सामग्री की तालिका
3 संबंधों: मावी, हवाई, ज्वालामुखी।
मावी
मावी हवाई प्रान्त का एक द्वीप है। इसपर सुप्त हलियाकला ज्वालामुखी स्थापित है।.
देखें हलियाकला और मावी
हवाई
हवाई का नक़्शा हवाई (हवाइयन भाषा: Hawai'i, हवइ'इ - अंत में 'इ' को दो बार बोलें) संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रशान्त महासागर के मध्य में स्थित एक प्रान्त है। यह अमेरिका का अकेला प्रांत है जो पूरी तरह द्वीपों से ही बना हुआ है और हवाई द्वीप समूह के अधिकांश द्वीप इसी प्रांत में सम्मिलित हैं। हवाई के आठ मुख्य द्वीप हैं, जो उत्तरपश्चिम से दक्षिणपूर्व में एक पंक्ति पर बिछे हैं। इन आठ द्वीपों के नाम हैं (उत्तरपश्चिम से शुरू होते हुए) - नि'इहउ, कउअ'इ, ओअहू, मोलोक'इ, लान'इ, कहो'ओलवे, मउइ और हवइ'इ। इनमें हवइ'इ का द्वीप सबसे बड़ा है और पूर्ण प्रांत के नाम से भिन्न करने के लिए उसे कभी-कभी "बड़ा द्वीप" भी बुलाया जाता है। अगर बाक़ी सभी द्वीपों को मिलाया जाए तो बड़ा द्वीप उन सबके क्षेत्रफल से बड़ा है। पर्यटन और जनसँख्या की दृष्टि से चार द्वीप - ओआहू (Oʻahu), माउइ (Maui), बड़ा द्वीप (Hawaiʻi) और काउआइ (Kauaʻi) - हवाई के मुख्य द्वीप माने जाते हैं। हवाई की राजधानी होनोलूलू ओअहू पर स्थित है। मउइ अपने बालू-तट (बीच) के लिए विख्यात है। कउअ'इ में दक्षिण भारतीय शैली पर आधारित और आगम सिद्धांतों पर स्थापित एक सुन्दर शैव मंदिर है। .
देखें हलियाकला और हवाई
ज्वालामुखी
तवुर्वुर का एक सक्रिय ज्वालामुखी फटते हुए, राबाउल, पापुआ न्यू गिनिया ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर उपस्थित ऐसी दरार या मुख होता है जिससे पृथ्वी के भीतर का गर्म लावा, गैस, राख आदि बाहर आते हैं। वस्तुतः यह पृथ्वी की ऊपरी परत में एक विभंग (rupture) होता है जिसके द्वारा अन्दर के पदार्थ बाहर निकलते हैं। ज्वालामुखी द्वारा निःसृत इन पदार्थों के जमा हो जाने से निर्मित शंक्वाकार स्थलरूप को ज्वालामुखी पर्वत कहा जाता है। ज्वालामुखी का सम्बंध प्लेट विवर्तनिकी से है क्योंकि यह पाया गया है कि बहुधा ये प्लेटों की सीमाओं के सहारे पाए जाते हैं क्योंकि प्लेट सीमाएँ पृथ्वी की ऊपरी परत में विभंग उत्पन्न होने हेतु कमजोर स्थल उपलब्ध करा देती हैं। इसके अलावा कुछ अन्य स्थलों पर भी ज्वालामुखी पाए जाते हैं जिनकी उत्पत्ति मैंटल प्लूम से मानी जाती है और ऐसे स्थलों को हॉटस्पॉट की संज्ञा दी जाती है। भू-आकृति विज्ञान में ज्वालामुखी को आकस्मिक घटना के रूप में देखा जाता है और पृथ्वी की सतह पर परिवर्तन लाने वाले बलों में इसे रचनात्मक बल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है क्योंकि इनसे कई स्थलरूपों का निर्माण होता है। वहीं, दूसरी ओर पर्यावरण भूगोल इनका अध्ययन एक प्राकृतिक आपदा के रूप में करता है क्योंकि इससे पारितंत्र और जान-माल का नुकसान होता है। .
देखें हलियाकला और ज्वालामुखी