3 संबंधों: एनरिक इग्लेसियस, मारिया शरापोवा, सानिया मिर्ज़ा।
एनरिक इग्लेसियस
एनरिक मीगेल इग्लेसियस प्रेसलर (जन्म - 8 मई 1975, मेड्रिड, स्पेन), एनरिक इग्लेसियस स्पैनिश गायक, गीतकार और अभिनेता हैं। इग्लेसिआस ने अपने संगीत करियर की शुरूआत मेक्सिकन इंडी लेबल फोनोविसा से की जिसने उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका के लतीनो मार्केट और लैटिन अमेरिका का सबसे प्रसिद्ध कलाकार बनने में मदद की और जिसने की उस समय किसी भी अन्य कलाकार के स्पैनिश भाषा में बिकने वाले ऐल्बम से ज्यादा बिक्री की। सहस्राब्दी के पारगमन से पहल ही उन्होंने मुख्यधारा अंग्रेजी भाषा मार्केट में अपनी प्रसिद्धी कायम कर ली और युनिवर्सल म्यूजिक के साथ $48,000,000 का एक अनूठा और अभूतपूर्व मल्टी-ऐल्बम अनुबंध साइन किया जिसके तहत यूनिवर्सल म्यूजिक लतीनो ने उनकी स्पैनिश ऐलबम्स और इंटरस्कोप (Interscope) ने अंग्रेजी ऐलबम्स रिलीज़ कीं.
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मारिया शरापोवा
मारिया यूरीएवना शारापोवा (रूसी:Мари́я Ю́рьевна Шара́пова)(जन्म १९ अप्रैल १९८७) का जन्म तत्कालीन सोवियत संघ और वर्तमान रूस के साइबेरिया प्रांत में हुआ था। 1993 में छह साल की उम्र में शारापोवा बेहतर भविष्य की तलाश में पिता यूरी के साथ रूस छोड़कर अमेरिका के फ्लोरिडा प्रांत में चली गई थीं। .
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सानिया मिर्ज़ा
सानिया मिर्ज़ा (उर्दू: ثانیہ مرزا, तेलुगू: సాన్యా మీర్జా, जन्म: 15 नवम्बर 1986, मुंबई,महाराष्ट्र) भारत की एक टेनिस खिलाड़ी हैं। 2003 से 2013 में लगातार एक दशक तक उन्होने महिला टेनिस संघ (डब्ल्यू टी ए) के एकल और डबल में शीर्ष भारतीय टेनिस खिलाड़ी के रूप में अपना स्थान बनाए रखने में सफल रही और उसके बाद एकल प्रतियोगिता से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद शीर्ष स्थान पर अंकिता रैना विराजमान हुई। मात्र 18 वर्ष की आयु में वैश्विक स्तर पर चर्चित होने वाली इस खिलाड़ी को 2006 में 'पद्मश्री' सम्मान प्रदान किया गया। वे यह सम्मान पाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी है। उन्हें 2006 में अमेरिका में विश्व की टेनिस की दिग्गज हस्तियों के बीच डब्लूटीए का 'मोस्ट इम्प्रेसिव न्यू कमर एवार्ड' प्रदान किया गया था। अपने कॅरियर की शुरुआत उन्होंने 1999 में विश्व जूनियर टेनिस चैम्पियनशिप में हिस्सा लेकर किया। इसके बाद उन्होंने कई अंतररार्ष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया और सफलता भी पाई। 2003 उनके जीवन का सबसे रोचक मोड़ बना जब भारत की तरफ से वाइल्ड कार्ड एंट्री करने के बाद सानिया मिर्ज़ा ने विम्बलडन में डबल्स के दौरान जीत हासिल की। वर्ष 2004 में बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें 2005 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2005 के अंत में उनकी अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग 42 हो चुकी थी जो किसी भी भारतीय टेनिस खिलाड़ी के लिए सबसे ज्यादा थी। 2009 में वह भारत की तरफ से ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनीं। सानिया के पिता इमरान मिर्ज़ा एक खेल संवाददाता थे। कुछ समय के बाद उन्हें हैदराबाद जाना पड़ा जहां एक पारंपरिक शिया खानदान के रूप में सानिया का बचपन गुजरा। निज़ाम क्लब हैदराबाद में सानिया ने छ्ह साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरु किया था। महेश भूपति के पिता और भारत के सफल टेनिस प्लेयर सीके भूपति से सानिया ने अपनी शुरुआती कोचिंग ली। उनके पिता के पास इतने पैसे नहीं थे जो वह सानिया को प्रोफेशनल ट्रेनिंग करवा सकें। इसके लिए उन्होंने कुछ बड़े व्यापारिक समुदायों से स्पाँशरशिप ली। जीवेके इंड्रस्ट्रीज और एडीडास ने सानिया मिर्ज़ा को 12 साल से ही स्पाँशर करना शुरु कर दिया। उसके बाद उनके पिता ने उनकी ट्रेनिंग का जिम्मा ले लिया। अक्टूबर 2005 में टाइम पत्रिका के द्वारा सानिया को एशिया के 50 नायकों में नामित किया गया था। मार्च 2010 में नवभारत टाइम्स समाचार पत्र के द्वारा उन्हें भारत की गौरवान्वित 33 महिलाओं की सूची में नामित किया गया। वर्तमान में, वे नवगठित भारतीय राज्य तेलंगाना की 'ब्रांड एंबेसडर' हैं। .
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