हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
निवर्तमानआने वाली
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

सुलक्षणा पंडित

सूची सुलक्षणा पंडित

सुलक्षणा पंडित एक हिन्दी फिल्म अभिनेत्री हैं। .

सामग्री की तालिका

  1. 15 संबंधों: चेहरे पे चेहरा (1981 फ़िल्म), थोड़ी सी बेवफाई (1980 फ़िल्म), दूर का राही (1971 फ़िल्म), फ़िल्म, लज्जा, सलाखें (1975 फ़िल्म), संकल्प, स्पर्श (1980 फ़िल्म), हिन्दी, खानदान (1979 फ़िल्म), गृह प्रवेश (1979 फ़िल्म), आहिस्ता आहिस्ता (1981 फ़िल्म), अपनापन (1977 फ़िल्म), अभिनेत्री, उलझन (1975 फ़िल्म)

  2. छत्तीसगढ़ के लोग

चेहरे पे चेहरा (1981 फ़िल्म)

चेहरे पे चेहरा 1981 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और चेहरे पे चेहरा (1981 फ़िल्म)

थोड़ी सी बेवफाई (1980 फ़िल्म)

थोड़ी सी बेवफाई 1980 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और थोड़ी सी बेवफाई (1980 फ़िल्म)

दूर का राही (1971 फ़िल्म)

दूर का राही 1971 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और दूर का राही (1971 फ़िल्म)

फ़िल्म

फ़िल्म, चलचित्र अथवा सिनेमा में चित्रों को इस तरह एक के बाद एक प्रदर्शित किया जाता है जिससे गति का आभास होता है। फ़िल्में अकसर विडियो कैमरे से रिकार्ड करके बनाई जाती हैं, या फ़िर एनिमेशन विधियों या स्पैशल इफैक्ट्स का प्रयोग करके। आज ये मनोरंजन का महत्त्वपूर्ण साधन हैं लेकिन इनका प्रयोग कला-अभिव्यक्ति और शिक्षा के लिए भी होता है। भारत विश्व में सबसे अधिक फ़िल्में बनाता है। फ़िल्म उद्योग का मुख्य केन्द्र मुंबई है, जिसे अमरीका के फ़िल्मोत्पादन केन्द्र हॉलीवुड के नाम पर बॉलीवुड कहा जाता है। भारतीय फिल्मे विदेशो में भी देखी जाती है .

देखें सुलक्षणा पंडित और फ़िल्म

लज्जा

लज्जा या संकोच (Shyness या diffidence) किसी व्यक्ति की वह भावना है जिसके कारण उसे दूसरे व्यतियों के साथ बैठने, बातचीत करने आदि में परेशानी होती है। यह भावना प्रायः नयी जगहों पर या अपरिचित लोगों के बीच में जाने पर अधिक प्रबल होती है। संकोच की भावना कम आत्मविश्वास वाले व्यक्तियों का विशिष्ट गुण है। जब लज्जा की भावना बहुत प्रबल हो तो उसे सामाजिक दुश्चिन्ता (social anxiety या social phobia) कहते हैं। .

देखें सुलक्षणा पंडित और लज्जा

सलाखें (1975 फ़िल्म)

सलाखें 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और सलाखें (1975 फ़िल्म)

संकल्प

संकल्प किसी विषय पर दृड़ निश्चय लेने को कहते हैं। मानव इतिहास में नेल्सन मंडेला, महात्मा गाँधी और अनेक व्यक्तियों ने दृड़तापूर्बक अन्यायपूर्ण व्यवस्था का विरीत परिस्थितियों में मुकाबला किया और अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। .

देखें सुलक्षणा पंडित और संकल्प

स्पर्श (1980 फ़िल्म)

स्पर्श 1980 में बनी हिन्दी भाषा की भारतीय फ़िल्म है। इसका निर्देशन और लेखन का कार्य सई परांजपे ने किया है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और स्पर्श (1980 फ़िल्म)

हिन्दी

हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .

देखें सुलक्षणा पंडित और हिन्दी

खानदान (1979 फ़िल्म)

खानदान (अंग्रेज़ी: blood) 1979 में अनिल गाँगुली द्वारा निर्देशित, सिब्ते हसन रिज़वी द्वारा निर्मित हिन्दी फिल्म है। इस पारिवारिक कथा आधारित फ़िल्म के प्रमुख कलाकार जितेन्द्र, सुलक्षणा पंडित व बिन्दिया गोस्वामी, संगीतकार खय्याम और गीतकार नख्श लयालपुरी है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और खानदान (1979 फ़िल्म)

गृह प्रवेश (1979 फ़िल्म)

गृह प्रवेश 1979 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और गृह प्रवेश (1979 फ़िल्म)

आहिस्ता आहिस्ता (1981 फ़िल्म)

आहिस्ता आहिस्ता 1981 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और आहिस्ता आहिस्ता (1981 फ़िल्म)

अपनापन (1977 फ़िल्म)

अपनापन १९७७ में बनी एक हिन्दी भाषा की फिल्म है। इस फिल्म की कहानी में नायक दिल्ली में नया आता है व उसका एक महिला के साथ प्यार हो जाता है। बाद में नायिका को पता चलता है की नायक पहले से शादीशुदा है व उसके एक बच्चा भी है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और अपनापन (1977 फ़िल्म)

अभिनेत्री

अभिनेत्री वह महिला कलाकार है जो एक चलचित्र या नाटक में किसी चरित्र का अभिनय करती है। पुरुष कलाकार के लिए अभिनेता शब्द का प्रयोग किया जाता है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और अभिनेत्री

उलझन (1975 फ़िल्म)

उलझन 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

देखें सुलक्षणा पंडित और उलझन (1975 फ़िल्म)

यह भी देखें

छत्तीसगढ़ के लोग