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11 संबंधों: डोमेन नाम प्रणाली, तूनिसीया, थाईलैण्ड, सम स्रोत निर्धारक (स्रोनि), संचिका स्थानांतरण प्रोटोकॉल, वेब ब्राउज़र, वेब सर्वर, वेबपेज, गूगल क्रोम, इण्टरनेट ऍक्सप्लोरर, अपाचे सर्वर।
- इंटरनेट शब्दावली
डोमेन नाम प्रणाली
डोमेन नाम प्रणाली (DNS) कंप्यूटर, सेवाओं, या किसी इंटरनेट या एक निजी नेटवर्क से जुड़े संसाधन के लिए एक क्रमिक नामकरण प्रणाली है। यह प्रतिभागी को दिए गये डोमेन नाम के साथ विभिन्न जानकारी एकत्रित करती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह मनुष्यों के लिए अर्थपूर्ण डोमेन नामों को पूरी दुनिया में इन उपकरणों को पहचानने तथा संबोधित करने के प्रयोजन से नेटवर्किंग उपकरणों के साथ जुड़ी संख्यात्मक (बाईनरी) पहचान में बदल देती है। डोमेन नाम प्रणाली के बारे में अक्सर प्रयुक्त होने वाली कहावत यह है कि यह इंटरनेट के लिए "फ़ोन बुक" के रूप में मनुष्यों के अनुकूल कंप्यूटर होस्टनाम का आईपी एड्रेस के रूप में अनुवाद करती है। उदाहरण के लिए, www.example.com अनुवाद के बाद 208.77.188.166 हो जाता है। डोमेन नाम प्रणाली इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के समूह के लिए एक अर्थपूर्ण ढंग से डोमेन नाम निर्दिष्ट करना संभव बनाती है चाहे उपयोगकर्ता किसी भी स्थान पर हो। इस वजह से वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) के हाईपरलिंक्स की और इंटरनेट संपर्क की जानकारी निरंतर तथा तटस्थ बनी रहती है चाहे वर्तमान इंटरनेट रूटिंग व्यवस्था में परिवर्तन हो जाए या उपयोगकर्ता मोबाइल उपकरण का प्रयोग करे.
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तूनिसीया
तूनिसीया उत्तरी अफ़्रीक़ा महाद्वीप में एक अरब राष्ट्र है जिसका अरबी भाषा में नाम अल्जम्हूरीयाह अत्तूनिसीयाह (الجمهرية التونسية) या तूनिस है। यह भूमध्यसागर के किनारे स्थित है, इसके पूर्व में लीबिया और पश्चिम मे अल्जीरिया देश हैं। देश की पैंतालीस प्रतिशत ज़मीन सहारा रेगिस्तान में है जबकि बाक़ी तटीय जमीन खेती के लिए इस्तमाल होती है। रोमन इतिहास मे तूनिस का शहर कारथिज एक आवश्यक जगह रखता है और इस प्रान्त को बाद में रोमीय राज्य का एक प्रदेश बना दीया गया जिस का नाम अफ़्रीका यानी गरम प्रान्त रखा गया जो अब पूरे महाद्वीप का नाम है। .
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थाईलैण्ड
श्यामदेश (थाईलैण्ड) जिसका प्राचीन भारतीय नाम श्यामदेश है दक्षिण पूर्वी एशिया में एक देश है। इसकी पूर्वी सीमा पर लाओस और कम्बोडिया, दक्षिणी सीमा पर मलेशिया और पश्चिमी सीमा पर म्यानमार है। थाईलैण्ड को सियाम के नाम से भी जाना जाता है जो ११ मई, १९४९ तक थाईलैण्ड का अधिकृत नाम था। थाई शब्द का अर्थ थाई भाषा में आज़ाद होता है। यह शब्द थाई नागरिको के सन्दर्भ में भी इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से कुछ लोग विशेष रूप से यहाँ बसने वाले चीनी लोग, थाईलैंड को आज भी सियाम नाम से पुकारना पसन्द करते हैं। थाईलैण्ड की राजधानी बैंकाक है। .
