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अभिक्रिया क्रिया-विधि और उत्प्रेरण

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अभिक्रिया क्रिया-विधि और उत्प्रेरण के बीच अंतर

अभिक्रिया क्रिया-विधि vs. उत्प्रेरण

रसायन विज्ञान में किसी अभिक्रिया में होने वाली विभिन्न मूलभूत अभिक्रियाओं का क्रमबद्ध विवरण अभिक्रिया क्रिया-विधि (reaction mechanism) कहलाता है। अधिकांश रासायनिक अभिक्रियाओं में सीधे तौर पर केवल सकल (नेट) रासायनिक परिवर्तन ही प्रेक्षित किया जा सकता है। किन्तु ऐसे प्रयोग डिजाइन किये जा सकते हैं जो उन 'नेट अभिक्रियाओं' के संभावित चरणों का संकेत देते हैं। हाल के वर्षों में 'एलेक्ट्रोस्प्रे आयोनाइजेशन मास स्पेक्ट्रोस्कोपी' का उपयोग करके बहुत सी रासायनिक अभिक्रियाओं की क्रियाविधियों की जानकारी प्राप्त की गयी है। बेंजोइन संघनन की क्रिया-विधि श्रेणी:रासायनिक अभिक्रिया. जब किसी रासायनिक अभिक्रिया की गति किसी पदार्थ की उपस्थिति मात्र से बढ जाती है तो इसे उत्प्रेरण (Catalysis) कहते हैं। जिस पदार्थ की उपस्थिति से अभिक्रिया की गति बढ जाती है उसे उत्प्रेरक (catalyst) कहते हैं। उत्प्रेरक अभिक्रिया में भाग नहीं लेता, केवल क्रिया की गति को प्रभावित करता है। औद्योगिक रूप से महत्वपूर्ण रसायनों के निर्माण में उत्प्रेरकों की बहुत बड़ी भूमिका है, क्योंकि इनके प्रयोग से अभिक्रिया की गति बढ जाती है जिससे अनेक प्रकार से आर्थिक लाभ होता है और उत्पादन तेज होता है। इसलिये उत्प्रेरण के क्षेत्र में अनुसंधान के लिये बहुत सा धन एवं मानव श्रम लगा हुआ है। .

अभिक्रिया क्रिया-विधि और उत्प्रेरण के बीच समानता

अभिक्रिया क्रिया-विधि और उत्प्रेरण आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): रासायनिक अभिक्रिया

रासायनिक अभिक्रिया

लकड़ी का जलना एक रासायनिक अभिक्रिया है। एक बीकर में हाइड्रोजन क्लोराइड की वाष्प में परखनली से अमोनिया की वाष्प मिलाने से एक नया पदार्थ अमोनियम क्लोराइड बनते हुए रासायनिक अभिक्रिया में एक या अधिक पदार्थ आपस में अन्तर्क्रिया (इन्टरैक्शन) करके परिवर्तित होते हैं और एक या अधिक भिन्न रासायनिक गुण वाले पदार्थ बनते हैं। किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों को अभिकारक (रिएक्टैन्ट्स) कहते हैं। अभिक्रिया के फलस्वरूप उत्पन्न पदार्थों को उत्पाद (प्रोडक्ट्स) कहते हैं। लैवासिये के समय से ही ज्ञात है कि रासायनिक अभिक्रिया बिना किसी मापने योग्य द्रव्यमान परिवर्तन के होती है। (द्रव्यमान परिवर्तन अत्यन्त कम होता है जिसे मापना कठिन है)। इसी को द्रव्यमान संरक्षण का नियम कहते हैं। अर्थात किसी रासायनिक अभिक्रिया में न तो द्रव्यमान नष्ट होता है न ही बनता है; केवल पदार्थों का परिवर्तन होता है। परम्परागत रूप से उन अभिक्रियाओं को ही रासायनिक अभिक्रिया कहते हैं जिनमें रासायनिक बन्धों को तोडने या बनाने में एलेक्ट्रानों की गति जिम्मेदार होती है। .

अभिक्रिया क्रिया-विधि और रासायनिक अभिक्रिया · उत्प्रेरण और रासायनिक अभिक्रिया · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

अभिक्रिया क्रिया-विधि और उत्प्रेरण के बीच तुलना

अभिक्रिया क्रिया-विधि 2 संबंध है और उत्प्रेरण 5 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 14.29% है = 1 / (2 + 5)।

संदर्भ

यह लेख अभिक्रिया क्रिया-विधि और उत्प्रेरण के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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