हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
निवर्तमानआने वाली
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

सुखोई सुपरजेट 100

सूची सुखोई सुपरजेट 100

सुखोई सुपरजेट 100 (Sukhoi Superjet 100) 8 (वीआईपी) और 108 (सामान्य) यात्री सीट वाला फ्लाई-बाय-वाइर दो इंजन वाला क्षेत्रीय जेट है। इसका विकास 2000 में शुरू हुआ था एयरलाइनर को रूसी नागरिक एयरोस्पेस कंपनी (यूएसी) के एक डिवीजन सुखोई द्वारा तैयार किया गया था, जिसने कई विदेशी भागीदारों के साथ सहयोग किया था। इसकी पहली उड़ान 1 9 मई 2008 को आयोजित की गई थी। 21 अप्रैल 2011 को, सुपरजेकेट 100 ने येरेवन से मॉस्को तक अरमावीया मार्ग पर अपनी पहली वाणिज्यिक यात्री उड़ान शुरू की। इसे एन-148, एम्ब्रेयर ई-जेट और बॉम्बार्डियर सीरीज समकक्षों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सुपरजेकेट 100 के दावों कहा गया है कि यह काफी कम लागत पर भी संचलित किया जा सकता है और इसे $ 3.5 करोड़ की कम खरीद मूल्य मे खरीदा जा सकता है। सुपरजेकेट 100 की अंतिम असेंबली को कोसोमोल्स्क-ऑन-अमूर एयरक्राफ्ट प्रोडक्शन एसोसिएशन द्वारा किया जाता है। इसके एसएएम-147 इंजन को फ्रेंच-रूसी पावरजेट संयुक्त उद्यम द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है। और इतालवी-रूसी सुपरजेट इंटरनेशनल संयुक्त उद्यम द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विमान का विपणन (मार्किटिंग) किया जाता है। .

सामग्री की तालिका

  1. 4 संबंधों: सुखोई, सुखोई एसयू-३०, सुखोई एसयू-३० एमकेआई, अमेरिकी डॉलर

सुखोई

सुखोई कम्पनी का मुख्यालय सुखोई (रुसी: ОАО "Компания "Сухой") रूस की वायुयान निर्माता कम्पनी है। इसका मुख्यालय ओकुर्ग, मॉस्को में है। इसकी स्थापना पावेल सुखोई ने १९३९ में की थी। श्रेणी:विश्व की प्रमुख कम्पनियाँ.

देखें सुखोई सुपरजेट 100 और सुखोई

सुखोई एसयू-३०

सुखोई एसयू-३० (Sukhoi Su-30) एक रुसी लढाकू विमान है। यह सुखोई एविएशन कॉरपोरशन द्वारा निर्मित है। यह वायु से वायु एवं वायु से धरती पर आक्रमण करने में सक्षम है। भारत, चीन, रूस वेनेजुएला और मलेशिया इसके प्रमुख उपयोगकर्ता हैं। .

देखें सुखोई सुपरजेट 100 और सुखोई एसयू-३०

सुखोई एसयू-३० एमकेआई

सुखोई ३० एमकेआई भारतीय वायुसेना का अग्रिम पन्क्ति का लड़ाकू विमान है। यह बहु-उपयोगी लड़ाकू विमान रूस के सैन्य विमान निर्माता सुखोई तथा भारत के हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड के सहयोग से बना है। इस के नाम में स्थित एम के आई का विस्तार मॉडर्नि रोबान्बि कॉमर्स्कि इंडिकि (модернизированный коммерческий индийский) है यानि आधुनिक व्यावसायिक भारतीय (विमान)। इसी श्रृंखला के सुखोई ३०-एमकेके तथा एमके२ विमानों को चीन तथा बाद में इण्डोनेशिया को बेचा गया था। इसके अलावा एमकेएम, एमकेवी तथा एमकेए संस्करणों को मलेशिया, वेनेजुएला तथा अल्जीरिया को भी बेचा गया है। विमान ने सन १९९७ में पहली उड़ान भरी थी। सन २००२ में इसे भारतीय वायुसेना में सम्मिलित कर लिया गया। सन २००४ से इनका निर्माण भारत में ही हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यह एक ४++ पीढ़ी का लडाकू विमान है। अकतूबर २००९ में ऐसे १०५ विमानो की ६ स्क्वाड्रन भारतीय वायुसेना की सेवा में थी। ऐसे कुल २८० विमान हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाये जाने की योजना है। यह विमान ३००० किमी की दूरी तक जा कर हमला कर सकता है। इसे शक्ति इसके दो एएल-३१ तर्बोफैन इन्जनो से मिलती है जो इसे २६०० किमी प्रति घण्टे की गति देते हैं। यह विमान हवा में ईन्धन भर सकता है। इस विमान में अलग अलग तरह के बम तथा प्रक्षेपास्त्र ले जाने के लिये १२ स्थान है। भविष्य में इसे ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र से लैस किया जायेगा। इसके अतिरिक्त इसमे एक ३० मिमि की तोप भी लगी है। .

देखें सुखोई सुपरजेट 100 और सुखोई एसयू-३० एमकेआई

अमेरिकी डॉलर

एक अमेरिकी डॉलर का नोट अमेरिकी डॉलर संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय मुद्रा है। एक डॉलर में सौ सेंट होते हैं। पचास सेंट के सिक्के को आधा डॉलर कहा जाता है। पच्चीस सेंट के सिक्के को क्वार्टर कहते हैं। दस सेंट का सिक्का डाइम कहलाता है और पाँच सेंट के सिक्के को निकॅल कहते हैं। एक सेंट को पैनी के नाम से पुकारा जाता है। डॉलर के नोट १,५,१०,२०,५० और १०० डॉलर में मिलते है। .

देखें सुखोई सुपरजेट 100 और अमेरिकी डॉलर