उत्तर में १३० उत्तरी अक्षांश (गैलिनस अन्तरीप) से दक्षिण में ५६० दक्षिणी अक्षांश (हार्न अन्तरीप) तक एवं पूर्व में ३५० पश्चिमी देशान्तर (रेशिको अन्तरीप) से पश्चिम में ८१० पश्चिमी देशान्तर (पारिना अन्तरीप) तक विस्तृत है। इसके उत्तर में कैरीबियन सागर तथा पनामा नहर, पूर्व तथा उत्तर-पूर्व में अन्ध महासागर, पश्चिम में प्रशान्त महासागर तथा दक्षिण में अण्टार्कटिक महासागर स्थित हैं। भूमध्य रेखा इस महाद्वीप के उत्तरी भाग से एवं मकर रेखा मध्य से गुजरती है जिसके कारण इसका अधिकांश भाग उष्ण कटिबन्ध में पड़ता है। दक्षिणी अमेरिका की उत्तर से दक्षिण लम्बाई लगभग ७,२०० किलोमीटर तथा पश्चिम से पूर्व चौड़ाई ५,१२० किलोमीटर है। विश्व का यह चौथा बड़ा महाद्वीप है, जो आकार में भारत से लगभग ६ गुना बड़ा है। पनामा नहर इसे पनामा भूडमरुमध्य पर उत्तरी अमरीका महाद्वीप से अलग करती है। किंतु पनामा देश उत्तरी अमरीका में आता है। ३२,००० किलोमीटर लम्बे समुद्रतट वाले इस महाद्वीप का समुद्री किनारा सीधा एवं सपाट है, तट पर द्वीप, प्रायद्वीप तथा खाड़ियाँ कम हैं जिससे अच्छे बन्दरगाहों का अभाव है। खनिज तथा प्राकृतिक सम्पदा में धनी यह महाद्वीप गर्म एवं नम जलवायु, पर्वतों, पठारों घने जंगलों तथा मरुस्थलों की उपस्थिति के कारण विकसित नहीं हो सका है। यहाँ विश्व की सबसे लम्बी पर्वत-श्रेणी एण्डीज पर्वतमाला एवं सबसे ऊँची टीटीकाका झील हैं। भूमध्यरेखा के समीप पेरू देश में चिम्बोरेजो तथा कोटोपैक्सी नामक विश्व के सबसे ऊँचे ज्वालामुखी पर्वत हैं जो लगभग ६,०९६ मीटर ऊँचे हैं। अमेजन, ओरीनिको, रियो डि ला प्लाटा यहाँ की प्रमुख नदियाँ हैं। दक्षिण अमेरिका की अन्य नदियाँ ब्राज़ील की साओ फ्रांसिस्को, कोलम्बिया की मैगडालेना तथा अर्जेण्टाइना की रायो कोलोरेडो हैं। इस महाद्वीप में ब्राज़ील, अर्जेंटीना, चिली, उरुग्वे, पैराग्वे, बोलिविया, पेरू, ईक्वाडोर, कोलोंबिया, वेनेज़ुएला, गुयाना (ब्रिटिश, डच, फ्रेंच) और फ़ाकलैंड द्वीप-समूह आदि देश हैं। .

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दुबई

दुबई '''دبيّ'''. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सात अमीरातों में से एक है। यह फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित है। दुबई नगर पालिका को अमीरात से अलग बताने के लिए कभी कभी दुबई राज्य बुलाया जाता है। दुबई, मध्य पूर्व के एक वैश्विक नगर तथा व्यापार केन्द्र के रूप में उभर कर सामने आया है। लिखित दस्तावेजों में इस शहर का अस्तित्व संयुक्त अरब अमीरात के गठन से 150 साल पहले होने का जिक्र है। दुबई अन्य अमीरातों के साथ कानून, राजनीति, सैनिक और आर्थिक कार्य एक संघीय ढांचे के भीतर साझा करता है। हालांकि प्रत्येक अमीरात में नागरिक कानून लागू करने और व्यवस्था और स्थानीय सुविधाओं के रखरखाव जैसे कुछ कार्यों पर क्षेत्राधिकार है। दुबई की आबादी सबसे ज्यादा है और यह क्षेत्रफल में अबू धाबी के बाद दूसरी सबसे बड़ी अमीरात है। दुबई और अबू धाबी ही सिर्फ दो अमीरात है जिनके पास देश की विधायिका अनुसार राष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मामलों पर प्रत्यादेश शक्ति का अधिकार है। ^ मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका की सरकर और राजनीति डी लांग, बी रेक.

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दुर्गा मल्ल

मेजर दुर्गा मल्ल (1 जुलाई 1913 - 25 अगस्त, 1944), आजाद हिन्द फौज के प्रथम गोरखा सैनिक थे जिन्होने भारत की स्वतन्त्रता के लिये अपने प्राणों की आहुति दी। दुर्गामल्ल का जन्म १ जुलाई १९१३ को देहरादून के निकट डोईवाला गाँव में गंगाराम मल्ल के घर हुआ था जो गोरखा राइफल्स में नायब सूबेदार थे। माताजी का नाम श्रीमती पार्वती देवी था। बचपन से ही वे अपने साथ के बालकों में सबसे अधिक प्रतिभावान और बहादुर थे। उन्होने गोरखा मिलिटरी मिडिल स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा हासिल की, जिसे अब गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज के नाम से जाना जाता है। दिसम्बर 1941 में जापानियों ने दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में तैनात मित्र सेना पर हमला करके युद्ध की घोषणा कर दी। सन 1931 में मात्र 18 वर्ष की आयु में दुर्गा मल्ल गोरखा रायफल्स की 2/1 बटालियन में भर्ती हो गए। उन्हें संकेत प्रशिक्षण (सिगनल ट्रेनिंग) के लिए महाराष्ट्र भेज दिया गया। लगभग 10 वर्ष तक सेना में सेवारत रहने के पश्चात् जनवरी, 1941 में (युद्ध के लिए विदेश जाने से पूर्व) अपने घरवालों से विदा लेने धर्मशाला गए, और वहीं ठाकुर परिवार की कन्या शारदा देवी के साथ उनका विवाह हुआ। अप्रैल 1941 में दुर्गा मल्ल की टुकड़ी सिकन्दराबाद पहुंची जहां से उसे आगे विदेश रवाना होना था। अपने सैनिक धर्म को निभाते हुए 23 अगस्त 1941 को बटालियन के साथ मलाया रवाना हुए। 8 दिसंबर 1941 को मित्र देशों पर जापान के आक्रमण के बाद युद्ध की घोषणा हो गई थी। इसके परिणामस्वरूप जापान की मदद से 1 सितम्बर 1942 को सिंगापुर में आजाद हिन्द फौज का गठन हुआ, जिसमें दुर्गा मल्ल की बहुत सराहनीय भूमिका थी। इसके लिए मल्ल को मेजर के रूप में पदोन्नत किया गया। उन्होने युवाओं को आजाद हिन्द फ़ौज में शामिल करने में बड़ा योगदान दिया। बाद में गुप्तचर शाखा का महत्वपूर्ण कार्य दुर्गा मल्ल को सौंपा गया। 27 मार्च 1944 को महत्वपूर्ण सूचनाएं एकत्र करते समय दुर्गामल्ल को शत्रु सेना ने मणिपुर में कोहिमा के पास उखरूल में पकड़ लिया। युद्धबंदी बनाने और मुकदमे के बाद उन्हें बहुत यातना दी गई। 15 अगस्त 1944 को उन्हें लाल किले की सेंट्रल जेल लाया गया और दस दिन बाद 25 अगस्त 1944 को उन्हें फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया। .

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दुग्ध क्रांति

सफेद क्रांति भी ओपेरेशन फ्लड के रूप में जाना जाता है। ओपरेशन फ्लड़ा यह भारत की योजना है जिससे कि भारत में दूध की कमी को दूर किया जा सके। किसी दुग्ध उद्योग में गायों को खिलाया जा रहा है। दुग्ध कृषि (Dairy farming), या डेरी उद्योग या दुग्ध उद्योग, कृषि की एक श्रेणी है। यह पशुपालन से जुड़ा एक बहुत लोकप्रिय उद्यम है जिसके अंतर्गत दुग्ध उत्पादन, उसकी प्रोसेसिंग और खुदरा बिक्री के लिए किए जाने वाले कार्य आते हैं। इसके वास्ते गाय-भैंसों, बकरियों या कुछेक अन्य प्रकार के पशुधन के विकास का भी काम किया जाता है। अधिकतर डेरी-फार्म अपनी गायों के बछड़ों का, गैर-दुग्ध उत्पादक पशुधन का पालन पोषण करने की बजाए सामान्यतः उन्हें मांस के उत्पादन हेतु विक्रय कर देते हैं। डेरी फार्मिंग के अंतर्गत दूध देने वाले मवेशियों का प्रजनन तथा देखभाल, दूध की खरीद और इसकी विभिन्न डेरी उत्पादों के रूप में प्रोसेसिंग आदि कार्य सम्मिलित हैं। .

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दुग्ध कृषि

न्यूयॉर्क की एक दुग्धशाला का दृष्य दुग्ध कृषि (Dairy farming), या डेरी उद्योग या दुग्ध उद्योग, कृषि की एक श्रेणी है। यह पशुपालन से जुड़ा एक बहुत लोकप्रिय उद्यम है जिसके अंतर्गत दुग्ध उत्पादन, उसकी प्रोसेसिंग और खुदरा बिक्री के लिए किए जाने वाले कार्य आते हैं। इसके वास्ते गाय-भैंसों, बकरियों या कुछेक अन्य प्रकार के पशुधन के विकास का भी काम किया जाता है। अधिकतर डेरी-फार्म अपनी गायों के बछड़ों का, गैर-दुग्ध उत्पादक पशुधन का पालन पोषण करने की बजाए सामान्यतः उन्हें मांस के उत्पादन हेतु विक्रय कर देते हैं। डेरी फार्मिंग के अंतर्गत दूध देने वाले मवेशियों का प्रजनन तथा देखभाल, दूध की खरीद और इसकी विभिन्न डेरी उत्पादों के रूप में प्रोसेसिंग आदि कार्य सम्मिलित हैं। .

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द्वितीय चीन-जापान युद्ध

द्वितीय चीन-जापान युद्ध चीन तथा जापान के बीच 1937-45 के बीच लड़ा गया था। 1945 में अमेरिका द्वारा जापान पर परमाणु बम गिराने के साथ ही जापान ने समर्पण कर दिया और युद्ध की समाप्ति हो गई। इसके परिणामस्वरूप मंचूरिया तथा ताईवान चीन को वापस सौंप दिए गए जिसे जापान ने प्रथम चीन-जापान युद्ध में उससे लिया था। 1941 तक चीन इसमें अकेला रहा। 1941 में जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर किए गए आक्रमण के बाद यह द्वितीय विश्व युद्ध का अंग बन गया। .

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द्वितीय विश्वयुद्ध

द्वितीय विश्वयुद्ध १९३९ से १९४५ तक चलने वाला विश्व-स्तरीय युद्ध था। लगभग ७० देशों की थल-जल-वायु सेनाएँ इस युद्ध में सम्मलित थीं। इस युद्ध में विश्व दो भागों मे बँटा हुआ था - मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र। इस युद्ध के दौरान पूर्ण युद्ध का मनोभाव प्रचलन में आया क्योंकि इस युद्ध में लिप्त सारी महाशक्तियों ने अपनी आर्थिक, औद्योगिक तथा वैज्ञानिक क्षमता इस युद्ध में झोंक दी थी। इस युद्ध में विभिन्न राष्ट्रों के लगभग १० करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया, तथा यह मानव इतिहास का सबसे ज़्यादा घातक युद्ध साबित हुआ। इस महायुद्ध में ५ से ७ करोड़ व्यक्तियों की जानें गईं क्योंकि इसके महत्वपूर्ण घटनाक्रम में असैनिक नागरिकों का नरसंहार- जिसमें होलोकॉस्ट भी शामिल है- तथा परमाणु हथियारों का एकमात्र इस्तेमाल शामिल है (जिसकी वजह से युद्ध के अंत मे मित्र राष्ट्रों की जीत हुई)। इसी कारण यह मानव इतिहास का सबसे भयंकर युद्ध था। हालांकि जापान चीन से सन् १९३७ ई. से युद्ध की अवस्था में था किन्तु अमूमन दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत ०१ सितम्बर १९३९ में जानी जाती है जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला बोला और उसके बाद जब फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा कर दी तथा इंग्लैंड और अन्य राष्ट्रमंडल देशों ने भी इसका अनुमोदन किया। जर्मनी ने १९३९ में यूरोप में एक बड़ा साम्राज्य बनाने के उद्देश्य से पोलैंड पर हमला बोल दिया। १९३९ के अंत से १९४१ की शुरुआत तक, अभियान तथा संधि की एक शृंखला में जर्मनी ने महाद्वीपीय यूरोप का बड़ा भाग या तो अपने अधीन कर लिया था या उसे जीत लिया था। नाट्सी-सोवियत समझौते के तहत सोवियत रूस अपने छः पड़ोसी मुल्कों, जिसमें पोलैंड भी शामिल था, पर क़ाबिज़ हो गया। फ़्रांस की हार के बाद युनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल देश ही धुरी राष्ट्रों से संघर्ष कर रहे थे, जिसमें उत्तरी अफ़्रीका की लड़ाइयाँ तथा लम्बी चली अटलांटिक की लड़ाई शामिल थे। जून १९४१ में युरोपीय धुरी राष्ट्रों ने सोवियत संघ पर हमला बोल दिया और इसने मानव इतिहास में ज़मीनी युद्ध के सबसे बड़े रणक्षेत्र को जन्म दिया। दिसंबर १९४१ को जापानी साम्राज्य भी धुरी राष्ट्रों की तरफ़ से इस युद्ध में कूद गया। दरअसल जापान का उद्देश्य पूर्वी एशिया तथा इंडोचायना में अपना प्रभुत्व स्थापित करने का था। उसने प्रशान्त महासागर में युरोपीय देशों के आधिपत्य वाले क्षेत्रों तथा संयुक्त राज्य अमेरीका के पर्ल हार्बर पर हमला बोल दिया और जल्द ही पश्चिमी प्रशान्त पर क़ब्ज़ा बना लिया। सन् १९४२ में आगे बढ़ती धुरी सेना पर लगाम तब लगी जब पहले तो जापान सिलसिलेवार कई नौसैनिक झड़पें हारा, युरोपीय धुरी ताकतें उत्तरी अफ़्रीका में हारीं और निर्णायक मोड़ तब आया जब उनको स्तालिनग्राड में हार का मुँह देखना पड़ा। सन् १९४३ में जर्मनी पूर्वी युरोप में कई झड़पें हारा, इटली में मित्र राष्ट्रों ने आक्रमण बोल दिया तथा अमेरिका ने प्रशान्त महासागर में जीत दर्ज करनी शुरु कर दी जिसके कारणवश धुरी राष्ट्रों को सारे मोर्चों पर सामरिक दृश्टि से पीछे हटने की रणनीति अपनाने को मजबूर होना पड़ा। सन् १९४४ में जहाँ एक ओर पश्चिमी मित्र देशों ने जर्मनी द्वारा क़ब्ज़ा किए हुए फ़्रांस पर आक्रमण किया वहीं दूसरी ओर से सोवियत संघ ने अपनी खोई हुयी ज़मीन वापस छीनने के बाद जर्मनी तथा उसके सहयोगी राष्ट्रों पर हमला बोल दिया। सन् १९४५ के अप्रैल-मई में सोवियत और पोलैंड की सेनाओं ने बर्लिन पर क़ब्ज़ा कर लिया और युरोप में दूसरे विश्वयुद्ध का अन्त ८ मई १९४५ को तब हुआ जब जर्मनी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया। सन् १९४४ और १९४५ के दौरान अमेरिका ने कई जगहों पर जापानी नौसेना को शिकस्त दी और पश्चिमी प्रशान्त के कई द्वीपों में अपना क़ब्ज़ा बना लिया। जब जापानी द्वीपसमूह पर आक्रमण करने का समय क़रीब आया तो अमेरिका ने जापान में दो परमाणु बम गिरा दिये। १५ अगस्त १९४५ को एशिया में भी दूसरा विश्वयुद्ध समाप्त हो गया जब जापानी साम्राज्य ने आत्मसमर्पण करना स्वीकार कर लिया। .

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द्वितीय औद्योगिक क्रांति

द्वितीय औद्योगिक क्रांति (Second Industrial Revolution या Technological Revolution) से आशय उन्नीसवीं शती के उत्तरार्ध से लेकर द्वितीय विश्वयुद्ध तक हुए अपेक्षाकृत वृहद औद्योक विकास से है। प्रायः इसका आरम्भ १८६० में बेसमर इस्पात की स्थापना से माना जाता है। द्वितीय औद्योगिक क्रांति के दौरान पश्चिमी यूरोप (ब्रिटेन, जर्मनि, फ्रांस, डेनमार्क आदि) तथा अमेरिका एवं जापान (१८७० के बाद) में तेजी से औद्योगिक विकास हुआ। द्वितीय औद्योगिक क्रांति, औद्योगिक क्रान्ति की अगली कड़ी थी। .

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द्वंद्वयुद्ध

थाइलैण्ड में द्वन्द्वयुद्ध को निरूपित करती मूर्ति दो विरोधी व्यक्तियों या दलों के बीच, पूर्वनिश्चित तथा जाने माने नियमों के अनुसार प्रचलित शस्त्रों द्वारा युद्ध को द्वंद्वयुद्ध कहते हैं। ऐसे युद्ध प्राचीन काल में बहुत से देशों में प्रचलित थे। इनके प्रचलन के मूल में यह विश्वास था कि इन युद्धों में ईश्वर उसी को जिताता है जिसके पक्ष में न्याय होता है। .

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देशों के दूरभाष कूट की सूची

यह ITU-T की सिफारिश E.164 के अनुसार देशों की दूरभाष कुट सँख्या कि सुची है। .

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देशों के राजचिह्नों की सूची

This gallery of sovereign state coats of arms shows the coat of arms (or an emblem serving a similar purpose) of each of the sovereign states in the list of sovereign states.

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देशी भाषाओं में देशों और राजधानियों की सूची

निम्न चार्ट विश्व के देशों को सूचीबद्ध करता है (जैसा की यहां परिभाषित किया गया है), इसमें उनके राजधानीयों के नाम भी शामिल है, यह अंग्रेजी के साथ साथ उस देश की मूल भाषा और/या सरकारी भाषा में दी गयी है। ज टी की कोण नॉन en .

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देवनागरी

'''देवनागरी''' में लिखी ऋग्वेद की पाण्डुलिपि देवनागरी एक लिपि है जिसमें अनेक भारतीय भाषाएँ तथा कई विदेशी भाषाएं लिखीं जाती हैं। यह बायें से दायें लिखी जाती है। इसकी पहचान एक क्षैतिज रेखा से है जिसे 'शिरिरेखा' कहते हैं। संस्कृत, पालि, हिन्दी, मराठी, कोंकणी, सिन्धी, कश्मीरी, डोगरी, नेपाली, नेपाल भाषा (तथा अन्य नेपाली उपभाषाएँ), तामाङ भाषा, गढ़वाली, बोडो, अंगिका, मगही, भोजपुरी, मैथिली, संथाली आदि भाषाएँ देवनागरी में लिखी जाती हैं। इसके अतिरिक्त कुछ स्थितियों में गुजराती, पंजाबी, बिष्णुपुरिया मणिपुरी, रोमानी और उर्दू भाषाएं भी देवनागरी में लिखी जाती हैं। देवनागरी विश्व में सर्वाधिक प्रयुक्त लिपियों में से एक है। मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया की एक ट्राम पर देवनागरी लिपि .

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धर्मांतरण

सेंट पॉल के रूपांतरण, इतालवी कलाकार कैरावैजियो (1571-1610) द्वारा एक 1600 सदी का चित्र धर्मांतरण किसी ऐसे नये धर्म को अपनाने का कार्य है, जो धर्मांतरित हो रहे व्यक्ति के पिछले धर्म से भिन्न हो.

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ध्वनि मेल

ध्वनिमेल (जिसे आवाज-मेल, वीएमएस, या संदेश बैंक के नाम से भी जाना जाता है) संग्रहीत टेलीफोन संदेशों की एक केन्द्रीकृत प्रणाली है जिसे बाद में वापस निकाला जा सकता है। इस शब्द का प्रयोग अधिक मोटे तौर पर एक संग्रहीत दूरसंचार स्वर-संदेश को पहुँचाने की किसी भी प्रणाली, जिसमें उत्तर देने वाली मशीन का उपयोग भी शामिल है, को निरूपित करने के लिये किया जाता है। अधिकांश सेलफोनों में ध्वनि मेल एक बुनियादी सुविधा के रूप में उपलब्ध होती है और भूमिगत-लाइन वाले फोनों और कॉर्पोरेट पीबीएक्सों के अपने ध्वनि मेल विकल्प होते हैं। .

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धोंडो केशव कर्वे

महर्षि डॉ॰ धोंडो केशव कर्वे (अप्रेल १८, १८५८ - नवंबर ९, १९६२) प्रसिद्ध समाज सुधारक थे। उन्होने महिला शिक्षा और विधवा विवाह मे महत्त्वपूर्ण योगदान किया। उन्होने अपना जीवन महिला उत्थान को समर्पित कर दिया। उनके द्वारा मुम्बई में स्थापित एस एन डी टी महिला विश्वविघालय भारत का प्रथम महिला विश्वविघालय है। वे वर्ष १८९१ से वर्ष १९१४ तक पुणे के फरगुस्सन कालेज में गणित के अध्यापक थे। उन्हे वर्ष १९५८ में भारत रत्न से सम्मनित किया गया। .

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नन्दा देवी पर्वत

नन्दा देवी पर्वत भारत की दूसरी एवं विश्व की २३वीं सर्वोच्च चोटी है।। हिन्दुस्तान लाइव। १४ अक्टूबर २००९ इससे ऊंची व देश में सर्वोच्च चोटी कंचनजंघा है। नन्दा देवी शिखर हिमालय पर्वत शृंखला में भारत के उत्तरांचल राज्य में पूर्व में गौरीगंगा तथा पश्चिम में ऋषिगंगा घाटियों के बीच स्थित है। इसकी ऊंचाई ७८१६ मीटर (२५,६४३ फीट) है। इस चोटी को उत्तरांचल राज्य में मुख्य देवी के रूप में पूजा जाता है।। नवभारत टाइम्स। हरेन्द्र सिंह रावत इन्हें नन्दा देवी कहते हैं। नन्दादेवी मैसिफ के दो छोर हैं। इनमें दूसरा छोर नन्दादेवी ईस्ट कहलाता है। इन दोनों के मध्य दो किलोमीटर लम्बा रिज क्षेत्र है। इस शिखर पर प्रथम विजय अभियान में १९३६ में नोयल ऑडेल तथा बिल तिलमेन को सफलता मिली थी। पर्वतारोही के अनुसार नन्दादेवी शिखर के आसपास का क्षेत्र अत्यंत सुंदर है। यह शिखर २१००० फुट से ऊंची कई चोटियों के मध्य स्थित है। यह पूरा क्षेत्र नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया जा चुका है। इस नेशनल पार्क को १९८८ में यूनेस्को द्वारा प्राकृतिक महत्व की विश्व धरोहर का सम्मान भी दिया जा चुका है। .

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नरिता अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

is an international airport जापान के ग्रेटर टोक्यो एरिया को सेवा देने वाला अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। यह टोक्यो स्टेशन से पूर्व में एवं नरिता स्टेशन से पूर्व- दक्षिणपूर्व में नरिता नामक शहर में, शिबायामा के निकट स्थित है। नरिता जापान से जाने वाले और जापान को आने वाले अधिकतम अन्तर्राष्ट्रीय यात्री परिवहन को सुलभ कराता है और एशिया एवं अमरीका के बीच एक प्रधान कनेक्शन बिन्दु है। वर्ष २००७ में यहां से 35,478,146 यात्रियों का आवागमन हुआ। यह जापान का दूसरा व्यस्ततम, यहां का व्यस्ततम माल यातायात हब, एवं विश्व का नौवां व्यस्ततम माल यातायात हब है। यह जापान के ध्वजवाहिका वायुसेवा जापान एयरलाइंस के संग संग ऑल निप्पन एयरवेज़, *निप्पन कार्गो एयरलाइंस तथा अन्य निम्न-लागत वायुसेवाएं जैसे एयरएशिया जापान एवं जेटस्टार जापान के लिये प्रधान हब है। इनके अलावा यह डेल्टा एयरलाइंस एवं यूनाइटेड एयरलाइंस के लिये एशियाई हब का भी कार्य करता है। जापानी विधि के अन्तर्गत्त यह एक प्रथम श्रेणी विमानक्षेत्र वर्गीकृत है। इस विमानक्षेत्र का पूर्व नाम २००४ तक न्यू टोक्यो इन्टर्नेशनल एयरपोर्ट (新東京国際空港 शिन-तोक्यो कोकुसई कूको) था, किन्तु इसे प्रायः "टोक्यो नरिता" ही कहा जाता था, हालांकि इसका आधिकारिक नामकरण इसे एक अन्य विमानक्षेत्र टोक्यो अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, जिसे प्रायः "टोक्यो हनेदा" कहते हैं, से अलग पहचान (नाम) देने के उद्देश्य से किया गया था। .

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नरेन्द्र मोदी

नरेन्द्र दामोदरदास मोदी (નરેંદ્ર દામોદરદાસ મોદી Narendra Damodardas Modi; जन्म: 17 सितम्बर 1950) भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री हैं। भारत के राष्‍ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलायी। वे स्वतन्त्र भारत के 15वें प्रधानमन्त्री हैं तथा इस पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। वडनगर के एक गुजराती परिवार में पैदा हुए, मोदी ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ साल की उम्र में वे आरएसएस से  जुड़े, जिसके साथ एक लंबे समय तक सम्बंधित रहे । स्नातक होने के बाद उन्होंने अपने घर छोड़ दिया। मोदी ने दो साल तक भारत भर में यात्रा की, और कई धार्मिक केंद्रों का दौरा किया। गुजरात लौटने के बाद और 1969 या 1970 में अहमदाबाद चले गए। 1971 में वह आरएसएस के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए। 1975  में देश भर में आपातकाल की स्थिति के दौरान उन्हें कुछ समय के लिए छिपना पड़ा। 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और 2001 तक पार्टी पदानुक्रम के भीतर कई पदों पर कार्य किया, जहाँ से वे धीरे धीरे वे सचिव के पद पर पहुंचे।   गुजरात भूकंप २००१, (भुज में भूकंप) के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के असफल स्वास्थ्य और ख़राब सार्वजनिक छवि के कारण नरेंद्र मोदी को 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। मोदी जल्द ही विधायी विधानसभा के लिए चुने गए। 2002 के गुजरात दंगों में उनके प्रशासन को कठोर माना गया है, की आलोचना भी हुई।  हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) को अभियोजन पक्ष की कार्यवाही शुरू करने के लिए कोई है। मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी नीतियों को आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए । उनके नेतृत्व में भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और 282 सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। एक सांसद के रूप में उन्होंने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी एवं अपने गृहराज्य गुजरात के वडोदरा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीत दर्ज़ की। इससे पूर्व वे गुजरात राज्य के 14वें मुख्यमन्त्री रहे। उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) मुख्यमन्त्री चुना। गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त नरेन्द्र मोदी विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं और वर्तमान समय में देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से हैं।। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी वे सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले भारतीय नेता हैं। उन्हें 'नमो' नाम से भी जाना जाता है। टाइम पत्रिका ने मोदी को पर्सन ऑफ़ द ईयर 2013 के 42 उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया है। अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी एक राजनेता और कवि हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएँ लिखते हैं। .

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नरेन्द्र मोदी सरकार की विदेश नीति

नरेन्द्र मोदी सरकार की विदेश नीति को मोदी सिद्धान्त भी कहते हैं। २६ मई, २०१४ को सत्ता में आने के तुरन्त बाद से ही मोदी सरकार ने अन्य देशों के साथ सम्बन्धों को नया आयाम देने की दिशा में कार्य करना आरम्भ कर दिया। श्रीमती सुषमा स्वराज भारत की विदेश मंत्री हैं। दक्षिण एशिया के अपने पड़ोसियों से सम्बन्ध सुधारना मोदी की विदेश नीति के केन्द्र में है। इसके लिए उन्होने १०० दिन के अन्दर ही भूटान, नेपाल, जापान की यात्रा की। इसके बाद अमेरिका, म्यांमार, आस्ट्रेलिया और फिजी की यात्रा की। श्रीमती सुषमा स्वराज ने भी बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, म्यांमार, सिंगापुर, वियतनाम, बहरीन, अफगानिस्तान, तजाकिस्तान, यूएसए, यूके, मॉरीसस, मालदीव, यूएईदक्षिण कोरिया, चीन, ओमान, और श्रीलंका की यात्रा की है। ९वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं के साथ मोदी .

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नाभिकीय ऊर्जा

इकाटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र, एक दबावयुक्त जल रिएक्टर जो समुद्र के साथ माध्यमिक शीतलक विनिमय द्वारा ठंडा करता है। सुसक्युहाना वाष्प विद्युत् केंद्र, एक उबलता जल रिएक्टर. रिएक्टर, शीतलक टावरों के सामने की ओर आयताकार रोकथाम इमारतों के अंदर स्थित हैं। परमाणु ऊर्जा चालित तीन जहाज, (ऊपर से नीचे) परमाणु क्रूजर USS बेनब्रिज और USS लोंग ब्रिज, USS इंटरप्राइज़ के साथ जो 1964 में पहला परमाणु संचालित विमान वाहक. चालक दल के सदस्य, उड़ान डेक पर आइंस्टीन के द्रव्यमान-ऊर्जा तुल्यता सूत्र को लिख रहे हैं E.

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नाभिकीय आपूर्तिकर्ता समूह

भूरे (Gray) रंग के क्षेत्र एनएसजी के सदस्य देश हैं। नाभिकीय आपूर्तिकर्ता समूह (Nuclear Suppliers Group (NSG)) बहुत से देशों का एक समूह है जो नाभिकीय निरस्त्रीकरण (nuclear disarmament) के लिये प्रयासरत है। इस कार्य के लिये यह समूह नाभिकीय शस्त्र बनाने योग्य सामग्री के निर्यात एवं पुनः हस्तान्तरण को नियन्त्रित करता है। इसका वास्तविक लक्ष्य यह है कि जिन देशों के पास नाभिकीय क्षमता नहीं है वे इसे अर्जित न कर सकें। यह समूह ऐसे परमाणु उपकरण, सामग्री और टेक्नोलॉजी के निर्यात पर रोक लगाता है जिसका प्रयोग परमाणु हथियार बनाने में होना है और इस प्रकार यह परमाणु प्रसार को रोकता है। .

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नालन्दा महाविहार

नालंदा के प्राचीन विश्वविद्यालय के अवशेष। यह प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केन्द्र था। महायान बौद्ध धर्म के इस शिक्षा-केन्द्र में हीनयान बौद्ध-धर्म के साथ ही अन्य धर्मों के तथा अनेक देशों के छात्र पढ़ते थे। वर्तमान बिहार राज्य में पटना से ८८.५ किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और राजगीर से ११.५ किलोमीटर उत्तर में एक गाँव के पास अलेक्जेंडर कनिंघम द्वारा खोजे गए इस महान बौद्ध विश्वविद्यालय के भग्नावशेष इसके प्राचीन वैभव का बहुत कुछ अंदाज़ करा देते हैं। अनेक पुराभिलेखों और सातवीं शताब्दी में भारत भ्रमण के लिए आये चीनी यात्री ह्वेनसांग तथा इत्सिंग के यात्रा विवरणों से इस विश्वविद्यालय के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त होती है। यहाँ १०,००० छात्रों को पढ़ाने के लिए २,००० शिक्षक थे। प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेनसांग ने ७ वीं शताब्दी में यहाँ जीवन का महत्त्वपूर्ण एक वर्ष एक विद्यार्थी और एक शिक्षक के रूप में व्यतीत किया था। प्रसिद्ध 'बौद्ध सारिपुत्र' का जन्म यहीं पर हुआ था। .

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नागासाकी

250px नागासाकी (長崎市) जापान का एक शहर है। यह वही शहर है जो बम गिरने से तबाह हुआ था। नागासाकी का मतलब "लम्बा प्रायद्वीप" है। वह दक्षिण पश्चिम क्यूशू द्वीप में समुद्र के किनारे पर है। वह दूसरा शहर है जिसपर द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 1945 में अमरीका ने परमाणु बम गिराया था। नागासाकी की आबादी (२००४) ४,४७,४१९ है और उसका क्षेत्रफल ४०६.३५ km² है। .

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नाओतो कान

जापान के प्रधानमंत्री युकियो हातोयामा के पश्चात बने जापान के प्रधानमंत्री। वे युकियो हातोयामा के मंत्रिमंडल में उप-प्रधानमंत्री तथा वित्त मंत्री थे। जापान के डेमोक्रेटिक पार्टी ने युकियो हातोयामा के प्रधानमंत्री पद से त्यागपत्र देने के बाद ४ जून को उन्हें अपना नेता चुना था। .

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नाइटविश

नाइटविश किटी, फिनलैंड का सिंफ़निक मेटल बैंड है, जिसकी स्थापना गीतकार/वादक ट्यूमस होलोपैनेन, गिटारवादक एम्पु वोरिनेन तथा पूर्व गायक टार्जा टुरुनेन ने १९९६ में की.

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निचिदात्सू फुजी

निचिदात्सू फुजी (१८८५-१९८५) एक जापानी बौद्ध भिक्षु और बौद्ध धर्म के निप्पोंज़न-म्योहोजी संप्रदाय के संस्थापक माने जाते हैं। फ़ूजी ने १९३१ में महात्मा गांधी के साथ हुई मुलाकात से प्रेरित होकर अहिंसा को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित करने का निर्णय लिया। १९४७ में उन्होंने विश्व शांति के तीर्थ के रूप में शांति मंदिर (पीस पगोडा) का निर्माण प्रारंभ किया। शांति के एक प्रतीक के रूप में पहला शांति पगोडा जापानी शहरों हिरोशिमा और नागासाकी की बनाया, जहां द्वितीय विश्व युद्घ के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा गिराए गए परमाणु बम की वजह से १,५०,००० निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। २००० तक यूरोप, एशिया और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित दुनिया भर में ८० शांति पगोडा का निर्माण किया जा चुका था। श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन.

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निनटेंडो

निनटेंडो कं, लिमिटेड (जापानी: 任天堂 株式会社 हेपबर्न: Nintendo kabushikigaisha) 23 सितंबर 1889 को स्थापित, एक जापानी बहुराष्ट्रीय उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और सॉफ्टवेयर कंपनी है, इसका मुख्यालय क्योटो, जापान में है। निनटेंडो निवल मूल्य के आधार पर दुनिया की सबसे बड़ा वीडियो गेम कंपनी है। .

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निम्नतापी रॉकेट इंजन

150px भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान में प्रयुक्त होने वाली द्रव ईंधन चालित इंजन में ईंधन बहुत कम तापमान पर भरा जाता है, इसलिए ऐसे इंजन निम्नतापी रॉकेट इंजन या तुषारजनिक रॉकेट इंजन (अंग्रेज़ी:क्रायोजेनिक रॉकेट इंजिन) कहलाते हैं। इस तरह के रॉकेट इंजन में अत्यधिक ठंडी और द्रवीकृत गैसों को ईंधन और ऑक्सीकारक के रूप में प्रयोग किया जाता है। इस इंजन में हाइड्रोजन और ईंधन क्रमश: ईंधन और ऑक्सीकारक का कार्य करते हैं। ठोस ईंधन की अपेक्षा यह कई गुना शक्तिशाली सिद्ध होते हैं और रॉकेट को बूस्ट देते हैं। विशेषकर लंबी दूरी और भारी रॉकेटों के लिए यह तकनीक आवश्यक होती है।|हिन्दुस्तान लाईव। १८ अप्रैल २०१०। अनुराग मिश्र बढ़े कदम पा लेंगे मंजिल। हिन्दुस्तान लाईव। १८ अप्रैल २०१० क्रायोजेनिक इंजन के थ्रस्ट में तापमान बहुत ऊंचा (२००० डिग्री सेल्सियस से अधिक) होता है। अत: ऐसे में सर्वाधिक प्राथमिक कार्य अत्यंत विपरीत तापमानों पर इंजन व्यवस्था बनाए रखने की क्षमता अर्जित करना होता है। क्रायोजेनिक इंजनों में -२५३ डिग्री सेल्सियस से लेकर २००० डिग्री सेल्सियस तक का उतार-चढ़ाव होता है, इसलिए थ्रस्ट चैंबरों, टर्बाइनों और ईंधन के सिलेंडरों के लिए कुछ विशेष प्रकार की मिश्र-धातु की आवश्यकता होती है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बहुत कम तापमान को आसानी से झेल सकने वाली मिश्रधातु विकसित कर ली है। .

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निसान

(), संक्षिप्त नाम निसान, एक बहुराष्ट्रीय ऑटोनिर्माता जिनका मुख्यालय जापान में है। पहले यह निसान ग्रुप का मूल सदस्य था, लेकिन कार्लोस घोसन (सीईओ) की निगरानी में इसका पुनर्गठन हुआ और यह और अधिक स्वतंत्र हो गया। पहले यह डैटसन ब्रांड के नाम से वाहनों का विपणन किया करता था और यह दुनिया के सबसे बड़े कार निर्माताओं में एक है। अगस्त 2009 से, कंपनी का वैश्विक मुख्यालय निशि-कु, योकोहामा में स्थित है। 1999 में, निसान ने फ्रांस के रेनॉल्ट एस.ए. के साथ दोहरे गठबंधन में प्रवेश किया, जिसके पास निसान के 44.4% शेयर हैं जबकि 2008 से, निसान के पास रेनॉल्ट के 15% शेयर हैं। वर्तमान बाजार में निसान के शेयर होंडा और टोयोटा के साथ हैं, अमेरिका की ऑटो सेल्स एशिया में स्थित सबसे बड़ी मोटर कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती हैं जो ऐतिहासिक दृष्टि से अमेरिका में आधारित "प्रमुख तीन" जीएम, फोर्ड और क्रिसलर पर तेजी से अतिक्रमण कर रही हैं। अपने घरेलू बाजार में निसान तीसरे सबसे बड़े कार निर्माता हैं, कुछ कम अंतर पर होंडा दूसरे और एक बहुत ही प्रभावी रूप में टोयोटा का स्थान प्रथम है। अपनी सामान्य श्रेणी के मॉडलों के साथ, निसान इनफिनीटी ब्रांड जैसे विलासी मॉडलों का उत्पादन भी करती है। 14 सालों से लगातार V6 विन्यास के, निसान के VQ इंजन ने वार्ड के 10 सर्वश्रेष्ठ इंजनों में अपना विशेष स्थान बनाया है। विभिन्न बाजारों में इसके नाम का उच्चारण विभिन्न प्रकार से होता है। अमेरिका में, ब्रांड है, जबकि ब्रिटेन में यह है। जापानी में, यह है। .

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निस्सिन फूड्स

निस्सिन फूड्स (Nissin Foods) जापानी कम्पनी है जो त्वरित नूडल बनती है। इसकी स्थापना निस्सिन फ़ूड प्रोडक्ट्स कम्पनी, लिमिटेड ऑफ़ जापान (जापानी: 日清食品株式会社; हिन्दी: जापानी निस्सिन खाद्य उत्पाद लिमिटेड कंपनी) के तौर 4 सितम्बर 1948 के दिन मोमोफुकू एण्डो द्वारा की गई थी। स्थापना के दस वर्ष पश्चात कम्पनी ने अपना सबसे पहला त्वरित नूडल उत्पाद चिकिन रैमेन बाज़ार में उतारा। अमेरिकी गौण कम्पनी निस्सिन फूड्स की स्थापना 1970 में हुई और इसने त्वरित रैमेन नूडल उत्पाद को टॉप रैमेन नाम से बेचा। त्वरित नूडल (1958) और कप नूडल (1971) दोनों की ख़ोज मोमोफुकू एण्डो ने की। निस्सिन फूड्स का मुख्यालय योदोगावा, ओसाका में है। 1977 में नई इमारत के निर्माण के पश्चात कम्पनी अपने वर्तमान मुख्यालय में आई थी। निस्सिन फूड्स ने दुनिया के कई देशों में अपने कार्यालय और फैक्ट्रियाँ स्थापित की हैं, जैसे ब्राजील (1981 से), हॉन्ग कॉन्ग (1985 से), भारत (1992 से), जर्मनी (1993 से), थाइलैंड (1994 से), चीन (1995 से) और मैक्सिको (2000 से)। इनके उत्पाद फिलीपींस, ताइवान, सिंगापुर, कनाडा, स्वीडन, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया में भी बेचे जाते हैं। .

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निगम

निगम एक विशेषाधिकार प्राप्त स्वतन्त्र कानूनी इकाई के रूप में पहचानी जाने वाली अलग संस्था है जिसके पास अपने सदस्यों से पृथक अपने अधिकार और दायित्व हैं। निगमों के कई प्रकार हैं, जिनमे से अधिकतर का उपयोग व्यापार करने के लिए किया जाता है। निगम कॉर्पोरेट कानून का एक उत्पाद हैं और इनके नियम उन प्रबंधकों के हितों को संतुलित करते हैं जो निगम, लेनदारों, शेयरधारकों तथा श्रम का योगदान करने वाले कर्मचारियों का संचालन करते हैं। आधुनिक समय में, निगम तेजी से आर्थिक जीवन का एक प्रमुख हिस्सा बन गए हैं। निगम की एक महत्वपूर्ण सुविधा सीमित देयता है। अगर एक निगम विफल होता है, तो शेयरधारक सामान्य रूप से केवल अपने निवेश को खोते हैं और कर्मचारी केवल अपनी नौकरी खो देंगे, किन्तु उन में से कोई भी निगम के लेनदारों के ऋणों के प्रति उत्तरदायी नहीं होगा.

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निक्को राष्ट्रीय उद्यान

निक्को नेशनल पार्क (日光国立公園, Nikkō National Park) कांटो क्षेत्र का एक राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो जापान के होन्शू मुख्य द्वीप पर स्थित हैं। पार्क चार प्रान्तों में फैला हुआ हैं: टोचिइ, गनमा, फुकुशिमा, और निगाटा, और इसें 1934 में स्थापित किया गया था। .

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निकोलस द्वितीय

निकोलस द्वितीय् निकोलस द्वितीय (रूसी: Николай II, Николай Александрович Романов, tr. Nikolai II, Nikolai Alexandrovich Romanov Nicholas II; 18 मई 1868 – 17 जुलाई 1918) रूस का अन्तिम सम्राट (ज़ार), फिनलैण्ड का ग्रैण्ड ड्यूक तथा पोलैण्ड का राजा था। उसकी औपचारिक लघु उपाधि थी: निकोलस द्वितीय, सम्पूर्ण रूस का सम्राट तथा आटोक्रैट। रूसी आर्थोडोक्स चर्च उसे करुणाधारी सन्त निकोलस कहता है। .

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नवसाम्राज्यवाद

नव-उपनिवेशवाद (New Imperialism) से तात्पर्य उस साम्राज्यवादी विस्तार से है जो लगभग पन्द्रहवीं शती के अन्त में यूरोपीय शक्तियों से शुरू हुआ जिसमें बाद में (उन्नीसवीं एवं बीसवीं शताब्दी में) जापान एवं यूएसए शामिल हो गये। नव उपनिवेशकाल की विशेषता यह थी कि इस काल में साम्राज्य के लिये साम्राज्य की धारणा अपूर्व रूप से बलवती हो गयी थी। इस काल में समुद्र पार दूसरे देशों के क्षेत्रों पर अधिकार करने की होड़ लग गयी थी। इसके साथ ही कुछ उपनिवेशकारी देशों द्वारा 'जातीय उच्चता' (racial superiority) का सिद्धान्त का प्रचार-प्रसार किया गया जिसका सारांश यह है कि 'पिछड़े लोग' स्वशासन के लिये उपयुक्त नहीं होते। .

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नौसेना

भारतीय नौसेना का लोगोनौसेना (Navy) किसी देश की संगठित समुद्री सेना को कहते हैं। इसके अंतर्गत रणपोत, क्रूज़र (cruiser), वायुयानवाहक, ध्वंसक, सुरंगें बिछाने तथा उन्हें नष्ट करने आदि के साधन एवं सैनिकों के अतिरिक्त, समुद्रतट पर निर्माण, देखभाल, पूर्ति तथा प्रशासन, कमान, आयोजन और अनुसंधान संस्थान भी सम्मिलित हैं। इस प्रकार नौसेना सरकार के सीधे नियंत्रण में स्थित सैनिक संगठन है, जिसके प्रशासन के लिए सरकार पृथक् विभागों की स्थापना करती है। नौशक्ति का उद्देश्य सैनिक और वाणिज्य की दृष्टि से समुद्री मार्ग का नियंत्रण करना है। नौसेना ऐसा साधन है जिससे राष्ट्र समुद्र के उपयोग पर अपना अधिकार तो रखते हैं, परंतु शत्रु को इस उपयोग से वंचित रखते हैं। नौसेना में अब वायुयान और नियंत्रित प्रक्षेप्यास्त्रों (guided missiles) का समावेश हो गया है, जिनसे शत्रु के देश के सुदूर आंतरिक भूभाग पर भी प्रहार किया जा सकता है। .

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नेपियर

नेपियर (जिसे माओरी भाषा में अहुरिरी कहा जाता है) न्यूजीलैंड का एक शहर है जहाँ उत्तरी द्वीप के पूर्वी तट पर होक्स बे में एक समुद्रतटीय बंदरगाह स्थित है। नेपियर की जनसंख्या लगभग है। नेपियर से तकरीबन 18 किलोमीटर दक्षिण हेस्टिंग्स का अंतर्देशीय शहर बसा है। इन दो पड़ोसी शहरों को अक्सर न्यूजीलैंड का "जुड़वां शहर (द ट्विन सिटीज)" या "खाड़ी शहर (द बे सिटीज)" कहा जाता है। नेपियर और हेस्टिंग्स के महानगरीय क्षेत्र की कुल आबादी लगभग 122,600 लोगों की है जो नेपियर-हेस्टिंग्स को न्यूजीलैंड का पाँचवां सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र बनाता है जिसके काफी करीब तौरंगा (आबादी 116,000) और डुनेडिन (आबादी 115,000) है और अनुगामी हैमिल्टन (आबादी 169,000) शहर है। नेपियर न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंगटन से लगभग 320 किलोमीटर उत्तर-पूर्व की ओर स्थित है। नेपियर की आबादी हेस्टिंग्स की तुलना में कम है लेकिन इसके समुद्रतटीय बंदरगाह और हवाई अड्डे के कारण इसे मुख्य केंद्र के रूप में देखा जाता है, हालांकि हेस्टिंग्स में भी एक छोटा हवाई अड्डा मौजूद है। नेपियर दक्षिणी गोलार्द्ध के सबसे बड़े ऊन केंद्र का संपर्क सूत्र है और इसके पास पूर्वोत्तर न्यूजीलैंड के लिए एक मुख्य समुद्रतटीय निर्यात संबंधी बंदरगाह है - जो न्यूजीलैंड में सेब, नाशपाती और स्टोन फ्रूट का सबसे बड़ा उत्पादक है। नेपियर एक महत्वपूर्ण अंगूर और शराब उत्पादन का क्षेत्र भी बन गया है जहाँ अंगूर की खेती ज्यादातर हेस्टिंग्स के आसपास होती है जिन्हें निर्यात के लिए नेपियर के बंदरगाह से होकर भेजा जाता है। भेड़ के ऊन, फ्रोजन मांस, लकड़ी के लुगदी और लकडियाँ काफी मात्रा में स्टीमर जहाज़ों के जरिये निर्यात के लिए हर साल नेपियर से होकर गुजरती हैं। बेशक, इन सामग्रियों को छोटी मात्राओं में लॉरी और रेलवे के जरिये स्वयं न्यूजीलैंड के बड़े महानगरीय क्षेत्रों जैसे कि ऑकलैंड, वेलिंगटन और हैमिल्टन में भेजा जाता है। नेपियर एक लोकप्रिय पर्यटन संबंधी शहर है जहाँ 1930 के दशक की आर्ट डेको वास्तुकला का अनूठा संग्रह मौजूद है। तस्वीरों में सबसे अधिक प्रयोग किये गए देश के आकर्षक पर्यटन केन्द्रों में से एक यहाँ मौजूद है, मरीन परेड पर स्थित इस प्रतिमा को पैनिया ऑफ द रीफ कहा जाता है। हर साल फरवरी के महीने में हजारों लोग आर्ट डेको सप्ताहांत आयोजन के लिए नेपियर में जमा होते हैं, जो इसकी आर्ट डेको विरासत और इतिहास का एक भव्य समारोह है। मेहमानों को आकर्षित करने वाले अन्य उल्लेखनीय पर्यटन संबंधी आयोजनों में इस क्षेत्र का वाइन एंड फ़ूड फेस्टिवल (जिसका नाम हार्वेस्ट होक्स बे है) और नजदीकी टाउनशिप टाराडेल में मिशन एस्टेट वाइनरी में आयोजित होने वाला मिशन कॉन्सर्ट शामिल है। .

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नॉर्थवेस्ट एयरलाइंस कार्पोरेशन

नॉर्थवेस्ट एयरलाइंस कार्पोरेशन (संक्षेप मे अक्सर एन.डब्लू.ए) संयुक्त राज्य का एक प्रमुख एयरलाइन था जिसे 1926 में स्थापित किया गया था। लेकिन बाद मे इसका विलय डेल्टा एयर लाइन्स इंक के साथ हो गया। 29 अक्टूबर 2008 को इस विलय की मंजूरी के बाद, डेल्टा दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइन बन गयी थी, लेकिन 9 दिसंबर, 2013 को अमेरिकन एयरलाइंस-अमेरिका एयरवेज के विलय के बाद इसका स्थान छीन गया। हालांकि, नॉर्थवेस्ट ने अपने नाम और ब्रांड के तहत अपना संचालन जारी रखा जब तक इसका एकीकरण 31 जनवरी, 2010 को पूरा नहीं हो गया। इसका मुख्यालय एआगान, मिनेसोटा मिनियापोलिस सेंट पॉल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास में था। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इसने टोक्यो, जापान को हब बनाकर (शुरू हानेडा हवाई अड्डे, बाद में नारिता अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे) प्रशांत महासागर के पार के बाजारों में प्रभुत्व बना लिया। 1986 में रिपब्लिक एयरलाइंस के अधिग्रहण के बाद, नॉर्थवेस्ट ने डेट्रायट मेट्रोपोलिटन वेन काउंटी हवाई अड्डा और मेम्फिस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रमुख केन्द्रों की स्थापना की। 1993 में इसने केएलएम के साथ एक रणनीतिक गठबंधन शुरू किया। इसके क्षेत्रीय उड़ानो को नॉर्थवेस्ट एयर लिंक के नाम से मेसाबा एयरलाइंस, पिनाकलएयरलाइंस, और कम्पास एयरलाइंस के द्वारा संचालित किया जाता था। मिडवेस्ट एयरलाइंस मे नॉर्थवेस्ट एयरलाइंस एक गौण हिस्सेदार था एवं इसकी 40% हिस्सेदारी थी। .

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नोशक पर्वत

नोशक पर्वत नोशक या नौशक (Noshaq) अफ़्ग़ानिस्तान का सबसे ऊँचा और, तिरिच मीर पर्वत के बाद, हिन्दु कुश पर्वत शृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पहाड़ है। ७,४९२ मीटर (२४,५८० फ़ुट) ऊँचा यह पर्वत अफ़्ग़ानिस्तान की पाकिस्तान के साथ सरहद के पास स्थित है। पूरी दुनिया का यह ५२वाँ सबसे ऊँचा पहाड़ है और ७,००० मीटर से ज़्यादा ऊँचे पहाड़ों में यह सबसे पश्चिमी स्थान पर है। नोशक पर्वत की उत्तरी और पश्चिमी ढलाने अफ़्ग़ानिस्तान में आती हैं जबकि इसकी दक्षिणी और पूर्वी ढलाने पाकिस्तान में हैं। इसे सबसे पहला सन् १९६० में जापान के तोशीयाकी साकाई और गोरो इवात्सुबो ने चढ़ा था।, Richard Spilsbury, The Rosen Publishing Group, 2012, ISBN 978-1-4488-6619-9,...

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पतंग

योकाइची विशाल पतंग महोत्सव्स, जो हर वर्ष मई के चौथे रविवार को जापान के हिगाशियोमी में मनाया जाता है। पतंग एक धागे के सहारे उड़ने वाली वस्तु है जो धागे पर पडने वाले तनाव पर निर्भर करती है। पतंग तब हवा में उठती है जब हवा (या कुछ मामलों में पानी) का प्रवाह पतंग के ऊपर और नीचे से होता है, जिससे पतंग के ऊपर कम दबाव और पतंग के नीचे अधिक दबाव बनता है। यह विक्षेपन हवा की दिशा के साथ क्षैतिज खींच भी उत्पन्न करता है। पतंग का लंगर बिंदु स्थिर या चलित हो सकता है। पतंग आमतौर पर हवा से भारी होती है, लेकिन हवा से हल्की पतंग भी होती है जिसे हैलिकाइट कहते है। ये पतंगें हवा में या हवा के बिना भी उड़ सकती हैं। हैलिकाइट पतंगे अन्य पतंगों की तुलना में एक अन्य स्थिरता सिद्धांत पर काम करती हैं क्योंकि हैलिकाइट हीलियम-स्थिर और हवा-स्थिर होती हैं। .

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पद्म श्री पुरस्कार (२०००–२००९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। सन् २००० से २००९ तक विजेताओं की सूची निम्न है: .

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पद्म विभूषण धारकों की सूची

यह भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से अलंकृत किए गए लोगों की सूची है: .

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परमिंदर सोढी

परमिंदर सोढी (जन्म: 27 सितम्बर 1960) पंजाबी लेखक, कवि और साहित्यिक एवं दार्शनिक पुस्तकों के अनुवादक हैं। वर्तमान में वे जापान के शहर ओकासा में रहते हैं। सोढी को पंजाब की साहित्यिक दुनिया में जापानी काव्य शैली, हाइकू का परिचय कराने का श्रेय जाता है। .

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पर्यटन

Cairo), मिस्र. Granada) (स्पेन) में है, यूरोप के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। Parthenon) जो एथेंस, में है ग्रीस यूरोप में एक ऐसा प्राचीन स्मारक है जिसे लोग सबसे ज्यादा देखने आते हैं। America) में दूसरा सबसे बड़ा देश है जहाँ लोग सबसे अधिक घूमने आते हैं, दुनिया में इसका १० वां स्थान है। क्रमशः ऐसे स्थान रहें है जहाँ लोग सबसे ज्यादा घूमने जाते हैं। वेटिकन सिटी, दुनिया के ऐसे स्थानों में से एक है जहाँ लोग सबसे ज्यादा घूमने जाते हैं। Niagara Falls), संयुक्त राज्य अमेरिका-कनाडा सीमा, दुनिया के ऐसे स्थानों में से एक है जहाँ लोग सबसे ज्यादा घूमने जाते हैं। Disneyland), टोक्यो, जापान, घूमने के लिए दुनिया के सबसे आकर्षक स्थानों में से एक है। Statue of Liberty), घूमने के लिए दुनिया के सबसे आकर्षक स्थानों में से एक है। लंदन, युरोमोनिटर के अनुसार २००६ में एक ऐसा शहर था जहाँ लोग सबसे ज्यादा घूमने जाते थे। पर्यटन एक ऐसी यात्रा (travel) है जो मनोरंजन (recreational) या फुरसत के क्षणों का आनंद (leisure) उठाने के उद्देश्यों से की जाती है। विश्व पर्यटन संगठन (World Tourism Organization) के अनुसार पर्यटक वे लोग हैं जो "यात्रा करके अपने सामान्य वातावरण से बाहर के स्थानों में रहने जाते हैं, यह दौरा ज्यादा से ज्यादा एक साल के लिए मनोरंजन, व्यापार, अन्य उद्देश्यों से किया जाता है, यह उस स्थान पर किसी ख़ास क्रिया से सम्बंधित नहीं होता है। पर्यटन दुनिया भर में एक आरामपूर्ण गतिविधि के रूप में लोकप्रिय हो गया है। २००७ में, ९०३ मिलियन से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन के साथ, २००६ की तुलना में ६.६ % की वृद्धि दर्ज की गई। २००७ में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक प्राप्तियां USD ८५६ अरब थी।खंड ६ नं २ विश्व अर्थव्यवस्था में अनिश्चितताओं के बावजूद, २००८ के पहले चार महीनों में आगमन में ५ % की वृद्धि हुई, यह २००७ में समान अवधि में हुई वृद्धि के लगभग समान थी। कई देशों जैसे इजिप्ट, थाईलैंड और कई द्वीप राष्ट्रों जैसे फिजी के लिए पर्यटन बहुत महत्वपूर्ण है, क्यों कि अपने माल और सेवाओं के व्यापार से ये देश बहुत अधिक मात्रा में धन प्राप्त करते हैं और सेवा उद्योग (service industries) में रोजगार के अवसर पर्यटन से जुड़े हैं। इन सेवा उद्योगों में परिवहन (transport) सेवाएँ जैसे क्रूज पोत और टैक्सियाँ, निवास स्थान जैसे होटल और मनोरंजन स्थल और अन्य आतिथ्य उद्योग (hospitality industry) सेवाएँ जैसे रिज़ोर्ट शामिल हैं। .

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पर्यटन भूगोल

वास्को डि गामा कालीकट, भारत के तट पर 20 मई 1498। पर्यटन भूगोल या भू-पर्यटन, मानव भूगोल की एक प्रमुख शाखा हैं। इस शाखा में पर्यटन एवं यात्राओं से सम्बन्धित तत्वों का अध्ययन, भौगोलिक पहलुओं को ध्यान में रखकर किया जाता है। नेशनल जियोग्रेफ़िक की एक परिभाषा के अनुसार किसी स्थान और उसके निवासियों की संस्कृति, सुरुचि, परंपरा, जलवायु, पर्यावरण और विकास के स्वरूप का विस्तृत ज्ञान प्राप्त करने और उसके विकास में सहयोग करने वाले पर्यटन को "पर्यटन भूगोल" कहा जाता है। भू पर्यटन के अनेक लाभ हैं। किसी स्थल का साक्षात्कार होने के कारण तथा उससे संबंधित जानकारी अनुभव द्वारा प्राप्त होने के कारण पर्यटक और निवासी दोनों का अनेक प्रकार से विकास होता हैं। पर्यटन स्थल पर अनेक प्रकार के सामाजिक तथा व्यापारिक समूह मिलकर काम करते हैं जिससे पर्यटक और निवासी दोनों के अनुभव अधिक प्रामाणिक और महत्त्वपूर्ण बन जाते है। भू पर्यटन परस्पर एक दूसरे को सूचना, ज्ञान, संस्कार और परंपराओं के आदान-प्रदान में सहायक होता है, इससे दोनों को ही व्यापार और आर्थिक विकास के अवसर मिलते हैं, स्थानीय वस्तुओं कलाओं और उत्पाद को नए बाज़ार मिलते हैं और मानवता के विकास की दिशाएँ खुलती हैं साथ ही बच्चों और परिजनों के लिए सच्ची कहानियाँ, चित्र और फिल्में भी मिलती हैं जो पर्यटक अपनी यात्रा के दौरान बनाते हैं। पर्यटन भूगोल के विकास या क्षय में पर्यटन स्थल के राजनैतिक, सामाजिक और प्राकृतिक कारणों का बहुत महत्त्व होता है और इसके विषय में जानकारी के मानचित्र आदि कुछ उपकरणों की आवश्यकता होती है। .

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पहला विश्व युद्ध

पहला विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक मुख्य तौर पर यूरोप में व्याप्त महायुद्ध को कहते हैं। यह महायुद्ध यूरोप, एशिया व अफ़्रीका तीन महाद्वीपों और समुंदर, धरती और आकाश में लड़ा गया। इसमें भाग लेने वाले देशों की संख्या, इसका क्षेत्र (जिसमें यह लड़ा गया) तथा इससे हुई क्षति के अभूतपूर्व आंकड़ों के कारण ही इसे विश्व युद्ध कहते हैं। पहला विश्व युद्ध लगभग 52 माह तक चला और उस समय की पीढ़ी के लिए यह जीवन की दृष्टि बदल देने वाला अनुभव था। क़रीब आधी दुनिया हिंसा की चपेट में चली गई और इस दौरान अंदाज़न एक करोड़ लोगों की जान गई और इससे दोगुने घायल हो गए। इसके अलावा बीमारियों और कुपोषण जैसी घटनाओं से भी लाखों लोग मरे। विश्व युद्ध ख़त्म होते-होते चार बड़े साम्राज्य रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी (हैप्सबर्ग) और उस्मानिया ढह गए। यूरोप की सीमाएँ फिर से निर्धारित हुई और अमेरिका निश्चित तौर पर एक 'महाशक्ति ' बन कर उभरा। .

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पायथागॉरियन प्रमेय

पायथागॉरियन प्रमेय: दो वर्गों के क्षेत्रों का जोड़ (a और b) पैरों पर कर्ण पर वर्ग के क्षेत्र (c) बराबर होता है। गणित में, पायथागॉरियन प्रमेय (अमेरिकी अंग्रेजी) या पायथागॉरस' प्रमेय (ब्रिटिश अंग्रेजी) युक्लीडीयन ज्यामिति में एक समकोण त्रिकोण(समकोण त्रिकोण - ब्रिटिश अंग्रेजी) के तीन पार्श्वों के बीच एक रिश्ता है। इस प्रमेय को आमतौर पर एक समीकरण के रूप में लिखा जाता है: जहाँ c कर्ण की लंबाई को प्रतिनिधित्व करता है और a और b अन्य दो पार्श्वों की लंबाई को प्रतिनिधित्व करते हैं। शब्दों में:समकोण त्रिकोण के कर्ण का वर्ग अन्य दो पार्श्वों के वर्गों की राशि के बराबर है।पायथागॉरियन प्रमेय यूनानी गणितज्ञ पायथागॉरस के नाम पर रखा गया है, जिन्हें रिवाज से अपनी अपनी खोज और प्रमाण का श्रेय दिया जाता है,हेथ, ग्रंथ I,p.

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पार्क ग्यून - हाय

पार्क ग्यून - हाय (English:Park Geun-hye) दक्षिण कोरिया के इतिहास में देश की 11 वीं राष्ट्रपति बनी। पार्क दक्षिण कोरिया की ऐसी पहली लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई राष्ट्रपति थी जिन्हें १० मार्च २०१७ को संसदीय कोर्ट ने पद से हटा दिया। .

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पाइथागोरस प्रमेय

'''बौधायन का प्रमेय''': समकोण त्रिभुज की दो भुजाओं की लम्बाइयों के वर्गों का योग कर्ण की लम्बाई के वर्ग के बराबर होता है। पाइथागोरस प्रमेय (या, बौधायन प्रमेय) यूक्लिडीय ज्यामिति में किसी समकोण त्रिभुज के तीनों भुजाओं के बीच एक सम्बन्ध बताने वाला प्रमेय है। इस प्रमेय को आमतौर पर एक समीकरण के रूप में निम्नलिखित तरीके से अभिव्यक्त किया जाता है- जहाँ c समकोण त्रिभुज के कर्ण की लंबाई है तथा a और b अन्य दो भुजाओं की लम्बाई है। पाइथागोरस यूनान के गणितज्ञ थे। परम्परानुसार उन्हें ही इस प्रमेय की खोज का श्रेय दिया जाता है,हेथ, ग्रंथ I,p.

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पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन

अयूब ख़ान पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन या पी॰टी॰वी॰ पाकिस्तान का सरकारी टेलिविज़न प्रसारक है। इसका सर्वप्रथम प्रसारण २६ नवम्बर १९६४ को लाहौर से किया गया था। सन् २००७ तक इसने छह चैनलों पर प्रसारण करना चालू कर दिया था। .

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पितृ दिवस

फादर्स डे पिताओं के सम्मान में एक व्यापक रूप से मनाया जाने वाला पर्व हैं जिसमे पितृत्व (फादरहुड), पितृत्व-बंधन तथा समाज में पिताओं के प्रभाव को समारोह पूर्वक मनाया जाता है। अनेक देशों में इसे जून के तीसरे रविवार, तथा बाकी देशों में अन्य दिन मनाया जाता है। यह माता के सम्मान हेतु मनाये जाने वाले मदर्स डे(मातृ-दिवस) का पूरक है। .

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पितृवंश समूह डी

बहुत से भारतीय अंडमानी आदिवासी पुरुष पितृवंश समूह डी के वंशज हैं, जो जापानी और तिब्बती पुरुषों में भी आम है मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में पितृवंश समूह डी या वाए-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप D पितृवंश समूह है। इस पितृवंश समूह के सदस्य पुरुष ज़्यादातर तिब्बत, जापान और अंडमान द्वीपों में पाए जाते हैं। अनुमान है के जिस पुरुष से यह पितृवंश शुरू हुआ वह आज से ५०,००० या ६०,००० वर्ष पहले एशिया के महाद्वीप में कहीं रहता था, लेकिन इस से आगे उसके निवास स्थान का ठीक से अनुमान नहीं लग पाया है। यह पितृवंश समूह बहुत प्राचीन माना जाता है और अंदाज़ा है इसकी उत्पत्ति मनुष्यों के अफ़्रीका छोड़ने के जल्द बाद ही हो गयी थी। एशिया के बाहर यह पितृवंश समूह किसी पुरुष में कहीं नहीं पाया गया है। यह पुरुष स्वयं पितृवंश समूह डीई (DE) का वंशज था और पितृवंश समूह डी को पितृवंश समूह डीई की एक शाखा माना जाता है। .

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पिनांग

पिनांग मलेशिया का एक राज्य है जो मलक्का के जलडमरुमध्य के साथ प्रायद्वीपीय मलेशिया के पश्चिमोत्तर तट पर स्थित है। क्षेत्र के हिसाब से पिनांग पेर्लिस के बाद मलेशिया का दूसरा सबसे छोटा और आठवां सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। पिनांग के निवासी को बोलचाल की भाषा में पेननगाइट के रूप में जाना जाता है। .

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पिशाच

फिलिप बर्न-जोन्स द्वारा पिशाच, 1897 पिशाच कल्पित प्राणी है जो जीवित प्राणियों के जीवन-सार खाकर जीवित रहते हैं आमतौर पर उनका खून पीकर.

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पवन ऊर्जा

बहती वायु से उत्पन्न की गई उर्जा को पवन ऊर्जा कहते हैं। वायु एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है। पवन ऊर्जा बनाने के लिये हवादार जगहों पर पवन चक्कियों को लगाया जाता है, जिनके द्वारा वायु की गतिज उर्जा, यान्त्रिक उर्जा में परिवर्तित हो जाती है। इस यन्त्रिक ऊर्जा को जनित्र की मदद से विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है। पवन ऊर्जा (wind energy) का आशय वायु से गतिज ऊर्जा को लेकर उसे उपयोगी यांत्रिकी अथवा विद्युत ऊर्जा के रूप में परिवर्तित करना है। .

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पगोडा

सातवीं शती में बना जापान का पांचमंजिला पगोडा पगोडा शब्द का प्रयोग नेपाल, भारत, वर्मा, इंडोनेशिया, थाइलैंड, चीन, जापान एवं अन्य पूर्वीय देशों में भगवान् बुद्ध अथवा किसी संत के अवशेषों पर निर्मित स्तंभाकृति मंदिरों के लिये किया जाता है। इन्हें स्तूप भी कहते हैं। एक अनुमान यह है कि पगोडा शब्द संस्कृत के "दगोबा" के अपभ्रंश रूप में प्रयुक्त हुआ होगा। बर्मी ग्रंथों में पगोडा लंका की भाषा सिंहली के शब्द "डगोबा" का विगड़ा रूप बताया गया है और डगोबा को संस्कृत के शब्द धातुगर्भा से संबंधित कहा गया है, जिसका अर्थ है "पुनीत अवशेषों की स्थापना का स्थल"। .

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पक्षी प्रव्रजन

पक्षियों का प्रव्रजन या पक्षियों का प्रवास (Migration) पक्षीविज्ञान का बहुत महत्वपूर्ण अंग है। उनका यह प्रव्रजन, ऋतुपरिवर्तन के समान नियमित और क्रमिक होता है और युग-युग से यह मनुष्यों में उत्सुकता और जिज्ञासा उत्पन्न करता रहा है, यहाँ तक कि रेड इंडियनों ने अपने कलेंडर के महीनों के नाम प्रव्रजन करनेवाली चिड़ियों के आगमन पर ही रखा है। चिड़ियों के प्रव्रजन के विषय के मान्य पंडित लैंड्सबरो टॉमसन (Landsborough Tomson) ने प्रव्रजन की व्याख्या इस प्रकार की है: बहुत पूर्व ऐसा विश्वास किया जाता था कि जिस प्रकार कुछ स्तनपायी और उरग शरद ऋतु में ठंढ से बचने के लिए शीतनिष्क्रियता (hibernation) में चले जाते हैं, उसी भाँति अबाबील, कलविंकक (nightingale) और कोयल भी शीतशयन करती हैं। ऐसी धारणा अरस्तू के समय से ही चली आ रही थी। .

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पुत्रजीव

पुत्रजीव के पत्ते और फल पुत्रजीव (वानस्पतिक नाम: Putranjiva Roxburghii) एक औषधीय पादप है। संस्कृत में इसे पुत्रंजीव, गर्भकर, कुमारजीव आदि नामों से जाना जाता है। यह भारतीय उपमहाद्वीप, जापान, दक्षिणी चीन, न्यू गिनिया आदि का देशज है। .

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पुष्प

flower bouquet) पर चित्रकारी रेशम पर स्याही और रंग, १२ वीं शताब्दी की अंत-अंत में और १३ वीं शताब्दी के प्रारम्भ में. पुष्प, अथवा फूल, जनन संरचना है जो पौधों में पाए जाते हैं। ये (मेग्नोलियोफाईटा प्रकार के पौधों में पाए जाते हैं, जिसे एग्नियो शुक्राणु भी कहा जाता है। एक फूल की जैविक क्रिया यह है कि वह पुरूष शुक्राणु और मादा बीजाणु के संघ के लिए मध्यस्तता करे। प्रक्रिया परागन से शुरू होती है, जिसका अनुसरण गर्भधारण से होता है, जो की बीज के निर्माण और विखराव/ विसर्जन में ख़त्म होता है। बड़े पौधों के लिए, बीज अगली पुश्त के मूल रूप में सेवा करते हैं, जिनसे एक प्रकार की विशेष प्रजाति दुसरे भूभागों में विसर्जित होती हैं। एक पौधे पर फूलों के जमाव को पुष्पण (inflorescence) कहा जाता है। फूल-पौधों के प्रजनन अवयव के साथ-साथ, फूलों को इंसानों/मनुष्यों ने सराहा है और इस्तेमाल भी किया है, खासकर अपने माहोल को सजाने के लिए और खाद्य के स्रोत के रूप में भी। .

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पुस्तकालय का इतिहास

आधुनिक भारत में पुस्तकालयों का विकास बड़ी धीमी गति से हुआ है। हमारा देश परतंत्र था और विदेशी शासन के कारण शिक्षा एवं पुस्तकालयों की ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया गया। इसी से पुस्तकालय आंदोलन का स्वरूप राष्ट्रीय नहीं था और न इस आंदोलन को कोई कानूनी सहायता ही प्राप्त थीं। बड़ौदा राज्य का योगदान इस दिशा में प्रशंसनीय रहा है। यहाँ पर 1910 ई. में पुस्तकालय आंदोलन प्रारंभ किया गया। राज्य में एक पुस्तकालय विभाग खोला गया और पुस्तकालयों चार श्रेणियों में विभक्त किया गया- जिला पुस्तकालय, तहसील पुस्तकालय, नगर पुस्तकालय, एवं ग्राम पुस्तकालय आदि। पूरे राज्य में इनका जाल बिछा दिया गया था। भारत में सर्वप्रथम चल पुस्तकालय की स्थापना भी बड़ौदा राज्य में ही हुई। श्री डब्ल्यू.

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प्रतिस्पर्धात्मक समझ

प्रतिस्पर्धात्मक समझ (जानकारी), व्यापक तौर पर किसी संगठन के अधिकारियों और प्रबंधकों द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सहायता करने के लिए आवश्यक परिवेश के किसी भी पहलू, उत्पादों, ग्राहकों और प्रतिस्पर्धियों के बारे में समझ (जानकारी) को परिभाषित, एकत्रित, विश्लेषित और वितरित करने की क्रिया है। इस परिभाषा के मुख्य बिंदु.

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प्रथम चीन-जापान युद्ध

चीन-जापान युद्ध 1894-95 के दौरान चीन और जापान के मध्य कोरिया पर प्रशासनिक तथा सैन्य नियंत्रण को लेकर लड़ा गया था। जापान की मेइजी सेना इसमें विजयी हुई थी और युद्ध के परिणाम स्वरूप कोरिया, मंचूरिया तथा ताईवान का नियंत्रण जापान के हाथ में चला गया। इस युद्ध में हारने के कारण चीन को जापान के आधुनिकीकरण का लाभ समझ में आया और बाद में चिंग राजवंश के खिलाफ़ 1911 मे क्रांति हुई। इसे प्रथम चीन-जापान युद्ध का नाम भी दिया जाता है। 1937-45 के मध्य लड़े गए युद्ध को द्वितीय चीन-जापान युद्ध कहा जाता है। .

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प्रथम हिन्दचीन युद्ध

प्रथम हिन्दचीन युद्ध, फ्रांस और वियत मिन्ह के बीच १९४० से १९५४ तक चला। वियतनामी लोग हिन्दचीन पर फ्रांस के पुनः कब्जे से स्वतंत्रता चाहते थे। इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका भी फ्रांस की सहायता कर रहा था। अन्ततः १९५४ में फ्रांस की पराजय हुई, चार देश स्वतंत्र हुए- उत्तरी वियतनाम, दक्षिणी वियतनाम, कम्बोडिया तथा लाओस। (इंडो-चाइना) द्वीप 1850 के दशक से फ्रांस का उपनिवेश था। उस समय हिन्दचीन के अन्तर्गत आज के वियतनाम (उत्तरी एवं दक्षिणी), कम्बोडिया, लाओस आते थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इस पर जापान ने कब्जा कर लिया था। युद्ध के बाद फ्रांसीसी दक्षिणपूर्वी एशिया पर अपना साम्राज्य फिर से स्थापित करना चाहते थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद वियतनामी जनता अपनी स्वाधीनता चाहती थी। फ्रांसीसियों ने उनकी स्वाधीनता की मांग को अस्वीकार करके उस पर कब्जा कर लिया। वियतनामी जनता ने 1940 से लेकर 1954 तक फ्रांसीसियों के विरुद्ध राष्ट्रीय मुक्ति युद्ध चलाया और 1954 में फ्रांसीसियों को पराजित करके उन्हें वहां से भगा दिया। .

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प्रथम आजाद हिन्द फौज

फरवरी १९४२ से दिसम्बर १९४२ तक की आजाद हिन्द फौज को प्रथम आजाद हिन्द फौज (First Indian National Army (या the First INA)) कहते हैं। इसका संगठन सिंगापुर को जीतने के बाद जापान के समर्थन एवं आर्थिक सहयोग से किया गया था। ४० हजार भारतीय युद्धबन्दियों में से इसमें १२ हजार युद्धबन्दी शामिल थे जो मलाया अभियान में पकड़े गये थे या जिन्होने सिंगापुर में आत्मसमर्पण किया थी। इस सेना का नेतृत्व मोहन सिंह के हाथ में था। श्रेणी:आज़ाद हिन्द फ़ौज.

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प्रमुख धार्मिक समूह

दुनिया के प्रमुख धर्म और आध्यात्मिक परम्पराओं को कुछ छोटे प्रमुख समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है, हालांकि यह किसी भी प्रकार से एकरूप परिपाटी नहीं है। 18 वीं सदी में यह सिद्धांत इस लक्ष्य के साथ शुरू किया गया कि समाज में गैर यूरोपीय सभ्यता के स्तर की पहचान हो। धर्मों की और अधिक व्यापक सूची और उनके मूल रिश्तों की रूपरेखा के लिए, कृपया धर्मों की सूची लेख देखें.

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प्राचीन भारत

मानव के उदय से लेकर दसवीं सदी तक के भारत का इतिहास प्राचीन भारत का इतिहास कहलाता है। .

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प्राथमिकी

धारावाहिक के लिए देखें- एफ आई आर (धारावाहिक) ---- किसी (आपराधिक) घटना के संबंध में पुलिस के पास कार्यवाई के लिए दर्ज की गई सूचना को प्राथमिकी या प्रथम सूचना रपट (F I R) कहा जाता है। प्रथम सूचना रिपोर्ट या एफआईआर (First Information Report या FIR) एक लिखित प्रपत्र (डॉक्युमेन्ट) है जो भारत, पाकिस्तान, एवं जापान आदि की पुलिस द्वारा किसी संज्ञेय अपराध (cognizable offence) की सूचना प्राप्त होने पर तैयार किया जाता है। यह सूचना प्रायः अपराध के शिकार व्यक्ति द्वारा पुलिस के पास एक शिकायत के रूप में दर्ज की जाती है। किसी अपराध के बारे में पुलिस को कोई भी व्यक्ति मौखिक या लिखित रूप में सूचित कर सकता है। FIR पुलिस द्वारा तेयार किया हुआ एक दस्तावेज है जिसमे अपराध की सुचना वर्णित होती है I सामान्यत: पुलिस द्वारा अपराध संबंधी अनुसंधान प्रारंभ करने से पूर्व यह पहला कदम अनिवार्य है I भारत में किसी भी व्यक्ति द्वारा शिकायत के रूप में प्राथमिकी दर्ज कराने का अधिकार है। किंतु कई बार सामान्य लोगों द्वारा दी गई सूचना को पुलिस प्राथमिकी के रूप में दर्ज नहीं करती है। ऐसे में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कई व्यक्तियों को न्यायालय का भी सहारा लेना पड़ा है। .

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प्रादा

प्रादा एस.पि एक इतालियन फेशन लेबल पुरुषों और महिलाओं के विलास के सामान में विशेषज्ञ (पहनने के तैयार कपडे, चमड़ी के उपसाधने, जूतें और सामन और टोपियाँ)मारिओ प्रादा द्वारा स्थापित किया गया है। यह लेबल का एक प्रतिष्ठा प्रतीक है। .

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प्राकृतिक खेती

प्राकृतिक खेती के प्रवर्तक '''मसानोबू फुकुओका''' प्राकृतिक खेती जापान के किसान एवं दार्शनिक फुकुओका (1913–2008) द्वारा स्थापित कृषि की पर्यावरणरक्षी पद्धति है। फुकुओका ने इस पद्धति का विवरण जापानी भाषा में लिखी अपनी पुस्तक 'सिजेन नोहो' (自然農法 / shizen nōhō) में किया है। इसलिए कृषि की इस पद्धति को 'फुकुओका विधि' भी कहते हैं। इस पद्धति में 'कुछ भी न करने' की सलाह दी जाती है जैसे जुताई न करना, गुड़ाई न करना, उर्वरक न डालना, कीटनाशक न डालना, निराई न करना आदि। भारत में खेती की इस पद्धति को 'ऋषि खेती' कहते हैं। .

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प्रकाश प्रदूषण

न्यूयॉर्क शहर का इस समय का दृश्य आकाश-प्रदीप्ति को दिखा रहा है जो प्रकाश प्रदूषण का एक रूप है। एक छोटे से ग्रामीण कस्बे (ऊपर) और एक महानगरीय क्षेत्र (नीचे) से रात्रिकालीन आसमान के दृश्य की तुलना. प्रकाश प्रदूषण सितारों की दृश्यता को बहुत कम कर देता है। प्रकाश प्रदूषण, जिसे अंग्रेज़ी में फोटो पौल्यूशन या लुमिनस पौल्यूशन के रूप में जाना जाता है, अत्यधिक या बाधक कृत्रिम प्रकाश होता है। अंतर्राष्ट्रीय डार्क-स्काई एसोसिएशन (आईडीए (IDA)) प्रकाश प्रदूषण को कुछ इस प्रकार परिभाषित करता है: यह दृष्टिकोण कारण और उसके परिणाम में तथापि भ्रम पैदा कर देता है। प्रदूषण, प्रकाश को खुद शामिल करना होता है, जो शामिल ध्वनी, कार्बन डाइऑक्साइड आदि के सादृश्य है। प्रतिकूल परिणाम कई हैं; उनमें से कुछ के बारे में हो सकता है अभी तक जानकारी नहीं हैं। वैज्ञानिक परिभाषा में इस प्रकार निम्नलिखित शामिल है: ऊपर की तीन वैज्ञानिक परिभाषाओं में पहले दो, पर्यावरण की स्थिति का वर्णन करते हैं। तीसरा (और नवीनतम) प्रकाश द्वारा प्रदूषण फैलाने की प्रक्रिया का वर्णन करता है। प्रकाश प्रदूषण शहर में रहने वाले लोगों के लिए रात्रिकालीन आकाश में सितारों को धुंधला कर देता है, खगोलीय वेधशालाओं के साथ हस्तक्षेप करता है और प्रदूषण के किसी भी अन्य रूप की तरह पारिस्थितिकी तंत्र को बाधित करता है और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालता है। प्रकाश प्रदूषण को दो मुख्य प्रकार में विभाजित किया जा सकता है: (1) कष्टप्रद प्रकाश जो अन्यथा प्राकृतिक या हल्की प्रकाश व्यवस्था में दखलंदाजी करता है और (2) अत्यधिक प्रकाश (आमतौर पर घर के भीतर) जो बेचैन करता है और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। 1980 के दशक की शुरुआत से, एक वैश्विक डार्क स्काई मूवमेंट (काला आसमान आंदोलन) उभरा है जिसके तहत चिंतित लोग प्रकाश प्रदूषण की मात्रा को कम करने के लिए प्रचार कर रहे हैं। प्रकाश प्रदूषण, औद्योगिक सभ्यता का एक पक्ष प्रभाव है। इसके स्रोतों में शामिल हैं बाहरी निर्माण और आंतरिक प्रकाश, विज्ञापन, वाणिज्यिक संपत्तियां, कार्यालय, कारखाने, पथ-प्रकाश और देदीप्यमान क्रीडा स्थल.

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प्रेम-प्रतिमा

प्रेम-प्रतिमा एक प्रकार का मानव-आकार कामोत्तेजक उपकरण होता है। लिंग, योनि एवं/अथवा गुदा युक्त इस साधन का प्रयोग स्वतःमैथुन के लिए किया जाता है। सामान्यतः प्रेम-प्रतिमा एक संपूर्ण देह-रुपी पुतली होती है, परन्तु कुछ पुतलियों में केवल धड़, शीर्ष या अन्य आंशिक अंग ही होते हैं। कुछ पुतलियों में विभिन्न भागों को निकाला या लगाया जा सकता हैं। .

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प्लास्टिक पुनर्चक्रण

प्लास्टिक रीसाइक्लिंग रद्दी या बेकार प्लास्टिक उत्पादों को पुनः प्राप्त करने तथा इस सामग्री को फिर से ऐसे उपयोगी उत्पादों में बदलने की प्रक्रिया है, जो कई बार अपनी मूल अवस्था से बिलकुल अलग होते हैं। उदाहरण के लिए, शीतल पेय पदार्थ की प्लास्टिक की बोतलों को पिघला कर उन्हें प्लास्टिक की कुर्सियों या मेजों के रूप में ढाला जा सकता है। आमतौर पर एक प्लास्टिक का पुनर्नवीनीकरण (रीसाइक्लिंग) समान प्रकार के प्लास्टिक में नहीं किया जाता और पुनर्नवीनीकरण (रीसाइक्लिंग) प्रक्रिया से प्राप्त प्लास्टिक से बने उत्पाद फिर से रीसाइक्लिंग के योग्य नहीं होते.

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प्लेस्टेशन

प्लेस्टेशन जिसे आधिकारिक रूप से पीएस नाम से भी जाना जाता है, एक वीडियो गेम कंसोल है। इसका निर्माण और विकास सोनी ने किया है। इसके बारे में पहली बार 3 दिसम्बर 1994 को जापान में बताया गया था। उसी दौरान प्लेस्टेशन कंसोल का भी उदघाटन किया गया था। इसमें चार कंसोल के साथ साथ एक गाने बजाने वाला और ऑनलाइन सेवा के साथ बहुत सारे इससे जुड़े पुस्तक भी थे। .

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पौष्टिक-औषध (न्यूट्रास्युटिकल)

पौष्टिक-औषध (न्यूट्रास्युटिकल), जो "न्यूट्रिशन" (पोषण) और "फार्मास्युटिकल" (दवा/औषध) शब्दों से मिलकर बना है, एक खाद्य या खाद्य उत्पाद है जो बीमारी की रोकथाम एवं उपचार सहित स्वास्थ्य एवं चिकित्सीय लाभ प्रदान करता है। ऐसे उत्पाद पृथक्कृत पोषक तत्वों, आहार पूरकों और विशेष आहारों से लेकर आनुवंशिक रूप से तैयार किये गए खाद्य पदार्थ, जड़ी-बूटी संबंधी उत्पाद और अनाज, सूप, एवं पेय पदार्थ जैसे प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों हो सकते हैं। हाल ही में कोशिकीय-स्तरीय पौष्टिक-औषधीय पदार्थों के महत्वपूर्ण खोजों के माध्यम से शोधकर्ता, एवं चिकित्सक प्रशंसात्मक एवं वैकल्पिक चिकित्साओं के संबंध में नैदानिक अध्ययनों से प्राप्त जानकारी को उत्तरदायी चिकित्सा कार्यप्रणाली के रूप में संघटित करने और उसका मूल्यांकन करने के लिए नमूने विकसित कर रहे हैं। पौष्टिक-औषध (न्यूट्रास्युटिकल) शब्द को वास्तव में न्यू जर्सी के क्रॉफोर्ड स्थित फाउंडेशन ऑफ इन्नोवेशन मेडिसिन (एफआईएम (FIM)) के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ॰ स्टीफन एल.

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पूर्णसिंह

सरदार पूर्ण सिंह पूर्णसिंह (पंजाबी: Punjabi: ਪ੍ਰੋ. ਪੂਰਨ ਸਿੰਘ; १८८१ - १८३१ ई.) भारत के देशभक्त, शिक्षाविद, अध्यापक, वैज्ञानिक एवं लेखक थे। वे पंजाबी कवि थे और आधुनिक पंजाबी काव्य के संस्थापकों में उनकी गणना होती है। .

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पूर्वकाल में विश्व के विभिन्न क्षेत्रों के सकल घरेलू उत्पाद

१००० ई से आजतक विश्व के विभिन्न भागों के सकल घरेलू आय का परिवर्तन .

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पूर्वी चीन सागर

पूर्वी चीन सागर का नक़्शा जापान के क्यूशू द्वीप के नागासाकी प्रान्त में स्थित सासेबो शहर से पूर्वी चीन सागर में डूबता सूरज पूर्वी चीन सागर पूर्वी एशिया के पूर्व में स्थित एक समुद्र है। यह प्रशांत महासागर का हिस्सा है और इसका क्षेत्रफल क़रीब १२,४९,००० वर्ग किमी (यानि ७,५०,००० वर्ग मील) है। इसके पश्चिम में चीन है, पूर्व में जापान के क्यूशू और नानसेई द्वीप हैं और दक्षिण में ताईवान है। पूर्वी चीन सागर की सबसे अधिक गहराई लगभग ३,००० मीटर है। चीन की सबसे लम्बी नदी यांगत्सी क्यांग बहकर इसी सागर में मिल जाती है।, Michael Pollard, Evans Brothers, 2003, ISBN 978-0-237-52638-2 .

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पूर्वी एशिया

श्रेणी:एशिया.

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पेठा (सब्जी)

पेठा या कुष्माण्ड (अंग्रेज़ी:winter melon; वानस्पतिक नाम: बेनिनकेसा हिस्पिडा (Benincasa hispida)), एक बेल पर लगने वाला फल है, जो सब्जी की तरह खाया जाता है। यह हल्के हरे वर्ण का होता है और बहुत बड़े आकार का हो सकता है। पूरा पकने पर यह सतही बालों को छोड़कर कुछ श्वेत धूल भरी सतह का हो जाता है। इसकी कुछ प्रजातियां १-२ मीटर तक के फल देती हैं। इसकी अधिकांश खेती भारत सहित दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी एशिया में होती है। इससे भारत में एक मिठाई भी बनती है, जिसे पेठा (मिठाई) ही कहते हैं। कुष्मांड या कूष्मांड का फल पेठा, भतुआ, कोंहड़ा आदि नामों से भी जाना जाता है। इसका लैटिन नाम 'बेनिनकेसा हिस्पिडा' (Benincasa hispida) है। यह लता वार्षिकी, कठिन श्वेत रोमों से आवृत 5-6 इंच व्यास के पत्तों वाली होती है। पुष्प के साथ अंडाकार फल लगते हैं। कच्चा फल हरा, पर पकने पर श्वेत, बृहदाकार होता है। यह वर्षा के प्रारंभ में बोया जाता है। शिशिर में फल पकता है। बीज चिपटे होते हैं। इसके एक भेद को क्षेत्रकुष्मांड, भतुआ या कोंहड़ा कहते हैं, जो कच्ची अवस्था में हरा, पर पकने पर पीला हो जाता है। कुष्मांड खेतों में बोया जाता अथवा छप्पर पर लता के रूप में चढ़ाया जाता है। कुष्मांड भारत में सर्वत्र उपजता है। .

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पॉल वुल्फोवित्ज़

पॉल वुल्फोवित्ज़ पॉल वुल्फोवित्ज़ ने अमरीका और दुनिया के सार्वजनिक जीवन मे तीस से भी ज्यादा साल एक अध्यापक और अन्य दूसरे रूपों में गुज़ारे हैं जिसमें छ: अमरीकी राष्ट्रपतियों के अधीन चौबीस साल की सरकारी सेवा भी शामिल है। मार्च 2001 में एक बार फिर अमरीका के अट्ठाइसवें रक्षा सचिव के रूप में उनकी वापसी हुई। पेंटागन के इस दूसरे सबसे महत्वपूर्ण पद के लिये वुल्फोवित्ज़ डोनाल्ड रम्सफील्ड के साथ वे अमरीकी सेना के लिये महत्वपूर्ण नीति निर्माण की प्रक्रिया को अंज़ाम देते हैं। ग्यारह सितंबर के हमलों के बाद पॉल वुल्फोवित्ज़ ने पूरे विश्व में आतंकवाद के खिलाफ़ अमरीकी रणनीति तैयार करने से लेकर ईराक़ और अफ़गानिस्तान के हमलों के लिये नीति तैयार करने में अति विशिष्ट भूमिका निभाई है। 1989 में राष्ट्रपति बुश ने उन्हें पेंटागन में वापिस बुलाया और उन्होंने तत्कालीन रक्षा सचिव डिक चेनी को खाड़ी युद्ध के संचालन एवं उसके लिये पैसे का जुगाड़ करने में काफी मदद की। राष्ट्रपति रीगन के शासनकाल में वुल्फोवित्ज़ ने तीन साल तक इंडोनेशिया में अमरीका के राजदूत की भूमिका भी अदा की। इस दौरना श्री वुल्फोवित्ज़ की छवि काफी अच्छी रही थी और इस्लामी दुनिया से सार्थक संवाद में उन्होंने काफी अच्छी भूमिका निभाई। इंडोनेशिया जाने से पहले वुल्फोवित्ज़ केन्द्रीय सरकार के नीति निर्धाण एवं योजना कार्यान्वयन विभाग के प्रमुख पद पर तीन साल तक और लगभग ढाई साल तक पूर्वी एशिया और प्रशांत महासगरीय देशों के मामले के समीति के सचिव पद पर कार्य कर चुके थे। चीन के साथ अमरीका के संबंध सुधारने मे वुल्फोवित्ज़ काफी आगे रहे थे और जापान तथा कोरिया के मामलों में भी अमरीकी सरकार उनपर काफी निर्भ रही थी। कोरिया और फिलिपींस में लोकतंत्र संबंधी आंदोलोनों में भी वे काफी प्रभावी साबित हुये। पॉल वुल्फोवित्ज़ के सराकारी दायरों से बाहर की भूमिका मुख्य रूप से एक प्राध्यापक के रूप में रही है। 1994 से 2001 के बीच वे जान हापकिन्स विश्वविद्यालय में डीन एवं प्रोफ़ेसर के रूप में उन्होंने काम किया। प्राध्यापक के रूप में उन्होंने अमरीका की रक्षा नीति से संबंधित बहसों में जमकर भाग लिया और कई बहसों के आयोजक बने। इससे पहले श्री पॉल वुल्फोवित्ज़ येल विश्वविद्यालय में 1970 से 1973 के बीच राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक भी रह चुके थे। श्री पॉल वुल्फोवित्ज़ ने सुरक्षा संबंधी मामलों पर काफी कुछ लिखा भी है। उन्होंने गणित में अपने स्नातक की उपाधि 1965 में कोर्नेल विश्वविद्यालय से प्राप्त की और 1972 में शिकागो विश्वविद्यालय से डाक्टरेट की उपाधि हासिल की। श्रेणी:अमेरीका के अर्थशास्त्री श्रेणी:आधार श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन.

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पॉकेमॉन

पॉकेमॉन का अधिकृत लोगो पॉकेमोन (Pokémon, ポケモン) जापानी वीडियो गेम कंपनी निनटेंडो द्वारा प्रकाशित व सातोशी ताजिरी द्वारा १९९६ में रचित मिडिया फ्रेंचाइज़ी है। शुरुआत में गेम बॉय के लिए गेम फ्रिक द्वारा बनाए गए खेल के रूप में रिलीज़ के बाद पॉकेमॉन विश्व में मारियो शृंखला के बाद की दूसरी सबसे बड़ी सफल वीडियो गेम पर आधारित मिडिया फ्रेंचाइज़ी है। पॉकेमॉन की वस्तुओं को एनिमे, माँगा, खेलने के पत्ते, खिलोने, उपन्यासों व अन्य मीडियाओं में परिवर्तित किया गया है। .

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पोर्टलैंड, ऑरेगॉन

पोर्टलैंड, पश्चिमोत्तर संयुक्त राज्य अमेरिका में ऑरेगॉन राज्य की विल्मेट और कोलंबिया नदियों के संगम के पास स्थित एक शहर है। जुलाई 2009 तक, इसकी अनुमानित आबादी 582,130 थी और यह संयुक्त राज्य अमेरिका का सबसे अधिक आबादी वाला 29वां राज्य है। इसे दुनिया में दूसरा और संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे अधिक पर्यावरण के अनुकूल या "ग्रीन" शहर माना गया है। पोर्टलैंड ऑरेगॉन का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है और सिएटल, वाशिंगटन और वैंकूवर, ब्रिटिश कोलंबिया के बाद पश्चिमोत्तर प्रशांत महासागर का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। जुलाई 2006 तक, संयुक्त राज्य अमेरिका के 23वें सबसे अधिक आबादी वाले पोर्टलैंड महानगरीय क्षेत्र (एमएसए) में लगभग 20 लाख लोग रहते थे। पोर्टलैंड को 1851 में शामिल किया गया और यह मल्टनोमाह काउंटी (मल्टनोमाह County) की काउंटी सीट है। शहर पश्चिम में थोड़ा वाशिंगटन काउंटी और दक्षिण में क्लैकामस काउंटी (क्लैकामस County) में फैला हुआ है। यह एक महापौर और अन्य चार आयुक्तों की अध्यक्षता वाली आयोग-आधारित सरकार द्वारा शासित है। यह शहर और क्षेत्र, सुदृढ़ भूमि-उपयोग योजना और मेट्रो द्वारा समर्थित, लाइट रेल में किए गए निवेश के लिए प्रसिद्ध एक विशिष्ट क्षेत्रीय सरकार है। पोर्टलैंड बड़ी संख्या में अपनी माइक्रो मद्यनिर्माणशाला और माइक्रो भट्टियों तथा कॉफ़ी के शौक के लिए जाना जाता है। यह ट्रेल ब्लेज़र्स एनबीए टीम का भी घर है। पोर्टलैंड पश्चिम समुद्री तटीय जलवायु क्षेत्र में पड़ता है जहां गर्म, शुष्क गर्मियां और बरसातें किन्तु समशीतोष्ण सर्दियां होती हैं। यह मौसम गुलाब की खेती के लिए आदर्श है और एक सदी से भी अधिक समय से पोर्टलैंड को "गुलाबों का शहर" के रूप में जाना जाता है, यहां कई गुलाब के उद्यान हैं जिनमें सबसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय गुलाब टेस्ट गार्डन है। .

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पोखरण-2

पोखरण-2 मई 1998 में पोखरण परीक्षण रेंज पर किये गए पांच परमाणु बम परीक्षणों की श्रृंखला का एक हिस्सा है। यह दूसरा भारतीय परमाणु परीक्षण था; पहला परीक्षण, कोड नाम स्माइलिंग बुद्धा (मुस्कुराते बुद्ध), मई 1974 में आयोजित किया गया था। 11 और 13 मई, 1998 को राजस्थान के पोरखरण परमाणु स्थल पर पांच परमाणु परीक्षण किये थे। इनमें 45 किलोटन का एक फ्यूज़न परमाणु उपकरण शामिल था। इसे आमतौर पर हाइड्रोजन बम के नाम से जाना जाता है। 11 मई को हुए परमाणु परीक्षण में 15 किलोटन का विखंडन (फिशन) उपकरण और 0.2 किलोटन का सहायक उपकरण शामिल था। इन परमाणु परीक्षण के बाद जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित प्रमुख देशों द्वारा भारत के खिलाफ विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधों लगाये गए। - दैनिक भास्कर - 6 अगस्त 2013 .

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पोकीमॉन (एनीमेशन)

, संक्षिप्त नाम जापानी ऐनीमेशन सीरीज़ है, जिसे अंतरराष्ट्रीय टेलीवि़जन बाज़ार में अनुकूलित किया गया है। यह पोकीमॉन वीडियो गेम सीरीज़ पर आधारित है और पोकीमॉन फ्रेंचाइज़ी का हिस्सा है। मूलतः एक एकल सीरीज़ पोकीमॉन की तीन सीरीज़ बनाई गई हैं, जो हैं - पोकीमॉन: मूल श्रृंखला, पोकीमॉन: एडवांस्ड जेनरेशन, पोकीमॉन: डायमंड और पर्ल और पोकेमोन बल्क ऐण्ड व्हइट जो बाद में पोकीमॉन की कहानी को जारी रखता है, जबकि इसका स्पिन-ऑफ पोकीमॉन रविवार (पूर्ववर्ती साप्ताहिक पोकीमॉन प्रसारण स्टेशन) कहानियों की सीरीज़ का प्रसारित होता रहा जिसमें कुछ आवर्ती पात्र, पोकीमॉन क्रॉनिकल्स शामिल हैं और इसे जापान में पोकीमॉन साइड स्टोरी के रूप में जाना जाता है। .

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पीर पंजाल रेल सुरंग

पीर पंजाल रेल सुरंग (Pir Panjal Railway Tunnel) या बनिहाल रेल सुरंग (Banihal railway tunnel) एक 11.215 किमी (7 मील) लम्बी रेल सुरंग है जो भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के बनिहाल क़स्बे से उत्तर में हिमालय की पीर पंजाल पर्वतमाला से निकलती है। इसका निर्माण 26 जून 2013 को पूरा हुआ और इसपर रेल सेवाएँ 27 जून 2013 को शुरु हो गई। .

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पीली आंधी

चीन को पार कर कोरिया और जापान की ओर बढ़ते धूल के बादल। पीली आंधी या धूल भरी आंधी एक मौसम संबंधी घटना है जो ग्रीष्म ऋतु के महीनों के दौरान पूर्व एशिया के कई हिस्सों को बहुत प्रभावित करती है। यह धूल मंगोलिया, उत्तरी चीन और कज़ाकस्तान के रेगिस्तानों से उत्पन्न होती है जिसे रेगिस्तान में बहने वाली उच्च गति की सतही हवायें और प्रचंड अंधड़, महीन धूल के सघन बादलों में परिवर्तित कर देते हैं। स्थानीय हवायें इन बादलों को पूर्व की ओर धकेलती हैं और यह बादल चीन, उत्तरी और दक्षिण कोरिया, जापान, के साथ रूस के सुदूर पूर्व के कुछ हिस्सों के ऊपर से गुजरते हैं। कभी कभी, यह हवाई कण बह कर संयुक्त राज्य अमेरिका तक पहुँच कर वहां की हवा में मिल कर उसकी गुणवत्ता को खराब करते हैं। पिछले कई दशकों में यह एक विकराल समस्या बन कर उभरी है जिसका मुख्य कारण धूल के कणों में समाहित औद्योगिक प्रदूषकों की मात्रा में हुई वृद्धि है। इसके साथ पिछले कुछ दशकों में चीन में हुआ व्यापक मरुस्थलीकरण भी पीली आधियों की घटनायों में हुई वृद्धि का प्रमुख कारण है। अन्य कारणों में कज़ाकस्तान और उज़्बेकिस्तान के अरल सागर का सूखना भी है क्योंकि एक सोवियत कृषि कार्यक्रम के चलते इसमें विसर्जित होने वाली दो मुख्य नदियों अमू और सीर का मार्गपरिवर्तित कर उनके जल को कपास की खेती के लिए मध्य एशियाई रेगिस्तान की सिंचाई करने में इस्तेमाल किया जा रहा है। .

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पी॰वी॰ सिंधु

पुसरला वेंकट सिंधु (तेलुगु:పూసర్ల వెంకట సింధు, जन्म: 5 जुलाई 1995) एक विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं तथा भारत की ओर से ओलम्पिक खेलों में महिला एकल बैडमिंटन का रजत पदक जीतने वाली वे पहली खिलाड़ी हैं। इससे पहले वे भारत की नैशनल चैम्पियन भी रह चुकी हैं। सिंधु ने नवंबर 2016 में चीन ऑपन का खिताब अपने नाम किया है। .

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फलित ज्योतिष

फलित ज्योतिष उस विद्या को कहते हैं जिसमें मनुष्य तथा पृथ्वी पर, ग्रहों और तारों के शुभ तथा अशुभ प्रभावों का अध्ययन किया जाता है। ज्योतिष शब्द का यौगिक अर्थ ग्रह तथा नक्षत्रों से संबंध रखनेवाली विद्या है। इस शब्द से यद्यपि गणित (सिद्धांत) ज्योतिष का भी बोध होता है, तथापि साधारण लोग ज्योतिष विद्या से फलित विद्या का अर्थ ही लेते हैं। ग्रहों तथा तारों के रंग भिन्न-भिन्न प्रकार के दिखलाई पड़ते हैं, अतएव उनसे निकलनेवाली किरणों के भी भिन्न भिन्न प्रभाव हैं। इन्हीं किरणों के प्रभाव का भारत, बैबीलोनिया, खल्डिया, यूनान, मिस्र तथा चीन आदि देशों के विद्वानों ने प्राचीन काल से अध्ययन करके ग्रहों तथा तारों का स्वभाव ज्ञात किया। पृथ्वी सौर मंडल का एक ग्रह है। अतएव इसपर तथा इसके निवासियों पर मुख्यतया सूर्य तथा सौर मंडल के ग्रहों और चंद्रमा का ही विशेष प्रभाव पड़ता है। पृथ्वी विशेष कक्षा में चलती है जिसे क्रांतिवृत्त कहते हैं। पृथ्वी फलित ज्योतिष उस विद्या को कहते हैं जिसमें मनुष्य तथा पृथ्वी पर, ग्रहों और तारों के शुभ तथा अशुभ प्रभावों का अध्ययन किया जाता है। ज्योतिष शब्द का यौगिक अर्थ ग्रह तथा नक्षत्रों से संबंध रखनेवाली विद्या है। इस शब्द से यद्यपि गणित (सिद्धांत) ज्योतिष का निवासियों को सूर्य इसी में चलता दिखलाई पड़ता है। इस कक्षा के इर्द गिर्द कुछ तारामंडल हैं, जिन्हें राशियाँ कहते हैं। इनकी संख्या है। मेष राशि का प्रारंभ विषुवत् तथा क्रांतिवृत्त के संपातबिंदु से होता है। अयन की गति के कारण यह बिंदु स्थिर नहीं है। पाश्चात्य ज्योतिष में विषुवत् तथा क्रातिवृत्त के वर्तमान संपात को आरंभबिंदु मानकर, 30-30 अंश की 12 राशियों की कल्पना की जाती है। भारतीय ज्योतिष में सूर्यसिद्धांत आदि ग्रंथों से आनेवाले संपात बिंदु ही मेष आदि की गणना की जाती है। इस प्रकार पाश्चात्य गणनाप्रणाली तथा भारतीय गणनाप्रणाली में लगभग 23 अंशों का अंतर पड़ जाता है। भारतीय प्रणाली निरयण प्रणाली है। फलित के विद्वानों का मत है कि इससे फलित में अंतर नहीं पड़ता, क्योंकि इस विद्या के लिये विभिन्न देशों के विद्वानों ने ग्रहों तथा तारों के प्रभावों का अध्ययन अपनी अपनी गणनाप्रणाली से किया है। भारत में 12 राशियों के 27 विभाग किए गए हैं, जिन्हें नक्षत्र कहते हैं। ये हैं अश्विनी, भरणी आदि। फल के विचार के लिये चंद्रमा के नक्षत्र का विशेष उपयोग किया जाता है। .

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फ़िलिपीन सागर

फ़िलिपीन सागर (Philippine Sea) फ़िलिपीन्ज़ से पूर्वोत्तर में स्थित एक सीमांत समुद्र है। इसका अनुमानित ५० लाख वर्ग किमी का क्षेत्रफल उत्तर प्रशान्त महासागर के पश्चिमी भाग का हिस्सा है। दक्षिणपश्चिम में इसकी सीमा फ़िलिपीन द्वीपसमूह (लूज़ोन, कतंदुआनेस, सामार, लेयते और मिन्दनाओ); दक्षिणपूर्व में हालमाहेरा, मोरोताइ, पालाउ, याप और उलिथि; पूर्व में गुआम, साइपैन और तीनियन; पूर्वोत्तर में बोनिन और इवो जीमा; पश्चिमोत्तर में जापान के होन्शू, शिकोकु और क्युशु द्वीप; तथा पश्चिम में ताइवान पड़ती हैं। इस सागर का फ़र्श एक द्रोणी (बेसिन) है जो भिन्न प्रकार की भूआकृतियों के लिए जानी जाती है, जिसमें भ्रंश उपस्थित हैं। प्लेट विवर्तनिकी के कारण इसकी उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी सीमाओं पर समुद्रसतह से ऊपर उभरी हुई महान चट्टानों द्वीप चापों के रूप में बनी हुई हैं जो इन सीमाओं पर सागर को घेरती हैं। फ़िलिपीन द्वीपसमूह, रयुक्यु द्वीपसमूह और मारियाना द्वीपसमूह इन द्वीप चापों के उदाहरण हैं। फ़िलिपीन सागर की एक और विशेषता बहुत ही गहरी महासागरीय गर्तों की उपस्थिति है, जिनमें फ़िलिपीन गर्त और पृथ्वी का सबसे गहरा स्थान मारियाना गर्त शामिल हैं। .

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फ़िलीपीन्स

फिलीपींस के प्रमुख नगर फ़िलीपीन्स दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित एक देश है। इसका आधिकारिक नाम 'फिलीपीन्स गणतंत्र' है और राजधानी मनीला है। पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित ७१०७ द्वीपों से मिलकर यह देश बना है। फिलीपीन द्वीप-समूह पूर्व में फिलीपीन्स महासागर से, पश्चिम में दक्षिण चीन सागर से और दक्षिण में सेलेबस सागर से घिरा हुआ है। इस द्वीप-समूह से दक्षिण पश्चिम में देश बोर्नियो द्वीप के करीबन सौ किलोमीटर की दूरी पर बोर्नियो द्वीप और सीधे उत्तर की ओर ताइवान है। फिलीपींस महासागर के पूर्वी हिस्से पर पलाऊ है। पूर्वी एशिया में दक्षिण कोरिया और पूर्वी तिमोर के बाद फिलीपीन्स ही ऐसा देश है, जहां ज्यादातर लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। ९ करोड़ से अधिक की आबादी वाला यह विश्व की 12 वीं सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। यह देश स्पेन (१५२१ - १८९८) और संयुक्त राज्य अमरीका (१८९८ - १९४६) का उपनिवेश रहा और फिलीपीन्स एशिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। .

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फ़्लोरिडा

फ्लोरिडा संयुक्त राज्य के दक्षिणपूर्वी क्षेत्र में स्थित एक राज्य है, जिसके उत्तर-पश्चिमी सीमा पर अलाबामा और उत्तरी सीमा पर जॉर्जिया स्थित है।संयुक्त राज्य में शामिल होने वाला यह 27वां राज्य था। इस राज्य के भूस्थल का अधिकांश भाग एक बड़ा प्रायद्वीप है जिसके पश्चिम में मैक्सिको की खाड़ी और पूर्व में अटलांटिक महासागर है। साधारणतया इसकी गर्म जलवायु की वजह से इसे "सनशाइन स्टेट" के रूप में उपनामित किया गया है। इसके उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में उपोष्णकटिबंधीय एवं दक्षिणी भाग में उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है। इस राज्य में चार बड़े शहरी क्षेत्र, कई छोटे-छोटे औद्योगिक नगर और बहुत से छोटे कस्बें हैं।संयुक्त राज्य के जनगणना विभाग (यूनाइटेड स्टेट्स सेंसस ब्यूरो) का अनुमान है कि 2008 में इस राज्य की जनसंख्या 18,328,340 थी और फ्लोरिडा, U.S. के चौथे सर्वाधिक आबादी वाले राज्य के रूप में श्रेणीत था। टलहसी, इस राज्य की राजधानी और मियामी सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है। फ्लोरिडा के निवासियों को सटीक तौर पर "फ्लोरिडियन्स" के रूप में जाना जाता है। .

