लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

कार्थेज

सूची कार्थेज

प्राचीन कार्थेज के खंडहर तीसरी शताब्दी ईसापूर्व में कार्थेज-नियंत्रिक क्षेत्र कार्थेज (अरबी:, क़र्ताज; बर्बर: ⴽⴰⵔⵜⴰⵊⴻⵏ, कर्तजेन; अंग्रेज़ी: Carthage, कार्थ़ेज) उत्तर अफ़्रीका के त्यूनिसीया देश में लगभग 3,000 साल से लगातार आबाद एक प्राचीन शहर है। यह शहर प्राचीन काल मे रोमन एवं फ़ोनिसीयन साम्राज्य का एक प्रमुख गढ़ रहा है। सन् 1000 ईसा-पूर्व के आसपास इसकी शुरुआत फ़ोनीशिया द्वारा स्थापित एक दूर-दराज़ बस्ती के रूप में हुई। आधुनिक युग में इसे त्यूनिसीया की राजधानी त्यूनिस का एक बाहरी क्षेत्र माना जाता है। प्राचीन रोमन स्रोतों के अनुसार इसकी स्थापना सन् 814 ईसापूर्व में फ़ोनीशिया के टायर शहर से (जो आधुनिक लेबनान में पड़ता है) आये एक फ़ोनीशियाई समूह ने की थी। कार्थेज तेज़ी से धन, शक्ति और प्रभाव में बढ़ने लगा। इस नगर पर केन्द्रित संस्कृति को उसके समकालीन रोमन लोग प्यूनिक (लातिनी: Punic) बुलाया करते थे, जो "फ़ोनीशिया" शब्द का ही एक बिगड़ा रूप है। समय के साथ भूमध्य सागर में यह रोम और यूनान के सिराक्यूज़ शहर से मुक़ाबला करने वाली तीसरी शक्ति के रूप में उभरा। इनमें आपसी झड़पों का सिलसिला छिड़ गया। दूसरे प्यूनिक युद्ध में प्रसिद्ध कार्थेजी नेता हान्निबल ने इटली पर चढ़ाई करी और सन् 216 ई॰पू॰ में दक्षिणपूर्वी इटली में लड़े गए कैने के युद्ध में जीत प्राप्त की, जिस से लगने लगा के इटली के कई क्षेत्रों से रोम का साम्राज्य उखड़ जाएगा। लेकिन सन् 202 ई॰पू॰ में लड़े गए ज़ामा के युद्ध में हान्निबल पराजित हुआ और कार्थेज बहुत कमज़ोर पड़ गया। सन् 149-146 ई॰पू॰ में लड़े गए तीसरे प्यूनिक युद्ध में कार्थेज की पूरी हार हो गयी। रोम के फ़ौजों ने कार्थेज के शहर को पूरी तरह जला और तोड़ डाला। कार्थेज के सभी नागरिकों को मार डाला गया या दास बना लिया गया। कुछ समय बाद रोम ने ही कार्थेज की फिर स्थापना की और यह शहर समय के साथ-साथ रोमन साम्राज्य का चौथा सब से महत्वपूर्ण नगर बना। कुछ समय तक यह अल्प आयु वाले वैन्डल राज्य की राजधानी भी रहा। सन् 698 ईसवी में अरब फ़ौजें यहाँ आ धमकी और कार्थेज दूसरी दफ़ा नष्ट किया गया। .

