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3 संबंधों: रूस, वोल्गोग्राद, आत्मघाती हमला।
रूस
रूस (रूसी: Росси́йская Федера́ция / रोस्सिज्स्काया फ़ेदेरात्सिया, Росси́я / रोस्सिया) पूर्वी यूरोप और उत्तर एशिया में स्थित एक विशाल आकार वाला देश। कुल १,७०,७५,४०० किमी२ के साथ यह विश्व का सब्से बड़ा देश है। आकार की दृष्टि से यह भारत से पाँच गुणा से भी अधिक है। इतना विशाल देश होने के बाद भी रूस की जनसंख्या विश्व में सातवें स्थान पर है जिसके कारण रूस का जनसंख्या घनत्व विश्व में सब्से कम में से है। रूस की अधिकान्श जनसंख्या इसके यूरोपीय भाग में बसी हुई है। इसकी राजधानी मॉस्को है। रूस की मुख्य और राजभाषा रूसी है। रूस के साथ जिन देशों की सीमाएँ मिलती हैं उनके नाम हैं - (वामावर्त) - नार्वे, फ़िनलैण्ड, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैण्ड, बेलारूस, यूक्रेन, जॉर्जिया, अज़रबैजान, कजाकिस्तान, चीन, मंगोलिया और उत्तर कोरिया। रूसी साम्राज्य के दिनों से रूस ने विश्व में अपना स्थान एक प्रमुख शक्ति के रूप में किया था। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ विश्व का सबसे बड़ा साम्यवादी देश बना। यहाँ के लेखकों ने साम्यवादी विचारधारा को विश्व भर में फैलाया। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ एक प्रमुख सामरिक और राजनीतिक शक्ति बनकर उभरा। संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ इसकी वर्षों तक प्रतिस्पर्धा चली जिसमें सामरिक, आर्थिक, राजनैतिक और तकनीकी क्षेत्रों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ थी। १९८० के दशक से यह आर्थिक रूप से क्षीण होता चला गया और १९९१ में इसका विघटन हो गया जिसके फलस्वरूप रूस, सोवियत संघ का सबसे बड़ा राज्य बना। वर्तमान में रूस अपने सोवियत संघ काल के महाशक्ति पद को पुनः प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है। यद्यपि रूस अभी भी एक प्रमुख देश है लेकिन यह सोवियत काल के पद से भी बहुत दूर है। .
देखें वोल्गाग्राद स्टेशन बम विस्फोट २०१३ और रूस
वोल्गोग्राद
वोल्गाग्राद (p) एक प्रमुख औद्योगिक नगर एवं दक्षिण रूस के वोल्गाग्राद ओब्लास्ट का प्रशासनिक केंद्र है। यह उत्तर से दक्षिण ८० किलोमीटर (५० मील) एवं वोल्गा नदी के पश्चिमी बैक में स्थित है। .
देखें वोल्गाग्राद स्टेशन बम विस्फोट २०१३ और वोल्गोग्राद
आत्मघाती हमला
आत्मघाती हमला हमले की वह पद्धति है जिसमें हमलावर लक्ष्य को नष्ट करने या नुकसान पहुँचाने की प्रक्रिया को यह समझकर अंजाम देता है कि इसमें उसकी मृत्यु तय है। १९८१ से २००६ के बीच दुनिया भर में लगभग १२०० आत्मघाती हमले हुए जो कुल आतंकवादी हमलों का ४% थे लेकिन इसमें मारे गए लोगों की संख्या कुल आहत लोगों का ३२% थी। इस दौरान आत्मघाती हमलों में १४,५९९ लोगों की मृत्यु हो गई थी। आतंकवादी हमलों में से ९०% इराक, इजराइल, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, में हुए। यद्यपि आत्मघाती हमले इतिहास में पहले भी हुए हैं और द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापानी हवाई दस्ते के कमिकाजी उढ़ाके तो इसके लिए प्रसिद्ध हैं किन्तु यह १९८० के दशक के बाद हुए विशेष हमलों के लिए रूढ़ हो गया है जिसमें व्यक्ति जानबूझकर अपने शरीर या वाहन आदि में विस्फोटक भरकर अप्रत्याशित रूप से उसका विस्फोट सार्वजनिक स्थलों या सरकारी प्रतिष्ठानों पर करता है। फ़िदायीन हमला आतंकवादियों द्वारा प्रयोग की जाने वाली एक आत्मघाती रणनीति है। सामान्य: इस तरह के हमलों को विशेष रूप से भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिया जाता हैं। फ़िदायीन हमले मे एक फ़िदायीन (उग्रवादी, जो सामान्यः एक पुरुष होता है) खुद को हथियारों और गोला बारूद से लैस करता है, फिर वो एक सैन्य आधार, सुरक्षा चौकी या एक सैन्य संस्थापन मे प्रवेश करता है और फिर वो इन कानून के रखवाले, सैन्य अधिकारिओं और जवानों पर अंधाधुंद गोलीबारी शुरु कर देता है। इस गोलीबारी वो जब तक जारी रखता है जब तक उसका सारा असला खत्म नहीं हो जाता और इसके बाद उसे लगभग हमेशा ही सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया जाता है। फ़िदायीन आतंकवादी हमले के बाद हमेशा भागने की कोशिश करते हैं पर लगभग हमेशा ही इन्हें सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया जाता है क्योंकि यह उग्रवादी कभी भी हमले के बाद भागने की योजना नहीं बनाते बस उसके बाद मौका मिलने पर भागने की कोशिश करते हैं। यह आतंकवादी, आत्मघाती हमलावरों (मानव बम) की तरह, हमले के निष्पादन के दौरान मरने के लिए तैयार रहते हैं। .
देखें वोल्गाग्राद स्टेशन बम विस्फोट २०१३ और आत्मघाती हमला
वोल्गाग्राद स्टेशन बम विस्फोट 2013 के रूप में भी जाना जाता है।