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फ़ूजीयामा

फ़ूजी पर्वत, जिसे फ़ूजी यामा ('यामा' का अर्थ जापानी भाषा में 'पर्वत' होता है) भी कहते हैं, जापान के होन्शू द्वीप पर स्थित एक ज्वालामुखी है जो जापान का सबसे ऊँचा पर्वत भी है। इस पर्वत का जापानी संस्कृति में विशेष स्थान है और इसे आदरपूर्वक फ़ूजी सान (यानि 'फ़ूजी जी') भी बुलाया जाता है। .

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फ़ूकूशिमा प्रीफ़ेक्चर

फ़ूकूशिमा प्रीफ़ेक्चर जापान के होन्शू द्वीप के उत्तर में स्थित तोहोकू क्षेत्र का एक प्रीफ़ेक्चर है। इसकी राजधानी फ़ूकूशिमा है। मार्च २०११ के भूकम्प और सुनामी, जो पड़ोस के मियागी प्रीफ़ेक्चर में केन्द्रित था, के कारण इस प्रीफ़ेक्चर में स्थित नाभिकीय संयन्त्रों को बहुत क्षति हुई जिसके कारण इस संयन्त्र से नाभिकीय विकिरण के फैलने का खतरा पैदा हो गया। इस कारण नाभिकीय संयन्त्र के २० किमी के दायरे से हज़ारों लोगों को हटा लिया गया। .

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फ़ॉर्मूला वन

The formula was defined in 1946; the first Formula One race was in 1947; the first World Championship season was 1950.

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फिनएयर

फिनएयर (फिनिश: फिनएयर ओयज, स्वीडिश: फिनएयर एबीपी) फिनलैंड की ध्वज वाहक और सबसे बड़ी एयरलाइन हैं। इसका मुख्यालय वांटा और मुख्य केंद्र हेलसिंकी-वांटा हवाईअड्डे पर है। फिनएयर और उसकी सहायक कंपनियों का फिनलैंड के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों हवाई यात्राओं पर नियंत्रण हैं। फिनलैंड की सरकार 55.8% शेयर के साथ इसकी एक प्रमुख शेयरधारक है। फिनएयर वनवर्ल्ड एयरलाइन गठबंधन का एक प्रमुख सदस्य है। 2015 में इसने 60 यूरोपीय, 13एशियाई और 4 उत्तर अमेरिकी गंतव्यों पर 10 लाख से अधिक यात्रियों का परिवहन किया। जनवरी 2016 तक इस एयरलाइन में 4,817 लोग कार्यरत हैं। फिनएयर अपने निर्बाध अस्तित्व के साथ दुनिया का पांचवां सबसे पुराना एयरलाइन है। 1963 के बाद से कोई घातक दुर्घटना नहीं होने के चलते फिनएयर दुनिया (# 2014 में 3) में सबसे सुरक्षित एयरलाइनों की सूची पर हमेशा से बना हुआ है। .

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फिरोजुद्दीन मीर

फिरोजुद्दीन मीर फिरोजुद्दीन मीर एक ऐसे भारतीय हैं जो वर्तमान समय में दुनिया के सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। एक सरकारी दस्तावेज के अनुसार उनकी जन्म तिथि 10 मार्च 1872 है। इस हिसाब से उनकी उम्र 141 साल है। दैनिक जागरण ने 23 जुलाई 2013 जुलाई को प्रकाशित समाचार में बताया कि मीर के दावे की जाँच शीघ्र ही गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स करेगा। अभी तक सबसे अधिक उम्र का रिकार्ड एक जापानी महिला मिसाओ ओकावा के नाम पर दर्ज़ है जो 115 वर्ष की हैं। कश्मीर लाइफ पत्रिका की 17 दिसम्बर 2012 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार उन्हें अब बहुत कम दिखाई देता है और वे अपने परिजनों की सहायता से ही चल फिर पाते हैं। मीर ने ही इस पत्रिका को बताया कि वह अविभाजित भारत के कराची शहर में फल और मेवा बेचने का धन्धा करते थे। 1890 में उनका निकाह हुआ और बीसवीं सदी के आते-आते उनकी पहली पत्नी चल बसीं। पहली बीबी की मौत के बाद वे कश्मीर आ गये और उड़ी जिले के बिहजामा स्थित अपने पुश्तैनी मकान में आकर रहने लगे। बाद में उन्होंने चार शादियाँ और कीं। उनकी पाँचवीं पत्नी मिसरा की उम्र 80 साल है जो अभी जीवित है। इस प्रकार वे अपनी मौजूदा पत्नी से साठ साल बड़े हैं। मीर का मानना है कि अत्याधुनिक तकनीक के बावजूद आज आम आदमी के जीवन में शान्ति कम और उलझनें ज्यादा हैं। लोगबाग एक दूसरे से मेलजोल रखने के बजाय दूर होने लगे हैं। इससे पहले जापान के ही 116 वर्षीय जिरोमॉन किमूरा दुनिया के सबसे उम्रदराज व्यक्ति थे जिनका पिछले महीने ही निधन हुआ था। दैनिक भास्करडॉटकॉम की एक खबर के मुताबिक मीर सबसे उम्रदराज जीवित शख्स के अलावा सबसे लम्बी उम्र जीने का खिताब भी अपने नाम कर सकते हैं। दैनिक भास्कर के अनुसार सबसे ज्यादा समय तक जीने का रिकॉर्ड किसी फ्रांसीसी महिला जीने कामेंट के नाम दर्ज़ है जिसकी मौत 1997 में 122 साल की उम्र में हुई थी। मीर सिर्फ पहाड़ी भाषा बोल सकते हैं। .

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फिलीपींस का इतिहास

यह ताम्रलिपि, फिलीपीन्स से प्राप्त पहला दस्तावेज है जो सिद्ध करता है कि १६वीं शताब्दी में यूरोपियों के यहाँ आने के पहले हिन्दू सभ्यता का इस पर सीधा प्रभाव था। फिलीपींस में कोई ६७ हजार वर्ष पहले मानव ने पदार्पण किया। १४वीं शताब्दी में फिलीपींस का भारत, इण्डोनेशिया, चीन और जापान के साथ व्यापक स्तर पर व्यापार होने लगा था। इसी शताब्दी में इण्डोनेशिया से आये अरब व्यापारियों ने यहाँ इस्लाम धर्म फैलाया। पश्चिमी देशों से किसी व्यक्ति के फिलीपींस आने का लिखित उल्लेख फर्डिनाण्ड मैगलेन के रूप में मिलता है जो समर द्वीप पर १६ मार्च १५२१ को पहुँचा था। १५४२ में स्पेनी सैनिक पार्टी इन द्वीपों पर स्पेन का 'अधिकार' घोषित करते हुए स्पेन के राजकुमार फिलिप के नाम पर इसका नाम 'फिलीपींस' रख दिया। इस प्रकार फिलीपींस, स्पेन साम्राज्य के अधीन हो गया। १८८६ में होसे रिसाल नामक क्रांतिकारी लेखक ने 'Noli Me Tangere' (The Lost Eden) नामक स्पेन-विरोधी उपन्यास रचा और स्वतंत्रता की भावना को जगाया। १८९६ में रिसाल को मृत्युदण्ड दे दिया गया। १८९९ में पेरिस समझौते के द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका और स्पेन के बीच युद्ध समाप्त हुआ और फिलीपींसा अमेरिका के अधिकार में आ गया। इसी वर्ष फिलिपिनो लोगों ने अपने स्वतंत्रता की घोषणा कर दी और एमिलो अगुनाल्डो (Emilio Aguinaldo) के नेतृत्व में अमेरिका के विरुद्ध छापामार युद्ध आरम्भ किया। १९४१ में जापान ने फिलीपींस पर आक्रमण किया। ४ जुलाई १९४६ को अमेरिका ने फिलीपींस के स्वतंत्रता की घोषणा की। १९६५ में फर्डिनाण्ड मार्कोस राष्ट्रपति नियुक्त हुए। १९७२ में मार्कोस ने सैन्य शासन की घोषणा की। १९८६ में मार्कोस को पदच्युत करके कोराजन एक्विनो (Corazon Aguino) राष्ट्रपति बनीं। १९९२ में एक्विनो के रक्षा मंत्री फिडेल रामोस राष्त्रपरि का चुनाव जीते। अमेरिका ने सुबिक खाड़ी का नौसैनिक अड्डा बन्द किया। १९९८ - पूर्व फिल्म स्टार जोसेफ एस्ट्राडा (Joseph Estrada) राष्ट्रपति निर्वाचित २००१ जोसेफ एस्ट्राडा पदच्युत किये गये। जेल की सजा। माफी। २०१० जून: बेनिग्नो नोयनोय एक्विनो (Benigno "Noynoy" Aquino) राष्ट्रपति बने। .

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फुकुओका

फुकुओका जापान के क्यूशू द्वीप का सबसे बड़ा नगर तथा फुकुओका प्रीफ्रैक्चर की राजधानी है। इस नगर की डिजाइन १९७२ में हुई थी। गरमी में औसत ताप लगभग २१ डिग्री सेल्सियस तथा जाड़े का औसत ताप लगभग ७ डिग्री सेल्सियस रहता है। वर्षा ६० इंच से ८० इंच के बीच होती है। इसके आसपास वाले क्षेत्र में धान, तंबाकू, शकरकंद तथा रेशम उद्योग के लिए शहतूत उगाए जाते हैं। यहाँ जलयान भी बनाए जाते हैं। यह व्यापार का केंद्र बन गया है। श्रेणी:जापान के नगर.

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फ्रूटी

एक लीटर की फ्रूटी मैंगो बोतल फ्रूटी या मेंगो फ्रूटी, जिस नाम से यह लोकप्रिय है, भारत में सबसे अधिक बिकने वाला आमपेय है। यह पार्ले एग्रो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रस्तुत सबसे उत्कृष्ट उत्पाद है और यह इस कंपनी का सबसे सफल पेय भी है। इस पेय को 1985 में टेट्रापैक पैकेज के साथ बाज़ार में उतारा गया था। यह अब पेट (PET) बोतलों और आयताकार पैक में भी उपलब्ध है। फ्रूटी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, मलेशिया, मालदीव, सिंगापुर, थाईलैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, मोजाम्बिक, कांगो, घाना, मलावी, जाम्बिया, नाइजीरिया, तंजानिया, जापान, आयरलैंड, आदि को निर्यात की जाती है। मैंगो फ़्रूटी कंपनी पार्ले एग्रो प्राइवेट लिमिटेड स्थापित 1985 पता कार्यालय: डब्ल्यू.इ. राजमार्ग, अंधेरी ईस्ट, मुंबई भारत .

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फ्लैश मेमोरी

यूएसबी (USB) से जुड़ने के योग्य एक फ्लैश ड्राइव; बाँयें तरफ फ्लैश मेमोरी की एक 'चिप' का दृष्य; दाँयें तरफ एक माइक्रोकन्ट्रोलर फ्लैश मेमोरी (Flash memory / चपला स्मृति) कम्प्यूटर एवं अन्य डिजिटल निकायों में प्रयुक्त होने वाली एक प्रकार की कंप्यूटर स्मृति है जो विद्युत शक्ति के न रहने पर भी बनी रहती है (अर्थात, नॉन्-वोलेटाइल मेमोरी)। आजकल यह मेमोरी बहुतायत में प्रयोग की जा रही है; जैसे- कंप्यूटर में प्रयुक्त फ्लैश ड्राइव (या पेन् ड्राइव), डिजिटल कैमरों एवं डिजिटल उत्पादों में प्रयुक्त मेमोरी कार्ड आदि। वस्तुत: यह एक प्रकार का ईईप्रोम (EEPROM) ही है किन्तु इसे बड़े-बड़े भागों (ब्लॉक्स) में मिटाया (इरेज) और प्रोग्राम किया जा सकता है जबकि साधारण ईईप्रोम को एक-एक बाइट करके ही मिटाया और प्रोग्राम किया जाता है। इस कारण इस पर नया आंकड़ा लिखने में अपेक्षाकृत कम समय लगता है। इसके अलावा फ्लैश मेमोरी, ईईप्रोम की अपेक्षा सस्ती भी है। .

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बच्चे मनोरंजन

बच्चे मनोरंजन(जापानी: ベビー・エンターテインメント, अंग्रेजी: Baby Entertainment) जापान वयस्क वीडियो में एक विक्रेता उत्पादन होता है। .

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बफ़ेलो, न्यूयॉर्क

न्यूयॉर्क राज्य में न्यूयॉर्क सिटी के बाद सर्वाधिक आबादी वाला शहर बफ़ेलो है। बफ़ेलो पश्चिमी न्यूयॉर्क में एरी झील के पूर्वी तट पर तथा फ़ोर्ट एरी, ओंटेरियो के सामने नियाग्रा नदी के निकट स्थित है और नियाग्रा फॉल्स महानगरीय क्षेत्र का प्रमुख शहर होने के साथ साथ एरी काउंटी का मुख्यालय भी है। एरी काउंटी (न्यूयार्क) गवर्नमेंट होम पेज, 16 अप्रैल 2008 को ऐक्सेस किया गया। इस शहर की जनसंख्या 292,648 (2000 की जनगणना के अनुसार).

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बसन्त कुमार विश्वास

युवा क्रांतिकारी '''बसन्त कुमार बिस्वास''' युवा क्रांतिकारी व देशप्रेमी श्री बसंत कुमार बिस्वास (6 फ़रवरी 1895 - 11 मई 1915) बंगाल के प्रमुख क्रांतिकारी संगठन " युगांतर " के सदस्य थे। उन्होंने अपनी जान पर खेल कर वायसराय लोर्ड होर्डिंग पर बम फेंका था और इस के फलस्वरूप उन्होंने 20 वर्ष की अल्पायु में ही देश पर अपनी जान न्योछावर कर दी। .

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बादाम

बादाम (अंग्रेज़ी:ऑल्मंड, वैज्ञानिक नाम: प्रूनुस डल्शिस, प्रूनुस अमाइग्डैलस) मध्य पूर्व का एक पेड़ होता है। यही नाम इस पेड़ के बीज या उसकी गिरि को भी दिया गया है। इसकी बड़े तौर पर खेती होती है। बादाम एक तरह का मेवा होता है। संस्कृत भाषा में इसे वाताद, वातवैरी आदि, हिन्दी, मराठी, गुजराती व बांग्ला में बादाम, फारसी में बदाम शोरी, बदाम तल्ख, अंग्रेजी में आलमंड और लैटिन में एमिग्ड्रेलस कम्युनीज कहते हैं। आयुर्वेद में इसको बुद्धि और नसों के लिये गुणकारी बताया गया है। भारत में यह कश्मीर का राज्य पेड़ माना जाता है। एक आउंस (२८ ग्राम) बादाम में १६० कैलोरी होती हैं, इसीलिये यह शरीर को उर्जा प्रदान करता है।|नीरोग लेकिन बहुत अधिक खाने पर मोटापा भी दे सकता है। इसमें निहित कुल कैलोरी का ¾ भाग वसा से मिलता है, शेष कार्बोहाईड्रेट और प्रोटीन से मिलता है। इसका ग्लाईसेमिक लोड शून्य होता है। इसमें कार्बोहाईड्रेट बहुत कम होता है। इस कारण से बादाम से बना केक या बिस्कुट, आदि मधुमेह के रोगी भी ले सकते हैं। बादाम में वसा तीन प्रकार की होती है: एकल असंतृप्त वसीय अम्ल और बहु असंतृप्त वसीय अम्ल। यह लाभदायक वसा होती है, जो शरीर में कोलेस्टेरोल को कम करता है और हृदय रोगों की आशंका भी कम करता है। इसके अलावा दूसरा प्रकार है ओमेगा – ३ वसीय अम्ल। ये भी स्वास्थवर्धक होता है। इसमें संतृप्त वसीय अम्ल बहुत कम और कोलेस्टेरोल नहीं होता है। फाईबर या आहारीय रेशा, यह पाचन में सहायक होता है और हृदय रोगों से बचने में भी सहायक रहता है, तथा पेट को अधिक देर तक भर कर रखता है। इस कारण कब्ज के रोगियों के लिये लाभदायक रहता है। बादाम में सोडियम नहीं होने से उच्च रक्तचाप रोगियों के लिये भी लाभदायक रहता है। इनके अलावा पोटैशियम, विटामिन ई, लौह, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस भी होते हैं।। हिन्दी मीडिया.इन। २५ सितंबर २००९। मीडिया डेस्क .

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बायोमेट्रिक्स

वॉल्ट डिज़नी वर्ल्ड में बॉयोमेट्रिक माप मेहमानों की उंगलियों से यह सुनिश्चित करने के लिए लिये जाते हैं कि व्यक्ति की टिकट का इस्तेमाल दिन-प्रतिदिन एक ही व्यक्ति द्वारा किया जाता रहे. जैवमिति या बायोमैट्रिक्स जैविक आंकड़ों एंव तथ्यों की माप और विश्लेषण के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को कहते हैं। अंग्रेज़ी शब्द बायोमैट्रिक्स दो यूनानी शब्दों बायोस (जीवन) और मैट्रोन (मापन) से मिलकर बना है।। हिन्दुस्तान लाइव। २८ मार्च २०१० नेटवर्किंग, संचार और गत्यात्मकता में आई तेजी से किसी व्यक्ति की पहचान की जांच पड़ताल करने के विश्वसनीय तरीकों की आवश्यकता बढ़ गई है। पहले व्यक्तियों की पहचान उनके चित्र, हस्ताक्षर, हाथ के अंगूठे और अंगुलियों के निशानों से की जाती रही है, किन्तु इनमें हेरा-फेरी होने लगी। इसे देखते हुए वैज्ञानिकों ने जैविक विधि से इस समस्या का समाधान करने का तरीका खोजा है। इसका परिणाम ही बायोमैट्रिक्स है। वेनेजुएला में आम चुनावों के दौरान दोहरे मतदान को रोकने के लिए बायोमैट्रिक कार्ड का प्रयोग किया जाता है। .

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बाल झड़ना

गंजापन, केशाभाव या बालों का झड़ना (अंग्रेज़ी: Hair loss या Alopecia) हल्के से लेकर सिर के पूरी तरह गंजा होने तक का हो सकता है। सामान्यतः हमारे लगभग 50 से 100 बाल हर दिन टूटते-झड़ते हैं। यदि इससे ज्यादा बाल झड़ते हैं, तो यह गंजेपन का विषय हो सकता है। यह भी देखा जा सकता है कि बाल पतले होने लगते है और एक या अधिक जगह पर गंजापन आ जाता है। बाल गिरने के कई अलग-अलग कारण होते है। चिकित्सा विज्ञान के आधार पर बालों का झड़ना कई प्रकार के हो सकते हैं.

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बाउल्स

बाउल्स (मैदान में खेला जाने वाला बाउल्स, इसके प्रकारों में फ्लैट-ग्रीन बाउल्स और क्राउन-ग्रीन बाउल्स शामिल हैं) एक प्रकार का खेल है जिसका मकसद गेंदों को थोड़ा असममित तरीके से आगे बढ़ाना होता है जिससे कि वो एक छोटे से जैक या किट्टी के नजदीक पहुंच जाए.

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बिल गेट्स

विलियम हेनरी गेट्स III बिल गेट्स (विलियम हेनरी गेट्स III) माइक्रोसॉफ्ट नामक कम्पनी के सह संस्थापक तथा अध्यक्ष है। इनका जन्म 28 अक्टूबर, 1955 को वाशिंगटन के एक उच्च-मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। इनके पिता का नाम विलियम एच.

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बिल गोल्‍डबर्ग

विलियम स्‍कॉट "बिल" गोल्‍डबर्ग (जन्‍म 27 दिसम्बर 1966) एक सेवानिवृत्त अमेरिकी पेशेवर पहलवान हैं जिन्‍हें विश्व चैम्पियनशिप रेसलिंग (डबल्यू सी डबल्यू (WCW)) और विश्व रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डबल्यू डबल्यू ई (WWE)) में अपने प्रदर्शन के लिए खास तौर पर जाना जाता है। वर्तमान में वह डीआईवाय (DIY) नेटवर्क के टेलीविज़न शो गैरेज महल के मेज़बान हैं। गोल्‍डबर्ग डबल्यू सी डबल्यू (WCW) में अपनी अपराजेय जीत के लिए मशहूर हैं, जहां उन्‍होंने लगातार अपने प्रतिद्वंद्वी पहलवानों को कुचला और अपने "हू'ज़ नेक्स्ट?" तकिया कलाम को लोकप्रिय बनाया.

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बिवा झील

बिवा (Biwa) स्थिति: 35° 15' उ. अ. तथा 136° 45' पू.

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बंदर मेलाका

बंदर मेलाका या मेलाका शहर या मलक्का शहर मलेशिया के मेलाका राज्य की राजधानी है और मलक्का जलसन्धि पर स्थित एक बंदरगाह है। इसकी स्थापना १४वीं शताब्दी में सिंगापुर के अंतिम राजा, परमेश्वर, ने की थी जिनके पूर्व राज्य सिंगापुर पर मजापहित साम्राज्य ने सन् १३९८ में आक्रमण किया था। इसके बाद राजा परमेश्वर ने मलय प्रायद्वीप पर आकर सन् १४०२ में एक नए शहर व राज्य की स्थापना करी जो आज का बंदर मेलाका है। द्वितीय विश्वयुद्ध में इसपर जापानियों का अधिकार बन गया और १९५१ में यह नये स्वतंत्र हुए मलय गण्तंत्र का भाग बन गया। प्राचीन काल से ही भारत तथा चीन से इसका व्यापारिक संबंध है पर इसकी अत्यधिक वृद्धि अंग्रेजों के आने के बाद ही हुई। नवीन बंदर मेलाका में अब भी पुर्तगाली और हॉलैंड वासियों के प्राचीन भवनों के ध्वंसावशेष मिलते हैं। यह पूर्वी एशिया का सबसे महत्वूपर्ण तथा बड़ा औद्योगिक केंद्र है। इसके पृष्ठप्रदेश में भूमध्यरेखीय सघन सदाबहार वन पाए जाते हैं। तटीय भागों में पश्चिम की ओर मैंग्रोव जाति के वृक्ष अधिक पाए जाते हैं। यहाँ का मुख्य उद्यम कृषि है। यहाँ के निवासी, रबर, धान, नारियल, अनन्नास तथा गरम मसालों की खेती करते हैं। इस बंदरगाह से रबर, नारियल, चावल तथा गरम मसालों का निर्यात होता है। .

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बुद्ध पूर्णिमा

बुद्ध पूर्णिमा (वेसक या हनमतसूरी) बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख त्यौहार है। यह बैसाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था, इसी दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और इसी दिन उनका महानिर्वाण भी हुआ था। ५६३ ई.पू.

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बुलबुल

बुलबुल, शाखाशायी गण के पिकनोनॉटिडी कुल (Pycnonotidae) का पक्षी है और प्रसिद्ध गायक पक्षी "बुलबुल हजारदास्ताँ" से एकदम भिन्न है। ये कीड़े-मकोड़े और फल फूल खानेवाले पक्षी होते हैं। ये पक्षी अपनी मीठी बोली के लिए नहीं, बल्कि लड़ने की आदत के कारण शौकीनों द्वारा पाले जाते रहे हैं। यह उल्लेखनीय है कि केवल नर बुलबुल ही गाता है, मादा बुलबुल नहीं गा पाती है। बुलबुल कलछौंह भूरे मटमैले या गंदे पीले और हरे रंग के होते हैं और अपने पतले शरीर, लंबी दुम और उठी हुई चोटी के कारण बड़ी सरलता से पहचान लिए जाते हैं। विश्व भर में बुलबुल की कुल ९७०० प्रजातियां पायी जाती हैं। इनकी कई जातियाँ भारत में पायी जाती हैं, जिनमें "गुलदुम बुलबुल" सबसे प्रसिद्ध है। इसे लोग लड़ाने के लिए पालते हैं और पिंजड़े में नहीं, बल्कि लोहे के एक (अंग्रेज़ी अक्षर -टी) (T) आकार के चक्कस पर बिठाए रहते हैं। इनके पेट में एक पेटी बाँध दी जाती है, जो एक लंबी डोरी के सहारे चक्कस में बँधी रहती है। .

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ब्रायन एडम्स

ब्रायन एडम्स, OC, OBC (जन्म- ब्रायन गाय एडम्स 5, नवम्बर, 1959) एक कैनेडियन रॉक गायक-गीतकार और फोटोग्राफर हैं। एडम्स सबसे पहले 28वें ग्रैमी अवार्ड में रेकलेस और "ईट्स ओनली लव" के लिए नामांकित हुए और ग्रैमी जीता और 1992 में सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए अवार्ड जीता, जो एक मोशन पिक्चर, टेलीविजन या अन्य विजुवल मीडिया के लिए लिखा गया था। उन्होंने कई जूनोस, MTV, ASCAP, अमेरिकी संगीत और आईवोर नोवेलो अवार्ड्स जीता है। उन्हें लोकप्रिय संगीत में योगदान और अपने फाउंडेशन की ओर से शिक्षा में सुधार लाने में लोगों की मदद करने जैसे परोपकारी कार्यों के लिए ऑर्डर ऑफ कनाडा और ऑर्डर ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया से सम्मानित किया गया है। 1998 में एडम्स को कनाडास वॉक ऑफ फेम और अप्रैल 2006 में कनाडास जूनो अवार्डस द्वारा म्यूजिक हॉल ऑफ फेम का पुरस्कार दिया गया। उन्हें बॉबी फिल्म में गीत लिखने हेतु गोल्डन ग्लोब के लिए 2007 में नामांकित किया गया, जिसे एरीथा फ्रैंकलिन और मैरी जे ब्लाइज ने गाया था और इसी फिल्म में संगीत देने के लिए तीन बार अकादमी अवार्ड्स के लिए नामांकित किया गया।.

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ब्राह्मी परिवार की लिपियाँ

ब्राह्मी परिवार उन लिपियों का परिवार हैं जिनकी पूर्वज ब्राह्मी लिपि है। इनका प्रयोग दक्षिण एशिया, दक्षिणपूर्व एशिया में होता है, तथा मध्य व पूर्व एशिया के कुछ भागों में भी होता है। इस परिवार की किसी लेखन प्रणाली को ब्राह्मी-आधारित लिपि या भारतीय लिपि कहा जा सकता है। इन लिपियों का प्रयोग कई भाषा परिवारों में होता था, उदाहरणार्थ इंडो-यूरोपियाई, चीनी-तिब्बती, मंगोलियाई, द्रविडीय, ऑस्ट्रो-एशियाई, ऑस्ट्रोनेशियाई, ताई और संभवतः कोरियाई में। इनका प्रभाव आधुनिक जापानी भाषा में प्रयुक्त अक्षर क्रमांकन पर भी दिखता है। .

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ब्लू-रे डिस्क

ब्लू-रे डिस्क (BD या ब्लू-रे नाम से भी प्रचलित) एक प्रकाशीय (Optical) डिस्क संग्रहण माध्यम है, जिसे मानक DVD प्रारूप का स्थान लेने के लिए बनाया गया है। मुख्य रूप से इसका प्रयोग उच्च-परिभाषा वाले वीडियो (High-Definition Video), प्लेस्टेशन 3 (PlayStation 3) वीडियो गेम्स तथा अन्य डाटा को, प्रत्येक एकल परत वाले प्रोटोटाइप पर 25 GB तक और दोहरी परत वाले पर 50 GB तक, संग्रहित करने के लिए किया जाता है। यद्यपि ये संख्याएं ब्लू-रे डिस्क के लिए मानक संग्रहण को बताती हैं, तथापि यह एक मुक्त (Open-ended) विनिर्देशन है, जिसमें ऊपरी सैद्धांतिक संग्रहण सीमा अस्पष्ट छोड़ दी गई है। 200 GB डिस्क उपलब्ध हैं, तथा 100 GB डिस्क को किसी भी अतिरिक्त उपकरण या संशोधित फर्मवेयर के बिना पढ़ा जा सकता है। डिस्क के भौतिक आयाम मानक DVDs तथा CDs के ही समान होते हैं। ब्लू-रे डिस्क का नाम इसे पढ़ने में प्रयुक्त नीले-बैंगनी (blue-violet) लेज़र से लिया गया है। एक मानक DVD में 650 नैनोमीटर लाल लेज़र का प्रयोग किया जाता है, जबकि ब्लू-रे डिस्क कम तरंग-दैर्घ्य का प्रयोग करती है, 400 nm वाला नीला-बैंगनी लेज़र, तथा एक DVD की तुलना में लगभग दस गुना अधिक डाटा संग्रहण की अनुमति देती है। उच्च-परिभाषा वाली प्रकाशीय डिस्क के प्रारूप पर जारी युद्ध के दौरान, ब्लू-रे डिस्क ने HD DVD प्रारूप से प्रतिस्पर्धा की.

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बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला धर्म और महान दर्शन है। इसा पूर्व 6 वी शताब्धी में बौद्ध धर्म की स्थापना हुई है। बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध है। भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी, नेपाल और महापरिनिर्वाण 483 ईसा पूर्व कुशीनगर, भारत में हुआ था। उनके महापरिनिर्वाण के अगले पाँच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला और अगले दो हजार वर्षों में मध्य, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जम्बू महाद्वीप में भी फैल गया। आज, हालाँकि बौद्ध धर्म में चार प्रमुख सम्प्रदाय हैं: हीनयान/ थेरवाद, महायान, वज्रयान और नवयान, परन्तु बौद्ध धर्म एक ही है किन्तु सभी बौद्ध सम्प्रदाय बुद्ध के सिद्धान्त ही मानते है। बौद्ध धर्म दुनिया का चौथा सबसे बड़ा धर्म है।आज पूरे विश्व में लगभग ५४ करोड़ लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी है, जो दुनिया की आबादी का ७वाँ हिस्सा है। आज चीन, जापान, वियतनाम, थाईलैण्ड, म्यान्मार, भूटान, श्रीलंका, कम्बोडिया, मंगोलिया, तिब्बत, लाओस, हांगकांग, ताइवान, मकाउ, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया समेत कुल 18 देशों में बौद्ध धर्म 'प्रमुख धर्म' धर्म है। भारत, नेपाल, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, रूस, ब्रुनेई, मलेशिया आदि देशों में भी लाखों और करोडों बौद्ध हैं। .

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बैटल रोयाल (उपन्यास)

बैटल रोयाल जापानी लेखक कौशुन ताकामी का उपन्यास है। मूल रूप से १९९६ में पूरा किया गया था। कहानी जूनियर हाई स्कूल के छात्रों के बारे में बताती है, जो कि सत्ताधारी जापानी सरकार द्वारा चलाए गए एक कार्यक्रम में मृत्यु के लिए एक दूसरे से लड़ने के लिए मजबूर हैं, जिन्हें अब बड़े पूर्व एशिया गणराज्य के रूप में जाना जाता है। इसे पहले १९९७ के जापान हॉरर फिक्शन पुरस्कारों में शामिल किया गया था, लेकिन अंततः इसकी सामग्री के कारण अंतिम दौर में उसे खारिज कर दिया गया था। १९९९ में प्रकाशन पर, उपन्यास आश्चर्यजनक सर्वश्रेष्ठ विक्रेता बन गया। २००० में, प्रकाशन के एक साल बाद, बैटल रोयाल को एक मंगा श्रृंखला में स्वीकार किया गया, जिसे टेकामी ने खुद लिखा था, और एक फीचर फिल्म बन गई थी। यह फिल्म विवादास्पद और सफल दोनों ही थी, जो कि वर्ष की सबसे ऊंची कमाई वाली फिल्मों में से एक थी। १९९९ में प्रकाशन पर, बैटल रोयाले जापान में बेस्टसेलर बन गया। उपन्यास पहले १९९७ के जापान डरावनी फिक्शन अवॉर्ड्स में इसने प्रवेश किया गया था, लेकिन आखिरकार अंतिम दौर में खारिज कर दिया गया था।उस वर्ष फाइनल राउंड की चयन समिति के सभी तीन सदस्यों ने स्वीकार किया कि बैटल रॉयले सबसे अच्छा काम था, लेकिन इसकी विवादास्पद सामग्री के कारण इसे पुरस्कार देने से इंकार कर दिया। १९९६ में जब कुशुन ताकामी ने पत्रकार के रूप में काम करना बंद कर दिया था तभी बेताल रोयाले उपन्यास को पूरा किया। १९९७ के जापान डरावनी फिक्शन अवॉर्ड्स (जेए: 日本 ホ ラ ー 小説 大 賞) जो मार्च १९९८ में हुआ था, के अंतिम दौर में कहानी को इसकी विवादास्पद सामग्री के कारण खारिज कर दिया गया था। मासाओ हिगाशी, जिन्होंने पुरस्कार की प्रारंभिक चयन समिति में हिस्सा लिया था, को संदेह था कि यह छात्रों की पृष्ठभूमि की वजह से पिछले वर्ष किए गए कोबे बाल हत्याओं की याद दिलाता है। बैटल रोयाले को पहली बार ओहता पब्लिशिंग द्वारा अप्रैल १९९९ में प्रकाशित किया गया था। अगस्त २००२ में, इसे जेनोशा द्वारा संशोधित, दो भाग वाले पॉकेट संस्करण में जारी किया गया था। .

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बैबल (फिल्म)

Jon Kilik Alejandro González Iñárritu | writer .

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बैंक

जर्मनी के फ्रैंकफुर्त में डश-बैंक बैंक (Bank) उस वित्तीय संस्था को कहते हैं जो जनता से धनराशि जमा करने तथा जनता को ऋण देने का काम करती है। लोग अपनी अपनी बचत राशि को सुरक्षा की दृष्टि से अथवा ब्याज कमाने के हेतु इन संस्थाओं में जमा करते और आवश्यकतानुसार समय समय पर निकालते रहते हैं। बैंक इस प्रकार जमा से प्राप्त राशि को व्यापारियों एवं व्यवसायियों को ऋण देकर ब्याज कमाते हैं। आर्थिक आयोजन के वर्तमान युग में कृषि, उद्योग एवं व्यापार के विकास के लिए बैंक एवं बैंकिंग व्यवस्था एक अनिवार्य आवश्यकता मानी जाती है। राशि जमा रखने तथा ऋण प्रदान करने के अतिरिक्त बैंक अन्य काम भी करते हैं जैसे, सुरक्षा के लिए लोगों से उनके आभूषणादि बहुमूल्य वस्तुएँ जमा रखना, अपने ग्राहकों के लिए उनके चेकों का संग्रहण करना, व्यापारिक बिलों की कटौती करना, एजेंसी का काम करना, गुप्त रीति से ग्राहकों की आर्थिक स्थिति की जानकारी लेना देना। अत: बैंक केवल मुद्रा का लेन देन ही नहीं करते वरन् साख का व्यवहार भी करते हैं। इसीलिए बैंक को साख का सृजनकर्ता भी कहा जाता है। बैंक देश की बिखरी और निठल्ली संपत्ति को केंद्रित करके देश में उत्पादन के कार्यों में लगाते हैं जिससे पूँजी निर्माण को प्रोत्साहन मिलता है और उत्पादन की प्रगति में सहायता मिलती है। भारतीय बैंकिग कंपनी कानून, १९४९ के अंतर्गत बैंक की परिभाषा निम्न शब्दों में दी गई हैं: एक ही बैंक के लिए व्यापार, वाणिज्य, उद्योग तथा कृषि की समुचित वित्तव्यवस्था करना असंभव नहीं तो कठिन अवश्य होता है। अतएव विशिष्ट कार्यों के लिए अलग अलग बैंक स्थापित किए जाते हैं जैसे व्यापारिक बैंक, कृषि बैंक, औद्योगिक बैंक, विदेशी विनिमय बैंक तथा बचत बैंक। इन सब प्रकार के बैंकों को नियमपूर्वक चलाने तथा उनमें पारस्परिक तालमेल बनाए रखने के लिए केंद्रीय बैंक होता है जो देश भर की बैंकिंग व्यवस्था का संचालन करता है। समय के साथ कई अन्य वित्तीय गतिविधियाँ जुड़ गईं। उदाहरण के लिए बैंक वित्तीय बाजारों में महत्वपूर्ण खिलाडी हैं और निवेश फंड जैसे वित्तीय सेवाओं की पेशकश कर रहे हैं। कुछ देशों (जैसे जर्मनी) में बैंक औद्योगिक निगमों के प्राथमिक मालिक हैं, जबकि अन्य देशों (जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका) में बैंक गैर वित्तीय कंपनियों स्वक्मित्व से निषिद्ध रहे हैं। जापान में बैंक को आमतौर पर पार शेयर होल्डिंग इकाई (ज़ाइबत्सू) के रूप में पहचाना जाता है। फ़्रांस में अधिकांश बैंक अपने ग्राहकों को बिमा सेवा प्रदान करते हैं। .

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बैंकॉक

बैंकाक दक्षिण पूर्वी एशियाई देश थाईलैंड की राजधानी है। बैंकॉक थाइलैंड की राजधानी है। यहां ऐसी अनेक चीजें जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध हैं मरीन पार्क और सफारी। मरीन पार्क में प्रशिक्षित डॉल्फिन्स अपने करतब दिखाती हैं। यह कार्यक्रम बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी खूब लुभाता है। सफारी वर्ल्‍ड विश्‍व का सबसे बड़ा खुला चिड़ियाघर है। यहां एशिया और अफ्रीका के लगभग सभी वन्य जीवों को देखा जा सकता है। यहां की यात्रा थकावट भरी लेकिन रोमांचक होती है। रास्ते में खानपान का इंतजाम भी है। .

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बैकस्ट्रीट बॉयज़

बैकस्ट्रीट बॉयज़ एक अमरीकी वोकल दल है, जिसे कई बार ग्रैमी के लिए नामांकित किया जा चुका है। इसकी स्थापना ऑरलैंडो फ्लोरिडा में हुई, जिसे बॉय बैंड के निर्माता लू पर्लमैन ने ढूंढा एवं ये 1993 से एक साथ काम कर रहे हैं। बिलबोर्ड हॉट 100 के टॉप 40 लोकप्रिय गानों में उनके 14 गाने हैं एवं उन्होंने दुनिया भर में 130 मिलियन एल्बम बेच कर अपने आप को आज तक का दुनिया का सर्वाधिक बिकने वाला कलाकार एवं बॉय बैंड/संगीत का दल बना लिया है। अमरीकी बिलबोर्ड 200 के मुताबिक, साडे के बाद बैकस्ट्रीट बॉयज़ ही पहले ऐसे कलाकार हैं, जिनके शुरूआती सातों एल्बम चार्ट के सर्वश्रेष्ठ 10 में पहुंच गए हैं। उनके शुरुआती गाने अभी भी बहुत लोकप्रिय हैं। जब वे 2005 में पॉप जगत में लौटे, तो मात्र लाइव वाद्य यन्त्र (इनमें से कुछ तो वे खुद बजाते थे) एवं एक गिटार व पियानो से निकलती पॉप-रॉक ध्वनि के इस्तेमाल के साथ उनकी आवाज़ में काफी बदलाव आ गया था। 2005-2006 के दौरे के बाद, मूल सदस्य केविन रिचर्डसन ने 23 जून 2006 में दल छोड़ दिया,People.com (2006).

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बेरीबेरी

बेरीबेरी से पीड़ित एक व्यक्ति बेरीबेरी (beriberi) विटामिन बी1 की कमी से उत्पन्न कुपोषणजन्य रोग है। इसे पॉलिन्यूराइटिस इंडेंमिका, हाइड्रॉप्स ऐस्थमैटिक्स, काके, बारबियर्स आदि नामों से भी जानते हैं। बेरी-बेरी का अर्थ है - "चल नहीं सकता"। संसार के जिन क्षेत्रों में चावल मुख्य आहार है, उनमें यह रोग विशेष रूप से पाया जाता है। इस रोग की विशेषताएँ हैं.

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बेकजे

३७५ ईसवी में अपने चरम पर बेकजे राज्य बेकजे (कोरियाई: 백제, अंग्रेज़ी: Baekje) या पेकचे एक प्राचीन कोरियाई राज्य था जो दक्षिण-पूर्वी कोरिया में स्थित था। यह १८ ईसापूर्व से ६६० ईसवी तक अस्तित्व में रहा। गोगुरयेओ और सिल्ला के साथ यह 'प्राचीन कोरिया के तीन राज्यों' में से एक था। बेकजे राज्य की स्थापना गोगुरयेओ राज्य के संस्थापक जुमोंग (추몽, Jumong) के तीसरे बेटे ओंजो (온조왕, Onjo) ने के थी। जैसे-जैसे तीनों राज्य कोरियाई प्रायद्वीप पर अपना प्रभाव बढ़ाते गए, बेकजे कभी गोगुरयेओ और सिला के साथ लड़ता था और कभी संधियाँ करता था।, Jae-un Kang, Jae-eun Kang, Homa & Sekey Books, 2006, ISBN 978-1-931907-37-8,...

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बॉन त्योहार

बॉन त्योहार के अवसर पर लोग अपने पैत्रिक स्थान पर दिये जलते हुए अलन्कार कर्ते है। "ओबॉन" या "बॉन" एक जापानी बौद्ध रिवाज है जो पूर्वजों को आदर करता है। यह बौद्ध रिवाज विकसित होकर एक पारिवारिक छुट्टी हो गया है। इस दिन लोग अपने पैतृक परिवार के स्थानो जाकर वह अपने पैतृक कब्रों को स्वच्छ करते हैं। तब पैतृक आत्माओं शांति पहुँचाते हैं। यह त्योहार जापान में पाँच सो वर्ष से ज़्यादा समय से मनाया गया है और इस त्योहार में ऐक परंपरागत नृत्य भी है और उसका नाम है बॉन-आढोरी। यह त्योहार तीन दिन के लिए होती है। मगर अलग क्षेत्रों में उसकी तारीख बदलती रहती है। यहाँ तीन प्रकर के कैलेंडर है। सौर्य कैलेंडर में "शिचिगातस बॉन" यानी बॉन सऩ् १५ जुलाई मे पूव्री जापान मे मनाया जाता है। चंद्र कैलेंडर में "हकिग्तसु बॉन" यानी इस बॉन सऩ् १५ अगस्त में मनाया जाता है। .

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बॉक्सर विद्रोह

तियानजिन में बॉक्सर विद्रोहियों का दस्ता आठ-राष्ट्रिय गुट के नुमाइंदे - (बाएँ से) ब्रिटिश, अमेरिकी, रूसी, ब्रिटिश भारतीय, जर्मन, फ़्रांसिसी, ऑस्ट्रो-हंगेरियाई, इतालवी, जापानी सर क़लम कर के विद्रोहियों को सज़ा बॉक्सर विद्रोह या मुक़्क़ेबाज़ विद्रोह चीन में सन् 1898 से 1901 तक चलने वाला यूरोपियाई साम्राज्यवाद और इसाई धर्म के फैलाव के विरुद्ध एक हिंसक आन्दोलन था। इसका नेतृत्व एक "धार्मिक समस्वर संघ" (चीनी:義和團, यीहेतुआन) नाम के संगठन ने किया था, जिन्हें "धार्मिक और समस्वरीय मुक़्क़ों का संघ" भी कहा जाता था। मुक़्क़ेबाज़ को अंग्रेज़ी में "बॉक्सर" (boxer) कहते हैं इसलिए विद्रोहियों को यही बुलाया जाने लगा। .

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बोधिधर्म बौद्धाचार्य

बोधिधर्म एक महान भारतीय बौद्ध भिक्षु एवं विलक्षण योगी थे। इन्होंने 520 या 526 ई. में चीन जाकर ध्यान-सम्प्रदाय (झेन बौद्ध धर्म) का प्रवर्तन या निर्माण किया। ये दक्षिण भारत के कांचीपुरम के राजा सुगन्ध के तृतीय पुत्र थे। इन्होंने अपनी चीन-यात्रा समुद्री मार्ग से की। वे चीन के दक्षिणी समुद्री तट केन्टन बन्दरगाह पर उतरे। प्रसिद्ध है कि भगवान बुद्ध अद्भुत ध्यानयोगी थे। वे सर्वदा ध्यान में लीन रहते थे। कहा जाता है कि उन्होंने सत्य-सम्बन्धी परमगुह्य ज्ञान एक क्षण में महाकाश्यप में सम्प्रेषित किया और यही बौद्ध धर्म के ध्यान सम्प्रदाय की उत्पत्ति का क्षण था। महाकाश्यप से यह ज्ञान आनन्द में सम्प्रेषित हुआ। इस तरह यह ज्ञानधारा गुरु-शिष्य परम्परा से निरन्तर प्रवाहित होती रही। भारत में बोधिधर्म इस परम्परा के अट्ठाइसवें और अन्तिम गुरु हुए। .

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बोइंग बी-17 फ़्लाइंग फ़ोर्ट्रेस

उड़ान में B-17 विमान बी-17 विमान से निकलती हुईं महिला पायलट बोइंग बी-17 फ़्लाइंग फ़ोर्ट्रेस एक चार-इंजन वाला भारी बमवर्षक विमान था, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध में इस्तेमाल किया था। यह विमान संयुक्त राज्य अमेरिका वायु सेना कोर (यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी एअर कोर, USAAC) के लिए बोइंग कम्पनी ने 1930 के दशक में विकसित किया गया था। 8 अगस्त 1934 के दिन एयर कोर ने मार्टिन बी-10 हमलावर विमान की जगह लेने वाले एक नए बहु-इंजन हमलावर के लिए निविदा आम्न्त्रित की.

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बी बोइंग

बी-बॉइंग जिसे “ब्रेकडांस ” के नाम से जाना जाता है, सड़क नृत्य की एक लोकप्रिय शैली है, जिसकी रचना और विकास अफ्रीकी-अमेरिकी लोगों के मध्य हिप-हॉप संस्कृति (सड़क संस्कृति) के एक भाग के रूप में हुआ और बाद में यह न्यूयार्क शहर के लैटिन युवाओं के बीच लोकप्रिय हो गया। इस नृत्य के चार प्रमुख तत्व है - टॉपरॉक, डाउनरॉक, पावर मूव और फ्रीज़/सुसाइड.

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बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

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भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

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भारत में मोटर वाहन उद्योग

भारतमें वाहन उद्योग विश्व का सातवां सबसे बड़ा वाहन उद्योग है, जिसने वर्ष 2009 में 26 लाख इकाइयों का उत्पादन किया। 2009 में, जापान, दक्षिण कोरिया और थाइलैंड के बाद भारत एशिया का चौथा सबसे बड़ा वाहन निर्यातक बन गया। अनुमान है कि 2050 तक भारत की सड़कों पर 61.1 करोड़ वाहन होंगे जो विश्व में सर्वाधिक वाहन संख्या होगी। 1991 भारत में शुरू हुए आर्थिक उदारीकरण के बाद, बढ़ती प्रतियोगिता और सरकार द्वारा नियमों को सरल बनाने के कारण भारतीय वाहन उद्योग ने लगातार वृद्धि की है। टाटा मोटर्स, मारुति सुज़ुकी एवं महिन्द्रा एंड महिन्द्रा जैसे भारतीय वाहन निर्माताओं ने अपने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय को बढ़ाया है। भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि के कारण भारत के घरेलू वाहन बाजार का विस्तार हुआ है और बहु-राष्ट्रीय वाहन निर्माता भारत-केन्द्रित निवेश के लिए आकर्षित हुए हैं।.

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भारत में राजभत्ता

राजभत्ता, निजी कोश, प्रिवी पर्स किसी संवैधानिक या लोकतांत्रिक राजतंत्र में राज्य के स्वायत्त शासक एवं राजपरिवार को मिलने वाले विशेष धनराशी को कहा जाता है।   भारतवर्ष में राजभत्ता देने की परियोजना की शुरुआत सन १९५०में लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना के बाद हुई थी। इंगलैण्ड, जापान या अन्य यूरोपिय देशों(जहां केवल एक राजवंश या राजपरिवार होते हैं) के विपरीत भारत में(गणराज्य के शुरुआती वर्षों में) कुल ५६२राजवंश थे। ये भारत के उन पूर्व राज्यों के राजवंश थे जिन्होंने नव-स्वतंत्र भारत(अर्थात भारत अधीराज्य; Dominion of India) में अपनी रियासतों को संधि द्वारा भारतीय संघ में, पहले शामिल किया एवं बाद में, अपने राज्यों को भारत गणराज्य में संपूर्णतः विलीन कर आधूनिक भारत को स्थापित किया था। जिसके कारणवश उन्होंने अपना शासनाधिकार पूर्णतः भारत सरकार के हाथों सौंप दिया था। भारतीय संघ में सम्मिलित होने की संधि के शर्तों में रियासतों के तत्कालीन शासकों एवं उनके उत्तराधिकारियों को आजीवन, जीवनयापन हेतु भारत सरकार द्वारा विशेष धनराशि एवं भत्ते (राजभत्ता) दिये जाने का प्रावधान था। इस विशेष वार्षिक धनराशि को राजभत्ता, निजी कोश या प्रिवी पर्स कहा जाता था। इस व्यवस्था को ब्रिटेन में चल रहे राजभत्ते (प्रिवी पर्स) की व्यवस्था के आधार पर पारित किया गया था। इस "अलोकतांत्रिक" व्यवस्था को सन १९७१में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल के दैरान पूर्णतः स्थगित कर दिया गया।   .

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भारत में कंप्यूटर युग की शुरुआत

भारत में कंप्यूटर युग की शुरुआत सन १९५२ में भारतीय सांख्यिकी संस्थान कोलकाता से हुई थी। सन १९५२ में आई एस आई में एक एनालोंग कंप्यूटर की स्थापना की गई थी जो भारत का प्रथम कंप्यूटर था। यह कंप्यूटर १० X १० की मैट्रिक्स को हल कर सकता था। इसी समय भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलूर में भी एक एनालोग कंप्यूटर स्थापित किया गया था जिसका प्रयोग अवकलन विश्लेषक के रूप में किया जाता था। लेकिन इन सब के बाद भी भारत में कंप्यूटर युग की वास्तविक रूप से शुरुआत हुई सन १९५६ में, जब आई एस आई कोलकाता में भारत का प्रथम इलेक्ट्रोनिक डिजिटल कंप्यूटर HEC - 2M स्थापित किया गया। यह कंप्यूटर केवल भारत का प्रथम इलेक्ट्रोनिक कंप्यूटर होने के कारण ख़ास नहीं था बल्कि इसलिए भी ख़ास था क्योंकि इसकी स्थापना के साथ ही भारत जापान के बाद एशिया का दूसरा ऐसा देश बन गया था जिसने कंप्यूटर तकनीक को अपनाया था। वास्तव में HEC - 2M का निर्माण भारत में न होकर इंग्लेंड में हुआ था। जहां से इसे आयात करके आई एस आई में स्थापित किया गया था। इसका विकास एंड्रयू डोनाल्ड बूथ द्वारा किया गया था जो उस समय लंदन के बर्कबैक कोलेज में कार्यरत प्रोफ़ेसर थे | यह कंप्यूटर १०२४ शब्द की ड्रम मेमोरी युक्त एक १६ बिट का कंप्यूटर था जिसका संचालन करने के लिए मशीन भाषा का प्रयोग किया जाता था तथा इनपुट और आउटपुट के लिए पंच कार्ड्स का प्रयोग किया जाता था लेकिन बाद में इसमे प्रिंटर भी जोड़ दिया गया | चूँकि यह देश का प्रथम डिजिटल कंप्यूटर था इसलिए सम्पूर्ण देश से विभिन्न प्रकार की वैज्ञानिक समस्याओं का समाधान इस कंप्यूटर से किया जाता था जैसे सुरक्षा विभाग तथा प्रयोगशालाओं से सम्बंधित समस्याएँ विभिन्न प्रकार के विश्लेषक आदि | लेकिन यह विकास गाथा यही समाप्त नहीं होती है | सन १९५८ में आई एस आई में युआरएएल नामक एक अन्य कंप्यूटर स्थापित किया गया जो आकार में HEC - 2 M से भी बड़ा था। इस कंप्यूटर को रूस से खरीदा गया था। यह नाम वास्तव में रूस की एक पर्वत श्रृंखला का नाम है और चूँकि यह कंप्यूटर भी रूस से खरीदा गया था, इस कारण से इस कंप्यूटर को यह नाम दिया गया | यह कंप्यूटर क्षेतिक मैग्नेटिक टेप युक्त एक ३२ बिट कंप्यूटर था, जिसमे इनपुट के रूप में पंच कार्ड्स तथा आउटपुट के रूप में प्रिंटर का प्रयोग किया जाता था। सन १९६४ में इन दोनों कंप्यूटर को तब विराम दे दिया गया जब आईबीएम ने आई एस आई में अपना कंप्यूटर १४०१ स्थापित किया | आईबीएम १४०१, १४०० श्रृंखला का पहला कंप्यूटर था जिसे आईबीएम द्वारा सन १९५९ में विकसित किया गया था जो की एक डाटा प्रोसेसिंग सिस्टम कंप्यूटर था। इस कंप्यूटर में मुख्य रूप से १४०१ प्रोसेसिंग यूनिट थी जो एक मिनट में १,९३,३०० योग की गणनाएं कर सकती थी | साथ ही साथ इस कंप्यूटर में इनपुट के लिए पंच कार्ड्स के साथ साथ मैग्नेटिक टेप तथा आउटपुट के लिए आईबीएम १४०३ प्रिंटर का प्रयोग किया जाता था। इन सभी कंप्यूटर में जो एक समानता थी वह यह थी कि ये सभी कंप्यूटर भारत में विकसित नहीं हुए थे बल्कि इन्हें दूसरे देशों से खरीदा गया था। भारत में विकसित किया गया पहला कंप्यूटर था ISIJU, इस कंप्यूटर का विकास सन १९६६ में दो संस्थाओं भारतीय सांख्यिकी संस्थान तथा जादवपुर यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया था। जिस कारण इसे ISIJU नाम दिया गया | HEC - 2M तथा URAL दोनों ही वैक्यूम ट्यूब युक्त कंप्यूटर थे जबकि ISIJU एक ट्रांजिस्टर युक्त कंप्यूटर था। इस कंप्यूटर का विकास भारतीय कंप्यूटर तकनीक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था, यद्यपि यह कंप्यूटर व्यवसायिक कम्प्यूटिंग आवश्यकताओं को पूर्ण नहीं करता था जिस कारण से इसके द्वारा कोई विशिष्ट कार्य नहीं किया गया | भारत में कम्प्यूटिंग विकास में सबसे महत्वपूर्ण चरण आया ९० के दशक में जब पुणे में स्थित प्रगत संगणन विकास केंद्र में भारत का प्रथम सुपर कंप्यूटर ' परम ८००० ' का विकास किया गया | परम का अर्थ है parallel machine जो कि आज सुपर कंप्यूटर की एक श्रृंखला है | परम का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रो में किया जाता है जैसे बायोइन्फ़ोर्मेटिक्स के क्षेत्र में, मौसम विज्ञान के क्षेत्र में, रसायन शास्त्र के क्षेत्र में आदि | यद्यपि पर्सनल कंप्यूटर के आ जाने के कारण आज भारत के कई हजारों घरों में, कार्यालयों में कंप्यूटर तकनीक पैर पसार रही है लेकिन इन सभी एनालोग, मेनफ्रेम तथा सुपरकंप्यूटर ने भारत को एक विकासशील देश बनाने में अपना अमूल्य योगदान दिया है | .

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भारत में कॉफी उत्पादन

भारत में कॉफी वन भारत में कॉफी बागान भारत में कॉफ़ी का उत्पादन मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय राज्यों के पहाड़ी क्षेत्रों में होता है। यहां कुल 8200 टन कॉफ़ी का उत्पादन होता है जिसमें से कर्नाटक राज्य में अधिकतम 53 प्रतिशत, केरल में 28 प्रतिशत और तमिलनाडु में 11 प्रतिशत उत्पादन होता है। भारतीय कॉफी दुनिया भर की सबसे अच्छी गुणवत्ता की कॉफ़ी मानी जाती है, क्योंकि इसे छाया में उगाया जाता है, इसके बजाय दुनिया भर के अन्य स्थानों में कॉफ़ी को सीधे सूर्य के प्रकाश में उगाया जाता है। भारत में लगभग 250000 लोग कॉफ़ी उगाते हैं; इनमें से 98 प्रतिशत छोटे उत्पादक हैं। 2009 में, भारत का कॉफ़ी उत्पादन दुनिया के कुल उत्पादन का केवल 4.5% था। भारत में उत्पादन की जाने वाली कॉफ़ी का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा निर्यात कर दिया जाता है। निर्यात किये जाने वाले हिस्से का 70 प्रतिशत हिस्सा जर्मनी, रूस संघ, स्पेन, बेल्जियम, स्लोवेनिया, संयुक्त राज्य, जापान, ग्रीस, नीदरलैंड्स और फ्रांस को भेजा जाता है। इटली को कुल निर्यात का 29 प्रतिशत हिस्सा भेजा जाता है। अधिकांश निर्यात स्वेज़ नहर के माध्यम से किया जाता है। कॉफी भारत के तीन क्षेत्रों में उगाई जाती है। कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु दक्षिणी भारत के पारम्परिक कॉफ़ी उत्पादक क्षेत्र हैं। इसके बाद देश के पूर्वी तट में उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के गैर पारम्परिक क्षेत्रों में नए कॉफ़ी उत्पादक क्षेत्रों का विकास हुआ है। तीसरे क्षेत्र में उत्तर पूर्वी भारत के अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर और आसाम के राज्य शामिल हैं, इन्हें भारत के "सात बन्धु राज्यों" के रूप में जाना जाता है। भारतीय कॉफी, जिसे अधिकतर दक्षिणी भारत में मानसूनी वर्षा में उगाया जाता है, को "भारतीय मानसून कॉफ़ी" भी कहा जाता है। इसके स्वाद "सर्वश्रेष्ठ भारतीय कॉफ़ी के रूप में परिभाषित किया जाता है, पेसिफिक हाउस का फ्लेवर इसकी विशेषता है, लेकिन यह एक साधारण और नीरस ब्रांड है।" कॉफ़ी की चार ज्ञात किस्में हैं अरेबिका, रोबस्टा, पहली किस्म जिसे 17 वीं शताब्दी में कर्नाटक के बाबा बुदान पहाड़ी क्षेत्र में शुरू किया गया, का विपणन कई सालों से केंट और S.795 ब्रांड नामों के तहत किया जाता है। .

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भारत का राजनीतिक एकीकरण

१९४७ में स्वतन्त्रता के तुरन्त बाद भारत की राजनीतिक स्थिति १९०९ में 'ब्रितानी भारत' तथा देसी रियासतें स्वतंत्रता के समय 'भारत' के अन्तर्गत तीन तरह के क्षेत्र थे-.

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भारत के वैदेशिक सम्बन्ध

किसी भी देश की विदेश नीति इतिहास से गहरा सम्बन्ध रखती है। भारत की विदेश नीति भी इतिहास और स्वतन्त्रता आन्दोलन से सम्बन्ध रखती है। ऐतिहासिक विरासत के रूप में भारत की विदेश नीति आज उन अनेक तथ्यों को समेटे हुए है जो कभी भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन से उपजे थे। शान्तिपूर्ण सहअस्तित्व व विश्वशान्ति का विचार हजारों वर्ष पुराने उस चिन्तन का परिणाम है जिसे महात्मा बुद्ध व महात्मा गांधी जैसे विचारकों ने प्रस्तुत किया था। इसी तरह भारत की विदेश नीति में उपनिवेशवाद, साम्राज्यवाद व रंगभेद की नीति का विरोध महान राष्ट्रीय आन्दोलन की उपज है। भारत के अधिकतर देशों के साथ औपचारिक राजनयिक सम्बन्ध हैं। जनसंख्या की दृष्टि से यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्रात्मक व्यवस्था वाला देश भी है और इसकी अर्थव्यवस्था विश्व की बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ रूसी राष्ट्रपति, 34वाँ जी-8 शिखर सम्मेलन प्राचीन काल में भी भारत के समस्त विश्व से व्यापारिक, सांस्कृतिक व धार्मिक सम्बन्ध रहे हैं। समय के साथ साथ भारत के कई भागों में कई अलग अलग राजा रहे, भारत का स्वरूप भी बदलता रहा किंतु वैश्विक तौर पर भारत के सम्बन्ध सदा बने रहे। सामरिक सम्बन्धों की बात की जाए तो भारत की विशेषता यही है कि वह कभी भी आक्रामक नहीं रहा। 1947 में अपनी स्वतंत्रता के बाद से, भारत ने अधिकांश देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है। वैश्विक मंचों पर भारत सदा सक्रिय रहा है। 1990 के बाद आर्थिक तौर पर भी भारत ने विश्व को प्रभावित किया है। सामरिक तौर पर भारत ने अपनी शक्ति को बनाए रखा है और विश्व शान्ति में यथासंभव योगदान करता रहा है। पाकिस्तान व चीन के साथ भारत के संबंध कुछ तनावपूर्ण अवश्य हैं किन्तु रूस के साथ सामरिक संबंधों के अलावा, भारत का इजरायल और फ्रांस के साथ विस्तृत रक्षा संबंध है। भारत की विदेश नीति के निर्माण की अवस्था को निम्न प्रकार से समझा जा सकता हैः- .

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भारत २०१०

इन्हें भी देखें 2014 भारत 2014 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2014 साहित्य संगीत कला 2014 खेल जगत 2014 .

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भारत-जापान सम्बन्ध

१९१५ में रास बिहारी बोस (दाहिने से दूसरे स्थान पर) के सम्मान में रात्रिभोज, जिसमें उनके परम मित्र तोयामा मित्सुरु और सुयोशि इनुकाइ उपस्थित हैं। भारत और जापान के सम्बन्ध हमेशा से काफ़ी मजबूत और स्थिर रहे हैं। जापान की संस्कृति पर भारत में जन्मे बौद्ध धर्म का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है। भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान भी जापान की शाही सेना ने सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिन्द फौज को सहायता प्रदान की थी। भारत की स्वतंत्रता के बाद से भी अब तक दोनों देशों के बीच मधुर सम्बन्ध रहे हैं। जापानी प्रधानमंत्री शिंज़ो अबे के आर्क ऑफ फ्रीडम सिद्धांत के अनुसार यह जापान के हित में है कि वह भारत के साथ मधुर सम्बन्ध रखे ख़ासतौर से उसके चीन के साथ तनाव पूर्ण रिश्तों के परिप्रेक्ष्य में देखा जाय तो। भारत की ओर से भी चीन के साथ रिश्तों और वैश्विक परिप्रेक्ष्य में जापान को काफ़ी महत्व दिया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरकार की पूर्व की ओर देखो नीति ने भारत को जापान के साथ मधुर और पहले से बेहतर सम्बन्ध बनाने की ओर प्रेरित किया है। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर किसी द्विपक्षीय विदेश यात्रा के लिए सर्वप्रथम जापान को चुना जापान की कई कम्पनियाँ जैसे कि सोनी, टोयोटा और होंडा ने अपनी उत्पादन इकाइयाँ भारत में स्थापित की हैं और भारत की आर्थिक विकास में योगदान दिया है। इस क्रम में सबसे अभूतपूर्व योगदान है वहाँ की मोटर वाहन निर्माता कंपनी सुज़ुकी का जो भारत की कंपनी मारुति सुजुकी के साथ मिलकार उत्पादन करती है और भारत की सबसे बड़ी मोटर कार निर्माता कंपनी है। होंडा कुछ ही दिनों पहले तक हीरो होंडा (अब हीरो मोटोकॉर्प व होंडा मोटर्स) के रूप में हीरो कंपनी के पार्टनर के रूप में कार्य करती रही है जो तब दुनिया की सबसे बड़ी मोटरसाइकिल विक्रेता कंपनी थी। जापान ने भारत में अवसंरचना विकास के कई प्रोजेक्ट का वित्तीयन किया है और इनमें तकनीकी सहायता उपलब्ध करायी है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण रूप से उल्लेखनीय है दिल्ली मेट्रो रेल का निर्माण। .

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भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम

भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के द्वारा शासित है। 1948 से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ फीफा द्वारा संबद्ध हो गयी। 1948 से भारतीय फुटबॉल महासंघ एशियाई फुटबॉल महासंघ के संस्थापक सदस्यों में है। भारतीय फुटबॉल टीम ने पहली और अंतिम बार 1950 में फीफा विश्व कप किया था परन्तु कुछ कारणों से वह इस प्रतियोगिता में हिस्सा न ले पाई। भारतीय टीम ने अब तक दो एशियाई खेलों में स्वर्ण तथा एएफसी एशिया कप में एक बार रजत जीता है। .

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भारतीय रुपया

भारतीय रुपया (प्रतीक-चिह्न: 8px; कोड: INR) भारत की राष्ट्रीय मुद्रा है। इसका बाज़ार नियामक और जारीकर्ता भारतीय रिज़र्व बैंक है। नये प्रतीक चिह्न के आने से पहले रुपये को हिन्दी में दर्शाने के लिए 'रु' और अंग्रेजी में Re.

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भारतीय रुपया चिह्न

भारतीय रुपया चिह्न भारतीय रुपया चिह्न (₹) भारतीय रुपये (भारत की आधिकारिक मुद्रा) के लिये प्रयोग किया जाने वाला मुद्रा चिह्न है। यह डिजाइन भारत सरकार द्वारा १५ जुलाई २०१० को सार्वजनिक किया गया था। अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउण्ड, जापानी येन और यूरोपीय संघ के यूरो के बाद रुपया पाँचवी ऐसी मुद्रा बन गया है, जिसे उसके प्रतीक-चिह्न से पहचाना जाएगा। भारतीय रुपये के लिये अन्तर्राष्ट्रीय तीन अंकीय कोड (अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) मानक ISO 4217 के अनुसार) INR है। ५ मार्च २००९ को भारत सरकार ने भारतीय रुपये के लिये एक चिह्न निर्माण हेतु एक प्रतियोगिता की घोषणा की। इसके अन्तर्गत सरकार को तीन हज़ार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। यूनियन बजट २०१० के दौरान वित्त मन्त्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि प्रस्तावित चिह्न भारतीय संस्कृति को प्रकट करेगा। प्राप्त ३३३१ आवेदनों में से मनॉन्दिता कोरिया-मेहरोत्रा, हितेश पद्मशैली, शिबिन केक, शाहरुख जे ईरानी तथा डी उदय कुमार द्वारा निर्मित किये गये पाँच चिह्न शॉर्ट लिस्ट किये गये तथा उनमें से एक २४ जून २०१० को यूनियन कैबिनेट की मीटिंग में फाइनल किया जाना था। वित्त मन्त्री के अनुरोध पर निर्णय स्थगित किया गया, तथा १५ जुलाई २०१० की मीटिंग में निर्णय लिया गया तथा उदय कुमार द्वारा निर्मित चिह्न चुना गया। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर की अध्यक्षता में गठित एक उच्चस्तरीय समिति ने भारतीय संस्कृति और भारतीय भाषाओं के साथ ही आधुनिक युग के बेहतर सामंजस्य वाले इस प्रतीक को अन्तिम तौर पर चयन करने की सिफारिश की थी। .

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भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष

3 मई 2013 (शुक्रवार) को भारतीय सिनेमा पूरे सौ साल का हो गया। किसी भी देश में बनने वाली फिल्में वहां के सामाजिक जीवन और रीति-रिवाज का दर्पण होती हैं। भारतीय सिनेमा के सौ वर्षों के इतिहास में हम भारतीय समाज के विभिन्न चरणों का अक्स देख सकते हैं।उल्लेखनीय है कि इसी तिथि को भारत की पहली फीचर फ़िल्म “राजा हरिश्चंद्र” का रुपहले परदे पर पदार्पण हुआ था। इस फ़िल्म के निर्माता भारतीय सिनेमा के जनक दादासाहब फालके थे। एक सौ वर्षों की लम्बी यात्रा में हिन्दी सिनेमा ने न केवल बेशुमार कला प्रतिभाएं दीं बल्कि भारतीय समाज और चरित्र को गढ़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। .

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भारतीय हॉकी टीम

भारतीय हॉकी टीम भारत की राष्ट्रीय मैदानी हॉकी टीम है। 1928 में भारतीय हॉकी टीम अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ की पहली गैर यूरोपीय सदस्य टीम बनी। भारत-मलेशिया हॉकी मैच, दिल्ली, ५ अक्टूबर २०१० 1928 में, टीम ने अपना पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता और 1956 तक ओलंपिक में भारतीय पुरुष टीम नाबाद रही, लगातार छह स्वर्ण पदक जीते। भारतीय हॉकी टीम ने अबतक आठ ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते है, जो सभी राष्ट्रीय टीमों से अधिक है। .

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भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम

भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम डॉ विक्रम साराभाई की संकल्पना है, जिन्हें भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम का जनक कहा गया है। वे वैज्ञानिक कल्पना एवं राष्ट्र-नायक के रूप में जाने गए। वर्तमान प्रारूप में इस कार्यक्रम की कमान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के हाथों में है। .

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, (संक्षेप में- इसरो) (Indian Space Research Organisation, ISRO) भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका मुख्यालय बेंगलुरू कर्नाटक में है। संस्थान में लगभग सत्रह हजार कर्मचारी एवं वैज्ञानिक कार्यरत हैं। संस्थान का मुख्य कार्य भारत के लिये अंतरिक्ष संबधी तकनीक उपलब्ध करवाना है। अन्तरिक्ष कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों में उपग्रहों, प्रमोचक यानों, परिज्ञापी राकेटों और भू-प्रणालियों का विकास शामिल है। 1969 में स्थापित, इसरो अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए तत्कालीन भारतीय राष्ट्रीय समिति (INCOSPAR) स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और उनके करीबी सहयोगी और वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के प्रयासों से 1962 में स्थापित किया गया। भारत का पहला उपग्रह, आर्यभट्ट, जो 19 अप्रैल 1975 सोवियत संघ द्वारा शुरू किया गया था यह गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था बनाया।इसने 5 दिन बाद काम करना बंद कर दिया था। लेकिन ये अपने आप में भारत के लिये एक बड़ी उपलब्धि थी। 7 जून 1979 को भारत ने दूसरा उपग्रह भास्कर 445 किलो का था, पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया। 1980 में रोहिणी उपग्रह पहला भारतीय-निर्मित प्रक्षेपण यान एसएलवी -3 बन गया जिस्से कक्षा में स्थापित किया गया। इसरो ने बाद में दो अन्य रॉकेट विकसित किये। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान उपग्रहों शुरू करने के लिए ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी),भूस्थिर कक्षा में उपग्रहों को रखने के लिए ध्रुवीय कक्षाओं और भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान। ये रॉकेट कई संचार उपग्रहों और पृथ्वी अवलोकन गगन और आईआरएनएसएस तरह सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम तैनात किया उपग्रह का शुभारंभ किया।जनवरी 2014 में इसरो सफलतापूर्वक जीसैट -14 का एक जीएसएलवी-डी 5 प्रक्षेपण में एक स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल किया गया। इसरो के वर्तमान निदेशक ए एस किरण कुमार हैं। आज भारत न सिर्फ अपने अंतरिक्ष संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम है बल्कि दुनिया के बहुत से देशों को अपनी अंतरिक्ष क्षमता से व्यापारिक और अन्य स्तरों पर सहयोग कर रहा है। इसरो एक चंद्रमा की परिक्रमा, चंद्रयान -1 भेजा, 22 अक्टूबर 2008 और एक मंगल ग्रह की परिक्रमा, मंगलयान (मंगल आर्बिटर मिशन) है, जो सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश पर 24 सितंबर 2014 को भारत ने अपने पहले ही प्रयास में सफल होने के लिए पहला राष्ट्र बना। दुनिया के साथ ही एशिया में पहली बार अंतरिक्ष एजेंसी में एजेंसी को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा तक पहुंचने के लिए इसरो चौथे स्थान पर रहा। भविष्य की योजनाओं मे शामिल जीएसएलवी एमके III के विकास (भारी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए) ULV, एक पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान, मानव अंतरिक्ष, आगे चंद्र अन्वेषण, ग्रहों के बीच जांच, एक सौर मिशन अंतरिक्ष यान के विकास आदि। इसरो को शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए साल 2014 के इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मंगलयान के सफल प्रक्षेपण के लगभग एक वर्ष बाद इसने 29 सितंबर 2015 को एस्ट्रोसैट के रूप में भारत की पहली अंतरिक्ष वेधशाला स्थापित किया। जून 2016 तक इसरो लगभग 20 अलग-अलग देशों के 57 उपग्रहों को लॉन्च कर चुका है, और इसके द्वारा उसने अब तक 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर कमाए हैं।http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/in-record-launch-isro-flies-20-satellites-into-space-10-facts-1421899?pfrom.

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भाषाशास्त्रियों की सूची

शैक्षिक संदर्भों में उन लोगों को भाषावैज्ञानिक (linguist) कहा जाता है जो प्राकृतिक भाषा का अध्ययन करते हैं। भाषावैज्ञानिक, बहुभाषी (polyglot), वैयाकरण ((a scholar of grammar) हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता है। .

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भगवान बुद्ध और उनका धम्म

भगवान बुद्ध और उनका धम्म यह डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है। यह तथागत बुद्ध के जीवन और बौद्ध धर्म के सिद्धान्तों पर प्रकाश डालता है। यह डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा रचित अंतिम ग्रन्थ है। यह ग्रंथ भारतीय बौद्धों द्वारा एक पवित्र पाठ के रूप में व्यवहार में उपयोग किया जाता है। यह ग्रंथ नवयानी बौद्ध अनुयायिओं का धर्मग्रंथ है। संपूर्ण विश्व भर और मुख्यत: बौद्ध जगत में यह ग्रंथ अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यह ग्रंथ पहली बार बाबासाहेब के महापरिनिर्वाण ६ दिसंबर १९५६ के बाद १९५७ में प्रकाशित हुआ था। यह फिर से सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा १९७९ में 'डॉ.

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भगवान सिंह ज्ञानी

डॉ॰ भगवान सिंह ज्ञानी ‘प्रीतम’ (27 जुलाई 1884 - 8 अकतूबर 1962) भारतीय राष्ट्रवादी तथा गदर पार्टी के प्रमुख नेता थे। वे 1914 से 1920 तक ग़दर पार्टी के अध्यक्ष रहे। प्रथम विश्वयुद्ध के समय १९१५ के गदर क्रान्ति में उनकी प्रमुख भूमिका थी। इस क्रान्ति के असफल होने पर वे जापान चले गये थे। उनकी 'हिन्दुस्तान गदर' में प्रकाशित राष्ट्रभक्तिपूर्ण कविताएँ बहुत प्रसिद्ध हैं। बाद में इन कविताओं को 'गदर दी गुँज' के नाम से संकलित किया गया। .

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भूमिगत रेल

भूमि की सतह के नीचे सुरंग बनाकर उसके अन्दर रेल की पटरी बिछाकर जो रेलगाड़ी चलायी जाती है उसे भूमिगत रेल कहते हैं। इन्हें मेट्रो रेल, मेट्रो, सब-वे अथवा त्वरित रेल (रैपिड रेल) भी कहा जाता है। .

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भूकम्पमापी

भूकम्पमापी के आन्तरिक भाग एक सरल भूकम्पमापी भूकंपमापी (Seismometer) भूगति के एक घटक को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विधि से अधिक यथार्थतापूर्वक अभिलिखित करने वाला उपकरण है। सुपरिचित प्राकृतिक भूकंपों, भूमिगत परमाणु परीक्षण एवं पेट्रोलियम अन्वेषण आदि में मनुष्यकृत विस्फोटों तथा तेज हवा, समुद्री तरंग, तेज मानसून एवं समुद्री क्षेत्र में तूफान या अवनमन आदि से उत्पन्न सूक्ष्मकंपों (microseism) के कारण भूगति उत्पन्न हो सकती है। उचित रीति से अनुस्थापित (oriented), क्षैतिज भूकंपमापी भूगति के पूर्व पश्चिम या उत्तर दक्षिण के घटक को अभिलिखित करता है और ऊर्ध्वाधर भूकंपमापी ऊर्ध्वाधर गति, अर्थात भूगति के ऊर्ध्वाधर घटक को अभिलिखित करता है। .

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भूकम्पी संहिता

भूकम्पी संहिता (Seismic codes या earthquake codes) उन भवन संहिताओं (building codes) को कहते हैं जो भूकम्प आने के कारण जीवन तथा भवनों की हानि को कम करने के लिये डिजाइन की जातीं हैं। एक प्रसिद्ध कहावत है कि लोगों को भूकम्प नहीं मारता बल्कि भवन मारते हैं। .

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भोजन शिष्टाचार

भोजन शिष्टाचार खाते समय पालन किये जाने वाले शिष्टाचार के वे नियम हैं, जिनमें बर्तनों का सटीक उपयोग भी शामिल हो सकता है। विभिन्न संस्कृतियां भोजन शिष्टाचार के लिए अलग-अलग नियमों का पालन करती हैं। कई भोजन शिष्टाचारों का विकास व्यावहारिकता के तहत हुआ है। उदाहरण के तौर पर, मेज़ पर कुहनियों को टिकाना आम तौर पर अशिष्ट माना जाता है चूंकि ऐसा करने पर कटोरियों और कपों के ऊपर फिसलने का जोखिम बना रहता है। इन नियमों को कितनी कड़ाई से लागू करना है, इसके बारे में प्रत्येक परिवार या समूह अपने निजी मानक स्वयं तय करते हैं। .

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मधु

बोतल में छत्ते के साथ रखी मधु मधु या शहद (अंग्रेज़ी:Honey हनी) एक मीठा, चिपचिपाहट वाला अर्ध तरल पदार्थ होता है जो मधुमक्खियों द्वारा पौधों के पुष्पों में स्थित मकरन्दकोशों से स्रावित मधुरस से तैयार किया जाता है और आहार के रूप में मौनगृह में संग्रह किया जाता है।। उत्तराकृषिप्रभा शहद में जो मीठापन होता है वो मुख्यतः ग्लूकोज़ और एकलशर्करा फ्रक्टोज के कारण होता है। शहद का प्रयोग औषधि रूप में भी होता है। शहद में ग्लूकोज व अन्य शर्कराएं तथा विटामिन, खनिज और अमीनो अम्ल भी होता है जिससे कई पौष्टिक तत्व मिलते हैं जो घाव को ठीक करने और उतकों के बढ़ने के उपचार में मदद करते हैं। प्राचीन काल से ही शहद को एक जीवाणु-रोधी के रूप में जाना जाता रहा है। शहद एक हाइपरस्मॉटिक एजेंट होता है जो घाव से तरल पदार्थ निकाल देता है और शीघ्र उसकी भरपाई भी करता है और उस जगह हानिकारक जीवाणु भी मर जाते हैं। जब इसको सीधे घाव में लगाया जाता है तो यह सीलैंट की तरह कार्य करता है और ऐसे में घाव संक्रमण से बचा रहता है।। हिन्दुस्तान लाईव। ११ अप्रैल २०१० .

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मनका

गुरिया गुरिया या मनका (bead) ऐसे बंधे हुए दानों को कहते हैं जिन्हें पिरोकर माला बनाई जाती है या जिनसे बनी झालरें सजावट के लिए वस्त्रों में लगाई जाती हैं। 'गुरिया' शब्द का मूल संस्कृत का 'गुटिका' शब्द है और 'मनका' का मूल संस्कृत ही का 'मणिका' शब्द है। मनुष्य कब से गुरिया बनाता रहा है, यह कहना कठिन है। जीवश्मों से निर्मित्त पुरापाषाण काल के कुछ ऐसे दाने प्राप्त हुए हैं जिनके संबंध में विश्वास किया जाता है कि वे उस काल में मनुष्यों द्वारा गुरियों की भाँति प्रयुक्त होते थे। ज्यों ज्यों समय बीतता गया, सजावट की इच्छा पूरी करने के लिए मनुष्य ने अन्य पदार्थों का भी उपयोग करना आरंभ किया। 6,000 वर्ष पूर्व की, हड्डियों तथा दुर्लभ पत्थरों इत्यादि की बनी गुरियाँ भी अनेक संग्रहालयों में देखी जा सकती हैं। आधुनिक काल में मनके विविध पदार्थों से बनाए जाते हैं। भारतीय ग्रामीण मेलों में बिकनेवाली बच्चों की मालाएँ बहुधा चटक रंगों में रँगे मटर के दानों से बनती हैं, किंतु बहुमूल्य मालाएँ मूंगे और मणियों को बेधकर तथा सोने के तार में पिरोकर बनाई जाती हैं। यूरोप में चेकोस्लोवेकिया देश का गैब्लॉंज़ (Gablonz) क्षेत्र गुरिया उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से सारी दुनिया में मनके भेजे जाते हैं। किसी समय यहाँ केवल सैलूलाइड की मूंगे जैसी गुरियाँ बनती थीं, किंतु अब ये प्लास्टिक, काँच, लकड़ी, सींग, कछुए के कवच इत्यादि की बनती हैं। चीन और जापान में हाथीदाँत और हड्डियों के नक्काशीदार मनके बनते हैं। यूरोप आदि देशों में गुरियों का फैशन समय समय पर बदलता रहता है और उसी के अनुसार विभिन्न प्रकार के मनकों की खपत होती है। अब प्लास्टिक की गुरियों का प्रचलन अधिक हो गया है। .

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मनोविज्ञान का इतिहास तथा शाखाएँ

आधुनिक मनोविज्ञान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में इसके दो सुनिश्चित रूप दृष्टिगोचर होते हैं। एक तो वैज्ञानिक अनुसंधानों तथा आविष्कारों द्वारा प्रभावित वैज्ञानिक मनोविज्ञान तथा दूसरा दर्शनशास्त्र द्वारा प्रभावित दर्शन मनोविज्ञान। वैज्ञानिक मनोविज्ञान 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध से आरंभ हुआ है। सन् 1860 ई में फेक्नर (1801-1887) ने जर्मन भाषा में "एलिमेंट्स आव साइकोफ़िज़िक्स" (इसका अंग्रेजी अनुवाद भी उपलब्ध है) नामक पुस्तक प्रकाशित की, जिसमें कि उन्होंने मनोवैज्ञानिक समस्याओं को वैज्ञानिक पद्धति के परिवेश में अध्ययन करने की तीन विशेष प्रणालियों का विधिवत् वर्णन किया: मध्य त्रुटि विधि, न्यूनतम परिवर्तन विधि तथा स्थिर उत्तेजक भेद विधि। आज भी मनोवैज्ञानिक प्रयोगशालाओं में इन्हीं प्रणालियों के आधार पर अनेक महत्वपूर्ण अनुसंधान किए जाते हैं। वैज्ञानिक मनोविज्ञान में फेक्नर के बाद दो अन्य महत्वपूर्ण नाम है: हेल्मोलत्स (1821-1894) तथा विल्हेम वुण्ट (1832-1920) हेल्मोलत्स ने अनेक प्रयोगों द्वारा दृष्टीर्द्रिय विषयक महत्वपूर्ण नियमों का प्रतिपादन किया। इस संदर्भ में उन्होंने प्रत्यक्षीकरण पर अनुसंधान कार्य द्वारा मनोविज्ञान का वैज्ञानिक अस्तित्व ऊपर उठाया। वुंट का नाम मनोविज्ञान में विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उन्होंने सन् 1879 ई में लाइपज़िग (जर्मनी) में मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला स्थापित की। मनोविज्ञान का औपचारिक रूप परिभाषित किया। मनोविज्ञान अनुभव का विज्ञान है, इसका उद्देश्य चेतनावस्था की प्रक्रिया के तत्त्वों का विश्लेषण, उनके परस्पर संबंधों का स्वरूप तथा उन्हें निर्धारित करनेवाले नियमों का पता लगाना है। लाइपज़िग की प्रयोगशाला में वुंट तथा उनके सहयोगियों ने मनोविज्ञान की विभिन्न समस्याओं पर उल्लेखनीय प्रयोग किए, जिसमें समयअभिक्रिया विषयक प्रयोग विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। क्रियाविज्ञान के विद्वान् हेरिंग (1834-1918), भौतिकी के विद्वान् मैख (1838-1916) तथा जी ई. म्यूलर (1850 से 1934) के नाम भी उल्लेखनीय हैं। हेरिंग घटना-क्रिया-विज्ञान के प्रमुख प्रवर्तकों में से थे और इस प्रवृत्ति का मनोविज्ञान पर प्रभाव डालने का काफी श्रेय उन्हें दिया जा सकता है। मैख ने शारीरिक परिभ्रमण के प्रत्यक्षीकरण पर अत्यंत प्रभावशाली प्रयोगात्मक अनुसंधान किए। उन्होंने साथ ही साथ आधुनिक प्रत्यक्षवाद की बुनियाद भी डाली। जीदृ ई. म्यूलर वास्तव में दर्शन तथा इतिहास के विद्यार्थी थे किंतु फेक्नर के साथ पत्रव्यवहार के फलस्वरूप उनका ध्यान मनोदैहिक समस्याओं की ओर गया। उन्होंने स्मृति तथा दृष्टींद्रिय के क्षेत्र में मनोदैहिकी विधियों द्वारा अनुसंधान कार्य किया। इसी संदर्भ में उन्होंने "जास्ट नियम" का भी पता लगाया अर्थात् अगर समान शक्ति के दो साहचर्य हों तो दुहराने के फलस्वरूप पुराना साहचर्य नए की अपेक्षा अधिक दृढ़ हो जाएगा ("जास्ट नियम" म्यूलर के एक विद्यार्थी एडाल्फ जास्ट के नाम पर है)। मनोविज्ञान पर वैज्ञानिक प्रवृत्ति के साथ साथ दर्शनशास्त्र का भी बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है। वास्तव में वैज्ञानिक परंपरा बाद में आरंभ हुई। पहले तो प्रयोग या पर्यवेक्षण के स्थान पर विचारविनिमय तथा चिंतन समस्याओं को सुलझाने की सर्वमान्य विधियाँ थीं। मनोवैज्ञानिक समस्याओं को दर्शन के परिवेश में प्रतिपादित करनेवाले विद्वानों में से कुछ के नाम उल्लेखनीय हैं। डेकार्ट (1596-1650) ने मनुष्य तथा पशुओं में भेद करते हुए बताया कि मनुष्यों में आत्मा होती है जबकि पशु केवल मशीन की भाँति काम करते हैं। आत्मा के कारण मनुष्य में इच्छाशक्ति होती है। पिट्यूटरी ग्रंथि पर शरीर तथा आत्मा परस्पर एक दूसरे को प्रभावित करते हैं। डेकार्ट के मतानुसार मनुष्य के कुछ विचार ऐसे होते हैं जिन्हे जन्मजात कहा जा सकता है। उनका अनुभव से कोई संबंध नहीं होता। लायबनीत्स (1646-1716) के मतानुसार संपूर्ण पदार्थ "मोनैड" इकाई से मिलकर बना है। उन्होंने चेतनावस्था को विभिन्न मात्राओं में विभाजित करके लगभग दो सौ वर्ष बाद आनेवाले फ्रायड के विचारों के लिये एक बुनियाद तैयार की। लॉक (1632-1704) का अनुमान था कि मनुष्य के स्वभाव को समझने के लिये विचारों के स्रोत के विषय में जानना आवश्यक है। उन्होंने विचारों के परस्पर संबंध विषयक सिद्धांत प्रतिपादित करते हुए बताया कि विचार एक तत्व की तरह होते हैं और मस्तिष्क उनका विश्लेषण करता है। उनका कहना था कि प्रत्येक वस्तु में प्राथमिक गुण स्वयं वस्तु में निहित होते हैं। गौण गुण वस्तु में निहित नहीं होते वरन् वस्तु विशेष के द्वारा उनका बोध अवश्य होता है। बर्कले (1685-1753) ने कहा कि वास्तविकता की अनुभूति पदार्थ के रूप में नहीं वरन् प्रत्यय के रूप में होती है। उन्होंने दूरी की संवेदनाके विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अभिबिंदुता धुँधलेपन तथा स्वत: समायोजन की सहायता से हमें दूरी की संवेदना होती है। मस्तिष्क और पदार्थ के परस्पर संबंध के विषय में लॉक का कथन था कि पदार्थ द्वारा मस्तिष्क का बोध होता है। ह्यूम (1711-1776) ने मुख्य रूप से "विचार" तथा "अनुमान" में भेद करते हुए कहा कि विचारों की तुलना में अनुमान अधिक उत्तेजनापूर्ण तथा प्रभावशाली होते हैं। विचारों को अनुमान की प्रतिलिपि माना जा सकता है। ह्यूम ने कार्य-कारण-सिद्धांत के विषय में अपने विचार स्पष्ट करते हुए आधुनिक मनोविज्ञान को वैज्ञानिक पद्धति के निकट पहुँचाने में उल्लेखनीय सहायता प्रदान की। हार्टले (1705-1757) का नाम दैहिक मनोवैज्ञानिक दार्शनिकों में रखा जा सकता है। उनके अनुसार स्नायु-तंतुओं में हुए कंपन के आधार पर संवेदना होती है। इस विचार की पृष्ठभूमि में न्यूटन के द्वारा प्रतिपादित तथ्य थे जिनमें कहा गया था कि उत्तेजक के हटा लेने के बाद भी संवेदना होती रहती है। हार्टले ने साहचर्य विषयक नियम बताते हुए सान्निध्य के सिद्धांत पर अधिक जोर दिया। हार्टले के बाद लगभग 70 वर्ष तक साहचर्यवाद के क्षेत्र में कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ। इस बीच स्काटलैंड में रीड (1710-1796) ने वस्तुओं के प्रत्यक्षीकरण का वर्णन करते हुए बताया कि प्रत्यक्षीकरण तथा संवेदना में भेद करना आवश्यक है। किसी वस्तु विशेष के गुणों की संवेदना होती है जबकि उस संपूर्ण वस्तु का प्रत्यक्षीकरण होता है। संवेदना केवल किसी वस्तु के गुणों तक ही सीमित रहती है, किंतु प्रत्यक्षीकरण द्वारा हमें उस पूरी वस्तु का ज्ञान होता है। इसी बीच फ्रांस में कांडिलैक (1715-1780) ने अनुभववाद तथा ला मेट्री ने भौतिकवाद की प्रवृत्तियों की बुनियाद डाली। कांडिलैंक का कहना था कि संवेदन ही संपूर्ण ज्ञान का "मूल स्त्रोत" है। उन्होंने लॉक द्वारा बताए गए विचारों अथवा अनुभवों को बिल्कुल आवश्यक नहीं समझा। ला मेट्री (1709-1751) ने कहा कि विचार की उत्पत्ति मस्तिष्क तथा स्नायुमंडल के परस्पर प्रभाव के फलस्वरूप होती है। डेकार्ट की ही भाँति उन्होंने भी मनुष्य को एक मशीन की तरह माना। उनका कहना था कि शरीर तथा मस्तिष्क की भाँति आत्मा भी नाशवान् है। आधुनिक मनोविज्ञान में प्रेरकों की बुनियाद डालते हुए ला मेट्री ने बताया कि सुखप्राप्ति ही जीवन का चरम लक्ष्य है। जेम्स मिल (1773-1836) तथा बाद में उनके पुत्र जान स्टुअर्ट मिल (1806-1873) ने मानसिक रसायनी का विकास किया। इन दोनों विद्वानों ने साहचर्यवाद की प्रवृत्ति को औपचारिक रूप प्रदान किया और वुंट के लिये उपयुक्त पृष्ठभूमि तैयार की। बेन (1818-1903) के बारे में यही बात लागू होती है। कांट समस्याओं के समाधान में व्यक्तिनिष्ठावाद की विधि अपनाई कि बाह्य जगत् के प्रत्यक्षीकरण के सिद्धांत में जन्मजातवाद का समर्थन किया। हरबार्ट (1776-1841) ने मनोविज्ञान को एक स्वरूप प्रदान करने में महत्वपूण्र योगदान किया। उनके मतानुसार मनोविज्ञान अनुभववाद पर आधारित एक तात्विक, मात्रात्मक तथा विश्लेषात्मक विज्ञान है। उन्होंने मनोविज्ञान को तात्विक के स्थान पर भौतिक आधार प्रदान किया और लॉत्से (1817-1881) ने इसी दिशा में ओर आगे प्रगति की। मनोवैज्ञानिक समस्याओं के वैज्ञानिक अध्ययन का शुभारंभ उनके औपचारिक स्वरूप आने के बाद पहले से हो चुका था। सन् 1834 में वेबर ने स्पर्शेन्द्रिय संबंधी अपने प्रयोगात्मक शोधकार्य को एक पुस्तक रूप में प्रकाशित किया। सन् 1831 में फेक्नर स्वयं एकदिश धारा विद्युत् के मापन के विषय पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण लेख प्रकाशित कर चुके थे। कुछ वर्षों बाद सन् 1847 में हेल्मो ने ऊर्जा सरंक्षण पर अपना वैज्ञानिक लेख लोगों के सामने रखा। इसके बाद सन् 1856 ई., 1860 ई. तथा 1866 ई. में उन्होंने "आप्टिक" नामक पुस्तक तीन भागों में प्रकाशित की। सन् 1851 ई. तथा सन् 1860 ई. में फेक्नर ने भी मनोवैज्ञानिक दृष्टि से दो महत्वपूर्ण ग्रंथ ('ज़ेंड आवेस्टा' तथा 'एलिमेंटे डेयर साईकोफ़िजिक') प्रकाशित किए। सन् 1858 ई में वुंट हाइडलवर्ग विश्वविद्यालय में चिकित्सा विज्ञान में डाक्टर की उपधि प्राप्त कर चुके थे और सहकारी पद पर क्रियाविज्ञान के क्षेत्र में कार्य कर रहे थे। उसी वर्ष वहाँ बॉन से हेल्मोल्त्स भी आ गए। वुंट के लिये यह संपर्क अत्यंत महत्वपूर्ण था क्योंकि इसी के बाद उन्होंने क्रियाविज्ञान छोड़कर मनोविज्ञान को अपना कार्यक्षेत्र बनाया। वुंट ने अनगिनत वैज्ञानिक लेख तथा अनेक महत्वपूर्ण पुस्तक प्रकाशित करके मनोविज्ञान को एक धुँधले एवं अस्पष्ट दार्शनिक वातावरण से बाहर निकाला। उसने केवल मनोवैज्ञानिक समस्याओं को वैज्ञानिक परिवेश में रखा और उनपर नए दृष्टिकोण से विचार एवं प्रयोग करने की प्रवृत्ति का उद्घाटन किया। उसके बाद से मनोविज्ञान को एक विज्ञान माना जाने लगा। तदनंतर जैसे जैसे मरीज वैज्ञानिक प्रक्रियाओं पर प्रयोग किए गए वैसे वैसे नई नई समस्याएँ सामने आईं। व्यवहार विषयक नियमों की खोज ही मनोविज्ञान का मुख्य ध्येय था। सैद्धांतिक स्तर पर विभिन्न दृष्टिकोण प्रस्तुत किए गए। सन् 1912 ई. के आसपास मनोविज्ञान के क्षेत्र में संरचनावाद, क्रियावाद, व्यवहारवाद, गेस्टाल्टवाद तथा मनोविश्लेषण आदि मुख्य मुख्य शाखाओं का विकास हुआ। इन सभी वादों के प्रवर्तक इस विषय में एकमत थे कि मनुष्य के व्यवहार का वैज्ञानिक अध्ययन ही मनोविज्ञान का उद्देश्य है। उनमें परस्पर मतभेद का विषय था कि इस उद्देश्य को प्राप्त करने का सबसे अच्छा ढंग कौन सा है। सरंचनावाद के अनुयायियों का मत था कि व्यवहार की व्याख्या के लिये उन शारीरिक संरचनाओं को समझना आवश्यक है जिनके द्वारा व्यवहार संभव होता है। क्रियावाद के माननेवालों का कहना था कि शारीरिक संरचना के स्थान पर प्रेक्षण योग्य तथा दृश्यमान व्यवहार पर अधिक जोर होना चाहिए। इसी आधार पर बाद में वाटसन ने व्यवहारवाद की स्थापना की। गेस्टाल्टवादियों ने प्रत्यक्षीकरण को व्यवहारविषयक समस्याओं का मूल आधार माना। व्यवहार में सुसंगठित रूप से व्यवस्था प्राप्त करने की प्रवृत्ति मुख्य है, ऐसा उनका मत था। फ्रायड ने मनोविश्लेषणवाद की स्थापना द्वारा यह बताने का प्रयास किया कि हमारे व्यवहार के अधिकांश कारण अचेतन प्रक्रियाओं द्वारा निर्धारित होते हैं। आधुनिक मनोविज्ञान में इन सभी "वादों" का अब एकमात्र ऐतिहासिक महत्व रह गया है। इनके स्थान पर मनोविज्ञान में अध्ययन की सुविधा के लिये विभिन्न शाखाओं का विभाजन हो गया है। प्रयोगात्मक मनोविज्ञान में मुख्य रूप से उन्हीं समस्याओं का मनोवैज्ञानिक विधि से अध्ययन किया जाने लगा जिन्हें दार्शनिक पहले चिंतन अथवा विचारविमर्श द्वारा सुलझाते थे। अर्थात् संवेदन तथा प्रत्यक्षीकरण। बाद में इसके अंतर्गत सीखने की प्रक्रियाओं का अध्ययन भी होने लगा। प्रयोगात्मक मनोविज्ञान आधुनिक मनोविज्ञान की प्राचीनतम शाखा है। मनुष्य की अपेक्षा पशुओं को अधिक नियंत्रित परिस्थितियों में रखा जा सकता है, साथ ही साथ पशुओं की शारीरिक रचना भी मनुष्य की भाँति जटिल नहीं होती। पशुओं पर प्रयोग करके व्यवहार संबंधी नियमों का ज्ञान सुगमता से हो सकता है। सन् 1912 ई. के लगभग थॉर्नडाइक ने पशुओं पर प्रयोग करके तुलनात्मक अथवा पशु मनोविज्ञान का विकास किया। किंतु पशुओं पर प्राप्त किए गए परिणाम कहाँ तक मनुष्यों के विषय में लागू हो सकते हैं, यह जानने के लिये विकासात्मक क्रम का ज्ञान भी आवश्यक था। इसके अतिरिक्त व्यवहार के नियमों का प्रतिपादन उसी दशा में संभव हो सकता है जब कि मनुष्य अथवा पशुओं के विकास का पूर्ण एवं उचित ज्ञान हो। इस संदर्भ को ध्यान में रखते हुए विकासात्मक मनोविज्ञान का जन्म हुआ। सन् 1912 ई. के कुछ ही बाद मैक्डूगल (1871-1938) के प्रयत्नों के फलस्वरूप समाज मनोविज्ञान की स्थापना हुई, यद्यपि इसकी बुनियाद समाज वैज्ञानिक हरबर्ट स्पेंसर (1820-1903) द्वारा बहुत पहले रखी जा चुकी थी। धीरे-धीरे ज्ञान की विभिन्न शाखाओं पर मनोविज्ञान का प्रभाव अनुभव किया जाने लगा। आशा व्यक्त की गई कि मनोविज्ञान अन्य विषयों की समस्याएँ सुलझाने में उपयोगी हो सकता है। साथ ही साथ, अध्ययन की जानेवाली समस्याओं के विभिन्न पक्ष सामने आए। परिणामस्वरूप मनोविज्ञान की नई नई शाखाओं का विकास होता गया। आज मनोविज्ञान की लगभग 12 शाखाएँ हैं। इनमें से कुछ ने अभी हाल में ही जन्म लिया है, जिनमें प्रेरक मनोविज्ञान, सत्तात्मक मनोविज्ञान, गणितीय मनोविज्ञान विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। आजकल रूस में अनुकूलन तथा अंतरिक्ष मनोविज्ञान में काफी काम हो रहा है। अमरीका में लगभग सभी क्षेत्रों में शोधकार्य हो रहा है। संमोहन तथा प्रेरक मनोविज्ञान में अपेक्षाकृत कुछ अधिक काम किया जा रहा है। परा-इंद्रीय प्रत्यक्षीकरण की तरफ मनोवैज्ञानिकों के सामान्य दृष्टिकोण में कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं हुआ है। आज भी इस क्षेत्र में पर्याप्त वैज्ञानिक तथ्यों एवं प्रमाणों का अभाव है। किंतु ड्यूक विश्वविद्यालय (अमरीका) में डा राईन के निदेशन में इस क्षेत्र में बराबर काम हो रहा है। एशिया में जापान मनोविज्ञान के क्षेत्र में सबसे आगे बढ़ा हुआ है। समाज मनोविज्ञान तथा प्रयोगात्मक मनोविज्ञान के साथ साथ वहाँ ज़ेन बुद्धवाद का प्रभाव भी दृष्टिगोचर होता है। .

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मनीष सिंह रावत

मनीष सिंह रावत भारतीय एथलीट हैं। यह चमोली जिले के सगर गांव निवासी हैं। यह उत्तराखंड पुलिस में हैं। भारत में यह बीस किलोमीटर के चलने वाले स्पर्धा में पहले स्थान पर हैं। इन्होंने मार्च 2016 में जापान के नोमी में हुए एक बीस किलोमीटर के चल कर पूरे करने वाले रेस को मात्र एक घंटा छब्बीस मिनट में पूरी कर नया कीर्तिमान बनाया था। .

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मर्म

आयुर्वेद में मर्म शरीर के वे बिंदु हैं जहाँ प्राणों का वास होता है तथा जिनका रक्षण न करने पर मृत्यु अथवा विभिन्न प्रकार की मृत्यु तुल्य कष्टदायक शारीरिक व्याधि उत्पन्न होती है। अतः इन बिंदुओ को उपचारित करने से रोगों से मुक्ति भी संभव है। मर्म चिकित्सा आयुर्वेद में वर्णित विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धतियो में से एक है। मर्म चिकित्सा ही एक्युप्रेसर, एक्यूपंचर जैसी विदेशी चिकित्सा विधाओ की जननी है। बौद्ध काल में ये चिकित्सा पद्धति भारत से चीन, जापान आदि देशों में ले जाई गयी तथा वहाँ विभिन्न नामों से विकसित हुई। .

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मस्जिद

मुसलमानों की इबादत गाह को मस्जिद कहते हैं। इसे नमाज़ के लिए प्रयोग किया जाता है मुसलमानों के प्रारंभिक काल में मस्जिदे नबवी को विदेश से आने वाले ओफ़ोद से मुलाकात और चर्चा के लिए भी इस्तेमाल किया गया था। मस्जिद से मुसलमानों की पहली विश्वविद्यालयों (विश्वविद्यालयों) ने भी जन्म लिया है। इसके अलावा इस्लामी वास्तुकला भी मुख्य रूप से मस्जिदों से विकास हुई है। .

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महाद्वीप

महाद्वीपों को समाहित या विभाजित किया जा सकता है, उदाहरणतः यूरेशिया को प्रायः यूरोप तथा एशिया में विभाजित किया जाता है लाल रंग में। बक्मिन्स्टर फुलर द्वारा डायमैक्सियम नक्शा जो दर्शित करता है भूमिखण्ड कम से कम विरूपण समेत, एक एक लगातार महाद्वीप में बंटे हुए विश्व के महाद्वीप महाद्वीप (en:Continent) एक विस्तृत ज़मीन का फैलाव है जो पृथ्वी पर समुद्र से अलग दिखाई देतै हैं। महाद्वीप को व्यक्त करने के कोई स्पष्ट मापदण्ड नहीं है। अलग-अलग सभ्यताओं और वैज्ञानिकों नें महाद्वीप की अलग परिभाषा दी है। पर आम राय ये है कि एक महाद्वीप धरती बहुत बड़ा का विस्तृत क्षेत्र होता है जिसकी सीमाएं स्पष्ट पहचानी जा सके.

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महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध (द्वितीय विश्वयुद्ध)

महान् देशभक्तिपूर्ण युद्ध का प्रचारपत्र "'''मातृभूमि बुला रही है'''" हिटलर वालों का जलूस सोवियत संघ का महान् देशभक्तिपूर्ण युद्ध (रूसी: Великая Отечественная Война - वेलीकया ओतेचेस्त्वेन्नया वोय्ना) - या द्वितीय विश्वयुद्ध, जो सोवियत जनता के लिए 1941-1945 वर्षों में विशेष रूप से अपने देश के अस्तितव की रक्षा को लेकर सब से बड़ी घटना के रूप में दुनिया के इतिहास में जाना जाता है। इस युद्ध में दो करोड़ अस्सी लाख से ज़्यादा सोवियत निवासी मारे गए। .

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महापरियोजना

ऐसी परियोजना को महापरियोजना या मेगाप्रोजेक्ट (megaproject) कहते हैं जिसमें अत्यन्त बड़े स्तर निवेश (investment) करने की जरूरत पड़ती है। प्राय: एक बिलियन अमेरिकी डालर से भी अधिक खर्च वाले परियोजनाओं को महापरियोजना की श्रेणी में रखा जाता है। इन पर जनता का बहुत ध्यान भी आकर्षित होता है क्योंकि इनका आम जनता, पर्यावरण एवं देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ने की सम्भावना रहती है। दूसरे शब्दों में महापरियोजना उस पहल (इनिशिएटिव) को कहते हैं जिनमें कुछ भौतिक चीज बनने वाली हो, जो बहुत खर्चीली हो और जो सार्वजनिक हो। पुल, सुरंग, राजमार्ग, रेलपथ, हवाई अड्डे, समुद्री पत्तन, उर्जा संयंत्र, बांध, विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ), तेल एवं प्राकृतिक गैस निकालना, वायु-अन्तरिक्ष परियोजना, अस्त्र-प्रणाली परियोजना आदि महापरियोजना की श्रेणी में आ सकतीं हैं। .

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महायान

गन्धार से पहली सदी ईसवी में बनी महात्मा बुद्ध की मूर्ति महायान, वर्तमान काल में बौद्ध धर्म की दो प्रमुख शाखाओं में से एक है। दूसरी शाखा का नाम थेरवाद है। महायान बुद्ध धर्म भारत से आरम्भ होकर उत्तर की ओर बहुत से अन्य एशियाई देशों में फैल गया, जैसे कि चीन, जापान, कोरिया, ताइवान, तिब्बत, भूटान, मंगोलिया और सिंगापुर। महायान सम्प्रदाय कि आगे और उपशाखाएँ हैं, जैसे ज़ेन/चान, पवित्र भूमि, तियानताई, निचिरेन, शिन्गोन, तेन्दाई और तिब्बती बौद्ध धर्म।, Stuart Chandler, University of Hawaii Press, 2004, ISBN 978-0-8248-2746-5,...

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माण्डले

म्यांमार के मानचित्र में माण्डले की स्थिति मांडले का विहंगम दृष्य माण्डले (Mandalay / बर्मी भाषा में: မန္တလေးမြို့; / मन्तलेःम्रों) बर्मा का दूसरा सबसे बड़ा शहर एवं बर्मा का अन्तिम शाही राजधानी है। यह रंगून से ७१६ किमी उत्तर में इरावदी नदी के किनारे बसा है। मांडले ऊपरी बर्मा का आर्थिक केन्द्र एवं बर्मी संस्कृति का केन्द्र है। मांडले की जेल में ही बालगंगाधर तिलक, बहादुरशाह जफर आदि अनेक भारतीय नेताओं एवं क्रान्तिकारियों को ब्रिटिश सरकार ने बन्दी बना रखा था। .

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मातृ दिवस

आधुनिक मातृ दिवस का अवकाश ग्राफटन वेस्ट वर्जिनिया में एना जार्विस के द्वारा समस्त माताओं तथा मातृत्व के लिए खास तौर पर पारिवारिक एवं उनके आपसी संबंधों को सम्मान देने के लिए आरम्भ किया गया था। यह दिवस अब दुनिया के हर कोने में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता हैं। जैसे कि पिताओं को सम्मान देने के लिए पितृ दिवस की छुट्टी मनाई जाती हैं। यह छुट्टी अंततः इतनी व्यवसायिक बन गई कि इसकी संस्थापक, एना जार्विस, तथा कई लोग इसे एक "होलमार्क होलीडे", अर्थात् एक प्रचुर वाणिज्यिक प्रयोजन के रूप में समझने लगे। एना ने जिस छुट्टी के निर्माण में सहयोग किया उसी का विरोध करते हुए इसे समाप्त करना चाहा। .

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मातृवंश समूह ऍफ़

जापान के कुछ लोग मातृवंश समूह ऍफ़ के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह ऍफ़ या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप F एक मातृवंश समूह है। यह मातृवंश समूह जापान, पूर्वी चीन और दक्षिण पूर्वी एशिया में मिलता है। अनुमान है के जिस स्त्री से यह मातृवंश शुरू हुआ वह आज से लगभग ४३,००० वर्ष पहले पूर्वी एशिया की निवासी थी। ध्यान दें के कभी-कभी मातृवंशों और पितृवंशों के नाम मिलते-जुलते होते हैं (जैसे की पितृवंश समूह ऍफ़ और मातृवंश समूह ऍफ़), लेकिन यह केवल एक इत्तेफ़ाक ही है - इनका आपस में कोई सम्बन्ध नहीं है। .

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मातृवंश समूह वाए

आइनू आदिवासियों में से २०% मातृवंश समूह वाए के वंशज हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह वाए या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप Y एक मातृवंश समूह है। यह मातृवंश ज़्यादातर पूर्वी एशिया में ही मिलता है, जहां जापान के आइनू आदिवासियों में से २०% और साइबेरिया के पूर्वी तट से कुछ दूरी पर स्थित रूस के शाखालिन द्वीप के निव्ख़ आदिवासियों के ६६% लोग इसके मातृवंशी होते हैं।M.