14 संबंधों: बैल (पौराणिक मान्यता), भूमध्य सागर, मानव बलि, सिकन्दरिया, जामा का युद्ध, वात्या भट्ठी, विश्व धरोहर, विश्व धरोहर समिति, वैन्डल, गुआंचे, ग्लैडीएटर, कैनरी द्वीपसमूह, अफ़्रीका, अफ्रीका में विश्व धरोहर स्थलों की सूची

बैल (पौराणिक मान्यता)

अंकारा में ऐनाटोलियन सभ्यताओं के संग्रहालय में कैटलहोयुक से बैल का सिर खोदकर निकाला गया। नंदी बैल की द्वितीय शताब्दी ईसवी की मूर्ति. प्राचीन विश्व के दौरान पवित्र बैल की पूजा पश्चिमी विश्व की स्वर्ण बछड़े की प्रतिमा से सम्बंधित बाइबिल के प्रसंग में सर्वाधिक समानता रखती है, यह प्रतिमा पर्वत की चोटी के भ्रमण के दौरान यहूदी संत मोसेज़ द्वारा पीछे छोड़ दिए गए लोगों द्वारा बनायी गयी थी और सिनाइ (एक्सोडस) के निर्जन प्रदेश में यहूदियों द्वारा इसकी पूजा की जाती थी। मर्दुक "उटू का बैल" कहा जाता है। भगवान शिव की सवारी नंदी, भी एक बैल है। वृषभ राशि का प्रतीक भी पवित्र बैल है। बैल मेसोपोटामिया और मिस्र के समान चन्द्र संबंधी हो या भारत के समान सूर्य संबंधी हो, अन्य अनेकों धार्मिक और सांस्कृतिक अवतारों का आधार होता है और साथ ही साथ नवयुग की संस्कृति में आधुनिक लोगो की चर्चा में होता है। .

नई!!: कार्थेज और बैल (पौराणिक मान्यता) · और देखें »

भूमध्य सागर

भूमध्य सागर (Mediterranean sea) पृथ्वी का एक सागर है, जो उत्तरी अफ्रीका, यूरोप, अनातोलिया तथा मध्य पूर्व के बीच स्थित है। इसका क्षेत्रफल लगभग २५ लाख वर्ग किलोमीटर है, जो भारत के क्षेत्रफल का लगभग तीन-चौथाई है। प्राचीन काल में यूनान, अनातोलिया, कार्थेज, स्पेन, रोम, यरुशलम, अरब तथा मिस्र जैसे प्रदेशों तथा नगरों के बीच स्थित होने की वजह से इसे भूमध्य (धरती के बीच का) सागर कहते थे। यह अटलांटिक महासागर से जिब्राल्टर द्वारा जुड़ा है, जो केवल १४ किलोमीटर चौड़ा एक जलडमरूमध्य है। भूमध्य सागर का मानचित्र .

नई!!: कार्थेज और भूमध्य सागर · और देखें »

मानव बलि

एचिलिस के कब्र पर नीओप्टोलेमस के हाथ से पॉलीजिना मर गया" (एक प्राचीन कैमिया के बाद 1900 सदी का चित्र) किसी धार्मिक अनुष्ठान के भाग (अनुष्ठान हत्या) के रूप में किसी मानव की हत्या करने को मानव बलि कहते हैं। इसके अनेक प्रकार पशुओं को धार्मिक रीतियों में काटा जाना (पशु बलि) तथा आम धार्मिक बलियों जैसे ही थे। इतिहास में विभिन्न संस्कृतियों में मानव बलि की प्रथा रही है। इसके शिकार व्यक्ति को रीति-रिवाजों के अनुसार ऐसे मारा जाता था जिससे कि देवता प्रसन्न अथवा संतुष्ट हों, उदाहरण के तौर पर मृत व्यक्ति की आत्मा को देवता को संतुष्ट करने के लिए भेंट किया जाता था अथवा राजा के अनुचरों की बलि दी जाती थी ताकि वे अगले जन्म में भी अपने स्वामी की सेवा करते रह सकें.

