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ल्वाइकौ

सूची ल्वाइकौ

ल्वाइकौ (बर्मी: လွိုင်ကော်မြို့, अंग्रेज़ी: Loikaw) बर्मा के कयाह राज्य की राजधानी है। यह पीलू नदी के किनारे करेन पहाड़ियों के क्षेत्र में बसा हुआ है, जो कयाह राज्य के उत्तरी भाग में है। इसके अधिकतर निवासी कयाह समुदाय के हैं, जो करेन्नी समुदाय या लाल करेन भी कहलाता है और करेन लोगों की एक शाखा है। .

6 संबंधों: बर्मी भाषा, म्यान्मार, कयाह राज्य, करेन पहाड़ियाँ, करेन भाषाएँ, अंग्रेज़ी भाषा

बर्मी भाषा

बर्मी भाषा बोलने वाले क्षेत्र बर्मी भाषा (बर्मी भाषा में: မြန်မာဘာသာ / म्रन्माभासा), स्वतंत्र देश म्यांमार (बर्मा) की राजभाषा है। यह मुख्य रूप से ब्रह्मदेश (बर्मा का संस्कृत नाम) में बोली जाती है। म्यांमार की सीमा से सटे भारतीय राज्यों असम, मणिपुर एवं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी कुछ लोग इस भाषा का प्रयोग करते हैं। .

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म्यान्मार

म्यांमार यो ब्रह्मदेश दक्षिण एशिया का एक देश है। इसका आधुनिक बर्मी नाम 'मयन्मा' (မြန်မာ .

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कयाह राज्य

कयाह राज्य (बर्मी: ကယားပြည်နယ်) बर्मा के पूर्व में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तर में शान राज्य, पूर्व में थाईलैण्ड और दक्षिण में कयिन राज्य है। .

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करेन पहाड़ियाँ

करेन पहाड़ियाँ (Karen Hills) या कयाह-करेन पहाड़ियाँ (Kayah-Karen Mountains) पूर्वी बर्मा की एक पर्वतमाला है। यह शान राज्य के दक्षिण-पश्चिमी कोने से आरम्भ होती हैं और कयाह राज्य में दाख़िल होती हैं, जो लगभग पूरा-का-पूरा ही एक पहाड़ी राज्य है (प्रान्तीय राजधानी क्षेत्र को छोड़कर)। यहाँ से आगे पर्वतमाला का दक्षिणी छोर कयिन राज्य में भी जाता है। भौगोलिक दृष्टि से करेन पहाड़ियाँ शान पहाड़ियों का दक्षिण-पश्चिमी विस्तार भी समझा जा सकता है। .

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करेन भाषाएँ

करेन भाषाएँ (Karen languages) बर्मा में लगभग ७० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली सुरभेदी भाषाओं का एक समूह है। यह औपचारिक रूप से चीनी-तिब्बती भाषा-परिवार की एक उपशाखा हैं लेकिन इनमें उस परिवार से बहुत अंतर हैं। कुछ भाषावैज्ञानिकों के अनुसार यह पड़ोस में बोली जाने वाली मोन और ताई-कादाई भाषाओं का प्रभाव है। .

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अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

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