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मादक पेय

किसी बार में कच्चा मादक पेय पदार्थ (स्प्रिट्स). मादक पेय इथेनॉल (जिसे आमतौर पर अल्कोहल कहा जाता है) युक्त एक पेय है। मादक पेयों को सामान्यतः तीन सामान्य वर्गों में विभाजित किया जाता है: बीयर, वाइन और स्प्रिट्स.

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मानयोशू

Nukata no Ōkimi, a replica from vol.1 मानयोशू, जापान का सबसे पुराना काव्य संकलन है, जिसको ७५९ ईसा पूर्व में नारा काल में संग्रहीत किया गया था। इस ग्रन्थ में जापान के कई महान कवियों की रचनाओं का समावेश है।.

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मानसून

जब ITCZ(उष्ण कटिबंधीय संरक्षित क्षेत्र)से जब व्यापारिक एवं समाॅगी हवाये ऊपर की ओर कोरियोलिस बल के कारण भारत के राज्य केरल मे 2महिना 10दिन मे मानसून पहुंचता है जो कि यहां सबसे पहले सबसे बाद मे भी मानसून यही होता है लेकिन भारत मे सबसे ज्यादा मानसून मासिनराम(मेघालय) मे होती है जो कि वहा पर औषतन बरसात 11873मिमी॰ की होती है । तमिलनाडु के नागरकायल (कन्याकुमारी के पास) में मानसून के बादल मानसून मूलतः हिन्द महासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं। ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक, प्रायः चार माह सक्रिय रहती है। इस शब्द का प्रथम प्रयोग ब्रिटिश भारत में (वर्तमान भारत, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश) एवं पड़ोसी देशों के संदर्भ में किया गया था। ये बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से चलने वाली बड़ी मौसमी हवाओं के लिये प्रयोग हुआ था, जो दक्षिण-पश्चिम से चलकर इस क्षेत्र में भारी वर्षाएं लाती थीं। हाइड्रोलोजी में मानसून का व्यापक अर्थ है- कोई भी ऐसी पवन जो किसी क्षेत्र में किसी ऋतु-विशेष में ही अधिकांश वर्षा कराती है। यहां ये उल्लेखनीय है, कि मॉनसून हवाओं का अर्थ अधिकांश समय वर्षा कराने से नहीं लिया जाना चाहिये। इस परिभाषा की दृष्टि से संसार के अन्य क्षेत्र, जैसे- उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, उप-सहारा अफ़्रीका, आस्ट्रेलिया एवं पूर्वी एशिया को भी मानसून क्षेत्र की श्रेणी में रखा जा सकता है। ये शब्द हिन्दी व उर्दु के मौसम शब्द का अपभ्रंश है। मॉनसून पूरी तरह से हवाओं के बहाव पर निर्भर करता है। आम हवाएं जब अपनी दिशा बदल लेती हैं तब मॉनसून आता है।.

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मानज़ाई

सन् १८२५ के लगभग बना मानज़ाई प्रदर्शन का एक चित्रण मानज़ाई (जापानी: 漫才, अंग्रेज़ी: Manzai) जापान की मनोरंजन संस्कृति में व्यंग्य-प्रदर्शन की एक पारंपरिक शैली है। इसमें आमतौर पर दो कलाकार भाग लेते हैं। एक 'त्सुक्कोमी' (突っ込み, tsukkomi) कहलाता है और उसका काम सीधा बात करना होता है और दूसरा 'बोके' (ボケ, boke) कहलाता है और वह मसख़री करता है।, Jessica Milner Davis, pp.

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मानव जाति विज्ञान

मानव जाति विज्ञान (यूनानी शब्द एथनॉस, अर्थ "लोग, राष्ट्र, नस्ल") मानव शास्त्र की एक शाखा है जो मानवों के सजातीय, नस्ली और/या राष्ट्रीय वर्गों के उद्गमों, वितरण, तकनीकी, धर्मं, भाषा तथा सामाजिक संरचना की तुलना तथा विश्लेषण करती है। .

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मारिया क्रिस्टीन युलिआंती

मारिया क्रिस्टीन युलिआंती (जन्म जून 2, 1985 तुबान) इंडोनेशिया के लिए खेलने वाली एक महिला एकल बैडमिंटन खिलाडी हैं। .

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मारियाना द्वीपसमूह

मारियाना द्वीपसमूह प्रशान्त महासागर के पश्चिमी भाग में स्थित एक अर्धचन्द्र आकार का द्वीपसमूह है जिसके द्वीप १५ समुद्री ज्वालामुखियों के वे शिखर हैं जो समुद्रतल से ऊपर उभर आए हैं। इनमें से अधिकतर ज्वालामुखी सुप्त हैं। यह द्वीपसमूह जापान से पूर्व-दक्षिणपूर्व, हवाई से पश्चिम-दक्षिणपश्चिम, नया गिनी से उत्तर और फ़िलिपीन्ज़ से पूर्व में हैं और फ़िलिपीन सागर की पूर्वी सीमा परिभाषित करते हैं। यह माइक्रोनीशिया क्षेत्र का भाग माने जाते हैं। इस पूरे द्वीपसमूह पर संयुक्त राज्य अमेरिका का अधिकार है और प्रशासनिक रूप से इसे दो भागों में बाँटा गया है: उत्तरी मारियाना द्वीप और द्वीपसमूह के दक्षिणी अंत पर गुआम क्षेत्र। तीनियन और साइपैन उत्तरी मारियाना द्वीपों के मुख्य द्वीप हैं और ऐतिहासिक अवशेषों से पता चलता है कि तीनियन पूरे द्वीपसमूह का पहला द्वीप था जहाँ मानवों का डेरा डला। .

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मारुति सुज़ुकी सिलैरियो

मारुति सुज़ुकी सिलैरियो (अंग्रेजी: Maruti Suzuki Celerio) सुज़ुकी कम्पनी द्वारा भारत में बनायी गयी पूर्णत: ऑटोमेटिक सिटी कार है। पहले यह कार भारत में सुज़ुकी के मानेसर (हरियाणा) स्थित प्लाण्ट में मारुति सुज़ुकी ए-स्टार के नाम से दिसम्बर 2008 में लॉन्च की गयी थी। अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ार में यही कार मारुति सुज़ुकी सिलैरियो के नाम से जानी जाती है। ग्रेटर नोएडा में होने वाले ऑटो एक्सपो 2014 में लॉन्च होने वाली इस हैचबैक कार की एक्स शोरूम कीमत 3.0 से 5.5 लाख रुपये के बीच होने की सम्भावना व्यक्त की गयी थी। भारतीय ग्राहकों को ध्यान में रखकर बनायी गयी इस कार का औसत माइलेज एक लिटर पेट्रोल में 23.1 किलोमीटर का बताया जाता है। इज़ी ड्राइव नामक पूर्णत: भारतीय ऑटो गीयर शिफ्ट सिस्टम से युक्त इस कार में बार-बार गीयर बदलने का कोई झंझट नहीं रहेगा। शहरी यातायात के लिये इस छोटी कार का प्रयोग काफी सुगम होगा। मारुति सिलैरियो ग्रेटर नोएडा के ऑटो एक्सपो में 6 फरबरी 2014 को लॉन्च की गयी। इस कार की शुरुआती कीमत 3.90 लाख रुपये होगी। .

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मारुति सुजुकी

मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड सामान्यत: मारुति और इसके पूर्व में मारुति उद्योग लिमिटेड के नाम से जाना जाता था। यह संगठन भारत में मोटर निर्माता है। यह जापानी मोटरगाडी एवं मोटरसाईकिल निर्माता सुजुकी की एक सहायक कंपनी है। नवंबर २०१२ तक, भारतीय यात्री कार बाज़ार में इस कंपनी की हिस्सेदारी ३७% की थी। मारुति सुजुकी प्रवेश स्तर से कारों की पुरी शृंखलाओं के निर्माता एवं विक्रेता रह चुके हैं। प्रवेश स्तर ऑल्टो से हैचबैक रिट्ज़, ए स्टार, स्विफ्ट, वैगन आर, ज़ेन और सेडान वर्ग में डिज़ायर, किज़ाषी (Kizashi) तथा 'सी' वर्ग में ईको, ओम्नी एवं अन्य आवश्यकताओं वाले कार जैसे सुजुकी अरटीगा और स्पोर्टस यूटिलिटी वाहन ग्रांड विटारा के लिये मारुति सुजुकी देश भर में प्रसिध्द है। कंपनी का मुख्यालय नेलसन मंडेला रोड, नई दिल्ली में स्थित है। फरवरी २०१२ के अंत तक कंपनी अपनी एक करोड़ करें बेच चुकी है।http://archive.indianexpress.com/news/maruti-suzuki-sales-cross-1-cr-mark/909976/ .

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मार्शल आर्ट

मार्शल आर्ट या लड़ाई की कलाएं विधिबद्ध अभ्यास की प्रणाली और बचाव के लिए प्रशिक्षण की परंपराएं हैं। सभी मार्शल आर्ट्स का एक समान उद्देश्य है: ख़ुद की या दूसरों की किसी शारीरिक ख़तरे से रक्षा । मार्शल आर्ट को विज्ञान और कला दोनों माना जाता है। इनमें से कई कलाओं का प्रतिस्पर्धात्मक अभ्यास भी किया जाता है, ज़्यादातर लड़ाई के खेल में, लेकिन ये नृत्य का रूप भी ले सकती हैं। मार्शल आर्ट्स का मतलब युद्ध की कला से है और ये लड़ाई की कला से जुड़ा पंद्रहवीं शताब्दी का यूरोपीय शब्द है जिसे आज एतिहासिक यूरोपीय मार्शल आर्ट्स के रूप में जाना जाता है। मार्शल आर्ट के एक कलाकार को मार्शल कलाकार के रूप में संदर्भित किया जाता है। मूल रूप से 1920 के दशक में रचा गया ये शब्द मार्शल आर्ट्स मुख्य तौर पर एशिया के युद्ध के तरीके के संदर्भ में था, विशेष तौर पर पूर्वी एशिया में जन्मे लड़ाई के तरीके के.

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मालिश

शरीर की बाहरी एवं नीचे स्थित मांशपेशियों एवं संयोजी उत्तकों को दबाना, हिला-डुलाना आदि मालिश (Massage) कहलाता है। इससे उनकी कार्य करने की क्षमतबढ़ती है और उनकी टूट-फूट का निवारन होता है। इससे आराम मिलता है और शरीर स्वस्थ रहता है। मालिश मांसपेशियों और संयोजी ऊतक के सतही और गहरी परतों में हेरफेर समारोह बढ़ाने उपचार प्रक्रिया में सहायता और छूट और अच्छी तरह से किया जा रहा है को बढ़ावा देने के है। शब्द फ्रेंच मालिश सानना के घर्षण से आता है, या "स्पर्श महसूस, या संभाल" या लैटिन Massa से "बड़े पैमाने पर, आटा" अर्थ अरबी Massa अर्थ से cf.

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मासानोबू फुकुओका

प्राकृतिक खेती के दार्शनिक '''मासानोबू फुकुओका''' मासानोबू फुकुओका (जापानी भाषा: 福岡 正信?) (2 फ़रवरी 1913 – 16 अगस्त 2008) जापान के एक किसान तथा दार्शनिक थे जिन्होने विश्व को प्राकृतिक खेती का दर्शन दिया।। फुकुओका ने जापानी भाषा में अनेकों पुस्तकें, वैज्ञानिक शोधपत्र एवं अन्य साहित्य लिखा। वे १९७० के बाद से ही टेलीविजन पर भी आते रहते थे। वे प्रकृति के सिद्धान्तों के पक्षधर थे। .

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मासाओका शिकि

मासाओका शिकि (१८६७-१९०२) एक प्रख्यात जापानी कवि थे। इन्होंने विशिष्ट जापानी कविता “होक्कु” को हाइकु (Haiku) का नाम नाम दिया। मात्सुयामा स्टेशन के सामने एक स्मारक पर शिकि द्वारा लिखा गया हाइकु इनका बचपन का नाम था ‘सुनेनोरी’। ‘शिकि’ उपनाम चुना जिसका अर्थ है -कोयल जो कण्ठ में र्क्त आने तक गाए। तत्कालीन हाइकु कृत्रिमता से भरे थे। इस्सा के चिन्तन ने नए और पुराने की बीच द्वन्द्व को रेखांकित किया। इन्हे केवल ३५ वर्ष का जीवनकाल मिला। चित्रकारी और कविता की अभिरुचियाँ इन्हें बचपन से मिली थीं। ‘हाइकु’ नाम इन्हीं के समय में प्रचारित और स्थापित हुआ। इन्होंने सभी गलित रूढ़ियों और आस्थाओं का विरोध किया। गरीबी और तपेदिक की बीमारी ने इनको शय्या-सेवन के लिए बाध्य कर दिया। बहन ‘रित्सु’ ने इनकी खूब सेवा की। रुग्ण शरीर शिकि अन्तिम श्वास तक लिखते गए और अपना उपनाम सार्थक कर दिया। शिकि की एक कविता है- यदि कोई पूछे कहो मैं अभी जीवित हूँ पतझड़ की हवा .

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मासाओका शिकी अंतर्राष्ट्रीय हाइकु पुरस्कार

japanese मासाओका शिकी अंतर्राष्ट्रीय हाइकु पुरस्कार (अँग्रेजी:Masaoka Shiki International Haiku Awards), मात्सुयामा (जापान) में "शिमनामी कैडो 99 इन्टरनेशनल हाइकू कन्वेन्शन" में सितंबर 1999 में आधुनिक जापानी हाइकू के संस्थापक के नाम पर यह घोषणा की गयी। हाइकू एक जापानी काव्य विधा है, जिसका प्रचलन १६ वीं शताब्दी में प्रारम्भ हो गया था। एक जापानी कवि बाशो को हाइकू का जनक माना जाता है। एक शताब्दी पूर्व सन् 1900 ई0 के लगभग जापानी साहित्यकार मासाओका शिकि (1867-1902) ने विशिष्ट जापानी छंद “होक्कु” को एक नया नाम हाइकु (Haiku) दिया जिसने लोकप्रियता के बड़े मानकों को प्राप्त किया। यह पुरस्कार जापानी कविता हाइकू को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठापित करने और दुनिया का ध्यान आकर्षित करने वाले व्यक्तित्व को दिया जाता है। .

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मांगा

सीज़नल पैसर्सबाई (शिकी नो युकिकाई) से "मांगा" के लिए कांजी, 1798, सैंटो क्योडेन और किटाओ शिगेमासा द्वारा जापानी भाषा में मांगा (कांजी: 漫画; हीरागाना: まんが; काटाकना: マンガ) (या) कॉमिक्स और मुद्रित कार्टून्स (जिसे कभी कभी कोमिकू भी कहा जाता है) से मिलकर बनता है और 19 वीं शताब्दी के अंत में जापान में विकसित शैली के अनुरूप है। अपने आधुनिक रूप में, मांगा द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शीघ्र ही अप्रचलित हो गया, लेकिन पूर्व जापानी कला में उनका एक लंबा, जटिल पूर्व इतिहास है। जापान में सभी उम्र के लोग मांगा पढ़ते हैं। शैली में विषयों की एक व्यापक रेंज को शामिल किया गया है: साहसिक-कार्य, रोमांस, खेल-कूद और खेल, ऐतिहासिक नाटक, हास्य, विज्ञानं की कल्पित कथाएं और फंतासी, रहस्य, डरावना, कामुकता और और अन्य विषयों में व्यापार/वाणिज्य.

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माइम कलाकार

एक माइम कलाकार (यूनानी से "μίμος" - मिमोस " नकलची, अभिनेता") जो माइम का उपयोग नाटकीय माध्यम के रूप में या एक कहानी का प्रदर्शन शरीर के माध्यम से मूक अभिनय के द्वारा करता है। पहले, अंग्रेजी में, इस तरह के कलाकार को ममर कहते थे। माइम मूक हास्य कला से कुछ भिन्न है, इसमें कलाकार किसी फिल्म या चित्र के समेकित चरित्र में होता है। प्रारंभिक काल में पैन्टोमाइम (मूकाभिनय) प्रदर्शन का आरंभ प्राचीन ग्रीस में हुआ था; यह नाम पैंटोमिमस नामक एकल नकाबपोश कलाकार से लिया गया था, हालांकि यह जरूरी नहीं था कि प्रदर्शन हमेशा मूक ही हुआ करते थे मध्यकालीन यूरोप में, माइम का प्रारंभिक रूप जैसा कि ममर निभाते थे और बाद में यह मूक प्रदर्शन के रूप में विकसित हुआ। उन्नीसवीं सदी के प्रारंभ में पेरिस में जीन-गैसपर्ड देबूराउ ने इसमें कई भाव जोड़े - सफेद चेहरे के साथ मूकाभिनय करना, आधुनिक समय में जिससे हम परिचित हैं। जैक्स कोपे कौमेडिया डेल'आर्टे और जापानी नोह थियेटर से बहुत अधिक प्रभावित थे और अपने अभिनेताओं को प्रशिक्षित करते समय नकाब का इस्तेमाल किया करते थे। उनका एक शिष्य इटेने डेकरोक्स इससे बहुत प्रभावित हुआ और माइम के विकासशील संभावनाओं का विकास करने लगा और कॉरपोरियल माइम का विकास मूर्तिकला शैली में किया, प्रकृतिवाद के विभाग के रूप में इसे प्रतिष्ठित किया। प्रशिक्षण के तरीकों द्वारा माइम और भौतिक थिएटर के विकास में जैक्स लेकौक ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। .

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माइकल बल्लैक

माइकल बल्लैक (जन्म 26 सितंबर 1976) पेशेवर जर्मन फुटबॉल के खिलाड़ी हैं, जो इस समय बूंदेस्लिगा क्लब बायर लीवरकुसेनके लिए खेलते हैं। अपने अंतरराष्ट्रीय टीम के इतिहास में सबसे अधिक गोल करनेवालों में से वे एक हैं। बल्लैक केवल कैसेर्सलौतेर्न को छोड़ कर सभी टीमों के लिए खेलते हुए 13 नंबर की शर्ट पहनते हैं। पेले द्वारा वे फीफा के 100 महानतम जीवित खिलाड़ियों और 2002 में यूईएफए क्लब के मिडफील्डर के रूप में से एक चुने गए हैं। 2002, 2003 और 2005 में तीन बार उन्होंने वर्ष के बेहतरीन जर्मन फुटबॉल खिलाड़ी का पुरस्कार जीता है। बल्लैक ने अपने कैरियर शुरूआत बहुत ही युवावस्था में चेम्नित्ज़ से की और 1995 में अपने पेशेवर रूप में खेलना शुरू किया। हालांकि पहले ही सीजन में टीम निष्कासित हो गयी, लेकिन रेगिओनाल्लिगा में बाद के सीजन में उनके प्रदर्शन के कारण उनका हस्तांतरण कैसरस्लॉतेर्ण में हो गया। क्लब में अपने पहले ही सीजन में उन्होंने बूंदेस्लिगा जीत लिया, यह उनका पहला बड़ा सम्मान था। 1998-99 के सीजन में वे टीम के पहले नियमित सदस्य बने और जर्मनी के लिए उन्होंने पहला वरिष्ठ राष्ट्रीय कैप हासिल किया। 1999 में 4.1 मिलियन यूरो के लिए वे बायर लीवरकुसेन में चले गए। 2002 के सीजन में उन्हें प्रतियोगिता में दूसरे विजेता के रूप में ढेर सारा पदक पाते देखा गया: बायर लीवरकुसेन ने बूंदेस्लिगा में, जर्मन कप, यूईएफए चैंपियन्स लीग और 2002 के विश्व कप फाइनल में ब्राजील से हार कर जर्मनी दूसरे स्थान पर रहा.

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माइक्रोप्रोसेसर

माइक्रोप्रोसेसर (हिन्दी: सूक्ष्मप्रक्रमक) एक ऐसा डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक युक्ति है जिसमें लाखों ट्रांजिस्टरों को एकीकृत परिपथ (इंटीग्रेटेड सर्किट या आईसी) के रूप में प्रयोग कर तैयार किया जाता है। इससे कंप्यूटर के केन्द्रीय प्रक्रमण इकाई (CPU या सीपीयू) की तरह भी काम लिया जाता है।। हिन्दुस्टान लाइव। २४ जनवरी २०१० इंटीग्रेटेड सर्किट के आविष्कार से ही आगे चलकर माइक्रोप्रोसेसर के निर्माण का रास्ता खुला था। माइक्रोप्रोसेसर के अस्तित्व में आने के पूर्व सीपीयू अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक अवयवों को जोड़कर बनाए जाते थे या फिर लघुस्तरीय एकीकरण वाले परिपथों से। सबसे पहला माइक्रोप्रोसेसर १९७० में बना था। तब इसका प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक परिकलकों में बाइनरी कोडेड डेसिमल (बीसीडी) की गणना करने के लिए किया गया था। बाद में ४ व ८ बिट माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग टर्मिनल्स, प्रिंटर और ऑटोमेशन डिवाइस में किया गया था। विश्व में मुख्यत: दो बड़ी माइक्रोप्रोसेसर उत्पादक कंपनियां है - इंटेल (INTEL) और ए.एम.डी.(AMD)। इनमें से इन्टैल कंपनी के प्रोसेसर अधिक प्रयोग किये जाते हैं। प्रत्येक कंपनी प्रोसेसर की तकनीक और उसकी क्षमता के अनुसार उन्हे अलग अलग कोड नाम देती हैं, जैसे इंटेल कंपनी के प्रमुख प्रोसेसर हैं पैन्टियम -1, पैन्टियम -2, पैन्टियम -3, पैन्टियम -4, सैलेरॉन, कोर टू डुयो आदि.उसी तरह ए.एम.डी. कंपनी के प्रमुख प्रोसेसर हैं के-5, के-6, ऐथेलॉन आदि। .

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माउज़र पिस्तौल

माउज़र पिस्तौल (अंग्रेजी: Mauser C96) मूल रूप से जर्मनी में बनी एक अर्द्ध स्वचालित पिस्तौल है। इस पिस्तौल का डिजाइन जर्मनी निवासी दो माउज़र बन्धुओं ने सन् 1895 में तैयार किया था। बाद में 1896 में जर्मनी की ही एक शस्त्र निर्माता कम्पनी माउज़र ने इसे माउज़र सी-96 के नाम से बनाना शुरू किया। 1896 से 1937 तक इसका निर्माण जर्मनी में हुआ। 20वीं शताब्दी में इसकी नकल करके स्पेन और चीन में भी माउज़र पिस्तौलें बनीं। इसकी मैगज़ीन ट्रिगर के आगे लगती थी जबकि सामान्यतया सभी पिस्तौलों में मैगज़ीन ट्रिगर के पीछे और बट के अन्दर होती है। इस पिस्तौल का एक अन्य मॉडल लकड़ी के कुन्दे के साथ सन 1916 में बनाया गया। इसमें बट के साथ लकड़ी का बड़ा कुन्दा अलग से जोड़ कर किसी रायफल या बन्दूक की तरह भी प्रयोग किया जा सकता था। विंस्टन चर्चिल को यह पिस्तौल बहुत पसन्द थी। भारतीय क्रान्तिकारी रामप्रसाद 'बिस्मिल' ने महज़ 4 माउज़र पिस्तौलों के दम पर 9 अगस्त 1925 को काकोरी के पास ट्रेन रोक कर सरकारी खजाना लूट लिया था। स्पेन ने सन् 1927 में इसी की नक़ल करते हुए अस्त्र मॉडल बनाया। रेलवे गार्डों की सुरक्षा हेतु सन् 1929 में चीन ने इसकी नकल करके.45 कैलिबर का माउज़र बनाया। .

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मित्सुबिशी एफ-2

मित्सुबिशी F-2 (Mitsubishi F-2) एक मल्टिरोल लडाकू विमान जिसे जापान व अमेरिका ने मिलकर विकसित किया है। .

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मिनट्स टू मिडनाइट

मिनट्स टू मिडनाइट (Minutes to Midnight) अमरिकी रॉक बैंड लिंकिन पार्क का तिसरा स्टुडियो अल्बम है। इसे 14 मई 2007 को रिलिज़ किया गया था। .

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मिनियापोलिस

मिनियापोलिस "झीलों का शहर" और "मिलों का शहर" के रूप में उपनाम सहित हेन्नेपिन काउंटी का काउंटी सीट है, जो अमेरिकी राज्य मिनेसोटा का सबसे बड़ा शहर और अमेरिका का 47वां बड़ा शहर है। इसके नाम का श्रेय शहर के पहले स्कूल टीचर को दिया जाता है, जिन्होंने पानी के लिए डकोटा शब्द mni को, तथा शहर के लिए ग्रीक शब्द polis को जोड़ा.

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मिस यूनीवर्स 2007

मिस यूनीवर्स 2007 मिस यूनीवर्स का ५६वाँ संस्करण था जिसे जापान की रियो मोरी ने जीता। यह मेक्सिको की राजधानी मेक्सिको सिटी में संपन्न समारोह में दिया गया। श्रेणी:मिस यूनीवर्स.

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मिस यूनीवर्स विजेताओं की सूची

मिस यूनीवर्स उपाधि जीतने वाली महिलाओं की सूची नीचे दी गई है। नताली ग्लेबोवा 2005 के टोरंटो फ़िल्म समारोह में.

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मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था

मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (Missile Technology Control Regime), जिसे संक्षिप्त में ऍम॰ टी॰ सी॰ आर॰ (MTCR) भी कहते हैं, कई देशों का एक अनौपचरिक संगठन है जिनके पास प्रक्षेपास्त्र व मानव रहित विमान (ड्रोन) से सम्बन्धित प्रौद्योगिक क्षमता है और जो इसे फैलने से रोकने के लिये नियम स्थापित करते हैं। जून 2016 में इसमें 35 देश शामिल थे। 27 जून 2016 को भारत इसका पूर्ण सदस्य बन गया। .

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मिवा

मिवा (Miwa, १५ जून, १९९० -), जापानी गायक है। .

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मिखाइल बाकूनिन

मिखाइल बाकूनिन मिखाइल अलेक्जेंद्रोविच बाकूनिन (रूसी: Михаил Александрович Бакунин; IPA.

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मंजू बिष्ट

यत्र नार्यस्तु पुज्यन्ते रम्न्ते तत्र देवता: का उधगोश करने वाली हमारी भारतीय संस्कृतित मे प्राचीन काल से ही स्त्रियो को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। गार्मी, लोपामुद्रा, जीजाबाई, लक्ष्मीबाई, सरोजनी नायडू, इंद्रा गाँधी जैसे स्वानामन्ध्य विभूतियो को आज कौन नही जानता है। बात चाहे शिक्षा की हो, राजनीति, कला या फिर खेलो की हो आज भारतीय नारी हर क्षेत्र मे पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर देश के विकास मे अपनी महत्वपूर्ण बुमिका निभा रही है। आज पी॰टी॰ उषा, साईनी विलसन, करणम मलेश्वरी जेसे अनगिनत खेल प्रतिभाओ ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने महाकाव्य प्रदर्शन से हर भारतीय का माथा गर्व से उँचा कर रखा है। देवभूमि उत्तराखंड की पुण्य धरती ने भी ऐसी ही अनेक खेल प्रतिभाओ को जनम दिया है, जीनो ने देश तथा विदेश मे भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा अर्जित कर अपनी माटी के नाम देवभूमि को ध्न्य किया है। ऐसी ही एक खेल प्रहतिभा है मंजू बिष्ट। .

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मंगल ग्रह

मंगल सौरमंडल में सूर्य से चौथा ग्रह है। पृथ्वी से इसकी आभा रक्तिम दिखती है, जिस वजह से इसे "लाल ग्रह" के नाम से भी जाना जाता है। सौरमंडल के ग्रह दो तरह के होते हैं - "स्थलीय ग्रह" जिनमें ज़मीन होती है और "गैसीय ग्रह" जिनमें अधिकतर गैस ही गैस है। पृथ्वी की तरह, मंगल भी एक स्थलीय धरातल वाला ग्रह है। इसका वातावरण विरल है। इसकी सतह देखने पर चंद्रमा के गर्त और पृथ्वी के ज्वालामुखियों, घाटियों, रेगिस्तान और ध्रुवीय बर्फीली चोटियों की याद दिलाती है। हमारे सौरमंडल का सबसे अधिक ऊँचा पर्वत, ओलम्पस मोन्स मंगल पर ही स्थित है। साथ ही विशालतम कैन्यन वैलेस मैरीनेरिस भी यहीं पर स्थित है। अपनी भौगोलिक विशेषताओं के अलावा, मंगल का घूर्णन काल और मौसमी चक्र पृथ्वी के समान हैं। इस गृह पर जीवन होने की संभावना है। 1965 में मेरिनर ४ के द्वारा की पहली मंगल उडान से पहले तक यह माना जाता था कि ग्रह की सतह पर तरल अवस्था में जल हो सकता है। यह हल्के और गहरे रंग के धब्बों की आवर्तिक सूचनाओं पर आधारित था विशेष तौर पर, ध्रुवीय अक्षांशों, जो लंबे होने पर समुद्र और महाद्वीपों की तरह दिखते हैं, काले striations की व्याख्या कुछ प्रेक्षकों द्वारा पानी की सिंचाई नहरों के रूप में की गयी है। इन् सीधी रेखाओं की मौजूदगी बाद में सिद्ध नहीं हो पायी और ये माना गया कि ये रेखायें मात्र प्रकाशीय भ्रम के अलावा कुछ और नहीं हैं। फिर भी, सौर मंडल के सभी ग्रहों में हमारी पृथ्वी के अलावा, मंगल ग्रह पर जीवन और पानी होने की संभावना सबसे अधिक है। वर्तमान में मंगल ग्रह की परिक्रमा तीन कार्यशील अंतरिक्ष यान मार्स ओडिसी, मार्स एक्सप्रेस और टोही मार्स ओर्बिटर है, यह सौर मंडल में पृथ्वी को छोड़कर किसी भी अन्य ग्रह से अधिक है। मंगल पर दो अन्वेषण रोवर्स (स्पिरिट और् ओप्रुच्युनिटी), लैंडर फ़ीनिक्स, के साथ ही कई निष्क्रिय रोवर्स और लैंडर हैं जो या तो असफल हो गये हैं या उनका अभियान पूरा हो गया है। इनके या इनके पूर्ववर्ती अभियानो द्वारा जुटाये गये भूवैज्ञानिक सबूत इस ओर इंगित करते हैं कि कभी मंगल ग्रह पर बडे़ पैमाने पर पानी की उपस्थिति थी साथ ही इन्होने ये संकेत भी दिये हैं कि हाल के वर्षों में छोटे गर्म पानी के फव्वारे यहाँ फूटे हैं। नासा के मार्स ग्लोबल सर्वेयर की खोजों द्वारा इस बात के प्रमाण मिले हैं कि दक्षिणी ध्रुवीय बर्फीली चोटियाँ घट रही हैं। मंगल के दो चन्द्रमा, फो़बोस और डिमोज़ हैं, जो छोटे और अनियमित आकार के हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि यह 5261 यूरेका के समान, क्षुद्रग्रह है जो मंगल के गुरुत्व के कारण यहाँ फंस गये हैं। मंगल को पृथ्वी से नंगी आँखों से देखा जा सकता है। इसका आभासी परिमाण -2.9, तक पहुँच सकता है और यह् चमक सिर्फ शुक्र, चन्द्रमा और सूर्य के द्वारा ही पार की जा सकती है, यद्यपि अधिकांश समय बृहस्पति, मंगल की तुलना में नंगी आँखों को अधिक उज्जवल दिखाई देता है। .

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मंगल ग्रह के मिशन की सूची

| सोवियत संघ | आर्बिटर | | Failed to orbit | Proton-K/D |- | मैरीनर 7 | 27 March 1969 | नासासंयुक्त राज्य अमेरिका | फ्लाइब्य | | | Atlas SLV-3C Centaur-D |- | 2M No.522 | 2 April 1969 | सोवियत संघ | आर्बिटर | | Failed to orbit | Proton-K/D |- | मैरीनर 8 | 9 May 1971 | नासासंयुक्त राज्य अमेरिका | आर्बिटर | | Failed to orbit | Atlas SLV-3C Centaur-D |- | Kosmos 419(3MS No.170) | 10 May 1971 | सोवियत संघ | आर्बिटर | | Never left LEO; upper stage burn timer set incorrectly | Proton-K/D |- | मैरीनर 9 | 30 May 1971 | नासासंयुक्त राज्य अमेरिका | आर्बिटर | | Entered orbit on 14 November 1971, deactivated 516 days after entering orbit | Atlas SLV-3C Centaur-D |- | मंगल 2(4M No.171) | 19 May 1971 | सोवियत संघ | आर्बिटर | | Entered orbit 27 November 1971, operated for 362 orbits.

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मकोतो कोबायाशी (भौतिकी)

मकोतो कोबायाशी (जापानी:小林 誠) (जन्म 7 अप्रैल 1944, नागोया-सी, जापान में) एक जापानी भौतिक विज्ञानी हैं उन्हें मुख्यतः आवेश-समता उल्लंघन पर किये गये उनके कार्य के लिए जाना जाता है, इस कार्य के लिए उन्हें 2008 भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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मकोतो कोबायाशी (ओलंपिक)

मकोतो कोबायाशी नागानो, जापान में आयोजित पैरालिम्पिक्स और 1998 के शीतकालीन ओलंपिक खेलों के लिए आयोजन समिति के अध्यक्ष के रूप में सेवा चुके हैं। .

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मुद्रा (भाव भंगिमा)

---- एक मुद्रा (संस्कृत: मुद्रा, (अंग्रेजी में: "seal", "mark," या "gesture")) हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म में एक प्रतीकात्मक या आनुष्ठानिक भाव या भाव-भंगिमा है। जबकि कुछ मुद्राओं में पूरा शरीर शामिल रहता है, लेकिन ज्यादातर मुद्राएं हाथों और उंगलियों से की जाती हैं। एक मुद्रा एक आध्यात्मिक भाव-भंगिमा है और भारतीय धर्म तथा धर्म और ताओवाद की परंपराओं के प्रतिमा शास्त्र व आध्यात्मिक कर्म में नियोजित प्रामाणिकता की एक ऊर्जावान छाप है। नियमित तांत्रिक अनुष्ठानों में एक सौ आठ मुद्राओं का प्रयोग होता है। योग में, आम तौर पर जब वज्रासन की मुद्रा में बैठा जाता है, तब सांस के साथ शामिल शरीर के विभिन्न भागों को संतुलित रखने के लिए और शरीर में प्राण के प्रवाह को प्रभावित करने के लिए मुद्राओं का प्रयोग प्राणायाम (सांस लेने के योगिक व्यायाम) के संयोजन के साथ किया जाता है। नवंबर 2009 में राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी में प्रकाशित एक शोध आलेख में दिखाया गया है कि हाथ की मुद्राएं मस्तिष्क के उसी क्षेत्र को उत्तेजित या प्रोत्साहित करती हैं जो भाषा की हैं। .

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मुद्रा (संगीत)

---- मुद्रा कर्णाटक संगीत में गायक का अपना चिह्न है। ---- मुद्रा हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म में एक प्रतीकात्मक या आनुष्ठानिक भाव या भाव-भंगिमा है। जबकि कुछ मुद्राओं में पूरा शरीर शामिल रहता है, लेकिन ज्यादातर मुद्राएं हाथों और उंगलियों से की जाती हैं। एक मुद्रा एक आध्यात्मिक भाव-भंगिमा है और भारतीय धर्म तथा धर्म और ताओवाद की परंपराओं के प्रतिमा शास्त्र व आध्यात्मिक कर्म में नियोजित प्रामाणिकता की एक ऊर्जावान छाप है। नियमित तांत्रिक अनुष्ठानों में एक सौ और आठ मुद्राओं का प्रयोग होता है। योग में, आम तौर पर जब वज्रासन की मुद्रा में बैठा जाता है, तब सांस के साथ शामिल शरीर के विभिन्न भागों को संतुलित रखने के लिए और शरीर में प्राण के प्रवाह को प्रभावित करने के लिए मुद्राओं का प्रयोग प्राणायाम (सांस लेने के योगिक व्यायाम) के संयोजन के साथ किया जाता है। नवंबर 2009 में राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी में प्रकाशित एक शोध आलेख में दिखाया गया है कि हाथ की मुद्राएं मस्तिष्क के उसी क्षेत्र को उत्तेजित या प्रोत्साहित करती हैं जो भाषा की हैं। .

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मुम्बई

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित मुंंबई (पूर्व नाम बम्बई), भारतीय राज्य महाराष्ट्र की राजधानी है। इसकी अनुमानित जनसंख्या ३ करोड़ २९ लाख है जो देश की पहली सर्वाधिक आबादी वाली नगरी है। इसका गठन लावा निर्मित सात छोटे-छोटे द्वीपों द्वारा हुआ है एवं यह पुल द्वारा प्रमुख भू-खंड के साथ जुड़ा हुआ है। मुम्बई बन्दरगाह भारतवर्ष का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बन्दरगाह है। मुम्बई का तट कटा-फटा है जिसके कारण इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है। यूरोप, अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है। मुम्बई भारत का सर्ववृहत्तम वाणिज्यिक केन्द्र है। जिसकी भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 5% की भागीदारी है। यह सम्पूर्ण भारत के औद्योगिक उत्पाद का 25%, नौवहन व्यापार का 40%, एवं भारतीय अर्थ व्यवस्था के पूंजी लेनदेन का 70% भागीदार है। मुंबई विश्व के सर्वोच्च दस वाणिज्यिक केन्द्रों में से एक है। भारत के अधिकांश बैंक एवं सौदागरी कार्यालयों के प्रमुख कार्यालय एवं कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थान जैसे भारतीय रिज़र्व बैंक, बम्बई स्टॉक एक्स्चेंज, नेशनल स्टऑक एक्स्चेंज एवं अनेक भारतीय कम्पनियों के निगमित मुख्यालय तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियां मुम्बई में अवस्थित हैं। इसलिए इसे भारत की आर्थिक राजधानी भी कहते हैं। नगर में भारत का हिन्दी चलचित्र एवं दूरदर्शन उद्योग भी है, जो बॉलीवुड नाम से प्रसिद्ध है। मुंबई की व्यवसायिक अपॊर्ट्युनिटी, व उच्च जीवन स्तर पूरे भारतवर्ष भर के लोगों को आकर्षित करती है, जिसके कारण यह नगर विभिन्न समाजों व संस्कृतियों का मिश्रण बन गया है। मुंबई पत्तन भारत के लगभग आधे समुद्री माल की आवाजाही करता है। .

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मुजफ्फरपुर

मुज़फ्फरपुर उत्तरी बिहार राज्य के तिरहुत प्रमंडल का मुख्यालय तथा मुज़फ्फरपुर ज़िले का प्रमुख शहर एवं मुख्यालय है। अपने सूती वस्त्र उद्योग, लोहे की चूड़ियों, शहद तथा आम और लीची जैसे फलों के उम्दा उत्पादन के लिये यह जिला पूरे विश्व में जाना जाता है, खासकर यहाँ की शाही लीची का कोई जोड़ नहीं है। यहाँ तक कि भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी यहाँ से लीची भेजी जाती है। 2017 मे मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के लिये चयनित हुआ है। अपने उर्वरक भूमि और स्वादिष्ट फलों के स्वाद के लिये मुजफ्फरपुर देश विदेश मे "स्वीटसिटी" के नाम से जाना जाता है। मुजफ्फरपुर थर्मल पावर प्लांट देशभर के सबसे महत्वपूर्ण बिजली उत्पादन केंद्रो मे से एक है। .

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मुंबई की संस्कृति

बंबई एशियाटिक सोसाइटी शहर की पुरातनतम पुर्तकालयों में से एक है। मुंबई की संस्कृति परंपरागत उत्सवों, खानपान, संगीत, नृत्य और रंगमंच का सम्मिश्रण है। इस शहर में विश्व की अन्य राजधानियों की अपेक्षा बहुभाषी और बहुआयामी जीवनशैली देखने को मिलती है, जिसमें विस्तृत खानपान, मनोरंजन और रात्रि की रौनक भी शामिल है। मुंबई के इतिहास में यह मुख्यतः एक प्रधान व्यापारिक केन्द्र रहा है। इस कारण विभिन्न क्षेत्रों के लोग यहां आते रहे, जिससे बहुत सी संस्कृतियां, धर्म, आदि यहां एक साथ मिलजुलकर रहते हैं। मुंबई भारतीय चलचित्र का जन्मस्थान है।—दादा साहेब फाल्के ने यहां मूक चलचित्र के द्वारा इस उद्योग की स्थापना की थी। इसके बाद ही यहां मराठी चलचित्र का भी श्रीगणेश हुआ था। तब आरंभिक बीसवीं शताब्दी में यहां सबसे पुरानी फिल्म प्रसारित हुयी थी। मुंबई में बड़ी संख्या में सिनेमा हॉल भी हैं, जो हिन्दी, मराठी और अंग्रेज़ी फिल्में दिखाते हैं। विश्व में सबसे बड़ा IMAX डोम रंगमंच भी मुंबई में वडाला में ही स्थित है। मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव और फिल्मफेयर पुरस्कार की वितरण कार्यक्रम सभा मुंबाई में ही आयोजित होती हैं। हालांकि मुंबई के ब्रिटिश काल में स्थापित अधिकांश रंगमंच समूह १९५० के बाद भंग हो चुके हैं, फिर भी मुंबई में एक समृद्ध रंगमंच संस्कृति विकसित हुयी हुई है। ये मराठी और अंग्रेज़ी, तीनों भाषाओं के अलावा अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी विकसित है। गणेश चतुर्थी, मुंबई का सबसे अधिक हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला उत्सव यहां कला-प्रेमियों की कमी भी नहीं है। अनेक निजी व्यावसायिक एवं सरकारी कला-दीर्घाएं खुली हुई हैं। इनमें जहांगीर कला दीर्घा और राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा प्रमुख हैं। १८३३ में बनी बंबई एशियाटिक सोसाइटी में शहर का पुरातनतम पुस्तकालय स्थित है। छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय (पूर्व प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूज़ियम) दक्षिण मुंबई का प्रसिद्ध संग्रहालय है, जहां भारतीय इतिहास के अनेक संग्रह सुरक्षित हैं। मुंबई के चिड़ियाघर का नाम जीजामाता उद्यान है (पूर्व नाम: विक्टोरिया गार्डन्स), जिसमें एक हरा भरा उद्यान भी है। नगर की साहित्य में संपन्नता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति तब मिली जब सल्मान रश्दी और अरविंद अडिग को बुकर सम्मान मिले थे। यही के निवासी रुडयार्ड किपलिंग को १९०७ में नोबल पुरस्कार भी मिला था। मराठी साहित्य भी समय की गति क साथ साथ आधुनिक हो चुका है। यह मुंबई के लेखकों जैसे मोहन आप्टे, अनंत काणेकर और बाल गंगाधर तिलक के कार्यों में सदा दृष्टिगोचर रहा है। इसको वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कार से और प्रोत्साहन मिला है। एलीफेंटा की गुफाएं विश्व धरोहर स्थ घोषित हैं। मुंबई शहर की इमारतों में झलक्ता स्थापत्य गोथिक, इंडो रेनेनिक, आर्ट डेको और अन्य समकालीन स्थापत्य शैलियों का संगम है। ब्रिटिश काल की अधिकांश इमारतें, जैसे विक्टोरिया टर्मिनस और बंबई विश्वविद्यालय, गोथिक शैली में निर्मित हैं। इनके वास्तु घटकों में यूरोपीय प्रभाव साफ दिखाई देता है, जैसे जर्मन गेबल, डच शैली की छतें, स्विस शैली में काष्ठ कला, रोमन मेहराब साथ ही परंपरागत भारतीय घटक भी दिखते हैं। कुछ इंडो सेरेनिक शैली की इमारतें भी हैं, जैसे गेटवे ऑफ इंडिया। आर्ट डेको शैली के निर्माण मैरीन ड्राइव और ओवल मैदान के किनारे दिखाई देते हैं। मुंबई में मायामी के बाद विश्व में सबसे अधिक आर्ट डेको शैली की इमारतें मिलती हैं। नये उपनगरीय क्षेत्रों में आधुनिक इमारतें अधिक दिखती हैं। मुंबई में अब तक भारत में सबसे अधिक गगनचुम्बी इमारतें हैं। इनमें ९५६ बनी हुई हैं और २७२ निर्माणाधीन हैं। (२००९ के अनुसार) १९९५ में स्थापित, मुंबई धरोहर संरक्षण समिति (एम.एच.सी.सी) शहर में स्थित धरोहर स्थलों के संरक्षण का ध्यान रखती है। मुंबई में दो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं – छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और एलीफेंटा की गुफाएं शहर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में नरीमन पाइंट, गिरगौम चौपाटी, जूहू बीच और मैरीन ड्राइव आते हैं। एसेल वर्ल्ड यहां का थीम पार्क है, जो गोरई बीच के निकट स्थित है। यहीं एशिया का सबसे बड़ा थीम वाटर पार्क, वॉटर किंगडम भी है। मुंबई के निवासी भारतीय त्यौहार मनाने के साथ-साथ अन्य त्यौहार भी मनाते हैं। दिवाली, होली, ईद, क्रिसमस, नवरात्रि, दशहरा, दुर्गा पूजा, महाशिवरात्रि, मुहर्रम आदि प्रमुख त्यौहार हैं। इनके अलावा गणेश चतुर्थी और जन्माष्टमी कुछ अधिक धूम-धाम के संग मनाये जाते हैं। गणेश-उत्सव में शहर में जगह जगह बहुत विशाल एवं भव्य पंडाल लगाये जाते हैं, जिनमें भगवान गणपति की विशाल मूर्तियों की स्थापना की जाती है। ये मूर्तियां दस दिन बाद अनंत चौदस के दिन सागर में विसर्जित कर दी जाती हैं। जन्माष्टमी के दिन सभी मुहल्लों में समितियों द्वारा बहुत ऊंचा माखान का मटका बांधा जाता है। इसे मुहल्ले के बच्चे और लड़के मुलकर जुगत लगाकर फोड़ते हैं। काला घोड़ा कला उत्सव कला की एक प्रदर्शनी होती है, जिसमें विभिन्न कला-क्षेत्रों जैसे संगीत, नृत्य, रंगमंच और चलचित्र आदि के क्षेत्र से कार्यों का प्रदर्शन होता है। सप्ताह भर लंबा बांद्रा उत्सव स्थानीय लोगों द्वारा मनाया जाता है। बाणागंगा उत्सव दो-दिवसीय वार्षिक संगीत उत्सव होता है, जो जनवरी माह में आयोजित होता है। ये उत्सव महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम (एम.टी.डी.सी) द्वारा ऐतिहाशिक बाणगंगा सरोवर के निकट आयोजित किया जाटा है। एलीफेंटा उत्सव—प्रत्येक फरवरी माह में एलीफेंटा द्वीप पर आयोजित किया जाता है। यह भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं शास्त्रीय नृत्य का कार्यक्रम ढेरों भारतीय और विदेशी पर्यटक आकर्षित करता है। शहर और प्रदेश का खास सार्वजनिक अवकाश १ मई को महाराष्ट्र दिवस के रूप में महाराष्ट्र राज्य के गठन की १ मई, १९६० की वर्षागांठ मनाने के लिए होता है। मुंबई के भगिनि शहर समझौते निम्न शहरों से हैं.

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मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर

मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (Mumbai–Ahmedabad high-speed rail corridor) पश्चिमी भारत में मुंबई, महाराष्ट्र और अहमदाबाद, गुजरात के शहरों को जोड़ने वाली प्रस्तावित उच्च गति रेल लाइन है। यह भारत की पहली उच्च गति वाली रेल लाइन होगी। कॉरिडोर का निर्माण 2018 के अंत तक शुरू होगा और 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। | .

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म्यान्मा का इतिहास

म्यांमार का इतिहास बहुत पुराना एवं जटिल है। इस क्षेत्र में बहुत से जातीय समूह निवास करते आये हैं जिनमें से मान (Mon) और प्यू संभवतः सबसे प्राचीन हैं। उन्नीसविं शताब्दी में बर्मन (बामार) लोग चीन-तीब्बत सीमा से विस्थापित होकर यहाँ इरावती नदी की घाटी में आ बसे। यही लोग आज के म्यांमार पर शासन करने वाले बहुसंख्यक लोग हैं। म्यांमार का क्रमबद्ध इतिहास सन्‌ 1044 ई. में मध्य बर्मा के 'मियन वंश' के अनावराहता के शासनकाल से प्रारंभ होता है जो मार्कोपोलो के यात्रा संस्मरण में भी उल्लिखित है। सन्‌ 1287 में कुबला खाँ के आक्रमण के फलस्वरूप वंश का विनाश हो गया। 500 वर्षों तक राज्य छोटे छोटे टुकड़ों में बँटा रहा। सन्‌ 1754 ई. में अलोंगपाया (अलोंपरा) ने शान एवं मॉन साम्राज्यों को जीतकर 'बर्मी वंश' की स्थापना की जो 19वीं शताब्दी तक रहा। बर्मा में ब्रिटिश शासन स्थापना की तीन अवस्थाएँ हैं। सन्‌ 1826 ई. में प्रथम बर्मायुद्ध में अँग्रेजों ने आराकान तथा टेनैसरिम पर अधिकार प्राप्त किया। सन्‌ 1852 ई. में दूसरे युद्ध के फलस्वरूप वर्मा का दक्षिणी भाग इनके अधीन हो गया तथा 1886 ई. में संपूर्ण बर्मा पर इनका अधिकार हो गया और इसे ब्रिटिश भारतीय शासनांतर्गत रखा गया। 1937 से पहले ब्रिटिश ने बर्मा को भारत का राज्य घोषित किया था लेकिन फिर अंगरेज सरकार ने बर्मा को भारत से अलग करके उसे ब्रिटिश क्राउन कालोनी (उपनिवेश) बना दिया। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापान ने बर्मा के जापानियों द्वारा प्रशिक्षित बर्मा आजाद फौज के साथ मिल कर हमला किया। बर्मा पर जापान का कब्जा हो गया। बर्मा में सुभाषचंद्र बोस के आजाद हिन्द फौज की वहां मौजूदगी का प्रभाव पड़ा। 1945 में आंग सन की एंटीफासिस्ट पीपल्स फ्रीडम लीग की मदद से ब्रिटेन ने बर्मा को जापान के कब्जे से मुक्त किया लेकिन 1947 में आंग सन और उनके 6 सदस्यीय अंतरिम सरकार को राजनीतिक विरोधियों ने आजादी से 6 महीने पहले उन की हत्या कर दी। आज आंग सन म्यांमार के 'राष्ट्रपिता' कहलाते हैं। आंग सन की सहयोगी यू नू की अगुआई में 4 जनवरी, 1948 में बर्मा को ब्रिटिश राज से आजादी मिली। बर्मा 4 जनवरी 1948 को ब्रिटिश उपनिवेशवाद के चंगुल से मुक्त हुआ और वहाँ 1962 तक लोकतान्त्रिक सरकारें निर्वाचित होती रहीं। 2 मार्च, 1962 को जनरल ने विन के नेतृत्व में सेना ने तख्तापलट करते हुए सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया और यह कब्ज़ा तबसे आजतक चला आ रहा है। 1988 तक वहाँ एकदलीय प्रणाली थी और सैनिक अधिकारी बारी-बारी से सत्ता-प्रमुख बनते रहे। सेना-समर्थित दल बर्मा सोशलिस्ट प्रोग्राम पार्टी के वर्चस्व को धक्का 1988 में लगा जब एक सेना अधिकारी सॉ मॉंग ने बड़े पैमाने पर चल रहे जनांदोलन के दौरान सत्ता को हथियाते हुए एक नए सैन्य परिषद् का गठन कर दिया जिसके नेतृत्व में आन्दोलन को बेरहमी से कुचला गया। अगले वर्ष इस परिषद् ने बर्मा का नाम बदलकर म्यांमार कर दिया। ब्रिटिश शासन के दौरान बर्मा दक्षिण-पूर्व एशिया के सबसे धनी देशों में से था। विश्व का सबसे बड़ा चावल-निर्यातक होने के साथ शाल (टीक) सहित कई तरह की लकड़ियों का भी बड़ा उत्पादक था। वहाँ के खदानों से टिन, चांदी, टंगस्टन, सीसा, तेल आदि प्रचुर मात्रा में निकले जाते थे। द्वितीय विश्वयुद्ध में खदानों को जापानियों के कब्ज़े में जाने से रोकने के लिए अंग्रेजों ने भारी मात्र में बमबारी कर उन्हें नष्ट कर दिया था। स्वतंत्रता के बाद दिशाहीन समाजवादी नीतियों ने जल्दी ही बर्मा की अर्थ-व्यवस्था को कमज़ोर कर दिया और सैनिक सत्ता के दमन और लूट ने बर्मा को आज दुनिया के सबसे गरीब देशों की कतार में ला खड़ा किया है। .

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मृत्यु

मानव खोपड़ी मौत के लिए एक सार्वभौमिक प्रतीक है। किसी प्राणी के जीवन के अन्त को मृत्यु कहते हैं। मृत्यु सामान्यतः दुर्घटना, चोट, बीमारी, कुपोषण के परिणामस्वरूप होती है। आँख "अनन्त जीवन के लिए प्राचीन मिस्र के प्रतीक है।" वे और कई अन्य संस्कृतियों के बाद से एक पोर्टल के रूप में एक जीवन के बाद में जैविक मौत देखी है। .

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मैन बुकर पुरस्कार

मैन बुकर पुरस्कार फ़ॉर फ़िक्शन (Man Booker Prize for Fiction) जिसे लघु रूप में मैन बुकर पुरस्कार या बुकर पुरस्कार भी कहा जाता है, राष्ट्रकुल (कॉमनवैल्थ) या आयरलैंड के नागरिक द्वारा लिखे गए मौलिक अंग्रेजी उपन्यास के लिए हर वर्ष दिया जाता है। 2008 वर्ष का पुरस्कार भारतीय लेखक अरविन्द अडिग को दिया गया था। अडिग को मिलाकर कुल 5 बार यह पुरस्कार भारतीय मूल के लेखकों को मिला है (अन्य लेखक - वी एस नाइपॉल, अरुंधति राय, सलमान रश्दी और किरण देसाई) और कुल 9 पुरस्कार विजेता उपन्यास ऐसे हैं जिनका कथानक भारत या भारतीयों से प्रेरित है। बुकर पुरस्कार की स्थापना सन् 1969 में इंगलैंड की बुकर मैकोनल कंपनी द्वारा की गई थी। इसमें 60 हज़ार पाउण्ड की राशि विजेता लेखक को दी जाती है। इस पुरस्कार के लिए पहले उपन्यासों की एक लंबी सूची तैयार की जाती है और फिर पुरस्कार वाले दिन की शाम के भोज में पुरस्कार विजेता की घोषणा की जाती है। पहला बुकर पुरस्कार अलबानिया के उपन्यासकार इस्माइल कादरे को दिया गया था। .

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मैनचेस्टर यूनाइटेड एफ़.सी.

मैनचेस्टर युनाइटेड फुटबॉल क्लब ग्रेटर मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफोर्ड में स्थित एक इंग्लिश फुटबॉल क्लब है जो दुनिया में सबसे अधिक लोकप्रिय फुटबॉल क्लबों में से एक है। क्लब 1992 में प्रीमियर लीग का एक संस्थापक सदस्य था और सिवाए 1974-75 के सत्र के, 1938 के बाद से ही, इंग्लिश फुटबॉल की शीर्ष श्रेणी में खेलता रहा है। 1964-65 के बाद से ही सभी छह सत्रों के दौरान क्लब में दर्शकों की औसत उपस्थिति इंग्लिश फुटबॉल की किसी भी अन्य टीम के मुकाबले अधिक रही है। 2008-09 प्रीमियर लीग और 2008 फीफा क्लब विश्व कप जीतने के साथ ही मैनचेस्टर युनाइटेड इंग्लिश चैंपियन और क्लब विश्व कप के श्रेष्ठ धारक बन गये हैं। क्लब इंग्लिश फुटबॉल क्लब के इतिहास में सबसे सफल क्लबों में से एक है और नवंबर 1986 में एलेक्स फर्ग्यूसन के मैनेजर बनने के बाद इसने 22 बड़े पुरस्कार अर्जित किये हैं। सन् 1968 में बेन्फिका को 4-1 से हरा कर यूरोपीय कप जीतने वाला यह पहला इंग्लिश क्लब बना.

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मैनेची सिम्बुम

यह् एक प्रमुख दैनिक समाचार पत्र है। .

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मैजी

जापान के १२२वें सम्राट '''मैजी''' मैजी (जापानी: 明治天皇 Meiji-tennō?, 3 नवम्बर 1852 – 30 जुलाई 1912) जापान के १२२वें सम्राट थे। उन्हें 'मैजी महान' के नाम से जाना जाता है। वे 3 फ़रवरी 1867 से अपनी मृत्यु तक (30 जुलाई 1912) तक सम्राट रहे। उनके काल में जापान ने तीव्र गति से विकास किया तथा एक विश्वशक्ति के रूप में उभरा जो जापान के औद्योगिक क्रान्ति के रूप में सामने आया। श्रेणी:जापान का इतिहास.

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मैग्लेव ट्रेन

नवम्बर 2005 में जापान के यामानाशी के परीक्षण ट्रैक पर जेआर-मैग्लेव. 581 किमी प्रति घंटा.गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स प्राधिकरण. जर्मनी में एम्सलैंड परीक्षण केंद्र में ट्रांसरैपिड 09 मैग्लेव, या चुंबकीय प्रोत्थापन या आकाशगामिता, एक परिवहन प्रणाली है जो उत्तोलन एवं प्रणोदन के लिए बहुत बड़े पैमाने पर चुम्बकों की चुम्बकीय उत्तोलन शक्ति का इस्तेमाल करके वाहनों, मुख्य रूप से ट्रेनों, को बिना जमीन छुए नियंत्रित और आगे बढ़ाने का काम करती है। इस विधि में पहिया युक्त सामूहिक पारगमन प्रणालियों की अपेक्षा अधिक तेज, शांत और चिकनी होने की क्षमता है। आम तौर पर उत्तोलन के लिए आवश्यक शक्ति का प्रतिशत खास तौर पर समग्र खपत के प्रतिशत से अधिक नहीं होता है; अन्य किसी भी द्रुत गति वाले ट्रेन की तरह घर्षण पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए इस प्रयुक्त शक्ति में से अधिकांश शक्ति की जरूरत पड़ती है। अभी तक मैग्लेव ट्रेन की उच्चतम गति दर्ज की गई है। इस कीर्तिमान को वर्ष 2003 में जापान में स्थापित किया गया था, जो पारंपरिक टीजीवी (TGV) की दर्ज की गई गति से अधिक तेज थी। प्रथम वाणिज्यिक मैग्लेव "लोक-परिवाहक" को आधिकारिक तौर पर वर्ष 1984 में इंग्लैण्ड के बर्मिंघम में चालू किया गया था। इसे बर्मिंघम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा और बर्मिघम अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन के बीच, की गति से, मोनोरेल ट्रैक के एक उन्नत सेक्शन पर चलाया गया था। विश्वसनीयता और डिज़ाइन समस्याओं की वजह से इस प्रणाली को अंत में वर्ष 1995 में बंद कर दिया गया। शायद वर्तमान में वाणिज्यिक तौर पर संचालित होने वाली द्रुत-गति मैग्लेव प्रौद्योगिकी का सबसे जाना माना कार्यान्वयन चीन के शंघाई में चलने वाले जर्मन-निर्मित ट्रांसरैपिड ट्रेन की आईओएस (IOS अर्थात् इनिशियल ऑपरेटिंग सेगमेंट या आरंभिक प्रचालन खंड) प्रदर्शन लाइन है जो अधिकतम और औसतन की गति से केवल 7 मिनट 20 सेकण्ड में लोगों को एयरपोर्ट तक 30 किमी (18.6 मील) का सफ़र तय कराता है। .

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मैक्स पेन

मैक्स पेन फिनिश रेमिडी एंटरटेनमेंट (Finnish Remedy Entertainment) द्वारा विकसित, 3D रियल्म्स द्वारा निर्मित और गैदरिंग ऑफ डेवलपर्स (Gathering of Developers) द्वारा 2001 में विन्डोज़ (Windows) के लिए प्रकाशित एक BAFTA अवार्ड विजयी थर्ड-पर्सन शूटर वीडियो गेम है। उसी वर्ष बाद में रॉकस्टार गेम्स (Rockstar Games) द्वारा एक्सबॉक्स (Xbox), प्लेस्टेशन 2 (PlayStation 2) एवं गेमबॉय एडवांस (GameBoy Advance) प्रकाशित किये गए। जुलाई 2002 में उत्तर अमेरिका के मैकसॉफ्ट (MacSoft) तथा फेराल इंटरैक्टिव (Feral Interact) द्वारा शेष दुनिया में एक मैकिनटोश पोर्ट प्रकाशित किया गया। मैक्स पेन की ड्रीमकास्ट संस्करण के लिए भी योजनायें थीं लेकिन ढांचे की अनिरंतरता के वजह से उन्हें रद्द कर दिया गया। 29 अप्रैल 2009 को मैक्स पेन को एक्सबॉक्स 360 के लिए एक्सबॉक्स ऑरिजिनल्स कार्यक्रम में एक डाउनलोड करने योग्य गेम के रूप में पुनः रिलीज़ किया गया। मैक्स पेन उन पहले वीडियो खेलों में से एक है जिन्होनें अपने गेमप्ले में ''द मैट्रिक्स'' ट्रियोलोजी से प्रसिद्धि प्राप्त "बुलेट टाइम" का समावेश किया हो, जिसमें गनप्ले गोलियों को चकमा देने के लिए समय की रफ़्तार धीमी करने की अनुमति देता है। इस खेल में एक रेतीले फिल्म नॉयर शैली को दिखाया गया है एवं इसमें खेल का वर्णन करने के लिए कटसीन की बजाय ग्राफिक नोवेल पैनलों का इस्तेमाल किया गया है। मैक्स पेन हॉन्गकाँग एक्शन सिनेमा शैली, ख़ास तौर पर निर्देशक जॉन वू के काम से तथा साथ ही मिकी स्पिलेन जैसे लेखकों के कठोर जासूसी उपन्यासों से गहरे तौर पर प्रभावित है। इस खेल में नॉर्स पौराणिक कथाओं, ख़ास तौर पर राग्नारोक के मिथक के बहुत से सन्दर्भ शामिल हैं और इस खेल में प्रयुक्त बहुत से नाम नॉर्स देवों तथा आस्था से जुड़े हुए हैं। मैक्स पेन को आलोचकों से सकारात्मक समीक्षाएं मिलीं तथा इसे अपने रोमांचक गनप्ले तथा नॉयर कथावाचन शैली के उपकरणों के इस्तेमाल के लिए सराहना मिली.

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मेलाका

मलाका या मलक्का मलेशिया का एक राज्य है। यह मलय प्रायद्वीप के दक्षिणी छोर पर मलक्का जलसन्धि के तट पर स्थित है, जिसके पार इण्डोनेशिया का सुमात्रा द्वीप है। मेलाका मलय इतिहास का सबसे पुराना सल्तनत था, लेकिन सन् १५११ में इसपर पुर्तगालियों ने कब्ज़ा कर लिया और सल्तनत को समाप्त कर दिया। आधुनिक काल में यहाँ अब "यांग दि-पेरतुआ नेगेरी" (अर्थ: नगराध्यक्ष) नामक अधिकारी राज्यपाल का पद धारण करता है। यह मलाया प्रायद्वीप के पश्चिमी समुद्रतट पर १६६४ वर्ग किमी में फैले हुए मलाका प्रदेश की राजधानी तथा बंदरगाह है। यह एक अति प्राचीन यूरोपीय बस्ती है। कहा जाता है, मलाया के राजा ने सन् १४०३ में इस नगर की स्थापना की थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय यह जापानियों के अधीन रहा एवं १९५१ ईo में स्वतंत्र हुआ और मलाया गणतंत्र का एक भाग हो गया। प्राचीन काल से ही भारत तथा चीन से इसका व्यापारिक संबंध है पर इसकी अत्यधिक वृद्धि अंग्रेजों के आने के बाद ही हुई। नवीन मलाका में अब भी पुर्तगाली और हॉलैंड वासियों के प्राचीन भवनों के ध्वंसावशेष मिलते हैं। यह पूर्वी एशिया का सबसे महत्वूपर्ण तथा बड़ा औद्योगिक केंद्र है। इसके पृष्ठप्रदेश में भूमध्यरेखीय सघन सदाबहार वन पाए जाते हैं। तटीय भागों में पश्चिम की ओर मैंग्रोव जाति के वृक्ष अधिक पाए जाते हैं। यहाँ का मुख्य उद्यम कृषि है। यहाँ के निवासी, रबर, धान, नारियल, अनन्नास तथा गरम मसालों की खेती करते हैं। इस बंदरगाह से रबर, नारियल, चावल तथा गरम मसालों का निर्यात होता है। मलाका जलडमरूमध्य, सुमात्रा तथा मलाया प्रायद्वीप को एक दूसरे से अलग करनेवाला एक जलडमरूमध्य है जो दक्षिणी चीन सागर तथा हिन्द महासागर को आपस में मिलाता है। इस जलसंधि की लंबाई ५०० मील तथा चौड़ाई २५ मील से १०० मील तक है। इसके दक्षिण-पूर्वी छोर पर स्थित एक छोटे द्वीप पर सिंगापुर स्थित है। इस जलसंधि के द्वारा संसार का सबसे अधिक माल आता जाता है। .

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मेइजी पुनर्स्थापन

मेइजी पुनर्स्थापन के अंत में शोगुन ने अपने शासक-अधिकार औपचारिक रूप से सम्राट मेइजी को सौंप दिए १८७० में बने इस चित्र में चित्रकार ने जापान की पुरानी और नयी व्यवस्था की मुठभेड़ दर्शाने की कोशिश करी इतो हिरोबुमी मेइजी पुनर्स्थापन संग्राम के एक मुख्य नेता थे मेइजी पुनर्स्थापन (明治維新, मेइजी इशिन) उन्नीसवी शताब्दी में जापान में एक घटनाक्रम था जिस से सन् 1868 में सम्राट का शासन फिर से बहाल हुआ। इस से जापान के राजनैतिक और सामाजिक वातावरण में बहुत महत्वपूर्ण बदलाव आये जिनसे जापान तेज़ी से आर्थिक, औद्योगिक और सैन्य विकास की ओर बढ़ने लगा। इस क्रान्ति ने जापान के एदो काल का अंत किया और मेइजी काल को आरम्भ किया। इस पुनर्स्थापन से पहले जापान का सम्राट केवल नाम का शासक था और वास्तव में शोगुन (将軍) की उपाधि वाले सैनिक तानाशाह राज करता था। .

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मोटर वाहन

मोटर वाहन एक स्वचालित सड़क वाहन और सड़क के इतर भी चलने वाला वाहन हैं जिसमे सामान्यतः पहियों का प्रयोग होता हैं। लेकिन यह रेल या ट्राम के रूप में नहीं प्रयोग किया जाता यदपि यात्रियों या यात्रियों और संपत्ति के परिवहन में राजमार्गों पर व्यवासाईक उपयोगों के लिए किया जाता है। वाहन में प्रणोदन (संचालक शक्ति), एक इंजन या मोटर के द्वारा प्रदान की जाती है जो आमतौर पर एक आंतरिक दहन इंजन या एक विद्युत मोटर होता हैं। आम तौर पर विकलांग व्यक्तियों को ऑपरेटर लाइसेंस का अधिकारी बनाने से बचने के लिए शक्ति द्वारा संचालित व्हीलचेयर को विशेष रूप से क़ानून द्वारा मोटर वाहन की श्रेणी से बाहर रखा गया हैं, ताकि वे बीमा की सुविधा का लाभ नहीं उठा सके। मोटर वाहनों का बीमा भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय हैं। इसमें कारों, ट्रक, मोटर साइकिल एवं सड़क पर चलने वाले अन्य वाहनों का बीमा किया जाता हैं। इससे दुर्घटना के समय जब गाड़ियों का नुकसान होता हैं तब वितीय सहायता दी जाती हैं। वाहनों के बीमा के लिए प्रयुक्त किये जाने शब्द प्रत्येक देश में अलग-अलग नाम से जाने जाते हैं। इसके अलावा यह गाड़ियों के चोरी हो जाने, दुर्घटना होने एवं अन्य मामलो में काफी काम आते हैं। कार बीमा एक अनिवार्य योजना के तहत सबसे पहले सड़क यातायात अधिनियम 1930 के साथ ब्रिटेन में पेश किया गया था यह सुनिश्चित किया है कि सभी वाहन मालिकों और चालकों की चोट या मौत के लिए बीमा किया जाएगा। जर्मनी में भी इसी तरह का कानून 1939 में अधिनियमित किया गया था। 2010 के अनुसार दुनिया में एक अरब से अधिक मोटर वाहन थे जिनमे सड़क से परे एवं भारी उपकरणों का निर्माण करने वाले वाहन शामिल नहीं थे। 2010 में प्रति व्यक्ति वैश्विक वाहन स्वामित्व प्रति 1000 लोगों में 148 वाहनों का था। संयुक्त राज्य अमेरिका में दुनिया में मोटर वाहनों का सबसे बड़ा बेड़ा है एवं 2010 में अमेरिका में 239.8 लाख वाहन थे। .

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मोटर वाहन उद्योग

कार की असेम्बली लाइन विश्व में मोटर वाहनों का उत्पादन जो १९०० में ९५०० था वह २०१५ में १० करोड़ हो गया। मोटर वाहन उद्योग मोटर वाहनों की डिज़ाइन, विकास, विनिर्माण, विपणन और विक्रय करता है। 2008 के दौरान, विश्व भर में 70 मिलियन से भी ज़्यादा मोटर वाहनों का निर्माण किया गया, जिनमें कार और वाणिज्यिक वाहन भी शामिल हैं। 2007 में, कुल 79.9 मिलियन नए वाहन दुनिया भर में बेचे गए: यूरोप में 22.9 मिलियन, एशिया-पैसेफ़िक क्षेत्र में 21.4 मिलियन, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में 1.94 मिलियन, लातिन अमेरिका, में 4.4 मिलियन, मध्य पूर्व में 2.4 मिलियन और अफ़्रीका में 1.4 मिलियन.

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मोतिहारी

मोतीहारी बिहार राज्‍य के पूर्वी चंपारण जिले का मुख्‍यालय है। बिहार की राजधानी पटना से 170 किमी दूर पूर्वी चम्‍पारण बिल्‍कुल नेपाल की सीमा पर बसा है। इसे मोतिहारी के नाम से भी लोग जानते है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी इस जिले को काफी महत्‍वपूर्ण माना जाता है। किसी समय में चम्‍पारण, राजा जनक के मिथिला राज्य का अभिन्‍न भाग था। स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महात्‍मा गांधी ने तो अपने राजनीतिक आंदोलन की शुरुआत यही से की थी। पर्यटन की दृष्टि यहां सीताकुंड, अरेराज, केसरिया, चंडी स्‍थान जैसे जगह घूमने लायक है। .

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मोबाइल टीवी

दक्षिण कोरिया में डीएमबी (डीएमबी) मोबाइल टीवी का मतलब आमतौर पर हाथ में लिए जा सकने वाले एक छोटे उपकरण से टेलीविजन देख्रना है। यह मोबाइल फोन नेटवर्कों पर प्रसारित होने वाले भुगतान टीवी प्रसारण या नियमित प्रसारण या एक विशेष मोबाइल टीवी ट्रांसमिशन प्रारूप के जरिये स्थलीय टेलीविजन स्टेशनों के माध्यम से मुफ्त प्राप्त की जाने वाली हो सकती है। कुछ मोबाइल टेलीविजन इंटरनेट से टीवी शो भी डाउनलोड कर सकते हैं, जिनमें रिकार्ड किये गये टीवी कार्यक्रम और पॉडकास्ट (रेडियो प्रसारण) भी शामिल हो सकते हैं, जिन्हे बाद में देखने के लिए मोबाइल डिवाइस पर डाउनलोड और संग्रहित किया जाता है। जेब के आकार का पहला मोबाइल टेलीविजन जनवरी 1977 में क्लाइव सिंक्लेयर द्वारा सार्वजनिक रूप से बेचा गया था। इसे माइक्रोविजन या एमटीवी-1 कहा जाता था। इसका 2 इंच का सीआरटी स्क्रीन था और यह पहला टेलीविजन था, जो विभिन्न देशों में संकेतों को पकड़ सकता था सिंकलेर रिसर्च, Retrothing.com .

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मोरिता अयूमी

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी.

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मोगादीशू

मोगादीशू शहर का एक हवाई-दृश्य मोगादीशू (सोमाली:मुकदिशो), जो स्थानीय तौर पर ख़मर नाम से मशहूर है; सोमालिया का सबसे बड़ा शहर एवं वहाँ की राजधानी है। यह सदियों से हिंद महासागर में स्थित एक महत्वपूर्ण बंदरगाह के रूप में भी जाना जाता है। १९९१ में प्रशासनिक तंत्र के धवस्त हो जाने की वजह से पिछले १७ वर्षों से मोगादीशू भयावह गृहयुद्ध की चपेट में है। .

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यति

यति (येटी) या घृणित हिममानव (अबोमिनेबल स्नोमैन) एक पौराणिक प्राणी और एक वानर जैसा क्रिप्टिड है जो कथित तौर पर नेपाल और तिब्बत के हिमालय क्षेत्र में निवास करता है। यति और मेह-तेह नामों का उपयोग आम तौर पर क्षेत्र के मूल निवासी करते हैं, और यह उनके इतिहास एवं पौराणिक कथाओं का हिस्सा है। यति की कहानियों का उद्भव सबसे पहले 19वीं सदी में पश्चिमी लोकप्रिय संस्कृति के एक पहलू के रूप में हुआ। वैज्ञानिक समुदाय अधिकांश तौर पर साक्ष्य के अभाव को देखते हुए यति को एक किंवदंती के रूप में महत्व देते हैं,.

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याना गुप्ता

याना गुप्ता (Yana Gupta), जन्म का नाम याना सिनकोवा (Jana Synková), चेक मॉडल और अभिनेत्री हैं जो मुम्बई में काम करती हैं। याना चेक गणराज्य की नागरिक हैं। अपने विवाह के पश्चात इन्होंने अपना कुलनाम बदल कर गुप्ता कर लिया था तथा तलाक के बाद भी इसी नाम को रखा। .

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यासुनारी कावाबाता

यासुनारी कावाबाता (川端 康成. Yasunari Kawabata, १४ जून १८९९ - १६ अप्रैल १९७२) एक जापानी भाषा के लघुकथा लेखक और उपन्यासकार थे। अपनी सादी, काव्यात्मक और नाज़ुक लिखाईयों के लिए उन्हें १९६८ में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार के साथ सम्मानित किया गया। साहित्यिक नोबेल पुरस्कार पाने वाले वे पहले जापानी लेखक थे।, John Scott Miller, pp.

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युद्धपोत राजनय

जर्मन गनबोट डिप्लोमैसी का प्रसिद्ध उदाहरण: '''एस एम एस पैन्थर''' अंतरराष्ट्रीय राजनीति में, नौसैनिक शक्ति का प्रदर्शन करके विदेश नीति के लक्ष्यों को प्राप्त करना युद्धपोत राजनय (gunboat diplomacy या अमेरिकी इतिहास में "big stick diplomacy") कहलाता है। दूसरे शब्दों में, सीधे युद्ध का भय दिखाकर अपनी बातें मनवाना युद्धपोत राजनय है। .

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युन्नान

(云南, Yunnan) जनवादी गणराज्य चीन के दक्षिणी भाग में स्थित एक प्रांत है। इस प्रान्त की राजधानी कुनमिंग है। युन्नान की सरहदें बर्मा, लाओस और वियतनाम से लगती हैं और यहाँ पर बहुत से ग़ैर-चीनी समुदाय रहते हैं, जैसे की यी लोग, झुआंग लोग और मियाओ लोग। युन्नान एक पहाड़ी इलाक़ा है और प्रान्त की अधिकतर आबादी उसके पूर्वी भाग में रहती है। वनस्पति-विज्ञान की दृष्टि से यह एक भरपूर क्षेत्र है - चीन में मिलने वाली ३०,००० वनस्पति पेड़-पौधों की जातियों में से १७,००० युन्नान में मिलती हैं। इस प्रान्त में ज़मीन के नीचे मिलने वाले अलूमिनियम, सीसे, जस्ते (ज़िंक), ताम्बे और त्रपु (टिन) के भण्डार चीन में सबसे बड़े हैं। यहाँ सैंकड़ों झरने-तालाब हैं और इस प्रान्त के बेहतरीन मौसम को 'सदाबहार' बुलाया गया है।, Kah Joon Liow, SilkRoad Networks Inc., 2004, ISBN 978-0-9733492-1-4,...

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युया ओज़ेकी

युया ओज़ेकी (尾関 優哉, Ozeki Yūya) का जन्म 5 मार्च 1996 को हुआ। वो जापान के फ़िल्म अभिनेता हैं। उन्हें बच्चा-भूत शृंखला की जु-ऑन फ़िल्मों में तोशियो के अभिनय के लिए जाना जाता है। .

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युवावस्था

युवावस्था शारीरिक परिवर्तनों की प्रक्रिया है जिसके द्वारा बच्चे का शरीर प्रजनन क्षमता से युक्त वयस्क के शरीर में बदल जाता है। युवावस्था मस्तिष्क द्वारा यौन अंगों (अंडाशय तथा वृषण) को हार्मोन संकेत भेजे जाने से शुरू होती है। जवाब में, यौन अंग विभिन्न तरह के हार्मोन उत्पन्न करते हैं जो मस्तिष्क, हड्डियां, मांसपेशियां, त्वचा, स्तन तथा प्रजनन अंगों के विकास की गति को तेज़ करते हैं। युवावस्था के पहले अर्ध-भाग में विकास तेज़ी से होता है और युवावस्था के समाप्त होने पर रुक जाता है। युवावस्था के पूर्व लड़के तथा लड़कियों के बीच शारीरिक भिन्नता केवल गुप्तांगों तक ही सीमित रहती है। युवावस्था के दौरान, कई शारीरिक संरचनाओं और प्रणालियों में आकार, आकृति, रचना और उनसे संबंधित कार्यों में प्रमुख अंतर के कारण विकास होता है। इनमें से सबसे स्पष्ट को सहायक लिंग विशेषताओं (secondary sex characteristics) के रूप में संदर्भित किया जाता है। विशुद्ध अर्थ में, युवावस्था शब्द (लैटिन शब्द प्यूबरेटम (puberatum) (परिपक्वता, मर्दानगी की उम्र)) किशोर के मनोसामाजिक और सांस्कृतिक पहलू के विकास की बजाय यौन परिपक्वता के शारीरिक परिवर्तनों से संबंधित है। किशोरावस्था बचपन और वयस्कता के बीच की मनोसामाजिक और सामजिक परिवर्तनों की अवधि है। किशोरावस्था काफी हद तक युवावस्था की अवधि में व्याप्त रहती है, किन्तु इसकी सीमाएं ठीक से परिभाषित नहीं की गयी हैं और यह युवावस्था के शारीरिक परिवर्तनों की बजाय किशोरावस्था के वर्षों के मनोसामाजिक तथा सांस्कृतिक विशेषताओं के विकास से अधिक संबंधित है। .

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युग (बुनियादी तिथि)

इस जापानी रेल पास में 'जापानी वर्ष' के ख़ाने में हेईसेई युग का वर्ष १८ लिखा गया है जो सन् २००७ के बराबर है कालक्रम विज्ञान में युग (epoch, ऍपक) समय के किसी ऐसे क्षण को कहते हैं जिस से किसी काल-निर्धारण करने वाली विधि का आरम्भ किया जाए। उदाहरण के लिए विक्रम संवत कैलेण्डर को ५६ ईसापूर्व में उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने शकों पर विजय पाने के अवसर पर शुरू किया, यानि विक्रम संवत के लिए ५६ ईपू ही 'युग' है जिसे शून्य मानकर समय मापा जाता है। .

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यूटीसी+०९:००

यूटीसी+०९:०० (UTC+09:00) यूटीसी से ९ घंटे आगे का समय मंडल है। यह यूटीसी में ९ घंटे जोडने पर आता है। इसे कुछ यूँ लिखते हैं .

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यूनाइटेड एयरलाइंस

कोई विवरण नहीं।

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यूनाइटेड किंगडम

वृहत् ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैण्ड का यूनाइटेड किंगडम (सामान्यतः यूनाइटेड किंगडम, यूके, बर्तानिया, UK, या ब्रिटेन के रूप में जाना जाने वाला) एक विकसित देश है जो महाद्वीपीय यूरोप के पश्चिमोत्तर तट पर स्थित है। यह एक द्वीपीय देश है, यह ब्रिटिश द्वीप समूह में फैला है जिसमें ग्रेट ब्रिटेन, आयरलैंड का पूर्वोत्तर भाग और कई छोटे द्वीप शामिल हैं।उत्तरी आयरलैंड, UK का एकमात्र ऐसा हिस्सा है जहां एक स्थल सीमा अन्य राष्ट्र से लगती है और यहां आयरलैण्ड यूके का पड़ोसी देश है। इस देश की सीमा के अलावा, UK अटलांटिक महासागर, उत्तरी सागर, इंग्लिश चैनल और आयरिश सागर से घिरा हुआ है। सबसे बड़ा द्वीप, ग्रेट ब्रिटेन, चैनल सुरंग द्वारा फ़्रांस से जुड़ा हुआ है। यूनाइटेड किंगडम एक संवैधानिक राजशाही और एकात्मक राज्य है जिसमें चार देश शामिल हैं: इंग्लैंड, उत्तरी आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स. यह एक संसदीय प्रणाली द्वारा संचालित है जिसकी राजधानी लंदन में सरकार बैठती है, लेकिन इसमें तीन न्यागत राष्ट्रीय प्रशासन हैं, बेलफ़ास्ट, कार्डिफ़ और एडिनबर्ग, क्रमशः उत्तरी आयरलैंड, वेल्स और स्कॉटलैंड की राजधानी.जर्सी और ग्वेर्नसे द्वीप समूह, जिन्हें सामूहिक रूप से चैनल द्वीप कहा जाता है और मैन द्वीप (आईल ऑफ मान), यू के की राजत्व निर्भरता हैं और UK का हिस्सा नहीं हैं। इसके इलावा, UK के चौदह समुद्रपार निर्भर क्षेत्र हैं, ब्रिटिश साम्राज्य, जो १९२२ में अपने चरम पर था, दुनिया के तकरीबन एक चौथाई क्षेत्रफ़ल को घेरता था और इतिहास का सबसे बड़ा साम्रज्य था। इसके पूर्व उपनिवेशों की भाषा, संस्कृति और कानूनी प्रणाली में ब्रिटिश प्रभाव अभी भी देखा जा सकता है। प्रतीकत्मक सकल घरेलू उत्पाद द्वारा दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था और क्रय शक्ति समानता के हिसाब से सातवाँ बड़ा देश होने के साथ ही, यूके एक विकसित देश है। यह दुनिया का पहला औद्योगिक देश था और 19वीं और 20वीं शताब्दियों के दौरान विश्व की अग्रणी शक्ति था, लेकिन दो विश्व युद्धों की आर्थिक लागत और 20 वीं सदी के उत्तरार्ध में साम्राज्य के पतन ने वैश्विक मामलों में उसकी अग्रणी भूमिका को कम कर दिया फिर भी यूके अपने सुदृढ़ आर्थिक, सांस्कृतिक, सैन्य, वैज्ञानिक और राजनीतिक प्रभाव के कारण एक प्रमुख शक्ति बना हुआ है। यह एक परमाणु शक्ति है और दुनिया में चौथी सर्वाधिक रक्षा खर्चा करने वाला देश है। यह यूरोपीय संघ का सदस्य है, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट धारण करता है और राष्ट्र के राष्ट्रमंडल, जी8, OECD, नाटो और विश्व व्यापार संगठन का सदस्य है। .

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यूनाइटेड किंगडम के सशस्त्र बाल

HMS "उत्कृष्ट"- शाही नौसेना का एक "अपराजय" वर्ग का विमान वाहकएक रॉयल नौसेना का "सेनाग्र" वर्ग की पनडुब्बियों में से ट्रिडेंट II MIRV SLBM का परीक्षण प्रक्षेपणशाही वायु सेना के यूरो फाईटर टाईफून - एक उन्नत लड़ाकू विमान ब्रिटिश सशस्त्र बल, यूनाइटेड किंगडम के सैन्य बल हैं, जिनका कार्य ब्रिटेन, उसी मुकुटिया निर्भर्ताओं और समुद्रपार प्रदेशों की रक्षा और अन्य क्षेत्रों में ब्रिटेन के हितों की रक्षा व पूर्ती करना, तथा शांति-बहाली और मानवी कार्यों में यूके का प्रतिनिधित्व करना है। इनकी स्थापना सन् १७०७ में ऍक्ट्स ऑफ़ यूनियन के पारित होने के बाद होआ था, जब इंग्लैंड राज्य और स्कॉटलैंड राज्य का विलय कर, संयुक्त ग्रेट ब्रिटेन राजशाही स्थापित की गयी थी, साथ ही दोनों राज्यों के सैन्य बलों को भी एकीकृत किया गया था। स्थापना-पश्चात्, अपने ३०० वर्षों के इतिहास में ब्रिटिश बलों ने अनेक सैन्य कार्रवाईयों में भाग लिया है, जिनमें सप्तवर्षीय युद्ध, नेपोलियाई युद्ध, क्रीमियन युद्ध, तथा प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध भी शामिल हैं। बीती सदियों में इन बलों की लगातार विजेलीलाओं ने वैश्विक मंच पर ब्रिटेन को विश्व के महत्वपूर्णतम् सैन्य महाशक्तियों में से एक के रूप में स्थापित कर दिया है। इन बालों के बदौलत १८वीं शताब्दी से २०वीं शताब्दी के बीच, संयुक्त राजशाही ने इतिहास के सबसे बड़े औपनिवेशिक साम्राज्य पर राज किया और १९वीं शताब्दी के एकमात्र वैश्विक परमशक्ति बन कर उबरी। आज यह विश्व के कई क्षेत्रों में शांति-बहाली और मानवीय कार्यों में शरीक है, तथा विश्व-विस्तृत सैन्य ठिकानें प्रबंधित करती है। .

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यूयू तु

यूयू तु (जन्म 30 दिसम्बर 1930) एक चीनी चिकित्सा वैज्ञानिक, औषधि रसायनज्ञ और शिक्षक हैं। उन्हें मुख्यतः आर्टिमीसिनिन और डाईहाइड्रोआर्टमिसिनीन (जिसे मलेरिया के इलाज के काम में लिया जाता है) की खोज के लिए जाना जाता है। यह चाइना एकेडेमी ऑफ़ ट्रेडिशनल चाइनीज़ मेडिसिन में प्रोफेसर हैं। इन्हें वर्ष २०१५ का चिकित्सा नोबल पुरस्कार प्राप्त हुआ है।,http://timesofindia.indiatimes.com/world/europe/Nobel-Prize-for-medicine-awarded-to-three-scientists-for-discoveries-that-helped-doctors-fight-malaria-and-infections-caused-by-parasites/articleshow/49227973.cms? .

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यूरेशियाई वृक्ष गौरैया

यूरेशियाई वृक्ष गौरैया, पास्सेर गौरैया परिवार का एक पासेराइन पक्षी है जिसके सिर का ऊपरी हिस्सा और गर्दन का पिछला हिस्सा लाल-भूरे रंग का होता है और प्रत्येक पूर्णतः सफेद गाल पर एक काला धब्बा होता है। इस प्रजाति के दोनों ही लिंगों मे एक समान पंख होते हैं और युवा पक्षी वयस्क पक्षियों के ही एक छोटे रूप जैसे दिखते हैं। गौरैया पक्षी अधिकांश समशीतोष्ण यूरेशिया और दक्षिणपूर्व एशिया में प्रजनन करती हैं जहां यह वृक्ष गौरैया के नाम से जानी जाती हैं और इन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अन्य क्षेत्रों में भी भेजा गया है, जहां इन्हें यहां की मूलनिवासी और इनसे असम्बद्ध अमेरिकी वृक्ष गौरैया से विभेदित करने के लिए यूरेशियाई वृक्ष गौरैया या जर्मन गौरैया के नाम से जाना जाता है। हालांकि इनकी अनेकों उप-प्रजातियों की पहचान हो चुकी है, लेकिन अपनी व्यापक उप-प्रजातियों के बीच भी इस पक्षी का रूप-रंग बहुत अधिक नहीं बदलता है। यूरेशियाई वृक्ष गौरैया का गन्दा घोंसला किसी भी प्राकृतिक कोटर में बना होता है, जो कि किसी ईमारत में बना छेद या मैग्पाई (मुटरी) अथवा सारस पक्षी का बड़ा घोंसला हो सकता है। आदर्शतः ये एक समुच्चय (clutch) में 5 से 6 अंडे देती हैं जो दो सप्ताह में परिपक्व हो जाते हैं। यह गौरैया अपने भोजन के लिए मुख्यतः बीजों पर निर्भर करती है लेकिन ये अकशेरुकी प्राणियों को भी अपना भोजन बनाती हैं, मुख्यतः प्रजनन काल के दौरान.

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यूकियो हातोयामा

right यूकियो हातोयामा (जन्म:११ फरवरी, १९४७) जापान के प्रधानमंत्री और डेमोकेट्रिक पार्टी के प्रमुख हैं। श्रेणी:जापान.

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योशिरो नाकामत्सु

डा योशिरो नाकामत्सु (जन्म: 26 जून 1928) को मानव-इतिहास में जन्मे महान मस्तिष्कसमृद्ध लोगों में शुमार किया जाता है। 3000 से अधिक पेटेंट हासिल करने वाले योशिरो को 36 वर्षों तक निरंतर, किये गये हर भोजन की बाकायदा फोटोग्राफी के साथ हर तथ्य का रिकार्ड रखने के लिए पोषण श्रेणी का इग्नोबल पुरस्कार (Ig Nobel Prize) भी दिया गया। उन्हें अमेरिका की यूएस साइंस एकेडेमिक सोसायटी ने आर्कीमिडीज, माइकल फैराडे, मेरी क्यूरी, निकोल टेसला के बाद विश्व का पांचवा महान वैज्ञानिक घोषित भी किया। .

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योशिरो मोरी

योशिरो मोरी को भारत सरकार द्वारा सन २००४ में सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये जापान से हैं। श्रेणी:२००४ पद्म भूषण.

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योग

पद्मासन मुद्रा में यौगिक ध्यानस्थ शिव-मूर्ति योग भारत और नेपाल में एक आध्यात्मिक प्रकिया को कहते हैं जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने (योग) का काम होता है। यह शब्द, प्रक्रिया और धारणा बौद्ध धर्म,जैन धर्म और हिंदू धर्म में ध्यान प्रक्रिया से सम्बंधित है। योग शब्द भारत से बौद्ध धर्म के साथ चीन, जापान, तिब्बत, दक्षिण पूर्व एशिया और श्री लंका में भी फैल गया है और इस समय सारे सभ्य जगत्‌ में लोग इससे परिचित हैं। इतनी प्रसिद्धि के बाद पहली बार ११ दिसंबर २०१४ को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष २१ जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता दी है। भगवद्गीता प्रतिष्ठित ग्रंथ माना जाता है। उसमें योग शब्द का कई बार प्रयोग हुआ है, कभी अकेले और कभी सविशेषण, जैसे बुद्धियोग, संन्यासयोग, कर्मयोग। वेदोत्तर काल में भक्तियोग और हठयोग नाम भी प्रचलित हो गए हैं पतंजलि योगदर्शन में क्रियायोग शब्द देखने में आता है। पाशुपत योग और माहेश्वर योग जैसे शब्दों के भी प्रसंग मिलते है। इन सब स्थलों में योग शब्द के जो अर्थ हैं वह एक दूसरे के विरोधी हैं परंतु इस प्रकार के विभिन्न प्रयोगों को देखने से यह तो स्पष्ट हो जाता है, कि योग की परिभाषा करना कठिन कार्य है। परिभाषा ऐसी होनी चाहिए जो अव्याप्ति और अतिव्याप्ति दोषों से मुक्त हो, योग शब्द के वाच्यार्थ का ऐसा लक्षण बतला सके जो प्रत्येक प्रसंग के लिये उपयुक्त हो और योग के सिवाय किसी अन्य वस्तु के लिये उपयुक्त न हो। .

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योकोहामा शहर

योकोहामा (जापानी .

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योकोहामा का बंदरगाह

योकोहामा योकोहामा बन्दरगाह जापान के पूर्वी तट पर स्थित नगर एवं बन्दरगाह है जो योकोहामा शहर में है। यह टोकियो के निकट में पड़ता है। सन् १९२३ के भूकंप में यह पूर्णतया नष्ट हो गया था परंतु जापानियों ने परिश्रम करके इसे फिर विकसित कर लिया है। अब यहाँ पर अनेक विशाल भवन तथा जहाजों के ठहरने के लिये अच्छे अच्छे स्थान बन गए हैं। योकोहामा शीतोष्ण अथवा चीन तुल्य जलवायु के प्रदेश में आता है। यह जापान का सबसे बड़ा बंदरगाह होने के साथ ही साथ एक उन्नतिशील औद्योगिक नगर भी है। जापान का अधिकतर विदेशी व्यापार यहीं से होता है। यह टोकियो का भी बंदरगाह है। इस बंदरगाह से होकर देश में बने हुए परिष्कृत माल का निर्यात तथा बाहर से कच्चे माल एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का आयात होता है। श्रेणी:विश्व के प्रमुख बंदरगाह श्रेणी:जापान के बंदरगाह.

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रयुक्यु द्वीपसमूह

रयुक्यु द्वीपसमूह की शृंखला जापान के दक्षिण-पश्चिमी छोर से ताइवान तक फैली हुई है पुराने रयुक्यु राजदरबार में संगीतकार ऐसे कपड़े पहना करते थे रयुक्यु द्वीपसमूह (जापानी: 琉球諸島, रयुक्यु शोतो), जिन्हें नानसेई द्वीपसमूह (南西諸島, नानसेई शोतो) भी कहा जाता है, पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीपसमूह है। यह जापान के क्यूशू द्वीप के दक्षिण-पश्चिम में और पूर्वी चीन समुद्र की पूर्वी सीमा पर स्थित हैं। इन द्वीपों का मौसम उपोष्णकटिबंधीय (सबट्रॉपिकल) है, जिसमें सर्दियों में मध्यम ठण्ड और गर्मियों में काफ़ी गरमी पड़ती है। यहाँ बारिश बहुत ज़्यादा होती है और कभी-कभी चक्रवात (साईक्लोन) भी आते हैं। इन द्वीपों के लोगों की अपनी रयुक्युआई भाषाएँ हैं, जो हर द्वीप पर थोड़ी भिन्न तरीक़े से बोली जाती हैं। लगभग सभी द्वीपवासी इनके अतिरिक्त जापानी भाषा भी बोलते हैं। प्रशासनिक नज़रिए से रयुक्यु द्वीपों के उत्तरी भाग को "सातसुनान द्वीप" बुलाया जाता है और यह क्षेत्र कागोशीमा प्रांत का हिस्सा है, जबकि दक्षिणी द्वीपों को "रयुक्यु शोतो" बुलाया जाता है और यह ओकिनावा प्रांत का हिस्सा हैं। रयुक्यु के लोग अपनी लम्बी आयु के लिए विश्व-भर में मशहूर हैं। .

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राधाविनोद पाल

न्यायमूर्ति राधाबिनोद पाल राधाबिनोद पाल (27 जनवरी 1886 – 10 जनवरी 1967) भारत के अंतरराष्ट्रीय ख्याति के विधिवेत्ता और न्यायाधीश थे। उन्होंने द्वितीय महायुद्ध के बाद जापान द्वारा सुदूर पूर्व में किए गये युद्धापराधों के विरुद्ध चलाए गए अंतरराष्ट्रीय मुकदमे में वे भारतीय जज थे। ११ जजों में वे अकेले थे जिन्होने निर्णय दिया कि सभी निर्दोष हैं। उन्होंने युद्धबंदियों पर मुकदमा चलाने को विजेता की जबर्दस्ती बताते हुए सभी युद्धबंदियों को छोड़ने का फैसला दिया था। जापान के राष्ट्रवादी लोग राधाबिनोद पाल को बहुत चाहते हैं जबकि बहुत से भारतीय इतिहासविदों की राय है कि उनका रवैया वास्तव में उपनिवेशवाद के खिलाफ था, उन्हें जापान के युद्ध अपराधियों से कोई खास सरोकार नहीं था। जापान के यशुकुनी देवालय तथा क्योतो के र्योजेन गोकोकु देवालय में न्यायमूर्ति राधाबिनोद के लिए विशेष स्मारक निर्मित किए गये हैं। .

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राम प्रसाद 'बिस्मिल'

राम प्रसाद 'बिस्मिल' (११ जून १८९७-१९ दिसम्बर १९२७) भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की क्रान्तिकारी धारा के एक प्रमुख सेनानी थे, जिन्हें ३० वर्ष की आयु में ब्रिटिश सरकार ने फाँसी दे दी। वे मैनपुरी षड्यन्त्र व काकोरी-काण्ड जैसी कई घटनाओं में शामिल थे तथा हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सदस्य भी थे। राम प्रसाद एक कवि, शायर, अनुवादक, बहुभाषाभाषी, इतिहासकार व साहित्यकार भी थे। बिस्मिल उनका उर्दू तखल्लुस (उपनाम) था जिसका हिन्दी में अर्थ होता है आत्मिक रूप से आहत। बिस्मिल के अतिरिक्त वे राम और अज्ञात के नाम से भी लेख व कवितायें लिखते थे। ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी (निर्जला एकादशी) विक्रमी संवत् १९५४, शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में जन्मे राम प्रसाद ३० वर्ष की आयु में पौष कृष्ण एकादशी (सफला एकादशी), सोमवार, विक्रमी संवत् १९८४ को शहीद हुए। उन्होंने सन् १९१६ में १९ वर्ष की आयु में क्रान्तिकारी मार्ग में कदम रखा था। ११ वर्ष के क्रान्तिकारी जीवन में उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं और स्वयं ही उन्हें प्रकाशित किया। उन पुस्तकों को बेचकर जो पैसा मिला उससे उन्होंने हथियार खरीदे और उन हथियारों का उपयोग ब्रिटिश राज का विरोध करने के लिये किया। ११ पुस्तकें उनके जीवन काल में प्रकाशित हुईं, जिनमें से अधिकतर सरकार द्वारा ज़ब्त कर ली गयीं। --> बिस्मिल को तत्कालीन संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध की लखनऊ सेण्ट्रल जेल की ११ नम्बर बैरक--> में रखा गया था। इसी जेल में उनके दल के अन्य साथियोँ को एक साथ रखकर उन सभी पर ब्रिटिश राज के विरुद्ध साजिश रचने का ऐतिहासिक मुकदमा चलाया गया था। --> .

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राममूर्ति नायडू (पहलवान)

प्रोफेसर राममूर्ति नायडू (अंग्रेजी:Kodi Rammurthy Naidu तेलुगू:కోడి రామ్మూర్తి నాయుడు जन्म:१८८२ - मृत्यु:१९४२) भारत के विश्वविख्यात पहलवान हुए हैं जिन्हें उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिये ब्रिटिश सरकार ने कलयुगी भीम की उपाधि से अलंकृत किया था। दक्षिण भारत के उत्तरी आन्ध्र प्रदेश में जन्मे इस महाबली ने एक समय में पूरे विश्व में तहलका मचा दिया था। स्वयं ब्रिटिश सम्राट जार्ज पंचम व महारानी मैरी ने लन्दन स्थित बकिंघम पैलेस में आमन्त्रित कर सम्मानित किया और इण्डियन हरकुलिस व इण्डियन सैण्डोज जैसे उपनाम प्रदान किये। उनके शारीरिक बल के करतब देखकर सामान्य जन से लेकर शासक वर्ग तक सभी दाँतों तले उँगली दबाने को विवश हो जाया करते थे। प्रो॰ साहब ने व्यायाम की जो नयी पद्धति विकसित की उसे आज भी भारतीय मल्लयुद्ध के क्षेत्र में प्रो॰ राममूर्ति की विधि के नाम से जाना जाता है जिसमें दण्ड-बैठक के दैनन्दिन अभ्यास से शरीर को अत्यधिक बलशाली बनाया जाता है। .

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रामसर सम्मेलन

RAMSAR चिह्न रामसर सम्मेलन नम भूमि के संरक्षण के लिए विश्व स्तरीय प्रयास है। भविष्य के लिए झीलों एवं नम भूमि का संरक्षण‘ विषय पर आधारित इस सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रलय द्वारा राजस्थान सरकार एवं इन्टरनेशनल लेक एन्वायरन्मेंट कमेटी, जापान के सहयोग से किया गया है। बढते शहरीकरण एवं औद्योगीकरण के कारण विश्व भर में झीलों को अनेक प्रकार से क्षति पहुंची है। इसी कारण से सभी देशों में झीलों के पुनरूद्धार एवं उनकी जल की गुणवत्ता को सुधारने के लिए सघन प्रयास किये गये हैं। भारत पहला देश है जिसने कि जल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए व्यापक कानून बनाया और इसी के साथ विश्व स्तर पर संरक्षण प्रयासों के तहत १९७१ में नम भूमि पर आयोजित रामसर कन्वेंशन में भी सक्रिय रूप से भागीदारी की थी। भारत में अनेक झीलों के संरक्षण के प्रयासों को विश्व स्तर पर सराहा गया है। चिल्का झील के पुनरुद्धार के लिए देश को रामसर संरक्षण अवार्ड दिया गया। इसी प्रकार भोपाल झील के संरक्षण कार्य की भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई है। झीलों तथा नम भूमि के संरक्षण के लिए सर्वप्रथम १९८४ में इस प्रकार का पहला सम्मेलन आयोजित किया गया था तथा इसके बाद दो वर्षों के अंतराल में विश्व के विभिन्न भागों में इसके सम्मेलन निरन्तर हो रहे हैं जो वैज्ञानिक सोच के साथ विकासशील देशों को झीलों तथा नम भूमि के रखरखाव के उपाय सुझाते हैं। उन्होंने आशा प्रकट की कि सम्मेलन में आने वाले सुझाव इस कार्य को एक नई दिशा प्रदान करेंगे। .

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रामस्वामी वेंकटरमण

रामस्वामी वेंकटरमण, (रामास्वामी वेंकटरमन, रामास्वामी वेंकटरामण या रामास्वामी वेंकटरमण)(४ दिसंबर १९१०-२७ जनवरी २००९) भारत के ८वें राष्ट्रपति थे। वे १९८७ से १९९२ तक इस पद पर रहे। राष्ट्रपति बनने के पहले वे ४ वर्षों तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे। मंगलवार को २७ जनवरी को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। वे ९८ वर्ष के थे। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत देश भर के अनेक राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने २:३० बजे दिल्ली में सेना के रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल में अंतिम साँस ली। उन्हें मूत्राशय में संक्रमण (यूरोसेप्सिस) की शिकायत के बाद विगत १२ जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे साँस संबंधी बीमारी से भी पीड़ित थे। उनका कार्यकाल १९८७ से १९९२ तक रहा। राष्ट्रपति पद पर आसीन होने से पूर्व वेंकटरमन करीब चार साल तक देश के उपराष्ट्रपति भी रहे। .

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राष्ट्रीय दिवस

ब्राजील की स्वतन्त्रता मनाने के लिये ''आजादी या मौत'' नामक प्रसिद्ध पेंटिंग राष्ट्रीय दिवस किसी देश द्वारा घोषित वह दिन या तिथि होती है जिस दिन कोई भूभाग राष्ट्र के रूप में उदित हुआ। प्रायः इस दिन सार्वजनिक छुट्टी होती है। .

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राष्ट्रीय निधि (दक्षिण कोरिया)

दक्षिण कोरिया सरकार ने कुछ वस्तुओं एवं भवनों को राष्ट्रीय निधि के रूप में घोषित किया है। कोरिया के राष्ट्रीय निधियों की पहली सूची १९३८ में घोषित हुई थी, तब कोरिया जापान के अधिकार में था। २०१५ में ३१९ वस्तुओं को राष्ट्रीय निधि घोषित किया गया था। .

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राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना

राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (National Apprenticeship Promotion Scheme /NAPS) भारत सरकार की एक योजना है जो भारत में प्रशिक्षुता को बढ़ावा देने के लिए उद्देश्य से लागू की गयी है। यह योजना 19 दिसंबर, 2016 को कानपुर में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आरम्भ की गयी और इसके तहत 15 प्रतिष्ठानों को प्रतिपूर्ति चेक का वितरण किया गया। यह योजना 19 अगस्त, 2016 से प्रभावी है। इस योजना ने पहले से चल रही प्रशिक्षु प्रोत्साहन योजना (Apprenticeship Incentive Plan-AIP) का स्थान लिया है। योजना का परिव्यय 10,000 करोड़ रुपये है। योजना का लक्ष्य वर्ष 2019-2020 तक 50 लाख प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करना है। यह पहली योजना है जिसमें प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए नियोक्ताओं को वित्तीय प्रोत्साहन देने की व्यवस्था है। केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और चार या अधिक राज्यों में सक्रिय निजी प्रतिष्ठानों के लिए इस योजना योजना का क्रियान्वयन ‘क्षेत्रीय प्रशिक्षुता प्रशिक्षण निदेशालयों’ (RDATs) द्वारा किया जाएगा। जबकि राज्यों के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों हेतु योजना का क्रियान्वयन राज्य प्रशिक्षुता सलाहकारों द्वारा अपने संबंधित राज्यों में किया जाएगा। .

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राष्ट्रीय विनिर्माण नीति (भारत)

भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल ने २५ अक्टूबर २०११ को राष्ट्रीय विनिर्माण नीति (National Manufacturing Policy) को मंजूरी दी गयी। नई नीति में अगले दस साल में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी को बढ़ा कर 25 फीसद करने और 2020 तक दस करोड़ रोजगार सृजित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस समय भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 15 से 16 प्रतिशत है जबकि कोरिया का 25 फीसद, मलेशिया का 25 फीसद, थाइलैंड 30 फीसद, चीन 34 फीसद है। इस स्थिति को देखते हुए नई नीति में अगले दस साल में जीडीपी में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 25 फीसद करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। नई नीति के तहत देश में सात नए औद्योगिक शहर स्थापित करने का निर्णय किया गया है जो संविधान के अनुच्छेद 243 (सी) के प्रावधानों के अनुरूप होंगे। आजादी के बाद देश में जमशेदपुर और चंडीगढ़ दो औद्योगिक शहर स्थापित किए गए हैं। नीति के अनुसार, सरकार विनिर्माण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विश्वस्तरीय अधोसंरचना और निवेश अनुकूल नियमों वाले राष्ट्रीय विनिर्माण निवेश जोन विकसित करने में मदद करेगी। इसके पूर्व चीन ने ऐसा किया है, जर्मनी ने ऐसा किया है, जापान ने ऐसा किया है और अब भारत ने ऐसा करने का निर्णय लिया है। .

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राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति

राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियाँ (या NOCs) दुनिया भर में ओलम्पिक आंदोलन के राष्ट्रीय घटक हैं। अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के नियंत्रण में रहते हुए, वे ओलम्पिक खेलों में अपने लोगों की भागीदारी के आयोजन के लिए उत्तरदायी हैं। वे भविष्य के ओलम्पिक खेलों के लिए प्रत्याशी के रूप में अपने स्वायत्त क्षेत्रों के नगरों को मनोनीत कर सकते है। राओस भी अपने भौगोलिक सीमाओं के भीतर राष्ट्रीय स्तर पर अपने खिलाड़ियों के विकास और कोचों और अधिकारियों को प्रशिक्षण दे सकते हैं। वर्ष २००८ तक कुल २०५ रा.ओ.स. है जो प्रभुसत्ता संपन्न और अन्य भौगोलिक क्षेत्रों दोनों का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। सयुंक्त राष्ट्र के सभी १९२ सदस्यों और १३ अन्य क्षेत्रों की ओलम्पिक समितियां हैं.

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रासबिहारी बोस

रासबिहारी बोस (बांग्ला: রাসবিহারী বসু, जन्म:२५ मई १८८६ - मृत्यु: २१ जनवरी १९४५) भारत के एक क्रान्तिकारी नेता थे जिन्होने ब्रिटिश राज के विरुद्ध गदर षडयंत्र एवं आजाद हिन्द फौज के संगठन का कार्य किया। इन्होंने न केवल भारत में कई क्रान्तिकारी गतिविधियों का संचालन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, अपितु विदेश में रहकर भी वह भारत को स्वतन्त्रता दिलाने के प्रयास में आजीवन लगे रहे। दिल्ली में तत्कालीन वायसराय लार्ड चार्ल्स हार्डिंग पर बम फेंकने की योजना बनाने, गदर की साजिश रचने और बाद में जापान जाकर इंडियन इंडिपेंडेस लीग और आजाद हिंद फौज की स्थापना करने में रासबिहारी बोस की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यद्यपि देश को स्वतन्त्र कराने के लिये किये गये उनके ये प्रयास सफल नहीं हो पाये, तथापि स्वतन्त्रता संग्राम में उनकी भूमिका का महत्व बहुत ऊँचा है। .

