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दार्जिलिंग

सूची दार्जिलिंग

दार्जिलिंग भारत के राज्य पश्चिम बंगाल का एक नगर है। यह नगर दार्जिलिंग जिले का मुख्यालय है। यह नगर शिवालिक पर्वतमाला में लघु हिमालय में अवस्थित है। यहां की औसत ऊँचाई २,१३४ मीटर (६,९८२ फुट) है। दार्जिलिंग शब्द की उत्त्पत्ति दो तिब्बती शब्दों, दोर्जे (बज्र) और लिंग (स्थान) से हुई है। इस का अर्थ "बज्रका स्थान है।" भारत में ब्रिटिश राज के दौरान दार्जिलिंग की समशीतोष्ण जलवायु के कारण से इस जगह को पर्वतीय स्थल बनाया गया था। ब्रिटिश निवासी यहां गर्मी के मौसम में गर्मी से छुटकारा पाने के लिए आते थे। दार्जिलिंग अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर यहां की दार्जिलिंग चाय के लिए प्रसिद्ध है। दार्जिलिंग की दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे एक युनेस्को विश्व धरोहर स्थल तथा प्रसिद्ध स्थल है। यहां की चाय की खेती १८०० की मध्य से शुरु हुई थी। यहां की चाय उत्पादकों ने काली चाय और फ़र्मेन्टिंग प्रविधि का एक सम्मिश्रण तैयार किया है जो कि विश्व में सर्वोत्कृष्ट है। दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे जो कि दार्जिलिंग नगर को समथर स्थल से जोड़ता है, को १९९९ में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। यह वाष्प से संचालित यन्त्र भारत में बहुत ही कम देखने को मिलता है। दार्जिलिंग में ब्रिटिश शैली के निजी विद्यालय भी है, जो भारत और नेपाल से बहुत से विद्यार्थियों को आकर्षित करते हैं। सन १९८० की गोरखालैंड राज्य की मांग इस शहर और इस के नजदीक का कालिम्पोंग के शहर से शुरु हुई थी। अभी राज्य की यह मांग एक स्वायत्त पर्वतीय परिषद के गठन के परिणामस्वरूप कुछ कम हुई है। हाल की दिनों में यहां का वातावरण ज्यादा पर्यटकों और अव्यवस्थित शहरीकरण के कारण से कुछ बिगड़ रहा है। .

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चौदहवीं लोकसभा

भारत में चौदहवीं लोकसभा का गठन अप्रैल-मई 2004 में होनेवाले आमचुनावोंके बाद हुआ था। .

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चोकिला अय्यर

चोकिला अय्यर भारत की पहली महिला विदेश सचिव रह चुकी हैं। वे 1964 बैच की आई एफ एस अधिकारी हैं। उन्होने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों के लिए राष्‍ट्रीय आयोग के उपाध्‍यक्ष एवं संघ लोक सेवा आयोग की सदस्‍य के रूप में भी काम किया है।http://www.outlookindia.com/peoplehome3.aspx?author.

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टी बोर्ड भारत

टी बोर्ड भारत भारतीय सरकार की एक नियामक संस्था है जो चाय के भारतीय व्यापार को नियंत्रित करता है। यह चाय अधिनियम १९५३, के अधिनियमन द्वारा स्थापित किया गया। इसका मुख्यालय कोलकाता है। यह एक अध्यक्ष के नेतृत्व में काम करती है और स्थायी समितियों में विभाजित है - कार्यकारी समिति, विकास समिति, श्रम कल्याण समिति और निर्यात संवर्धन समिति। टी बोर्ड भारत चाय व्यापारियों के निर्यात के लिए प्रमाणीकरण संख्याओं के काम के लिए जिम्मेदार है। इस प्रमाण पत्र का उद्देश्य चाय के मूल को सुनिश्चित करके दुर्लभ चाय जैसे दार्जिलिंग पर धोखाधड़ी खत्म करना है। टी बोर्ड भारत के कार्यो मे विविध उत्पादन और चाय उत्पादकता का समर्थन, अनुसंधान संगठनों को वित्तीय सहायता और चाय पैकेजिंग के क्षेत्र में प्रगति पर निगरानी क्योंकि यह चाय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद पहलुओं से संबंधित है, शामिल है। इसके कार्यालय कोलकाता, लंदन, मास्को और दुबई में स्थित हैं। .

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एल्गिन होटल, दार्जिलिंग

एल्गिन होटल,दार्जिलिंग जो पूर्व में द न्यू एल्गिन के रूप में जाना जाता था, यह वर्ष 1887 के आसपास बनाया गया था और यह मूल रूप से कूच बिहार के महाराजा (राजा) क ग्रीष्मकालीन निवास था। यह दार्जिलिंग में स्थित एक हेरिटेज होटल हैं और हिमालय में स्थित एक पहाड़ी अवकाश केंद्र है। .

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ऐंथ्रासाइट

ऐंथ्रासाइट कोयला ऐंथ्रासाइट (Anthracite) कोयले की सबसे अच्छी किस्म का नाम है। इसका रंग काला होता है, पर हाथ में लेने पर उसे काला नहीं करता। इसकी चमक अधात्विक होती है। टूटने पर इसके नवीन पृष्ठों में से एक अवतल और दूसरा उत्तल दिखाई पड़ता है; इसे ही शंखाभ (कनकॉयडल) टूट कहते हैं। इसमें बहुधा विभंग समतल विद्यमान रहते हैं। इसकी कठोरता ०.५ से २.५ तक तथा आपेक्षिक घनत्व १.३६ से १.८४ तक होता है। .

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झाकरी

दार्जिलिंग ज़िले का एक झाकरी झाकरी (अंग्रेज़ी: jhakri) भारत के सिक्किम राज्य और दार्जिलिंग ज़िले में स्थानीय ओझाओं को कहा जाता है जो हिन्दू, तिब्बती बौद्ध, मून और बोन प्रथाओं के मिश्रित रीति-रिवाजों का पालन करते हैं। यह लिम्बू, खाम्बू, सुनवर, शेरपा, कामी, तामांग, गुरुंग और लेपचा समुदायों में पाए जाते हैं। इन ओझाओं की विवाहों, अंतिम-संस्कारों, फ़सल के कटने वाले समारोहों और बिमारी की चिकित्सा में होने वाली रीतियों में भूमिका होती है। जंगलों में रहने वाले झाकरियों को बन झाकरी कहा जाता है। इस क्षेत्र के पारम्परिक समाजों में माना जाता है कि ऐसे झाकरियों के पास कुछ विशेष शक्तियाँ होती हैं।, Michael Vinding, Serindia Publications, Inc., 1998, ISBN 978-0-906026-50-2,...

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तेन्जिंग नॉरगे

तेन्जिंग नॉरगे (29 मई 1914- 9 मई 1986) एक नेपाली पर्वतारोही थे जिन्होंने एवरेस्ट और केदारनाथ के प्रथम मानव चढ़ाई के लिए जाना जाता है। न्यूजीलैंड एडमंड हिलेरी के साथ वे पहले व्यक्ति हैं जिसने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहला मानव कदम रखा। इसके पहले पर्वतारोहण के सिलसिले में वो चित्राल और नेपाल में रहे थे। नोरगे को नोरके भी कहा जाता है। इनका मूल नाम नांगयाल वंगड़ी है, जिसका अभिप्राय होता है धर्म का समृद्ध भाग्यवान अनुयायी। .

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दार्जिलिंग हिमालयी रेल

दार्जिलिंग हिमालयी रेल (अंग्रेजी: Darjeeling Himalayan Railway), जिसे "टॉय ट्रेन" के नाम से भी जाना जाता है भारत के राज्य पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलने वाली एक छोटी लाइन की रेलवे प्रणाली है। इसका निर्माण 1879 और 1881 के बीच किया गया था और इसकी कुल लंबाई 78 किलोमीटर (48 मील) है। इसकी उन्नयन (ऊँचाई) स्तर न्यू जलपाईगुड़ी में लगभग 100 मीटर (328 फीट) से लेकर दार्जिलिंग में 2,200 मीटर (7,218 फुट) तक है। इसकी अनुसूचित सेवाओं का परिचालन मुख्यत: चार आधुनिक डीजल इंजनों द्वारा किया जाता है; हालाँकि दैनिक कुर्सियांग-दार्जिलिंग वापसी सेवा और दार्जिलिंग से घुम (भारत का सबसे ऊँचा रेलवे स्टेशन) के बीच चलने वाली दैनिक पर्यटन गाड़ियों का परिचालन पुराने ब्रिटिश निर्मित बी श्रेणी के भाप इंजन, डीएचआर 778 द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस रेलवे को यूनेस्को द्वारा नीलगिरि पर्वतीय रेल और कालका शिमला रेलवे के साथ भारत की पर्वतीय रेल के रूप में विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। इस रेलवे का मुख्यालय कुर्सियांग शहर में है। .

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दार्जीलिंग चाय

दार्जीलिङ चाय भारत के पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले से प्राप्त चाय को कहते हैं। यह चाय काली, हरी, सफेद तथा उलोङ रूप में उपलब्ध होती है। .