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सम स्रोत निर्धारक (स्रोनि)
यू.आर.एल एवं यू आर एन के बीच का संबंध। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सम स्रोत निर्धारक (स्रोनि) (युनिफॉर्म रिसोर्स लोकेशन) युनिफॉर्म रिसोर्स आइडेंटिफायर (यू आर आई) का एक सबसेट होता है, जिससे ये ज्ञात होता है, कि एक आइडेन्टिफाइड रिसोर्स एवं उसे पुनर्प्राप्त करने का तरीका कहाँ उपलब्ध है। प्रचलित अनुप्रयोगों एवं कई तकनीकी दस्तावेजों एवं मौखिक चर्चाओं में इसे प्रायः गलत रूप में स्रोनि (यू.आर.आई) के समानार्थी रूप में प्रयोग किया जाता है। इसका सर्वज्ञात उदाहरण विश्वव्यापी वेब पर किसी जालपृष्ठ का पता होता है। .
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संचिका स्थानांतरण प्रोटोकॉल
पृष्ठभूमि में संचिका स्थानांतरण कुछ समय लेता है। संचिका स्थानांतरण प्रोटोकॉल (File Transfer Protocol, लघु:एफटीपी) एक नेटवर्क प्रोटोकॉल होता है जिसके द्वारा इंटरनेट आधारित टीसीपी/आईपी नेटवर्क पर संचिकाओं का आदान-प्रदान किया जाता है। इसे उपयोक्ता आधारित कूट (यूजर बेस्ड पासवर्ड) या अनॉनिमस यूजर एक्सेस के द्वारा काम में लाया जाता है।। हिन्दुस्तान लाइव। २५ फ़रवरी २०१०। अभिगमन तिथि:२८ फ़रवरी २०१० अब लगभग हर संस्थान में एफटीपी सर्वर होने से, यह व्यवस्था काम में नहीं आती है। अनेक हाल के वेब ब्राउजर और फाइल प्रबंधक एफटीपी सर्वरों से जुड़ सकते हैं। इससे दूर-दराज (रिमोट) से आने वाली संचिकाओं पर लोकल फाइलों जैसा ही कार्य हो सकता है। इसमें एफटीपी यूआरएल प्रयोग में लाया जाता है। संचिका भेजने के अन्य तरीके जैसे एसएफटीपी और एससीपी एफटीपी से नहीं जुड़े होते। इनकी पूरी प्रक्रिया में एसएसएच का प्रयोग होता है। .
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वेब ब्राउज़र
deepak kumar parteti 4580551मोजिला फ़ायरफ़ॉक्स, एक बहुत प्रयुक्त होता वेब ब्राउज़र वेब ब्राउज़र एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है, जो की विश्वव्यापी वेब या स्थानीय सर्वर पर उपलब्ध लेख, छवियों, चल-छित्रों, संगीत और अन्य जानकारियों इत्यादि को देखने तथा अन्य इन्टरनेट सुविधाओं के प्रयोग करने मैं प्रयुक्त होता है।।हिन्दुस्तान लाइव।।४ नवंबर, २००९ वेब पृष्ठ एच.टी.एम.एल.
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वेब सर्वर
डैल पावर एज वेब सर्वर का आंकरिक और बाहरी (पिछला) दृश्य वेब सर्वर वह सॉफ्टवेयर होता है जो वेब पेज सर्व करता है, अर्थात वह सॉफ्टवेयर जो वेब पेजों को उपयोक्ताओं तक पहुंचाता है। इसे दो भागों में बांट कर देखा जा सकता है: वह मशीन जिस पर वैबसर्वर को स्थापित किया जाता है और वो सॉफ्टवेयर जो वैब सर्वर की तरह काम करता है। ये पहला हार्डवेयर व दूसरा सॉफ्टवेयर होते हैं। सामान्यतयावे वेब पेज HTTP प्रोटोकॉल द्वारा उपयोक्ताओं तक पहुंचाये जाते है। किसी भी कंप्यूटर में वेब सर्वर का सॉफ्टवेयर स्थापित कर और उसे इंटरनेट से जोड़ कर उपयोक्ता उसे अंतरजाल पर वेब पेज प्रदान करने वाले वेब सर्वर में बदल सकते हैं। उपयोक्ता जो भी वेब पेज अंतरजाल पर देखते हैं वे उनके कंप्यूटर पर पास किसी ना किसी वेब सर्वर के द्वारा ही पहुंचाये जाते हैं। यदि उपयोक्ता अपने कंप्यूटर पर केवल सॉफ्टवेयर स्थापित करें और उसे इंटरनैट से ना जोड़े तो भी वो पूरा वेब सर्वर है जो कि केवल स्थानीय रूप से उपयोक्ता के लिये काम करेगा। .