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रासायनिक शस्त्र

रासायनिक शस्त्र का प्रतीक उन शस्त्रों को रासायनिक शस्त्र (chemical weapon (CW)) कहते हैं जिसमें किसी ऐसे रसायन का उपयोग किया जाता है जो मानव को मार सकता है या उन्हें किसी प्रकार का नुकसान पहुँचा सकता है। अपनी मारक क्षमता के कारण ये जनसंहार करने वाले शस्त्रों की श्रेणी में आते हैं। रासायनिक शस्त्र, जनसंहार करने वाले शस्त्रों का एक प्रकार है। अन्य जनसंहारक शस्त्र हैं - जैविक शस्त्र (रोग), रासायनिक शस्त्र, तथा रेडियोसक्रिय अस्त्र (radiological weapons)। तंत्रिका गैस, अश्रु गैस, कालीमिर्च स्प्रे ये तीन आधुनिक रासायनिक शत्र के उदाहरण हैं। .

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राजा उदय प्रताप सिंह

राजा उदय प्रताप सिंह राजा उदय प्रताप सिंह (जन्म: १९३३) अवध के भूतपूर्व भदरी रियासत के वर्तमान उत्तराधिकारी है। वे एक पर्यावरणविद एवं विश्व हिंदू परिषद के हिंदूवादी नेता तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मानद पदाधिकारी हैं। वे प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से विवादों के कारण भी जाने गए। वे उत्तर प्रदेश के राजनेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया के पिता है। .

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रिवेंज (टीवी शृंखला)

रिवेंज (Revenge) एक अमेरिकी टेलिविज़न ड्रामा शृंखला है, जिसकी रचना माइक कॅली ने की है तथा जिसमें मुख्य भूमिका में हैं मैडेलिन स्टो व एमिली वैन-कैंप। शृंखला का प्रिमीयर सितम्बर 21, 2012 को एबीसी चॅनल पर हुआ था। मुख्य कथानक फ्रांसीसी लेखक अलेक्जेंडर ड्यूमा द्वारा रचित द काउंट ऑफ़ मॉन्टे क्रिस्टो‎ उपन्यास से प्रेरित है। शृंखला की कहानी न्यू यॉर्क के लॉन्ग आइलैंड के हॅम्पटन शहर में रहने वाले धनी व समृद्ध ग्रेसन परिवार के आसपास घूमती है। कई वर्ष पहले, कॉनरेड और विक्टोरिया ग्रेसन ने अपने मित्र डेविड क्लार्क को आतंकवादी होने व एक विमान दुर्घटना के लिए, जिसमें कई लोगों की जान गई थी, जिम्मेदार होने के लिए फसा दिया था। डेविड को इस अपराध के लिए सजा होती है और जेल में रहते हुए उसकी मृत्यु ही जाती है। वर्षों बाद डेविड की पुत्री अमेंडा क्लार्क अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए एमिली थॉर्न के नाम के साथ हॅम्पटन शहर वापस आती है। शृंखला को आलोचकों ने सराहा था तथा इसे अच्छी टेलिविज़न रेटिंग प्राप्त हुई। अक्टूबर 13, 2011, तक कार्यक्रम के चार एपिसोड पूरें होने के पश्चात एबीसी ने शृंखला को पूरे 22 एपिसोड तक के लिए नवीकृत कर दिया था। मैडेलिन स्टो को कार्यक्रम में अपनी निभाई गई विक्टोरिया ग्रेसन की भूमिका के लिए गोल्डन ग्लोब की बेस्ट ऐक्ट्रेस ड्रामा सीरीज़ (सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री ड्रामा शृंखला) श्रेणी में नामित किया गया था। .

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रिंगटोन

रिंगटोन अथवा रिंग टोन किसी टेलीफोन पर आने वाली कॉल अथवा शाब्दिक सन्देश का संकेत देने वाली ध्वनि को कहा जाता है। हालांकि शब्दशः यह कोई टोन (स्वर) नहीं होती, आजकल इस शब्द का सर्वाधिक प्रयोग मोबाइल फ़ोनों पर रुचि के अनुसार चुनी जा सकने वाली ध्वनियों के लिए किया जाता है। .

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रज्जुरेल

रज्जुरेल रेलगाडी जो सीधे पहाड पर चढती है। .

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रग्बी फुटबॉल

रग्बी फुटबॉल (आम तौर पर केवल “रग्बी ”) वर्तमान में दो खेल-रूपों में है- रग्बी लीग या रग्बी यूनियन अथवा युनाइटेड किंगडम के विभिन्न इलाकों में विकसित फुटबॉल के एक समान्य रूप से निकले हुए अनेक खेल रूपों में से एक है। .

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रग्बी यूनियन विश्व कप

रग्बी यूनियन विश्व कप, (अथवा- रग्बी विश्व कप) एक रग्बी यूनियन प्रतियोगिता है, जो हर ४ वर्ष बाद शीर्ष अंतरराष्ट्रीय टीमों के बीच खेली जाती है। यह प्रतियोगिता सर्वप्रथम १९८७ में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया द्वारा सह-आयोजित की गई थी। सबसे हाल की प्रतियोगिता २०१५ में इंग्लैंड में आयोजित की गई थी; जिसमें न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम-ऑल ब्लैक ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व कप जीता। विजेताओं को विलियम वेब एलिस कप से सम्मानित किया जाता है, यह कप विलियम वेब एलिस पर नामित है जो कि, एक लोकप्रिय मिथक के अनुसार, रग्बी स्कूल छात्र थे और जिन्होंने एक फुटबॉल मैच के दौरान गेंद को उठा रग्बी का आविष्कार किया। (ISBN 9780714653532) इस विश्व कप प्रतियोगिता को न्यूजीलैंड ने इसे तीन बार, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका ट्रॉफी दो बार और इंग्लैंड ने एक बार जीता है। यह टूर्नामेंट, रग्बी विश्व कप लिमिटेड द्वारा आयोजित किया जाता है, जो खुद पूरी तरह से इस खेल की अंतरराष्ट्रीय शासी निकाय इंटरनेशनल रग्बी बोर्ड (आईआरबी) द्वारा नियंत्रित हैं। जापान २०१९ में टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। .

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रंजना लिपि

रंजना लिपि ११वीं शती में ब्राह्मी से व्युत्पन्न एक लिपि है। यह मुख्यतः नेपाल भाषा लिखने के लिए प्रयुक्त होती है किन्तु भारत, तिब्बत, चीन, मंगोलिया और जापान के मठों में भी इसका प्रयोग किया जाता है। यह प्रायः बाएँ से दाएँ लिखी जाती है किन्तु 'कूटाक्षर प्रारूप' के लिये ऊपर से नीचे लिखी जाती है। यह मानक नेपाली की कैलिग्राफिक लिपि मानी जाती है। .

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रंग मनोविज्ञान

रंग चक्र .

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रंग का नाम

एक रंग शब्द, यह भी एक रंग का नाम के रूप में जाना जाता है, एक शब्द या वाक्यांश है कि एक विशिष्ट रंग को संदर्भित करता है। रंग अवधि (जो दृश्य संदर्भ से प्रभावित है) कि रंग के मानव धारणा का उल्लेख है, या हो सकता है एक अंतर्निहित भौतिक संपत्ति (जैसे दृश्य प्रकाश की एक विशिष्ट तरंगदैर्घ्य के रूप में)। वहाँ भी रंग विनिर्देश की संख्यात्मक प्रणाली, रंग रिक्त स्थान के रूप में करने के लिए भेजा। .

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रंगहीनता

रंगहीनता (ऐल्बिनिज़म) (लैटिन ऐल्बस, "सफ़ेद" से; विस्तारित शब्द व्युत्पत्ति देखें, इसे ऐक्रोमिया, ऐक्रोमेसिया, या ऐक्रोमेटोसिस (वर्णांधता या अवर्णता) भी कहा जाता है), मेलेनिन के उत्पादन में शामिल एंजाइम के अभाव या दोष की वजह से त्वचा, बाल और आँखों में रंजक या रंग के सम्पूर्ण या आंशिक अभाव द्वारा चिह्नित किया जाने वाला एक जन्मजात विकार है। ऐल्बिनिज़म, वंशानुगत तरीके से रिसेसिव जीन एलील्स को प्राप्त करने के परिणामस्वरूप होता है और यह मानव सहित सभी रीढ़धारियों को प्रभावित करता है। ऐल्बिनिज़म से प्रभावित जीवधारियों के लिए सबसे आम तौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द "रजकहीन जीव (एल्बिनो) " है। अतिरिक्त क्लिनिकल विशेषणों के तहत कभी-कभी जानवरों को संदर्भित करने के लिए "ऐल्बिनोइड" और "ऐल्बिनिक" शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। ऐल्बिनिज़म कई दृष्टि दोषों के साथ जुड़ा हुआ है, जैसे फोटोफोबिया (प्रकाश की असहनीयता), नीस्टैगमस (अक्षिदोलन) और ऐस्टिगमैटिज्म (दृष्टिवैषम्य).

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रक्त समूह

रक्त प्रकार (या रक्त समूह) भाग में, निर्धारित होता है, ABO रक्त समूह प्रतिजानो से जो लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद होता है। रक्त समूह या रक्त प्रकार, रक्त का एक वर्गीकरण है जो रक्त की लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर पर पाये जाने वाले पदार्थ मे वंशानुगत प्रतिजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति पर आधारित होता है। रक्त प्रणाली के अनुसार यह प्रतिजन प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, ग्लाइकोप्रोटीन, या ग्लाइकोलिपिड हो सकते हैं और इनमे से कुछ प्रतिजन अन्य प्रकारों जैसे कि ऊतकों और कोशिकाओं की सतह पर भी उपस्थित हो सकते हैं। अनेक लाल रक्त कोशिका सतह प्रतिजन, जो कि एक ही एलील या बहुत नजदीकी रूप से जुड़े जीन से उत्पन्न हुए हैं, सामूहिक रूप से रक्त समूह प्रणाली की रचना करते हैं। रक्त प्रकार वंशानुगत रूप से प्राप्त होते हैं और माता व पिता दोनों के योगदान का प्रतिनिधित्व करते हैं। अंतरराष्ट्रीय रक्ताधान संस्था(ISBT).

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रैंकोजी मन्दिर

रैंकोजी मन्दिर (जा: 蓮光寺 (杉並区), अं: Renkōji Temple) जापान के टोकियो में स्थित एक बौद्ध मन्दिर है। 1594 में स्थापित यह मन्दिर बौद्ध स्थापत्य कला का दर्शनीय स्थल है। एक मान्यता के अनुसार भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रिम सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ यहाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं। दरअसल 18 सितम्बर 1945 को उनकी अस्थियाँ इस मन्दिर में रखी गयीं थीं। परन्तु प्राप्त दस्तावेज़ों के अनुसार नेताजी की मृत्यु एक माह पूर्व 18 अगस्त 1945 को ही ताइहोकू के सैनिक अस्पताल में रात्रि 21.00 बजे हो गयी थी। जापान के लोग यहाँ प्रति वर्ष 18 अगस्त को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का बलिदान दिवस मनाते हैं। .

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रूस का इतिहास

आधुनिक रूस का इतिहास पूर्वी स्लाव जाति से शुरू होता है। स्लाव जाति जो आज पूर्वी यूरोप में बसती है का सबसे पुराना गढ़ कीव था जहाँ ९वीं सदी में स्थापित कीवी रुस साम्राज्य आधुनिक रूस की आधारशिला के रूप में माना जाता है। हाँलांकि उस क्षेत्र में इससे पहले भी साम्राज्य रहे थे पर वे दूसरी जातियों के थे और उन जातियों के लोग आज भी रूस में रहते हैं - ख़ज़र और अन्य तुर्क लोग। कीवि रुसों को मंगोलों के महाभियान में १२३० के आसपास परास्त किया गया लेकिन १३८० के दशक में मंगोलों का पतन आरंभ हुआ और मॉस्को (रूसी भाषा में मॉस्कवा) का उदय एक सैन्य राजधानी के रूप में हुआ। १७वीं से १९वीं सदी के मध्य में रूसी साम्रज्य का अत्यधिक विस्तार हुआ। यह प्रशांत महासागर से लेकर बाल्टिक सागर और मध्य एशिया तक फैल गया। प्रथम विश्वयुद्ध में रूस को ख़ासी आंतरिक कठिनाइयों का समना करना पड़ा और १९१७ की बोल्शेविक क्रांति के बाद रूस युद्ध से अलग हो गया। द्वितीय विश्वयुद्ध में अपराजेय लगने वाली जर्मन सेना के ख़िलाफ अप्रत्याशित अवरोध तथा अन्ततः विजय प्रदर्शित करन के बाद रूस तथा वहाँ के साम्यवादी नायक जोसेफ स्टालिन की धाक दुनिया की राजनीति में बढ़ी। उद्योगों की उत्पादक क्षमता और देश की आर्थिक स्थिति में उतार चढ़ाव आते रहे। १९३० के दशके में ही साम्यवादी गणराज्यों के समूह सोवियत रूस का जन्म हुआ था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद शीत युद्ध के काल के गुजरे इस संघ का विघटन १९९१ में हो गया। .

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रूस-जापान युद्ध

1904-1905 रूस-जापान युद्ध रूस तथा जापान के मध्य 1904 -1905 के दौरान लड़ा गया था। इसमें जापान की विजय हुई थी जिसके फलस्वरूप जापान को मंचूरिया तथा कोरिया का अधिकार मिला था। इस जीत ने विश्व के सभी प्रेक्षकों को आश्चर्यचकित कर दिया और जापान को विश्वमंच पर लाकर खड़ा कर दिया। इस शर्मनाक हार के परिणामस्वरूप रूस के भ्रष्ट ज़ार सरकार के विरुद्ध असंतोष में भारी वृद्धि हुई। १९०५ की रूसी क्रांति का यह एक प्रमुख कारण था। .

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रेडियो आवृत्ति पहचान

GPS RFID प्रौद्योगिकी के उपयोग से पशु प्रबंधन। सांता गेरट्रूडिस पशु: इस बछड़े के कान पर एक इलेक्ट्रॉनिक इअर टैग और झुंड प्रबंधन टैग (पीला) है। रेडियो-आवृत्ति पहचान (Radio-frequency identification) एक वस्तु का उपयोग है (आमतौर पर एक RFID टैग के रूप में संदर्भित) जिसे एक उत्पाद, पशु, या व्यक्ति में रेडियो तरंगों के इस्तेमाल से पहचान करने और ट्रैकिंग के उद्देश्य से लगाया या डाला जाता है। कुछ टैग को कई मीटर दूर से और पाठक की दृष्टि रेखा के पार से पढ़ा जा सकता है। अधिकांश RFID टैग में कम से कम दो हिस्से होते हैं। पहला, एकीकृत परिपथ है जो सूचना का भंडारण और उसे संसाधित करने, रेडियो आवृत्ति (RF) संकेत को मोड्युलेट और डीमोड्युलेट करने और अन्य विशेष कार्य करने के लिए ज़िम्मेदार है। दूसरा, संकेतों को प्राप्त करने और प्रसारित करने के लिए एक एंटीना है। आम तौर पर तीन प्रकार के RFID टैग होते हैं: सक्रिय RFID टैग, जिसमें एक बैटरी होती है और ये संकेतों को स्वतंत्र रूप से संचारित कर सकते हैं, निष्क्रिय RFID टैग, जिसमें बैटरी नहीं होती और संकेत संचरण प्रेरित करने के लिए एक बाहरी स्रोत की जरूरत होती है और बैटरी समर्थित निष्क्रिय (BAP) जिसे जागने के लिए बाहरी स्रोत की आवश्यकता है लेकिन इसमें महत्वपूर्ण उच्च फ़ॉरवर्ड लिंक क्षमता है जो अत्यधिक पठन सीमा प्रदान करता है। RFID के कई अनुप्रयोग हैं, उदाहरण के लिए, यह उद्यम की आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में प्रयोग किया जाता है ताकि वस्तुसूची पर नज़र रखने में और प्रबंधन की कुशलता में सुधार किया जा सके। .

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रेन्या मुतागुची

रेन्या मुतागाची (Renya Mutaguchi|牟田口 廉也|Mutaguchi Renya|extra.

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रेशमकीट पालन

रेशम के कीट (२१ दिन के) कच्चा रेशम बनाने के लिये रेशम में कीटों का पालन रेशम उत्पादन (Sericulture) या 'रेशमकीट पालन' कहलाता है। .

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रेकी

रेकी उपचार चल रहा है मिकाओ उसुई के द्वारा सन् 1926 में विकसित की गई एक आध्‍यामिक क्रियाल्‍युबैक, पैटर, 2001 ch14,pp108 110; एल्‍यार्ड 2004 p79; मेकैंज़ी 1998 pp19,42,52; ल्‍युबैक 1996 p22; बोरैंग 1997 p57; वैल्‍थीम, वैल्‍थीम 1995 p72 है। जापान के माउंट कुरामा में तीन सप्ताह तक उपवास करने और ध्‍यान लगाने के बाद उसुई ने "ऊर्जा गंवाए बिना उपचार करने" की क्षमता प्राप्त करने का दावा किया।इस क्रिया के ही एक भाग, टेनोहिरा या हथेली के द्वारा किए जाने वाले उपचार को एक पूरक और वैकल्‍पिक उपचार यानी कॉम्‍प्‍लिमेंट्री एंड ऑल्‍टरनेटिव मेडिसिन (कैम) के रूप में उपयोग किया जाता है। टेनोहिरा एक ऐसी तकनीक है जिसमें चिकित्सक यह मानते हैं वे हथेलियों के माध्यम से "उपचार करने वाली ऊर्जा"(ki के एक रूप) को हथेलियों से भेजते हैं।राष्ट्रीय पूरक और वैकल्पिक चिकित्सा केंद्र। रेकी का संचार हाथों से होता है: (मेकैंज़ी 1998 p18); (एल्‍यार्ड 2004 p27); (बोरैंग 1997 p9); (वैल्‍थीम, वैल्‍थीम 1995 p33) ki के अस्‍तित्‍व का या इसके क्रियान्‍वयन की प्रक्रिया का कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है और सन् 2008 में संचालित यादृच्‍छिक चिकित्‍सीय परीक्षणों की एक प्रक्रियाबद्ध समीक्षा ने रेकी के प्रभाव या किसी भी परिस्‍थिति में उपचार के दौरान इसके उपयोग की अनुशंसा का समर्थन नहीं किया। हैंडरसन, मार्क। "वैकल्‍पिक चिकित्‍सा की ", दि टाइम्‍स। अप्रैल 17, 2008। 13 नवम्बर 2008 को एक्‍सेस किया गया। .

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रेकी चिकित्सा

100px रेकी चिकित्सा प्रगति पर 2-ch'i4 |j.

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रोचेस्टर, न्यूयॉर्क

रोचेस्टर, संयुक्त राज्य अमेरिका में लेक ओंटारियो के दक्षिण में स्थित न्यूयॉर्क की मॉनरो काउंटी का एक शहर है। रोचेस्टर महानगरीय क्षेत्र, यू.एस.

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रोनाल्डिन्हो

रोनाल्डो डी एसिस मोरेरा (पोर्टो एलेग्रे में 21 मार्च 1980 में जन्म), को आम तौर पर रोनाल्डिन्हो या रोनाल्डिन्हो गाशो, के नाम से जाना जाता है, वे एक ब्राज़ीलियन फ़ुटबॉलर हैं, जो इटालियन सीरिए ए साइड मिलान और ब्राज़ील की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हैं। उन्हें व्यापक रूप से उनकी पीढ़ी के सबसे प्रतिभाशाली फ़ुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। रोनाल्डिन्हो, "छोटा रोनाल्डो" का पुर्तगाली रूप, को ब्राज़ील में रोनाल्डो से, जो ब्राज़ील में पहले से ही रोनाल्डिन्हो के नाम से जाना जाता है, अलग करने के लिए "गाशो" के उपनाम से बुलाया जाता है। लेकिन यूरोप में रोनाल्डो ने अपनी पहचान अपने पहले नाम से ही बनाई, जिसके चलते रोनालडिन्हो को अपने गाशो उपनाम के प्रयोग की बजाए केवल रोनाल्डिन्हो नाम रखने का अवसर मिला.

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रोनाल्डो

रोनाल्डो रुइस नेज़रियो डे लीमा (जन्म 18 सितम्बर 1976), आम तौर पर रोनाल्डो के नाम से प्रसिद्ध, ब्राजील के एक फुटबॉल खिलाड़ी हैं, जो वर्तमान में कोरिन्थियंस के लिए खेल रहे हैं। 1990 के दशक के उत्तरार्द्ध और 2000 के दशक के पूर्वार्द्ध में रोनाल्डो विश्व के सर्वाधिक सफल स्कोरर थे। उन्हें अपना पहला बैलन ड'ऑर पुरस्कार यूरोपीय फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में वर्ष 1997 (मात्र 21 वर्ष की आयु में) में मिला था और यह पुरस्कार उन्हें 2002 में (26 वर्ष की आयु में) फिर से मिला.

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रोनिन

मध्यकालीन चित्रकार उतागावा कूनियोशी द्वारा बनाई मशहूर रोनिन मियामोतो मुसाशी की तस्वीर, जिसमें मुसाशी अपना भविष्य पढ़वा रहें हैं रोनिन मध्यकालीन जापान में ऐसे सामुराई को कहते थे जिसका अपने राजा या मालिक के साथ सम्बन्ध भंग हो गया हो, क्योंकि या तो राजा मारा गया हो या उसने सामुराई को किसी वजह से सेवा-निवृत कर दिया हो। सामुराई मध्यकालीन जापान के क्षत्रिय होते थे जो निडर, युद्ध में ख़ुँख़ार, शास्त्रों के इस्तेमाल में अति-सक्षम और मरते दम तक अपने राजा से वफ़ादारी करने वाले माने जाते थे। किसी भी सामुराई का फ़र्ज़ था के वह अपने राजा से पहले मरे। अगर कोई राजा मारा जाता तो सामुराई का फ़र्ज़ था के उसके मारने वालों से बदला ले। जिस सामुराई का मालिक मर चूका हो या जिसने उसे किसी वजह से अपनी सेवा से निकाल दिया हो, उसकी स्थिति अत्यंत शर्मनाक मानी जाती थी और उसे फिर कभी कोई राजा अपनी सेवा में नहीं लेता था। ऐसे सामुराई को ही रोनिन कहते थे। रोनिन शहर से शहर भटकते थे। क्योंकि वो जांबाज़ थे और लड़ाई करने में निपुण थे, इसलिए कईं जापानी कथाओं में दर्शाया जाता है के किसी गाँव या स्त्री पर अत्याचार हो रहा है और एक बहादुर रोनिन आकर उनकी मदद करता है। ऐसी कहानियों में काफ़ी कशमकश दिखाई जाती है क्योंकि एक तरफ तो रोनिन का स्वयं से नफ़रत करने तक का गहरा दुःख होता है और दूसरी तरफ उसकी बहादुरी और सक्षमता होती है। .

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रोजर फ़ेडरर

रॉजर फ़ेडरर (उच्चारण / rɒdʒə fɛdərər /) (जन्म 8 अगस्त 1981) एक व्यवसायिक स्विस टेनिस खिलाड़ी हैं, जिनकी वर्तमान में एटीपी वरीयता 2 है। उनके नाम 2 फ़रवरी 2004 से 17 अगस्त 2008 तक 237 हफ़्तों तक प्रथम वरीयता पर रहने का रिकॉर्ड है। फ़ेडरर को व्यापक रूप से इस युग के महानतम एकल खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है। फ़ेडरर ने 17 ग्रैंड स्लैम एकल खिताब (4 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 7 विम्बलडन, 5 अमरीकी ओपन) | उन्होंने 4 टेनिस मास्टर्स कप खिताब, 16 एटीपी मास्टर्स श्रृंखलाएं, तथा एक ओलम्पिक युगल स्वर्ण पदक जीते हैं। उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं, जिसमें लगातार 10 ग्रैंड स्लैम फ़ाईनलों (2005 विम्बलडन प्रतियोगिता से 2007 अमेरिकी ओपन प्रतियोगिता तक) तथा लगातार 19 ग्रैंड स्लैम सेमीफ़ाइनल मुकाबलों (2004 विम्बलडन से वर्तमान तक) में शामिल होना भी सम्मिलित है। .

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रीगा

रीगा (लातवियाई: Rīga, स्पष्ट) लातविया की राजधानी और सबसे प्रमुख नगर है जो बाल्टिक का एक प्रमुख, औद्योगिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक और वित्तीय केंद्र है और डुगावा नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है। ७,१३,०१६ (२००९) निवासियों के साथ यह बाल्टिक राज्यों में सबसे बड़ा और बाल्टिक क्षेत्र में सेंट पीटर्सबर्ग और स्टॉकहोम के बाद (नगरीय सीमा के भीतर निवासियों की गिनती अनुसार) तीसरा सबसे बड़ा नगर है। रीगा क्षेत्र का क्षेत्रफल ३०७.१७ वर्ग किमी है और यह एक समतल और रेतीले मैदान पर समुद्र तल से १ से १० मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। रीगा का ऐतिहासिक केंद्र एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है और नगर अपनी व्यापक जुन्गेन्ड्सटिल (Jugendstil) वास्तुकला के लिए विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिसे यूनेस्को विश्व में कहीं भी अद्वितीय समझता है। .

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लड़ाई बी दमन

दमन एक anime और Eiji Inuki द्वारा मंगा श्रृंखला है कि पहले जापान में जनवरी 2004 में प्रसारित की जगहBeybladeइसकी timeslot में.

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लड़की

मुस्कुराती हुई दो लड़कियां एक लड़की जन्म से बचपन और किशोरावस्था से लेकर वयस्क होने तक स्त्री मानव होती है। इस शब्द का उपयोग एक जवान महिला के लिए भी होता है। .

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लारेंस बिन्यन

लारेंस बिन्यन रॉबट लारेंस बिन्यन (Robert Laurence Binyon; 1869 - 1943) अंग्रेज कवि, नाटककार, चित्रकला तथा वास्तुकला विशेषज्ञ था। .

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लिटिल बॉय

द्वितीय विश्वयुद्ध के समय ६ अगस्त १९४५ को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा पर जो परमाणु बम गिराया था उसका कूट नाम लिटिल बॉय था। श्रेणी:परमाणु अस्त्र.

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लिपि

लिपि या लेखन प्रणाली का अर्थ होता है किसी भी भाषा की लिखावट या लिखने का ढंग। ध्वनियों को लिखने के लिए जिन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, वही लिपि कहलाती है। लिपि और भाषा दो अलग अलग चीज़ें होती हैं। भाषा वो चीज़ होती है जो बोली जाती है, लिखने को तो उसे किसी भी लिपि में लिख सकते हैं। किसी एक भाषा को उसकी सामान्य लिपि से दूसरी लिपि में लिखना, इस तरह कि वास्तविक अनुवाद न हुआ हो, इसे लिप्यन्तरण कहते हैं। चीनी लिपि (चित्रलिपि) यद्यपि संसार भर में प्रयोग हो रही भाषाओं की संख्या अब भी हजारों में है, तथापि इस समय इन भाषाओं को लिखने के लिये केवल लगभग दो दर्जन लिपियों का ही प्रयोग हो रहा है। और भी गहराई में जाने पर पता चलता है कि संसार में केवल तीन प्रकार की ही मूल लिपियाँ (या लिपि परिवार) है-.

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लिंकिन पार्क

लिंकिन पार्क अगौरा हिल्स, कैलिफ़ोर्निया से एक अमेरिकी रॉक बैंड है। 1996 में स्थापित, बैंड ने 60 मिलियन से अधिक एल्बम बेचे हैं और दो ग्रैमी पुरस्कार जीते हैं। उसे अपनी पहली एल्बम, हायब्रिड थीयरी से ही मुख्य धारा में सफलता हासिल हुई, जो 2005 में आरआईएए (RIAA) द्वारा हीरक के रूप में प्रमाणित की गई। इसके बाद के स्टूडियो एल्बम मिटिओरा ने बैंड की सफलता को जारी रखा, जो 2003 में बिलबोर्ड 200 एल्बम चार्ट में चोटी पर रही और वे दुनिया भर में व्यापक दौरे और सहायतार्थ प्रदर्शनों के साथ आगे बढ़े। 2003 में, एमटीवी2 ने लिंकिन पार्क को म्यूज़िक वीडियो युग के छठवें स्थान पर सर्वाधिक महान और ओएसिस और कोल्डप्ले के पीछे, नई सदी के सर्वश्रेष्ठ में तीसरे स्थान पर नामित किया। हाइब्रिड थिअरी और मीटियोरा में नु मेटल और रैप रॉक शैलियों को रेडियो के अनुकूल, लेकिन सघन-स्तरित शैली में अपनाने के बाद,MSN म्यूज़िक, 14 जून 2007 को पुनःप्राप्त बैंड ने अपने अगले स्टूडियो एल्बम मिनट्स टू मिडनाइट में अन्य शैलियों पर प्रयोग शुरू किया। एल्बम बिलबोर्ड चार्ट में सबसे ऊपर रहा और उस वर्ष के किसी भी एल्बम के लिए, तीसरा सर्वेश्रेष्ठ सप्ताह साबित हुआ।Billboard.com, 28 मई 2007 को पुनःप्राप्तउनका नया अल्बम अ थाउज़ंड सन्स ८ सितंबर २०१० को रिलीज़ किया गया। उन्होंने कई अन्य कलाकारों के साथ मिल कर, विशेष रूप से रैपर जे-ज़ी के साथ, अपने मैशप एल्बम कोलिशन कोर्स और कई अन्य कलाकारों के साथ रीएनिमेशन पर काम किया। वे विश्व में सहस्राब्दि के बाद बनी ऐसी संगीत रचनाएं रही हैं, जिनकी दुनिया भर में 50 मिलियन रिकॉर्डों से अधिक की बिक्री हुई है। .

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लंदन हेज फाॅलेन (फ़िल्म)

लंदन हेज फाॅलेन (अंग्रेजी; London Has Fallen) वर्ष २०१६ में बनी अमेरिकी एक्शन थ्रिलर फ़िल्म है जिसका निर्देशन बाबक नजाफी ने किया है तथा लेखन क्रिफटन राॅथेनबर्गर, कैट्रिन बेनेदिक्ट, चैड सेंट.

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लुथर गुलिक

प्रबन्ध-सैद्धान्तकार '''लुथर गुलिक''' लूथर गुलिक (Luther Halsey Gulick; 1892–1993) लोक प्रशासन के एक विशेषज्ञ एवं सिद्धान्तकार थे। .

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लुईस हैमिल्टन

लुईस कार्ल डेविडसन हैमिल्टन MBE (इंग्लैंड के हर्टफोर्डशायर के स्टेवेनेज में 7 जनवरी 1985 में जन्म) फॉर्मूला वन रेसिंग के ब्रिटिश ड्राइवर हैं, जो वर्तमान में मैकलेरन मर्सिडीज टीम के लिए रेसिंग करते हैं और फार्मुला वन के आज तक के सबसे युवा विश्व चैम्पियन हैं। दस वर्ष की उम्र में हैमिल्टन ने ऑटोस्पोर्ट पुरस्कार समारोह में मैकलेरन टीम के प्रमुख रोन डेनिस से संपर्क किया और उनसे कहा कि, "एक दिन मैं आपके लिए रेस करना चाहता हूं...मैं मैकलेरन के लिए रेस करना चाहता हूं.

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लूई वीटॉन

लूई वीटॉन मालटियर -सामान्यतः लूई वीटॉन के नाम से जाना जाता है, (आमतौर पर अंग्रेजी में रुपान्तरित), या संक्षेप में एलवी (LV)- एक फ्रेंच फैशन हाउस है जिसकी स्थापना 1854 में हुई थी। यह लेबल अपने एलवी (LV) मोनोग्राम के कारण अच्छी तरह से जाना जाता है, जो अपने अधिकतर उत्पादों पर लगा होता है, जिनमें लक्ज़री संदूकों और चमड़े के उत्पादों से लेकर तैयार कपड़े, जूते, घड़ियां, गहने, सहायक सामग्रियां, धूप के चश्मे और किताबें शामिल हैं। लूई वीटॉन दुनिया के प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फैशन हाउसों में से एक है। लूई वीटॉन अपने उत्पादों को उच्च स्तरीय डिपार्टमेण्ट स्टोर्स के छोटे बुटिक्स में और अपने वेबसाइट के ई-कामर्स विभाग के जरिए बेचता था। .

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लेडो रोड

"U.S.-built Army trucks wind along the side of the mountain over the Ledo supply road now open from India into Burma..."Burma Road and Ledo Road in 1944 Allied lines of communication in Southeast Asia (1942–43). The Ledo Road is shown at far right.Ledo Road and Burma RoadA U.S. Army soldier and a Chinese soldier place the flag of their ally on the front of their jeep just before the first truck convoy in almost three years crossed the China border en route from Ledo, India, to Kunming, China, over the Stilwell road in 1945 लेडो मार्ग, असम के लेडो से कुनमिंग (भारत) होते हुए, चीन के यून्नान तक जाने वाला मार्ग है जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के समय बनाया गया था। इसका निर्माण इसलिये करना पड़ा क्योंकि बर्मा-मार्ग को जापानियों ने १९४२ में ही काट दिया था अतः चीन के लिये एक वैकल्पिक मार्ग की आवश्यकता थी ताकि पश्चिमी मित्र देश चीन तक सामान की आपूर्ति कर सकें। १९४५ में इसका पुनर्नामकरण किया गया और इसका नाम 'स्टिलवेल मार्ग' कर दिया गया जो अमेरिका के जनरल जोशेफ स्टिलवेल के नाम पर था। श्रेणी:मार्ग.

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लॉकहीड मार्टिन एफ-35 लाइटनिंग II

combat aircrafts लॉकहीड_मार्टिन_एफ-35_लाइटनिंग_II लॉकहीड मार्टिन एफ-३५ लाइटनिंग २ (Lockheed Martin F-35 Lightning II) एक अकेली सीट व इंजन का पांचवी पीड़ी का विभिन् उपयोग अमेरिकी लड़ाकू विमान है जो की फिलहाल विकास में है। यह विशेष तोर पे टोह लेने, जमीन व हवा पे माँर करने व रडार को बिना दिखे दुश्मान के इलाके में जाने में सक्षम विमान के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके मूल रूप से ३ प्रकार होंगे.

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लोक प्रशासन

लोक प्रशासन (Public administration) मोटे तौर पर शासकीय नीति (government policy) के विभिन्न पहलुओं का विकास, उन पर अमल एवं उनका अध्ययन है। प्रशासन का वह भाग जो सामान्य जनता के लाभ के लिये होता है, लोकप्रशासन कहलाता है। लोकप्रशासन का संबंध सामान्य नीतियों अथवा सार्वजनिक नीतियों से होता है। एक अनुशासन के रूप में इसका अर्थ वह जनसेवा है जिसे 'सरकार' कहे जाने वाले व्यक्तियों का एक संगठन करता है। इसका प्रमुख उद्देश्य और अस्तित्व का आधार 'सेवा' है। इस प्रकार की सेवा उठाने के लिए सरकार को जन का वित्तीय बोझ करों और महसूलों के रूप में राजस्व वसूल कर संसाधन जुटाने पड़ते हैं। जिनकी कुछ आय है उनसे कुछ लेकर सेवाओं के माध्यम से उसका समतापूर्ण वितरण करना इसका उद्देश्य है। किसी भी देश में लोक प्रशासन के उद्देश्य वहां की संस्थाओं, प्रक्रियाओं, कार्मिक-राजनीतिक व्यवस्था की संरचनाओं तथा उस देश के संविधान में व्यक्त शासन के सिद्धातों पर निर्भर होते हैं। प्रतिनिधित्व, उत्तरदायित्व, औचित्य और समता की दृष्टि से शासन का स्वरूप महत्व रखता है, लेकिन सरकार एक अच्छे प्रशासन के माध्यम से इन्हें साकार करने का प्रयास करती है। .

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लोकतांत्रिक पार्टी

निम्नलिखित सूची उन राजनीतिक दलों की हैं जिनका नाम (हिन्दी में) लोकतांत्रिक पार्टी या लोकतंत्रवादी के रूप में अनुवादित किया जा सकता हैं। .

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ली म्युंग बाक

ली म्युंग बाक ली म्युंग-बाक(कोरियन: 이명박, हंजा: 李明博, जन्म 19 दिसंबर, 1941 ओसाका, जापान) सियोल के भूतपूर्व नगर-प्रमुख दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति चुने गए हैं। वे 25 फ़रवरी 2008 को कोरिया के वर्तमान राष्ट्रपति रोह मू-ह्यून के उत्तराधिरकारी होंगे। वे ग्रैंड नेशनल पार्टी के सदस्य हैं। सियोल के भूतपूर्व नगर-प्रमुख के रूप में वे अपनी विवादास्पद नीतियों के लिए जाने जाते रहे हैं। .

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लीची

लीची एक फल के रूप में जाना जाता है, जिसे वैज्ञानिक नाम (Litchi chinensis) से बुलाते हैं, जीनस लीची का एकमात्र सदस्य है। इसका परिवार है सोपबैरी। यह ऊष्णकटिबन्धीय फल है, जिसका मूल निवास चीन है। यह सामान्यतः मैडागास्कर, भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, दक्षिण ताइवान, उत्तरी वियतनाम, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस और दक्षिण अफ्रीका में पायी जाती है। सैमसिंग के फूल, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल, भारत इसका मध्यम ऊंचाई का सदाबहार पेड़ होता है, जो कि 15-20 मीटर तक होता है, ऑल्टर्नेट पाइनेट पत्तियां, लगभग 15-25 सें.मी.

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लीटर

लीटर लीटर आयतन की इकाई है। इसके दो आधिकारिक चिह्न हैं -- (l) और (L)। यह SI इकाई नहीं है, परंतु इसे SI में स्वीकृत किया गया है। इसकी SI इकाई है घन मीटर यानि (m3).

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लीयो एसाकी

लीयो एसाकी जापान के प्रसिद्द वैज्ञानिक हैं। 1973 में इन्हें भौतिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। श्रेणी:वैज्ञानिक श्रेणी:नोबेल पुरस्कार विजेता.

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शरणार्थियो हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त का कार्यालय

शरणार्थीयो हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त का कार्याकाल; United Natonals high Commisioner for Refugees: यूएनएचसीआर महासभा के प्रस्तावाधीन 3 दिसंबर, 1949 को स्थापित हुआ था। इसका उद्देश्य शरणार्थियों की समस्याओं के प्रति आपात राहत पुनर्वास सहायता, सुरक्षा तथा स्थायी निदान उपलब्ध कराना है। इस कार्यालय द्वारा तीन वर्षों के लिए 1 जनवरी, 1951 से कार्य आरंभ किया गया, जिसमें मुख्यतः द्वितीय विश्वयुद्ध के परिणामस्वरूप बेघर हुए 10 से 20 लाख लोगों को पुनर्वासित करना शामिल था। इसके कार्यकाल की अध्यादेश द्वारा हर बार पांच वर्षों के लिए बढ़ाया जाता रहा है। .

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शानदोंग प्रायद्वीप

उत्तर-पूर्वी चीन के नक़्शे में शानदोंग प्रायद्वीप कि स्थिति शानदोंग प्रायद्वीप (चीनी: 山东半岛, शानदोंग बानदाओ; अंग्रेज़ी: Shandong Peninsula), जिसे जियाओदोंग प्रायद्वीप (胶东半岛, Jiaodong Peninsula) के नाम से भी जाना जाता है, उत्तर-पूर्वी जनवादी गणतंत्र चीन के शानदोंग प्रान्त का में स्थित एक प्रायद्वीप (पॅनिनसुला) है। यह बोहाई सागर का दक्षिणी तट भी है। .

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शिनकानसेन

शिनकानसेन E5 शिनकानसेन (जापानी: 新幹線) जापान की अतितीव्र गामी रेलगाड़ियों को कहा जाता है। ये विश्व की सबसे तीव्रगामी रेलगाडी़ है और कुछ शिनकानसेन तो 300 किमी/घंटा की गति से भी तेज़ दौड़ती हैं। इनका संचालन जापान रेलवे समूह की चार कंपनियों द्वारा किया जाता है। 1964 के टोक्यो ओलंपिक के दौरान इन रेलों को आरंभ किया गया था। सबसे पहली तोकइडो शिनकानसेन थी जिसकी गति 210 किमी/घंटा थी। तबसे शिनकानसेन रेलमार्गों का बहुत विस्तार हो चुका है, जो आज लगभग 2,459 किमी लंबे है और जापान के लगभग सभी प्रमुख नगरों और औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ते हैं। होन्शू और क्यूशू द्वीपों को जोडने वाली शिनकानसेन तो 300 किमी/घंटा कि गति से दौड़ती है। परीक्षण के दौरान इनकि अधिकतम गति पारंपरिक पटरियों पर 443 किमी/घंटा (1996 में) और मैगलेव पटरियों पर 581 किमी/घंटा (2003 में) तक पहुँची है। .

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शिन्तो धर्म

शिन्तो धर्म (en:Shinto, जापानी: 神道, शिन्-तो, अर्थात कामियों का मार्ग) जापान देश का एक प्रमुख और मूल धर्म है। इसमें कई देवी-देवता हैं, जिनको कामी कहा जाता है। हर कामी किसी न किसी प्राकृतिक शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। बौद्ध धर्म के साथ इसका काफ़ी मेल मिलाप हुआ है और इसमें बौद्ध धर्म के कई सिद्धान्त जुड़ गये हैं। एक ज़माने में शिन्तो धर्म जापान का राजधर्म हुआ करता था। इस धर्म में जापान के राजा को प्रधान गुरु मानते थे किन्तु दूसरे विश्व-युद्ध के बाद से ऐसा करना बन्द कर दिया गया हे समुराई इसी धर्म को मानते हे श्रेणी:शिन्तो धर्म श्रेणी:धर्म श्रेणी:जापान.

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शिज़ूओका

शिज़ूओका (静岡市; Shizuoka; जापानी) जापान की शिज़ूओका प्रांत की राजधानी हैं, और आबादी और क्षेत्र के अनुसार प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा शहर हैं। यह प्रागैतिहासिक काल से आबाद हैं। शहर का नाम दो कांजी लिपि शब्दो, 静 शिज़ू, जिसका अर्थ है "स्थिर" या "शांत"; और 岡 ओका, जिसका अर्थ है "पहाड़ी" से मिलकर बना हैं।Room, Adrian.

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शिव ब्रत लाल

शिव ब्रत लाल वर्मन का जन्म सन् 1860 ईस्वी में भारत के राज्य उत्तर प्रदेश के भदोही ज़िला में हआ था। वे 'दाता दयाल' और महर्षि जी' के नाम से भी प्रसिद्ध हुए.

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शिगेरू बान

शिगेरू बान (अँग्रेजी: Shigeru Ban,जापानी भाषा: 반 시게루, जन्म: 1957) एक जापानी और अंतरराष्ट्रीय वास्तुकार है, जो वास्तुकारिता में अपने अभिनव काम के लिए विश्व प्रसिद्ध है, विशेष रूप से पुनर्नवीनीकरण और कुशलता से आपदा पीड़ितों के घर बनाने में उन्हें महारत हासिल है। उन्हें वास्तुकला और डिजाइन की रूपरेखा के क्षेत्र में नवीन आविष्कारों तथा प्रक्षेपण के लिए 21 वीं सदी के वास्तुकारों में अँग्रेजी पत्रिका टाइम द्वारा शामिल किया गया था।Belinda Luscombe, Innovators, Time 100: The Next Wave.

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शिंजो अबे

शिंजो अबे (安 倍 晋 三 आबे शिंजो), जन्म 21 सितंबर 1954) जापान के 57 वें प्रधानमंत्री और 2012 से लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के प्रमुख नेता के रूप में सेवा करने वाला एक जापानी राजनीतिज्ञ है, और पूर्व में 2006 से 2007 तक। जापान के बाद के युद्ध में वे तीसरे सबसे लंबे समय तक प्रधान मंत्री रहे हैं। आबे एक राजनीतिक रूप से प्रमुख परिवार से आते है और सितंबर 2006 में राष्ट्रीय संसद के एक विशेष सत्र के द्वारा चुने गए, 52 वर्ष की आयु में जापान के सबसे कम उम्र के युद्ध के बाद के प्रधान मंत्री बन गए और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार पैदा हुए थे। स्वास्थ्य कारणों से 12 सितंबर 2007 को आबे ने इस्तीफा दे दिया। उनका स्थान यासुओं फुकुद्दा, द्वारा स्थानांतरित किया गया था, जो सोलह महीने से अधिक समय तक कार्यालय बनाए रखने में विफल रहे पांच प्रधानमंत्रियों की एक श्रृंखला में पहले था। आबे ने एक राजनीतिक वापसी का मंचन किया, और 26 सितंबर 2012 को एलडीपी के राष्ट्रपति पद के लिए पूर्व रक्षा मंत्री शिजु ईशबा को हराया। 2012 के आम चुनाव में एलडीपी की भारी जीत के बाद, वह 1948 में शेगेरू योशिदा के बाद से कार्यालय में वापस जाने के लिए पहले पूर्व प्रधान मंत्री बने। वह 2014 के आम चुनाव में फिर से निर्वाचित हुए, गठबंधन साथी कोमिटा के साथ अपने दो-तिहाई बहुमत को बरकरार रखते हुए, और फिर 2017 के आम चुनाव में। .

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शिकोत्सू झील

शिकोत्सू झील (支笏湖 शिकोत्सू-को), जापान के होकाइदो, चिटोज़ में स्थित एक ज्वालामुखीय झील हैं, यह शिकोत्सू-टोया राष्ट्रीय उद्यान का एक हिस्सा हैं। .

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शिकोकू

जापान का शिकोकू द्वीप (लाल रंग में) "८८ मंदिरों की तीर्थयात्रा" के लिए शिकोकू आई एक श्रद्धालु लड़की शिकोकू का नक़्शा (जिसमें ८८ मंदिरों के स्थल दिखाए गए हैं) शिकोकू (जापानी: 四国, "चार प्रान्त") जापान के चारों मुख्य द्वीपों में से सब से छोटा और सब से कम आबादी वाला द्वीप है। यह २२५ किमी लम्बा है और इसकी चौड़ाई ५० और १५० किमी के बीच (जगह-जगह पर अलग) है। कुल मिलकर शिकोकू का क्षेत्रफल १८,८०० वर्ग किमी है और इसकी जनसँख्या सन् २००५ में ४१,४१,९५५ थी। यह होन्शू द्वीप के दक्षिण में और क्यूशू के पूर्व में स्थित है। .

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शकरकन्द

शकरकन्द शकरकंद (sweet potato; वैज्ञानिक नाम: Ipomoea batatas - ईपोमोएआ बातातास्) कॉन्वॉल्वुलेसी (Convolvulaceae - कोन्वोल्वूलाकेऐ) कुल का एकवर्षी पौधा है, पर यह अनुकूल परिस्थिति में बहुवर्षी सा व्यवहार कर सकता है। यह एक सपुष्पक पौधा है। इसके रूपान्तरित जड़ की उत्पत्ति तने के पर्वसन्धियों से होती है जो जमीन के अन्दर प्रवेश कर फूल जाती है। जड़ का रंग लाल अथवा भूरा होता है एवं यह अपने अन्दर भोजन संग्रह करती है। यह उष्ण अमरीका का देशज है। अमरीका से फिलिपीन होते हुए, यह चीन, जापान, मलयेशिया और भारत आया, जहाँ व्यापक रूप से तथा सभी अन्य उष्ण प्रदेशों में इसको खेती होती है। यह ऊर्जा उत्पादक आहार है। इसमें अनेक विटामिन रहते हैं विटामिन "ए' और "सी' की मात्रा सर्वाधिक है। इसमें आलू की अपेक्षा अधिक स्टार्च रहता है। यह उबालकर, या आग में पकाकर, खाया जाता है। कच्चा भी खाया जा सकता है। सूखे में यह खाद्यान्न का स्थान ले सकता है। इससे स्टार्च और ऐल्कोहॉल भी तैयार होता है। बिहार और उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से इसकी खेती होती है। फलाहारियों का यह बहुमूल्य आहार है। इसका पौधा गरमी सहन कर सकता है, पर तुषार से श्घ्रीा मर जाता है। शकरकंद सुचूर्ण तथा अच्छी जोती हुई भूमि में अच्छा उपजता है। इसके लिए मिट्टी बलुई से बलुई दुमट तथा कम पोषक तत्ववाली अच्छी होती है। भारी और बहुत समृद्ध मिट्टी में इसकी उपज कम और जड़ें निम्नगुणीय होती हैं। शकरकंद की उपज के लिए भूमि की अम्लता विशेष बाधक नहीं है। यह पीएच ५.० से ६.८ तक में पनप सकता है। इसकी उपज के लिए प्रति एकड़ लगभग ५० पाउंड नाइट्रोजन की आवश्यकता होती है। फ़ॉस्फ़ेट और पौटैश उर्वरक लाभप्रद होते हैं। पौधा बेल के रूप में उगता है। पौधा में कदाचित ही फूल और बीज लगते हैं। शकरकंद का रोपण आषाढ़-सावन महीने में कलम द्वारा होता है। कलमें पिछले मौसम में बोई गई फसलों से प्राप्त की जाती हैं। ये लगभग १ फुट से १ फुट लंबी होती हैं। इनको २ से ३ फुट की दूरी पर मेड़ों पर रोपना चाहिए। हलकी बौछार के बाद रोपण करना अच्छा होता है। रोपण की साधारणतया तीन रीति प्रचलित हैं: १. लगभग एक फुट लंबी कलमें, मेड़ों पर एक से डेढ़ फुट की दूरी पर, ५ से ६ इंच गहरी तथा ६०° का कोण बनाते हुए, दी जाती हैं। २. कलमें मेड़ों के ऊपर एक कतार में लिटा दी जाती हैं। फिर दोनों सिरों पर लगभग ४ इंच खुला छोड़कर, बाकी हिस्सा मिट्टी से ढँक दिया जाता है। ३. कलमें उपर्युक्त रीति से ही रोपित की जाती हैं, किंतु वे मेड़ पर न होकर उसकी दोनों ढाल पर होती हैं। यह रीति अन्य दो रीतियों से अधिक उपज देती है। बरसात में बेल को सींचा नहीं जाता, पर बरसात के बाद हल्की भूमि को तीन या चार बार सींचा जाता है। जब तक भूमि बेलों से पूरी ढँक नहीं जाती, तब तक हलकी जुताई या अन्य रीतियों से खेत को खरपतवार से साफ रखना चाहिए। साधारणतया दो बार मिट्टी चढ़ाई जाती है। बेलों की छँटाई निश्चित रूप से हानिकारक है। चार से पाँच मास में फसल तैयार हो जाती है, फिर भी कंद को बड़े हो जाने पर खोदा जाता है। परिपक्व हो जाने पर ही उपज अधिक होती है और शकरकंद अच्छे गुण का होता है। शकरकंद के परिपक्व हो जाने पर, उसका ऊपरी भाग हवा में जल्द सूख जाता है। शकरकंद की तीन जातियाँ, पीली, श्वेत और लाल, ही साधारणतया उगाई जाती हैं। पीली जाति के गूदे में पानी का अंश कम रहता है और विटामिन "ए' की मात्रा अधिक रहती है। श्वेत जातियों में जल की मात्रा अधिक रहती है। लाल जातियाँ साधारणतया खुरखुरी होती है, पर भूमि के दृष्टिकोण से अन्य जातियों से अधिक शक्तिशाली या सहनशील होती हैं। कुछ नई लाल जातियाँ भी अनुसंधान द्वारा विकसित की गई हैं। एक अमरीकी जाति इंडियन ऐग्रिकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली, से प्राप्त हो सकती है। औसत उपज १२०-१५० मन प्रति एकड़ है। .

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शुएइशा

शुएइशा एक जापानी किताब और वीडियो गेम प्रकाशक कंपनी है जो चिदोया, टोक्यो, जापान में स्थित है। इसे १९२५ में स्थापित किया गया था मनोरंजन से संबंधित प्रकाशन प्रभाग के तौर पर जापानी प्रकाशक शोगकुकान कंपनी मे.

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शुजी नाकामूरा

शुजी नाकामूरा (जन्म: 22 मई 1954, 中村 修二) अमेरिकी वैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार विजेता है। वह नीली प्रकाश उत्सर्जक डायोड का अविष्कार करने के लिये जाने जाते हैं। .

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शुक्रवार

कोई विवरण नहीं।

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शैवाल

एक शैवाल लौरेंशिया शैवाल (Algae /एल्गी/एल्जी; एकवचन:एल्गै) सरल सजीव हैं। अधिकांश शैवाल पौधों के समान सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा अपना भोजन स्वंय बनाते हैं अर्थात् स्वपोषी होते हैं। ये एक कोशिकीय से लेकर बहु-कोशिकीय अनेक रूपों में हो सकते हैं, परन्तु पौधों के समान इसमें जड़, पत्तियां इत्यादि रचनाएं नहीं पाई जाती हैं। ये नम भूमि, अलवणीय एवं लवणीय जल, वृक्षों की छाल, नम दीवारों पर हरी, भूरी या कुछ काली परतों के रूप में मिलते हैं। .

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शैवालीकरण

जैव उर्वरक (biofertilizer) के रूप में बड़े स्तर पर नील हरित शैवाल की वृद्धि करने की प्रक्रिया को शैवालीकरण कहते हैं। इस संकल्पना का प्रारम्भ भारत में हुआ था लेकिन इस तकनीक का वास्तविक रूप में विकास जापान में किया गया। भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वर्ष 1990 में शैवालीकरण के लिए उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल तथा नई दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम किया गया था। शैवालों की प्रकृति पर्यावरण-मित्र होती है जिसके कारण शैवालों को जैव उर्वरक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। शैवालों के इस्तेमाल से खासकर धान की उपज में काफी वृद्धि देखी गयी है। .

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शूलचर्मी

तारामीन लिली शूलचर्मा या 'एकिनोडर्म' (Echinoderm) पूर्णतया समुद्री प्राणी हैं। जंतुजगत्‌ के इस बड़े संघ में तारामीन (starfish), ओफियोराइड (Ophiaroids) तथा होलोथूरिया (Holothuria) आदि भी सम्मिलित हैं। अंग्रेजी शब्द एकाइनोडर्माटा का अर्थ है, 'काँटेदार चमड़ेवाले प्राणी'। शूलचर्मों का अध्ययन अनेक प्राणिविज्ञानियों ने किया है। इस संघ में 4,000 प्रकार के प्राणी हैं, जो संसार के सभी सागरों और विभिन्न गहराइयों में पाए जाते हैं। .

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शूकर इन्फ्लूएंजा

शूकर इन्फ्लूएंजा सूअरों की स्थानिकमारी है। url.

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शेफ़ील्ड

शेफ़ील्ड साउथ यॉर्कशायर, इंग्लैंड का एक महानगरीय क्षेत्र और एक शहर है। इसका नाम शेफ़ नदी से व्युत्पन्न है, जो इस शहर से होकर बहती है। ऐतिहासिक रूप से यह यॉर्कशायर के वेस्ट राइडिंग का एक भाग था, अब यह शहर अपनी अधिकांशतः औद्योगिक जड़ों से विकसित होकर और अधिक विस्तृत आर्थिक आधार को समावेशित करता है। शेफ़ील्ड शहर की जनसंख्या है और यह आठ विशाल स्थानीय अंग्रेजी शहरों में से एक है जो इंग्लिश कोर सिटीज़ ग्रुप के निर्माण में योगदान करता है। 19वीं शताब्दी के दौरान, शेफ़ील्ड को स्टील उत्पादन हेतु अंतर्राष्ट्रीय ख्याति मिली.

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शेरलॉक होम्स

शेरलॉक होम्स उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्ध और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध का एक काल्पनिक चरित्र है, जो पहली बार 1887 में प्रकाशन में उभरा। वह ब्रिटिश लेखक और चिकित्सक सर आर्थर कॉनन डॉयल की उपज है। लंदन का एक प्रतिभावान 'परामर्शदाता जासूस ", होम्स अपनी बौद्धिक कुशलता के लिए मशहूर है और मुश्किल मामलों को सुलझाने के लिए अपने चतुर अवलोकन, अनुमिति तर्क और निष्कर्ष के कुशल उपयोग के लिए प्रसिद्ध है। कोनन डॉयल ने चार उपन्यास और छप्पन लघु कथाएं लिखी हैं जिसमें होम्स को चित्रित किया गया है। पहली दो कथाएं (लघु उपन्यास) क्रमशः 1887 में बीटन्स क्रिसमस ऐनुअल में और 1890 में लिपिनकॉट्स मंथली मैग्जीन में आईं.

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शेव्रोले

शेव्रोले, प्रचलित छोटे रूप मे जिसे शेवी और औपचारिक रूप में जनरल मोटर्स कंपनी की शेव्रोले डिविज़न भी कहा जाता है, एक उत्पादक कंपनी जनरल मोटर्स (GM) की एक अमरीकी मोटर-गाड़ी उत्पादक एवं सेवा प्रदाता कंपनी है। लुई शेव्रोले एवं जनरल मोटर्स कंपनी के एक बेदखल संस्थापक विलियम सी डुरैंट ने इस कंपनी को ३ नवंबर, १९११ को शेव्रोले मोटर-कार कंपनी के रूप में आरम्भ किया था। डुरैंट ने शेव्रोले मोटर-कार कंपनी को जनरल मोटर्स में नियंत्रण भागीदारी प्राप्त करने हेतु किया था। ऐसा २ मई, १९१८ में उलट विलय होने पर जनरल मोटर के अध्यक्ष पर उनके पुनरासीन होने पर संभव हुआ था। डुरैंट की १९१९ में दोबारा बेदखली होने पर, अल्फ़्रेड स्लोआन ने स्थान लिया जिसने अपने अभियान (मैक्सिम) "a car for every purse and purpose," द्वारा जनरल मोटर्स कंपनी में शेव्रोले ब्राण्ड को वॉल्युम लीडर बनाया। इसके लिये उन्होंने मुख्यधार के वाहनों को हेनरॊ फ़ोर्ड के १९१९ में मॉडल टी से स्पर्धा कर उसे संयुक्त राज्य की १९२९ की सर्वाधिक बिकने वाली कार के स्तर तक पहुंचाया। शेव्रोले ब्राण्ड के वाहन विश्व भर में अधिकांश वाहन बाजारों में क्रय-विक्रय किये जाते हैं। इसका अपवाद ओशनिया क्षेत्र है, जहां जी.एम का प्रतिनिदित्व उनकी सहायक होल्डन कंपनी करती है। वर्ष २००५ में शेव्रोले का यूरोप में पुनरागमन हुआ, जब ये दक्षिण कोरिया की जी.एम दाएवू के द्वारा वाहन व्यापार में संलग्न हुए। तब इनकी टैगलाइन रही "Daewoo has grown up enough to become Chevrolet" (अर्थात दाएवू शेव्रोले बनने लायक बड़ी हो गई है)। यह प्रयास जी.एम द्वारा शेव्रोले को वैश्विक ब्राण्ड बनाने हेतु किय गया था। शेव्रोले यूरोप के पुनरागमन के पीछे जी.एम का उद्देश्य शेव्रोले को मुख्यधारा वैल्यु ब्राण्ड बनाना था, जब्कि जी.एम के पुराने यूरोपीय ब्राण्ड वाहक जर्मनी के ओपल एवं इंग्लैण्ड के वॉक्सहॉल को बाजार में अलग स्थान मिला। हालांकि २०१३ के अंत तक जी.एम ने अपनी एस ब्राण्ड को यूरोप से वापस ले लिया, सिवाय कैमारो और कॉर्वेट्ट के जो २०१६ तक जारी रहेंगे। राष्ट्रमण्डल मुक्त देशों एवं रूस में शेव्रोले वाहनों की बिक्री जारी रहेगी।२०११ में जी.एम के दाएवू को पूर्णतया अधिकृत कर लेने के बाद उसे जी.एम कोरिया बना दिया गया। दाएवू की अंतिम गाड़ी दक्शःइण कोरिया में बंद कर दी गई और उसके उत्तराधिकारी अब शेव्रोले बन गए। उत्तरी अमेरिका में, शेव्रोले वृहत संख्या एवं विविधता में वाहन व्यापार करता है, जिसमें सम-कॉम्पैक्ट मोटरगाड़ियों से लेकर मध्यम-भार क्षमता वाले व्यापारिक ट्रक तक आते हैं। शेव्रोले के प्रसिद्धि आदि के कारण इसे संसार भर में शेव्रोले, शेवी या शेव पर्यायों से भी बोला जाता है। .

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शेखर गुरेरा

सम्पादकीय कार्टूनिस्ट शेखर गुरेरा (पूरा नाम: चंद्रशेखर गुरेरा) एक भारतीय कार्टूनिस्ट हैं। इन्हें भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय से मान्यता प्राप्त है। इन्हें दैनिक पाकेट कार्टून के माध्यम से भारत के राजनीतिक एवं सामाजिक परिवेश पर चंद पंक्तियों में सटीक एवं गुदगुदाती टिप्पणियों के लिए जाना जाता है। इनके दैनिक कार्टून अंग्रेजी, हिन्दी और क्षेत्रीय भाषा के दैनिक समाचार पत्रों: द पायनियर, पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, हिंदसमाचार एवं जगबानी में प्रकाशित होते हैं। इन्होंने अपने कार्टून जीवन की शुरुआत १९८४ में बतौर स्नातक कर रहे विज्ञान के एक छात्र, फ्रीलांसर के रूप में की थी। .

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शोगुन

मिनामोतो योरितोमो जो ११९२-११९९ के काल में जापान के पहले शोगुन रहे शोगुन (जापानी: 将軍, अर्थ: सेनापति, महामंत्री) यह एक राजकीय उपाधि थी जो सन् ११९२ से १८६७ तक जापान के सम्राट के महामंत्री या सेनापति को दी जाती थी। यह सैन्य तानाशाह होते थे और अपने वंश चलाते थे। इस काल के जापानी इतिहास को इन्ही शोगुन वंशों के कालों में बांटा जाता है। औपचारिक रूप से जापान का शासक जापान का सम्राट होता था लेकिन वह केवल नाम का शासक था क्योंकि राजसी शक्तियाँ पूरी तरह शोगुन के नियंत्रण में थी। जब पुर्तगाली १५४३ में जापानियों से संपर्क में आने वाले पहले यूरोपीय शक्ति बने तो उन्होंने ब्यौरा दिया की शोगुन का ठाठ-बाठ भी पूरा राजाओं वाला होता था और वे खुले रूप से शासन करते थे। सम्राट को केवल धार्मिक दृष्टि से जापान का प्रमुख होने का आदर प्राप्त था। शोगुन इतने शक्तिशाली थे की यदि कोई सम्राट उनकी बात न मानता तो वे उन्हें गद्दी छोड़ने पे मजबूर तक कर सकते थे। कामाकुरा काल में पहले शोगुन की मृत्यु के उपरांत होजो वंश और तोकुसो वंश को शिक्केन की उपाधि प्राप्त हुई(शिक्केन का अर्थ है शोगुन के राज्याधिकारी या रीजेंट) और इन्होने जापान के शासक के रूप में राज किया,「執権 (一)」(『国史大辞典 6』(吉川弘文館、1985年) ISBN 978-4-642-00506-7) शोगुन केवल इनकी कठपुतली बनकर रह गए थे जैसे सम्राट शोगुन का था। सन् १८६७ में शोगुन व्यवस्था समाप्त हुई। तोकुगावा योशिनोबू (徳川 慶喜) अंतिम शोगुन रहे और उनके बाद "मेइजी पुनर्स्थापन" नाम के क्रांतिकारी बदलाव में शासन की शक्तियाँ सम्राट के पास लौट आई। शोगुन के शासन को जापानी में बकुफु जाता है जिसका अर्थ होता है दफ्तर या सरकार, अंग्रेजी में बकुफु को शोगुनत कहते हैं। शोगुन का दर्जा लगभग राज्यपाल के बराबर होता था बस फरक यह है कि शासन पूरी तरह से शोगुन के हाथ में होता था। .

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शीतयुद्ध

नाटो तथा वार्सा संधि के देश द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के काल में संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत रूस के बीच उत्पन्न तनाव की स्थिति को शीत युद्ध के नाम से जाना जाता है। कुछ इतिहासकारों द्वारा इसे 'शस्त्र सज्जित शान्ति' का नाम भी दिया गया है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और रूस ने कंधे से कन्धा मिलाकर धूरी राष्ट्रों- जर्मनी, इटली और जापान के विरूद्ध संघर्ष किया था। किन्तु युद्ध समाप्त होते ही, एक ओर ब्रिटेन तथा संयुक्त राज्य अमेरिका तथा दूसरी ओर सोवियत संघ में तीव्र मतभेद उत्पन्न होने लगा। बहुत जल्द ही इन मतभेदों ने तनाव की भयंकर स्थिति उत्पन्न कर दी। रूस के नेतृत्व में साम्यवादी और अमेरिका के नेतृत्व में पूँजीवादी देश दो खेमों में बँट गये। इन दोनों पक्षों में आपसी टकराहट आमने सामने कभी नहीं हुई, पर ये दोनों गुट इस प्रकार का वातावरण बनाते रहे कि युद्ध का खतरा सदा सामने दिखाई पड़ता रहता था। बर्लिन संकट, कोरिया युद्ध, सोवियत रूस द्वारा आणविक परीक्षण, सैनिक संगठन, हिन्द चीन की समस्या, यू-2 विमान काण्ड, क्यूबा मिसाइल संकट कुछ ऐसी परिस्थितियाँ थीं जिन्होंने शीतयुद्ध की अग्नि को प्रज्वलित किया। सन् 1991 में सोवियत रूस के विघटन से उसकी शक्ति कम हो गयी और शीतयुद्ध की समाप्ति हो गयी। .

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शीतयुद्ध की उत्पत्ति

नाटो तथा वार्सा संधि के देश द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और रूस ने कंधे से कन्धा मिलाकर धूरी राष्ट्रों- जर्मनी, इटली और जापान के विरूद्ध संघर्ष किया था। किन्तु युद्ध समाप्त होते ही, एक ओर ब्रिटेन तथा संयुक्त राज्य अमेरिका तथा दूसरी ओर सोवियत संघ में तीव्र मतभेद उत्पन्न होने लगा। बहुत जल्द ही इन मतभेदों ने तनाव की भयंकर स्थिति उत्पन्न कर दी। शीतयुद्ध के लक्षण द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ही प्रकट होने लगे थे। दोनों महाशक्तियां अपने-अपने संकीर्ण स्वार्थों को ही ध्यान में रखकर युद्ध लड़ रही थी और परस्पर सहयोग की भावना का दिखावा कर रही थी। जो सहयोग की भावना युद्ध के दौरान दिखाई दे रही थी, वह युद्ध के बाद समाप्त होने लगी थी और शीतयुद्ध के लक्षण स्पष्ट तौर पर उभरने लग गए थे, दोनों गुटों में ही एक दूसरे की शिकायत करने की भावना बलवती हो गई थी। इन शिकायतों के कुछ सुदृढ़ आधार थे। रूस के नेतृत्व में साम्यवादी और अमेरिका के नेतृत्व में पूँजीवादी देश दो खेमों में बँट गये। इन दोनों पक्षों में आपसी टकराहट आमने सामने कभी नहीं हुई, पर ये दोनों गुट इस प्रकार का वातावरण बनाते रहे कि युद्ध का खतरा सदा सामने दिखाई पड़ता रहता था। बर्लिन संकट, कोरिया युद्ध, सोवियत रूस द्वारा आणविक परीक्षण, सैनिक संगठन, हिन्द चीन की समस्या, यू-2 विमान काण्ड, क्यूबा मिसाइल संकट कुछ ऐसी परिस्थितियाँ थीं जिन्होंने शीतयुद्ध की अग्नि को प्रज्वलित किया। सन् 1991 में सोवियत रूस के विघटन से उसकी शक्ति कम हो गयी और शीतयुद्ध की समाप्ति हो गयी। शीतयुद्ध की उत्पत्ति के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं- .

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शीतकालीन ओलम्पिक खेल

शीतकालीन ऑलंपिक खेल (अंग्रेज़ी:विंटर ऑलंपिक्स) एक विशेष ओलम्पिक खेल होते हैं, जिनमें में अधिकांशत: बर्फ पर खेले जाने वाले खेलों की स्पर्धा होती है। इन खेलों में ऑल्पाइन स्कीइंग, बायथलॉनबॉब्स्लेड, क्रॉस कंट्री स्कीइंग, कर्लिंग, फिगर स्केटिंग, फ्रीस्टाइल स्कीइंग, आइस हॉकी, ल्यूज, नॉर्डिक कंबाइंड, शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग, स्केलेटन, स्नोबोर्डिंग, स्पीड स्केटिंग आदि स्पर्धाएं होती हैं। .

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सडाको ससाकी

सन् १९४५ में जापान के हिरोशिमा पर अमरीका एक एटम बम गिराया। इसकी वजह से सडाको ससाकि (जापानी: 佐々木 禎子) ल्यूकेमिया का शिकार हो गई। उसने काग़ज़ के हज़ार सारस बनाने की कोशिश की क्योंकि जापान में कहते हैं कि अगर आप हज़ार सारस बनाये, आपकी एक ख़्वाहिश सच होगी। उसके पास बहुत काग़ज़ नहीं था, तो जो मिल सकी उस काग़ज़ का इस्तेमाल किया। उसकी दोस्त चिज़ूको हामामोतो भी उसको काग़ज़ लाया। सडाको ने हज़ार सारस बनाये मगर बेहतर नहीं हुई और मरी। वह बस बारह साल की थी। एलानॉर कॉर ने सडाको के बारे में एक किताब "सडाको और हज़ार काग़ज़ के सारस" लिखी। इस किताब में सडाको ने बस ६४४ सारस बनाये, फिर मरी। उसके दोस्त दूसरे ३५६ सारस बनाये और उसके साथ सारे हज़ार सारस रखे। .

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सत्यभूषण वर्मा

डॉ॰ सत्यभूषण वर्मा (जन्म: 4 दिसम्बर 1932 रावलपिंडी मृत्यु:13 जनवरी 2005 दिल्ली), जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली में जापानी भाषा के पहले प्रोफेसर थे। हिन्दी हाइकु का भारत में प्रचार-प्रसार करने में उनकी बड़ी भूमिका रही है। .

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सत्यम कम्प्यूटर सर्विसेज़

सत्यम कम्प्युटर सर्विसिस लि एक परामर्शदाता और सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं की कम्पनी है, जो हैदराबाद, भारत में स्थित है। .

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सत्यजित राय

सत्यजित राय (बंगाली: शॉत्तोजित् राय्) (२ मई १९२१–२३ अप्रैल १९९२) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें २०वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है। इनका जन्म कला और साहित्य के जगत में जाने-माने कोलकाता (तब कलकत्ता) के एक बंगाली परिवार में हुआ था। इनकी शिक्षा प्रेसिडेंसी कॉलेज और विश्व-भारती विश्वविद्यालय में हुई। इन्होने अपने कैरियर की शुरुआत पेशेवर चित्रकार की तरह की। फ़्रांसिसी फ़िल्म निर्देशक ज़ाँ रन्वार से मिलने पर और लंदन में इतालवी फ़िल्म लाद्री दी बिसिक्लेत (Ladri di biciclette, बाइसिकल चोर) देखने के बाद फ़िल्म निर्देशन की ओर इनका रुझान हुआ। राय ने अपने जीवन में ३७ फ़िल्मों का निर्देशन किया, जिनमें फ़ीचर फ़िल्में, वृत्त चित्र और लघु फ़िल्में शामिल हैं। इनकी पहली फ़िल्म पथेर पांचाली (পথের পাঁচালী, पथ का गीत) को कान फ़िल्मोत्सव में मिले “सर्वोत्तम मानवीय प्रलेख” पुरस्कार को मिलाकर कुल ग्यारह अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले। यह फ़िल्म अपराजितो (অপরাজিত) और अपुर संसार (অপুর সংসার, अपु का संसार) के साथ इनकी प्रसिद्ध अपु त्रयी में शामिल है। राय फ़िल्म निर्माण से सम्बन्धित कई काम ख़ुद ही करते थे — पटकथा लिखना, अभिनेता ढूंढना, पार्श्व संगीत लिखना, चलचित्रण, कला निर्देशन, संपादन और प्रचार सामग्री की रचना करना। फ़िल्में बनाने के अतिरिक्त वे कहानीकार, प्रकाशक, चित्रकार और फ़िल्म आलोचक भी थे। राय को जीवन में कई पुरस्कार मिले जिनमें अकादमी मानद पुरस्कार और भारत रत्न शामिल हैं। .

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सत्यजीत पाध्ये

सीए सत्यजीत पाध्ये अपनी कठपुतली छोटू के साथ सत्यजीत पाध्ये एक "बोलती कठपुतली कलाकार ",कठपुतली निर्माता और अपने परिवार के तीसरी पीढ़ी के "बोलती कठपुतलीकार" है.

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सत्येन्द्र श्रीवास्तव

एक लेखक क सबसे बडा आयुध है उसका किताब और कलम सत्येन्द्र श्रीवास्तव ब्रिटेन मे बसे भारतीय मूल के हिंदी लेखक है। युनाइटेड किंगडम में हिन्दी के वरिष्ठतम लेखक हैं। कविता, नाटक एवं लेख उनकी प्रिय विधाएं हैं। हिन्दी के अतिरिक्त उनके तीन कविता संग्रह अंग्रेजी भाषा में भी प्रकाशित हो चुके हैं। सत्येन्द्र श्रीवास्तव ने टोरोंटो एवं लंदन विश्वविद्यालयों में अध्यापन के बाद पच्चीस वर्षों तक केम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हिन्दी साहित्य पढ़ाया है। केम्ब्रिज विश्वविद्यालय से सेवा निवृत्ति के पश्र्चात सत्येन्द्र श्रीवास्तव ने दक्षिण अफ्रीका, जापान, केन्या, जाम्बिया आदि देशों की यात्रा करते हुए वहां व्याख्यान दिये हैं व कविता पाठ किये हैं। सत्येन्द्र श्रीवास्तव के लेखन की एक विशेषता यह भी है कि उनका लेखन केवल नॉस्टेलजिक साहित्य नहीं है। वे केवल भारत के साथ भावनात्मक रिश्तों को ही नहीं भुनाते, वे युनाइटेड किंगडम की राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक समस्याओं पर भी गहरी नज़र रखते हैं। उन्हें अपनी पुस्तक टेम्स में बहती गंगा की धार के लिए पहले पद्मानंद साहित्य सम्मान से अलंकृत किया गया। सत्येन्द्र श्रीवास्तव की कविताओं में गहराई है तो लेखों में विषय की पकड़ एवं भाषा का निर्वाह। मिसेज जोन्स और वह गली एवं विन्सटन चर्चिल मेरी मां को जानते थे जैसे उदाहरण इस बात का सबूत है कि सत्येन्द्र श्रीवास्तव सही मायने में ब्रिटिश हिन्दी साहित्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। .

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सफेद दिन

जापान में, सफ़ेद दिन एक त्यौहार है। यह त्यौहार 14 मार्च में मनाते है।.

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सफेद पुट्ठे वाली मुनिया

सफ़ेद पुट्ठे वाली मुनिया या सफ़ेद पुट्ठे वाली मैन्निकिन (लोन्चुरा स्ट्रिआटा), जिसे एविकल्चर (पक्षियों को रखने और पालने का कार्य) में कभी-कभी स्ट्रिएटेड फिंच भी कहते हैं, एक छोटी पासेराइन पक्षी है जो वैक्सबिल "फिन्चेस" (एस्ट्रिलडीडे) परिवार से है। यह वास्तविक फिन्चेस (फ्रिन्जिल्लिडे) और वास्तविक गौरेया (पासेरिडे) के नजदीकी रिश्तेदार हैं। यह उष्णकटिबंधीय एशिया और इसके कुछ आसपास के द्वीपों की मूलवासी है और जापान के स्पोम भागों में इसे अनुकूलित किया गया है। इसके घरेलू संकर वंशज, सोसाइटी फिंच या बेंगालीज़ फिंच, विश्व भर में एक घरेलू पक्षी और जैविक आदर्श जीवधारी के रूप में पाए जाते हैं। .

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सबसे पुरानी कम्पनियों की सूची

श्रेणी:वाणिज्य श्रेणी:सूचियाँ.

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समुद्री प्रदूषण

अक्सर प्रदूषण के कारण ज्यादातर नुकसान को देखा नहीं जा सकता है, जबकि समुद्री प्रदूषण को स्पष्ट किया जा सकता है जैसा कि समुद्र के ऊपर दिखाए गए मलबे को देखा जा सकता है। समुद्री प्रदूषण तब होता है जब रसायन, कण, औद्योगिक, कृषि और रिहायशी कचरा, शोर या आक्रामक जीव महासागर में प्रवेश करते हैं और हानिकारक प्रभाव, या संभवतः हानिकारक प्रभाव उत्पन्न करते हैं। समुंद्री प्रदूषण के ज्यादातर स्रोत थल आधारित होते हैं। प्रदूषण अक्सर कृषि अपवाह या वायु प्रवाह से पैदा हुए कचरे जैसे अस्पष्ट स्रोतों से होता है। कई सामर्थ्य ज़हरीले रसायन सूक्ष्म कणों से चिपक जाते हैं जिनका सेवन प्लवक और नितल जीवसमूह जन्तु करते हैं, जिनमें से ज्यादातर तलछट या फिल्टर फीडर होते हैं। इस तरह ज़हरीले तत्व समुद्री पदार्थ क्रम में अधिक गाढ़े हो जाते हैं। कई कण, भारी ऑक्सीजन का इस्तेमाल करते हुई रसायनिक प्रक्रिया के ज़रिए मिश्रित होते हैं और इससे खाड़ियां ऑक्सीजन रहित हो जाती हैं। जब कीटनाशक समुद्री पारिस्थितिक तंत्र में शामिल होते हैं तो वो समुद्री फूड वेब में बहुत जल्दी सोख लिए जाते हैं। एक बार फूड वेब में शामिल होने पर ये कीटनाशक उत्परिवर्तन और बीमारियों को अंजाम दे सकते हैं, जो इंसानों के लिए हानिकारक हो सकते हैं और समूचे फूड वेब के लिए भी.

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समुराई

समुराई जापान के परंपरागत योद्घा वर्ग हैं। ये बुशीदो नामक आचार सन्हिता का पालन करते हैं। बेहद स्वामिभ्क्त होते हैं। अपमान के बजाय मृत्यु को पहला विकल्प देते है। ये झेन धर्म का पालन करते हैं। ‍ श्रेणी:जापान का इतिहास श्रेणी:जापानी योद्धा श्रेणी:जापान का सैन्य इतिहास.

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सरदार अजीत सिंह

सरदार अजीत सिंह (1881–1947) भारत के सुप्रसिद्ध राष्ट्रभक्त एवं क्रांतिकारी थे। वे भगत सिंह के चाचा थे। उन्होने भारत में ब्रितानी शासन को चुनौती दी तथा भारत के औपनिवेशिक शासन की आलोचना की और खुलकर विरोध भी किया। उन्हें राजनीतिक 'विद्रोही' घोषित कर दिया गया था। उनका अधिकांश जीवन जेल में बीता। १९०६ ई. में लाला लाजपत राय जी के साथ ही साथ उन्हें भी देश निकाले का दण्ड दिया गया था। इनके बारे में कभी श्री बाल गंगाधर तिलक ने कहा था ये स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बनने योग्य हैं । जब तिलक ने ये कहा था तब सरदार अजीत सिंह की उम्र केवल २५ साल थी। १९०९ में सरदार अपना घर बार छोड़ कर देश सेवा के लिए विदेश यात्रा पर निकल चुके थे, उस समय उनकी उम्र २८ वर्ष की थी। इरान के रास्ते तुर्की, जर्मनी, ब्राजील, स्विट्जरलैंड, इटली, जापान आदि देशों में रहकर उन्होंने क्रांति का बीज बोया और आजाद हिन्द फौज की स्थापना की। नेताजी को हिटलर और मुसोलिनी से मिलाया। मुसोलिनी तो उनके व्यक्तित्व के मुरीद थे। इन दिनों में उन्होंने ४० भाषाओं पर अधिकार प्राप्त कर ली थी। रोम रेडियो को तो उन्होंने नया नाम दे दिया था, 'आजाद हिन्द रेडियो' तथा इसके मध्यम से क्रांति का प्रचार प्रसार किया। मार्च १९४७ में वे भारत वापस लौटे। भारत लौटने पर पत्नी ने पहचान के लिए कई सवाल पूछे, जिनका सही जवाब मिलने के बाद भी उनकी पत्नी को विश्वास नही। इतनी भाषाओं के ज्ञानी हो चुके थे सरदार, कि पहचानना बहुत ही मुश्किल था। ४० साल तक एकाकी और तपस्वी जीवन बिताने वाली श्रीमती हरनाम कौर भी वैसे ही जीवत व्यक्तित्व वाली महिला थीं। भारत के विभाजन से वे इतने व्यथित थे कि १५ अगस्त १९४७ के सुबह ४ बजे उन्होंने आपने पूरे परिवार को जगाया, ओर जय हिन्द कह कर दुनिया से विदा ले ली। .

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सरस्वती देवी

सरस्वती हिन्दू धर्म की प्रमुख देवियों में से एक हैं। वे ब्रह्मा की मानसपुत्री हैं जो विद्या की अधिष्ठात्री देवी मानी गई हैं। इनका नामांतर 'शतरूपा' भी है। इसके अन्य पर्याय हैं, वाणी, वाग्देवी, भारती, शारदा, वागेश्वरी इत्यादि। ये शुक्लवर्ण, श्वेत वस्त्रधारिणी, वीणावादनतत्परा तथा श्वेतपद्मासना कही गई हैं। इनकी उपासना करने से मूर्ख भी विद्वान् बन सकता है। माघ शुक्ल पंचमी को इनकी पूजा की परिपाटी चली आ रही है। देवी भागवत के अनुसार ये ब्रह्मा की स्त्री हैं। सरस्वती माँ के अन्य नामों में शारदा, शतरूपा, वीणावादिनी, वीणापाणि, वाग्देवी, वागेश्वरी, भारती आदि कई नामों से जाना जाता है। .

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सलाद

एक सलाद की थाली. व्यंजनों के व्यापक विविध प्रकार में से एक है सलाद जिसमें शामिल है वेजीटेबल सलाद; पास्ता सलाद, फलियां, अंडा, या अनाज सलाद; मिश्रित सलाद जिसमें मांस, अंडा, या सीफ़ूड होता है; और फ्रुट सलाद.

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सहभागी प्रबन्धन

किसी कम्पनी के कर्मचारियों या किसी समुदाय के नागरिकों को संगठन के निर्णय लेने की प्रक्रिया में सहभागी बनाकर उनका सशक्तीकरण करना सहभागी प्रबन्धन (Participatory management) कहलाता है। औद्योगिक संबंध के दो महत्वपूर्ण पहलू होते है, संघर्ष तथा सहयोग के पहलू। आधुनिक उद्योग प्रबन्ध और श्रम के सहयोग के कारण ही चलते रहते हैं। यह सहयोग नियोजन में अनौपचारिक रूप से स्वतः होता रहता है। उद्योगों का चलते रहना दोनों क हितों में आवश्यक है। साथ ही, प्रबन्धन और श्रमिकों के कुछ हितों में विरोध भी पाए जाते है। जिससे उनके बीच संघर्ष भी होता रहता है। प्रबन्धक और प्रबन्धितों के कई हितों में विरोध नहीं होते, जिससे वे परस्पर सहयोग करते रहते है। इन्ही उभय हितों को ध्यान में रखते हुए श्रम-प्रबन्ध सहयोग की कई औपचारिक संस्थाएँ स्थापित की गई हैं, जो नियमित रूप से उभय समस्याओं का समाधान करती है। इन संस्थाओ को कई नाम से पुकरा जाता है; जैसे-श्रम-प्रंबध सहयोग, संयुक्त परामर्श, सह-निर्धारण, संयुक्त निर्णयन, उद्योग में श्रमिकों की सहभागिता, या प्रबंध में श्रमिकों की सहभागिता। साधारणतः उपर्युक्त सभी शब्द-समूह का प्रयोग समान अर्थों मेंं किया जाता है, लेकिन उनमें कभी-कभी सहभागिता के विशिष्ट रूपों, स्तरों या उसकी मात्रा के आधार पर अंतर बताने का प्रयास किया जाता है। .

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सहकारी समिति

अंगूठाकार सहकारी समिति (cooperative) लोगों का ऐसा संघ है जो अपने पारस्परिक लाभ (सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक) के लिए स्वेच्छापूर्वक सहयोग करते हैं।मराठीत लिहा .

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साबूदाना

साबूदाना एक खाद्य पदार्थ है। यह छोटे-छोटे मोती की तरह सफ़ेद और गोल होते हैं। यह सैगो पाम नामक पेड़ के तने के गूदे से बनता है। सागो, ताड़ की तरह का एक पौधा होता है। ये मूलरूप से पूर्वी अफ़्रीका का पौधा है। पकने के बाद यह अपादर्शी से हल्का पारदर्शी, नर्म और स्पंजी हो जाता है। भारत में साबूदाने का उपयोग अधिकतर पापड़, खीर और खिचड़ी बनाने में होता है। सूप और अन्य चीज़ों को गाढ़ा करने के लिये भी इसका उपयोग होता है। भारत में साबूदाने का उत्पादन सबसे पहले तमिलनाडु के सेलम में हुआ था। लगभग १९४३-४४ में भारत में इसका उत्पादन एक कुटीर उद्योग के रूप में हुआ था। इसमें पहले टैपियाका की जड़ों को मसल कर उसके दूध को छानकर उसे जमने देते थे। फिर उसकी छोटी छोटी गोलियां बनाकर सेंक लेते थे। टैपियाका के उत्पादन में भारत अग्रिम देशों में है। लगभग ७०० इकाइयाँ सेलम में स्थित हैं। साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट की प्रमुखता होती है और इसमें कुछ मात्रा में कैल्शियम व विटामिन सी भी होता है। साबूदाना की कई किस्में बाजार में उपलब्ध हैं उनके बनाने की गुणवत्ता अलग होने पर उनके नाम बदल और गुण बदल जाते हैं अन्यथा ये एक ही प्रकार का होता है, आरारोट भी इसी का एक उत्पाद है। .

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सामुदायिक रेडियो

रेडियो सेवा का एक प्रकार है सामुदायिक रेडियो, जो वाणिज्यिक और सार्वजनिक सेवा से परे रेडियो प्रसारण का एक तीसरा मॉडल प्रदान करता है। समुदाय स्टेशन भौगोलिक समुदायों और अभिरुचि के समुदायों की सेवा कर सकते हैं। वे ऎसी सामग्री का प्रसारण करते हैं जो कि किन्हीं स्थानीय/विशिष्ट श्रोताओं में लोकप्रिय है, जिनकी अनदेखी वाणिज्यिक या जन-माध्यम प्रसारकों द्वारा की जा सकती है। सामुदायिक रेडियो स्टेशन ऐसे समुदायों द्वारा परिचालित और संचालित होते हैं और उनका स्वामित्व भी उनका ही होता है, जिनके लिए वे सेवा प्रदान करते हैं। सामुदायिक रेडियो लाभ कमाने के लिए नहीं होते और यह व्यक्ति विशेष, समूह और समुदायों की अपनी विविध कहानियों को कहने, अनुभवों को बांटने की प्रक्रिया को सुगम बनाते हैं और संचार माध्यम से संपन्न दुनिया में सक्रिय स्रष्टा और संचार माध्यम के सहयोगी बनते हैं। दुनिया के कई हिस्सों में, स्वयंसेवी क्षेत्र, नागरिक समाज, एजेंसियों, गैर-सरकारी संगठनों और नागरिकों के लिए सामुदायिक रेडियो और अधिक सामुदायिक विकास तथा प्रसारण उद्देश्यों के कार्य में भागीदारी के माध्यम के रूप में काम करता है। फ्रांस, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और आयरलैंड जैसे कई देशों में एक विशिष्ट प्रसारण क्षेत्र के रूप में सामुदायिक रेडियो की महत्वपूर्ण कानूनी परिभाषा की गयी है। परिभाषा के भाग के रूप में ज्यादातर कानूनों में सामाजिक लाभ, सामाजिक उद्देश्य, सामाजिक प्राप्ति जैसे वाक्यांश शामिल किये गये हैं। सामुदायिक रेडियो ऐतिहासिक रूप से विभिन्न देशों में विभिन्न ढंग से विकसित हुआ और इसलिए यूनाइटेड किंगडम, आयरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में इस शब्दावली का कुछ अलग-अलग अर्थ होता है। आयरलैंड में, सामुदायिक रेडियो १९७० के दशक के अंत से सक्रिय है; हालांकि आयरिश सन्दर्भ में सामुदायिक प्रसारण द्वारा पेश किये गये सामुदायिक रेडियो के 18 महीने के पायलट प्रोजेक्ट की संभाव्यता का पता लगाने और मूल्यांकन करने में स्वतंत्र रेडियो व टेलीविजन आयोग को १९९४ तक का समय लग गया। यह परियोजना १९९५ में परिचालन में चली गयी जब देश भर के ग्यारह समुदायों और अभिरुचि समूहों के समुदायों को लाइसेंस जारी किये गये। आयरलैंड के समुदाय रेडियो में प्रक्रिया (कार्यक्रम निर्माण में समुदायों द्वारा भागीदारी) और उत्पाद (कार्यक्रम निर्माण की आपूर्ति के जरिये समुदाय को सेवा प्रदान करना) दोनों को शामिल किया गया है। समुदाय की आवश्यकताओं द्वारा प्रक्रिया और उत्पाद का मिश्रण निर्धारित होता है और समुदाय द्वारा नियंत्रित एक प्रबंधन संरचना के माध्यम से इसे कार्यान्वित किया जाता है। आयरलैंड के स्टेशन भौगोलिक रूप और अभिरुचि या हित के समूह दोनों पर आधारित हैं। ब्रिटेन में, सामुदाय-आधारित सेवाओं के विचार के चिह्न कम से कम १९६० के दशक के आरंभ में बीबीसी (BBC) स्थानीय रेडियो की मूल अवधारणा के समय में पाए जा सकते हैं। इसके बाद भूमि-स्थित विभिन्न गैर-लाइसेंसी चोर रेडियो स्टेशनों (जैसे कि ईस्ट लंदन रेडियो और रेडियो एएमवाई: ऑल्टरनेटिव मीडिया फॉर यू) ने इस विचार को और विकसित किया। जैसे-जैसे ये चोर रेडियो १९७० के दशक के अंत में और १९८० के दशक के आरंभ में बड़ी तादाद में पैदा होने लगे, तब खासकर लंदन, बर्मिंघम, ब्रिस्टल और मैनचेस्टर जैसे शहरों में इन स्टेशनों के साथ अल्पसंख्यक आप्रवासी समुदायों (अफ्रीकी-कैरिबियाई और एशियाई आदि) के प्रसारण जुड़ने लगे.

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सामुराई

सामुराई या समुराई मध्यकालीन सामंती जापान के निम्न स्तरीय सैनिक सरगना को कहा जाता था। इस शब्द का प्रयोग बाद में सामान्य सैनिक के लिए किया जाने लगा। कई यूरोपीय शक्तियों ने भी सामुराई वस्त्रों में लड़ाईया लड़ी। पश्चिमी सभ्यता में यद्यपि सामुराई का प्रयोग कम ही रहा। यह शब्द प्राचीन जापानी भाषा से आया है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - सेवा करना। .

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साम्राज्ञी गैमी

साम्राज्ञी गैमी (元 明天 皇, Gemmei-tennō?) (661- 29 दिसम्बर 721) जापान की उत्तराधिकार की पारम्परिक व्यवस्था के अनुसार, जापान की 43 वीं शाही शासक थी। कभी कभी साम्राज्ञी गैमी को साम्राज्ञी गैम्नयो के नाम से भी जाना जाता है। गुलदाउदी सिंहासन (क्रिसनथेमम सिंहासन) पर बैठने वाली वो पांचवीं महिला थी। साम्राज्ञी गैमी का शासनकाल 707 ई से लेकर 715 ई तक फैला था। .

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साम्राज्यवाद

सन १४९२ से अब तक के उपनिवेशी साम्राज्य विश्व के वे क्षेत्र जो किसी न किसी समय ब्रितानी साम्राज्य के भाग थे। साम्राज्यवाद (Imperialism) वह दृष्टिकोण है जिसके अनुसार कोई महत्त्वाकांक्षी राष्ट्र अपनी शक्ति और गौरव को बढ़ाने के लिए अन्य देशों के प्राकृतिक और मानवीय संसाधनों पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लेता है। यह हस्तक्षेप राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक या अन्य किसी भी प्रकार का हो सकता है। इसका सबसे प्रत्यक्ष रूप किसी क्षेत्र को अपने राजनीतिक अधिकार में ले लेना एवं उस क्षेत्र के निवासियों को विविध अधिकारों से वंचित करना है। देश के नियंत्रित क्षेत्रों को साम्राज्य कहा जाता है। साम्राज्यवादी नीति के अन्तर्गत एक राष्ट्र-राज्य (Nation State) अपनी सीमाओं के बाहर जाकर दूसरे देशों और राज्यों में हस्तक्षेप करता है। साम्राज्यवाद का विज्ञानसम्मत सिद्धांत लेनिन ने विकसित किया था। लेनिन ने 1916 में अपनी पुस्तक "साम्राज्यवाद पूंजीवाद का अंतिम चरण" में लिखा कि साम्राज्यवाद एक निश्चित आर्थिक अवस्था है जो पूंजीवाद के चरम विकास के समय उत्पन्न होती है। जिन राष्ट्रों में पूंजीवाद का चरमविकास नहीं हुआ वहाँ साम्राज्यवाद को ही लेनिन ने समाजवादी क्रांति की पूर्ववेला माना है। चार्ल्स ए-बेयर्ड के अनुसार "सभ्य राष्ट्रों की कमजोर एवं पिछड़े लोगों पर शासन करने की इच्छा व नीति ही साम्राज्यवाद कहलाती है।" .

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सामूहिक सुरक्षा

300px सामूहिक सुरक्षा (Collective security) से आशय ऐसी क्षेत्रीय या वैश्विक सुरक्षा-व्यवस्था से है जिसका प्रत्येक घटक राज्य यह स्वीकारता है कि किसी एक राज्य की सुरक्षा सभी की चिन्ता का विषय है। यह मैत्री सुरक्षा (alliance security) की प्रणाली से अधिक महत्वाकांक्षी प्रणाली है। .

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साल्ज़बर्ग

(Såizburg; वस्तुतः: "सॉल्ट सिटी") ऑस्ट्रिया का चौथा सबसे बड़ा शहर है और यह साल्ज़बोर्ग के संघीय राज्य का शहर है। साल्ज़बोर्ग के "ओल्ड टाउन" (Altstadt) में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त उच्छृंखल वास्तुकला है और यह आल्प्स के उत्तरी भाग के केन्द्र में स्थित सबसे बेहतरीन रूप से संरक्षित शहरों में से एक है। 1997 में इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया। यह शहर अपने अल्पाइन समायोजन के लिए विख्यात है। साल्ज़बोर्ग 18वीं सदी के संगीतकार वोल्फगैंग एमॅड्यूस मोज़ार्ट का जन्मस्थान था। 20वीं शताब्दी में मध्य में, इस शहर में अमेरिकी संगीत और फिल्म, साउंड ऑफ़ म्युज़िक के कुछ भागों को फिल्माया गया, जिसमें ऑस्ट्रिया के प्रसिद्ध स्थलों को दर्शाया गया है। यह संगीत रिचर्ड रोजर्स और ऑस्कर हैमरस्टेन द्वितीय के बीच एक साझेदारी थी। साल्ज़बोर्ग राज्य की राजधानी है (लैंड साल्ज़बोर्ग), इस शहर में तीन विश्वविद्यालय हैं। इसमें छात्रों की एक विशाल जनसंख्या मौजूद है जो उस क्षेत्र को सजीवता और ऊर्जा प्रदान करती है और ये विश्वविद्यालय जनसाधारण को संस्कृति प्रदान करते हैं। .

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साख़ालिन

साख़ालिन द्वीप रूस के पूर्वी तट से आगे है युझ़नो-साख़ालिन्स्क शहर का एक दृश्य साख़ालिन या सखालिन (रूसी: Сахалин), जिसे जापानी में काराफ़ुतो (樺太) कहते हैं, प्रशांत महासागर के उत्तरी भाग में स्थित एक बड़ा द्वीप है। यह राजनैतिक रूप से रूस के साखालिन ओब्लास्ट (प्रांत) का हिस्सा है और साइबेरिया इलाक़े के पूर्व में पड़ता है। यह जापान के होक्काइडो द्वीप के उत्तर में है। 19वी और 20वी सदी में जापान और रूस के बीच इस द्वीप के नियंत्रण पर झडपें होती थीं। इस द्वीप पर मूलतः आइनू, ओरोक और निव्ख़ जनजातियाँ रहा करती थी, लेकिन अब अधिकतर रूसी लोग रहते हैं। सन् 1905-1945 के काल में इस द्वीप के दक्षिणी भाग पर जापान का क़ब्ज़ा था। .

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साग-सब्ज़ियों की सूची

यहाँ शाक-शब्जियों की सूची दी जा रहीहै। .

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सांख्यिकीय प्रक्रम नियंत्रण

सांख्यिकीय प्रक्रम नियंत्रण (Statistical process control (SPC)) गुणवत्ता नियन्त्रण की एक विधि है जो सांख्यिकीय विधियों का प्रयोग करती है। इसका विकास बेल्ल प्रयोगशाला के डॉ वाल्टर शेवहार्ट ने १९२० के दशक में किया था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद डॉ डब्ल्यू एडवर्ड्स डेमिंग ने जापान में इसका विस्तार किया। जब जापानी कम्पनियों को इससे आरम्भिक सफलता मिली, तब इसे विश्वव्यापी ख्याति और स्वीकार्यता मिली। श्रेणी:सांख्यिकी श्रेणी:गुणवत्ता नियंत्रण श्रेणी:नियंत्रण.

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साके

साके (जापानी: 酒, अंग्रेज़ी: Sake) या साकी, जिसे जापानी चावल वाइन (Japanese rice wine) भी कहा जाता है एक प्रकार का मादक पेय है। इसे चावल के दानों की बाहरी परतों को हटाकर उसके भीतरी भाग को किण्वित (फ़रमेंट) कर के बनाया जाता है। साके जापान का राष्ट्रीय पेय माना जाता है और वहाँ इसका पारम्परिक महत्व भी है। इसे अक्सर एक तोक्कुरी (徳利, tokkuri) नामक चीनी की बोतल में हलका गरम कर के प्रस्तुत करा जाता है और साकाज़ुकी (sakazuki) नामक छोटे प्यालों में पिया जाता है। .

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साउंड एण्ड विजन इंडिया

साउंड एण्ड विजन इंडिया एक भारतीय डबिंग स्टूडियो समूह है जिसका मुख्य स्टूडियो अंधेरी पश्चिम मुंबई में स्थित है। यह नाट्य/टीवी फिल्मों, कार्टून, टीवी श्रृंखला, ऐनिमे और वृत्तचित्रों के लिए डब करते हैं। १९९२ में लीला रॉय घोष और उनकी बेटी मोना घोष शेट्टी द्वारा स्थापित कंपनी ने दुनिया भर में हजारों बहुराष्ट्रीय टीवी चैनलों, फिल्म निर्माताओं, हॉलीवुड फिल्मों, टीवी शो एवं विदेशी मीडिया के लिए डब किया है। .

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सिलंग

सिलंग या ख़ुशबूदार ओज़मैनथस (अंग्रेज़ी: Sweet Osmanthus) एक प्रकार का पुष्पीय पौधा है, जो एशिया के शीतोष्ण कटिबन्ध (टेम्परेट ज़ोन) के गर्म भागों में, कॉकस क्षेत्र से लेकर जापान तक उगता है। भारत में यह हिमालय क्षेत्र में मिलता है और इसका प्रयोग बग़ीचों में ख़ुशबू के लिए किया जाता है क्योंकि इसके फूलों में पकी हुई ख़ुबानी से मिलती-जुलती एक लुभावनी सुगंध होती है।, Sir George Watt, Printed by the Superintendent of Government Printing, Government of India,1883,...

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सिलीन स्टेनोफ़ाइला

सिलीन स्टेनोफ़ाइला (Silene stenophylla) पुष्पीय पौधों की एक प्रजाति है, जो कैर्योफ़िलैसिए जीववैज्ञानिक कुल की है। इसे प्रायः नैरो-लीफ़्ड कैम्पियन भी कहा जाता है। यह सिलीन जीववैज्ञानिक वंश में एक प्रजाति है। २०१२ में यह दावा किया गया है कि इसके हिमीकृत नमूनों को, जो ३०,००० वर्ष पुराने थे, पुनर्जीवित कर लेने में सफलता मिली है। .

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संतरी बुर्ज

जर्मनी में एक संतरी बुर्ज संतरी बुर्ज या पर्यवेक्षण बुर्ज (अंग्रेज़ी: watchtower) ऐसे बुर्ज को कहा जाता है जिसका प्रयोग आसपास के क्षेत्र पर निगरानी रखने के लिए किया जाता हो। अक्सर ऐसे संतरी बुर्जों का प्रयोग फ़ौजी या जेल सम्बन्धी कारणों से किया जाता है। जहाँ बहुत से साधारण बुर्ज किसी ईमारत के साथ जुड़े होते हैं, वहाँ संतरी बुर्ज अक्सर इमारतों से अलग खड़े होते हैं और उनका निर्माण कभी-कभी क़िलेनुमा होता है ताकि उनपर तैनात पहरेदार ऊपर से शत्रुओं पर हमला कर सके और अपने क्षेत्र पर हुए आक्रमण से रक्षा कर सकें।, Esther Ken Achua Gwan, WestBow Press, 2010, ISBN 978-1-4497-0210-6,...

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संयुक्त भूयोजना एशिया के लिए

दक्षिणी एशिया .

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र के छः प्रमुख अंगों में से एक अंग है, जिसका उत्तरदायित्व है अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना। परिषद को अनिवार्य निर्णयों को घोषित करने का अधिकार भी है। ऐसे किसी निर्णय को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव कहा जाता है। सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य है ः पांच स्थाई और दस अल्पकालिक (प्रत्येक 2 वर्ष के लिए) पांच स्थाई सदस्य हैं चीन, फ़्रांस, रूस, ग्रेट ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका । इन पांच देशों को कार्यविधि मामलों में तो नहीं पर विधिवत मामलों में प्रतिनिषेध शक्ति है। बाकी के दस सदस्य क्षेत्रीय आधार के अनुसार दो साल की अवधि के लिए सामान्य सभा द्वारा चुने जाते है। सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष हर महीने वर्णमालानुसार बदलता है। .

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संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय

संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय; United Nations University: इसकी स्थापना महासभा द्वारा पारित प्रस्ताव के अंतर्गत 11 दिसंबर, 1972 को हुई। यह विश्वविद्यालय विकास, कल्याण एवं मानवीय उत्तरजीविता के क्षेत्रों में शोध व प्रशिक्षण संचालित करता है। इसका मुख्यालय टोक्यो, जापान में स्थित है। इसके मुख्य अंगों में विश्वविद्यालय परिषद जिसमें विभिन्न देशों के 24 शिक्षाविद, संयुक्त राष्ट्र महासचिव, युनेस्को महानिदेशक यूनिटार के कार्यकारी निदेशक तथा विश्वविद्यालय रेक्टर शामिल हैं।.

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संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद

संयुक्त राष्ट्र आर्थिक तथा सामाजिक परिषद (अंग्रेज़ी लघुरूप:ईसीओएसओसी) संयुक्त राष्ट्र संघ के कुछ सदस्य राष्ट्रों का एक समूह है, जो सामान्य सभा को अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक एवं सामाजिक सहयोग एवं विकास कार्यक्रमों में सहायता करता है। यह परिषद सामाजिक समस्याओं के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय शांति को प्रभावी बनाने में प्रयासरत है। इसके अनुसार विश्व में शांति बनाये करने का एकमात्र हल राजनीतिक नहीं है। इसकी स्थापना 1945 की गयी थी।।हिन्दुस्तान लाइव।14 नवंबर, 2009 आरंभिक समय में इस परिषद में मात्र 18 सदस्य होते थे। 1965 में संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र को संशोधित करके इसके सदस्यों की संख्या बढ़ाकर 27 कर दी गई और 1971 में सदस्यों की संख्या बढ़कर 54 हो गई।।वॉयस ऑफ अमेरिका।23 अक्टूबर, 2008 प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल तीन वर्ष का होता है। एक-तिहाई सदस्य प्रतिवर्ष पदमुक्त होते हैं, यानि प्रतिवर्ष 18 सदस्य बदले जाते हैं। पदमुक्त होने वाला सदस्य पुन: निर्वाचित भी हो सकता है। आर्थिक तथा सामाजिक परिषद में प्रत्येक सदस्य राज्य का एक ही प्रतिनिधि होता है। अध्यक्ष का कार्यकाल एक वर्ष के लिए होता है और उसका चयन ईसीओएसओसी के छोटे और मंझोले प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता है। वर्तमान में इसके अध्यक्ष सिल्वी ल्सूकस है। 1892 में आर्थिक और सामाजिक परिषद के अधिकारों को बढ़ाया गया। अल्जीरिया, चीन, बेलारुस, जापान, सूडान, न्यूजीलैंड इसके सदस्य हैं। यहां के निर्णय उपस्थित एवं मतदान में भाग लेने वाले सदस्यों के साधारण बहुमत द्वारा लिए जाते हैं। किसी विशेष राज्य के विषय पर विचार करने के लिए जब परिषद की बैठक होती है, तो वह उस राज्य के प्रतिनिधि को आमंत्रित करती है। इस बैठक विशेष में उस प्रतिनिधि को मत देने का अधिकार नहीं होता है। परिषद हर वर्ष जुलाई में चार सप्ताह के लिए मिलती है और 1998 के बाद से वह अप्रैल में विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक निधि के वित्तीय मंत्रियों के साथ एक और सम्मेलन होता है। आर्थिक एवं सामाजिक परिषद विश्व की जनसंख्या के जीवन में सुधार हेतु गरीबों, घायलों एवं अशिक्षितों की सहायता करके अंतर्राष्ट्रीय शांति बहाली के प्रयास करती है। यह अंतर्राष्ट्रीय मामलों में आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक, स्वास्थ्य आदि मामलों का अध्ययन करती है। .

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संयुक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था

न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज विश्व का सबसे बड़ा शेयर बाज़ार है। संयुक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। संराअमेरिका का संज्ञात्मक सकल घरेलू उत्पाद वर्ष २००९ के लिए अनुमानित १४,३०० अरब $ था जो विश्व में सर्वाधिक था और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जापान से लगभग ३ गुणा था। क्रय शक्ति के आधार पर भी संराअमेरिकी अर्थव्यवस्था का आकार दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन से दोगुना से अधिक था। केवल यही नहीं, संराअमेरिकी अर्थव्यवस्था में प्रति व्यक्ति उत्पादन भी बहुत अधिक है। २००९ में, यह ४६,३८१$ अनुमानित था, जो विश्व में छठा सर्वाधिक था। एतिहासिक रूप से, संराअमेरिकी अर्थव्यवस्था ने स्थिर सकल घरेलू उत्पाद विकास दर, कम बेरोज़गारी दर और ऊँचे स्तर पर अनुसंधान और पूँजी निवेश को बनाए रखा है, जो दोनों राष्ट्रीय और घटती बचत दर के कारण, विदेशी निवेशकों द्वारा वित्त-पोषित रही है। और अनुसंधान और पूंजी दोनों राष्ट्रीय और, बचत दर कम की वजह से विदेशी निवेशकों द्वारा तेजी से, धन निवेश का उच्च स्तर है। २००९ में, उपभोक्ता व्यय, सरकारी स्वास्थ्य सेवा व्यय मिलकर संराअमेरिकी अर्थव्यवस्था का ७०% था। १९६० के दशक से संराअमेरिकी अर्थव्यवस्था, शेष दुनिया की बचत को आत्मसात करना करती रही है। यह विषय अर्थशास्त्रियों के बीच विवादित है। अन्य विकसित देशों के समान ही, संराअमेरिका में वृद्ध होती कम युवा जनसंख्या एक समस्या बनती जा रही है; लेकिन जापान और यूरोप की तुलन में यहाँ की जनसंख्या अधिक युवा है। संयुक्त राज्य अमेरिका का सार्वजनिक ऋण १३ खरब डॉलर से अधिक है और ३.८३ अरब डॉलर प्रतिदिन की दर से बढ़ रहा है। कुल सार्वजनिक और निजि ऋण २०१० की प्रथम तिमाही में ५०.२ खरब $ या जीडीपी का ३.५ गुणा है। घरेलू वित्तीय परिसंपत्तियाँ १३१ खरब डॉलर और घरेलू वित्तीय देनदारी १०६ खरब डॉलर थी। अमेरिकी श्रम बाज़ार ने पूरी दुनिया से प्रवासियों को आकर्षित किया है और यहा प्रवास की दर विश्व में सर्वाधिक में से है। संराअमेरिका, २००८-२००९ के आर्थिक संकट के कारण, वैश्विक प्रतियोगिताम्कता में प्रथम से द्वितीय स्थान पर आ गया है। यह देश विश्व के सबसे बड़े और सर्वाधिक प्रभावशाली वित्तीय बाज़ारों में से एक है और प्रमुख शेयर बाज़ारों और कमोडिटी एक्सचेंजों का घर है, जैसे नॉस्डेक, एनवाईएसई, एमैक्स और सीएमई। यूएसए के सकल घरेलू उत्पाद का इतिहास .