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नेपाल

नेपाल, (आधिकारिक रूप में, संघीय लोकतान्त्रिक गणराज्य नेपाल) भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक दक्षिण एशियाई स्थलरुद्ध हिमालयी राष्ट्र है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है। नेपाल के ८१ प्रतिशत नागरिक हिन्दू धर्मावलम्बी हैं। नेपाल विश्व का प्रतिशत आधार पर सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल की राजभाषा नेपाली है और नेपाल के लोगों को भी नेपाली कहा जाता है। एक छोटे से क्षेत्र के लिए नेपाल की भौगोलिक विविधता बहुत उल्लेखनीय है। यहाँ तराई के उष्ण फाँट से लेकर ठण्डे हिमालय की श्रृंखलाएं अवस्थित हैं। संसार का सबसे ऊँची १४ हिम श्रृंखलाओं में से आठ नेपाल में हैं जिसमें संसार का सर्वोच्च शिखर सागरमाथा एवरेस्ट (नेपाल और चीन की सीमा पर) भी एक है। नेपाल की राजधानी और सबसे बड़ा नगर काठमांडू है। काठमांडू उपत्यका के अन्दर ललीतपुर (पाटन), भक्तपुर, मध्यपुर और किर्तीपुर नाम के नगर भी हैं अन्य प्रमुख नगरों में पोखरा, विराटनगर, धरान, भरतपुर, वीरगंज, महेन्द्रनगर, बुटवल, हेटौडा, भैरहवा, जनकपुर, नेपालगंज, वीरेन्द्रनगर, त्रिभुवननगर आदि है। वर्तमान नेपाली भूभाग अठारहवीं सदी में गोरखा के शाह वंशीय राजा पृथ्वी नारायण शाह द्वारा संगठित नेपाल राज्य का एक अंश है। अंग्रेज़ों के साथ हुई संधियों में नेपाल को उस समय (१८१४ में) एक तिहाई नेपाली क्षेत्र ब्रिटिश इंडिया को देने पड़े, जो आज भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा पश्चिम बंगाल में विलय हो गये हैं। बींसवीं सदी में प्रारंभ हुए जनतांत्रिक आन्दोलनों में कई बार विराम आया जब राजशाही ने जनता और उनके प्रतिनिधियों को अधिकाधिक अधिकार दिए। अंततः २००८ में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि माओवादी नेता प्रचण्ड के प्रधानमंत्री बनने से यह आन्दोलन समाप्त हुआ। लेकिन सेना अध्यक्ष के निष्कासन को लेकर राष्ट्रपति से हुए मतभेद और टीवी पर सेना में माओवादियों की नियुक्ति को लेकर वीडियो फुटेज के प्रसारण के बाद सरकार से सहयोगी दलों द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद प्रचण्ड को इस्तीफा देना पड़ा। गौरतलब है कि माओवादियों के सत्ता में आने से पहले सन् २००६ में राजा के अधिकारों को अत्यंत सीमित कर दिया गया था। दक्षिण एशिया में नेपाल की सेना पांचवीं सबसे बड़ी सेना है और विशेषकर विश्व युद्धों के दौरान, अपने गोरखा इतिहास के लिए उल्लेखनीय रहे हैं और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के लिए महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रही है। .

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नेपाली साहित्य

नेपाली साहित्य नेपाली भाषा का साहित्य है। यह साहित्य नेपाल, सिक्किम, दार्जिलिंग, भूटान, उत्तराखण्ड,असम आदि स्थानौं में प्रमुखतः लिखे जाते हैं। इस साहित्य में ज्यादातार पहाडी खस ब्राह्मण अर्थात बाहुन जाति के हैं। आदिकवि भानुभक्त आचार्य, महाकवि लक्ष्मी प्रसाद देवकोटा, कविशिरोमणि लेखनाथ पौड्याल, राष्ट्रकवि माधव प्रसाद घिमिरे, मोतीराम भट्ट, हास्यकार भैरव अर्याल, आदि श्रेष्ठतम नेपाली साहित्यकार बाहुन (पहाडी ब्राह्मण) समुदाय के थे। भारत का पड़ोसी देश होने के नाते नेपाल में भी भारत से चली खुलेपन की ताज़ी हवा बराबर पहुँचती रही है और उसके साहित्य पर भी समय-समय पर विभिन्न वादों और साहित्यिक आंदोलनों का पराभूत प्रभाव रहा है। हिन्दी कविता की तरह नेपाली कविता में भी छायावाद,रहस्यवाद, प्रगतिवाद और प्रयोगवाद की तमाम विशेषताएँ मिलती है। प्रकृति, सौन्दर्य, शृंगार और नारी-मन की सुकोमल अभिव्यक्ति के साथ ही जीवन-संघर्ष की आधुनिकतम समस्याओं को वाणी देने में भी नेपाली कवि किसी से पीछे नहीं रहे हैं। आज नेपाली कविता में समय-सापेक्षता, सामाजर्थिक दबाब तथा जीवन का व्यर्थता बोध आदि प्रबरीतियों को जो प्रमुखता मिली हुयी है, वह उसकी इसी शानदार विरासत का प्रतिफल है। .

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नेफियू रियो

नेफियू रियो (Neiphiu Rio; जन्म: ११ नवम्बर १९५०, कोहिमा) एक भारतीय राजनीतिज्ञ है जो भारत के नागालैण्ड राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। इसके पहले वह २००३-०८, २००८-१३, २०१३-१४ तक लगातार तीन बार मुख्यमंत्री के पद पर रहे। उनका वर्तमान कार्यकाल ८ मार्च २०१८ को प्रारंभ हुआ। वह २०१४-१८ के मध्य नागालैण्ड लोक सभा क्षेत्र से सांसद भी रहे। .

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पद्मजा नायडू

पद्मजा नाइडू (1900 - 2 मई 1975) भारतीय राजनीतिज्ञ सरोजिनी नायडू की सुपुत्री थीं। उन्होने अपनी माँ की तरह भारत के हितों के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। केवल इक्कीस वर्ष की उम्र में वे भारत की राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश कर कई थीं, जब उन्हें भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस की हैदराबाद इकाई का संयुक्त संस्थापक बनाया गया। उन्होने विदेशी सामानों के बहिष्कार करने और खादी को अपनाने हेतु लोगों को प्रेरित करने का संदेश दिया और समर्पित अभियान में शामिल हुई। वे 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने के कारण जेल भी गई। स्वतन्त्रता के पश्चात वे पश्चिम बंगाल की राज्यपाल बनीं। उन्होने आधी सदी से भी ज्यादा सार्वजनिक जीवन जिया, इस दौरान वे रेड क्रॉस से भी जुड़ीं और 1971 से 1972 तक वे इसकी अध्यक्ष भी रहीं। उनके नाम पर दार्जिलिंग में पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान है। .

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पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान

पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान (Padmaja Naidu Himalayan Zoological Park, पद्मजा नैदु हिमालयन चिडियाघर) पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग शहर में 67.56 एकड़ (27.3 हेक्टेयर) में अवस्थित है। इसे (दार्जीलिंग चिडियाघर.) भी कहते हैं। यह प्राणी उद्यान 7000 फीट (2,134 मीटर), की औसत ऊंचाई से भारत में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित है। अपने देश का यह एक विशेष प्राणी उद्यान है, जहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर का लाल पांडा, हिम तेंदुए, तिब्बती भेड़िया और पूर्वी हिमालय के अन्य अत्यधिक लुप्तप्राय जानवरों की प्रजातियों के संरक्षण प्रजनन कार्यक्रम के लिए अधिकृत है। यह प्राणी उद्यान प्रति वर्ष लगभग तीन लाख दर्शकों को आकर्षित करता है। .

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पश्चिम बंगाल में स्थित राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की सूची

राष्ट्रीय महत्व के स्मारक, भारत में स्थित वे ऐतिहासिक, प्राचीन अथवा पुरातात्विक संरचनाएँ, स्थल या स्थान हैं, जोकि, प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 किए अधीन, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के माध्यम से भारत की संघीय सरकार या राज्य सरकारों द्वारा संरक्षिक होती हैं। ऐसे स्मारकों को "राष्ट्रीय महत्व का स्मारक" होने के मापदंड, प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 द्वारा परिभाषित किये गए हैं। ऐसे स्मारकों को इस अधिनियम के मापदंडों पर खरा उतरने पर, एक वैधिक प्रक्रिया के तहत पहले "राष्ट्रीय महत्व" का घोषित किया जाता है, और फिर भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण के संसाक्षणाधीन कर दिया जाता है, ताकि उनकी ऐतिहासिक महत्व क्व मद्देनज़र, उनकी उचित देखभाल की जा सके। राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों को भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण द्वारा घोषित की जाती है, निम्न सूचि, सर्वेक्षण की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त है।.

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पारिजात (लेखिका)

पारिजात एक नेपाली लेखिका थीं। उनका असली नाम विष्णु कुमारी वाइबा (वाइबा तमांग की एक उपसमूह है) था। सृजन के दौरान वे अपने नाम के साथ उपनाम के रूप में पारिजात (पारिजात एक प्रकार के सुगंधित चमेली के फूल का नाम है) का प्रयोग किया करते थे। धीरे-धीरे उनका यह नाम नेपाली साहित्य में मील का पत्थर बनता चला गया। उनकी रचना सिरीस को फूल (ब्लू छुई मुई) सर्वाधिक चर्चित रचनाओं में से एक है, जो भारत, नेपाल सहित कुछ अंग्रेजी भाषी देशों में कुछ कॉलेजों के साहित्य के पाठ्यक्रम में रूपांतरित किया गया है। .

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पुर्वांचल विकास क्षेत्र

पूर्वांचल पूर्वांचल विकास क्षेत्र नेपाल का एक प्रान्त है जो नेपाल के पाँच विकास क्षेत्रों में से एक विकास क्षेत्र है। यह नेपाल के सबसे पूर्वी भाग है। इस के पूर्व में भारत का सिक्किम तथा पश्चिम बंगाल का दार्जिलिंग तथा पश्चिम में नेपाल का मध्यमांचल विकास क्षेत्र तथा उत्तर में चीन का तिब्बत तथा दक्षिण में भारत का बिहार स्थित है। पूर्वांचल का मुख्यालय धनकुटा में स्थित है। पूर्वांचल में ३ अंचल तथा १६ जिलें हैं। Category:नेपाल के पूर्व शासन प्रणाली.

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प्रदेश संख्या १

प्रदेश संख्या १ नेपाल के सात प्रदेशों में से एक है। २० सितम्बर २०१५ को लागू हुए संविधान में नए सात प्रदेशों का प्रावधान है। इस प्रदेश का नामांकन प्रदेश संसद (विधान परिषद) द्वारा किया जाएगा। इसकी राजधानी कहाँ होगी यह भी प्रदेश संसद द्वारा निर्धारित किया जाएगा। इस प्रदेश के पूर्व में भारत का सिक्किम राज्य है तथा साथ में पश्चिम बंगाल का उत्तरी हिस्सा दार्जीलिंग सटा हुआ है। उत्तर में हिमालय के उस पार तिब्बत स्थित है रही तो दक्षिण में भारत का बिहार स्थित है। २५,९०५ वर्ग किमी के क्षेत्रफल में ४४ निर्वाचन क्षेत्र फैले हुए हैं। १०,४३८ किमी२ का क्षेत्रफल पर्वतों से घिरा हुआ है, १०,७४९ किमी२ का क्षेत्रफल पहाड़ी है और पूर्वी तराई का फैलाव ४,७१८ किमी२ में है। निपआ.

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प्रेम दास राई

प्रेम दास राई (जन्म ३१ जुलाई १९५४, दार्जिलिंग) भारत के सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट से संबद्ध एक राजनीतिज्ञ है। २००९ चुनावों में वह सिक्किम निर्वाचन क्षेत्र से लोक सभा के लिए चुने गए। उन्हें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान एवं भारतीय प्रबंध संस्थान से दोहरी उपाधि-गृहीत पहला संसद सदस्य होने का गौरव प्राप्त है। २००२ में वह भारत से आइज़नहावर फैलो भी रहे। .