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वेबपेज
जालपृष्ठ या वेबपेज (webpage) एक तरह का पन्ना या दस्तावेज होता है, जिसे इंटरनेट के जरिए हम आसानी से देख सकते हैं। इस तरह के वेब पन्नों में वेब कड़ियों का उपयोग किया जाता है, जिससे उसी वेबसाइट के अन्य पन्नों या किसी दूसरे वेबसाइट में भी जाया जा सकता है। कंप्यूटर या मोबाइल में इन वेब पन्नों को देखने के लिए वेब ब्राउजर का उपयोग किया जाता है। इनमें से कुछ दस्तावेजों की जानकारी को देखने के लिए फ्लैश या जावा का उपयोग करना पड़ता है। हालांकि वर्तमान समय में बहुत कम वेबसाइट में ही फ्लैश और जावा की जरूरत होती है। इसे इंटरनेट द्वारा देखने के लिए उस फाइल का वेब सर्वर में होना आवश्यक है। इसके बिना भी यदि फाइल आपके कंप्यूटर में है तो आप उसे भी वेब ब्राउजर के माध्यम से देख सकते हैं। इस तरह के फाइल मुख्यतः.html में सहेजे जाते हैं। इसके अलावा भी कई अन्य फारमैट होते हैं, जिसमें आप इस तरह के पन्नों को सहेज सकते हैं। लेकिन कुछ प्रारूप या फारमैट हेतु सर्वर की आवश्यकता होती है। इनमें php, aspx, jsp आदि आते हैं। इस तरह के फाइल सर्वर द्वारा खोलने पर हर बार निर्मित होते हैं। हर वेब पन्ने का एक अलग पता होता है, जिसे इंटरनेट पता या यूआरएल कहते हैं। इनके सामने एचटीटीपी लिखा होता है, जो दर्शाता है कि आप इंटरनेट प्रोटोकॉल द्वारा वेब पन्ना देख रहे हैं। इसमें एक सुरक्षित इंटरनेट प्रोटोकॉल भी है, जिसे एचटीटीपीएस द्वारा दिखाया जाता है। ऐसे पन्नों को खोलते समय इंटरनेट पते के सामने https:// लिखा आ जाता है। सुरक्षित इंटरनेट प्रोटोकॉल का उपयोग मुख्यतः इंटरनेट द्वारा पैसों के लेनदेन में या किसी सुरक्षित जानकारी के आदान प्रदान में उपयोग किया जाता है। .
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गूगल क्रोम
गूगल क्रोम एक वेब ब्राउज़र है जिसे गूगल द्वारा मुक्त स्रोत कोड द्वारा निर्मित किया गया है। इसका नाम ग्राफिकल यूज़र इंटरफ़ेस (GUI) के फ्रेम यानि क्रोम पर रखा गया है। इस प्रकल्प का नाम क्रोमियम है तथा इसे बीएसडी लाईसेंस के तहत जारी किया गया है। २ सितंबर, २००८ को गूगल क्रोम का ४३ भाषाओं। विस्फोट.कॉम। ४ सितंबर २००८। संजय तिवारी में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ प्रचालन तंत्र हेतु बीटा संस्करण जारी किया गया। यह नया ब्राउज़र मुक्त स्रोत लाइनक्स कोड पर आधारित होगा, जिसमें तृतीय पार्टी विकासकर्ता को भी उसके अनुकूल अनुप्रयोग बनाने की सुविधा मिल सकेगी। .