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संवैधानिक राजशाही

संवैधानिक राजशाही (constitutional monarchy) किसी राज्य की उस शासन-प्रणाली को कहते हैं जिसमें सर्वोच्च शासक राजा तो होता है लेकिन उसकी शक्तियाँ किसी संविधान या क़ानून द्वारा सीमित होती हैं, यानि वह अपनी मनमानी से राज नहीं कर सकता। राजा को बांधने वाला क़ानून लिखित या अलिखित हो सकता है। ब्रिटेन और जापान ऐसी संवैधानिक राजशाहीयों के उदाहरण हैं। ऐसे अधिकतर देशों में राजनैतिक शक्तियाँ अक्सर किसी नागरिकों द्वारा चुनी हुई संसद के अधीन होती हैं, इसलिये इन्हें कभी-कभी संसदीय राजशाही (parliamentary monarchy) भी कहा जाता है। .

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संक्षिप्त सन्देश सेवा

मोटोरोला आरएजेडआर मोबाइल फोन पर प्राप्त तिहरा स वर्णमाला लेआउट है। संक्षिप्त सन्देश सेवा (तिहरा स) (ऍसऍमऍस) या सरल मोबाइल सन्देश एक संचार प्रोटोकॉल (communications protocol), मोबाइल टेलीफोन उपकरणों के बीच लघु लेख संदेशों का आदान-प्रदान करने की अनुमति देता है। इस ग्रह पर 2;4 अरब सक्रिय उपभोक्तओं सहित अथवा सभी मोबाइल फोन के ग्राहकों के ७४% अपने -अपने फोनों पर संदेश भेजने एवं प्राप्त करने के लिए उपयोग करते हैं। तिहरा स प्रौद्योगिकी ने पाठ संदेश (text messaging) के विकास और वृद्धि को आसान बना दिया है। पाठ संदेश की संकल्पना और प्रोद्योगिकी को कार्य के रूप में उपयोग किया जाने लगा है भले ही किसी अलग प्रोटोकॉल का उपयोग किया जाता रहा हो। आधुनिक हैंडसैटों पर प्रयुक्त किए गए तिहरा स की मूल \03.40">, संक्षिप्त संदेश सेवा (SMS) का तकनीकी अहसास पर 160 करेक्टर (स्पेस सहित) तक के संदेश प्राप्त करने और भेजने के लिए उपयोग किया जाता था। तबसे इस सेवा के लिए सहयोग को वैकल्पिक मोबाइल जैसे एएनएसआई सीडीएमए नेकटवर्क (ANSI CDMA networks) और डिजीटल एएमपीएस (Digital AMPS) के साथ-साथ उपग्रह (satellite) और लैंडलाइन (landline) नेटवर्क को भी शामिल कर दिया गया है। अधिकांश तिहरा स संदेश एक मोबाइल से दूसरे मोबाइल पर पाठ संदेश होते हैं जिसमें संदेश प्रसारण की मानक सहयोग वाली अन्य किस्मों का उपयोग किया जाता है। .

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सु डोकु

सु डोकु वर्ग पहेली सु डोकु (Sudoku या Su Doku) एक खेल है जो वर्ग पहेली या शतरंज की पहेलियों की तरह अखबार में छपता है। एक शाब्दिक वर्ग पहेली की तरह इस में एक वर्ग के अन्दर ९x९ के (या ६x६) खाने बने होते हैं। इस खेल का उद्देश्य होता है एक पंक्ति या स्तंभ (आड़ी या खड़ी लाइन) में १ से ९ तक के अंकों को इस तरह भरना कि कोई अंक एक पंक्ति में दुबारा ना आये और ना ही ३x३ के वर्ग में ही। जापानी में सु डोकु का अर्थ होता है "अकेला अंक"। इस खेल का आकर्षण यह है कि इस खेल के नियम बहुत आसान होने पर भी इसे पूरा करना मुश्किल होता है। आमतौर पर ९x९ के खानों में कुछ अंक पहले से ही दिये होते हैं। खेलने वाले का काम है बाकी खाली खानों को भरना, इस तरह से कि कोई अंक एक पंक्ति या ३x३ के खानों में दुबारा ना आये। सबसे पहले सु डोकु १९७० में न्यु यार्क में प्रकशित हुआ था। यह पहेली १९८४ में जापान में निकोली अखबार में शुरु हुई। २००५ में यह अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर लोक्प्रिय हो गयी। भारत में भी कई अखबारों में इसका प्रकाशन शुरु हो गया है। .

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सुटोमु यामागुकी

ये द्वितीय विस्वयुद्ध में अमेरिका द्वारा जापान पर 6 अगस्त तथा 9 अगस्त 1945 को किए गए दो परमाणु हमलों को झेलकर ६५ वर्षों तक जीवित रहने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। ६ जनवरी, २०१० को 93 वर्ष की आयु में विकिरण के प्रभाव से हुए पेट के कैंसर के कारण उनका निधन हो गया। .

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सुनहरी मछली (गोल्डफिश)

सुनहरी मछली (कारासिउस औराटस औराटस) साईप्रिनीफॉर्म्स के क्रम में साईप्रिनीडाई के परिवार में एक ताजे पानी की मछली है। यह पालतू बनाए जाने वाली सबसे पहली मछली है और सबसे अधिक रखे जाने वाली एक्वैरियम मछली है। यह कार्प परिवार का एक अपेक्षाकृत छोटा सदस्य है (जिसमें कोई कार्प और कृसिय्न कार्प भी शामिल है), सुनहरी मछली गहरे-ग्रे/जैतूनी/भूरे कार्प का एक पालतू संस्करण है (करासिय्स औराटस) जो पूर्वी एशिया के मूल निवासी है (प्रथम बार चीन में पाले गए) और जिसकी पहचान यूरोप में 17वीं सदी के पूर्वार्ध में हुई.

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सुभाष चन्द्र बोस

सुभाष चन्द्र बोस (बांग्ला: সুভাষ চন্দ্র বসু उच्चारण: शुभाष चॉन्द्रो बोशु, जन्म: 23 जनवरी 1897, मृत्यु: 18 अगस्त 1945) जो नेता जी के नाम से भी जाने जाते हैं, भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये, उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया जय हिन्द का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है। "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा" का नारा भी उनका था जो उस समय अत्यधिक प्रचलन में आया। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि जब नेता जी ने जापान और जर्मनी से मदद लेने की कोशिश की थी तो ब्रिटिश सरकार ने अपने गुप्तचरों को 1941 में उन्हें ख़त्म करने का आदेश दिया था। नेता जी ने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने 'सुप्रीम कमाण्डर' के रूप में सेना को सम्बोधित करते हुए "दिल्ली चलो!" का नारा दिया और जापानी सेना के साथ मिलकर ब्रिटिश व कामनवेल्थ सेना से बर्मा सहित इम्फाल और कोहिमा में एक साथ जमकर मोर्चा लिया। 21 अक्टूबर 1943 को सुभाष बोस ने आजाद हिन्द फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतन्त्र भारत की अस्थायी सरकार बनायी जिसे जर्मनी, जापान, फिलीपींस, कोरिया, चीन, इटली, मान्चुको और आयरलैंड ने मान्यता दी। जापान ने अंडमान व निकोबार द्वीप इस अस्थायी सरकार को दे दिये। सुभाष उन द्वीपों में गये और उनका नया नामकरण किया। 1944 को आजाद हिन्द फौज ने अंग्रेजों पर दोबारा आक्रमण किया और कुछ भारतीय प्रदेशों को अंग्रेजों से मुक्त भी करा लिया। कोहिमा का युद्ध 4 अप्रैल 1944 से 22 जून 1944 तक लड़ा गया एक भयंकर युद्ध था। इस युद्ध में जापानी सेना को पीछे हटना पड़ा था और यही एक महत्वपूर्ण मोड़ सिद्ध हुआ। 6 जुलाई 1944 को उन्होंने रंगून रेडियो स्टेशन से महात्मा गांधी के नाम एक प्रसारण जारी किया जिसमें उन्होंने इस निर्णायक युद्ध में विजय के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनायें माँगीं। नेताजी की मृत्यु को लेकर आज भी विवाद है। जहाँ जापान में प्रतिवर्ष 18 अगस्त को उनका शहीद दिवस धूमधाम से मनाया जाता है वहीं भारत में रहने वाले उनके परिवार के लोगों का आज भी यह मानना है कि सुभाष की मौत 1945 में नहीं हुई। वे उसके बाद रूस में नज़रबन्द थे। यदि ऐसा नहीं है तो भारत सरकार ने उनकी मृत्यु से सम्बंधित दस्तावेज़ अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं किये? 16 जनवरी 2014 (गुरुवार) को कलकत्ता हाई कोर्ट ने नेताजी के लापता होने के रहस्य से जुड़े खुफिया दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की माँग वाली जनहित याचिका पर सुनवाई के लिये स्पेशल बेंच के गठन का आदेश दिया। .

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सुज़ुकी

एक जापानी बहुराष्ट्रीय निगम है जिसका मुख्यालय हमामात्सू, जापान में स्थित है और जो काम्पैक्ट ऑटोमोबाइल और 4x4 वाहन, सभी रेंज की मोटरसाइकिल, ऑल-टेरेन वाहन (ATVs), आउटबोर्ड जहाज इंजन, व्हीलचेयर और अन्य प्रकार के छोटे आंतरिक दहन इंजन का उत्पादन करती है। उत्पादन मात्रा के आधार पर सुज़ुकी दुनिया भर में नौवीं सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल निर्माता है, करीब 45,000 से अधिक लोगों को रोजगार देती है और 23 देशों में इसकी 35 मुख्य उत्पादन इकाइयां और 192 देशों में इसके 133 वितरक हैं। आंकड़ों के अनुसार जापान ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (जेएएमए) से सुज़ुकी जापान की छोटी कारों और ट्रकों की दूसरी सबसे बड़ी निर्माता है। जापानी भाषा में "सुज़ुकी" को उच्चारित किया जाता है, जिसमें पर बलाघात दिया जाता है। अंग्रेजी में इसका उच्चारण किया जाता है और ज़ु पर जोर डाला जाता है। इस उच्चारण का इस्तेमाल सुज़ुकी कंपनी द्वारा उन विपणन अभियानों के लिए किया जाता है जो अंग्रेजी भाषियों के लिए होते हैं। .

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सुज़ुकी देइसेत्ज़

हू शी एवं सुजुकी देइसेत्ज (१९३४; चीन की यात्रा में) सुज़ुकी देइसेत्ज़ (Daisetsu Teitaro Suzuki (鈴木 大拙 貞太郎; १८७० - १९६६) जापान के बौद्ध साहित्य एवं दर्शन के विश्वविख्यात विद्वान थे। १९६३ में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित किया गया था। आपने बौद्ध धर्म में प्रचलित 'ध्यान संप्रदाय' को नवीन रूप प्रदान किया है। जापान में यह संप्रदाय 'जैन संप्रदाय' (Zen) के नाम से प्रसिद्ध है। वैसे तो जापान में जैन संप्रदाय की स्थापना 'येई साई' (११४१-१२१५) ने की, जो कर्मकांड आदि को हेय समझकर ध्यान एवं आत्मसंयम को ही सर्वश्रेष्ठ मानते थे, किंतु जापानी दार्शनिक डॉ॰ सुजुकी ने जेन संप्रदाय की इस मौलिक विचारधारा को और भी परिमार्जित कर आगे बढ़ाया। वे मानते थे कि दर्शन और धर्म का लौकिक उद्देश्य भी है। .

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सुज़ुकी हायाबुसा

सुज़ुकी हायाबुसा जिसे जीएसएक्स १३००आर के नाम से भी जाना जाता है, एक स्पोर्ट बाइक है जो कि कभी दुनिया कि सबसे तेज़ (लगभग ३०३-३१२ किमी प्रति घंटा) उत्पादन मोटरसाइकिल थी। यह १९९९ से बनाई जा रही है। जेंटलमेन एग्रिमेंट के बाद से इसकी गति कम्प्युटर द्वारा २९९ किमी/घंटा तक सीमित कर दी गयी जो कि अनुबन्ध टूटने के बाद भी सीमित ही है। .

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स्टारबक्स

स्टारबक्स कॉर्पोरेशन (Starbucks Corporation) एक अंतर्राष्ट्रीय कॉफी और कॉफीहाउस श्रृंखला है जो वॉशिंगटन के सिएटल में स्थित है। 50 देशों में 16858 से अधिक स्टोर के साथ स्टारबक्स दुनिया की सबसे बड़ी कॉफीहाउस कंपनी है, जिसमें अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में 11000 से अधिक, कनाडा में 1000 से अधिक और यूके में 700 से अधिक स्टोर हैं। स्टारबक्स ड्रिप ब्रियूड कॉफी, एस्प्रेसो आधारित गर्म पेय, अन्य गर्म और शीतल पेय, कॉफी बीन्स, सलाद, गर्म और ठंडी सैंडविच तथा पानिनी, पेस्ट्री; और मग एवं गिलास जैसी वस्तुएँ बेचती है। कंपनी, स्टारबक्स इंटरटेंमेंट डिवीजन और हियर म्यूजिक ब्रांड के माध्यम से किताबों, संगीत और फिल्मों का भी विपणन करती है। कंपनी के कई उत्पाद मौसमी होते हैं या उन्हें विशेष रूप से स्टोर के इलाके के लिए ही बनाया जाता है। किराने की दुकानों पर स्टारबक्स ब्रांड वाली आइसक्रीम और कॉफी भी बेची जाती है। एक स्थानीय कॉफी बीन रोस्टर और रिटेलर के रूप में सिएटल में परवर्ती रूपों में स्टारबक्स की स्थापना के बाद से कंपनी का तेजी से विस्तार हुआ है। 1990 के दशक से स्टारबक्स ने हर कार्यदिवस में एक नया स्टोर खोलना शुरू किया जो 2000 के दशक तक जारी रहा.

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स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 182 मीटर (597 फीट) ऊँचा गुजरात सरकार द्वारा प्रस्तावित भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री सरदार पटेल का स्मारक है। गुजरात के मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया। यह स्मारक सरदार सरोवर बांध से 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नामक स्थान पर है जो कि नर्मदा नदी पर एक टापू है। यह स्थान भारतीय राज्य गुजरात के भरूच के निकट नर्मदा जिले में है। वर्तमान में विश्व की सबसे ऊँची स्टैच्यू या मूर्ती 152 मीटर की चीन में स्प्रिंग टैम्पल बुद्ध है। उससे कम दुसरी ऊँची मूर्ति भी तथागत बुद्ध की ही है जिसकी उँचाई 120 मीटर है। बुद्ध की यह मूर्ति सन् 2008 में म्याँमार सरकार ने बनवायी थी। और विश्व की तिसरी सबसे ऊँची मूर्ती भी जापान में भगवान बुद्ध की हैं, इस बुद्ध मुर्ती की ऊँचाई 116 मीटर हैं। .

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स्टेविया

स्टेविया' माने मीठी तुलसी, सूरजमुखी परिवार (एस्टरेसिया) के झाड़ी और जड़ी बूटी के लगभग 240 प्रजातियों में पाया जाने वाला एक जीनस है, जो पश्चमी उत्तर अमेरिका से लेकर दक्षिण अमेरिका के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। स्टेविया रेबउडियाना प्रजातियां, जिन्हें आमतौर पर स्वीटलीफ, स्वीट लीफ, सुगरलीफ या सिर्फ स्टेविया के नाम से जाना जाता है, मीठी पत्तियों के लिए वृहत मात्रा में उगाया जाता है। स्वीटनर और चीनी स्थानापन्न के रूप में स्टेविया, चीनी की तुलना में धीरे-धीरे मिठास उत्पन्न करता है और ज्यादा देर तक रहता है, हालांकि उच्च सांद्रता में इसके कुछ सार का स्वाद कड़वापन या खाने के बाद मुलैठी के समान हो सकता है। इसके सार की मिठास चीनी की मिठास से 300 गुणा अधिक मीठी होती है, न्यून-कार्बोहाइड्रेट, न्यून-शर्करा के लिए एक विकल्प के रूप में बढ़ती मांग के साथ स्टेविया का संग्रह किया जा रहा है। चिकित्सा अनुसंधान ने भी मोटापे और उच्च रक्त चाप के इलाज में स्टेविया के संभव लाभ को दिखाया है। क्योंकि रक्त ग्लूकोज में स्टेविया का प्रभाव बहुत कम होता है, यह कार्बोहाइड्रेट-आहार नियंत्रण में लोगों को स्वाभाविक स्वीटनर के रूप में स्वाद प्रदान करता है। स्टेविया की उपलब्धता एक देश से दूसरे देश में भिन्न होती है। कुछ देशों में, यह दशकों या सदियों तक एक स्वीटनर के रूप में उपलब्ध रहा, उदाहरण के लिए, जापान में वृहद मात्रा में स्वीटनर के रूप में स्टेविया का प्रयोग किया जाता है और यहां यह दशकों से उपलब्ध है। कुछ देशों में, स्टेविया प्रतिबंधित या वर्जित है। अन्य देशों में, स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं और राजनीतिक विवादों के कारण इसकी उपलब्धता को सीमित कर दिया गया है, उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य में 1990 के दशक के प्रारंभ में स्टेविया को प्रतिबंधित कर दिया गया था, जब तक उसे एक पूरक के रूप में चिह्नित न किया गया हो, लेकिन 2008 में खाद्य योज्य के रूप में रिबाउडायोसाइड-A को मंजूरी दे दी गई है। कई वर्षों के दौरान, ऐसे देशों की संख्या में वृद्धि हुई है जहां स्टेविया स्वीटनर के रूप में उपलब्ध है। .

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स्टेग्नोग्राफ़ी

स्टेग्नोग्राफ़ी, गुप्त संदेश कुछ इस तरीक़े से लिखने की कला और विज्ञान है कि प्रेषक और अभीष्ट प्राप्तकर्ता के अलावा किसी और को संदेश के अस्तित्व के बारे में संदेह नहीं होता, जो कि अस्पष्टता के माध्यम से एक सुरक्षा है। स्टेग्नोग्राफ़ी शब्द मूलतः ग्रीक भाषा का है, जिसका अर्थ है "प्रच्छन्न लेखन".

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स्टीवन सीगल

स्टीवन फ़्रेडरिक सीगल (Steven Frederic Seagal, जन्म १० अप्रैल १९५२) एक अमरीकी अभिनेता, लेखक, मार्शल आर्टिस्ट, गिटारवादक और सुरक्षा डेप्युटी शेरिफ है। ऐकिदो में ७वि वरीयता प्राप्त ब्लैक बेल्ट सीगल ने अपनी शुरुआत ऐकिडो प्रशिक्षक के रूप में जापान से की। वे जापान में ऐकिदो सिखाने वाले पहले बाहरी व्यक्ति बन गए। वे बाद में लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में आ गए जहां उन्हें अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत १९८८ में अबव द लॉ से की। १९९१ तक वे तिन सफल फ़िल्मों में कार्य कर चुके थे और अंडर सेज (१९९२) से वे और लोकप्रिय हो गए जिसमें उन्होंने नौसेना सील आतंकवाद-विरोधी विशेषज्ञ केसी रेबैक की भूमिका निभाई। इसके बाद ऑन डेडली ग्राउंड (१९९४, जिसका उन्होंने निर्देशन भी किया था) व अंडर सेज २: डार्क टेरिटरी (१९९५) सिनेमाघरों में असफल रही। ९० के मध्य में उन्होंने तिन सिनेमा फ़िल्मों व एक सीधा-वीडयो पर रिलीज़ फ़िल्म द पेट्रियट में कार्य किया। एक्ज़िट वुन्ड्स (२००१) और हाफ़ पास्ट डेड (२००२) के बाद से उनका करियर लगभग डीवीडी के लिए बनी कम बजट की फ़िल्मों पर ही सिकुड गया। १९९८ से २००९ के बिच वे ऐसी २२ फ़िल्मों में नज़र आए। ५९ की उम्र वे बड़े पर्दे पर २०१० में बनी फ़िल्म मैचेट में टोरेज़ के रूप में नज़र आए। २०११ के अनुसार वे फिलहाल वास्तविक कार्यक्रम स्टीवेन सीगल: लॉमेन में मशगुल है। सीगल एक रिकॉर्डिंग कलाकार व गिटारवादक भी है और स्टीवन सीगल इंटरप्राइज़ के संस्थापक भी। इसके साठ ही वे एक पर्यावरणवादी, पशु अधिकार कार्यकर्ता और १४वे दलाई लामा तेंजिन ग्यात्सो और तिबतियाई स्वतंत्रता संग्राम के समर्थक भी है। .

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स्पा

गोवा, भारत में आयुर्वेदिक स्पा. स्पा शब्द जल चिकित्सा से जुड़ा हुआ है, जिसे स्नान चिकित्सा के रूप में भी जाना जाता है। स्पा शहर या स्पा सैरगाह (रिजॉर्ट्स) (गर्म पानी के झरने वाली सैरगाहों सहित) आमतौर विभिन्न स्वास्थ्य उपचारों की पेशकश करते हैं। प्रागैतिहासिक काल से ही यह विश्वास किया जाता है कि खनिज जल में शरीर का उपचार करने की शक्तियां मौजूद होती हैं। इस तरह के व्यवहार दुनिया भर में लोकप्रिय हैं, लेकिन विशेष रूप से यूरोप और जापान में इसका व्यापक प्रसार हैं। दिवस स्पा भी काफी लोकप्रिय हैं और इससे विभिन्न व्यक्तिगत देखभाल उपचार की पेशकश की जाती है। .

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स्पायरो: इयर ऑफ़ द ड्रैगन

स्पायरो: इयर ऑफ़ द ड्रैगन (अंग्रेज़ी: Spyro: Year of the Dragon) एक मंच खेल, द्वारा विकसित की है: इन्सोम्निक खेलों और द्वारा प्रकाशित: सोनी कंप्यूटर मनोरंजन प्लेस्टेशन वीडियो गेम कंसोल के लिए। इयर ऑफ़ द ड्रैगन में तीसरी किस्त है स्पायरो श्रृंखला और पिछले स्पायरो खेल प्लेस्टेशन के लिए जारी किया जाएगा.

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स्प्रिंग-८

स्प्रिंग-8 (SPring-8) जापान का एक कण त्वरक है। यह जापान के ह्योगो प्रीफेक्चर में स्थित 8 GeV ऊर्जा वाली एक सिन्क्रोट्रॉन विकिरण सुविधा है जिसका विकास संयुक्त रूप से RIKEN एवं जापान का परमाणु ऊर्जा अनुसन्धान संस्थान ने किया है। यह विश्व के ५ विशालतम सिन्क्रोट्रॉन स्रोतों में से एक है। स्प्रिंग-८ .

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स्वचालित गणक मशीन

यू.एस की एक एनसीआर पर्सोनास 75-सीरीज़ आंतरिक, बहुप्रकार्य एटीएम मशीन ट्राईटॉन ब्राण्ड एटीएम मशीन स्वचालित गणक मशीन (अंग्रेज़ी:आटोमेटिड टैलर मशीन, लघु:एटीएम) को आटोमेटिक बैंकिंग मशीन, कैश पाइंट, होल इन द वॉल, बैंनकोमैट जैसे नामों से यूरोप, अमेरिका व रूस आदि में जाना जाता है। यह मशीन एक ऐसा दूरसंचार नियंत्रित व कंप्यूटरीकृत उपकरण है जो ग्राहकों को वित्तीय हस्तांतरण से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराता है।। हिन्दुस्तान लाइव। 21 जनवरी 2010 इस हस्तांतरण प्रक्रिया में ग्राहक को कैशियर, क्लर्क या बैंक टैलर की मदद की आवश्यकता नहीं होती है। खुदरा यानि रिटेल बैंकिंग के क्षेत्र में एटीएम बनाने का विचार समांनातर तौर जापान, स्वीडन, अमेरिका और इंग्लैंड में जन्मा और विकसित हुआ। हालांकि सबसे पहले इसका प्रयोग कहां शुरू हुआ यह अभी तय नहीं हो पाया है। .

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स्वदेशी आन्दोलन

१९३० के दशक का पोस्टर जिसमें गाँधीजी को जेल के अन्दर चरखा कातते हुए दिखाया गया है, और लिखा है- ''चरखा और स्वदेशी पर ध्यान दो।'' स्वदेशी आन्दोलन भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन का एक महत्वपूर्ण आन्दोलन, सफल रणनीति व दर्शन था। स्वदेशी का अर्थ है - 'अपने देश का'। इस रणनीति के लक्ष्य ब्रिटेन में बने माल का बहिष्कार करना तथा भारत में बने माल का अधिकाधिक प्रयोग करके साम्राज्यवादी ब्रिटेन को आर्थिक हानि पहुँचाना व भारत के लोगों के लिये रोजगार सृजन करना था। यह ब्रितानी शासन को उखाड़ फेंकने और भारत की समग्र आर्थिक व्यवस्था के विकास के लिए अपनाया गया साधन था। वर्ष 1905 के बंग-भंग विरोधी जनजागरण से स्वदेशी आन्दोलन को बहुत बल मिला। यह 1911 तक चला और गान्धीजी के भारत में पदार्पण के पूर्व सभी सफल अन्दोलनों में से एक था। अरविन्द घोष, रवीन्द्रनाथ ठाकुर, वीर सावरकर, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय स्वदेशी आन्दोलन के मुख्य उद्घोषक थे। आगे चलकर यही स्वदेशी आन्दोलन महात्मा गांधी के स्वतन्त्रता आन्दोलन का भी केन्द्र-बिन्दु बन गया। उन्होने इसे "स्वराज की आत्मा" कहा। .

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स्वामी रामतीर्थ

स्वामी रामतीर्थ (जन्म: २२ अक्टूबर १८७३ - मृत्यु: १७ अक्टूबर १९०६) वेदान्त दर्शन के अनुयायी भारतीय संन्यासी थे। .

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स्वालबार्ड

स्वालबार्ड (नॉर्वेजियाई: Svalbard) आर्कटिक महासागर में स्थित एक द्वीप समूह है जो नोर्वे का उत्तरतम इलाक़ा भी है। यह यूरोप की मुख्यभूमि से क़रीब 400 मील दूर नोर्वे और उत्तरी ध्रुव के बीच स्थित है। स्पिट्स्बर्गन (Spitsbergen) इस समूह का सबसे बड़ा द्वीप है और नोर्डआउस्ट्लैंडेट​ (Nordaustlandet) और एडगेओया (Edgeøya) इसके दूसरे और तीसरे सबसे बड़े द्वीप हैं। .

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स्काइप

स्काइप, एक सॉफ्टवेयर ऐप्लिकेशन है जो प्रयोक्ताओं को इंटरनेट पर वॉइस व वीडियो कॉल करने की अनुमति प्रदान करता है। इस सेवा के अंतर्गत अन्य प्रयोक्ताओं को किए गए कॉल और कुछ-कुछ देशों में निःशुल्क नंबरों पर किए गए कॉल, निःशुल्क होते हैं जबकि अन्य लैंडलाइनों और मोबाइल फोनों पर एक शुल्क के एवज में कॉल किया जा सकता है। अतिरिक्त विशेषताओं या सुविधाओं में त्वरित संदेशन, फ़ाइल स्थानांतरण और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग शामिल हैं। स्काइप की रचना, एस्टोनिया के डेवलपरों - ऐह्टी हेइंला, प्रीट कैसेसलू और जान टॉलिन ने किया जिन्होंने मूलतः कैज़ा (Kazaa) को भी विकसित किया था। स्वीडिश-मूल के उद्यमी निकलस ज़ेनस्ट्रॉम और डेनमार्क-निवासी जेनस फ्रीस द्वारा स्थापित, स्काइप ग्रूप (Skype Group) का मुख्यालय, लग्ज़ेमबर्ग में और कार्यालय, लंदन, टॉलिन, टार्टू, स्टॉकहोम, प्राग, और सैन जोस, कैलिफोर्निया में हैं। इस परियोजना के प्रारंभिक नामों में से एक नाम था - "स्काइ पियर-टु-पियर" जिसे उस समय "स्काइपर" के रूप में संक्षिप्त किया गया था। हालांकि, "स्काइपर" से संबंधित कुछ डोमेन नाम पहले से ही प्रयोग में थे। इसलिए अंतिम अक्षर "r" को हटाकर मौजूदा शीर्षक "स्काइप" प्राप्त किया गया जिसके डोमेन नाम उपलब्ध थे। ईबे (eBay) ने सितंबर 2005 में 2.6 बिलियन डॉलर के बदले इस कंपनी पर अपना अधिग्रहण स्थापित कर लिया। ईबे (eBay) ने स्काइप की पुस्तकों के निर्माण के पीछे 1.7 बिलियन डॉलर खर्च किया और स्काइप को एक अलग कंपनी के रूप में प्रतिष्ठित करके 2010 के सार्वजनिक शेयर के एक प्रस्ताव की भी घोषणा की। मूल रचनाकारों के साथ होने वाले एक सॉफ्टवेयर लाइसेंस विवाद के कारण, डर के तहत, कुछ मीडिया आउटलेटों ने स्काइप की प्रस्तावित बिक्री और उसके मौजूदा प्रावधान की विशेषताओं का उल्लेख किया। 1 सितंबर 2009 को सिल्वर लेक (Silver Lake) के नेतृत्व में निवेशकों के एक समूह ने 1.91 बिलियन डॉलर में स्काइप के 65% भाग को खरीद लिया। बाद में जब ईबे (eBay) और नए निवेशकों ने मूल संस्थापकों की एक नियंत्रक कंपनी के द्वारा प्रस्तुत किए गए मुकदमे पर समझौता कर लिया तब इस राशि को समायोजित कर दिया गया। इस बात का भी पता चला कि अंतर्निहित पियर-टु-पियर (सहकर्मी-दर-सहकर्मी) प्रौद्योगिकी पर सदा ही नियंत्रक कंपनी का स्वामित्व था। इस मुकदमे का निपटान अंततः स्वामित्व के अधिकार का बंटवारा करके किया गया जिसके अंतर्गत नए निवेशकों को 56%, मूल संस्थापकों को 14% और ईबे (eBay) को 30% स्वामित्व प्रदान किया गया। .

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स्क्वायर एनिक्स

स्क्वायर एनिक्स होल्डिंग्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (株式会社スクウェア・エニックス・ホールディングス) जापानी वीडियो गेम डेवलपर, प्रकाशक, और वितरण कंपनी है। 2003 में इसका वर्तमान स्वरूप आया जब एनिक्स और स्क्वायर नामक कंपनी का विलय हुआ। .

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स्‍वतंत्रता दिवस (भारत)

भारत का स्वतंत्रता दिवस (अंग्रेज़ी: Independence Day of India, हिंदी:इंडिपेंडेंस डे ऑफ़ इंडिया) हर वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है। सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने, दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। महात्मा गाँधी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में लोगों ने काफी हद तक अहिंसक प्रतिरोध और सविनय अवज्ञा आंदोलनों में हिस्सा लिया। स्वतंत्रता के बाद ब्रिटिश भारत को धार्मिक आधार पर विभाजित किया गया, जिसमें भारत और पाकिस्तान का उदय हुआ। विभाजन के बाद दोनों देशों में हिंसक दंगे भड़क गए और सांप्रदायिक हिंसा की अनेक घटनाएं हुईं। विभाजन के कारण मनुष्य जाति के इतिहास में इतनी ज्यादा संख्या में लोगों का विस्थापन कभी नहीं हुआ। यह संख्या तकरीबन 1.45 करोड़ थी। 1951 की विस्थापित जनगणना के अनुसार विभाजन के एकदम बाद 72,26,000 मुसलमान भारत छोड़कर पाकिस्तान गये और 72,49,000 हिन्दू और सिख पाकिस्तान छोड़कर भारत आए। इस दिन को झंडा फहराने के समारोह, परेड और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ पूरे भारत में मनाया जाता है। भारतीय इस दिन अपनी पोशाक, सामान, घरों और वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित कर इस उत्सव को मनाते हैं और परिवार व दोस्तों के साथ देशभक्ति फिल्में देखते हैं, देशभक्ति के गीत सुनते हैं। - archive.india.gov.in .

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सौर ऊर्जा

विश्व के विभिन्न भागों का औसत सौर विकिरण (आतपन, सूर्यातप)। इस चित्र में जो छोटे-छोटे काले बिन्दु दिखाये गये हैं, यदि उनके ऊपर गिरने वाले सम्पूर्ण सौर विकिरण का उपयोग कर लिया जाय तो विश्व में उपयोग की जा रही सम्पूर्ण ऊर्जा (लगभग 18 टेरावाट) की आपूर्ति इससे ही हो जायेगी। यूएसए के कैलिफोर्निया के सान बर्नार्डिनो में 354 MW वाला SEGS सौर कम्प्लेक्स सौर ऊर्जा वह उर्जा है जो सीधे सूर्य से प्राप्त की जाती है। सौर ऊर्जा ही मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन करती है। यहीं धरती पर सभी प्रकार के जीवन (पेड़-पौधे और जीव-जन्तु) का सहारा है। वैसे तो सौर उर्जा के विविध प्रकार से प्रयोग किया जाता है, किन्तु सूर्य की उर्जा को विद्युत उर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर उर्जा के रूप में जाना जाता है। सूर्य की उर्जा को दो प्रकार से विदुत उर्जा में बदला जा सकता है। पहला प्रकाश-विद्युत सेल की सहायता से और दूसरा किसी तरल पदार्थ को सूर्य की उष्मा से गर्म करने के बाद इससे विद्युत जनित्र चलाकर। .

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सैन होज़े, कैलिफोर्निया

सैन होज़े (जिसका स्पेनिश में अर्थ है - सेंट जोसफ) कैलिफोर्निया का तीसरा सबसे बड़ा शहर, संयुक्त राज्य अमेरिका का दसवां सबसे बड़ा शहर और सांता क्लारा काउंटी का काउंटी सीट है। यह देश के 31वें सबसे बड़े महानगरीय क्षेत्र का एक ऐंकर है जो सैन फ्रांसिस्को खाड़ी के दक्षिणी छोर पर स्थित है। सैन होज़े कभी एक छोटा सा कृषि शहर था जहां 1950 के दशक से अब तक बड़ी तेज़ी से विकास हुआ है। जनसंख्या, भूमि क्षेत्र, एवं औद्योगिक विकास की दृष्टि से सैन होज़े खाड़ी क्षेत्र का सबसे बड़ा शहर है। 1 जनवरी 2010 तक इसकी अनुमानित जनसंख्या 1,023,083 थी। सैन होज़े की नींव 29 नवम्बर 1777 को नुएवा कैलिफोर्निया के स्पेनिश कॉलोनी के पहले कस्बे, एल पुएब्लो डी सैन होज़े डी ग्वाडालूप (El पुएब्लो de San José de Guadalupe), के रूप में रखी गई, जो बाद में अल्टा कैलिफोर्निया बना.

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सैनिक कानून

विशेष परिस्थितियों में जब किसी देश की न्याय व्यवस्था को सेना अपने हाथ में ले लेती है, तब जो नियम प्रभावी होते हैं उन्हें सैनिक कानून या मार्शल लॉ (Martial law) कहा जाता है। कभी-कभी युद्ध के समय अथवा किसी क्षेत्र को जीतने के बाद उस क्षेत्र में मार्शल लॉ लगा दिया जाता है। उदाहरण के लिये द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जर्मनी और जापान में मार्शल लॉ लागू किया गया था। इसके अलावा प्राय: तख्ता पलट के बाद भी मार्शल लॉ लगा दिया जाता है। कभी-कभी बहुत बड़ी प्राकृतिक आपदा आने पर भी मार्शल लॉ लगा दिया जाता है (किन्तु अधिकांश देश इस स्थिति में आपातकाल (इमर्जेंसी) लागू करते हैं।) मार्शल ला के अन्तर्गत कर्फ्यू (curfew) आदि विशेष कानून होते हैं। प्राय: मार्शल लॉ के अन्तर्गत न्याय देने के लिये सेना का एक ट्रिब्यूनल नियुक्त किया जाता है जिसे कोर्ट मार्शल कहा जाता है। इसके अन्तर्गत बन्दी प्रत्यक्षीकरण याचिका जैसे अधिकार निलम्बित किये जाते हैं। .

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सैन्य विज्ञान

सैन्य विज्ञान (Military Science) के अन्तर्गत युद्ध एवं सशस्त्र संघर्ष से सम्बन्धित तकनीकों, मनोविज्ञान एवं कार्य-विधि (practice) आदि का अध्ययन किया जाता है। भारत सहित दुनिया के कई प्रमुख देश जैसे अमेरिका, इजराइल, जर्मनी, पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड, रूस, इंगलैंड, चीन, फ्रांस, कनाडा, जापान, सिंगापुर, मलेशिया में सैन्य विज्ञान विषय को सुरक्षा अध्ययन (Security Studies), रक्षा एवं सुरक्षा अध्ययन (Defence and Security Studies), रक्षा एवं स्त्रातेजिक अध्ययन (Defence and Strategic studies), सुरक्षा एवं युद्ध अध्ययन नाम से भी अध्ययन-अध्यापन किया जाता है। सैन्य विज्ञान ज्ञान की वह शाखा है जिसमें सैनिक विचारधारा, संगठन सामग्री और कौशल का सामाजिक संदर्भ में अध्ययन किया जाता है। आदिकाल से ही युद्ध की परम्परा चली आ रही है। मानव जाति का इतिहास युद्ध के अध्ययन के बिना अधूरा है और युद्ध का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी मानव जाति की कहानी। युद्ध मानव सभ्यता के विकास के प्रमुख कारणों में से एक हैं। अनेक सभ्यताओं का अभ्युदय एवं विनाश हुआ, परन्तु युद्ध कभी भी समाप्त नहीं हुआ। जैसे-जैसे सभ्यता का विकास हुआ वैसे-वैसे नवीन हथियारों के निर्माण के फलस्वरूप युद्ध के स्वरूप में परिवर्तन अवश्य आया है। सैन्य विज्ञान के अन्तर्गत युद्ध एवं सशस्त्र संघर्ष से सम्बन्धित तकनीकों, मनोविज्ञान एवं कार्य-विधि आदि का अध्ययन किया जाता है। सैन्य विज्ञान के निम्नलिखित छः मुख्य शाखायें हैं.

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सैन्य व्यय के अनुसार देशों की सूची

सेना पर खर्च इस लेख में प्रतिवर्ष (या किसी विशेष वर्ष में) सेना पर किए जाने वाले खर्च के अनुसार विभिन्न देशों की स्थिति बतायी गयी है। खर्च के ये आंकड़े अमेरिकी डॉलर में व्यक्त किये गये हैं। वर्तमान आंकड़ों के अनुसार सेना पर सर्वाधिक खर्च करने वाले छः देश हैं- यूएसए, चीन, रूस, यूके, जापान तथा फ्रांस। .

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सैन्य और अर्धसैनिक बलों की संख्या के आधार पर देशों की सूची

विश्व के देशों में २००९ तक सक्रीय बल इस सूची में विश्व के देशों के संख्या के आधार पर सेना और अर्धसैनिक बल है । इसमें पूर्णकालिक सेना और अर्धसैनिक बल सम्मिलित है । .

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सैल्मन

मुख्य पेसिफिक सैल्मन प्रजातियां: सोकाई, चम, कोस्टल, कटथ्रोट ट्राउट, चिनूक, कोहो, स्टीलहेड और पिंक सैल्मोनिडे परिवार की विभिन्न प्रजातियों की मछली के लिए दिया जाने वाला आम नाम है सैल्मन.

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सूप

फ़्रांसिसी प्याज सूप का एक कटोरा रोटी के साथ घर में बना हुआ चिकन नूडल सूप सूप या शोरबा एक प्रकार का खाद्य पदार्थ है जो मीट और सब्जियों जैसी सामग्रियों को, स्टॉक, जूस, पानी या किसी अन्य तरल पदार्थ में मिलाकर बनाया जाता है। इसके अतिरिक्त गर्म सूप की अन्य विशेषता यह है कि इनमें एक पात्र में तरल पदार्थ में ठोस सामग्रियों को तब तक उबाला जाता है जब तक कि स्वाद उनसे निकलर तरल पदार्थ में न समा जाए और वह एक शोरबे जैसा हो जाये.

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सूमो

सुमो कुश्ती का दृश्य सुमो जापानी कुस्ती का नाम है। यह जापान का रस्ट्रीय खेल भी है। सूमो का शिंतो धर्मानुयायियों में काफी महत्व है। यूं तो सूमो कुश्ती हर वर्ग और स्तर पर खेली जाती है लेकिन इसके लिए कुछ राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं काफी लोकप्रिय हैं। स्कूल, कॉलेज, संगठन सूमो आयोजित कराते हैं। .

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सूरजमुखी

पूरा बीज (दाएं) और कर्नेल बिना छिलके के (बाएं) सूरजमुखी या 'सूर्यमुखी' (वानस्पतिक नाम: हेलियनथस एनस) अमेरिका के देशज वार्षिक पौधे हैं। यह अनेक देशों के बागों में उगाया जाता है। यह कंपोजिटी (Compositae) कुल के हेलिएंथस (Helianthus) गण का एक सदस्य है। इस गण में लगभग साठ जातियाँ पाई गई हैं जिनमें हेलिएंथस ऐमूस (Helianthus annuus), हेलिएंथस डिकैपेटलेस (Helianthus decapetalus), हेलिएंथिस मल्टिफ्लोरस (Helianthus multiflorus), हे.

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सूखा

अकाल भोजन का एक व्यापक अभाव है जो किसी भी पशुवर्गीय प्रजाति पर लागू हो सकता है। इस घटना के साथ या इसके बाद आम तौर पर क्षेत्रीय कुपोषण, भुखमरी, महामारी और मृत्यु दर में वृद्धि हो जाती है। जब किसी क्षेत्र में लम्बे समय तक (कई महीने या कई वर्ष तक) वर्षा कम होती है या नहीं होती है तो इसे सूखा या अकाल कहा जाता है। सूखे के कारण प्रभावित क्षेत्र की कृषि एवं वहाँ के पर्यावरण पर अत्यन्त प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था डगमगा जाती है। इतिहास में कुछ अकाल बहुत ही कुख्यात रहे हैं जिसमें करोंड़ों लोगों की जाने गयीं हैं। अकाल राहत के आपातकालीन उपायों में मुख्य रूप से क्षतिपूरक सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे कि विटामिन और खनिज पदार्थ देना शामिल है जिन्हें फोर्टीफाइड शैसे पाउडरों के माध्यम से या सीधे तौर पर पूरकों के जरिये दिया जाता है।, बीबीसी न्यूज़, टाइम सहायता समूहों ने दाता देशों से खाद्य पदार्थ खरीदने की बजाय स्थानीय किसानों को भुगतान के लिए नगद राशि देना या भूखों को नगद वाउचर देने पर आधारित अकाल राहत मॉडल का प्रयोग करना शुरू कर दिया है क्योंकि दाता देश स्थानीय खाद्य पदार्थ बाजारों को नुकसान पहुंचाते हैं।, क्रिश्चियन साइंस मॉनिटर लंबी अवधि के उपायों में शामिल हैं आधुनिक कृषि तकनीकों जैसे कि उर्वरक और सिंचाई में निवेश, जिसने विकसित दुनिया में भुखमरी को काफी हद तक मिटा दिया है।, न्यूयॉर्क टाइम्स, 9 जुलाई 2009 विश्व बैंक की बाध्यताएं किसानों के लिए सरकारी अनुदानों को सीमित करते हैं और उर्वरकों के अधिक से अधिक उपयोग के अनापेक्षित परिणामों: जल आपूर्तियों और आवास पर प्रतिकूल प्रभावों के कारण कुछ पर्यावरण समूहों द्वारा इसका विरोध किया जाता है।, न्यूयॉर्क टाइम्स, 2 दिसम्बर 2007, दी अटलांटिक .

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सेन्‍गाकू मायदा

सेन्‍गाकू मायदा को साहि‍त्‍य एवं शि‍क्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 2014 में भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया। वे जापान से हैं। .

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सॉसेज

कीएलबासा बिआला (श्वेत सॉसेज), जिनकोवा (धुंए द्वारा पकाया हुआ), स्लास्का और पोधालानस्का शैलियां (पोलैंड) सॉसेज एक खाद्य है जिसे गोमांस और सूअर के मांस, दोनों के पिसे मांस से बनाया जाता है। सामान्यतः इसमें पिसी हुई शूकर वसा (फैटबैक), नमक, जड़ी-बूटी और मसाला शामिल होता है। आम तौर पर सॉसेज को एक खोल में बनाया जाता है जो परंपरागत रूप से आंत से बना होता है, लेकिन कभी-कभी सिंथेटिक भी होता है। कुछ सॉसेज को प्रसंस्करण के दौरान पकाया जाता है और बाद में खोल को हटाया जा सकता है। सॉसेज निर्माण एक पारंपरिक खाद्य संरक्षण तकनीक है। सॉसेज को क्योरिंग, शुष्कीकरण या धुंआ द्वारा संरक्षित किया जा सकता है। .

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सोमा ज्वालामुखी

सोमा ज्वालामुखी या सिर्फ सोमा, एक ज्वालामुख-कुण्ड होता है जिसे आंशिक रूप से एक नये केन्द्रीय ज्वालामुखी शंकु के द्वारा भरा जाता है। यह नाम सोमा पर्वत (इतालवी: मोंटे सोमा) से लिया गया है जो कि, दक्षिणी इटली में स्थित एक मिश्रित ज्वालामुखी है, जिसके शिखर पर स्थित ज्वालामुख-कुण्ड में से वेसुवियस पर्वत के शंकु का उद्भव होता है। विश्व में सोमा ज्वालामुखी के सबसे अच्छे उदाहरण, रूस के कमचट्का प्रायद्वीप और कुरील द्वीप समूह पर पाए जाते हैं, जिनका विस्तार दक्षिण में कमचट्का से होक्काइडो (जापान) तक है। .

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सोवियत संघ

सोवियत संघ (रूसी भाषा: Сове́тский Сою́з, सोवेत्स्की सोयूज़; अंग्रेज़ी: Soviet Union), जिसका औपचारिक नाम सोवियत समाजवादी गणतंत्रों का संघ (Сою́з Сове́тских Социалисти́ческих Респу́блик, Union of Soviet Socialist Republics) था, यूरेशिया के बड़े भूभाग पर विस्तृत एक देश था जो १९२२ से १९९१ तक अस्तित्व में रहा। यह अपनी स्थापना से १९९० तक साम्यवादी पार्टी (कोम्युनिस्ट पार्टी) द्वारा शासित रहा। संवैधानिक रूप से सोवियत संघ १५ स्वशासित गणतंत्रों का संघ था लेकिन वास्तव में पूरे देश के प्रशासन और अर्थव्यवस्था पर केन्द्रीय सरकार का कड़ा नियंत्रण रहा। रूसी सोवियत संघीय समाजवादी गणतंत्र (Russian Soviet Federative Socialist Republic) इस देश का सबसे बड़ा गणतंत्र और राजनैतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र था, इसलिए पूरे देश का गहरा रूसीकरण हुआ। यही कारण रहा कि विदेश में भी सोवियत संघ को अक्सर गलती से 'रूस' बोल दिया जाता था। .

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सीआईडी (धारावाहिक)

सीआईडी सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाला हिन्दी भाषा का एक धारावाहिक है, जिसे भारत का सबसे लंबा चलने वाला धारावाहिक होने का श्रेय प्राप्त है। अपराध व जासूसी शैली पर आधारित इस धारावाहिक में शिवाजी साटम, दयानन्द शेट्टी और आदित्य श्रीवास्तव मुख्य किरदार निभा रहे हैं। इसके सर्जक, निर्देशक और लेखक बृजेन्द्र पाल सिंह हैं। इसका निर्माण फायरवर्क्स नामक कंपनी ने किया है जिसके संस्थापक बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर हैं। २१ जनवरी १९९८ से शुरु होकर यह धारावाहिक अब तक लगातार चल रहा है। इसका प्रसारण प्रत्येक शनिवार और रविवार को रात १० बजे होता है। इसका पुनः प्रसारण सोनी पल चैनल पर रात ९ बजे होता है जिसमें इसके पुराने प्रकरण दिखाये जाते हैं। इस धारावाहिक ने २१ जनवरी २०१८ को अपने प्रसारण के २० वर्ष पूर्ण किये और २१वें वर्ष में प्रवेश किया। इससे पहले, २७ सितम्बर २०१३ को इस धारावाहिक ने अपनी १०००वीं कड़ी पूरी की। इस धारावाहिक को कई अन्य भाषाओं में भी भाषांतरित किया गया है। .

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सीकन सुरंग

होन्शु और होकाईडू द्वीपों को जोड़ती सीकन सुरंग। सीकन सुरंग (青函トンネル सीकन तोंनेरू या 青函隧道 सीकन ज़ुइदो) ५३.८५ किमी लम्बी रेल सुरंग है जो जापान के होन्शू और होक्काइडो द्वीपों को आपस में जोड़ती है। कुल लम्बाई में से २३.३ किमी समु्द्र के नीचे से होकर जाता है। ये विश्व की सबसे बड़ी समुद्री सुरंग है, यद्यपि चैनल सुरंग का अधिक भाग समु्द्र के नीचे है। ये सुरंग त्सुगारू खाड़ी के नीचे से होकर जाती है जो जापान के होन्शू द्वीप के ओमोरी प्रांत को होक्काइडो द्वीप के जोड़ती है। यद्यपि ये संसार की सबसे लम्बी सड़क और रेल सुरंग है, लेकिन तीव्र और सस्ती हवाई यात्रा के कारण अब इसका उपयोग पहले से कम होता है। विश्व की सबसी लम्बी सुरंग होने का इसका रिकॉर्ड गोत्थार्ड सुरंग द्वारा ले लिया जायेगा जब ये २०१८ में बनकर तैयार हो जायेगी। गोत्थार्ड सुरंग भी एक रेल सुरंग है और सबसे गहरी रेल सुरंग भी। .

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हरबर्ट स्पेंसर

अन्य व्यक्तियों के लिये हरबर्ट स्पेंसर (बहुविकल्पी) देखें। ---- हरबर्ट स्पेंसर (27 अप्रैल 1820-8 दिसम्बर 1903) विक्टोरियाई काल के एक अंग्रेज़ दार्शनिक, जीव-विज्ञानी, समाजशास्री और प्रसिद्ध पारंपरिक उदारवादी राजनैतिक सिद्धांतकार थे। स्पेंसर ने भौतिक विश्व, जैविक सजीवों, मानव मन, तथा मानवीय संस्कृ्ति व समाजों की क्रमिक विकास के रूप में उत्पत्ति की एक सर्व-समावेशक अवधारणा विकसित की.

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हरी चाय

गायवान में पकी हरी चाय की पत्तियाँ किण्वन की विभिन्न श्रेणियों में चाय कैमेलिया साइनेसिस का पौधा हरी चाय (अंग्रेज़ी: ग्रीन टी) एक प्रकार की चाय होती है, जो कैमेलिया साइनेन्सिस नामक पौधे की पत्तियों से बनायी जाती है। इसके बनाने की प्रक्रिया में ऑक्सीकरण न्यूनतम होता है। इसका उद्गम चीन में हुआ था और आगे चलकर एशिया में जापान से मध्य-पूर्व की कई संस्कृतियों से संबंधित रही। इसके सेवन के काफी लाभ होते हैं।। हिन्दुस्तान लाइव। ६ जनवरी २०१० प्रतिदिन कम से कम आठ कप ग्रीन टी हृदय रोग होने की संभावनाओं को कम करने कोलेस्ट्राल को कम करने के साथ ही शरीर के वजन को भी नियंत्रित करने में सहायक सिद्ध होती है। प्रायः लोग ग्रीन टी के बारे में जानते हैं लेकिन इसकी उचित मात्र न ले पाने की वजह से उन्हें उनका पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। हरी चाय का फ्लेवर ताज़गी से भरपूर और हल्का होता है तथा स्वाद सामान्य चाय से अलग होता है। इसकी कुछ किस्में हल्की मिठास लिए होती है, जिसे पसंद के अनुसार दूध और शक्कर के साथ बनाया जा सकता है।। दैनिक भास्कर। १ मार्च २००८ ग्रीन टी बनाने के लिए एक प्याले में २-४ ग्राम चाय पड़ती है। पानी को पूरी तरह उबलने के बाद २-३ मिनट के लिए छोड़ देते हैं। प्याले में रखी चाय पर गर्म पानी डालकर फिर तीन मिनट छोड़ दें। इसे कुछ देर और ठंडा होने पर सेवन करते हैं। विभिन्न ब्रांड के अनुसार एक दिन में दो से तीन कप ग्रीन टी लाभदायक होती है। इसका अर्थ है कि एक दिन में ३००-४०० मिलीग्राम ग्रीन टी पर्याप्त होती है। अब तक ग्रीन टी का सिर्फ एक ही नुकसान ज्ञात हुआ है, अनिद्रा यानी नींद कम आने की बीमारी। इसका कारण चाय में उपस्थित कैफीन है। हालांकि इसमें कॉफी के मुकाबले कम कैफीन होता है। .

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हरी सिंह थापा

हरि सिंह थापा भारतीय अन्तराष्ट्रीय बक्सर एवम् राष्ट्रिय कोच हैं। हरि भारतीय बक्सिंगके पितामह उपाधि से परिचत हैं। भारत के ललात हिमालय के वृक्षस्थल एवं कूमार्चल की वीर प्रसविनी श्स्य श्यामला भूमी अनंत काल से ही देश भक्तो, वैज्ञानिको तथा वीर सेनानियो की जन्मदात्री रही है। इसी उत्तरांचल कि पावन धरती ने क्रीड़ा क्ष्रेत्र मै भी ऐसे अनेक ज्वाज्वल्यमान रत्नों को जन्म दिया है जिनकी आभा ने देश ही नहीं बाल्कि विदेशो को भी आलोकित किया है। जहां एक ओर स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद चीन और पाकिस्तान से युध मै एवं उसके बाद बांग्लादेश की स्वतंत्रता की लड़ाई के मैदान में यहां के जांबांजो ने अपने अद् भुत यूध कौशल एंव शोर्य से जनपद का नाम रोशन किया, वहीं दूसरी ओर जनपद पिथौरागढ़ के खिलाड़ियो ने खेल के मैदनों में भी अपने उत्कृष्ट खेल क प्रदर्शन से अन्तराष्ट्रीय खेल जगत के इतिहास में पिथौरागढ़ क नाम स्वणाक्षरों में अन्कित करवाया गया है। इन्हीं विशिष्ट खिलाड़ियो मै एक नाम है -अन्तराष्ट्रीय मुक्केबाज श्री हरी सिंह थापा का, जिन्होने अपनी लगन एवं मेहनत से मुक्केबाज क ऊंचे सपनों को पारकर भारत का श्रेष्ठ मुक्केबाज होने क गौरव प्राप्त किया। .

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हान ग्रंथ

मिंग राजवंश के दौरान छपी 'हान की किताब' की एक प्रति हान ग्रंथ, हान की किताब, हान शू या पूर्वकालीन हान राजवंश का इतिहास (चीनी: 前漢書, चिआन हानशू; अंग्रेज़ी: Book of Han) २०६ ईसापूर्व से २५ ईसवी तक पश्चिमी हान राजवंश के दौर के चीनी इतिहास के बारे में एक इतिहास-ग्रन्थ है। इसे बान बियाओ (班彪, Ban Biao), बान गू (班固, Ban Gu) और बान झाओ (班昭, Ban Zhao) नामक इतिहासकारों ने लिखा और यह सन् १११ ईसवी में पूरा हुआ।, Barbara Bennett Peterson, M.E. Sharpe, 2000, ISBN 978-0-7656-0504-7,...

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हारुकी मुराकामी

हारुकी मुराकामी एक जापानी उपन्यासकार हैं जिनकी कृतियाँ ५० से अधिक भाषाओं में अनुवादित करी जा चुकी हैं और जिनकी करोड़ों प्रतियाँ विश्वभर में बिक चुकी हैं। इनके उपन्यासों में अकेलेपन और अतियथार्थवाद की छवियाँ मिलती हैं।Endelstein, Wendy,, UC Berkeley News, October 15, 2008, accessed August 12, 2014 .

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हार्ट ऑफ एशिया

हार्ट अॉफ एशिया: इसकी स्थापना 2 नंवबर 2011 को इस्तांबुल तुर्की में हुई थी इसका उद्देश्य अफगानिस्तान को स्थिरता व समृध्दि प्रदान करना और अफगानिस्तान के सहयोग के लिए स्थापित हार्ट ऑफ एशिया के सदस्य देशों की संख्ता 14 है यह संगठन क्षेत्रीय देशों के बीच संतुलन साधने तथा आपसी सहयोग बढ़ाने का काम भी करता है।17 सहयोगी देश और 12 सहायक और अंतरराष्ट्रीय संगठन भी सामिल है। वर्ष 2016 का उद्देश्यछठी हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन अमृतसर भारत में हुआ था इसका मुख्य उद्देश्य आंतकवाद को खत्म करना है। .

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हार्ले-डेविडसन

हार्ले-डेविडसन (पूर्व में HDI), जिसे संक्षिप्त में अक्सर H-D या हार्ले कहते हैं, एक अमेरिकी मोटरसाइकिल निर्माता है। 20 वीं सदी के पहले दशक के दौरान मिलवॉकी, विस्कॉन्सिन में स्थापित यह उन दो बड़े अमेरिकी मोटर साइकिल निर्माताओं में एक है जो भयावह मंदी के दौर में भी बचा रहा। http://www.popularmechanics.com/automotive/new_cars/1268626.html?page.

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हाइनरिख़ गुस्ताव अडोल्फ एंगलर

एडॉल्फ एंगलर बर्लिन के वनस्पति उद्यान में एंगलर की समाधि का दृष्य हाइनरिख़ गुस्ताव अडोल्फ एंगलर (Heinrich Gustav Adolf Engler; 25 मार्च 1844 – 10 अक्टूबर 1930) जर्मन वनस्पति शास्त्रज्ञ थे। उन्होने पादप-वर्गिकी एवं पादप-भूगोल पर उल्लेखनीय कार्य किया। .

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हाइगा

एक छोटा लड़का जिसे हाइगा के लिए मार्गदर्शन दिया जा रहा है। हाइगा शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है हाइ और गा। हाइ शब्द का अर्थ है हाइकु जो जापनी कविता की एक समर्थवान विधा है और गा का तात्पर्य है चित्र। इस प्रकार हाइगा का अर्थ है चित्रों के समायोजन से वर्णित किया गया हाइकु। वास्तव में हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है, जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-कविता’। हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” .

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हाइकु

हाइकु मूल रूप से जापानी कविता है। "हाइकु का जन्म जापानी संस्कृति की परम्परा, जापानी जनमानस और सौन्दर्य चेतना में हुआ और वहीं पला है। हाइकु में अनेक विचार-धाराएँ मिलती हैं- जैसे बौद्ध-धर्म (आदि रूप, उसका चीनी और जापानी परिवर्तित रूप, विशेष रूप से जेन सम्प्रदाय) चीनी दर्शन और प्राच्य-संस्कृति। यह भी कहा जा सकता है कि एक "हाइकु" में इन सब विचार-धाराओं की झाँकी मिल जाती है या "हाइकु" इन सबका दर्पण है।" हाइकु को काव्य विधा के रूप में बाशो (१६४४-१६९४) ने प्रतिष्ठा प्रदान की। हाइकु मात्सुओ बाशो के हाथों सँबरकर १७ वीं शताब्दी में जीवन के दर्शन से जुड़ कर जापानी कविता की युगधारा के रूप में प्रस्फुटित हुआ। आज हाइकु जापानी साहित्य की सीमाओं को लाँघकर विश्व साहित्य की निधि बन चुका है।.

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हिताची

() एक जापानी बहुराष्ट्रीय निगम है जिसे उच्च प्रौद्योगिकी एवं सेवाओं में विशेषज्ञता हासिल है एवं जिसका मुख्यालय मारुनोची इचोम, कियोडा, टोक्यो, जापान में है.

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हिदेकी तोजो

हिदेकी तोजो हिदेकी तोजो (東條 英機; 30 दिसम्बर 1884 – 23 दिसम्बर 1948) जापान के एक सैनिक अधिकारी और राजनीतिक नेता थे। इनका जन्म सन् १८८४ ईo में हुआ था। इंपीरियल मिलिटरी अकादमी में शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् इसकी नियुक्ति उप-लफ्टेनेंट के पद पर हुई। सन् १८१९ में यह सहकारी सैनिक राजदूत बनकर बर्लिन गये। वहाँ से लौटने पर युद्धकार्यालय में इन्होने विभिन्न पदों का कार्यभार सँभाला। १९३७ में यह सशस्त्र पुलिस का कमांडर बनाया गया। इसी समय इसने मंचूरिया में क्वांतुंग सेना के कर्मचारियों के प्रधान का कार्यभार भी सँभाला। १९४० में इसे युद्धमंत्री और एक वर्ष बाद प्रधान मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। ७ दिसम्बर १९४१ को पर्ल हार्बर पर जापानी आक्रमण के पश्चात् तोजो ने आधिकारिक रूप से संयुक्त राज्य अमरीका के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी। प्रशांत महासागर के कई स्थानों पर जापानियों की हार हुई जिसके कारण तोजो ने अपने हाथ में अधिनायकीय अधिकार ले लिए और युद्धमंत्री तथा सैनिक कर्मचारी वर्ग के प्रमुख के कार्यों की देखभाल स्वयं करने लगे। मरियाना द्वीपसमूह पर अमरीका के सफल आक्रमण के परिणामस्वरूप जापानी सरकार इतनी निर्बल हो गई कि तोजो को कर्मचारीवर्ग के प्रमुख का पद त्याग देना पड़ा। १९४५ में जापान के औपचारिक आत्मसमर्पण के उपरांत तोजो ने आत्महत्या का प्रयास किया किंतु अस्पताल में उसकी जान बच गई। तदुपरांत उसे सैनिक अपराधी ठहराकर उस पर अभियोग चलाया गया और २३ दिसम्बर १९४८ को प्राणदंड दिया गया। श्रेणी:जापान के प्रधानमंत्री श्रेणी:द्वितीय विश्वयुद्ध.

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हिन्दी

हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .

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हिरोशिमा

हिरोशिमा (जापानी: 広島市) जापान का एक नगर है जहाँ द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 1945 में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा परमाणु बम गिराया गया था जिससे पूरा का पूरा नगर बरबाद हो गया था। इस विभिषका के परिणाम आज भी इस नगर के लोग भुगत रहे हैं। जापान के एक दूसरे नगर नागासाकी पर भी परमाणु बम से हमला किया गया था। इसी का परिणाम है कि जापान ने परमाणु हथियार कभी निर्माण न करने की नीति स्थापित की है। आज हिरोशिमा जापान का एक बड़ा नगर है। हिरोशिमा में ११,९६,२७४ लोग रहते हैं। बराक ओबामा हिरोशिमा गया २०१७ में और काग़ज़ के सारस बनाये हिरोशिमा पीस मेमोरियल पार्क में। हिरोशिमा में बहुत लोग काग़ज़ के सारस बनाते हैं, शांति के लिए। यह है क्योंकि जब हिरोशिमा पे बम गिरा एक लड़की, जिसका नाम सडाको ससाकी था, को ल्यूकेमिया हुई। उसने हज़ार सारस बनाने की कोशिश की क्योंकि जापान में कहते हैं कि अगर आप हज़ार सारस बनाये, आपकी एक ख़्वाहिश सच होगी। सडाको ने हज़ार सारस बनाये मगर बेहतर नहीं हुई और मरी। सडाको के लिए आज भी लोग सारस बनाते हैं हिरोशिमा में। श्रेणी:जापान के नगर.

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हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु बमबारी

हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु बमबारी 6 अगस्त 1945 की सुबह अमेरिकी वायु सेना ने जापान के हिरोशिमा पर परमाणु बम "लिटिल बॉय" गिराया था। तीन दिनों बाद अमरीका ने नागासाकी शहर पर "फ़ैट मैन" परमाणु बम गिराया। हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम को अमेरीका पूर्व राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट के सन्दर्भ में "लिटिल ब्वाय" और नागासाकी के बम को विन्सटन चर्चिल के सन्दर्भ में "फ़ैट मैन" कहा गया। .

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हिरोहितो

हिरोहितो (裕仁) अथवा शोओवा सम्राट (昭和天皇, शोओवा तेन्नोओ), (२९ अप्रैल १९०१ — ७ जनवरी १९८९) जापान के १२४वे सम्राट थे। उनका राजकाल २५ दिसम्बर १९२६ से लेकर १९८९ में उनकी मृत्यु तक था। हालांकि जापान के बाहर वो अपने व्यक्तिगत नाम हिरोहितो से जाने जाते हैं, जापान में आज वो केवल अपने मरणोपरांत नाम शोओवा से जाने जाते हैं। शोओवा शब्द उनके राजकाल की अवधि का नाम था, जिसे उनकी मृत्यु के बाद उनका खुद का नाम बना दिया गया। .

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हिस्ट्री (टीवी चैनल)

हिस्ट्री, जिसे पूर्व में द हिस्ट्री चैनल के नाम से जाना जाता था, एक अंतर्राष्ट्रीय सैटलाईट और केबल टीवी चैनल है जो ब्ल्यू कॉलर अमेरिकाना, गुप्त रहस्यों, सनसनीखेज खबरों वाले कार्यक्रम, स्युडोवैज्ञानिक और अपसामान्य घटनाओं वाले कार्यक्रमों का प्रसारण करता है। व्याख्या और टिप्पणियां प्रायः इतिहासकारों, विद्वानों, लेखकों, गूढ़ तथ्यों का अध्ययन करने वाले विद्वानों, ज्योतिषी और बाइबिल संबंधी विद्वानों द्वारा दी जाती हैं- साथ ही साथ गवाहों और/या उनके परिवारों एवम अनेकों ऐतिहासिक घटनाओं और व्यक्तियों के साथ साक्षात्कार और घटना का पुनः अभिनय प्रस्तुत किया जाता है। .

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हिंद महासागर सूनामी चेतावनी प्रणाली तंत्र

संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वाधान में २६ दिसम्बर २००४ के दी जापान के कोबे शहर में आयोजित प्रांभिक घोषणा की गयी कि हिंद महासागर क्षेत्र में सूनामी की पूर्व चेतावनी देने वाले तंत्र का विकास किया जाना चाहिये। २००४ की सूनामी कई देशों में आई जैसे श्रीलंका, भारत, इंडोनेशिया और जापान और लगभग 1,00,000 लोगों की जान चली गई है और लगभग 5,00,000 लोग बेघर हो गए। श्रेणी:हिन्द महासागर.

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हुआंग ज़ियान फांग

हुआंग ज़ियान फांग(अंग्रेजी:Huang Xian Fan; साधारणीकृत चीनी:黄现璠; पारंपरिक चीनी: 黄現璠; हान्यू पिनयिन: Huáng Xiànfán) (१३ नवंबर १८९९ – १८ जनवरी १९८२) चीन के प्रसिद्ध मानवविज्ञानी, शिक्षाशास्त्री और इतिहासकार थे। इन्हें ज़ुआंग इतिहास का पिता माना जाता है। .

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हैलोवीन

हैलोवीन या Hollowe'en एक अवकाश है, जो 31 अक्टूबर की रात को मनाया जाता है। (October 31).

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हेपेटाइटिस बी

यकृतशोथ ख (हेपाटाइटिस बी) हेपाटाइटिस बी वायरस (HBV) के काऱण होने वाली एक संक्रामक बीमारी है जो मनुष्य के साथ बंदरों की प्रजाति के लीवर को भी संक्रमित करती है, जिसके कारण लीवर में सूजन और जलन पैदा होती है जिसे हेपाटाइटिस कहते हैं। मूलतः, "सीरम हेपेटाइटिस" के रूप में ज्ञात इस बीमारी के कारण एशिया और अफ्रिका में महामारी पैदा हो चुकी है और चीन में यह स्थानिक मारक है। विश्व की जनसंख्या के एक तिहाई लोग, दो अरब से अधिक, हेपेटाइटिस बी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 35 करोड़ इस वायरस के दीर्घकालिक वाहक के रूप शामिल हैं। हेपेटाइटिस बी वायरस का संचरण संक्रमित रक्त या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में जाने से होता है। .

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हॉक-आई

हॉक-आई एक जटिल कंप्यूटर प्रणाली है जिसका प्रयोग क्रिकेट, टेनिस तथा अन्य खेलों में गेंद के पथ को अंकित करने व सांख्यिकी के आधार पर इसके आगे के पथ को चालित छवि के रूप में दर्शाने के लिए किया जाता है.

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हॉकी विश्वकप

हॉकी विश्व कप एक अंतर्राष्ट्रीय मैदानी हॉकी प्रतियोगिता है जिसे अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफ आई एच) द्वारा संचालित किया जाता है। इस प्रतियोगिता की शुरुवात 1971 में हुए थी। पहली दो प्रतियोगिता 2 वर्षों के अंतराल से आयोजित की गयीं, परन्तु बाद में इस अंतराल को चार वर्ष कर दिया गया। अतः अब इस प्रतियोगिता को 1975 के पश्चात से प्रति चार वर्षों में आयोजित किया जाता है। पुरुष विश्वकप के अलावा महिला विश्वकप का भी आयोजन किया जाता है जिसकी 1974 से शुरुवात हुए। महिला विश्व कप महिला अंतराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के तत्वधान में आयोजित किया जाता है। सबसे ज्यादा बार विश्वकप पाकिस्तान ने (चार बार) जीता है। भारत ने केवल एक विश्वकप 1975 में जीता था। भारत में आयोजित विश्वकप 2010 में ऑस्ट्रेलिया ने विजय प्राप्त की। विश्वकप 2014 नीदरलैंड में और विश्वकप 2018 भारत में आयोजित होगा। .

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हो चि मिन्ह

हो चि मिन्ह हो-चि मिन्ह (19 मई सन् 1890 - 2 सितम्बर 1969), विश्व में मार्क्स, ऐंगेल्स, लेनिन, स्टालिन की साम्यवादी परंपरा की एशियाई कड़ी माने जाने वाले विचारक हैं। वे वियतनाम के राष्ट्रपति थे। उनके जीवन की प्रत्येक दृष्टि साम्यवादियों के लिए सर्वहारा क्रांति तथा राष्ट्रवादियों के लिए विश्व की प्रबलतम साम्राज्यवादी शक्तियों - फ्रांस और अमेरिका - के विरुद्ध संघर्ष की लंबी शिक्षाप्रद कहानी रही है। इन सभी संग्रामों का प्रेरणास्रोत हो चि मिन्ह के इच्छापत्र के अनुसार मार्क्सवाद, लेनिनवाद और सर्वहारा का अंतरराष्ट्रीयतावाद ही रहा है। यदि लेनिन ने रूस में "वर्गसंघर्ष" का उदाहरण प्रस्तुत किया तो हो चि मिन्ह ने "राष्ट्रीय मुक्ति संघर्ष" का उदाहरण वियतनाम के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्होंने स्पष्ट कहा, जिस प्रकार पूँजीवाद का अंतरराष्ट्रीय रूप साम्राज्यवाद है उसी प्रकार वर्गसंघर्ष का अंतरराष्ट्रीय रूप मुक्तिसंघर्ष है। .

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होन्शू

होक्काइदो का नक़्शा फ़ूजी पर्वत का दृश्य क्योतो शहर में गोकोगु जिन्जा मंदिर होन्शू (जापानी: 本州, अंग्रेज़ी: Honshu) जापान का सबसे बड़ा द्वीप है। यह त्सुगारु जलडमरू के पार होक्काइदो द्वीप से दक्षिण में, सेतो भीतरी सागर के पार शिकोकू द्वीप के उत्तर में और कानमोन जलडमरू के पार क्यूशू द्वीप से पूर्वोत्तर में स्थित है। होन्शू दुनिया का सातवा सबसे बड़ा द्वीप है और इंडोनीशिया के जावा द्वीप के बाद विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनसँख्या वाला द्वीप भी है। जापान की राजधानी टोक्यो होन्शु के मध्य-पूर्व में स्थित है। होन्शू पर सन् २००५ में १०.३ करोड़ लोग रह रहे थे। इसका क्षेत्रफल २,२७,९६२ वर्ग किमी है, जो ब्रिटेन से ज़रा बड़ा है और भारत के उत्तर प्रदेश राज्य से ज़रा छोटा है।, Paul A. Tucci, Mathew T. Rosenberg, Visible Ink Press, 2009, ISBN 978-1-57859-215-9,...

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होक्काइदो

होक्काइदो का नक़्शा मध्य होक्काइदो में स्थित शोवा-शिंज़न ज्वालामुखीय चट्टान सप्पोरो हिम त्यौहार के दौरान ओदोरी उद्यान का दृश्य होक्काइदो (जापानी: 北海道) जापान का दूसरा सब से बड़ा द्वीप है और जापान के प्रान्तों में से सब से बड़ा और सब से उत्तरी प्रांत है। यह होन्शू द्वीप से उत्तर में है और इन दोनों के बीच त्सुगारू जलडमरू का समुद्री क्षेत्र आता है।Nussbaum, Louis-Frédéric.

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हीरो (2015 जापानी फ़िल्म)

हीरो जापानी हास्य-नाट्य फिल्म है, जिसका निर्देशन मसायुकी सुज़ुकी ने किया है। यह एक जापानी धारावाहिक पर आधारित है, जिसका शीर्षक भी इसी नाम पर है। यह फिल्म सिनेमाघरों में 18 जुलाई 2015 को प्रदर्शित हुई। .

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हीरो मोटोकॉर्प

हीरो मोटो कॉर्प दुनिया की सबसे बड़ी मोटरसाइकल कंपनी है। इसे भारत की हीरो साइकल और जापान की होंडा मोटर ने मिल कर १९८४ में बनाया था। हीरो समूह के संस्थापक बृजमोहन लाल मुंजाल थे। फिलहाल हीरो मोटो कॉर्प का संचालन बृजमोहन लाल मुंजाल के बेटे और कंपनी के एमडी पवन मुंजाल के हाथों में है। .

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जनरल इलेक्ट्रिक

जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी, या GE, न्यूयॉर्क राज्य में निगमित एक बहुराष्ट्रीय अमेरिकी प्रौद्योगिकी और सेवा समूह है। 2009 में, फोर्ब्स ने GE को दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी के रूप में स्थान दिया। दुनिया भर में कंपनी के 323,000 कर्मचारी हैं। .

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जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची

जनसँख्या घनत्व2006 के अनुसार जनसँख्या घनत्व के अनुसार देश एवं उनके निर्भर क्षेत्रों की सूची निवासी/वर्ग किमी में। स्त्रोत:.

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जरी

१९वीं शताब्दी के अन्त या २०वीं शताब्दी के आरम्भ की भारतीय साड़ी जिसमें रेशम के साथ जरी मिश्रित है। जरी, सोने का पानी चढ़ा हुआ चाँदी का तार है तथा इस तार से बने वस्त्र भी जरी कहलाते हैं। जरी वस्त्र सोरे, चाँदी तथा रेशम अथवा तीनों प्रकार के तारों के मिश्रण से बनता है। इन तारों की सहायता से बेलबूटे तथा उभाड़दार अभिकल्प बनाए जाते हैं। बुनकर बुनाई के समय इन तारों का उपयोग अतिरिक्त बाने के रूप में करता है और इनसे केवल अभिकल्प ही बनाए जाते हैं। भारतीय किमखाब और पर्शियन सुनहले तारों तथा रेशम के वस्त्र को भी लोग जरी कहते हैं, किंतु वस्तुत: ये जरी नहीं हैं, क्योंकि इन वस्त्रों में जरीवाली सजावट नहीं होती। लगभग तीन सौ वर्ष पूर्व पर्शिया, सीरिया, उत्तरी अफ्रीका तथा दक्षिणी यूरोप में सुनहले तारों का वस्त्र अंशत: जरी होता था। इंग्लैंड, फ्रांस, रोम, चीन, तथा जापान में जरी का प्रचलन प्राचीन काल से है। भारत का जरी उद्योग प्राचीन काल से विश्वविख्यात रहा है ओर यहाँ के बने जरी वस्त्रों को धारण कर देश विदेश के नृपति अपने को गौरवान्वित समझते रहे हैं। काशी जरी उद्योग का केंद्र रहा है। बनारस की प्रसिद्ध बनारसी सड़ियाँ और दुपट्टे शताब्दियों से लोकप्रिय रहे हैं। आज इनकी खपत, अमरीका, ब्रिटेन और रूस आदि देशों में क्षिप्र गति से वृद्धि प्राप्त कर रही है। गुजरात वर्तमान भारतीय जरी तार उद्योग का केंद्र है। इसके पूर्व काशी ही इसका केंद्र था। पहले चाँदी के तारों को सोने की पतली पत्तरों पर खींचकर सुनहला बनाया जाता था, किंतु विज्ञान को उन्नति ने इस श्रमसाध्य विधि के स्थान पर विद्युद्विश्लेषण विधि प्रदान की है। विदेश से आनेवाले जरी के तार इसी विधि द्वारा सुनहले बनाए जाते हैं और भारतीय विधि से बने तारों की अपेक्षा सस्ते भी होते हैं। अब जरी शब्द का व्यवहार उभाड़दार अभिकल्प के बने सूत वस्त्रों के लिए भी होने लगा है। इन वस्त्रों के अंतर्गत पर्दे तथा बच्चों एवं स्त्रियों के पहनने के वस्त्र आते हें सूती जरी वस्त्र दोनों ओर एकसा या उल्टा सीधा होता है। इसके उल्टा सीधा होने पर ताने बाने कई रंग, विभिन्न संख्या और कई किस्म के हो सकते हैं। पर्दे के ताने-बाने की संख्या और किस्म में पहनने के वस्त्र की अपेक्षा कम विषमता होती है। श्रेणी:वस्त्र.

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जलभंवर

सॉल्ट्सट्रॉमेन भंवर पानी के एक गिलास में भंवर एलघेनी राष्ट्रीय वन के टियोनेस्टा क्रीक में छोटा भंवर मोगीयो उडीनेसे, इटली के निकट फेला में भंवर आम तौर पर जलभ्रम या जल भंवर, समुद्री ज्वार द्वारा निर्मित पानी का एक चक्करदार हिस्सा होता है। अधिकांश भंवर अधिक शक्तिशाली नहीं होते हैं। अधिक शक्तिशाली भंवर को सामान्य तौर पर अंग्रेज़ी में मेल स्ट्रोम्स कहा जाता है। ऐसे किसी भी भंवर के लिए वोर्टेक्स शब्द उचित होता है जिसमें निम्नधारा होती है। एक स्नान या एक सिंक में जब जल निकास होता है तब छोटे भंवरों को आसानी से देखा जा सकता है, लेकिन इनका निर्माण प्राकृतिक तरीके से होने वाले भंवरों से काफी अलग होता है। छोटे भंवर कई झरनों के आधार स्थान पर दिखाई देते हैं। नियाग्रा झरने जैसे शक्तिशाली झरने के मामले में होने वाले भंवर काफी शक्तिशाली हो सकते हैं। सबसे शक्तिशाली भंवरों का निर्माण संकीर्ण उथले जलडमरूमध्य में तेजी से पानी बहने के साथ होता है। .

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जाति

भारतीय समाज जातीय सामाजिक इकाइयों से गठित और विभक्त है। श्रमविभाजनगत आनुवंशिक समूह भारतीय ग्राम की कृषिकेंद्रित व्यवस्था की विशेषता रही है। यहाँ की सामाजिक व्यवस्था में श्रमविभाजन संबंधी विशेषीकरण जीवन के सभी अंगों में अनुस्यूत है और आर्थिक कार्यों का ताना बाना इन्हीं आनुवंशिक समूहों से बनता है। यह जातीय समूह एक ओर तो अपने आंतरिक संगठन से संचालित तथा नियमित है और दूसरी ओर उत्पादन सेवाओं के आदान प्रदान और वस्तुओं के विनिमय द्वारा परस्पर संबद्ध हैं। समान पंमरागत पेशा या पेशे, समान धार्मिक विश्वास, प्रतीक सामाजिक और धार्मिक प्रथाएँ एवं व्यवहार, खानपान के नियम, जातीय अनुशासन और सजातीय विवाह इन जातीय समूहों की आंतरिक एकता को स्थिर तथा दृढ़ करते हैं। इसके अतिरिक्त पूरे समाज की दृष्टि में प्रत्येक जाति का सोपानवत्‌ सामाजिक संगठन में एक विशिष्ट स्थान तथा मर्यादा है जो इस सर्वमान्य धार्मिक विश्वास से पुष्ट है कि प्रत्येक मनुष्य की जाति तथा जातिगत धंधे दैवी विधान से निर्दिष्ट हैं और व्यापक सृष्टि के अन्य नियमों की भाँति प्रकृत तथा अटल हैं एक गाँव में स्थित परिवारों का ऐसा समूह वास्तव में अपनी बड़ी जातीय इकाई का अंग होता है जिसका संगठन तथा क्रियात्मक संबंधों की दृष्टि से एक सीमित क्षेत्र होता है, जिसकी परिधि सामान्यत: 20-25 मील होती है। उस क्षेत्र में जातिविशेष की एक विशिष्ट आर्थिक तथा सामाजिक मर्यादा होती है जो उसके सदस्यों को, जो जन्मना होते हैं, परंपरा से प्राप्त होती है। यह जातीय मर्यादा जीवन पर्यंत बनी रहती है और जातीय धंधा छोड़कर दूसरा धंधा अपनाने से तथा आमदनी के उतार चढ़ाव से उसपर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। यह मर्यादा जातीय-पेशा, आर्थिक स्थिति, धार्मिक संस्कार, सांस्कृतिक परिष्कार और राजनीतिक सत्ता से निर्धारित होती है और निर्धारकों में परिवर्तन आने से इसमें परिवर्तन भी संभव है। किंतु एक जाति स्वयं अनेक उपजातियों तथा समूहों में विभक्त रहती है। इस विभाजन का आधार बहुधा एक ही पेशे के अंदर विशेषीकरण के भेद प्रभेद होते हैं। किंतु भौगोलिक स्थानांतरण ने भी एक ही परंपरागत धंधा करनेवाली एकाधिक जातियों को साथ साथ रहने का अवसर दिया है। कभी कभी जब किसी जाति का एक अंग अपने परंपरागत पेशे के स्थान पर दूसरा पेशा अपना लेता है तो कालक्रम में वह एक पृथक्‌ जाति बन जाता है। उच्च हिंदू जातियों में गोत्रीय विभाजन भी विद्यमान हैं। गोत्रों की उपायोगिता मात्र इतनी ही है कि वे किसी जाति के बहिविवाही समूह बनाते हैं। और एक गोत्र के व्यक्ति एक ही पूर्वज के वंशज समझे जाते हैं। यह उपजातियाँ भी अपने में स्वतंत्र तथा पृथक्‌ अंतविवाही इकाइयाँ होती हैं और कभी कभी तो बृहत्तर जाति से उनका संबंध नाम मात्र का होता है (दे. गोत्रीय तथा अन्यगोत्रीय)। इन उपजातियों में भी ऊँच नीच का एक मर्यादाक्रम रहता है। उपजातियाँ भी अनेक शाखाओं में विभक्त रहती है और इनमें भी उच्चता तथा निम्नता का एक क्रम होता है जो विशेष रूप से विवाह संबंधों में व्यक्त होता है। विवाह में ऊँची पंक्तिवाले नीची पंक्तिवालों की लड़की ले सकते हैं किंतु अपनी लड़की उन्हें नहीं देते। .

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जातीय समूह

जातीय समूह मनुष्यों का एक ऐसा समूह होता है जिसके सदस्य किसी वास्तविक या कल्पित सांझी वंश-परंपरा के माध्यम से अपने आप को एक नस्ल के वंशज मानते हैं।1987 स्मिथ यह सांझी विरासत वंशक्रम, इतिहास, रक्त-संबंध, धर्म, भाषा, सांझे क्षेत्र, राष्ट्रीयता या भौतिक रूप-रंग (यानि लोगों की शक्ल-सूरत) पर आधारित हो सकती है। एक जातीय समूह के सदस्य अपने एक जातीय समूह से संबंधित होने से अवगत होते हैं; इसके अलावा जातीय पहचान दूसरों द्वारा उस समूह की विशिष्टता के रूप में पहचाने जाने से भी चिह्नित होती है।"एन्थ्रोपोलोजी.

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जापान डाक होल्डिंग्स

श्रेणी:जापान.

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जापान मानक समय

जापान मानक समय या जेएसटी (日本標準時 Nihon Hyōjunji या 中央標準時 Chūō Hyōjunji) जापान का मानक समय मंडल है जो यूटीसी से ९ घंटे आगे रहता है। यह यूटीसी समय मंडल यूटीसी+०९:०० के कूट से भी जाना जाता है क्योंकि यूटीसी के समय से ९ घंटे जोड़ने पर जापान का समय मिलता है। यहाँ पर कोई दिवालोक बचत समय नहीं है। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान इसे अक्सर टोक्यो मानक समय भी कहा जाता था। जापान मानक समय कोरिया मानक समय इंडोनेशियाई पूर्वी मानक समय और याकुत्सक समय के समान है। .

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जापान में हिन्दी

भारत और जापान के संबंध सदियों पुराने हैं। इसी के कारण जापानी लोगों में हिन्दी और योगा के प्रति निरंतर रुचि रही है और यह हाल के कुछ वर्षों में बढ़ रही है। .

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जापान राष्ट्रीय रग्बी यूनियन टीम

जापान राष्ट्रीय रग्बी यूनियन टीम, जापान की पुरुषों की राष्ट्रीय रग्बी यूनियन टीम है। .

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जापान सागर

जापान सागर जापान सागर पश्चिमी प्रशांत महासागर का एक समुद्री अंश है। यह समुद्र जापान के द्वीपसमूह, रूस के साख़ालिन द्वीप और एशिया के महाद्वीप के मुख्य भूभाग के बीच स्थित है। इसके इर्द-गिर्द जापान, रूस, उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया आते हैं। क्योंकि कुछ स्थानों को छोड़कर यह क़रीब-क़रीब पूरी तरह ज़मीन से घिरा हुआ है, इसलिए इसमें भी भूमध्य सागर की तरह महासागर के ज्वार-भाटा की बड़ी लहरें नहीं आती। अन्य सागरों की तुलना में जापान सागर के पानी में मिश्रित ऑक्सिजन की तादाद अधिक है जिस से यहाँ मछलियों की भरमार है।, Great Soviet Encyclopedia (in Russian) जापान सागर का क्षेत्रफल ९,७८,००० वर्ग किमी है और इसकी सब से अधिक गहराई सतह से ३,७४२ मीटर (१२,२७६ फ़ुट) नीचे तक पहुँचती है। इसके इर्द गिर्द ७,६०० किमी के तट हैं, जिसमें से लगभग आधा रूस की धरती पर पड़ता है। नीचे समुद्र के फ़र्श पर तीन बड़ी द्रोणियाँ हैं: उत्तर में "जापान द्रोणी", दक्षिण-पश्चिम में "त्सुशिमा द्रोणी" और दक्षिण-पूर्व में "यामातो द्रोणी"। जापान द्रोणी सबसे गहरा क्षेत्र है और यहाँ का फ़र्श प्राचीन ज्वालामुखीय पत्थर से बना हुआ है। माना जाता है कि पिछले हिमयुग की चरम स्थिति में जब समुद्र की सतह वर्तमान युग से नीचे थी तो जापान एशिया के मुख्य भाग से धरती द्वारा जुड़ा हुआ था। भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि उस समय जापान सागर आधुनिक कैस्पियन सागर की भाँती एक ज़मीन से घिरा हुआ बंद समुद्र था। .

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जापान ओलंपिक विवरण

जापान ने पहले 1912 में ओलंपिक खेलों में भाग लिया था, और उसके बाद से लगभग सभी खेलों में भाग लिया है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद राष्ट्र को 1948 के खेलों के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था, और जापान मॉस्को में 1980 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के अमेरिकी नेतृत्व में बहिष्कार का हिस्सा था। 1920 में जापान ने अपना पहला पदक जीता, और 1928 में इसके पहले स्वर्ण पदक। जापानी एथलीटों ने 1936 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में कला प्रतियोगिताओं को छोड़कर ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में 439 पदक जीते हैं, जूडो में सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक जीते हैं। जापान ने शीतकालीन ओलंपिक खेलों में भी 45 पदक जीते हैं। 1911 में जापानी ओलंपिक समिति बनाई गई थी और 1912 में मान्यता प्राप्त थी। .

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जापान का ध्वज

जापान का ध्वज जापान का राष्ट्रीय ध्वज है। श्रेणी:जापान श्रेणी:ध्वज.

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जापान का बैंक

जापान के बैंक का स्थापना स्थल जापान का केन्द्रीय बैंक है।Nussbaum, Louis Frédéric et al. (2005).

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जापान का संविधान

जापान का संविधान (Shinjitai: 日本国憲法 Kyūjitai: 日本國憲法, Nihon-Koku Kenpō?) जापान की मूल विधि (कानून) है। इसे द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद ३ मई १९४७ को लागू किया गया था। जापान में इसे 'संविधान दिवस' के रूप में मनाया जाता है। यह संविधान 'शांति संविधान' भी कहलाता है। .

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जापान का इतिहास

जापान के प्राचीन इतिहास के संबंध में कोई निश्चयात्मक जानकारी नहीं प्राप्त है। जापानी लोककथाओं के अनुसार विश्व के निर्माता ने सूर्य देवी तथा चन्द्र देवी को भी रचा। फिर उसका पोता क्यूशू द्वीप पर आया और बाद में उनकी संतान होंशू द्वीप पर फैल गए। हँलांकि यह लोककथा है पर इसमें कुछ सच्चाई भी नजर आती है। पौराणिक मतानुसार जिम्मू नामक एक सम्राट् ९६० ई. पू.

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जापान के नाम

जापान शब्द एक उपनाम है, और इसका उपयोग बड़ी संख्या में भाषाओं द्वारा (एक रूप में या किसी अन्य रूप में) किया जाता है। जापान के लिए जापानी नाम निप्पॉन (に っ ぽ ん) और निहोन (に ほ ん) हैं। वे दोनों कांजी日本 का उपयोग कर जापानी में लिखे गए हैं। .

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जापान के प्रांत

जापान के क्षेत्र और प्रांत जापान ४७ प्रशासनिक प्रान्तों में बटा हुआ है जिन्हें जापानी भाषा में "तोदोफ़ूकॅन" (都道府県) और अंग्रेज़ी में "प्रीफ़ॅक्चर" (prefecture) कहा जाता है -.

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जापान के क्षेत्र

जापान के क्षेत्र उत्तर-से-दक्षिण: होक्काइडो (लाल), तोहोकू (हरा), कान्तो (नीला), चूबु (खाक़ी), कानसाए (हल्का नीला), चूगोकु (हल्का हरा), शिकोकू (गुलाबी), क्यूशू (पीला) जापान के क्षेत्र औपचारिक रूप से जापानी सरकार द्वारा परिभाषित नहीं किये गए हैं लेकिन परम्परानुसार आठ प्रदेश हैं जिन्हें जापान के उपभाग माना जाता है। शिक्षा की किताबों, मौसम की ख़बरों, आर्थिक मामलों और कई अन्य जगहों पर इन क्षेत्रों को इस्तेमाल किया जाता है। उत्तर से दक्षिण जापान के आठ क्षेत्र यह हैं -.

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जापान की सरकार

जापान की सरकार एक संवैधानिक राजशाही है, जिसमें सम्राट की शक्तियाँ सीमित होती है, और उनका कार्य मुख्य रूप से औपचारिक कर्तव्यों हेतु होता है। अन्य कई देशों की तरह, सरकार को तीन शाखाओं में बांटा गया है: कार्यकारी शाखा, विधान शाखा और न्यायिक शाखा। सरकार 1947 में अपनाये गये जापान के संविधान द्वारा स्थापित ढांचे के तहत चलती है। यह एक एकात्मक राज्य है, जोकि सैतालिस प्रशासनिक प्रभागों में बटा हुआ है, और सम्राट राज्य प्रमुख के रूप में होता हैं। हालांकि उनकी भूमिका औपचारिक है और उनके पास सरकार से संबंधित कोई शक्ति नहीं होती है। राज्य मंत्री और प्रधानमंत्री से बना मंत्रिमंडल के पास सारी शक्तियाँ केन्द्रित होती है, जो सरकार को निर्देश और नियंत्रण करती है। मंत्रिमंडल कार्यकारी शाखा की शक्ति का केन्द्र है, और प्रधानमंत्री द्वारा बनाई जाती है, जो सरकार का मुखिया होता है। उसे नेशनल डाइट (जापान की द्विसदनीय विधानमण्डल) द्वारा नामित किया जाता है और सम्राट द्वारा नियुक्त किया जाता है। नेशनल डाइट विधायिका होती है, विधान शाखा का अंग। यह द्विसदनीय होती है, जिसमें दो सदन शामिल होते हैं, हाउस ऑफ काउंसिलर्स का ऊपरी सदन है, और हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स का निम्न सदन हैं। इसके सदस्य सीधे लोगों द्वारा निर्वाचित होते हैं, जो संप्रभुता का स्रोत हैं। उच्चतम न्यायालय और अन्य न्यायालय, न्यायिक शाखा बनाते हैं, और वे कार्यकारी और विधायी शाखाओं से स्वतंत्र होते हैं। .

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जापान की आत्मरक्षा सेना

जापान की आत्मरक्षा सेना का ध्वज जापान की आत्मरक्षा सेना (जापानी: 自衛隊 Jieitai; अंग्रेजी: Japan Self-Defense Forces या JSDF) जापान की एकीकृत सेना का नाम है। इसका गठन द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के आत्मसमर्पण के बाद किया गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात अधिकांशतः यह सेना जापान के द्वीपों तक ही सीमित रही है और विदेशों में इसे कहीं लगाये जाने की अनुमति नहीं है। किन्तु हाल के दिनों में ये अन्तरराष्ट्रीय शान्तिस्थापना की कार्यवाइयों में भाग लिये हैं। हाल के तनाव (विशेषकर उत्तर कोरिया के साथ) ने फिर से जापानी सेना की स्थिति पर बहस शुरू की है। सन् २०१० में घोषित नई सैनिक दिशानिर्देशों के अनुसार अब आत्मरक्षा सेना सोवियतसंघ के बजाय चीन पर केंद्रित होगी। .

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जापान की अर्थव्यवस्था

जापान की अर्थव्यवस्था ५.०७ अरब डॉलर के साथ और संराअमेरिका के बाद संज्ञात्मक सकल घरेलू उत्पाद के आधार विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और क्रय शक्ति के आधार पर संराअमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है। जापान के कर्मिक प्रति घंटे सकल घरेलू उत्पाद काम करने में २००६ में दुनिया में १८वें स्थान पर थे। .

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जापानी बटेर

जापानी बटेर (Japanese quail या coturnix quail) (Coturnix japonica) बटेर कुल का एक पक्षी है। यह पूर्वी एशिया में प्रजनन करता है जिसमें उत्तरी मंगोलिया, रूस के साख़ालिन, बायकाल और वितिम इलाके, पूर्वोत्तर चीन, जापान, उत्तरी कोरिया तथा दक्षिणी कोरिया शामिल हैं। कुछ संख्या जापान से प्रवास नहीं करती है लेकिन अधिकतर पक्षी सर्दियों में दक्षिण में दक्षिणी चीन, लाओस, वियतनाम, कंबोडिया, म्यानमार, भूटान और पूर्वोत्तर भारत की ओर प्रवास कर जाते हैं। जिन जगहों पर इस पक्षी का मूल निवास है, या प्रचलित किया गया है अथवा यदा-कदा मिलता है वह इस प्रकार हैं:-.

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जापानी भाषा

जापानी भाषा (जापानी: 日本語 नीहोंगो) जापान देश की मुख्यभाषा और राजभाषा है। द्वितीय महायुद्ध से पहले कोरिया, फार्मोसा और सखालीन में भी जापानी बोली जाती थी। अब भी कोरिया और फार्मोसा में जापानी जाननेवालों की संख्या पर्याप्त है, परंतु धीरे धीरे उनकी संख्या कम होती जा रही है। भाषाविद इसे 'अश्लिष्ट-योगात्मक भाषा' मानते हैं। जापानी भाषा चीनी-तिब्बती भाषा-परिवार में नहीं आती। भाषाविद इसे ख़ुद की जापानी भाषा-परिवार में रखते हैं (कुछ इसे जापानी-कोरियाई भाषा-परिवार में मानते हैं)। ये दो लिपियों के मिश्रण में लिखी जाती हैं: कांजी लिपि (चीन की चित्र-लिपि) और काना लिपि (अक्षरी लिपि जो स्वयं चीनी लिपिपर आधारित है)। इस भाषा में आदर-सूचक शब्दों का एक बड़ा तंत्र है और बोलने में "पिच-सिस्टम" ज़रूरी होता है। इसमें कई शब्द चीनी भाषा से लिये गये हैं। जापानी भाषा किस भाषा कुल में सम्मिलित है इस संबंध में अब तक कोई निश्चित मत स्थापित नहीं हो सका है। परंतु यह स्पष्ट है कि जापानी और कोरियाई भाषाओं में घनिष्ठ संबंध है और आजकल अनेक विद्वानों का मत है कि कोरियाई भाषा अलटाइक भाषाकुल में संमिलित की जानी चाहिए। जापानी भाषा में भी उच्चारण और व्याकरण संबंधी अनेक विशेषताएँ है जो अन्य अलटाइ भाषाओं के समान हैं परंतु ये विशेषताएँ अब तक इतनी काफी नहीं समझी जाती रहीं जिनमें हम निश्चित रूप से कह सकें कि जापानी भाषा अलटाइक भाषाकुल में ऐ एक है। हाइकु इसकी प्रमुख काव्य विधा है। .

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जापानी मापन इकाइयाँ

शक्कान-हो (अंग्रेजी:Shakkan-hō, जापानी:尺貫法) एक परंपरागत जापानी मापन प्रणाली है। इसका नाम शक्कान-हो दो शब्दों से बना है:- शाकु - लम्बाई की एक इकाई और कान -भार माप की इकाई। यह प्रणाली मूलतः चीनी है। इसकी इकाइयाँ शांग वंश के काल में 13वीं शती ई.पू.

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जापानी युद्धोत्तर आर्थिक चमत्कार

ओसाका स्थित विश्व व्यापार केन्द्र और जापान की आर्थिक प्रगति का एक सूचक। जापानी युद्धोत्तर आर्थिक चमत्कार (जापानी: 高度経済成長 उच्चारण: कोदो केइज़ाइ सीचो) द्वितीय विश्व युद्ध में लगभग पूरी तरह विनष्ट हो चुके जापान के चमत्कारिक आर्थिक उत्थान को कहा जाता है। इस चमत्कारिक उत्थान का कुछ योगदान संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किए गए निवेश और कुछ योगदान जापानी सरकार के आर्थिक हस्तक्षेप का था। "चमत्कारिक आर्थिक" वर्षों के दौरान जापानी अर्थव्यवस्था की प्रभेदिक विशेषताएँ निम्नलिखित थीं: विनिर्माणकर्ताओं, आपूर्तीकर्ताओं, वितरकों और बैंकों का केइरेत्सू नामक समूहों में सहयोग, शक्तिशाली उद्यम संघ और शुन्तो; सरकारी नौकरशाहों के साथ मधुर सम्बन्ध और बड़े निगमों और अत्यधिक संघीकृत कारखानों में आजीवन रोज़गार की गारण्टी (शूशिन कोयो)। १९८३ के बाद से जापानी कम्पनियों ने इनमें से कुछ प्रतिमान का परित्याग कर दिया है ताकि लाभ और कार्यक्षमता बढ़ाई जा सके। श्रेणी:जापान का आर्थिक इतिहास श्रेणी:आर्थिक चमत्कार.

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जापानी येन

येन (संकेत: ¥ कोड;: JPY) जापान की मुद्रा है। यह अमेरिकी डॉलर और यूरो के बाद विदेशी मुद्रा बाजार में तीसरी सबसे बड़ी कारोबारी मुद्रा है। यह आरक्षित मुद्रा के रूप में भी अमेरिकी डॉलर, यूरो और पाउंड स्टर्लिंग के बाद व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाती है। .

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जापानी साम्राज्य

अपने चरमोत्कर्ष पर जापानी साम्राज्य (१९४२ में) ०३ जनवरी १८६८ से लेकर ३ मई १९४७ तक जापान एक विश्वशक्ति था, जिसे जापानी साम्राज्य (जापानी:大日本帝國 Dai Nippon Teikoku?, शाब्दिक अर्थ: 'महान् जापानी साम्राज्य'") कहा जाता है। जापान ने 'देश को धनवान बनाओ, सेना को शक्तिमान बनाओ' (富国強兵) के नारे के तहत काम करते हुए बड़ी तेजी से औद्योगीकरण और सैन्यीकरण किया जिसके फलस्वरूप वह एक विश्वशक्ति बनकर उभरा। आगे चलकर वह 'अक्ष गठजोड़' का सदस्य बना और एशिया-प्रशान्त क्षेत्र के बहुत बड़े भाग का विजेता बन गया। १९४२ में जब जापानी साम्राज्य अपने चरमोत्कर्ष पर था तब 7,400,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र इसके अधीन इसके अधीन था जिसके हिसाब से वह इतिहास में सबसे बड़ा सामुद्रिक साम्राज्य था। .

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जापानी साहित्य

जापानी साहित्य काफी पुराना है। जापानी साहित्य की आरम्भिक रचनाएँ चीन और चीनी साहित्य के साथ जापान के सांस्कृतिक सम्बन्धों से बहुत प्रभावित हैं। भारतीय साहित्य ने भी बौद्ध धर्म के माध्यम से जापानी साहित्य पर अपनी छाप छोड़ी। किन्तु समय के साथ जापानी साहित्य की अपनी अलग शैली विकसित हुई किन्तु फिर भी चीनी साहित्य का प्रभाव एदो काल (Edo period) तक बना रहा। १९वीं शताब्दी में जब से जापान ने अपने बन्दरगाहों को पश्चिमी व्यापारियों एवं राजनयिकों के लिए खोल दिया है, तब से पश्चिमी साहित्य तथा जापानी साहित्य ने एक दूसरे को प्रभावित किया है। (cf.) .

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जापानी संसद

जापान की वहाँ की द्विसदनीय विधानपालिका है। इसकी निचली सदन को प्रतिनिधि सभा और ऊपरी सदन को पार्षद सभा कहते हैं। दोनों सदनों का चुनाव समांतर मतदान के होता है। कानून बनाने के साथ-साथ, प्रधानमंत्री का चुनाव करना भी संसद की ज़िम्मेदारी है। संसद को सबसे पहले १८८९ में मेइजी संविधान के तहत शाही संसद के रूप में बुलाया गया था। संसद को वर्तमान रूप १९४७ में युद्धोत्तर संविधान के अपनाने के बाद दिया गया। संविधान के अनुसार संसद देश की शक्ति का सर्वोच्च अंग है। राष्ट्रीय संसद भवन नागाता-चो, चियोदा, टोक्यो में स्थित है। .

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जापानी उद्यान-कला

आगाची संग्रहालय का उद्यान टाकामात्सु का एक उद्यान जापानी उद्यान कला जापान की राष्ट्रीयता और संस्कृति की द्योतक है। यह शैली का प्रचार जापान में कदाचित् छठी शताब्दी में मोहान लोन हान नामक व्यक्ति ने किया। उसने नकली पहाड़ियाँ, टीले तालाब पानी की नालियाँ, झरने आदि बनाकर उनमें फूलों आदि के वृक्ष लगाकर सुशोभित करने का प्रयास प्रारंभ किया था। यही कला विकसित होते होते अब सर्वथा नूतन कला हो गई। जापानी उद्यानों की विधि, बनावट आदि के विषय में श्रीमती टेलर का यह कथन अत्यंत सत्य है कि पत्थर और चट्टानें जापानी उद्यान के शरीर की अस्थियाँ हैं, भूमि की सब रेखाएँ शरीर के आकार को प्रदर्शित करती हैं, फूल और वृक्ष उसके वस्त्र और आभूषण हैं, परंतु जल तो उसका जीवन और प्राण ही है। पत्थर और पानी का जापानी उद्यानों में मुख्य स्थान है। बिना इनके किसी उद्यान का संपूर्ण होना संभव नहीं। जिन स्थानों में पानी की कमी होती है, यहाँ पानी के स्थान में बालू फैलाई जाती है और उसी से पानी का आभास होता है। छोटे से छोटे स्थान को अत्यंत रमणीक बनाने की कला में जापानी सिद्धहस्त हैं। सादगी इन स्थानों की विशेषता है। जापानी उद्यान-कला का उद्देश्य यह रहा है कि दर्शक को थोड़े से स्थान में ही पर्वतीय दृश्य, झरता हुआ झरना, एक छोटी सी झील और उसमें एक द्वीप, एक पुल और विशेष रूप से शिलाएँ और चट्टानें आदि सब वस्तुएँ देखने की मिलेंगी। स्थान स्थान पर पुल, पहाड़ियाँ, जलकुंड, प्राकृतिक विश्राम गृह और जलपानगृह आदि पंगडंडियों और रास्तों के किनारे और चारों ओर एक प्रकार बनाए जाते हैं कि उद्यान में धूते समय वे आपको जगह जगह दृष्टिगोचर हों और उनके सौंदर्य को निरखकर आप प्रसन्न हों। भिन्न भिन्न आकार के पत्थरों से वे छोटे छोटे स्थानों को भी अत्यंत आर्कषक ढंग से सजाते हैं। पानी के बीच में वे प्राय: कछुए के आकार का पत्थर रखते हैं और उसके पास ही दूसरा पत्थर उड़ते हुए हंस के आकार का होता है। दोनों ही प्राणी दीर्घजीवी होने के कारण बड़े शुभ माने जाते हैं। कभी कभी जहाजों के आकार के एक के पीछे एक सात पत्थर पानी में रखे जाते हैं, जिनका आशय यह होता है कि सात बड़े बड़े खजानों की खोज में समुद्र की लंबी यात्रा पर जा रहे हैं। (सात का अंक जापान में बड़ा शुभ माना जाता है)। पानी का होना भी जापानी उद्यान में आवश्यक है। पानी के झरने और तालाब और उनके ऊपर पुल जापानी उद्यान के अनिवार्य अंग हैं। पानी के किनारे पेड़ और पत्थर आदि इस प्रकार सजाते हैं कि पानी में उनका प्रतिबिंब और भी सुंदर लगता है। अनेक प्रकार के फलनेवाले और महीन पत्तीवो शोभाकर पेड़ लगाते हैं। चीड़ के पेड़ों का विशेष महत्व है। प्राय: वे मुख्य द्वार के दोनों ओर संतरी के समान लगे मिलते हैं। दूसरे ये वृक्ष भी दीर्घजीवन के प्रतीक माने जाते हैं। "बोनसाई" कला में, अर्थात् बड़े ऊँचे बढ़ेवाले पेड़ों को छोटे अकार में उगाने की कला में, भी जापानी सिद्धहस्त होते हैं और इसका उपयोग जापानी उद्यान कला में प्रचुर मात्रा में होता है। श्रेणी:कला श्रेणी:जापान.

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जायफल

गोवा में मिरिस्टिका फ्रेग्रंस वृक्ष वृक्ष पर जायफल (केरल) जायफल (वानस्पतिक नाम: Myristica fragrans; संस्कृत: जातीफल) एक सदाबहार वृक्ष है जो इण्डोनेशिया के मोलुकास द्वीप (Moluccas) का देशज है। इससे दो मसाले प्राप्त होते हैं - जायफल (nutmeg) तथा जावित्री (mace)। यह चीन, ताइवान, मलेशिया, ग्रेनाडा, केरल, श्रीलंका, और दक्षिणी अमेरिका में खूब पैदा होता है। मिरिस्टिका नामक वृक्ष से जायफल तथा जावित्री प्राप्त होती है। मिरिस्टका की अनेक जातियाँ हैं परंतु व्यापारिक जायफल अधिकांश मिरिस्टिका फ्रैग्रैंस से ही प्राप्त होता है। मिरिस्टिका प्रजाति की लगभग ८० जातियाँ हैं, जो भारत, आस्ट्रेलिया तथा प्रशंत महासागर के द्वीपों में उपलब्ध हैं। यह पृथग्लिंगी (डायोशियस, dioecious) वृक्ष है। इसके पुष्प छोटे, गुच्छेदार तथा कक्षस्थ (एक्सिलरी, axillary) होते हैं। मिरिस्टिका वृक्ष के बीज को जायफल कहते हैं। यह बीज चारों ओर से बीजोपांग (aril) द्वारा ढँका रहता है। यही बीजोपांग व्यापारिक महत्व का पदार्थ जावित्री है। इस वृक्ष का फल छोटी नाशपाती के रूप का १ इंच से डेढ़ इंच तक लंबा, हल्के लाल या पीले रंग का गूदेदा होता है। परिपक्व होने पर फल दो खंडों में फट जाता है और भीतर सिंदूरी रंग का बीजोपांग या जावित्री दिखाई देने लगती है। जावित्री के भीतर गुठली होती है, जिसके काष्ठवत् खोल को तोड़ने पर भीतर जायफल (nutmeg) प्राप्त होता है। जायफल तथा जावित्री व्यापार के लिये मुख्यत: पूर्वी ईस्ट इंडीज से प्राप्त होता हैं। जायफल का वृक्ष समुद्रतट से ४००-५०० फुट तक की ऊँचाई पर उष्णकटिबंध की गरम तथा नम घाटियों में पैदा होता है। इसकी सफलता के लिये जल-निकास-युक्त गहरी तथा उर्वरा दूमट मिट्टी उपयुक्त है। इसके वृक्ष ६-७ वर्ष की आयु प्राप्त होने पर फूलते-फलते हैं। फूल लगने के पहले नर या मादा वृक्ष का पहचाना कठिन होता है। ग्रैनाडा (वेस्ट इंडीज) में साधारणत: नर तथा मादावृक्ष ३: १ के अनुपात में पाए जाते हैं जमैका के वनस्पति उद्यान में जायफल के छोटे पौधों पर मादावृक्ष की टहनी कलम करके मादा वृक्ष की संख्यावृद्धि में सफलता प्राप्त की गई है। .