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प्रेमलता अग्रवाल

प्रेमलता अग्रवाल (जन्म: 1963) एक भारतीय महिला पर्वतारोही हैं, जिन्होने 20 मई, 2011 कों सुबह 9:35 बजे 48 साल की उम्र में 29,029 फुट की ऊंचाई पर पहुँचकर माउंट एवरेस्ट के शिखर कों छूने वाली प्रथम भारतीय महिला होने का गौरव हासिल किया। वहीं 50 वर्ष की उम्र में 23 मई, 2013 को उत्तरी अमेरिका के अलास्का के माउंट मैकेनले को फतह करके उन्होने नई उपलब्धि हासिल की। इस पर्वत शिखर पर चढ़ने वाली वे पहली भारतीय महिला हैं। सातों महाद्वीपों के शिखर पर चढ़ने वाली प्रेमलता एक कुशल गृहिणी हैं। उन्होने ३५ बरस की उम्र के बाद पहली बार पर्वतारोहण से नाता जोड़ा। वर्ष 1984 में लगभग 29 साल की उम्र में एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला का गौरव हासिल करने वाली बछेंद्री पाल भी उनके अभियान की निगरानी कर रही थी। बछेंद्री के प्रोत्साहित किए जाने पर पर्वतारोहण सीखने वाली प्रेमलता अग्रवाल नेपाल की एशियन ट्रेकिंग कंपनी की देख रेख में मार्च के अंत में शुरू हुए इको एवरेस्ट अभियान 2011 के 22 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय दल का हिस्सा थीं। उन्होंने दार्जिलिंग से पर्वतारोहण की शिक्षा प्राप्त की है। वे झारखंड के जुगसलाई, जमशेदपुर की रहने वाली हैं। इन्हें 2013 मे पद्म श्री दिया गया है। .

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पृथ्वी नारायण शाह

पृथ्वी नारायण शाह गोरखा दरबार पृथ्वी नारायण शाह (1722 - 1775) नेपाल के राजा थे जिन्होने काठमाण्डू उपत्यका के छोटे से गोरखा राज्य का विस्तार किया। मल्ल राजवंश के अन्दर कई भागों में बिखरे नेपाल को उन्होने एकत्रित किया और मल्ल राजवंश का शासन समाप्त हुआ। पृथ्वी नारायण शाह को आधुनिक नेपाल का जनक माना जाता है। उन्होने ही नेपाल के एकीकरण अभियान की शुरूआत की थी। .

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पूर्वोत्तर भारत

पूर्वोत्तर भारत से आशय भारत के सर्वाधिक पूर्वी क्षेत्रों से है जिसमें एक साथ जुड़े 'सात बहनों' के नाम से प्रसिद्ध राज्य, सिक्किम तथा उत्तरी बंगाल के कुछ भाग (दार्जीलिंग, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार के जिले) शामिल हैं। पूर्वोत्तर भारत सांस्कृतिक दृष्टि से भारत के अन्य राज्यों से कुछ भिन्न है। भाषा की दृष्टि से यह क्षेत्र तिब्बती-बर्मी भाषाओँ के अधिक प्रचलन के कारण अलग से पहचाना जाता है। इस क्षेत्र में वह दृढ़ जातीय संस्कृति व्याप्त है जो संस्कृतीकरण के प्रभाव से बची रह गई थी। इसमें विशिष्ट श्रेणी के मान्यता प्राप्त आठ राज्य भी हैं। इन आठ राज्यों के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए 1971 में पूर्वोतर परिषद (नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल / NEC) का गठन एक केन्द्रीय संस्था के रूप में किया गया था। नॉर्थ ईस्टर्न डेवेलपमेंट फाइनेंस कारपोरेशन लिमिटेड (NEDFi) का गठन 9 अगस्त 1995 को किया गया था और उत्तरपूर्वीय क्षेत्र विकास मंत्रालय (DoNER) का गठन सितम्बर 2001 में किया गया था। उत्तरपूर्वीय राज्यों में सिक्किम 1947 में एक भारतीय संरक्षित राज्य और उसके बाद 1975 में एक पूर्ण राज्य बन गया। पश्चिम बंगाल में स्थित सिलीगुड़ी कॉरिडोर जिसकी औसत चौड़ाई 21 किलोमीटर से 40 किलोमीटर के बीच है, उत्तरपूर्वीय क्षेत्र को मुख्य भारतीय भू-भाग से जोड़ता है। इसकी सीमा का 2000 किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र अन्य देशों: नेपाल, चाइना, भूटान, बर्मा और बांग्लादेश के साथ लगती है। .

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पूर्वोत्तर सीमा रेलवे

पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (Northeast Frontier Railway), रेलवे बोर्ड, मत्रांलय के अधीन कार्यरत 16 जोनल रेल में से एक है। जैसा कि नाम है “पूर्वोत्तर सीमा रेल” भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित सभी राज्य बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम तथा त्रिपुरा को स्पर्श करता है। पू0 सी0 रेल भारत की सेवा में समर्पित है और इस क्षेत्र की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने की सच्ची आश ने इस रेल के निष्पादन को सुधारने में काफी मदद की है। बंगलादेश के साथ अंर्तबदल सुविधा तथा नेपाल और भूटान के लिए रेल शीर्ष के रूप में कार्य करने के अलावा पू0 सी0 रेल कुल 10 राज्यों की सेवा करती है। .

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बर्फी!

बर्फी! 2012 में प्रदर्शित रोमेंटिक हास्य-नाटक हिन्दी फ़िल्म है जिसके लेखक, निर्देशक व सह-निर्माता अनुराग बसु हैं। 1970 के दशक में घटित फ़िल्म की कहानी दार्जिलिंग के एक गूंगे और बहरे व्यक्ति मर्फी "बर्फी" जॉनसन के जीवन और उसके दो महिलाओं श्रुति और मंदबुद्धि के साथ सम्बन्धों को दर्शाती है। फ़िल्म में मुख्य भूमिका में रणबीर कपूर, प्रियंका चोपड़ा और इलियाना डी'क्रूज़ हैं तथा सहायक अभिनय करने वाले सौरभ शुक्ला, आशीष विद्यार्थी और रूपा गांगुली हैं। लगभग के बजट में बनी, बर्फी! विश्व स्तर पर 14 सितम्बर 2012 को व्यापक समीक्षकों की प्रशंसा के साथ प्रदर्शित हुई। समीक्षकों ने अभिनय, निर्देशन, पटकथा, छायांकन, संगीत और शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के सकारात्मक चित्रण की प्रशंसा की। फ़िल्म को बॉक्स-ऑफिस पर बड़ी सफ़लता प्राप्त हुई, परिणामस्वरूप यह भारत और विदेशों में 2012 की उच्चतम अर्जक बॉलीवुड फ़िल्मों की श्रेणी में शामिल हुई तथा तीन सप्ताह पश्चात बॉक्स ऑफिस इंडिया द्वारा इसे "सूपर हिट" (उत्तम सफलता) घोषित कर दिया गया। दुनिया भर में फ़िल्म ने अर्जित किए। फ़िल्म को 85वें अकादमी पुरस्कारों की सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फ़िल्म श्रेणी के नामांकन के लिए भारतीय आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया। बर्फी ने भारत भर के विभिन्न पुरस्कार समारोहों में कई पुरस्कार और नामांकन अर्जित किए। 58वें फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में इस फ़िल्म ने 13 नामांकन प्राप्त किए और इसने सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, कपूर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता तथा प्रीतम को मिले सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक पुरस्कार सहित सात (अन्य किसी भी फ़िल्म से अधिक) पुरस्कार जीते। .

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बाघा यतीन

बाघा जतीन (बांग्ला में বাঘা যতীন (उच्चारणः बाघा जोतिन) (०७ दिसम्बर १८७९ - १० सितम्बर १९१५) के बचपन का नाम जतीन्द्रनाथ मुखर्जी (जतीन्द्रनाथ मुखोपाध्याय) था। वे ब्रिटिश शासन के विरुद्ध कार्यकारी दार्शनिक क्रान्तिकारी थे। वे युगान्तर पार्टी के मुख्य नेता थे। युगान्तर पार्टी बंगाल में क्रान्तिकारियों का प्रमुख संगठन थी। .

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बिधान चंद्र रॉय

डॉ॰ बिधान चंद्र राय (जुलाई १, १८८२ - जुलाई १, १९६२) चिकित्सक तथा स्वतंत्रता सेनानी थे। वे पश्चिम बंगाल के द्वितीय मुख्यमंत्री थे, १४ जनवरी १९४८ से उनकी म्रत्यु तक १४ वर्ष तक वे इस पद पर थे। उनके जन्मदिन १ जुलाई को भारत मे 'चिकित्सक दिवस' के रूप मे मनाया जाता है। उन्हे वर्ष १९६१ में भारत रत्न से सम्मनित किया गया। बिधान चंद्र के पूर्वज बंगाल के राजघराने से सम्बंधित थे और उन्होंने मुग़लों का जमकर मुकाबला किया डॉ बिधान चंद्र राय,कायस्थ महाराजा प्रतापदित्य के वंशज थे। .

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बंगाल का विभाजन (1905)

पूर्वी बंगाल और असम प्रांत के मानचित्र बंगाल विभाजन के निर्णय की घोषणा 19 जुलाई 1905 को भारत के तत्कालीन वाइसराय लॉर्ड कर्ज़न द्वारा की गयी थी। विभाजन 16 अक्टूबर 1905 से प्रभावी हुआ। विभाजन के कारण उत्पन्न उच्च स्तरीय राजनीतिक अशांति के कारण 1911 में दोनो तरफ की भारतीय जनता के दबाव की वजह से बंगाल के पूर्वी एवं पश्चिमी हिस्से पुनः एक हो गए। .

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भारत में पर्यटन

हर साल, 3 मिलियन से अधिक पर्यटक आगरा में ताज महल देखने आते हैं। भारत में पर्यटन सबसे बड़ा सेवा उद्योग है, जहां इसका राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 6.23% और भारत के कुल रोज़गार में 8.78% योगदान है। भारत में वार्षिक तौर पर 5 मिलियन विदेशी पर्यटकों का आगमन और 562 मिलियन घरेलू पर्यटकों द्वारा भ्रमण परिलक्षित होता है। 2008 में भारत के पर्यटन उद्योग ने लगभग US$100 बिलियन जनित किया और 2018 तक 9.4% की वार्षिक वृद्धि दर के साथ, इसके US$275.5 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है। भारत में पर्यटन के विकास और उसे बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय नोडल एजेंसी है और "अतुल्य भारत" अभियान की देख-रेख करता है। विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद के अनुसार, भारत, सर्वाधिक 10 वर्षीय विकास क्षमता के साथ, 2009-2018 से पर्यटन का आकर्षण केंद्र बन जाएगा.