नई!!: कार्थेज और मानव बलि · और देखें »

सिकन्दरिया

सूर्यास्तकालीन सिकन्दरिया. सिकन्दरिया की सड़कें. सिकन्दरिया (अंग्रेजी:Alexandria; अरबी: الإسكندرية अल-इस्कंदरिया), मिस्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यहां की जनसंख्या 41 लाख है और यह देश का सबसे बड़ा समुद्री बंदरगाह है जहां मिस्र का लगभग 80% आयात और निर्यात कार्य संपन्न होता है। सिकन्दरिया एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल भी है। सिकन्दरिया, उत्तर-मध्य मिस्र में भूमध्य सागर के तट के किनारे लगभग दूर तक फैला हुआ है। यह बिब्लियोथेका अलेक्जेंड्रिना (नया पुस्तकालय) का घर है। एक अन्य शहर, स्वेज, से अपने प्राकृतिक गैस और तेल की पाइपलाइनों की वजह से यह मिस्र का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बन गया है। प्राचीन काल में, सिकन्दरिया दुनिया के सबसे प्रसिद्ध शहरों में से एक था। इसकी स्थापना सिकंदर महान (अलेक्जेंडर द ग्रेट) ने लगभग (c.) 331 ई.पू.

नई!!: कार्थेज और सिकन्दरिया · और देखें »

जामा का युद्ध

PAGENAME जामा का युद्ध (Battle of Zama) 19 अक्टूबर 202 ईसापूर्व लड़ा गया था और द्वितीय प्यूनिक युद्ध का अंतिम और निर्णायक युद्ध था। .

नई!!: कार्थेज और जामा का युद्ध · और देखें »

वात्या भट्ठी

Rahul Kushwahaसेस्टाओ, स्पेन में ब्लास्ट फर्नेस. वास्तविक भट्टी केन्द्रीय गिर्डरवर्क के अंदर है। वात्या भट्ठी या ब्लास्ट फर्नेस (Blast furnace) एक प्रकार की धातु-वैज्ञानिक भट्टी (मेटलर्जिकल फर्नेस) है जिसका इस्तेमाल आम तौर पर लोहे जैसी औद्योगिक धातुओं का निर्माण करने हेतु धातुओं को पिघलाने के लिए किया जाता है। वात्या भट्ठी में भट्ठी के ऊपर से लगातार ईंधन और अयस्क की आपूर्ति की जाती है जबकि चैंबर के निचले तल में हवा (कभी-कभी ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा वाली हवा) भरी जाती है ताकि पदार्थों के नीचे की तरफ आने के दौरान पूरे फर्नेस में रासायनिक प्रतिक्रिया हो सके। अंतिम उत्पाद के रूप में आम तौर पर नीचे की तरफ से पिघली हुई धातु और धातुमल तथा फर्नेस के ऊपर से धुआं युक्त गैसें निकलती हैं। वात्या भट्ठी को आम तौर पर चिमनी के निकास मार्ग में गर्म गैसों के संवहन के माध्यम से स्वाभाविक रूप से चूषण युक्त एयर फर्नेसों (जैसे रिवर्बरेटरी फर्नेस) के साथ निरूपित किया जाता है। इस व्यापक परिभाषा के अनुसार लोहे की ब्लूमरी, टिन के ब्लोइंग हाउस और सीसे को गलाने वाली मिलों को ब्लास्ट फर्नेस के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। हालांकि इस शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर उन्ही कारखानों तक सीमित है जहां लौह अयस्क को पिघलाकर कच्चे लोहे (पिग आयरन) का उत्पादन किया जाता है, जो वाणिज्यिक लौह एवं इस्पात के उत्पादन में इस्तेमाल की जाने वाली एक मध्यवर्ती सामग्री है। .

नई!!: कार्थेज और वात्या भट्ठी · और देखें »

विश्व धरोहर

यूनेस्को की विश्व विरासत समिति का लोगो युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है। अब तक (2006 तक) पूरी दुनिया में लगभग 830 स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमें 644 सांस्कृतिक, 24 मिले-जुले और 138 अन्य स्थल हैं। प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो; परंतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें। बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेवारी होती है। .