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जाजमऊ

जाजमऊ कानपुर के निकट एक उप-महानगर है। यह गंगा नदी तट पर स्थित है। जाजमऊ एक औद्योगिक उपनगर है। यह सबसे पुराना क्षेत्र में बसे जगह के रूप में माना जाता है। मुख्य उद्योग चमड़ा उद्योग है। यह सबसे बड़ा चमड़ा उत्पादक नगर है। इस कारण इसे कानपुर का चमड़ा नगर कहा जाता है। भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा की गयी खुदाई में १२००-१३०० शताब्दी के बर्तन, कलाकृतिया भी मिली है। इन्हें वर्तमान में कानपुर संग्रहालय में रखा गया है। .

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जाक्सा

जापानी वान्तारिक्ष अन्वेषण अभिकरण अथवा जापान एयेरोस्पस ऐक्स्प्लोराशन एजेंसी (जाक्सा) जापान की सरकारी अंतरिक्ष संस्था है| जाक्सा के वर्तमान स्वरुप का गठन २००३ में हुआ था। तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र जाक्सा का प्रमुख प्रक्षेपण स्थल है| यहाँ पर उपग्रहों एवं प्रक्षेपण यानों का विकास, परीक्षण एवं संचालन किया जाता है| तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र श्रेणी:विश्व के प्रमुख अंतरिक्ष संगठन श्रेणी:जापान.

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जिन्को बाइलोबा

जिन्को (जिन्को बाइलोबा; चीनी और जापानी में 银杏, पिनयिन रोमनकृत: यिन जिंग हेपबर्न रोमनकृत ichō या जिन्नान), जिसकी अंग्रेज़ी वर्तनी gingko भी है, इसे एडिअंटम के आधार पर मेडेनहेयर ट्री के रूप में भी जाना जाता है, पेड़ की एक अनोखी प्रजाति है जिसका कोई नज़दीकी जीवित सम्बन्धी नहीं है। जिन्को को अपने स्वयं के ही वर्ग में वर्गीकृत किया गया है, जिसमें एकल वर्ग जिन्कोप्सिडा, जिन्कोएल्स, जिन्कोएशिया, जीनस जिन्को शामिल हैं और यह इस समूह के अन्दर एकमात्र विद्यमान प्रजाति है। यह जीवित जीवाश्म का एक सबसे अच्छा ज्ञात उदाहरण है, क्योंकि जी.

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जुलाई 2009 के साइबर आक्रमण

जुलाई 2009 के साइबर आक्रमण दक्षिण कोरिया व संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमुख सरकारी, समाचार माध्यम तथा वित्तीय संजालस्थलों के विरुद्ध समायोजित साइबर हमलों की श्रेणी है। इसके अंतर्गत बड़ी संख्या में अपहृत कंप्यूटरों को (जिन्हें ज़ॉम्बी कंप्यूटर भी कहते हैं) या बोटनेट को कुछ विशेष संजालस्थलों की ओर निर्दिष्ट कर दिया गया, जिससे वे अतिभारित (ओवरलोड) हो गये आक्रमणों का समय व लक्ष्य यह सुझाते हैं कि इनका उद्गम उत्तर कोरिया हो सकता है, यद्यपि ये संदेह अप्रामाणिक हैं। .

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जूडो

(柔道) | aka .

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जूनीचीरो कोईजूमी

जूनीचीरो कोईजूमी (2006) जूनीचीरो कोईजूमी जापान के प्रधानमंत्री हैं। (2005).

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जूजुत्सु

जापान के एक कृषि विद्यालय में सन् १९२० में जूजुत्सु का प्रशिक्षण जूजुत्सु (/dʒuːˈdʒʌtsuː/; जापानी: 柔術) जापान की एक सैन्य कला (martial art) है। यह शस्त्र तथा कवच धारण किए हुए शत्रु से बिना हथियार पास से लड़कर पराजित करने की विद्या है। जैसे भारत में कुश्ती और यूरोप में मुक्केबाजी की प्रथा है वैसे ही जापान में जू-जुत्सु की प्रथा है। जू जुत्सु जाननेवाले को अपने बचाव के लिये किसी हथियार की आवश्यकता नहीं पड़ती, बल्कि वह निहत्था अपने से कहीं अधिक शक्तिशाली आदमी को बेबस कर सकता है और उसके सामने चाकू और तलवार भी काम नहीं देते। जू-जुत्सु में कुशलता प्राप्त करने के लिये वर्षों परिश्रम करना पड़ता है। सीखने वालों को आदमी की शारीरिक बनावट खूब अच्छी तरह समझाई जाती है, उसे विशेषतया बताया जाता है कि आदमी की तंत्रिकाएँ (nerves) किस किस जगह सबसे अधिक अरक्षित होती है जहाँ चोट लगने से बिजली का सा धक्का लगता है और कुछ देर के लिये आदमी शक्तिहीन हो जाता है; जैसे केहुनी के पीछे की नस या पेट के ऊपरी भाग 'सौर चक्र' (solar plexus) चोट लगने से कुछ समय के लिये साँस बंद हो जाती है और मनुष्य किसी काम का नहीं रह जाता। यह भी बताया जाता है कि कौन जोड़ कमजोर है या हाथ और पैर को कैसे मोड़ा जाय कि वे उतर जायँ या टूट जायँ। जू-जुत्सू जाननेवाला कभी हमला करनेवाले के झोंक को नहीं रोकता बल्कि उसको आने देता है और अचानक आक्रमणकारी को ऐसे मोड़ देता है कि उसकी शक्ति उसी के विरुद्ध चली जाती है। अपने ऊपर झपटनेवाले को वह रोकेगा नहीं, बल्कि उसको और धक्का देकर ऐसा टेढ़ा गिराएगा कि उसका हाथ उतर जाय या गरदन में मोच आ जाय। जू-जुत्सु लड़नेवाले हाथ खुला रखते हैं। उनके हाथ के नीचे का भाग लोहे की तरह कठोर होता है। यह अगर कंठमणि (Adam's apple) पर लग जाय तो आदमी बेहोश हो जाता है और कलाई पर लग जाय तो कलाई उतर जाती है। जू-जुत्सु पहले चीन में शुरू हुआ। लामा भिक्षुओं ने अपने बचाव के लिये इसका आष्विकार किया। चीन से यह कला जापान पहुँची और वहाँ बहुत ही लोकप्रिय हुई। प्रारंभ में यह गुप्तकला रही और केवल उच्च घराने वाले ही इसे जानते थे। आज कल जापान में जू-जुत्सु गुप्त कला नहीं है। जापानी स्कूलों और व्यायाम शालाओं में अब इसकी शिक्षा सर्वसाधारण को दी जाती है। २०वीं सदी में यह कला यूरोप एवं अमरीका पहुँची जहाँ इसे बहुत पसंद किया गया और इसके प्रशिक्षण के केंद्र खोले गए। प्रशिक्षण अथवा अभ्यास की लड़ाई में हाथ पैर टूटने का अवसर नहीं आता। जब लड़नेवाला अनुभव करता है कि वह फँस गया और अधिक शक्ति लगाने से हाथ पैर टूटने का भय है, तो वह पृथ्वी पर हाथ या पैर मारता है, जिसका अर्थ होता है कि वह हार गया। अत: लड़ाई समाप्त कर दी जाती है। श्रेणी:सैन्य कला.

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जेम्स कैमरून

जेम्स फ्रांसिस कैमरूनस्पेस फाउंडेशन.

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जेलीफ़िश

जेलीफ़िश या जेली या समुद्री जेली या मेड्युसोज़ोआ, या गिजगिजिया नाइडेरिया संघ का मुक्त-तैराक़ सदस्य है। जेलीफ़िश के कई अलग रूप हैं जो स्काइफ़ोज़ोआ (200 से अधिक प्रजातियां), स्टॉरोज़ोआ (लगभग 50 प्रजातियां), क्यूबोज़ोआ (लगभग 20 प्रजातियां) और हाइड्रोज़ोआ (लगभग 1000-1500 प्रजातियाँ जिसमें जेलीफ़िश और कई अनेक शामिल हैं) सहित विभिन्न नाइडेरियाई वर्गों का प्रतिनिधित्व करती हैं। इन समूहों में जेलीफ़िश को, क्रमशः, स्काइफ़ोमेड्युसे, स्टॉरोमेड्युसे, क्यूबोमेड्युसे और हाइड्रोमेड्युसे भी कहा जाता है। सभी जेलीफ़िश उपसंघ मेड्युसोज़ोआ में सन्निहित हैं। मेड्युसा जेलीफ़िश के लिए एक और शब्द है और इसलिए जीवन-चक्र के वयस्क चरण के लिए विशेष रूप से प्रयुक्त होता है। जेलीफ़िश हर समुद्र में, सतह से समुद्र की गहराई तक पाए जाते हैं। कुछ हाइड्रोज़ोआई जेलीफ़िश, या हाइड्रोमेड्युसे ताज़ा पानी में भी पाए जाते हैं; मीठे पानी की प्रजातियां व्यास में एक इंच (25 मि.मी.), बेरंग होती हैं और डंक नहीं मारती हैं। ऑरेलिया जैसे कई सुविख्यात जेलीफ़िश, स्काइफ़ोमेड्युसे हैं। ये बड़े, अक्सर रंगीन जेलीफ़िश हैं, जो विश्व भर में सामान्यतः तटीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं। अपने व्यापक अर्थ में, शब्द जेलीफ़िश आम तौर पर संघ टीनोफ़ोरा के सदस्यों को निर्दिष्ट करता है। हालांकि नाइडेरियन जेलीफ़िश से कोई निकट संबंध नहीं है, टीनोफ़ोर मुक्त-तैराक़ प्लैंक्टोनिक मांसभक्षी हैं, जो सामान्यतः पारदर्शी या पारभासी और विश्व के सभी महासागरों के उथले से गहरे भागों में मौजूद होते हैं। शेर अयाल जेलीफ़िश सर्वाधिक विख्यात जेलीफ़िश हैं और विवादास्पद तौर पर दुनिया का सबसे लंबा जानवर है। .

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जॉर्ज पंचम

जॉर्ज पंचम (जॉर्ज फ्रेडरिक अर्नेस्ट अल्बर्ट; 3 जून 1865 – 20 जनवरी 1936) प्रथम ब्रिटिश शासक थे, जो विंडसर राजघराने से संबंधित थे। संयुक्त राजशाही एवं अन्य राष्ट्रमंडल समूह के महाराजा होने के साथ साथ, जॉर्ज भारत के सम्राट एवं स्वतन्त्र आयरिश राज्य के राजा भी थे। जॉर्ज ने सन 1910 से प्रथम विश्व युद्ध (1914–1918) के दौरान और बाद में 1936 में अपनी मृत्यु पर्यन्त राज्य किया। जॉर्ज के पिता महाराज एडवर्ड सप्तम की १९१० में मृत्यु होने पर, वे महाराजा बने। वे एकमात्र ऐसे सम्राट थे, जो कि अपने स्वयं के दिल्ली दरबार में, अपनी भारतीय प्रजा के सामने प्रस्तुत हुए, जहां उनका भारत के राजमुकुट से राजतिलक हुआ। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने सारी जर्मन उपाधियां, वापस कर दीं। इनके शासन ने फासीवाद, नाजीवाद, समाजवाद इत्यादि देखे; एवं प्रथम मजदूर मंत्रालय भी, जिन सभी घटनाओं ने राजनैतिक क्रम को बदल दिया। जॉर्ज को उनके अंतिम दिनों में प्लेग व अन्य बीमारियों ने घेर लिया था; जब उनकी मृत्यु पर उनके ज्येष्ठ पुत्र एडवर्ड अष्टम ने राजगद्दी संभाली। .

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जी-4 देश

भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान ने मिलकर जी-4 (G4) नामक समूह बनाया है। ये देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यता के लिये एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। श्रेणी:भारत और संयुक्त राष्ट्र.

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जीलिन

चीन में जीलिन प्रांत (लाल रंग में) जीलिन (चीनी: 吉林, अंग्रेज़ी: Jilin, मान्छु: ᡤᡳ᠍ᡵᡳ᠌ᠨ ᡠᠯᠠ) जनवादी गणराज्य चीन के सुदूर पूर्वोत्तर में स्थित एक प्रांत है जो ऐतिहासिक मंचूरिया क्षेत्र का भाग है। 'जीलिन' शब्द मान्छु भाषा के 'गीरिन उला' (ᡤᡳ᠍ᡵᡳ᠌ᠨ ᡠᠯᠠ, Girin Ula) से आया है जिसका मतलब 'नदी के साथ' होता है। इसके चीनी भावचित्रों का अर्थ 'शुभ वन (जंगल)' है और इसका संक्षिप्त एकाक्षरी चिह्न '吉' (जी) है। जीलिन प्रान्त की सीमाएँ पूर्व में रूस और उत्तर कोरिया को लगती हैं। इस प्रान्त का क्षेत्रफल १,८७,४०० वर्ग किमी है, यानि भारत के कर्नाटक राज्य से ज़रा ज़्यादा। सन् २०१० की जनगणना में इसकी आबादी २,७४,६२,२९७ थी जो लगभग भारत के पंजाब राज्य के बराबर थी। जीलिन की राजधानी चांगचून शहर है। .

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जीवदीप्ति

एक प्रकाशोत्पादक जन्तु प्रकाश उत्पन्न करने के अनेक साधन हैं। कुछ प्राणी भी प्रकाश उत्पन्न करते हैं। प्राणी से उत्पन्न प्रकाश को जीवदीप्ति (Bio-luminescence), या 'शीतल प्रकाश', कहते हैं। साधारण प्रकाश में प्रकाश के साथ-साथ उष्मा भी रहती है, पर जीवदीप्ति में उष्मा नहीं रहती। .

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जी८

आठ का समूह समूह-8 (अंग्रेजी: Group of Eight .

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ईचीरो मिज़ूकी

ईचीरो मिज़ूकी (चीनी: 水木一郎) (7 जनवरी 1948-) एक प्रसिद्ध जापान के गायक, संगीतकार और अभिनेता है। .

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ईसप की दंतकथाएं

हार्टमन शेडेल द्वारा नूर्नबर्ग क्रॉनिकल में एसोप.यहां वह 15वीं सदी के जर्मन कपड़े पहने दिखाए जा रहे हैं ईसप की दंतकथाएं या ईसपिका दंतकथाओं का एक संग्रह है जिसका श्रेय 620 ईपू से 520 ईपू के बीच प्राचीन यूनान में रहने वाले एक गुलाम और कथक ईसप को जाता है। उसकी दंतकथाएं विश्व की कुछ सर्वाधिक प्रसिद्ध दंतकथाओं में से हैं। ये दंतकथाएं अजकल के बच्चों के लिए नैतिक शिक्षा का लोकप्रिय विकल्प बनी हुई हैं। ईसप की दंतकथाओं में शामिल कई कहनियां, जैसे लोमड़ी और अंगूर (जिससे “अंगूर खट्टे हैं” मुहावरा निकला).

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ईंट

शीर्षों और चौखटों के वैकल्‍पिक विधियों के साथ रखा गया अंग्रेजी बंध पत्र में पुरानी ईंट की दीवार ऐतिहासिक नत्चितोचेस, लुइसियाना में ईंट से निर्मिति केन नदी के साथ सामने की गली चिनाई के कार्य में उपयोग किया जाने वाला ईंट मिट्टी का ब्लॉक है, जिन्हें सामान्‍यत: विभिन्‍न प्रकार के गारे का उपयोग कर चिना जाता है। .

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वनस्थली विद्यापीठ

वनस्थली विद्यापीठ महिला शिक्षा की राष्ट्रीय संस्था है जो राजस्थान के टोंक जिले की निवाई में स्थित है। जहॉ शिशु कक्षा से लेकर स्नातकोत्तर शिक्षण एंव अनुसंधान कार्य हो रहा है। विद्यापीठ को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम की धारा 3 के अधीन भारत सरकार द्वारा समविश्वविद्यालय घोषित किया गया है। विद्यापीठ भारतीय विश्वविद्यालय संघ तथा एसोसिएशन ऑफ कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटीज का सदस्य है। वनस्थली का वातावरण स्वतंत्रता का वातावरण है। छात्राओं को अधिकतम स्वतन्त्रता दी जाती है और उनके व्यक्तित्व के निर्माण का प्रयास किया जाता है। जो छात्रा दो-चार वर्ष वनस्थली में पढ़ लेती है उसके व्यक्तित्व मे वनस्थली की झलक देखी जा सकती है। वनस्थली के विशाल पुस्तकालय में लगभग एक लाख पुस्तकें हैं जिनमें उच्चकोटि के अनेक दुर्लभ ग्रन्थ भी हैं। लगभग 750 पत्रिकाएँ नियमित रूप से आती हैं जिनमें उच्च स्तर की विदेशी पत्रिकाएँ भी हैं। क्षेत्रीय स्तर पर, राज्य के स्तर पर, तथा राष्ट्रीय स्तर पर भी वनस्थली की छात्राएँ खेलकूद के विभिन्न कार्यक्रमों में पुरस्कृत होती है। घुड़सवारी के प्रशिक्षण की यहाँ जो व्यवस्था है वह यही का एक विशिष्ट और सराहनीय पक्ष है। लगभग प्रतिवर्ष ही राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड तथा राजस्थान विश्वविद्यालय की मेरिट लिस्ट में यहाँ की छात्राएँ भी स्थान पाती हैं। वनस्थली का उच्च माध्यमिक विद्यालय देश का प्रथम 'गर्ल्स ऑटोनॉमस स्कूल' है। .

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वर्चुअल अंतरराष्ट्रीय प्राधिकरण फ़ाइल

The Virtual International Authority File (VIAF) is an international authority file.

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वर्षावन

ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में डैनट्री वर्षावन. क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया में केर्न्स के पास डैनट्री वर्षावन. न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में इल्लावारा ब्रश के भाग। वर्षावन वे जंगल हैं, जिनमें प्रचुर मात्रा में वर्षा होती है अर्थात जहां न्यूनतम सामान्य वार्षिक वर्षा 1750-2000 मि॰मी॰ (68-78 इंच) के बीच है। मानसूनी कम दबाव का क्षेत्र जिसे वैकल्पिक रूप से अंतर-उष्णकटिबंधीय संसृति क्षेत्र के नाम से जाना जाता है, की पृथ्वी पर वर्षावनों के निर्माण में उल्लेखनीय भूमिका है। विश्व के पशु-पौधों की सभी प्रजातियों का कुल 40 से 75% इन्हीं वर्षावनों का मूल प्रवासी है। यह अनुमान लगाया गया है कि पौधों, कीटों और सूक्ष्मजीवों की कई लाख प्रजातियां अभी तक खोजी नहीं गई हैं। उष्णकटिबंधीय वर्षावनों को पृथ्वी के आभूषण और संसार की सबसे बड़ी औषधशाला कहा गया है, क्योंकि एक चौथाई प्राकृतिक औषधियों की खोज यहीं हुई है। विश्व के कुल ऑक्सीजन प्राप्ति का 28% वर्षावनों से ही मिलता है, इसे अक्सर कार्बन डाई ऑक्साइड से प्रकाश संष्लेषण के द्वारा प्रसंस्करण कर जैविक अधिग्रहण के माध्यम से कार्बन के रूप में भंडारण करने वाले ऑक्सीजन उत्पादन के रूप में गलत समझ लिया जाता है। भूमि स्तर पर सूर्य का प्रकाश न पहुंच पाने के कारण वर्षावनों के कई क्षेत्रों में बड़े वृक्षों के नीचे छोटे पौधे और झाड़ियां बहुत कम उग पाती हैं। इस से जंगल में चल पाना संभव हो जाता है। यदि पत्तों के वितानावरण को काट दिया जाए या हलका कर दिया जाए, तो नीचे की जमीन जल्दी ही घनी उलझी हुई बेलों, झाड़ियों और छोटे-छोटे पेड़ों से भर जाएगी, जिसे जंगल कहा जाता है। दो प्रकार के वर्षावन होते हैं, उष्णकटिबंधीय वर्षावन तथा समशीतोष्ण वर्षावन। .

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वाणिज्यिक क्रांति

विश्व के आर्थिक इतिहास में वाणिज्यिक क्रांति (Commercial Revolution) उस अवधि को कहते हैं जिसमें आर्थिक प्रसार, उपनिवेशवाद और व्यापारवाद (mercantilism) का जोर रहा। यह अवधि लगभग सोलहवीं शती से आरम्भ होकर अट्ठारहवीं शती के आरम्भ तक मानी जाती है। इसके बाद की अवधि में औद्योगिक क्रान्ति हुई। .

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वात्या भट्ठी

Rahul Kushwahaसेस्टाओ, स्पेन में ब्लास्ट फर्नेस. वास्तविक भट्टी केन्द्रीय गिर्डरवर्क के अंदर है। वात्या भट्ठी या ब्लास्ट फर्नेस (Blast furnace) एक प्रकार की धातु-वैज्ञानिक भट्टी (मेटलर्जिकल फर्नेस) है जिसका इस्तेमाल आम तौर पर लोहे जैसी औद्योगिक धातुओं का निर्माण करने हेतु धातुओं को पिघलाने के लिए किया जाता है। वात्या भट्ठी में भट्ठी के ऊपर से लगातार ईंधन और अयस्क की आपूर्ति की जाती है जबकि चैंबर के निचले तल में हवा (कभी-कभी ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा वाली हवा) भरी जाती है ताकि पदार्थों के नीचे की तरफ आने के दौरान पूरे फर्नेस में रासायनिक प्रतिक्रिया हो सके। अंतिम उत्पाद के रूप में आम तौर पर नीचे की तरफ से पिघली हुई धातु और धातुमल तथा फर्नेस के ऊपर से धुआं युक्त गैसें निकलती हैं। वात्या भट्ठी को आम तौर पर चिमनी के निकास मार्ग में गर्म गैसों के संवहन के माध्यम से स्वाभाविक रूप से चूषण युक्त एयर फर्नेसों (जैसे रिवर्बरेटरी फर्नेस) के साथ निरूपित किया जाता है। इस व्यापक परिभाषा के अनुसार लोहे की ब्लूमरी, टिन के ब्लोइंग हाउस और सीसे को गलाने वाली मिलों को ब्लास्ट फर्नेस के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। हालांकि इस शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर उन्ही कारखानों तक सीमित है जहां लौह अयस्क को पिघलाकर कच्चे लोहे (पिग आयरन) का उत्पादन किया जाता है, जो वाणिज्यिक लौह एवं इस्पात के उत्पादन में इस्तेमाल की जाने वाली एक मध्यवर्ती सामग्री है। .

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वानूआतू

वानूआतू (बिस्लामा में; अंग्रेजी में या), आधिकारिक तौर पर वानूआतू गणराज्य (République de Vanuatu, बिस्लामा रिपब्लिक ब्लोंग वानूआतू), दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप राष्ट्र है। ज्वालामुखी मूल का यह द्वीपसमूह उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के लगभग पूर्व, न्यू कैलेडोनिया के पूर्वोत्तर, फिजी के पश्चिम और न्यू गिनी के निकट सोलोमन द्वीपों के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। वानूआतू में मेलानेशियाई लोग सबसे पहले आकर बसे थे। यूरोप के लोगों ने 1605 में क्यूरॉस के नेतृत्व में स्पेनिश अभियान के एस्पिरिटू सैंटो में आने पर इन द्वीपों का पता लगाया था। 1880 के दशक में फ्रांस और युनाइटेड किंगडम ने देश के कुछ हिस्सों पर अपना दावा किया और 1906 में वे एक ब्रिटिश-फ्रांसीसी सहस्वामित्व के जरिये न्यू हेब्रिड्स के रूप में इस द्वीपसमूह के संयुक्त प्रबंधन के एक ढाँचे पर सहमत हुए.

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वाराणसी

वाराणसी (अंग्रेज़ी: Vārāṇasī) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का प्रसिद्ध नगर है। इसे 'बनारस' और 'काशी' भी कहते हैं। इसे हिन्दू धर्म में सर्वाधिक पवित्र नगरों में से एक माना जाता है और इसे अविमुक्त क्षेत्र कहा जाता है। इसके अलावा बौद्ध एवं जैन धर्म में भी इसे पवित्र माना जाता है। यह संसार के प्राचीनतम बसे शहरों में से एक और भारत का प्राचीनतम बसा शहर है। काशी नरेश (काशी के महाराजा) वाराणसी शहर के मुख्य सांस्कृतिक संरक्षक एवं सभी धार्मिक क्रिया-कलापों के अभिन्न अंग हैं। वाराणसी की संस्कृति का गंगा नदी एवं इसके धार्मिक महत्त्व से अटूट रिश्ता है। ये शहर सहस्रों वर्षों से भारत का, विशेषकर उत्तर भारत का सांस्कृतिक एवं धार्मिक केन्द्र रहा है। हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत का बनारस घराना वाराणसी में ही जन्मा एवं विकसित हुआ है। भारत के कई दार्शनिक, कवि, लेखक, संगीतज्ञ वाराणसी में रहे हैं, जिनमें कबीर, वल्लभाचार्य, रविदास, स्वामी रामानंद, त्रैलंग स्वामी, शिवानन्द गोस्वामी, मुंशी प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, पंडित रवि शंकर, गिरिजा देवी, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया एवं उस्ताद बिस्मिल्लाह खां आदि कुछ हैं। गोस्वामी तुलसीदास ने हिन्दू धर्म का परम-पूज्य ग्रंथ रामचरितमानस यहीं लिखा था और गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम प्रवचन यहीं निकट ही सारनाथ में दिया था। वाराणसी में चार बड़े विश्वविद्यालय स्थित हैं: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइयर टिबेटियन स्टडीज़ और संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय। यहां के निवासी मुख्यतः काशिका भोजपुरी बोलते हैं, जो हिन्दी की ही एक बोली है। वाराणसी को प्रायः 'मंदिरों का शहर', 'भारत की धार्मिक राजधानी', 'भगवान शिव की नगरी', 'दीपों का शहर', 'ज्ञान नगरी' आदि विशेषणों से संबोधित किया जाता है। प्रसिद्ध अमरीकी लेखक मार्क ट्वेन लिखते हैं: "बनारस इतिहास से भी पुरातन है, परंपराओं से पुराना है, किंवदंतियों (लीजेन्ड्स) से भी प्राचीन है और जब इन सबको एकत्र कर दें, तो उस संग्रह से भी दोगुना प्राचीन है।" .

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वांतरिक्ष

पृथ्वी का वायुमण्डल और उससे सटा अंतरिक्ष मिलाकर वांतरिक्ष (वा+अंतरिक्ष .

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वितरणानुसार विश्व के समाचारपत्रों की सूची

यह औसत वितरण के आधार पर दुनिया के दैनिक समाचारपत्रों की सूची है। इन आंकड़ों के स्रोत 'वितरण परिक्षण संस्थानों के विश्व संघ' (International Federation of Audit Bureaux of Circulations) और 'अख़बार​ व समाचार प्रकाशकों की अंतर्राष्ट्रीय सभा' (World Association of Newspapers and News Publishers) हैं। इस सूची में मुफ़्त समाचारपत्रों को सम्मिलित नहीं किया गया है। कुछ आंकड़ों को लेकर विवाद है, मसलन कुछ जापानी अख़बारों पर अपनी वितरण संख्याओं को बढ़ा-चढ़ाकर बताने का आरोप डाला गया है। .

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विधिकार

सामान्य भाषा में विधिकार और विधायक शब्दों का प्रयोग भिन्न अर्थों में किया जाता है। विधिकार (law Givers) के प्रयोग से ऐसे व्यक्ति का अभिप्राय है जो स्वयं विधि का निर्माण करे और विधायक किसी एक अथवा कुछ विधियों का निर्माण कर सकता है लेकिन विधायक विधि संस्थानों - संसद, विधानमंडल आदि - में बैठकर अन्य विधायकों के साथ मिलकर विधि का निर्माता होता है अत: व्यक्तिगत रूप से वह विधि का निर्माण नहीं करता। विधिकार की परिभाषा देने के पूर्व विधि संबंधी दृष्ष्टिकोण स्पष्ट होना आवश्यक है। विधि के सिलसिले में कानून, सत्य, धर्म, न्याय, राइट, रेस्ट, ड्रायट आदि भिन्न शब्दों का प्रयोग किया जाता है। लैटिन भाषा में लेजिस्लेटर (विधायक) अथवा जूरिसडेटर (न्यायनिर्माता) शब्दों का प्रयोग नहीं मिलता, लेकिन "लेजेनडेरे" और "लेक्स डेट" में (विधि देने और प्रयुक्त विधि) का उल्लेख मिलता है। जस्टीनियन ऐसे विधिकार को विधायक की संज्ञा दी गई है। यूनानी भाषा में भी विधिकार के संबंध में इसी भांति अस्पष्टता है। "थेसमोस" (Thesmos) का अर्थ एक वाक्य, सूत्र अथवा विधि किया जाता है। विधिसंहिता की नोमोस (Nomos) की संज्ञा दी जाती है। सोलोन (Solon) ने थेसमोइ (थेसमोस का बहुवचन) की रचना की जिसे 250 वर्ष बाद अरस्तू (Aristotle) ने विधिकार नाम से संबोधित किया। विधि संबंधी विभिन्न व्याख्याओं के कारण इस संबंध में भी मतभेद है कि किस व्यक्ति को विधिकार माना जाए और किसको नहीं। ईश्वरप्रदत्त विधि मानने पर भी उनको संसार में लानेवाले माध्यम का महत्व कम नहीं होता अत: हजरत मूसा, ईसा, मुहम्मद, कन्फ्यूशियस, मनु आदि को इस श्रेणी में रखना पड़ेगा। यदि विधि समाज के विवेक और शील का प्रतीक है तो भी विधिरचना में व्यस्त चाहे वह विधानमंडल हो अथवा न्यायाधीश, जो परंपराओं को नवीन स्थितियों में लागू करने के लिए नई व्यवस्थाएँ देते हैं अथवा ऐसे दार्शनिक विचारक जो समाज के विश्लेषणात्मक अध्ययन के उपरांत उसकी आवश्यकताओं के अनुरूप विधि बनाने पर जोर देते हैं अथवा ऐतिहासिक विकासशृंखला के ऐसे नरेश, सत्तासंपन्न व्यक्ति जिन्होंने अपनी शक्ति और निदेश से नए नियमों की रचना की, उन सभी को विधिकार कहा जा सकता है। .

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विपणन

विपणन (marketing) एक सतत प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत मार्केटिंग मिक्स (उत्पाद, मूल्य, स्थान, प्रोत्साहन जिन्हें प्रायः ४ Ps कहा जाता है) की योजना बनाई जाती है एवं कार्यान्वयन किया जाता है। यह प्रक्रिया व्यक्तियों और संगठनों के बीच उत्पादों, सेवाओं या विचारों के विनिमय हेतु की जाती है। विपणन को एक रचनात्मक उद्योग के रूप में देखा जाता है, जिसमें शामिल हैं विज्ञापन (advertising), वितरण (distribution) और बिक्री (selling) इसका सम्बन्ध ग्राहकों की भावी आवश्यकताओं और आकांक्षाओं का पूर्व विचार करने से भी है, जो प्रायः बाज़ार शोध के माध्यम से पता लगाई जाती हैं। मूलतः, विपणन किसी संगठन को बनाने या निर्देशित करने करने की प्रक्रिया है, ताकि लोगों को सफलतापूर्वक वह उत्पाद या सेवा बेची जा सके जिसकी न केवल उन्हें ज़रूरत है बल्कि वे उसे खरीदने के इच्छुक भी हैं। इसलिए अच्छा विपणन इस काबिल होना चाहिए कि वह उपभोक्ताओं हेतु एक "प्रस्ताव" या लाभों का सेट बना सके, ताकि उत्पादों या सेवाओं के माध्यम से ग्राहक को उसके पैसे का मूल्य अदा किया जा सके.

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विप्रो

विप्रो लिमिटेड, भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है, जिसका मुख्यालय बेंगलूर में है। इसकी स्थापना १९६६ में एक व्यवसायी के पुत्र अज़ीम प्रेमजी ने किया था। आज इसकी आय कोई 350 अरब रुपये प्रतिवर्ष है और मुनाफ़ा कोई 70 अरब रुपये। यह सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र की सेवा कंपनी है। १९७७ में जनता सरकार के समय विदेशी कंपनियों (जैसे IBM) के भारत छोड़ने के आदेश के बाद इसके व्यवसाय में असरदार इजाफ़ा हुआ था। आज यह एक बहु व्यवसाय तथा बहु स्थान कंपनी के रूप में उभरी है। इसका व्यसाय उपभोक्ता उत्पादों, अधोसरंचना यांत्रिकी से विशिष्ट सूचना प्रौद्योगिकी उत्पादों और सेवाओं तक विस्तारीत है। कंपनी की आंतरिक कार्यप्रणाली अन्य सॉफ्टवेर कंपनियों के मुकाबले अधिक सख़्त है। .

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: B

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: C

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: D

कोई विवरण नहीं।

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: F

F.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: H

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: I

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: K

K.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: M

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: N

N.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: O

O.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: S

S.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: T

T.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: U

U.

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विमानक्षेत्रों की सूची ICAO कोड अनुसार: K

List of airports by ICAO code: A – B – C – D – E – F – G – H – I – J – K – L – M – N – O – P – Q – R – S – T – U – V – W – X – Y – Z .

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विमानक्षेत्रों की सूची ICAO कोड अनुसार: R

Format of entries is.

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वियतनाम

वियतनाम (आधिकारिक तौर पर वियतनाम समाजवादी गणराज्य) दक्षिणपूर्व एशिया के हिन्दचीन प्रायद्वीप के पूर्वी भाग में स्थित एक देश है। इसके उत्तर में चीन, उत्तर पश्चिम में लाओस, दक्षिण पश्चिम में कंबोडिया और पूर्व में दक्षिण चीन सागर स्थित है। २००८ में ८ करोड़ ६१ लाख की जनसंख्या के साथ वियतनाम दुनिया में १३वाँ सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। बौद्ध धर्म यहां का प्रमुख धर्म है जो देश जनसंख्या का ८५% हिस्सा है। और बौद्ध जनसंख्या में ये दुनिया का तीसरा बड़ा देश है (चीन और जापान के बाद)। वियतनाम में आज करीब ७.५ करोड़ बौद्ध धर्म के अनुयायी है। .

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वियतनाम का इतिहास

वियतनाम पर भारतीय संस्कृति का प्रभाव: दा नंग के चाम संग्रहालय में गणेश की मूर्ति वियतनाम का इतिहास 2,700 वर्षों से भी अधिक कालखण्ड में फैला हुआ है। अन्तरराष्ट्रीय संबन्ध के मामले में इसके लिये सबसे महत्वपूर्ण चीन रहा है। वियतनाम के प्रागैतिहासिक काल में वँन लांग (2787–2858 BC) राजवंश की कथा आती है जिसके राज्य के अधीन वर्तमान चीन का ग्वांग्सी स्वायत्त क्षेत्र (Guangxi Autonomous Region) तथा ग्वांगडॉघ राज्य (Guangdong province) भी आते थे। इसके अलावा इसमें उत्तरी वियतनाम के क्षेत्र शामिल थे। इसके बाद 207 ईसा पूर्व से लेकर 938 ई तक चीनी मूल के कई राजवंशों ने वियतनाम पर शासन किया। इसके बाद वियतनाम स्वतंत्र हुआ। वियतनाम ने 1255 और 1285 के बीच चीनियों और मंगोलों के तीन आक्रमणों का करारा जबाब दिया। उन्नीसवीं शती के मध्य में फ्रांसीसियों ने वियतनाम पर अधिकार करके उसे अपना उपनिवेश बना लिया। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय जापान ने फ्रांसीसियों को वियतनाम से हटाकर उस पर अपना अधिकार कर लिया। युद्ध की समाप्ति पर फ्रांस ने अपनी खोयी सत्ता को पुनः स्थापित करने की चेष्टा की जिसके फलस्वरूप प्रथम हिन्दचीन युद्ध हुआ। वियतनाम की जीत हुई। जिनेवा समझौता हुआ जिसके अनुसार वियतनाम को दो भागों में विभक्त कर दिया गया और वादा किया गया कि लोकतांत्रिक चुनाव कराने के बाद देश को पुनः एक कर दिया जायेगा। किन्तु विभाजन होने के बाद शान्तिपूर्वक एकीकरण होने के बजाय वियतनाम युद्ध का जन्म हुआ। वियतनाम युद्ध का अन्त सन् १९७५ में हुआ। सन् १९७५ के बाद भी वियतनाम को शीतयुद्ध के कारण तथा कंबोडिया में पोल पॉट के जातिसंहार के खिलाफ वियतनाम के आक्रमण के फलस्वरूप अन्तरराष्ट्रीय दमन और बिलगाव का दंश झेलना पड़ा। सन् 1986 में वियतनाम की साम्यवादी पार्टी ने अपनी आर्थिक नीति में चीन जैसा निजीकरण करना आरम्भ किया। सन् १९८५ के उपरान्त वियतनाम ने अच्छी आर्थिक प्रगति की है। .

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विलवणन

स्किमैयिक ऑफ़ अ मल्टी-स्टेज फ्लैश डिसेलिनेटरA - स्टीम इनB - सीवॉटर इनC - पोटेबल वॉटर आउटC - वेस्ट आउटइ - स्टीम आउटF - हिट एक्सचेंजG - कन्डेंसेशन कलेक्शनH - ब्राइन वॉटर विलवणीकरण (अंग्रेजी: desalination; डिसेलिनेशन या डिसेलिनाइज़ेशन) उन कई प्रक्रियाओं को संदर्भित करता है जो पानी से नमक तथा दूसरे खनिजों को निकालती हैं। साधारणतया, लवण व खनिजों को हटाने की प्रक्रिया भी विलवणीकरण कहलाती है, जैसे मृदा विलवणीकरण खारे पानी को मीठे पानी में बदलने के लिए डिसेलिनेशन किया जाता है ताकि यह मानव खपत या सिंचाई के लिए उपयुक्त बना रहे.

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विश्व चलचित्र

World cinema is a term used primarily in English language speaking countries to refer to the films and film industries of non-English speaking countries (those outside of the Anglosphere).

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विश्व धरोहर

यूनेस्को की विश्व विरासत समिति का लोगो युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है। अब तक (2006 तक) पूरी दुनिया में लगभग 830 स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमें 644 सांस्कृतिक, 24 मिले-जुले और 138 अन्य स्थल हैं। प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो; परंतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें। बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेवारी होती है। .

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विश्व मेलों की सूची

यहाँ पर विश्व मेलों (world's fairs) की सूची दी जा रही है। इसमें तिथि के साथ-साथ उस समय बनाये गये उल्लेखनीय स्थायी भवनों आदि का भी विवरण दिया गया है। 1750s - 1790s - 1800s - 1820s - 1840s - 1850s - 1860s - 1870s - 1880s - 1890s - 1900s - 1910s - 1920s - 1930s - 1940s - 1950s - 1960s - 1970s - 1980s - 1990s - 2000s - 2010s - 2020s .

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विश्व में बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म विश्व के प्रमुख धर्मों में से एक है, और इसके संस्थापक गौतम बुद्ध (ईसवी पूर्व ५६३ - ईसवी पूर्व ४८३) थे। विश्व में करीब १९२ करोड़ (२८.७८%) लोक बौद्ध धर्म को माननेवाले है। दुसरे सर्वेक्षण के अनुसार १.६ अरब से १.८ अरब लोक (२३% से २५%) प्रतिनिधित्व बौद्ध करते है। बौद्ध धर्म एक धर्म और दर्शन है। संसार में ईसाई धर्म धर्म के बाद सबसे अधिक बौद्ध धर्म के ही अनुयायि पाये जाते। हालांकि कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार बौद्ध धर्म आबादी ४८.८ करोड़ से ५३.५ करोड़ (विश्व की जनसंख्या में ९% से १०%) भी बताई जाती है। विश्व के सभी महाद्विपों में बौद्ध धर्म के अनुयायि रहते है। बौद्ध धर्म दुनिया का पहला विश्व धर्म है, जो अपने जन्मस्थान से निकलकर विश्व में दूर दूर तक फैला। आज दुनिया में बौद्ध धर्म की आबादी हिन्दू धर्म से अधिक और इस्लाम धर्म के बराबर या इस्लाम धर्म से भी अधिक है। भारत में बौद्ध धर्म अल्पसंख्यक है, जबकि भारत में इस विश्व धर्म का उदय हुआ था। परंतु एशिया में बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म बना रहा। २०१० में १.०७ अरब से १.२२ अरब जनसंख्या के साथ चीन बौद्धों की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, चीन की कुल आबादी में ८०% से ९१% बौद्ध अनुयायि है। ज्यादातर चीनी बौद्ध महायान सम्प्रदाय के अनुयायि है। दुनिया की ६५% से ७०% बौद्ध आबादी चीन में रहती है। .

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विश्व में हिन्दू धर्म

विश्व की कुल आबादी में लगभग 23% हिन्दू धर्म के अनुयायी लोग हैं। जनसंख्या प्रतिशत के आधार पर नेपाल पहले स्थान पर है और उसके बाद भारत और मॉरिशस का स्थान आता है। .

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विश्व शांति

विश्व शांति सभी देशों और/या लोगों के बीच और उनके भीतर स्वतंत्रता, शांति और खुशी का एक आदर्श है। विश्व शांति पूरी पृथ्वी में अहिंसा स्थापित करने का एक माध्यम है, जिसके तहत देश या तो स्वेच्छा से या शासन की एक प्रणाली के जरिये इच्छा से सहयोग करते हैं, ताकि युद्ध को रोका जा सके। हालांकि कभी-कभी इस शब्द का प्रयोग विश्व शांति के लिए सभी व्यक्तियों के बीच सभी तरह की दुश्मनी के खात्मे के सन्दर्भ में किया जाता है। .

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विश्व व्यापी वेब संघ

विश्व व्यापी वेब संघ या डब्ल्यू.3.सी. (en:W3C) की स्थापना कॉमन प्रोटोकॉल (Protocol) के विकास द्वारा वेब की संपूर्ण क्षमता के उपयोग की दिशा में अग्रणी करने, इसके विकास को प्रोत्साहित करने एवं अंर्तसंचलनीयता (interoperability) सुनिश्चित करने के लिए की गई। यह एक अंतर्राष्ट्रीय उद्योग संघ है जो अमेरिका (यू॰एस॰ए॰ USA) में MIT Computer Science and Artificial Intelligence Laboratory (MIT CSAIL), फ्रांस में European Research Consortium for Informatics and Mathematics (ERCIM) मुख्यालय एवं जापान में कीओ विश्वविद्यालय(Keio University) के संयुक्त तत्वावधान में कार्य करता है।.

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विश्व के देशों में शहरों की सूचियाँ

This is a list of articles on the cities of contemporary countries, states and dependencies.

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विश्व के सभी देश

यह विश्व के देशों की सूची, एक सिंहावलोकन कराती है, विश्व के राष्ट्रों का, जो कि देवनागरी वर्णक्रमानुसार व्यवस्थित है। इसमें स्वतंत्र राज्य भी सम्मिलित हैं। (जो कि अन्तराष्ट्रीय मान्यताप्राप्त हैं और जो अमान्यता प्राप्त), हैं, बसे हुए हैंपरतंत्र क्षेत्र, एवं खास शासकों के क्षेत्र भी। ऐसे समावेश मानदण्ड अनुसार यह सूची शब्द `देश' एवं `सार्वभौम राष्ट्र' को पर्यायवाची नहीं मानती। जैसा कि प्रायः साधारण बोलचाल में प्रयोग किया जाता है। कृप्या ध्यान रखें कि किन्हीं खास परिस्थितिवश एवं किन्हीं खास भाषाओं में 'देश' शब्द को सर्वथा प्रतिबंधात्मक अर्थ समझा जाता है। अतः केवल 193 निम्नलिखित प्रविष्टियाँ ही प्रथम शब्द (देश या राष्ट्र) में समझे जाएं। यह सूची दिए गए देशों के क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी क्षेत्रों को आवृत्त करती है, अर्थात क्षेत्र, जलीय क्षेत्र (जिसमें जलीय आंतरिक क्षेत्र एवं थल से लगे जलीय क्षेत्र भी आते हैं), विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र, कॉण्टीनेण्टल शैल्फ, एवं हवाई क्षेत्र.

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विश्व के सात नए आश्चर्य

नए सात आश्चर्य विजेताओं के स्थान अवस्थित हैं विश्व के सात नए आश्चर्यएक परियोजना है जिसे पुनर्जीवित करने के लिए प्राचीन विश्व के सात आश्चर्यों (Seven Wonders of the Ancient World) के साथ आधुनिक आश्चर्यों की अवधारणा को शामिल किया गया है निजी नई ७ आश्चर्य फाउंडेशन द्वारा ७ जुलाई (July 7), २००७ को लिस्बन, पुर्तगाल में विजेताओं की घोषणा की गई.

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विश्व के व्यस्ततम विमानक्षेत्र यात्री संख्या अनुसार

ACI's final full year figures are as follows.

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विश्व की मुद्राएँ

विश्व की कुछ प्रमुख मुद्राएँ निम्नलिखित हैं:-.

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विश्वनाथ प्रसाद तिवारी

डॉ॰ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी (जन्म १९४०) प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार हैं और २०१३ से २०१७ तक की अवधि के लिए साहित्य अकादमी के अध्यक्ष हैं। वे गोरखपुर से प्रकाशित होने वाली 'दस्तावेज' नामक साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका के संस्थापक-संपादक हैं। यह पत्रिका रचना और आलोचना की विशिष्ट पत्रिका है, जो 1978 से नियमित प्रकाशित हो रही है। सन् २०११ में उन्हें व्यास सम्मान प्रदान किया गया। .

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विश्वमारी

विश्वमारी (यूनानी (ग्रीक) शब्द πᾶν पैन "सब" + δῆμος डेमोस "लोग" से), संक्रामक रोगों की एक महामारी है जो मानव आबादी के माध्यम से एक विशाल क्षेत्र, उदाहरण के लिए, एक महाद्वीप, या यहां तक कि दुनिया भर में भी फ़ैल रहा है। एक व्यापक स्थानिक रोग जो इस दृष्टि से स्थिर होता है कि इससे कितने लोग बीमार हो रहे हैं, एक विश्वमारी नहीं है। इसके अलावा, फ्लू विश्वमारियों में मौसमी फ्लू को तब तक शामिल नहीं किया जाता है जब तक मौसम का फ्लू एक विश्वमारी न हो। सम्पूर्ण इतिहास में चेचक और तपेदिक जैसी असंख्य विश्वमारियों का विवरण मिलता है। अधिक हाल की विश्वमारियों में एचआईवी (HIV) विश्वमारी और 2009 की फ्लू विश्वमारी शामिल है। .

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विश्वविद्यालय

विश्वविद्यालय (युनिवर्सिटी) वह संस्था है जिसमें सभी प्रकार की विद्याओं की उच्च कोटि की शिक्षा दी जाती हो, परीक्षा ली जाती हो तथा लोगों को विद्या संबंधी उपाधियाँ आदि प्रदान की जाती हों। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय के मैदान, भवन, प्रभाग, तथा विद्यार्थियों का संगठन आदि भी सम्मिलित हैं। .

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विकासशील देश

012 अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और संयुक्त राष्ट्र द्वारा किया गया वर्गीकरण 2009 तक नव औद्योगीकृत देश क्वॉरटाइल (2010 के आंकड़े पर आधारित, 4 नवम्बर 2010 को प्रकाशित के आधार पर) के आधार पर विश्व बैंक द्वारा विकसित मानव विकास रिपोर्ट सांखियकी. मानव विकास रिपोर्ट (एचडीआर). संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) विकासशील देश शब्द का प्रयोग किसी ऐसे देश के लिए किया जाता है जिसके भौतिक सुखों का स्तर निम्न होता है (इस शब्द को लेकर तीसरी दुनिया के देशों के साथ भ्रमित नहीं होना चाहिए).

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विकिपीडिया

यह लेख इंटरनेट विश्वकोश के बारे में है। विकिपीडिया के मुख पृष्ठ के लिए, विकिपीडिया का मुख्य पृष्ठ देखें। विकिपीडिया के आगंतुक परिचय के लिए, विकिपीडिया के बारे में पृष्ठ देखें। Name-Ramesh wada Father name.mohanji Rajpurohit Villege.

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व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि

व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) को ही कांप्रेहेन्सिव टेस्ट बैन ट्रीटी कहा जाता है। यह एक ऐसा समझौता है जिसके जरिए परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित किया गया है। यह संधि 24 सितंबर 1996 को अस्तित्व में आयी। उस समय इस पर ७१ देशों ने हस्ताक्षर किया था। अब तक इस पर १७८ देशों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। भारत और पाकिस्तान ने सीटीबीटी पर अब तक हस्ताक्षर नहीं किया है। इसके तहत परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित करने के साथ यह प्रावधान भी किया गया है कि सदस्य देश अपने नियंत्रण में आने वाले क्षेत्रें में भी परमाणु परीक्षण को नियंत्रित करेंगे। .

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व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर

व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर (एमबीए (MBA)) व्यवसाय प्रशासन में मास्टर की डिग्री है, जो विस्तृत श्रृंखला के शैक्षिक विषयों से लोगों को आकर्षित करती है। व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर पद संयुक्त राज्य अमेरिका में आरम्भ हुआ, अतिकाल 19 वीं सदी से उभरता हुआ जैसे देश औद्योगिक बना और कंपनियों ने प्रबंधन के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण की तलाश की.

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व्हिस्की

व्हिस्की का एक गिलास व्हिस्की किण्वित अनाज मैश से आसवित एक प्रकार का मादक पेय है। इसके विभिन्न प्रकारों के लिए विभिन्न अनाजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें शामिल हैं जौ, राई, मॉल्ट राई, गेहूं और मक्का (मकई).

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वृहद भारत

'''वृहद भारत''': केसरिया - भारतीय उपमहाद्वीप; हल्का केसरिया: वे क्षेत्र जहाँ हिन्दू धर्म फैला; पीला - वे क्षेत्र जिनमें बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ वृहद भारत (Greater India) से अभिप्राय भारत सहित उन अन्य देशों से है जिनमें ऐतिहासिक रूप से भारतीय संस्कृति का प्रभाव है। इसमें दक्षिणपूर्व एशिया के भारतीकृत राज्य मुख्य रूप से शामिल है जिनमें ५वीं से १५वीं सदी तक हिन्दू धर्म का प्रसार हुआ था। वृहद भारत में मध्य एशिया एवं चीन के वे वे भूभाग भी सम्मिलित किये जा सकते हैं जिनमे भारत में उद्भूत बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ था। इस प्रकार पश्चिम में वृहद भारत कीघा सीमा वृहद फारस की सीमा में हिन्दुकुश एवं पामीर पर्वतों तक जायेगी। भारत का सांस्कृतिक प्रभाव क्षेत्र .

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वैलेंटाइन दिवस

वैलेंटाइन दिवस या संत वैलेंटाइन दिवस (Valentine's Day), एक अवकाश दिवस है, जिसे 14 फ़रवरी को अनेकों लोगों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है। अंग्रेजी बोलने वाले देशों में, ये एक पारंपरिक दिवस है, जिसमें प्रेमी एक दूसरे के प्रति अपने प्रेम का इजहार वैलेंटाइन कार्ड भेजकर, फूल देकर, या मिठाई आदि देकर करते हैं। ये छुट्टी शुरुआत के कई क्रिश्चियन शहीदों में से दो, जिनके नाम वैलेंटाइन थे, के नाम पर रखी गयी हैउच्च मध्य युग में, जब सभ्य प्रेम की परंपरा पनप रही थी, जेफ्री चौसर के आस पास इस दिवस का सम्बन्ध रूमानी प्रेम के साथ हो गया। ये दिन प्रेम पत्रों के "वैलेंटाइन" के रूप में पारस्परिक आदान प्रदान के साथ गहरे से जुड़ा हुआ है। आधुनिक वैलेंटाइन के प्रतीकों में शामिल हैं दिल के आकार का प्रारूप, कबूतर और पंख वाले क्यूपिड का चित्र.19वीं सदी के बाद से, हस्तलिखित नोट्स की जगह बड़े पैमाने पर बनाने वाले ग्रीटिंग कार्ड्स ने ले ली है। ग्रेट ब्रिटेन में उन्नीसवीं शताब्दी में वैलेंटाइन का भेजा जाना एक फैशन था और, 1847 में, एस्थर हौलैंड ने अपने वोर्सेस्टर, मैस्साचुसेट्स स्थित घर में ब्रिटिश मॉडलों पर आधारित घर में ही बने कार्ड्स द्वारा एक सफल व्यवसाय विकसित कर लिया था। 19 वीं सदी के अमेरिका में वैलेंटाइन कार्ड की लोकप्रियता जहां कई वैलेंटाइन कार्ड अब सामान्य ग्रीटिंग कार्ड प्यार की घोषणाओं के बजाय, संयुक्त राज्य अमेरिका में छुट्टियों के भविष्य व्यावसायीकरण के एक अग्रदूत था रहे हैं। अमेरिका ने ग्रीटिंग कार्ड एसोसिएशन का अनुमान है कि लगभग एक अरब वैलेंटाइन हर साल पूरी दुनिया में भेजे जाते हैं, जिसके कारण,क्रिसमस के बाद, इस छुट्टी को कार्ड भेजने वाले दूसरे सबसे बड़े दिवस के रूप में जाना जाता है। एसोसिएशन का अनुमान है कि औसतन अमरीका में पुरुष महिलाओं के मुकाबले दुगना पैसा खर्चा करते हैं। .

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वैशाली

वैशाली बिहार प्रान्त के वैशाली जिला में स्थित एक गाँव है। ऐतिहासिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध यह गाँव मुजफ्फरपुर से अलग होकर १२ अक्टुबर १९७२ को वैशाली के जिला बनने पर इसका मुख्यालय हाजीपुर बनाया गया। वज्जिका यहाँ की मुख्य भाषा है। ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार वैशाली में ही विश्व का सबसे पहला गणतंत्र यानि "रिपब्लिक" कायम किया गया था। भगवान महावीर की जन्म स्थली होने के कारण जैन धर्म के मतावलम्बियों के लिए वैशाली एक पवित्र स्थल है। भगवान बुद्ध का इस धरती पर तीन बार आगमन हुआ, यह उनकी कर्म भूमि भी थी। महात्मा बुद्ध के समय सोलह महाजनपदों में वैशाली का स्थान मगध के समान महत्त्वपूर्ण था। अतिमहत्त्वपूर्ण बौद्ध एवं जैन स्थल होने के अलावा यह जगह पौराणिक हिन्दू तीर्थ एवं पाटलीपुत्र जैसे ऐतिहासिक स्थल के निकट है। मशहूर राजनर्तकी और नगरवधू आम्रपाली भी यहीं की थी| आज वैशाली पर्यटकों के लिए भी बहुत ही लोकप्रिय स्थान है। वैशाली में आज दूसरे देशों के कई मंदिर भी बने हुए हैं। .

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वैक्युम क्लीनर

घर पर उपयोग के लिए कनस्तर वैक्युम क्लीनर. एक वैक्युम क्लीनर, जो हूवर (एक प्रजातिगत ट्रेडमार्क) या स्वीपर के भी नाम से जाना जाता है और आमतौर पर यह वैक्युम क्लीनर कहलाता है, एक ऐसा उपकरण है जो आमतौर पर फर्श से धूल और गंदगी खींचने के लिए आंशिक वैक्युम का निर्माण करता है और इसके लिए वायु पंप का इस्तेमाल होता है। बाद में निपटान के लिए गंदगी को या तो डस्टबैग द्वारा इकट्ठा किया जाता है या चक्रवात द्वारा.

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वॅस्टर्न (शैली)

१९५६ में निर्मित वॅस्टर्न फ़िल्म 'द सरचर्स' में मशहूर अभिनेता जॉन वेन वॅस्टर्न (अंग्रेज़ी: Western), जिसका हिन्दी में अर्थ 'पश्चिमी' है, कला की एक शैली या विधा है, जो अक्सर रेडियो, टेलीविज़न, सिनेमा, साहित्य सहित अनेक रूपों में अपनायी जाती है। वॅस्टर्न शैली की कहानियां अक्सर उन्नीसवीं सदी के अंतिम वर्षों में संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी भाग के माहौल पर आधारित होती हैं। .

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वॉनाक्राय रैनसमवेयर हमला

वॉनाक्राय रैनसमवेयर (अंग्रेज़ी: WannaCry या WanaCrypt0r 2.0) एक रैनसमवेयर मैलवेयर टूल है जिसका प्रयोग करते हुए मई 2017 में एक वैश्विक रैनसमवेयर हमला हुआ। रैनसम अंग्रेजी शब्द है जिसका अर्थ है- फिरौती। इस साइबर हमले के बाद संक्रमित कंप्यूटरों ने काम करना बंद कर दिया, उन्हें फिर से खोलने के लिए बिटकॉइन के रूप में 300-600 डॉलर तक की फिरौती की मांग की गई। प्रभावित संगठनों ने कंप्यूटर्स के लॉक होने और बिटकॉइन की मांग करने वाले स्क्रीनशॉट्स साझा किए हैं। ब्रिटेन, अमेरिका, चीन, रूस, स्पेन, इटली, वियतनाम समेत कई अन्य देशों में रेनसमवेयर साइबर हमलों के समाचार प्राप्त हुए हैं। ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस भी इस हमले से प्रभावित हुई है। साइबर सुरक्षा शोधकर्ता के मुताबिक़ बिटकॉइन मांगने के 36 हज़ार मामलों का पता चला है। - एनडीटीवी - 13 मई 2017 हैकर्स ने अमेरिका की नैशनल सिक्यॉरिटी ऐजेंसी जैसी तकनीक का इस्तेमाल कर इतने बड़े पैमाने पर साइबर अटैक किया। माना जा रहा है कि अमेरिका की नैशनल सिक्यॉरिटी एजेंसी जिस तकनीक का इस्तेमाल करती थी वह इंटरनेट पर लीक हो गई थी और हैकर्स ने उसी तकनीक का इस्तेमाल किया है। - नवभारत टाइम्स -13 मई 2017 सुरक्षा शोध से जुड़ी एक संस्था ने रविवार को चेतावनी दी कि शुक्रवार को हुए वैश्विक हमले के बाद दूसरा बड़ा साइबर हमला 15 मई 2017 सोमवार को हो सकता है। ब्रिटेन के सुरक्षा शोधकर्ता 'मैलवेयर टेक' ने भविष्यवाणी की है कि दूसरा हमला सोमवार को होने की संभावना है। मैलवेयर टेक ने ही रैनसमवेयर हमले को सीमित करने में मदद की थी। - ज़ी न्यूज़ - 15 मई 2017 .

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वोदका

रूस के मंद्रोगी का वोडका संग्रहालय वोडका (रूसी शब्द водка, вода + ка से) http://www.britannica.com/EBchecked/topic/631781/vodka, एक साफ़ द्रव है जिसका अधिकांश भाग जल और इथेनॉल है जिसे अनाज (आम तौर पर राई या गेहूं), आलू या मीठे चुकंदर के शीरे जैसे किसी किण्वित पदार्थ से आसवन की प्रक्रिया — प्रायः एकाधिक आसवन की प्रक्रिया — द्वारा शुद्ध किया जाता है। इसमें अन्य प्रकार के पदार्थ जैसे अनचाही अशुद्धता या स्वाद की मामूली मात्रा भी शामिल रह सकती है। आमतौर पर वोडका में अल्कोहोल की मात्रा 35% से 50% आयतन के अनुपात में रहती है। क्लासिक रूसी, लिथुआनिया और पोलिश वोडका में 40% (80 प्रूफ) है। वोडका का उत्पादन अलेक्जेंडर III द्वारा 1894 में शुरू किया गया था जिसके लिए रूसी मानकों को श्रेय दिया जा सकता है।मास्को में वोडका संग्रहालय के अनुसार, रूसी रसायनज्ञ दमित्री मेनडिलिव (आवर्त सारणी (periodic table) के विकास में अपने कार्य के लिए अधिक प्रसिद्ध) ने सही प्रतिशत 38% बताया था। हालांकि, उस समय अल्कोहोल की उग्रता शक्ति के आधार पर कर (टैक्स) लगता था परन्तु कर की सरल गणना करने के लिए इस प्रतिशत को पूर्णांक बनाते हुए 40 कर दिया गया। कुछ सरकारों ने अल्कोहोल के लिए मद्यसार की एक न्यूनतम सीमा तय की जिसे 'वोडका' कहा जाने लगा.

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वोल्ट

वोल्टा पाइल वोल्ट (प्रतीक: V), विद्युत विभव, विभवान्तर और विद्युतवाहक बल की व्युत्पन्न इकाई है। इस ईकाई का नाम (वोल्ट) इतालवी भौतिकविज्ञानी वोल्टा (1745-1827) के सम्मान में रखा गया है जिसने वोल्टेइक पाइल का आविष्कार किया, जिसे पहली रासायनिक बैटरी कह सकते हैं। जहाँ.

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वी.जी. सिद्धार्थ

वी.जी.

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वीडियो गेम

वीडियो गेम या वीडियो खेल ऐसे इलेक्ट्रॉनिक खेल होते है जिसमें यूज़र इंटरफ़ेस के साथ परस्पर क्रिया करके दृश्य प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है। वीडियो गेम खेलने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों को प्लेटफॉर्म या मंच के रूप में जाना जाता है। पर्सनल कम्प्यूटर और वीडियो गेम के लिये विशिष्ट तौर पर बनाई गई मशीन जिसे कंसोल कहते है, ज़्यादातर वीडियो गेम के लिये प्रयोग में लिये जाते हैं। आर्केड गेम के रूप में वीडियो गेम के, जो पहले आम थे, उपयोग में धीरे-धीरे गिरावट आई है। वीडियो गेम एक कला का रूप और उद्योग बन गया है। मुख्य रूप से वीडियो गेम में हेरफेर करने के लिए इस्तेमइस को खेल नियंत्रक कहा जाता है, जो प्लेटफार्मों भर में बदलता है। एक नियंत्रक, केवल एक बटन और एक जॉयस्टिक से मिलकर बन सकता है, जबकि कई में उदाहरण के लिए एक और एक दर्जन से अधिक बटन और एक या एक से अधिक जॉयस्टिक सुविधा हो सकती है। कई आधुनिक कंप्यूटर गेम खिलाड़ी को कीबोर्ड और साथ ही माउस का उपयोग करने की अनुमति देते हैं। हाल के वर्षों में, इनपुट के अतिरिक्त तरीके उभरे है जैसे वीडियो गेम कंसोल के लिए कैमरा आधारित खिलाड़ी अवलोकन और मोबाइल उपकरणों के लिये टचस्क्रीन। .

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वीजा (दस्तावेज)

वीजा (लैटिन शब्द कार्टा वीजा से लिया गया है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है 'वह कागज जो देखा गया हो'। वीजा इंगित करता है कि अमुक व्यक्ति वीजा जारी करने वाले देश में प्रवेश के लिए अधिकृत है, यदि वास्तविक प्रवेश के समय आव्रजन अधिकारी इसकी अनुमति दे दे। वीजा एक अलग दस्तावेज के रूप में भी हो सकता है, लेकिन अधिकतर यह आवेदक के पासपोर्ट पर ही एक मोहर के रूप में पृष्ठांकित किया जाता है। कुछ देशों मे,कुछ विशेष स्थितियों में वीजा की आवश्यकता नहीं होती जैसे कि पारस्परिक संधि व्यवस्था। वीजा जारी करने वाला देश आमतौर पर इसके साथ कई शर्तें जोड़ देते हैं, जैसे वीजा की वैधता, वह अवधि जिसके दौरान एक व्यक्ति उस देश में रह सकता है, दिये गए वीजा पर व्यक्ति कितनी बार यात्रा कर सकता है आदि। सिर्फ वीजा जारी होना भर ही अपने आप में वीजा जारी करने वाले देश में प्रवेश की कोई गारंटी नहीं है और जारी वीजा को किसी भी समय रद्द किया जा सकता है। आम तौर पर वीजा एक व्यक्ति को एक देश में प्रवेश करने और वहाँ रहने के अलावा और कोई अधिकार नहीं देता है। प्रवेश और रहने के अलावा और कुछ भी करने के लिए विशेष परमिट की आवश्यकता होती है, जैसे निवासानुमति या कार्यानुमति। वीजा वह दस्तावेज होता है जो किसी व्यक्ति को अन्य देश में प्रवेश करने की अनुमति देता है। दरअसल दूसरे देशों में जाने के लिए इस तरह के प्रतिबंध की शुरुआत मुख्य तौर पर प्रथम विश्वयुद्ध के बाद सामने आई। किसी देश के वीजा संबंधी नियम अन्य देशों से संबंधों पर निर्भर करते हैं। इनमें सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और अप्रवासी लोगों की आर्थिक स्थिति जैसे तथ्य अहम भूमिका निभाते हैं। .

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खसरा

---- खसरा श्वसन प्रणाली में वायरस, विशेष रूप से मोर्बिलीवायरस के जीन्स पैरामिक्सोवायरस के संक्रमण से होता है। मोर्बिलीवायरस भी अन्य पैरामिक्सोवायरसों की तरह ही एकल असहाय, नकारात्मक भावना वाले आरएनए वायरसों द्वारा घिरे होते हैं। इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, बहती हुई नाक, लाल आंखें और एक सामान्यीकृत मेकुलोपापुलर एरीथेमाटस चकते भी शामिल है। खसरा (कभी-कभी यह अंग्रेज़ी नाम मीज़ल्स से भी जाना जाता है) श्वसन के माध्यम से फैलता है (संक्रमित व्यक्ति के मुंह और नाक से बहते द्रव के सीधे या वायुविलय के माध्यम से संपर्क में आने से) और बहुत संक्रामक है तथा 90% लोग जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं है और जो संक्रमित व्यक्ति के साथ एक ही घर में रहते हैं, वे इसके शिकार हो सकते हैं। यह संक्रमण औसतन 14 दिनों (6-19 दिनों तक) तक प्रभावी रहता है और 2-4 दिन पहले से दाने निकलने की शुरुआत हो जाती है, अगले 2-5 दिनों तक संक्रमित रहता है (अर्थात् कुल मिलाकर 4-9 दिनों तक संक्रमण रहता है).

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खाड़ी युद्ध

कोई विवरण नहीं।

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खुली अर्थव्यवस्था

खुली अर्थव्यवस्था (ओपेन इकनॉमी) अर्थव्यवस्था का एक दर्शन (philosophy) है। खुली अर्थव्यवस्था को अगर उसके शाब्दिक अर्थ से समझें तो इसका मतलब होता है एक ऐसा देश या समाज जहाँ किसी को किसी से भी व्यापार करने की छूट होती है और ऐसा भी नही कि इस व्यापार पे कोई सरकारी अंकुश या नियंत्रण नही होता। पर सरकार ऐसी नीतियाँ बनाती है जिससे आम लोग उद्योग और अन्य प्रकार के व्यापार आसानी से शुरू कर सकें। ऐसी अर्थव्यवस्था मे व्यापारों को स्वतंत्र रूप से फलने-फूलने दिया जाता है। सरकारी नियंत्रण ऐसे बनाये जातें है जिनमें व्यापारों को किसी भी प्रकार की बेईमानी से तो रोका जाता है पर नियंत्रण को इतना भी कड़ा नही किया जाता है कि ईमान्दार व्यापार मे असुविधा हो। खुली अर्थव्यवस्था न केवल उस समाज य देश के अंदरूनी व्यापार के लिये होती है बल्कि बाहरी व्यापार को भी उसी दृष्टि से देखा जाता है। .

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गणराज्य

एक गणराज्य या गणतंत्र (रेस पब्लिका) सरकार का एक रूप है जिसमें देश को एक "सार्वजनिक मामला" माना जाता है, न कि शासकों की निजी संस्था या सम्पत्ति। एक गणराज्य के भीतर सत्ता के प्राथमिक पद विरासत में नहीं मिलते हैं। यह सरकार का एक रूप है जिसके अंतर्गत राज्य का प्रमुख राजा नहीं होता। गणराज्य की परिभाषा का विशेष रूप से सन्दर्भ सरकार के एक ऐसे रूप से है जिसमें व्यक्ति नागरिक निकाय का प्रतिनिधित्व करते हैं और किसी संविधान के तहत विधि के नियम के अनुसार शक्ति का प्रयोग करते हैं, और जिसमें निर्वाचित राज्य के प्रमुख के साथ शक्तियों का पृथक्करण शामिल होता हैं, व जिस राज्य का सन्दर्भ संवैधानिक गणराज्य या प्रतिनिधि लोकतंत्र से हैं। 2017 तक, दुनिया के 206 सम्प्रभु राज्यों में से 159 अपने आधिकारिक नाम के हिस्से में "रिपब्लिक" शब्द का उपयोग करते हैं - निर्वाचित सरकारों के अर्थ से ये सभी गणराज्य नहीं हैं, ना ही निर्वाचित सरकार वाले सभी राष्ट्रों के नामों में "गणराज्य" शब्द का उपयोग किया गया हैं। भले राज्यप्रमुख अक्सर यह दावा करते हैं कि वे "शासितों की सहमति" से ही शासन करते हैं, नागरिकों को अपने स्वयं के नेताओं को चुनने की वास्तविक क्षमता को उपलब्ध कराने के असली उद्देश्य के बदले कुछ देशों में चुनाव "शो" के उद्देश्य से अधिक पाया गया है। गणराज्य (संस्कृत से; "गण": जनता, "राज्य": रियासत/देश) एक ऐसा देश होता है जहां के शासनतन्त्र में सैद्धान्तिक रूप से देश का सर्वोच्च पद पर आम जनता में से कोई भी व्यक्ति पदासीन हो सकता है। इस तरह के शासनतन्त्र को गणतन्त्र(संस्कृत; गण:पूरी जनता, तंत्र:प्रणाली; जनता द्वारा नियंत्रित प्रणाली) कहा जाता है। "लोकतंत्र" या "प्रजातंत्र" इससे अलग होता है। लोकतन्त्र वो शासनतन्त्र होता है जहाँ वास्तव में सामान्य जनता या उसके बहुमत की इच्छा से शासन चलता है। आज विश्व के अधिकान्श देश गणराज्य हैं और इसके साथ-साथ लोकतान्त्रिक भी। भारत स्वयः एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है। .

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गन्धक

गन्धक या सल्फ़र (अंग्रेजी - Sulphur, Sulfur) एक रासायनिक तत्व है जिसकी परमाणु संख्या १६ होती है। इसका संकेत S होता है तथा परमाणुभार 32.1। यह आवर्त सारणी में ऑक्सीजन के ग्रूप (समूह) में आता है। यह जैव पदार्थों में विभिन्न रूपों में विद्यमान रहता है। S8 अणु की संरचना .

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ग़दर राज्य-क्रांति

गदर राज्य-क्रान्ति फरवरी १९१५ में ब्रितानी भारतीय सेना में हुई एक अखिल भारतीय क्रान्ति थी जिसकी योजना गदर पार्टी ने बनायी थी। यह क्रान्ति भारत से ब्रिटिश राज को समाप्त करने के उद्देश्य से १९१४ से १९१७ के बीच हुए अखिल भारतीय विद्रोहों (जिन्हें हिन्दू-जर्मन षडयन्त्र कहते हैं।) में से सबसे बड़ी थी। इसे प्रथम लाहौर षडयन्त्र भी कहते हैं। .

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गांधीवाद

गांधीवाद मोहनदास करमचंद गांधी (जिन्हे ज्यादातर महात्मा गांधी के नाम से जाना जाता है) के आदर्शों, विश्वासों एवं दर्शन से उदभूत विचारों के संग्रह को कहा जाता है, जो स्वतंत्रता संग्राम के सबसे बड़े राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेताओं में से थे। यह ऐसे उन सभी विचारों का एक समेकित रूप है जो गांधीजी ने जीवन पर्यंत जिया एवं किया था। जब किसी व्यक्ति या संस्थान को गांधीवादी कहकर संबोधित करते हैं तो उसका तात्पर्य होता है गांधीजी द्वारा स्थापित मूल्यों एवं आदर्शों का अनुपालन करनेवाला होता है। .

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ग्याला पेरी

ग्याला पेरी (चीनी: 加拉白垒, अंग्रेज़ी: Gyala Peri) दक्षिणी-पूर्वी तिब्बत में यरलुंग त्संगपो महान घाटी के मुख पर स्थित एक पर्वत है। यह पारहिमालय पर्वतमाला और उसकी न्येनचेन थंगल्हा उपशृंखला का सदस्य है। यह नमचा बरवा पर्वत के पास (भारत में ब्रह्मपुत्र नदी कहलाने वाली) यरलुंग त्संगपो नदी के पार खड़ा हुआ है। नमचा बरवा के इतना क़रीब होने के कारण इसे कभी-कभी हिमालय के नमचा बरवा हिमाल का सदस्य भी गिन लिया जाता है हालंकि क़ायदे से यरलुंग त्संगपो के दूसरी पार के पहाड़ पारहिमालय पर्वतमाला के सदस्य समझे जाते हैं। .

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ग्रेगोरी कैलेंडर

ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian calendar), दुनिया में लगभग हर जगह उपयोग किया जाने वाला कालदर्शक या तिथिपत्रक है। यह जूलियन कालदर्शक (Julian calendar) का रूपान्तरण है। इसे पोप ग्रेगोरी (Pope Gregory XIII) ने लागू किया था। इससे पहले जूलियन कालदर्शक प्रचलन में था, लेकिन उसमें अनेक त्रुटियाँ थीं, जिन्हें ग्रेगोरी कालदर्शक में दूर कर दिया गया। .

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ग्रीनहाउस

रूस के सेंट पीटर्सबर्ग वानस्पतिक उद्यान स्थित विक्टोरिया अमेज़ोनिका (विशाल आमेज़न वॉटर लिली). बेल्जियम, ब्रसेल्स, लेकेन के रॉयल ग्रीनहॉउसेस.19 वीं शताब्दी के ग्रीनहॉउस वास्तुकला का एक उदाहरण कॉर्नवॉल, इंग्लैंड में इडेन परियोजना, युनाइटेड किंगडम का सबसे बड़ा ग्रीनहॉउस ला मोजोनेरा, अल्मेरिया, अंडालुसिया, स्पेन. अल्मेरिया के तट पर स्थित ग्रीन हॉउसेस हरितगृह या ग्रीनहाउस (ग्लासहाउस भी कहा जाता है) एक इमारत है, जहां पौधे उगाये जाते हैं। ग्रीनहाउस विभिन्न तरह की आवरण सामग्रियों जैसे कांच या प्लास्टिक की छत और अक्सर कांच या प्लास्टिक की दीवारों के साथ बनी एक संरचना है; यह गर्म होता है, क्योंकि सूर्य द्वारा भेजे जा रहे दृश्य सौर विकिरण को पौधों, मिट्टी और भवन के भीतर स्थित अन्य चीजों द्वारा अवशोषित किया जाता है। कांच इस विकिरण के लिए पारदर्शी है। ग्रीनहाउस के भीतर गरम संरचनाएं और पौधे इस ऊर्जा को फिर से अवरक्त में विकीर्ण करते हैं, जिससे कांच आंशिक रूप से अपारदर्शी हो जाता है और वह ऊर्जा ग्रीनहाउस के भीतर कैद हो जाती है। हालांकि, प्रवाह के कारण उष्मा का कुछ नुकसान होता है, लेकिन इससे ग्रीन हाउस के अंदर ऊर्जा (और इस तरह तापमान) में विशुद्ध वृद्धि होती है। गर्म आंतरिक सतहों के ताप से गरम हुई हवा को छत और दीवार द्वारा ईमारत के अन्दर बरकरार रखा जाता है। इन संरचनाओं का आकार छोटे से शेड से लेकर बहुत बड़ी इमारतों तक हो सकता हैं। ग्रीनहाउस को कांच के ग्रीनहाउस और प्लास्टिक ग्रीनहाउस के रूप में विभाजित किया जा सकता है। प्लास्टिक में ज्यादातर पीई (PE) फिल्म और पीसी (PC) या पीएमएमए (PMMA) की कई दीवारों वाली चादरें प्रयुक्त की जाती है। कांच के व्यावसायिक ग्रीनहाउस में अक्सर सब्जियों या फूलों के लिए उच्च तकनीक वाली उत्पादन सुविधाएं होती हैं। कांच के ग्रीनहाउस स्क्रीनिंग स्थापना, गर्म करने, ठंडा करने, प्रकाशमान करने जैसे उपकरणों से परिपुर्ण होते हैं और यह एक कंप्यूटर द्वारा स्वचालित रूप से नियंत्रित हो सकता है। ग्रीनहाउस के लिए इस्तेमाल किया कांच हवा के प्रवाह के लिए एक बाधा के रूप में काम करता है और इसका प्रभाव ग्रीनहाउस के भीतर ऊर्जा को बांधकर रखने के रूप में पड़ता है, जो पौधों और इसके अंदर की जमीन दोनों को गर्म करता है। यह जमीन के पास की हवा को गर्म करता है और इस हवा को उपर उठने और बहकर दूर चले जाने से रोका जाता है। एक ग्रीनहाउस की छत के पास एक छोटी सी खिड़की खोलकर इसका प्रदर्शन किया जा सकता है: क्योंकि तापमान उल्लेखनीय रूप से काफी नीचे आ जाता है। यह सिद्धांत ठंडा करने की ऑटोवेंट स्वचालित प्रणाली पर आधारित है। एक अति लघु ग्रीनहाउस एक ठंडे फ्रेम के रूप में जाना जाता है। .

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ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में सर्फिंग

ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में सर्फिंग, जापान के टोक्यो, 2020 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में अपनी शुरुआत करेगी। ओलंपिक में शामिल होने के कई प्रयासों के बाद, अंतर्राष्ट्रीय सर्फिंग एसोसिएशन 2020 खेलों में शामिल सर्फिंग में सफल हो गया है।.

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ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में सिंक्रनाइज़ तैराकी

1984 के खेलों के बाद से ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में सिंक्रनाइज़ तैराकी का एक आयोजन रहा है वर्तमान ओलंपिक कार्यक्रम युगल और टीम की घटनाओं में प्रतिस्पर्धा है, लेकिन पिछले खेलों में, एक एकल कार्यक्रम भी था। संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और जापान पारंपरिक रूप से इस खेल में सबसे मजबूत राष्ट्र हैं, जो 1984 से 1996 तक ओलंपिक पदक जीत रहे हैं, लेकिन रूस ने हाल ही में वर्चस्व स्थापित किया है, 2000 और 2016 के बीच हर घटना जीतने के लिए। .

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ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में जूडो

जूदो को टोक्यो, जापान में 1964 के खेलों में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में शामिल किया गया था। 1968 में शामिल नहीं किए जाने के बाद से, जूदो प्रत्येक ओलंपियाड में एक ओलंपिक खेल रहा है। केवल 1988 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक तक महिला पुरुष ने भाग लिया, जब महिलाएं एक प्रदर्शन गेम के रूप में भाग लीं। 1992 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में महिलाओं को जूदो का पहले पदक से सम्मानित किया गया था। .

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ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल

ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों या ओलंपियाड के खेलों (Jeux olympiques d'été), जो पहली बार 1896 में आयोजित किया गया था, एक अंतर्राष्ट्रीय मल्टी-स्पोर्ट इवेंट आयोजन है जो चार साल से एक अलग शहर द्वारा आयोजित किया जाता है। सबसे हालिया ओलंपिक रियो डी जनेरियो, ब्राजील में आयोजित किए गए थे। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति खेल का आयोजन करती है और मेजबान शहर की तैयारियों की देखरेख करता है। प्रत्येक ओलंपिक आयोजन में, स्वर्ण पदक प्रथम स्थान पर दिए जाते हैं, दूसरे स्थान पर रजत पदक से सम्मानित किया जाता है, और तीसरे के लिए कांस्य पदक प्रदान किए जाते हैं; यह परंपरा 1904 में शुरू हुई। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की सफलता के कारण शीतकालीन ओलंपिक खेलों का निर्माण किया गया था। ओलंपिक में 42 स्पर्धाओं की प्रतियोगिता में वृद्धि हुई है, जो कि 1896 में 14 देशों के 250 से कम पुरुष प्रतिद्वंद्वियों के साथ 2012 में 204 देशों से 10,768 प्रतिद्वंद्वियों (5,992 पुरुष, 4,776 महिलाओं) के साथ 302 घटनाओं के साथ बढ़ी है। अठारह देशों ने ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी की है। संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी भी अन्य देश से अधिक चार ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (1904, 1932, 1984, 1996), की मेजबानी की है, और ग्रेट ब्रिटेन लंदन में तीन ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (1908, 1948, 2012), सभी की मेजबानी की है। एथेंस (1896, 2004), पेरिस (1900, 1924), लॉस एंजिल्स (1932, 1984) और टोक्यो (1964, 2020): चार शहरों में दो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक आयोजित किए गए हैं। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक कई बार होस्ट करने के लिए पश्चिमी दुनिया के बाहर टोक्यो पहला शहर है। एशिया ने ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी की है, जापान, दक्षिण कोरिया और चीन में चार बार (1964, 1988, 2008, 2020)। दक्षिणी गोलार्ध में आयोजित केवल ग्रीष्मकालीन ओलंपिक ऑस्ट्रेलिया (1956, 2000) और ब्राजील (2016) में रहे हैं। 2016 के खेल दक्षिण अमेरिका में होने वाले पहले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक हैं और स्थानीय शीतकालीन सत्र के दौरान आयोजित होने वाले पहले थे। अफ्रीका अभी तक एक ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी नहीं है। केवल पांच देशों-ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, ग्रेट ब्रिटेन, और हर ग्रीष्मकालीन ओलिंपिक खेलों में स्विट्जरलैंड की है प्रतिनिधित्व करता रहा। प्रत्येक ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में कम से कम एक स्वर्ण पदक जीतने वाला एकमात्र देश ग्रेट ब्रिटेन है संयुक्त राज्य अमेरिका ने सभी समय के पदक तालिका का नेतृत्व किया। .

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गृहयुद्धों की सूची

यहां विश्व में घटित गृहयुद्धों की सूची(civil war) दी गयी है। जब किसी राष्ट्र के अंदर ही दो या दो से अधिक समूह उस देश की सत्ता से ही हथियारबन्द युद्ध कर रहे हों तो इस प्रकार के युद्ध को गृहयुद्ध कहा गया हैं। .

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गूगल धरती

गूगल अर्थ वास्तविक भूमंडल (virtual globe) चित्रण का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे प्रारम्भ में अर्थ व्यूअर नाम दिया गया, तथा इसे कीहोल, इंक (Keyhole, Inc) द्वारा तैयार किया गया है, जो 2004 में गूगल द्वारा अधिगृहीत की गई एक कंपनी है। यह कार्यक्रम उपग्रह चित्रावली (satellite imagery), हवाई छायांकन (aerial photography) तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) त्रि आयामी (3D) भूमंडल से प्राप्त चित्रों का अध्यारोपण (superimposition) करते हुए धरती का चित्रण करता है। यह तीन विभिन्न अनुज्ञप्तियों के अधीन उपलब्ध है: गूगल अर्थ, सीमित कार्यात्मकता के साथ एक मुक्त संस्करण; गूगल अर्थ प्लस ($ २० प्रति वर्ष), जो अतिरिक्त विशेषताओं से युक्त है तथा गूगल अर्थ प्रो ($ ४०० प्रति वर्ष), जो कि वाणिज्यिक कार्यों में उपयोग हेतु तैयार किया गया है। २००६ में इस उत्पाद का नाम बदलकर गूगल अर्थ कर दिया गया, जो कि वर्तमान में माइक्रोसॉफ्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) २००० (2000), एक्स पी अथवा विस्ता, मैक ओएस एक्स (Mac OS X) १०.३.९ तथा उससे अधिक, लिनुक्स(१२ जून, २००६ को जारी) तथा फ्री BSD (FreeBSD) से युक्त निजी कंप्यूटरों (personal computer) पर उपयोग के लिए उपलब्ध है। गूगल अर्थ फायरफॉक्स, आई ई 6 (IE6) अथवा आई ई 7 (IE7) के लिए एक ब्राउज़र प्लगइन (02 जून, 2008 को जारी) के रूप में भी उपलब्ध है। एक अद्यतन कीहोल आधारित क्लाइंट को जारी करने के साथ, गूगल ने अपने वेब आधारित प्रतिचित्रण सॉफ़्टवेयर में अर्थ डेटाबेस की चित्रावली भी शामिल की है। वर्ष २००६ के मध्य जनता के लिए गूगल अर्थ जारी होने के साथ २००६ तथा २००७ के बीच आभासी भूमंडल (virtual globes) पर मीडिया कवरेज में दस गुना से भी अधिक की वृद्धि हुई तथा भूस्थानिक (geospatial) तकनीकों तथा अनुप्रयोगों में जनता की रूचि बढ़ गई। .

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गो-तोबा

गो-तोबा गो-तोबा (Go-Toba; 後鳥羽天皇) (अगस्त ६, ११८० – मार्च २८, १२३९) जापान के ८२वें सम्राट थे। वें कवि भी थे। सम्राट गो-तोबा का नाम ७४वे सम्राट, सम्राट तोबा के नाम से लिया गया है .

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गोएमों: एक जांबाज़ योद्धा

गोएमों: एक जांबाज़ योद्धा (मूल शीर्षक: GOEMON (ゴエモン)) एक २००९ है जापानी ऐतिहासिक कल्पना फिल्म। यह शिथिल इशिकावा गोएमों की कहानी पर आधारित है, अमीर से कीमती सामान चुरा लिया है और उन्हें गरीबों को दे दिया, जो एक महान डाकू नायक। फिल्म गोएमों के कारनामों की एक काल्पनिक खाता है और सेन्गोकु अवधि के अंतिम चरण के दौरान उनकी भूमिका, विशेष रूप से अवधि सेकीगहरा ​​की निर्णायक लड़ाई के लिए अग्रणी। .

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गोरो कोयमा

गोरो कोयमा भारत सरकार ने १९९२ में अन्य के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये जापान से हैं। श्रेणी:१९९२ पद्म भूषण.

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गोल्ड कोस्ट, क्वींसलैंड

गोल्ड कोस्ट ऑस्ट्रेलियाई राज्य क्वींसलैंड में एक शहर है। यह राज्य का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है और देश का छठा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। यह देश का सबसे अधिक जनसंख्या वाला गैर-राजधानी शहर भी है। यह अपने उपोष्णकटिबंधीय मौसम, फेनिल समुद्र तट, नहर और जलमार्ग प्रणालियां, गगनचुंबी इमारतों को छूनेवाले क्षितिज, नाइटलाइफ और घने वर्षा-वनों के कारण गोल्ड कोस्ट एक प्रमुख पर्यटन स्थलकहलाया जाता है। गोल्ड कोस्ट 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए एक उम्मीदवार शहर भी है। .

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गोवा

right गोवा या गोआ (कोंकणी: गोंय), क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है। पूरी दुनिया में गोवा अपने खूबसूरत समुंदर के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिये जाना जाता है। गोवा पहले पुर्तगाल का एक उपनिवेश था। पुर्तगालियों ने गोवा पर लगभग 450 सालों तक शासन किया और दिसंबर 1961 में यह भारतीय प्रशासन को सौंपा गया। .

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गीशा

गीशा का 'मेक-अप' गीशा एक चीनी-जापानी शब्द जिसका अर्थ है, 'सुखकर गुणयुक्ता'। जापान में गाने तथा नाचनेवाली ऐसी कुमारियों के लिए यह शब्द प्रयुक्त होता है जो सामाजिक अवसरों पर तथा चायघरों आदि में लोगों का मनोरंजन करती हैं। गीशा बनने की इच्छुक लड़कियों को बहुत कम अवस्था में ही गीत और नृत्य के साथ साथ उठने बैठने तथा शिष्टाचार की शिक्षा दी जाती है। इस संबंध में ध्यान देने योग्य बात यह है कि गीशा किसी भी अवस्था में पतिता नहीं समझी जातीं। भारत में देवदासियों को जो स्थान मिला था वही गीशाओं को मिला कहा जा सकता है। पर दोनों में कई स्पष्ट भेद हैं। देवदासियों का मुख्य कार्य देवता की सेवा था, जबकि गीशा का कार्य मंदिर आदि की सफाई तथा सज्जा में सहायता देने के अतिरिक्त स्पष्ट रूप से व्यक्तियों का मनोरंजन करना है, चाहे वे व्यक्ति भक्त हों या न हो। गीशाओं का प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद उनके साथ उनको शर्तनामे पर हस्ताक्षर करवाकर नियुक्त किया जाता है, पर विवाह के अतिरिक्त वे अन्य किसी भी प्रकार से स्वतंत्रता नहीं प्राप्त कर सकतीं। राष्ट्र की ओर से गीशा-वृत्ति के लिए शिक्षार्थिणियों तथा गीशाओं दोनों पर कर लगा होता है। शिक्षाÌथणियों पर कर कम होता है। इसमें संदेह नहीं कि यह पुरुषप्रधान समाज की एक शोषक प्रथा है। अर्थव्यवस्था में स्त्रियों को समान भाग प्राप्त होने के साथ साथ यह प्रथा उठती जा रही है। .

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ऑर्कुट

ऑर्कुट इन्टरनेट पर एक प्रसिद्ध सामाजिक तंत्र-व्यवस्था समूह (सामाजिक नेटवर्क) था जो कि गूगल समूह द्वारा संचालित किया जा रहा था। इसका नाम गूगल समूह के एक कर्मचारी ऑर्कुट बुयुक्कॉक्टेन के नाम पर पड़ा। इसकी सेवा में कहा गया था कि यह उपयोगकर्ता को नए दोस्त बनाने और वर्तमान संबंधों को बनाए रखने में मदद करने के लिए अन्वेषित किया गया है। पहले इसमें खाता खोलने के लिए किसी पूर्व सदस्य के निमंत्रण की आवश्यकता होती थी पर अक्टूबर २००६ के बाद से बिना निमंत्रण के खाता खोलने की सुविधा दे दी गई। ऑर्कुट का प्रयोग सबसे ज्यादा ब्राजील में होता था जिसके बाद भारत दूसरे स्थान पर था। ऑर्कुट 30 सितंबर, 2014 से बंद कर दिया गया। ऑर्कुट के सबसे ज्यादा उपयोगकर्ता ब्राजील (५१.१८%), संयुक्त राज्य अमेरिका (१७.४१%) और भारत (१७.४१%) में हैं। सबसे ज्यादा उपयोग करने वाले १८-२५ वर्ष के लोग हैं। अगस्त २००७ में गूगल ने यह निर्णय लिया कि कैलिफोर्निया स्थित होस्टेड ऑर्कुट का प्रबंधन करेगा और संचालन पूरी तरह से अब गूगल ब्राजील के द्वारा किया जाएगा। .

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ऑल निप्पन एयरवेज़

, जिसे या ANA भी कहा जाता है, जापान की सबसे बड़ी वाय़ु सेवा है। इसका मुख्यालय शिदोम सिटी सेन्टर में शियोदोम क्षेत्र में मिनाटो, टोक्यो में स्थित है। यह जापान में ४९ गंतव्यों एवं ३२ अन्तर्राष्ट्रीय वायुमार्गों में संचालन करती है। मई २००९ के आंकड़ों के अनुसार कंपनी में १४,००० से अधिक कर्मचारी सेवारत है। मई २०१० में कंपनी की कुल याट्री परिवहन वर्ष-दर-वर्ष 7.8% बढ़ी, एवं इसकी अन्तर्राष्ट्रीय सेवाओं में २२% की वृद्धि के उपरांत २०.७ लाख याट्री २०१० के आरंभिक पांच माह में थी। ए एन ए का प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय हब नरिता अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र में है एवं टोक्यो के बाहर कन्साई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, ओसाका के बाहर स्थित है। .

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ऑल इंडिया वैश्य फेडरेशन

ऑल इंडिया वैश्य फेडरेशन (अखिल भारतीय वैश्य फेडरेशन) एक अंतर्राष्ट्रीय सामजिक संस्था हैं, जिसकी स्थापना स्वतंत्रता सेनानी और हरियाणा के भूतपूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता ने १९८२ में किया था। यह वैश्य समाज के हित के लिए कार्य करता हैं। सांसद गिरीश कुमार संघी अखिल भारतीय वैश्य फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। बनारसी दास गुप्ता के बाद वरिष्ठ भाजपा नेता और राज्य सभा सांसद रामदास अग्रवाल इसके अध्यक्ष बने। ऑल इंडिया वैश्य फेडरेशन की भारत में २० राज्यों में कई डिस्ट्रिक्ट यूनिट और संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, जापान, थाईलैंड और दुबई में भी शाखाये हैं। .

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ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया, सरकारी तौर पर ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रमंडल दक्षिणी गोलार्द्ध के महाद्वीप के अर्न्तगत एक देश है जो दुनिया का सबसे छोटा महाद्वीप भी है और दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप भी, जिसमे तस्मानिया और कई अन्य द्वीप हिंद और प्रशांत महासागर में है। ऑस्ट्रेलिया एकमात्र ऐसी जगह है जिसे एक ही साथ महाद्वीप, एक राष्ट्र और एक द्वीप माना जाता है। पड़ोसी देश उत्तर में इंडोनेशिया, पूर्वी तिमोर और पापुआ न्यू गिनी, उत्तर पूर्व में सोलोमन द्वीप, वानुअतु और न्यू कैलेडोनिया और दक्षिणपूर्व में न्यूजीलैंड है। 18वी सदी के आदिकाल में जब यूरोपियन अवस्थापन प्रारंभ हुआ था उसके भी लगभग 40 हज़ार वर्ष पहले, ऑस्ट्रेलियाई महाद्वीप और तस्मानिया की खोज अलग-अलग देशो के करीब 250 स्वदेशी ऑस्ट्रेलियाईयो ने की थी। तत्कालिक उत्तर से मछुआरो के छिटपुट भ्रमण और होलैंडवासियो (Dutch) द्वारा 1606, में यूरोप की खोज के बाद,1770 में ऑस्ट्रेलिया के अर्द्वपूर्वी भाग पर अंग्रेजों (British) का कब्ज़ा हो गया और 26 जनवरी 1788 में इसका निपटारा "देश निकला" दण्डस्वरुप बने न्यू साउथ वेल्स नगर के रूप में हुआ। इन वर्षों में जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि हुई और महाद्वीप का पता चला,19वी सदी के दौरान दूसरे पांच बड़े स्वयं-शासित शीर्ष नगर की स्थापना की गई। 1 जनवरी 1901 को, छ: नगर महासंघ हो गए और ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रमंडल का गठन हुआ। महासंघ के समय से लेकर ऑस्ट्रेलिया ने एक स्थायी उदार प्रजातांत्रिक राजनैतिक व्यवस्था का निर्वहन किया और प्रभुता संपन्न राष्ट्र बना रहा। जनसंख्या 21.7मिलियन (दस लाख) से थोडा ही ऊपर है, साथ ही लगभग 60% जनसंख्या मुख्य राज्यों सिडनी,मेलबर्न,ब्रिस्बेन,पर्थ और एडिलेड में केन्द्रित है। राष्ट्र की राजधानी केनबर्रा है जो ऑस्ट्रेलियाई प्रधान प्रदेश (ACT) में अवस्थित है। प्रौद्योगिक रूप से उन्नत और औद्योगिक ऑस्ट्रेलिया एक समृद्ध बहुसांस्कृतिक राष्ट्र है और इसका कई राष्ट्रों की तुलना में इन क्षत्रों में प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है जैसे स्वास्थ्य, आयु संभाव्यता, जीवन-स्तर, मानव विकास, जन शिक्षा, आर्थिक स्वतंत्रता और मूलभूत अधिकारों की रक्षा और राजनैतिक अधिकार.

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ऑस्ट्रेलिया का इतिहास

ऑस्ट्रेलिया का इतिहास कॉमनवेल्थ ऑफ ऑस्ट्रेलिया और इससे पूर्व के मूल-निवासी तथा औपनिवेशिक समाजों के क्षेत्र और लोगों के इतिहास को संदर्भित करता है। ऐसा माना जाता है कि ऑस्ट्रेलिया की मुख्य भूमि पर ऑस्ट्रेलियाई आदिवासियों का पहली बार आगमन लगभग 40,000 से 60,000 वर्षों पूर्व इंडोनेशियाई द्वीप-समूह से नाव द्वारा हुआ। उन्होंने पृथ्वी पर सबसे लंबे समय तक बची रहने वाली कलात्मक, संगीतमय और आध्यात्मिक परंपराओं में कुछ की स्थापना की। सन् 1606 में ऑस्ट्रेलिया पहुँचे डच नाविक विलेम जैन्सज़ून यहाँ निर्विरोध उतरने वाले पहले यूरोपीय व्यक्ति थे। इसके बाद यूरोपीय खोजकर्ता लगातार यहाँ आते रहे। सन् 1770 में जेम्स कुक ने ऑस्ट्रेलिया की पूर्वी तट को ब्रिटेन के लिए चित्रित कर दिया और वे बॉटनी बे (अब सिडनी में), न्यू साउथ वेल्स में उपनिवेश बनाने का समर्थन करने वाले विवरणों के साथ वापस लौटे। एक दंडात्मक उपनिवेश की स्थापना करने के लिए ब्रिटिश जहाजों का पहला बेड़ा जनवरी 1788 में सिडनी पहुँचा। ब्रिटेन ने पूरे महाद्वीप में अन्य उपनिवेश भी स्थापित किए। पूरी उन्नीसवीं सदी के दौरान आंतरिक भागों में यूरोपीय खोजकर्ताओं को भेजा गया। इस अवधि के दौरान नए रोगों के संपर्क में आने और ब्रिटिश उपनिवेशवादियों के साथ हुए संघर्ष ने ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों को बहुत अधिक कमज़ोर बना दिया। सोने की खानों और कृषि उद्योगों के कारण समृद्धि आई और उन्नीसवीं सदी के मध्य में सभी छः ब्रिटिश उपनिवेशों में स्वायत्त संसदीय लोकतंत्रों की स्थापना की शुरुआत हुई। सन् 1901 में इन उपनिवेशों ने एक जनमत-संग्रह के द्वारा एक संघ के रूप में एकजुट होने के लिए मतदान किया और आधुनिक ऑस्ट्रेलिया अस्तित्व में आया। विश्व-युद्धों में ऑस्ट्रेलिया ब्रिटेन की ओर से लड़ा और द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान शाही जापान द्वारा संयुक्त राज्य अमरीका को धमकी मिलने पर ऑस्ट्रेलिया संयुक्त राज्य अमरीका का दीर्घकालिक मित्र साबित हुआ। एशिया के साथ व्यापार में वृद्धि हुई और युद्धोपरांत एक बहु-सांस्कृतिक आप्रवास कार्यक्रम के द्वारा 6.5 मिलियन से अधिक प्रवासी यहाँ आए, जिनमें प्रत्येक महाद्वीप के लोग शामिल थे। अगले छः दशकों में जनसंख्या तिगुनी होकर 2010 में लगभग 21 मिलियन तक पहुँच गई, जहाँ 200 देशों के मूल नागरिक मिलकर विश्व की चौदहवीं सबसे बड़ी अर्थ-व्यवस्था का निर्माण करते हैं। .

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ओ सुज़ुकी

ओ सुज़ुकी को सन २००७ में भारत सरकार द्वारा उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये जापान से हैं। .

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ओझा

ख़कास जाति की एक स्त्री ओझा की सन् १९०८ में ली गई तस्वीर ओझा (अंग्रेज़ी: shaman, शेमन या शामन) पारम्परिक समाजों में ऐसे व्यक्ति को कहा जाता है जिनके बारे में यह विश्वास हो कि उनमें प्रत्यक्ष दुनिया से बाहर किसी रूहानी दुनिया, आत्माओं, देवी-देवताओं या ऐसे अन्य ग़ैर-सांसारिक तत्वों से सम्पर्क रखने या उनकी शक्तियों से लाभ उठाने की क्षमता है। ओझाओं के बारे में यह धारणा होती है कि वे अच्छी और बुरी आत्माओं तक पहुँचकर उनपर प्रभाव डाल सकते हैं और अक्सर ऐसा करते हुए वे किसी विशेष चेतना की अवस्था में होते हैं। ऐसी अवस्था को अक्सर किसी देवी-देवता या आत्मा का 'चढ़ना' या 'हावी हो जाना' कहतें हैं। पारम्परिक समाजों में अक्सर चिकित्सा के उपचार भी ओझा ही जाना करते थे। अक्सर जनजातियों या पारम्परिक क़बीलों में ओझाओं का प्रभाव ज़्यादा होता है और उन्हें धर्म और चिकित्सा दोनों का स्रोत माना जाता है।, Michael Harner, Michael J. Harner, HarperCollins, 1990, ISBN 978-0-06-250373-2,...

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ओडिन्से

ओडिन्से (Odense) डेनमार्क का तीसरा सबसे विशाल नगर है। फुनेन द्वीप के मुख्य शहर ओडिन्से की जनवरी २०१५ में आबादी 173,814 के करीब करीब थी। सड़क मार्ग से यह शहर स्वेन्दबोर्ग से उत्तर में, आर्हस से दक्षिण और कोपेनहेगन से दूर दक्षिण पश्चिम में स्थित है। ओडिन्से का हैंस क्रिश्चियन एंडर्सन से करीबी संबंध है जिन्हें परीकथाओं के लिये जाना जाता है। वो इस शहर में 1805 में जन्में थे और उन्होंने यहा अपना बचपन बिताया था। पिछले 4,000 सालों से ओडिन्से में मानव बस्तियाँ स्थापित हैं, हालांकि इनके बारे में पहला उल्लेख 988 ई. और 1070 ई. में मिलता है। अब यह एक बहुत ही संपन्न और उन्नतिशील शहर बन चुका है। डेनमार्क का कैनुट ४, जिसे अंतिम वाइकिंग राजा माना जाता है का 10 जुलाई 1086 को ओडिन्से के सेंट कैनुट्स एबी में कत्ल हुआ था। हालांकि इस शहर को 1249 ई. में शाही दुश्मनी में जला दिया गया था लेकिन इसने बहुत जल्द अपना पुनरुत्थान किया और मध्य युग में एक महत्वपूर्ण व्यापार केंद्र बन गया। अवनति के एक दौर के बाद अट्ठारहवीं शताब्दी में इसके विकास के लिये बड़े पैमाने पर नीतियाँ बनाई गयीं और काम हुए। ओडिन्से महल का पुनर्निर्माण, व्यापार को बढावा देने के लिये ओडिन्से बंदरगाह से जुड़ने वाली नहर का निर्माण इन नीतियों का हिस्सा थे। 1865 में यहाँ डेनमार्क के विशालतम रेलवे अवसान (टर्मिनल) का यहाँ निर्माण हुआ जिससे यहाँ आबादी और व्यापार के फलने फूलने में बहुत मदद मिली। 1900 के अंत तक ओडिन्से की जनसंख्या 35,000 तक पहुंच चुकी थी। 1935 में बना ओडिन्से का ओडिनस्टारनेट नामक स्तंभ यूरोप का दूसरा सबसे लंबा स्तंभ था जिसे बाद में दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान नाज़ियों ने नष्ट कर दिया। In the present day, Odense remains the commercial hub of Funen, and has a notable shopping district with a diversity of stores.

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ओतोमो ताबितो

ओतोमो नो ताबितो (Ōtomo no Tabito; 大伴 旅人?, ६६५ - अगस्त ३१, ७३१) जापान के एक कवि और दार्शनिक थे। वें ओतोमो याकामोचि के पिता थे। .

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ओसाका

ओसाका (大阪府) जापान का एक शहर है। .

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ओसाका विश्वविद्यालय

ओसाका विश्वविद्यालय (Osaka University, जापानी: 大阪大学 Ōsaka daigaku?), या हण्डै (阪大 Handai?), जापान के ओसाका नगर में स्थित एक विश्वविद्यालय है। यह जापान का ६वँ सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय है। श्रेणी:जापान के विश्वविद्यालय.

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ओहरुकुबान एइबीचु

ओहरुकुबान एइबीचु (Oruchuban Ebichu, おるちゅばんエビちゅ, एइबीचु सदन में मन लगाता है) एक जापानी माँगा शृंखला एंड एनीमेशन, लिखित द्वारा इटू रीसा(伊藤 理佐)। .

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ओख़ोत्स्क सागर

ओख़ोत्स्क सागर का नक़्शा रूस के मागादान शहर के पास ओख़ोत्स्क सागर का हिमाच्छादित एक तट ओख़ोत्स्क सागर (रूसी: Охо́тское мо́ре, ओख़ोत्स्कोए मोरे) प्रशांत महासागर के उत्तरपश्चिमी भाग का एक समुद्र है। यह पूर्व में कमचातका प्रायद्वीप, दक्षिणपूर्व में कुरील द्वीपसमूह, दक्षिण में जापान के होक्काइदो द्वीप, पश्चिम में रूस के साख़ालिन द्वीप और पश्चिमोत्तर में साइबेरिया के तटीय इलाक़े से घिरा हुआ है। इसका नाम रूस के ओख़ोत्स्क शहर पर पड़ा है जो सुदूर पूर्व में रूस का पहला क़स्बा था। .

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ओकी द्वीपसमूह

ओकी द्वीपसमूह ओकी द्वीपसमूह (Oki Islands (隠岐諸島 Oki-shotō?, or 隠岐群島 Oki-guntō)) शिमाने द्वीपसमूह के अंग हैं जो जापान के अधिकार में हैं। इनमें एक बड़ा द्वीप है जिसे 'डोगो' कहते हैं तथा तीन छोटे-छोटे द्वीप, चिबूरीशिमा, निशीनोशिमा और नाकानोशिमा हैं जिन्हें सामूहिक रूप से 'डोज़िन' कहा जाता है। इनका कुल क्षेत्रफल ३४६.१ वर्ग किलोमीटर है। कुल तटीय लंबाई १३० मील है। डोगो द्वीप का प्रमुख नगर सैगो है जो शिमाने द्वीप के सकाई बंदरगाह से ४० मील दूर है। 'ओकी-नो-शिमा' का अर्थ है 'दूर के द्वीप'। इनकी जापानी इतिहास में बड़ा महत्वपूर्ण स्थान रहा है। श्रेणी:जापान का भूगोल.

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औषध उद्योग

thumb औषध उद्योग (pharmaceutical industry) औषधि के रूप में उपयोग आने वाले रसायनों का विकास, उत्पादन और वितरण करने वाला उद्योग है। औषध कम्पनियाँ सामान्य दवा (जेनेरिक मेडिसिन) बनातीं हैं या ब्राण्ड वाली दवायें या चिकित्सा उपकरण बनातीं हैं। 600px .

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आत्महत्या के तरीके

आत्महत्या का तरीके खोजने वालों को भारत में आसरा नामक संस्था परामर्श देती हैं जिसका दूरभाष क्रमांक 022 2754 6669 है। उस संस्था का अधिकृत जालस्थान www.aasra.info है। आत्महत्या का तरीका ऐसी किसी भी विधि को कहते हैं जिसके द्वारा एक या अधिक व्यक्ति जान-बूझकर अपनी जान ले लेते हैं। आत्महत्या के तरीकों को जीवन लीला समाप्त करने की दो विधियों के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है: शारीरिक या रासायनिक.

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आम की प्रजातियाँ

पूरे विश्व में आम की सैकड़ों प्रजातियाँ (कृषिजोपजाति / cultivar) पायी जातीं हैं। .

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आरएलवी टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन प्रोग्राम

पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान-प्रौद्योगिकी प्रदर्शन कार्यक्रम, रीयूज़ेबल लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी डेमोंसट्रेटर प्रोग्राम, या RLV-TD, भारत का प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन है जो टू स्टेज टू ऑर्बिट (TSTO) को समझने व पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण वाहन की दिशा में पहले कदम के रूप में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा नियोजित प्रौद्योगिकी प्रदर्शन (टेक्नोलॉजी डीमॉन्सट्रेशन) की एक श्रृंखला है। इस प्रयोजन के लिए, एक पंख युक्त पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी प्रदर्शक (RLV-TD) बनाया गया। RLV-TD संचालित क्रूज उड़ान, हाइपरसॉनिक उड़ान, और स्वायत्त (ऑटोनॉमस) लैंडिंग, वायु श्वसन प्रणोदन (एयर ब्रीदिंग प्रपलशन) जैसे विभिन्न प्रौद्योगिकियों का मूल्यांकन करने के रूप में कार्य करेगा। इन प्रौद्योगिकियों के प्रयोग से लांच लागत में काफी कमी आएगी। वर्तमान में ऐसे स्पेस शटल बनाने वाले देशों में सिर्फ़ अमेरिका, रूस, फ्रांस और जापान हैं। चीन ने इस प्रकार का कोई प्रयास नहीं किया है। .

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आर्थिक शिथिलता

एक निरंतर अवधि के दौरान सामान्य आर्थिक गतिविधि में कमी आने या व्यापार चक्र में संकुचन को अर्थशास्त्र में व्यापारिक मंदी कहा जाता है। मंदी के दौरान कई व्यापक-आर्थिक संकेतक समान रूप से परिवर्तित होते हैं। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) द्वारा मापा जाने वाला उत्पादन, रोजगार, निवेश, क्षमता उपयोग, घरेलू आय और व्यवसायिक लाभ, इन सभी में मंदी के दौरान घटोत्तरी होती है। सरकारें आमतौर पर मंदी का सामना विस्तारी व्यापक-आर्थिक नीतियों को अपना कर करती हैं, जैसे कि धन आपूर्ति में वृद्धि, सरकारी खर्च में बढोत्तरी और कर में घटोत्तरी.