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इण्टरनेट ऍक्सप्लोरर
विण्डोज़ इण्टरनेट ऍक्सप्लोरर (पूर्व नाम:माइक्रोसॉफ्ट इण्टरनेट ऍक्सप्लोरर, लघुनाम; ऍम॰ ऍस॰ आइ॰ ई॰ या आइ॰ ई॰) ग्राफ़िकल वेब ब्राउज़रों की एक श्रेणी है, जिसका विकास माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने किया है। यह माइक्रोसॉफ्ट द्वारा १९९५ से जारी व चालू विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम लाइन का एक सॉफ्टवेयर है। १९९९ से बहुप्रचलित ये ब्राउज़र २००२-०३ के बीच प्रयोग का ९५% प्रतिशत श्रेय लेता रहा है। उस समय आइ॰ ई॰-५ एवं आइ॰ ई॰-६ प्रचलन में रहे थे। इंटरनेट एक्स्प्लोरर-८ विंडोज़ विस्ता में इंटरनेट एक्स्प्लोरर माइक्रोसोफ्ट का वेब ब्राउज़र है। हाल ही में इसका लॉन्च किया गया नया संस्करण आई.ई-८ है। माइक्रोसोफ्ट के अनुसार यह अब तक का सर्वोत्तम ब्राउज़र है।। तरकश। २८ मार्च,२००९ नया आईई पुराने संस्करणों से ४०% तेजी से खुलता है। यह पन्नों को तेजी से रेंडर करता है और वीडियो भी तेजी से चलाता है। गूगल के अनुसार भी यह ब्राउजर फायरफोक्स और क्रोम दोनों से तेज है। इसमें दो ऐसी सुविधाएँ जोडी गई हैं जिससे प्रयोक्ताओं को काफी सुरक्षा मिलती है। एक है क्रोस साइट फिशिंग, यानी कि आईई8 वेबपन्नों पर रखी गई हानिकारक स्क्रिप्ट की पहचान कर लेता है और ऐसे पन्नों को खोलता नहीं है, जिससे प्रयोक्ताओं के कंप्यूटर में ऐसी स्क्रिप्ट स्थापित नहीं हो पाती। दूसरी सुविधा है क्लिक-हाइजेकिंग, कई बार प्रयोक्ताओं को कोई बटन दिखाया जाता है जिसे दबाने पर नया पन्ना खुलेगा ऐसा बताया जाता है, परंतु वह वास्तव में हाइजैकिंग स्क्रिप्ट होती है जिससे कोई हानिकारक सक्रिप्ट कंप्यूटर में स्थापित हो जाती है। आईई8 ऐसी किसी भी स्क्रिप्ट को रोक देता है। आईई8 के टैब पेनल में भी बदलाव किये गए हैं। अब एक ही प्रकार की साइटें पास पास खुलती है और एक ही समूह की साइटों की टेब का रंग भी एक जैसा होता है जिससे प्रयोक्ताओं को टेब पन्नों को पहचानने में आसानी रहती है। इसके अलावा आईई 8 में एक विशेष सुविधा है एक्सीलरेटर। किसी भी वेबपेज के किसी भी शब्द को चुनने करने पर एक नीले रंग का बटन मिलता है जिसमें कई लिंक होते हैं जैसे कि गूगल मेप में ढूंढे, विकी पर देखें आदि। इससे प्रयोक्ता का समय बचता है। .
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अपाचे सर्वर
अपाचे एचटीटीपी सर्वर को प्राय: संक्षेप में अपाचे कहते हैं। यह एक वेब सर्वर है जिसने वर्ड वाइड वेब (World Wide Web) के आरम्भिक विकास में महती भूमिका निभायी। यह नेटस्केप के वेब सर्वर का पहला कारगर विकल्प बनकर आया। आज यह अन्य यूनिक्स-आधारित वेब सर्वरों को हर मामले में टक्कर दे रहा है। अपाचे का रखरखाव व विकास अपाचे सॉफ्टवेयर फाउन्डेशन की अगुवाई में सार्वजनिक रूप से होता है। यह सॉफ्टवेयर भिन्न-भिन्न संचालन तंत्रों के लिये उपलब्ध है। .
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