हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
निवर्तमानआने वाली
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

शैक्षिक प्रौद्योगिकी

सूची शैक्षिक प्रौद्योगिकी

शैक्षिक प्रौद्योगिकी (अधिगम प्रौद्योगिकी भी कहा जाता है) उचित तकनीकी प्रक्रियाओं और संसाधनों के सृजन, उपयोग तथा प्रबंधन के द्वारा अधिगम और कार्य प्रदर्शन सुधार के अध्ययन और नैतिक अभ्यास को कहते हैं। शैक्षिक प्रौद्योगिकी शब्द के साथ प्रायः अनुदेशात्मक सिद्धांत तथा अधिगम सिद्धांत संबद्ध और शामिल होते हैं। जबकि अनुदेशी प्रौद्योगिकी में अधिगम एवं अनुदेश की प्रक्रियाएं तथा प्रणालियां शामिल हैं, शैक्षिक प्रौद्योगिकी में मानवीय क्षमताओं के विकास हेतु प्रयुक्त अन्य प्रणालियां शामिल होती हैं। शैक्षिक प्रौद्योगिकी सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और इंटरनेट अनुप्रयोगों तथा गतिविधियों का समावेश करती है किंतु इन तक सामित नहीं है। लेकिन इन शब्दों के अर्थ को लेकर अब भी बहस होती है। .

सामग्री की तालिका

  1. 8 संबंधों: एडवर्ड थार्नडाइक, दूरस्थ शिक्षा, निमोनिक, नोआम चाम्सकी, प्रौद्योगिकी, मानस शास्त्र, स्मार्टफ़ोन, वेब २.०

  2. समाज में प्रौद्योगिकी

एडवर्ड थार्नडाइक

एडवर्ड थार्नडाइक (31 अगस्त 1874 – 9 अगस्त 1949)। एडवर्ड थार्नडाइक (Edward Lee Thorndike) (31 अगस्त 1874 – 9 अगस्त 1949) यूएसए के मनोवैज्ञानिक एवं थे जिहोने लगभग अपना पूरा जीवन कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शिक्षक महाविद्यालय में बिताया। 'पशु व्यवहार' एवं 'सीखने की प्रक्रिया' पर उनका कार्य के आधार पर ही आधुनिक शैक्षिक मनोविज्ञान की वैज्ञानिक नीव पड़ी। उन्होने औद्योगिक समस्याओं के समाधान की दिशा में भी कार्य किया (जैसे कर्मचारी परीक्षा एवं परीक्षण)। वे मनोवैज्ञानिक कॉर्पोरेशन के बोर्ड के सदस्य थे तथा सन् १९१२ में अमेरिकन मनोवैज्ञानिक संघ (American Psychological Association) के अध्यक्ष भी रहे। .

देखें शैक्षिक प्रौद्योगिकी और एडवर्ड थार्नडाइक

दूरस्थ शिक्षा

दूरस्थ शिक्षा (Distance education), शिक्षा की वह प्रणाली है जिसमें शिक्षक तथा शिक्षु को स्थान-विशेष अथवा समय-विशेष पर मौजूद होने की आवश्यकता नहीं होती। यह प्रणाली, अध्यापन तथा शिक्षण के तौर-तरीकों तथा समय-निर्धारण के साथ-साथ गुणवत्ता संबंधी अपेक्षाओं से समझौता किए बिना प्रवेश मानदंडों के संबंध में भी उदार है। भारत की मुक्त तथा दूरस्थ शिक्षा प्रणाली में राज्यों के मुक्त विश्वविद्यालय, शिक्षा प्रदान करने वाली संस्थाएं तथा विश्वविद्यालय शामिल है तथा इसमें दोहरी पद्धति के परंपरागत विश्वविद्यालयों के पत्राचार पाठयक्रम संस्थान भी शामिल हैं। यह प्रणाली, सतत शिक्षा, सेवारत कार्मिकों के क्षमता-उन्नयन तथा शैक्षिक रूप से वंचित क्षेत्रों में रहने वाले शिक्षुओं के लिए गुणवत्तामूलक व तर्कसंगत शिक्षा के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। .