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आर्सेन वेंजर

आर्सेन वेंजर, OBE (जन्म 22 अक्टूबर 1949 स्ट्रासबर्ग) एक फ्रांसीसी फुटबॉल प्रबंधक हैं, जो (1996-2018) के बाद से इंग्लिश प्रीमियर लीग खेलने वाली टीम आर्सेनल का प्रबंधन कर रहे हैं। वे ट्रॉफीयों के सन्दर्भ में आर्सेनल के इतिहास में सबसे सफल प्रबंधक हैं और साथ ही क्लब में सबसे लम्बे समय तक रहने वाले प्रबंधक भी हैं। वेंजर इंग्लैण्ड में दोहरी जीत प्राप्त करने वाले पहले गैर-ब्रिटिश प्रबंधक थे, उन्होंने ऐसा 1998 और 2002 में किया। 2004 में, वे एफ ए प्रीमियर लीग के इतिहास में एकमात्र प्रबंधक बन गए जिन्होंने पूरे दौरे के दौरान बिना किसी हार के सिर्फ जीत हासिल की.

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आलू के चिप्स

आलू के चिप्स यहां पुनर्निर्देशित है। एकवचन उपयोग के लिए, आलू के चिप देखें आलू के चिप्स (जिन्हें अमेरिकन, ऑस्ट्रेलियन, कनाडियन, सिंगापुर, दक्षिणी अफ्रीका, हवाई इंग्लिश, भारतीय इंग्लिश तथा जमैका की इंग्लिश के साथ साथ अधिकांश यूरोपीय भाषाओं में चिप्स के नाम से; ब्रिटिश तथा आयरिश इंग्लिश में क्रिस्प्स, तथा न्यू ज़ीलैंड में चिपीस के नाम से जाना जाता है) दरसल आलू की पतली फांक हैं जिन्हें तला जाता है। आलू के चिप्स को सामान्यरूप से एक क्षुधावर्धक, अतिरिक्त व्यंजन, या नाश्ते के रूप में परोसा जाता है। बुनियादी चिप्स पके हुए तथा नमक मिलाये गए होते हैं; अतिरिक्त विविधताओं को बनाने के लिए अनेक स्वादों तथा सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है जिनमें सीजनिंग, जड़ी-बूटियां, मसाले, चीज़ तथा कृत्रिम योज्य शामिल होते हैं। क्रिस्प्स, तथापि, ब्रिटेन तथा आयरलैंड में नाश्ते के लिए बनाये गए अनेक उत्पादों को कहा जाता है, इनमें से कुछ आलू से बनते हैं, परन्तु ये मक्का, मैदा तथा कसावा से भी बनाये जाते हैं। इस प्रकार के क्रिस्प्स का एक उदाहरण मॉन्स्टर मंच है। क्रिस्प्स का प्रयोग उत्तरी अमेरिका में भी होता है जहां इन्हें आलू से बने नाश्ते के रूप में जाना जाता है जिनका सुखाये हुए आलू के फ्लेक व अन्य पूरक वस्तुओं से पुनर्निर्माण किया जाता है, उदाहरण के लिए "बेकद ले'स" व प्रिंगल्स, हालांकि तकनीकी रूप से प्रिंगल तेल में "क्विक फ्राई" किये जाते हैं। आलू के चिप्स अंग्रेजी भाषी देशों में तथा कई अन्य पश्चिमी देशों के स्नैक खाद्य बाजार का एक प्रमुख भाग हैं। 2005 में वैश्विक आलू चिप बाजार का कुल राजस्व 16.4 बिलियन डॉलर था। यह उस वर्ष के नमकीन नाश्तों के कुल बाज़ार का 35.5% था (46.1 बिलियन डॉलर).

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आस्क डॉट कॉम

विकिपीडिया के लिए एक Ask.com सर्च आस्क (जिसे यूके में आस्क जीव्स के नाम से जाना जाता है) एक सर्च इंजन था जिसकी स्थापना 1996 में गैरेट ग्रुएनर और डेविड वार्थेन द्वारा कैलिफोर्निया के बर्कले में की गयी थी। मूल सर्च इंजन सॉफ्टवेयर को गैरी चेवस्की द्वारा उनकी अपनी ही डिजाइन से कार्यान्वित किया गया। वार्थेन, चेवस्की, जस्टिन ग्रांट और अन्य ने आरंभिक AskJeeves.com वेबसाइट का निर्माण उस कोर इंजन के आधार पर ही किया था। तीन उद्यम पूँजी कंपनियां - हाईलैंड कैपिटल पार्टनर्स, इंस्टिट्यूशनल वेंचर पार्टनर्स और द रोडा ग्रुप - आरंभिक निवेशक थीं। Ask.com का स्वामित्व वर्तमान में इंटरएक्टिवकॉर्प के पास है; नास्डाक में यह आईएसीआई नाम से सूचीबद्ध है। 2010 के अंतिम दौर में गूगल के साथ प्रतिस्पर्धा कर पाने में असमर्थ होने के बाद कंपनी ने एक प्रश्नोत्तरी साइट बनने के लिए अपने सर्च इंजन मूल को त्याग दिया। .

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आज़ाद हिन्द फ़ौज

आज़ाद हिन्द फौज़ का ध्वज आज़ाद हिन्द फ़ौज सबसे पहले राजा महेन्द्र प्रताप सिंह ने 29 अक्टूबर 1915 को अफगानिस्तान में बनायी थी। मूलत: यह 'आजाद हिन्द सरकार' की सेना थी जो अंग्रेजों से लड़कर भारत को मुक्त कराने के लक्ष्य से ही बनायी गयी थी। किन्तु इस लेख में जिसे 'आजाद हिन्द फौज' कहा गया है उससे इस सेना का कोई सम्बन्ध नहीं है। हाँ, नाम और उद्देश्य दोनों के ही समान थे। रासबिहारी बोस ने जापानियों के प्रभाव और सहायता से दक्षिण-पूर्वी एशिया से जापान द्वारा एकत्रित क़रीब 40,000 भारतीय स्त्री-पुरुषों की प्रशिक्षित सेना का गठन शुरू किया था और उसे भी यही नाम दिया अर्थात् आज़ाद हिन्द फ़ौज। बाद में उन्होंने नेताजी सुभाषचंद्र बोस को आज़ाद हिन्द फौज़ का सर्वोच्च कमाण्डर नियुक्त करके उनके हाथों में इसकी कमान सौंप दी। .

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आईएसओ ४२१७

Exchange rates display at a Bureau de change listing currency names in English and their ISO 4217 codes. This list displays the United Kingdom as 'England', one of its constituent countries, in addition to displaying the Republic of China as 'Taiwan' and South Korea as 'Korea'. € आईएसओ ४२१७ (अंग्रेज़ी:ISO 4217) एक अंतर्राष्ट्रीय मानक है, जो तीन-अक्षरीय मुद्रा कूट बताता है। इसको अंतर्राष्ट्रीय मानक संगठन द्वारा मानकीकृत किया गया है। .

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आईपैड (पहली पीढ़ी)

| discontinued .

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आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड बचत और निवेश के बीच के अंतराल को पूरा करने और सरल एवं प्रासंगिक निवेश समाधानों की श्रंखला के माध्यम से निवेशकों के लिए दीर्घकालीन संपत्ति अर्जित करने पर केंद्रित देश की सबसे बड़ी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (एएमसी) में से एक है.

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आईगेट (IGATE)

आईगेट कॉर्पोरेशन (iGATE Corporation) कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट में स्थापित और आधारित एक अमेरिकी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी है जिसका संचालन मुख्यालय पेनसिल्वेनिया के पिट्सबर्ग में है। यह कंपनी व्यावसायिक डेटा प्रोसेसिंग में माहिर है और ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए यह आईटॉप्स (इंटीग्रेटेड टेक्नोलॉजी एण्ड ऑपरेशंस सिस्टम्स) नामक एक संरचना का इस्तेमाल करती है। इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में शामिल हैं: आईटी परामर्श; अनुप्रयोग विकास, डेटा भण्डारण, व्यावसायिक ख़ुफ़िया समाधान, ईआरपी/उद्यम समाधान, बीपीओ/व्यावसायिक सेवा प्रावधानीकरण, बुनियादी ढांचे का प्रबंधन, परीक्षण/स्वतंत्र सत्यापन और मान्यकरण एवं संपर्क केन्द्र सेवाएं.

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आंबेडकर जयंती

आंबेडकर जयंती या भीम जयंती डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जिन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है, के जन्म दिन १४ अप्रैल को तौहार के रूप में भारत समेत पुरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को 'समानता दिवस' और 'ज्ञान दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकी जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले प्रतिभाशाली डॉ॰ भीमराव आंबेडकर को समानता के प्रतिक और ज्ञान के प्रतिक भी कहां जाता है। भीमराव विश्व भर में उनके मानवाधिकार आंदोलन, संविधान निर्माण और उनकी प्रकांड विद्वता के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति वैश्विक स्तर पर सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर की पहली जयंती सदाशिव रणपिसे इन्होंने १४ अप्रेल १९२८ में पुणे शहर में मनाई थी। रणपिसे आंबेडकर के अनुयायी थे। उन्होंने आंबेडकर जयंती की प्रथा शुरू की और भीम जयंतीचे अवसरों पर बाबासाहेब की प्रतिमा हाथी के अंबारी में रखकर रथसे, उंट के उपर कई मिरवणुक निकाली थी। उनके जन्मदिन पर हर साल उनके लाखों अनुयायी उनके जन्मस्थल भीम जन्मभूमि महू (मध्य प्रदेश), बौद्ध धम्म दीक्षास्थल दीक्षाभूमि, नागपुर और उनका समाधी स्थल चैत्य भूमि, मुंबई में उन्हें अभिवादन करने लिए इकट्टा होते है। सरकारी दफ्तरों और भारत के हर बौद्ध विहार में भी आंबेडकर की जयंती मनाकर उन्हें नमन किया जाता है। विश्व के 55 से अधिक देशों में डॉ॰ भीमराव आंबेडकर की जयंती मनाई जाती है। गुगल ने डॉ॰ आंबेडकर की 124 वी जयंती 2015 पर अपने 'गुगल डुडल' पर उनकी तस्वीर लगाकर उन्हें अभिवादन किया। तीन महाद्विपों के देशों में यह डुडल था। .

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आओमोरी प्रीफ़ेक्चर

ओमोरी प्रीफ़ेक्चर जापान के होन्शू द्वीप के उत्तरी भाग में स्थित तोहोकू क्षेत्र का एक प्रीफेक्चर है। इसकी राजधानी ओमोरी है। .

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आइची प्रीफ़ेक्चर

आइची प्रीफ़ेक्चर, जापान का एक प्रीफ़ेक्चर है जो चूबू क्षेत्र के तोकाइ क्षेत्र में स्थित है। इसकी राजधानी नगोया है। यह चूक्यो महानगरीय क्षेत्र का मुख्यक्षेत्र है। .

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आइएसडीएन (ISDN)

आइएसडीएन (ISDN) टेलीफोन एकीकृत सेवा डिजिटल नेटवर्क (आइएसडीएन (ISDN)), पब्लिक स्विच्ड टेलीफोन नेटवर्क के परंपरागत परिपथों पर आवाज़, वीडियो, डाटा और अन्य नेटवर्क सेवाओं के समकालीन डिजिटल संचरण के संचार के मानकों का एक सेट है। आइएसडीएन (ISDN) से पहले, फोन सिस्टम को डाटा के लिए उपलब्ध कुछ विशेष सेवाओं के साथ आवाज़ के परिवहन के एक तरीके के रूप में देखा जाता था। आइएसडीएन (ISDN) की प्रमुख विशेषता यह है कि यह बातचीत और डाटा को उसी तर्ज पर एकीकृत करता है लेकिन इसके साथ कुछ ऐसी सुविधाओं को भी शामिल करता है जो पारंपरिक टेलीफोन सिस्टम में उपलब्ध नहीं थे। आइएसडीएन (ISDN) के एक्सेस अंतराफलक के कई प्रकार हैं जिन्हें मूल दर अंतराफलक (बीआरआई (BRI)), प्राथमिक दर अंतराफलक (पीआरआई (PRI)) और ब्रॉडबैंड आइएसडीएन (ISDN) (बी-आईएसडीएन (B-ISDN)) के रूप में परिभाषित किया जाता है। आइएसडीएन (ISDN) एक परिपथ-स्विच्ड टेलीफोन नेटवर्क सिस्टम है, जो पैकेट स्विच्ड नेटवर्कों में भी एक्सेस प्रदान करता है, जिसे साधारण टेलीफोन के तांबे के तारों पर आवाज़ और डाटा के डिजिटल संचरण की अनुमति प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप यह एक एनालॉग फोन की अपेक्षा संभावित रूप से बेहतर आवाज़ गुणवत्ता प्रदान करता है। यह 64 kilobit/s (किलोबिट/से) की वृद्धि में परिपथ-स्विच्ड कनेक्शन (या तो आवाज़ के लिए या डाटा के लिए) और पैकेट-स्विच्ड कनेक्शन (डाटा के लिए) प्रदान करता है। कुछ देशों में आइएसडीएन (ISDN) का एक प्रमुख बाज़ार अनुप्रयोग इंटरनेट एक्सेस है, जहां आइएसडीएन (ISDN) मिसाल के तौर पर अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम दोनों दिशाओं में अधिक से अधिक 128 kbit/s (किलोबिट/से) प्रदान करता है। बृहत्तर डाटा दर को प्राप्त करने के लिए आइएसडीएन (ISDN) के B-चैनलों को जोड़ा जा सकता है, मिसाल के तौर पर 3 या 4 बीआरआई (BRI) (6 से 8 64 kbit/s चैनल) को जोड़ा जाता है। आइएसडीएन (ISDN) को विशेष प्रोटोकॉल, जैसे Q.931 जिससे आइएसडीएन (ISDN) ओएसआई (OSI) मॉडल के सन्दर्भ में नेटवर्क, डाटा-लिंक और भौतिक परतों के रूप में कार्यरत है, के साथ इसके प्रयोग के लिए गलत नहीं समझना चाहिए। एक व्यापक अर्थ में आइएसडीएन (ISDN) को ओएसआई (OSI) मॉडल के परत 1, 2 और 3 पर मौजूद डिजिटल सेवाओं का एक समूह माना जा सकता है। आइएसडीएन (ISDN) को आवाज़ और डाटा सेवाओं में एक साथ एक्सेस प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बहरहाल, सामान्य प्रयोग ने आइएसडीएन (ISDN) को Q.931 और संबंधित प्रोटोकॉलों में सीमाबद्ध किये जाने के लिए इसमें कमी की गई है, जो परिपथ स्विच्ड कनेक्शनों की स्थापना करने और तोड़ने के लिए और उपयोगकर्ता के लिए उन्नत कॉल सुविधाओं के लिए प्रोटोकॉलों का एक सेट है। उनकी शुरुआत 1986 में की गई। एक वीडियोकॉन्फ्रेंस में आइएसडीएन (ISDN) व्यक्तिगत डेस्कटॉप वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग सिस्टमों और समूह (कक्ष) वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग सिस्टमों के बीच एकसाथ आवाज़, वीडियो और पाठ संचरण प्रदान करता है। .

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आइएसओ ३१६६ - १

देशों की सूची - ISO 3166-1.

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आइनू लोग

अपने परम्परागत परिधान में कुछ आइनू लोग एक आइनू पुरुष (सन् 1880 में खींची गई तस्वीर) आइनू (जापानी: アイヌ) जापान के उत्तरी भाग और रूस के सुदूर पूर्वी भाग में बसने वाली एक जनजाति है। यह होक्काइडो द्वीप, कुरिल द्वीपसमूह और साख़ालिन द्वीप पर रहते हैं। समय के साथ-साथ इन्होने जापानी लोगों से शादियाँ कर लीं हैं और उनमें मिश्रित हो चुके हैं। इस वजह से इनकी संख्या का सही अनुमान लगा पाना कठिन है। अंदाज़ा लगाया जाता है कि विश्व में 25,000 से 2,00,000 के बीच आइनू रहते हैं।Poisson, B. 2002, The Ainu of Japan, Lerner Publications, Minneapolis, p.5.

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इचिरो सुजुकी

इचिरो सुजुकी (铃木 一 朗, すずき いちろう) एक जापानी बेसबॉल खिलाड़ी हैं जो कि सिएटल मेरिन्र्स के लिए खेलते हैं। यह मेजर लीग में सबसे सफल जापानी बेसबॉल खिलाड़ी हैं। अमेरिका में इन्हे साइलेंट समुराई (मौन समुराई) के रूप में जाना जाता है।.

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इतागाकी ताइसूके

इतागाकी ताइसूके (板垣 退助?; १८३७-१९१९) जापानी राजनीतिज्ञ तथा स्वतंत्रता एवं जनाधिकार आन्दोलन (Jiyū Minken Undō) के नेता थे। यही आन्दोलन आगे चलकर जापान का पहला राजनैतिक दल बना। १९५३ के १०० येन के नोट पर उनकी छबि बनी हुई है। इनका जन्म तोसा में हुआ था। प्रारंभिक ख्याति राजनीतिक सिपाही के रूप में जिसने सामंतवाद का उन्मूलन कर प्राशासनिक शक्ति राजसत्ता के हाथ में एकत्र करने में योग दिया। नवीन विधान में उसे मंत्री का पद मिला (१८७३)। सरकार की सामरिक नीति से मतभेद होने के कारण उसने त्यागपत्र दे दिया। अपने घर पर जनता को जनतंत्र शासन की प्रशिक्षा देने के उद्देश्य से स्कूल खोले जो बहुत जनप्रिय हुए। इसी की देखादेखी ऐसे अनेक प्रशिक्षण केंद्र खोले गए। इतागाकी 'जापान के रूसो' के नाम से विख्यात हुए। १८८१ में इतागाकी की अध्यक्षता में जापान का जिऊ-तो नामक पहला राजनीतिक दल बना जिसने देश में संसदीय शासन के प्रचलन में योग दिया। इतागाकी ने अपना सारा जीवन इस दल के संगठन में लगा दिया। १८८२ में एक हत्यारे इतागाकी पर वार किया, पर वे बच गए और हत्यारे को संबोधित करते उन्होंने कहा-इतागाकी को मार सकते हों; स्वतंत्रता अमर है। १८८७ में उन्हें एक बार फिर से मंत्रिपद और काउंट की उपाधि मिली। श्रेणी:जापानी राजनेता.

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इत्सुकुशीमा मंदिर

इत्सुकुशीमा मंदिर (厳島神社 इसकीुकुशिमा-जिंजा), इत्सुकुशीमा द्वीप (जिसे मियाजिमा के रूप में जाना जाता है) पर स्थित, एक शिंतो तीर्थस्थल है, जो अपने "तैरते" टोरि द्वार के लिए जाने जाता हैं।Nussbaum, Louis-Frédéric (2005).

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इनक्यूबस

इनक्यूबस कैलिफोर्निया के कालाबसस का एक अमेरिकी रॉक बैंड है। इस बैंड की स्थापना 1991 में गायक ब्रैंडन बॉयड, मुख्य गिटारवादक माइक आइन्ज़िगर और ड्रमवादक जोस पसिलास ने उस समय की जब उन्होंने हाई स्कूल में दाखिला लिया था। बासवादक एलेक्स "डिर्क लांस" कैटुनिख और गेविन "डीजे लीफ" कोपेल के शामिल होने पर बैंड का विस्तार हुआ जिनमें से दोनों की जगह अंत में क्रमशः बासवादक बेन केनी और डीजे किल्मोर को शामिल किया गया। बहु-प्लेटिनम बिक्री तक पहुंचने के साथ-साथ कई अत्यधिक सफल एकलों को रिलीज़ करके इनक्यूबस ने आलोचकों की प्रशंसा के साथ-साथ वाणिज्यिक सफलता भी प्राप्त कर ली है। बैंड ने रचनात्मक ढंग से शाखाओं की तरह फैलना शुरू कर दिया और अपने 1999 एल्बम मेक योरसेल्फ की रिलीज़ के साथ मुख्यधारा की मान्यता हासिल की। 2001 में, "ड्राइव" नामक एकल और अपने अनुवर्ती एल्बम, मॉर्निंग व्यू, की सफलता के साथ इनक्यूबस एक बहुत ज्यादा कामयाब बैंड बन गया। उनकी नवीनतम स्टूडियो एल्बम, लाइट ग्रेनेड्स, ने 2006 में #1 पर शुरुआत की और अमेरिका में इसने स्वर्ण की प्रमाणिकता प्राप्त की है। इनक्यूबस ने जून 2009 में अपनी पहली सबसे बड़ी हिट्स एल्बम मोनुमेंट्स एण्ड मेलोडीज़ को रिलीज़ किया और इसके साथ संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा का दौरा किया। .

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इराक पर आक्रमण 2003

इराक पर 2003 का आक्रमण 20 मार्च से 1 मई 2003 तक चला और इराक युद्ध की शुरूआत को संकेत था, जो संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा संचालित ऑपरेशन इराकी स्वतंत्रता (19 मार्च से पहले, इराक में मिशन को "ऑपरेशन एंडरिंग फ्रीडम" कहा जाता था।. आक्रमण में 21 दिनों के प्रमुख मुकाबले और संचालन शामिल थे, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड के सैनिकों की एक संयुक्त सेना ने इराक पर हमला किया और सद्दाम हुसैन की बाथिस्ट सरकार को हटा दिया। आक्रमण चरण में मुख्य रूप से पारंपरिक रूप से लड़ा युद्ध के शामिल था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड के साथ यूनाइटेड किंगडम की निहित सहायता के साथ अमेरिकी सेनाओं द्वारा बगदाद की इराकी राजधानी पर कब्जा शामिल था। आक्रमण पहले 20 मार्च 2003 को बगदाद में राष्ट्रपति महल पर हवाई हमले से पहले किया गया था। अगले दिन, गठबंधन बलों ने इराक़-कुवैती सीमा के करीब अपने बिंदु से बसरा प्रांत में घुसपैठ शुरू की। विशेष बल ने एक उभयचर हमला किया बसरा और आसपास के पेट्रोलियम क्षेत्रों को सुरक्षित करने के लिए फारस की खाड़ी, मुख्य आक्रमण सेना दक्षिणी इराक में चली गई थी। इराकी सेना जल्द ही हार गई और गठबंधन ने 9 अप्रैल को राजधानी बगदाद पर कब्जा कर लिया था। लेकिन 17 मार्च 2003 को, अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने सद्दाम हुसैन को अपने बेटों उदय और कुसु के साथ देश छोड़ने के लिए 48 घंटे दिए थे।. .

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इलेक्ट्रान विवर्तन

जब एक बिंदु से चला प्रकाश किसी अपारदर्शक वस्तु की कोर को प्राय: छूता हुआ जाता है तो एक प्रकार से वह टूट जाता है जिससे छाया तीक्ष्ण नहीं होती; उसमें समांतर धारियाँ दिखाई पड़ती हैं। इस घटना को विवर्तन कहते हैं। जब इलेक्ट्रानों की संकीर्ण किरणावलि (बीम) को किसी मणिभ (क्रिस्टल) के पृष्ठ से टकराने दिया जाता है तब उन इलेक्ट्रानों का व्याभंग ठीक उसी प्रकार से होता है जैसे एक्स-किरणों (एक्स-रेज़) की किरणावालि का। इस घटना को इलेक्ट्रान विवर्तन (इलेक्ट्रान-डिफ़्रैक्शन)। कहते हैं और यह मणिभ विश्लेषण, अर्थात् मणिभ की सरंचना के अध्ययन की एक शक्तिशाली रीति है। .

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इलेक्ट्रिक मल्टिपल इकाई

इलेक्ट्रिक मल्टिपल इकाई या EMU एक बहु-इकाई रेल-गाड़ी होती है, जिसमें एक या अधिक यात्री डिब्बे लगे होते हैं, व सभी डिब्बे यात्रियों को ढोते हैं एवं शक्ति हेतु विद्युत का प्रयोग करते हैं। USA. Trains of the Singapore MRT. EMUs are often used for rapid transit lines. .

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इवाते प्रीफ़ेक्चर

इवाते प्रीफ़ेक्चर होक्काइडो के बाद जापान का सबसे बड़ा प्रीफ़ेक्चर है। यह होन्शू द्वीप पर तोहोकू क्षेत्र में स्थित है और द्वीप का सबसे पूर्वी बिन्दू यहीं स्थित है। इसकी राजधानी मोरिओता है। इवाते अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए ख्यात है क्योंकि इसका जनसंख्या घनत्व होक्काइडो के बाहर किसी भी प्रीफ़ेक्चर से कम है। .

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इंचेयन अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

एशियाना एयरलाइंस इंचेयन अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र पर इन्चेयन अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र (IIA) (인천국제공항) दक्षिण कोरिया का सबसे बड़ा विमानक्षेत्र, RKSI विश्व के प्रमुख विमानक्षेत्र श्रेणी:दक्षिण कोरिया के विमानक्षेत्र श्रेणी:सियोल.

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इंटरनेट उच्चस्तरीय डोमेन की सूची

The following is a list of currently existing Internet Top-level domains (TLDs).

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इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार

इंदिरा गाँधी शांति पुरस्कार भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की याद में दिया जाता है। १९८४ में उनकी हत्या कर दी गई थी। उनकी स्मृति में स्थापित 'इंदिरा गांधी मेमोरिल ट्रस्ट' द्वारा वर्ष १९८६ से 'इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार' प्रति वर्ष विश्व के किसी ऐसे व्यक्ति को प्रदान किया जाता है जिसने समाज सेवा, निरस्त्रीकरण या विकास के कार्य में महत्वपूर्ण योगदान किया हो। इस पुरस्कार के अंतर्गत २५ लाख रुपए नकद, एक ट्रॉफी और प्रशस्तिपत्र प्रदान किया जाता है। .

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कन्साई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

जापान में स्थित एक अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। यह एक कृत्रिम द्वीप ओसाका द्वीप जो ओसाका स्टेशन से दक्षिण पश्चिम दिशा में, तीन कस्बों, इज़ुमिसानो (उत्तर),.

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कन्वेंशन ड्यू मेत्रे

कन्वेंशन ड्यू मेत या फ्रेंच में Convention du Mètre 20 मई, 1875 को हुई एन अन्तर्राष्ट्रीय संधि थी, जिसमें मीट्रिक मानकों पर नजर रखने हेतु तीन संगठनों की स्थापना की गयी थी। यह फ़्रेंच भाषा में लिखी गयी है और इसे अंग्रेजी भाषा में Metre Convention या मीटर सम्मेलन कहा जाता है। संयुक्त राज्य में इसे मीटर की संधि भी कहते हैं। इसे 1921 में छठी CGPM में पुनरावलोकित किया गया था। इस सम्मेलन में तीन संगठनों का प्रादुर्भाव हुआ थ। वे हैं.

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कबड्डी

कबड्डी एक खेल है, जो मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में खेली जाती है। कबड्डी नाम का प्रयोग प्राय: उत्तर भारत में किया जाता है, इस खेल को दक्षिण में चेडुगुडु और पूरब में हु तू तू के नाम से भी जानते हैं। यह खेल भारत के पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में भी उतना ही लोकप्रिय है। तमिल, कन्नड और मलयालम में ये मूल शब्द, (கை-பிடி) "कै" (हाथ), "पिडि" (पकडना) का रूपान्तरण है, जिसका अनुवाद है 'हाथ पकडे रहना'। कबड्डी, बांग्लादेश का राष्ट्रीय खेल है। .

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कराटे

() यूक्यू द्वीप समूह में विकसित एक युद्धकला है जो अब ओकिनावा, जापान में है। इसका विकास देशी युद्ध पद्धति से हुआ था जिसे चीनी केम्पो कहते हैंओकिनवान कराटे का इतिहास कराटे एक प्रहार कला है जिसमें मुक्केबाजी, पाद प्रहार और घुटना प्रहार और मुक्त-हस्त प्रौद्योगिकी जैसे नाइफ-हैंड्स (कराटे चोप) के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। कुछ शैलियो में ग्रेपलिंग, लॉक्स, अटकाव, थ्रो और महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रहार करना सिखाया जाता है अध्याय 9 में मोटोबु-यू और बुजेइकन, दो टी शैली के साथ ग्रेपलिंग और महत्वपूर्ण बिंदुओं में प्रहार तकनीक को बताया गया है। पृष्ठ 165, सेइटोकु हिगा: "एक प्रहार को निष्प्रभाव करने के लिए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दबाव, कलाई पर पकड़, ग्रेपलिंग, प्रहार और पाद प्रहार का प्रयोग एक सौम्य तरीका है।" एक कराटे अभ्यस्त कर्मी को कहा जाता है। 19 वीं शताब्दी में जापान द्वारा यूक्यु साम्राज्य को मिलाने से पहले यहां कराटे को विकसित किया गया था। जापानी और यूक्यूवांश के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के समय के दौरान 20वीं शताब्दी की प्रारम्भ में इसे जापान की मुख्य भूमि में शामिल किया गया था। 1922 में जापान के शिक्षा मंत्रालय ने गिचिन फुनाकोशी को कराटे के प्रदर्शन के लिए टोक्यो आमंत्रित किया था। 1924 में केइयो विश्वविद्यालय ने पहला विश्वविद्यालय कराटे क्लब की स्थापना की और 1932 तक प्रमुख जापानी विश्वविद्यालयों में कराटे क्लब खुल चुके थे। जापानी सैन्यवाद के इस बढ़ते युग में, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ओकिनावा संयुक्त राज्य सैन्य का एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया और वहां तैनात सैनिकों के बीच कराटे लोकप्रिय बन गया। 1960 और 1970 के दशक की फिल्मों के चलते मार्शल आर्ट की लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ और कराटे शब्द का प्रयोग सभी प्रहार-आधारित ओरिएंटल मार्शल आर्ट का उल्लेख करने के लिए एक सामान्य तरीके की शुरूआत की गई। उसके बाद दुनिया भर में कराटे स्कूल खुलने लगे थे और कम रूचि के साथ-साथ जो आर्ट का गहन अध्ययन करना चाहते थे, दोनों की आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर स्कूलों को खोला गया। शोटोकोन डोजो के मुख्य प्रशिक्षक शिगेरु एगामी ने कहा कि "विदेशी देशों में कराटे के अनुयायी कराटे का अनुसरण केवल लड़ाई के तकनीक के लिए करते हैं।..फिल्म और टेलीविजन...कराटे को एक रहस्यमयी युद्ध शैली के रूप में दर्शाया गया है जिसमें बताया गया है कि उसमें एक घूंसा भी चोट या मौत का कारण बनने में सक्षम होता है।..

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करावली

कन्नड़ क्षेत्र (टुलु:ಕರಾವಳಿ) या करावली क्षेत्र कर्नाटक राज्य के तीन तटीय जिलों, दक्षिण कन्नड़, उडुपी एवं उत्तर कन्नड़ को मिलाकर कहा जाता है। यह कोंकण तटरेखा का दक्षिणी भाग बनाता है। इस क्षेत्र की उत्तर से दक्षिण लंबाई ३०० कि.मी तक और चौड़ाई ३० से ११० कि.मी तक जाती है। क्षेत्र में बहती हवा के साथ झूलते हुए चीड़ के वृक्ष दृश्य होते हैं। .

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कला स्नातक

बैचलर ऑफ आर्ट, बी.ए. (baccalaureus artium, B.A.,BA,A.B., या AB) कला में एक शैक्षणिक उपाधि है।बैचलर ऑफ आर्ट एक स्नातक का विषय जो तीन या चार सालों में पूर्ण किया जाता है। इसमें कई विषय होते हैं - अंग्रेजी,विज्ञान,सामाजिक तथा इतिहास इत्यादि। इन देशों में 3 सालों का पाठ्यक्रम उपलब्ध है - यूरोपियन यूनियन, ऑस्ट्रेलिया, अल्बानिया, हर्जगोविनीया, बोसिना,भारत, न्यूज़ीलैण्ड, ईजराइल,आईलैण्ड,नार्वे,सिंगापुर,दक्षिण अफ्रिका, वेस्ट इंडिज़, स्विटर्जलैण्ड तथा कनाडा। इन देशों में 4 सालों का कोर्स उपलब्ध है - अफ़ग़ानिस्तान, लेबनान, अरमेनिया, यूनान, बांग्लादेश, अज़रबैजान, इजिप्ट, ईरान, जापान, नाईजीरिया, सर्बिया, पाकिस्तान, फ़िलीपिंस, थाईलैण्ड, रूस,आयरलैण्ड, ईराक,दक्षिण कोरिया, तुनुसिया, कुवैत तथा तुर्की। .

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कलगीदार सर्प चील

उत्तरी बोर्नियो के नीची भूमि से उप-जाति एस. सी. पैलिडस कलगीदार सर्प चील (स्पीलॉर्निस चील) एक माध्यम आकर की शिकारी (परभक्षी) चिड़िया है जो उष्णकटिबंधीय एशिया के प्राकृतिक वन्य वासों में पायी जाती है। इसके व्यापक परास में, अनेकों भिन्नताएं हैं और इसके कुछ प्रकार इसकी उपजाति माने जाते हैं जबकि अन्य को पूर्ण प्रजाति के रूप में देखा जाता है, इस कारण समूह का वर्गीकरण विज्ञान समाधित नहीं है। इसके निकट संबंधी जिन्हें प्रायः पूर्ण प्रजाति माना जाता है उसमे फिलिस्तीन के सर्प चील (एस.होलोस्पिला), अंडमान के सर्प-चील (स्पीलॉर्निस एल्जिनी) और दक्षिण निकोबार के सर्प-चील (स्पीलॉर्निस क्लोस्सी) शामिल हैं। इस प्रजाति समष्टि के सभी सदस्यों में बड़ा सा दिखने वाला सर होता है जिस पर कुछ पंख होते हैं और जो इन्हें नर के सामान और कलगीदार रूप प्रदान करता है। इनका चेहरा स्पष्ट एवम पीला होता है और जो मोम-झिल्ली से जुड़ा होता है और इनके मजबूत पंजे पंखरहित तथा प्रवर्धित होते हैं। ये वन के वितान पर चारा खोजती हैं और इनके पंख तथा पूंछ, चौड़ी सफ़ेद और काली पट्टियां प्रदर्शित करते हैं और ये प्रायः तीखी और परिचित तीन या दो स्वरयुक्त ध्वनि निकालती हैं। ये प्रायः सांप का भक्षण करती हैं, जिसके फलस्वरूप ही इन्हें इनका नाम दिया गया है और इसीलिए इन्हें सिर्केटस सर्प-चीलों के साथ सिर्केटिने प्रजाति में रखा गया है। .

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कष्टार्तव (डिसमेनोरीया)

कष्टार्तव (या डिसमेनोरीया) एक स्त्रीरोग संबंधी चिकित्सा अवस्था है जिसकी विशेषता है माहवारी के दौरान गर्भाशय में असहनीय पीड़ा.

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कात्सुको सारुहाशी

कात्सुको सारुहाशी (Saruhashi Katsuko, 猿橋 勝子) (जन्म: २२ मार्च, १९२० एवं मृत्यु: २९ सितंबर, २००७) एक जापानी भूरसायनविद थीं जिन्होंने कार्बन डाईऑक्साइड (CO2) स्तरों के सबसे पहले के कुछ माप किए तथा बाद में सागरीय जल एवं वातावरण में रेडियोएक्टिव नाभिकीय राख के प्रमाण दर्शाए। उन्होंने १९५७ में रसायनशास्त्र में टोक्यो विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट उपाधि अर्जित की। सारुहाशी जियोकेमिकल सोसायटी ऑफ जापान एवं ओशीनोग्राफिकल सोसायटी ऑफ जापान की मानद सदस्य थीं। २२ मार्च, २०१८ को गूगल ने कात्सुको सारुहाशी के जन्मदिवस पर उनके सम्मान में गूगलडूडल प्रदर्शित किया। .

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कानपुर

कानपुर भारतवर्ष के उत्तरी राज्य उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक नगर है। यह नगर गंगा नदी के दक्षिण तट पर बसा हुआ है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से ८० किलोमीटर पश्चिम स्थित यहाँ नगर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। ऐतिहासिक और पौराणिक मान्यताओं के लिए चर्चित ब्रह्मावर्त (बिठूर) के उत्तर मध्य में स्थित ध्रुवटीला त्याग और तपस्या का संदेश दे रहा है। यहाँ की आबादी लगभग २७ लाख है। .

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काना (लिपि)

काना जापान की सिलैबिक लिपियाँ है जो कांजी से भिन्न है। कांजी लिपि लोगोग्राफिक (logographic) है। काना लिपियाँ तीन हैं -.

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कानो मोतोनोबू

कानो मोतोनोबू जापान के महान चित्रकार थे। .

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काशीपुर का इतिहास

काशीपुर, भारत के उत्तराखण्ड राज्य के उधम सिंह नगर जनपद का एक महत्वपूर्ण पौराणिक एवं औद्योगिक शहर है। .

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काशीपुर, उत्तराखण्ड

काशीपुर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के उधम सिंह नगर जनपद का एक महत्वपूर्ण पौराणिक एवं औद्योगिक शहर है। उधम सिंह नगर जनपद के पश्चिमी भाग में स्थित काशीपुर जनसंख्या के मामले में कुमाऊँ का तीसरा और उत्तराखण्ड का छठा सबसे बड़ा नगर है। भारत की २०११ की जनगणना के अनुसार काशीपुर नगर की जनसंख्या १,२१,६२३, जबकि काशीपुर तहसील की जनसंख्या २,८३,१३६ है। यह नगर भारत की राजधानी, नई दिल्ली से लगभग २४० किलोमीटर, और उत्तराखण्ड की अंतरिम राजधानी, देहरादून से लगभग २०० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। काशीपुर को पुरातन काल से गोविषाण या उज्जयनी नगरी भी कहा जाता रहा है, और हर्ष के शासनकाल से पहले यह नगर कुनिन्दा, कुषाण, यादव, और गुप्त समेत कई राजवंशों के अधीन रहा है। इस जगह का नाम काशीपुर, चन्दवंशीय राजा देवी चन्द के एक पदाधिकारी काशीनाथ अधिकारी के नाम पर पड़ा, जिन्होंने इसे १६-१७ वीं शताब्दी में बसाया था। १८ वीं शताब्दी तक यह नगर कुमाऊँ राज्य में रहा, और फिर यह नन्द राम द्वारा स्थापित काशीपुर राज्य की राजधानी बन गया। १८०१ में यह नगर ब्रिटिश शासन के अंतर्गत आया, जिसके बाद इसने १८१४ के आंग्ल-गोरखा युद्ध में कुमाऊँ पर अंग्रेजों के कब्जे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। काशीपुर को बाद में कुमाऊँ मण्डल के तराई जिले का मुख्यालय बना दिया गया। ऐतिहासिक रूप से, इस क्षेत्र की अर्थव्यस्था कृषि तथा बहुत छोटे पैमाने पर लघु औद्योगिक गतिविधियों पर आधारित रही है। काशीपुर को कपड़े और धातु के बर्तनों का ऐतिहासिक व्यापार केंद्र भी माना जाता है। आजादी से पहले काशीपुर नगर में जापान से मखमल, चीन से रेशम व इंग्लैंड के मैनचेस्टर से सूती कपड़े आते थे, जिनका तिब्बत व पर्वतीय क्षेत्रों में व्यापार होता था। बाद में प्रशासनिक प्रोत्साहन और समर्थन के साथ काशीपुर शहर के आसपास तेजी से औद्योगिक विकास हुआ। वर्तमान में नगर के एस्कॉर्ट्स फार्म क्षेत्र में छोटी और मझोली औद्योगिक इकाइयों के लिए एक इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल एस्टेट निर्माणाधीन है। भौगोलिक रूप से काशीपुर कुमाऊँ के तराई क्षेत्र में स्थित है, जो पश्चिम में जसपुर तक तथा पूर्व में खटीमा तक फैला है। कोशी और रामगंगा नदियों के अपवाह क्षेत्र में स्थित काशीपुर ढेला नदी के तट पर बसा हुआ है। १८७२ में काशीपुर नगरपालिका की स्थापना हुई, और २०११ में इसे उच्चीकृत कर नगर निगम का दर्जा दिया गया। यह नगर अपने वार्षिक चैती मेले के लिए प्रसिद्ध है। महिषासुर मर्दिनी देवी, मोटेश्वर महादेव तथा मां बालासुन्दरी के मन्दिर, उज्जैन किला, द्रोण सागर, गिरिताल, तुमरिया बाँध तथा गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब काशीपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं। .

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कासूमीगौरा झील

कासूमीगौरा झील (霞ヶ浦) जापान की दूसरी सबसे बड़ी झील हैं, जो टोक्यो की उत्तर-पूर्व में 60 किमी दूर स्थित हैं। आधिकारिक तौर पर, कासूमीगौरा झील 167.63 किमी२ क्षेत्र में फैले जलक्षेत्र को दर्शाता हैं। व्यापक अर्थ में, कासूमीगौरा झील, झील के एक समूह को संदर्भित करता हैं, जिसमें निशिरा (西浦) और दो अन्य छोटे झील, किटौरा (北浦; 35.16 किमी२) और सोतोनासकौरा (外浪逆浦; 5.85 किमी२), और उनसे जुड़ने वाली नदियाँ आदि शामिल हैं। इस हिसाब से झील का कुल क्षेत्र 220 किमी२ हो जाता हैं।) झील के आसपास के लगभग 45% भूमि प्राकृतिक परिदृश्य हैं और 43.5% कृषि भूमि हैं। .

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काज़ुओ इशिगुरो

काज़ुओ इशिगुरो ओबीई FRSA FRSL (カズオ・イシグロ या; जन्म 8 नवंबर 1954) एक ब्रिटिश उपन्यासकार, पटकथा लेखक, और लघु कहानी लेखक है। वह  नागासाकी, जापान में पैदा हुआ था; उसका परिवार 1960 में  इंग्लैंड में स्थानांतरित कर गया था, जब वह पांच साल का था। ईशिगुरु ने 1978 में अंग्रेजी और दर्शन में स्नातक की डिग्री के साथ केंट विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1980 में ईस्ट एंग्लिया के रचनात्मक लेखन पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय से मास्टर की उपाधि प्राप्त की। इशिगुरो को अंग्रेजी भाषाई दुनिया में मशहूर समकालीन कथालेखकों में से एक माना जाते है, इन्होनें चार मैन बुकर पुरस्कार नामांकन और 1989 के अपने उपन्यास 'The Remains of the Day' के लिए एक पुरस्कार भी जीत चुके हैं। उनका 2005 का उपन्यास, नेवर लेट मी गो, को 2005 के सर्वश्रेष्ठ उपन्यास के रूप में टाइम मैग्जिन द्वारा नामित किया गया था और 1923 से 2005 तक 100 सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी-भाषा के उपन्यासों की सूची में शामिल किया गया था। 2017 में, स्वीडिश अकादमी ने इशिगुरो को साहित्य में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया, जिसमें उन्होंने एक लेखक के रूप में उनके प्रशस्ति पत्र में "महान भावनात्मक बल के उपन्यासों में, दुनिया के साथ संबंध के हमारे विवेकपूर्ण भावनाओं को गहराई से खोल कर रख दिया" लिखा था। .

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काग़ज़ का आकार

A आकार का चार्ट, आईएसओ A श्रृंखला और अमेरिकी लेटर तथा लीगल फौर्मेट्स के साथ तुलना को दर्शाता हुआ। अलग-अलग समय पर और विभिन्न देशों में कागज के कई मानक आकार दिए गए हैं, लेकिन आज एक व्यापक अंतरराष्ट्रीय आईएसओ मानक (जिसमें A4 और इसके आसपास के आकार शामिल हैं) और उत्तरी अमेरिका में इस्तेमाल किये जाने वाले एक स्थानीय मानक का प्रयोग किया जाता है। .

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किटा पर्वत

किटा पर्वत (北岳 किता-डेक) जापान के यमानाशी प्रान्त, "दक्षिणी एल्प्स" (南アルプス मिनमी-अरुमुसू) में, अकीशी पर्वत की एक पर्वत चोटी हैं। यह फ़ूजी पर्वत (फ़ूजीयामा) के बाद जापान का दूसरा सबसे ऊंचा पर्वत हैं, और इसे "दक्षिणी एल्प्स का राजा" के रूप में जाना जाता हैं।.

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किमिगायो

किमिगायो (जापानी: 君が代, अर्थ: माहराज का राज) जापान का राष्ट्रगान है। यह दुनिया के सारे राष्ट्रगानों में से सब से छोटे वालों में गिना जाता है। विश्व के सारे राष्ट्रगानों में इसी की रचना सब से पुरानी है। .

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किमिको दाते

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी.

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किंकाकू जी

क्योतो का किंकाकू-जी मंदिर किंकाकू जी (जापानी: 金閣寺?, शाब्दिक अर्थ: स्वर्ण मंदिर) जापान के क्योतो नगर में स्थित जेन बौद्ध मंदिर है। सुनहरे गुंबद वाला किंकाकू-जी मंदिर क्योको-ची तलाब के ठीक सामने बना है। इसके गुंबद और मंदिर की तालाब के पानी में पड़ने वाली छाया यहां के नजारे को और भी खूबसूरत बनाती है। ये बौद्ध मंदिर यहां की संस्कृति कितायामा बुंका का प्रतिनिधित्व करता है, जो पारंपरिक कुलीन संस्कृति और नई समुराई संस्कृति का मिश्रण है। इस तीन मंजिला मंदिर को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया है। यह प्राचीन क्योतो के १७ विश्व विरासतों में से एक है। श्रेणी:जापान के विश्व विरासत श्रेणी:जापान के पर्यटन स्थल श्रेणी:जापान के बौद्ध मंदिर.

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कुत्तों की नस्लों की सूची

चिहुआहुआ मिक्स (सबसे छोटा कुत्ता) के साथ ग्रेट डेन (सबसे बड़ा कुत्ता) हज़ारों सालों से कुत्तों का चयनात्मक तौर पर प्रजनन किया जाता रहा है। कभी एक ही वंश के कुत्तों के अन्तःप्रजनन द्वारा तो कभी बहुत अलग नस्ल के कुत्तों के मिश्रण द्वारा। यह प्रक्रिया आज भी जारी है। इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप संकर बीज की तरह विविध प्रकार के कुत्ते पैदा हो रहे हैं मसलन चिहुअहुआ से लेकर ग्रेट डेन तक। देखा जाये तो पृथ्वी पर कुत्ता ही एक ऐसा जानवर है, जिसके रूप-रंग में व्यापक भिन्नता पायी जाती है। यह सब कुत्तों के डीएनए में मनुष्य जाति की अपेक्षा लगभग दुगुने क्रोमोज़ोम होने की वजह से हुआ है। यह कुत्तों का डीएनए ही है जो उनके शारीरिक गठन और रूप-रंग की अत्यधिक विस्तृत भिन्नता को अनुमत करता है। .

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कुमामोटो भूकंप 2016

कुमामोटो भूकंप क्यूशू, जापान, के द्वीप पर कुमामोटो नामक शहर में 10 किलोमीटर की गहराई में आया था। यह 16 अप्रैल 2016 को जापान के समयानुसार 1 बजकर 25 मिनट में 7.0 तीव्रता का भूकंप आया था। उससे पहले 14 अप्रैल को 21:26 बजे 6.2 तीव्रता का भूकंप आया था। यह भूकंप 11 किलोमीटर की गहराई में आया था। इस भूकंप में कुल 29 लोगों कि मौत हो गई और 1,880 लोग घायल हुए। इसके कारण इस स्थान से 44,000 लोगों को हटा लिया गया। .

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कुरील द्वीपसमूह

समय के साथ कुरील द्वीपसमूह के भिन्न द्वीपों पर रूस और जापान का नियंत्रण मातुआ द्वीप का एक दृश्य कुरील द्वीपसमूह (रूसी: Кури́льские острова́, कुरीलस्कीये ओस्त्रोवा; जापानी: 千島列島, चिशिमा रेत्तो) रूस के साखालिन ओब्लास्त (प्रान्त) में स्थित एक ज्वालामुखीय द्वीपसमूह है। यह जापान के होक्काइदो द्वीप से रूस के कमचातका प्रायद्वीप के दक्षिणी छोर तक लगभग 1300 किमी (810 मील) तक फैला है। कुरील द्वीपों की पूर्वी तरफ़ उत्तरी प्रशांत महासागर और पश्चिमी तरफ़ ओख़ोत्स्क सागर है। इस समूह में 56 द्वीप और कई अन्य छोटी समुद्र की सतह से ऊपर उठने वाली पत्थर की चट्टानें हैं। .

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क्यूशू

जापान का क्यूशू द्वीप (लाल रंग में, जिसके अन्दर प्रान्त दिखाए गए हैं) बॅप्पु के गरम पानी के चश्मों से उठती हुई भाप क्यूशू का नक़्शा क्यूशू (जापानी: 九州, "नौ प्रान्त") जापान के चारों मुख्य द्वीपों में से तीसरा सब से बड़ा और सब से दक्षिणपश्चिमी द्वीप है। कुल मिलकर क्यूशू का क्षेत्रफल ३५,६४० वर्ग किमी है और इसकी जनसँख्या सन् २००६ में १,३२,३१,९९५ थी। यह होन्शू और शिकोकू द्वीपों के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। प्राचीनकाल में क्यूशू को कुछ अन्य नामों से भी बुलाया जाता था, जैसे के क्यूकोकु (九国, "नौ राज्य"), चिनज़इ (鎮西, "अधिकृत क्षेत्र से पश्चिम") और त्सुकुशी-नो-शीमा (筑紫島,"त्सुकुशी का द्वीप")। क्यूशू और इसके इर्द-गिर्द के छोटे द्वीपों को इतिहास में साऍकाऍदो (西海道, "पश्चिमी समुद्री घेरा") भी बुलाया जाता था। .

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क्योडो

यह जापान की एक प्रमुख समाचार संस्था है | .

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क्योतो विश्वविद्यालय

क्योतो विश्वविद्यालय (Kyoto University; जापानी: 京都大学 Kyōto daigaku?), या क्योदाई (京大 Kyōdai?) जापान के क्योतो नगर में स्थित एक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय है। यह जापान का दूसरा सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय है तथा एशिया के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में से एक है। यह विश्वविद्यालय विश्वस्तरीय अनुसंधानकर्ताओं, नोबेल पुरस्कार विजेताओं, दो फिल्ड मेडलविजेताओं तथा एक गाउस पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं के लिये प्रसिद्ध है। श्रेणी:जापान के विश्वविद्यालय.

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क्योनागा

क्योनागा कृत 'बाथहाउस' टोरी क्योनागा (जापानी: 鳥居 清長; १७५२-१८१५ ई.) जापान का रंगमंचीय कलाकार। उरागा में जन्म; टोकियो में कियोमित्सू द्वारा चित्रशिक्षण। गुरु के मरने के बाद उनकी संपत्ति का स्वामी बना और रंगमंच चित्रण की महान परंपरा को उसने महत्तर बनाया। रंगमंच के चित्रणों में वह अद्वितीय था। उसके चित्रों में रंगों की अनंतता है, उद्यपि उसे गुलाबी काई हरे पीले, भूरे और नीले रंग प्रिय हैं। उसके चित्रों में मानवों के अतिरिक्त पक्षियों, पुष्पों तथा अन्य प्राकृतिक प्रसंगों का निरूपण हुआ है साथ ही बर्तन भाँडे, मसहरियाँ समेटे हुए पर्दे आदि घरेलू वस्तुएँ भी रूपायित हैं। उसके चित्रों में प्रधान परिमित आवासों को सुंदरियों का चित्रालय और सायोनारा (विदा) हैं। कुछ चित्र उसने राजकन्याओं अथवा दरबार की महिलाओं के भी बनाए थे। श्रेणी:चित्रकार.

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क्रय-अभिक्रय

क्रय-अभिक्रय (Hire purchase) एक प्रकार का अनुबन्ध है जिसका विकास यूके में हुआ। आजकल चीन भारत, जापान, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में इसका प्रचलन है। इसको बन्द-लीजिंग (closed-end leasing) भी कहते हैं। जब कोई क्रेता किसी सम्पत्ति का मूल्य एकमुश्त देने में असमर्थ होता है किन्तु उस मूल्य का कोई छोटा भाग जमा करने की क्षमता रखता है उस स्थिति में क्रय-अभिक्रय अनुबंध का उपयोग करके क्रेता उस सम्पत्ति (या माल) को मासिक किराया के बदले उधार ले सकता है। कैनादा और यूएसए में इसे 'किस्त योजना' (installment plan) कहते हैं। क्रय-अभिक्रय-अनुबंध (हायर परचेज़-अनुबंध) उपनिधान (वेलमेंट) की श्रेणी का अनुबंध माना गया है। क्रय-अभिक्रय के नियमन के लिए कोई स्वतंत्र विधि नहीं है। अत: अनुबंध की शर्तों के अलावा संविदा विधि के ही नियम उस पर लागू होते हें। बंबई हाईकोर्ट के मतानुसार क्रय-अभिक्रय की प्रथा का उदय इंग्लैंड में हुआ और वहीं से इस प्रकार के अनुबंध भारत में भी प्रचलित हुए। क्रय-अभिक्रय का विधिगत अर्थ है - किसी वस्तु का मालिक अपनी वस्तु को एक निश्चित किराए पर उठाने के साथ-साथ यह भी वचन देता है कि उक्त वस्तु को किराए पर लेनेवाले व्यक्ति द्वारा अनुबंध की शर्तें पूरी की जाने पर मालिक उस वस्तु को बेच देगा। इसी से मिलता जुलता क्रय-विक्रय का एक तरीका और भी है जिसमें क्रेता वस्तु का संपूर्ण मूल्य वस्तुविक्रय के समय अदा न करके किस्तों में अदा करने की सुविधा प्राप्त कर लेता है। इसे हम विक्रय करने का अनुबंध कह सकते हैं। वस्तुविक्रय के इन दो प्रकारों में प्रकट साम्य होते हुए भी चार मौलिक अंतर हैं- (1) क्रय-अभिक्रय के अनुबंध में वह वस्तु किराए पर लेनेवाले के सुपुर्द तुरंत कर दी जाती है। किंतु विक्रय अनुबंध से वस्तु को तुरंत क्रेता के सुपुर्द करना आवश्यक नहीं होता। (2) क्रय-अभिक्रय में वस्तु को अंतत: खरीदने या न खरीदने का निर्णय उस वस्तु को किराए पर लेनेवाले की इच्छा पर निर्भर होता है। विक्रय-अनुबंध में इच्छा का प्रश्न नहीं उठता क्योंकि उसमें वस्तु का विक्रय संपादित हो चुका होता है, केवल मूल्य की अदायगी जारी रहती है। (3) क्रय-अभिक्रय में यह वस्तु अनुबंध में निर्धारित कालावधि के भीतर किसी समय भी वस्तु के मालिक के पास लौटाई जा सकती है। अत: स्वभावत: उस वस्तु का उसी समय तक किराया अदा करने का उत्तरदायित्व अभिक्रेता पर होता है। विक्रय अनुबंध में यह प्रश्न नहीं उठता और विक्रेता सभी किस्तों की रकम वसूलने का अधिकारी होता है क्योंकि वस्तु विक्रय कार्य संपादित हो चुका होता है। (4) क्रय अभिक्रय में यद्यपि वस्तु अभिक्रेता के सुपुर्द कर दी जाती है तथापि वस्तु का स्वामित्व उस समय तक वस्तु के मलिक में ही निहित रहता है जब तक कि अभिक्रेता वस्तु क्रय क रने का निश्चय प्रकट नहीं करता। लेकिन विक्रय अनुबंध में यद्यपि मूल्य की अदायगी किस्तों में चलती रहती है तथापि विक्रय की हुई वस्तु का स्वामित्व क्रेता में निहित हो चुका होता है। इस अंतर का प्रभाव यह है कि विक्रय अनुबंध में यदि विक्रेता क्रेता को वस्तु हस्तांतरित नहीं करता तो क्रेता वस्तु के हस्तांतरण के लिए दावा कर सकता है और यदि क्रेता किस्तों की अदायगी नहीं करता तो विक्रेता मूल्य की वसूली का दावा कर सकता है। किंतु अभिक्रय में यदि किराए की किस्तें अदा नहीं की जातीं तो वस्तु का मालिक उस वस्तु की वापसी और उस समय तक के किराए का दावा कर सकता है। सामान्य रूप से क्रय-अभिक्रय के लिए दो पक्षों की ही आवश्यकता होती है वस्तु के स्वामी और अभिक्रेता की। किंतु इस प्रकार के व्यापारिक विनिमय के विस्तार के साथ-साथ वित्तीय सहायक संगठनों (हायर परचेज़ फ़ाइनैंस कारपोरेशंस) का भी उदय हुआ है जो उक्त दोनों पक्षों से संपर्क स्थापित कर वस्तु के मालिक का स्थान उपलब्ध कर लेते हैं। वस्तु विक्रय के इन प्रकारों में तत्संबंधी पक्षों के अधिकार तथा उत्तरदायित्व में अंतर होता है अत: इस प्रश्न का निर्णय कि कोई समझौता अभिक्रयअनुबंध है अथवा विक्रयअनुबंध, उस समझौते की शर्तों के अर्थविश्लेषण पर ही निर्भर करता है। समझौते की शर्तों में विक्रय या अभिक्रय उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना यह देखना कि दोनों पक्षों की असली मंशा क्या है। यदि वस्तु प्राप्त करनेवाले पर वस्तु लेने का कोई भार नहीं है और वस्तु का स्वामी बनना या न बनना उसकी इच्छा पर छोड़ दिया गया है तो क्रय विक्रय, किस्त आदि शब्दों के प्रयोग के बावजूद उसे अभिक्रय ही माना जाएगा। क्रय-अभिक्रय चूँकि अनुबंधसंविदा का ही एक प्रकार है अत: नाबालिग विषयक संविदाविधि के नियम इस पर भी लागू होते हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि क्रय अभिक्रय केवल चल संपत्ति के लिये ही नहीं, अचल संपत्ति के लिये भी प्रयुक्त किया जा सकता है। .

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क्रिल

क्रिल (Krill) छोटे आकार के क्रस्टेशिया प्राणी हैं जो विश्व-भर के सागरों-महासागरों में पाये जाते हैं। समुद्रों में क्रिल खाद्य शृंखला की सबसे निचली श्रेणियों में होते हैं - क्रिल सूक्ष्मजीवी प्लवक (प्लैन्कटन) खाते हैं और फिर कई बड़े आकार के प्राणी क्रिलों को खाते हैं। .

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क्रिश्चियन बॅल

क्रिश्चियन चार्ल्स फिलिप बॅल (जन्म: 30 जनवरी 1974) एक अंग्रेज अभिनेता हैं। ये मुख्यतः अमेरिकी फ़िल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं, बॅल ब्लॉकबस्टर फ़िल्मों और स्वतंत्र निर्माताओ तथा कला घरों द्वारा निर्मित छोटी परियोजनाओं में अभिनय कर चुके हैं। बॅल सबसे पहले चौदह वर्ष की आयु में लोगों की नजरों में आए जब उन्होंने स्टीवन स्पिलबर्ग की एम्पायर ऑफ़ द सन (1987) में काम किया। जे.जी.

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क्रिस बेनोइट

क्रिस्टोफर माइकल "क्रिस" बेनोइट (21 मई 1967 - सी.(c.) 24 जून 2007) एक कनाडाई पेशेवर पहलवान थे। उन्होंने कई प्रमुख प्रचारों के लिए काम किया, जिनमें कोंसेजो मुनडिअल दे लूचा लिबरे (Consejo Mundial de Lucha Libre) (सी एम एल एल (CMLL)), एक्सट्रीम चैम्पियनशिप रेसलिंग (ई सी डबल्यू (ECW)), न्यू जापान प्रो रेसलिंग (एन जे पी डबल्यू (NJPW)), वर्ल्ड चैम्पियनशिप रेसलिंग (डबल्यू सी डबल्यू (WCW)), वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डबल्यू डबल्यू ई (WWE)) शामिल हैं। अपने पेशेवर कुश्ती कैरियर के दौरान बेनोइट ने कुल बत्तीस चैम्पियनशिप आयोजित कीं और उन्हें डबल्यू डबल्यू ई (WWE)) द्वारा दो बार वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियन के रूप में पहचाना गया है: एक भूतपूर्व डबल्यू सी डबल्यू (WCW) वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियन और भूतपूर्व वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियन, जिसमें दोनों राजत्व बिग गोल्ड बेल्ट द्वारा प्रस्तुत की गई हैं। यह बेनोइट को बुकर टी और बिल गोल्डबर्ग के साथ तीन में से एक ऐसा आदमी बनाता है जिसे दोनों कम्पनियों के बेल्ट का अवतरण मिला। इसके अलावा पांच-बार संयुक्त राष्ट्र चैम्पियन, बेनोइट इतिहास में अधिकांश राजत्व के लिए जुड़े हुए हैं। चैम्पियनशिप के अलावा, बेनोइट ने 2004 रॉयल रंबल भी जीता, जिसने उन्हें शौन माइकलज़ के साथ दूसरा ऐसा आदमी बना दिया जिसने नंबर एक प्रतियोगी के रूप में मैच जीता। डबल्यू डबल्यू ई (WWE) द्वारा "अपनी अविश्वसनीय पुष्टकाय और कुश्ती क्षमता के लिए डबल्यू डबल्यू ई (WWE) प्रशंसकों के बीच एक पसंदीदा होने" के रूप में वर्णित, बेनोइट व्यापक रूप से इतिहास के सबसे लोकप्रिय, सम्मानित और प्रतिभावान तकनीकी पहलवानों में से एक माने जाते थे। 24 जून 2007 को समाप्त होने वाले, तीन दिवसिय काल के पार, बेनोइट ने अपनी पत्नी और बेटे को मार डाला और बाद में खुद को फांसी लगा ली.http://www.foxnews.com/story/0,2933,286834,00.htmlhttp://abcnews.go.com/Nightline/Story?id.

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क्रेडिट रेटिंग एजेंसी

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (सीआरए) (CRA), एक कंपनी है जो निश्चित प्रकार के ऋण भार निर्गमित करने वाली संस्थाओं की और स्वयं ऋण उपकरणों की साख योग्यता का निर्धारण करती है। कुछ मामलों में, अंतर्निहित ऋण की सुविधाओं को भी श्रेणी दी जाती है। अधिकतर मामलों में प्रतिभूतियों को निर्गमित करने वालों में, कम्पनियां, विशिष्ट लक्ष्य रखने वाली संस्थाएं, राज्य व स्थानीय सर9 MN 8qकारें, लाभ-निरपेक्ष संस्थाएं या राष्ट्रीय सरकारें होती हैं जो ऋण जैसी प्रतिभूतियों (जैसे, ऋणपत्र) आदि का निर्गमन करती हैं, जिनका सौदा द्वितीयक बाज़ारों में किया जा सकता है। किसी ऋण का निर्गमन करने वाली संस्था हेतु साख योग्यता के निर्धारण के दौरान उस संस्था की ऋण पात्रता (अर्थात् ऋण के भुगतान की क्षमता) पर ध्यान दिया जाता है और इससे निर्गमित, विशेष प्रतिभूति, पर लगायी गयी ब्याज दर भी प्रभावित होती है। (सीआरए संस्थाओं के विपरीत, एक कंपनी जो व्यक्तिगत स्तर पर साख योग्यता के लिए क्रेडिट स्कोर निर्गमित करती है वह आम तौर पर क्रेडिट ब्यूरो या कंज्यूमर क्रेडिट रिपोर्टिंग एजेंसी के नाम से जानी जाती है।) 2007/2009 के आर्थिक संकट के बाद से इस प्रकार की रेटिंग की विश्वसनीयता पर व्यापक स्तर पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। 2003 में सिक्योरिटी व एक्सचेंज कमीशन ने कांग्रेस को एक रिपोर्ट जमा की जिसमे क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों की प्रतिस्पर्धा विरोधी कार्य प्रणाली और ब्याज संबंधी विवादों से युक्त मुद्दों के लिए एक जांच बैठाने की योजना के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया था। .

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क्रेयौन शिनचैन

क्रेयौन शिनचैन (अंग्रेजी: Crayon Shin-chan, जापानी: クレヨンしんちゃん) एक जापानी ऐनिमे व मान्गा (कार्टून) है। यह पहले १९९० में जापान में बनाया गया था। इसका एनिमे १९९२ में जापान के टीवी आसाहि पर आना शुरू हुआ। १९९३ में इसका पहला चलचित्र जापान के सिनेमा थिएटर में दिखाया गया। २०१५ जुन् के अंत तक इसके ८६६ एपिसोड शृंखला जापान मैं प्रसारित हो चुके हैं। इसके कुल ५४ कॉमिक प्रकाशित हुए हैं। इसके २३ फिल्म दिखाए गए हैं। शिनचैन का पूरा नाम शिनोसूके नोहारा है। शिनचैन, तुम्हें अपनी छोटी बहन के स्नैक्स नहीं खाने चाहिए थे। आखिर तुम उसके बड़े भाई हो।’छह साल के इस शरारती लड़के का ऊटपटांग गाना तो आपने सुना (या झेला) ही होगा। उसके मम्मी-पापा उसे हमेशा डांटते रहते हैं। उसकी बहन हीमावारी बहुत छोटी है और घुटनों के बल चलती है। वह अगर शरारत करती भी है तो उसे नजरअंदाज कर दिया जाता है, क्योंकि उसे अभी कोई समझ नहीं है। पर शिन चैन उससे बड़ा और समझदार होने के बावजूद कहीं ज्यादा शरारती है। शिन चैन लगभग हर एपिसोड में बहन हीमावारी को तंग करता है और फिर मॉम-डैड से डांट खाता है। .

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क्लिंट ईस्टवुड

क्लिंटन "क्लिंट" ईस्टवुड, जूनियर (जन्म 31 मई 1930) एक अमेरिकी अभिनेता, फ़िल्म निर्देशक, फ़िल्म निर्माता और संगीतकार हैं। उन्हें पांच अकादमी पुरस्कार, पांच गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड पुरस्कार और पांच पीपुल्स च्वाइस अवार्ड प्राप्त हुए हैं, जिनमें फ़ेवरिट ऑल टाइम मोशन पिक्चर स्टार शामिल है। ईस्टवुड को हिंसक एक्शन और वेस्टर्न फ़िल्मों में मुख्य रूप से अपने अलग, नैतिक रूप से अस्पष्ट, नायक-विरोधी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है, विशेष रूप से 1960, 1970 और 1980 के दशक के दौरान.

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कृत्रिम परिवेशी निषेचन (इन विट्रो फ़र्टिलाइज़ेशन)

पात्रे निषेचन (IVF) का सरलीकृत चित्रण जिसमें एकल-वीर्य इन्जेक्शन का चित्रण है। कृत्रिम परिवेशी निषेचन (आईवीएफ (IVF)) वह प्रक्रिया है जिसमें गर्भाशय से बाहर, अर्थात इन विट्रो यानी कृत्रिम परिवेश में, शुक्राणुओं द्वारा अंड कोशिकाओं का निषेचन किया जाता है। जब सहायता-प्राप्त प्रजनन तकनीक की अन्य पद्धतियां असफल हो जाती हैं, तो आईवीएफ़ (IVF) बंध्यता का एक प्रमुख उपचार होता है। इस प्रक्रिया में डिम्बक्षरण प्रक्रिया को हार्मोन द्वारा नियंत्रि‍त करते हुए स्त्री की डिम्बग्रंथि से डिम्ब (अंडाणु) निकाल कर एक तरल माध्यम में शुक्राणुओं द्वारा उनका निषेचन करवाया जाता है। इसके बाद सफल गर्भाधान को स्थापित करने के उद्देश्य से इस निषेचित अंडाणु (ज़ाइगोट) को रोगी के गर्भाशय में स्थानांतरित कर दिया जाता है। प्रथम सफल ‘’टेस्ट ट्यूब शिशु’’, लुइस ब्राउन का जन्म 1978 में हुआ था। उससे पहले ऑस्ट्रलियन फ़ॉक्सटन स्कूल के शोधकर्ताओं ने 1973 में एक अस्थायी जैव-रासायनिक गर्भाधान की और 1976 में स्टेप्टो और एडवर्ड्स ने एक बहिगर्भाशयिक गर्भाधान की घोषणा की थी। लातिनी मूल के शब्द इन विट्रो, जिसका अर्थ कांच के भीतर होता है, का उपयोग इसलिए किया गया था क्योंकि जीवित प्राणी के ऊतकों का उस प्राणी के शरीर से बाहर संवर्धन करने के जो आरंभिक जीव वैज्ञानिक प्रयोग हुए थे, वे सारे प्रयोग कांच के बर्तनों, जैसे, बीकरों, परखनलियों, या पेट्री डिशेज़ में किए गए थे। आज कृत्रिम परिवेशी शब्द का उपयोग ऐसी किसी भी जीववैज्ञानिक प्रक्रिया के लिए किया जाता है जो उस जीव से बाहर की जाती है जिसके भीतर वह सामान्यतः घटती है। यह इन वाइवो (in vivo) प्रक्रिया से अलग है, जिसमें ऊतक उस जीव के भीतर ही रहता है जिसमें वह सामान्यतः पाया जाता है। आईवीएफ़ (IVF) प्रक्रिया की मदद से जन्म लेने वाले बच्चों के लिए एक आम बोलचाल का शब्द है टेस्ट ट्यूब बेबी, जिसका कारण रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की प्रयोगशालाओं में कांच या प्लास्टिक रेज़ि‍न के बने नली के आकार के कंटेनर हैं, जिन्हें टेस्ट ट्यूब (परखनली) कहा जाता है। हालांकि कृत्रिम परिवेशी निषेचन आम तौर पर उथले कंटेनरों में किया जाता है जिन्हें पेट्री डिश कहते हैं। (पेट्री डिश भी प्लास्टिक रेज़ि‍न की बनी हो सकती हैं।) हालांकि ऑटोलॉगस एंडोमेट्रियल कोकल्चर नामक आईवीएफ़ (IVF) पद्धति असल में कार्बनिक पदार्थों पर संपन्न की जाती है, लेकिन उसे भी कृत्रिम परिवेशी कहा जाता है। यह तब किया जाता है जब माता पिता बंध्यता की समस्या का सामना कर रहे हों या वे एक से अधिक शिशु चाहते हों.

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कैटरीना कैफ़

कैटरीना कैफ़ (जन्म: 16 जुलाई 1983) एक ब्रितानी भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं जो मुख्य रूप से हिंदी फिल्म जगत में काम करती हैं, हालांकि उन्होनें कुछ तेलुगू और मलयालम फिल्मों में भी काम किया है। भारत की सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक होने के साथ-साथ, कैटरीना को सबसे आकर्षक हस्तियों में से एक के रूप में मीडिया में उद्धृत किया जाता है। एक सफल मॉडलिंग कैरियर के बाद, 2003 में कैटरीना ने व्यावसायिक रूप से असफल फ़िल्म बूम में एक भूमिका के साथ अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। फलस्वरूप वह एक तेलुगू हिट फिल्म, रोमांटिक कॉमेडी मल्लीस्वारी में दिखाई दी। कैफ ने बाद में रोमांटिक कॉमेडी ''मैंने प्यार क्यूँ किया'' और नमस्ते लंदन के साथ बॉलीवुड में व्यावसायिक सफलता अर्जित की, जिनमें से बाद वाली के लिये उनके अभिनय की प्रशंसा हुई। इसके बाद उनकी कुछ और सफल फ़िल्में आईं जैसे ''पार्टनर'', ''वेलकम'', सिंह इज़ किंग। 2009 में आई फ़िल्म ''न्यू यॉर्क'' जिसके लिये उन्हें फिल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार का नामांकन मिला, ने उनके करियर को नया मोड़ दिया। वह बाद में ''राजनीति'', ज़िंदगी न मिलेगी दोबारा, मेरे ब्रदर की दुल्हन और एक था टाइगर जैसी हिट फिल्मों में और अधिक प्रमुख भूमिकाओं में दिखीं। वो धूम 3 में संक्षिप्त भूमिका में दिखीं जिसने भारतीय फ़िल्मों में सबसे ज़्यादा कमाई की थी। अपने अभिनय कौशल के लिए समीक्षकों से मिश्रित समीक्षाएँ प्राप्त करने के बावजूद, उन्होनें अपने आप को हिंदी फिल्मों में व्यावसायिक रूप से एक सफल अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया है। अभिनय के अलावा, कैटरीना स्टेज शो और अवार्ड कार्यक्रमों में भाग लेती हैं। वह विशेष रूप से अपने निजी जीवन के बारे में संरक्षित रहने के लिए जानी जाती हैं, जो व्यापक रूप से मीडिया जांच का विषय रहा हैं। .

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कैन्यनिंग

कैन्यनिंग (अमेरिका में कैन्यनियरिंग के रूप में ज्ञात) का अर्थ है घाटियों में विभिन्न तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए घूमना जिसमें अन्य आउटडोर गतिविधियां शामिल हो सकती हैं जैसे कि चलना, स्क्रैम्ब्लिंग (ढाल पर उतरना), चढ़ाई करना, कूदना, अब्सेलिंग (रस्सी के सहारे नीचे उतरना) और/अथवा तैरना.

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कैनोला

कैनोला कुकिंग ऑइल की बोतल कैनोला, रेपसीड या ब्रैसिका कैम्पेस्ट्रिस की दो फसलों (ब्रैसिका नैपस एल. और बी. कैम्पेस्ट्रिस एल.) में से एक को कहते हैं। इनके बीजों का उपयोग खाद्य तेल के उत्पादन में होता है जो मानव उपभोग के लिए अनुकूल होता है क्योंकि इसमें पारंपरिक रेपसीड तेलों की तुलना में इरुसिक एसिड की मात्रा कम होती है, साथ ही इसका इस्तेमाल मवेशियों का चारा तैयार करने में भी होता है क्योंकि इसमें जहरीले ग्लूकोसाइनोलेट्स का स्तर कम होता है। कैनोला को मूलतः कनाडा में कीथ डाउनी और बाल्डर आर.

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कैसर विल्हेम द्वितीय (जर्मनी)

विल्हेम द्वितीय या विलियम द्वितीय (जर्मन: Friedrich Wilhelm Viktor Albrecht von Preußen; अंगरेजी: Frederick William Victor Albert of Prussia; 27 जनवरी 1859 – 4 जून 1941) जर्मनी का अन्तिम सम्राट (कैसर) तथा प्रशा का राजा था जिसने जर्मन साम्राज्य एवं प्रशा पर १५ जून १८८८ से ९ नवम्बर १९१८ तक शासन किया। विलियम प्रथम की मृत्यु के उपरान्त उसका पुत्र फैड्रिक तृतीय जर्मनी के राजसिंहासन पर 9 मार्च 1888 ई. को आसीन हुआ। किन्तु केवल 100 दिन राज्य करने के बाद उसकी मृत्यु हो गई। उसकी मृत्यु होने पर उसका पुत्र विलियम द्वितीय राज्य सिंहासन पर आसीन हुआ। वह एक नवयुवक था। उसमें अनेक गुणों और दुर्गुणों का सम्मिश्रण था। वह कुशाग्र बुद्धि, महत्वकांक्षी आत्मविश्वासी तथा असाधारण नवयुवक था। वह स्वार्थी और घमण्डी था तथा उसका विश्वास राजा के दैवी सिद्धांत में था। किसी अन्य व्यक्ति के नियंत्रण में रहना उसको असह्य था जिसके कारण कुछ ही दिनों के उपरांत उसकी अपने चांसलर बिस्मार्क से अनबन हो गई। परिस्थितियों से बाध्य होकर बिस्मार्क को त्याग-पत्र देना पड़ा। बिस्मार्क के पतन के उपरांत विलियम ने समस्त सत्ता को अपने हाथों में लिया और उसके मंत्री आज्ञाकारी सेवक बन गये और वह स्वयं का शासन का कर्णधार बना। .

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कैंडीज (बैंड)

कैंडीज (Candies) एक प्रसिद्ध जापानी बैंड के रूप में जाना जाता है। 1977 में, मजबूत लोकप्रियता के बावजूद, कैंडीज अचानक उनके संन्यास की घोषणा की। अंतिम कॉन्सर्ट जापान में एक बड़ी खबर थी। अंतिम संगीत कार्यक्रम टेलीविजन पर प्रस्तुत किया गया था। दर्शकों दर्ज़ा 32% थी। .

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के संगणक

के कंप्यूटर (京 (コンピュータ)) जापानी शब्द "केई" (京) से नामांकित है, जिसका अर्थ होता है १० करोड़ शंख। यह एक महासंगणक है, जो जापानी कंपनी फुजित्सु द्वारा उत्पादित किया गया है। २०१२ में चीन के महासंगणक तिआन्हे १ को पीछे छोड़कर, के कंप्यूटर ने दुनिया के सबसे तेज महासंगणक होने का गौरव प्राप्त कर लिया है। के महासंगणक की क्षमता ८.२ पेटाफ्लॉप है। .

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केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्र

केन्द्रीय व्यापार क्षेत्र किसी नगर का प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र होता है और बहुत बार यह भौगोलिक रूप से भी नगर के मध्य भाग में होता है। इस परिभाषी-शब्द का उपयोग मुख्यतः अंग्रेज़ी भाषी देशों में किया जाता है, जहां यह इस बात को बतलाने के लिए प्रयुक्त होता है कि किसी नगर का सबसे प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र कहां पर है या कौनसा है। अंग्रेज़ी में इसे सैण्ट्रल बिज़्निस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) कहते है। हिन्दी में आमतौर पर नगर-केन्द्र या व्यवसायिक केन्द्र कह दिया जाता है। .

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केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची

केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची में विभिन्न देशों के विभिन्न नगरों के केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्र दिए गए हैं। .

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केलाग-ब्रियाँ समझौता

केलाग-ब्रियाँ समझौता (Kellogg–Briand Pact) पारस्परिक विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिये किया गया एक अंतरराष्ट्रीय समझौता था जिसपर पेरिस में 27 अगस्त 1928 को 15 देशों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के पूर्व, अंतरराष्ट्रीय विधि में, युद्ध विधानत: ग्राह्य साधन था, जिसके द्वारा राष्ट्र अपने वास्तविक या काल्पनिक अधिकारों की रक्षा करते थे। इस अधिकार को सीमित करने का प्रयास 1899 तथा 1907 की हेग कानफरेंसों तथा सन् 1914 की ब्रायन संधियों द्वारा किया गया था। 1924 में स्वीकृत जिनीवा प्रोटोकल के दूसरे अनुच्छेद में यह किया गया कि उन अवस्थाओं को छोड़कर जो उसमें परिगणित थीं, किसी भी अवस्था में युद्ध का आश्रय न लिया जाए। सितंबर 1927 में लीग ऑव नेशंस की सभा ने अपनी आठवीं बैठक में पोलैंड का यह प्रस्ताव स्वीकार किया कि: (1) सभी अभिधावनात्मक युद्धों (आल वार ऑव ऐग्रेशन) का निषेध होना चाहिए। (2) हर प्रकार के विवाद, जो देशों के बीच उत्पन्न हों, शांतिपूर्ण उपायों से हल किए जाएँ। फरवरी, सन् 1928 में छठी पैन-अमरीकन कानफरेंस ने एक प्रस्ताव करते हुए घोषित किया कि प्रथमाक्रमण मनुष्य मात्र के प्रति एक अपराध है, प्रत्येक प्रथमाक्रमण प्रतिषिद्ध और इस कारण निषिद्ध है। इन्हीं विचारों तथा प्रयत्नों को केलाग-ब्रियाँ समझौते का रूप प्रदान किया गया। प्रोफेसर शाटवेल के सुझाव पर फ्रांस के विदेश- सचिव ब्रियाँ ने अमरीका के सचिव केलाग के बीच इस संबंध में पत्राचार आरंभ किया और इस पत्राचार के फलस्वरूप यह संधिपत्र स्वीकार किया गया। इस कारण इसे केलाग-ब्रियाँ अथवा पेरिस समझौता (पैक्ट) कहते हैं। इस समझौते में एक प्राक्कथन तथा दो मुख्य अनुच्छेद हैं। इसमें यह घोषणा की गई है- (1) उच्च संविदित पक्ष (हाई कांट्रैक्टिंग पार्टीज), अपने अपने देशवासियों की ओर से गंभीरतापूर्वक घोषित करते हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने में, युद्ध का आश्रय लेना तिरस्कृत समझते हैं और एक दूसरे से संबंधित विषयों में राष्ट्रीय नीति के साधन के रूप में उसका परित्याग करते हैं। (2) उच्च संविदित पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि सारे झगड़े अथवा विवादों का समाधान, चाहे वे किसी भी प्रकार के हों या किसी भी कारण से उत्पन्न हुए हों, जो उनके बीच उठें, केवल शांतिपूर्ण रीतियों से ही सुलझाए जाएँ। इस प्रकार कहा जाता है कि यह समझौता युद्ध का त्याग करने की एक सार्वजनिक संधि है। कालांतर में यह संधि केवल मौखिक घोषणा मात्र बन कर रह गई। इसपर हस्ताक्षर करनेवाले देशों ने शीघ्र इसका उल्लंघन किया। 1929 ई. में रूस ने चीन के विरुद्ध, 1931-32 में जापान ने मंचूरिया के विरुद्ध और 1931 में पेरू ने कोलंबिया के विरुद्ध बड़े पैमाने पर बल-प्रयोग किया, यद्यपि उन्होंने युद्ध की विधिवत घोषणा नहीं की। सन् 1935 में इटली ने अबीसीनिया के विरुद्ध, 1937 में जापान ने चीन के विरुद्ध और 1939 में रूस ने फिनलैंड के विरुद्ध स्पष्ट रूप से युद्ध की घोषणा की। इस प्रकार, यद्यपि इस समझौते का व्यतिक्रमण शीघ्र ही होना आरंभ हो गया फिर भी इससे यह नहीं कहा जा सकता कि उसका विधिक महत्व घट गया। एक स्थायी समझौता होने के नाते तथा अंतरराष्ट्रीय समाज के विधिक ढाँचे में एक मूलभूत परिवर्तन उत्पन्न करने के कारण अंतरराष्ट्रीय विधि व्यवस्था में वह अपना महत्वपूर्ण स्थान तो रखता ही है। .

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कॉण्टैक्ट लैंस

कांटैक्ट लेंस की एक जोड़ी, ऊपर की ओर मुंह किए हुए एक जोड़ी. एक दिवसीय डिस्पोजेबल पैकेजिंग में नीले रंग की कांटैक्ट लैंस कांटैक्ट लैंस (कांटैक्ट के नाम से भी लोकप्रिय) सामान्यतः आंख की कोर्निया (स्वच्छपटल) पर रखा जाने वाला एक सुधारक, प्रसाधनीय या रोगोपचारक लैंस होता है। 1508 में कांटैक्ट लैंसों की पहली कल्पनाओं को समझाने और रेखांकित करने का श्रेय लियोनार्डो दा विंसी को जाता है लेकिन वास्तविक कांटैक्ट लैंसों को बनाने और आंख पर लगाने में 300 वर्षों से भी अधिक लगे। आधुनिक नर्म कांटैक्ट लैंसों का आविष्कार चेक केमिस्ट ओटो विक्टरली और उसके सहायक ड्राह्सलाव लिम ने किया, जिसने उनके उत्पादन के लिये प्रयुक्त जेल का आविष्कार भी किया। कुछ नर्म कांटैक्ट लैंसों को हल्के नीले रंग का बनाया जाता है ताकि साफ करने और रखने के घोलों में वे आसानी से दिखाई दे सकें.

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कॉइन ऑप्रेटेड बेबीज़

कॉइन ऑप्रेटेड बेबीज़ उन शिशुओं को कहा जाता है जिन्हें सार्वजनिक लॉकरों में छोड़ दिया जाता है, जो ज़्यादा-तर जापान और चीन में हुआ करता है। इसके पीछे एक धारण यह है कि ऐसे लॉकरों को वहाँ के सेवक/ पदाधिकारी खते रहते हैं और उन बच्चों को जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा; परन्तु ऐसा न होने के कारण ऐसे कई बच्चे मृत हो चुके हैं। 1980 से 1990 के बीच 191 ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें ये बच्चे मुर्दा पाए गए, जो इस अर्से की कल बाल हत्या के मामलों की 6% तादाद है। हाल के कुछ सालों में ओसाका की सरकार ने एक गुट नियुक्त किया है जिसका लक्ष्य शोषित और अनदेखापन के शिकार बच्चों को खोज निकालना और उनकी सुरक्षा का प्रबंध करना। 1993 में इन लोगों के लिए एक निर्देशिका प्रकाशित की जिसमें बाल शोषण से जोजने के बारे में लिखा था। इसमें समस्या यह है कि जापानी प्रशासन अब भी शोषण से सम्बंधित पुराने नियमों का इस्तिमाल करती है। आधुनिक नियमों की तय्यारी के प्रयास भी जारी हैं। .

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कोड गीअस

, अक्सर बस कोड गीअस के रूप में ही संदर्भित किया जाने वाला, सनराइज़ निर्मित, गोरो तानिगुची द्वारा निर्देशित तथा इकिरो ओकोउंची लिखित, क्लैम्प द्वारा डिज़ाइन किए गए, चरित्रों (पात्रों) सहित, एक जापानी एनिमेशन सिरीज़ है। कोड गीअस पहली बार जापान में एमबीएस (MBS) पर 5 अक्टूबर 2006 से 28 जुलाई 2007 तक प्रदर्शित किया गया। इस सीरिज की अगली कड़ी एमबीएस (MBS) और टीबीएस (TBS) पर 6 अप्रैल 2008 से 28 सितम्बर 2008 तक प्रदर्शित की गई। दोनों ही सत्रों में इसने टोक्यो इंटरनैशनल एनिमे फेयर (Tokyo International Anime Fair), एनिमेज एनिमे ग्रैंडस प्रिक्स (Animage Anime Grand Prix) तथा एनिमेशन कोब कार्यक्रमों में कई पुरस्कार जीते। .

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कोनामी होल्डिंग्स

कोनामी होल्डिंग्स कॉर्पोरेशन (जापानी: コナミホールディングス株式会社 हेपबर्न: Konami Hōrudingusu Kabushiki-gaisha, अंग्रेज़ी: Konami Holdings Corporation) कई प्रकार के खिलौने, व्यापार कार्ड, मोबाइल फोनों, तोकुसत्सू, स्लॉट मशीनों, आर्केड अलमारियाँ, वीडियो गेम, का निर्माण और प्रकाशन करने वाली जापानी कम्पनी है, इसके अलावा यह जापान में स्वास्थ्य और शारीरिक फिटनेस क्लबों को भी संचालित करती है। इसकी स्थापना मार्च 21, 1969, को हुई थी। .

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कोबो ई रीडर

कोबो ई कॉर्परेशन द्वारा कोबो ई रीडर का उत्पादन किया जाता है। मूल अवतरण मई २०१० में बाजार में उतरा गया था बाद में जापानी समूह रकूटें द्वारा इसे खरीद लिया गया। अन्य ई रीडरों के सामान ही कोबो में भी इलेक्ट्रॉनिक इंक स्क्रीन का उपयोग किया जाता है। इसका एल सी डी अवतरण वर्ष २०१० -१३ में लाया गया। सभी कोबो ई -रीडर एक विशिष्ट पेज गणना प्रणाली पर आधारित है,जो अध्याय के पेजों का अलग-अलग विवरण रखती है। .

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कोबी ब्रायंट

कोबी बीन ब्रायंट (को जन्मे), एक अमेरिकी पेशेवर बास्केटबॉल खिलाड़ी हैं जो नेशनल बास्केटबॉल एसोसियेशन (एनबीए) में लॉस एंजिल्स लेकर्स के लिए शूटिंग गार्ड के रूप में खेलते हैं। ब्रायंट का हाई स्कूल बास्केटबॉल करियर काफी सफल रहा था और उन्होंने ग्रेजुएशन (स्नातक) करने के बाद एनबीए ड्राफ्ट के लिए अपनी पात्रता की घोषण करने का निर्णय लिया। उन्हें चार्लोट होरनेट्स द्वारा 1996 के एनबीए ड्राफ्ट में कुल 13 लोगों के साथ चुना गया और उसके बाद लॉस एंजिल्स लेकर्स को बेच दिया गया। एक नए खिलाड़ी के रूप में ब्रायंट ने 1997 की स्लैम-डंक प्रतियोगिता को जीतकर एक शानदार तथा प्रशंसकों के पसंदीदा खिलाड़ी के रूप में प्रतिष्ठा अर्जित की.

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कोरिया

कोरिया (कोरियाई: 한국 या 조선) एक सभ्यता और पूर्व में एकीकृत राष्ट्र जो वर्तमान में दो राज्यों में विभाजित है। कोरियाई प्रायद्वीप पर स्थित, इसकी सीमाएं पश्चिमोत्तर में चीन, पूर्वोत्तर में रूस और जापान से कोरिया जलसन्धि द्वारा पूर्व में अलग है। कोरिया 1948 तक संयुक्त था; उस समय इसे दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया में विभाजित कर दिया गया। दक्षिण कोरिया, आधिकारिक तौर पर कोरिया गणराज्य, एक पूंजीवादी, लोकतांत्रिक और विकसित देश है, जिसकी संयुक्त राष्ट्र संघ, WTO, OECD और G-20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सदस्यता है। उत्तर कोरिया, आधिकारिक तौर पर लोकतांत्रिक जनवादी कोरिया गणराज्य, किम इल-सुंग द्वारा स्थापित एक एकल पार्टी कम्युनिस्ट देश है और सम्प्रति उनके बेटे किम जोंग-इल के दूसरे बेटे किम जोंग-उन द्वारा शासित है। उत्तर कोरिया की वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ में सदस्यता है। पुरातत्व और भाषाई सबूत यह सुझाते हैं कि कोरियाई लोगों की उत्पत्ति दक्षिण-मध्य साइबेरिया के अल्टायाक भाषा बोलने वाले प्रवासियों में हुई थी, जो नवपाषाण युग से कांस्य युग तक लगातार बहाव में प्राचीन कोरिया में बसते गए। 2 शताब्दी ई.पू.

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कोरिया का इतिहास

बुलगुक्सा मंदिर यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किया गया है। कोरिया, पूर्वी एशिया में मुख्य स्थल से संलग्न एक छोटा सा प्रायद्वीप जो पूर्व में जापान सागर तथा दक्षिण-पश्चिम में पीतसागर से घिरा है (स्थिति: ३४० ४३ उ. अ. से १२४० १३१ पू. दे.)। उसके उत्तरपश्चिम में मंचूरिया तथा उत्तर में रूस की सीमाएँ हैं। यह प्रायद्वीप दो खंडों में बँटा हुआ है। उत्तरी कोरिया का क्षेत्रफल १,२१,००० वर्ग किलोमीटर है। इसकी राजधनी पियांगयांग है। दक्षिणी कोरिया का क्षेत्रफल ९८,००० वर्ग किलोमीटर है। यहाँ पर ई. पू.

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कोरियाई प्रायद्वीप

कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी एशिया का एक प्रायद्वीप है। यह एशिया महाद्वीप से १,१०० किमी दक्षिण प्रशांत महासागत की ओर बढ़ता है। इसके पूर्व में जापान सागर, पश्चिम में पीला सागर और दक्षिण में कोरिया जलसंधि है। .

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कोलंबिया, दक्षिण कैरोलीना

कोलंबिया दक्षिण कैरोलिना के अमेरिकी राज्य में राज्य की राजधानी एवं सबसे बड़ा शहर है। 2000 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 116,278 थी, जबकि 2009 की जनगणना में शहर की आबादी के 129,333 होने का अनुमान लगाया गया। कोलंबिया रिचलैंड काउंटी की काउंटी सीट है, लेकिन शहर के एक हिस्से ने पड़ोसी लेक्जिंगटन काउंटी में विस्तार कर लिया है। शहर एक महानगरीय सांख्यिकीय क्षेत्र 744,730 का केंद्र है, यह राज्य में सबसे बड़ा और संयुक्त राज्य अमेरिका में 65वां-सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है।http://www.metrojacksoneda.com/demographics/JGA/index.htm शहर का नाम अमेरिका के लिए एक काव्यात्मक पर्याय से आया है, जो क्रिस्टोफर कोलंबस के नाम से व्युत्पन्न है। दक्षिण केरोलिना के भौगोलिक केंद्र के पास उत्तर पश्चिम में स्थित कोलंबिया दक्षिण केरोलिना के मध्य क्षेत्र (मिडलैंड्स) का प्राथमिक शहर है जिसमें राज्य के केंद्रीय भाग में कई प्रांत शामिल हैं। कोलंबिया दो नदियों सालुडा और ब्रॉड के संगम पर बसा है। सीएनएनमनी डॉट कॉम (CNNMoney.com) ने अमेरिका के में से एक के रूप में कोलंबिया का उल्लेख किया है औऱ यूएस न्यूज़ और वर्ल्ड रिपोर्ट ने 2009 की रिपोर्ट में शहर को की सूची में 6 ठवां स्थान दिया है। .

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कोकुर्यौ

४७६ ईसवी में अपने चरम पर गोगुरयेओ राज्य गोगुरयेओ (कोरियाई: 고구려, अंग्रेज़ी: Goguryeo) एक प्राचीन कोरियाई राज्य था जो आधुनिक कोरिया, दक्षिणी मंचूरिया और रूस के प्रिमोर्स्की क्राय प्रान्त के दक्षिणी भाग पर फैला हुआ था। यह ३७ ईसापूर्व से ६६८ ईसवी तक अस्तित्व में रहा। बेकजे और सिल्ला के साथ यह 'प्राचीन कोरिया के तीन राज्यों' में से एक था। कोरियाई प्रायद्वीप में राजनैतिक प्रभाव के साथ-साथ गोगुरयेओ अपने पड़ोस के चीन और जापान के क्षेत्रों में भी दख़ल देता था।, Jae-un Kang, Jae-eun Kang, Homa & Sekey Books, 2006, ISBN 978-1-931907-37-8,...

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अचार बनाना

अचार बनाने के लिए एकत्रित किए गए खीरे (विशेष रूप से, घेर्किन). सीरिया के मध्य पूर्व शैली अचार. अचार बनाना, जिसे ब्राइनिंग या डिब्बाबंदी के नाम से भी जाना जाता है, लैक्टिक एसिड बनाने के लिए, या खाद्य पदार्थ को किसी अम्लीय घोल, सामान्यतः सिरका (एसेटिक एसिड) में मसाले लगाकर संग्रहीत करने के लिए लवण (नमक और पानी का घोल) में वातनिरपेक्ष किण्वन द्वारा खाद्य पदार्थ संरक्षित करने की एक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के बाद तैयार होने वाले खद्य पदार्थ को अचार कहा जाता है। इस प्रक्रिया से खाद्य पदार्थ का स्वाद नमकीन या खट्टा हो जाता है। दक्षिण एशिया में, खाद्य तेलों का उपयोग सिरका के साथ अचार बनाने के माध्यम के रूप में किया जाता है। एक और ख़ास विशेषता यह है कि इसका pH, 4.6 से कम होता है, जो अधिकांश बैक्टीरिया को मारने के लिए पर्याप्त है। अचार बनाकर विकारी खाद्य पदार्थों को भी महीनों तक संरक्षित किया जा सकता है। सुक्ष्मजीवीरोधी जड़ी बूटियों और मसालें, जैसे सरसों के बीज, लहसुन दालचीनी या लौंग अक्सर लिलाए जाते हैं। अगर खाद्य पदार्थ में पर्याप्त नमी हो, तो अचार बनाने का लवण केवल सूखा नमक मिलाकर बनाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, गोभी और कोरियाई किमची अतिरिक्त पानी से सब्जियों को बाहर निकालकर उनमें नमक लगाकर बनाया जाता है। लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया से, कमरे के तापमान पर प्राकृतिक किण्वन आवश्यक अम्लता का निर्माण करता है। अन्य अचार सिरका में सब्जियों को रखकर बनाए जाते हैं। डिब्बाबंदी प्रक्रिया के विपरीत, अचार बनाने (जिसमें किण्वन शामिल है) के लिए सील किए जाने से पहले खाद्य पदार्थ को को पूरी तरह से रोगाणुहीन करने की आवश्यकता नहीं होती है। घोल की अम्लता या लवणता, किण्वन का तापमान और ऑक्सीजन का बहिष्करण जिस पर सूक्ष्मजीव हावी होते हैं, उत्पाद के स्वाद को निर्धारित करती है।मैकगी, हेरोल्ड (2004).

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अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह

अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह (बंगाली:আন্দামান ও নিকোবর দ্বীপপুঞ্জ) भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है। ये बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित है। अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह लगभग 572 छोटे बड़े द्वीपों से मिलकर बना है जिनमें से सिर्फ कुछ ही द्वीपों पर लोग रहते हैं। यहाँ की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है। भारत का यह केन्द्र शासित प्रदेश हिंद महासागर में स्थित है और भौगोलिक दृष्टि से दक्षिण पूर्व एशिया का हिस्सा है। यह इंडोनेशिया के आचेह के उत्तर में 150 किमी पर स्थित है तथा अंडमान सागर इसे थाईलैंड और म्यांमार से अलग करता है। दो प्रमुख द्वीपसमूहों से मिलकर बने इस द्वीपसमूह को 10° उ अक्षांश पृथक करती है, जिसके उत्तर में अंडमान द्वीप समूह और दक्षिण में निकोबार द्वीप समूह स्थित हैं। इस द्वीपसमूह के पूर्व में अंडमान सागर और पश्चिम में बंगाल की खाड़ी स्थित है। द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर एक अंडमानी शहर है। 2001 की भारत की जनगणना के अनुसार यहाँ की जनसंख्या 356152 है। पूरे क्षेत्र का कुल भूमि क्षेत्र लगभग 6496 किमी² या 2508 वर्ग मील है। .

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अनानास

अनन्नास (अंग्रेज़ी:पाइनऍप्पल, वैज्ञा:Ananas comosus) एक खाद्य उष्णकटिबन्धीय पौधे एवं उसके फल का सामान्य नाम है हालांकि तकनीकी दृष्टि से देखें, तो ये अनेक फलों का समूह विलय हो कर निकलता है। यह मूलतः पैराग्वे एवं दक्षिणी ब्राज़ील का फल है। अनन्नास को ताजा काट कर भी खाया जाता है और शीरे में संरक्षित कर या रस निकाल कर भी सेवन किया जाता है। इसे खाने के उपरांत मीठे के रूप में सलाद के रूप में एवं फ्रूट-कॉकटेल में मांसाहार के विकल्प के रूप में प्रयोग भी किया जाता है।। याहू जागरण मिष्टान्न रूप में ये उच्च स्तर के अम्लीय स्वभाव (संभवतः मैलिक या साइट्रिक अम्ल) का होता है। अनन्नास कृषि किया गया ब्रोमेल्याकेऐ एकमात्र फल है। अनन्नास फल व अनुप्रस्थ काट अनन्नास के औषधीय गुण भी बहुत होते हैं। ये शरीर के भीतरी विषों को बाहर निकलता है। इसमें क्लोरीन की भरपूर मात्रा होती है। साथ ही पित्त विकारों में विशेष रूप से और पीलिया यानि पांडु रोगों में लाभकारी है। ये गले एवं मूत्र के रोगों में लाभदायक है। इसके अलावा ये हड्डियों को मजबूत बनाता है। अनन्नास में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है। यह शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर को ऊर्जा प्रदान करने का काम करता है। एक प्याला अनन्नास के रस-सेवन से दिन भर के लिए आवश्यक मैग्नीशियम के ७५% की पूर्ति होती है। साथ ही ये कई रोगों में उपयोगी होता है। इस फल में पाया जाने वाला ब्रोमिलेन सर्दी और खांसी, सूजन, गले में खराश और गठिया में लाभदायक होता है। यह पाचन में भी उपयोगी होता है। अनन्नास अपने गुणों के कारण नेत्र-ज्योति के लिए भी उपयोगी होता है। दिन में तीन बार इस फल को खाने से बढ़ती उम्र के साथ आंखों की रोशनी कम हो जाने का खतरा कम हो जाता है। आस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों के शोधों के अनुसार यह कैंसर के खतरे को भी कम करता है। ये उच्च एंटीआक्सीडेंट का स्रोत है व इसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और साधारण ठंड से भी सुरक्षा मिलती है। इससे सर्दी समेत कई अन्य संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। .

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अनुवाद की दुनिया

हममें से अधिकतर लोगों ने लियो टॉल्स्टॉय, उमर ख़य्याम, मोपासाँ आदि के साहित्य का रसास्वादन किया है, मगर इस साहित्य को हम तक पहुँचाने वाले अनुवादकों के बारे में कितने लोग जानते हैं? रूस, जापान, जर्मनी जैसे देशों के तकनीकी ज्ञान से हमारा परिचय कराने वाले अनुवादकों के योगदान को कितना महत्व दिया गया है? इन प्रश्नों का एकमात्र उत्तर है - "बहुत कम"! श्रेणी:अनुवाद श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अन्तरराष्ट्रीय मात्रक प्रणाली

अन्तर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली (संक्षेप में SI; फ्रेंच Le Système International d'unités का संक्षिप्त रूप), मीटरी पद्धति का आधुनिक रूप है। इसे सामान्य रूप में दशमलव एवं दस के गुणांकों में बनाया गया है। यह विज्ञान एवं वाणिज्य के क्षेत्र में विश्व की सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली प्रणाली है। पुरानी मेट्रिक प्रणाली में कई इकाइयों के समूह प्रयोग किए जाते थे। SI को 1960 में पुरानी मीटर-किलोग्राम-सैकण्ड यानी (MKS) प्रणाली से विकसित किया गया था, बजाय सेंटीमीटर-ग्राम-सैकण्ड प्रणाली की, जिसमें कई कठिनाइयाँ थीं। SI प्रणाली स्थिर नहीं रहती, वरन इसमें निरंतर विकास होते रहते हैं, परंतु इकाइयां अन्तर्राष्ट्रीय समझौतों के द्वारा ही बनाई और बदली जाती हैं। यह प्रणाली लगभग विश्वव्यापक स्तर पर लागू है और अधिकांश देश इसके अलावा अन्य इकाइयों की आधिकारिक परिभाषाएं भी नहीं समझते हैं। परंतु इसके अपवाद संयुक्त राज्य अमरीका और ब्रिटेन हैं, जहाँ अभी भी गैर-SI इकाइयों उनकी पुरानी प्रणालियाँ लागू हैं।भारत मॆं यह प्रणाली 1 अप्रैल, 1957 मॆं लागू हुई। इसके साथ ही यहां नया पैसा भी लागू हुआ, जो कि स्वयं दशमलव प्रणाली पर आधारित था। इस प्रणाली में कई नई नामकरण की गई इकाइयाँ लागू हुई। इस प्रणाली में सात मूल इकाइयाँ (मीटर, किलोग्राम, सैकण्ड, एम्पीयर, कैल्विन, मोल, कैन्डेला, कूलम्ब) और अन्य कई व्युत्पन्न इकाइयाँ हैं। कुछ वैज्ञानिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में एस आई प्रणाली के साथ अन्य इकाइयाँ भी प्रयोग में लाई जाती हैं। SI उपसर्गों के माध्यम से बहुत छोटी और बहुत बड़ी मात्राओं को व्यक्त करने में सरलता होती है। तीन राष्ट्रों ने आधिकारिक रूप से इस प्रणाली को अपनी पूर्ण या प्राथमिक मापन प्रणाली स्वीकार्य नहीं किया है। ये राष्ट्र हैं: लाइबेरिया, म्याँमार और संयुक्त राज्य अमरीका। .

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अन्तरराष्ट्रीय विधि

अन्तर्राष्ट्रीय विधि (International law) से आशय उन नियमों से है जो स्वतंत्र देशों के बीच परस्पर सम्बन्धों (विवादों) के निपटारे के लिये लागू होते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय कानून किसी देश के अपने कानून से इस अर्थ में भिन्न है कि अन्तर्राष्ट्रीय कानून दो देशों के सम्बन्धों के लिए लागू होता है न कि दो या अधिक नागरिकों के बीच। .

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अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड

ICAO का ध्वज अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन या ICAO विमानक्षेत्र कोड या स्थिति परिचायक एक चार अक्षर का एल्फान्यूमेरिक कोड होता है। यह हरेक विमानक्षेत्र के लिए अभिन्न होता है। यह कोड अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन द्वारा अभिकल्पित और परिभाषित होता है। इसे ICAO प्रलेख 7910: लोकेशन इंडिकेटर्स अर्थात स्थान परिचायक, के नाम से प्रशित किया जाता है। .

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अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्य राष्ट्र

अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन में राष्ट्र अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्यओं की सूची है। अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन का चिन्ह .

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अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततकनीकी आयोग

अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततकनीकी आयोग या (IEC) एक लाभ निरपेक्ष, गैर-सरकारी अन्तर्राष्ट्रीय मानक संगठन है। यह विद्युतीय, इलैक्ट्रानिकीय और संबंधित प्रौद्योगिकीयों – सामूहिक रूप से जिन्हें "विद्युतप्रौद्योगिकी" या "electrotechnology" कहते हैं, उनके लिये अन्तर्राष्ट्रीय मानक निर्मित एवं प्रकाशित करता है। IEC मानक प्रौद्योगिकियों की एक वृहत संख्या कवर करता है, जैसे कि ऊर्जा उत्पादन, प्रसारण और घरेलु उपकरणों, कार्यालयों, अर्ध-चालकों, फ़ाइबर-आप्टिक्स, बैटरियों, सौर-उर्जा, नैनोतकनीक और्मैरीन ऊर्जा, इत्यादि कई और भी.

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अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन

अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन या केन्द्र (संक्षेप में आईएसएस, अंग्रेज़ी: International Space Station इंटर्नॅशनल् स्पेस् स्टेशन्, ISS) बाहरी अन्तरिक्ष में अनुसंधान सुविधा या शोध स्थल है जिसे पृथ्वी की निकटवर्ती कक्षा में स्थापित किया है। इस परियोजना का आरंभ १९९८ में हुआ था और यह २०११ तक बन कर तैयार होगा। वर्तमान समय तक आईएसएस अब तक बनाया गया सबसे बड़ा मानव निर्मित उपग्रह होगा। आईएसएस कार्यक्रम विश्व की कई स्पेस एजेंसियों का संयुक्त उपक्रम है। इसे बनाने में संयुक्त राज्य की नासा के साथ रूस की रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी (आरकेए), जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए), कनाडा की कनेडियन स्पेस एजेंसी (सीएसए) और यूरोपीय देशों की संयुक्त यूरोपीयन स्पेस एजेंसी (ईएसए) काम कर रही हैं। इनके अतिरिक्त ब्राजीलियन स्पेस एजेंसी (एईबी) भी कुछ अनुबंधों के साथ नासा के साथ कार्यरत है। इसी तरह इटालियन स्पेस एजेंसी (एएसआई) भी कुछ अलग अनुबंधों के साथ कार्यरत है। पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित होने के बाद आईएसएस को नंगी आंखों से देखा जा सकेगा। यह पृथ्वी से करीब ३५० किलोमीटर ऊपर औसतन २७,७२४ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से परिक्रमा करेगा और प्रतिदिन १५.७ चक्कर पूरे करेगा। पिछले आईएसएस में, जिसे नवंबर २००० में कक्षा में स्थापित किया गया था, के बाद से उसमें लगातार मानवीय उपस्थिति बनी हुई है। वर्तमान समय में इसमें तीन व्यक्तियों का स्थान है। भविष्य में इसमें छह व्यक्तियों के रहने लायक जगह बनेगी। अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष में स्थित एक वेधशाला के तौर पर कार्य करता है। अन्य अंतरिक्ष यानों के मुकाबले इसके कई फायदे हैं जिसमें इसमें रहने वाले एस्ट्रोनॉट्स को अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहकर काम करने का मौका मिलता है। चित्र:ISS after STS-116 in December 2006.jpg|अन्तरराष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन खींचने अन्तरिक्ष यान डिस्कवरी से, 19 दिसम्बर, 2006 पर File:ISS_on_20_August_2001.jpg|२००१ में आई। एस.एस File:MLM_-_ISS_module.jpg|बहु-उद्देशीय मॉड्यूल File:Good Morning From the International Space Station.jpg|अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन से अमरीका पर चन्द्रोदय का दृश्य। .

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अपमान की सदी

अपमान की सदी (चीनी: 百年国耻 (सरलीकृत), 百年國恥 (पारम्परिक)), को राष्ट्रीय अपमान की सदी, अपमान के सौ वर्ष और अन्य समान नामों से भी जाना जाता है। १९२० के दशक से चीन में राष्ट्रवाद के उदय के साथ ही गुओमिन्दांग और साम्यवादी दुष्प्रचारकों और इतिहासकारों द्वारा इन अवधारणाओं का उपयोग किया गया जिसमें पश्चिमी औपनिवेशिक शक्तियों और जापानी उपनिवेशवाद के अधीन रहकर चीन के दमन को चित्रित किया गया। .

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अपर्णा दत्ता गुप्ता

अपर्णा दत्ता गुप्ता एक वैज्ञानिक है। वह हैदराबाद विश्वविद्यालय मे पशुविज्ञान विभाग में पढ़ाती हैं। उन्होंने कीटाणुओं के शारिरिक विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान किया है। यह अध्ययन कीटों को ध्यान में रखते हुए, उनके नियंत्रण पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता हैं। अपर्णा ने पी एच डी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से किया। वह आई एन एस ए, एन एस आई, और आई ए एस सी की एक फ़ेलो हैं। .

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अपशिष्ट प्रबंधन

बर्कशायर, इंग्लैंड में पहियों वाला कचरे का डब्बा अपशिष्ट प्रबंधन परिवहन (transport), संसाधन (processing), पुनर्चक्रण (recycling) या अपशिष्ट (waste) के काम में प्रयोग की जाने वाली सामग्री का संग्रह है। यह शब्द आम तौर पर उस सामग्री को इंगित करता है जो मानव गतिविधियों से बनती हैं और ये इसलिए किया जाता है ताकि मानव पर उस के स्वस्थ, पर्यावरण (environment) या सौंदर्यशास्त्र.