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भारत में रेलवे स्टेशनों की सूची

शिकोहाबाद तहसील के ग्राम नगला भाट में श्री मुकुट सिंह यादव जो ग्राम पंचायत रूपसपुर से प्रधान भी रहे हैं उनके तीन पुत्र हैं गजेंद्र यादव नगेन्द्र यादव पुष्पेंद्र यादव प्रधान जी का जन्म सन १९५० में हुआ था उन्होंने अपना सारा जीवन ग़रीबों के लिए क़ुर्बान कर दिया था और वो ५ भाईओ में सबसे छोटे थे और अपने परिवार को बाँधे रखा ११ मार्च २०१५ को उनका देहावसान हो गया ! वो आज भी हमारे दिलों में ज़िंदा हैं इस लेख में भारत में रेलवे स्टेशनों की सूची है। भारत में रेलवे स्टेशनों की कुल संख्या 7,000 और 8,500 के बीच अनुमानित है। भारतीय रेलवे एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने के साथ दुनिया में चौथा सबसे बड़ा नियोक्ता है। सूची तस्वीर गैलरी निम्नानुसार है। .

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भारत का भूगोल

भारत का भूगोल या भारत का भौगोलिक स्वरूप से आशय भारत में भौगोलिक तत्वों के वितरण और इसके प्रतिरूप से है जो लगभग हर दृष्टि से काफ़ी विविधतापूर्ण है। दक्षिण एशिया के तीन प्रायद्वीपों में से मध्यवर्ती प्रायद्वीप पर स्थित यह देश अपने ३२,८७,२६३ वर्ग किमी क्षेत्रफल के साथ विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है। साथ ही लगभग १.३ अरब जनसंख्या के साथ यह पूरे विश्व में चीन के बाद दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भी है। भारत की भौगोलिक संरचना में लगभग सभी प्रकार के स्थलरूप पाए जाते हैं। एक ओर इसके उत्तर में विशाल हिमालय की पर्वतमालायें हैं तो दूसरी ओर और दक्षिण में विस्तृत हिंद महासागर, एक ओर ऊँचा-नीचा और कटा-फटा दक्कन का पठार है तो वहीं विशाल और समतल सिन्धु-गंगा-ब्रह्मपुत्र का मैदान भी, थार के विस्तृत मरुस्थल में जहाँ विविध मरुस्थलीय स्थलरुप पाए जाते हैं तो दूसरी ओर समुद्र तटीय भाग भी हैं। कर्क रेखा इसके लगभग बीच से गुजरती है और यहाँ लगभग हर प्रकार की जलवायु भी पायी जाती है। मिट्टी, वनस्पति और प्राकृतिक संसाधनो की दृष्टि से भी भारत में काफ़ी भौगोलिक विविधता है। प्राकृतिक विविधता ने यहाँ की नृजातीय विविधता और जनसंख्या के असमान वितरण के साथ मिलकर इसे आर्थिक, सामजिक और सांस्कृतिक विविधता प्रदान की है। इन सबके बावजूद यहाँ की ऐतिहासिक-सांस्कृतिक एकता इसे एक राष्ट्र के रूप में परिभाषित करती है। हिमालय द्वारा उत्तर में सुरक्षित और लगभग ७ हज़ार किलोमीटर लम्बी समुद्री सीमा के साथ हिन्द महासागर के उत्तरी शीर्ष पर स्थित भारत का भू-राजनैतिक महत्व भी बहुत बढ़ जाता है और इसे एक प्रमुख क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित करता है। .

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भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची - संख्या अनुसार

भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची (संख्या के क्रम में) भारत के राजमार्गो की एक सूची है। .

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भारत के राष्ट्रीय उद्यान

नीचे दी गयी सूची भारत के राष्ट्रीय उद्यानों की है। 1936 में भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान था- हेली नेशनल पार्क, जिसे अब जिम कोर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता है। १९७० तक भारत में केवल ५ राष्ट्रीय उद्यान थे। १९८० के दशक में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और प्रोजेक्ट टाइगर योजना के अलावा वन्य जीवों की सुरक्षार्थ कई अन्य वैधानिक प्रावधान लागू हुए.

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भारत के शहरों की सूची

कोई विवरण नहीं।

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भारत के विश्व धरोहर स्थल

यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किए गए भारतीय सांस्‍कृतिक और प्राकृतिक स्‍थलों की सूची - .

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भारतीय नेपाली

भारतीय नेपाली या भारतीय गोरखा वह लोग हैं जो नेपाली मूल के लोग हैं लेकिन भारत में रहते आ रहें हैं, जिन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त है। वह लोग नेपाली भाषा के अलावा भी कई भाषाएं बोलते हैं, नेपाली भाषा भारत के कार्यालयी भाषाओं में से एक है, इतिहास में नेपाल अधिराज्य के वह भाग जो ब्रिटिश राज के समय भारत में आ गये जैसे, पश्चिम बंगाल का दार्जीलिंग जिला जो सिक्किम का भू-भाग था और कुछ समय के लिए नेपाल का भी भू-भाग रहा, सिक्किम-एक मात्र ऐसा राज्य है जहाँ मुख्य रूप से नेपाली रहते हैं जो 1975 में भारत का हिस्सा बना। दूसरे राज्य जहाँ नेपालीयों कि बहुलता है वह हैं:- उत्तराखण्ड, असम, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर और मेघालय। भारत के कई बड़े शहरों में भी नेपालीयों कि बहुलता पाई जाती है, मुख्यत: दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर, मुम्बई, चेन्नई, हैदराबाद और विशाखापटनम। .

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भारतीय नेपाली चलचित्र

नेपाली भारतीय चलचित्र भारत में निर्माण हुए नेपाली भाषा के चलचित्र है। नेपाली चलचित्र उद्योग को कलिवूड भी कहते है। दक्षिण एसिया के अन्य भाषाऔं के चलचित्र उद्योग से पृथक रूप में नेपाली चलचित्र उद्योग एक ही होकर भी दो राष्ट्रौं में फैला हुआ है। भारत में इस उद्योग का प्रमुख स्थान दार्जिलिंग है। अन्य स्थानौं में सिलिगुढी, मिरिक आदि है। .

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भारतीय सिनेमा

भारतीय सिनेमा के अन्तर्गत भारत के विभिन्न भागों और भाषाओं में बनने वाली फिल्में आती हैं जिनमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और बॉलीवुड शामिल हैं। भारतीय सिनेमा ने २०वीं सदी की शुरुआत से ही विश्व के चलचित्र जगत पर गहरा प्रभाव छोड़ा है।। भारतीय फिल्मों का अनुकरण पूरे दक्षिणी एशिया, ग्रेटर मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्व सोवियत संघ में भी होता है। भारतीय प्रवासियों की बढ़ती संख्या की वजह से अब संयुक्त राज्य अमरीका और यूनाइटेड किंगडम भी भारतीय फिल्मों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बन गए हैं। एक माध्यम(परिवर्तन) के रूप में सिनेमा ने देश में अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की और सिनेमा की लोकप्रियता का इसी से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि यहाँ सभी भाषाओं में मिलाकर प्रति वर्ष 1,600 तक फिल्में बनी हैं। दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा के जनक के रूप में जाना जाते हैं। दादा साहब फाल्के के भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान के प्रतीक स्वरुप और 1969 में दादा साहब के जन्म शताब्दी वर्ष में भारत सरकार द्वारा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना उनके सम्मान में की गयी। आज यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित और वांछित पुरस्कार हो गया है। २०वीं सदी में भारतीय सिनेमा, संयुक्त राज्य अमरीका का सिनेमा हॉलीवुड तथा चीनी फिल्म उद्योग के साथ एक वैश्विक उद्योग बन गया।Khanna, 155 2013 में भारत वार्षिक फिल्म निर्माण में पहले स्थान पर था इसके बाद नाइजीरिया सिनेमा, हॉलीवुड और चीन के सिनेमा का स्थान आता है। वर्ष 2012 में भारत में 1602 फ़िल्मों का निर्माण हुआ जिसमें तमिल सिनेमा अग्रणी रहा जिसके बाद तेलुगु और बॉलीवुड का स्थान आता है। भारतीय फ़िल्म उद्योग की वर्ष 2011 में कुल आय $1.86 अरब (₹ 93 अरब) की रही। जिसके वर्ष 2016 तक $3 अरब (₹ 150 अरब) तक पहुँचने का अनुमान है। बढ़ती हुई तकनीक और ग्लोबल प्रभाव ने भारतीय सिनेमा का चेहरा बदला है। अब सुपर हीरो तथा विज्ञानं कल्प जैसी फ़िल्में न केवल बन रही हैं बल्कि ऐसी कई फिल्में एंथीरन, रा.वन, ईगा और कृष 3 ब्लॉकबस्टर फिल्मों के रूप में सफल हुई है। भारतीय सिनेमा ने 90 से ज़्यादा देशों में बाजार पाया है जहाँ भारतीय फिल्मे प्रदर्शित होती हैं। Khanna, 158 सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक, मृणाल सेन, अडूर गोपालकृष्णन, बुद्धदेव दासगुप्ता, जी अरविंदन, अपर्णा सेन, शाजी एन करुण, और गिरीश कासरावल्ली जैसे निर्देशकों ने समानांतर सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वैश्विक प्रशंसा जीती है। शेखर कपूर, मीरा नायर और दीपा मेहता सरीखे फिल्म निर्माताओं ने विदेशों में भी सफलता पाई है। 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रावधान से 20वीं सेंचुरी फॉक्स, सोनी पिक्चर्स, वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स और वार्नर ब्रदर्स आदि विदेशी उद्यमों के लिए भारतीय फिल्म बाजार को आकर्षक बना दिया है। Khanna, 156 एवीएम प्रोडक्शंस, प्रसाद समूह, सन पिक्चर्स, पीवीपी सिनेमा,जी, यूटीवी, सुरेश प्रोडक्शंस, इरोज फिल्म्स, अयनगर्न इंटरनेशनल, पिरामिड साइमिरा, आस्कार फिल्म्स पीवीआर सिनेमा यशराज फिल्म्स धर्मा प्रोडक्शन्स और एडलैब्स आदि भारतीय उद्यमों ने भी फिल्म उत्पादन और वितरण में सफलता पाई। मल्टीप्लेक्स के लिए कर में छूट से भारत में मल्टीप्लेक्सों की संख्या बढ़ी है और फिल्म दर्शकों के लिए सुविधा भी। 2003 तक फिल्म निर्माण / वितरण / प्रदर्शन से सम्बंधित 30 से ज़्यादा कम्पनियां भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध की गयी थी जो फिल्म माध्यम के बढ़ते वाणिज्यिक प्रभाव और व्यसायिकरण का सबूत हैं। दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग दक्षिण भारत की चार फिल्म संस्कृतियों को एक इकाई के रूप में परिभाषित करता है। ये कन्नड़ सिनेमा, मलयालम सिनेमा, तेलुगू सिनेमा और तमिल सिनेमा हैं। हालाँकि ये स्वतंत्र रूप से विकसित हुए हैं लेकिन इनमे फिल्म कलाकारों और तकनीशियनों के आदान-प्रदान और वैष्वीकरण ने इस नई पहचान के जन्म में मदद की। भारत से बाहर निवास कर रहे प्रवासी भारतीय जिनकी संख्या आज लाखों में हैं, उनके लिए भारतीय फिल्में डीवीडी या व्यावसायिक रूप से संभव जगहों में स्क्रीनिंग के माध्यम से प्रदर्शित होती हैं। Potts, 74 इस विदेशी बाजार का भारतीय फिल्मों की आय में 12% तक का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसके अलावा भारतीय सिनेमा में संगीत भी राजस्व का एक साधन है। फिल्मों के संगीत अधिकार एक फिल्म की 4 -5 % शुद्ध आय का साधन हो सकते हैं। .

