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लोकोन पर्वत

सूची लोकोन पर्वत

इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप के उत्तरी भाग में दो जुड़वां ज्वालामुखी लोकोन पर्वत और एम्पुंग पर्वत स्थित हैं, जो एक दूसरे से सिर्फ 2.2 किमी दूर हैं। दोनो का उद्भव तोंदानो के मैदान से होता है और दोनो ही सुलावेसी के सक्रिय ज्वालामुखी हैं। मानदो, इनसे लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है। 14 जुलाई 2011 की मध्यरात्रि को इसके फटने से करीब पांच हजार फीट की ऊंचाई तक गर्म लावा और उससे निकली राख वायुमंडल में फैल गई थी और जिसके कारण हजारों लोगों को यह स्थान छोड़ने पर बाध्य होना पड़ा। .

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सामग्री की तालिका

  1. 5 संबंधों: एम्पुंग पर्वत, मानदो, मिश्रित ज्वालामुखी, सुलावेसी, इंडोनेशिया

एम्पुंग पर्वत

इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप के उत्तरी भाग में दो जुड़वां ज्वालामुखी लोकोन पर्वत और एम्पुंग पर्वत स्थित हैं, जो एक दूसरे से सिर्फ 2.2 किमी दूर हैं। दोनो का उद्भव तोंदानो के मैदान से होता है और दोनो ही सुलावेसी के सक्रिय ज्वालामुखी हैं। मानदो, इनसे लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है। एम्पुंग पर्वत की चोटी पर एक 400 मीटर चौड़ा और 150 मीटर गहरा ज्वालामुखीय विवर है जो, अठाहरवीं शताब्दी में फटा था। .

देखें लोकोन पर्वत और एम्पुंग पर्वत

मानदो

मानदो, इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी प्रांत की राजधानी है। मानदो, मानदो की खाड़ी में स्थित है और चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। शहर की जनसंख्या 405715 है, जो इसे सुलावेसी द्वीप का मकास्सर के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर बनाती है। मानदो की नगर पालिका नौ जिलों में विभाजित है: मलालायांग, सारिओ, वनिया, वेनांग, टिकाला, मपांगेट, सिंगकिल, टुमिनटिंग और बुनाकेन। .

देखें लोकोन पर्वत और मानदो

मिश्रित ज्वालामुखी

मिश्रित ज्वालामुखी मिश्रित ज्वालामुखी की खड़ी काट फुजी पर्वत, एक सक्रिय मिश्रित ज्वालामुखी है इसका अंतिम उद्गार 1707–08 में हुआ था मिश्रित ज्वालामुखी, एक लंबा, शंक्वाकार ज्वालामुखी होता है, जिसका निर्माण जम कर ठोस हुए लावा, टेफ्रा, कुस्रन और ज्वालामुखीय राख की कई परतों (स्तर) द्वारा होता है। मिश्रित ज्वालामुखी को ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि, इनकी रचना ज्वालामुखीय उद्गार के समय निकले मिश्रित पदार्थों के विभिन्न स्तरों पर घनीभूत होने के फलस्वरूप होती है। ढाल ज्वालामुखी के विपरीत, तीखी ढलान और समय समय पर होने वाले विस्फोटक उद्गार इनकी विशेषतायें है। इन ज्वालामुखियों से निकला लावा, ढाल ज्वालामुखी से निकले लावे की तुलना में अधिक श्यान (गाढ़ा और चिपचिपा) होता है और आमतौर पर उद्गार के पश्चात दूर तक बहने से पहले ही ठंडा हो जाता है। इनके लावे की रचना करने वाला मैग्मा अक्सर फेल्सिक होता है जिसमें, सिलिका की मात्रा उच्च से लेकर मध्य स्तर तक की होती है और कम श्यानता वाले मैफिक मैग्मा की मात्रा कम होती है। फेल्सिक लावा का व्यापक (दूर तक) प्रवाह असामान्य है, लेकिन फिर भी इसे 15 किमी (9.3 मील) तक बहते देखा गया है। ढाल ज्वालामुखी (जो कम मिलते हैं) के विपरीत यह ज्वालामुखियों का सबसे सामान्य प्रकार हैं। दो प्रसिद्ध मिश्रित ज्वालामुखियों में से पहला क्राकाटोआ है, जिसको उसके 1883 के उद्गार के लिए जाना जाता है जबकि, दूसरा विसुवियस है जिसके उद्गार के कारण 79 ईस्वी में पॉम्पेई और हरकुलेनियम नामक दो इतालवी शहर पूरी तरह से नष्ट हो गये थे। .

देखें लोकोन पर्वत और मिश्रित ज्वालामुखी

सुलावेसी

सुलावेसी (Sulawesi) इंडोनेशिया के बड़े सुन्दा द्वीप समूह के चार द्वीपों में से एक है और, बोर्नियो और मालूकू द्वीप के बीच स्थित है। इंडोनेशिया में केवल सुमात्रा, बोर्नियो और पापुआ ही क्षेत्र में इससे बड़े हैं और केवल जावा और सुमात्रा की आबादी ही इससे अधिक है। इसे पहले सेलिबिज़ (पुर्तगाली: Celebes) के नाम से जाना जाता था। .

देखें लोकोन पर्वत और सुलावेसी

इंडोनेशिया

इंडोनेशिया गणराज्य (दीपान्तर गणराज्य) दक्षिण पूर्व एशिया और ओशिनिया में स्थित एक देश है। १७५०८ द्वीपों वाले इस देश की जनसंख्या लगभग 26 करोड़ है, यह दुनिया का तीसरा सबसे अधिक आबादी और दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी बौद्ध आबादी वाला देश है। देश की राजधानी जकार्ता है। देश की जमीनी सीमा पापुआ न्यू गिनी, पूर्वी तिमोर और मलेशिया के साथ मिलती है, जबकि अन्य पड़ोसी देशों सिंगापुर, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया और भारत का अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र शामिल है। .

देखें लोकोन पर्वत और इंडोनेशिया