6 संबंधों: दार्जिलिंग, गोरखा (बहुविकल्प), गोरखा जनमुक्ति मोर्चा, गोर्खा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा, गोर्खालैंड, गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन।
दार्जिलिंग
दार्जिलिंग भारत के राज्य पश्चिम बंगाल का एक नगर है। यह नगर दार्जिलिंग जिले का मुख्यालय है। यह नगर शिवालिक पर्वतमाला में लघु हिमालय में अवस्थित है। यहां की औसत ऊँचाई २,१३४ मीटर (६,९८२ फुट) है। दार्जिलिंग शब्द की उत्त्पत्ति दो तिब्बती शब्दों, दोर्जे (बज्र) और लिंग (स्थान) से हुई है। इस का अर्थ "बज्रका स्थान है।" भारत में ब्रिटिश राज के दौरान दार्जिलिंग की समशीतोष्ण जलवायु के कारण से इस जगह को पर्वतीय स्थल बनाया गया था। ब्रिटिश निवासी यहां गर्मी के मौसम में गर्मी से छुटकारा पाने के लिए आते थे। दार्जिलिंग अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर यहां की दार्जिलिंग चाय के लिए प्रसिद्ध है। दार्जिलिंग की दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे एक युनेस्को विश्व धरोहर स्थल तथा प्रसिद्ध स्थल है। यहां की चाय की खेती १८०० की मध्य से शुरु हुई थी। यहां की चाय उत्पादकों ने काली चाय और फ़र्मेन्टिंग प्रविधि का एक सम्मिश्रण तैयार किया है जो कि विश्व में सर्वोत्कृष्ट है। दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे जो कि दार्जिलिंग नगर को समथर स्थल से जोड़ता है, को १९९९ में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। यह वाष्प से संचालित यन्त्र भारत में बहुत ही कम देखने को मिलता है। दार्जिलिंग में ब्रिटिश शैली के निजी विद्यालय भी है, जो भारत और नेपाल से बहुत से विद्यार्थियों को आकर्षित करते हैं। सन १९८० की गोरखालैंड राज्य की मांग इस शहर और इस के नजदीक का कालिम्पोंग के शहर से शुरु हुई थी। अभी राज्य की यह मांग एक स्वायत्त पर्वतीय परिषद के गठन के परिणामस्वरूप कुछ कम हुई है। हाल की दिनों में यहां का वातावरण ज्यादा पर्यटकों और अव्यवस्थित शहरीकरण के कारण से कुछ बिगड़ रहा है। .
नई!!: गोर्खालैंड और दार्जिलिंग · और देखें »
गोरखा (बहुविकल्प)
गोरखा का मतलब हो सकता है.
नई!!: गोर्खालैंड और गोरखा (बहुविकल्प) · और देखें »
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (नेपाली:गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा) (गोजमुमो, गोजमो) एक पंजीकृत अपरिचित राजनैतिक पार्टी है जो भारत के अंदर पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों को अलग कर एक अलग राज्य गोरखालैंड बनाने के अभियान में लगा हुआ है। पार्टी का उदय 7 अक्टूबर 2007 को हुआ था। http://www.darjeelingtimes.com/news/News/GJM-announced-its-members.html .
नई!!: गोर्खालैंड और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा · और देखें »
गोर्खा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा
गोर्खा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) (गोर्खा राष्ट्रिय मुक्ति मोर्चा) दार्जिलिंग जिला पश्चिम बंगाल, भारत का एक राजनैतिक दल है। यह 1980 में सुभाष घिसिंग द्वारा गोर्खालैंड भारत के भीतर राज्य मांग के उद्देश्य के साथ बनाया गया था। .
नई!!: गोर्खालैंड और गोर्खा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा · और देखें »
गोर्खालैंड
गोरखालैंड, भारत के अन्दर एक प्रस्तावित राज्य का नाम है, जिसे दार्जीलिंग और उस के आस-पास के भारतीय गोरखा बहुल क्षेत्रों (जो मुख्यतः पश्चिम बंगाल में हैं) को मिलाकर बनाने की माँग होती रहती है। गोरखालैण्ड की मांग करने वालों का तर्क है कि उनकी भाषा और संस्कृति शेष बंगाल से भिन्न है। गोरखालैण्ड की यह मांग हड़ताल, रैली और आंदोलन के रूप में भी समय-समय पर उठती रहती है। गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में गोरखालैंड के लिए दो जन आंदोलन (१९८६-१९८८) में हुए। इसके अलावा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में (२००७ से अब तक) कई आंदोलन हुए। .
नई!!: गोर्खालैंड और गोर्खालैंड · और देखें »
गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन
गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (Gorkhaland Territorial Administration) भारत के पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र का एक अर्ध-स्वायत्त प्रशासनिक निकाय है। दार्जिलिंग गोर्खा पार्वत्य परिषद जो १९८८ में स्थापित किया गया था जिसका प्रशासन २३ वर्षों तक दार्जिलिंग क्षेत्र में चलता रहा के बदले में गो०क्षे०प्र० को पारित किया गया। गो०क्षे०प्र० के अधिकार में हाल में तीन पहाड़ी प्रमण्डल दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कर्सियांग तथा सिलिगुड़ी डिविजन के कुछ क्षेत्र हैं। .
नई!!: गोर्खालैंड और गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन · और देखें »