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भगिनी निवेदिता

भगिनी निवेदिता भगिनी निवेदिता (१८६७-१९११) का मूल नाम 'मार्गरेट एलिजाबेथ नोबुल' था। वे एक अंग्रेज-आइरिश सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, शिक्षक एवं स्वामी विवेकानन्द की शिष्या थीं। भारत में आज भी जिन विदेशियों पर गर्व किया जाता है उनमें भगिनी निवेदिता का नाम पहली पंक्ति में आता है, जिन्होंने न केवल भारत की आजादी की लड़ाई लड़ने वाले देशभक्तों की खुलेआम मदद की बल्कि महिला शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। भगिनी निवेदिता का भारत से परिचय स्वामी विवेकानन्द के जरिए हुआ। स्वामी विवेकानन्द के आकर्षक व्यक्तित्व, निरहंकारी स्वभाव और भाषण शैली से वह इतना प्रभावित हुईं कि उन्होंने न केवल रामकृष्ण परमहंस के इस महान शिष्य को अपना आध्यात्मिक गुरु बना लिया बल्कि भारत को अपनी कर्मभूमि भी बनाया। .

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भूटानी शरणार्थी

भूटानी शरणार्थी नेपाली मूल के हिन्दू धर्मावलम्बी लोग है जिन्हे १९९० के दशक में भूटान से निकाला गया वा भूटानी नीति के कारण से भूटान छोड़ने के लिए बाध्य हुए थे। .

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भूरी छाती वाला तीतर

भूरी छाती वाला तीतर (Chestnut-breasted Partridge) (Arborophila mandellii) तीतर परिवार का एक पक्षी है जो ब्रह्मपुत्र के उत्तर में स्थित पूर्वी हिमालय का मूल निवासी है और भारत के अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम तथा पश्चिम बंगाल (केवल दार्जीलिंग के क्षेत्र में) में, भूटान में, तथा दक्षिण-पूर्वी तिब्बत में जाना जाता है। .

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मन प्रसाद सुब्बा

मन प्रसाद सुब्बा का जन्म 3 सितंबर 1952 को दार्जिलिंग में। ये नेपाली भाषा के भारतीय कवि और उपन्यासकार हैं। 'बिब्लियंटों युगमित्र कार्टून मांछे हरू', 'बुख्यंचा हरू को देश माँ', 'ऊष्मा' (कविता संग्रह) एवं 'त्यो मोरसम्म पुगे को माछे' (उपन्यास) प्रकाशित। .

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मोहन ठकुरी

मोहन ठकुरी का जन्म 20 अप्रैल 1948 को मंग्पू दार्जिलिंग में हुआ। ये नेपाली भाषा के चर्चित भारतीय कवि, कथाकार और संपादक हैं। 'मेरो अंगाठों को रात', 'हेंग ओभर' (कहानी संग्रह), एवं 'नि:शब्द' (कविता संग्रह) प्रकाशित। साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित 'नेपाली कविता संग्रह' तथा' आगम सिंह गिरि रचना संचयन' का संपादन। .

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यदुनाथ सरकार

यदुनाथ सरकार (बांग्ला में उच्चारण, 'जदुनाथ सरकार') (1870 - 1958) भारत के एक प्रसिद्ध इतिहासकार थे। भारतीय मुगलकाल के इतिहास-लेखन के क्षेत्र में उनका अकादमिक योगदान अप्रतिम है| .

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योल्मो लोग

योल्मो लोगों को कर रहे हैं एक स्वदेशी लोगों के पूर्वी हिमालय क्षेत्रहै। वे खुद को देखें के रूप में "Yolmowa" या "Hyolmopa", और natively में रहते हैं हेलम्बू और Melamchi घाटियों (पर स्थित 43.4 किलोमीटर/27 मील की दूरी पर और 44.1 किलोमीटर/27.4 मील के उत्तर के लिए काठमांडू क्रमशः) और आसपास के क्षेत्रों के पूर्वोत्तर नेपाल.

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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों की सूची

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) एक केंद्र-दक्षिणपंथी राजनीतिक गठबंधन है। इसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) करती है। २०१५ के अनुसार, यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संसद का सत्तारूढ़ गठबंधन है, और १३ राज्यों पर राज करता है। राजग का निर्माण १९९८ के आम चुनावों में भाजपा द्वारा किया गया था; इसमें भाजपा के तत्कालीन सहयोगी दलों (जैसे समता पार्टी, शिरोमणि अकाली दल और शिवसेना) के अलावा ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम और बीजू जनता दल शामिल थे। इन क्षेत्रीय दलों में केवल एक शिवसेना ही थी, जिसकी विचारधारा भाजपा की विचारधारा के समान थी। गठबंधन पहली बार केन्द्र में सत्ता पर १९९८ के आम चुनाव के बाद आया, और २००४ तक शासन किया। सितंबर २०१५ की स्थिति के अनुसार, राजग में पैंतीस सदस्य दल है (उनमें से दो राजनीतिक मोर्चे हैं और एक संगठन है), जिसमें से भाजपा एकमात्र राष्ट्रीय दल है। तेरह राजग सदस्यों (शिवसेना, तेलुगु देशम पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, ऑल इंडिया एन॰आर॰ कांग्रेस, नागा पीपुल्स फ्रंट, लोक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन, नेशनल पीपुल्स पार्टी, और पाट्टाली मक्कल कॉची) को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा "राज्यीय दल" का दर्जा दिया गया है। सितंबर २०१५ की स्थिति के अनुसार, राजग के पास लोकसभा और राज्यसभा में क्रमानुसार ३३७ और ६४ सदस्य हैं। .

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राहुल सांकृतायन

राहुल सांकृत्यायन जिन्हें महापंडित की उपाधि दी जाती है हिन्दी के एक प्रमुख साहित्यकार थे। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद् थे और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत/यात्रा साहित्य तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। वह हिंदी यात्रासहित्य के पितामह कहे जाते हैं। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। इसके अलावा उन्होंने मध्य-एशिया तथा कॉकेशस भ्रमण पर भी यात्रा वृतांत लिखे जो साहित्यिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं। २१वीं सदी के इस दौर में जब संचार-क्रान्ति के साधनों ने समग्र विश्व को एक ‘ग्लोबल विलेज’ में परिवर्तित कर दिया हो एवं इण्टरनेट द्वारा ज्ञान का समूचा संसार क्षण भर में एक क्लिक पर सामने उपलब्ध हो, ऐसे में यह अनुमान लगाना कि कोई व्यक्ति दुर्लभ ग्रन्थों की खोज में हजारों मील दूर पहाड़ों व नदियों के बीच भटकने के बाद, उन ग्रन्थों को खच्चरों पर लादकर अपने देश में लाए, रोमांचक लगता है। पर ऐसे ही थे भारतीय मनीषा के अग्रणी विचारक, साम्यवादी चिन्तक, सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत, सार्वदेशिक दृष्टि एवं घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के महान पुरूष राहुल सांकृत्यायन। राहुल सांकृत्यायन के जीवन का मूलमंत्र ही घुमक्कड़ी यानी गतिशीलता रही है। घुमक्कड़ी उनके लिए वृत्ति नहीं वरन् धर्म था। आधुनिक हिन्दी साहित्य में राहुल सांकृत्यायन एक यात्राकार, इतिहासविद्, तत्वान्वेषी, युगपरिवर्तनकार साहित्यकार के रूप में जाने जाते है। .

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राहुल सांकृत्यायन

राहुल सांकृत्यायन जिन्हें महापंडित की उपाधि दी जाती है हिन्दी के एक प्रमुख साहित्यकार थे। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद् थे और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत/यात्रा साहित्य तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। वह हिंदी यात्रासहित्य के पितामह कहे जाते हैं। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। इसके अलावा उन्होंने मध्य-एशिया तथा कॉकेशस भ्रमण पर भी यात्रा वृतांत लिखे जो साहित्यिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं। २१वीं सदी के इस दौर में जब संचार-क्रान्ति के साधनों ने समग्र विश्व को एक ‘ग्लोबल विलेज’ में परिवर्तित कर दिया हो एवं इण्टरनेट द्वारा ज्ञान का समूचा संसार क्षण भर में एक क्लिक पर सामने उपलब्ध हो, ऐसे में यह अनुमान लगाना कि कोई व्यक्ति दुर्लभ ग्रन्थों की खोज में हजारों मील दूर पहाड़ों व नदियों के बीच भटकने के बाद, उन ग्रन्थों को खच्चरों पर लादकर अपने देश में लाए, रोमांचक लगता है। पर ऐसे ही थे भारतीय मनीषा के अग्रणी विचारक, साम्यवादी चिन्तक, सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत, सार्वदेशिक दृष्टि एवं घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के महान पुरूष राहुल सांकृत्यायन। राहुल सांकृत्यायन के जीवन का मूलमंत्र ही घुमक्कड़ी यानी गतिशीलता रही है। घुमक्कड़ी उनके लिए वृत्ति नहीं वरन् धर्म था। आधुनिक हिन्दी साहित्य में राहुल सांकृत्यायन एक यात्राकार, इतिहासविद्, तत्वान्वेषी, युगपरिवर्तनकार साहित्यकार के रूप में जाने जाते है। .

