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हिन्दी सेवा समिति

सूची हिन्दी सेवा समिति

हिन्दी सेवा समिति एक हिन्दी सेवी संस्था है जिसका उदेश्य हिन्दी भाषा का संरक्षण, संवर्धन एवं प्रचार करना है। समिति का विचार है कि वर्तमान समय में सूचना तकनीकी समाज में अति प्रचलित एवं प्रभावशाली है, अतैव समिति इन पर भी सक्रिय रहने में कार्यरत है ताकि अल्प समय में अधिक से अधिक व्यक्तियों पर प्रभाव डाला जा सके। समिति हिन्दी भाषा के कवियों, लेखकों, साहित्यकारों, विधार्थियों एवं जन साधारण को हिन्दी भाषा से सम्बंधित किसी भी प्रकार की सहायता करने हेतु सदा तत्पर एवं सदैव प्रतिबद्ध होकर कार्यरत है। समिति का यह भी विचार है कि हिन्दी भाषा की अस्मिता को बनाए रखने के लिए प्रत्येक नागरिक का उत्तरदायित्व बनता है। इसी दिशा में हिन्दी सेवा समिति समस्त राष्ट्रीय, क्षेत्रीय, शैक्षिक और सांस्कृतिक पक्षों को समन्वित और सक्रिय रूप देने के लिए दृढ़ संकल्पित है। हिन्दी के पठन-पाठन, अध्ययन-अनुशीलन में सम्पूर्ण भारतीय मनीषा की गरिमामयी परम्परा को अक्षुण्ण रूप से विकसित और परिवर्द्धित करने का सतत प्रयास हिन्दी सेवा समिति सदैव करती रहेगी। .

सामग्री की तालिका

  1. 1 संबंध: हिन्दी

हिन्दी

हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .

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