देखें शैक्षिक प्रौद्योगिकी और दूरस्थ शिक्षा

निमोनिक

न्यूमोनिक एक ऐसा जुगाड़ है चीजों को आसानी से याद रखने में सहायक होता है। ये प्राय: छोटी कविता, छोटे वाक्य या छोटे से सरल शब्द के रूप में होती हैं जिसके शब्द या अक्षरों से याद किये जाने वाले चीज का सीधा सम्बन्ध होता है। इन्हें किसी भी भाषा में बनाया जा सकता है। यह एक अत्यन्त रचनात्मक कार्य है। .

देखें शैक्षिक प्रौद्योगिकी और निमोनिक

नोआम चाम्सकी

एवरम नोम चोम्स्की (हीब्रू: אברם נועם חומסקי) (जन्म 7 दिसंबर, 1928) एक प्रमुख भाषावैज्ञानिक, दार्शनिक, by Zoltán Gendler Szabó, in Dictionary of Modern American Philosophers, 1860–1960, ed.

देखें शैक्षिक प्रौद्योगिकी और नोआम चाम्सकी

प्रौद्योगिकी

२०वीं सदी के मध्य तक मनुष्य ने तकनीक के प्रयोग से पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर निकलना सीख लिया था। एकीकृत परिपथ (IC) के आविष्कार ने कम्प्यूटर क्रान्ति को जन्म दिया । प्रौद्योगिकी, व्यावहारिक और औद्योगिक कलाओं और प्रयुक्त विज्ञानों से संबंधित अध्ययन या विज्ञान का समूह है। कई लोग तकनीकी और अभियान्त्रिकी शब्द एक दूसरे के लिये प्रयुक्त करते हैं। जो लोग प्रौद्योगिकी को व्यवसाय रूप में अपनाते है उन्हे अभियन्ता कहा जाता है। आदिकाल से मानव तकनीक का प्रयोग करता आ रहा है। आधुनिक सभ्यता के विकास में तकनीकी का बहुत बड़ा योगदान है। जो समाज या राष्ट्र तकनीकी रूप से सक्षम हैं वे सामरिक रूप से भी सबल होते हैं और देर-सबेर आर्थिक रूप से भी सबल बन जाते हैं। ऐसे में कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिये कि अभियांत्रिकी का आरम्भ सैनिक अभियांत्रिकी से ही हुआ। इसके बाद सडकें, घर, दुर्ग, पुल आदि के निर्माण सम्बन्धी आवश्यकताओं और समस्याओं को हल करने के लिये सिविल अभियांत्रिकी का प्रादुर्भाव हुआ। औद्योगिक क्रान्ति के साथ-साथ यांत्रिक तकनीकी आयी। इसके बाद वैद्युत अभियांत्रिकी, रासायनिक प्रौद्योगिकी तथा अन्य प्रौद्योगिकियाँ आयीं। वर्तमान समय कम्प्यूटर प्रौद्योगिकी और सूचना प्रौद्योगिकी का है। .

देखें शैक्षिक प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी

मानस शास्त्र

साइकोलोजी या मनोविज्ञान (ग्रीक: Ψυχολογία, लिट."मस्तिष्क का अध्ययन",ψυχήसाइके"शवसन, आत्मा, जीव" और -λογία-लोजिया (-logia) "का अध्ययन ") एक अकादमिक (academic) और प्रयुक्त अनुशासन है जिसमें मानव के मानसिक कार्यों और व्यवहार (mental function) का वैज्ञानिक अध्ययन (behavior) शामिल है कभी कभी यह प्रतीकात्मक (symbol) व्याख्या (interpretation) और जटिल विश्लेषण (critical analysis) पर भी निर्भर करता है, हालाँकि ये परम्पराएँ अन्य सामाजिक विज्ञान (social science) जैसे समाजशास्त्र (sociology) की तुलना में कम स्पष्ट हैं। मनोवैज्ञानिक ऐसी घटनाओं को धारणा (perception), अनुभूति (cognition), भावना (emotion), व्यक्तित्व (personality), व्यवहार (behavior) और पारस्परिक संबंध (interpersonal relationships) के रूप में अध्ययन करते हैं। कुछ विशेष रूप से गहरे मनोवैज्ञानिक (depth psychologists) अचेत मस्तिष्क (unconscious mind) का भी अध्ययन करते हैं। मनोवैज्ञानिक ज्ञान मानव क्रिया (human activity) के भिन्न क्षेत्रों पर लागू होता है, जिसमें दैनिक जीवन के मुद्दे शामिल हैं और -; जैसे परिवार, शिक्षा (education) और रोजगार और - और मानसिक स्वास्थ्य (treatment) समस्याओं का उपचार (mental health).