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राजभवन (पश्चिम बंगाल), दार्जिलिंग

राजभवन दार्जिलिंग भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के राज्यपाल का ग्रीष्मकालीन आधिकारिक आवास है। यह राज्य के दार्जिलिंग नामक नगर में स्थित है। मयंकोटे केलथ नारायणन राज्य के वर्तमान राज्यपाल हैं। .

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राजेन्द्र भण्डारी

राजेन्द्र भण्डारी नेपाली भाषा के प्रतिष्ठित भारतीय कवि हैं। ये गैंगटोक, सिक्किम में प्राध्यापक हैं। इनका जन्म 1955 में कलिमपोंग दार्जिलिंग में हुआ। 'हिउन्देछैसा रात का पर्दा हरू मा' और 'यी शब्द हरू: यी हरफ हरू' आदि कविता संग्रह प्रकाशित। .

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राई जनजाति

नेपाल की राई स्त्रियाँ राई या 'खम्बू राई' नेपाल, सिक्किम, तथा दार्जीलिंग की पहाडियों की निवासी अति प्राचीन जनजाति है। किसी समय वे राजा भी थे। श्रेणी:भारत की जनजातियाँ.

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रंगू सौरिया

रंगू सौरिया औरतों और बच्चों की भलाई से सम्बंधित एक समाज सेविका है जिन्होंने सिलीगुड़ी में योंन शोषण का शिकार होने वाली महिलाओं की भलाई के लिए एक गैर मुनाफा संस्था बने हुई है जिसका नाम कंचनजंगा उधार केंद्र है।उन्हें एस क्षेत्र में योगदान के लिए गाडफ्रे फिलिप्स नैशनल अवार्ड 2011 से सन्मानित भी किया गया है। .

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रेबा सोम

डॉ रेबा सोम (जन्म, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल) एक भारतीय अकादमिक, इतिहासकार, लेखक और शास्त्रीय गायक है।  वह कोलकाता में 'सांस्कृतिक संबंधों के लिए भारतीय परिषद' रबींद्रनाथ टैगोर केंद्र के निदेशक हैं। रेबा सोम रवींद्रसंगीत की एक प्रशिक्षित गायक भी है। उनकी कॉम्पैक्ट डिस्क, रवींद्रनाथ टैगोर (तृतीय मिलननेओ, रोम, इटली 2003 और सरेगामा - भारत, मई 2004) के चयनित गीतों में उनके अंग्रेजी अनुवाद और टैगोर के गीतों के लिप्यंतरण शामिल हैं। .

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रेमिका थापा

रेमिका थापा नेपाली भाषा की भारतीय कवियित्रि है। इनका जन्म 28 अक्तूवर 1971 को मांग्पू दार्जिलिंग में हुआ। .

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लिम्बू

लिम्बू जनजाति, तिब्बती मूल की एक जनजाति है जो दक्षिण तिब्बत, पूर्वी नेपाल, बर्मा, भूटान और भारतीय राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल (विशेषकर: दार्जिलिंग, कलिमपोंग और जलपाईगुड़ी जिले), सिक्किम, असमऔर नागालैंड की मूल निवासी है। .

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लेपचा (जनजाति)

लेपचा (जनजाति), जिसे रोंग भी कहते हैं। ये भारत के प्रमुख जनजातियों में से एक हैं। .

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लोबसांग सांगेय

लोबसांग सांगेय (केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के प्रधानमंत्री हैं। तिब्बत की निर्वासित सरकार के दूसरे प्रधानमंत्री जिन्हें तिब्बत के राजनितिक एवं आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के राजनीति से सन्यास लेने की घोषणा करने के बाद प्रधानमंत्री के रूप में दुनिया भर में फैले तिब्बत के लोगों ने चुना। उन्होंने धर्मशाला में ८ अगस्त २०११ को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। वे लगातार दूसरी बार 27 अप्रैल, 2016 को केंद्रीय तिब्बत प्रशासन के चुनाव आयोग द्वारा तिब्बत चुनावों के अंतिम परिणामों की घोषणा के आधार पर तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री चुने गए। .

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शरद रावत

शरद रावत नेपाली भाषा के भारतीय कवि हैं। इनका जन्म 17 सितंवर 1962 को मंग्पू दार्जिलिंग में हुआ। .

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सत्यजित राय

सत्यजित राय (बंगाली: शॉत्तोजित् राय्) (२ मई १९२१–२३ अप्रैल १९९२) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें २०वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है। इनका जन्म कला और साहित्य के जगत में जाने-माने कोलकाता (तब कलकत्ता) के एक बंगाली परिवार में हुआ था। इनकी शिक्षा प्रेसिडेंसी कॉलेज और विश्व-भारती विश्वविद्यालय में हुई। इन्होने अपने कैरियर की शुरुआत पेशेवर चित्रकार की तरह की। फ़्रांसिसी फ़िल्म निर्देशक ज़ाँ रन्वार से मिलने पर और लंदन में इतालवी फ़िल्म लाद्री दी बिसिक्लेत (Ladri di biciclette, बाइसिकल चोर) देखने के बाद फ़िल्म निर्देशन की ओर इनका रुझान हुआ। राय ने अपने जीवन में ३७ फ़िल्मों का निर्देशन किया, जिनमें फ़ीचर फ़िल्में, वृत्त चित्र और लघु फ़िल्में शामिल हैं। इनकी पहली फ़िल्म पथेर पांचाली (পথের পাঁচালী, पथ का गीत) को कान फ़िल्मोत्सव में मिले “सर्वोत्तम मानवीय प्रलेख” पुरस्कार को मिलाकर कुल ग्यारह अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले। यह फ़िल्म अपराजितो (অপরাজিত) और अपुर संसार (অপুর সংসার, अपु का संसार) के साथ इनकी प्रसिद्ध अपु त्रयी में शामिल है। राय फ़िल्म निर्माण से सम्बन्धित कई काम ख़ुद ही करते थे — पटकथा लिखना, अभिनेता ढूंढना, पार्श्व संगीत लिखना, चलचित्रण, कला निर्देशन, संपादन और प्रचार सामग्री की रचना करना। फ़िल्में बनाने के अतिरिक्त वे कहानीकार, प्रकाशक, चित्रकार और फ़िल्म आलोचक भी थे। राय को जीवन में कई पुरस्कार मिले जिनमें अकादमी मानद पुरस्कार और भारत रत्न शामिल हैं। .

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सिनकोना

सिनकोना (Cinchona) एक सदाबहार पादप है जो झाड़ी अथवा ऊँचे वृक्ष के रूप में उपजता है। यह रूबियेसी (Rubiaceae) कुल की वनस्पति है। इनकी छाल से कुनैन नामक औषधि प्राप्त की जाती है जो मलेरिया ज्वर की दवा है। यह बहुवर्षीय वृक्ष सपुष्पक एवं द्विबीजपत्री होता है। इसके पत्ते लालिमायुक्त तथा चौड़े होते हैं जिनके अग्र भाग नुकीले होते हैं। शाखा-प्रशाखाओं में असंख्य मंजरी मिलती है। इसकी छाल कड़वी होती है। इस वंश में ६५ जातियाँ हैं। सिनकोना का पौधा नम-गर्म जलवायु में उगता है। उष्ण तथा उपोष्ण कटिबंधी क्षेत्र जहां तापमान ६५°-७५° फारेनहाइट तथा वर्षा २५०-३२५ से.मी.

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सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान

सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के दार्जिलिंग ज़िले में एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह उद्यान सिंगालीला पर्वतश्रेणी में स्थित है जो संदक्फू चोटी के पास है। श्रेणी:भारत के अभयारण्य श्रेणी:राष्ट्रीय उद्यान, भारत श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय उद्यान.

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सिक्किम

(या, सिखिम) भारत पूर्वोत्तर भाग में स्थित एक पर्वतीय राज्य है। अंगूठे के आकार का यह राज्य पश्चिम में नेपाल, उत्तर तथा पूर्व में चीनी तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र तथा दक्षिण-पूर्व में भूटान से लगा हुआ है। भारत का पश्चिम बंगाल राज्य इसके दक्षिण में है। अंग्रेजी, नेपाली, लेप्चा, भूटिया, लिंबू तथा हिन्दी आधिकारिक भाषाएँ हैं परन्तु लिखित व्यवहार में अंग्रेजी का ही उपयोग होता है। हिन्दू तथा बज्रयान बौद्ध धर्म सिक्किम के प्रमुख धर्म हैं। गंगटोक राजधानी तथा सबसे बड़ा शहर है। सिक्किम नाम ग्याल राजतन्त्र द्वारा शासित एक स्वतन्त्र राज्य था, परन्तु प्रशासनिक समस्यायों के चलते तथा भारत से विलय के जनमत के कारण १९७५ में एक जनमत-संग्रह के अनुसार भारत में विलीन हो गया। उसी जनमत संग्रह के पश्चात राजतन्त्र का अन्त तथा भारतीय संविधान की नियम-प्रणाली के ढाचें में प्रजातन्त्र का उदय हुआ। सिक्किम की जनसंख्या भारत के राज्यों में न्यूनतम तथा क्षेत्रफल गोआ के पश्चात न्यूनतम है। अपने छोटे आकार के बावजूद सिक्किम भौगोलिक दृष्टि से काफ़ी विविधतापूर्ण है। कंचनजंगा जो कि दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है, सिक्किम के उत्तरी पश्चिमी भाग में नेपाल की सीमा पर है और इस पर्वत चोटी चको प्रदेश के कई भागो से आसानी से देखा जा सकता है। साफ सुथरा होना, प्राकृतिक सुंदरता पुची एवं राजनीतिक स्थिरता आदि विशेषताओं के कारण सिक्किम भारत में पर्यटन का प्रमुख केन्द्र है। .

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सिक्किम अधिराज्य

पूर्वी हिमालय में 1642 से 16 मई 1975 के बीच सिक्किम अधिराज्य एक वंशानुगत राजशाही राज्य था। यह राज्य चोग्याल राजाओं के द्वारा शाषित था। .