नई!!: कार्थेज और विश्व धरोहर · और देखें »

विश्व धरोहर समिति

विश्व धरोहर समिति (अंग्रेजी: World Heritage Committee), उन स्थलों का चयन करती है जिन्हें यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों के रूप में सूचीबद्ध किया जा सकता है। यह विश्व धरोहर कन्वेंशन के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है, विश्व धरोहर कोष के इस्तेमाल को परिभाषित करता है और राष्ट्र दलों से अनुरोध पर वित्तीय सहायता का आवंटन करती है। इसका गठन 21 राष्ट्र दलों से मिलकर होता है, जिनका चुनाव राष्ट्र दलों की महासभा द्वारा चार साल के कार्यकाल के लिए होता है। विश्व धरोहर कन्वेंशन के नियमानुसार, समिति के सदस्य राष्ट्र का कार्यकाल छह साल के लिए होता है, लेकिन कई राष्ट्र दल स्वेच्छा से केवल चार साल के लिए ही समिति के सदस्य बने रहना स्वीकार करते हैं ताकि, दूसरे राष्ट्र दलों को भी समिति का सदस्य बनने का मौका मिल सके। उदाहरण के लिए, 15 वीं महासभा (2005) के लिए निर्वाचित सभी सदस्यों ने स्वेच्छा से अपना कार्यकाल छह वर्ष से घटा कर चार वर्ष करने का फैसला किया। .

नई!!: कार्थेज और विश्व धरोहर समिति · और देखें »

वैन्डल

वैन्डलों ने सन् 455 में रोम पर क़ब्ज़ा किया और उसे तहस-नहस कर दिया वैन्डल (अंग्रेज़ी: Vandal) एक उत्तर यूरोप में बसने वाली जर्मैनी भाषा बोलने वाली जाति थी। पाँचवी शताब्दी ईसवी में वे रोमन साम्राज्य के क्षेत्रों में दाख़िल हुए और सन् 455 ई॰ में उन्होने राजधानी रोम पर क़ब्ज़ा कर के उसे तहस-नहस कर दिया। क्योंकि रोम पश्चिमी संस्कृति का एक आधार माना जाता है, इसलिए बहुत से प्राचीन और आधुनिक पश्चिमी विद्वान वैन्डलों को नफ़रत की दृष्टि से देखते हैं। इस वजह से अंग्रेज़ी में वैन्डलिज़्म (vandalism), यानि वैन्डलगर्दी, शब्द का मतलब किसी सुन्दर चीज़ को जंगलीपने से ख़राब करना या तोड़ना हो गया। रोमन साम्राज्य में प्रवेश करने के बाद वैन्डल कई इलाक़ों में फैल गए, जिनमें इटली और स्पेन शामिल थे। सन् 429 में वे उत्तर अफ़्रीका भी जा पहुँचे। वहाँ उन्होने कार्थेज पर केन्द्रित एक राज्य चलाया जो छोटे अरसे तक ही रहा। .

नई!!: कार्थेज और वैन्डल · और देखें »

गुआंचे

वेदी कटोरे प्रतिमा गुआंचे (स्पेनी भाषा: Spanish, Guanches), कैनरी द्वीपसमूह पर निवास करने वाले आदिवासी हैं जिन्हें बर्बर नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये लोग वहाँ पर १००० ई॰पू॰ अथवा इससे भी पहले बस गये थे। .

नई!!: कार्थेज और गुआंचे · और देखें »