देखें शैक्षिक प्रौद्योगिकी और मानस शास्त्र

स्मार्टफ़ोन

स्मार्ट फोन उन मोबाइल फोनों को कहते हैं जिनकी कम्प्युटिंग क्षमता तथा कनेक्टिविटी आधारभूत फोनों की तुलना में अधिक उन्नत होती है। आरम्भ में जो स्मार्टफोन आये उनमें प्रायः मोबाइल फोन की विशेषताओं के अलावा अन्य उपभोक्ता युक्तियों जैसे पीडीए, मिडिया प्लेयर, डिजिटल कैमरा, जीपीएस फोन आदि के गुण भी होते थे। बाद के स्मार्टफोनों में इन सभी विशेषताओं के अलावा टचस्क्रीन, वेब-ब्राउजिंग, वाई-फाई, अन्य पार्टियों के मोबाइल अनुप्रयोग (ऐप्स), गति-संसूचक (motion sensor), मोबाइल पेमेण्ट आदि भी उपलब्ध हैं। वर्तमान समय में लगभग 80% स्मार्टफोन गूगल के एंड्रॉइड तथा ऐपल के iOS मोबाइल प्रचालन तंत्रों पर आधारित हैं।.

देखें शैक्षिक प्रौद्योगिकी और स्मार्टफ़ोन

वेब २.०

एक टैग क्लाउड (अपने आप में एक विशिष्ट Web 2.0 घटना) द्वारा प्रदर्शित Web 2.0 विषय "Web 2.0" शब्द सामान्यतः ऐसे वेब प्रोग्रामों/एप्लीकेशन्स के लिए प्रयुक्त होता है जो पारस्पारिक क्रियात्मक जानकारी बांटने, सूचनाओं के आदान प्रदान करने, उपयोगकर्ता को ध्यान में रख कर डिज़ाइन बनाने और वर्ल्ड वाइड वेब से जोड़ने की सुविधा प्रदान करते हैं। Web 2.0 के उदाहरणों में वेब आधारित कम्यूनिटी/समुदाय, होस्ट सर्विस, वेब प्रोग्राम, सोशल नेटवर्किंग साइट, वीडियो शेयरिंग साइट, wiki, ब्लॉग, तथा मैशप (दो या अधिक स्त्रोतों से जानकारी एकत्रित करके बनाया गया वेब पेज) व फोक्सोनोमी (टैगिंग) शामिल हैं। एक Web 2.0 साइट अपने उपयोगकर्ताओं को अन्य उपयोगकर्ताओं के साथ वेबसाइट की सामग्री देखने या बदलने की अनुमति देती है जबकि नॉन-इंटरएक्टिव वेब साइटों के द्वारा उपयोगकर्ता किसी जानकारी को केवल उतना ही देख सकते हैं जितनी जानकारी उन्हें देखने के लिए उपलब्ध कराई जाती है। 2004 में ओ रेली मीडिया Web 2.0 सम्मेलन होने के कारण यह शब्द टिम ओ रेली से जुड़ा हुआ है। हालांकि शब्द से वर्ल्ड वाइड वेब के एक नए संस्करण का पता चलता है, यह किसी तकनीकी विशेषताओं को अपडेट करने का उल्लेख नहीं करता, अपितु एक एंड यूज़र/उपयोगकर्ता और सॉफ्टवेयर डेवलपर द्वारा वेब को प्रयोग करने के तरीकों में आये बदलावों को परिलक्षित करता है। क्या Web 2.0 पहली वेब प्रौद्योगिकियों से गुणात्मक रूप से अलग है - यह चुनौती वर्ल्ड वाइड वेब के आविष्कारक टिम बर्नर्स ली द्वारा दी गयी है जो कि इस शब्द को"शब्दजाल का एक हिस्सा" मानते हैं - क्योंकि उनके अनुसार वेब पहले से ही इन सब विशेषताओं को प्रदर्शित करता है। .

देखें शैक्षिक प्रौद्योगिकी और वेब २.०

यह भी देखें

समाज में प्रौद्योगिकी

शिक्षा-तकनीकी के रूप में भी जाना जाता है।