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सुमिता सान्याल

सुमिता सान्याल (9 अक्टूबर 1945 – 9 जुलाई 2017) भारतीय फिल्म अभिनेत्री थीं। उन्होने मुख्यतः बंगाली फ़िल्मों में अभिनय किया लेकिन उन्होंने कुछ गिनी चुनी हिन्दी फ़िल्मों में भी योगदान दिया है। हिंदी के अलावा सुमिता ने बंगाली, तमिल, तेलुगू और मलयालम फिल्‍मों में काम किया था। उन्‍हें मुख्‍यरूप से 1971 में आई हिन्दी फिल्‍म ‘आनंद’ में रेनू का किरदार निभाने के लिए जाना जाता है। सुमिता ने इस फिल्‍म में अमिताभ बच्‍चन की प्रेमिका का किरदार निभाया था। सुमिता का असली नाम मंजुला सान्‍याल था और उनका जन्‍म दार्जिलिंग में हुआ था। सुमिता ने बंगाली में 40 से भी ज्‍यादा फिल्‍मों में अभियान किया जिनमें सगीना महतो में उनके हीरो दिलीप कुमार थे। इसके अलावा ‘कुहेली’ में उन्‍हें बिस्‍वजीत और संध्‍या रॉय के साथ मुख्‍य भूमिका दी गई थी। सुमिता ने आशीर्वाद, गुड्डी, मेरे अपने जैसी कई हिंदी फिल्‍मों, टेलीविजन सीरियलों व थियेटर के लिए भी काम किया था। .

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सुगौली संधि

सुगौली संधि के क्षेत्रीय प्रभाव सुगौली संधि, ईस्ट इंडिया कंपनी और नेपाल के राजा के बीच हुई एक संधि है, जिसे 1814-16 के दौरान हुये ब्रिटिश-नेपाली युद्ध के बाद अस्तित्व में लाया गया था। इस संधि पर 2 दिसम्बर 1815 को हस्ताक्ष्रर किये गये और 4 मार्च 1816 का इसका अनुमोदन किया गया। नेपाल की ओर से इस पर राज गुरु गजराज मिश्र (जिनके सहायक चंद्र शेखर उपाध्याय थे) और कंपनी ओर से लेफ्टिनेंट कर्नल पेरिस ब्रेडशॉ ने हस्ताक्षर किये थे। इस संधि के अनुसार नेपाल के कुछ हिस्सों को ब्रिटिश भारत में शामिल करने, काठमांडू में एक ब्रिटिश प्रतिनिधि की नियुक्ति और ब्रिटेन की सैन्य सेवा में गोरखाओं को भर्ती करने की अनुमति दी गयी थी, साथ ही इसके द्वारा नेपाल ने अपनी किसी भी सेवा में किसी अमेरिकी या यूरोपीय कर्मचारी को नियुक्त करने का अधिकार भी खो दिया। (पहले कई फ्रांसीसी कमांडरों को नेपाली सेना को प्रशिक्षित करने के लिए तैनात किया गया था) संधि के तहत, नेपाल ने अपने नियंत्रण वाले भूभाग का लगभग एक तिहाई हिस्सा गंवा दिया जिसमे नेपाल के राजा द्वारा पिछ्ले 25 साल में जीते गये क्षेत्र जैसे कि पूर्व में सिक्किम, पश्चिम में कुमाऊं और गढ़वाल राजशाही और दक्षिण में तराई का अधिकतर क्षेत्र शामिल था। तराई भूमि का कुछ हिस्सा 1816 में ही नेपाल को लौटा दिया गया। 1860 में तराई भूमि का एक बड़ा हिस्सा नेपाल को 1857 के भारतीय विद्रोह को दबाने में ब्रिटिशों की सहायता करने की एवज में पुन: लौटाया गया। काठमांडू में तैनात ब्रिटिश प्रतिनिधि मल्ल युग के बाद नेपाल में रहने पहला पश्चिमी व्यक्ति था। (यह ध्यान देने योग्य है कि 18 वीं सदी के मध्य में गोरखाओं ने नेपाल पर विजय प्राप्ति के बाद बहुत से ईसाई धर्मप्रचारकों को नेपाल से बाहर निकाल दिया था)। नेपाल में ब्रिटिशों के पहले प्रतिनिधि, एडवर्ड गार्डनर को काठमांडू के उत्तरी हिस्से में तैनात किया गया था और आज यह स्थान लाज़िम्पाट कहलाता है और यहां ब्रिटिश और भारतीय दूतावास स्थित हैं। दिसम्बर 1923 में सुगौली संधि को अधिक्रमित कर "सतत शांति और मैत्री की संधि", में प्रोन्नत किया गया और ब्रिटिश निवासी के दर्जे को प्रतिनिधि से बढ़ाकर दूत का कर दिया गया। 1950 में भारत (अब स्वतंत्र) और नेपाल ने एक नयी संधि पर दो स्वतंत्र देशों के रूप में हस्ताक्षर किए गए जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को एक नए सिरे से स्थापित करना था। .

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सोवा रिग्पा

सोवा रिग्पा (तिब्बती: བོད་ཀྱི་གསོ་བ་རིག་པ་, Wylie: Ggso ba rig pa) तिब्बत सहित हिमालयी क्षेत्रों में प्रचलित प्राचीन उपचार पद्धति है। भारत के हिमालयी क्षेत्र में 'तिब्बती' या 'आमचि' के नाम से जानी जाने वाली सोवा-रिग्पा विश्व की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धतियों में से एक है। भारत में इस पद्धति का प्रयोग जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र, लाहौल-स्पीति (हिमाचल प्रदेश), सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश तथा दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) में किया जाता है। सोवा-रिग्पा के सिद्धांत और प्रयोग आयुर्वेद की तरह ही हैं और इसमें पारंपरिक चीनी चिकित्साविज्ञान के कुछ सिद्धांत भी शामिल हैं। सोवा रिग्पा के चिकित्सक देख कर, छू कर एवं प्रश्न पूछकर इलाज करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह पद्धति भगवान बुद्ध द्वारा 2500 वर्ष पहले प्रारंभ की गई थी। बाद में प्रसिद्ध भारतीय विद्वानों जैसे जीवक, नागार्जुन, वाग्भट्ट एवं चंद्रानंदन ने इसे आगे बढ़ाया। इसका इति‍हास 2500 वर्षों से अधि‍क का रहा है। सोवा-रि‍गपा प्रणाली यद्यपि बहुत प्राचीन है किन्तु हाल ही में मान्‍यता प्रदान की गई है। यह प्रणाली अस्‍थमा, ब्रोंकि‍टि‍स, अर्थराइटि‍स जैसी पुराने रोगों के लि‍ए प्रभावशाली मानी गई है। सोवा-रि‍गपा का मूल सि‍द्धांत निम्नलिखित है.

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हत्या की गई भारतीय राजनीतिज्ञों की सूची

निम्नलिखित हत्या की गई भारतीय राजनीतिज्ञों की सूची है। भारत की स्वतंत्रता के बाद, कई राजनेताओं की हत्या कर दी गई है। .

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हिमालय पर्वतारोहण संस्थान

दार्जीलिंग स्थित हिमालय पर्वतारोहण संस्थान हिमालय पर्वतारोहण संस्थान की स्थापना ४ नवंबर, १९५४ में भारत में पर्वतारोहण को क्रीड़ा के रूप में बढ़ावा देने हेतु की गई थी। यह तेनसिंह नोर्के और एडमंड हिलेरी क्ली १९८३ में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के उत्साह का परिणाम था। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू के प्रयास से इसे दार्जीलिंग क्षेत्र में लगभग २१०० मीटर (६९०० फीट) की ऊंचाई पर बनाया गया। तेनज़िंग नोर्के इसके प्रथम अध्यक्ष बने। इसके वर्तमान अध्यक्ष कर्नल जे एस ढिल्लों हैं। .

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जसवंत सिंह

जसवंत सिंह (जन्म - ३ जनवरी १९३८) भारत के एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ हैं। वे मई 16, 1996 से जून 1, 1996 के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्तमंत्री रह चुके हैं। ५ दिसम्बर १९९८ से १ जुलाई २००२ के दौरान वे वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री बने। फिर साल 2002 में यशवंत सिन्हा की जगह वे एकबार फिर वित्तमंत्री बने और इस पद पर मई २००४ तक रहे। वित्तमंत्री के रूप में उन्होंने बाजार-हितकारी सुधारों को बढ़ावा दिया।वे स्वयं को उदारवादी नेता मानते थे। १५वीं लोकसभा में वे दार्जिलिंग संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए। वे राजस्थान में बाड़मेर के जसोल गांव के निवासी है और 1960 के दशक में वे भारतीय सेना में अधिकारी रहे। पंद्रह साल की उम्र में वे भारतीय सेना में शामिल हुए थे। वे जोधपुर के पूर्व महाराजा गज सिंह के करीबी माने जाते हैं। जसवंत सिंह मेयो कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवास्ला के छात्र रह चुके हैं। 2001 में उन्हें "सर्वश्रेष्ठ सांसद" का सम्मान मिला। १९ अगस्त २००९ को भारत विभाजन पर उनकी किताब जिन्ना-इंडिया, पार्टिशन, इंडेपेंडेंस में नेहरू-पटेल की आलोचना और जिन्ना की प्रशंसा के लिए उन्हें उनके राजनीतिक दल भाजपा से निष्कासित कर दिया गया और फिर वापस लिया गया। 2014 के लोकसभा चुनाव में राजस्थान के बाड़मेर लोकसभा संसदीय क्षेत्र से भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के विरोध में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। उन्हें इस बगावत के लिए छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया। .

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वीर विक्रम गुरुङ

वीर विक्रम गुरुङ का जन्म 27 अगस्त 1927 को दार्जिलिंग में हुआ। कहानियों में 'बुद्ध भरिया', 'टाइफाइड', 'ठेठ नेपाली कथा', आदि चर्चित। समाज के विभिन्न पक्षों को लेकर कहानी लिखने के लिए ये विख्यात हैं। 'अमर क्षण' कहानी संग्रह प्रकाशित। .

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गुणाकर मुले

गुणाकर मुले गुणाकर मुले (मराठी:गुणाकर मुळे) (३ जनवरी, १९३५ - १६ अक्टूबर, २००९) हिन्दी और अंग्रेजी में विज्ञान-लेखन को लोकप्रिय बनाने वाले जाने माने लेखक थे। .

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गौतम

संस्कृत साहित्य में गौतम का नाम अनेक विद्याओं से संबंधित है। वास्तव में गौतम ऋषि के गोत्र में उत्पन्न किसी व्यक्ति को 'गौतम' कहा जा सकता है अत: यह व्यक्ति का नाम न होकर गोत्रनाम है। वेदों में गौतम मंत्रद्रष्टा ऋषि माने गए हैं। एक मेधातिथि गौतम, धर्मशास्त्र के आचार्य हो गए हैं। बुद्ध को भी 'गौतम' अथवा (पाली में 'गोतम') कहा गया है। न्यायसूत्रों के रचयिता भी गौतम माने जाते हैं। उपनिषदों में भी गौतम नामधारी अनेक व्यक्तियों का उल्लेख मिलता है। पुराणों, महाभारत तथा रामायण में भी गौतम की चर्चा है। यह कहना कठिन है कि ये सभी गौतम एक ही है। रामायण में ऋषि गौतम तथा उनकी पत्नी अहल्या की कथा मिलती है। अहल्या के शाप का उद्धार राम ने मिथिला के रास्ते में किया था। अत: गौतम का निवास मिथिला में ही होना चाहिए और यह बात मिथिला में 'गौतमस्थान' तथा 'अहल्यास्थान' नाम से प्रसिद्ध स्थानों से भी पुष्ट होती है। चूँकि न्यायशास्त्र के लिये मिथिला विख्यात रही है अत: गौतम (नैयायिक) का मैथिल होना इसका मुख्य कारण हो सकता है। .