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अबाशिरी झील

अबाशिरी झील (網走湖; Lake Abashiri) अबशिरि होकाइदो, जापान में स्थित एक झील हैं। यह अबशिरी-कसी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित हैं। झील में अबशिरी और मेमनबत्सू नदियाँ आकर मिलती हैं। झील का जल आगे, अबाशिरी नदी के माध्यम से बाहर निकलता हैं, और आगे 7 किलोमीटर (4.3 मील) जाकर ओहॉट्सक के समुद्र में जा मिलता हैं। यह अनूप झील समुद्र से लगभग 5 किमी दूर हैं, और लगभग 40 किमी की परिधि में फैला हुआ हैं। ताजे पानी के क्लेम्स और जापानी तालाब की गंध के लिए प्रसिद्ध होने के अलावा, यह नौका विहार के लिए भी अबाशीरी झील एक लोकप्रिय स्थान हैं। .

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अमिताभ बुद्ध

बौद्ध धर्म के महायान संप्रदाय के अनुसार अमिताभ बुद्ध वर्तमान जगत् के अभिभावक तथा अधीश्वर बुद्ध का नाम है। 'अमिताभ' मुख्य बुद्ध हैं जिनकी महायान की जापान और चीन में प्रचलित 'पवित्र भूमि' शाखा में मान्यता प्राप्त है। इन्हें तिब्बत में प्रचलित वज्रयान शाखा में भी माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अमिताभ बुद्ध अपने अनगिनत पिछले जन्मों में 'धर्मकार' नामक बोधिसत्व थे जिन्होनें इतने अच्छे काम किये की इनके पुण्यों की पूँजी असीम है। 'अमिताभ' शब्द 'अमित' और 'आभ/आभा' को जोड़कर बना है और इसका अर्थ है 'अनंत प्रकाश'।, Kathy Zaun, Lorenz Educational Press, ISBN 978-0-7877-8193-4, Pages 26-27 इस संप्रदाय का यह मंतव्य है कि स्वयंभू आदिबुद्ध की ध्यानशक्ति की पाँच क्रियाओं के द्वारा पाँच ध्यानी बुद्धों की उत्पति होती है। उन्हीं में अन्यतम ध्यानी बुद्ध अमिताभ हैं। अन्य ध्यानी बुद्धों के नाम हैं- बेरोचन, अक्षोभ्य, रत्नसंभव तथा अमोघसिद्धि। आदिबुद्ध के समान इनके भी मंदिर नेपाल में उपलब्ध हैं। बौद्धों के अनुसार तीन जगत् तो नष्ट हो चुके हैं और आजकल चतुर्थ जगत् चल रहा है। अमिताभ ही इस वर्तमान जगत् के विशिष्ट बुद्ध हैं जो इसके अधिपति (नाथ) तथा विजेता (जित) माने गए हैं। .

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अमेरिकन अकिता

अमेरिकन अकिता कुत्ता अमेरिकन अकिता जिसे सिर्फ अकिता भी कहा जाता है, जापान के उत्तरी पहाडी इलाको की एक कुत्तो की नसल है। अमेरिकन अकिता संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा को छोड़कर अकिता इनु से एक अलग नसल मानी जाती है। संयुक्त राज्य और कनाडा में इन दोनों नसलो को एक ही नसल माना जाता है बस उनमे थोडा फर्क को तवाज्ज्जो दी जाती है। ध्यान दे की २००५ के FCI द्वारा महान जापानी कुत्ते का पद अब अमेरिकन अकिता को दे दिया गया है। श्रेणी:श्वान.

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अरण्डी

अरंडी (अंग्रेज़ी:कैस्टर) तेल का पेड़ एक पुष्पीय पौधे की बारहमासी झाड़ी होती है, जो एक छोटे आकार से लगभग १२ मी के आकार तक तेजी से पहुँच सकती है, पर यह कमजोर होती है। इसकी चमकदार पत्तियॉ १५-४५ सेमी तक लंबी, हथेली के आकार की, ५-१२ सेमी गहरी पालि और दांतेदार हाशिए की तरह होती हैं। उनके रंग कभी कभी, गहरे हरे रंग से लेकर लाल रंग या गहरे बैंगनी या पीतल लाल रंग तक के हो सकते है।। वेब ग्रीन तना और जड़ के खोल भिन्न भिन्न रंग लिये होते है। इसके उद्गम व विकास की कथा अभी तक अध्ययन अधीन है। यह पेड़ मूलतः दक्षिण-पूर्वी भूमध्य सागर, पूर्वी अफ़्रीका एवं भारत की उपज है, किन्तु अब उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में खूब पनपा और फैला हुआ है। .

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अर्धचालक युक्ति

अर्धचालक युक्तियाँ (Semiconductor devices) उन एलेक्ट्रानिक अवयवों को कहते हैं जो अर्धचालक पदार्थों के गुण-धर्मों का उपयोग करके बनाये जाते हैं। सिलिकॉन, जर्मेनियम और गैलिअम आर्सेनाइड मुख्य अर्धचालक पदार्थ हैं। अधिकांश अनुप्रयोगों में अब उन सभी स्थानों पर अर्धचालक युक्तियाँ प्रयोग की जाने लगी हैं जहाँ पहले उष्मायनिक युक्तियाँ (निर्वात ट्यूब) प्रयोग की जाती थीं। अर्धचालक युक्तियाँ, ठोस अवस्था में एलेक्ट्रानिक संचलन पर आधारित हैं जबकि ट्यूब युक्तियाँ उच्चा निर्वात या गैसीय अवस्था में उष्मायनों के चालन पर आधारित थीं। निर्माण के आधार पर अर्धचालक युक्तियाँ मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं - अकेली युक्तियाँ और एकीकृत परिपथ (IC) .

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अलांग

अलांग गुजरात (भारत) के भावनगर जिले में स्थित एक शहर है। पिछले तीन दशकों में ये जहाज तोड़ने के लिए दुनिया का सबसे बडा केंद्र बन गया है। .

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अल्ताई भाषा-परिवार

अल्ताई भाषा परिवार का फैलाव अल्ताई पर्वत क्षेत्र में शुरू हुईं अल्ताई (अंग्रेज़ी: Altaic languages, ऑल्टेइक लैन्गवेजिज़) एक भाषा-परिवार है जिसमें तुर्की भाषाएँ, मंगोल भाषाएँ, तुन्गुसी भाषाएँ, जापानी भाषाएँ और कोरियाई भाषा आती हैं। अल्ताई भाषाएँ यूरेशिया के बहुत ही विस्तृत क्षेत्र में बोली जाती हैं जो पूर्वी यूरोप से लेकर मध्य एशिया से होता हुआ सीधा जापान तक जाता है। इस परिवार में कुल मिलकर लगभग ७० जीवित भाषाएँ आती हैं और इन्हें बोलने वालों की तादाद वर्तमान विश्व में लगभग ५० करोड़ है। .

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अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव

अलेक्सान्द्र अब्रामोविच कबकोव अलेक्सान्द्र कबकोव (रूसी: Кабаков, Александр Абрамович) - रूसी लेखक और पत्रकार हैं। उनका जन्म द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान १९४३ में नोवोसिबीर्स्क में हुआ, जहाँ सरकार ने उनकी माँ को युद्ध से बचाकर प्रसूति के लिए भेज दिया था। कबाकोव ने उक्राइना के द्नेप्रोपेत्रोव्स्क विश्वविद्यालय की मैकेनिकल-मैथमैटिक्स फ़ैकल्टी से एम.एससी.

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अलेक्सांदर द्वितीय

रूस का ज़ार अलेक्सान्दर द्वितीय अलेक्सांदर द्वितीय (रूसी: Алекса́ндр II Никола́евич; १८१२ - १८८१) रूस का ज़ार (१८५५ से ८१) था। वह निकोलस प्रथम का ज्येष्ठ पुत्र था। .

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अज्ञेय

सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन "अज्ञेय" (7 मार्च, 1911 - 4 अप्रैल, 1987) को कवि, शैलीकार, कथा-साहित्य को एक महत्त्वपूर्ण मोड़ देने वाले कथाकार, ललित-निबन्धकार, सम्पादक और अध्यापक के रूप में जाना जाता है। इनका जन्म 7 मार्च 1911 को उत्तर प्रदेश के कसया, पुरातत्व-खुदाई शिविर में हुआ। बचपन लखनऊ, कश्मीर, बिहार और मद्रास में बीता। बी.एससी.

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अगस्त २०१०

कोई विवरण नहीं।

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अंतरराष्ट्रीय तापनाभिकीय प्रायोगिक संयंत्र

आई। टी.ई.आर निर्वात वैसल के प्रतिरूप का चित्र; जिसमें डाईवर्टर कैसेट्स की अंदरूनी सतहों पर ४४० ब्लैंकेट्स जुड़े दिख रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय तापनाभिकीय प्रायोगिक संयंत्र (अंग्रेज़ी:इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (आईटीईआर)) ऊर्जा की कमी की समस्या से निबटने के लिए भारत सहित विश्व के कई राष्ट्रों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के सहयोग से मिलकर बनाया जा रहा संलयन नाभिकीय प्रक्रिया पर आधारित ऐसा विशाल रिएक्टर है, जो कम ईंधन की सहायता से ही अपार ऊर्जा उत्पन्न करेगा। सस्ती, प्रदूषणविहीन और असीमित ऊर्जा पैदा करने की दिशा में हाइड्रोजन बम के सिद्धांत पर इस नाभिकीय महापरियोजना को प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है। इसमें संलयन से उसी प्रकार से ऊर्जा मिलेगी जैसे पृथ्वी को सूर्य या अन्य तारों से मिलती है। .

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अंतरिक्ष अन्वेषण

सैटर्न V रॉकेट जिसका उपयोग अमेरिकी चंग्रमा अभियानों पर किया जाता है अंतरिक्ष यात्रा या अंतरिक्ष अन्वेषण ब्रह्माण्ड की खोज और उसका अन्वेषण अंतरिक्ष की तकनीकों का उपयोग करके करने को कहते हैं। अंतरिक्ष का शारीरिक तौर पर अन्वेषण मानवीय अंतरिक्ष उड़ानों व रोबोटिक अंतरिक्ष यानो द्वारा किया जाता है। हालाँकि खगोलविज्ञान के ज़रिए हम अंतरिक्ष में मौजूद वस्तुओं का निरिक्षण मानव इतिहास में लंबे समय से करते आ रहे हैं परन्तु २०वि सदी की शुरुआत में बड़े व कारगर रॉकेटों के कारण हमने अंतरिक्ष अन्वेषण को एक सत्य बना दिया है। अंतरिक्ष अन्वेषण में आधुकिन वैज्ञानिक अनुसन्धान, कई राष्ट्रों को एक जुट करना, मानवता का भविष्य में जीवित रहना पक्का करना और अन्य देशों के खिलाफ़ सैन्य व सैन्य तकनीकों का विकास करना शामिल है। कई बार अंतरिक्ष अन्वेषण पर अलग-अलग तरह से टिका की गई है। अंतरिक्ष अन्वेषण का उपयोग शीत युद्ध जैसे कालों में अपना कौशल व वर्चस्व सिद्ध करने के लिए अक्सर होता आया है। अंतरिक्ष अन्वेषण की शुरुआत सोवियत संघ और अमेरिका के बिच शुरू हुई "अंतरिक्ष होड़" से हुई जब सोवियत संघ ने ४ अक्टूबर १९५७ को मानव-निर्मित पहली वस्तु, स्पुतनिक 1 पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित किया था और इसके बाद अमेरिकी अपोलो ११ अंतरिक्ष यान को चंद्रमा पर २० जुलाई १९६९ को उतारा गया था। इन दोनों घटनाओं को अपने काल की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जाता है। सोवित अंतरिक्ष कार्यक्रम ने कई शुरूआती उपलब्धियां हासिल की जिनमे १९५७ में पहले जीवित प्राणी को कक्षा में भेजना, १९६१ में पहली मानवीय अंतरिक्ष उड़ान (यूरी गगारिन वोस्तोक 1 में), १९६५ में पहला अंतरिक्ष में कदम (एलेक्सी लेओनोव द्वारा), १९६६ में किसी बाह्य अंतरिक्ष वस्तु पर पहली स्वयंचलित लैंडिंग और १९७१ में पहला अंतरिक्ष स्टेशन (सल्यूट 1) भेजना शामिल है। अन्वेषण व खोज के पहले २० वर्षों बाद एक-तरफा उड़ानों से ध्यान पुनः उपयोग में लाए जा सकने वाले स्रोतों की ओर मुड़ा जिनमे स्पेस शटल कार्यक्रम शामिल है और होड़ से मिलजुल कर काम करने पर केंद्रित हुआ जिसका परिणाम अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) है। २००० में पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना ने एक सफल मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके साथ ही युओपीय संघ, जापान और भारत ने भी भविष्य में मानवी अंतरिक्ष मिशनों की योजना बनाई है। चीन, रूस, जापान और भारत ने २१वि सदी में चंद्रमा पर मानव अभियानों की शुरुआत ककी है और युओपीय संघ ने चंद्रमा और मंगल, दोनों पर मानव अभियानों की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। १९९० के बाद से कई निजी कंपनियों ने अंतरिक्ष पर्यटन को बढ़ावा देना शुरू किया है और इसके बाद चंद्रमा का निजी अन्वेषण भी करने की मांग की है। श्रेणी:अंतरिक्ष.

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अंतरजाल

अंतरजाल का आंशिक मैप, १५ जनवरी २००५। प्रत्येक पंक्ति को दो नोड्स के बीच खींचा जाता है, आईपी पते जोड़ने से। रेखा की लंबाई नोड्स के बीच समय की देरी (पिंग) को दर्शाती है मानचित्र २००५ में डेटा संग्रह के लिए उपलब्ध कक्षा सी नेटवर्क के ३०% से कम का प्रतिनिधित्व करता है। रेखा रंग आरएफसी १९१८ के अनुसार उसके स्थान से मेल खाती है। अंतरजाल (इंटरनेट) (Internet आई पी ए: ɪntəˌnɛt) विष्व में डिवाइसों को लिंक करने के लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल सूट (टीसीपी / आईपी) का उपयोग करने वाले इंटरकनेक्टेड कंप्यूटर नेटवर्क की वैश्विक प्रणाली है। यह नेटवर्क का एक नेटवर्क है जिसमें निजी, सार्वजनिक, शैक्षिक, व्यवसाय और वैश्विक नेटवर्क के सरकारी नेटवर्क शामिल हैं, जो कि इलेक्ट्रॉनिक, वायरलेस, और ऑप्टिकल नेटवर्किंग प्रौद्योगिकियों की व्यापक श्रेणी से जुड़ा हुआ है। इंटरनेट में सूचना संसाधनों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला है, जैसे इंटर लिंक किए गए हाइपरटेक्स्ट दस्तावेज़ और वर्ल्ड वाइड वेब (डबल्युडबल्युडबल्यु), इलेक्ट्रॉनिक मेल, टेलीफ़ोनी और फ़ाइल साझाकरण के अनुप्रयोग। १९६० के दशक में इंटरनेट नेटवर्क की उत्पत्ति संयुक्त राज्य संघीय सरकार द्वारा कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से मज़बूत, गलती-सहिष्णु संचार के निर्माण के लिए शुरू की गई थी। १९९० के शुरुआती दिनों में वाणिज्यिक नेटवर्क और उद्यमों को जोड़ने से आधुनिक इंटरनेट पर संक्रमण की शुरुआत हुई, और तेजी से वृद्धि के कारण संस्थागत, व्यक्तिगत और मोबाइल कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े थे। २००० के दशक के अंत तक, इसकी सेवाओं और प्रौद्योगिकियों को रोजमर्रा की जिंदगी के लगभग हर पहलू में शामिल किया गया था। टेलीफ़ोनी, रेडियो, टेलीविज़न, पेपर मेल और अखबारों सहित अधिकांश पारंपरिक संचार मीडिया, ईमेल द्वारा पुनर्निर्मित, पुनर्निर्धारित, या इंटरनेट से दूर किए जाने वाले ईमेल सेवाओं, इंटरनेट टेलीफ़ोनी, इंटरनेट टेलीविजन, ऑनलाइन संगीत, डिजिटल समाचार पत्र, और वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइटें अखबार, पुस्तक, और अन्य प्रिंट प्रकाशन वेबसाइट प्रौद्योगिकी के अनुकूल हैं, या ब्लॉगिंग, वेब फ़ीड्स और ऑनलाइन समाचार एग्रीगेटर्स में पुन: स्थापित किए जा रहे हैं। इंटरनेट ने त्वरित मैसेजिंग, इंटरनेट फ़ौरम और सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से व्यक्तिगत इंटरैक्शन के नए रूपों को सक्षम और त्वरित किया है। ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं और छोटे व्यवसायों और उद्यमियों के लिए ऑनलाइन खरीदारी तेजी से बढ़ी है, क्योंकि यह कंपनियों को एक बड़े बाजार की सेवा या पूरी तरह से ऑनलाइन वस्तुओं और सेवाओं को बेचने के लिए अपनी "ईंट और मोर्टार" उपस्थिति बढ़ाने में सक्षम बनाता है। इंटरनेट पर व्यापार से व्यापार और वित्तीय सेवाओं को पूरे उद्योगों में आपूर्ति श्रृंखला पर असर पड़ता है। इंटरनेट का उपयोग या उपयोग के लिए तकनीकी कार्यान्वयन या नीतियों में कोई केंद्रीकृत शासन नहीं है; प्रत्येक घटक नेटवर्क अपनी नीतियाँ निर्धारित करता है। इंटरनेट, इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस (आए पी एड्रेस), स्पेस और डोमेन नेम सिस्टम (डी एन एस) में दो प्रमुख नाम रिक्त स्थान की केवल अति परिभाषा परिभाषाएँ एक रखरखाव संगठन, इंटरनेट कॉरपोरेशन फॉर असाइन्ड नाम और नंबर (आए सी ए एन एन)। मुख्य प्रोटोकॉल के तकनीकी आधारभूत और मानकीकरण, इंटरनेट इंजीनियरिंग टास्क फ़ोर्स (आए ई टी एफ़) की एक गतिविधि है, जो कि किसी भी गैर-लाभप्रद संगठन के साथ संबद्ध अंतरराष्ट्रीय सहभागी हैं, जो किसी को भी तकनीकी विशेषज्ञता में योगदान दे सकते हैं। .

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अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस

अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस या मई दिन मनाने की शुरूआत 1 मई 1886 से मानी जाती है जब अमेरिका की मज़दूर यूनियनों नें काम का समय 8 घंटे से ज़्यादा न रखे जाने के लिए हड़ताल की थी। इस हड़ताल के दौरान शिकागो की हेमार्केट में बम धमाका हुआ था। यह बम किस ने फेंका किसी का कोई पता नहीं। इसके निष्कर्ष के तौर पर पुलिस ने मज़दूरों पर गोली चला दी और सात मज़दूर मार दिए। "भरोसेमंद गवाहों ने तस्दीक की कि पिस्तौलों की सभी फलैशें गली के केंद्र की तरफ से आईं जहाँ पुलिस खड़ी थी और भीड़ की तरफ़ से एक भी फ्लैश नहीं आई। इस से भी आगे वाली बात, प्राथमिक अखबारी रिपोर्टों में भीड़ की तरफ से गोलीबारी का कोई ज़िक्र नहीं। मौके पर एक टेलीग्राफ खंबा गोलियों के साथ हुई छेद से पुर हुआ था, जो सभी की सभी पुलिस वाले तरफ़ से आईं थीं।" चाहे इन घटनाओं का अमेरिका पर एकदम कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा था लेकिन कुछ समय के बाद अमेरिका में 8 घंटे काम करने का समय निश्चित कर दिया गया था। मौजूदा समय भारत और अन्य मुल्कों में मज़दूरों के 8 घंटे काम करने से संबंधित क़ानून लागू है। अंतरराष्ट्रीय मज़दूर आंदोलन, अराजकतावादियों, समाजवादियों, तथा साम्यवादियों द्वारा समर्थित यह दिवस ऐतिहासिक तौर पर केल्त बसंत महोत्सव से भी संबंधित है। इस दिवस का चुनाव हेमार्केट घटनाक्रम की स्मृति में, जो कि 4 मई 1886 को घटित हुआ था, द्वितीय अंतरराष्ट्रीय के दौरान किया गया। .

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अंतर्राष्ट्रीय व्यापार

सम्पूर्ण यूरेशिया में प्राचीन सिल्क रोड व्यापार मार्ग. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं या क्षेत्रों के आर-पार पूंजी, माल और सेवाओं का आदान-प्रदान है।.

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अकान माशू राष्ट्रीय उद्यान

अकान माशू राष्ट्रीय उद्यान (阿寒摩 周国立 公園; Akan Mashu National Park), एक राष्ट्रीय पार्क हैं, जो होक्काइदो, जापान के द्वीप पर स्थित हैं। डेएतेससुआन नेशनल पार्क के साथ, ये होकाइदो के दो सबसे पुराने राष्ट्रीय उद्यान हैं। इसे 4 दिसंबर, 1934 को स्थापित किया गया था। अकान, एक ज्वालामुखीय क्रेटर और जंगलों का एक क्षेत्र है, जिसमें 90,481 हेक्टेयर (904.81 किमी2) क्षेत्र शामिल हैं। वह पार्क अपने ज्वालामुखिय झीलों, गर्म पानी के झरनें, और इसके बड़े मैरीमो (जापान में पाया जाने वाला पादप) के लिए प्रसिद्ध हैं। .

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अकाहिटो

अकाहिटो (Yamabe no Akahito; 山部 赤人 or 山邊 赤人) (fl. ७२४–७३६) जापान के नारा युगीन कवि थे। जापान की सबसे प्राचीन काव्य संग्रह मान्योशू में इनकी १३ चोका व ३७ वाका (तांका) प्रकाशित हैं। .

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अकिता प्रीफ़ेक्चर

अकिता प्रीफ़ेक्चर जापान के होन्शू द्वीप के उत्तर में स्थित तोहोकू क्षेत्र का एक प्रीफ़ेक्चर है। इसकी राजधानी अकिता है। .

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अकिरा कुरोसावा

अकीरा कुरोसावा (जापानी: 黒澤 明, 23 मार्च 1910—6 सितंबर 1998) जापान के एक प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक थे। उनकी पहली फ़िल्म (सुगता सनशीरो) 1943 में प्रदर्शित हुई और अंतिम (मददयो) 1993 में। उन्हें अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जिसमें लेगियन डि ऑनर तथा ऑस्कर लाइफ़ टाइम अचीवमेंज पुरस्कार प्रमुख हैं। .

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अक्ष शक्तियाँ

अक्ष शक्तियाँ या ऐक्सिस शक्तियाँ या धुरी शक्तियाँ (Axis Powers,Achsenmächte, 枢軸国 Sūjikukoku, Potenze dell'Asse) उन देशों का गुट था जिन्होनें दूसरे विश्वयुद्ध में जर्मनी और जापान का साथ दिया और मित्रपक्ष शक्तियों (ऐलाइड शक्तियों) के ख़िलाफ़ लड़े। मध्य १९३० में अपने साम्राज्यवादी हितों को बचाए रखने के लिए जर्मनी, इटली और जापान द्वारा किए गये कूटनीतिक प्रयासों से अक्ष शक्तियों का उदय हुआ। अक्ष शक्तियों का गुट सन् १९३६ में तब शुरु हुआ जब जर्मनी ने जापान और इटली के साथ साम्यवाद विरोधी संधियों पर दस्तख़त किये। रोम-बर्लिन १९३९ स्टील संधि के अन्तर्गत सामरिक गुट बन गये, १९४० के ट्राइपर्टाइल संधि के साथ जर्मनी और उसके गुट के दोनो मित्र देशो के सामरिक लक्ष्य एक हो गये। दूसरे विश्वयुद्ध में अपने चरम पर अक्षीय शक्तियों ने यूरोप, अफ़्रीका और पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी एशिया के बड़े हिस्सों पर कब्जा किया। १९४५ में जाकर मित्रपक्ष शक्तियों की जीत होने पर अक्ष शक्तियों का गुट ख़त्म हो गया। युद्ध के दौरान अक्ष दल बदलता रहा क्योंकि कुछ राष्ट्र इसके अन्दर-बाहर आते और जाते रहे।, आर.एल.

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अकीको मोरिगामी

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी.

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उत्तर प्रदेश

आगरा और अवध संयुक्त प्रांत 1903 उत्तर प्रदेश सरकार का राजचिन्ह उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा (जनसंख्या के आधार पर) राज्य है। लखनऊ प्रदेश की प्रशासनिक व विधायिक राजधानी है और इलाहाबाद न्यायिक राजधानी है। आगरा, अयोध्या, कानपुर, झाँसी, बरेली, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा, मुरादाबाद तथा आज़मगढ़ प्रदेश के अन्य महत्त्वपूर्ण शहर हैं। राज्य के उत्तर में उत्तराखण्ड तथा हिमाचल प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली तथा राजस्थान, दक्षिण में मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ और पूर्व में बिहार तथा झारखंड राज्य स्थित हैं। इनके अतिरिक्त राज्य की की पूर्वोत्तर दिशा में नेपाल देश है। सन २००० में भारतीय संसद ने उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी (मुख्यतः पहाड़ी) भाग से उत्तरांचल (वर्तमान में उत्तराखंड) राज्य का निर्माण किया। उत्तर प्रदेश का अधिकतर हिस्सा सघन आबादी वाले गंगा और यमुना। विश्व में केवल पाँच राष्ट्र चीन, स्वयं भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, इंडोनिशिया और ब्राज़ील की जनसंख्या उत्तर प्रदेश की जनसंख्या से अधिक है। उत्तर प्रदेश भारत के उत्तर में स्थित है। यह राज्य उत्तर में नेपाल व उत्तराखण्ड, दक्षिण में मध्य प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान तथा पूर्व में बिहार तथा दक्षिण-पूर्व में झारखण्ड व छत्तीसगढ़ से घिरा हुआ है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। यह राज्य २,३८,५६६ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यहाँ का मुख्य न्यायालय इलाहाबाद में है। कानपुर, झाँसी, बाँदा, हमीरपुर, चित्रकूट, जालौन, महोबा, ललितपुर, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ, गोरखपुर, नोएडा, मथुरा, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़, सुल्तानपुर, फैजाबाद, बरेली, आज़मगढ़, मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर यहाँ के मुख्य शहर हैं। .

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उत्तर प्रदेश का इतिहास

उत्तर प्रदेश का भारतीय एवं हिन्दू धर्म के इतिहास मे अहम योगदान रहा है। उत्तर प्रदेश आधुनिक भारत के इतिहास और राजनीति का केन्द्र बिन्दु रहा है और यहाँ के निवासियों ने भारत के स्वतन्त्रता संग्राम में प्रमुख भूमिका निभायी। उत्तर प्रदेश के इतिहास को निम्नलिखित पाँच भागों में बाटकर अध्ययन किया जा सकता है- (1) प्रागैतिहासिक एवं पूर्ववैदिक काल (६०० ईसा पूर्व तक), (2) हिन्दू-बौद्ध काल (६०० ईसा पूर्व से १२०० ई तक), (3) मध्य काल (सन् १२०० से १८५७ तक), (4) ब्रिटिश काल (१८५७ से १९४७ तक) और (5) स्वातंत्रोत्तर काल (1947 से अब तक)। .

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उत्तर कोरिया

उत्तर कोरिया, आधिकारिक रूप से कोरिया जनवादी लोकतांत्रिक गणराज्य (हंगुल: 조선 민주주의 인민 공화국, हांजा:朝鲜民主主义人民共和国) पूर्वी एशिया में कोरिया प्रायद्वीप के उत्तर में बसा हुआ देश है। देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर प्योंगयांग है। कोरिया प्रायद्वीप के 38वें समानांतर पर बनाया गया कोरियाई सैन्यविहीन क्षेत्र उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच विभाजन रेखा के रूप में कार्य करता है। अमनोक नदी और तुमेन नदी उत्तर कोरिया और चीन के बीच सीमा का निर्धारण करती है, वहीं धुर उत्तर-पूर्वी छोर पर तुमेन नदी की एक शाखा रूस के साथ सीमा बनाती है। 1910 में, कोरिया साम्राज्य पर जापान के द्वारा कब्जा कर लिया गया था। 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापानी आत्मसमर्पण के बाद, कोरिया को संयुक्त राज्य और सोवियत संघ द्वारा दो क्षेत्रों में विभाजित किया कर दिया गया, जहाँ इसके उत्तरी क्षेत्र पर सोवियत संघ तथा दक्षिण क्षेत्र पर अमेरिका द्वारा कब्ज़ा कर लिया गया। इसके एकीकरण पर बातचीत विफल रही, और 1948 में, दोनों क्षेत्रो पर अलग-अलग देश और सरकारें: उत्तर में सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पीपुल रिपब्लिक ऑफ कोरिया, और दक्षिण में पूंजीवादी गणराज्य कोरिया बन गईं। दोनों देश के बीच एक यूद्ध (1950-1953) भी लड़ा जा चुका हैं। कोरियाई युद्धविधि समझौते से युद्धविराम तो हुआ, लेकिन दोनों देश के बीच शांति समझौते हस्ताक्षर नहीं किए गए। उत्तर कोरिया आधिकारिक तौर पर खुद को आत्मनिर्भर समाजवादी राज्य के रूप में बताता है। और औपचारिक रूप से चुनाव भी किया जाता है। हालांकि आलोचक इसे अधिनायकवादी तानाशाही का रूप मानते है, क्योंकि यहाँ की सत्ता पर किम इल-सुंग और उसके परिवार के लोगो का अधिपत्य हैं। कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अनुसार उत्तर कोरिया में मानवाधिकार उल्लंघन का समकालीन दुनिया में कोई समानांतर नहीं है। सत्तारूढ़ परिवार के सदस्य की अगुवाई में कोरिया की श्रमिक पार्टी (डब्ल्यूपीके), देश की सत्ता चलती है और दोनों देशो के पुनर्मिलन के लिए डेमोक्रेटिक फ्रंट का नेतृत्व करता है जिसमें सभी राजनीतिक अधिकारियों के सदस्य होने की आवश्यकता होती है। राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता की विचारधारा "जुचे", 1972 में "मार्क्सवादी-लेनीनवादी के रचनात्मक प्रयोग" के रूप में संविधान में पेश की गई। राज्य के उद्यमों और सामूहिक कृषि के माध्यम से कृषि उत्पादन पर राज्य का स्वामित्व होता हैं। स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, आवास और खाद्य उत्पादन जैसी अधिकांश सेवाएं सब्सिडी वाली या राज्य-वित्त पोषित हैं। 1994 से 1998 तक, उत्तर कोरिया में अकाल पड़ा था, जिसके परिणामस्वरूप 0.24 से 0.42मिलियन लोगों की मौत हुई और देश अब भी खाद्य उत्पादन में संघर्ष कर रहा है। उत्तर कोरिया सोंगुन या "सैन्य-पहले" नीति का पालन करता है। 1.21 मिलियन की इसकी सक्रिय सेना, चीन, अमेरिका और भारत के बाद दुनिया में चौथी सबसे बड़ी है। नार्थ कोरिया एक परमाणु हथियार संपन्न देश हैं।. उत्तर कोरिया अपने आप को एक नास्तिक देश मानता है यहाँ पर कोई आधिकारिक धर्म भी नहीं है साथ ही सार्वजनिक रूप से धर्म को एक हासिए पे ही रखा जाता हैं। .

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उत्तर अमेरिकी प्लेट

border.

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उत्कीर्णन

लकड़ी पर उत्कीर्ण सुन्दर दृष्य लकड़ी, हाथीदाँत, पत्थर आदि को गढ़ छीलकर अलंकृत करने या मूर्ति बनाने को उत्कीर्णन या नक्काशी करना (अंग्रेजी में कर्विग) कहते हैं। यहाँ काष्ठ उत्कीर्णन पर प्राविधिक दृष्टिकोण से विचार किया गया है। उत्कीर्णन के लिए लकड़ी को सावधानी से सूखने देना चाहिए। एक रीति यह है कि नई लकड़ी को बहते पानी में डाल दिया जाए, जिसमें उसका सब रस बह जाए हवादार जगह में छोड़ देना काफी होता है। शीशम, बाँझ (ओक) और लकड़ियों पर सूक्ष्म उत्कीर्णन किया जा सकता है। मोटा काम प्राय: सभी लकड़ियों पर हो सकता है। उत्कीर्णन के लिए छोटी बड़ी अनेक प्रकार की चपटी और गोल रुखानियों तथा छुरियों का प्रयोग किया जाता है। काम को पकड़ने के लिए बाँक (वाइस) भी हो तो सुविधा होती है। काठ की एक मुँगरी (हथौड़ा) भी चाहिए। कोने अँतरे में लकड़ी को चिकना करने के लिए टेढ़ी रेती भी चाहिए। बारीक काम में रुखानी को ठोंका नहीं जाता। केवल एक हाथ की गदोरी से दबाया जाता है और दूसरे हाथ की अँगुलियों से उसके अग्र को नियंत्रित किया जाता है। उत्कीर्णन सीख सकता है। नौसिखुए के लिए दस बारह औजार पर्याप्त होंगे। उत्कीर्णन के लिए बने यंत्रों को बढ़िया इस्पात का होना चाहिए और उन्हें छुरा तेज करने की सिल्ली पर तेज करे अंतिम धार चमड़े की चमोटी पर रगड़कर चढ़ानी चाहिए। अतीक्ष्ण यंत्रों से काम स्चच्छ नहीं बनता और लकड़ी के फटने या टूटने का डर रहाता है। गोल रुखानियों को नतोदार पृष्ठ की ओर से तेज करने के लिए बेलनाकार सिल्लियाँ मिलती हैं या साधारण सिल्लियाँ भी घिसकर वैसी बनाई जा सकती हैं। यों तो थोड़ा बहुत उत्कीर्णन सभी जगह होता है, पंरतु कश्मीर की बनी अखरोट की लकड़ी की उत्कीर्ण वस्तुएँ बड़ी सुंदर होती हैं। चीन और जापान के मंदिरों में काष्ठोत्कीर्णन के आश्चर्यजनक सूक्ष्म और सुंदर उदाहरण मिलते हैं। .

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उदयभानु ध्वज

जापान का उदयभानु ध्वज उदयभानु ध्वज या 'उगते सूरज वाला ध्वज' (जापानी: 旭日旗 Kyokujitsu-ki?) जापान कका सैन्य ध्वज है। यह ध्वज सौभाग्य का प्रतीक है। इसका इतिहास एदो काल तक जाता है। मेजो पुनर्स्थापन की नीति के तहत 27 जनवरी 1870 को इसे राष्ट्रीय ध्वज स्वीकर किया गया। आज भी जापान के रक्षा सेना इसका परिवर्तित रूप में प्रयोग करती है। इसके अलावा यह डिजाइन अनेकों वाणिज्यिक एवं विज्ञापनों में भी प्रयुक्त हुआ है। किन्तु दक्षिण कोरिया और चीन में इस ध्वज को आक्रामक समझा जाता है क्योंकि दक्षिण-पूर्व एशिया पर विजय के समय जापानियों द्वारा इसी ध्वज का उपयोग किया गया था। श्रेणी:जापान.

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उपग्रह

ERS 2) अन्तरिक्ष उड़ान (spaceflight) के संदर्भ में, उपग्रह एक वस्तु है जिसे मानव (USA 193) .

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उबर कप

उबर कप, जिसे कभी कभी महिलाओं की विश्व टीम प्रतियोगिता भी कहा जाता है एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता है जिसमें विभिन्न देशों की राष्ट्रीय महिला बैडमिंटन टीमें हिस्सा लेती हैं। पहली बार इसका आयोजन 1956–1957 में तीन वर्षों के अंतराल पर किया गया था। फिर 1984 से यह हर दो वर्षों के अंतराल पर होने लगी। इसका कार्यक्रम और आयोजन स्थल थॉमस कप के साथ मिला दिया गया जो पुरुष टीमों की वैश्विक प्रतियोगिता थी। उबर कप का नाम पूर्व ब्रिटिश महिला खिलाड़ी बेट्टी उबर के नाम पर पड़ा था जिन्होंने १९५० में पुरुषों के जैसी ही महिलाओं के लिये इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन की बात सोची थी। उन्होंने 1956–1957 के पहले प्रतियोगिता के लिये खिलाड़ियों का चुनाव भी किया जिसका आयोजन लंकाशायर, इंग्लैंड के लीथम सेंट ऐन्स में हुआ था। इस प्रतियोगिता का ढाँचा पुरुषों के थॉमस कप की ही तरह था। २०१४ की प्रतियोगिता में चीन की टीम सबसे सफल टीम रही जिसने यह खिताब सबसे ज्यादा १३ बार जीता। जापान ने पांच बार व इंडोनेशिया और अमेरिका ने ३-३ बार यह खिताब जीता। २०१६ की प्रतियोगिता कुन्शान, चीन में आयोजित की जानी है। .

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उशिकु दायबुत्सु बुद्ध प्रतिमा

उशिकु दायबुत्सु जापान के उशिकु शहर में स्थित भगवान गौतम बुद्ध की यह विशालकाय मूर्ति 1993 में बनाई गई थी। उशिकु दायबुत्सु नाम से पहचानी जाने वाली इस मूर्ति की ऊंचाई 120 मीटर (390 फ़ुट) है। यह मुर्ति 10 मीटर (33 फ़ुट) आधार और 10 मीटर कमलमंच पर सामील है। यह दुनिया में शीर्ष तीन सबसे ऊंची मूर्तियों में से एक है। एक लिफ्ट आगंतुकों को 85 मी (279 फ़ुट) एक अवलोकन मंजिल तक ले जाता है। इस प्रतिमा में अमिताभ बुद्ध को दर्शाया गया है और यह पीतल से बनी है। यह भी उशुकी अर्काडिया (अमिदा की चमक और करुणा असल में विकास और रोशन क्षेत्र) के रूप में जाना जाता है। यह शिनरन, बौद्ध धर्म के जुडो शिन्शु (浄土 真宗) या "सत्य पवित्र भूमि सम्प्रदाय" के संस्थापक के जन्म के उपलक्ष्य में बनाया गया था। .

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उष्णकटिबंधीय चक्रवात

इसाबेल तूफान (2003) के रूप में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के 7 अभियान के दौरान कक्षा से देखा. आंख, आईव़ोल और आसपास के उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की विशेषता rainbands स्पष्ट रूप से कर रहे हैं अंतरिक्ष से इस दृश्य में दिखाई देता है। उष्णकटिबंधीय चक्रवात एक तूफान प्रणाली है जो एक विशाल निम्न दबाव केंद्र और भारी तड़ित-झंझावातों द्वारा चरितार्थ होती है और जो तीव्र हवाओं और घनघोर वर्षा को उत्पन्न करती है। उष्णकटिबंधीय चक्रवात की उत्पत्ति तब होती है जब नम हवा के ऊपर उठने से गर्मी पैदा होती है, जिसके फलस्वरूप नम हवा में निहित जलवाष्प का संघनन होता है। वे अन्य चक्रवात आंधियों जैसे नोर'ईस्टर, यूरोपीय आंधियों और ध्रुवीय निम्न की तुलना में विभिन्न ताप तंत्रों द्वारा उत्पादित होते है, अपने "गर्म केंद्र" आंधी प्रणाली के वर्गीकरण की ओर अग्रसर होते हुए.

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१ फ़रवरी

1 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 32वां दिन है। साल मे अभी और 333 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 334)। .

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१ सितंबर

१ सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २४४वॉ (लीप वर्ष मे २४५वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और १२१ दिन बाकी है। .

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१ जनवरी

१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन है। वर्ष में अभी और ३६४ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३६५)। .

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१ अगस्त

1 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 213वॉ (लीप वर्ष मे 214 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 152 दिन बाकी है। .

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१ई+११ मी॰²

क्यूबा का क्षेत्रफल लगभग १,००,००० कि.मी२ है। विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के परिमाण के क्रम समझने हेतु यहां १,००,००० वर्ग कि.मी से १०,००,००० वर्ग कि.मी के क्षेत्र दिये गए हैं।.

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१ई+९ मी॰²

The Flevopolder in the Netherlands is about 1000 km². To help compare orders of magnitude of different geographical regions, we list here areas between 1,000 km2 and 10,000 km2.

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१० दिसम्बर

10 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 344वाँ (लीप वर्ष में 345वाँ) दिन है। साल में अभी और 21 दिन बाकी हैं। .

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१० जनवरी

10 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 10वाँ दिन है। साल में अभी और 355 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 356)। .

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१२ नवम्बर

१२ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१६वॉ (लीप वर्ष मे ३१७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४९ दिन बाकी है। .

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१३ दिसम्बर

13 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 347वॉ (लीप वर्ष में 348 वॉ) दिन है। साल में अभी और 18 दिन बाकी है। .

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१५ मार्च

15 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 74वॉ (लीप वर्ष मे 75 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 291 दिन बाकी है। .

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१५ सितम्बर

15 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 258वॉ (लीप वर्ष में 259 वॉ) दिन है। साल में अभी और 107 दिन बाकी है। .

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१६ दिसम्बर

१६ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३५०वाँ (लीप वर्ष मे ३५१वाँ) दिन है। वर्ष में अभी और १५ दिन बाकी है। .

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१६ जुलाई

१६ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९७वॉ (लीप वर्ष में १९८ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६८ दिन बाकी है। .

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१७ जुलाई

१७ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९८वॉ (लीप वर्ष में १९९वॉ) दिन है। वर्ष में अभी और १६७ दिन बाकी है। .

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१७ अगस्त

१७ अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२९वाँ (लीप वर्ष मे २३०वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और १३६ दिन बाकी है। .

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१८ दिसम्बर

18 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 352वॉ (लीप वर्ष मे 353 वॉ) दिन है। साल में अभी और 13 दिन बाकी है। .

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१८४१

1841 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम

१८५७ के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को समर्पित भारत का डाकटिकट। १८५७ का भारतीय विद्रोह, जिसे प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, सिपाही विद्रोह और भारतीय विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है इतिहास की पुस्तकें कहती हैं कि 1857 की क्रान्ति की शुरूआत '10 मई 1857' की संध्या को मेरठ मे हुई थी और इसको समस्त भारतवासी 10 मई को प्रत्येक वर्ष ”क्रान्ति दिवस“ के रूप में मनाते हैं, क्रान्ति की शुरूआत करने का श्रेय अमर शहीद कोतवाल धनसिंह गुर्जर को जाता है 10 मई 1857 को मेरठ में विद्रोही सैनिकों और पुलिस फोर्स ने अंग्रेजों के विरूद्ध साझा मोर्चा गठित कर क्रान्तिकारी घटनाओं को अंजाम दिया।1 सैनिकों के विद्रोह की खबर फैलते ही मेरठ की शहरी जनता और आस-पास के गांव विशेषकर पांचली, घाट, नंगला, गगोल इत्यादि के हजारों ग्रामीण मेरठ की सदर कोतवाली क्षेत्र में जमा हो गए। इसी कोतवाली में धन सिंह कोतवाल (प्रभारी) के पद पर कार्यरत थे।2 मेरठ की पुलिस बागी हो चुकी थी। धन सिंह कोतवाल क्रान्तिकारी भीड़ (सैनिक, मेरठ के शहरी, पुलिस और किसान) में एक प्राकृतिक नेता के रूप में उभरे। उनका आकर्षक व्यक्तित्व, उनका स्थानीय होना, (वह मेरठ के निकट स्थित गांव पांचली के रहने वाले थे), पुलिस में उच्च पद पर होना और स्थानीय क्रान्तिकारियों का उनको विश्वास प्राप्त होना कुछ ऐसे कारक थे जिन्होंने धन सिंह को 10 मई 1857 के दिन मेरठ की क्रान्तिकारी जनता के नेता के रूप में उभरने में मदद की। उन्होंने क्रान्तिकारी भीड़ का नेतृत्व किया और रात दो बजे मेरठ जेल पर हमला कर दिया। जेल तोड़कर 836 कैदियों को छुड़ा लिया और जेल में आग लगा दी।3 जेल से छुड़ाए कैदी भी क्रान्ति में शामिल हो गए। उससे पहले पुलिस फोर्स के नेतृत्व में क्रान्तिकारी भीड़ ने पूरे सदर बाजार और कैंट क्षेत्र में क्रान्तिकारी घटनाओं को अंजाम दिया। रात में ही विद्रोही सैनिक दिल्ली कूच कर गए और विद्रोह मेरठ के देहात में फैल गया। मंगल पाण्डे 8 अप्रैल, 1857 को बैरकपुर, बंगाल में शहीद हो गए थे। मंगल पाण्डे ने चर्बी वाले कारतूसों के विरोध में अपने एक अफसर को 29 मार्च, 1857 को बैरकपुर छावनी, बंगाल में गोली से उड़ा दिया था। जिसके पश्चात उन्हें गिरफ्तार कर बैरकपुर (बंगाल) में 8 अप्रैल को फासी दे दी गई थी। 10 मई, 1857 को मेरठ में हुए जनक्रान्ति के विस्फोट से उनका कोई सम्बन्ध नहीं है। क्रान्ति के दमन के पश्चात् ब्रिटिश सरकार ने 10 मई, 1857 को मेरठ मे हुई क्रान्तिकारी घटनाओं में पुलिस की भूमिका की जांच के लिए मेजर विलियम्स की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई।4 मेजर विलियम्स ने उस दिन की घटनाओं का भिन्न-भिन्न गवाहियों के आधार पर गहन विवेचन किया तथा इस सम्बन्ध में एक स्मरण-पत्र तैयार किया, जिसके अनुसार उन्होंने मेरठ में जनता की क्रान्तिकारी गतिविधियों के विस्फोट के लिए धन सिंह कोतवाल को मुख्य रूप से दोषी ठहराया, उसका मानना था कि यदि धन सिंह कोतवाल ने अपने कर्तव्य का निर्वाह ठीक प्रकार से किया होता तो संभवतः मेरठ में जनता को भड़कने से रोका जा सकता था।5 धन सिंह कोतवाल को पुलिस नियंत्रण के छिन्न-भिन्न हो जाने के लिए दोषी पाया गया। क्रान्तिकारी घटनाओं से दमित लोगों ने अपनी गवाहियों में सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि धन सिंह कोतवाल क्योंकि स्वयं गूजर है इसलिए उसने क्रान्तिकारियों, जिनमें गूजर बहुसंख्या में थे, को नहीं रोका। उन्होंने धन सिंह पर क्रान्तिकारियों को खुला संरक्षण देने का आरोप भी लगाया।6 एक गवाही के अनुसार क्रान्तिकरियों ने कहा कि धन सिंह कोतवाल ने उन्हें स्वयं आस-पास के गांव से बुलाया है 7 यदि मेजर विलियम्स द्वारा ली गई गवाहियों का स्वयं विवेचन किया जाये तो पता चलता है कि 10 मई, 1857 को मेरठ में क्रांति का विस्फोट काई स्वतः विस्फोट नहीं वरन् एक पूर्व योजना के तहत एक निश्चित कार्यवाही थी, जो परिस्थितिवश समय पूर्व ही घटित हो गई। नवम्बर 1858 में मेरठ के कमिश्नर एफ0 विलियम द्वारा इसी सिलसिले से एक रिपोर्ट नोर्थ - वैस्टर्न प्रान्त (आधुनिक उत्तर प्रदेश) सरकार के सचिव को भेजी गई। रिपोर्ट के अनुसार मेरठ की सैनिक छावनी में ”चर्बी वाले कारतूस और हड्डियों के चूर्ण वाले आटे की बात“ बड़ी सावधानी पूर्वक फैलाई गई थी। रिपोर्ट में अयोध्या से आये एक साधु की संदिग्ध भूमिका की ओर भी इशारा किया गया था।8 विद्रोही सैनिक, मेरठ शहर की पुलिस, तथा जनता और आस-पास के गांव के ग्रामीण इस साधु के सम्पर्क में थे। मेरठ के आर्य समाजी, इतिहासज्ञ एवं स्वतन्त्रता सेनानी आचार्य दीपांकर के अनुसार यह साधु स्वयं दयानन्द जी थे और वही मेरठ में 10 मई, 1857 की घटनाओं के सूत्रधार थे। मेजर विलियम्स को दो गयी गवाही के अनुसार कोतवाल स्वयं इस साधु से उसके सूरजकुण्ड स्थित ठिकाने पर मिले थे।9 हो सकता है ऊपरी तौर पर यह कोतवाल की सरकारी भेंट हो, परन्तु दोनों के आपस में सम्पर्क होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। वास्तव में कोतवाल सहित पूरी पुलिस फोर्स इस योजना में साधु (सम्भवतः स्वामी दयानन्द) के साथ देशव्यापी क्रान्तिकारी योजना में शामिल हो चुकी थी। 10 मई को जैसा कि इस रिपोर्ट में बताया गया कि सभी सैनिकों ने एक साथ मेरठ में सभी स्थानों पर विद्रोह कर दिया। ठीक उसी समय सदर बाजार की भीड़, जो पहले से ही हथियारों से लैस होकर इस घटना के लिए तैयार थी, ने भी अपनी क्रान्तिकारी गतिविधियां शुरू कर दीं। धन सिंह कोतवाल ने योजना के अनुसार बड़ी चतुराई से ब्रिटिश सरकार के प्रति वफादार पुलिस कर्मियों को कोतवाली के भीतर चले जाने और वहीं रहने का आदेश दिया।10 आदेश का पालन करते हुए अंग्रेजों के वफादार पिट्ठू पुलिसकर्मी क्रान्ति के दौरान कोतवाली में ही बैठे रहे। इस प्रकार अंग्रेजों के वफादारों की तरफ से क्रान्तिकारियों को रोकने का प्रयास नहीं हो सका, दूसरी तरफ उसने क्रान्तिकारी योजना से सहमत सिपाहियों को क्रान्ति में अग्रणी भूमिका निभाने का गुप्त आदेश दिया, फलस्वरूप उस दिन कई जगह पुलिस वालों को क्रान्तिकारियों की भीड़ का नेतृत्व करते देखा गया।11 धन सिंह कोतवाल अपने गांव पांचली और आस-पास के क्रान्तिकारी गूजर बाहुल्य गांव घाट, नंगला, गगोल आदि की जनता के सम्पर्क में थे, धन सिंह कोतवाल का संदेश मिलते ही हजारों की संख्या में गूजर क्रान्तिकारी रात में मेरठ पहुंच गये। मेरठ के आस-पास के गांवों में प्रचलित किवंदन्ती के अनुसार इस क्रान्तिकारी भीड़ ने धन सिंह कोतवाल के नेतृत्व में देर रात दो बजे जेल तोड़कर 836 कैदियों को छुड़ा लिया12 और जेल को आग लगा दी। मेरठ शहर और कैंट में जो कुछ भी अंग्रेजों से सम्बन्धित था उसे यह क्रान्तिकारियों की भीड़ पहले ही नष्ट कर चुकी थी। उपरोक्त वर्णन और विवेचना के आधार पर हम निःसन्देह कह सकते हैं कि धन सिंह कोतवाल ने 10 मई, 1857 के दिन मेरठ में मुख्य भूमिका का निर्वाह करते हुए क्रान्तिकारियों को नेतृत्व प्रदान किया था।1857 की क्रान्ति की औपनिवेशिक व्याख्या, (ब्रिटिश साम्राज्यवादी इतिहासकारों की व्याख्या), के अनुसार 1857 का गदर मात्र एक सैनिक विद्रोह था जिसका कारण मात्र सैनिक असंतोष था। इन इतिहासकारों का मानना है कि सैनिक विद्रोहियों को कहीं भी जनप्रिय समर्थन प्राप्त नहीं था। ऐसा कहकर वह यह जताना चाहते हैं कि ब्रिटिश शासन निर्दोष था और आम जनता उससे सन्तुष्ट थी। अंग्रेज इतिहासकारों, जिनमें जौन लोरेंस और सीले प्रमुख हैं ने भी 1857 के गदर को मात्र एक सैनिक विद्रोह माना है, इनका निष्कर्ष है कि 1857 के विद्रोह को कही भी जनप्रिय समर्थन प्राप्त नहीं था, इसलिए इसे स्वतन्त्रता संग्राम नहीं कहा जा सकता। राष्ट्रवादी इतिहासकार वी0 डी0 सावरकर और सब-आल्टरन इतिहासकार रंजीत गुहा ने 1857 की क्रान्ति की साम्राज्यवादी व्याख्या का खंडन करते हुए उन क्रान्तिकारी घटनाओं का वर्णन किया है, जिनमें कि जनता ने क्रान्ति में व्यापक स्तर पर भाग लिया था, इन घटनाओं का वर्णन मेरठ में जनता की सहभागिता से ही शुरू हो जाता है। समस्त पश्चिम उत्तर प्रदेश के बन्जारो, रांघड़ों और गूजर किसानों ने 1857 की क्रान्ति में व्यापक स्तर पर भाग लिया। पूर्वी उत्तर प्रदेश में ताल्लुकदारों ने अग्रणी भूमिका निभाई। बुनकरों और कारीगरों ने अनेक स्थानों पर क्रान्ति में भाग लिया। 1857 की क्रान्ति के व्यापक आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक कारण थे और विद्रोही जनता के हर वर्ग से आये थे, ऐसा अब आधुनिक इतिहासकार सिद्ध कर चुके हैं। अतः 1857 का गदर मात्र एक सैनिक विद्रोह नहीं वरन् जनसहभागिता से पूर्ण एक राष्ट्रीय स्वतन्त्रता संग्राम था। परन्तु 1857 में जनसहभागिता की शुरूआत कहाँ और किसके नेतृत्व में हुई ? इस जनसहभागिता की शुरूआत के स्थान और इसमें सहभागिता प्रदर्शित वाले लोगों को ही 1857 की क्रान्ति का जनक कहा जा सकता है। क्योंकि 1857 की क्रान्ति में जनता की सहभागिता की शुरूआत धन सिंह कोतवाल के नेतृत्व में मेरठ की जनता ने की थी। अतः ये ही 1857 की क्रान्ति के जनक कहे जाते हैं। 10, मई 1857 को मेरठ में जो महत्वपूर्ण भूमिका धन सिंह और उनके अपने ग्राम पांचली के भाई बन्धुओं ने निभाई उसकी पृष्ठभूमि में अंग्रेजों के जुल्म की दास्तान छुपी हुई है। ब्रिटिश साम्राज्य की औपनिवेशिक अर्थव्यवस्था की कृषि नीति का मुख्य उद्देश्य सिर्फ अधिक से अधिक लगान वसूलना था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अंग्रेजों ने महलवाड़ी व्यवस्था लागू की थी, जिसके तहत समस्त ग्राम से इकट्ठा लगान तय किया जाता था और मुखिया अथवा लम्बरदार लगान वसूलकर सरकार को देता था। लगान की दरें बहुत ऊंची थी, और उसे बड़ी कठोरता से वसूला जाता था। कर न दे पाने पर किसानों को तरह-तरह से बेइज्जत करना, कोड़े मारना और उन्हें जमीनों से बेदखल करना एक आम बात थी, किसानों की हालत बद से बदतर हो गई थी। धन सिंह कोतवाल भी एक किसान परिवार से सम्बन्धित थे। किसानों के इन हालातों से वे बहुत दुखी थे। धन सिंह के पिता पांचली ग्राम के मुखिया थे, अतः अंग्रेज पांचली के उन ग्रामीणों को जो किसी कारणवश लगान नहीं दे पाते थे, उन्हें धन सिंह के अहाते में कठोर सजा दिया करते थे, बचपन से ही इन घटनाओं को देखकर धन सिंह के मन में आक्रोष जन्म लेने लगा।13 ग्रामीणों के दिलो दिमाग में ब्रिटिष विरोध लावे की तरह धधक रहा था। 1857 की क्रान्ति में धन सिंह और उनके ग्राम पांचली की भूमिका का विवेचन करते हुए हम यह नहीं भूल सकते कि धन सिंह गूजर जाति में जन्में थे, उनका गांव गूजर बहुल था। 1707 ई0 में औरंगजेब की मृत्यु के पश्चात गूजरों ने पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपनी राजनैतिक ताकत काफी बढ़ा ली थी।14 लढ़ौरा, मुण्डलाना, टिमली, परीक्षितगढ़, दादरी, समथर-लौहा गढ़, कुंजा बहादुरपुर इत्यादि रियासतें कायम कर वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक गूजर राज्य बनाने के सपने देखने लगे थे।15 1803 में अंग्रेजों द्वारा दोआबा पर अधिकार करने के वाद गूजरों की शक्ति क्षीण हो गई थी, गूजर मन ही मन अपनी राजनैतिक शक्ति को पुनः पाने के लिये आतुर थे, इस दषा में प्रयास करते हुए गूजरों ने सर्वप्रथम 1824 में कुंजा बहादुरपुर के ताल्लुकदार विजय सिंह और कल्याण सिंह उर्फ कलवा गूजर के नेतृत्व में सहारनपुर में जोरदार विद्रोह किये।16 पश्चिमी उत्तर प्रदेष के गूजरों ने इस विद्रोह में प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया परन्तु यह प्रयास सफल नहीं हो सका। 1857 के सैनिक विद्रोह ने उन्हें एक और अवसर प्रदान कर दिया। समस्त पश्चिमी उत्तर प्रदेष में देहरादून से लेकिन दिल्ली तक, मुरादाबाद, बिजनौर, आगरा, झांसी तक। पंजाब, राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र तक के गूजर इस स्वतन्त्रता संग्राम में कूद पड़े। हजारों की संख्या में गूजर शहीद हुए और लाखों गूजरों को ब्रिटेन के दूसरे उपनिवेषों में कृषि मजदूर के रूप में निर्वासित कर दिया। इस प्रकार धन सिंह और पांचली, घाट, नंगला और गगोल ग्रामों के गूजरों का संघर्ष गूजरों के देशव्यापी ब्रिटिष विरोध का हिस्सा था। यह तो बस एक शुरूआत थी। 1857 की क्रान्ति के कुछ समय पूर्व की एक घटना ने भी धन सिंह और ग्रामवासियों को अंग्रेजी शासन को उखाड़ फेंकने के लिए प्रेरित किया। पांचली और उसके निकट के ग्रामों में प्रचलित किंवदन्ती के अनुसार घटना इस प्रकार है, ”अप्रैल का महीना था। किसान अपनी फसलों को उठाने में लगे हुए थे। एक दिन करीब 10 11 बजे के आस-पास बजे दो अंग्रेज तथा एक मेम पांचली खुर्द के आमों के बाग में थोड़ा आराम करने के लिए रूके। इसी बाग के समीप पांचली गांव के तीन किसान जिनके नाम मंगत सिंह, नरपत सिंह और झज्जड़ सिंह (अथवा भज्जड़ सिंह) थे, कृषि कार्यो में लगे थे। अंग्रेजों ने इन किसानों से पानी पिलाने का आग्रह किया। अज्ञात कारणों से इन किसानों और अंग्रेजों में संघर्ष हो गया। इन किसानों ने अंग्रेजों का वीरतापूर्वक सामना कर एक अंग्रेज और मेम को पकड़ दिया। एक अंग्रेज भागने में सफल रहा। पकड़े गए अंग्रेज सिपाही को इन्होंने हाथ-पैर बांधकर गर्म रेत में डाल दिया और मेम से बलपूर्वक दायं हंकवाई। दो घंटे बाद भागा हुआ सिपाही एक अंग्रेज अधिकारी और 25-30 सिपाहियों के साथ वापस लौटा। तब तक किसान अंग्रेज सैनिकों से छीने हुए हथियारों, जिनमें एक सोने की मूठ वाली तलवार भी थी, को लेकर भाग चुके थे। अंग्रेजों की दण्ड नीति बहुत कठोर थी, इस घटना की जांच करने और दोषियों को गिरफ्तार कर अंग्रेजों को सौंपने की जिम्मेदारी धन सिंह के पिता, जो कि गांव के मुखिया थे, को सौंपी गई। ऐलान किया गया कि यदि मुखिया ने तीनों बागियों को पकड़कर अंग्रेजों को नहीं सौपा तो सजा गांव वालों और मुखिया को भुगतनी पड़ेगी। बहुत से ग्रामवासी भयवश गाँव से पलायन कर गए। अन्ततः नरपत सिंह और झज्जड़ सिंह ने तो समर्पण कर दिया किन्तु मंगत सिंह फरार ही रहे। दोनों किसानों को 30-30 कोड़े और जमीन से बेदखली की सजा दी गई। फरार मंगत सिंह के परिवार के तीन सदस्यों के गांव के समीप ही फांसी पर लटका दिया गया। धन सिंह के पिता को मंगत सिंह को न ढूंढ पाने के कारण छः माह के कठोर कारावास की सजा दी गई। इस घटना ने धन सिंह सहित पांचली के बच्चे-बच्चे को विद्रोही बना दिया।17 जैसे ही 10 मई को मेरठ में सैनिक बगावत हुई धन सिंह और ने क्रान्ति में सहभागिता की शुरूआत कर इतिहास रच दिया। क्रान्ति मे अग्रणी भूमिका निभाने की सजा पांचली व अन्य ग्रामों के किसानों को मिली। मेरठ गजेटियर के वर्णन के अनुसार 4 जुलाई, 1857 को प्रातः चार बजे पांचली पर एक अंग्रेज रिसाले ने तोपों से हमला किया। रिसाले में 56 घुड़सवार, 38 पैदल सिपाही और 10 तोपची थे। पूरे ग्राम को तोप से उड़ा दिया गया। सैकड़ों किसान मारे गए, जो बच गए उनमें से 46 लोग कैद कर लिए गए और इनमें से 40 को बाद में फांसी की सजा दे दी गई।18 आचार्य दीपांकर द्वारा रचित पुस्तक स्वाधीनता आन्दोलन और मेरठ के अनुसार पांचली के 80 लोगों को फांसी की सजा दी गई थी। पूरे गांव को लगभग नष्ट ही कर दिया गया। ग्राम गगोल के भी 9 लोगों को दशहरे के दिन फाँसी की सजा दी गई और पूरे ग्राम को नष्ट कर दिया। आज भी इस ग्राम में दश्हरा नहीं मनाया जाता। संदर्भ एवं टिप्पणी 1.

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१८७७

1877 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९ अगस्त

19 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 231वॉ (लीप वर्ष मे 232 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 134 दिन बाकी है। .

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१९०५ की रूसी क्रांति

सन १९०५ में रूसी साम्राज्य के एक विशाल भाग में राजनीति एवं सामाजिक जनान्दोलन हुए जिन्हें १९०५ की रूसी क्रान्ति कहते हैं। यह क्रान्ति कुछ सीमा तक सरकार के विरुद्ध थी और कुछ सीमा तक दिशाहीन। श्रमिकों ने हड़ताल किये, किसान आन्दोलित हो उठे, सेना में विद्रोह हुआ। इसके फलस्वरूप कई संवैधानिक सुधार किये गये जिसमें मुख्य हैं- रूसी साम्राज्य के ड्युमा की स्थापना, बहुदलीय राजनीतिक व्यवस्था, १९०६ का रूसी संविधान। .

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१९२१

1921 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९२२

1922 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९२३

कोई विवरण नहीं।

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१९३७

१९३७ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९४३

1943 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९४४

1944 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९४५

1945 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९५६

१९५६ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९६४ ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत

भारत ने जापान की राजधानी टोकियो में आयोजित १९६४ ग्रीष्मकालीन ऑलंपिक्स में भाग लिया था। इन खेलों में भारत को पुरुष हॉकी स्पर्धा में स्वर्ण पदक मिला था। .

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१९८०

अभिनेत्री नेहा धुपिया १९८० ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९८९ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९९२ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९९८

1999 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२ सितम्बर

२ सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २४५वाँ (लीप वर्ष मे २४६वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और १२० दिन बाकी है। .

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२० नवंबर

२० नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२४वॉ (लीप वर्ष मे ३२५ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४१ दिन बाकी है। .

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२००४ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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२००६ एशियाई खेल

पन्द्रहवें एशियाई खेल १ दिसंबर से १५ दिसंबर, २००६ के बीच क़तर की राजधानी दोहा में आयोजित किए गए थे। इन खेलों का आयोजन करने वाला दोहा इस क्षेत्र का पहला और पूरे पश्चिम एशिया में दूसरा महानगर था। इससे पहले तेहरान में १९७४ में एशियाई खेलों का आयोजन किया गया था। यही वे एशियाई खेल भी थे, जिसमें एशियाई ओलम्पिक परिषद के सभी ४५ सदस्य राष्ट्रों ने भागीदारी की। युरोस्पोर्ट द्वारा इन खेलों का पहली बार यूरोप में प्रसारण किया गया। इस खेलों में दक्षिण कोरियाई घुड़सवार किम ह्युंग की मृत्यु की अप्रिय घटना भी हुई जब वे एक घुड़सवारी की प्रतिस्पर्धा के दौरान ही मारे गए। .

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२००७

वर्ष २००७ सोमवार से प्रारम्भ होने वाला ग्रेगोरी कैलंडर का सामान्य वर्ष है। .

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२००७ में पद्म भूषण धारक

२२०७ प्द्म भूषन धारक: कला के क्षेत्र में। श्रेणी:पद्म भूषण.

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२००८ के मुंबई हमले

2008 के मुंबई हमले नवंबर 2008 में हुए आतंकवादी हमले के एक समूह थे, जब पाकिस्तान में स्थित एक इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुंबई में 10 सदस्य ने मुंबई में चार दिन तक चलने वाली 12 समन्वय शूटिंग और बम विस्फोट की एक श्रृंखला को अंजाम दिया। हमले जिनकी व्यापक रूप से वैश्विक निंदा की गई बुधवार, 26 नवंबर को शुरू हुए और शनिवार, 29 नवंबर 2008 तक चले, 164 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 308 घायल हो गए। छत्तीपति शिवाजी टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताज पैलेस एंड टॉवर, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन हाउस यहूदी समुदाय केंद्र, मेट्रो सिनेमा और टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग और सेंट जेवियर कॉलेज के पीछे एक लेन में आठ हमले हुए। मुंबई के बंदरगाह क्षेत्र में माजगाव में और विले पार्ले में एक टैक्सी में एक विस्फोट हुआ था। 28 नवंबर की सुबह तक, ताज होटल को छोड़कर सभी साइटों को मुंबई पुलिस विभाग और सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षित किया गया था। 29 नवंबर को, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने शेष हमलावरों को फ्लश करने के लिए 'ऑपरेशन ब्लैक टोर्नेडो' का आयोजन किया; यह ताज होटल में अंतिम शेष हमलावरों की मौत के साथ समाप्त कर दिया। अजमल कसाब ने खुलासा किया कि हमलावर अन्य लोगों के बीच लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे। भारत सरकार ने कहा कि हमलावर पाकिस्तान से आए और उनके नियंत्रक पाकिस्तान में थे। 7 जनवरी 2009 को, पाकिस्तान ने इस बात की पुष्टि की कि हमलों का एकमात्र जीवित अपराधी पाकिस्तानी नागरिक था। 9 अप्रैल 2015 को, हमले के अग्रणी षड्यंत्रकारी, जकीउर रहमान लखवी को पाकिस्तान में 200,000 (यूएस $ 1,900) की ज़मानत बांड पर जमानत दी गई थी। .

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२००९

२००९ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। वर्ष २००९ बृहस्पतिवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। संयुक्त राष्ट्र संघ, यूनेस्को एवं आइएयू ने १६०९ में गैलीलियो गैलिली द्वारा खगोलीय प्रेक्षण आरंभ करने की घटना की ४००वीं जयंती के उपलक्ष्य में इसे अंतर्राष्ट्रीय खगोलिकी वर्ष घोषित किया है। .

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२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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२०१० फीफा विश्व कप

२०१० फीफा विश्व कप १९वां फीफा विश्व कप है, जो ११ जून २०१० से ११ जुलाई २०१० के बीच दक्षिण अफ़्रीका में आयोजित किया जा रहा है। २०१० का फीफा विश्व कप उस योग्यता प्रक्रिया की परिणति होगी जो अगस्त २००७ में आरम्भ हुई थी और जिसमें फीफा की २०८ राष्ट्रीय टीमों में से २०४ सम्मिलित थीं। इस प्रकार, यह २००८ के ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक की बराबरी पर है जिसमें सर्वाधिक टीमें प्रतिस्पर्धा करती हैं। यह पहली बार है जब यह प्रतियोगिता किसी अफ़्रीकी देश में आयोजित की जा रही है, जब दक्षिण अफ़्रीका ने मिस्र और मोरक्को को अखिल-अफ़्रीकी बोली प्रक्रिया में पछाड़ दिया। इस निर्णय के बाद अब केवल ओशियानिया फुटबॉल संघ ही एक ऐसा संघ है जिसने इस प्रतियोगिता की मेज़बानी नहीं की है। इटली पूर्वविजेता है, जिसने जर्मनी में आयोजित २००६ फीफा विश्व कप जीता था। फाइनल के लिए ड्रॉ ४ दिसंबर २००९ को केप टाउन में हुआ था। २०१० का विश्व कप की विजेता टीम रही स्पेन जिसने नीदरलैण्ड को फाइनल में हराकर यह कप जीता। .

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२०११ सेन्दाई भूकम्प और सुनामी

2011 का सेंडाइ भूकंप और सुनामी (东北 地方 太平洋 冲 地震, तोहोकु चीहो ताइहाइयो-ओकी जिशिन, शाब्दिक "तोहोकु क्षेत्र प्रशांत महासागर अपतटीय भूकंप"), जापान के ओशिका प्रायद्वीप, के पूर्वी तट से 130 किलोमीटर की दूरी पर 11 मार्च, 2011 को 05:46 UTC (14:46 स्थानीय समय) पर आया एक महाविनाशी भूकंप है, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 9.0 मापी गयी है। इस भूकंप का अधिकेन्द्र जापान के पूर्वी तट से 130 किलोमीटर की दूरी पर और अवकेन्द्र 24.4 किलोमीटर (15.2 मील) की गहराई पर स्थित था। भूकंप के कारण दुनिया के लगभग 20 देशों जिनमें उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका का पूरा प्रशांत तटीय क्षेत्र शामिल है, में सुनामी चेतावनी जारी की गयी और जापान के प्रशांत तट को लोगों से खाली कराया गया। भूकंप के फलस्वरूप 10 (मीटर 33 फुट) ऊँची सुनामी लहरें उत्पन्न हुईं जिन्होने जापान के तटीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर कहर बरपाया। जापान में यह लहरें तट से 10 किलोमीटर अंदर तक आ गयीं। जापान की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी ने आधिकारिक तौर पर जापान के 16 प्रांतों में, लोगों के मरने, लोगों के घायल होने और लोगों के लापता होने की पुष्टि की है, लेकिन गैर सरकारी खबरों के मुताबिक हताहतों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है। भूकंप के कारण जापान में व्यापक क्षति हुई है, जिनमें सड़कों और रेलवे को हुए भारी नुकसान के अलावा जगह जगह आग लगने से हुई हानि भी शामिल है। एक बांध के ढहने की भी खबर है। पूर्वोत्तर जापान में लगभग 44 लाख घरों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी है और 14 लाख घरों की पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है। सुनामी के चलते बहुत से बिजली घरों में विद्युत उत्पादन ठप हो गया है और कम से कम दो परमाणु बिजलीघरों से रेडियोधर्मी विकिरण का खतरा पैदा हो गया है, जिसके कारण इनके आसपास के क्षेत्र को खाली कराया गया है, पूरे क्षेत्र में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। फुकुशिमा-1 परमाणु ऊर्जा संयंत्र में प्रारंभिक भूकंप के लगभग 24 घंटे बाद एक विस्फोट हुआ है, हालांकि इस विस्फोट से संयंत्र के बाहरी कंक्रीट ढाँचे को नुकसान हुआ है पर भीतरी भाग सुरक्षित बताया जाता है। फुकुशिमा-1 परमाणु ऊर्जा संयंत्र के 20 किलोमीटर और फुकुशिमा-2 परमाणु ऊर्जा संयंत्र के 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले इलाके को पूरी तरह खाली करा लिया गया है। सेंडाइ में आया भूकंप जापान के दर्ज इतिहास में आने वाला अब तक का सबसे विध्वंसकारी और विश्व के आधुनिक इतिहास में आने वाले पाँच सबसे विनाशकारी भूकंपों में से एक है। .

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२०१४ फीफा विश्व कप

२०१४ फीफा विश्व कप (फीफा विश्व कप का 20वां संस्करण) 12 जून 2014 से 13 जुलाई 2014 के बीच ब्राज़ील में हुआ एक अंतर्राष्ट्रीय पुरूष फुटबॉल टूर्नामेंट है। 1950 के बाद, ब्राजील इस प्रतियोगिता की मेज़बानी दूसरी बार कर रहा है। इसी के साथ मेक्सिको, इटली, फ्रांस और जर्मनी के बाद ब्राजील दो बार विश्व कप की मेजबानी करने वाला पांचवां देश बन गया है। साल 2014 का फीफा विश्व कप जर्मनी ने जीता है। बत्तीस देशों की टीमें फाइनल टूर्नामेंट में भाग लिया। सभी मैच ब्राजील के 12 विभिन्न शहरों में मैच खेले गए। अर्जेंटीना में आयोजित हुए 1978 विश्व कप के बाद से दक्षिण अमेरिका में आयोजित होने वाला यह पहला विश्व कप है। इससे पहले 2010 का टूर्नामेंट स्पेन ने जीता था। १३ जुलाई २०१४ को २०१४ फीफा विश्व कप के फाइनल में जर्मनी ने अर्जेण्टीना को अतिरिक्त समय के बाद 1-0 से पराजित किया, यह जर्मनी का चौथा खिताब है। .

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२०१४ की युक्रेन क्राँति एवं क्रीमिया संकट

२०१४ के आरंभ में यूक्रेन की राजधानी कीव में सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए,http://hindi.economictimes.indiatimes.com/world/asian-countries/firebombs-hurled-as-ukrainian-protests-take-violent-turn/articleshow/29415573.cms हिंसा और प्रदर्शन की जद में यूक्रेन जिसमें सैकड़ों लोग हताहत हुए।http://hindi.economictimes.indiatimes.com/world/europe/ukraine-60-killed-in-bloody-clashes-500-injured/articleshow/30759382.cms यूक्रेन: खूनी संघर्ष में 60 से ज्यादा की मौत, 500 घायल फलस्वरूप तत्कालीन राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को अपदस्थ कर ओलेक्जेंडर तुर्चिनोव को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाया गया। किन्तु धूल छँटने से पहले, घटनाक्रम ने एक अलग ही मोड़ ले लिया जब रूस ने युक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप में अपनी सेनाएँ भेज दी।http://hindi.economictimes.indiatimes.com/world/other-countries/Ukraine-mobilizes-troops-after-Russias-declaration-of-war/articleshow/31350211.cms रूस-यूक्रेन में जंग की आहट .

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२०१६ में आए भूकम्पों की सूची

यह 2016 आए में भूकम्पों की सूची है। केवल परिमाण 6 या उससे ऊपर के भूकंप शामिल किए गए हैं। सभी तिथियों यूटीसी समय के अनुसार सूचीबद्ध हैं। .

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२०१६ ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत

2016 ओलम्पिक में भारत ने अब तक का सबसे बड़ा दल भेजा। भारतीय दल की विशेषतायें संक्षेप में इस प्रकार हैं.

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२०१७ एशियाई शीतकालीन खेल

२०१७ एशियाई शीतकालीन खेल आठवें एशियाई शीतकालीन खेल हैं जो सप्पोरो, जापान में आयोजित होंगे। ये खेल वास्तव में २०१५ में खेले जाने वाले थे। यद्यपि इन्हें ३ जुलाई २००९ को सिंगापुर में एशियाई ओलम्पिक परिषद की आम सभा में, समिति ने एक वर्ष पूर्व शीतकालीन ओलम्पिक खेल के साथ करने का निर्णय लिया था। श्रेणी:एशियाई खेल.

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२१ सितम्बर

21 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 264वॉ (लीप वर्ष में 265 वॉ) दिन है। साल में अभी और 101 दिन बाकी है। .

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२२ नवम्बर

२२ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२६वॉ (लीप वर्ष मे ३२७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ३९ दिन बाकी हैं। .

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२२ जुलाई २००९ का सूर्यग्रहण

२२ जुलाई २००९ का सूर्यग्रहण २१वीं सदी का सबसे लंबा पूर्ण सूर्यग्रहण था, जो कि कुछ स्थानों पर 6 मिनट 39 सेकंड तक रहा। इसके कारण चीन, नेपाल व भारत में पर्यटन-रुचि भी बढ़ी। यह ग्रहण सौर-चक्र 136 का एक भाग है, जैसे कि कीर्तिमान-स्थापक 11 जुलाई 1991 का सूर्यग्रहण था। इस शृंखला में अगली घटना 2 अगस्त 2027 में होगी। इसकी अनोखी लंबी अवधि इसलिए हैं, कि चंद्रमा उपभू बिंदु पर है, जिससे चंद्रमा का आभासी व्यास सूर्य से 8% बड़ा है (परिमाण 1.080) तथा पृथ्वी अपसौरिका के निकट है जहाँ पर सूर्य थोड़ा सा छोटा दिखाई देता है। यह इसी महीने के तीन ग्रहणों की शृंखला में दूसरी होगा, जिसमें अन्य हैं 7 जुलाई का चंद्रग्रहण तथा 6 अगस्त का चंद्रग्रहण। .

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२४ अगस्त

24 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 236वॉ (लीप वर्ष में 237 वॉ) दिन है। साल में अभी और 129 दिन बाकी है। .

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२५ फ़रवरी

25 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 56वॉ दिन है। साल में अभी और 309 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 310)। .

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२७ दिसम्बर

२७ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३६१वॉ (लीप वर्ष मे ३६२वॉ) दिन है। साल में अभी और ४ दिन बाकी है। .

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२७ मार्च

27 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 86वॉ (लीप वर्ष मे 87 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 279 दिन बाकी है। .

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२८ अगस्त

28 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 240वॉ (लीप वर्ष में 241 वॉ) दिन है। साल में अभी और 125 दिन बाकी है। .

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२९ अगस्त

29 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 241वॉ (लीप वर्ष मे 242 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 124 दिन बाकी है। .

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३ निन्जास किक बैक

३ निन्जास किक बैक (अंग्रेज़ी: 3 Ninjas Kick Back) एक १९९४ अमेरिकी-जापानी अगली कड़ी है फिल्म ३ निन्जास के लिए। यह आलोचकों से ज्यादातर नकारात्मक समीक्षा प्राप्त किया। यह केवल है ३ निन्जास फिल्म एक वीडियो गेम अनुकूलन के साथ। पहले जारी होने के बावजूद ३ निन्जास क्नुच्क्ले अप, यह फिल्म वास्तव में एक वर्ष बाद में गोली मार दी थी। से मोरी के अंतिम नाम परिवर्तन तनाका से शिनतारो कोई स्पष्ट कारण के लिए इस फिल्म को मूल फिल्म से में। इस फिल्म के बाद किया गया था, हालांकि क्नुच्क्ले अप, यह पहले जारी किया गया था क्नुच्क्ले अप कानूनी मुद्दों के कारण। .

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३ फ़रवरी

३ फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४वॉ दिन है। वर्ष में अभी और ३३१ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३३२)। इस दिन जापान में सेत्सुबुन मनाया जाता है जिसका अर्थ है ऋतु विभाजक दिवस। इसको वसंत और शीत ऋतु के बीच के दिन के रूप में हर साल मनाया जाता है। .

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३जी

अंतरराष्ट्रीय मोबाइल दूरसंचार- 2000 (International Mobile Telecommunications) (IMT-2000), को ३जी या तीसरी पीढ़ी के रूप में बेहतर जाना जाता है, इसे अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union) के द्वारा मोबाइल दूरसंचार के लिए मानक वर्ग के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें GSM EDGE, UMTS और CDMA2000, साथ ही DECT और WiMAX भी शामिल है। इसकी सेवाओं में मोबाइल पर्यावरण में व्यापक क्षेत्र वायरलेस वोईस टेलीफोन, वीडियो कॉल्स और वायरलेस डेटा शामिल हैं। 2G और 2.5G सेवाओं की तुलना में, 3G उच्च डेटा दरों के साथ (HSPA+ के साथ डाउनलिंक पर 14.0 Mbit/s तक और अपलिंक पर 5.8 Mbit/s तक) स्पीच और डेटा सेवाओं के स्वतः उपयोग में मदद करता है। इस प्रकार, 3 G नेटवर्क की मदद से, नेटवर्क ऑपरेटर, उपयोगकर्ता के लिए, आधुनिक स्पेक्ट्रल कुशलता (improved spectral efficiency) के माध्यम से अधिक नेटवर्क क्षमता प्राप्त करके आधुनिक सेवाओं की व्यापक रेंज पेश कर पाता है। अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union) (ITU) ने विकास को बढ़ावा देने, बैंडविड्थ को बढ़ाने और अधिक विविध अनुप्रयोगों को समर्थन देने के लिए मोबाइल टेलीफोनी मानकों – IMT-2000 -की तीसरी पीढ़ी (3G) को परिभाषित किया। उदाहरण के लिए, GSM (वर्तमान में सबसे लोकप्रिय सेलुलर फोन मानक) न केवल आवाज (voice) की डिलीवरी कर सकती है, बल्कि साथ ही 14.4 kbps तक की डाउनलोड की दरों के साथ सर्किट-स्विच डेटा की भी डिलीवरी करती है। लेकिन मोबाइल मल्टीमीडिया अनुप्रयोगों का समर्थन करने के लिए, 3G को अधिक बैंडविड्थ पर, बेहतर स्पेक्ट्रल कुशलता से युक्त पैकेट-स्विच डेटा की भी डिलीवरी करनी होती थी। .

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५ सितंबर

५ सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २४८वॉ (लीप वर्ष में २४९वॉ) दिन है। साल में अभी और ११७ दिन बाकी है। .

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६ नवम्बर

६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१०वाँ (लीप वर्ष मे 311 वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५५ दिन बाकी है। .

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८ दिसम्बर

८ दिसम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४२वॉ (लीप वर्ष मे ३४३वॉ) दिन है। साल में अभी और २३ दिन बाकी है। .

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९ दिसम्बर

9 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 343वॉ (लीप वर्ष मे 344 वॉ) दिन है। साल में अभी और 22 दिन बाकी है। .

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९ अक्टूबर

9 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 282वॉ (लीप वर्ष मे 283 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 83 दिन बाकी है।.

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1868 एरिका भूकंप

1868 एरिका भूकंप, 13 अगस्त 1868 को 21:30 बजे (यूटीसी) एरिका के पास आया था। एरिका उस समय पेरू का हिस्सा था जो वर्तमान में चिली का अभिन्न अंग हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8.5 और 9.0 के बीच अनुमानित की गई। इस भूकम्प द्वारा प्रशांत महासागर में निर्मित सूनामी (या सुनामियाँ) हवाई, जापान और न्यूजीलैंड तक महसूस की गई। .

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1948 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक

1948 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, जिसे आधिकारिक तौर पर XIV ओलंपियाड के खेलों के नाम से जाना जाता है, एक अंतरराष्ट्रीय मल्टी-स्पोर्ट कार्यक्रम था, जो लंदन, यूनाइटेड किंगडम में आयोजित किया गया था। द्वितीय विश्व युद्ध के कारण 12 साल के अंतराल के बाद, ये बर्लिन में 1936 के खेलों के बाद से पहली बार ग्रीष्मकालीन ओलंपिक थे। 1940 के खेलों को टोक्यो के लिए और फिर हेलसिंकी के लिए निर्धारित किया गया था; 1944 के खेलों को लंदन के लिए अनौपचारिक रूप से तैयार किया गया था। यह दूसरा मौका था कि लंदन ने ओलंपिक खेलों की मेजबानी की थी, जो पहले 1908 में स्थल रहा था, चालीस साल पहले। (ओलंपिक 2012 में फिर से लंदन लौट आया, जिससे यह खेल तीन गुना तक होस्ट करने वाला एकमात्र शहर बना।) 1948 का खेल सिगफ्रिड एड्स्ट्रॉम के आईओसी अध्यक्ष के तहत दो ओलंपिक खेलों में से पहला था। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद आर्थिक जलवायु और राशन के चलते घटना को आधिकारिक खेलों के रूप में जाना जाने लगा। खेलों के लिए कोई नया स्थान नहीं बनाया गया (मुख्य रूप से वेम्बली स्टेडियम और वेम्बेल्ले पार्क में एम्पायर पूल में होने वाली घटनाओं के साथ), और 19 36 के खेलों और एथलीटों को ओलंपिक ग्राम के बजाय वम्बले क्षेत्र में मौजूदा आवास में रखा गया था बाद में 1952 खेल। 19 खेल विषयों में 4,104 एथलीट, 3,714 पुरुष और 390 महिलाओं द्वारा 59 देशों का एक रिकॉर्ड था। जर्मनी और जापान को खेलों में आमंत्रित नहीं किया गया; सोवियत संघ को आमंत्रित किया गया था लेकिन किसी भी एथलीटों को भेजने के लिए नहीं चुना। संयुक्त राज्य की टीम ने सबसे अधिक पदक, 84, और सबसे स्वर्ण पदक, 38 जीता। मेजबान राष्ट्र ने 23 पदक जीते, उनमें से तीन स्वर्ण पदक। खेल में स्टार कलाकारों में से एक डच स्पीकर फेनी ब्लैंकर-कोएन था। डबर्ड "फ्लाइंग गृहिणी", दो की 30 वर्षीय मां ने एथलेटिक्स में चार स्वर्ण पदक जीत लिए। डिकैथलॉन में, अमेरिकी बॉब मेथियास 17 वर्ष की आयु में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले सबसे कम उम्र के पुरुष बन गए। सबसे व्यक्तिगत पदक फिनलैंड के वेको हुटानेन जो तीन स्वर्ण, एक रजत और पुरुषों की जिमनास्टिक में एक कांस्य ले लिया द्वारा जीते गए। .

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1951 एशियाई खेल

प्रथम एशियाई खेल ४ मार्च से ११ मार्च, १९५१ में दिल्ली, भारत में हुए थे। मूल रूप से इन खेलों का आयोजन १९५० में होना तय किया गया था, लेकिन तैयारियों की देरी के चलते इन्हें १९५१ तक स्थगित करना पड़ा। महाराजाधिराज महाराजा यादवेन्द्र सिंह ने इन खेलों के संगठन में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। यद्यपि जापान को लन्दन में आयोजित १९४८ ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में नहीं खेलने दिया गया और एशियाई खेल संघ की बैठक में भी नहीं बुलाया गया, लेकिन अभिषेकात्मक एशियाई खेलों में स्पर्धा करने दिया गया। कोरिया, कोरियाई युद्ध के चलते भाग नहीं ले सका। .

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1954 एशियाई खेल

दूसरे एशियाई खेल (एशियाड २ के नाम से भी जाने जाते हैं) फिलिपींस की राजधानी मनिला में १ मई से ९ मई, १९५४ के बीच आयोजित किए गए थे। इन खेलों का औपचारिक उद्घाटन राष्ट्रपति रामोन मैगसेसे द्वारा १ मई १९५४ को ४:०२ अपराह्न किया गया था। उद्घाटन समारोह के अवसर पर मनिला के मलाटे स्थित रिज़ल मेमोरियल स्टेडियम में २०,००० लोग उपस्थित थे। अन्तओस के अनुरोध पर मशाल रिले और कौल्ड्रॉन प्रज्वलन को उद्घाटन समारोह से बाहर रखा गया ताकि ओलम्पिक खेलों की परम्परा को परिरक्षित रखा जा सके। मशाल विधि को १९५८ के एशियाई खेलों में पुनः लाया गया। हालाँकि मेज़बान द्वारा अन्तिम खिलाड़ी के लिए परेड में प्रवेश करने के लिए एक विशेष प्रशस्ति पत्र का समाधान दिया गया। बतौर मेज़बान, फिलिपींस स्टेडियम में प्रवेश करने वाला अन्तिम देश था। आन्द्रेस फ़्रांको, फिलिपींस के ध्वज वाहक थे। .

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1958 एशियाई खेल

तीसरे एशियाई खेल २४ मई से १ जून, १९५८ को टोक्यो, जापान में आयोजित किए गए थे। २० एशियाई देशों के १,८२० खिलाड़ियों ने इन खेलों की तेरह स्पर्धाओं में भाग लिया। प्रथमोप्रवेश खेल थे, फ़ील्ड हॉकी, टेबल टेनिस, टेनिस और वॉलीबॉल। इन खेलों के आयोजन के बाद टोक्यों ने १९६४ ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों की मेज़बानी भी की। .

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1964 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक

1964 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, टोक्यो, जापान में 10 से 24 अक्टूबर, 1964 तक आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय बहु-खेल आयोजन था। टोक्यो को 1940 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के संगठन से सम्मानित किया गया था, लेकिन बाद में विश्व युद्ध द्वितीय की वजह से रद्द होने से पहले, चीन के जापान के आक्रमण के बाद इस सम्मान को हेलसिंकी में पारित किया गया था। 1964 ग्रीष्मकालीन खेलों एशिया में आयोजित होने वाले पहले ओलंपिक थे, और पहली बार दक्षिण अफ्रीका को खेल में अपने रंगभेद प्रणाली के कारण भाग लेने से रोक दिया गया था। (दक्षिण अफ्रीका को टोक्यो में आयोजित 1964 ग्रीष्मकालीन पैरालिम्पिक्स में प्रतिस्पर्धा करने की इजाजत थी, जहां उसने अपनी पैरालिंपिक खेलों की शुरुआत की।) 26 मई, 1959 को पश्चिम जर्मनी में 55 वें आईओसी सत्र के दौरान टोक्यो को मेजबान शहर के रूप में चुना गया था। ये खेल भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित किए जाने वाले सबसे पहले थे, जिन्हें विदेशों में आने के लिए टेप की आवश्यकता के बिना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारण किया गया था, क्योंकि वे चार साल पहले 1960 के ओलंपिक के लिए गए थे। खेल संयुक्त राज्य अमेरिका में सिंकॉम 3 का उपयोग करते हुए, पहला जियोस्टेशनरी कम्युनिकेशन उपग्रह, और वहां से रिले 1 का उपयोग करके यूरोप में प्रसारित किया गया। आंशिक रूप से यद्यपि ये रंगीन प्रसारण का पहला ओलंपिक खेल था। सूमो कुश्ती और जूडो मैचों, जापान में खेल विशाल जैसी कुछ घटनाओं को तोशिबा के नए रंग संचरण प्रणाली का इस्तेमाल करने की कोशिश की गई, लेकिन केवल घरेलू बाजार के लिए। 1964 ओलंपिक के आसपास के इतिहास को 1965 में डॉक्युमेंटरी फिल्म टोक्यो ओलंपियाड में लिखित किया गया, जिसका निर्देशन कोन इचिकावा खेल के मध्य अक्टूबर के लिए निर्धारित किया गया था शहर की गरमी के गर्मी और आर्द्रता और सितंबर आंधी मौसम से बचने के लिए। 1960 में रोम के पिछले ओलंपिक अगस्त के अंत में शुरू हुए और गर्म मौसम का अनुभव किया। मैक्सिको सिटी में 1968 में निम्नलिखित खेल भी अक्टूबर में शुरू हुए। 1964 ओलंपिक भी ट्रैक की घटनाओं के लिए एक पारंपरिक कैंडर ट्रैक का उपयोग करने के लिए अंतिम थे। 1968 के ओलंपिक में पहली बार एक चिकनी सिंथेटिक सभी मौसम ट्रैक का इस्तेमाल किया गया था और उसके बाद हर गेम में। 2020 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक टोक्यो में आयोजित किया जाएगा, यह कभी भी ग्रीष्मकालीन खेलों को आयोजित करने के लिए सबसे बड़ा शहर बना। .

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1970 एशियाई खेल

छठे एशियाई खेल ९ दिसंबर से २० दिसंबर, १९७० के बीच बैंकाक, थाईलैण्ड में आयोजित किए गए थे। पहले इन खेलों का आयोजन दक्षिण कोरिया द्वारा किया जाना था लेकिन उत्तर कोरिया मिली धमकियों के चलते इन खेलों को बचाने के लिए पिछले मेज़बान थाइलैण्ड ने हस्तक्षेप किया और दक्षिण कोरिया के निधियों का उपयोग करते हुए इन खेलों की मेज़बानी की। १८ देशों के २, ४०० खिलाड़ियों ने इन खेलो में भाग लिया, जहाँ पर नौकायन प्रथमोप्रवेश क्रीड़ा था। .

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1974 एशियाई खेल

सातवें एशियाई खेल १ सितंबर से १६ सितंबर, १९७४ को तेहरान, ईरान में आयोजित किए गए थे। अर्यामेहर खेल परिसर इन खेलों के लिए बनाया गया था। मध्यपूर्व में इन खेलों का आयोजन पहली बार किया जा रहा था। तेहरान में हुए इन खेलों में एशिया के २५ देशों के ३,०१० खिलाड़ियों ने भाग लिया जो इन खेलों में अब तक सर्वाधिक संख्या थी। असिक्रीड़ा (फेन्सिंग), जिमनास्टिक और महिला बॉस्केटबॉल इन खेलों की खेल सूची में जोड़े गए। अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के अतिरिक्त इन खेलों में फिलिस्तीनीयों और एक जापानी उग्रवादी मत द्वारा मिली धमकियों के चलते अभूतपूर्व सुरक्षा व्यव्स्था की गई। अरब देशों, चीनी जनवादी गणराज्य, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने इस्राइल के साथ टेनिस, बॉस्केटबॉल और फुटबॉल खेलने से मना कर दिया। एशियाई खेल संघ, जिसने खेलों से दस महीने पूर्व एक सम्मेलन किया था, ने ताइवान का निष्कासन स्वीकार किया और चीनी जनवादी गणराज्य की इन खेलों में प्रविष्टि स्वीकार की। .

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1982 एशियाई खेल

नौवें एशियाई खेल १९ नवम्बर से ४ दिसम्बर, १९८२ तक दिल्ली, भारत में आयोजित किए गए थे। दिल्ली में दूसरी बार इन खेलों का आयोजन किया गया था और इससे पूर्व १९५१ के अभिषेकात्मक एशियाई खेल भी यहाँ आयोजित किए गए थे। नई दिल्ली, बैंकाक के बाद ऐसा दूसरा नगर बना जिसने इन खेलों की एक से अधिक बार मेज़बानी की हो। दिल्ली के एशियाई खेल प्रथम एशियाड थे जो एशियाई ओलम्पिक परिषद (एओप) के संरक्षण में आयोजित हो रहे थे। एशियाई खेल संघ, जिसके न्यायाधिकार में प्रथम आठ एशियाई खेल आयोजित हुए थे, को भंग कर एओप बनाया गया। एशिया के ३३ देशों से कुल ४,५९५ खिलाड़ियों ने इन खेलों में भाग लिया। इन खेलों में प्रथमोप्रवेश खेल घुड़सवारी, गोल्फ, हैण्डबॉल, नौकायन और महिला हॉकी थे। इन खेलों से ही चीन का पदक तालिका में प्रभुत्व दिखाई देने लगा। जापान ने इससे पहले के खेलों में सर्वाधिक पदक जीते थे। चीन ने जापान को पदक तालिका में सर्वोच्च पद से अपदस्त कर खेलों की दुनिया में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी। ९वें एशियाई खेलों की तैयारी में ही भारत में रंगीन टेलीविज़न बड़ी शान के साथ लाया गया, क्योंकि इन खेलों का रंगारंग प्रसारण किया जाना था। इन खेलों का शुभंकर अप्पू नामक एक शिशु हाथी था। वास्तविक जीवन में "कुट्टिनारायणन" नामक यह हाथी एक दुर्घटना में अपनी टाँग तुड़वा बैठा जब वह एक सैप्टिक टंकी में गिर गया और जिसके कारण अततः उसकी मृत्यु हो गई। कुट्टिनारायणन १४ मई, २००५ को मर गया। १९८६ के अगले एशियाई खेलों (१०वें) और १९८८ के २४वें ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों के मेज़बान दक्षिण कोरिया ने ४०६-सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल के साथ इन खेलों में भाग लिया, जिसमें एक पर्यवेक्षण दल भी था जो सुविधाओं, प्रबन्धन और प्रतियोगिताओं के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए आया था। .

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1985 नारिता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बमबारी

1985 नारिता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बमबारी (1985 Narita International Airport bombing) 07:13 रविवार, 23 जून 1985 को नई टोक्यो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (बाद में नरीता अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम रखा) में एक विस्फोट में दो सामग्रियों संचालकों की हत्या हुई और चार घायल हो गए। बम एयर इंडिया फ्लाइट 301 के इरादा से था। जो 177 यात्रियों और चालक दल के साथ, थाईलैंड के बैंकाक में डॉन मोएंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए बाध्य था। एक ही षड्यंत्रकारियों द्वारा बमबारी की योजना बनाई गई थी। जो बम से हुए धमाके के लगभग एक घंटे बाद एयर इंडिया फ्लाइट 182 से नीचे लाया गया था। जब विमान आयरलैंड के पश्चिमी तट से दूर था। कनाडा में रहने वाले सिख उग्रवादियों को दोनों बम विस्फोटों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। लेकिन केवल ब्रिटिश कोलंबिया के डंकन शहर में रहने वाले इंदरजीत सिंह रेयाट को कनाडाई अदालत में सजा सुनाई गई थी। 1991 में नरिता बमबारी में उसे दोषी पाया गया। 2003 में, एयर इंडिया के मुकदमे की शुरुआत के कुछ ही समय पहले उसने कम आरोपों पर एक याचिका सौंपी और अन्य संदिग्धों के खिलाफ गवाही देने का वादा किया। उसने दोनों घटनाओं में इस्तेमाल बम बनाये थे। श्रेणी:सिख आतंकवाद श्रेणी:नारिता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा श्रेणी:एयर इंडिया उड़ान 182.

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1986 एशियाई शीतकालीन खेल

right पहले एशियाई शीतकालीन खेल १ मार्च से ८ मार्च, १९८६ के बीच सपोरो, जापान में आयिजित किए गए थे। इस नगर ने १९७२ शीतकालीन ओलम्पिक खेलों के अनुभव और खेल-ढाँचे के साथ इन खेलों की मेज़बानी की थी। इन खेलों में एशिया की कुल ७ राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियों ने भाग लिया था जिसमे ३५ खेल स्पर्धाएँ थी। इन सात देशो के ४३० खिलाड़ियों ने प्रथम एशियाई शीतकालीन खेलों में भाग लिया था। .

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1986 एशियाई खेल

दसवें एशियाई खेल २० सितम्बर से ५ अक्टूबर, १९८६ के बीच सियोल, दक्षिण कोरिया में आयोजित कराए गए थे। इस नगर ने १९७० में इन खेलों का आयोजन करना था लेकिन, उत्तर कोरिया से मिली धमकियों के चलते इन्हें टालना पड़ा और तब बैंकाक ने उन खेलों की मेज़बानी की थी। इन खेलों के लिए बनाए गए खेलस्थल और सुविधाएँ वही थे जिनका १९८८ ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों में उपयोग किया गया क्योंकि इन खेलों को परीक्षण खेलों के रूप में माना गया। कुल मिलाकर २७ देशों से ४,८३९ खिलाड़ियों ने इन खेलों में भाग लिया और २५ प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा की। पहली बार इन खेलों में जूडो, ताक्वाण्डो, महिला साइक्लिंग और महिला शूटिंग लाए गए। ८३ एशियाई और ३ विश्व कीर्तिमान तोड़े गए। हैमर फैंकने वाले जापान के शिगेनोबु मुरोफुशी नें लगातार पाँचवी बार (१९७०-१९८६) स्वर्ण पदक जीता। पर इन खेलों का सितारा रही भारत की पय्योली एक्स्प्रेस - पी॰ टी॰ उषा जिन्होंने कुल चार स्वर्ण पदक और एक रजत पदक जीते और एथलेटिक्स में स्वर्ण जीतने वाली सबसे बड़ी विजेता बनीं। सियोल एशियाड से दक्षिण कोरिया में खेल संस्कृति का भी आगमन हुआ। सियोल एशियाड की पदक तालिका में दक्षिण कोरिया, जापान को हटा कर बहुत निकटता से चीन के बाद दूसरे स्थान पर रहा। इन खेलों के बाद से अब तक के एशियाई खेलों में चीन और दक्षिण कोरिया सभी एशियाई खेलों में, केवल हिरोशिमा में आयोजित १९९४ एशियाई खेलों को छोड़कर, प्रथम और द्वितीय स्थान पर रहे हैं। मुख्यभूमि चीन को छोड़कर, सभी समाजवादी देशों ने, जिनमें उत्तर कोरिया भी था, इन खेलों का राजनीतिक कारणों से बहिष्कार किया था। एक जासूस ने खेलों से कुछ दिन पूर्व गिम्पो अन्तर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक वेण्डिंग मशीन के पीछे एक बम विस्फोट कर दिया जिससे ५ लोग मारे गए, जिनमे एक तकनीशियन भी था। .

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1990 एशियाई शीतकालीन खेल

दूसरे एशियाई शीतकालीन खेल ९ मार्च से १४ मार्च, १९९० के मध्य सपोरो, जापान में आयोजित किए गए थे। मूल रूप से भारत को इन खेलों का आयोजन करना था, लेकिन तकनीकि और कोषीय परेशानियों के कारण मेज़बानी जापान को दे दी गई। इन खेलों में तीन राओस ने पहली बार भाग लिया: ईरान, चीनी ताइपे और फ़िलीपीन्स। .

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1994 एशियाई खेल

बारहवें एशियाई खेल २ अक्टूबर से १६ अक्टूबर, १९९४ के बीच हिरोशिमा, जापान में आयोजित किए गए थे। इन खेलों का प्रसंग, एशियाई देशों के मध्य शान्ति और सद्भावना को प्रोत्साहित करना था। इस पर मेज़बान द्वारा पूरा बल दिया गया क्योंकि खेलस्थल १९४५ में हुए विश्व के पहले परमाणु हमले का स्थल भी था। इन खेलों में ४२ देशों से कुल ६,८२८ खिलाड़ियों और अधिकारियों ने भाग लिया और कुल ३४ खेल-प्रतियोगिताएँ थी। प्रथमोप्रवेश खेल थे बेसबॉल, कराटे और आधुनिक पेण्टाथलोन। .

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2002 हॉकी विश्वकप (पुरुष)

हॉकी विश्वकप (पुरुष) 2002 हॉकी विश्वकप का 10 वां संस्करण था, जो कुआलालम्पुर, मलेशिया में 24 फ़रवरी से 5 मार्च 2002 के बीच आयोजित किया गया। जर्मनी ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हारते हुए अपना पहला विश्वकप जीता। तीसरा स्थान नीदरलैंड ने कोरिया को ३-२ अतिरिक्त समय में स्वर्णिम गोल की मदद से प्राप्त किया। .

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2006 हॉकी विश्वकप (पुरुष)

'हॉकी विश्वकप (पुरुष) 2006' हॉकी विश्वकप का 11 वां संस्करण था, जो मोंचेनग्लाडबाच, जर्मनी में 6 सितंबर से 17 सितंबर 2010 के बीच आयोजित किया गया। जर्मनी ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से हारते हुए इस विश्वकप को जीता। यह जर्मनी का लगातार दूसरा खिताब था, इसके पहले 2002 में भी जर्मनी ने विश्वकप खिताब हासिल किया था। तीसरा स्थान स्पेन ने प्राप्त किया। .

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2007 के अरबपतियों की सूची

यह फोर्ब्स पत्रिका द्वारा विश्व के सबसे दौलतमंद लोगों की सूची है। पत्रिका द्वारा प्रकाशित आँकड़ों के अनुसार इस साल लगभग 946 अरबपति हैं जिसमें 178 नये नाम शामिल हैं। इन लोगों की सकल आय का आकलन अमरीकी डालर में 9 फ़रवरी 2007 को स्टाक मूल्य बंद होने के समय मौज़ूद मूल्यों पर आधारित है। .

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2010 एशियाई खेल पदक तालिका

गुआंग्डोंग ओलम्पिक स्टेडियम एथलेटिक्स की प्रतिस्पर्धाओं का मेज़बान था। ग्वांगझोउ जिम्नेसियम में टेबल टेनिस व वॉलीबॉल की स्पर्धाए आयोजित की गई थी। 2010 एशियाई खेल (आधिकारिक तौर पर 16वे एशियाई खेल) एक बहु-खेल प्रतियोगिता थी जो चीन के ग्वांगझोउ शहर में 12 नवम्बर से 27 नवम्बर 2010, के बीच आयोजित की गई थी। 1990 में बीजिंग के उपरान्त ग्वांगझोउ एशियाई खेलों की मेज़बानी करने वाला दूसरा चीनी शहर था। खेलों में 45 एशियाई राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियों (आई॰ओ॰सी॰) से चयनित 9,704 एथलीटों ने कुल 476 प्रतिस्पर्धाओं में विभाजित 42 खेलों में भाग लिया।शर्मा, मुकेश (27 नवम्बर 2010).

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2013 बोहोल भूकम्प

2013 बोहोल भूकम्प अक्टूबर 15, 2013, को फ़िलीपीन्स के द्वीप प्रांत बोहोल में स्थानीय समय अनुसार सुबह 8:12:31 बजे आया था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई। इसका उपरिकेंद्र कार्मेन नगरपालिका था और गहराई 33 किलोमीटर (21 मील) थी। भूकम्प के झटके दूसरे कई द्वीपों पर भी महसूस किए गए। देश की आपदा या आपात स्थितियों से निपटने वाली एजेंसी राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन परिषद (एनडीआरआरएमसी) की नवीनतम आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार 144 लोगों को मृत सूचित किया गया, 23 लापता थे और 291 लोग घायल हुए। फ़िलीपीन्स में पिछले 23 वर्षों में आए भूकंपों में यह सबसे घातक भूकम्प था। इसकी उर्जा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा शहर पर गिराए गए परमाणु बम से निकली उर्जा की 32 गुना थी। इस से पहले बोहोल में फ़रवरी 8, 1990, को भूकम्प आया था जिसके कारण कई इमारतों को क्षति पहुँची थी व सूनामी भी उत्पन्न हो गई थी। Loon 2 earthquake.JPG Loon 5 earthquake.JPG Tubigon 3 earthquake.JPG Tubigon 4 earthquake.JPG .

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2014 दक्षिण कोरियाई जहाज डूबने की घटना

दक्षिण कोरियाई बहुमंजिला जहाज सेवोल (세월) 16 अप्रैल 2014 को डूब गया। इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई जबकि 287 यात्री लापता हैं। जहाज पर 459 लोग सवार थे। इनमें से ज्यादातर दानवोन हाईस्कूल के छात्र थे, जो इंचियोन से जिन्दो द्वीप पर छुट्टी मनाने जा रहे थे। यह 1993 के बाद दक्षिण कोरिया में सबसे बड़ी नौका दुर्घटना है। इस 6,825 टन जहाज ने ब्युंगपूंग द्वीप से की दूरी पर कोरियाई मानक समय के अनुसार 8:58 बजे (भारतीय मानक समय के अनुसार 5:28 बजे) एक संकट का संकेत भेजा था। बहुत से यात्रियों को मछुआरों की नाव और व्यावसायिक जहाजों से बचाया गया। सरकार ने 160 कोस्ट गार्ड और नौसेना के गोताखोरों की टीम खोज अभियान में लगाई है। फिलहाल यहाँ पर दक्षिण कोरियाई सरकार, संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना, नागरिक समूहों तथा कुछ व्यक्तियों द्वारा एक संयुक्त बचाव अभियान चलाया जा रहा है। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में जापान

जापान ने सोची में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में रूस से 7 से 23 फरवरी 2014 तक हिस्सा लिया। जापान की टीम में सभी 15 खेलों में 136 एथलीट शामिल थे। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे उद्घाटन समारोह में भाग लिया, रूसियों को दिखाने के लिए कितना महत्वपूर्ण है दोनों देशों के बीच संबंध है चाहता है। .

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2017 शयरात एयर बेस अमेरीकी मिसाइल हमला

7 अप्रैल 2017 की सुबह, सीरियाई गृहयुद्ध के दौरान, संयुक्त राज्य अमेरिका ने शायरात एयर बेस के उद्देश्य से सीरिया में भूमध्य सागर से जलपोत द्वारा 59 टॉमहॉक मिसाइले सीरिया के सैन्य सरकारी अड्डे शायरात एयर वेस पर दागी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 4 अप्रैल 2017 को ख़ान शेखहुन रासायनिक हमले की सीधी प्रतिक्रिया के रूप में हड़ताल का आदेश दिया था। युद्ध के दौरान बाथिस्ट सीरियाई सरकार की सेनाओं को जानबूझकर लक्षित करने के लिए संयुक्त राज्य की सेना का पहला एकतरफा हमला था जिसमें 6 सीरियाई सैनिक सहित 11 नागरिक मारे गये थे। राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह कहते हुए हड़ताल को उचित ठहराया कि यह दुनिया में घातक रासायनिक हथियारों के प्रसार और उपयोग को रोकने के लिए संयुक्त राज्य के राष्ट्रीय सुरक्षा हित में है। .

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2020 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक

2020 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, आधिकारिक तौर पर XXXII ओलम्पियाड के खेल, एक अन्तराष्ट्रीय योजनाबद्ध बहु-खेल प्रतियोगिता है जिसका आयोजना 24 जुलाई से 9 अगस्त 2020 के बीच टोक्यो, जापान, में होना है। खेलों की मेजबानी के लिए तीन शहरों ने अपनी बोली पेश की थी: टोक्यो, मैड्रिड और इस्तांबुल। ओलम्पिक खेलों की संस्था अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति ने 7 सितम्बर 2013 को ब्यूनस आयर्स, अर्जेंटीना, में अपने 125वें अधिवेशन में टोक्यो को मेजबान शहर घोषित किया था। .

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