ग्लैडीएटर

लीबिया (लेप्टिस माग्ना) से ज्लिटेन मोज़ेक का हिस्सा, लगभग 8-10 ई. इसमें (बाएं से दाएं) एक थ्रैक्स एक मुर्मिलो से लड़ते हुए, एक होप्लोमाकस एक अन्य मुर्मिलो (जो रेफरी को अपनी हार का संकेत दे रहा है) के साथ खड़े और एक मिलान की हुई जोड़ी को दर्शाया गया है। एक ग्लैडीएटर (gladiator, "तलवारबाज़", gladius, "तलवार" से) एक सशस्त्र योद्धा हुआ करता था जो अन्य ग्लैडीएटरों, जंगली जानवरों और दंडित अपराधियों के साथ हिंसक मुक़ाबला करके रोमन गणराज्य और रोमन साम्राज्य में दर्शकों का मनोरंजन करता था। कुछ ग्लैडीएटर स्वयंसेवक होते थे जो अखाड़े में उपस्थित होकर अपनी कानूनी और सामाजिक स्थिति और अपने जीवन को खतरे में डालते थे। इनमें से अधिकांश को दास के रूप में तिरस्कृत किया जाता था, इन्हें कठोर परिस्थितियों में पाला जाता था, सामाजिक रूप से हाशिए पर रखा जाता था और मौत के बाद भी पृथक्कृत किया जाता था। अपने मूल की परवाह किए बगैर, ग्लैडिएटर दर्शकों के समक्ष रोम की फौजी नैतिकता का एक उदाहरण प्रस्तुत करते थे और लड़ाई में या अच्छे से मरते हुए, वे सम्मान और लोकप्रिय अभिनंदन को उद्वेलित कर सकते थे। उनकी प्रशंसा उच्च और निम्न कला में होती थी और मनोरंजनकर्ता के रूप में उनके मूल्य को सम्पूर्ण रोमन साम्राज्य में बहुमूल्य और सामान्य वस्तुओं में अभिव्यक्त किया जाता था। ग्लैडीएटर लड़ाइयों की उत्पत्ति एक बहस का मुद्दा है। तीसरी शताब्दी BCE के प्यूनिक युद्धों के दौरान अंत्येष्टि के संस्कारों में इसके सबूत मिलते हैं और उसके बाद यह तेजी से रोमन साम्राज्य में राजनीति और सामाजिक जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन गया। इसकी लोकप्रियता ने इसे और अधिक भव्य और महंगे परिदृश्य या "ग्लैडीएटर खेलों" में इसके उपयोग को प्रेरित किया। ये खेल पहली शताब्दी ईसा पूर्व और दूसरी शताब्दी के बीच अपने चरम पर पहुंचे और वे पतनशील रोमन राज्य के सामाजिक और आर्थिक संकट के दौरान न केवल कायम रहे, बल्कि चौथी शताब्दी में ईसाई धर्म के आधिकारिक धर्म बन जाने के बाद भी चलते रहे। ईसाई सम्राटों ने कम से कम पांचवीं शताब्दी के उत्तरार्ध तक ऐसे मनोरंजन को प्रायोजित करना जारी रखा, जब अंतिम ज्ञात ग्लैडीएटर खेलों का आयोजन हुआ था। .

नई!!: कार्थेज और ग्लैडीएटर · और देखें »

कैनरी द्वीपसमूह

कैनरी द्वीपसमूह का नक़्शा कैनरी द्वीपसमूह अफ़्रीका के उत्तरपश्चिमी छोर से आगे अंध महासागर में स्थित हैं पिको देल तेइदे (तेनरीफ़) कैनरी द्वीपसमूह स्पेन द्वारा नियंत्रित द्वीपों का एक समूह है जो अफ़्रीका के उत्तरपश्चिमी छोर से आगे अंध महासागर में स्थित है। प्रशासनिक दृष्टि से यह स्पेन का एक स्वायत्त समुदाय है, जो लगभग एक राज्य जैसा दर्जा रखता है। इस द्वीपसमूह में (बड़े से छोटे) यह द्वीप आते हैं: तेनरीफ़ (Tenerife), ग्रान कानारिया (Gran Canaria), फ़्वेरतेवेन्तूरा (Fuerteventura), लान्सारोते (Lanzarote), ला पाल्मा (La Palma), ला गोमेरा (La Gomera), ला ईएरो (La Hierro), ला ग्रासीओसा (La Graciosa), आलेग्रान्सा (Alegranza), मोन्तान्या क्लारा (Montaña Clara), रोक दॅल एस्ते (Roque del Este), रोक दॅल ओएस्ते (Roque del Oeste) और इस्ला दे लोबोस (Isla de Lobos)। इस प्रदेश की दो राजधानियाँ हैं: तेनरीफ़ के द्वीप पर स्थित सान्ता क्रूस दे तेनरीफ़ (Santa Cruz de Tenerife) और ग्रान कानारिया द्वीप पर स्थित लास पालमास दे ग्रान कानारिया (Las Palmas de Gran Canaria)। तेनरीफ़ पर पिको देल तेइदे (Pico del Teide) नाम का ज्वालामुखी स्थित है जो आकार में विश्व का तीसरा सब से बड़ा ज्वालामुखी है। .