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गोरखा जनमुक्ति मोर्चा

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (नेपाली:गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा) (गोजमुमो, गोजमो) एक पंजीकृत अपरिचित राजनैतिक पार्टी है जो भारत के अंदर पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों को अलग कर एक अलग राज्य गोरखालैंड बनाने के अभियान में लगा हुआ है। पार्टी का उदय 7 अक्टूबर 2007 को हुआ था। http://www.darjeelingtimes.com/news/News/GJM-announced-its-members.html .

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गोर्खा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा

गोर्खा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) (गोर्खा राष्ट्रिय मुक्ति मोर्चा) दार्जिलिंग जिला पश्चिम बंगाल, भारत का एक राजनैतिक दल है। यह 1980 में सुभाष घिसिंग द्वारा गोर्खालैंड भारत के भीतर राज्य मांग के उद्देश्य के साथ बनाया गया था। .

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गोर्खालैंड

गोरखालैंड, भारत के अन्दर एक प्रस्तावित राज्य का नाम है, जिसे दार्जीलिंग और उस के आस-पास के भारतीय गोरखा बहुल क्षेत्रों (जो मुख्यतः पश्चिम बंगाल में हैं) को मिलाकर बनाने की माँग होती रहती है। गोरखालैण्ड की मांग करने वालों का तर्क है कि उनकी भाषा और संस्कृति शेष बंगाल से भिन्न है। गोरखालैण्ड की यह मांग हड़ताल, रैली और आंदोलन के रूप में भी समय-समय पर उठती रहती है। गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में गोरखालैंड के लिए दो जन आंदोलन (१९८६-१९८८) में हुए। इसके अलावा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में (२००७ से अब तक) कई आंदोलन हुए। .

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गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन

गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (Gorkhaland Territorial Administration) भारत के पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र का एक अर्ध-स्वायत्त प्रशासनिक निकाय है। दार्जिलिंग गोर्खा पार्वत्य परिषद जो १९८८ में स्थापित किया गया था जिसका प्रशासन २३ वर्षों तक दार्जिलिंग क्षेत्र में चलता रहा के बदले में गो०क्षे०प्र० को पारित किया गया। गो०क्षे०प्र० के अधिकार में हाल में तीन पहाड़ी प्रमण्डल दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कर्सियांग तथा सिलिगुड़ी डिविजन के कुछ क्षेत्र हैं। .

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आधिकारिक आवास

सामान्य रूप में आधिकारिक आवास किसी अधिकार या पद के साथ मिलनेवाले आवास को कहते है। लेकिन सार्वभौमिक रूप से, किसी देश के राष्ट्रप्रमुख, शासनप्रमुख, राज्यपाल या अन्य वरिष्ठ पद के निवासस्थान को "आधिकारिक आवास" कहते है। निम्नलिखित दुनिया के आधिकारिक आवासों की सूची है। सूची का प्रारूप इस प्रकार है.

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इन्द्रबहादुर राई

इन्द्रबहादुर राई (3 फ़रवरी 1927 - 6 मार्च 2018) नेपाली मूल के दार्जिलिंग निवासी भारतीय साहित्यकार थे। उनका नेपाली साहित्य और भाषा में योगदान अविस्मरणीय है। इन्हें नेपाली भाषा और साहित्य में उत्कृष्ट योगदान हेतु साहित्य अकादमी पुरस्कार के साथ-साथ अन्य अनेकों सम्मनों से विभूषित किया गया है। राई नेपाली भाषा के अत्यंत प्रतिभावान लेखकों में से एक हैं। उनके सृजन में पारंपरिक और आधुनिक दोनों तकनीक शामिल है जो साहित्यिक शैलियों की एक विस्तृत श्रृंखला का उपयोग करती है। .

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कामिल बुल्के

फादर कामिल बुल्के (अंग्रेजी: Father Kamil Bulcke) (1 सितंबर 1909 – 17 अगस्त 1982) बेल्जियम से भारत आये एक मिशनरी थे। भारत आकर मृत्युपर्यंत हिंदी, तुलसी और वाल्मीकि के भक्त रहे। इन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन 1974 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। .

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कामेट पर्वत

कामेट पर्वत (तिब्बती:कांग्मेद), भारत के गढ़वाल क्षेत्र में नंदा देवी पर्वत के बाद सबसे ऊंचा पर्वत शिखर है। तह ७,७५६-मीटर (२५,४४६ फुट) ऊंचा है। यह उत्तराखंड राज्य के चमोली जिला में तिब्बत की सीमा के निकट स्थित है। यह भारत में तीसरा शबसे ऊंचा शिखर है (हालांकि भारत के अनुसार इसका स्थान बहुत बाद में आता है, जो कि पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित हिमालय की बहुत सी चोटियों के बाद आता है)। विश्व में इसका २९वां स्थान है। कामेट शिखर को ज़ांस्कर शृंखला का भाग और इसका सबसे ऊंचा शिखर माना जाता है। यह हिमालय की मुख्य शृंखला के उत्तर में सुरु नदी एवं ऊपरी करनाली नदी के बीच स्थित है। देखने में यह एक विशाल पिरामिड जैसा दिखाई देता है, जिसके चपटे शिखर पर दो चोटियां हैं। कामेट शिखर का नाम अंग्रेजी भाषा का नहीं, बल्कि तिब्बती भाषा के शब्द ‘कांग्मेद’ शब्द के आधार पर रखा गया है। इसीलिये इसे कामेट भी कहा जाटा है। तिब्बती लोग इसे कांग्मेद पहाड़ कहते हैं। कामेट पर्वत तीन प्रमुख हिमशिखरों से घिरा है। इनके नाम अबी गामिन, माना पर्वत तथा मुकुट पर्वत हैं। कामेट शिखर के पूर्व में स्थित विशाल ग्लेशियर को पूर्वी कामेट ग्लेशियर कहते हैं और पश्चिम में पश्चिमी कामेट ग्लेशियर है। .

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कालिंपोंग

कालिंपोंग पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले में स्थित है। कलिंगपोंग 1700 ई. तक सिक्किम का एक भाग था। 18वीं शताब्‍दी के प्रारम्‍भ में भूटान के राजा ने इस पर कब्‍जा कर लिया था। आंग्‍ल-भूटान युद्ध के बाद 1865 ई. में इसे दार्जिलिंग में मिला दिया गया। 19 वीं शताब्‍दी के उत्तरार्द्ध में यहां स्‍काटिश मिशनरियों का आगमन हुआ। 1950 ई. तक यह शहर ऊन का प्रमुख व्‍यापार केंद्र था। वर्तमान में यह शहर पश्चिम बंगाल का प्रमुख हिल स्‍टेशन है। .

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कालका शिमला रेलवे

कोई विवरण नहीं।

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कंचनजंघा

कंचनजंघा (नेपाली:कंचनजंघा Kanchanjaŋghā), (लिम्बू: सेवालुंगमा) विश्व की तीसरी सबसे ऊँची पर्वत चोटी है, यह सिक्किम के उत्तर पश्चिम भाग में नेपाल की सीमा पर है। .

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अम्बर गुरंग

अंबर गुरुंग (नेपाली: अम्बर गुरुङ फरवरी 26, 1938 - 7 जून, 2016) एक नेपाली, संगीतकार, गायक, और गीतकार थे। उन्होंने नेपाल के राष्ट्रगान, " सयौं थुँगा फूलका " की रचना की। .

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अलीपुर द्वार

अलीपुर द्वा‍र (আলীপুর দুয়ার) पश्चिम बंगाल में स्थित एक कस्बा है। यह जलपाइगुड़ी जिला में स्थित है। यहां पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह सिक्किम, असम, एवं पश्चिम बंगाल का मिलन क्षेत्र है जहां पर्यटक दार्जिलिंग, गंगटोक इत्यादि घूमने के लिए उतरते हैं। .

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उत्तर बंगाल

उत्तर बंगाल (बांग्ला: উত্তরবঙ্গ) शब्द का इस्तेमाल बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के उत्तरी भागों के लिए किया जाता है। बांग्लादेश के भाग में प्राय: राजशाही और रंगपुर मण्डल/उप-मण्डल आते हैं। आम तौर पर यह जमुना नदी के पश्चिम और पद्मा नदी के उत्तर में पड़ने वाला क्षेत्र है। पश्चिम बंगाल भाग में इसका अभिप्राय कूचबिहार, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा ज़िलों से है। बिहार भाग में किशनगंज जिला शामिल है। इसमें दार्जिलिंग हिल्स के कुछ हिस्से भी शामिल हैं। परंपरागत रूप से, हुगली नदी पश्चिम बंगाल को दक्षिण और उत्तरी बंगाल में विभाजित करती है और फिर उत्तरी बंगाल पुन: तराई और दोआर क्षेत्रों में विभाजित होता है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल का भूगोल श्रेणी:बांग्लादेश.

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१ फ़रवरी

1 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 32वां दिन है। साल मे अभी और 333 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 334)। .

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11 गोरखा राइफल्स

11 गुरखा राइफल्स भारतीय सेना का एक सैन्य-दल है। यह एक गोरखा रेजिमेंट है जिसमें नेपाली मूल के सैनिक हैं, जिन्हें आजादी के बाद फिर से सम्मलित किया गया। इसमें मुख्य रूप से नेपाल के तापलेजुंग, पांचथर, संखुवासभा और धनकुटा जिला से मुख्य रूप से राई, लिम्बू और पूर्वी नेपाल के सुनुवार होते हैं। इसके आलावा भारतीय नेपाली/गोरखा और भूटिया, दार्जिलिंग जिले, पश्चिम बंगाल और सिक्किम से भी लोग इस रेजिमेंट में शामिल हैं। हालाँकि यह गोरखा रेजिमेंट सबसे कम उम्र माना जाता है परंतु इसका वंशानुक्रम 7वीं गोरखा और 10वीं गोरखा के इतिहास जितना ही पुराना है। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

दार्जीलिंग, दार्जीलिङ्ग

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