नई!!: कार्थेज और कैनरी द्वीपसमूह · और देखें »

अफ़्रीका

अफ़्रीका वा कालद्वीप, एशिया के बाद विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है। यह 37°14' उत्तरी अक्षांश से 34°50' दक्षिणी अक्षांश एवं 17°33' पश्चिमी देशान्तर से 51°23' पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। अफ्रीका के उत्तर में भूमध्यसागर एवं यूरोप महाद्वीप, पश्चिम में अंध महासागर, दक्षिण में दक्षिण महासागर तथा पूर्व में अरब सागर एवं हिन्द महासागर हैं। पूर्व में स्वेज भूडमरूमध्य इसे एशिया से जोड़ता है तथा स्वेज नहर इसे एशिया से अलग करती है। जिब्राल्टर जलडमरूमध्य इसे उत्तर में यूरोप महाद्वीप से अलग करता है। इस महाद्वीप में विशाल मरुस्थल, अत्यन्त घने वन, विस्तृत घास के मैदान, बड़ी-बड़ी नदियाँ व झीलें तथा विचित्र जंगली जानवर हैं। मुख्य मध्याह्न रेखा (0°) अफ्रीका महाद्वीप के घाना देश की राजधानी अक्रा शहर से होकर गुजरती है। यहाँ सेरेनगेती और क्रुजर राष्‍ट्रीय उद्यान है तो जलप्रपात और वर्षावन भी हैं। एक ओर सहारा मरुस्‍थल है तो दूसरी ओर किलिमंजारो पर्वत भी है और सुषुप्‍त ज्वालामुखी भी है। युगांडा, तंजानिया और केन्या की सीमा पर स्थित विक्टोरिया झील अफ्रीका की सबसे बड़ी तथा सम्पूर्ण पृथ्वी पर मीठे पानी की दूसरी सबसे बड़ी झीलहै। यह झील दुनिया की सबसे लम्बी नदी नील के पानी का स्रोत भी है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इसी महाद्वीप में सबसे पहले मानव का जन्म व विकास हुआ और यहीं से जाकर वे दूसरे महाद्वीपों में बसे, इसलिए इसे मानव सभ्‍यता की जन्‍मभूमि माना जाता है। यहाँ विश्व की दो प्राचीन सभ्यताओं (मिस्र एवं कार्थेज) का भी विकास हुआ था। अफ्रीका के बहुत से देश द्वितीय विश्व युद्ध के बाद स्वतंत्र हुए हैं एवं सभी अपने आर्थिक विकास में लगे हुए हैं। अफ़्रीका अपनी बहुरंगी संस्कृति और जमीन से जुड़े साहित्य के कारण भी विश्व में जाना जाता है। .

नई!!: कार्थेज और अफ़्रीका · और देखें »

अफ्रीका में विश्व धरोहर स्थलों की सूची

युनेस्को द्वारा घोषित अफ्रीका में विश्व धरोहर स्थलों की सूची .

नई!!: कार्थेज और अफ्रीका में विश्व धरोहर स्थलों की सूची · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »